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वॉशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि लंबे वक़्त से चले आ रहे आर्थिक विवाद को निपटाने के लिए अमेरिका ने ईरान को जो ४० करोड़ डॉलर की रकम दी थी, उसका फाइदा अमेरिकी कैदियों को रिहा करने में उठाया गया। रिपब्लिकन पार्टी के आला कियादत और राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप के प्रचार मुहिम में दावा किया गया कि यह कुछ और नहीं, बल्कि फिरौती थी। रिपब्लिकन पार्टी के आला कियादत और ट्रंप मुहिम ने इस बयान का सियासी फाइदा लेने में ज्यादा देर न करते हुए फौरन ही दावा किया कि यह रकम कुछ और नहीं बल्कि फिरौती की अदायगी था और यह बात आखिरकार ओबामा प्रशासन ने कुबूल कर ली है।
इसके बारे में वॉल स्ट्रीट जनरल की खबर के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने गुरुवार को कहा कि जब तक कैदियों को रिहा नहीं किया गया, तब तक ४० करोड़ डॉलर का भुगतान नहीं किया गया। मैं इसे नकार नहीं रहा। उन्होंने कहा कि हमने लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को लगभग एकसाथ निपटाने के लिए जान-बूझकर उस मौके का फायदा उठाया। यह बात पहले से ही सार्वजनिक है कि हमने उसी अवधि में ईरान को उसके वे ४० करोड़ डॉलर लौटाए, जो हेग के निपटान समझौते का हिस्सा थे।
किर्बी ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो ईरान और अमेरिका के बीच आपसी अविश्वास के कारण ऐसी चिंताएं थीं कि ईरान कैदियों की रिहाई के मुद्दे पर मुकर सकता है। ऐसे में हम अमेरिकी नागरिकों की रिहाई तक ज्यादा से ज्यादा लाभ की स्थिति अपने पक्ष में रखना चाहते थे। हालांकि रिपब्लिकन उम्मीदवार ने नॉर्थ कैरोलीना स्थित एक चुनावी रैली में कहा कि विदेश मंत्रालय की घोषणा के जरिए अब हम जानते हैं कि राष्ट्रपति ओबामा ने ईरान को नकद के रूप में दिए गए ४० करोड़ डॉलर के बारे में झूठ बोला था। उन्होंने इस बात से इंकार किया था कि यह राशि बंधकों के लिए थी, लेकिन वास्तव में यह उनके लिए ही थी।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कहा कि हम फिरौती नहीं देते लेकिन उन्होंने दी। उन्होंने खुले तौर बंधकों के बारे में झूठ बोला, ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने ओबामाकेयर के बारे में झूठ बोला। अब प्रशासन ने हमारे सैन्यकर्मियों समेत विदेश जाने वाले हर अमेरिकी यात्री के सिर पर अपहरण का खतरा पैदा कर दिया है। हिलेरी क्लिंटन राष्ट्रपति ओबामा की ईरान नीति का अनुसरण करती हैं। यह एक और ऐसी वजह है कि उन्हें कभी राष्ट्रपति बनने नहीं दिया जा सकता। |
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बागरा के मोहगांव में पिछले एक महीने से लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। बारिश के दौरान ट्यूबवेल की मोटर खराब होने से यह हालात बने हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नल-जल योजना से घरों में नल कनेक्शन लगवाए गए थे। पिछले एक महीने से इंदिरा आवास कॉलोनी के नलों में पानी नहीं आ रहा है। एेसे में लोगों को गांव के हैंड़पंप और निजी ट्यूबवेलों से पानी लाने की मशक्कत करनी पड़ रही है। सरपंच सीताराम वर्मा ने बताया कि नल-जल योजना से दो ट्यूबवेल लगाए गए हैं। पानी टंकी बनाई गई। जिससे घरों में कनेक्शन दिए गए हैं। इंदिरा आवास कॉलोनी में जिस मोटर से पानी सप्लाई दी जाती थी, वह खराब होने से इंदिरा आवास के २०० घरों में जलप्रदाय बाधित है। सरपंच ने बताया कि एक सप्ताह पहले पीएचई के अधिकारी आए थे। जिनके निर्देश पर प्रस्ताव बनाकर बाबई जनपद सीईओ को भेजा गया है। जल्दी ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। |
जयपुर। प्रदेश के शिक्षित बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर आई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चालानी गार्ड के ८७६ नवीन पदों के सृजन को स्वीकृति प्रदान कर उन्हें खुश होने का मौका दिया है। इनमें हैड कांस्टेबल के १३२ तथा कांस्टेबल के ७४४ पद शामिल हैं।
अशोक गहलोत के इस निर्णय से विचाराधीन बंदियों की न्यायालयों में पेशी के लिए उपस्थिति सुनिश्चित की जा सकेगी और न्याय प्रक्रिया को गति मिलेगी।
इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश में सुगम यातायात व्यवस्था एवं रात्रि गहन गश्त सुनिश्चित करने के लिए १२५० अतिरिक्त होमगार्ड के नियोजन को मंजूरी दी थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए १५ करोड़ ७५ लाख रूपए के अतिरिक्त प्रावधान को स्वीकृति दी थी।
राजधानी जयपुर शहर में सुगम यातायात व्यवस्था और नए विकसित रिहायशी इलाकों में रात्रि गश्त के लिए ५००- ५०० अतिरिक्त होमगार्ड जबकि जोधपुर कमिश्नरेट क्षेत्र में रात्रि गश्त के लिए १७५ एवं सुगम यातायात व्यवस्था के लिए ७५ होमगार्ड नियोजित किए जाएंगे। |
न्यूज४नेशन डेस्क : यूपी से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक शख्स बसपा क पक्ष में वोट करना चाहता था, लेकिन गलती से उसने बीजेपी को वोट डाल दिया। जब उसे पता चला कि उसने हाथी की जगह कमल को वोट डाल दिया है तो उसे इतना पछतावा हुआ कि उसने जिस उंगली से मतदान का बटन दबाया था उसे खुद ही काट डाला।
घटना के संबंध में बताया गया है कि यूपी के बुलंदशहर के शिकारपुर स्थित अब्दुल्लापुर हुलासन गांव निवासी २५ वर्षीय पवन कुमार नामक युवक सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार योगेश वर्मा को वोट देने गया था, लेकिन वोटिंग के वक्त गलती से उसने बीजेपी उम्मीदवार भोला सिंह को वोट दे दिया। मतदान के बाद इस युवक को अपनी गलती से इतना दुखी हो गए कि उन्होंने अपनी उंगली ही काट डाली। |
अनंतपुर। अपने खेत के ऊपर से हाईटेंशन केबल के गुजरने का विरोध करना एक ६५ वर्षीय किसान और उनके बेटे को महंगा पड़ गया। दोनों को ३० फीट ऊंची तारों से लटकता छोड़ दिया गया। इस बीच बूढ़े किसान का हाथ फिसल गया और वह जमीन पर गिरकर घायल हो गए। यह वाकया आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले का है, जहां रविवार को कर्नाटक स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड से जुड़ा एक ठेकेदार मदाकासिरा गांव में हाई टेंशन तारें बिछाने का काम कर रहा था।
अपने खेतों में मोटी-मोटी हाई टेंशन तारें बिछता देख किसान नबी रसूल ने काम शुरू होने से पहले मुआवजे की मांग की। अधिकारियों ने कहा कि मुआवजा कुछ समय बाद मिलेगा, लेकिन रसूल और उनका बेटा दोनों काम शुरू होने से पहले मुआवजा मांगने लगे। दोनों केबल पकड़कर विरोध करने लगे। उनका विरोध और मांग देखते हुए ठेकेदार ने कामगारों को केबल उठाने के लिए कह दिया और दोनों केबल से लटक गए। १५ मिनट बाद बूढ़े रसूल की हिम्मत जवाब दे गई और वह जमीन पर गिर गए। |
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बॉलीवुड की ये ३ खूबसूरत अभिनेत्रियां युवाओ की बन चुकी है पहली पसंद, नंबर ३ का नाम है सबसे आगे!
दोस्तों बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक खूबसूरत अभिनेत्रियां है। जिन्होंने अपने अभिनय और खूबसूरती के दम पर अपनी पहचान बनाई है लेकिन कुछ अभिनेत्रियां ऐसी भी हैं। जो आज युवाओं की पहली पसंद बन गई है। आज आपको बॉलीवुड जगत की ऐसी ही ३ खूबसूरत अभिनेत्रियों के बारे में बता रहे है। जो युवाओं की पहली पसंद बन चुकी है। आइये जानते है इन अभिनेत्रियो के बारे में।
बॉलीवुड फिल्म जगत जाने माने अभिनेता शक्ति कपूर की बेटी अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने बहुत ही कम समय में बॉलीवुड में एक अगल पहचान बनाई है। इनके फैंस से युवा वर्ग में काफी ज्यादा है। श्रद्धा कपूर की क्यूटनेस को युवा काफी पसंद भी करते हैं। श्रद्धा कपूर की काफी फैन फॉलोइंग है।
बॉलीवुड फिल्म जगत की क्यूट अभिनेत्री आलिया भट्ट को बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री बन चुकी है। आज आलिया ने कई सुपर हिट फिल्मो में काम किया हैं। बता दे कि आलिया भट्ट की कम उम्र में ही काफी अच्छी फैन फॉलोइंग है।
बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी अभिनेत्री सारा अली खान फिल्म केदारनाथ से बॉलीवुड में कदम रखा है और आज वे बहुत ही फेमस हो गई है। यही वजह है, कि सारा अली खान इन दिनों हर युवा की क्रश बन गई है और दिन प्रति दिन उनकी फैन फोल्लोविंग बढ़ती जा रही है। |
जबरदस्त हॉटनेस से सभी के पसीने छुड़ाने वाली एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा ने इस बार तो अश्लीलता की सारी हदें ही पार कर डाली। टॉप अवतार में शर्लिन को देख लोगों के पसीने छूट रहे हैं।हाल ही में शर्लिन ने एक बार फिर से अपनी बेहद बोल्ड फोटो शेयर कर सनसनी मचा दी है।
इस फोटो में शर्लिन बिना टॉप के नजर आ रही है। उनका ये टॉपलेस अवातर देख फैंस के पसीने छूट रहे हैं। आप भी उनके इस लुक को देख लेंगे तो अपनी नजरें उनसे हटा नहीं पाएंगे।
फोटो को शेयर करते हुए शर्लिन ने बेहद प्यारी और इमोशनल कैप्शन भी लिखी है।एक बार फिर से उनका ये बोल्डनेस अवातर इंटरनेट का तापमान बढ़ा रहा है।
सोशल मीडिया पर अपने हॉटनेस को लेकर छाई रहने वाली एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा ने एक बार फिर से अपनी ऐसी फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर की है, जिसे देख आपके भी होश उड़ जाएंगे।
वैसे भी शर्लिन सोशल मीडिया पर अश्लील परोसने के लिए मशहूर है। हमेशा ही वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर अपनी हॉट सेक्सी फोटो वीडियो शेयर कर फैंस का दिल जीत लेती है।
शर्लिन के चाहने वाले भी उनकी इस अदा पर जान छिड़कते हैं। आपको बता दें कि शर्लिन इंस्टाग्राम पर तो अपनी हॉट सेक्सी फोटो वीडियो शेयर करती ही है।
लेकिन इसके साथ ही उनका एक एप भी है,जिसमें वह अपनी फुल सेक्सी वीडियो फैंस के साथ शेयर किया करती है। इंस्टाग्राम पर लाखों की तादाद में फॉलोअर्स होने के साथ ही उनके इस एप को भी लाखों लोगों ने प्लेस्टोर से डाउनलोड किया हुआ है।
सुहाना खान सेक्सी फोटो : शाहरुख खान की बेटी सुहाना का जबरदस्त बोल्ड अंदाज देख छूट जाएंगे पसीने, देखें हाॅट सेक्सी फोटो वीडियो !
इस एप पर शर्लिन की सेक्सी वीडियो देख फैंस अपनी आंखे सेंकते रहते हैं। शर्लिन अपनी हॉट फिगर को लेकर भी काफी चर्चा में रहती है और वह इसकी नुमाइश करने का भी कोई मौका हाथ से जाने नहीं देती।
शर्लिन की हॉटनेस और और बेबाक होकर अश्लीलता परोसने का अंदाजा आप इसी बात से ही लगा सकते हैं कि वह भारत की पहली ऐसी महिला है जिन्होंने प्लेबॉय मैगजीन के लिए न्यूड फोटोशूट कराया।
शर्लिन ने भले ही कुछ फिल्मों में काम की. लेकिन इसमें उन्हें सफलता हासिल नहीं हुई। वह सोशल मीडिया पर अपने उत्तेजित पोस्ट को लेकर ही काफी फेमस हैं। |
इटावा (उत्तम हिन्दू न्यूज): उत्तर प्रदेश में इटावा के बकेवर इलाके में सिंगोली गॉव के पास मनरेगा मजदूरों के काम के दरम्यान खुदाई के समय जमीन से हैंडग्रेनेड निकलने से हड़कंप मच गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बुधवार को यहां बताया कि बकेवर इलाके में सिंगोली गॉव के पास मनरेगा मजदूरों के काम के दरम्यान खुदाई के समय जमीन से हैंडग्रेनेड मिला। हैंडग्रेनेड मिलने के बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह, भरथना पुलिस उपाधीक्षक चंद्रपाल सिंह, डॉग स्कॉयड पुलिस बल के साथ जांच करने के लिए भेजा गया। ऐसा माना जा रहा है कि यह हैंड ग्रेनेड डाकुओ की सक्रियता के समय किसी ने जमीन में छुपाया होगा जो अब खुदाई के समय निकल आया।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत सिंगौली के मजरा नगला बरी के पास सिंगौली से गुलाबपुरा को जाने वाले मार्ग पर मजदूर सफाई कार्य कर रहे थे। ग्राम बरी से करीब दो सौ मीटर आगे सम्पर्क मार्ग के किनारे झाड़ की सफाई करते समय एक मजदूर के फावड़े से कोई लोहे की चीज टकराई। उठाकर देखने पर वह हैंडग्रेनेड निकला। मजदूरों में खलबली मच गई। कई मजदूर हैंडग्रेनेड देखकर दूर भागे। कुछ मजदूरों ने वहां मौजूद ठेकेदार राजेश यादव को बताया। ठेकेदार ने थाना पुलिस को फोन किया। सूचना पर सी.ओ. भरथना चंद्र पाल सिंह, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रमेश सिंह, हल्का इंचार्ज के.पी.सिंह , मौके पर पहुँचे। मनरेगा मजदूरों ने मिला हुआ हैंडग्रेनेड पुलिस को सौंप दिया।
सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह बम स्कवॉड टीम मौके पर पहुँचे। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया। सीओ भरथना से मामले की जानकारी ली। बम स्क्वायड दस्ते ने उस जगह झाड़ में काफी खोज की। कहीं और हैंडग्रेनेड न पड़ा हो लेकिन कोई अन्य बम नही मिला।
मौके पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने बताया कि जो हैंड ग्रेनेड मिला ही उसको जांच के लिए ३७ बटालियन कानपुर को भेजा जा रहा है। हैंडग्रेनेड काफी पुराना है। मिट्टी में दबा था। हैंड ग्रेनेड कौन से स्तर का है ये जांच के बाद ही पता चलेगा।
ऐसा माना जा रहा है कि दस्यु प्रभावित जिले में सुमार इटावा जिले में दशक भर पहले तक खासी तादात में डाकुओ का आतंक हुआ करता था। संभवत उसी दरम्यान किसी डाकू या उसके किसी नजदीकी की ओर से इस हैंड ग्रेनेड को या तो फेंक दिया गया या फिर जमीन में दबा दिया गया। आज खुदाई के दरम्यान निकल कर के सामने आया है। पुलिस की जांच के बाद पता चल पायेगा कि इसकी हकीकत क्या है। |
भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच तीसरा टेस्ट मैच रांची में खेला गया। विराट सेना ने यह मुकाबला पारी और २०२ रन के अंतर से जीत लिया। इसी के साथ भारत ने सीरीज पर ३-० से कब्जा किया।
कानपुर। भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला रांची में खेला गया। इस मैच में भारत ने पहली पारी ९ विकेट पर 4९7 रन पर घोषित की। जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम १६२ रन पर सिमट गई। भारत ने फिर अफ्रीका को फाॅलोआन दिया और मेहमान इस बार १३३ रन पर ढेर हो गए। इसी के साथ विराट सेना ने यह मुकाबला पारी और २०२ रन के अंतर से जीत लिया। साथ ही भारत ने सीरीज पर ३-० से कब्जा किया।
पहली पारी में बड़े अंतर से पिछड़ने के बाद साउथ अफ्रीका को फाॅलोआन खेलना पड़ा। तीसरे दिन अफ्रीकी टीम दोबारा बैटिंग करने आई और दिन के अंत तक उनके आठ विकेट गिर गए थे। दूसरी पारी में अफ्रीका की तरफ से कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देन पिच पर टिक नहीं सका। खासतौर से टाॅप आर्डर तो पूरी तरह तहस-नहस हो गया था। हालांकि इस बार लिंडे ने २७, पिडट ने २३ रन की पारी खेली।
भारत द्वारा बनाए गए विशाल स्कोर के जवाब में साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में ही निराश किया। पूरी मेहमान टीम १६२ रन पर सिमट गई। टीम के आठ बल्लेबाज तो दहाई के अंक तक नहीं पहुंच पाए। यह तो अच्छा था कि जुबियार हमजा ने ६२ और जार्ज लिंडे ने ३७ रन की उपयोगी पारी खेली वरना मेहमानों का हाल इससे भी बुरा हो सकता था। पहली पारी में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा तीन विकेट उमेश यादव ने लिए। वहीं शमी, जडेजा और नदीम ने दो-दो विकेट हासिल किए। बता दें शाहबाज नदीम का यह डेब्यू मैच है और उन्होंने पहले मैच में दो बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। |
नगरपालिका (म्युनिसिपालिटी) एक निश्चित भूभाग एवं जनसंख्या वाला प्रशासकीय संभाग (आद्मिनिस्ट्रेटिव डिविज़न) होता है। यह किसी नगर, कस्बा या गाँव या उनके किसी भाग का द्योतक है।
आजमगढ़ भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ मण्डल के तीन जिलों में से एक जिला है। इसका जिला मुख्यालय आजमगढ़ है। इस जनपद को नवाब आज़मशाह ने बसाया था, इसी कारण इसका नाम आज़मगढ़ पड़ा। १५ नवम्बर १९९४ को चौदहवें मण्डल के रूप में "आजमगढ़ मण्डल " का सृजन किया गया। आजमगढ़ जिले में आठ तहसीले है। जो लालगंज, सदर, सगड़ी, मेंहनगर, बूढ़नपुर, निजामबााद,मार्टीनगंज व फूलपुर है। सबसे बड़ी तहसील निजामबााद है।
आज़मगढ़ में २२ ब्लॉक है।
१० विधानसभा वह २ लोकसभा सीट है, २ नगरपालिका व ११ नगर पंचायत भी है।
काँठ (अंग्रेजी: कंठ, मोरादाबाद) भारत में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले का एक बहुत पुराना कस्बा है। यह विकसित अच्छे खासे नगर में तब्दील हो चुका है। प्रशासन की दृष्टि से इसकी अपनी नगरपालिका भी है।
भौगोलिक दृष्टि से काँठ २९.०७न ७८.६३ए / २९.०७; ७८.६३ अक्षांश-देशान्तर पर अवस्थित है। यह नगर रामगंगा नदी के दाहिने किनारे पर समुद्र तल से ६५५ फुट की ऊँचाई पर बसा हुआ है। यहाँ पर संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध के जमाने से अवध एण्ड रुहेलखण्ड रेलवे का बहुत पुराना रेलवे स्टेशन भी है। इसके अलावा धामपुर से मुरादाबाद जाने वाली सड़क पर स्थित होने के कारण यह नगर कोलकाता से ८६८ मील (१,३९७ कि॰मी॰) दूर है। उत्तर रेलवे के अलावा यह नगर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के माध्यम से सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश से भी जुड़ा हुआ है।
चापाकोट नगरपालिका नेपाल के पश्चिमांचल विकास क्षेत्र के गण्डकी अंचल के स्यांजा जिला में स्थित एक नगरपालिका हैं।
झापा जिल्ला नेपाल के पूर्वांचल विकास क्षेत्र के मेची अंचल में स्थित एक अत्याधिक उर्वर एवं घना वस्ती समेटा हुआ जिल्ला हैं। इस जिल्ला का क्षेत्रफल १६०६ बर्ग कि॰मी॰ और जनसंख्या ८ लाख से ज्यादा हैं। इस जिल्ला के पूर्व और दक्षिण में भारत, उत्तर में इलाम, पश्चिम में मोरंग जिल्ला हैं। मानव बिकास सूचकांक में झापा जिल्ला तिसरे स्थानमे है।ईश जिल्लेमे ७ नगरपालिका और ३७ गा बि स है।जिल्लामे ७ निर्वाचन क्षेत्र है।
तानसेन नगरपालिका नेपाल देशके पश्चिमांचल विकास क्षेत्र के लुम्बिनी अंचल में अवस्थित पाल्पा जिल्ला का यें जगा एक अत्याधिक उर्वर एवं घना वस्ती सें भरा हुआ सुन्दर सहर/नगर हैं। नेपाल में इसे नगरपालिका के रूपमें जानाजाता हैं।
नगर निगम का निर्माण बड़े शहरों ,जैसे दिल्ली , मुम्बई , कलकत्ता तथा अन्य शहरों के लिए है । यह सम्बन्धित राज्य विधानमंडल की विधि द्वारा राज्यो में स्थापित हुई तथा भारत की संसद के अधिनियम द्वारा केंद्रशासित क्षेत्र में , राज्य के सभी नगर नियमो के लिए एक समान अधिनियम हो सकता है या प्रत्येक के लिए भिन्न भिन्न भी हो सकता है।
नगर निगम में तीन प्राधिकरण हैं - परिषद , स्थायी समिति , और आयुक्त।
भारत में, एक नगर पालिका अक्सर एक शहर के रूप में जाना जाता है। यह न तो एक ग्राम और न ही बड़े शहर के बराबर होता है, वरन उनके बीच का होता है। एक नगर पालिका २०,००० या उससे अधिक लोगों को मिलाकर बनता है, लेकिन अगर यह ५ लाख से अधिक जनसंख्या वाला हो जाता है तब एक नगर निगम बन जाता है।
२० सितम्बर २०१५ को जारी हुए नए संविधान के अनुसार नेपाल को ७ प्रदेशों (प्रान्तों) में बांटा गया है। सभी प्रदेशों के जिलों को मिलाकर फिलहाल ७५ जिले हैं। ३ नए जिले बनाये जा सकते हैं।
जिले नगरपालिका और ग्रामपालिका (गाउँपालिका) में विभाजित हैं। पूरे नेपाल में ७४४ ग्रामपालिका और नगरपालिका हैं।
पुतलीबजार नगरपालिका नेपाल के पश्चिमांचल विकास क्षेत्र के गण्डकी अंचल के स्यांजा जिला में स्थित एक अत्याधिक उर्वर एवं घना बस्ती वाली ग्राम समिति है।
फतेहपुर सीकरी (उर्दू: ), एक नगर है जो कि आगरा जिला का एक नगरपालिका बोर्ड है। यह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है,। यह यहाँ के मुगल साम्राज्य में अकबर के राज्य में १५७१ से १५८५ तक मुगल एम्पायर (भारत) की राजधानी री फिर इसे खाली कर दिया गया, शायद पानी की कमी के कारण। यह सिकरवार राजपूत राजा की रियासत थी जो बाद में इसके आसपास खेरागढ़ और मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में बस गए ।फतेहपुर सीकरी मुसलिम वास्तुकला का सबसे अच्छा उदाहरण है। फतेहपुर सीकरी मस्जिद के बारे में कहा जाता है कि यह मक्का की मस्जिद की नकल है और इसके डिजाइन हिंदू और पारसी वास्तुशिल्प से लिए गए हैं। मस्जिद का प्रवेश द्वार ५४ मीटर ऊँचा बुलंद दरवाजा है जिसका निर्माण १५७३ ई० में किया गया था। मस्जिद के उत्तर में शेख सलीम चिश्ती की दरगाह है जहाँ नि:संतान महिलाएँ दुआ मांगने आती हैं।
आंख मिचौली, दीवान-ए-खास, बुलंद दरवाजा, पांच महल, ख्वाबगाह, जौधा बाई का महल,शेख सलीम चिश्ती के पुत्र की दरगाह,शाही मसजिद,अनूप तालाब फतेहपुर सीकरी के प्रमुख स्मारक हैं।
मंगलसेन नगरपालिका नेपालके सेती अंचलके अछाम जिलाके एक नगरपालिका है।
राजधानी वह नगरपालिका होती है, जिसे किसी देश, प्रदेश, प्रान्त या अन्य प्रशासनिक ईकाई अथवा क्षेत्र में सरकार की गद्दी होने का प्राथमिक दर्जा हासिल होता है। राजधानी मिसाली तौर पर एक शहर होता है, जहाँ संबंधित सरकार के दफ़्तर और सम्मेलन -टिकाने स्थित होते हैं और आम तौर पर अपने क़ानून या संविधान द्वारा निर्धारित होती है।
रामपुर नगरपालिका नेपाल के पश्चिमांचल विकास क्षेत्र के लुम्बिनी अंचल में अवस्थित पाल्पा जिला का यें जगा एक अत्याधिक उर्वर एवं घना वस्ती वाली सुन्दर नगर/सहर हैं।
रुड़की, भारत के उत्तराखण्ड राज्य में स्थित एक नगर और नगरपालिका परिषद है। इसे रुड़की छावनी के नाम से भी जाना जाता है और यह देश की सबसे पुरानी छावनियों में से एक है और १८५३ से बंगाल अभियांत्रिकी समूह (बंगाल सैप्पर्स) का मुख्यालय है।
यह नगर गंग नहर के तट पर राष्ट्रीय राजमार्ग ५८ पर देहरादून और दिल्ली के मध्य स्थित है।
साफेंवगर नगरपालिका नेपालके सेती अंचलके अछाम जिलाके एक नगरपालिका है।
सिद्धिचरण नगरपालिका नेपाल के पूर्वांचल विकास क्षेत्र के सगरमाथा अंचल, ओखलढुंगा जिला में स्थित नगरपालिका है। |
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिशन २०२० प्रवेश प्रक्रिया को देश भर में कोरोना वायरस (कोविड - १९) के बढ़ते प्रसार के मद्देनजर स्थगित किया गया है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिशन २०२०: इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने विभिन्न स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी है। विश्वविद्यालय द्वारा अपने ऑफिशियल वेबसाइट, अल्डूनीव.एक.इन पर जारी अपडेट के अनुसार, प्रवेश प्रक्रिया को देश भर में कोरोना वायरस (कोविड - १९) के बढ़ते प्रसार के मद्देनजर स्थगित किया गया है। विश्वविद्यालय की ओर से अप्लीकेशन पोर्टल पर अंतिम तिथि में विस्तार की संभावना भी जताई गयी थी।
इससे पूर्व, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने विभिन्न पाठ्क्रमों के लिए प्रवेश फॉर्म २५ मार्च २०२० को जारी किये और इसी के साथ ही इस केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश की प्रक्रिया आरंभ होनी थी। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि २५ अप्रैल २०२० निर्धारित की गयी थी।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट, अल्डूनीव.एक.इन पर विजिट करें। होम पेज पर एनाउंसमेंट्स सेक्शन में दिये गये एयू एडमिशन २०२० लिंक पर क्लिक करके अप्लीकेशन पोर्टल पर जा सकते हैं। वैकल्पिक रूप से आप दाखिले से सम्बन्धित बनाई गई नई वेबसाइट, औप्रवेश२०२०.कॉम पर सीधे विजिट कर सकते हैं। यहां अपने सम्बन्धित पाठ्यक्रम को सेलेक्ट करके प्रोसीड बटन पर क्लिक करें। नये पेज पर दिये गये रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करके पंजीकरण करें। पंजीकरण के बाद आवेदन शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करके ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। |
मनजोत कालरा का जन्म किस साल में हुआ था?
मनजोत कालरा ने अपने जीवन का आरम्भ अनुकूल वातावरण में किया था। यह कहा जा सकता है कि मनजोत कालरा एक उत्तम जन्मकुण्डली लेकर पैदा हुए हैं। साधारणतः मनजोत कालरा की स्मरणशक्ति उत्तम है और मनजोत कालरा एहसान को कभी नहीं भूलते हैं। मनजोत कालरा आवश्यकता से अधिक उदार हैं। मनजोत कालरा एक व्यवस्थित व्यक्ति हैं, जोकि मनजोत कालरा के काम में झलकता भी है, खासकर मनजोत कालरा के पहनावे और निवास-स्थान में।मनजोत कालरा व्यक्तिगत रूप से आकर्षक, शालीन और सुलझे हुए हैं। मनजोत कालरा बड़े दिल वाले और खुले दिमाग के व्यक्ति हैं। मनजोत कालरा विपरीत परिस्थितियों में भी विचारवान रहते हैं। मनजोत कालरा दृढ़चरित्र है।जन्म से ही मनजोत कालरा के अन्दर नेतृत्व का गुण विद्यमान है, किन्तु मनजोत कालरा इसका दिखावा पसन्द नहीं करते। मनजोत कालरा का दृष्टिकोण व्यापक है और मनजोत कालरा छोटी-छोटी बातों की परवाह नहीं करते हैं।मनजोत कालरा एक महत्वाकांक्षी व्यक्ति हैं और अपने लिये ऊंचे लक्ष्य रखते हैं। प्रायः मनजोत कालरा लक्ष्य से दूर रह जाते हैं, लेकिन जो मनजोत कालरा को प्राप्त होता है वह भी सामान्य से अधिक होता है।
मनजोत कालरा साहसी व महत्वाकांक्षी हैं। मनजोत कालरा अपनी योजना पूर्ण करने के लिये जोखिम लेने से नहीं घबराते। मनजोत कालरा बहुत क्रियाशील व्यक्ति हैं व औरों को भी क्रियाशील बना देते है। मनजोत कालरा एक व्यस्त व्यक्ति हैं और सदैव ही रचनात्मक कार्य करते रहते हैं। मनजोत कालरा अपनी ऊर्जा का गलत प्रयोग नहीं करते हैं। यदि मनजोत कालरा अपनी कार्य-योजना से सन्तुष्ट नहीं होते हैं, तो उसे परिवर्तित करने से नहीं घबराते।शिक्षा ग्रहण करने में मनजोत कालरा का अपना एक अलग तरीका है जो बहुत ही सहज तरीके से मनजोत कालरा को ज्ञान को अपने अंदर ग्रहण करने की क्षमता प्रदान करता है। मनजोत कालरा किसी भी बात पर हद से ज्यादा अड़े नहीं रहते और नए-नए बदलावों को स्वीकार करते हैं। मनजोत कालरा के व्यक्तित्व की यह विशेषता मनजोत कालरा को एक से अधिक विषयों में उन्नति प्रदान कर सकती है। कई बार भावनाओं से व्यथित होकर मनजोत कालरा अपनी शिक्षा से मुंह मोड़ लेते हैं, मनजोत कालरा को इससे बचना चाहिए क्योंकि यह मनजोत कालरा को एक ऐसे मुकाम पर ले जा सकती है जहां शिक्षा प्राप्त होने में कठिनाई अनुभव हो। मनजोत कालरा को अपने शिक्षकों से भी काफी मदद मिलेगी और वह मनजोत कालरा को मार्गदर्शन करने में पीछे नहीं हटेंगे। इसी वजह से मनजोत कालरा का जुड़ाव उनसे घनिष्ठ हो जाएगा और मनजोत कालरा शिक्षित होकर एक आदर्श जीवन जी पाएंगे। मनजोत कालरा परिश्रमी हैं और जिस विषय में भी मनजोत कालरा को कमी महसूस होगी मनजोत कालरा अपनी मेहनत के बल पर उस में पारंगत हो जाएंगे।
मनजोत कालरा इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग मनजोत कालरा की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और मनजोत कालरा सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं। |
जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह लगातार तेज गति से बढ़ता ही जा रहा है। राजस्थान में मंगलवार को भी ३९५ नए रोगी मिले। इससे प्रदेश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या १५६२७ हो गई है। जबकि ये वायरस मंगलवार रात तक प्रदेश में ३६५ लोगों की जान ले चुका है।
मंगलवार को एक फिर से राजधानी जयपुर से सर्वाधिक कोरोना मरीज मिले हैं। जयपुर में कल १०७ रोगी मिले। इनमें ७६ मरीज तो होटलों में क्वारेंटाइन विदेशी प्रवासी हैं। वहीं मंगलवार को धौलपुुुर से ५३, जोधपुर से ४०, सिरोही से २४, बाड़मेर से २१, जालौर से १९, भरतपुर से १८, पाली से १५, अजमेर से १३, भीलवाड़ा से १२, सवाई माधोपुर से ११ और अलवर से १० नए मरीज मिले हैं।
इनके अलावा राजसमंद से सात, उदयपुर, चूरू, सीकर से पांच-पांच, करौली-झुंझुनूं से चार-चार, दौसा, झालावाड़, कोटा, नागौर से तीन-तीन और बीकानेर से २ कोरोना मरीज मिले हैं। जबकि दो कोरोना मरीज अन्य राज्यों से हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण बीच ही अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेशभर में बार खोलने की इजाजत दे दी है। प्रदेश सरकार के इस फैसले के तहत अब रेस्टोरेंट और होटल में बने बार खुल सकेंगे। |
तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की आने वाली फिल्म सांड की आंख का पहला पोस्टर रिलीज हो गया है। बॉलिवुड ऐक्ट्रेस तापसी पन्नू ने अपनी अगली फिल्म से अपना लुक आखिरकार फैन्स को दिखा ही दिया है।
मुम्बई: तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की आने वाली फिल्म सांड की आंख का पहला पोस्टर रिलीज हो गया है। जिसमें भूमि और तापसी का पहला लुक सामने आ गया है।
बॉलिवुड ऐक्ट्रेस तापसी पन्नू ने अपनी अगली फिल्म सांड की आंख से अपना लुक आखिरकार फैन्स को दिखा ही दिया है। वैसे तो इससे पहले भी तापसी अपने लुक की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चुकी हैं, लेकिन उन सभी तस्वीरों में उनका चेहरा नजर नहीं आ रहा, बल्कि तस्वीरें पीछे से ली गई हैं।
सांड की आंख फिल्म में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर कुछ अलग अंदाज में दिखेंगी। इस फिल्म के पोस्टर पर एक डायलॉग भी लिखा है- तन बूढ़ा होता है, मन बूढ़ा नहीं होता। इससे पहले भी दोनों ही एक्ट्रेस ने हरियाणवी भाषा में एक डायलॉग के साथ एक तस्वीर साझा की थी।
जिसमें वह गोबर के उपले को दीवार में चिपकाती हुई नजर आई थीं। चंद्रो और प्रकाशी की जोड़ी इंडियाज गॉट टैलेंट पर भी आ चुकी हैं, और नेशनल लेवल पर कई मेडल भी जीत चुके हैं।
अब तापसी ने सोशल मीडिया पर इस फिल्म के दो पोस्टर एक साथ शेयर किए, जिसमें वे राजस्थानी लिबास पहने हाथों में बंदूक लिए नजर आ रही हैं। इस पोस्टर में तापसी अकेली नहीं, बल्कि उनके साथ एक जैसे रंग में रंगीं भूमि पेडनेकर भी नजर आ रही हैं।
दोनों दुनिया की सबसे बुजुर्ग शार्प शूटर्स चंद्रो तोमर (८७) और उनकी ननद प्रकाशी तोमर (८२) के किरदार में दिखाई दे रही हैं। एक पोस्टर में मिट्टी की ढेर पर बैठीं तापसी और भूमि के हाथों में रिवॉल्वर नजर आ रहा है वहीं दूसरे पोस्टर में दोनों खड़ी हैं और रिवॉल्वर तानी हुई नजर आ रही हैं।
तापसी ने पोस्टर शेयर करते हुए लिखा है, इस दिवाली पटाखे नहीं गोलियां चलेंगी। यानी साफ है कि फिल्म दिवाली पर रिलीज हो रही है।
यह फिल्म महिला शार्पशूटर्स प्राक्षी और चंद्रो की कहानी पर बेस्ड है। ८७ साल की चंद्रो और ८२ साल की प्राक्षी उत्तर प्रदेश के जोहरी गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने ५० की उम्र में शार्पशूटिंग शुरू की थी। इस फिल्म से तुषार हीरचंदानी डायरेक्शन में डेब्यू कर रहे हैं। |
अमरनाथ यात्रा पर आए यात्रियों ने मार्ग में कूड़े का अंबार खड़ा कर दिया है। श्रद्धालुओं द्वारा फैलाए गए इस कचरे को हटाने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) बल ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर स्वच्छता अभियान चलाया है।
श्रीनगर (मजीद) : अमरनाथ यात्रा पर आए यात्रियों ने मार्ग में कूड़े का अंबार खड़ा कर दिया है। श्रद्धालुओं द्वारा फैलाए गए इस कचरे को हटाने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) बल ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर स्वच्छता अभियान चलाया है। अभियान के तहत, यात्रा मार्ग पर बालटाल से बाबा बर्फानी तक के रास्तेपर पड़े कूड़े को एकत्रित करने के बाद आईटीबीपी के जवान उसे रीसाइक्लिंग के लिए पहुंचा रहे हंै।
आई.टी.बी.पी. के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के जवानों ने सोमवार को बालटाल रस्ते पर सफाई अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत, रास्ते से काफी सारा कूड़ा, प्लास्टिक और अन्य गंदगी को जवानों द्वारा साफ किया गया। जवानों ने यात्रा मार्ग पर पड़े कूड़े को इकठ्ठा करके क्षेत्र को साफ किया है। इस दौरान, यात्रा के मुख्य रास्ते के तकऱीबन ४० से ५० मीटर क्षेत्र में फैले कचरे को इकठ्ठा कर निस्तारण के लिए रीसाइक्लिंग हेतु संबंधित तंत्र के जरिए भेज दिया गया है।
उन्होनें बताया है कि यात्रा के तकरीबन २० दिनों में ही पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन करने वाले भक्तों की तादाद लगभग २ण्५० लाख पहुंच चुकी है। इस बार, अब तक काफी व्यवस्थित और सुरक्षा इंतज़ामों के साथ अमरनाथ यात्रा सुचारू रूप से जारी है। अभी यात्रा समाप्ति में २5 दिन बाकि हैं। अगर रोजाना श्रद्धालुओं की संख्या यूं ही बरकरार रही तो ऐसी उम्मीद जताई जा रही है किए २०15 में कुल ३.5२ लाख श्रद्धालुओं के दर्शन का रिकार्ड टूट सकता है। |
ऑस्ट्रेलिया की संसद ने प्रधानमंत्री केविन रड की जलवायु परिवर्तन नीति को झटका देते हुए कार्बन उत्सर्जन योजना को नामंजूर कर दिया है, जिसके बाद २०१० में समयपूर्व चुनाव की आशंका जताई जा रही है।
इस बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री जूलिया गिलिआर्ड ने जल्द चुनाव की संभावना से इनकार किया और कहा कि सरकार विपक्ष को एक और मौका देते हुए फरवरी में दोबारा इस विधेयक को पेश करेगी।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया विश्व के सबसे गर्म और सूखे क्षेत्रों में एक है और जलवायु परिवर्तन का गंभीर परिणाम यहां पड़ेगा। यह दूसरी बार है जब सीनेट ने कार्बन विधेयक को नामंजूर किया है। इससे रड को जल्द चुनाव करवाने का अधिकार मिल गया है।
यदि वह दोबारा सत्ता में आते हैं तो संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाकर इस विधेयक को पारित करा सकते हैं। विदेश यात्रा पर गए रड की अगले सप्ताह कोपेनहेगन में होने वाली वैश्विक बैठक में इस कार्बन उत्सर्जन योजना को पेश करने की योजना बनाई थी।
इस योजना के तहत कोयला और विद्युत क्षेत्रों जैसे बड़े प्रदूषकों के लिए कार्बन उत्सर्जन परमिट लेना आवश्यक हो जाएगा। इससे जो राशि प्राप्त होगी वह ग्रीनहाउस गैसों से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए खर्च की जाएगी। इस विधेयक के समर्थन में ३३ मत पड़े, जबकि विरोध में ४१ मत डाले गए।
वरिष्ठ विपक्षी कानून निर्माता क्रिस्टोफर पाएन ने कहा कि संसद के भंग होने और नवंबर की बजाय मार्च में चुनाव होने की संभावना है। ऑस्ट्रेलया में प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन विश्व में सबसे अधिक है। यहां की परिवहन व्यवस्था इस पर टिकी हुई है। इसिलए इसकी पर्यावरण नीतियों और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की योजनाओं पर नजर रखी जाती है। |
जबकि आज के स्मार्टफोन मिनी-कंप्यूटर हैं जो आपके हाथ में फिट हैं, वे अभी भी अनिवार्य रूप से फोन हैं और अच्छी कनेक्टिविटी सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है। स्मार्टफोन कंपनियां अब ड्यूल कोर, क्वाड कोर, हेक्सा कोर, ओक्टा कोर और डीका कोर से पहले से घोषित विभिन्न दूरसंचार क्रांति के माध्यम से चली गई हैं। शुरुआती स्मार्टफोन दिनों में सिंगल कोर और ड्यूल कोर प्रोसेसर, क्वाड कोर और ओक्टा कोर प्रोसेसर मोबाइल फोन एक तार्किक कदम बन गए और काफी लोकप्रिय हो गए। एक फोन में एकाधिक कोर होने से आपको बेहतर प्रदर्शन मिलता है। यह जुलाई, २०२० के लिए भारत में सर्वश्रेष्ठ सेल्कों ड्यूल कोर प्रोसेसर फ़ोन हैं जो फ्लैगशिप स्मार्टफ़ोन के साथ-साथ प्रदर्शन करते हैं। हमने फोन विनिर्देशों, विशेषताओं, निर्माण गुणवत्ता, ब्रांड मूल्य इत्यादि का विश्लेषण किया है और जुलाई, २०२० के लिए भारत में सर्वश्रेष्ठ सेल्कों ड्यूल कोर प्रोसेसर फ़ोनों की एक सूची के साथ आया है।
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मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने भोपाल और इंदौर की मेट्रो परियोजना के लिए त्रिपक्षीय एमओयू तैयार कर शीघ्र ही उसे क्रियान्वित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने परियोजना के कार्यों में गति लाकर उन्हें शीघ्र पूरा करने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाने को कहा है। मुख्यमंत्री आज मंत्रालय में परियोजना की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्धन सिंह उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मेट्रो परियोजना के निर्माण के दौरान जमीन अधिग्रहण, पार्किंग और क्षेत्रान्तर्गत रहवासी क्षेत्रों का भी आकलन करें। इसमें सरकार पर आने वाले वित्तीय भार की जानकारी भी शामिल की जाए। श्री नाथ ने कहा कि परियोजना के विभिन्न चरणों के निर्माण कार्य की समय-सीमा तय कर उस दौरान ही कार्य पूर्ण भी किये जाएँ। मुख्यमंत्री ने परियोजना के अंडरग्राउण्ड और एलिवेटड सेक्शन की जानकारी की रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने भोपाल मेट्रो परियोजना के लिए यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक तथा इंदौर मेट्रो परियोजना के लिए एशियन डेव्हलपमेंट बैंक एवं न्यू डेव्हलपमेंट बैंक से लिए जाने वाले ऋण की सभी औपचारिकता शीघ्र पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस बात को भी ध्यान में रखें कि मेट्रो परियोजना के निर्माण के दौरान आम जनता को परेशानी न हो और यातायात बाधित न हो। |
इस पोस्टर में शामिल मैप काफी हद तक पुबग मोबाइल के तम मोड में शामिल मैप से मेल खाता है। इसमें एक वेयरहाउस (गोडाउन) और कुछ क्रेट्स देखे जा सकते हैं। गेम डेवलपर्स का कहना है कि पुबग लीट ओपन बेटा को प्लेयर्स ८ अगस्त से डाउनलोड कर सकते हैं।
पुबग लीट को ८ अगस्त को नई पुबग लीट ओपन बेटा अपडेट मिलने वाली है। कंपनी इस नई अपडेट में कई नए फीचर्स को जोड़ने जा रही है। डेवलपर्स के मुताबिक, इस नई ओपन बेटा अपडेट में प्लेयर्स के लिए पुबग मोबाइल में हाल ही में शामिल किया गया तम मोड जोड़ा जा रहा है। बता दें कि टीम डेथमच के नाम से पेश किया गया यह फीचर ४-४ प्लेयर्स की दो टीमों को आपस में लड़ने का मौका देता है। पुबग मोबाइल में इस फीचर के लिए एक स्पेशल मैप दिया गया था। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि डेवलपर्स ने पुबग लीट के लिए भी एक नया मैप तैयार किया हो।
पुबग लीट ने इस बारे में अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है, जहां डेवलपर्स ने एक पोस्टर भी शेयर किया है। इस पोस्टर में शामिल मैप काफी हद तक पुबग मोबाइल के तम मोड में शामिल मैप से मेल खाता है। इसमें एक वेयरहाउस (गोडाउन) और कुछ क्रेट्स देखे जा सकते हैं। गेम डेवलपर्स का कहना है कि पुबग लीट ओपन बेटा को प्लेयर्स ८ अगस्त से डाउनलोड कर सकते हैं। फेसबुक पोस्ट पर इसके बेटा वर्जन का लिंक भी शेयर किया गया है।
पुबग गेम बनाने वाली टेन्सेंट ने पुबग लीट गेम लो-एंड हार्डवेयर के लिए तैयार किया है। ये ऑरिजनल गेम का टोन्ड डाउन वर्जन होगा।इसकी मदद से लो-एंड स्पेसिफिकेशंस वाले कंप्यूटर/लैपटॉप यूजर्स इस गेम को आसानी से खेल पाएंगे, जिन्हें पहले इस ऑनलाइन गेम को खेलने पर कनेक्टिविटी की परेशानी होती थी। पुबग लीट भारत में प्क के लिए गेम का फ्री वर्जन है। |
विधान सभा चुनावों के परिणाम आने के बाद मायावती और उनकी पार्टी का अस्तित्व ही समाप्त हो जाने से व्याकुल बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनाव आयोग की ही कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाकर मतदाताओं के निर्णय को ही चुनौती दे डाली ।
मुसलमानो को १०० टिकट देने की नीति भी मायावती के विपरीत दिखी।बीएसपी का वोट बैंक जो अबतक मायावती को अपना हितैषी मानती थी,मायावती से खासा नाराज़ दिखाई देती थी क्यों कि मायावती दलितों को छोड़कर अब केवल मुसलमानो के हित की ही बात करती है। इस कार्यवाही से असंतुष्ट होकर मायावती का वोट बैंक बीएसपी से खिसक कर भाजपा के पक्ष में चला गया और पूरे मन से भाजपा को वोट दिया।मायावती को अनुमान था कि लगभग १५% दलित और १७% मुसलमानो के साथ ३२% वोतो से उनके सभी उम्मीदवार जीतेंगे और इस बार उनकी ही सरकार बनेगी।मायावती के आंकड़ों का यह संतुलन उन्ही की सोच और कारनामो से उनके मतदाताओं ने बिगाड़ दिया।अपनी जीत का अहम ही मायावती को बर्बाद करने के लिए काफी था. पार्टी के आंकड़ों का संतुलन खोने के बाद मतदान के रुझान देखते देखते अपनी पार्टी का अस्तित्व समाप्त होते देख मानसिक संतुलन खो जाना स्वाभाविक है पर उसका असर चुनाव की कार्यप्रणाली पर निकाला जायेगा कोई नहीं सोच सकता।बहुजन समाजवादी पार्टी के पास अब इतनी सीटे भी नहीं है कि मायावती को पुनः राज्य सभा पहुँचा सके। विधानसभा सदस्यों की संख्या इतनी भी नहीं है कि किसी एक को राज्य सभा के लिये होने वाले चुनाव में वोट देकर पहुँचा सके।
बहुजन समाज वादी पार्टी को किसी भी दशा में विजयी बनाने का सपना दिन में भी देखने वाली मायावती ने इस बार अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी के वोट बैंक में सेध लगाकर मुसलमानो को आकर्षित करने का प्रयास किया ।देश के सम्मानित और समझदार मुसलमान उनके इस धोखे में नहीं फसे और इन्होंने मायावती को सिरे से नकार दिया। दयाशंकर सिंह के साथ हो या उनकी पत्नी स्वाति सिंह व उनकी पुत्री के साथ मायावती के विश्वास पात्र नसीमुद्दीन की अभद्र टिप्पणियां मायावती को चुनाव से बाहर करने हेतु पर्याप्त थी। सभी मतदाताओं ने स्वाति सिंह का साथ दिया और पूरी बहुजन पार्टी को इसका सही जवाब अपने मताधिकार द्वारा दिया गया।
आनन् फानन में प्रेस कांफ्रेंस कर मायावती ने चुनाव आयोग की ईवीएम मशीनों को ही चुनौती दे डाली और आयोग से अपेक्षा की है कि मत पत्रों के द्वारा पुनः मतदान कराया जाये। बसपा सुप्रीमो मायावती का आरोप है कि ईवीएम मशीनों को इस प्रकार सेट किया गया था कि किसी को भी वोट दो तो वोट भाजपा को ही मिलता है।कुछ शिकायत की बात भी कही और इस आधार पर पुनः चुनाव की मांग कर दी। तकनीकि दृष्टि से मायावती का यह आरोप बड़ा हास्यास्पद लगता है।यदि यह मान लिया जाए की ईवीएम मशीनों में ऐसी कोई तकनीकि व्यवस्था की गई थी तो स्वंम मायावतीजी की पार्टी को १८-२० सीटे क्यों मिल गई इसके अतिरिक्त भाजपा द्वारा जीती गई सीटो पर हारे हुऐ उम्मीदवारों को वोट कैसे मिले।यदि ऐसी कोई गड़बड़ी होती तो कांग्रेस्और सपा में बैठे विद्धवांन नेता भी इसका आरोप पहले ही लगा सकते थे।ईवीएम मशीनों ने उत्तराखंड,गोवा और मणिपुर में क्यों नहीं लिया गया।अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने हार को स्वीकार करते हुए बीएसपी के इस आरोप को स्वीकारा तो नहीं पर यह अवश्य कहा कि मैं भी इसका आकलन करूँगा और यदि ऐसा कुछ मिलता है तो सरकार को इसकी जांच करा लेनी चाहिए।अखिलेश ने भजपा पर यह आरोप जरूर लगाया कि मतदाताओं को बहकाया गया।चुनाव हारने के बाद किसी भो नेता का चुनाव प्रक्रिया को चुनौती देंना नेता की मानसिक स्थिति पर ही प्रश्न लगाता है। |
हमारे पास अपने विज्ञानसम्मत वैभव के तमाम साक्ष्य हैं। ऐसे में संदिग्ध बातों से सम्मान पाने की क्या जरूरत?
हरियाणा के हिसार शहर की दसवीं कक्षा की छात्रा पेंसी ने पार्टियों में कचरे को बचाने का एक अनूठा तरीका इजाद किया है।
भारत में बनी दुनिया की पहली ड्राइवरलेस सोलर बस, सफर करेंगे मोदी!
विद्यार्थियों को पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री इस बस पर सवार होकर उनकी मेहनत को जरूर सफल बनाएंगे।
शुक्रवार को १०५वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की समृद्ध परंपरा रही है।
प्रदेश में पहली बार हो रहे तीन दिवसीय इस सम्मेलन में देशभर से करीब ५,००० प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें से २,००० वैज्ञानिक हैं। |
किंग खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दिलवाले', दिसंबर १८ को 'बाजीराव मस्तानी' के साथ रिलीज़ हुई और हालांकि 'दिलवाले' का बॉक्सऑफिस कलेक्शन, अपनी प्रतिद्वंदी फिल्म की अपेक्षा अधिक हुआ है, लेकिन शाहरुख़ इस बात से निराश हैं कि उनकी फिल्म कीस्क्रीनिग को कई सिनेमाघरों में रोक दिया गया था। इस फिल्म की कमाई शानदार रही है और शाहरुख़ मानते हैं कि उन्होंने 'असहिषुणता मुद्दे' पर जो कुछभी कहा है उसे सही तरह से प्रस्तुत नहीं किया गया है। बजरंग दल और वीएचपी कार्यकर्ताओं ने शाहरुख़ के असहिषुणता मुद्दे पर दिए बयान के कारण फिल्म केकई सिनेमाघरों में प्रदर्शन को रोक दिया गया है।
शाहरुख़ ने बताया,"मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है जिसके लिए मुझे माफ़ी मांगनी पड़े। अगर मैं ऐसा करता हूँ तो मैं खुद अपनी नज़रों में गिर जाऊंगा।" उन्होंने आगेकहा,"मैं यह इंकार नहीं कर सकता हूँ कि मैं व्हाट्सएप्प के सन्देश पढ़ रहा था, और इस आधार पर भी पूरे देश में गतिविधियाँ हो रही हैं, जिस कारण फिल्म को रोकागया, और उसके प्रदर्शन की अनुमति नहीं प्रदान की गई। हाँ, बॉक्स ऑफिस कलेक्शंस हिट रहीं हैं, मुझे यह तो नहीं पता कि कहाँ पर, लेकिन वह अच्छी रही हैं।"
'चेन्नई एक्सप्रेस' अभिनेता ने यह भी कहा कि वह उनकी राय के गलत अर्थ निकाले जाने से निराश हैं। उन्होंने कहा,"ऐसे समय में, मुझे अफ़सोस है कि मैंने जोकुछ कहा, लोग उसे समझ नहीं सके। मेरी बात को ठीक तरह से पेश नहीं किया गया था। अगर किसी को मेरी बात से तकलीफ पहुंची हो, तो मुझे इस बात का पूरी तरहसे दुःख है। मैं सिर्फ यही चाहता हूँ कि जो लोग यह फिल्म देखना चाहते हैं, वे कृपया जाएँ और इसे देखें। उन लोगों द्वारा बहकावे में नहीं आएं जिन्होंने मेरी बात काशायद गलत अर्थ निकाला था, अतः जो कुछ भी हुआ है, मुझे उसका बहुत अफ़सोस है। मैं इस बात से बेहद दुखी हूँ।" |
मुजफ्फरपुर कांड को लेकर बिहार से दिल्ली तक नीतीश सरकार की जो फजीहत हो रही है, उससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी दबाव में दिख रहें है। वहीं, दिल्ली के जंतर-मंतर पर दिखी विपक्षी एकजुटता ने भी उनकी परेशानी बढ़ा दी है। नीतीश ने पटना में कहा, हम किसी को बख्शने वाले नहीं हैं। हमने आज तक किसी भी मामले में कोई समझौता नहीं किया है। बाकी हम ही को गाली देना है तो दीजिए। कैसे-कैसे लोगों से गाली दिलवा रहे हैं।
उन्होंने कहा, मामले में हो रही कार्रवाई और सकारात्मक पहलू पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। एक-आध नकारात्मक चीज हो गया तो उसी को लेकर चल रहे हैं। जो गड़बड़ करेगा वो जेल जाएगा। उसे बचाने वाला भी नहीं बचेगा, वो भी जेल जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सतत जीविकोपार्जन योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में लोगों को याद दिलाया कि उन्होंने कैसे बिहार में कानून का राज स्थापित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत उन गरीब परिवारों की मदद करेगी जिनके सामने शराबबंदी के बाद रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत गरीब परिवारों को आर्थिक मदद मुहैया कराने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का फैसला उन्होंने महिलाओं की मांग पर ही किया था।
गौरतलब है कि शनिवार को मुजफ्फरपुर कांड को लेकर पूरा विपक्ष नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ एकजुट दिखा और दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध दर्ज कराया। इस प्रर्दशन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी. राजा और जद (यू) के बागी नेता शरद यादव सहित विभिन्न पार्टियों के नेता एक मंच पर उपस्थित हुए।
मुजफ्फरपुर जिले में एक आश्रय गृह में ३४ नाबालिग लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म का मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुसीबत बन गया है। इस घटना पर आलोचना झेल रहे नीतीश ने रविवार को पटना के एक कार्यक्रम में कहा कि लाख अच्छे काम करने के बावजूद अगर कहीं कोई एक बुरा काम सामने आ जाए तो चौतरफा आलोचना होती है। इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। |
भारत समेत पूरी दुनिया वानाक्राई वायरस अटैक के बाद पेट्या वायरस हमले का शिकार हुई। हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक इंटरनेट पर हर सैकेंड लाखों वायरस पैदा हो रहे हैं। सबसे बेहतर विकल्प है इस तरह के वायरस से सावधान रहना। कई बार यूजर्स को लगता है कि उनका फोन स्लो हो गया है, या हीटिंग कर रहा है, लेकिन वह इसे अनदेखा कर देते हैं। बता दें कि फोन भी बिना कुछ डाउनलोड किए आसानी से वायरस अटैक का शिकार हो सकता है।
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अगर आपको लगता है कि आपके फोन में वायरस आ चुका है या आपका फोन वायरस अटैक का शिकार हो चुका है, तो हम यहां आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप फोन में मौजूद वायरस को डिटेक्ट कर सकते हैं।
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अगर आपके फोन से किसी कॉन्टेक्ट को खुद ही मैसेज चला जाए या अपने आप कॉल लग जाए तो सकता है कि आपका फोन वायरस की चपेट में हो। इसके अलावा अपने आप ऐप ओपन होने लगें या फोन खुद ही कॉल रिसीव करने लगे तो फौरन अलर्ट हो जाएं और फोन से वायरस हटाएं।
फोन में वायरस पहचानने का दूसरा तरीका है कि क्या आपके फोन में मौजूद डेटा की खपत अचानक से बढ़ गई है। अगर हां, तो हो सकता है कि वायरस की वजह से ऐसा हो रहा हो। बता दें कि वायरस फोन में पहुंचकर डेटा के बेस पर एक्टिव रहता है और आपको इसके बारे में पता भी नहीं होता है।
हर स्मार्टफोन यूजर को उसके फोन के बैटरी बैकअप के बारे में पता होता है। अगर आपका फोन अचानक लो बैटरी बैकअप दे तो जरूरी नहीं कि स्मार्टफोन की बैटरी में खराबी हो। कई बार फोन में मौजूद वायरस बैटरी को ही निशाना बनाते है और फिर बैटरी की खपत तेज हो जाती है।
वायरस अटैक का एक और लक्षण ये है कि आपके फोन में मौजूद ऑडियो, वीडियो और डॉक्यूमेंट अपनेआप डिलीट होने लगते है। जब भी फोन को ओपन करेंगे वह ब्लैंक दिखेगा, वीडियो प्ले नहीं होगा और फाइल एक्सटेंशन बदल जाएगा। अगर आपके फोन में ये सब हो रहा है तो समझ लें कि वायरस के कारण है।
फोन पर वायरस अटैक होने पर सबसे बुरा असर ऑपरेटिंग सिस्टम पर पड़ता है। वायरस घुसने पर फोन स्लो हो जाता है। वैसे ऐसा मैमोरी भरने के कारण भी हो सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि फोन के स्लो होने का कारण वायरस भी हो सकता है। जब भी फोन पर वायरस अटैक होगा कैमरा, कॉलिंग, ब्राउजिंग या मैसेजिंग सभी ऑपरेशन स्लो हो जाएंगे।
आपका फोन शुरू में ठीक से काम करता था, लेकिन अब बेहद गर्म रहता है और आप इस बैटरी की परेशानी समझ कर छोड़ देते है, लेकिन यह परेशानी वायरस के कारण भी हो सकती है। वायरस अटैक से फोन कॉल के समय, एसएमएस के अलावा बंद रखने पर भी गर्म रहता है, तो हो सकता है ये वायरस की वजह से हो रहा हो। |
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नई दिल्ली। बड़ी संख्या में गोएयर की उड़ानें रद्द होने के मद्देनजर किफायती विमान सेवा इस कंपनी ने गुरुवार को दावा किया कि उसके पास पर्याप्त संख्या में पायलट हैं तथा इस सप्ताह के अंत तक उड़ानों का परिचालन सामान्य होने की उम्मीद है। कंपनी ने आज एक स्पष्टीकरण जारी करते हुये कहा कि उसके पास मौजूदा ३२५ नियमित उड़ानों के परिचालन के लिए पर्याप्त संख्या में पायलट तथा चालक दल के अन्य सदस्य हैं। उड़ानों के रद्द होने के कारण अस्थायी हैं जिनमें खराब मौसम भी एक है।
गोएयर के एक प्रवक्ता ने कहा एयरलाइन अपने पायलटों और केबिन क्रू की मदद से परिचालन सामान्य करने के लिए प्रयास कर रहा है और इस सप्ताह के अंत तक यह काम पूरा होने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि उत्तर भारत में खराब मौसम तथा कम दृश्यता के साथ ही उड़ानों में देरी तथा गंतव्य की बजाय दूसरे हवाई अड्डों के लिए उड़ानें डायवर्ट करने से उसके चालक दल के सदस्यों की उड़ान की समय सीमा पूरी हो रही थी जिसके कारण उन्हें ड्यूटी से हटाना जरूरी था।
उसने कहा है कि उसने १४४ एयरबस ए३२०निओ विमानों के ऑर्डर दिये हैं जिनकी आपूर्ति में नवंबर और दिसंबर में देरी हुई है। प्रैट एंड टिंनी के अतिरिक्त इंजनों की अनुपलब्धता भी एक कारक रहा है। गोएयर ने कहा है कि वह इंजनों, विमानों और चालक दल की उड़ान की समय सीमा के बारे में नागर विमानन महानिदेशालय के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करेगी। |
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निर्देशांक: २७०४न ९३२२ए / २७.०६न ९३.३७ए / २७.०६; ९३.३७ अरूणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर बहुत ही खूबसूरत है। यह हिमालय की तराई में बसा हुआ है। समुद्रतल से इसकी ऊंचाई ३५० मी. है। चूंकि यह अरूणाचल प्रदेश की राजधानी है, इसलिए यहां तक आने के लिए सड़कों की अच्छी व्यवस्था है। गुवाहटी और ईटानगर के नाहरलागुन के बीच हेलीकॉप्टर सेवा का भी विकल्प है। हेलीकॉप्टर के अलावा पर्यटक बसों द्वारा भी गुवाहटी से ईटानगर तक पहुंच सकते हैं। गुवाहटी से ईटानगर तक डीलक्स बसें भी चलती हैं।
ईटानगर का नाम ईटा दुर्ग से आया है। ईटानगर में पर्यटक ईटा किला भी देख सकते हैं। इस किले का निर्माण १४-१५वीं शताब्दी में चुतिया राजाओं ने किया था। पर्यटक इस किले में कई खूबसूरत दृश्य देख सकते हैं। अब इस किले को राजभवन के नाम से जाना जाता है और यह राज्यपाल का सरकारी आवास है।
ईटानगर में पर्यटक ईटा किला भी देख सकते हैं। इस किले का निर्माण १४-१५वीं शताब्दी में किया गया था। इसके नाम पर ही इसका नाम ईटानगर रखा गया है। पर्यटक इस किले में कई खूबसूरत दृश्य देख सकते हैं। किले की सैर के बाद पर्यटक यहां पर पौराणिक गंगा झील भी देख सकते हैं।
यह ईटानगर से ६ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। झील के पास खूबसूरत जंगल भी है। यह जंगल बहुत खूबसूरत है। पर्यटक इस जंगल में सुन्दर पेड़-पौधे, वन्य जीव और फूलों के बगीचे देख सकते हैं। यहां आने वाले पर्यटकों को इस झील और जंगल की सैर जरूर करनी चाहिए।
यहां पर एक खूबसूरत बौद्ध मन्दिर है। बौद्ध गुरू दलाई लामा भी इसकी यात्रा कर चुके हैं। इस मन्दिर की छत पीली है और इस मन्दिर का निर्माण तिब्बती शैली में किया गया है। इस मन्दिर की छत से पूरे ईटानगर के खूबसूरत दृश्य देखे जा सकते हैं। इस मन्दिर में एक संग्राहलय का निर्माण भी किया गया है। इसका नाम जवाहर लाल नेहरू संग्राहलय है। यहां पर पर्यटक पूरे अरूणाचल प्रदेश की झलक देख सकते हैं।
इसके अलावा यहां पर लकड़ियों से बनी खूबसूरत वस्तुएं, वाद्ययंत्र, शानदार कपड़े, हस्तनिर्मित वस्तुएं और केन की बनी सुन्दर कलाकृतियों को देख सकते हैं। संग्राहलय में एक पुस्ताकलय का निर्माण भी किया गया है। इसके अलावा भी यहां पर पर्यटक कई शानदार पर्यटन स्थलों की सैर कर सकते हैं।
अरूणाचल प्रदेश का पापुम पेर बहुत ही खूबसूरत स्थान है। इसका मुख्यालय युपिआ में स्थित है। यह ईटानगर से २० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पापुम पेर हिमालय की तराई में बसा हुआ है। इस कारण पर्यटक यहां पर अनेक चोटियों को देख सकते हैं। चोटियों के अलावा पर्यटक यहां पर अनेक जंगलों, नदियों और पर्यटक स्थलों को भी देख सकते हैं।
इसकी उत्तरी दिशा में कुरूंग कुमे, पूर्व में निचला सुबांसिरी, पश्चिम में पूर्वी कमेंग और दक्षिण में असम स्थित है। यहां पर निशी जाति के लोग रहते हैं। यह अपनी वीरता के लिए जाने जाते हैं। निशी के अलावा यहां पर मिकीर जाति भी रहती है। निशी जाति के लोग इण्डो-मंगोल प्रजाति से संबंध रखते हैं और इनकी भाषा तिब्बत-बर्मा भाषा परिवार से संबंधित है। निशी जाति के लोग फरवरी के पहले हफ्ते में अपना उत्सव भी मनाते हैं। इस उत्सव का नाम न्योकुम है। यहां पर अनेक पर्यटन स्थल भी हैं। इन पर्यटन स्थलों की यात्रा करना पर्यटकों को बहुत पसंद आता है।
अन्तिम परिवर्तन ०८:४७, २१ दिसम्बर २०१९। |
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का एकीकृत शुद्ध लाभ ३० सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में करीब छह गुना बढ़कर ३,३75.४० करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी कि अपनी जीवन बीमा कंपनी में आंशिक हिस्सेदारी बेचने से हुई आय का मुनाफे में उछाल में एक बड़ा योगदान है। एक साल पहले इसी तिमाही में मुनाफा ५७६.४६ करोड़ रुपये था। एसबीआई ने शेयर बाजारों को बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उस की कुल आय बढ़कर ८९,३47.९१ करोड़ रुपये रही , जो एक साल पहले इसी तिमाही में ७९,३०2.७२ करोड़ रुपये थी।
बैंक ने कहा, "असाधारण मदों में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में निवेश की आंशिक बिक्री से हुआ ३,१९० करोड़़ रुपये का लाभ शामिल है। इस बिक्री से अपनी अनुषंगी बीमा कंपनी में एसबीआई की हिस्सेदारी ६२.१० प्रतिशत से घटकर ५७.६० प्रतिशत रह गई। स्टेट बैंक ने सितंबर में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में ४.५ प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी। एकल आधार पर, एसबीआई का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में लगभग तीन गुना बढ़कर ३,०११.7३ करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की इसी तिमाही में बैंक ने 9४४.८७ करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
जुलाई - सितंबर तिमाही में बैंक की एकल आय बढ़कर ७२,८५०.७८ करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह आंकड़ा ६६,६०७.९८ करोड़ रुपये था। ब्याज से शुद्ध आय सालाना आधार पर १७ प्रतिशत बढ़कर २४,६०० करोड़ रुपये रही। बैंक का ब्याज से शुद्ध मार्जिन सितंबर तिमाही में सुधरकर ३.२२ प्रतिशत पर रहा, जो एक साल पहले की इसी तिमाही में २.७८ प्रतिशत था। चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता भी सुधरी है। ३0 सितंबर तक बैंक का सकल एनपीए (अवरुद्ध परिसम्पत्तियां या रिण) गिरकर सकल ऋण का ७.१९ प्रतिशत रह गया।
एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा ९.९5 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए भी ४.8४ प्रतिशत से गिरकर २.7९ प्रतिशत पर आ गयीं। मूल्य के आधार पर , सकल एनपीए २.०५ लाख करोड़ रुपये से कम होकर १.6१ लाख करोड़ रुपये पर आ गयीं। इसी प्रकार , एनपीए के लिए नुकसान का प्रावधान भी एक साल पहले इसी तिमाही के ११,3९6.८७ करोड़ रुपये की तुलना में घट कर इस बार १0,38१.3१ करोड़ रुपये रहा। प्रोविजन कवरेज अनुपात ३० सितंबर २0१९ तक 8१.२3 प्रतिशत पर रहा। |
रियो डी जनेरियो। ब्राजील विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी और दो बार फीफा के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत चुके रोनाल्डिन्हो ने फुटबॉल से आधिकारिक रूप से संन्यास की घोषणा कर दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, ३७ वर्षीय खिलाड़ी रोनाल्डिन्हो के भाई और एजेंट रोबटरे एसिस ने इसकी पुष्टि की। एसिस ने कहा कि वे अब रुक गए हैं।
खिलाड़ी के तौर पर फुटबॉल में उनका सफर समाप्त हो गया है। यह फैसला पहले ही ले लिया गया था। हमें बस इसकी पुष्टि करनी थी। वे काफी लंबे समय से नहीं खेल रहे थे। एसिस ने कहा कि विश्व भर में रोनाल्डिन्हो के लिए प्रदर्शनी मैचों का आयोजन किया जाएगा, ताकि उनके प्रशंसक उन्हें खिलाड़ी के तौर पर अलविदा कह सकें।
उन्होंने कहा, हम ब्राजील, यूरोप और एशिया में कई समारोहों का आयोजन करेंगे। निश्चित तौर पर हम ब्राजील टीम के साथ भी प्रबंधन करेंगे। रोनाल्डिन्हो सितंबर, २०१५ में फ्लूमिनेंसे से अलग होने के बाद किसी भी क्लब का हिस्सा नहीं बने। |
मोह के बंधन बड़े विचित्र-विलक्षण और मायावी होते हैं। इनका अस्तित्व न होने पर भी होता है। दरअसल मोह के अस्तित्व पर तात्विक विचार करें, तो यह एक अज्ञान जनित भ्रम के सिवाय और कुछ भी नहीं है। यह ऐसा भ्रम है, जो अनायास ही चित्त पर छा जाता है। अनेक रिश्ते-नाते, राग-द्वेष से युक्त होते हैं। अनगिनत योजनाओं व उपक्रमों के मायावी जाल में चित्त फंसता-उलझता रहता है। इससे उबरने के कठिन से कठिन प्रयास धरे के धरे रह जाते हैं और यह मोह-जाल मजबूत से कहीं अधिक मजबूत होता जाता है। मोह की यह माया वृक्ष की छाया की भांति है। छाया का अपना कोई निजी अस्तित्व नहीं है, यह तो बस वृक्ष से चिपकी और बंधी है। सूरज की दिशा और इसकी धूप के घटते-बढ़ते क्रम के अनुसार यह भी अपने आप ही घटती-बढ़ती रहती है।
जब तक वृक्ष है, तब तक इसके अस्तित्व को हटाया-मिटाया नहीं जा सकता। इसे हटाने के लिए तो वृक्ष को हटाना पड़ेगा। इसके सिवाय अन्य कोई रास्ता नहीं है। यदि छाया को काटना है तो सबसे पहले वृक्ष को काटना होगा। यदि अज्ञान का वृक्ष कट गया तो भला मोह की छाया कहां रह सकेगी। यह अज्ञान का वृक्ष उपजा कहां से? इस कठिन सवाल का जवाब बड़ा ही सरल है। जब जीवात्मा संसार की ओर अभिमुख-उन्मुख होकर सांसारिक सुखों-संबंधों की कल्पना-विचारणा करने लगता है, यह अज्ञान का वृक्ष स्वयं ही अंकुरित होने लगता है। इन कल्पनाओं-विचारणाओं के प्रगाढ़ होने के साथ ही यह अज्ञान का वृक्ष भी बढ़ता और मजबूत होता है। यदि इसे दूर करना हो तो फिर संसार व सांसारिक सुख-स्वप्नों से मुंह मोड़ना होगा। इस ओर से मुंह मोड़कर जैसे ही महामाया की ओर ध्यान गया, यह संसार की माया स्वयं ही नष्ट हो जाती है।
अंतप्र्रज्ञा के प्रकाश में साधक जान पाता है कि मोहजनित पीड़ा यथार्थ में एक भ्रांति के सिवाय और कुछ भी नहीं है। फिर इसके बाद उसकी भाव-चेतना स्वत: ही ईश्वर की अनुभूति कराती है और उनकी कृपा से माया से उपजा मोहजनित आवरण नष्ट हो जाता है। प्रसन्नता और सुख, शांति का भौतिक पदार्र्थो या संपन्नता से कोई संबंध नहीं है। इसका संबंध आपकी सोच से है और सकारात्मक सोच सकारात्मक विचारों से उत्पन्न होती है। प्रेम, परोपकार सद्भाव और अहिंसा सकारात्मक विचार हैं। |
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बीमार थे जब ऋषि कपूर तब डर गई थी कपूर फैमिली, नीता अंबनी और मुकेश अंबानी ने दिया था साथ।
३० अप्रैल को बॉलीवुड के वेटरेन एक्टर ऋषि कपूर हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गए। ऋषि कपूर २ साल से कैंसर से जंग लड़ रहे थे। इस दौरान उनके इलाज के लिए पूरा कपूर खानदान मुश्किलों के दौर से गुजर रहा था। जब ऋषि कपूर की बीमारी के बारे में पता चला था तब नीतू कपूर सहित पूरी कपूर फैमिली डर गई थी कि अब क्या होगा। इस मुश्किल वक्त में देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी ने आगे बढ़ कर नीतू और ऋषि का हाथ थामा।
इस बारे में नीतू कपूर ने खुद ही अपनी इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट के जरिए नीतू कपूर ने बताया है कि कैसे मुश्किल वक्त में नीता अंबानी और मुकेश अंबानी उनके लिए फरिश्ता बन कर आए थे।
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर नीतू कपूर ने एक इमोशनल नोट लिखा है। इस नोट के साथ नीतू ने एक तस्वीर भी शेयर की है। तस्वीर में नीता अंबानी और मुकेश अंबानी के साथ नीतू और ऋषि भी हैं। यह तस्वीर उस वक्त की जब ऋषि कपूर इलाज चल रहा था।
अपने नोट में नीतू कपूर ने लिखा है, 'हमारे परिवार के लिए पिछले २ साल एक लंबी यात्रा जैसे थे। इस दौरान कई अच्छे और बुरे दिन आए। मगर यह सफर अंबानी परिवार के बिना पूरा नहीं हो पाता।
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हर व्यक्ति बढ़ती उम्र का प्रभाव कम करना चाहता है पर कम उम्र दिखने के लिए आवश्यक है स्लिम होना और स्लिम होने के लिए आपको मोटापे पर नियंत्रण रखना आवश्यक हो जाता है। इसके अलावा उम्र बढ़ने के साथ-साथ हम उतने क्रियाशील नहीं रहते जितने कि युवावस्था में थे और हमारी चयापचय क्रिया की दर में भी कमी आती है।
उम्र बढ़ने के साथ हमारी मांसपेशियां भी सिकुड़ती हैं और यह सिकुड़न ऊपर से नीचे की ओर होती है जिससे हम मोटे दिखाई देते हैं। बढ़ती उम्र में शारीरिक व्यायाम करना भी कम हो जाता है। फलस्वरूप मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और उनमें लचीलापन भी कम होने लगता है। इन सभी परिवर्तनों को समाप्त तो नहीं किया जा सकता पर कम अवश्य किया जा सकता है। आइए देखें कि बढ़ती उम्र में कैसे युवा दिख सकते हैं।
द्भ बढ़ती उम्र में व्यायाम करना बहुत मुश्किल लगता है लेकिन आसान व्यायाम, पैदल चलना, तैराकी, साइकिल चलाना, सीढ़ियां चढ़ना उतरना कुछ ऐसे व्यायाम हैं जो हमारे शरीर की अतिरिक्त कैलोरी तो खर्च करते ही हैं, साथ ही हमारे शरीर में चयापचय क्रिया की दर को भी तेज करते हैं। व्यायाम करने से हड्डियां व मांसपेशियां मजबूत होती हैं और हृदय की शक्ति भी बढ़ती है।
द्भ इसके अतिरिक्त अपनी डाइट में भी परिवर्तन करें। जंक फूड जैसे बर्गर आदि कम खाएं। वसा की मात्रा भी कम करें क्योंकि ये हमारे शरीर में कैलोरी की मात्रा अधिक करते हैं। कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन, अनाज, आलू उबले हुए अधिक खाएं। इसके अतिरिक्त अपनी डाइट निर्धारण करते समय निम्न बातों को ध्यान दें।
द्भ प्रतिदिन १३०० कैलोरी से कम भोजन न करें। इससे कम कैलोरी युक्त भोजन स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक हो सकता है।
द्भ एक ही बार अधिक खाने की अपेक्षा दिन में ४-५ बार थोड़ा-थोड़ा करके खाएं।
द्भ नाश्ता अवश्य करें पर इसे कम कैलोरी युक्त बनाएं।
द्भ दिन का आखिरी खाना थोड़ा खाएं क्योंकि रात्रि के समय हम कोई क्रिया नहीं करते इसलिए कम कैलोरी खर्च होती है।
द्भ दिन में ८-१० गिलास पानी अवश्य पिएं।
द्भ धीरे खाएं। जूस पीने के बजाये ताजे फलों का सेवन करें।
द्भइच्छा से थोड़ा कम खाना खाएं। |
रिफ्रेश पॉइंट पर मार्ग की थकान से मिल सकती है राहत।
देवभूमि उत्तराखंड की प्राकृतिक खूबसूरती फिल्मी पर्दे पर मन मोह लेती है। किंतु जब पर्यटक खुद इसके दीदार के लिए पहाड़ो में आता है तो यहां तीखे मोड़ों वाली ऊबड़खाबड़ सड़क के चलते इतना थक जाता है कि इस खूबसूरती के दर्शन नही कर पाता। इसके बाद भी नदियों के किनारे इतने खूबसूरत स्थल यहाँ मौजूद हैं कि थोड़ा विकसित कर उन्हें पर्यटकों के लिए रिफ्रेश पॉइंट्स बनाया जा सकता है। इससे यात्रियों और पर्यटकों को मार्ग की थकान भूल कर कुछ देर प्रकृति से निकटता का अनुभव तो होगा ही, सफर की थकान भी दूर होगी।
ऐसा ही एक पॉइंट गंगोत्री राजमार्ग पर उत्तरकाशी से १४ किमी दूर गंगोत्री की तरफ हीना नामक जगह पर मौजूद है। यहाँ मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना प्रथम के बैराज से अतिरिक्त पानी एक झरने की शक्ल में गिरता है। गर्मियों में चलने वाली चार धाम यात्रा के दौरान इस झरने की ठण्डी ठंडी फुहार सड़क तक भी पहुंचती है और यही वजह है कि पर्यटक खूद ब खुद अपनी गाड़ियों से उतर कर थोड़ी देर यहां मस्ती करते हैं। झरने के पास बैठने के लिए पॉइंट बनाकर थोड़ा विकसित किया जाय तो यह स्थान बेहतरीन रिफ्रेश पॉइंट बन सकता है।
इसी तरह सड़क से लगे हुए गंगा नदी के किनारे किनारे चलती सड़क के पास कई अन्य स्थलों को भी चयनित किया जा सकता है।
गौर करने वाली बात ये है कि बड़े शहरों से आलीशान जिंदगी से ऊबकर पर्यटक कुछ दिन पहाड़ों का रुख इसलिए करता है कि प्रकृति के पास कुछ समय बिताकर उसे शारीरिक और मानसिक ऊर्जा मिलती है और होटल के बंद कमरों की बजाय वह ऐसे ही प्रकृति के निकट रिफ्रेश पॉइंट पर समय बिताना चाहता है।
गंगोत्री ,यमनोत्री ,केदारनाथ और बद्रीनाथ चार धाम की यात्रा तो पुरखों ने विरासत के रूप में हमे मिली है, किन्तु यह हमारी नई पीढ़ी पर निर्भर करता है कि हम चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को कितनी देर तक इन खूबसूरत स्थलों पर रोक कर रख सकते हैं । सूबे के पर्यटन विभाग के अलावा खुद पर्यटन व्यवसाइयों को इस पहल के लिए आगे आना होगा तभी पर्यटन प्रदेश का सपना साकार हो सकेगा। |
लखनऊ. बसपा से निकाले गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती के साथ बातचीत के ६ ऑडियो टेप रिलीज किए हैं। उनका आरोप है कि मायावती ने मुसलमानों के लिए अपशब्द कहे और उनसे ५० करोड़ रुपए की मांग की। वहीं, सिद्दीकी के आरोपों पर मायावती ने पलटवार करते हुए उन्हें पैसा उगाहने वाला, टेपिंग ब्लैकमेलर और बसपा की हार के लिए जिम्मेदार बताया। इन आरोपों के बाद दैनिक्भास्कर.कॉम ने पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स रतनमणि लाल, ब्रजेश शुक्ला, असलम खान से बातचीत की। उन्होंने बताया कि अब मायावती के साथ-साथ नसीमुद्दीन के पास भविष्य में क्या-क्या ऑप्शन हो सकते हैं।
#मायावती के पास क्या है ऑप्शन?
- मायावती के पास अब एक ही रास्ता है कि वह नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पुख्ता सबूतों के साथ झूठा साबित कर दें। इससे उनका वोटर उन पर विश्वास कर लेगा। हालांकि, जो टेप सिद्दीकी ने रिलीज किए हैं, उससे ऐसा होना मुश्किल दिख रहा है।
- मायावती जल्द ही किसी दूसरे मुस्लिम नेता को महत्वपूर्ण पद पर लेकर आएं, क्योंकि नसीमुद्दीन ने उन पर मुसलमानों को अपशब्द कहने का आरोप लगाया है। सिद्दीकी से पहले भी जो नेता पार्टी से निकले हैं, वे मायावती पर करप्शन के आरोप लगा चुके हैं।
- मायावती जानती हैं कि करप्शन के आरोप साबित नहीं होंगे, लेकिन यूपी में कास्ट इक्वेशन टूटा तो उसे बनाना मुश्किल होगा।
- मायावती के पास सेकेंड ऑप्शन है कि जो १९ विधायक जीते हैं, उन्हें वे अपने पाले में रोककर रखें और उन्हें विश्वास दिलाएं कि अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं है। इसकी वजह है कि जिस तरह से एक वर्तमान एमएलसी ब्रजेश सिंह अब नसीमुद्दीन के साथ आ गए हैं, उसे विधायकों की टूट के तौर पर देखा जा रहा है।
- अगर मायावती को बड़ी पारी खेलनी है तो वह अगला लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ अलायंस में लड़े। हालांकि, ये काफी आगे की बात है, क्योंकि बसपा के पास अब न तो कैडर वोट है और जो बचे हुए मुस्लिम वोट थे, उनमें भी नाराजगी होगी।
#नसीमुद्दीन सिद्दीकी के पास क्या है ऑप्शन?
- नसीमुद्दीन सिद्दीकी को अभी एक एमएलसी का सपोर्ट मिला है, जबकि कई विधायक उनके टच में होंगे। अगर विधायक टूटते हैं तो वह नई पार्टी का गठन कर सकते हैं।
- ऐसे में जहां बसपा से लोग टूटकर आएंगे वहीं सपा और कांग्रेस से भी लोग टूटेंगे, क्योंकि इस समय मुसलमानों के पास कोई बेहतर ऑप्शन नहीं दिख रहा है। जबकि नसीमुद्दीन खुद बड़े और कद्दावर मुस्लिम नेता हैं।
- अगर नसीमुद्दीन को अपनी राजनीति को बतौर मुस्लिम नेता आगे बढ़ाना है तो उनके लिए कांग्रेस बेहतर ऑप्शन हो सकती है। वजह है कि नसीमुद्दीन एक मुस्लिम नेता के तौर पर प्रतिष्ठित हो चुके हैं। इसका फायदा उन्हें कांग्रेस में मिल सकता है, जबकि सपा में आजम खान के सामने यूपी में सिद्दीकी उस लेवल तक शायद नहीं उभर पाएंगे।
एक्सपर्ट्स की मानें तो नसीमुद्दीन नई पार्टी बना सकते हैं। |
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और सुरक्षा परिषद ने १५ मई को अलग-अलग तौर पर वक्तव्य जारी कर उत्तर कोरिया से हाल ही में एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ने की निंदा की और उससे गैर नाभिकीयकरण के रास्ते पर वापस लौटने का आग्रह किया।
गुटेरेस ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि उत्तर कोरिया की यह कार्यवाही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन है, क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक खतरा है। उन्होंने उत्तर कोरिया से अंतर्राष्ट्रीय कर्तव्य का पालन करके गैर नाभिकीयकरण के रास्ते पर वापस लौटने की निंदा की।
उसी दिन सुरक्षा परिषद ने मीडिया के सामने एक वक्तव्य जारी कर हाल ही में दो बार बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ने के लिए उत्तर कोरिया की निंदा की। सुरक्षा परिषद ने कहा कि उत्तर कोरिया के लिए सभी कदम उठाकर स्थिति पर सघन तरीके से ध्यान दिया जाएगा और प्रतिबंध लगाने समेत अगला कदम उठाने की संभावना है। |
प्ले स्टोर पर ऐसे कई ऐप्स हैं इनकी मदद से आप अपने स्मार्टफोन की मदद से आसानी से इंग्लिश स्पीकिंग सीख सकते हैं। ये आप्स इंग्लिश लिखना भी सिखाते हैं। यहां हम आपको ऐसे ही ८ ऐप्स के बारे में बता रहे हैं।
इसमें इंग्लिश सिखाने के लिए ऑडियो और विजुअल दोनों का यूज किया जाता है। इस ऐप का सिखाने का तरीका बेहद आसान है। गेमिंग के जरिए भी इंग्लिश सिखाई जाती है। इस ऐप में कोई भी ऐड नहीं है इसलिए इसका फ्लो अच्छा है। इस पर गूगल प्लस, फेसबुक के जरिए लॉग इन कर सकते हैं। या फिर अपना नया आईडी भी बनाया जा सकाता है।
यह इंडियन ऐप है। इसे इंडियन स्टार्टअप ने बनाया है और इसे गूगल फंड करती है। यह ऐप बेसिक्स से सिखाता है। इंडियन लहजे की अंग्रेजी काफी सहूलियत भरी है।
इस ऐप की खासियत इसका इंटरेस्टिंग तरीका है। इसमें हॉलीवुड फिल्म के सीन और कार्टून कैरेक्टर के जरिए इंग्लिश सिखाई जाती है। इस ऐप के जरिए आप राह चलते भी लैंग्वेज सीख सकते हैं। इसमें टाइम मैनेजमेंट काफी अच्छे तरीके से किया गया है। ऐप आपके सीखने के हिसाब से आगे बढ़ता है।
दोस्तों के साथ बात करते हुए अंग्रेजी सीखना मजेदार होने के साथ ही काफी आसान होता है। इस ऐप में लोगों से चैट पर बातें करते हुए अंग्रेजी बोलने का तरीका सिखाया जाता है। ऐप आम बोलचाल में यूज होने वाली अंग्रेजी बहुत जल्दी सीख सकते हैं।
यह ऐप प्रोनुंन्सिएशन के साथ ही स्पीकिंग स्किल्स को सुधारने में मदद करता है। यहां आपको सुनना है, रिपीट करना है और कम्पेयर करना है। यहां आपको जॉब इंटरव्यू, प्रेजेंटेशन, कस्टमर सर्विस में बात करने वाली इंग्लिश सिखाई जाती है।
इंटरेस्टिंग पिक्चर के साथ यहां इंग्लिश सिखाई जाती है। यह ऐप आपको सिखाने के लिए रिमाइंडर भी देता है।
यह इंग्लिश सिखाने के लिए फेमस है। आपकी लॉकल लैंग्वेज से इंग्लिश सिखाता है। |
'केसरी' के जरिए अक्षय कुमार सारागढ़ी और देश के सभी वीरों को अपनी तरफ से याद कर रहे हैं और उनका सम्मान करने की मंशा रखते हैं। अपनी आने वाली फिल्म 'केसरी' के प्रमोशनल इंटरव्यू के दौरान अक्षय ने 'वेबदुनिया' से बातचीत की।
पग पहनकर एक्शन करना कितना मुश्किल रहा काम करना?
मेरी पग एक से डेढ़ किलो की थी। इसे पहनने में लगभग ३० से ४० मिनट का समय लगता था। बहुत भारी होती है ये पग। फिर वो आपके सिर से बिलकुल सटकर बांधी जाती है। ऐसी भारी पग में उछलना या गटके करना बहुत मुश्किल था मेरे लिए। और तो और, तलवारबाजी करना भी बहुत मुश्किल भरा हो जाता था। लेकिन पता नहीं कुछ तो बात होती ही है ऐसी पग पहनने में। आप अचानक से बहुत ज्यादा जिम्मेदार महसूस करने लगते हैं। वो पग आपके सिर से बहुत करीब कसकर बांधी जाती है तो आपका सारा ध्यान सिर्फ एक जगह ही सिमटकर रह जाता है। आप कुछ और नहीं सोच पाते। ये अपने आप होता है या कोई वैज्ञानिक कारण है इसमें? ये तो नहीं पता लेकिन आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी हो जाती है।
आगे अक्षय बताते हैं कि इसके ऊपर मैंने कड़ा भी पहना है, जो लोहे का बना होता है और ये समय आने पर हथियार की तरह काम आता है। ये कॉस्ट्यूम शायद मेरे जिंदगी के सारे रोल्स में से बहुत कठिन कॉस्ट्यूम रही हो।
आपको देखने और चाहने वाले कई तरह के लोग हैं। कॉलेज जाने वाले भी, बच्चे भी और बड़े भी। कभी इस बात को लेकर लगता है कि कहीं मुझसे कोई दिल न दुख जाए?
मैं कोई ऐसा काम करूंगा ही नहीं कि किसी का दिल दुखे या कहीं से कहीं तक मैं गलत कहलाऊं। मैं हर तरीके की फिल्म करता हूं। एक्शन हो या कॉमेडी हो या देश के वीरों के लिए हो। करियर के शुरू में मुझसे गलती हुई थी कि मैं सिर्फ एक्शन फिल्मों तक ही सीमित था लेकिन फिर बाद में मुझे लगा कि मैं तो एक दायरे में बंध गया हूं। उस दिन सोचा और अलग-अलग तरह की फिल्में करना शुरू कर दीं।
आपने 'केसरी' करते वक्त कुछ सीखा?
मैंने एक शहीद के दिल और मस्तिष्क के बारे में नई बात सीखी। शहीद जो होता है, वो जवान होता है। जिंदगी को अपने तरीके से देख रहा होता है। जब उसे गोली लगती है, तो शायद उसे १ या २ मिनट मिलते होंगे कुछ सोचने के लिए। उन २ मिनट में वो क्या देखता और सोचता है, वो मुझे सीखने को मिला।
कुछ शेयर करेंगे?
नहीं, ये वो भावना है, जो मैं अपने तक ही रखना चाहता हूं। आप जाकर फिल्म देखेंगे तो सोचेंगे और जानेंगे मेरी इस सीख के बारे में।
देश ने हाल ही में पुलवामा जैसा मंजर देखा है। इस दौरान आपके ऐप भारत के वीर की भी बहुत जगह पर चर्चा हुई है?
हां, मैं उन सारे देशवासियों को धन्यवाद कहता हूं जिसने भारत के वीर में अपना योगदान दिया है। हमारी ये ऐप अभी तक सभी चुने हुए २०० सैनिकों के घर १५ लाख की तय राशि पहुंचा चुकी है। इसमें सारी राशि शहीदों के घर वालों के हाथ में जाती है और इसमें सरकार या एनजीओ का कोई जरिया नहीं लिया गया है।
आगे कुछ और करने की ठानी है?
अब मेरे काम भारत के वीर में हम लोग दिव्यांग सैनिकों के लिए काम करना चाहते हैं। जहां हमारी बात सरकार से होने वाली है कि कारगिल (१९९९) के बाद जितने भी सैनिक लड़ाई या युद्ध में अपने अंग खो चुके हैं और दिव्यांग हो गए हैं, उन्हें भी हम मदद कर सकें।
आपका रीजनल सिनेमा को लेकर क्या विचार है?
मैंने २ मराठी फिल्में प्रोड्यूस की हैं। मुझे मराठी फिल्मों के कंटेंट हमेशा से पसंद आते रहे हैं। अगर आपको देश के दिल में जाकर बसना है, तो आपको रीजनल सिनेमा में पहुंचना ही होगा। मैं खासकर के मराठी फिल्मों की बात करता हूं। मराठी की इतनी बेहतरीन फिल्में हैं। उनका कंटेंट हो या उनके नाटक हो, बहुत ही बेहतरीन हैं। मैं तो भोजपुरी फिल्में भी करना चाहता हूं साथ ही तेलुगु, तमिल कन्नड़ भी। मैंने कन्नड़ में एक फिल्म 'विष्णु विजय' नाम की भी की है। |
व्वे अपने सालाना और साल के पहले शो रॉयल रंबल से ज़्यादा दिन दूर नहीं है और इस दौरान पिछले साल शुरू हुआ महिला रैसलर्स का रॉयल रंबल मैच भी होगा जिसमें होने वाली ३० एंट्रीज़ के लिए इस समय रॉस्टर में महिला रैसलर्स नहीं है और अगर न्क्स्ट रैसलर्स भी इसका हिस्सा बनती हैं तो भी ये लिस्ट पूरी नहीं हो पाएगी।
अगर हम ध्यान दें तो कंपनी ने पिछले साल इस मैच की विजेता रही असुका को पहले ही चैंपियन बना दिया है जिसका मतलब है कि हमें एक नया विजेता देखने को मिलेगा। अगर पहले की महिला रैसलर्स या कोई सरप्राइज़ एंट्री होती है तो उससे ना केवल शो को फायदा होगा बल्कि आने वाले समय में विमेंस रैसलिंग भी आगे बढ़ेगी।
कैटलिन ने जब पहली बार कंपनी में एंट्री की थी तो उन्होंने डीवाज़ चैंपियनशिप जीती थीं और फिर वो २०१४ की जनवरी में कंपनी से बाहर चली गईं और मे यंग क्लासिक का हिस्सा थीं। वो पिछले साल हुए शो में दूसरे राउंड में मिया यिम के हाथों हार गई थीं। इनकी वापसी के समय इन्हें फैंस से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, और उसकी वजह से ये बात भी मानी जा रही है कि वो इस साल होने वाले रॉयल रंबल का हिस्सा होंगी।
ये एक अद्भुत परफॉर्मर हैं और इनके आने से कंपनी को फायदा ही होगा, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि वो किस नंबर पर वापसी करती हैं, और अगर ये मैच जीत जाती हैं तो उससे चैंपियनशिप से जुड़ी कहानी काफी अच्छी बन जाएगीं। इस नए दौर में एक सस्पेंस काफी अच्छा साबित होगा। वैसे भी असुका बनाम कैटलिन एक ऐसा मैच है जिसमें काफी संभावनाएं हैं। |
ऐसे कृषक जो आॅनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाये हैं, उनका धान विक्रय से पूर्व धान क्रय केन्द्रों पर ही पंजीकरण किया जायेगा।
किसान पंजीयन के समय जोत बही/खतौनी, फोटोयुक्त पहचान पत्र, बैंक की पासबुक के प्रथम पृष्ठ की छायाप्रति तथा यदि सम्भव हो तो आधार कार्ड साथ लायें।
मसाज (संदेश) : आशा है की "[रजिस्ट्रेशन] उत्तर प्रदेश धान खरीद किसान पंजीकरण २०१९|ऑनलाइन" आपको पसंद आयी होगी। कृपया अपने बहुमूल्य सुझाव देकर हमें यह बताने का कष्ट करें कि मोतीवेशनल थॉट को और भी ज्यादा बेहतर कैसे बनाया जा सकता है? आपके सुझाव इस वेबसाईट को और भी अधिक उद्देश्यपूर्ण और सफल बनाने में सहायक होंगे। आप अपने सुझाव निचे कमेंट या हमें मेल कर सकते है! |
लंदन [ टन ] इंटरनेट पर पोर्न सामग्री के उपयोगकर्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इस बीच इंटरनेट पर इस तरह की सामग्री के उपयोगकर्ताओं के स्वभाव को लेकर हुई एक ताजा अध्ययन में पाया गया है कि अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि इंटरनेट पर लगातार पोर्न सामग्री देखने वाली महिलाएं वास्तविक जीवन में सेक्स संबंधों से दूर होती चली जाती हैं।
गौरतलब है कि इंटरनेट पर पोर्न सामग्री को लेकर दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग-अलग कानून बन चुके हैं, लेकिन अब तक इस पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है।
यह है पोर्न यूनिवर्सिटी, मिलती है एडल्ट सीन के लिए ट्रेनिंग ! |
दमोह- जो कभी देश की आजादी के लिये एक जूनून पैदा करता था फिरंगियों से लडने के लिये और राष्ट्र पर अपने प्राण न्यौछावर करने के लिये क्रांतिकारियों में राष्ट्र भक्ति का भाव पैदा करता था। जिसको गाते-गाते हजारों क्रांतिकारी फांसी के फंदों पर झूल गये वही वंदे मातरम आज गाने में या तो रूची नहीं दिखलायी दे रही है या फिर लापरवाही जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश शासन ने प्रत्येक माह के कार्यदिवस के प्रथम दिन में वंदे मातरम गायन प्रत्येक शासकीय कार्यालयों में कराने का निर्णय एवं आदेश जारी किये थे। जिसके चलते प्रारंभ में तो जोरशोर से यह किया गया परन्तु कुछ ही महिनों बाद यह सिर्फ संयुक्त कलेक्ट्रेड भवन तक सीमित होकर रह गया। परन्तु अब तो यहां भी होने वाली उपस्थिति शासकीय सेवकों की आरूचि एवं लापरवाही को दर्शाने के लिये काफी है अगर एैसा कहा जाये तो शायद कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी?
हालांकि बीच बीच में कुछ कार्यवाही भी हुई परन्तु फिर वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती देखी जा सकती है। सूत्रों की मानें तो संयुक्त कलेक्ट्रेड भवन को छोडकर किसी भी शासकीय कार्यालय में वंदे मातरम का गायन नहीं कराया जाता है। आज सम्पन्न हुये वंदे मातरम गायन के दौरान कुछ अधिकारियों,कर्मचारियों की समय के पूर्व उपस्थिति एवं अधिकांश की अनुपस्थिति को आप क्या कहेंगे? जिला मुख्यालय पर संयुक्त कलेक्ट्रेड भवन में आयोजित संचालित अधिकांश कार्यालयों के प्रमुख एवं अधिनस्थ कर्मचारियों का उपस्थित न रहना चर्चाओं में बना हुआ है?
वंदे मातरम गायन के अवसर पर डिप्टी कलेक्ट्रर,नंदा कुशरे,अविनाश रावत,सीपी पटेल के साथ कुछ विभागों के अधिकारी,कर्मचारियों की उपस्थिति रही। अधिकांश तो वंदे मातरम गायन होने के काफी देर बाद कार्यालय पहुंचे जिनकी लगातार चर्चा बनी रही? |
संभाग के सबसे बड़े पीजी काॅलेज का अब जल्द ही नैक(राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) की टीम निरीक्षण कर इसका ग्रेडेशन करेगी। काॅलेज के आवेदन पर नैक ने निरीक्षण के लिए प्रबंधन को समय तय कर इसकी जानकारी भेजने निर्देश दिए हैं।
नैक की टीम काॅलेज की तरफ से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार ही संबंधित काॅलेजों का निरीक्षण करती है फिर भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार वहां की व्यवस्था व अकादमिक गुणवत्ता के बारे जानकारी लेती है। इसके आधार पर काॅलेज का ग्रेडेशन करती है। नैक के मूल्यांकन के बाद ग्रेडेशन से संबंधित काॅलेज में शिक्षा की गुणवत्ता के साथ अन्य सुविधाओं के बारे में पता चलता है। इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा भी सभी काॅलेजों को नैक कराने के निर्देश दिए गए हैं।
पीजी काॅलेज का इससे पहले वर्ष २००५ में नैक से मूल्यांकन हुआ था। उस समय काॅलेज को बी प्लस प्लस ग्रेड मिला था। पीजी काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. एसके त्रिपाठी ने बताया कि हमारी तैयारियां पूरी हैं लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए नैक को बुलाने का समय तय होगा। |
सहरसा. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण ने कोसी क्षेत्र से हरेक साल हजारों की संख्या में पलायन करने वाले असंगठित क्षेत्र के मजदूरों एवं कोसी क्षेत्र में औद्योगिक विकास और आत्मनिर्भरता के संकल्प की पोल खोल कर रख दी है। हालांकि कोसी क्षेत्र में गन्ना, मक्का, मखाना एवं मत्स्य पालन, मशरूम उत्पादन, औषधीय खेती जैसे कई अन्य छोटे-छोटे कुटीर उद्योग की स्थापना कर युवाओं की बेरोजगारी दूर की जा सकती है।
साथ ही मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है।
लेकिन कभी भी इस दिशा में कोई महत्वपूर्ण योजनाएं नहीं लाई गई है। जो भी योजना लाई गई उसकी राजनीति की बली चढ़ा दी गई जिसका सबसे बड़ा उदाहरण करोड़ों की लागत से बैजनाथपुर में निर्मित पेपर मिल और शहर के गोबरगढा में निर्मित खादी भंडार को धागा आपूर्ति के लिए निर्मित पूनी प्लांट है। शहर के गोबरगढा में देश के विभिन्न राज्यों के खादी भंडार को धागे की आपूर्ति को लेकर पूनी प्लांट के साथ-साथ मलवरी उत्पादन के लिए पॉलिटेक्निक स्थित हजारों एकड़ भूमि में मलवरी सेंटर का निर्माण किया गया। रेशम कीट के लिए शहतूत की खेती भी होती है। जिला के कई प्रखंड के गांवों में किसानों को प्रशिक्षित भी किया गया और किसानों ने मलवरी का भी उत्पादन किया। लेकिन यह महत्वपूर्ण एवं महत्वाकांक्षी परियोजना भी दम तोड़ दी है। अगर इस तरह की परियोजना कोसी प्रमंडलीय मुख्यालय में जिंदा रहती और आद्योगिक विकास की दिशा में सरकार के कदम बढ़ते तो कोरोना वायरस के संक्रमणकाल में आज हजारों मजदूरों की रैली विभिन्न स्पेशल श्रमिक ट्रेन और बसों में लाैटती नहीं दिखती।
देश के महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, जम्मू कश्मीर, आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक से २२ मई २०२० की रिपोर्ट के अनुसार १८ हजार ५५६ मजदूर केवल सहरसा जिला के गांवों में पहुंचा है। जबकि जिला के विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों में २८० क्वारेंटाइन सेंटरों में २०७ सेंटर संचालित है और इन सेंटरों पर २९ हजार प्रवासी श्रमिकों को रखने की क्षमता है। अब तक ४ हजार से अधिक लोग विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटरों मुक्त हो गए। |
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों ने दिल्ली में अपने २०१५ के प्रदर्शन को दोहराते हुए पांच मुस्लिम बहुल सीटों पर कब्जा कर लिया है। मटिया महल से आप उम्मीदवार शोएब इकबाल, बल्लीमारान से इमरान हुसैन, चांदनी चौक से प्रहलाद सिंह साहनी और सीलमपुर से अब्दुल रहमान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों को आसानी से मात दे दी।
ओखला, सीलमपुर और पुरानी दिल्ली क्षेत्र में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी। लेकिन उम्मीदों के विपरीत मुस्लिम अल्पसंख्यकों ने आप के पक्ष में मतदान किया। ओखला से कांग्रेस नेता परवेज आलम खान ने स्पष्ट रूप से कहा कि मुख्य फोकस भाजपा को हराने पर था और हम उन्हें हराने के लिए अपने को आगे नहीं कर सके, इसलिए वोटरों ने आप को चुना।
इसी तरह की भावना दूसरे मुस्लिम बाहुल्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी देखा गया। कलीम हाफिज दिल्ली व उत्तर प्रदेश में कई शैक्षिक संस्थान चलाते हैं। उन्होंने कहा, मुस्लिम वोटिंग का पैटर्न दिखाता है कि उनके दिमाग में दो चीजें रही-भाजपा को हराना और दूसरा कौन सरकार बनाने जा रहा है और कांग्रेस इसमें नहीं थी। |
वेल्डेड गेबियन बॉक्स उच्च गुणवत्ता बेस्ट प्राइस जस्तीकृत वेल्डेड गेबियन बॉक्स वेल्डेड गेबियन उच्च गुणवत्ता वाले स्टील जाल पेशे की टीम है, सबसे अच्छा है। उन्हें हार्ड टिकाऊ पत्थर सामग्री के साथ साइट पर भरे जा सकने वाले सामग्रियों को बनाए रखा जा सकता है। उनकी लचीलापन के कारण, वेल्डेड गैबियन नहीं हो सकते अलग-अलग निपटारे के लिए अनुकूलन या पानी के पाठ्यक्रमों में उपयोग किया जाना चाहिए। बुने हुए तार गैबियनों की तुलना में, वेल्डेड गैबियन उच्च शक्ति प्रदान करते हैं। विभिन्न परियोजना आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, विभिन्न तार व्यास और इकाई आकार वेल्डेड गैबियन बक्से के लिए उपलब्ध हैं।
१. बेहतर सुरक्षा और सहिष्णुता के साथ कठोर संरचना से नष्ट किए बिना ढलान में परिवर्तनों को अनुकूलित करने के लिए लचीला संरचना।
२. विरोधी क्षरण क्षमता, ६ मीटर / एस तक की अधिकतम प्रवाह दर का सामना कर सकती है।
३. संरचना अनिवार्य रूप से पारगम्य है, और भूजल फ़िल्टरिंग प्रभाव की प्राकृतिक भूमिका में पानी के उत्पीड़ित पदार्थ और क्रिस्टिस को भरने के लिए जमा किया जाना चाहिए, जो कि प्राकृतिक पौधों के विकास के लिए अनुकूल है, और धीरे-धीरे मूल को बहाल करता है पारिस्थितिक पर्यावरण। |
अब ट्रेन के अॉनलाइन टिकट एक महीने में छह बार से ज्यादा लेने पर आपको आधार नंबर देना होगा। इसके लिए आइआरसीटीसी पर्सनल यूजर आइडी को आधार लिंक करना होगा।
मुजफ्फरपुर [अजय पांडेय]। आइआरसीटीसी आइडी के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में कुछ तब्दीली की गई है। महीने में छह टिकट बुक करने की बंदिश को हटाते हुए इसकी अधिकतम संख्या १२ कर दी गई है।
हालांकि, इसके लिए एक अनिवार्य शर्त निर्धारित की गई है कि छह के बाद अगले छह टिकटों की बुकिंग में संबंधित उपयोगकर्ता की आधार डिटेल्स देनी होगी। इसके लिए आइआरसीटीसी पर्सनल यूजर आइडी को आधार लिंक करना होगा।
आइआरसीटीसी आइडी को आधार लिंक करने के लिए सबसे पहले लॉग इन करना होगा। होम पेज पर माइ प्रोफाइल विकल्प आधार केवाइसी पर जाना होगा। वहां आधार संख्या डालकर संबंधित मोबाइल फोन या मेल आइडी पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) प्राप्त करें। ओटीपी आधार सिस्टम द्वारा भेजा जाएगा, उसका आइआरसीटीसी से कोई लेना-देना नहीं है।
ओटीपी दर्ज व सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उपयोगकर्ता का आइडी आधार लिंक हो जाएगा। इसमें यह भी ध्यान रखना होगा कि टिकट की मास्टर सूची में साथ आनेवाले किसी एक यात्री का आधार नंबर अपडेट हो। उक्त यात्री का जिक्र आइडी उपयोगकर्ता को सूची में करनी होगी। एक महीने में छह से अधिक टिकटों की बुकिंग से पहले ही आइडी को आधार लिंक करने की प्रक्रिया पूरी कर लेनी होगी। |
होम/सीहोर/आष्टा/आष्टा को मिली एशिया के सबसे बड़े आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हब की सौगात,जनता बोली धन्यवाद कमलनाथ सरकार।
आष्टा को मिली एशिया के सबसे बड़े आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हब की सौगात,जनता बोली धन्यवाद कमलनाथ सरकार।
इंदौर-भोपाल के मध्य बनने वाले एक्सपे्रस-वे की स्वीकृति के बाद सरकार इस कॉरिडोर को विकसित करना चाहती हैं। प्रदेश सरकार की इस योजना का लाभ आष्टा को इसलिए मिल रहा हैं कि आष्टा इंदौर-भोपाल के मध्य बनने वाले एक्सपे्रस-वे के बीच में आता हैं। यदि सबकुछ ठीक रहा तो नार्वे की सरकारी कंपनी ग्राम झिल्ला स्थित ५३२ एकड़ भूमि पर ८ हजार करोड की लागत से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी सेंटर का निर्माण करेगी। विभिन्न माध्यमों के साथ सोशल मीडिया से मिली जानकारी के बाद अब इस सेंटर को लेकर हर जगह चर्चा हो रही हैं।
कंपनी अपनी जरूरत की बिजली तो बनाएगी ही, साथ ही सरकार को भी बिजली की आपूर्ति करेगी। इसके लिए कंपनी सौरऊर्जा के माध्यम से बिजली बनाएगी। प्रदेश की कमलनाथ सरकार के इस फेसले से आष्टा को जहा अनेक लाभ मिलेगे, वही यह शहर विश्व मानचित्र पर आ जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी सेंटर को लेकर जिस प्रकार की जानकारी प्राप्त हो रही हैं, उसके चलते आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी के सेंटर हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा कदम उठाया है।
इसके तहत नार्वे की सरकारी कंपनी प्रदेश के आष्टा में साउथ एशिया का सबसे बड़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर बनाएगी। एशिया में अभी सिर्फ चीन में छोटे सेंटर हैं, लेकिन आष्टा में बनने वाला यह सेंटर चीन से भी कई गुना बड़ा होना बताया जा रहा हैं। इस सेंटर में गूगल जैसी कई बड़ी कंपनियों के आकाशीय डाटा शामिल रहते हैं। इस प्रकार का सेंटर अत्यधिक सिक्योरिटी जोन होता है।
सरकार आगामी इन्वेस्टर समिट के पहले ही इसका एमओयू फाइनल कर देगी। नार्वे की सरकारी कंपनी के प्रतिनिधियों को सरकार ने इस पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। इस प्रोजेक्ट के लिए जिस स्थान का चयन किया जाना संभावित हैं वह स्थान आष्टा का झिल्ला गांव बताया जा रहा हैं। यहां पर ५३२ एकड़ जमीन उद्योग विभाग कंपनी को आवंटित करेगा। सूत्रों की माने तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए सबसे ज्यादा आवश्यकता बिजली की हैं।
इस सेेंटर के लिए नार्वे की सरकारी कंपनी सोलर एनर्जी से बिजली बनाएगी। पीकऑवर्स में बिजली प्रदेश सरकार को भी मिलेगी। बाद में प्रदेश सरकार यह बिजली इसी कंपनी को देगी। इस सेंटर में गूगल सहित जो भी तकनीकी वेब आकाश में रहती हैं, उसका भंडारण होता है। जिसकी यह सेंटर देखभाल करता हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी सेंटर का काम आकाश में चलने वाली करने वाली हर प्रकार की आनलाइन और ऑफलाइन तरंगों को स्टोर करना। जिस प्रकार गूगल पर किसी विषय को सर्च किया तो उस विषय का वर्णन या डाटा डिस्प्ले होगा। यह वर्णन एक भंडार से निकलकर आता है। यह भंडार सेंटर में रहता है। आष्टा में बनने वाला ये स्टोरेज एशिया का सबसे बड़ा होने के कारण समूचे एशिया के लिए हब का काम करेगा।
इस सेंटर का आष्टा को मिलने के पीछे जो सबसे बडा कारण हैं, वह हैं इंदौर.भोपाल के बीच बनने वाले एक्सप्रेस.वे के मध्य में आष्टा का होना। प्रदेश सरकार इंदौर.भोपाल के बीच कॉरिडोर विकसित करके बहुराष्ट्रीय कंपनियां लाना चाहती है। अब यह सेंटर आष्टा में तय होने से यहा पर और भी कई नामी कंपनियां आ सकती हैं। प्रदेश की कमलनाथ सरकार के इस बडे फेसले से आष्टा के आस पास और भी कंपनिया आ सकती हैं, जिसका लाभ स्थानीय लोगो को तो मिलेगा ही यह शहर भी विश्व मानचित्र पर आ जाएगा।
सीहोर : पुलिस की ३० सदस्य टीम ने बड़े जुए पर की कार्यवाही,४ लाख ६० हजार रुपये और २७ मोटरसाइकिल की जब्त।
सीहोर : एक दर्जन से अधिक स्थानों पर सामूहिक रूप से श्रद्धालुओं ने की प्रार्थना, प्रभु मसीह के पुन: जन्म लेने की खुशी में आज ईस्टर मनाया गया। |
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर जिले के चौबेपुर पुलिस स्टेशन के स्टेशन अफ़सर विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस को शक है कि पुलिस फ़ोर्स के बिकरू गांव में पहुंचने से पहले विनय तिवारी ने विकास दुबे को इसकी सूचना दी थी। दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम के ८ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद सरकार और प्रशासन बेहद सख़्त रूख़ दिखा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक़, स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने विनय तिवारी से इस बारे में पूछताछ की थी और उन्हें तिवारी पर कुछ शक हुआ था। इंडिया टुडे के मुताबिक़, कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि तिवारी के ख़िलाफ़ लगे आरोपों के चलते उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है और आरोपों की गंभीरता से जांच की जा रही है।
आईजी अग्रवाल ने कहा कि तिवारी या किसी अन्य पुलिसकर्मी की इस मामले में संलिप्तता पाई जाती है तो उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा और जेल भी भेजा जाएगा। यह भी ख़बर है कि पुलिस तिवारी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर सकती है।
कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि पुलिस की २५ टीमें विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई हैं। ये टीमें उत्तर प्रदेश के कई जिलों में और दूसरे राज्यों में भी भेजी गई हैं। उन्होंने विकास दुबे के बारे में सूचना देने वाले शख़्स के लिए ५० हज़ार का नक़द इनाम भी घोषित किया है।
स्पेशल टास्क फ़ोर्स इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है। विकास दुबे की कॉल डिटेल की जांच की गई है और पुलिस इसके आधार पर कई लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। सैकड़ों नंबरों को पुलिस ने सर्विंलास पर रखा है। इस बात की जांच की जा रही है कि गांव में पुलिस के आने के बारे में विकास दुबे और उसके साथियों को सूचना किसने दी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ख़ुद शुक्रवार को कानपुर आए थे और इस घटना में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों से मिले थे। मुख्यमंत्री ने सभी परिवारों को १-१ करोड़ रुपये की सांत्वना राशि देने की घोषणा की थी। इस घटना में ७ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। बदमाश अंधेरे का फायदा उठाते हुए मौक़े से भाग निकले थे।
दूसरी ओर, विकास दुबे की मां सरला देवी ने बेटे की हरक़तों पर सख़्त नाराजगी जताई है। सरला देवी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा है कि उनके बेटे को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। |
रेणुकूट। हिण्डाल्को जनसेवा ट्रस्ट द्वारा म्योरपुर में संचालित आदित्य बिड़ला रुरल टेकभनोलाजी पार्क के सभागार में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में लोगों को व्यक्तित्व विकास और क्षमता विकास के बारे में बताया गया। कार्यशाला के आयोजन में हिण्डाल्को ग्रामीण विकास संस्थान के सीओओ दिनेश कोहली के मार्गदर्शन एवं ग्रामीण विकास विभाग के महाप्रबंधक तेज बहादुर माथुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कार्यशाला में दुद्धी तहसील के बभनी, दुद्धी एवं म्योरपुर विकास खंडों के विभिन्न गांवों में संचालित स्वयं सहायता समूहों के ३८ महिलाएं एवं पुरुषों ने भाग लिया। कार्यशाला में उपस्थित लोगों को व्यक्तित्व विकास के साथ ही साथ उनकी क्षमता का विकास के गुर सिखाए गए। इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षक संजय रुंथला ने विभिन्न आकर्षक खेलों, दृश्य एवं श्रव्य माध्यमों के द्वारा बड़े ही रोचक ढंग से जानकारी दी गई। |
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति की विदेश मामला कार्य परिषद के प्रधान यांग च्येछी ने ८ अक्बूतर को माइक पोम्पेओ से मुलाकात की।
यांग ने कहा कि वर्तमान में चीन-अमेरिका संबंध एक महत्वपूर्ण समय से गुजर रहा है, जिसके सामने कई चुनौतियां मौजूद हैं। चीन ने हाल में अमेरिका द्वारा पेश किए गए चीन से संबंधित नकारात्मक कथन को लेकर अमेरिका के सामने गंभीरता के साथ मामला उठाया और खुले आम सैद्धांतिक रूख व्यक्त किया। हमने अमेरिका से आग्रह किया कि वह शीघ्र ही गलती को ठीक करके चीन के हितों को नुकसान पहुंचने वाली कार्रवाई को बंद करेगा। चीन आवश्यक कदम उठाएगा, ताकि देश की संप्रभूता, सुरक्षा और विकास के हितों की रक्षा की जा सके।
यांग च्येछी ने कहा कि दो बड़े देशों के नाते चीन और अमेरिका के सहयोग से उभय जीत मूर्त रूप लेगा। आशा है कि अमेरिका सही विकल्प चुनकर चीन के साथ एक ही दिशा में आगे बढ़ेगा। चीन-अमेरिका आर्थिक व्यापारिक संबंध, थाईवान और दक्षिण चीन सागर जैसे मामलों पर देश का सैद्धांतिक रूख भी जताया।
पोम्पेओ ने कहा कि अमेरिका चीन के साथ सहयोग और उभय जीत को बखूबी अंजाम देने में लगा हुआ है। वह चीन के साथ संपर्क को मजबूत करना चाहता है, ताकि द्विपक्षीय संबंध में मौजूद चुनौतियों को दूर करने के लिए रचनात्मक प्रस्ताव मिल सके। अमेरिका एक चीन की नीति पर कायम रहता है और आशा है कि अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों को लेकर चीन के साथ संपर्क और समन्वय को बनाए रखेगा। |
क्या नई मज़दूर पीढ़ी उनके शिक्षक कार्ल मार्क्स को जानती है?
एक समय था जब मार्क्सवाद मज़दूर वर्ग की मुख्य विचारधारा थी, पर ये कहना भी ठीक है कि आज के दौर में जब कहीं भी मज़दूर राज यानि समाजवादी सत्ताएं नहीं है तो मार्क्सवाद पर पूरी दुनियां के सत्तर पर हमला बोला गया है।
१९५६ में रूस में पूंजीवाद की फिर से स्थापना के बाद दुनियां के स्तर पर मार्क्सवाद की विचारधारा के अंत की घोषणां खासकर समाजवादी देशों ने की।
रक यह वात अपने आप में द्वन्द्वात्मक नियमों के खिलाफ है, पूंजीवाद को अज्ञेय घोषित करना अपने आप में भाववादी बात है।
रूस मं पूंजीवाद की फिर से स्थापना के बाद दुनियां के स्तर पर कम्यूनिस्ट पार्टियों में पराजयवादी मानसिकता घर कर गई जिसके परिणामस्वरूप पूंजीपतियों को भी मार्क्सवाद पर हमला करने का अच्छा अवसर मिला।
और उसने जमकर हमला भी किया पर हम इस बहस में नहीं पड़ेंगे कि पूंजीवाद की फिर से स्थापना के क्या कारण थे।
आज कि परिस्थितियों और मज़दूर आंदोलन पर हो रहे पूंजी के हमलों को समझते हुए इस सवाल पर चर्चा करेंगे कि क्या मार्क्सवाद आज भी मज़दूर वर्ग की विचार धारा है?
भारत के संदर्भ में बात करें तो हम पाते हैं कि पहले की तुलना में आज भारत में मज़दूरों की संख्या बढ़ रही है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि की हिस्सेदारी घटी है साथ ही उघोगों कि हिस्सेदारी बढ़ी है।
जिसके परिणामस्वरूप उद्योगिक मज़दूरों की संख्या बढ़ी है, आजादी के दौरान दो विचारधाराएं आजादी की लड़ाई में लड़ रही थी।
एक विचारधारा गांधी की थी जो अग्रेंजो से केवल सत्ता हासिल करना चाहती थी लेकिन सामाजिक ढ़ांचा कैसा होगा इस बात पर गांधी विचारधारा कोई ठोस बात नहीं करती थी।
दूसरी विचारधारा मार्क्सवादी थी जो अग्रेंजो से सत्ता क्रांती द्रारा मज़दूर-किसानों की बात करना चाहते थे।
भगत सिंह और सरीखे क्रांतिकारी भारतीय सामाजिक ढ़ांचे को सामाजवादी बनाने के लिए मार्क्सवादी विचारों को जनता के बीच में ले जाकर जनता को क्रांति के लिए तैयार कर मज़दूरों- किसानों का राज स्थापित करना चाहती थे।
उस दौर में मार्क्सवाद नौजवानें में घर किया हुआ था, जिसके कारण समाज बदलने की चाहत और इसके लिए नौजवानों ने शहादतें भी दी।
उस दौर में कम्युनिस्ट बनना एक फैशन बन गया था, पर आजादी के बाद १९५६ में रूस में पूंजीवाद की पुनास्थापना के बाद कम्यूनिस्ट पार्टी में टूट-फूट बिखराव का दौर शुरू हुआ।
पर जनता की लड़ाई सामजवाद ही बनी रही, लगातार टूट-फूट बिखराव का परिणाम ये निकला कि मार्क्सवाद को संकीर्ण बना दिया गया।
स्थापित कम्युनिस्ट पार्टियों और ट्रेड यूनियन सैंटरो ने मार्क्सवाद को मज़दूरों के बीच गायब कर दिया और मज़दूरों की लड़ाई को अर्थवाद (ट्रेड-यूनियन) तक सीमित कर दिया।
मार्क्सवाद को मज़दूरों के बीच से गायब करना पूंजीवादी समाज को ही आगे बढ़ाना है।
आज की परिस्थितियों को देखने से पता लगता है कि फैक्ट्रियों में कार्य करने वाली नई युवा मज़दूर पीढ़ी उसके शिक्षक कार्ल मार्क्स का नाम तक नहीं जानती।
इसका सीधा सा मतलब ये निकलता है कि वर्तमान में स्थापित मज़दूर पार्टियां और ट्रेड यूनियन सैंटर इस पूंजीवादी व्यावस्था के अंदर समाहित हो चुकें है, साथ ही वो इस व्यावस्था का हिस्सा बन चुकें हैं।
वह जनता को यह बताने की जरूरत महसूस नहीं करते कि मज़दूर वर्ग का असल कार्यभार क्या है।
संकीर्णतावादी सोच का असर यहां तक है कि श्रम- कानूनों में मज़दूर विरोधी बदलावों के खिलाफ भई कोई ठोस योजना बनाकर लड़ाई नहीं लड़ी जा रही है।
अपनी कमजोरियों और संशोधनवाद को मज़दूरों पर सौंपने को मज़बूर हैं।
लेकिन हम देखते हैं कि मज़दूरों का इन स्थापित ट्रेड-यूनियनों से मोहभंग हुआ है।
मार्क्सवाद की अगर बात करते हैं तो ये जानते हैं कि आज तक का ज्ञात इतिहास वर्ग संघर्ष का इतिहास रहा है।
वर्ग संघर्ष की लड़ाई में सच्चे और मज़बूत मार्क्सवादी भी मौजूद हैं जो मज़दूरों के पीच उनके शिक्षक के विचारों को लेकर जाएंगे।
इस मज़दूर पीढ़ी को बताएगें कि वर्ग युद्ध की इस लड़ाई में अगर मज़दूर वर्ग को समाज फैली तमाम समस्याओं का खत्मा चाहता है तो उसे उनके शिक्षक कार्ल मार्क्स यानि मार्क्सवाद को पढ़ना होगा।
साथ ही उसे धरातल पर लागू करना होगा, इस समाज व्यावस्था को बदले बगैर मज़दूर वर्ग के हालात नहीं बदले जा सकते।
भले आज के पूंजीपति वर्ग ने इस व्यवस्था को समाज की आखिरी व्यवस्था घोषित कर चुका है लेकिन मार्क्स का भूत उसको आतंकित कर रहा है।
पूंजीवाद को उसकी क्रब में पहुंचाना होगा, यह कार्यभार मज़दूर वर्ग के कन्धों पर है और यही इतिहास का सच है। |
'वन डे' शहर से गायब हो रहे लोगों का आखिर रहस्य क्या है?
वन डे: शहर से गायब होते लोगों का आखिर रहस्य क्या है?
वन डे फ़िल्म २८ जून को रिलीज हो रही है। फ़िल्म का निर्देशन अशोक नंदा ने किया है। फ़िल्म की ट्रेलर रिलीज हो चुका है। फ़िल्म के ट्रेलर के मुताबिक अनुपम खेर जज़ की भूमिका में हैं। ऐसा जज़ जो रिटार हो चुका है। वह फिर भी इंसाफ कर रहा है। फ़िल्म में उनके अलावा जाकिर ख़ान और कुमुद मिश्रा भी हैं।
फ़िल्म का ट्रेलर देखने से लगता है, फ़िल्म में सस्पेंस है। क्राईम ब्रांच की एक स्पेशल ऑफिसर लॉकल पुलिस के साथ किसी कातिल को खोज़ रही है। यह क़ातिल कौन है, जो लोगों को गायब कर रहा है। इसका पता तो फ़िल्म देखने के बाद चलेगा।
वन डे फ़िल्म का ट्रेलर देखने पर इशा गुप्ता की भूमिका का अंदाजा होता है। वह फ़िल्म में एक क्राईम ब्रांच पुलिस ऑफिसर की भूमिका में होंगी। जिन पर ऐसे कातिल को पकड़ने की जिम्मेदारी होगी, जो कुछ खास लोगों को मार रहा है और कोई सुबूत नहीं छोड़ रहा है। इशा उस क़ातिल को कैसे पकडेंगी यह फ़िल्म में उनके लिए चुनोती होगी।
वन डे ट्रेलर में अनुपम खेर की भूमिका का कुछ ख़ास अंदाजा नहीं होता है। शहर से जो लोग गायब हो रहे हैं। पुलिश जिनकी तलाश कर रही है। नेता जवाब नहीं दे पा रहे हैं। जिसके लिए एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर को बुलाया गया है। वह आदमी कहीं अनुपम खेर ही तो नहीं है। उनका किरदार सस्पेंस में है। |
हम विशेष हैं एल्यूमिनियम वेल्डिंग गर्दन निकला हुआ किनारा निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक एल्यूमिनियम वेल्डिंग गर्दन निकला हुआ किनारा, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक एल्यूमिनियम वेल्डिंग गर्दन निकला हुआ किनारा में से एक, हेबी हैन्माक मशीन को., लैड.।
थोक चीन से एल्यूमिनियम वेल्डिंग गर्दन निकला हुआ किनारा , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते एल्यूमिनियम वेल्डिंग गर्दन निकला हुआ किनारा खोजने की आवश्यकता है। बस एल्यूमिनियम वेल्डिंग गर्दन निकला हुआ किनारा पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे एल्यूमिनियम वेल्डिंग गर्दन निकला हुआ किनारा का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। |
भोपाल. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्र सोमवार को धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है फेल छात्रों को पास किया गया है। इसके बाद छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया और रजिस्ट्रार के ऑफिस का कांच फोड़ दिए।
छात्रों के प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस बुला ली है। पुलिस के परिसर में पहुंचने के बाद छात्र और भड़क गए हैं। छात्रों कहना है कि जब तब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं। तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। पुलिस ने उन्हें समझाइश दी, लेकिन छात्र नहीं माने और उनका धरना जारी है। कैम्पस में बैठे छात्रों का हंगामा जारी है। इसके साथ ही प्रशासन ने पुलिस फ़ोर्स बढ़ा दी है। हालांकि पुलिस उन्हें परिसर गेट के पास ले गई।
छात्रों का आरोप है कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। पहले शिक्षकों की भर्ती में परिवारवाद के आरोप और अब छात्रों के रिज़ल्ट में सामने खामियों के आरोप लगे हैं। आरोप है कि हर साल टॉप करने वाले स्टूडेंट को फेल कर दिया जाता है। |
रणवीर ने अमिताभ के पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा- यह नो-कॉन्टेस्ट है, चलिए स्वीकार किया। इस कमेंट को करते हुए रणवीर ने अपने हाथ भी जोड़े। हाथ जोड़े हुए इमोजी के साथ रणवीर ने अमिताभ को ये जवाब दिया।
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का अंदाज ही निराला है। शुक्रवार को बिग बी ने अपने इंस्टाग्राम से एक तस्वीर शेयर की। इस तस्वीर को शेयर करते हुए अमिताभ ने अपनी तस्वीर की तुलना एक्टर रणवीर सिंह से की। अमिताभ बच्चन ने अपने पोस्ट में कैप्शन देते हुए लिखा- रणवीर से कॉम्पीट करने के लिए तैयार। इस पोस्ट को देखने के बाद रणवीर सिंह ने भी अपने ऑफीशियल इंस्टाग्राम से कमेंट किया।
रणवीर ने अमिताभ के पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा- यह नो-कॉन्टेस्ट है, चलिए स्वीकार किया। इस कमेंट को करते हुए रणवीर ने अपने हाथ भी जोड़े। हाथ जोड़े हुए इमोजी के साथ रणवीर ने अमिताभ को ये जवाब दिया। हाल ही में अमिताभ बच्चन ने एक ब्लॉग भी लिखा। आए दिन अमिताभ अपने ब्लॉग में कुछ न कुछ लिखते ही रहते हैं। ऐसे में इस बार अमिताभ ने लिखा- सेलेब्स सोसाइटी वेलफेयर के लिए आए दिन इवेंट्स में नजर आते हैं। |
स्वागत! नमस्कार व्यास सम जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।
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अन्तिम परिवर्तन ०६:०७, २० नवम्बर २०19। |
व्यवसाय में रुचि रखते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित नहीं है कि कौन से क्षेत्र का पीछा करेगा? फिर बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजमेंट एसोसिएट की डिग्री प्रोग्राम आपके व्यवसाय प्रथाओं और व्यावसायिक कौशल की नींव रखकर सही हो सकता है।
अर्थशास्त्र, लेखांकन, बिक्री और अनुबंध कानून, मानव संसाधन प्रबंधन, संगठनात्मक प्रबंधन और नेतृत्व, विपणन और प्रबंधन के सिद्धांतों में पाठ्यक्रम लेने से, आप व्यवसाय के मूल सिद्धांतों का एक व्यापक दृष्टिकोण प्राप्त करेंगे। बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजमेंट एसोसिएट डिग्री प्रोग्राम आपको अपनी अगली शिक्षा या कैरियर पथ चुनने से पहले बिजनेस फील्ड के पानी का परीक्षण करने का अवसर देगा। आपको यह भी पता चल जाएगा कि किस उद्योगों के लिए सबसे अधिक वादा किया जाता है, और विशेषकरण के क्षेत्रों (जैसे कि वित्त, उत्पाद विकास, या मार्केटिंग) आपको सबसे अधिक रुचि ले सकते हैं।
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संचार, आलोचनात्मक-सोच और मात्रात्मक-तर्क संबंधी दक्षताओं का विकास करें और अपनी समझ को मजबूत करें कि आर्थिक कारक हमारे विश्व को कैसे बनाते हैं।
व्यापार के वातावरण की एक विस्तृत श्रृंखला में प्रबंधकों के निर्णय लेने और समस्याएं हल करने का तरीका जानें।
टीमों में काम करना और व्यावसायिकता और नैतिकता का प्रदर्शन करना सीखें।
लिंक तो एंड शारें "बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन-मैनेजमेंट एसोसिएट डिग्री, रोनोके, युनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका २०१८/२०१९" |
नई दिल्ली| आप लोकसभा चुनाव में कानूनी अड़चनों से बचने के लिए लीगल सेल की मदद लेगी। लोकसभा क्षेत्र से विधानसभा स्तर तक लीगल सेल के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी तय की है। शनिवार को आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने लीगल सेल की भूमिका पर चर्चा की। राय ने कहा इस बात की पूरी संभावनाएं है कि आने वाले समय मेंभाजपा केंद्रीय कानूनी संस्थानों की शक्तियों का दुरुपयोग करके आप को परेशान करे। ऐसे में लोकसभा में कानूनी प्रक्रियाओं को देखने के लिए लीगल सेल से एक वकील को केंद्रीय स्तर पर इंचार्ज की जिम्मेदारी दी गई है। वह सेंटर ऑफिस में बैठ दिल्ली में होने वाली कानूनी प्रक्रियाओं पर नजर रखने का काम करेगा। उसके अंडर में सातों लोकसभाओं के लिए एक-एक वकील लोकसभा इंचार्ज के रूप में तैनात किया गया है। |
गोवा का मेरियट होटल मांडवी नदी के किनारे है और यहां की लॉबी में खड़े होकर लगता है कि आप समुद्र के सामने हैं। एक विशाल जल-राशि के सामने अगर पानी फिल्म बना रहे शेखर कपूर से बातचीत हो ये सुखद संयोग ही है। शेखर बहुत ही आत्मीय ढंग से बात करते हैं। होटल की लॉबी में मिलते ही कहते हैं अरे मैं अपना मोबाइल अपनी कार में ही भूल गया। लेकर आता हूं। पेश है शेखर कपूर से रवीन्द्र त्रिपाठी की खास बातचीत।
आपकी फिल्म पानी कब बन रही है?
यशराज फिल्मस के पास प्रोजेक्ट है। वे निर्माता हैं और जब वे शुरू करना चाहेंगे तो मैं भी शुरू हो जाऊंगा। चूंकि ये महंगी फिल्म है, सौ-डेढ़ सौ करोड़ की और इसमें कई स्पेशल इफेक्ट होंगे, इसलिए निर्माता को भी कई बातें सोचनी पड़ती है। लेकिन इस फिल्म को लेकर कई वीडियो बना दिए हैं। अगर कल को मैं न भी रहूं तो कोई दूसरा निर्देशक जब इसे हाथ में ले तो उसे पता रहे कि मेरा विजन क्या था।
भावी फिल्म भविष्य में होनेवाले पानी के संकट के बारे में है?
इसमें मोटा-मोटी बात तो ये है कि भविष्य के ऐसे शहर की कल्पना की गई है, जिसमें कुछ लोगों का पानी पर नियंत्रण होगा और बाकी लोगों के पास प्यास। जिनका पानी पर अधिकार होगा वे ऊपरी शहर में रहेंगे और बाकी प्यासे लोग निचले शहर में। जिनके पास पानी होगा, वही शहर पर भी अधिकार रखेंगे। जैसे हमने लोकतंत्र को सिर्फ वोट तंत्र में बदल दिया है, जिस पर कुछ ही लोग काबिज हैं, वैसे ही पानी का मसला भी ताकतवर लोगों के हाथों में फंसता जाएगा। ऊपरी शहर और निचले शहर में संघर्ष होगा, लेकिन जो प्यासे होंगे वे पानी पर अधिकार वालों के हाथों दबाए जाएंगे।
मैं हाल ही में ऐसे कार्यक्रम में गया था, जो विशेष बच्चों के लिए था। वहां जाकर मुझे लगा कि मैं भी उसी तरह का बच्चा था, जिनमें एडीडी यानी एटेंशन डिफिसिएंसी डिजीज होता है, ऐसी बीमारी जिसमें बच्चे किसी विषय पर ज्यादा वक्त तक ध्यान नहीं दे पाते। यही कारण है कि मैं किसी एक किताब को पूरी तरह नहीं पढ़ पाता और एक साथ कई किताबें पढ़ता हूं। किसी का एक अध्याय किसी के दो और किसी के तीन अध्याय। मेरी दूसरी मुश्किल है कि मैं जब कुछ पढ़ता हूं तो उस दौरान मेरे भीतर एक दूसरी कहानी बननी शुरू हो जाती है और मैं उसमें लग जाता हूं। मैं दृश्यों में अधिक सोचता हूं। इस वजह से भी कोई किताब पूरी नहीं पढ़ पाता। लेकिन फिल्म देखते वक्त मेरा ध्यान बना रहता है और मैं उसे पूरी देखता हूं। शेखर को ऐसी फिल्में पसंद हैं, जिनमें ईमानदार लम्हें ज्यादा हों।
इसलिए फिल्म कितनी कमाई कर रही उनके लिए उससे उसकी गुणवत्ता निर्धारित नहीं होती। वह मिसाल देते हैं धूम-३ का जिसने हिंदी सिनेमा में रिकॉर्ड कमाई की है और उसे कोई फिल्म तोड़ नहीं सकी है। पर उनका पूछना है कि-ये फिल्म आज कितने लोगों को याद हैं? अपनी फिल्म बैंडिट क्वीन के बारे में उन्होंने कहा कि इस फिल्म को बनाने के पहले फूलन देवी की कहानी पढ़ते हुए उनको लगा कि अगर हमारे समाज में इस तरह की घटनाएं घट रही हैं तो इसका जिम्मेदार मैं भी हूं। तो इस तरह के गुस्से की अभिव्यक्ति की वजह से भी ये फिल्म कुछ खास बन गई है। शेखर कपूर फिल्म समारोह में मास्टर क्लास में भी बोले थे और एक तरह से ये एक शानदार परफॉर्मेंस था। उन्होंने अपने साथ सुधीर मिश्रा, सतीश कौशिक और मनोज वाजपेयी को भी रखा था और रचनात्मकता के बारे में कई सवालों के जवाब दिए। |
तिरुवनंतपुरम. ओलिंपिक रजत विजेता विजय कुमार ने ३५वें नेशनल गेम्स में मंगलवार को दो वर्गों में स्वर्णिम निशाना साधा जिससे सर्विसेज तालिका में पहले स्थान पर आ गया है। हरियाणा के पहलवानों ने चार और स्वर्ण पदक जीते। पंजाब की वेटलिफ्टर जसवीर कौर ने नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। सेना के विजय कुमार ने ५८३ अंकों के साथ २५ मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों का केरल में स्वर्णिम प्रदर्शन जारी है। ३५वें नेशनल गेम्स में मप्र ने तीसरे दिन १ स्वर्ण, २ रजत और ३ कांस्य सहित कुल ६ पदक जीते। इन पदकों को मिलाकर प्रदेश की कुल पदक संख्या १9 पहुंची। मप्र पदक तालिका अब पांचवें स्थान पर है। प्रदेश की स्टार तैराक रिचा मिश्रा ने दिन का स्वर्ण ४०० मीटर व्यक्तिगत मिडले में दिलाया। उन्होंने ५.०७:१५ का समय निकाला। उन्होंने एक कांस्य पदक भी जीता। यह पदक उन्होंने २00 मीटर बेक स्ट्रोक में जीता। |
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने ईडब्ल्यूएस कोटा के तहत एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्धि को लेकर राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को दिशा निर्देश जारी किए है।
करियर प्वाइंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल ऑफ इंडिया के महासचिव डॉक्टर आर के वत्स के हवाले से एक ऑफिशियल नोट जारी किया गया है। इस नोट के तहत राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को निर्देशित किया गया है कि ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत एमबीबीएस सीटों की वृद्धि में आवेदन की अंतिम तारीख ७ जून से बढ़ाकर ११ जून कर दी गई है। अतः समय रहते सीटों की संख्या में वृद्धि की स्वीकृति हेतु आवेदन करें।
ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत १०% एमबीबीएस सीटों की वृद्धि के लिए प्रभावी तौर पर सीटों की संख्या में २५% की वृद्धि करनी होगी। ऐसा इसलिए करना होगा ताकि सामान्य वर्ग तथा अन्य आरक्षित वर्गों के लिए सीटों का सामंजस्य ना गड़बड़ाये।
देव शर्मा ने स्पष्ट किया कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में बढ़ी हुई एमबीबीएस सीटों की संख्या की गणना के लिए उदाहरण प्रस्तुत कर स्पष्टीकरण दिया गया है।
एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्धि के लिए संस्थान की स्वीकृत एमबीबीएस सीटों की संख्या को आधार माना जाएगा।
उदाहरण के तौर पर यदि किसी मेडिकल संस्थान में स्वीकृत सीटों की संख्या १०० है। तो ईडब्ल्यूएस कोटा के तहत १०% की वृद्धि जो कि प्रभावी तौर पर २५% की वृद्धि है यह संस्थान 1२५ सीटों के लिए आवेदन कर सकता है।
देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार डीडब्ल्यूएस कोटा के प्रवेश हेतु एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्धि की नई नीति के अनुसार एमबीबीएस सीटों की संख्या में जबरदस्त उछाल की संभावना है।
मेडिकल काउंसिल आफ के नए दिशा निर्देशों के अनुसार ऐसे मेडिकल संस्थान जहां सीटों की संख्या ५० है वे ७५ से १०० एमबीबीएस सीटों के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि संस्थान की स्वीकृत सीटों की संख्या १०० है तो वे १२५ से 1५० सीटों तक जा सकते हैं। स्वीकृत सीटों की संख्या 1५० होने पर नई नीति के अनुसार २०० एमबीबीएस सीटों तक जाया जा सकता है।
देव शर्मा ने बताया कि उपरोक्त नीति निश्चित तौर पर स्वागत योग्य है। देश भर के लाखों एमबीबीएस अभ्यर्थियों को इस नीति से निश्चित तौर पर लाभ होगा।
क्योंकी सीट वृद्धि के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया में आवेदन की अंतिम तारीख ११ जून २०१९ है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अनुसार आवेदनों पर निर्णय लेकर स्वीकृति प्रदान करने के लिए लगभग ४ दिन का समय लगेगा। अर्थात मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया १५ जून तक स्वीकृति जारी कर पाएगी।
देव शर्मा ने बताया कि उपरोक्त तथ्यों से यह स्पष्ट होता है कि मेडिकल काउंसिल कमेटी द्वारा प्रारंभ की जाने वाली ऑल इंडिया कोटा काउंसलिंग कि १५ जून से प्रारंभ होने की संभावना कम है।
ऑल इंडिया कोटा काउंसलिंग के पश्चात ही स्टेट काउंसलिंग प्रारंभ होगी। |
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आयोजित वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल जश्न-ए-डल एंड शिकारा रेस-२०१७ बुधवार को संपन्न हो गया। श्रीनगर की विश्व विख्यात डल झील में संपन्न इस प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि जम्मू-कश्मीर के शिक्षा मंत्री सैयद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने पुरस्कार प्रदान किए।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री बुखारी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
इससे पहले अदगप अरमेड एल. मोहंती ने स्वागत भाषण में बताया कि इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता की विभिन्न स्पर्धाओं में ९०० खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत जम्मू-कश्मीर पुलिस स्पोर्ट्स टूर्नामेंट, किताबों, स्टेशनरी औऱ कंप्यूटर्स वितरण सरीखी कई गतिविधियां आयोजित करती है। उन्होंने कहा कि रून फॉर पीस के सफल आयोजन के बाद यह दूसरा बड़ा आयोजन रहा। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से नई प्रतिभाएं सामने आती हैं।
आयोजन समिति के चेयरमैन और पुलिस अरमेड के महानिरीक्षक सैयद अफताबुल मुज्तबा ने अतिथियों समेत विभिन्न विभागों को धन्यवाद दिया जिनकी सहायता से इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन संभव हो पाया। कार्यक्रम क अंत में मुख्य अतिथि ने विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
५० मीटर फ्रीस्टाइल ओपन तैराकी में सुहैल अहमद डार पहले, इदरीस हुसैन दूसरे और शौकत अली तीसरे स्थान पर रहे।
स्कूली बच्चों के लिए ५० मीटर फ्री स्टाइल तैराकी स्पर्धा में सैफ इलाही ने पहला, यावर अब्बास ने दूसरा और अहसान अली ने तीसरा स्थान हासिल किया।
१०० मीटर फ्रीस्टाइल में दिलावर हुसैन अव्वल रहे। दानिश बशीर दूसरे तथा यावर अब्बास तीसरे स्थान पर रहे।
स्कूली बच्चों के लिए १०० मीटर फ्रीस्टाइल में यावर अब्बास पहले स्थान पर रहे जबकि इम्तियाज हुसैन को दूसरा स्थान मिला। आदिल हुसैन ने तीसरा स्थान हासिल किया।
४ क्स ५० मीटर रिले में मोहम्मद रफीक, सुहैल डार, एजाज और मो. आरिफ ने शीर्ष स्थान हासिल किया। अहसान अली, आदिल हुसैन, इदरीस हुसैन और शौकत अली की टीम ने दूसरा तथा दिलावर अहमद, जुल्फिकार, दानिश और यावर ने तीसरा स्थान हासिल किया।
स्कूली बच्चों के लिए ४ क्स ५० मीटर रिले में अंसार हुसैन, आदिल हुसैन, साजिद हुसैन और सुहैल अब्बास ने सबको पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। दूसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में दानिश हुसैन, आदिल हुसैन, आसिफ अली और अकिब हुसैन की टीम ने बाजी मारी। मुख्तियार, यावर अब्बास मुनीर और शौकत हुसैन को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
क्याक के-१ २०० मीटर ओपन स्पर्धा में सुहैल अली ने पहला, मुदस्सिर ने दूसरा और वाहिद हुसैन ने तीसरा स्थान हासिल किया।
क्याक के- २ २00 मीटर में इश्फाक अहमद और सुहैल अली की जोड़ी सबसे आगे रही। फयाज अहमद और नाजिर अहमद की जोड़ी को दूसरा तथा वसीम हुसैन को तीसरा स्थान मिला।
महिलाओं की क्याक के-२ २00 मीटर स्पर्धा में आसिफा और तबस्सुम ने पहला जबकि यास्मीन, शाइस्ता को दूसरा तथा मारूफा और अफरीना को तीसरा स्थान हासिल हुआ।
क्याक के-१ ५०० मीटर स्पर्धा मे वसीम हुसैन को पहला, सुहैल अली को दूसरा और वाहिद हुसैन को तीसरा स्थान मिला।
क्याक के- २ ५०० मीटर इश्फाक अहमद और सुहैल अली की जोड़ी ने सबसे आगे रहते हुए पहला स्थान पाया। वसीम और अहसान की जोड़ी को दूसरा तथा फयाज अहमद और नियाज को तीसरा स्थान मिला।
महिलाओं की क्याक के- २ ५०० मीटर स्पर्धा आसिफा शफी और तबस्सुम ने जीती।
केनोइ सी-१ ५०० मीटर में मुबाशिर हुसैन ने पहला, वसीम राजा ने दूसरा और इदरीस हुसैन ने तीसरा स्थान हासिल किया।
महिलाओं की केनोइ सी-१ १,५०० मीटर स्पर्धा में महक पीर पहले स्थान पर रही। दूसरा स्थान आसिफा शफी को जबकि तबस्सुम को तीसरा स्थान मिला।
केनोइ सी-२ ५०० मीटर स्पर्धा में मुबशिर अहमद और निसार अली की जोड़ी को पहला स्थान मिला। इद्रीस अहमद और शौकत दूसरे जबकि गुलजार अहमद और शबीर तीसरे स्थान पर रहे।
महिलाओं की केनोई सी-२ ५०० मीटर स्पर्धा में तब्बसुम और आसिफा को पहला, महक पीर व इंशा बशीर को दूसरा तथा महिदा व अफरीन को तीसरा स्थान मिला।
केनो पोलो में वसीम राजा भट को पहला और खालिद अहमद खान को दूसरा स्थान मिला।
वाटरपोलो में वसीम राजा भट पहले, फयाज अहमद दूसरे और फयाज अहमद तीसरे स्थान पर रहे।
लंबी दूरी की तैराकी ओपन स्पर्धा में वसीम राजा भट ने पहला, अहसान अली ने दूसरा, सुहैल डार ने तीसरा, दिलावर ने चौथा और यावर अब्बास ने ५वां स्थान हासिल किया।
स्कूली लड़कों के लिए ड्रैगन बोट २०० मीटर में मुबशिर हुसैन ने पहला, लतीफ अहमद को दूसरा और सुहैल अब्बास को तीसरा स्थान मिला।
ड्रैगन बोट २०० मीटर पुरुष वर्ग में वसीम रजा भट को पहला, सुहैल अहमद डार को दूसरा और फयाज अहमद को तीसरा स्थान मिला।
ड्रैगन बोट २०० मीटर महिला वर्ग में जाहिदा को पहला, आसिफा शफी को दूसरा बिस्मा जान को तीसरा स्थान मिला।
स्कूली छात्राओं के वर्ग में ड्रैगन बोट २०० मीटर स्पर्धा में सकीना ने पहला, मुस्कान ने दूसरा और नुसरत बानो ने तीसरा स्थान हासिल किया।
पुरुष वर्ग की ड्रैगन बोट ५०० मीटर स्पर्धा में सुहैल अहमद डार को पहला, फयाज अहमद को दूसरा और वसीम राजा भट को तीसरा स्थान मिला।
सैफ इलाही ने स्कूली लड़कों के वर्ग में ड्रैगन बोट ५०० मीटर स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया। अंसार हुसैन ने दूसरा और मुबाशिर हुसैन ने तीसरा स्थान हासिल किया।
ड्रैगन बोट ५०० मीटर स्पर्धा महिला वर्ग में सायमा फारुक को पहला, आसिफा शफी को दूसरा और शाजिया को तीसरा स्थान मिला।
स्कूली छात्राओं के वर्ग में ड्रैगन बोट ५०० मीटर में मुस्कान ने पहला, सकीना ने दूसरा और नुसरत बानो ने तीसरा स्थान हासिल किया। |
मुंबई। देश में काेरोना वायरस पीड़ितों की संख्या के बढ़कर एक हजार के पार पहुंचने से आर्थिक गतिविधियों पर भारी दबाव बढ़ने की आशंका में सोमवार को लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। इससे बीएसई का सेंसेक्स १३७५ अंक और निफ्टी ३७१ अंक टूट गया तथा निवेशकों के २.८५ लाख करोड़ रुपये डूब गए। बीएसई का ३० शेयरों पर आधारित सेंसेक्स १३७५.२7 अंक टूटकर २8440.3२ अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी ३७०.९० अंक उतरकर 8२8१.१० अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों पर बिकवाली का कम दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप २.१३ प्रतिशत उतरकर १०3१२.९८ अंक पर और स्मॉलकैप १.७५ प्रतिशत फिसलकर 93३०.९४ अंक पर रहा। इस गिरावट के कारण बीएसई का बाजार पूंजीकरण पिछले सत्र के ११२49१०3.५६ करोड़ रुपये की तुलना में २८५२7१.३९ करोड़ रुपये घटकर १०96383२.१7 करोड़ रुपये पर आ गया।
मुंबई। शेयर बाजार गुरुवार को आश्वस्त दिखे। बीएसई का सेंसेक्स ६१.१८ अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी १८ अंक बढ़ने में सफल रहा। बंबई शेयर बाजार का ३० शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान ४७८ अंक तक चढ़ने के बाद अंत में ६१.१३ अंक या ०.१६ फीसदी के लाभ के साथ ३८,47०.६१ अंक पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी १८ अंक या ०.१६ फीसदी की मामूली बढ़त के साथ ११,२६९ अंक पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में रही तेजी के बीच घरेलू स्तर पर टेलीकॉम, टेक और एफएमसीजी कंपनियों में हुई लिवाली के बल पर शेयर बाजार में तेजी रही।
सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक, एचसीएल टेक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टीसीएस, भारती एयरटेल,एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस और एसबीआई के शेयर लाभ में रहे। निवेशकों को उम्मीद है कि दुनिया भर की सरकारों और केंद्रीय बैंक के प्रयासों से कोरोना वायरस के प्रभाव को कम किया जा सकेगा। चीन का शंघाई, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की लाभ में रहे। वहीं, शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार एक फीसदी तक के नुकसान में थे।
मुंबई। शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी दर्ज की गई और निवेशकों में हर्ष का माहौल रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स ९१७.०७ अंकों की तेजी के साथ ४०,७८९.३८ पर और निफ्टी २७१.७५ अंकों की तेजी के साथ ११,९७९.६५ पर बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का ३० शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह ३०6.४३ अंकों की तेजी के साथ ४०,१७८.७४ पर खुला और ९१७.०७ अंकों या २.३० फीसदी तेजी के साथ ४०,७८९.३८ पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने ४०,८१८.९४ के ऊपरी स्तर और ४०,११७.४६ के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के ३० में से २8 शेयरों में तेजी रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का ५० शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी ७८.३५ अंकों की तेजी के साथ ११,७८6.२5 पर खुला और २71.७५ अंकों या २.३२ फीसदी तेजी के साथ ११,९७९.६५ पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने ११,९८६.१५ के ऊपरी स्तर और के ११,७८३.४० निचले स्तर को छुआ। बीएसई के सभी १९ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (३.5२ फीसदी), धातु (३.२9 फीसदी), तेल एवं गैस (३.०७ फीसदी), ऊर्जा (३.0२ फीसदी) व रियल्टी (२.7३ फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल १६१८ शेयरों में तेजी और ८८५ में गिरावट रही, जबकि १८१ शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।
मुंबई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किए गए कई बड़े ऐलान के बाद सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में बड़ी बढ़त देखने को मिली। शेयर बाजार में सेंसेक्स, निफ्टी में शानदार उछाल देखा गया है और ट्रेडिंग खत्म होने के समय सेंसेक्स में लगभग ८०० अंकों का जबर्दस्त उछाल देखा गया और निफ्टी में भी सवा दो फीसदी की ऊंचाई के साथ ट्रेडिंग हो रही थी। सोमवार को कारोबार बंद होते समय बीएसई का ३० शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स ७९२.९६ अंक यानी २.१६ फीसदी की उछाल के साथ ३७,४९४.१२ पर जाकर बंद हुआ और एनएसई का ५० शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी २२8.५० अंक यानी २.११ फीसदी की बढ़त के साथ ११,०५७.८५ पर जाकर बंद हुआ है। आज के कारोबार की शुरुआत शानदार बढ़त के साथ हुई थी और निफ्टी ११ हजार पर खुला था। सुबह कारोबार खुलते ही सेंसेक्स में ६६३ अंकों की तेजी दर्ज की गई और निफ्टी १७१ अंकों की तेजी के साथ ११ हजार पर कारोबार कर रहा था। हालांकि इसके बाद कारोबार ने अपनी शुरुआती बढ़त गंवा दी और निफ्टी में सपाट कारोबार देखा गया। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के ३० शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह नौ बजे 66२.७९ अंकों के उछाल के साथ ३७,३६३.९५ पर खुला। हालांकि इसके बाद शुरूआती घंटे के कारोबार के दौरान ही सेंसेक्स फिसलकर ३६,६१९.३३ पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के ५० शेयरों वाला प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी १७०.९५ अंकों की तेजी के साथ ११,०००.३० पर खुला लेकिन बाद में फिसलकर १०,७९3.८० पर आ गया। आज मेटल को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरियल इंडेक्स में तेजी के हरे निशान के साथ कारोबार बंद हुआ है। मेटल शेयरों में करीब १ फीसदी की गिरावट देखी गई। निफ्टी के ५० में से १3 शेयरों में गिरावट के साथ कारोबार बंद हुआ और बाकी ३७ शेयरों में तेजी के हरे निशान के साथ ट्रेडिंग खत्म हुई।
मुंबई। शेयर बाजार में गुरुवार को रौनक रही और निवेशकों के चेहरों पर खुशी देखी गई। गुरुवार को शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुआ। बीएसई का ३० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ४८८.८९ अंक की तेजी के साथ ३९,६०१.६३ के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज का ५० शेयरों वाला निफ्टी भी १४०.३० अंक की तेजी के साथ ११,८३१.७५ के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के अंत में बैंक निफ्टी ४१९ प्वाइंट की जोरदार तेजी के साथ ३०,७८१.१० के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी के १०0 शेयरों वाला मिडकैप इंडेक्स और स्मॉलकैप इंडेक्स करीब १.५ फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ।
कारोबार के अंत में यस बैंक, इंडियाबुल्स हाउसिंग, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, लार्सन, जेएसडब्ल्यू स्टील, सिप्ला, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजूकी, टाटा मोटर्स, ओएनजीसी, बजाज ऑटो, भारती इंफ्राटेल, टाइटन कंपनी, हीरो मोटोकॉर्प, हिंडाल्को, भारती एयरटेल, ग्रासिम, वेदांता और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर मजबूती के साथ बंद हुए।
मुंबई। आम चुनावों के नतीजों से पहले विदेशी निवेशक खरीदारी कर रहे है। इसीलिए शेयर बाजार में तेजी आ गई है। शेयर बाजार में तीन दिन से जारी गिरावट थम गई है। बुधवार के आखिरी सत्र में सेंसेक्स-निफ्टी दिन के सबसे ऊपरी स्तर पर बंद हुआ है। एक्सपट्र्स का मानना है कि शेयर बाजार में तेजी की इलेक्शन से पहले विदेशी निवेशकों की ओर से लौटी खरीदारी है। इस तेजी में निवेशकों ने १.४४ लाख करोड़ रुपये की कमाई की है। कारोबार के अंत में बीएसई का ३० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ४९० अंक की बढ़त के साथ ३९०५४.६८ के स्तर पर बंद हुआ है। एनएसई का ५० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी १५०.२० अंक की बढ़त के साथ ११7२6.१5 के स्तर पर बंद हुआ है। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की वैल्यूएशन १,5१,७४,9१5.१7 करोड़ से बढ़कर १,५३,१9,४६७.8१ करोड़ रुपए हो गई है यानी एक दिन में शेयरों की कीमत १.४४ लाख करोड़ रुपए बढ़ गई है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स ०.४३ फीसदी की बढ़त के साथ १5२१8.३४ के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं स्मॉल कैप इंडेक्स ०.४२ फीसदी की बढ़त के साथ १4846.६५ के स्तर पर बंद हुआ हैं। ऑयल एंड गैस शेयरों में आज जोरदार रिकवरी आई जिसके चलते बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स २.3२ फीसदी की ऊछाल के साथ बंद हुआ है। |
वोरोनिश में २०१७ में अपना काम शुरू हो जाएगाएक ट्रेन स्टेशन यह परियोजना वोरोनिश-प्रीडाचा रेलवे स्टेशन की जगह पर लागू की जाएगी। यह इस तथ्य के कारण है कि पुराना स्टेशन अब अपने कार्यों से निपट नहीं सकता है। एम। अकुलोव के मुताबिक, जो रूसी रेलवे के उपराष्ट्रपति की पद पर कब्जा करते हैं, वोरोनिश-प्रीडाचा स्टेशन न केवल एक नया रूप प्राप्त करेगा, बल्कि एक नया नाम वोरोनिश-युज़नी भी होगा।
नया स्टेशन एक प्रभावशाली क्षेत्र पर कब्जा करेगाजिसका मूल्य एक हजार वर्ग मीटर से अधिक है। वोरोनिश-प्रीडाचा रेलवे स्टेशन की नवीनीकरण परियोजना में, स्टेशन के यात्री बुनियादी ढांचे के विकास के संबंध में तकनीकी मुद्दों और सुझावों को ध्यान में रखा गया।
प्रतीक्षा कक्ष की क्षमता, जो वोरोनिश-प्रीडाचा स्टेशन की नई इमारत के साथ बनाई जाएगी, पांच सौ लोग होगी। इसके आगे एक खाद्य अदालत के प्रारूप में भोजन क्षेत्र तैनात किया जाएगा।
नवाचार परियोजना के रचनाकारों के बारे में सोचामोटर चालकों। उनके लिए, रेलवे स्टेशन "प्रीडाचा-वोरोनिश" को कई सौ कारों के लिए आधुनिक पार्किंग मिल जाएगी। एक वाइडक्ट दिखाई देगा, जो स्टेशन को वोरोनिश, वीएआई और वाम बैंक के जिलों से जोड़ देगा।
इस साल, स्टेशन "वोरोनिश-प्रिडाचा" थालगभग पचास लाख रुब्ल्स आवंटित। कंपनी रेलवे के प्रतिनिधियों और वोरोनिश शहर के प्रशासन सक्रिय रूप से प्रायोजकों की तलाश कर रहे हैं, साथ ही परियोजना के लिए अतिरिक्त वित्त पोषण के स्रोत भी हैं। केवल तीन सौ मिलियन रूबल की जरूरत है।
एक नया निर्माण करने के पहले प्रयासस्टेशन "प्रीदाचा" की साइट पर वोरोनिश में रेलवे स्टेशन कई साल पहले किया गया था। लेकिन फिर, २०१४ में, वे परियोजना के पहले चरण के कार्यान्वयन के लिए धन की कमी की कमी के कारण विफल रहे।
वर्तमान में, एक नए निर्माण के मद्देनजरहाई-स्पीड रेलवे, जो एडलर और मॉस्को के शहरों को जोड़ती है, परियोजना को दूसरी हवा मिली। हाई-स्पीड शाखा वोरोनिश से गुज़र जाएगी। इसका मतलब है कि इसके रखरखाव के लिए अतिरिक्त क्षमता की आवश्यकता होगी।
तथ्य यह है कि नया स्टेशन "वोरोनिश-साउथ" बनाया जा रहा है,बात करना बहुत जल्दी है। लेकिन आज उपलब्ध क्षेत्रों को सक्रिय रूप से आधुनिकीकृत और मरम्मत की जा रही है। स्टेशन को न केवल कॉस्मेटिक बल्कि मौलिक मरम्मत की भी आवश्यकता है।
लंबी दूरी की ट्रेनों की यातायात तीव्रतावोरोनिश-ग्लेवनी द्वारा सेवा की जाने वाली उपनगरीय इलेक्ट्रिक ट्रेनों का यातायात "प्रिडेंट" (वोरोनिश) द्वारा मानी गई मात्रा से कम है। अनुसूची - इसका अधिक सबूत।
अनपा, एडलर, सोची, नोवोरोस्सीस्क, येस्क, क्रास्नोडार, रोस्तोव-ऑन-डॉन जैसे दक्षिण-पश्चिम यात्री ट्रेनों में से अधिकांश, प्रिडाचा रेलवे स्टेशन से गुज़रती हैं।
मेरगोलोपोलिस के बहुत से केंद्र में स्थित वोरोनिश-ग्लेवनी शहर स्टेशन के मंच पर, केवल ब्रांडेड ट्रेनें स्टॉप बनाती हैं। स्पीड ट्रेन भी "सौदा" के माध्यम से आगे बढ़ती है।
हालांकि अपग्रेड करने योग्यप्रिडाचा रेलवे स्टेशन की वार्षिक समीक्षा की जाती है; रूसी रेलवे प्रशासन ने कई वैकल्पिक समाधानों का अध्ययन किया है जो मास्को-एडलर हाई-स्पीड लाइन की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
छोटे निपटारे में रेलवे स्टेशन लैटनोई, जो वोरोनिश से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है, को संदर्भ बिंदु माना जाता था। इस योजना को "पश्चिमी" कहा जाता है।
उनके अनुसार, रेलवे होना चाहिएवोरोनिश क्षेत्र में एक और समझौता, सेमिलीकी के आसपास जाओ। इस परियोजना को राज्य द्वारा संरक्षित प्राकृतिक क्षेत्रों की प्रचुरता के कारण खारिज कर दिया गया था और हाई स्पीड राजमार्ग के रास्ते में झूठ बोल रही थी।
दूसरी योजना ने गति बनाने का प्रस्ताव रखासीधे वोरोनिश शहर के भीतर राजमार्ग। मेट्रोपोलिस के वाम बैंक पर, ज़ेलेजनोडोरोजनी जिले में, जहां मेट्रो स्थित है, परिवहन इंटरचेंज, जो संघीय राजमार्ग "डॉन" में जाता है, बढ़ रहा था और रेलवे लाइन।
शहर के केंद्र से वस्तु की दूरबीन, साथ ही वाम बैंक के इस हिस्से में घने आवासीय विकास की उपस्थिति ने दूसरी वैकल्पिक योजना को वास्तविकता बनने की अनुमति नहीं दी।
सबसे अच्छा सर्वश्रेष्ठ के रूप में पहचाना गया थाव्यापक रूप से चर्चा विकल्प। वोरोनिश में स्टेशन "प्रीडाचा" एक नया स्टेशन होगा जो मॉस्को और एडलर से जुड़ जाएगा। साथ ही, परिणाम वर्तमान ओस्तुझ्हेवस्क ऑटोमोबाइल अंगूठी के क्षेत्र में बनाया जाएगा।
एक बार परियोजना पूरी हो जाने के बाद, यात्रा का समयवोरोनिश से एडलर तक केवल साढ़े पांच घंटे होंगे। आज, यात्री गाड़ियों को कम से कम सोलह घंटे की आवश्यकता होती है। वोरोनिश से मॉस्को तक की सड़क छह की बजाय ढाई घंटे लग जाएगी।
ट्रेन की गति जितनी तेज होगीराजमार्ग "मॉस्को-एडलर" प्रति घंटा चार सौ किलोमीटर होगा। हाई-स्पीड हाईवे एकमात्र आश्चर्य नहीं है कि रूसी रेलवे का प्रबंधन वोरोनिश के निवासियों के लिए तैयार है। शायद जल्द ही शहर प्रकाश मेट्रो लाइन कमाएगा।
वह चेरोवोवित्स्की में हवाई अड्डे से जुड़ जाएगी,नया रेलवे स्टेशन "वोरोनिश-साउथ" और महानगर का केंद्र। मौजूदा वोरोनिश-ग्लेवी रेलवे स्टेशन का पुनर्गठन और पुनर्विकास बातचीत का एक और विषय है।
शहरी आर्किटेक्ट्स की योजना के अनुसार, स्टेशन औरइसके आस-पास का क्षेत्र, जल्दी या बाद में अपनी उपस्थिति को मान्यता से परे बदल देता है। वास्तव में, स्टेशन फिर से पैदा होना चाहिए, और शहर के निवासियों को अपने अतीत के प्रसिद्ध मुखौटे, प्रतीक और आधुनिक वोरोनिश के ऐतिहासिक स्थल के बारे में याद दिलाना होगा।
दो चेहरे वाले जेनस - यह कौन है? |
भोपाल। मध्यप्रदेश में खजुराहो के नजदीक बने रनेह वॉटर फाल को देश के पसंदीदा वॉटर फॉल के श्रेष्ठ हॉलीडे अवार्ड-२०१७ से नवाजा गया है। नई दिल्ली में एक समारोह में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम को यह अवार्ड देश के जाने-माने ट्रेवल एवं इंफॉर्मेशन पोर्टल हॉलीडे आईक्यू द्वारा दिया गया।
स्विटजरलैंड। सुंदर देशों में शुमार है एक देश,स्विटजरलैंड। लेकिन यहां का रेलवे ट्रैक दुनिया का सबसे खतरनाक रेलवे ट्रैक में शामिल है। इस रेलवे ट्रैक की लंबाई ४.५ किलोमीटर है और इसे पार करने में ट्रैन को चढऩी पड़ती है २००० मीटर तक की चढ़ाई।
भोपाल। हेरिटेज पर्यटन और बुदेलखण्ड क्षेत्र की संस्कृति, कला और शिल्पकारी को बढावा देने के लिए 'गो हेरिटेज रन'- खजुराहो का आयोजन २६ फरवरी को खजुराहो में होगा। खजुराहो नृत्य महोत्सव के आखिरी दिन गो हेरिटेज रन सुबह ६ बजे से शुरू की जायेंगी।
खजुराहो के मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के राजाओं ने किया था। इनके निर्माण के पीछे की कहानी भी बड़ी रोचक है। कहा जाता है कि हेमवती नाम की एक ब्राह्मण कन्या थी। एक रात जब वह रति में स्नान कर रही थी तो चंद्रमा उसपर मोहित हो गए। दोनों का प्रेम परवान चढ़ा और एक देव व स्त्री के उस मिलन की परिणति पुत्र के जन्म में हुई। बिनब्याही मां होने के कारण हेमवती को जमाने भर के ताने सुनने पड़े। उसने घर छोड़ा और खजुराहो के आसपास के जंगलों में शरण ली। यहीं उसका बेटा बढ़ा हुआ।
पचमढ़ी के बारे में सबसे खूबसूरत बात यह है कि वह उस जगह पर स्थित है जहां उसके होने की आम तौर पर कल्पना नहीं की जाती है। यही कारण है मध्य प्रदेश उसे अपना सबसे चमकदार हीरा मानता है। मध्य भारत के पठार में इस तरह का प्राकृतिक सौंदर्य वाकई शानदार है। लेकिन इसका यहां होना ही इस बात की सबसे बड़ी वजह है कि यहां पूरे सालभर में कभी भी जाया जा सकता है। पचमढ़ी में प्रकृति के अलावा मानव की कलाकारी भी जहां-तहां बिखरी है। पुरातात्विक लिहाज से भी इस जगह का खासा महत्व है। |
'दृष्टि' कई उद्यमों का समूह है जिनका संबंध शिक्षा के क्षेत्र से है। इसका सबसे प्रसिद्ध उद्यम 'दृष्टि : द विज़न' नामक संस्थान है जो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को मार्गदर्शन उपलब्ध कराता है। 'दृष्टि पब्लिकेशन्स' इसका दूसरा अंश है जिसके द्वारा हिंदी तथा अंग्रेज़ी में 'दृष्टि करेंट अफेयर्स टुडे' नाम की मासिक पत्रिका तथा बहुत सी अन्य पुस्तकें प्रकाशित की जाती हैं। 'दृष्टि मीडिया' इसका एक नया प्रयास है जिसके द्वारा सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिये ऑडियो-विज़ुअल फॉर्मेट में नए-नए शैक्षणिक प्रयोग किये जा रहे हैं। |
सिंगरौली। जिले के देवसर विकासखण्ड के सरई संकुल अन्तर्गत शा.प्राथमिक पाठशाला बर्दियाटोला इटमा में पद्रस्थ प्रधानाचार्य भोला प्रसाद जायसवाल एवं सह प्रधानाचार्य एवं शिक्षक लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल जी के द्वारा पत्रकार को खबर लेने में रुकावट करते हुये। अभद्र व्यवहार एवं हथापाई करने का मामला प्रकाश में आया है।
हमारे पत्रकार राजकुमार जायसवाल पाठशाला में खबर लेना चाहा पर तो वहाँ के पद्रस्थ शिक्षकों ने कुछ डर के कारण पत्रकार पर ही हमला बोलते हुये अभद्र व्यवहार करने लगा, तब भी हमारे मनोबल पत्रकार ने सब कुछ सहन करते हुये भी वहाँ की खबर प्राप्त किया। और जनता एवं सरकार को इस स्कूल की छुपी खबरें को अवगत कर दिया।
इस स्कूल में मिल रहे शिक्षा की स्तर शायद कम ही लगता है, पर वहाँ के छात्राएं को आपने जान से खेलते हुये ही शौच से मुक्ति मिलती है। अर्थात यहाँ के शौचालय बंद ही रहती है और नहीं शौचालय रूम में पानी की व्यवस्था भी नहीं मिल पा रही है।
सुत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि इस स्कूल की छात्र एवं छात्राएं शौच करने हेतू प्रतिदिन लगभग एक किलोमीटर दुरी तय करते हुये सड़क पार करके नदियों एवं तालाबों में जान को खेलते हुये जाते हैं।
इतना ही नहीं जब हमारे पत्रकार ने आपने जान को हाथ में लेते हुये कमरे में प्रवेश किया तो वहाँ कमरे भी गंदे नजर आये।
पत्रकार ने शिक्षा स्तर को भी जानने की कोशिश किया। लेकिन फिर से अभद्र व्यवहार करने लगे तब पत्रकार ने इस खबर का कवरेज नहीं कर पाया, अब ये सब कारनामे से अनुमान लगाया जा सकता है कि ये स्कूल की शिक्षा स्तर कितनी होगी एवं व्यवस्था से छात्र वंचित होगे। |
कुआलालम्पुर, ३ फरवरी। चीन के शीर्ष फुटबाल क्लब गुआंगझोउ एवरग्रांडे को एशियन फुटबाल परिसंघ (एएफसी) चैम्पियंस लीग -२०१६ में अपने सर्मथकों के बिना ही अभियान की शुरुआत करनी पड़ेगी। एएफसी ने बुधवार को इसकी घोषणा की। पिछले साल नबंवर में एसीएल फाइनल के दूसरे दौर में नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद एवरग्रांडे पर यह प्रतिबंध लगाया गया।
एएफसी ने कहा है कि एवरग्रांडे को एएफसी-२०१५ में नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया था, जिसमें विपक्षी टीम के अभ्यास सत्र की वीडियो रिकार्डि करना, बिना अनुमति के मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन करना शामिल हैं।
एएफसी की अनुशासन समिति ने इसके अलावा एवरग्रांडे पर १६०,००० अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया है। साथ ही चीन फुटबाल संघ पर भी १०,००० अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया है। |
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रेलवे भर्ती बोर्ड (र्ब) जल्द ही एनटीपीसी परीक्षा की तिथियां घोषित कर सकता है। इस परीक्षा के लिए पिछले एक साल से करीब १.२६ करोड़ उम्मीदवार इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अभी तक रेलवे की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली। इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी -१ परीक्षा जल्द ही आयोजित की जाएगी।
आरआरबी की ओर से ३५२०८ पदों पर भर्ती के लिए यह परीक्षा आयोजित कराई जानी है। ३५ हजार से ज्यादा पदों के लिए होने वाली इस भर्ती में २४६०५ स्नातक स्तर के पद हैँ जबकि १०६०३ पद १०+२ स्तर पर नॉन-टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (न्ट्प्क) के हैं। रेलवे की इस बंपर भर्ती में अकाउंट क्लर्क कम टाइपिस्ट, टाइम कीपर, ट्रेन्स क्लर्क, ट्रैफिक असिस्टेंट, गुड्स गार्ड, कमर्सियल कम टिकट क्लर्क, सीनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट, कमर्सियल अप्रेंटिस और स्टेशन मास्टर आदि के पद हैं।
हाल में एक घोषणा में रेल मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय रेलवे ग्रेजुएट और अंडर ग्रेजुएट के लिए होने वाली आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा को गति देने जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि आरआरबी की ओर से नियमित रूप से अभ्यर्थियों ईमेल, एसएमएस और वेबसाइट पर सूचना प्रकाशित कर लगातार संवाद किया जा रहा है।
र्ब न्ट्प्क ग्रुप ड: मार्च २०२० में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया था कि आरआरबी एनटीपीसी ग्रुप डी की भर्ती जल्द पूरा कराने के लिए परीक्षा कराने वाली एजेंसी को टेंडर दिए जा रहे हैं। यह का जल्द पूरा किया जाएगा।
रेलवे के भर्ती विज्ञापन संख्या (सेन) नो. ०१/2०१8 के लिए ०३ फरवरी 2०१8 से ३१ मार्च 2०१8 तक आवेदन प्रक्रिया चली थी। इस भर्ती में एएलपी और टेक्नीशियन के कुल ६४३७१ रिक्तियां थीं।
असिस्टेंट लोको पायलट भर्ती के लिए तीन स्तर की चयन प्रक्रिया होनी है। पलहे चरण में कम्प्यूट बेस्ड टेस्ट, दूसरे चरण में मेडकिल एग्जामिनेशन और डॉकुमेंट वेरीफिकेशन होता है। असिस्टेंट लोको पायलट के लिए ४७.४५ लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
) का चयन करने का ही फैसला किया है। उम्मीदवारों का चयन होने के बाद १७ महीने असिस्टेंट लोको पायलट ट्रेनिंग होगी जबकि टेक्नीशियन की ६ माह ट्रेनिंग होती है। |
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( कोरोनाविरस ) के फैलाव में अहम भूमिका निभाने वाले तबलीगी जमात ( टैब्लिघी जमात ) पर अब दिल्ली पुलिस ( दिल्ली पुलिस ) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। निजामुद्दीन मरकज ( निजामुद्दीन मार्काज़ ) में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले २९४ विदेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस ने बुधवार को १५ चार्जशीट दाखिल की ।
आपको बात दें कि जमातियों पर कोरोना वायरस महामारी के दौरान सरकारी गाइडलाइंस ( गाइडलाइन्स ) का उल्लंघन करने और धारा १४४ तोड़ने के आरोप हैं। इससे पहले मंगलवार को भी दिल्ली पुलिस ने ८३ विदेशी जमातियों के खिलाफ २० चार्जशीट ( चार्ज शीत ) दाखिल की थी।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस मामले में आरोपी ९०० से अधिक विदेशी नागरिक ३४ अलग-अलग देशों से ताल्लुक रखते हैं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, तबलीगी जमात कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों में अमरीका, चीन, रूस, फ्रांस, सऊदी अरब, ब्राजील, फिलीपींस, मोरक्को, ऑस्ट्रेलिया, जॉर्डन, इजिप्ट, मलेशिया और अफगानिस्तान के नागरिक शामिल थे।
इन सभी जमातियों पर वीजा नियम तोड़ने के साथ ही इन विदेशी नागरिकों ने ऐसे हालात पैदा कर दिए जिससे बड़े पैमाने पर संक्रामक फैल गया।
इससे पहले मंगलवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने निजामुद्दीन मरकज से जुड़े ८३ विदेशी तबलीगी जमातियों के खिलाफ साकेत कोर्ट में २० आरोपपत्र दायर कर दिए हैं। कोर्ट १२ जून को इस मामले में सुनवाई करेगा। यह यह चार्जशीट, फॉरेन एक्ट और वीजा नियमों के उल्लंघन के मामले में दायर की गई हैं। |
शहडोल. कोरोना के चलते निर्मित हुए हालात व कोरोना योद्धाओं को लेकर देश मेरा गाना तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया है। बॉलीवुड में बतौर म्युजिक डायरेक्टर काम कर रहे शहर के राज आशु ने कोरोना और उसके हालात को लेकर देश मेरा गाना तैयार किया है। देश मेरा। जिसका वीडियो शहडोल शहर में प्रतीक श्रीवास्तव के निर्देशन में सूट किया गया है। जिसमें सिनेमेटोग्राफी का कार्य सोहेल खान व एडिटिंग सौरभ मिश्रा ने की है। इसका प्रोडक्शन अखिलेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया है। जिसमें शहर के कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया है। इस वीडियो शूट में समाज के कोरोना योद्धाओं व नगर के आम नागरिकों को भी लिया गया है। उल्लेखनीय है कि राज आशू द्वारा तैयार किए गए गाने को १२ सिंगर्स ने गाया है। शहडोल शहर में प्रतीक श्रीवास्तव के निर्देशन में शूट किए गए वीडियो में समाज के कोरोना योद्धाओं व यहां के हालातों को विशेष तौर पर दिखाया गया है। यहां यह बता दें कि प्रतीक बॉलीवुड फिल्म में असिस्टेंट डाइरेक्शन और एक्टिंग कर रहे हैं। साथ हीमुंबई में ऑल्ट बालाजी और कई जगह काम कर चुके शहर के ही रहने वाले सोहेल खान द्वारा सिनेमेटोग्राफी की गई है। देश मेरा गाना अलग-अलग माध्यमों में चल रहा है। इसके साथ ही इसे शहडोल कलेक्टर के पेज में लगभग २५ हजार से ज्यादा लोगो ने देख लिया है।
नेक्स्ट पोस्ट: सीहोर एसपी एस एस चौहान ने किया इछावर क्षेत्र के कंटेन्मेंट एरिया का निरीक्षण । |
लखनऊ (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश कैबिनेट की मंगलवार को हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनने के लिए अब टीईटी के बाद लिखित परीक्षा भी अनिवार्य कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में फैसले लिया गया कि टीईटी पास अभ्यर्थियों की अब सीधे भर्ती नहीं होगी, बल्कि उन्हें लिखित परीक्षा से भी गुजरना होगा। मेरिट बनाते समय लिखित परीक्षा के अंक भी जोड़े जाएंगे।
कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार के प्रवक्ता व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मीडिया से कहा कि योगी सरकार प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि लिखित परीक्षा टीईटी क्वालीफाई करने के बाद देनी होगी। शिक्षक भर्ती की मेरिट में लिखित परीक्षा के भी अंक जोड़े जाएंगे।
शर्मा ने कहा कि अब प्रदेश में लिखित परीक्षा के माध्यम से बेसिक शिक्षकों की भर्ती होगी। लिखित के लिए ६० और शैक्षिक योग्यता के आधार पर ४० अंक दिए जाएंगे। लिखित परीक्षा में सिर्फ टीईटी पास अभ्यर्थी ही बैठ सकेंगे।
शिक्षामित्रों के मामले में मंत्री ने कहा कि सरकार सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का अनुपालन करेगी। हालांकि शिक्षामित्रों को भर्ती में भारांक (वेटेज) का लाभ देने संबंधी प्रस्ताव को भी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। शिक्षामित्रों को अधिकतम १० साल के लिए २५ अंक मिलेंगे और प्रतिवर्ष के अनुभव के आधार पर उन्हें ढाई अंक मिलेंगे। |
जितने भी सरकारी नौकरी होती है उसमे ऑब को छूट मिलती है और जनरल वालो को परेशानी सामना करना पड़ता है अगर आप जनरल से हो तो आपकी आयु सीमा कम से कम ३० साल तो होनी ही चाहिए और ऑब के लिए ३३ साल है और स्क और स्त के लिए भी बड़ी राहत मिलती है आपकी आयु २० साल से अधिक होनी चाहिए और ३० साल के अंदर आपकी आयु सीमा होनी चाहिए।
आपको इस परीक्षा में २ ह्र का टाइम मिलता है इस में २00 मार्क्स के २ पेपर देने पड़ते है और इस परीक्षा में आपको अच्छे मार्क्स लाने होंगे तभी आप आगे की सोच सकते हो उसके बाद आपको लेखित परीक्षा और कई और एग्जाम देने पड़ेगे आपको अपनी पर्सनालिटी टेस्ट देना होगा उसके बाद आपको डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करना होगा।
सरकारी नौकरी में पहले सैलरी कम होती है पर बाद में जैसे आप पुराने होते जाओगे आपकी सैलरी बढ़ जाती है और इस में ये फायदा है की आपको कोई नौकरी से नहीं निकाल सकता जब तक आप ना चाहे तब तक और आपकी सैलरी १५००० २०००० के बिच में आपकी सैलरी हो सकती है हाला की ये कम है पर आगे जाके बढ़ जाएगी। |
मध्य प्रदेश में मतदाताओं के दिलों में उतरने के लिए कांग्रेस पुरजोर कोशिश कर रही है। इन सबके बीच कांग्रेस की एक चिट्ठी पर बीजेपी ने निशाना साधा है। बीजेपी का कहना है कि निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिए कांग्रेस सामाजिक ताने बाने को तोड़ने में जुटी हुई है।
भोपाल: कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर दिवंगत नेता सुभाष यादव की बरसी पर आमंत्रित करने से भाजपा को क्यों परेशानी हो रही है। दरअसल कमलनाथ ने राहुल को पत्र लिखकर उन्हें पूर्व उप मुख्यमंत्री सुभाष यादव की बरसी में शामिल होने के लिए खरगोन जिले के कसरावद में २६ जून को आमंत्रित किया है और यह पत्र कथित रूप से लीक हो गया है। इस पर भाजपा ने आरोप लगाया है कि श्रद्धांजलि सभा को वोट बैंक का जरिया बनाकर कांग्रेस ने यादव और उनके परिवार का अपमान किया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने भाषा से कहा, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी को पत्र भेजेंगे ही। हम सामान्य पत्र लिखते हैं। इससे भाजपा नेताओं के पेट में क्यों दर्द हो रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि ३१ मई को कमलनाथ ने राहुल को जो चिट्ठी लिखी, वह लीक हो गई है।
इस चिट्ठी में कमलनाथ ने राहुल को बरसी पर आमंत्रित करते हुए लिखा कि दिवंगत सुभाष यादव मध्य प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री और प्रमुख ओबीसी नेता रहे हैं। २६ जून को खरगोन जिले के कसरावद में उनकी बरसी का कार्यक्रम है। मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में ओबीसी वर्ग के लोग रहते हैं, इस कार्यक्रम में भी भारी संख्या में लोगों के शामिल होने का अनुमान है। (इस साल नवंबर में प्रदेश में होने वाले विधानसभा) चुनाव के मद्देनजर ये निमाड़-मालवा क्षेत्र का महत्वपूर्ण कार्यक्रम होगा, जिसमें ६१ विधानसभा सीटें आती हैं।"
कमलनाथ ने चिट्ठी में आगे लिखा, "आपसे निवेदन है कि संविधान बचाओ-देश बचाओ नाम के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल हों।" वहीं, मध्य प्रदेश भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सुभाष यादव के पुत्र अरुण यादव, सचिन यादव और पूरे यादव समाज का अपमान कर रही है। वह स्वर्गीय सुभाष यादव की श्रद्धांजलि सभा को भी वोट बैंक का जरिया मानती है। यह सरासत दिवंगत सुभाष यादव का भी अपमान है। |
महंगाई को लेकर हाय तौबा मची है। विशेषकर कुछ दिनों से प्याज के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। सोनीपत में अच्छी क्वाॅलिटी की प्याज मंडी में ९० रुपए प्रति किलो बिक रही है। इसका मुख्य कारण स्थानीय प्याज का स्टॉक खत्म होना बताया जा रहा है। वहीं, उपभोक्ता व्यापारियों द्वारा स्टॉक करके जानबूझकर कीमतें बढ़ाने के आरोप लगा रही हैं। मंगलवार को डीएफएससी मनीषा मेहरा ने सब्जी मंडी में आढ़तियों और रिटेलर का स्टॉक चेक किया।
प्याज की आपूर्ति करने वाला सबसे बड़ा सेंटर नासिक है। लेकिन वहां से भी प्याज आवक कम हो गई है। इन दिनों अफगानिस्तान और राजस्थान से प्याज आ रही है। जिसके कारण प्याज का ट्रांसपोर्ट बढ़ रहा है। इसका असर सीधे ग्राहकों पर पड़ रहा है। लोकल बाजारों में १०० रुपए किलो तक बेचा जा रहा है। रेहड़ी व फेरी वाले अब गुणवत्ता युक्त प्याज बंद कर चुके हैं। वह छोटी-छोटी प्याज लेकर गलियों में घूमकर ८० रुपए किलो में बेंच रहे हैं। लोग अब यही प्याज खरीद भी रहे हैं। गृहिणियों का कहना है कि उन्होंने प्याज का प्रयोग कम कर दिया है।
हर दिन ३०० क्विंटल प्याज की बिक्री : सब्जी मंडी में प्रतिदिन करीब ३०० क्विंटल प्याज की बिक्री होती है। जीटी रोड पर ढाबे होने के कारण मंडी सोनीपत मंडी में प्याज की मांग अधिक रहती है। ढाबों वालों को तो बेचना होता है, इसलिए उन्हें रेट से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन घरों में प्याज ने लोगों को आंसू निकालना शुरू कर दिया है। मंगलवार को डीएफएससी मनीषा मेहरा ने सब्जी मंडी में आढ़तियों और रिटेलर का स्टॉक चैक किया। उन्होंने कहा कि सरकार का निर्देश है कि मंडियों में प्याज पर नजर बनाई जाए, ताकि कोई भी प्याज का तय पैमाने से अधिक स्टॉक नहीं कर पाए। जांच में उन्होंने सामान्य ग्राहक की तरह पहले तो रैकी की, इसके बाद सभी का रजिस्टर चैक किया। उनके साथ इंसपेक्टर विरेंदर दहिया और प्रवेश कुमार भी मौजूद रहे। स्टॉक में खामी नहीं होना बताया गया है।
सोनीपत. सब्जी मंडी में स्टाॅक चेक करते डीएफएससी मनीषा मेहरा।
स्थानीय किसानों के खेतों से जब प्याज की आवक शुरू होती है तो प्याज का दाम १० रुपए किलो पहुंच जाता है। किसान रोहताश बैनीवाल ने कहा कि सरकार के पास मंडियों का सही प्रबंधन नहीं है। जिसके कारण किसान की फसल औने-पौने दामों में खरीद ली जाती है, फिर उसी का भंडारण कर ऊंचे दामों में बेंचा जाता है। किसान आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. राजेश दहिया ने कहा कि सरकार को जिले स्तर पर कमेटी का गठन करना चाहिए जो आपूर्ति और खपत के हिसाब से रेट तय करे। इसके बाद ही मनमानी तरीके से किए जाने वाले कार्य पर विराम संभव है।
अभी राहत की नहीं है उम्मीद : प्याज की स्थानीय फसल फरवरी से मार्च के बीच शुरू होगी। यानि कि इन दिनों में खेतों में प्याज का बीज तैयार किया जाता है। करीब ५० से ५५ दिनों में प्याज की फसल तैयार होती है। जो फिलहाल अभी दो महीने बाद आएगी। तब तक लोगों को इसी तरह से महंगी प्याज के साथ समझौता करना होगा। |
२.सबसे पहले आपको अपने लैपटॉप और मोबाइल मे इंटरनेट ऑन रखना है क्योकि इसके बिना आपका व्हेत्सप्प नहीं चलेगा । इसके बाद आपको अपने मोबाइल में व्हेत्सप्प को ओपन करना है फिर उसके बाद आपको नीचे के फोटो को फॉलो करना है ।
अब आपको आपने कमरा को लैपटॉप के क़्र कोड के सामने लेकर जाना है और उसके बाद आपका पूरा व्हेत्सप्प थोड़ी देर में लैपटॉप पर चला जायेगा ।
अब आप अपने व्हेत्सप्प को आराम से लैपटॉप में उसे कर सकते है लेकिन आप अपने इंटरनेट को बंद मत कीजियेगा । नही तो जो भी नव मसाज आएगा वो वहाँ पर उपड़ते नही होगा।
तो आपको इस बात का ध्यान देना है। अब आप यहाँ से अपना व्हेत्सप्प के सभी चीजों को डावनलोड कर सकते है। अगर आप यहाँ पर अपने व्हेत्सप्प को लोगोंट कर सकते है। और अपने मोबाइल से लोगोंट कर सकते है। |
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा देशभर में राजनीतिक षड्यंत्र रच रही है ताकि कांग्रेस को कमजोर किया जा सके। उन्होंने चेताते हुए कहा कि कांग्रेस इतनी कमजोर नहीं है कि भाजपा के किसी भी षड्यंत्र से टूट जाए। भाजपा कांग्रेस के दिवंगत नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां कर अपना अहंकार दिखा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं का अपमान करने का भाजपा को कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
राठौर ने कहा कि भाजपा को देश के विकास पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के विकास को लेकर ही लोगों ने उन्हें अपना मत दिया है न कि उन दलों को कमजोर करने का जो उनकी नीतियों का विरोध करते हैं। राठौर ने कहा कि प्रदेश में भी विकास की गति पिछड़ती नजर आ रही है। |
पीलीभीत। नए शैक्षिक सत्र में नौनिहालों को कंप्यूटर शिक्षा दी जाने के दावे हवाई साबित हो रहे है। स्कूलों में सबसे बड़ी समस्या कंप्यूटर शिक्षकों की आ रही है। आखिर बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा कौन देगा? जब शिक्षण कार्य ही प्रभावी नहीं होगा तो कंप्यूटर शिक्षा किस काम की।
जिले में वर्ष २००९ से कंप्यूटर शिक्षा उच्च प्राथमिक स्कूलोें में शुरू की गई थी। इसके लिए विभाग में करीब दो दर्जन कंप्यूटर भी मुहैया कराए गए थे। जो बच्चों की शिक्षा को देखते हुए चुनिंदा स्कूलोें में लगाए गए हैं। बेसिक शिक्षा परिषद ने कंप्यूटर शिक्षा इसलिए शुरू की कि बच्चों को आने वाले समय में कंप्यूटर शिक्षा में परिपक्व होकर अपनी दिशा तय करेंगे। इस वर्ष सारे दावे फेल नजर होते आ रहे है। कंप्यूटर शिक्षा में सबसे बड़ी बाधा कंप्यूटर शिक्षकों की आ रही है। बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा कौन देगा? जो शिक्षक पहले से पढ़ाते आ रहे हैं वह कंप्यूटर का ज्ञान नहीं रखते। यदि थोड़ा बहुत पढ़ाएंगे भी तो वह शिक्षण कार्य प्रभावी नहीं होगा। इसलिए जिला स्तर पर कंप्यूटर शिक्षा कहीं निरर्थक साबित नहीं हो? विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वह कंप्यूटर शिक्षण को शासन के आदेश पर कंप्यूटर शिक्षक रखेंगे जो बच्चों को पढ़ाएंगे। |
लखन. आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को पटखनी देने के लिए कांग्रेस पार्टी युवा नेताओं की फौज तैयार कर रही है। पार्टी में अभी कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने का दौर चल रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को महिला कांग्रेस में पांच कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। इसमें दीप्ति सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कोऑर्डिनेशन का जिम्मा सौंपा गया है।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस में पांच कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति की है। इनमें भोपाल की दीप्ति सिंह, गुना की वंदना मांद्रे, रीवा की कविता पांडे, जबलपुर की तलविंदर गुजराल और रतलाम की यास्मिन शेरानी शामिल हैं।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के हाईकमान राहुल गांधी के नियुक्ति आदेश अभी सिर्फ दीप्ति सिंह की भूमिका साफ हो सकी है। बाकी चार अध्यक्षों की जिम्मेदारी अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। |
यह नवदुर्गाओं की शक्ति उपासना का पर्व और आध्यात्म की गंगा में बहने का पर्व है। इस शक्ति पर्व के दौरान की गई मनोवांछित फल प्राप्ति साधनाएं, मानव सेवा के प्रति आपका समर्पण, शुद्ध वाणी का प्रयोग, वर्ष भर आपको शक्ति और सफलता के पथ पर आगे बढ़ाता है।
मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का पहला दिन गुरुवार यानी २१ सितंबर है। शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गए हैं। माना जाता है कि यहां से सर्दियां दस्तक देती हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों से ऐसा नहीं हो रहा है। मां दुर्गा का आशीर्वाद लेने के लिए लोग शुभ मुहूर्त में पूजा करते हैं। नवरात्र में लोग अपने घरों में कलश स्थापना करते हैं। मान्यता है, कि कलश शुभ मुहूर्त में स्थापित करने से जीवन में आने वाली परेशानियां खत्म हो जाती हैं।
नवरात्रि के पावन अवसर पर कुछ विशिष्ट आध्यात्मिक वस्तुओं का पूर्ण शुद्धता के साथ किया उचित प्रयोग आपको सफलता, धनागम एवं समृद्धि प्रदान करता है। इन आध्यात्मिक देवी के पवित्र प्रतिकों से आप हर तरह की सफलता, धन-धान्य, यश कीर्ति आदि प्राप्त कर सकते हैं।
माता को प्रमाण कर लाल आसन पर इसे विराजमान करे एवं इसे साक्षात लक्ष्मी-विष्णु का स्वरूप मानकर पूजा करें, धन-धान्य, यश कीर्ति प्राप्त होती है।
नवरात्रि पर्व में दक्षिणावर्ती शंख का प्रयोग दरिद्रता का नाश करता है। इसमें शुद्ध जल भरकर छिड़कने से दुर्भाग्य, अभिचार और ग्रहों के दुष्प्रभाव दूर होते हैं तथा घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है। इसे शयन कक्ष में रखने से आपसी प्रेम में वृद्धि होती है।
प्राकृतिक रूप से बने हुए मूलतः चक्रीय शालिग्राम नेपाल से प्राप्त होते हैं। यह भगवान विष्णु के प्रतीक है। नवरात्रि में इन्हें अपने पूजा स्थान पर रखना, कैश बाक्स आदि स्थानों पर रखना, कैश बाक्स आदि स्थानों पर रखकर पूजा करना धन वृद्धि एवं स्थिरता का परिचायक है।
नवरात्रि पर्व के दौरान इसे धारण किया जाए अथवा इसे सदैव अपने साथ रखा जाए तो यह असाध्य रोगों को दूर कर सकता है। अभिमंत्रित करना आवश्यक है।
यह एक समुद्री पौधा है। इसमें बहुत चमत्कारी गुण होते हैं। जिस घर में इंद्रजाल होता है वहां भूत-प्रेत आदि प्रभाव नहीं होता एवं धन लक्ष्मी की वृद्धि होती है। यहां सबसे ध्यान रखने बात यह है कि कोई भी आध्यात्मिक वस्तु बिना पूजा, बिना अभिमंत्रित किए किसी साधारण वस्तु के ही समान होती है। |
अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स साइट पर जहां फेस्टिवल सेल शुरू हो चुकी है, वहीं रिलायंस जियो ने भी फेस्टिवल सेल लेकर आया है। जियो फेस्टिवल सेलिब्रेशन में तहत जिओफी डिवाइस पर भारी छूट दे रहा है। यानी जियो फाई को आप इस समय आधी कीमत पर खरीद सकते हैं।
इस जिओफी डिवाइस की कीमत १,९९९ रुपये है जबकि सेल में इसे आप सिर्फ ९९९ रुपये में खरीद सकते हैं। यह ऑफर सिर्फ जियो फाई के म२स मॉडल के लिए ही है। यह ऑफर २0 सितंबर से ३० सितंबर तक ही है। बता दें कि कंपनी ने इसे सितंबर २0१6 में पेश किया था।
कंपनी के दावे के मुताबिक जियो फाई की डाउनलोडिंग स्पीड १५०म्ब्प्स और अपलोड स्पीड ५०म्ब्प्स है। इसके जरिए एक बार में ३२ डिवाइस को कनेक्ट किया जा सकता है। इसमें २३००माह की बैटरी है। इसकी शुरुआती कीमत २,८९९ रुपये थी जो अब १,९९९ रुपये रह गई है। |
चेन्नई : भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी.एन. शेषन का रविवार को दिल का दौरा पड़ने से चेन्नई में निधन हो गया। वह ८६ वर्ष के थे. टीएन शेषन ने १९९० के दशक में देश में चुनाव सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और बड़ी ही कठोरता से आदर्श आचार संहिता का पालन कराया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूर्व चुनाव आयुक्त का स्वास्थ्य पिछले कुछ सालों से ठीक नहीं था। अपनी स्पष्टवादिता के लिए प्रसिद्ध शेषन बढ़ती उम्र के कारण पिछले कुछ वर्ष से सिर्फ अपने आवास पर रहते थे। उनका बाहर आना-जाना लगभग ना के बराबर हो गया था।
बता दें कि टीएन शेषन १२ दिसंबर, १९९० से लेकर ११ दिसंबर, १९९६ तक देश के मुख्य चुनाव आयुक्त रहे और इस दौरान उन्होंने चुनाव सुधार की दिशा में काफी काम किया। कहा जाता है कि शेषन ने अपने कार्यकाल में चुनाव के दौरान बाहुबल और धन के महत्व को कम करने के लिए कठोर कदम उठाए। उनका जन्म केरल के पलक्कड़ जिले के तिरुनेल्लाई में हुआ था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के पक्षधर टी.एन. शेषन के निधन की सूचना से शोक संतप्त हूं. लोकतंत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शेषन ने भारत के चुनावी संस्थान को मजबूत बनाने में सुधारक की भूमिका निभायी है।
अमित शाह ने ट्वीट किया, पूर्व मुख्य आयुक्त टी.एन. शेषन के निधन की सूचना से दुखी हूं. उन्होंने भारत की चुनावी संस्था के सुधार और उसे मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. देश उन्हें हमेशा लोकतंत्र के पथप्रदर्शक के रूप में याद रखेगा. मेरी प्रार्थना उनके परिवार के साथ है. चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने शोक जताते हुए कहा कि उनके निधन के साथ ही एक युग की समाप्ति हो गयी। |
बीजेपी अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे है यह नेता!
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के सरकार में शामिल होने के कारण भाजपा जल्द ही कार्यवाहक अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है। नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए राज्यों में संगठनात्मक चुनाव शुरू करने का तानाबाना बुना जा रहा है। इस पद के रेस में फिलहाल वरिष्ठ नेता जेपी नड्डा को आगे बताया जा रहा है। हालांकि पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव के नाम की चर्चा भी अभी नहीं थमी है।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, शाह के गृह मंत्री बनने के बाद भाजपा में नए अध्यक्ष के लिए मंथन शुरू हो गया है। शनिवार को शाह ने महासचिवों के साथ बैठक कर राज्यों में संगठनात्मक चुनाव जल्द कराने की रणनीति पर बात की है।
माना जा रहा है कि संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी और इससे पहले पार्टी कार्यवाहक अध्यक्ष की घोषणा करेगी। गौरतलब है कि शाह जिनका इसी साल जनवरी में कार्यकाल खत्म हुआ था, उन्हें लोकसभा चुनाव के कारण छह महीने का सेवा विस्तार दिया गया था। यह मियाद भी जल्द खत्म होने वाली है।
दरअसल राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए कम से कम ५० फीसदी राज्यों में संगठनात्मक चुनाव जरूरी हैं। चूंकि इसी साल महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं।
ऐसे में भाजपा जल्द से जल्द अध्यक्ष का चुनाव कर लेना चाहती है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि संगठनात्मक चुनाव में अभी वक्त लगेगा। इसलिए इस पर भी मंथन हो रहा है कि क्यों नहीं तब तक कार्यवाहक अध्यक्ष तय कर लिया जाए। |
खाड़ी देश बहरीन का अपना पहला दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ग-७ सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस पहुंचे।
बिआरित्ज: खाड़ी देश बहरीन का अपना पहला दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ग-७ सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस पहुंच गए हैं। फ्रांस पहुंचने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात की। पीएम नरेंद्र मोदी ने दोनों नेताओं से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की।
पीएम नरेंद्र मोदी फ्रांस में पर्यावरण, जलवायु और डिजिटल बदलाव जैसे ज्वलंत वैश्विक मुद्दों पर बात करेंगे और विश्व नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान प्म मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच द्विपक्षीय बातचीत भी हो सकती है। इस बातचीत के दौरान मोदी और ट्रंप के बीच कश्मीर मुद्दे पर भी चर्चा होने की संभावना है। आपको बता दें कि दुनिया के ७ अमीर मुल्कों के इस समूह (ग-७) की बैठक में भारत विशेष आमंत्रित सदस्य है।
इस समय वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती और ट्रेड वॉर की चिंता से ग्रसित है, ऐसे में आज दुनिया की नजरें इस बैठक पर हैं। यह बैठक अटलांटिक महासागर तट के सुरम्य शहर बिआरित्ज में हो रही है। दुनिया उम्मीद कर रही है कि जब ये देश इस शहर में एक मंच पर आएंगे तो ट्रेड वॉर को लेकर कुछ सकारात्मक नतीजे निकलेंगे। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे इस ट्रेड वॉर का असर पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। ग-७ में फ्रांस, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, इटली, अमेरिका, कनाडा और जापान शामिल हैं।
पीएम मोदी को शनिवार को बहरीन में द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां से सम्मानित किया गया। उन्होंने बहरीन के शाह के साथ विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की। मोदी की बहरीन की यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि इस देश की यात्रा करने वाले वह पहले भारतीय पीएम हैं। इससे पहले मोदी उए गए थे जहां उन्हें सर्वश्रेष्ठ सम्मान से सम्मानित किया गया था। २२ से २६ अगस्त तक के अपने विदेश दौरे में मोदी सबसे पहले २२-२३ अगस्त को फ्रांस में, फिर उए और बहरीन का दौरा कर जी७ सम्मेलन में भाग लेने वापस फ्रांस रवाना हो गए। |
चेन्नै। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (एआईएडीएमके) की नेता वीके शशिकला के परिवार से जुड़े ठिकानों पर आयकर छापे में बड़ा खुलासा हुआ है। तमिलनाडु की दिवंगत पूर्व सीएम जयललिता की करीबी शशिकला आय से ज्यादा संपत्ति के मामले में बेंगलुरु की जेल में बंद हैं। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चेन्नै में शशिकला के संबंधियों और जया टीवी के ठिकानों पर छापे में अकूत बेनामी संपत्ति का पता चला है। आईटी डिपार्टमेंट के मुताबिक इस दौरान छापेमारी में १४०० करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित आय का पर्दाफाश हुआ है। छापे में क्या-क्या दस्तावेज और वस्तुएं बरामद हुईं, इस बारे में अभी आधिकारिक बयान नहीं आया है।
पिछले गुरुवार को एआईएडीएमके नेता वीके शशिकला और उनके संबंधियों के अलग-अलग कुल १८७ ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे मारे थे। इस हाई-प्रोफाइल आईटी रेड से शशिकला खेमे में हडक़ंप मच गया था। जेल में बंद शशिकला भी बेचैन नजर आईं और शनिवार और रविवार को पूरे दिन तमिल टीवी न्यूज चैनल और अखबारों से जानकारी प्राप्त करने के लिए जुटी रहीं। |
भाषाई विविधता और वैचारिक असहमतियों का सम्मान करने वाले विलक्षण पत्रकार। पहले रंगकर्मी। राजस्थान पत्रिका से पत्रकारीय करियर की शुरुआत। वहां से प्रभाष जी उन्हें जनसत्ता, चंडीगढ़ संस्करण में स्थानीय संपादक बना कर ले गये। फिलहाल जनसत्ता समूह के कार्यकारी संपादक। उनसे ओम.थानवी@ एक्सप्रेसिंदिया.कॉम पर संपर्क किया जा सकता है। हमारे कस्बे फलोदी में तब एक सिनेमा हॉल था। अब दो हैं। पर पहले जो था उसमें सिनेमा तो था, हॉल नहीं था। यानी चारदीवारी थी, छत नहीं थी। सर्दी हो या गरमी, नीले गगन के तले सिनेमा का अजब प्यार पलता था। और तो और, हॉल में कुर्सियां भी नहीं थीं। मुक्ताकाशी था, इसलिए फिल्में दिन ढलने के बाद ही देखी-दिखायी जा सकती थीं।
हिंदी टाकीज की ५० कडि़यों का सफर पूरा हो चुका है। द्विजीय सीरिज की शुरूआत हो रही है। उम्मीद है कि आप का सहयोग और योगदान मिलता रहेगा। द्वितीय सीरिज की पहली कड़ी स्वप्निल ने लिखी । आप इनकी टाटा जागृति यात्रा अभियान में शामिल हो सकते हैं।
स्वप्निल कान्त दीक्षित टाटा जागृति यात्रा के एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। आई. आई. टी. खडगपुर से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण (जी हाँ, उत्तीर्ण) करने के बाद दो साल कोर्पोरेट सेक्टर में कार्यरत रहने के बाद देश के युवाओं को उद्यमशीलता के लिये प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पिछले दो साल से टाटा जागृति यात्रा आयोजित करते आ रहे हैं। उनका बचपन लखनऊ, हरदोई, बरेली, जैसे शहरों और खुदागंज (उप्र) बहादुरपुर (उप्र), घोडाखाल (उत्तराखण्ड) इत्यादि गाँवों में बीता है। ये थियेटर, स्थापथ्य कला, सांख्यिकि, संगीत और लेखन-पठन में रुचि रखते हैं। |
भोपाल। मीटू में फंसे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर का इस्तीफा क्या चुनाव की सियासी मजबूरी के चलते हुआ। क्या एमजे अकबर को चुनावी राज्य मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद होना उनके लिए महंगा साबित हुआ।
ये सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि २०१४ में बीजेपी में शामिल होने वाले एमजे अकबर चुनावी राज्य मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। एमजे अकबर को बीजेपी ने २०१६ में मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजा था। अकबर उस विभाग के राज्यमंत्री थे, जिसकी कैबिनेट मंत्री विदिशा से सांसद सुषमा स्वराज हैं।
महिलाओं के आरोपों से एमजे अकबर के घिरने के बाद कांग्रेस इस पूरे मामले को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर हो गई थी। वहीं कांग्रेस अब इस पूरे मुद्दे को चुनाव में जोर-शोर से उठाने की तैयारी कर रही थी। मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर बीजेपी को घेरने की तैयारी कर रही थी। मध्यप्रदेश में पहले से ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस हमलावर है।
कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा ने अकबर के इस्तीफे को महिलाओं की जीत बताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश जो पहले से ही महिलाओं के ऊपर होने वाले अपराध में नंबर वन है, उसके नेता बेशर्मी से अकबर का बचाव कर रहे थे। वहीं कांग्रेस अब और ज्यादा हमलावर होते हुए एमजे के प्रदेश से राज्यसभा सांसद होने पर भी सवाल उठा रही है। |
कश्मीर के पत्रकारों ने बुधवार को कथित तौर पर पुलिस के अत्याचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि मंगलवार को इस्लामिया कॉलेज में छात्र प्रदर्शन के दौरान जब वह उसकी रिपोर्टिग कर रहे थे, तब पुलिस ने उन पर अत्याचार किया।
राज्य सूचना विभाग परिसर में स्थित मीडिया सेंटर के बाहर कश्मीरी पत्रकारों का एक समूह इकट्ठा हुआ और अनीस जरगर व असन जावेद पर कथित तौर पर हमला करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे इस्लामिया कॉलेज के छात्रों का प्रदर्शन कवर करने के लिए गए पत्रकारों पर पुलिस ने कथित तौर पर हमला किया। पुलिस ने घटना को रिकॉर्ड कर रहे पत्रकारों के फोन जब्त कर लिए।
कश्मीर प्रेस क्लब ने भी हमले की निंदा की और क्लब का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मिला, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें विश्वास दिलाया कि पूरे मामले की समय बध जांच की जाएगी और जिम्मेदारी तय की जाएगी। |
टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट के करीब १५० साल के इतिहास में एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है, जो भविष्य में भी किसी भी चुनौती रहेगी।
इंदौर : बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने छक्के से जैसे ही दोहरा शतक लगाया, टीम इंडिया ने विश्व रिकॉर्ड कायम कर लिया। मयंक के दोहरा शतक जड़ते ही भारतीय बल्लेबाजों ने लगातार चार टेस्ट में चार दोहरा शतक जड़ दिए। ऐसा कारनामा आज तक कोई टीम नहीं कर सकी है। टेस्ट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी एक ही टीम के चार बल्लेबाजों ने लगातार चार टेस्ट में चार शतक जड़ दिए हों। यह रिकॉर्ड इसलिए भी बड़ा है, क्योंकि दोहरा शतक बनाना वैसे भी आसान नहीं होता। एक खिलाड़ी अपने पूरे करियर में चार-पांच दोहरे शतक लगाता है। वहां टीम इंडिया का कोई न कोई बल्लेबाज हर मैच में दोहरा शतक जड़ रहा है।
टीम इंडिया के ओर से टेस्ट मैच में इस बड़े रिकॉर्ड की बुनियाद मयंक अग्रवाल ने ही रखी थी। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की सीरीज के पहले टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा। विशाखापत्तनम के वाइजैग स्टेडियम में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में उन्होंने २१५ रन की पारी खेली। यह मयंक के करियर का पहला शतक था। इसके बाद पुणे में खेले गए इसी सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में कप्तान विराट कोहली ने नाबाद २५४ रनों की पारी खेली। इस सिलसिले को रांची में खेले गए अंतिम टेस्ट में इसी सीरीज में पहली बार सलामी बल्लेबाज की भूमिका में उतरे रोहित शर्मा ने जारी रखा। उन्होंने रांची में २१२ रनों की पारी खेल डाली। यह रोहित शर्मा के टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक था।
इसके बाद इस रिकॉर्ड को अंजाम तक भी मयंक अग्रवाल ने ही पहुंचाया। बांग्लादेश के खिलाफ इंदौर में खेले जा रहे दो टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन उन्होंने छक्के के साथ अपना दूसरा दोहरा शतक पूरा किया। वह शुक्रवार को २४३ रन बनाकर आउट हुए। लेकिन इससे पहले टीम इंडिया के नाम एक ऐसा विश्व रिकॉर्ड आ चुका था, जो टेस्ट क्रिकेट के लगभग १५० सालों के इतिहास में कभी नहीं हुआ था। यह सिलसिला अभी जारी है। देखना है कहां जाकर रुकता है। |
स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स ने साल २०१९ की पहली तिमाही में ९६ लाख स्ट्रीमिंग ग्राहकों को जोड़ा है। लेकिन अमेरिका और दूसरे देशों में कीमतों में वृद्धि दूसरी तिमाही में नए ग्राहकों को जोड़ने की गति को धीमा कर सकती है।
नेटफ्लिक्स फिलहाल अमेरिका और अन्य बाजारों में सभी ग्राहकों के लिए कीमतें बढ़ा रही है। कंपनी के स्टैंडर्ड प्लान (दो एचडी स्ट्रीम्स) की दर १०.९९ डॉलर प्रति माह से बढ़कर १२.९९ डॉलर प्रति माह हो गई है। कंपनी के मुताबिक कीमतों में वृद्धि का असर दूसरी तिमाही में देखने को मिलेगा।
कीमतों में यह वृद्धि अमेरिका, ब्राजील, मेक्सिको और यूरोप के कुछ हिस्सों में की गई है।
नेटफ्लिक्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा है, "अमेरिका में हमारी कमाई उम्मीद के मुताबिक ही है, साथ ही कनाडा में भी कारोबार अच्छा चल रहा है, जहां पिछले साल की आखिरी तिमाही में कारोबार में बढ़ोतरी दर्ज की गई।" |
भूत पीछे पड़ गया कहानी, हॉरोर स्टोरी इन इंडिया, वह भूत हमारे ही पीछे है, अगर हम ऐसे ही भागते रहे तो हम उस भूत से बच सकते है, मगर हम कब तक भागते रहेंगे, हम बहुत थक गए है अब हमसे भागा नहीं जाएगा,
हमे थोड़ा आराम करना चाहिए क्योकि मुझे नहीं लगता है की अब वह हमारे पीछे आ रहा है, क्योकि वह नज़र नहीं आ रहा है हो सकता है की वह अब हमारे पीछे नहीं है यह बात समझ नहीं आयी की वह हमारे पीछे क्यों आ गया था जबकि हमने तो ऐसा कुछ नहीं किया है,
पास में बैठा हुआ आदमी कुछ कहने लगा था उसकी आवाज सुनकर सभी लोग उसी और देखने लगे थे क्योकि वह उसे नहीं जानते थे सभी ने पूछा की आप यह बात क्यों कह रहे है आप हमे नहीं जानते है हम भी आपको नहीं जानते है वह आदमी कहने लगा की तुम यहां पर कैसे आये हो, वह सभी कहने लगे की हम यहां पर नहीं रहते है मगर यह अपर घूमने आये थे जिस बस में हम घूमने आये थे वह हमसे छूट गयी थी इसलिए हम पास में कब्रिस्तान है वही पर जाकर घूमने लगे थे मगर हमने वहा पर कुछ ऐसा ऐसा देखा था, |
दोस्तों स्मार्टफोन हमारा सही मायने में आज के समय में सच्चा साथी है क्योंकि हर वक्त वही है जो हमेशा हमारे साथ रहता है लेकिन फिर भी हम कभी कभी अपने फोन के वही पुराने यूज करने के तरीके और स्टाइल से बोर जरूर हो जाते है।
अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आज के पोस्ट में मैं आपको एक बेहद ही काम के ऐप के बारे में बताने वाला हूं जो आपके फोन को बिल्कुल एक नया स्टाइल देगा और आप को यूज करने में भी बहुत मजा आएगा और आप फिर उससे कभी बोर भी नहीं होंगे।
आज के पोस्ट में मैं आपको जिस एप के बारे में बताने वाला हूं यह आपकी फोन की डायलर को पूरी तरह से बदल कर रख देगा, फोन का डायलर ही वह चीज है जो हम दिन में एक से अधिक बार हर दिन यूज़ करते हैं।
इस ऐप का नाम है द्रुप, इसे आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं। |
आज आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह, प्रसिद्ध कथाकार और कवि व व्यंग्यकार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का जन्म दिन है, उनका जन्म ९ सितंबर १८५० को वाराणसी में हुआ था। भारतेन्दु जी हिन्दी में आधुनिकता के पहले रचनाकार थे। इनका मूल नाम हरिश्चन्द्र था, भारतेन्दु उनकी उपाधि थी। उनका कार्यकाल दो युगों की सन्धि पर खड़ा है जिसमें उन्होंने रीतिकाल की विकृत सामन्ती संस्कृति को छोड़कर नवीनता के बीज बोए।
इन दुखियन को न चैन सपनेहुं मिल्यौ।
भारतीय नवजागरण के अग्रदूत के रूप में प्रसिद्ध भारतेन्दु जी ने देश की गरीबी, पराधीनता, शासकों के अमानवीय शोषण का चित्रण को ही अपने साहित्य का लक्ष्य बनाया। हिन्दी को राष्ट्र-भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने की दिशा में उन्होंने अपनी प्रतिभा का उपयोग किया। हिंदी पत्रकारिता, नाटक और काव्य के क्षेत्र में उनका बहुमूल्य योगदान रहा। हिंदी में नाटकों का प्रारम्भ भारतेन्दु हरिश्चंद्र से माना जाता है।
भारतेन्दु के नाटक लिखने की शुरुआत बंगला के विद्यासुन्दर (१८६७) नाटक के अनुवाद से होती है अर्थात् नियमित रूप से खड़ीबोली में अनेक नाटक लिखकर भारतेन्दु ने ही हिंदी नाटक की नींव को सुदृढ़ बनाया। उन्होंने हरिश्चंद्र चन्द्रिका, कविवचन सुधा और बाला बोधिनी पत्रिकाओं का संपादन भी किया। वे एक उत्कृष्ट कवि, सशक्त व्यंग्यकार, सफल नाटककार, जागरूक पत्रकार तथा ओजस्वी गद्यकार थे। इसके अलावा वे लेखक, कवि, संपादक, निबंधकार, एवं कुशल वक्ता भी थे। भारतेन्दु जी ने मात्र चौंतीस वर्ष की अल्पायु में ही विशाल साहित्य की रचना की। उन्होंने मात्रा और गुणवत्ता की दृष्टि से इतना लिखा और इतनी दिशाओं में काम किया कि उनका समूचा रचनाकर्म पथदर्शक बन गया।
इधर तो देखिए बहर-ए-खदा किधर को चले।
और इस तरह हिंदी की विपुल सेवा करते हुए महान साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र की ३५ वर्ष का अल्पायु में ही निधन हो गया। |
भारत मे जबसे जियो आया है, घर-घर और चौपाल-चौपाल इंटरनेट पहुँच चुका है। लोग बहुत कुछ देखते और सुनते हैं। क्या-क्या देख और सुन लेते हैं यह न हीं पूछें तो ज्यादा अच्छा है। ऐसे-ऐसे खुराफ़ातों के हाथ लगा है इंटरनेट कि रोज सुबह कुछ न कुछ देखने सुनने को मिल हीं जाता है। बहुत लफडाबाज है यह इंटरनेट। लेकिन इससे सिर्फ नुकसान हीं नहीं है। बहुत फायदा भी है। इसी इंटरनेट पर एक साईट है यू-ट्यूब, जानते तो होगे हीं। गाना से लेके तमाम फिल्मों को सर्च कर चुके होगे। गाना तो ठीक है लेकिन फिल्म के अच्छे प्रिंट के लिए यू-ट्यूब पैसा मांग लेता होगा। उसके पैसा मांगते ही वहाँ से कट भी लेते होगे। अगर यह सबकुछ तुम्हारे साथ होता रहा है तो बस यह आर्टिकल तुम्हारे लिए हीं है।
फिल्मों के शौकिनों के लिए सौगात है यह। शॉर्ट फिल्म। शॉर्ट फिल्म मतलब तीन घंटे की लंबी फिल्म की जगह १ मिनट से लेकर ४५ मिनट तक की फिल्म। इतने हीं देर मे एक पूरी कहानी कह ली जाती है।
शॉर्ट फिल्म क्यूँ देखें ?
कई कारण हैं पर मुझे जो सबसे ज्यादा जरूरी लगता है वह है कि शॉर्ट फिल्म्स ज़्यादातर नए फिल्म मेकर्स बनाते हैं। जो अभी खुद को फिल्म इंडस्ट्री मे स्थापित कर रहे होते हैं या करने की सोच रहे होते हैं। नए लोगों के बनाने के साथ हीं उनकी अपनी सोच भी दिखती है। नई कहानी भी दिखती है। आप जितना नया कंटैंट देखते जाते हैं, सिनेमा को लेकर आपकी सोच और भी अधिक पक्की होते जाती है। आप फिर तरह-तरह के फिल्मों को खोजते और देखते हैं।
दूसरा कारण यह है कि सभी इतने भाग दौड़ मे होते हैं कि टीवी या थिएटर जाने की फुरसत कभी-कभी हीं हो पाता है। कम समय मे अच्छा कंटैंट देखने के लिए मिल जाए तो सोने पर सुहागा। शॉर्ट फिल्म्स उस खाली स्थान को भरने का काम कर रही हैं।
ये हैं हमारी दस पसंदीदा शॉर्ट फिल्में।
प्रेवियस आर्टियलइवांका ट्रम्प के लिए ऐसे इंतजाम की आपके होश उड़ जाएंगे !
नेक्स्ट आर्टियलमैं असमंजस में हूँ : रंगों में बेरंग ।
तुम सोहर गाओ, ललना का पालना झुलाओ। सवाल तो अफजल प्रेमी गैंग करते हैं। |