text
stringlengths
60
46k
बिहार युनिर्वसिटी में स्नातक टीडीसी पार्ट-३ का परीक्षा परिणाम पिछले साल ३1 दिसम्बर को ही जारी हो गया था मगर अब तक कॉलेजों में ओरिजिनल डोक्युमेंट नहीं पहुंचा है, जिस कारण बच्चों को अन्य जगहों में एडमिशन लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इग्नु के भी जनवरी सत्र में एडमिशन की प्रक्रिया शुरु हो गयी है मगर बिहार युनिर्वसिटी की लेट लतीफी के कारण छात्र-छात्राओं को एडमिशन में परेशानी आ रही है। उधर कॉलेजों में परीक्षाएं चल रही है, जिस कारण से वहां भी काम रुका हुआ है। ऐसे में स्टूडेंट्स का साल बर्बाद होते हुए दिख रहा है क्योंकि जब तक कॉलेज और युनिर्वसिटी की आंखें नहीं खुलेंगी तब तक छात्र-छात्राओं का एडमिशन नहीं हो पाएगा। ऐसे भी बिहार युनिर्वसिटी अपनी लेट-लतीफी के कारण मशहूर है और यह बात किसे से छिपी नहीं है। ऐसे में यह परीक्षा नियंत्रक के साथ-साथ कर्मचारियों का भी काम है कि वे सेशन को देखते हुए और अन्य कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया को देखते हुए अपने कार्य में गति लाए। आपको बताते चलें कि इग्नु में एडमिशन की अंतिम तारीख १५ फरवरी है, जो कि पहले ३१ जनवरी थी।
रविवार को आईपीएल में दो सर्वश्रेष्ठ टीमें होगी आमने सामने चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद दोनों टीमें खिताब के लिए भिड़ेंगी, वानखेड़े स्टेडियम में यह मुकाबला सनराजइर्स की गेंदबाजी और चेन्नई की बल्लेबाजी का होगा, तीसरी बार खिताब जीतने की कोशिश में जुटी चेन्नई २०१६ की चैंपियन सनराइजर्स से पहले क्वालिफायर मुकाबले के पांच दिन बाद खेलेगी, नों टीमें २२ मई को पहले क्वालिफायर में आमने-सामने थीं, जिसमें २०१० और २०११ की चैंपियन चेन्नई ने दो विकेट से जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाई थी, चेन्नई का ९ प्रयासों में यह सातवां फाइनल होगा, इस साल उसने दोनों ग्रुप मैचों में भी सनराइजर्स को हराया है, सनराइजर्स को दूसरे क्वालिफायर में कोलकाता नाइट राइडर्स का सामना उसी के मैदान ईडन गार्डंस पर करना पड़ा, जिसमें उसने शुक्रवार को १४ रनों से जीत दर्ज की, सनराइजर्स को कोलकाता से यहां आकर थकान को भुलाकर खेलना होगा, चेन्नई को दो मैचों के बीच चार दिन का ब्रेक मिला है, जबकि सनराइजर्स का सात दिन में यह तीसरा मैच है, लिहाजा थकान का मसला होगा, अफगान क्रिकेट के वंडर ब्वॉय राशिद खान ने पहले क्वालिफायर में चेन्नई को परेशान करके ११ रन देकर दो विकेट लिये थे. राशिद ने शुक्रवार को केकेआर के खिलाफ १० गेंद में ३४ रन बनाने के अलावा तीन विकेट चटकाए, दो कैच लपके और एक रन आउट किया, चेन्नई के लिए पहले क्वालिफायर में फाफ डु प्लेसिस ने नाबाद ६७ रन बनाकर अकेले दम पर जीत दिलाई थी, सैम बिलिंग्स के चोटिल होने के कारण उन्हें खेलने का मौका मिला और उन्होंने इसे बखूबी भुनाया. चेन्नई को सनराइजर्स के हरफनमौला कार्लोस ब्रेथवेट पर भी अंकुश लगाना होगा, जो टी-२० वर्ल्ड कप २०16 में वेस्टइंडीज की खिताबी जीत का सूत्रधार था, उसने केकेआर के खिलाफ डेथ ओवरों में उम्दा बल्लेबाजी की और चेन्नई के खिलाफ नाबाद ४३ रन बनाए थे, दूसरी ओर सनराइजर्स को कप्तान केन विलियमसन से उसी प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो उन्होंने लीग चरण में किया, वहीं, शिखर धवन को भी अच्छी शुरुआत देनी होगी, चेन्नई के पास शेन वॉटसन, सुरेश रैना और अंबति रायडू जैसे फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज हैं, जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी फिनिशर की भूमिका निभाई है. डु प्लेसिस का खेलना तय है और रवींद्र जडेजा भी निचले क्रम पर उपयोगी बल्लेबाज हैं,
नई दिल्ली। ओड़िशा वॉरियर्स और पंजाब पैंथर्स के बीच सोमवार को होने वाले मुकाबले के साथ ही बिग बाउट लीग का शुभारम्भ हो जाएगा। गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी, नोएडा में होने वाले मुकाबले का मुख्य आकर्षण छह बार की वर्ल्ड चैम्पियन एमसी मेरीकॉम रहेंगी, जो पंजाब पैंथर्स की ओर से फ्लाईवेट वर्ग में चुनौती रखेंगी। मुकाबले शाम सात बजे से शुरू होंगे, जिनका प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स, प्राग न्यूज, एंडी और प्लस चैनल पर किया जाएगा। मेरीकॉम ने कहा कि इस साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में जो कुछ हुआ, वह उनके लिए एक सीख है और अब ओलिम्पिक की तैयारियों के लिए वह इससे सबक लेंगी। बिग बाउट लीग अपनी तैयारियों का जायजा लेने का एक अच्छा मंच है। उनका इस लीग का पहला मुकाबला ओड़िशा वॉरियर्स की सविता से होगा, जो राष्ट्रीय चैम्पयनशिप की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट हैं जबकि जूनियर वर्ग में वह राष्ट्रीय चैम्पियन रह चुकी हैं। इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स चैम्पियन मनोज कुमार का मुकाबला उज्बेकिस्तान के जे. राखमोनोव से होगा, जो यूथ एशियन चैम्पियनशिप के मेडलिस्ट हैं। इसके अलावा नाइजीरियाई खिलाड़ी कोरेडे अदेनजीजी, पीएल प्रसाद, सोनिया लठार, नवीन कुमार और आरशी खानम से भी पंजाब टीम को उम्मीदें हैं जबकि ओड़िशा टीम को खासकर सचिन सीवाच, राखमोनोव, नील कमल सिंह, नमन तंवर जैस्मिन और प्रियंका चौधरी से उम्मीदें हैं। एमर्जिंग स्पोर्ट्स एंड मीडिया टेक्नोलोजीस प्रा. लि. के अतुल पांडे ने बताया कि इस बार सभी छह टीमों ने दो टीमें तैयार की हैं। यानी हर वजन में उसके पास दो खिलाड़ी हैं। इंजरी की स्थिति में या खिलाड़ी के उपलब्ध न होने पर दूसरी टीम के खिलाड़ी को उतारा जा सकेगा। इस लीग में वर्ल्ड चैम्पियनशिप और ओलिम्पिक के पदक विजेताओं के अलावा कई कॉन्टिनेंटल चैम्पियशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स के चैम्पियन खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। टीमें: पंजाब पैंथर्स- टीम ए- एमसी मेरी कॉम, सोनिका लठार, पी.एल. प्रसाद, ए खालाकोव, मनोज कुमार, कोरेडे अदेनजीजी, नवीन कुमार और आरशी खानम। टीम बी- दर्शन दूत, प्रीति बेनिवाल, पंकज सैनी, मोहम्मद इब्राहिम, राहिल रपीक संजीत सिंह गिल, सागर छिकारा, सपना शर्मा। ओड़िशा वॉरियर्स- टीम ए- सविता, प्रियंका चौधरी, दीपक, सचिन सीवाच, जे. राखमोनोव, नील कमल सिंह, नमन तंवर, जैस्मिन। टीम बी- शिक्षा, मनीश माउन, जेसुरबेक लातिपोव, गौरव सोलंकी, प्रमोद कुमार, वान्हलीम्पुइया, राहुल पासी, सान्या नेगी।
सिमडेगा भारत में झारखंड प्रान्त का एक जिला है। यह राज्य के दक्षिण पश्चिम हिस्से में स्थित है। भौगोलिक रूप से यह उत्तर में गुमला, पूर्व में राँची एवं पश्चिमी सिंहभूम, दक्षिण में उड़ीसा, एवं पश्चिम में छत्तीसगढ से घिरा है। जिले का कुल क्षेत्रफल लगभग ३७६८.१३ वर्ग किमी है। यहाँ की ज्यादातर आबादी, लगभग ७१ प्रतिशत अनुसूचित जनजातियों की है जो झारखंड में किसी भी जिले से ज्यादा है। सिमडेगा जिले में दस प्रखंड हैं जिनमें - सिमडेगा, कोलेबिरा, बांसजोर, कुरडेग, केरसई, बोलबा, पाकरटांड, ठेठईटांगर, बानो एवं जलडेगा शामिल हैं। वैसे तो पूरा सिमडेगा जिला ही प्राकृतिक दृष्टि से पर्यटन क्षेत्र की तरह है, क्योंकि यह पूरी तरह से प्राकृति की गोद में बसा है, फिर भी सिमडेगा जिले के प्रमुख स्थल हैं - केलाघाघ डैम, अनजान शाह पीर बाबा, रामरेखा धाम, केतुन्गा धाम। इसके अलवा यहाँ हरीयाली, नदी, डैम, झरने, के लिहाज से पूरा सिमडेगा ही पर्यटन स्थल है। मेहनती किसान, यहाँ के लोग, यहाँ की संस्कृति काफी अलग और सुंदर है। प्राचीन काल में सिमडेगा को बीरू-कैसलपुर परगना के नाम से जाना जाता था जो राजा कतंगदेव का राज्य था। राजा कतंगदेव के निधन के बाद महाराजा शिवकर्ण ने गद्दी संभाली। मुंडा एवं खड़िया जनजातियों के इस क्षेत्र आगमन लगभा १४४१ ईसवी में हुआ जबकि उसके बाद ऊराँव जनजाति के लोग भी इस क्षेत्र में रोहतास से कुछ दशक बाद आये। कुछ समय के लिए यह कलिंग साम्राज्य का हिस्सा भी रहा और इसी क्रम में १३३६ में गंग वंश के राजा हरिदेव इस क्षेत्र (बीरू) के शासक बने। अभी बीरू जिला मुख्यालय से लगभग ११ किमी की दूरी पर स्थित है। गंगा बिशुन रोहिल्ला इस क्षेत्र के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। जिले में शहरीकरण की स्थिति कुल जनसंख्या का केवल ६.६ है, तथा जिला में सिमडेगा ही एकमात्र और प्रमुख शहर है, जिले का ११94.५० वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वनों से अच्छादित है। सिमडेगा जिले में कुल जनसंख्या का ७०.२ अनुसूचित जनजाति रहते हैं। जो की झारखण्ड के सभी जिलों में से अधिक है। इसके बाद गुमला जिले का आता है, जहाँ अनुसूचित जनजाति का ६7.२ है। सिमडेगा की प्रमुख नदियाँ हैं - शंख, देव, गिरवा और पालामाड़ा। इन सभी नदी में शंख नदी ही प्रमुख है। सिमडेगा के वैज्ञानिक सिद्धार्थ, जेनेवा में हो रहे महाप्रयोग में भाग ले चुके हैं। सिमडेगा के नोनगड़ा गाँव की निवासी असुंता लाकड़ा भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान हैं। इसके अलावा हजारों हॉकी खिलाड़ी, हॉकी के क्षेत्र में सिमडेगा का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर चुके हैं। अन्तिम परिवर्तन १२:५३, २० नवम्बर २०17।
दरगाह (फ़ारसी: या : दरगाह) एक सूफी-इस्लामी पुण्यस्थान (मंदिर) होता है जिसे अक्सर किसी प्रतिष्ठित सूफी संत या दरवेश की कब्र पर बनाया जाता है। स्थानीय मुस्लिम, तीर्थयात्रा के उद्देश्य से किसी दरगाह की यात्रा करते हैं और इस यात्रा को ज़ियारत कहा जाता है। किसी दरगाह के साथ अक्सर सूफी बैठकें और विश्राम गृह बने होते हैं जिन्हें खानक़ाह कहा जाता है। इसके अतिरिक्त आमतौर पर एक मस्जिद, बैठक (कमरे), इस्लामी धार्मिक विद्यालय (मदरसा), शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए घर, अस्पताल, सामुदायिक भवन आदि भी किसी दरगाह परिसर का हिस्सा होते हैं।
कोई भी रिश्ते मे बँधी रहू पर एक औरत हू ........ वो औरत जिसके बिना सृष्टि की कल्पना नही की जा सकती जो देवी दुर्गा है तो चन्ड़ी भी जो अपना सम्मान अपनी मर्यादा जानती है जो हर क्षेत्र मे अपनी उपलब्धि दर्ज करा रही है वही औरत आज भी अपनी पहचान अपनी मर्यादा अपना सम्मान बचाने के लिए समझौते करती है आज भी अपने सपनो को तोड़ती है अपने पँखो को कटा पाती है लाख कहे जाने के बावजूद की हमने विकास कर लिया औरतो की स्थिति बहुत अच्छी है आज... नही... आज भी औरत बहुत पीछे है औरत को औरत होने की बहुत बड़ी सज़ा दी जाती है......समाज से बस एक सवाल आख़िर कब तक और क्यो??????
सहारनपुर। मायके गई पत्नी को लेने गए युवक ने पत्नी के साथ न लौटने पर जहर खाकर जान दे दी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। यह घटना थाना रामपुर के गांव घाटेड़ा की है जहां के रहने वाले सोनू(४५) की शादी चिलकाना थाना के गांव पठेड में हुई थी। बताया जाता है कि सोनू की पत्नी पिछले २ महीने से अपने मायके गई हुई थी और मायके वाले उसे वापस नहीं भेज रहे थे। परिजनों के मुताबिक सोमवार को सोनू अपनी पत्नी को लेने ससुराल गया था, मगर पत्नी उसके साथ वापस नहीं लौटी। जिस पर सोनू ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। वह गिरती पडती हालत में घर पहुंचा तो परिजनों के भी होश फाख्ता हो गए। सोनू को परिवार के ही प्रमोद पुत्र जयपाल ने देर शाम जिला अस्पताल मे लाकर भर्ती कराया, जहां सोनू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
यूं तो अंड्रॉयड के प्ले स्टोर पर गूगल का ही पूरी तरह नियंत्रण है लेकिन फिर भी कुछ ऐसी ऐप यहां मौजूद है जो गूगल से छिपाकर कुछ ऐसे सीक्रेट काम भी करती हैं। ऐसी ही एक खुफिया जासूसी करने वाली एप को गूगल ने पकड़ लिया है। ये ५ वीडियो आपको हिला न दें तो हम हारे आप जीते! जब से दुनिया में फेसबुक और यूट्यूब आया है तब से लोग पढ़ने पढ़ाने का चक्कर छोड़कर तस्वीरों और वीडियोज को देखकर ही अपना इंटरटेनमेंट करने लगे हैं। ३६० वीडियो और वर्जुअल गेमिंग के दौर में टीवी, सच का बुद्धू बक्सा बनती जा रही है। लोग आज जो कुछ जब देखना चाहते हैं, वही देखते हैं। हम भी आपके इस मॉडर्न अंदाज का सम्मान करते हुए दिखा रहे हैं कुछ ऐसे वीडियोज जो सचमुच में आपने कभी नहीं देखें होंगे। ये हमारा दावा और वादा है कि इन्हें देखने के बाद आप जरूर कहेंगे कि देखो तो ऐसा वर्ना कुछ नहीं। पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच कभी कलाकारों के आने जाने और उनको एक दूसरे के देशों में परफार्म करने देने को लेकर राजनीतिक स्तर पर चाहे जितने विवाद होते हों, पर सच कुछ अलग है। दोनों ही देश के लोगों में सिर्फ बेहतर से बेहतर को सराहने की जंग है। हिंदुस्तान हो या पाकिस्तान दोनों देशों की जनता को पसंदकेवर शानदार कला ही आती है। कम से कम संगीत के मामले में तो ऐसा ही लगता है। अगर आप पाकिस्तान की यू ट्यूब ब्रांच के सर्वे में निकल कर आये टॉप टेन मोस्ट सीन म्यूजिक वीडियों की लिस्ट देखेंगे तो आपको भी हमारी बात का यकीन हो जायेगा। पाकिस्तान में सबसे ज्यादा हिंदुस्तान और उससे जुड़े कलाकारों के म्यूजिक अल्बम पसंद किए गए हैं। ये है टॉप टैन म्यूजिक वीडियो। तस्वीरों को क्लिक करके वीडियो भी देखें।
सिंडिकेट बैंक, क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आज १९ सितंबर 20१९ को शाम ४.०० बजे हिंदी दिवस- 20१९ का आयोजन किया गया। सिंडिकेट बैंक, क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आज १९ सितंबर 20१९ को शाम ४.०० बजे हिंदी दिवस- 20१९ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महा प्रबंधक (बीएसएनएल) एवं नराकास अध्यक्ष श्री जितेंद्र कुमार दयाल (आईटीएस), अति विशिष्ट अतिथि डॉ नवीन नंदवाना, सहायक आचार्य, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि गिरिराज पालीवाल, राजभाषा अधिकारी (बीएसएनएल) एवं नराकास सदस्य सचिव, क्षेत्रीय प्रबंधक कमलेश कुमार जैन, उप क्षेत्रीय प्रबंधक पदम सिंह रावत, क्षेत्रीय कार्यालय के स्टाफ सदस्य, विभिन्न शाखाओं के शाखा प्रबंधक, स्टाफ सदस्य एवं पुरस्कार विजेता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। प्रबंधक सुश्री ज्योति बिश्नोई ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का स्वागत एवं अभिनंदन किया। तत्पश्चात सिंडिकेट बैंक के राजभाषा अधिकारी भोम सिंह भाटी ने अतिथियों का परिचय करवाया। उदयपुर क्षेत्र की राजभाषा कार्यान्वयन संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके पश्चात हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर गृह मंत्री का संदेश एवं सिंडिकेट बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी का संदेश का वाचन किया गया। सुश्री लीना गुप्ता द्वारा हिंदी कविता का वाचन किया गया। तत्पश्चात मंचासीन महानुभवों द्वारा हिंदी दिवस पर आयोजित प्रतियोगिताओं एवं राजभाषा शील्ड प्रतियोगिता के विजेताओं को हिंदी दिवस की शुभकामनाओं के साथ सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि जितेंद्र कुमार दयाल ने हिंदी दिवस कि शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राजभाषा कार्यान्वयन में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाते हुए भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करें। हिंदी भाषा सरल है, बिना संकोच के इसके प्रयोग को बढ़ावा दें। अतिविशिष्ट अतिथि डॉ नवीन नंदवाना ने हिंदी दिवस के महत्व का वर्णन करते हुए हिंदी के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया और कहा कि हिंदी भाषा ने विभिन्न भाषाओं के शब्दों को अपने में समाहित किया है एवं इसकी इस विशेषता के कारण जन-मानस भाषा भी है। गिरिराज पालीवाल ने हिंदी के संवैधानिक प्रावधान का वर्णन करते हुए हिंदी के तकनीकी प्रयोग एवं महत्व को समझाया। क्षेत्रीय प्रबंधक कमलेश कुमार जैन ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा के साथ-साथ राजभाषा भी है, इसलिए इसका प्रयोग करना हमारी ज़िम्मेदारी है, हिंदी दिवस को केवल एक दिवस के रूप में मनाना तभी सार्थक है जब हम सब यह प्रण लें कि हम हिंदी के प्रयोग को बढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। कार्यक्रम के संयोजक राजभाषा अधिकारी भोम सिंह भाटी ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी एवं प्रतियोगताओं के सफल आयोजन का श्रेय समस्त स्टाफ सदस्यों देते हुए मंचासीन सभी अतिथियों एवं स्टाफ सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।
न्यूज़ २४: आप के मंच से केजरीवाल पर विश्वास का हमला, कहा- ५ साल पहले वाला जोश कहां गया? आप के मंच से केजरीवाल पर विश्वास का हमला, कहा- ५ साल पहले वाला जोश कहां गया? नई दिल्ली ( २६ नवंबर ): दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) में चल रही अंदरूनी कलह एक बार फिर सामने आ गई है। पार्टी के पांचवे स्थापना दिवस को लेकर रामलीला मैदान में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कुमार विश्वास को भी बोलने के लिए आमंत्रित किया गया। स्थापना दिवस के मौके पर दिल्ली के सीएम केजरीवाल और कुमार विश्वास के पास-पास तो बैठे, लेकिन दोनों के बीच आपस में कोई बात नहीं हुई। राष्ट्रीय सम्मेलन में कुमार विश्वास को बोलने का मौका मिला तो वह किसी भी मुद्दे पर बोलने से चूके नहीं। एक तरफ अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना पार्टी नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए अहंकार से बाहर निकलने की सीख दी तो दूसरी ओर खुद के पार्टी छोड़ जाने के कयासों पर भी खुलकर बोले। खुद को अभिमन्यु बताते हुए कुमार विश्वास ने कहा, 'षड्यंत्रकारी कहते हैं कि हम दूसरी पार्टी में चले जाएं या वहां चले तो नहीं जाएंगे, लेकिन मैं कहता हूं कि वहां तो अंधेरा है तो कैसे स्वराज का दीपक जलेगा। 'आप' के ५वें राष्ट्रीय सम्मेलन में विश्वास ने पार्टी संयोजक केजरीवाल पर इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि चेहरा बनाने से आंदोलन खत्म हो जाएगा। कुमार विश्वास ने अपने भाषण के शुरुआत में ही कहा केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि ५ साल पहले वाला जोश कहां गया? उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता मेरे आज के भाषण को रिकॉर्ड करें और कार्यकर्ताओं को जरूर सुनाएं। कुमार विश्वास ने कहा कि मेरे लिए आज का दिन भावुक है। उन्होंने कहा कि हमने जिस ऊंचाई से आंदोलन शुरू किया वहां से हम नीचे आ गए हैं। विश्वास ने कहा, देश को हमसे बहुत उम्मीद है। कुमार विश्वास ने खुद को किनारे लगाने के प्रयासों पर तंज कसते हुए कहा, 'बीते ८ महीनों से मैं बोला नहीं हूं, क्योंकि पीएसी की बैठक नहीं हुई। एक नेशनल काउंसिल हुई, लेकिन वक्ताओं में मेरा नाम नहीं था। बीते ७ महीने से हजारों कार्यकर्ताओं से मिलकर मैंने जाना कि ७ महीने से बोलने का अवसर न मिलने पर मुझमें इतनी बेचैनी है तो जो ५ साल से नहीं बोल पा रहे, उनमें कितनी बेचैनी होगी। ५ साल से कार्यकर्ताओं को नहीं सुना जा रहा है।
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर के सबसे बड़े निजी स्वास्थ्य सेवा समूह शीजा हॉस्पिटल्स के प्रबंध निदेशक के. पालिन ने कहा, "सिंगापुरी स्वास्थ्य सेवा फर्म ने हमें जानकारी दी है कि शुरुआत में मणिपुर की कम से कम ५० नर्सो को नियुक्त किया जाएगा. दो वर्ष बाद उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें स्टाफ नर्स बना दिया जाएगा." मध्य प्रदेश: अस्पताल में झूमते रहे डॉक्टर, मरीज तड़पते रहे! उन्होंने सिंगापुरी कंपनी के हवाले कहा, "हमें मणिपुर की नर्सो की जरूरत है. सबसे पहला कारण यहां (सिंगापुर) के लोगों से उनकी शारीरिक बनावट बहुत मिलती-जुलती है, दूसरा कारण है कि वे अंग्रेजी बोल सकती हैं. इसका मतलब है कि भाषाई समस्या नहीं है और तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण कारण मणिपुर की नर्से मेहनती, मिलनसार और बेहद पेशेवर होती हैं."
मुसिफी है परिवर्तित यूट्यूब संगीत सर्वश्रेष्ठ संगीत डाउनलोड कर सकते हैं से १००० से अधिक वेबसाइट साझा करने के लिए संगीत सुनने के लिए ऑफ़लाइन को कम करने के बिना ध्वनि की गुणवत्ता. इस तरह के रूप में: यूट्यूब, स्पॉटिफ्य, साउण्ड्क्लुड, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, और अधिक. आसानी से बदलने के लिए संगीत एमपी ३ फ़ाइलें करने के लिए इफोन, इपद, आइपॉड, सैमसंग और आईओएस उपकरणों और अन्य अंड्रॉयड. उच्च गति और उच्च गुणवत्ता. मुसिफी एक युतुबे, कॉन्वेर्टर बहुत ही कुशल है और तेजी से, समर्थन प्रारूप में परिवर्तित यूट्यूब एमपी ३ के लिए. आप कर सकते हैं बैच कन्वर्ट एमपी ३ फ़ाइलें एक ही समय में जल्दी और आसानी से. मुसिफी संग्रहीत मेटाडाटा बेहतर व्यवस्थित करने के लिए एक पुस्तकालय से अपने संगीत बनाना होगा, जो संगीत संग्रह आप और अधिक समय की बचत और श्रम की बचत । ४ - पूर्ण।
सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म 'दिल बेचारा' ट्रेलर ६ जुलाई को रिलीज हो चुका है। ट्रेलर को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और एक विश्व रेकॉर्ड बना दिया है। इस ट्रेलर ने भारतीय सिनेमा के दिग्गजों को ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड स्टार्स को भी पीछे कर दिया है। छह जुलाई को रिलीज हुए इस ट्रेलर को अब तक यानि ४८ घंटे से भी कम समय में ७.४ मिलियन से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं। दुनिया भर में पसंद की जाने वाली हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स का रिकॉर्ड भी दिल बेचारा ने छीन लिया है। यूट्यूब पर सबसे ज्यादा लाइक पाने वाले ट्रेलर का रिकॉर्ड एवेंजर्स के नाम दर्ज था जिसे लगभग ३.६ मिलियन लोगों ने यूट्यूब पर लाइक किया है। अब यह रिकॉर्ड दिल बेचारा के नाम दर्ज हो गया है। फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत और संजना सांघी के अलावा सैफ अली खान और स्वास्तिका मुखर्जी भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। यह फिल्म 'द फॉल्ट इन ऑवर स्टार्स' का हिंदी अडैप्शन है। फिल्म को २४ जुलाई को डिजिटली रिलीज किया जाएगा।
मोहाली (पंजाब)। पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) स्टेडियम में चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को इंग्लैंड ने भोजनकाल तक दूसरी पारी में सात विकेट खोकर १५६ रन बना लिए हैं। इसके साथ ही इंग्लैंड भारत पर दूसरी पारी के आधार पर २२ रनों की मामूली बढ़त हासिल कर ली है। उंगली में चोट के चलते आठवें क्रम पर उतरे हासिब हमीद १३ और क्रिस वोक्स एक रन बनाकर नाबाद हैं। भारत ने मंगलवार को पहले सत्र में इंग्लैंड के तीन विकेट चटकाए। रवींद्र जडेजा ने दिन की आठवीं गेंद पर गारेथ बैटी को पगबाधा किया और उन्हें खाता तक नहीं खोलने दिया। जोस बटलर (१८) एक चौका और एक छक्का लगाकर अच्छी लय में नजर आ रहे थे तभी जयंत यादव ने उन्हें अपना शिकार बनाया। बटलर का कैच जडेजा ने लपका। अब तक एक छोर संभालकर खड़े जोए रूट (७८) ने इसके बाद हमीद के साथ सातवें विकेट के लिए ४५ रनों की साझेदारी कर टीम को स्थिरता देने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वे इस साझेदारी को पहले सत्र से आगे ले जाने में असफल रहे। जडेजा ने पहले सत्र की समाप्ति से ठीक पहले १५२ के कुल योग पर रूट की संघर्षभरी पारी पर विराम लगाया। रूट का कैच अजिंक्य रहाणे ने लपका। रूट ने १७९ गेंदों की धैर्यभरी पारी में छह चौके लगाए। भारत के लिए दूसरी पारी में अब तक रविचंद्रन अश्विन ने तीन, जबकि जडेजा और जयंत ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं। इंग्लैंड ने पहली पारी में जॉनी बेयरस्टो (८९) और बटलर (४३) की बदौलत मात्र २८३ रन बनाए थे। इंग्लैंड की पारी को सस्ते में समेटने में भारतीय गेंदबाजों का संयुक्त प्रयास था। मोहम्मद समी ने सर्वाधिक तीन, जबकि उमेश यादव, जयंद और जडेजा ने दो-दो विकेट लिए थे। अश्विन को एक विकेट मिला था। इसके बाद भारत ने निचले क्रम पर जडेजा (९०), अश्विन (७२) और जयंत (५५) के शानदार अर्धशतकों की बदौलत पहली पारी में ४१७ रन बनाए और इंग्लैंड पर १३४ रनों की बढ़त हासिल की। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जबकि सातवें क्रम से निचे के तीन-तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए। इससे पहले आठ वर्ष के लंबे अंतराल के बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले पार्थिव पटेल (४२), चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली (६२) ने भी अहम पारियां खेलीं। पांच मैचों की श्रृंखला में भारत १-० की बढ़त ले चुका है। राजकोट में हुआ पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था, जबकि विशाखापट्नम में हुआ दूसरा टेस्ट भारत २४६ रनों से जीतने में सफल रहा था।
हम विशेष हैं इंटेलिजेंट जीपीएस वॉच निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक इंटेलिजेंट जीपीएस वॉच, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक इंटेलिजेंट जीपीएस वॉच में से एक, म्बॉस इंडस्ट्रियल। थोक चीन से इंटेलिजेंट जीपीएस वॉच , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते इंटेलिजेंट जीपीएस वॉच खोजने की आवश्यकता है। बस इंटेलिजेंट जीपीएस वॉच पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे इंटेलिजेंट जीपीएस वॉच का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर्व पर बुधवार को नाहन में माहौल भक्तिमय हो गया। श्री वाल्मीकि सभा एवं नवजीवन वाल्मीकि समाज सहित अन्य संस्थाओं की ओर से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ पूजा-अर्चना के साथ किया गया। शाम के समय पूरे शहर में बैंडबाजे की धुन पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसमें भारी संख्या में लोग शरीक हुए। शोभायात्रा का शुभारंभ विधिवत पूजा-अर्चना के साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय सोलंकी ने किया। वाल्मीकि मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा बाजार से होते हुए पुन: मंदिर तक पहुंची। शोभायात्रा में वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने राम सीता, लक्ष्मण, लव कुश, पार्वती, राधा कृष्ण आदि की सुंदर झांकियां भी निकाली जिसे देखने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। इससे पूर्व वाल्मीकि मंदिर में राजस्थान से लाई गई महर्षि वाल्मीकि की मूर्ति की स्थापना मीना सोढी के हाथों की गई। शोभायात्रा के शुभारंभ अवसर पर अजय सोलंकी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि एक महान पुरुष थे जिन्होंने पवित्र ग्रंथ रामायण की रचना कर समाज को सत्य एवं कर्तव्य निष्ठा पर चलने का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाएं अधिक प्रासंगिक हैं जिनका समाज के हर प्राणी को अपने जीवन में अनुसरण करना चाहिए। इस मौके पर विजय चौरिया, लाजवंती, प्रदीप सहोत्रा, यशपाल नारनौल, निर्मला, कमल, बाबूराम, राजेंद्र पाहवा, श्यामा लाल, संजय सोढी, हरीश कल्याण, कृष्णलता, दीपाली आदि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
बढ़ते वैश्विक तापमान के संदर्भ में लगभग हर मौके पर कार्बन डाइऑक्साइड के बेलगाम उत्सर्जन पर रोक लगाने को लेकर जताई जाने वाली चिंता के बरक्स हकीकत यह है कि इस समस्या की जटिलता में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। पर्यावरण के सामान्य चक्र में आ रहे बदलावों की अनदेखी या फिर उसमें जाने-अनजाने बाधा पहुंचाने का नतीजा क्या हो सकता है, अब यह सामने आने लगा है। हालांकि पिछले दो-तीन दशकों से लगातार इस मसले पर होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में गहरी चिंता जताई जाती रही है और जलवायु में होने वाली उथल-पुथल के व्यापक परिणामों को लेकर चेतावनियां भी जारी हुई हैं। विडंबना यह है कि लगभग सारी तस्वीर साफ होने के बावजूद शायद ही दुनिया भर में तापमान में वृद्धि रोकने को लेकर गंभीरता दिखाई देती है। नतीजतन, अब तक होने वाले अध्ययनों में जो आशंकाएं जताई जाती रहीं, वे अब प्रत्यक्ष खतरे के रूप में सामने आने लगी हैं। अंतरराष्ट्रीय शोध संस्थान मेकेंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट की हाल ही प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक अगले दस सालों तक जलवायु परिवर्तन का असर विभिन्न देशों के सकल घरेलू उत्पाद पर भी साफतौर पर दिखने लगेगा। इसका कारण यह होगा कि मौसम में गरमी बढ़ेगी और उमस से पैदा होने वाली शारीरिक-मानसिक शिथिलता के चलते लोगों की कार्यक्षमता में कमी आने के साथ-साथ उनके काम करने के घंटों में तेजी से कमी आएगी। रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले सालों में जलवायु परिवर्तन के संभावित खतरों की जद में शामिल एक सौ पांच देशों के प्राकृतिक एवं मानव संसाधन को प्रत्यक्ष जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। यह एक सामान्य-सी तस्वीर है, जिसे महज आशंका मान कर दरकिनार करना एक बड़े खतरे को न्योता देने की तरह होगा। पिछले कई सालों से दुनिया भर में मौसम में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। विश्व के किसी हिस्से में अपेक्षा से ज्यादा तापमान दर्ज किया जाता है तो कहीं गरमी के मौसम की अवधि लंबी हो रही है। पिघलते हिमनद अब यथार्थ हैं और एक बड़े खतरे के तौर पर देखे जा रहे हैं। इसकी वजह से समुद्र के जलस्तर में होने वाली मामूली बढ़ोतरी के नतीजे में पृथ्वी का क्या स्वरूप हो जा सकता है, इसकी कल्पना कोई भी कर सकता है। इन सबका असर मानव समाज पर किस तरह पड़ रहा है, यह भी किसी से छिपा नहीं है। सवाल है कि प्रत्यक्ष जोखिम से बचने या उससे लड़ने के मामले में ही जब कोई ठोस पहलकदमी नहीं हो पा रही है तो परोक्ष और दीर्घकालिक खतरों से कैसे निपटा जाएगा! लोगों की घटती कार्यक्षमता के कारण उनके काम की अवधि में कमी आने से व्यक्ति, परिवार के सामने जो आर्थिक चुनौतियां पैदा होंगी, श्रम उत्पादकता के साथ-साथ सकल घरेलू उत्पाद तक में जो कमी आएगी, उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? खासतौर पर भारत की अर्थव्यवस्था पहले ही नाजुक हालत से गुजर रही है। ऐसे में अगर रिपोर्ट में जताई गई आशंका के मुताबिक श्रमिकों के काम के घंटों में बीस फीसद तक की कमी आने से भारतीय अर्थव्यवस्था में जीडीपी में २.५ फीसद से ४.५ फीसद तक की गिरावट आई, तो क्या हम भावी आर्थिक चुनौतियों का अंदाजा लगा सकते हैं? बढ़ते वैश्विक तापमान के संदर्भ में लगभग हर मौके पर कार्बन डाइऑक्साइड के बेलगाम उत्सर्जन पर रोक लगाने को लेकर जताई जाने वाली चिंता के बरक्स हकीकत यह है कि इस समस्या की जटिलता में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। दुनिया के विकसित देश कार्बन उत्सर्जन के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं, लेकिन जैसे ही इसे जलवायु तापमान के सबसे गंभीर कारक के रूप में पेश किया जाता है, आरोप तीसरी दुनिया या विकासशील देशों पर थोप कर उन्हें ही इस पर लगाम लगाने की सलाह दी जाती है। क्या इसी तरह जिम्मेदारियों के टालमटोल से इस गंभीर और व्यापक समस्या का हल निकाला जा सकेगा?
झुंझुनू, ११ अक्टूबर। झुंझुनू के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय के हाल को लेकर कई बार दैनिक उद्योग आस-पास ने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से आमजन के साथ-साथ अधिकारियों को सचेत किया है। लेकिन मीडियाकर्मियों में पीआरओ ऑफिस के हाल को लेकर दर्द शुक्रवार को हुर्इ प्रेस वार्ता में भी सामने आ ही गया। जब जिला कलेक्टर डॉ. आरूषि मलिक पत्रकारों से आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा कर रही थी, उसी दौरान मीडियाकर्मियों ने पीआरओ ऑफिस के हालातों को सामने रखा। शुरूआत में प्रेस वार्ता काफी सौहार्दपूर्ण तरीके से चली, लेकिन जब प्रशासन चुनावों संबंधी तथा स्वीप कार्यक्रम संबंधी खबरों को अधिक से अधिक प्रकाशित करने का बात बार-बार कही तो एक पत्रकार से रूका नहीं गया और आखिरकार उसने कह दिया कि मैडम, हम अकेले ही क्या करें, आपके पीआरओ ऑफिस से प्रेस नोट नौ-नौ बजे तक आते हैं। जिस पर प्रेस वार्ता में गरमाहट हो गई और किसी ने पीआरओ से डीपीआर दरें मांगी तो किसी ने कुछ जानकारी। यहीं नहीं कुछ पत्रकारों ने पीआरओ ऑफिस में चल रहे प्राइवेट कार्यों की बात भी कलेक्टर के कानों तक डाल दी। हालांकि इसके बाद मामला शांत हो गया। लेकिन यह तय हो गया कि पीआरओ ऑफिस के हालातों को लेकर पत्रकारों में भयंकर दर्द छिपा हुआ है, जिसको समय रहते दूर नहीं किया गया तो आने वाले समय में हालात बिगड़ सकते हैं। वार्ता में एडीएम दाताराम, पीआरओ हेमंतसिंह, मास्टर ट्रेनर कमलेश तेतरवाल व अमीलाल मूंड सहित चुनाव शाखा के नवीद, जयप्रकाश शर्माआदि शामिल हुए। नहीं छूट रहा अधिकारी का मोह चर्चा है कि पीआरओ ऑफिस के एक पूर्व अधिकारी सवाई सिंह का मोह अब भी विभाग से नहीं छूट रहा है। इस अधिकारी को सेवानिवृत्ति के बाद एक अन्य सरकारी जगह पर लगाया गया है। लेकिन फिर भी यह अधिकारी आधे दिन अपने नई जगह और आधे दिन फिर से पीआरओ ऑफिस में ही टाइम बिताता है। बाकायदा उसके लिए अलग से बैठने की व्यवस्था भी की गई है। ऐसे में चर्चा यह भी है कि फिलहाल भी पीआरओ ऑफिस उन्हीं के इशारों पर चल रहा है और जो प्राइवेट कामों का बोझ पीआरओ ऑफिस झेल रहा है।
नई दिल्ली। संसद में मंगलवार को भी हंगामे के आसार हैं। मोदी सरकार के खिलाफ आज फिर वाईएसआर कांग्रेस और तेगुगू देसम पार्टी (टीडीपी) द्वारा लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश कर सकती है। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने से नाराज दोनों पार्टियां ये कदम उठा रही हैं और कई विपक्षी पार्टियां इनके समर्थन में हैं। हालांकि एक तरफ ये पार्टियां लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करना चाहती हैं तो दूसरी तरफ हंगामा करने से भी बाज नहीं आ रही हैं। ऐसे में संसद की कार्यवाही बाधित हो रही है और सोमवार को भी यही हुआ। विपक्षियों के विरोध-प्रदर्शन के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। मगर दोनों पार्टियों ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने को लेकर एक बार फिर नोटिस दिया है। वैसे सरकार ने साफ कर दिया है कि वह अविश्वास प्रस्ताव सहित विपक्ष की ओर उठाए जा रहे सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन चर्चा तभी संभव होगी जब सदन सुचारू रूप से चले। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले सदन में शांति जरूरी है। तभी चर्चा हो सकती है। सरकार की ओर से पहले भी कहा जा चुका है कि लोकसभा में उसके पास पूर्ण बहुमत है, इसीलिए अविश्वास प्रस्ताव से डरने की कोई जरूरत नहीं है। ५३९ सदस्यों वाली लोकसभा में भाजपा के पास खुद के २७४ सदस्य हैं, जबकि बहुमत के लिए २७० सदस्यों की ही जरूरत है।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय की लेफ्ट आउट प्रैक्टिकल परीक्षा सोमवार को बरेली कॉलेज, हिन्दू कॉलेज मुरादाबाद और साहू राम स्वरूप कॉलेज में होगी। बरेली कॉलेज सबसे बड़ा परीक्षा केंद्र होगा। यहां पर ९ जिलों से ४००० से अधिक स्टूडेंट परीक्षा देने आएंगे। ऐसे में बरेली कॉलेज में सोमवार को शिक्षण कार्य बंद रहेगा। हालांकि एलएलबी प्रथमवर्ष के एडमिशन होंगे। एहतियात के तौर पर कैंपस में पुलिस बल तैनात रहेगा। रुहेलखंड विवि की मुख्य परीक्षाओं में प्रैक्टिकल परीक्षाएं देने से वंचित विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय ने एक मौका दिया था। बरेली कॉलेज सबसे बड़ा सेंटर है जहां पर बरेली, मुरादाबाद मंडल सहित ९ जिलों के कॉलेजों के छात्र प्रैक्टिकल और वायवा देने आएंगे। भारी भीड़ को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने सोमवार को कक्षाएं बंद रखने का नोटिस जारी जारी कर दिया। बरेली कॉलेज में भूगोल, मनोविद्यालय और संगीत छोड़कर सभी स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम, इलेक्ट्रॉनिक और सैन्य अध्ययन पाठ्यक्रम की परीक्षाएं बरेली कॉलेज में होंगी। कॉलेज प्रशासन ने बड़ी संख्या में उमड़ने वाले छात्रों के लिए पूरी व्यवस्था करने का दावा किया है। यूजी-पीजी में एडमिशन बंद रहेगाबरेली कॉलेज में प्रैक्टिकल परीक्षाओं को लेकर स्नातक और परास्नातक में प्रवेश प्रक्रिया भी स्थगित कर दी हैं। वहां न प्रवेश होंगे और न ही फीस जमा होगी। ऐसा निर्णय कॉलेज में भीड़भाड़ को देखते हुए लिया गया। एलएलबी में एडमिशन के लिए मिलेंगे केवल दो दिन: बरेली कॉलेज में सोमवार को एलएलबी प्रथमवर्ष के एडमिशन होंगे। कॉलेज के पास प्रवेश पूरे करने के लिए मात्र ३१ जुलाई का वक्त बचा है। विवि ने पंजीकरण का नया मौका देने से पहले पूर्व में पंजीकृत छात्रों के प्रवेश २७ तक करने का आदेश जारी किया था पर कॉलेज में भारी हंगामे के कारण एलएलबी में प्रवेश नहीं हो पाए। अब कॉलेज को ३० और ३१ जुलाई को ३२० सीटों पर प्रवेश पूरे करने होंगे। प्राचार्य डॉ. अजय कुमार शर्मा ने बताया कि प्रेक्टिकल परीक्षा के कारण शिक्षण और स्नातक परास्नातक में प्रवेश नहीं होंगे। एलएलबी प्रथमवर्ष में सोमवार सुबह से दाखिले शुरू होंगे।
कारोबारियों ने सोने की कीमतों में तेजी आने का श्रेय विदेशों में मजबूती के रुख को दिया, जिसके कारण स्थानीय आभूषण कारोबारियों की लिवाली बढ़ गई और इससे बाजार धारणा पर अनुकूल असर हुआ। नई दिल्ली। विदेशों में मजबूत रुख के बीच आभूषण कारोबारियों की खरीदारी बढ़ने के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमत ८० रुपए की तेजी के साथ ३३,०५० रुपए प्रति १० ग्राम हो गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने जानकारी देते हुए कहा कि सोने की ही तरह औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं का उठाव बढ़ने के कारण चांदी की कीमत भी २७० रुपए की तेजी के साथ ३९,२७० रुपए प्रति किलो पर बंद हुई। कारोबारियों ने सोने की कीमतों में तेजी आने का श्रेय विदेशों में मजबूती के रुख को दिया, जिसके कारण स्थानीय आभूषण कारोबारियों की लिवाली बढ़ गई और इससे बाजार धारणा पर अनुकूल असर हुआ। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में शुक्रवार को सोना ०.२८ प्रतिशत की तेजी के साथ १,3१3.6० डॉलर प्रति औंस तथा चांदी ०.१3 प्रतिशत की तेजी के साथ १5.५७ डॉलर प्रति औंस हो गई। होली के मौके पर गुरुवार को दिल्ली सर्राफा बाजार बंद था। शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में ९९.९ प्रतिशत और ९९.५ प्रतिशत शुद्धता वाले सोने के भाव ८०-८० रुपए की तेजी के साथ क्रमश: ३३,0५0 रुपए और ३२,8८० रुपए प्रति दस ग्राम रहे। हालांकि आठ ग्राम की गिन्नी के भाव २६,४०० रुपए प्रति इकाई पर कायम रहे। हालांकि चांदी हाजिर भी २७० रुपए की तेजी के साथ ३९,२७० रुपए प्रति किलो तथा चांदी साप्ताहिक डिलिवरी के भाव २४६ रुपए की तेजी के साथ ३८,३७२ रुपए प्रति किलो रहे। चांदी सिक्कों के भाव १,००० रुपए की तेजी के साथ लिवाल ८०,००० रुपए प्रति सैकड़ा तथा बिकवाल 8१,००० रुपए प्रति सैकड़ा पर बंद हुए।
इकसे फुल फॉर्म इन हिन्दी और इब फुल फॉर्म इन हिन्दी यानी आईसीएसई और आईबी शिक्षा बोर्ड का फुल फॉर्म जानना चाहते हैं ? क्या राज्यों के बोर्ड व सीबीएसई बेहतर है ? यह दोनों शिक्षा बोर्ड किसके लिए ज्यादा उपयोगी है ? सभी प्रश्नों का उत्तर आपको इस लेख में मिलेगा, कृपया अंत तक ज़रूर पढ़ें ! यह सभी विषयों जैसे भाषा, विज्ञान, गणित, कला इत्यादि पर ध्यान देता है। छात्रों के लिए विभिन्न विषयों का चयन करने के लिए अधिक विकल्प प्रदान करता है ! भारत और सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात जैसे अन्य देशों में व्यापक कवरेज (१००० से अधिक स्कूल) भी हैं। भाषा विषयों के रूप में २० से अधिक भारतीय भाषाओं और १२ विदेशी भाषाओं की सुविधा प्रदान करता है ! छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान व ऑल राउंड डेवलपमेंट पर ज्ञान में वृद्धि पर केंद्रित है। पाठ्यक्रम बहुत विशाल और व्यापक है। अन्य बोर्डों की तुलना में शुल्क अधिक है। इंटरनेशनल बैचलरेट (आईबी), जिसे पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर के संगठन (आईबीओ) के नाम से जाना जाता है, एक अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक नींव है जिसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है और १९६८ में स्थापित किया गया था! एक बहुत ही अलग शिक्षण विधि के साथ अभिनव पाठ्यक्रम डिजाइन किया गया है ! फोकस छात्रों के समग्र विकास पर और न केवल अकादमिक प्रदर्शन पर है। पाठ्यक्रम आवेदन और प्रयोग पर आधारित है। यह दुनिया भर के अधिकांश देशों में व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है। इन स्कूलों में बुनियादी ढांचा बहुत बेहतर है, क्योंकि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार इसे बनाए रखना होता है । जो माता-पिता जो एनआरआई हैं या नौकरियों के लिए अलग-अलग देशों में जाते हैं, उन्हें यह विकल्प सबसे अच्छा लगेगा। अध्ययन सामग्री और शिक्षक आसानी से उपलब्ध नहीं होता हैं। स्कूल केवल महानगरीय शहरों में पाए जाते हैं। शुल्क बहुत अधिक हैं ! क्बसे बोर्ड के तुलना में इन दोनों ही शिक्षा बोर्ड के स्कूल बड़े महानगरों में ही स्थापित है और इसका फीस भी ज्यादा है ! पाठ्यक्रम एवं गुणवत्ता के अनुसार देखें तो उस संदर्भ में कहा जा सकता है कि क्बसे से यह दोनों बोर्ड बेहतर हैं ! उन अभिभावकों के लिए आईबी बोर्ड बेहतर है जो किसी ना किसी वजह से एक देश से दूसरे देश में बसने का इरादा रखते हैं ! आईसीएसई बोर्ड उन छात्रों के लिए अच्छा है जो ज्यादा पढ़ना चाहते हैं क्योंकि इसका का पाठ्यक्रम क्बसे से काफी बड़ा होता है ! आईसीएसई और आईबी बोर्ड भारत एवं दुनिया के लगभग सभी देशो से मान्यता प्राप्त है ! दोस्तों, उम्मीद करता हूं कि आपको इकसे फुल फॉर्म इन हिन्दी और इब फुल फॉर्म इन हिन्दी के साथ आईसीएसई और आईबी बोर्ड की महत्वपूर्ण जानकारी अच्छा लगा होगा ! शिक्षा से संबंधित अन्य लेख के लिंक नीचे दिए गए हैं कृपया इसे भी एक बार जरूर पढ़ें !
कोरोना जैसे घातक वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद कोई भी घबरा जाएगा। लेकिन पुणे की दो बहनों और उनके परिवार ने वायरस की ही छुट्टी कर दी। दोनों बहनों के परिवार के ७ सदस्य कोरोना से पीड़ित थे, लेकिन अब सबकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और वे अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। सारिका (परिवर्तित नाम) वेंटिलेटर पर थी। पूरा परिवार खौफ से भर गया, लेकिन सीमा (परिवर्तित नाम) ने हौसला रखा। वे खुद के साथ-साथ पूरे परिवार की देखभाल में लगी रही। सीमा बताती हैं- जब मुझे पता चला कि हम दोनों बहनों के पति और बच्चों की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है, तो शुरुआत में हम सब घबरा गए। फिर सोचा कि इससे काम नहीं चलेगा। कोरोना से लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। डॉक्टरों ने भी हौसला बढ़ाया। इससे आत्मविश्वास बढ़ा और अब हमारे दोनों के परिवारों ने कोरोना को पूरी तरह हरा दिया है। सारिका की तबियत ज्यादा खराब हो गई थी। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। ऐसे में जब सीमा और उसके परिजनों को कोरोना की पुष्टि हुई, तो उन्हें भी क्वारैंटाइन किया गया। इस दौरान सारिका से मिलने कोई अस्पताल नहीं जा रहा था। कोई न कोई बहाना बनाकर यह बात छिपाकर रखी गई कि उनकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव है। इस दौरान परिजन वीडियो कॉल पर बात करते, तो भी यह अंदाजा नहीं होने दिया कि वे भी उसी हॉस्पिटल में क्वारेैंटाइन वार्ड में रखे गए हैं। १२ दिन बाद जब सारिका को वेंटिलेटर से हटाया गया, तब उन्हें पता चला कि उनकी बहन समेत पांच परिजन बीमार हैं और इसी हॉस्पिटल में हैं।
अब कोई मोबाइल चलाने पर डांटे तो पढ़ा दे यह खबर, रिसर्च में हुआ है हैरान करने वाला खुलासा..! होमविशेषअब कोई मोबाइल चलाने पर डांटे तो पढ़ा दे यह खबर, रिसर्च में हुआ है हैरान करने वाला खुलासा..! वैसे इसके पहले भी कई शोध हुए हैं जिसमें पाया गया कि लोग अपने आस-पास लोगों से बात करने या उनके साथ वक्त बिताने से ज्यादा अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं। जिसकी वजह से वह घंटो तक एक ही पोजीशन में बैठे हर समय अपनी आंखे मोबाइल स्क्रीन पर और उंगलियां मोबाइल फोन की स्क्रीन पर बनी रहती है। जो कि स्वास्थ्य, आंखो के लिए अच्छा नहीं हैं। मगर इस शोध के बाद ये सामने आया है कि ऐसा करने से लोग खुद का अकेलापन दूर करते हैं।
रिपब्लिक दए इमेगाज डावनलोड (रिपब्लिक दए २०२० - रिपब्लिक फोटो) : हर साल की तरह इस बार भी २६ जनवरी (२६ जान्वरी पर भारत अपना ७१वां गणतंत्र दिवस (७१स्त रिपब्लिक दए) मनाएगा। इस बार परेड में २२ झांकियों को शामिल किया जाएगा। इस बार महाराष्ट्र और बंगाल की झांकियों को शामिल नहीं किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर तीनों सेना के पराक्रम से लेकर राज्यों की सांस्कृति को दिखाती झांकियों के साथ कुछ मंत्रालयों की भी झांकियां निकाली जाती हैं। इन झांकियों के साथ-साथ अलग-अलग स्कूलों के छोटे-छोटे बच्चे भी अपने डांस के जरिए भारत के लिए प्यार दिखाते हैं। शक्ति प्रदर्शन इंडिया गेट के पास राजपथ रोड से होता हुआ लाल किले तक जाता है। इसी दिन २६ जनवरी १९५० को भारत का संविधान लागू (कंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया) हुआ। गणतंत्र दिवस (रिपब्लिक दए) के मौके पर आप दोस्तों और रिश्तेदारों को पराक्रम की ये तस्वीरें फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्विटर पर शेयर कर सकते हैं। इसके अलावा लोग गूगल (गूगल) सर्च इंजन पर एचडी इमेजिज (हद इमेगाज) को खूब डाउनलोड (डावनलोड) करते हैं।
विकिसूक्ति पर आपका स्वागत है! यह मुक्त सूक्ति सार-संग्रह है जिसे कोई भी सम्पादित कर सकता है। हिन्दी में अभी १९३ पृष्ठ हैं। विकिसूक्ति किसी भी भाषा में महत्वपूर्ण व्यक्तियों और रचनात्मक कार्यों से ली गई मूल तथा हिंदीतर भाषाओं का हिंदी में अनूदित सूक्तियों, कहावतों और मुहावरों का अंतर्जाल पर स्थित स्रोत सहित (जितना उपलब्ध हो सके) का मुक्त संकलन है। आप इसके लगभग हर पृष्ठ को संपादित कर सकते हैं। अपना खाता खोलने के लिए यहाँ प्रवेश करें। यहाँ प्रत्येक माह के लिए एक पृष्ठ है जहाँ पिछली प्रत्येक दिन के लिए "आज की सुक्तियाँ" सूचीबद्ध की गयी हैं और वहाँ पर पंजीकृत सदस्य सुझाव दे सकते हैं तथा भावी दिनों के लिए सूक्तियों का स्तर सुझाव दे सकते हैं। इस पृष्ठ का पिछला बदलाव १५ नवम्बर २०१४ को २०:१७ बजे हुआ था।
नई दिल्ली: दिल्ली की जान बन गई दिल्ली मेट्रो जहाँ हमारे सफ़र को आसान बनाती है। एक दशक बाद इस मेट्रो को किसी की नज़र लग गई है या इस पर बोझ इतना बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से मेट्रो की रफ़्तार बार-बार थम जाती है। कई बार यह ख़बर मीडिया की सुर्ख़ियों में आ जाती है पर अक्सर यह ख़बर नज़र अंदाज़ ही कि जाती है। आपको बता दे खासकर लोगो को सबसे ज़्यादा दिक्कत शाम और सुबह होती है क्यों कि इस समय कई लोगो का ऑफ़िस से आने जाने का वक्त होता है । आज मेट्रो की रफ़्तार फिर थमी और लोगों को काफ़ी परेशान का सामना करना पड़ा। आज द्वारका की तरफ जाने वाली मेट्रो में बार-बार दिक्कत आई और जिसकी वजह से मेट्रो एक स्टेशन पर दस मिनट तक खड़ी रही। जब तक मेट्रो प्लेटफ़ॉर्म पर रुकी रही उस दौरान मेट्रो के दरवाज़े लगातार खुले रहे। इस दौरान मेट्रो सिर्फ एक ही बात की बार-बार घोषणा करती रही की असुविधा के लिए खेद है। दिल्ली मेट्रो ने कुछ महीने पहले अपने किराये में दुगनी बढ़ोतरी की थी पर इसके बावजूद भी लोगों को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। मेट्रो ने किराया बढ़ाया पर वो लोगों को बेहतर सुविधा देने में असफल हो रही है। परेशानी के चलते दिल्ली मेट्रो की एक यात्री दीपिका गोला ने वीडियो बना कर ट्विटर पर शेयर कर दिया, जिस पर डीएमआरसी ने रीट्वीट कर असुविधा के लिए माफ़ी माँगी। असुविधा के लए खेद तो सब जताते है पर असली समस्या कब सुलझाई जाएगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं होता है।
मेयर के अनुसार दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति ने छात्र मार्ग पर प्रस्तावित १३९ मीटर ऊंची (३९ मंजिला) बिल्डिंग निर्माण के संबंध में शिकायत दी है। शिकायत में बताया गया है कि बिल्डिंग निर्माण के लिए मेट्रो ने ३.०५ हेक्टेयर जमीन एक प्राइवेट बिल्डर को ट्रांसफर की है। जिस जगह बिल्डिंग बन रही है, उसके आसपास स्टूडेंट्स के चार हॉस्टल हैं। इतनी ऊंची बिल्डिंग बनने से छात्राओं की प्राइवेसी और सुरक्षा दांव पर लग सकती है। डीयू प्रशासन का यह भी कहना है कि बिल्डिंग बनने से यहां की ६० फीट चौड़ी सड़क पर ट्रैफिक जाम की समस्या खड़ी हो जाएगी, जिससे स्टूडेंट्स को परेशानी होगी। साथ ही यहां प्रदूषण भी बढ़ेगा। डीयू प्रशासन ने इस संबंध में पिछले साल दिसंबर में हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी से भी शिकायत की थी। नॉर्थ एमसीडी के मेयर अवतार सिंह ने बताया कि एमसीडी ने बिल्डिंग बनाने के लिए प्लान कैसे पास कर दिया इसकी जांच की जाएगी। मैंने प्रोजेक्ट की पूरी फाइल अफसरों से मांगी है। अगर बिल्डिंग प्लान गलत तरीके से पास किया गया है तो संबंधित अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस उत्सव में नृत्य के आयोजन के साथ भक्ति संगीत और प्रसाद का वितरण भी किया गया। गणेश उत्सव के दौरान ईमानदारी, सहिष्णुता और प्रेम के प्रतीक भगवान गणेश की प्रतिमा की पूजा की जाती है। यह उत्सव परंपरागत रूप से १० दिन तक चलता है। माना जाता है कि इस दौरान भगवान गणेश धरती पर आते हैं और अपने सभी भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। भारत में यह उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। विशेषकर पश्चिमी प्रांत महाराष्ट्र और उसकी राजधानी मुंबई में इस उत्सव का रंग कुछ अलग ही दिखता है। मुंबई के लगभग हर क्षेत्र में भगवान गणेश की बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाती है और उनको काफी सजाया जाता है। राजिम & रिद्धि-सिद्धि के दाता, विध्नहर्ता, दुखहर्ता प्रथम पूज्य गणपति गजानंद ११ सितंबर से जगह-जगह विराजेंगे। लोग घरों में गणेश की मूर्तियां रखकर पूरे ग्यारह दिन तक सेवा और पूजा-अर्चना करेंगे। गणेशोत्सव को देखते हुए मूर्तिकार दो माह से गणेश की मूर्तियां बनाने की तैयारी में लगे हुए हैं। नगर में अनेक चौक-चौराहे पर पंडालों में गणेश की मूर्तियां स्थापित की जाएगी। मूर्तिकार इस वर्ष आर्डर के अनुसार नौ फीट ऊंची गणेश की मूर्तियां बना रहे हैं।
गढ़वाल हिरोज ने रोमांचक मुकाबले में इंडियन एयरफोर्स (दिल्ली) को हराकर डीएसए सीनियर डिवीजन ओपन क्लब फुटबॉल लीग चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया। टाइब्रेकर में हिरोज ने एयरफोर्स को ५-३ से हराकर खिताबी जीत हासिल की। दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर हुई। खेल के निर्धारित समय में दोनों टीमें १-१ से बराबरी पर थीं। जीत का जश्न मनाते खिलाड़ी। गढ़वाल हिरोज ने मध्यांतर के पहले इंजुरी टाइम में पहला गोल दागा। अमन थापा ने शानदार गोल कर टीम को १-० की बढ़त दिला दी। मध्यांतर के बाद ७५वें मिनट में एयरफोर्स ने एक गोलकर टीम को बराबरी पर ला दिया। इसके बाद दोनों टीमों ने जीत के लिए एड़ी चोटी एक कर दी, लेकिन गोल नहीं हुआ। एक दूसरे के गोलपोस्ट पर कई हमले किए। मैच की बराबरी पर खेल में तेजी आई। इसके बाद १५ मिनट का अतिरिक्त समय भी मैच के लिए दिया गया, लेकिन परिणाम नहीं निकला। इसके बाद टाईब्रेकर का निर्णय लिया गया। जिसमें गढ़वाल हिरोज ने ५-३ से जीत दर्ज की। विजेता टीम को डेढ़ लाख और उपविजेता टीम को 7५ हजार रुपये का इनाम दिया गया। सेमीफाइनलिस्ट टीम यंगमेन और देल्ही एफसी को ४०-४० हजार रुपये दिए गए। मैच शुरू होने से पहले देल्ही ऑडिट टीम के माइकल जेम्स की याद में दो मिनट का मौन खिलाड़ियों ने रखा।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (कोविड-१९) संक्रमण को रोकने के लिए देश में जब लॉकडाउन की घोषणा की गई तो दर्शकों की मांग पर एक बार फिर रामायण का प्रसारण किया गया। इस आध्यात्मिक सीरियल के अलावा ९० के दशक के बाकी कार्यक्रमों का भी दोबारा प्रसारण किया गया। रामानंद सागर के इस धारावाहिक को दर्शकों का खूब प्यार मिला। शो की वापसी से न केवल इसके कलाकार दोबारा चर्चा में आए बल्कि इसने टीआरपी के भी नए रिकॉर्ड बनाए। ये शो दुनिया में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो भी बन गया, जिसके बाद दूरदर्शन ने जानकारी दी थी कि हमारे सभी दर्शकों का शुक्रिया, रामायण ने विश्व कीर्तिमान रचा है। शो की इस अपार सफलता पर प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेंपती ने बताया है कि जब शो को दोबारा प्रसारित करने की बात कही गई तो क्या कुछ हुआ था। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च के अंत में लॉकडाउन की घोषणा की और ऐसी हेडलाइन आईं कि रामायण को दोबारा प्रसारित किया जाएगा, तो उनके व्हॉट्सएप ग्रुप पर लोग हंस रहे थे। लोगों का कहना था कि इस शो को कौन देखेगा। कोविड-१९ लॉकडाउन के दौरान कार्यक्रम की पूरी तैयारी को लेकर वेंपती ने आईएएनएस को एक वीडियो इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने कहा, 'वो सब जैसे, हंस रहे थे। इसे कौन देखने वाला है? मैंने उन्हें कहा कि तुम जानते हो, कि भारत बहुत अलग है। यहां केवल अंग्रेजी बोलने वाला अभिजात वर्ग नहीं है, बल्कि यह बहुत बड़ा है, बहुत अधिक विविध है। तो वह चिंता थी।' रामायण के प्रसारित होने के बाद दूरदर्शन ने ये भी बताया कि १६ अप्रैल को प्रसारित किए गए एपिसोड को सबसे ज्यादा ७ करोड़ ७0 लाख से भी अधिक लोगों ने देखा है, जिसकी वजह से गेम ऑफ थ्रोन्स का भी रिकॉर्ड टूट गया है।
विश्व कप २०१९ के संभावित खिलाड़ियों की लिस्ट में जगह बनाने के लिए जारी दियोधर ट्रॉफी की जंग में इंडिया-आ और इंडिया-च की टीमें एक दूसरे के सामनें होगी। इंडिया-आ की टीम को पिछलें मैच में इंडिया-ब की हाथों ४३ रनों से हार का मुंह देखना पड़ा था। पृथ्वी शॉ, करूँ नैर, दिनेश कार्तिक ,र अश्विन जैसे प्लेयरों से सजी इंडिया-आ की टीम ने पिछले मुकाबलें में अपने प्रदर्शन से निराश किया था। टीम २६२ रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज २१८ रनों पर ढ़ेर हो गई थी। टीम के चार बल्लेबाज ढ़हाई के आंकड़े तक पहुंचने में नाकाम रहे थे। टीम की बल्लेबाजी की बात करें तो टीम में पृथ्वी शॉ, करूँ नैर , कप्तान दिनेश कार्तिक जैसे बल्लेबाज मौजूद है। कार्तिक ने पिछलें मुकाबलें में शानदार पारी खेली थी। टीम में र अश्विन , कृनल पंड्या जैसे धाकड़ ऑलराउंडर भी मौजूद है, जो की किसी भी मैच का रुख पलटने का माद्दा रखतें है। इंडिया -आ की गेंदबाजी ने पिछले मैच में शानदार प्रदर्शन किया था। टीम के पास गेंदबाजी में धवल कुलकर्णी , मुहम्मद सीराज, सिद्धार्थ कौल जैसे तेज गेंदबाज मौजूद है। वही टीम के स्पिन डिपार्टमेंट की कमान र अश्विन और कृनल पंड्या संभाल रहे है। वही इंडिया-च की बात करें तो टीम में काफी अनुभवी प्लेयर शामिल है। टीम के पास बल्लेबाजी में कप्तान अजिनकाए रहने, सूर्य कुमार यादव, सुरेश रेना , शुभम गिल जैसें वर्ल्ड क्लास प्लेयर बल्लेबाज मौजूद है। ऑलराउंडर की लिस्ट में टीम के पास विजय शंकर, वॉशिंगटन सुन्दर जैसें बेहतरीन विकल्प मौजूद है। हालांकि टीम की गेंदबाजी कुछ हद तक कमजोर नजर आती है। नवदीप सैनी को छोड़ कर टीम में और कोई नामी गेंदबाज नजर नही आता है। फेरोज़ शाह कोटला का ग्राउंड छोटा होने के कारण बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो जाता है। पिच से स्पिन गेंदबाजों को मदद देखने को मिल सकती है। इंडिया-आ की टीम की बल्लेबाजी पिछलें मैच में फ्लॉप रही थी, ऐसे में टीम नीतीश राना को मौका दे सकती है। विकेटकीपर विकेटकीपर के तौर पर ईशान किशन ज्यादा अच्छे विकल्प नजर आते है। ईशान ने दिलीप ट्रॉफी में काफी रन बनाए थे और वो शानदार फॉर्म में चल रहे है। बल्लेबाज बल्लेबाजी में अजिनकाए रहने, सुरेश रेना , पृथ्वी शॉ, करूँ नैर अच्छे ऑप्शन रहेगें। इन खिलाड़िय़ों के पास अंतरराष्टीय क्रिकेट का अनुभव मौजूद है। वही पृथ्वी शॉ ने बीते दिनों में शानदार शतक के साथ डेब्यू किया था। ऑलराउंडर ऑलराउंडर की लिस्ट में र अश्विन , कृनल पंड्या , वॉशिंगटन सुन्दर सबसे अच्छे विकल्प के तौर पर नजर आते है। अश्विन ने पिछलें मुकाबलें में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया था।
अभी स्वार्थ, उदासीनता, एवं इंद्रियासक्ति का जंग लग कर खराब हुए अपनी चेतना के पलने को साफ कर और प्रतिदिन के गहरे दिव्य ध्यान, आत्मनिरीक्षण और विवेचन के द्वारा उसे चमका कर, मैं सर्वव्यापी शिशु क्राइस्ट के आगमन की तैयारी करूँगा। मैं उस पलने का भ्रातृप्रेम, नम्रता, निष्ठा, ईश्वर-साक्षात्कार की इच्छा, लम्हों की गलतियों को सदियाँ भूगतती है। यह बात सेरेब्रल पाल्सी के रोगियों पर शत प्रतिशत सही साबित होती है। माता-पिता की गलतियों को आने वाली नई पीढ़ीयों को भुगताना पड़ता है। कुछ सामाजिक परम्पराओं की गलतियाँ, कुछ आदतन गलतियाँ इन्सान को भविष्य में पश्चाताप के कगार पर खड़ा कर देती है। जो शराब,
बृहस्पतिवार को वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने पिथौरागढ़ दौरे पर दो दिनी किसान मेला एवं विकास प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने पांच अहम फैसले किए हैं। इसके तहत किसानों को भरपाई के लिए फंडिंग की व्यवस्था की है। बाजार भाव कम होने और फसल की लागत अधिक होने पर सरकार नुकसान भरेगी। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए बुनियादी समस्याओं पर ध्यान दिया जा रहा है। किसानों को सही समय पर बीजों की उपलब्धता के साथ ही तकनीकी जानकारी भी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार फसल तैयार होने से पहले समर्थन मूल्य घोषित करेगी। इससे किसानों को फसल का सही मूल्य मिलेगा। उन्होंने किसानों से महज दो फीसदी ब्याज पर ऋण योजना का लाभ उठाने की अपील की। इस अवसर पर दीनदयाल उपाध्याय किसान योजना के तहत १० लाभार्थियों को दो फीसदी ब्याज पर एक-एक लाख रुपये ऋण के चेक दिए गए। इसके साथ ही कई किसानों को अनुदान पर कृषि उपकरण दिए। उन्हें बीज और कीटनाशक भी बांटे गए। इससे पहले वित्त मंत्री ने दीप जलाकर मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। घनश्याम ओली फाउंडेशन ने संगोष्ठी के माध्यम से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम पर प्रस्तुति दी। इस दौरान कपकोट विधायक बलवंत भौर्याल, बागेश्वर विधायक चंदन रामदास, डीएम सी रविशंकर, एसपी अजय जोशी, सीडीओ वंदना सिंह, एडीएम मोहम्मद नासिर, सीओ शेखर सुयाल, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चैधरी समेत एकरेखीय विभागों से जुड़े अधिकारी थे।
होम > राज्य > महाराष्ट्र > क्या शिवसेना कुर्सी के लिए कट्टर हिंदुत्ववाद छोड़ देगी? महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच १९८० के दशक के अंत से शुरू हुए रोमांस का शिवसेना की हठधर्मिता के चलते करीब-करीब अंत हो गया है। नई दिल्ली | महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच १९८० के दशक के अंत से शुरू हुए रोमांस का शिवसेना की हठधर्मिता के चलते करीब-करीब अंत हो गया है। भाजपा ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को रविवार शाम बता दिया कि महागठबंधन के प्रमुख सहयोगी शिवसेना के गठबंधन धर्म निभाने से इनकार करने के कारण वह राज्य में सरकार बनाने की स्थिति में फिलहाल नहीं है। इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के संभावित गठबंधन को शुभकामनाएं दी।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण के बाद सुप्रीम कोर्ट में आज कांग्रेस और जेडीएस की याचिका पर सुनवाई हुई। जस्टिस सीकरी, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस बोबडे की तीन जजों की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए शनिवार शाम चार बजे विधानसभा में बहुमत परीक्षण कराने का आदेश दिया। इस फैसले के बाद बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए अब १४ दिनों का समय नहीं मिलेगा। सबसे पहले बीजेपी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट को वह लेटर उपलब्ध कराया गया जिसे येदियुरप्पा की तरफ से राज्यपाल को भेजा गया था। बीजेपी के वकील मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट से बहुमत परीक्षण के लिए सोमवार तक का वक्त मांगा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने देने से इनकार कर दिया। कांग्रेस की तरफ से वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि फ्लोर टेस्ट की वीडियोग्राफी हो और विधायकों को सुरक्षा मिलनी चाहिए ताकि वह वोट कर सकें। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक विधानसभा में एंग्लो-इंडियन सदस्य की नियुक्ति पर भी रोक लगा दी है। बता दें कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की तरफ से एक और याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी। ये याचिका एंग्लो-इंडियन विधायक के चुनाव के विरोध में दायर की गई थी। याचिका मे सीएम बीएस येदुियुरप्पा के सदन में बहुमत साबित करने तक एंग्लो इंडियन विधायक मनोनीत किए जाने पर रोक लगाने की मांग की गई थी। अाइए जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान क्या-क्या दलीलें दी गईं और सुप्रीम कोर्ट ने क्या टिप्पणियां की। सबसे पहले विधानसभा के सचिव उस विधायक का नाम प्रोटेम स्पीकर के लिए राज्यपाल को भेजेंगे। उसके बाद राज्यपाल उस विधायक को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाएंगे। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर सभी नव निर्वाचित विधायकों को सदन में उपस्थित रहने के लिए आमंत्रण भेजेंगे। एक बार जब सभी विधायकों के शपथ ग्रहण का काम पूरा हो जाएगा, उसके बाद प्रो-टेम स्पीकर के पास दो विकल्प होंगे। एक ये कि वो फ्लोर टेस्ट शुरू कराए और बहुमत के लिए वोटिंग हो या फिर वो पहले सदन के स्पीकर को निर्वाचित करें। जब विधायकों की वोटिंग होगी तो पहले ध्वनि मत (वॉयस वोट) लिया जाएगा। इसके बाद कोरम बेल बजेगी और सभी विधायकों को दो खेमों में बंटने के लिए कहा जाएगा। और फिर दोनों खेमों में विधायकों की गिनती की जाएगी। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद प्रोटेम स्पीकर परिणाम की घोषणा करेंगे। २:१५ प्म: कर्नाटक में कांग्रेस विधायक के गायब होने पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें ये पता है कि किस केंद्रीय मंत्री के द्वारा उनको फोन करके बुलाया गया, और बाद में पकड़कर भी रखा। १२:२० प्म : बी एस येदियुरप्पा का दावा, " हमारे पास विधायकों की पर्याप्त संख्या है और हम १०० फीसदी बहुमत साबित करके दिखाएंगे।" ११: ३४ आम : सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फ्लोर टेस्ट होने तक किसी ऐंग्लो-इंडियन सदस्य को नॉमिनेट न किया जाए। ११: २४ आम : सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह डीजीपी को आदेश देगा ताकि शनिवार को फ्लोर टेस्ट सुरक्षा के बीच हो सके। ११: २२ आम : सिंघवी ने कहा कि विधायक बिना डरे वोट कर सके इसके लिए सुरक्षा और विडियोग्राफी होनी चाहिए। ११: २० आम : सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस शनिवार को फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है। ११: १९ आम : कांग्रेस के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने पूछा कि राज्यपाल यह कैसे सोच सकते हैं कि भाजपा बहुमत साबित कर सकती है जब जेडीएस और कांग्रेस के पास बहुमत है। ११: १७ आम : जस्टिस सीकरी ने कहा कि हम राजनीतिक लड़ाई में नहीं पड़ सकते हैं। ११:१५ आम : जस्टिस बोबडे ने कहा कि विधानसभा में ही बहुमत परिक्षण होना चाहिए, जिसे न्यौता मिला वह बहुमत साबित करे। ११: १० आम : सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "बेहतर होगा कि कल ही बहुमत परीक्षण कराया जाए।" ११:०५ आम : जस्टिस सीकरी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि जनादेश सबसे महत्वपूर्ण है। ११:०० आम : मुकुल रोहतगी ने दलील दी है कि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। १०ः५७ आम : बीजेपी के वकील सुप्रीम कोर्ट के सामने बोम्मई जजमेंट का उदाहरण दिया है। १०: ५५ आम : मुकुल रोहतगी ने कहा कि राज्यपाल को विधायकों के नाम देने की जरूरत ही नहीं थी क्योंकि वह सदन में बहुमत साबित करने को तैयार हैं। १०:४८ आम : काग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद बोले- कर्नाटक मामले में राज्यपाल का फैसला रद्द होना चाहिए। १०:४० आम : बीजेपी के वकील मुकुल रोहतगी कोर्टरूम पहुंचे हैं। १०:३५ आम : कांग्रेस और जेडीएस के विधायक हैदराबाद के ताज कृष्णा होटल पहुंचे हैं। इस मौके पर तेलंगाना कांग्रेस पार्टी कमेटी के अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी भी मौजूद हैं। १०ः२० आम : बीजेपी के वकील मुकुल रोहतगी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि हम अदालत को मुख्यमंत्री का पत्र दिखाएंगे, इससे पता चलता है कि उनके पास कितने विधायकों का समर्थन है। खरीद-फरोख्त की कोई बात नहीं है। ०९:३६ आम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को जन्मदिन की बधाई दी है। ०९:३५ आम: बीजेपी नेता बी. बोम्मई ने कहा कि मुझे नहीं पता कि गायब हुए विधायक कहां हैं। वह लोगों को ३-४ दिनों से भ्रमित कर रहे हैं। हम अपना बहुमत साबित करेंगे। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला देगा हम उसका सम्मान करेंगे। ०९:२५ आम : कर्नाटक: सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस-जेडीएस के विधायक हैदराबाद पहुंचे हैं। दो वर्षों में एक बार होने वाले इस चुनाव में एक नई तरह का राजनीतिक समीकरण देखने को मिल रहा है। कर्नाटक: इन २० लिंगायत विधायकों से भाजपा को है उम्मीद, लगाएंगे येदियुरप्पा की नैया पार?
नई दिल्ली, प्रदूषण की चपेट में दिल्ली-एनसीआर के अलावा देश के तमाम शहर हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन ६५ शहरों में प्रदूषण के स्तर की मशीनों से निगरानी की जा रही है, उनमें से ६० की हवा खराब पाई गई है। सिर्फ पांच शहर ही ऐसे पाए गए हैं, जिनमें हवा की गुणवत्ता संतोषजनक है। एक भी शहर ऐसा नहीं है, जहां हवा की गुणवत्ता अच्छी श्रेणी में दर्ज की गई हो। सीपीसीबी ने ११ नवंबर को देश के ६५ शहरों की हवा की गुणवत्ता का सूचकांक जारी किया है। यह सूचकांक पिछले २४ घंटों की हवा की गुणवत्ता का विश्लेषण करके तैयार किया गया है। इनमें पांच शहर तिरुपति, विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश), तिरुवनंतपुरम (केरल), सिलिगुड़ी (पश्चिम बंगाल) तथा चंदरपुर (महाराष्ट्र) ऐसे हैं, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक १०० से नीचे रहा। यानी हवा की गुणवत्ता की श्रेणी संतोषजनक दर्ज की गई। यदि यह सूचकांक ५० से नीचे रहता तो हवा की गुणवत्ता अच्छी श्रेणी में आती है, लेकिन इन ६५ शहरों में ऐसा कोई नहीं है। संतोषजनक श्रेणी की हवा गुणवत्ता में सिर्फ संवेदनशील लोगों को ही सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
मुक्केबाजी में छह बार की विश्व चैम्पियन मेरी कॉम सोमवार को यहां शुरू हुए इंडियन ओपन मुक्केबाजी टूर्नामेंट के दूसरे सत्र के सेमीफाइनल (५१ किग्रा) में एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता निकहत जरीन से सामना हो सकता है। ड्रा में कम खिलाड़ियों के होने से १० भारतीय मुक्केबाजों ने सीधे सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही पदक भी पक्के किए जिसमें से पुरूष वर्ग के छह और महिला वर्ग की चार मुक्केबाज शामिल है। महिलाओं में लोलिना बोरगोहेन और अंजलि ने ६९ किग्रा के भार वर्ग में सेमीफाइनल में स्थान पाकर पदक पक्के किए जबकि भाग्यवति काछरी और स्वीटी बूरा को ७५ किग्रा के पहले दौर में बाई मिला जिससे वह सीधे सेमीफाइनल में पहुंच गयी है।
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ :-सिमरी प्रखंड क्षेत्र के पुराना थाना बस स्टैंड के समीप सोमवार को वैदिक मंत्रोचार के साथ भव्य उद्धघाटन समारोह आयोजित कर मिस्त्री इंग्लिश अकादमी नामक कोंचिंग संस्थान का शुभारम्भ किया गया। इस कोचिंग संस्थान के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर स्थानीय ब्लॉक प्रमुख पति नीरज पाठक मौके पर उपस्थित हुए तथा श्री पाठक ने कोंचिंग का उद्धघाटन फीता काट कर की. इस दौरान मिस्त्री कोंचिंग संस्थान के प्रबंधक निदेशक राजू दुबे के साथ पिंटू दुबे,छोटे दुबे,रितेश कुमार,उमेश कुमार,राहुल राय समेत तमाम छात्र-छात्राएं मौके पर मौजूद रहे। वही उद्धघाटन समारोह सम्पन्न होने के उपरान्त प्रखंड प्रमुख पति नीरज पाठक ने वहाँ पर उपस्थित सभी छात्र-छत्राओं को जीवन में शिक्षा का महत्व बता कर बच्चों को काफी प्रोत्साहित किये. श्री पाठक ने कहा कि आज के आधुनिक युग में प्रत्येक व्यक्ति के लिए अंग्रेजी सीखना अनिवार्य हो गया है क्योंकि अंग्रेजी ही एक ऐसी भाषा है जो पूरे विश्व में बोला और समझा जाता है यह भाषा अंतराष्ट्रीय व्यापारिक भाषा है साथ ही उन्होंने कहा कि आज के दौर में किसी भी छात्र-छात्राओं को अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए अंग्रेजी सिखना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस बीच श्री पाठक ने कोचिंग संस्थान के प्रबंधक निदेशक राजू दुबे द्वारा ग्रामीण इलाके को ध्यान में रखकर शिक्षा के क्षेत्र में किये गये इस पहल को सराहनीय कदम बताया। वही राजू दुबे ने कहा की उनकी इस संस्था खोलने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के अंग्रेजी शिक्षा को बेहतर बनाने का है. उनका कहना है कि शिक्षा क्षेत्र में ग्रामीण इलाके के बच्चो की सर्वांगीक विकास के लिए उनकी कोंचिंग संस्था हमेशा प्रयासरत रहेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी मकसद है कि वैसे बच्चे जो की आर्थिक और बौद्धिक रूप से कमजोर है उन सभी छात्रों-छात्राओं को इस कोचिंग संस्था द्वारा मुफ्त में अंग्रेजी बोलने और पढ़ने सिखाया जायेगा।
नई दिल्ली : दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल ने आज रानी झांसी रोड पर चल रहे निर्माण कार्य सहित कई परियोजनाओं का निरीक्षण किया । बैजल ने अधिकारियों को उनमें तेजी लाने कहा | अनिल बैजल ने प्रगति की समीक्षा करने के लिए सभी पक्षकारों की एक बैठक की अध्यक्षता की। बैजल ने अपने एक ट्वीट कहा कि, रानी झांसी रोड पर बन रहे ग्रेड सेपरेटोर का उत्तरी डीएमसी, डीजेबी, राजस्व विभाग, यातायात पुलिस और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, सभी लंबित मामलों को हल करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने १५ अक्तूबर २०१७ तक काम पूरा होने का आश्वासन दिया। राज निवास ने एक बयान में कहा है कि बैजल ने अधिकारियों से बाधाओ के बारे भी जानकारी ली जिस वजह से परियोजनाओं में काफी देर हुई। दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने बाद में कमला नगर में बहुस्तरीय स्वचालित कार पार्किंग का भी निरीक्षण किया।
लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान के नेतृत्व मैं राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जी०पी०ओ० स्थित गांधी प्रतिमा पर एकदिवसीय धरना देकर राज्यपाल को जिलाधिकारी के माध्यम से ५ सुत्रीय मांगो का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसान विरोधी नया भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लिया जाय, प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए सशक्त लोकायुक्त की नियुक्ति हो तथा यादव सिंह प्रकरण की सी०बी०आई० जांच करायी जाय, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था में सुधार हो तथा गौरी हत्याकाण्ड की सी०बी०आई० जांच करायी जाय, गन्ना किसानों को बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान अविलम्ब कराया जाय और सत्ता का विकेन्द्रीकरण ईमानदारी से लागू करने के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में परिसीमन तथा आरक्षण की प्रक्रिया पारदर्शी करने की मांगे प्रमुख थी। धरने को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण बिल में संषोधन करके नया अध्यादेष लागू करने से किसानों को उनकी जमीन से उनका अधिकार छीनने का षड़यंत्र रचा गया है तथा वर्तमान उ०प्र० सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेष मंे भ्रष्टाचार चरम पर है। व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण सूबे के भ्रष्ट अधिकारी तथा मंत्री मिलकर जनहित की योजनाओं में भ्रष्टाचार उत्पन्न कर रहे हैं जिससे आमजनमानस को अपने कार्यों हेतु दर दर भटकना पड़ता है। पूर्व षिक्षा मंत्री डाॅ० मसूद अहमद ने कहा कि ऐसी स्थिति में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए मजबूत लोकायुक्त का गठन करना चाहिए और उसे राजनैतिक हस्तक्षेप से उठकर अधिकार प्राप्त होना चाहिए जिससे उच्च पदों पर आसीन व्यक्तियों को भ्रष्टाचार करने पर दण्डित किया जा सके। विधायक वीरपाल राठी तथा भगवती प्रसाद सूर्यवंषी ने कहा कि मजबूत लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए दोनों सदनों के नेता सदन, नेता विपक्ष, मुख्य न्यायाधीष मा० उच्च न्यायालय तथा राजनैतिक दलों के विधान मण्डल दल के नेताओं की कमेटी बनाकर चयन पारदर्षी ढंग से होना चाहिए। राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने कहा कि प्रदेष में लचर कानून व्यवस्था के कारण अपराधी बेलगाम हो गये हैं और प्रषासन पंगु क्योंकि उन्हें भरपूर राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। पूर्व विधायक षिवकरन सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने किसानों के साथ साथ फौजियों को भी छलने का काम किया है। पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान ने कहा कि वर्तमान प्रदेष सरकार में गन्ना किसानों की दुर्दषा सबसे खराब हैं इतनी खराब दषा तो किसी की सरकार में नहीं हुयी। राष्ट्रीय लोकदल मध्य उ०प्र० के अध्यक्ष राकेष कुमार सिंह मुन्ना, युवा रालोद के प्रदेष अध्यक्ष श्याम नारायण सिंह, विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संतोष यादव, हाजी वसीम हैदर, आरिफ महमूद तथा किरन सिंह ने आगामी पंचायत चुनावों पर कहा कि सत्ता का विकेन्द्रीकरण ईमानदारी से लागू करने के लिए त्रिस्तरीय पंचायत का निष्पक्ष चुनाव होना आवष्यक है इसलिए पंचायत चुनाव में परिसीमन तथा आरक्षण की प्रक्रिया पारदर्षी होनी चाहिए और सम्पूर्ण परिसीमन जिसमें क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों का आरक्षण चुनाव होने से दो माह पूर्व ही घोषित होने की प्रक्रिया लागू होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त रामलखन यादव, यज्ञदत्त शुक्ल, आर०पी० सिंह चैहान, आदित्य विक्रम सिंह, अखिलेष वर्मा, रामहर्ष यादव, शैलेन्द्र मिश्रा, सुधीर चतुर्वेदी, सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, लियाकत अली, लक्ष्मी गौतम, शास्त्री डी०एन० त्रिपाठी, आषा यादव, नानकचन्द्र शर्मा ने भी धरने को सम्बोधित किया।
मतदान करने के बाद कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी ने अपनी अपनी जीत के दावे पेश किए तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र यादव का कहना है कि भाजपा धन बल के दम पर चुनाव को प्रभावित कर रही है तो भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन का कहना है कि कांग्रेस के लोग गुंडागर्दी कर चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं और कुछ अधिकारी कांग्रेस के दबाव में काम कर रहे हैं। पुराने थाने के समीप कोलारस में कांग्रेसियों ने मतदान रूकवा दिया है। कांग्रेसियों का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी आचार संहिता का खुला उल्लंघन कर चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं। मतदाता पर्ची पर उनका फोटो और चुनाव चिन्ह हैं जबकि इस तरह की मतदाता पर्ची का उपयोग नहीं किया जा सकता है। कांग्रेसियों का कहना है कि इस मामले में कार्रवाई की जाए तब मतदान शुरू होने देंगे। मतदान केंद्रों पर कहीं कहीं तो महिला पुरुषों की लंबी कतार लगी हुई हैं तो कई मतदान केंद्रों पर मतदान की रफ्तार धीमी है। कहीं महिलाएं घूंघट में मतदान करती दिखी तो कई बुजुर्ग अपने नाती के साथ मतदान करने मतदान केंद्र पहुंचे। इतना ही नहीं दिव्यांग भी मतदान करने में पीछे नहीं रहे और वे मतदान केंद्रों पर मतदान करते देखे गए।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा २० लाख रुपये से कम की आयकर मांग के लंबित मामलों को छोड़ देने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ कर अधिकारी के मुताबिक इससे सरकार के खजाने को १०० अरब रुपये से ज्यादा के राजस्व का नुकसान हो सकता है। नए नियमों के मुताबिक कर विभाग आयकर अपीली पंचाट (आईटीएटी) और विभिन्न उच्च न्यायालयों में लंबित ९०,५३६ मामले वापस लेगा। सरकार के इस फैसले का मकसद याचिकाएं घटाकर ५० प्रतिशत से नीचे करना और आईटी विभाग को कुछ, लेकिन कर वसूली के ज्यादा महत्त्वपूर्ण मामलों पर काम करने का वक्त देना है। १० लाख से २० लाख रुपये कर मांग के लंबित मामलों का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। बहरहाल अधिकारियों का कनहा है कि यह मात्रा ज्यादा होगी। उपरोक्त उल्लिखित अधिकारी ने बताया, '१० लाख रुपये से नीचे के फंसे कुल मामलों में बकाया ९० अरब रुपये है और अगर यह सीमा बढ़ाकर २० लाख रुपये कर दी जाए तो निश्चित रूप से कर मांग १०0 अरब रुपये के आंकड़े को पार कर जाएगी।' इन सभी ३ स्तरोंं पर आईटी विभाग की सफलता दर ३0 प्रतिशत से भी नीचे है। समय बीतने के साथ यह दर और कम हो रही है, जबकि मामलों की संख्या बढ़ रही है। २०17-१८ की आर्थिक समीक्षा के मुताबिक इसमें से आईटी विभाग ने ८५ प्रतिशत मामले दायर किए हैं। एक अन्य कर अधिकारी ने कहा कि इस फैसले से याचिका दायर की गई राशि के फंसने की संभावना है, जो मामले वर्षों से चल रहे हैं, लेकिन इससे सरकार को करदाताओं में निश्चितता मुहैया कराने के मकसद में कामयाबी मिलेगी। बड़ी संख्या में याचिकाओं से न सिर्फ बड़ी मात्रा में धनराशि फंसी रहती है, बल्कि इससे उन वैश्विक निवेशकों तक गलत संकेत जाता है,जो भारत में निवेश को इच्छुक हो सकते हैं। पंचाट स्तर पर लंबित मामलों के अलावा बड़े पैमाने पर आयुक्त के स्तर पर भी मामले लंबित हैं। इससे निपटने के लिए सीबीडीटी ने अपनी कार्ययोजना में ठोस कदम उठाए हैं और आयुक्तों को मामले निपटाने का लक्ष्य दिया गया है। योजना के मुताबिक आयुक्त को चालू वित्त वर्ष में १० लाख और उसके ऊपर के २५ प्रतिशत मामले निपटाने होंगे।
क्या आप इस ६००क्स३७२ पिक्सल के अधिकतम आकार के थंबनेल फोटोग्राफी का उपयोग करना चाहेंगे निःषुल्क अपने वेबसाईट और आॅनलाईन परियोजानाओं के लिए ? आप ऐसा कर सकते हैं कोई चिंता के बिना और यह पूरी तरह कानूनी है। केवल एक षर्त है इस वेबसाईट पर वापस लिंक एक संकेत है, कंटेंट काॅपीराईट कानून के अनुसार ही प्रयोग करें।
दिल को छू गई यह छोटी सी कविता। लगता जैसे अब यह बस्ती , रहने लायक नहीं रही है ! बेहतरीन, सुंदर गजल ! बहुत अच्छी बात,उम्दा ग़जल के साथ। हृदयस्पर्शी गहन अभिव्यक्ति ....सतीश जी ....विजयदशमी की शुभकामनायें .....!! वे भी क्या रिश्ते थे दिल के,अब तक नहीं भुला पाए हैं ! जो विश्वस्त रहा जीवन में , अक्सर दगा वही करता था ! क्यों करते हैं ऐसा लोग कि किसी पर भी यकीन मुश्किल हो ! जिन पर आश्रय अधिक रहा, उन पर ढेरों नीर बहा। जो विश्वस्त रहा जीवन में,अक्सर वही दगा करता था ! कितनी सरलता से सटीक बात कही है, बहुत खूब ! बहुत सुन्दर पंक्तियाँ मन को छू गई रचना ! अद्वितीय, अभूतपूर्व, अनिवर्चनीय । शायद तुमसे पहले जग में, सूरज नहीं उगा करता था --शानदार रचना है आपकी।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली में दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती पर 'सौभाग्य योजना' का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत २०१८ तक देश के हर गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना का शुभारंभ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वो खुद दीए की रोशनी में पढ़ते थे। इसलिए वो उन लोगों की परेशानी समझते हैं, जिनके घरों में बिजली नहीं होती। अंधेरे में जीवन बिताना कितना मुश्किल होता है, ये मैं जानता हूं। रिपोर्ट के अनुसार सौभाग्य योजना के तहत केंद्र सरकार ने १६,३२० करोड़ रूपए का बजट रखा है। इस योजना के लिए बैंकों से ३० प्रतिशत, १० प्रतिशत राज्य सरकारों से और बाकी का ६० प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। इस योजना को सफल बनाने के लिए सरकार की ओर से लोगों के घर-घर जाकर बिदली कनेक्शन लगाया जाएगा। इस तरह जिन लोगों के घर में बिजली नहीं है, उन सभी के घर में बिजली कनेक्शन लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि सौभाग्य योजना के तहत देश के दूरदराज इलाकों में जहां हर घर में बिजली का कनेक्शन पहुंचाना बहुत मुश्किल है, वहां घरों को रोशन करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सौर ऊर्जा का प्रबंध किया जाएगा और लोगों को बैटरी, ५ लेड लाइट और एक पंखा भी दिया जाएगा। बता दें कि बीजेपी २०१९ के आम चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है। माना जा रहा है कि सौभाग्य योजना को लागू करके बीजेपी जनता का भरोसा जीतना चाहेगी और आगामी लोकसभा चुनावों में इसका फायदा उठाना चाहेगी।
इधर कुछ साल अधिकाधिक चीनी लोग खेल और पर्यटन को जोड़ने लगे हैं। २६ जून को जारी सीमा पार खेल पर्यटन बाज़ार श्वेत पत्र से पता चला है कि खेल पर्यटन चीनी मध्यम वर्ग की विदेश यात्रा की पसंद बन रही है। भविष्य में ये एक बड़ा बाज़ार बनेगा। हाईनान एयरलाइन की काइसा ट्रेवल से जारी इस श्वेत पत्र में जाहिर है कि इस साल के पूर्वार्ध में चीन के बाहर जाने वाले पर्यटकों में से १५.७ फीसदी लोगों ने खेल पर्यटन को चुना। क्योंकि विश्व में सबसे अच्छी और प्रभावी खेल प्रतियोगिताएं यूरोप और अमेरिका में होती हैं, इसलिए यूरोप और अमेरिका चीनी खेल प्रेमियों की विदेश यात्रा का सरगर्म स्थल बन गया है।
दिन की शुरुआत सूरज की पहली किरण से होती है। अगर आपकी सुबह अच्छी है तो यकीन मानिएगा आपका पूरा दिन अच्छा जाएगा। इसके लिए आपको पता होना चाहिए कि दिन की शुरुआत कैसे करें। दिन की शुरुआत सूरज की पहली किरण से होती है। अगर आपकी सुबह अच्छी है तो यकीन मानिएगा आपका पूरा दिन अच्छा जाएगा। इसके लिए आपको पता होना चाहिए कि दिन की शुरुआत कैसे करें। छोटी सी मुस्कान आपके जीवन में खुशी के रंग भर सकती है। इसलिए दिन की शुरुआत मुस्कान के साथ करें। भगवान बुद्ध का कहना हैं कि हर सुबह इंसान का नया जन्म होता है। अगर आप अपने दिन की शुरुआत खुशी-खुशी करते हैं तो पूरे दिन आपके अंदर एक सकारात्मकता ऊर्जा बनी रहती है। जिस तरीके से आप अपने दिन की शुरुआत करते हैं, उसका प्रभाव आपके दिन पर पड़ता है। लेकिन आपके जीवन की हर परिस्थिति पर आपका नियंत्रण नहीं होता है। लेकिन अपने नजरिए को बदलकर अच्छा महसूस कर सकते हैं। जानिए अपने दिन की शुरुआत कैसे करें। आपको प्रतिदिन अपने सामान्य समय से ज्यादा २० मिनट पहले उठना चाहिए ताकि आपको स्वयं के लिए ज्यादा वक्त मिल सके और आपको नौकरी पर जाने के लिए हड़बड़ी न मचानी पड़े। साथ ही उठने के बाद सबसे पहले अपने दिमाग में सकारात्मक विचार लाएं। सिर्फ यह सोचें की आपका दिन बहुत अच्छा होगा। और कुछ अच्छी सूक्तियां पढ़ें और परेशानियों के बारे में बिल्कुल न सोचें। सुबह-सुबह व्यायाम करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है और सुबह वर्कआउट करने से आप फ्रेश महसूस करते हैं। अगर आप सुबह एक्सरसाइज करेंगे तो ज्यादा फिट रहेंगे। सुबह तैयार होते समय, नहाते समय, खाना बनाते समय आप गाने सुन सकते हैं। संगीत सुनने से मन खुश हो जाता है। अगर आपको रोजाना खुश रहना है तो कुछ ऐसा करें जिससे आपको खुशी महसूस हो चाहे फिर वो दोस्त के साथ घुमना हो। किसी खास दोस्त से बात करना ही क्यों न हो। साथ ही सुबह योगा व ध्यान करने से मन और दिमाग दोनों ही खुश रहता है। अगर आप सारा दिन मुस्कुरातें रहेंगे, तो आपके आस-पास के लोग भी अच्छा महसूस करते हैं। खासतौर पर ऐसे लोगों के साथ रहें जो आपको खुश रखते हो। अगर आपको सुबह उठते ही सोशल मीडिया देखने की बुरी आदत है तो यह आदत छोड़ दीजिए। एक दिन सोशल मीडिया से दूरियां बना कर देखें आपका दिन अच्छा गुजरेगा।
श्रावस्ती। जुलाई में संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जाना है इसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जायें तथा कार्ययोजना बनाकर एवं सभी सम्बन्धित विभागों से सामंजस्य स्थापित कर इसका दिमागी बुखार से बचाव हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार एवं लोगों को जनजागरूक किया जाये ताकि इस रोग से कोई भी जनपद वासी ग्रसित न होने पाये। उक्त विचार कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य,बेसिक शिक्षा एवं आई०सी०डी०एस० विभाग के अधिकारियों के साथ संचारी रोग नियंत्रण माह से सम्बन्धित तैयारी बैठक करते हुये जिलाधिकारी दीपक मीणा ने व्यक्त किया। उन्होेंने जोर देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जन-जन को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिबद्ध है। संक्रामक बीमारियां/दिमागी बुखार से बचाव हेतु स्वच्छता के साथ-साथ खान-पान, रहन-सहन एवं शुद्ध पेयजल के प्रति लोगों को विशेष जागरुक करने की आवश्यकता है क्योंकि स्वच्छता अपनाकर ही हम सम्पूर्ण समाज को स्वस्थ रख सकते हैं। लोग जागरुक होंगे तो निश्चित ही संक्रामक रोगों के उत्पन्न होने का खतरा कम होगा। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया है कि ब्लाक स्तर पर इस बीमारी के रोकथाम हेतु गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा जिसमें ग्राम प्रधानों को भी विशेष रूप से आमन्त्रित किया जायेगा ताकि वे अपने ग्राम पंचायत में भी स्वच्छता अपनाने के प्रति लोगों को जागरुक कर सकें। बरसात/बाढ़ के दौरान संचारी रोग/दिमागी बुखार उत्पन्न होने की प्रबल सम्भावना रहती है जिससे लोगों को जागरुक करके ही इस बीमारी से बचाया जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों एवं कस्बों में व्यक्तिगत स्वच्छता के उपायों, खुले में शौच न करने, शुद्ध पेयजल के प्रयोग तथा मच्छरों के रोकथाम हेतु जनजागरुकता अभियान चलाया जाय और इसके साथ ही वातावरणीय स्वच्छता पर भी विशेष बल दिया जाये। शूकर पशु पालकों को अन्य व्यवसाय जैसे पोल्ट्री उद्योग को अपनाने हेतु जागरुक एवं प्रेरित किया जाये। इसके अतिरिक्त शूकर पालन स्थल पर वेक्टर नियंत्रण एवं सीरो सर्विलेंस की व्यवस्था करना यथासम्भव शूकरबाड़े को मनुष्य आबादी से दूर ही स्थापित कराया जाय जिससे संक्रामक बीमारियां पैदा होने का खतरा न होने पाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अवनीश राय, प्रशिक्षु आई०ए०एस० सीपू गिरि, मुख्य चिकित्साधिकारी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा० मुकेश मातनहेलिया, सभी सी०एच०सी०, पी०एच०सी० के प्रभारी चिकित्साधिकारीगण एवं पैरामेडिकल कर्मी उपस्थित रहे।
६० हजार की आबादी के साथ बोरिसोग्लब्स्कक्रो नदी के बाएं किनारे पर वोरोनिश क्षेत्र के उत्तर-पूर्वी हिस्से में। दिलचस्प शहर क्या है? हमारे लेख में आपको बोरिसोग्लब्स्क की जगहों का विवरण और तस्वीरें मिलेंगी। काकेशस, शंघाई, वोरोवो, भिखारी घाटी - ये हैंआधुनिक बोरिसोग्लब्स्क के शहरी पर्यावरण में अजीब उपनिवेश पाए जाते हैं। एक बार वे अलग गांव थे, अब - शहर के भीतर अनौपचारिक क्षेत्रों। १७ वीं शताब्दी के अंत में बोरिसोग्लब्स्क की स्थापना की गई थीआश्चर्यजनक रूप से १८०६ के पुराने लेआउट को संरक्षित किया। इसके कारण, शहर को रूस के ऐतिहासिक बस्तियों की सूची में शामिल किया गया था। लगभग सौ वास्तुशिल्प और सांस्कृतिक स्मारक हैं। प्रारंभ में, समझौता एक किले के रूप में कार्य करता था, जो कि समय-समय पर तातार छापे से देश की सीमाओं का बचाव करता था। १७०३ में किले में एक लकड़ी का चर्च बनाया गया था।संतों बोरिस और ग्लेब, जिनके नाम के बाद शहर को आधुनिक और सुंदर नाम मिला। सोवियत काल में, इस "अस्पष्ट" नाम को कुछ और प्रगतिशील और समय की भावना के अनुरूप बदलने का निर्णय लिया गया था। लंबी चर्चाओं के बाद, वे विकल्पों में से एक - कोल्होज़ग्रेड में बस गए। शहर के लिए नया नाम स्थानीय कार्यकर्ताओं और ट्रेड यूनियन कांग्रेस दोनों द्वारा अनुमोदित किया गया था। सौभाग्य से, क्रेमलिन ने इस पहल का समर्थन नहीं किया, और शहर बोरिसोग्लब्स्की बना रहा। बोरिसोग्लब्स्क, वोरोनिश क्षेत्र के मुख्य आकर्षण क्या हैं? हम इसके बारे में और बताएंगे। यह शहर पर्यटकों को क्या दिलचस्प चीजें प्रदान कर सकता है? बोरिसोग्लब्स्क तीन के मुख्य आकर्षणों वास्तुकला, संग्रहालयों और स्थानीय बियर हैं। आखिरी बार १८७८ के बाद से पकाया गया! बोरिसोग्लब्स्क में आने के लिए आने की जरूरत हैशांत, आरामदायक सड़कों के माध्यम से धीरे-धीरे चलें, पुराने व्यापारिक घरों की सुंदरता और लालित्य की प्रशंसा करें, जो काउंटी शहर के वायुमंडल से घिरा हुआ है, जिसने ज़िक्स शताब्दी की शुरुआत के बाद से अपनी उपस्थिति को नहीं बदला है। सभी यात्रियों को ठाठ से मुलाकात की जाती हैरेलवे स्टेशन इसकी केंद्रीय इमारत एक मूल्यवान वास्तुशिल्प स्मारक है, जिसमें क्लासिकिज्म, पुनर्जागरण और पारंपरिक रूसी शैली की विशेषताओं का पता लगाया जा सकता है। बोरिसोग्लब्स्क में तीन संग्रहालय हैं (इस तरह के एक छोटे से शहर के लिए काफी कुछ): एक कला, स्थानीय इतिहास और कला गैलरी। सामान्य चुंबक और प्रसिद्ध बियर के अलावा, सेबोरिसोग्लब्स्क लकड़ी, मिट्टी, साथ ही हल्के और बकरी के बहुत गर्म शॉल से बने कलात्मक उत्पादों को ला सकता है। शहर में कई होटल, गेस्ट हाउस, कैफे, रेस्तरां और भोजनालय हैं। इसलिए, रात और एक स्वादिष्ट डिनर के लिए रहने के बिना, आगंतुकों को निश्चित रूप से यहां नहीं छोड़ा जाएगा। यह शायद मुख्य आकर्षण हैबोरिसोग्लब्स्क और शहर की सबसे पुरानी इमारत। मंदिर १७०३ में लकड़ी से बनाया गया था। लेकिन १७८४ में यह जमीन पर जला दिया गया, जिसके बाद इसे एक पत्थर चर्च द्वारा प्रतिस्थापित किया गया। मंदिर धीरे-धीरे और चरणों में बनाया गया था: पहले चर्च का कैथेड्रल हिस्सा बढ़ गया, फिर रेफैक्चररी और तीन-स्तरीय घंटी टावर। अंत में, चर्च को एक खूबसूरत ऑक्टोथेड्रल गुंबद के साथ ताज पहनाया गया था। लोकप्रिय मादक पेय कारखाने के उत्पादन के लिए १८७८ में वोरोनिश में स्थापित किया गया था। इसकी स्थापना लिमेर नाम के एक जर्मन ने की थी। हालांकि इससे पहले कि स्थानीय लोगों को सक्रिय रूप से यहाँ बियर पीसा। एक विशाल और निराशाजनक पौधों की इमारत से दूरीएक जेल या गोथिक महल की तरह। दुर्भाग्यवश, भ्रमण उद्देश्यों के लिए इसे अंदर रखना मुश्किल है। लेकिन संयंत्र के उत्पादों को शहर में किसी भी स्टोर या बार में पाया जा सकता है। आज तक, बोरिसोग्लब्स्की ब्रूवरी दस बीयर पैदा करता है। बोरिसोग्लब्स्क आकर्षण के बाहरपर्याप्त भी विशेष रूप से, आप टेलरमैन वन जा सकते हैं, जो पश्चिम से शहर को जोड़ता है। तुर्किक भाषा से, इसका नाम "अंतहीन वन" के रूप में अनुवाद करता है। दरअसल, इसका क्षेत्र विशाल है और लगभग ४०,००० हेक्टेयर है। जंगल की लंबाई - लगभग ६० किलोमीटर। यह रूस में सबसे पुराने जंगलों में से एक है। इसका पहला लिखित उल्लेख वर्ष १५७१ से है। टेलरमैन वन में कई लंबे समय तक रहने वाले पेड़ हैं। उनमें से वोरोनिश क्षेत्र का सबसे पुराना ओक है, जिसका जन्म वनस्पतिविदों के अनुमान के मुताबिक ३५० साल से अधिक पुराना है।
यूरोपीय संघ के कूटनीति और सुरक्षा नीति के लिए उच्च प्रतिनिधि फेडेरिका मोग्हेरीनी और फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन तीन देशों के विदेश मंत्रियों ने ११ जनवरी को ब्रसेल्स में दोहराया कि यूरोपीय संघ और उसके सदस्य देश ईरान के परमाणु समझौते का पालन दृढ़ता से करेंगे। उसी दिन ईरानी विदेश मंत्री जावेद जरिफ से मुलाकात करके मोग्हेरीनी, फ्रांस के विदेश मंत्री जीन ले डरियन, जर्मनी के विदेश मंत्री सिगमर गैब्रील, ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरीज़ जॉनसन ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन करके यूरोपीय संघ के इस रुख को दोहराया। मोग्हेरीनी ने कहा कि ईरान के परमाणु समझौते का मुख्य उद्देश्य अब पूरा हो रहा है। यानी ईरान के परमाणु परियोजनाओं का निकट पर्यवेक्षण करना है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की नौ रिपोर्टों में यह स्पष्ट किया गया है कि ईरान ने समझौते में अपने वादों का पालन पूरी तरह किया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ईरान परमाणु समझौता संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा पारित बहु-पक्षीय समझौता है। जो परमाणु गैर-प्रसार की वैश्विक प्रणाली में एक मुख्य लिंक है। जो क्षेत्रीय और यूरोप की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल का विकास करना और क्षेत्रीय स्थिति में तनाव होना आदि समस्या ईरान के परमाणु समझौते के बाहर है। यूरोप अन्य तरीकों व मंचों के जरिए इनका समाधान करेगा।
राजस्थान में पेट्रोल-डीज़ल पर वैट में कटौती का फ़ायदा न सिर्फ प्रदेशवासियों को मिल रहा है, बल्कि पडोसी राज्य भी इस छूट को भुना रहे हैं। दरअसल, राजस्थान से सटे मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में पेट्रोल-डीज़ल कीमतों में कमी का फायदा उठाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार राजस्थान में पेट्रोल-डीज़ल के दामों में आई कमी मध्य प्रदेश के नीमच और आस-पास के क्षेत्रवासियों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं हैं। जहां एक ओर पूरे देशभर में पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों को लेकर हाय तौबा मची हुई है, वहीं नीमच जिले के राजस्थान से लगे क्षेत्रवासियों को भी इसका लाभ मिल रहा है। अब वे भी लगभग साढ़े चार रुपए तक पेट्रोल सस्ता ले रहे हैं। गौरतलब है कि इस बात को लेकर हमेशा से मांग उठती रही है कि देश के सभी राज्यों में एक समान पेट्रोल और डीजल की दर होनी चाहिए। अलग-अलग राज्यों में वेट होने से पेट्रोल और डीजल के दामों में भी काफी अंतर रहता है। इसी का उदाहरण नीमच से मात्र ४ किलोमीटर दूर देखने को मिल रहा है। पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों के विरोध को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में वेट पर ४ प्रतिशत की कटौती हुई थी। इसका सीधा सीधा असर पेट्रोल और डीजल के दामों पर पड़ा था। राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ में वेट कम होते ही दाम पेट्रोल ८२.९३ और डीजल ७६.७८ रुपए हो गया है। वहीं मध्य प्रदेश के नीमच में पेट्रोल लगभग ८७.४1 रुपए, डीजल ७७.६३ तथा पॉवर पेट्रोल ९०.३१ रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। चित्तौडग़ढ़ की रेट ही नीमच जिले से लगी राजस्थान सीमा के पेट्रोल पम्पों पर भी लागू है। इस तरह से देखा जाए तो नीमच से मात्र ४ किलोमीटर की दूरी पर छोटी सादड़ी रोड पर लोगों को मात्र ४.४8 रुपए पेट्रोल सस्ता मिल रहा है। हालांकि डीजल में ज़रूर मात्र लगभग ८५ पैसे का ही अंतर देखा जा रहा है। इस बात को नीमच जिले के पेट्रोल पम्प संचालक भी अच्छी तरह समझते हैं। उन्हें भी पता है कि राजस्थान में वेट कम होने से पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने से बड़े व्यापारी और ठेकेदार अब राजस्थान से डीजल और पेट्रोल लेना अधिक उपयुक्त समझेंगे। राजस्थान सरकार ने पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों को दृष्टिगत रखते हुए ४ प्रतिशत वेट कम किया है। इससे राजस्थान में पेट्रोल और डीजल मध्यप्रदेश की तुलना में सस्ता हो गया है। यह बात सही है कि जिन लोगों के यहां पेट्रोल और डीजल की प्रतिमाह अत्यधिक खपत होती है वे नीमच से लगे राजस्थान क्षेत्र से पेट्रोल व डीजल भरवाना अधिक पसंद करेंगे। देश में पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों में बुधवार को आखिरकार २८ दिन के लम्बे समय के बाद ब्रेक लगा। तेल कंपनियों ने दोनों ईंधनों में कोई बदलाव नहीं किया। मंगलवार को महाराष्ट्र के नांदेड जिले के दो पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल की कीमत ९१.०२ रुपये प्रति लीटर रही। दोनों जगहों पर डीजल ७८.९४ रूपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। इनमें एक पेट्रोल पंप जिले के धर्माबाद में और एक कारेगाँव में है। नांदेड़ जिले के ही कई अन्य स्थानों पर तथा परभणी जिले में कई पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल ९० रूपए तथा डीजल ७८ रूपए प्रति लीटर के पार रहा। चार सप्ताह में एक बार भी इनके दाम नीचे नहीं हुए जबकि इस दौरान कई मौकों पर कच्चे तेल में गिरावट तथा डॉलर की तुलना में रुपये में मजबूती भी रही है। आखिरी बार पेट्रोल-डीजल की कीमत १३ अगस्त को घटाई गई थी। इसके बाद अधिकतर मौकों पर इसमें तेजी रही जबकि गिने-चुने दिनों में इनमें स्थिरता रही है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत ८०.८७ रुपए प्रति लीटर पर स्थिर रही। मुंबई में पेट्रोल ८८.२६ रुपए, कोलकाता में ८३.७५ रुपए और चेन्नई में ८४.०५ रुपए प्रति लीटर पर टिका रहा। डीजल का दाम दिल्ली में ७२.९७ रुपए ,मुंबई में ७७.४७ रुपए, कोलकाता ७५.८२ रुपए और चेन्नई में ७७.१३ रुपए प्रति लीटर रहा। पेट्रोल और डीजल के दाम में १६ अगस्त से लेकर ११ सितंबर तक लगातार बढ़ोतरी का रुख रहा। इस दौरान दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में ३.6३ रुपए और डीजल के दाम ४.२५ रुपए प्रति लीटर बढ़े।
मुंबई। बॉलीवुड के पुराने गानों को आज के समय में कितना पसंद किया जा रहा है इस बात का अंदाज़ा पुराने गानों के बढ़ते रिमिक्स वजर्न से ही लगाया जा सकता है। सोनाक्षी सिन्हा की आने वाली फिल्म हैप्पी फिर भाग जाएगी (हैप्पी फिरर भाग जाएगी) का एक नया गाना रिलीज़ किया गया है जिसे सुनकर आपको बॉलीवुड के पुराने गानों की याद जरूर आ जाएगी। १९५८ में आई फिल्म हावड़ा ब्रिज का मशहूर गाना मेरा नाम चिन चिन चू का अपडेटेड वर्जन देखने को मिलेगा, लेकिन इस गाने में हैप्पी फिर भाग जाएगी फिल्म थोड़ा सा जो बदलाव किया गया है कि इसमें इस गाने का पंजाबी वर्जन यूज किया गया है। मजेदार बात यह है कि यह गाना तब आता हैं जब सोनाक्षी सिन्हा और जिमी शेरगिल के गले पर तलवार लटक जाती है। दर्शकों को मेरा नाम चिन चिन चू का पंजाबी वर्जन काफी पसंद आ रहा है। इस गाने को दो दिन में ही १२ लाख से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है। बता दें कि, डायना पेंटी स्टारर २०१६ में आई फिल्म हैप्पी भाग जाएगी का सीक्वल हैप्पी फिर भाग जाएगी (हैप्पी फिरर भाग जाएगी) का ट्रेलर फुलऑन कन्फ्यूजन से भरपूर है।
४२ संबंधों: एशिया, तुर्क लोग, तुर्की, तुर्की का स्वतंत्रता संग्राम, नीस, पहला विश्व युद्ध, पुनर्जागरण, पूर्ण राजशाही, फ़ारस, फ़ारस की खाड़ी, फ़ारसी साम्राज्य, फ्रांसिस प्रथम (फ्रांस का राजा), बाइज़ेंटाइन साम्राज्य, बग़दाद, बॅलग्रेड, भूमध्य सागर, महमद द्वितीय, मिस्र, मंगोल साम्राज्य, मेसोपोटामिया, यूरोप, लाल सागर, सफ़वी वंश, सलजूक़ साम्राज्य, साम्राज्य, संवैधानिक राजशाही, सुन्नी इस्लाम, सुल्तान, सुलेमान प्रथम, हिन्द महासागर, वियना, ख़िलाफ़त, आनातोलिया, इस्तांबुल, क़ुस्तुंतुनिया, केप ऑफ़ गुड होप, कोर्सिका, अफ़्रीका, अरबी भाषा, अंग्रेज़ी भाषा, उर्दू भाषा, उस्मान प्रथम। तुर्क साम्राज्य, ऑटोमन साम्राज्य, ओट्टोमन साम्राज्य, उसमानी साम्राजय, उसमानी साम्राज्य, उस्मान साम्राज्य, उस्मानिया, उस्मानिया साम्राज्य।
नई दिल्ली राजधानी दिल्ली में का न्र्च को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं। जामिया समेत राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पिछले एक महीने विरोध प्रदर्शन जारी है, जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। दिल्ली के शाहीन बाग में आज भी विरोध प्रदर्शन जारी हैं। हालांकि, कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की है और रास्ता खाली करने की अपील की हैं। लेकिन प्रदर्शनकारियों ने रास्ता साफ़ करने से इंकार कर दिया हैं। उधर, विरोध में शामिल महिलाओं का कहना है कि पहले पीएम मोदी इस कानून को वापस लें, उसी के बाद वो हटेंगे। जबतक ये काला कानून वापस नहीं होगा, प्रदर्शनकारी नहीं हटेंगे।
८ नोवंबर की रात्रि से ५०० और १००० के नोट पे बन लग गया। १००० हजार की नॉट की जगह २००० ( दो हजार ) की नयी नॉट आ गयी. जब भी नॉट करेंसी में बदलाव होता है तब हमें नव नोट के बारे में जानकारी होनी चाहिए. ताकि कोई हमें फऐक डुप्लिकेट नकली नॉट ना थमा जाये ? कैसी है नयी र्स २००० की नॉट ? क्या है इसके २००० रुपईस नोट फ्धटर् ? कैसे पता करे की २००० की नॉट असली है या नकली ? आईये जानते है ये सब बातें। २००० की नयी नॉट की सही पहचान के लिए इसके फुत्रे के बारे में पता लगना जरुरी होता है. अगर हमें सही जानकारी हो तो हम आसानी से पहचान पाएंगे की २००० की नयी नॉट असली है या नकली। भारतीय रिजर्व बैंक ( रबी ) ने २,००० रुपये के नए नोट के फीचर्स के बारे में जानकारी दी है। गवर्गनर डॉ. उर्जित पटेल की ओर से हस्ताक्षरित २००० के बैंक नोट जारी किये गए है। इन नोटों के दोनों ओर कोई इनसेट लेटर ( इनसेट लेटर ) नहीं होगा। इसके अलावा पिछले हिस्से पर मुद्रण वर्ष २016 अंकित होगा। इसके अलावा २००० रुपईस नोट फ्धटर् के पिछले हिस्से में भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष अभियान मंगलयान की सफलता को दर्शाता हुआ चित्र भी होगा। इस नए नोट का कलर मैजेंटा ( मेजेंटा ) है। ८. रंग बदलने वाली स्याही में (हरा से नीला रंग) २००० सहित रुपये का चिन्ह। १०. ऑन थे राइट संख्या पैनल में बाए से दायी ओर बढ़ते आकार के अंक।
नई दिल्ली : बाइक चलाने वाले ही रॉयल एन्फील्ड की वैल्यू समझ सकते हैं। हर बाइकर का सपना होता है बुलेट की सवारी। अगर आपका ये सपना अभी तक अधूरा है तो आज हम आपको कुछ ऐसे ऑप्शन्स बताएंगे जो आप आराम से खरीद सकते हैं।और इसके लिए आपको लाखों रू जोड़ने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है बल्कि आप हर १०० रूपए से भी कम की बचत में ये बाइक घर ला सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि इतनी बचत हर दिन करके आप कौन कौन सी बाइक्स खरीदने के बारे में सोच सकते हैं। बुलेट-३५० खरीदने के लिए आपको १० फीसदी की दर से १लाख रू का लोन लेना होगा।इसके अलावा १3000रू की डाउन पेमेंट करके आप बुलेट-३५० की शाही सवारी कर सकते हैं। डाउन पेमेंट के बाद आपको हर महीने सिर्फ 2१24 रू की एमी देनी होगी। इस गाड़ी के लिए आपको ६८००० रू की डाउन पेमेंट करनी होगी जिसके बाद आप उतनी ही एमी पर ये बाइक भी खरीद सकते हैं। १,४२००० रूपए की कीमत वाली थंडरबर्ड ३५०की इस बाइक को खरीदने के लिए आपको ४२००० हजार रू की डाउन पेमेंंट करनी होगी। जिसके बाद आपको बुलेट ३५० की एमी में ही ये गाड़ी मिल जाएगी।
औसतन प्रति व्यक्ति ३७५ लीटर के हिसाब से ३.३३ लाख लोगों के लायक ज्यादा पानी की जरूरत अभी से। रायपुर. कम बारिश और मार्च के पहले हफ्ते से तेज गर्मी का असर अब राजधानी की पानी सप्लाई पर नजर आने लगा है। बारिश थमने के बाद यानी नवंबर से रायपुर नगर निगम जरूरत के अनुसार सिंचाई विभाग से १५० क्यूसेक पानी रोजाना ले रहा था। हर साल अप्रैल के शुरू में इससे कुछ ज्यादा पानी की जरूरत पड़ती है, लेकिन इस बार समय से पहले पड़ रही गर्मी ने राजधानी में पानी की जरूरत तकरीबन ३० फीसदी बढ़ा दी है। इसीलिए निगम ने सिंचाई विभाग को पिछले हफ्ते चिट्ठी लिखकर ५० क्यूसेक (१२.५ करोड़ लीटर) और पानी रोजाना मांगा है। रविवार से सिंचाई विभाग ने शहर के लिए २०० क्यूसेक पानी रोजाना देना शुरू कर दिया है। निगम अफसरों के मुताबिक आने वाले दिनों में जरूरत और बढ़ सकती है। ऐसे में रोजाना गंगरेल बांध से शहर के लिए तकरीबन 2५० क्यूसेक पानी की जरूरत पड़ने लगेगी। इस साल मार्च की शुरुआत में ही दोपहर का तापमान ३६ डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। शहर के तालाब तेजी से सूख रहे हैं। भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है, इसलिए शहर को मार्च के दूसरे हफ्ते से ही अतिरिक्त पानी की जरूरत पड़ने लगी है। हर वार्ड से आ रही मांग को देखते हुए निगम ने पिछले हफ्ते सिंचाई विभाग को ज्यादा पानी के लिए पत्र लिखा था। तब तक शहर के लिए खारुन नदी में १५० क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। पत्र के आधार पर रविवार से सिंचाई विभाग ने सप्लाई बढ़ा दी है। निगम अफसरों ने माना कि ११ मार्च से गंगरेल बांध से जितना पानी शहर के लिए लिया जा रहा है, उतनी जरूरत पिछले कई गर्म वर्षों में भी २५ मार्च के बाद ही पड़ी है। फरवरी से मार्च की शुरुआत तक शहर में पानी की जरूरत लगभग १७० एमएलडी थी। हर साल इतनी ही जरूरत मार्च अंत तक रहती है। लेकिन गर्मी बढ़ने की वजह से शहर में २१० एमएलडी (मिलियन लीटर डेली) यानी २.१० करोड़ लीटर पानी की जरूरत पड़ रही है। इसलिए गंगरेल से सप्लाई बढ़ाई गई है। यह तो सिर्फ शुरुआत है, अफसरों का अनुमान है कि अप्रैल और मई में इस बार खपत २30 एमएलडी तक बढ़ सकती है। इस वजह से बांध से ५० क्यूसेक तक पानी और लेना पड़ सकता है। फिल्टर प्लांट के प्रभारी अफसर बद्री चंद्राकर ने बताया कि पहले जून से अक्टूबर तक खारुन के पानी से शहर का काम चल जाता था। लेकिन पिछले तीन-चार साल से सिर्फ बारिश के तीन माह में ही नदी का पानी काम आता है। इसके बाद गंगरेल का पानी लेना पड़ता है। इस बार तेज गर्मी अभी से है। शहर में टंकियों की सप्लाई मार्च के पहले हफ्ते से बढ़ानी पड़ी है। इसलिए सीजन में करीब २० दिन पहले ही गंगरेल से ज्यादा पानी लेने की जरूरत पड़ गई है। बारिश और ठंड में राजधानी में नगर निगम रोजाना १३०-१४० एमएलडी पानी सप्लाई करता है। निगम के फिल्टर प्लांट की क्षमता २७५ एमएलडी है। इस जरूरत के लिहाज से यह प्लांट पर्याप्त है, लेकिन इस बार जिस तेजी से जरूरत बढ़ी है, उपयोग का पानी प्लांट की क्षमता के बिलकुल नजदीक पहुंच गया है। माना जा रहा है कि तीन-चार साल में जरूरत इसी हिसाब से बढ़ी तो राजधानी के लिए एक और फिल्टर प्लांट जरूरी हो जाएगा।
"आपके माइक्रोसॉफ्ट शारपॉइंट वेबसाइट पर प्रोडक्ट काराउसल प्लगइन जोड़ना कभी इससे आसान नहीं रहा। पोर, प्रमुख वेबसाइट प्लगइन संग्रह, में एक निःशुल्क प्रोडक्ट काराउसल} टेम्पलेट है जो माइक्रोसॉफ्ट शारपॉइंट पर त्रुटिपूर्ण रूप से कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अपना अनुकूलित प्रोडक्ट काराउसल प्लगइन बनाएं, अपनी वेबसाइट की शैली और रंगों से मेल खाएं, और अपने माइक्रोसॉफ्ट शारपॉइंट वेबसाइट पर प्रोडक्ट काराउसल जोड़ें, जहाँ भी आप चाहें। आज प्रोडक्ट काराउसल मुफ्त में आजमाइयें और उन्नत सुविधाओं को अनलॉक करने के लिए किसी भी समय अपग्रेड करें।" "पोर प्लगइन्स आपके माइक्रोसॉफ्ट शारपॉइंट वेबसाइट पर बहुत सारी नई सुविधाओं को जोड़ने का एक शानदार तरीका है। प्रोडक्ट काराउसल ऐप केवल एक उदाहरण है। पोर प्लगइन संग्रह में सभी टेम्पलेट विकल्पों पर एक नज़र डालें या पोर व्यापार की सदस्यता लेने पर विचार करें, जो आपको प्रोडक्ट काराउसल {प्लेटफार्म_लिपी सहित पूरे समूह तक पूरी पहुंच प्रदान करता है!" अभिवादन और पोर में आपका स्वागत है! किसी भी माइक्रोसॉफ्ट शारपॉइंट वेबसाइट के लिए महान आप्प के लिए वन-स्टॉप-शॉप। निम्न कस्टम प्रोडक्ट काराउसल आप्प माइक्रोसॉफ्ट शारपॉइंट के लिए क्लाउड-आधारित है, इसलिए आप इसे कई साइटों पर एम्बेड कर सकते हैं। पोर प्रोडक्ट काराउसल आप्प उपयोग करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है, पूरी तरह से मोबाइल उत्तरदायी है, और संपादित करने के लिए सुपर आसान है, कोई कोड आवश्यक नहीं है। बस इसे किसी भी पेज, पोस्ट, साइडबार, या पाद पर एम्बेड करें, फिर लाइव वेब पेज पर राइट कस्टमाइज़ करें। यह पूरी तरह से मुक्त प्लेटफ़ॉर्म प्रोडक्ट काराउसल आप्प कुछ ही समय में उपयोग करना शुरू करें। यह प्रोडक्ट काराउसल आप्प किसी ईकामर्स साइट, ब्रांड साइट, ऑनलाइन गैलरी, उत्पाद पृष्ठ, या बहुत अधिक किसी भी चीज को चलाने वाले के लिए बहुत अच्छा काम करता है। मज़े करो! प्रोडक्ट काराउसल ऐप उन ऐप्स की लाइब्रेरी का केवल एक उदाहरण है जो चरण-दर-चरण निर्देशों के साथ स्थापित करना आसान है, या माइक्रोसॉफ्ट शारपॉइंट प्रोडक्ट काराउसल एम्बेड कोड का उपयोग करें। पोर ऐप लाइब्रेरी में सभी विकल्पों की जाँच करें या पोर व्यवसाय की सदस्यता लेने पर विचार करें, जो आपको प्रोडक्ट काराउसल ऐप सहित पूरे सुइट तक पूरी पहुँच प्रदान करता है!
मास्को २३ दिसमबर । ( राईटर ) सदर रूस डीमतरी मीडवीडेफ़ ने मुलक के सयासीनिज़ाम में जामि इस्लाहात की ज़रूरत पर ज़ोर दिया । इस तरह वो एहितजाजी अवाम को ख़ुश करने की कोशिश कररहे हैं जिन्हों ने वला देमिर पोटीन के १२ साल क़बल इक़तिदार पर फ़ाइज़ होने के बाद अब तक का पहला सब से बड़ा एहितजाजी मुज़ाहरा किया है । पार्लीमैंट के दोनों ऐवान से बहैसीयत सदर आख़िरी ख़िताब करते हुए मीडवीडोफ़ ने कहा कि वो गवर्नर्स के इंतिख़ाबात को बहाल करना चाहते हैं जिन्हें अब तक करीमलीन के ज़रीया रास्त मुंतख़ब किया जाता था । उन्हों ने कहा कि आज हमारे मुल्क में एक नए दौर का आग़ाज़ होने जा रहा है , ऐसे मौक़ा पर वो सयासी इस्लाहात की तजवीज़ पेश करते हैं ।
टीवी ऐक्ट्रेसजेनिफर विंगेट के बाद अब श्रद्धा आर्या ने अपनी हॉट बिकिनी तस्वीरों से इंटरनेट पर गर्मी बढ़ा दी है। दोनों ऐक्ट्रेसेज ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ सिजलिंग हॉट तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरें में दोनों खुबसूरत ऐक्ट्रेसेस अपने कर्व्स को स्टाइल में फ्लॉन्ट करती नजर आ रही हैं। जेनिफर ने जहां रेड ऐंड ब्लैक टू पीस बिकनी पहनी रखा है। अपने हॉट और सेक्सी लुक के कारण अक्सर सुर्खियों में रहने वाली जेनिफर एक गार्डन में लेटकर पोज दे रही हैं। बैलक् और उनके चारों ओर फूल बिखरे हुए हैं। तस्वीर में जेनिफर स्टनिंग लग रही हैं और अपने आसपास घास और फूलों की मौजूदगी को इंजॉय कर रही हैं। उन्होंने फोटो को कैप्शन दिया, 'मेरे अपने बगीचे में। जेनिफर ने बिकनी के साथ स्टाइलिश सनग्लासेस कैरी किया हुआ है। वहीं कुंडली भाग्य की ऐक्ट्रेस श्रद्धा आर्या ने स्टनिंग ब्लैक मोनोकिनी पहन रखा है और वह एक पूल में खड़े हो धूप का मजा ले रही हैं। इन तस्वीरों में श्रद्धा काफी गॉरजस लग रही हैं। श्रद्धा ने अपनी पोस्ट में तस्वीरों का कैप्शन दिया है, #नोफिल्टर। वर्क फ्रंट की बात करें तो जेनिफर ने इन दिनों अपने काम से ब्रेक ले रखा है। वह लगातार धूमने और दोस्तों के साथ पार्टी करने में व्यस्त हैं। जबकि श्रद्धा कुंडली भाग्य शो में प्रीता का किरदार निभा रही हैं। बता दें कि दोनों ऐक्ट्रेस अपने हॉट और सेक्सी लुक के कारण अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। जेनिफर और श्रद्धा की सोशल मीडिया पर बड़ी फैन फॉलोइंग है, जो लगातार बढ़ती ही रही है। दोनों अक्सर अपनी खूबसूरत तस्वीरें फैंस के लिए सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं, जिसे देखकर कोई भी उनकी खूबसूरती का दीवाना बन जाए।
नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को टेरी के पूर्व प्रमुख आरके पचौरी (र्क पचौरी) पर उनके एक पूर्व सहयोगी द्वारा दर्ज कराए गए कथित यौन उत्पीड़न मामले में आरोप तय किए। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट चारु गुप्ता ने भारतीय दंड संहिता की धारा ३५४ (किसी महिला की गरिमा भंग करना), ३५४ ए (शारीरिक संपर्क बनाना, अवांछनीय और यौन रंजित टिप्पणियां करना) तथा ५०९ (छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें या भाव-भंगिमा प्रदर्शित करना) के तहत दंडनीय अपराधों के लिए पचौरी पर मुकदमा चलाने का आदेश दिया है। अदालत कक्ष में मौजूद पचौरी के खुद को निर्दोष बताने एवं मुकदमा चलाने के लिए कहने के बाद ये आरोप तय किए गए। न्यूज एजेंसी अनी की खबर के मुताबिक पकंज पचौरी ने कोर्ट से कहा कि मैं ७८ साल का हूं और कृप्या मामले को तेजी से सुनवाई करें। आरोपी की ओर से पेश हुए वकील आशीष दीक्षित ने मामले की तेज सुनवाई की मांग की जिसके बाद अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए चार जनवरी,२०१९ की तारीख तय की। पचौरी के खिलाफ १३ फरवरी २०१५ को एक प्राथमिकी दर्ज की गई और उन्हें इस मामले में २१ मार्च २०१५ को अग्रिम जमानत मिल गई। टेरी के पूर्व प्रमुख ने इससे पहले अतिरिक्त जिला न्यायाधीश से एक अंतरिम आदेश प्राप्त कर लिया था जिसमें मामले की कवरेज को प्रकाशित एवं प्रसारित करना मीडिया के लिए अनिवार्य कर दिया गया। इसके साथ एक शीर्षक लगाने को कहा गया था कि किसी भी अदालत में आरोप साबित नहीं हुए हैं और वे सही नहीं भी हो सकते हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन का दौर चल रहा है। बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के लिए संशोधित एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया जारी कर दिया है। इस क्राइटेरिया में दाखिले लेने के लिए हर कोर्स में कम से कम ४० फीसदी होने अनिवार्य है। डीयू ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तारीख बढ़ा दी है, अब २२ जून तक स्टूडेंट्स एडमशिन के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिन स्टूडेंट्स ने इसके अप्लाई किया है वह डीयू एडमिशन के लिए इन्फर्मेशन बुलेटिन वेबसाइट में अपलोड कर देगा, जिसे स्टूडेंट्स डाउनलोड कर सकते हैं। उच्च न्यायालय ने याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा था कि न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा और न्यायमूर्ति तलवंत सिंह की पीठ ने कहा, इसमें कोई विवाद नहीं है कि आपको समय के साथ तालमेल बिठाना है। शिक्षा मानकों की बेहतरी करने से कोई नहीं रोकता, कोई नहीं कह रहा कि आपका फैसला (संशोधन) सही नहीं है लेकिन इसका समय शायद ठीक नहीं है। गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी ने अंडरग्रैजुएट कोर्सेज में ऐडमिशन के लिए नया एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया बनाया था, जिसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए यह फैसला रद दिया है।
ब्रेंडन उरी का जन्म किस साल में हुआ था? ब्रेंडन उरी के अन्दर अनेक वांछनीय गुण हैं। प्रथमतः ब्रेंडन उरी काम का आनन्द लेते हैं, ब्रेंडन उरी में अपना काम करने की असीम शक्ति और सामथ्र्य है। ब्रेंडन उरी स दैव सजग रहते हैं। इन सभी गुणों के समागम के कारण ब्रेंडन उरी का ब्रेंडन उरी ने क्रियाक्षेत्र परव्यापक प्रभाव होता है।आश्चर्यजनक रूप से ब्रेंडन उरी अपने काम में व्यावहारिक हैं, ब्रेंडन उरी में छोटी-छोटी बातों को याद रखने का अद्भुत सामथ्र्य है। ब्रेंडन उरी के लिये ये छोटी-छोटी बातें इतनी महत्वपूर्ण होती हैं कि इनके कारण ब्रेंडन उरी अपने सहकर्मियों को कभी-कभी परेशान कर देते हैं। ब्रेंडन उरी किसी चहरे को कभी नहीं भूलते हैं, हांलाकि नाम याद रखने में ब्रेंडन उरी अपेक्षाकृत उतने अचूक नहीं हैं।ब्रेंडन उरी एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिसे सभी विषयों से जुड़े क्यों व कहां जैसे प्रश्नों के उत्तर चाहिए होते हैं। जब तक ब्रेंडन उरी इनसे संतुष्ट नहीं हो जाते है, ब्रेंडन उरी कार्य प्रारम्भ नहीं करते हैं। साथ ही साथ कभी-कभी ब्रेंडन उरी बड़ी चूक कर देते हैं, जिसके कारण लोग ब्रेंडन उरी को काम को टालनेे वाला समझते हैं।ब्रेंडन उरी बहुत हीे संवेदनशील हैं और प्रायः आगे बढ़ने के अवसरों पर पीछे लौट जाते हैं। यह ब्रेंडन उरी के नेतृत्व के गुण में बाधक है। ब्रेंडन उरी अपने कार्य करने के कई तरीकों को नापसन्द करते हैं। निश्चय ही ब्रेंडन उरी एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं। ब्रेंडन उरी व्यावहारिक व्यक्तित्व के धनी हैं। यह जानते हुए कि ब्रेंडन उरी को सफलता के लिये काम करना चहिए, ब्रेंडन उरी में अपने जीवन को नियमबद्ध रूप से व्यवस्थित करने की क्षमता है। ब्रेंडन उरी एकान्त प्रिय व्यक्ति हैं, चिन्तन व अध्ययन पसन्द करने वाले, मुश्किल समस्याओं का निराकरण करने वाले हैं। यद्यपि ब्रेंडन उरी शान्त और सचेत हैं, ब्रेंडन उरी जीवन में अधिक सफल होंगे यदि ब्रेंडन उरी जीवन का सकारात्मक पहलू देखेंगे। ब्रेंडन उरी जीवन में अधिक सुखी होंगे जब ब्रेंडन उरी को यह अनुभूति होगी कि जीवन उतना बुरा नहीं है जितना कि ब्रेंडन उरी समझते हैं।ब्रेंडन उरी अपने ब्रेंडन उरी में व्यवहारिक हैं और किसी भी स्थिति का आकलन व्यवहारिक तौर पर ही करते हैं। ब्रेंडन उरी के अंदर ज्ञान ग्रहण करने की अच्छी समझ भी है और ब्रेंडन उरी में योग्यता भी कूट-कूट कर भरी है। कोई भी ऐसी शिक्षा जो ब्रेंडन उरी को व्यवहारिक तौर पर सीखने का मौका दे, ब्रेंडन उरी को पसंद आएगी। ब्रेंडन उरी की गिनती मेधावी विद्यार्थियों में होगी और अपने तेज दिमाग तथा अच्छी तार्किक शक्ति के बल पर ब्रेंडन उरी बड़ी से बड़ी परीक्षा को आसानी से उत्तीर्ण कर लेंगे। बचपन से ही ब्रेंडन उरी तीव्र बुद्धि के स्वामी होंगे और अन्य लोगों को देखकर ब्रेंडन उरी सीखना प्रारंभ करेंगे। ब्रेंडन उरी की स्मरण शक्ति काफी अच्छी होगी और ब्रेंडन उरी को काफी लंबे समय तक की घटनाएँ भी आसानी से स्मरण हो सकती हैं। इसका लाभ ब्रेंडन उरी को अपनी शिक्षा में भी मिलेगा और इसी के दम पर ब्रेंडन उरी शिक्षा के क्षेत्र में कामयाबी के शिखर तक जा सकते हैं, लेकिन अति व्यावहारिक होने से ब्रेंडन उरी को बचना चाहिए। ब्रेंडन उरी दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण ब्रेंडन उरी विरोध के पात्र बन जाते हैं। ब्रेंडन उरी के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप ब्रेंडन उरी लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।
लखनऊ, ८ अप्रैल (आईएएनएस)। मुजफ्फरनगर के सिसौली स्थित मुख्यालय में शुरू हुई भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत मायावती सरकार के विरोधियों का मंच बन गया है। सपा, भाजपा, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल के साथ-साथ प्रदेश के हजारों बर्खास्त सिपाही भी पंचायत में हिस्सा ले रहे हैं। रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह सिसौली पहुंच चुके हैं जबकि सपा की ओर से पार्टी प्रमुख मलायम सिंह यादव के भतीजे और मैनपुरी के सांसद धर्मेद्र यादव और राज्य सभा सदस्य अमीर आलम पंचायत में भाग ले रहे हैं। कांगेस के राज्य सभा सदस्य हरेंद्र मलिक और उनके विधायक पुत्र पंकज मलिक पंचायत में हैं तो भाजपी की नुमाइंदगी भाजपा विधानमंडल दल के उपनेता और पूर्व मंत्री हुकुम सिंह कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि महापंचायत में मायावती सरकार द्वारा सेवा से बर्खास्त किए गए सिपाही भी खासी तादाद में मौजूद हैं। अभी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनोलो अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला सिसौली नहीं पहुंचे हैं।
इस क्विज़ को करने के लिए, इस लिंक पर सिन इन और सिन उप करें। एक ख़ास कोड में थे दए ऑफ लाइफ को २ ७ १ ४ लिखा जाता है, लाइफ कॉमन ऑफ मन को ५ १ ८ ७ और थे पॉवर ऑफ मन को ३ १ ४ ५ के रूप में लिखा जाता है। पॉवर के लिए कोड क्या है? ७ किससे संबंध रखता है? निम्नलिखित में से कौन थे मन ऑफ लाइफ को प्रस्तुत कर सकता है? एक ख़ास कोड में थे दए ऑफ लाइफ को २ ७ १ ४ लिखा जाता है, लाइफ कॉमन ऑफ मन को ५ १ ८ ७ और थे पॉवर ऑफ मन को ३ १ ४ ५ के रूप में लिखा जाता है। ८ किससे संबंध रखता है? ४ ३ ५ का अर्थ क्या होगा? एक प्राइवेट बैंक में १० वर्ष में कोई धन तीन गुना हो जाता है। यदि साधारण ब्याज की दर यही रहे तो कितने वर्ष में जमा धन राशि सात गुना हो जाएगी? अजय ने एक बैंक में ८,००० रुपए जमा किए। एक वर्ष बाद उसी बैंक में उसने ४,५०० रुपए और जमा किए। पांच वर्ष बाद अजय को कुल मिलाकर ३,४८0 रुपया साधारण ब्याज के रूप में मिल गये। उस बैंक की ब्याज दर क्या थी? ८४,००० रुपए की राशि पर तीन साल के अंत में साधारण ब्याज ३०,२४० रुपए हो जाता है, यदि राशि, दर एवं समय यही रहे तो चक्रवृद्धि ब्याज कितना होगा? विजय ने ३०,००० रुपए उधार लिए। इस रकम के एक भाग को १२ प्रतिशत वार्षिक साधारण ब्याज की दर से और शेष रकम को १० प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से लिया है। दो वर्ष के बाद उसने कुल ३६,४८० रुपए अदा किए। बताएं अजय ने १२ प्रतिशत की दर से कितनी राशि उधार ली थी? किसी धनराशि पर ५ प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से दो वर्ष में साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज का अंतर 1५ रुपए हो तो वह धनराशि क्या है? दो संख्याओं का ल.स. उनके म.स. का २८ गुना है। उनके ल.स. और म.स. का योग १७४० है और उनमें से एक संख्या २४० है तो दूसरी संख्या ज्ञात करो? चार घडिय़ां ६, ८, १२ और 1८ सेकेण्ड के अंतर पर बजती हैं। यदि वे बारह बजे एक साथ बजना प्रारंभ करती हैं तो फिर कब एक साथ बजेंगी और ६ मिनट के अंदर वह कितनी बार एक साथ बजेंगी? २०० और ६०० के बीच में कितनी संख्याएं ४, ५ और ६ से विभाजित हो सकती हैं? तीन अंकों की सबसे बड़ी संख्या कौन सी है जिसको ६, ९ और १२ से भाग देने पर प्रत्येक बार ३ शेष बचता है? वह बड़ी से बड़ी संख्या जिसके द्वारा संख्याओं १६७५ एवं २०३७ को भाग देने पर क्रमश: ६ तथा ५ शेष रहे? जानकी अपने घर से उत्तर की ओर २ किमी चली। वहाँ से वह दायीं ओर मुड़कर १ किमी चली। फिर वह दोबारा दायीं ओर मुड़ी और २ किमी चली। वह किस दिशा में जा रही है? मोहन एक बिन्दु से दक्षिण दिशा में १ किमी चलता है। वहाँ से वह बाएँ मुड़कर १ किमी चलता है और पुन: बाएँ मुड़कर १ किमी चलता है। अब उसका मुख किस दिशा की ओर है? मोहन १५ किमी उत्तर दिशा में चलने के बार वह बाएँ मुड़ जाता है और १० किमी चलता है। जहाँ से पुन: बाएँ मुड़कर १५ किमी चलता है, तो वह किस दिशा में चल रहा है? आप सीधे पूरब की ओर जा रहे हैं। उसके बाद आप दायें मुड़ते हैं और फिर दायें मुड़ते हैं, फिर बायें मुड़ते हैं। यह बताइये कि अब आप किस दिशा में जा रहे हैं? नीना अपने घर से १०० मी. दक्षिण की ओर जाती है और बायें मुड़कर ४० मी जाती है फिर बायें मुड़कर वह ६० मी. जाती है। अब वह अपने घर से किस दिशा में है? एक विद्यालय की बस किसी गाँव से विद्यालय तक १२ किमी./घं. की चाल से जाने पर ८ मि. देरी से पहुँचती है। परन्तु २० किमी./घं. की चाल से जाने पर यह विद्यालय के समय से १० मि. पहले पहुँच जाती है। गाँव से विद्यालय के बीच की दूरी कितनी है? दो कारें एक ही बिन्दु से चलकर दो परस्पर लम्बवत सड़कों पर क्रमश: ३६ किमी./घं., ४८ किमी./घं. की चाल से चलती हैं। १५ सेकेण्ड बाद उनके बीच की दूरी कितनी होगी? एक विशेष दूरी एक विशेष चाल से तय की गयी। यदि इससे आधी दूरी इससे दुगने समय में तय की गयी हो, तो दोनों चालों का अनुपात कितना है? एक रेलगाड़ी प्लेटफार्म पर खड़े व्यक्ति को ८ सेकेण्ड में तथा २६४ मी. लम्बे प्लेटफार्म को २० सेकेण्ड में पार करती है। रेलगाड़ी की लम्बाई कितनी है? दो रेलगाडिय़ाँ जिनकी चाल ३:४ के अनुपात में हैं, समान्तर पटरियों पर विपरीत दिशाओं में जा रही हैं। यदि प्रत्येक रेलगाड़ी एक खम्भे को पार करने में ३ सेकेण्ड ले, तो कितने समय में वे एक दूसरे को पार कर लेंगी? एक बच्चा ८ अगस्त 197८ को पैदा हुआ, उस दिन मंगलवार था। वर्ष 19८6 में उसका जन्मदिन किस दिन होगा? वर्ष के ५ मार्च पर जो दिन होगा वही दिन उसी वर्ष की निम्न में से किस तिथि पर पड़ेगा? यदि किसी वर्ष में, जोकि लीप वर्ष नहीं है, २८ फरवरी को सोमवार है, तो आगामी २ जनवरी को कौन-सा दिन होगा? यदि बीते कल से पहले दिन बुधवार था तो रविवार कब होगा? यदि माह की ५वीं तिथि मंगलवार है, तो माह के तीसरे शुक्रवार के ३ दिन बाद कौन-सी तिथि होगी?
हम विशेष हैं महिलाओं के कपड़े के थैले निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक महिलाओं के कपड़े के थैले, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक महिलाओं के कपड़े के थैले में से एक, शीफांग पकेजिंग मैटेरियल को., लैड.। थोक चीन से महिलाओं के कपड़े के थैले , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते महिलाओं के कपड़े के थैले खोजने की आवश्यकता है। बस महिलाओं के कपड़े के थैले पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे महिलाओं के कपड़े के थैले का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
शीज़ीयाज़ूआंग नैपू पंप कं, लि। लंबी शाफ्ट ऊर्ध्वाधर घोल पंप का उत्पादन, जैसे मॉडल ६५क़्व-स्प कार्यक्षेत्र पंप , और शाफ्ट लंबाई ९००म्म से २१००म्म है। ४०प्व-स्प, ४०प्व-स्प्र, ६५क़्व-स्प, ६५क़्व-स्प्र, १००र्व-स्प, १००र्व-स्प्र, १५०स्व-स्प, १५०स्व-स्प्र, २००स्व-स्प, २००स्व-स्प्र, २५०स-स्प-२५० से लंबा शाफ़्ट वर्टिकल स्लरी पंप , बड़े मॉडल, विवरणों पर चर्चा करने के लिए कृपया मुझे ईमेल करें। ऊर्ध्वाधर घोल पंप या लम्बवत नाबदान पंप छोटे कणों के साथ उच्च घनत्व और घर्षण घोल से निपटने के लिए है। इसका उपयोग खनन, कोयला धोने, फ्गद, कोयला धूल के घोल, सीमेंट के घोल, सिरेमिक घोल, फॉस्फोरिक एसिड, अयस्क रेत घोल और जिप्सम घोल, आदि के लिए किया जा सकता है।
"इत्तु सा प्यार ब्रेकिंग न्यूज के साथ। गौर से देखये इस पागल लड़की को ये मेरी छोटी बहन हैं , कॉफ़ी की बड़ी दीवानी हैं ,सब नाजाने क्या क्या नाम लेते हैं, पर मेरे लिए तो मेरी कैफी हैं। देखती हैं सपने हजार , करती रही हैं कोशिश आपार। पाना हैं जो मुक़ाम ,उस मुक़ाम के लिए इत्तु सी उम्र में बड़ी हो गए। खेलने-कूदने के दिनों में घर सम्भालने लगी। इत्तु सी उम्र में उठा गया साया,बिना साये के खुद की पहचान बनाने चली हैं। मेरी इत्तु सी बहन अपनी पहचान बनाने चले। बोलना अच्छा लगा हैं,एक बार जब शुरू होती हैं थकती नहीं रात तक। बना चाहती हैं र्ज,अपनी आवाज़ सब तक पहुँचना चाहती हैं,सब के दिलों में जगह बनाना चाहती हैं। हिम्मत इसमें आपार हैं फिर भी ना जाने क्यों डरती रही हैं चुहिया की तरह। कब तक तुम्हें मैं समझाऊँ तुम चुहिया नहीं मेरी शेरनी हो,तुम डफर नहीं मेरी बहन हो। नोजोटो सब के सपनें पूरे करता हैं एक दिन तुम्हारा भी करेंगा,एक दिन इंदौर में भी नोजोटो ओपन मिक. होगा। तुम भी स्टार बनोगी,चर्चे तुम्हारे भी तारों तक फैलेंगे। चाँद भी तुमसे मिलने आयेंगा,अपना बन साथ रह जायेगा।"
भारत में ही दुनिया का ७वां अजूबा माने जाने वाला ताजमहल मौजूद है, जिसे शाहजहां ने अपनी बीवी मुमताज महल की याद में बनवाया था। इसकी खूबसूरती और नक्काशी पूरी दुनिया में काफी प्रसिद्ध है। वहीं इसके आंगन में हर वर्ष एक महोत्सव का आयोजन होता है, जो कि अब शुरू हो चुका है। इस उत्सव को आगरा में २८ सालों से मनाया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के आयोजन होते हैं। ये ताज महोत्सव आगरा में १८ से २७ फरवरी तक मनाया जाएगा। इस महोत्सव में आपको हर परंपरा,हर वर्ग की पसंद की चीजें मिलेंगी। ये महोत्सव साहित्य प्रेमियों के लिए भी काफी उपयुक्त है, क्योंकि यहां पुस्तक मेला भी लगता है, साथ ही पर्यावरण प्रेमियों के लिए यहां ग्रीन फेस्टिवल भी आयोजित होता है। इसके अलावा यहां थिएटर पसंद करने वालों के लिये सूरसदन में होने वाले नाटक होंगे, वहीं कवियों के लिये यहां शेर-शायरी और कविताएं और मुशायरों का आयोजन भी होगा। यदि शास्त्रीय संगीत व नृत्य की प्रस्तुतियों में देश की गौरवशाली संस्कृति की झलक के साथ फैशन के रंग भी दिखेंगे। साइंस, डिबेट, फोटोग्राफी, जिम्नास्टिक, मेहंदी, रंगोली जैसे कई प्रोग्राम यहां होंगे।
हर साल की तरह इस बार भी १७ सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाएगी। वैसे तो हिन्दू धर्म में हर प्रत्येक पर्व और व्रत तिथि के अनुसार ही मनाई जाती है लेकिन विश्वकर्मा पूजा के लिए हर साल एक निश्चित तारीख यानी १७ सितंबर होती है। हिंदू धर्म के अनुसार भगवान विश्वकर्मा की जयंती को लेकर कुछ मान्यताएं हैं। कुछ ज्योतिषाचार्यो के अनुसार भगवान विश्वकर्मा का जन्म आश्विन कृष्णपक्ष का प्रतिपदा तिथि को हुआ था वही कुछ लोगो का मनाना है कि भाद्रपद की अंतिम तिथि को भगवान विश्वकर्मा की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है। वैसे विश्वकर्मा पूजा सूर्य के पारगमन के आधार पर तय किया जाता है। भारत में कोई भी तीज व्रत और त्योहारों का निर्धारण चंद्र कैलेंडर के मुताबिक किया जाता है। लेकिन विश्वकर्मा पूजा की तिथि सूर्य को देखकर की जाती है। जिसके चलते हर साल विश्वकर्मा पूजा १७ सितंबर को आती है। ऐसी मान्यता है कि पौराणिक काल में देवताओं के अस्त्र-शस्त्र और महलों का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने ही किया था। भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है। भगवान विश्वकर्मा ने सोने की लंका, पुष्पक विमान, इंद्र का व्रज, भगवान शिव का त्रिशूल, पांडवों के लिए इंद्रप्रस्थ नगर और भगवान कृष्ण की नगरी द्वारिका को बनाया था। भगवान विश्वकर्मा शिल्प में गजब की महारथ हासिल थी जिसके कारण इन्हें शिल्पकला का जनक माना जाता है। इस समस्त ब्रह्मांड की रचना भी विश्वकर्मा जी के हाथों से हुई। इस दिन देश के विभिन्न राज्यों में, खासकर औद्योगिक क्षेत्रों, फैक्ट्रियों, लोहे की दुकान, वाहन शोरूम, सर्विस सेंटर आदि में पूजा होती है।
नागदा जिला उज्जैन. बिजली कंपनी के इंदाैर मुख्यालय से भाजपा के पूर्व ग्रामीण मंडल अध्यक्ष महेश व्यास काे मीटर में छेड़छाड़ का नाेटिस मिला। इस पर साेमवार काे व्यास एई कार्यालय पहुंचे और आक्रोश जताया। आक्रोशित व्यास ने एई अरविंदकुमार वर्मा काे कहा कि आप मेरे साथ चलें और मीटर काे चेक करें, अगर उसमें काेई गड़बड़ी मिलती है ताे मैं खुद एक लाख रुपए की पेनल्टी भरने काे तैयार हूं। मीटर ५ साल पहले घर के बाहर लगाए गए थे। बारिश, धूप में मीटर के ऊपर का कवर खराब हाे चुका है। यह हाल एक नहीं, बल्कि शहर के सैकड़ाें मीटर के हैं। उन्हें बदलने की जगह उपभाेक्ताओ पर गड़बड़ी का आराेप लगाया जा रहा है। अगर मीटर खराब हाेता है ताे उसे बदलने की जिम्मेदार बिजली कंपनी की हाेती है, न कि उपभाेक्ताअाें की। व्यास के अलावा भी कई उपभाेक्ता अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे। जाे मार्च माह में वितरित बिजली बिल में मीटर रीडिंग से अधिक के बिल देने की शिकायत कर रहे थे। ३८ सालों से अाटा चक्की चला रहे, पहली बार ११ हजार का बिल चंबल सागर कॉलोनी निवासी रियाजुद्दीन शेख ३८ सालों से आटा चक्की का संचालन कर रहे हैं। सालों से तीन या चार हजार रुपए का बिजली बिल अा रहा है, लेकिन मार्च में रीडिंग कम होने के बावजूद उन्हें ११ हजार रुपए का बिल थमा दिया गया। बिजली बिल के साथ शिकायत लेकर पहुंचे रियाजुद्दीन का तर्क था कि मीटर वाचक द्वारा गलत तरीके से रीडिंग लेकर बढ़ाकर भेजी गई है। ऐसे में गलती कंपनी की है। शेख का सालों से प्रतिमाह तीन से चार हजार बिल आते हुए रीडिंग ३०० से ४५० यूनिट आती है। पूर्व नपा उपाध्यक्ष शेखावत कार्यकर्ता काे लेकर पहुंचे पूर्व नपा उपाध्यक्ष रामसिंह शेखावत भाजपा कार्यकर्ता मदनलाल बागरानी की शिकायत लेकर पहुंचे। बागरानी को सालों पुरानी बकाया राशि काे लेकर इंदौर मुख्यालय का नोटिस आया था। बागरानी के मुताबिक उनके बकाया का प्रकरण काेर्ट में समाप्त हाे चुका है। उसके बाद भी उन्हें बकायादार का नाेटिस दिया गया। शेखावत इस बात को लेकर बिफर गए कि बिजली संबंधी त्रुटियां सभी भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हुई है। एई वर्मा को शेखावत ने यह तक कह दिया कि कहीं यह कांग्रेस नेताओं द्वारा किसी प्रकार की द्वेषता तो नहीं निकाली जा रही है। नागदा व्यापारी संघ संयोजक दिनेश अग्रवाल तीन बिलों की राशि और रीडिंग में गड़बड़ियाें की शिकायत लेकर पहुंचे। अग्रवाल के मुताबिक तीन बिलाें में रीडिंग एक ही है, लेकिन बिल की राशि अलग-अलग है। उनके मनोहर वाटिका के मीटर पर २० यूनिट की खपत बताकर २१४ रुपए, महिदपुर रोड पर २० यूनिट पर २०3 रुपए और अग्रवाल धर्मशाला के बिल में २० यूनिट की एवरेज खपत बताकर ७९९१ रुपए का बिल थमाया गया है। अग्रवाल की शिकायत है कि यूनिट ठीक प्रकार से नहीं लेने से बिलों में इतनी बड़ी राशि का अंतर आया है। शिकायत मिली, समस्याओं का निराकरण करेंगे रीडिंग में मीटर वाचक द्वारा त्रुटि की बात सामने अाई है। एवरेज रीडिंग पर अधिक बिल जनरेट की परेशानी और कम रीडिंग पर अधिक बिल जनरेट की परेशानी संबंधी शिकायत लेकर उपभोक्ता पहुंचे थे। एक-दो लोगों को इंदौर मुख्यालय से नोटिस आया था। उस संबंध में मीटर की चेकिंग करने की शिकायत प्राप्त हुई। सभी प्रकरणों में उपभोक्ताओं से लिखित शिकायत ली गई है। समस्या का निराकरण किया जाएगा।
हिंदी हार्टलैंड के तीन राज्यों में मिली हार पर पीएम नरेंद्र मोदी ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि हार के पीछे १५ वर्षों के सत्ता विरोधी लहर से इंकार नहीं किया जा सकता है। नई दिल्ली: हिंदी हॉर्टलैंड के तीन राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत तेलंगाना और मिजोरम में मिली हार पर पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने खुलकर इस मुद्दे पर बातचीत की। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए विशेष साक्षात्कार में कहा कि हार की वजहों पर पार्टी में चर्चा की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी हार्टलैंड के छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मिली हार के लिए १५ वर्षों के सत्ता विरोधी लहर को जिम्मेदार बताया। पीएम मोदी ने कहा कि जहां तक तेलंगाना और मिजोरम का सवाल है कि तो पहले से कोई भी शख्स इन दोनों राज्यों में बीजेपी की जीत के दावे नहीं कर रहा था। छत्तीसगढ़ में स्पष्ट जनादेश है जहां बीजेपी की हार हो चुकी है। लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान में त्रिशंकु विधानसभा है। इसके साथ ही वो कहते हैं कि १५ वर्षों के सत्ता विरोधी लहर को खत्म करने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त मेहनत की। इस बात पर चर्चा हो रही है कि हम कहां कमदोर रहे। पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों में मिली हार के बाद भी २०१८ एक कामयाब साल रहा। वो कहते हैं कि चुनाव सभी पहलुओं में एक पहलू होता है। इस साल की सबसे बड़ी कामयाबी ये है कि देश के पचास करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत के जरिए स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का फायदा मिल रहा है। इतनी बड़ी कामयाबी को वो नाकामी कैसे मान सकते हैं।
देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली बाइक 'हीरो स्पलेंडर' है। दिसंबर में कुल १,६५,११0 हीरो स्पलेंडर बाइक की बिक्री हुई। इसकी इंजन क्षमता ९७.२ सीसी है। इसका अधिकतम पावर ८.२4 बीएचपी (८000 आरपीएम पर) है और कंपनी ७० किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज का दावा करती है। इसकी दिल्ली में एक्स शो रूम कीमत 4८,5२0 रुपये से शुरू होती है। दूसरे स्थान पर हीरो मोटोकॉर्प का ही 'हीरो एचएफ डीलक्स' है, जिसकी १,२७,९३२ यूनिट्स की बिक्री हुई। 'हीरो एचएफ डीलक्स' की इंजन क्षमता ९७.२ सीसी है। इसका अधिकतम पावर ८.२4 बीएचपी (८,००० आरपीएम पर) है। इसकी दिल्ली में एक्स शोरूम कीमत 4२,८3२ रुपये से शुरू होती है। कंपनी का दावा है कि यह बाइक ८3 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है। होंडा मोटरसाइकिल ऐंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) का 'सीबी शाइन' तीसरे नंबर पर रहा और कुल ६७,०११ वाहनों की बिक्री हुई। इस बाइक की इंजन क्षमता १२४.७ सीसी है और इसका अधिकतम पावर ७500 आरपीएम पर १०.१६ बीएचपी है। दिल्ली में इसकी एक्स शोरूम कीमत ५६,14७ रुपये से शुरू होती है। कंपनी ने इस बाइक का माइलेज ६५ किलोमीटर प्रति लीटर होने का दावा किया है। चौथे नंबर पर हीरो मोटोकॉर्प का 'हीरो ग्लैमर' रहा, जिसकी कुल ६३,१५० यूनिट्स की बिक्री हुई। इसकी इंजन क्षमता १२४.७ सीसी है। इसकी अधिकतम क्षमता ७,००० आरपीएम पर ९.०० बीएचपी है। कंपनी के मुताबिक इसकी माइलेज ६० किलोमीटर प्रति लीटर है तथा दिल्ली में इसकी एक्स शोरूम कीमत ५६,84७ रुपये है। रॉयल एनफील्ड की 'रॉयल एनफील्ड क्लासिक ३५०' शीर्ष बाइक्स की सूची में पांचवें स्थान पर है और २०१७ के दिसंबर में कुल ४७,५५८ वाहनों की बिक्री हुई। शीर्ष की दस सबसे ज्यादा बिकने वाली बाइकों में यह सबसे महंगी बाइक है और इसकी ऑन-रोड कीमत १.५ लाख रुपये से अधिक है। इस बाइक की इंजन क्षमता ३४६.० सीसी है तथा इसका अधिकतम पावर ५2५० आरपीएम पर १9.8० बीएचपी है। कंपनी का दावा है कि यह बाइक 4५ किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है। बजाज ऑटो की बाइक 'बजाज पल्सर' इस सूची में छठे स्थान पर है और पिछले साल दिसंबर में इसकी कुल ४०,८७९ यूनिट्स की बिक्री हुई। यह बाइक कई वर्जन में उपलब्ध है, जिसकी इंजन क्षमता १४९.५ सीसी से शुरू होती है, जिसका अधिक पावर १४.8५ बीएचपी है (९,००० आरपीएम पर)। कंपनी का दावा है कि यह बाइक 6५ किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है। दिल्ली में इसकी एक्स शो रूम कीमत ७४,९76 रुपये से शुरू होती है। हीरो मोटोकॉर्प का 'हीरो पैशन' सातवें स्थान पर रही और कुल ४०,१६८ वाहनों की बिक्री हुई। इस बाइक की इंजन क्षमता ९७.२ सीसी है तथा इसका अधिकतम पावर ८.२4 बीएचपी (८,००० आरपीएम पर) है। कंपनी का दावा है कि यह बाइक ८4 किलोमीटर प्रति लीटर की माइलेज देती है। बजाज ऑटो की बाइक 'बजाज प्लेटिना' आठवें स्थान पर रही और पिछले साल दिसंबर में कुल ३६,४०७ 'बजाज प्लेटिना' की बिक्री हुई। कंपनी ने इसका नया मॉडल 'कॉम्फरटेक' लॉन्च किया है, जिसकी दिल्ली में एक्स शोरूम कीमत ४७,१५५ रुपये से शुरू होती है। इस बाइक में १०२.० सीसी का इंजन लगा है। इसकी अधिकतम पावर ७.8० बीएचपी (७,5०० आरपीएम पर) है। कंपनी का दावा है कि यह बाइक ९६.9० किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है। टीवीएस मोटर कंपनी की बाइक 'टीवीएस अपाचे आरटीआर १६०' नौवें स्थान पर रही। पिछले साल दिसंबर में कुल २४,९१५ वाहनों की बिक्री हुई। इस बाइक की इंजन क्षमता १५९.७ सीसी है तथा अधिकतम पावर ८५०० आरपीएम पर १५.२० बीएचपी है। इसकी दिल्ली में एक्स शोरूम कीमत ७5,8७8 रुपये से शुरू होती है। कंपनी के मुताबिक इसका माइलेज ४८ किलोमीटर प्रति लीटर है। होंडा मोटरसाइकिल ऐंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) की 'ड्रीम' सीरीज के बाइक्स दसवें स्थान पर रहे और कुल २१,१५६ वाहनों की बिक्री हुई। 'ड्रीम' सीरीज के तहत 'होंडा ड्रीम नियो' और 'होंडा ड्रीम युगा' है, जिनकी दिल्ली में एक्स शोरूम कीमत क्रमश: ५०,४०९ रुपये तथा ५२,३०४ रुपये है। 'होंडा ड्रीम नियो' की इंजन क्षमता १०९.२ सीसी है। इसका अधिकतम पावर ८.३१ बीएचपी (7५०0 आरपीएम पर) है तथा कंपनी के मुताबिक इसका माइलेज ७४ किलोमीटर प्रति लीटर है। 'होंडा ड्रीम युवा' की इंजन क्षमता १०९.२ सीसी है। इसका अधिकतम पॉवर ८.२5 बीएचपी (7५०0 आरपीएम पर) है। कंपनी का दावा है कि यह 7२ किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है।
नौकरी के अवसरों के बारे में - कुल ९०८५१ नौकरी के अवसरों में से कुल ० (०%) जयपुर में पेशेवर पोस्ट किए गए कुल ० (०%) नौकरियां हैं इन ० कंपनी को देखें और उनका पालन करें जिनके पास जयपुर में कॉर्पोरते कम्युनिकेशन में के लिए उद्घाटन है उन्हें जाना जाए। नौकरी चाहने वालों के बारे में - यूथ ४ वर्क में कुल ४82४79४ में से ये ४7 (०%) सदस्य हैं जयपुर में 9०851। पंजीकृत करें और आगे बढ़ने के लिए अपने युवा वर्क प्रोफाइल बनाएं, ध्यान दें और अपने कौशल के लिए जाने जाएं। यह बाजार का अध्ययन है, जो उपलब्ध नौकरियों की तुलना में नौकरी की तलाश में लोगों की संख्या की तुलना करता है। उम्मीदवार प्रति नौकरी विश्लेषण से पता चलता है कि औसतन, हर कॉर्पोरते कम्युनिकेशन नौकरियों इन जयपुर के लिए लगभग २ संभावित नौकरी तलाशने वाले हैं। कुल ९०८५१ नौकरी के अवसरों में से ० (०%) कॉर्पोरते कम्युनिकेशन नौकरियां जो कि ४७ (०%) के मुकाबले सूचीबद्ध हैं, उनमें कुल 482४७94 पंजीकृत युवाओं में प्रतिभा है मंच। कॉर्पोरते कम्युनिकेशन नौकरियों इन जयपुर के लिए नियोक्ताओं द्वारा कौन-से कौशल और प्रतिभा को पसंद किया जाता है?
मिज़ुनो का १६ क्राफ्ट रिसोर्स पैक १.११.२ / १.१0.२ जापान का एक बनावट पैक है। इसके रंगीन विवरण और पैटर्न को जापानी लोगों के कुशल हाथों द्वारा ध्यान से देखा जा रहा है। इसलिए, यदि आप संसाधन पैक के प्रशंसक हैं, तो यह केवल एक संसाधन पैक है जिसे आपको अवश्य देखना चाहिए। इस संसाधन पैक का नाम आपको अपने बारे में सब कुछ बताता है: डिज़ाइनर द्वारा डिज़ाइन किया गया - मिज़ुनो जिसे कई मिनक्राफ्टर कहा जाता है। इसमें १६ १६ रिज़ॉल्यूशन और मिनक्राफ्ट गेम के लिए उपयोग किए जाने वाले संसाधन पैक है। मिज़ुनो का १६ क्राफ्ट एक भव्य संसाधन पैक है जो मिनक्राफ्ट के लिए एक शांत सुंदरता प्रदान करता है। इसके अलावा, इसके बनावट भी खिलाड़ियों के लिए परेशानी का सबब नहीं बनते हैं, जो मिज़ुनो के १६ क्राफ्ट की एक बड़ी सफलता है। कम रिज़ॉल्यूशन में रिसोर्स पैक के बहुमत के साथ एक आम समस्या यह है कि जब वे मिनक्राफ्ट के लिए उपस्थिति को अपग्रेड करने की कोशिश करते हैं, तो उनकी बनावट अक्सर बहुत धुंधली हो जाती है। जो ब्लर खेल में अस्पष्ट और बदसूरत हो जाते हैं, वह इस प्रवृत्ति में इन पैक्स का एक मामूली बिंदु है। हालांकि, मिज़ुनो का १६ क्राफ्ट गेम के दृश्य वातावरण को एक नए स्तर पर लाने में सक्षम है जो उन सभी समस्याओं को हल करता है जो रिसोर्स पैक जैसे बनावट के धुंधलेपन से मिले हैं। मिज़ुनो के १६ क्राफ्ट रिसोर्स पैक को स्थापित करने के बाद, आप अपने मिनक्राफ्ट की दुनिया में कदम रखेंगे और आपको एक सुंदर मिनक्राफ्ट दिखाई देगा। बनावट में कई विवरण नहीं हैं, लेकिन रंगों और अद्वितीय कला शैली में सावधानी से चयन के साथ सुंदर दिखते हैं। इस संसाधन पैक के बारे में सबसे विशेष और सबसे आश्चर्य की बात यह है कि हालांकि इसमें १६ १६ रिज़ॉल्यूशन वाला केवल १ पैक है, मिज़ुनो के १६ क्राफ्ट बिना किसी धुंधला स्थान के बहुत साफ और स्पष्ट दिखते हैं। आपको मॉड समर्थन को स्थापित करने की आवश्यकता नहीं है और आप इसके कम रिज़ॉल्यूशन के कारण मिज़ुनो के १६ क्राफ्ट का तुरंत उपयोग कर सकते हैं।
कैटरीना कैफ ने १६ जुलाई को अपना ३४ वां जन्मदिन मनाया। आईफा अवार्ड के बीच कैटरीना क्या पूरे बॉलीवुड ने उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाया। कैटरीना कैफ ने अपनी कुछ तस्वीरें भी शेयर की जिसमें वो अपने दोस्तों के साथ न्यूयॉर्क की सड़क पर घूमते नजर आ रही हैं। इसके अलावा कैटरीना ने अपना जन्मदिन आलिया भट्ट, प्रीति जिंटा के साथ मनाया जिसकी तस्वीरें भी उन्होंने पोस्ट की।इन तस्वीरें में सभी मस्ती के मूड में लग रहे हैं। वरूण आलिया ने तो आईफा के स्टेज से ही बर्थडे सॉन्ग गाकर कैट के जन्मदिन को यादगार बना दिया। कैटरीना कैफ ने अपना जन्मदिन अपने खास दोस्तों के साथ मनाया। इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि करीना कपूर के साथ आलिया भट्ट और उनकी दोस्त हैं। इन तस्वीरों को देखकर ही लग रहा है कि आईफा के बीच कैटरीना कैफ ने मस्ती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस तस्वीर को प्रीति जिंटा ने शेयर किया है और कैटरीना कैफ को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। ये भी न्यूयॉर्क की ही तस्वीर है।
पिता केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री, मां सत्ता पक्ष की विधायक, स्वयं डीसी जैसे पदों पर रहे और उचाना में भाजपा प्रत्याशी वोट मांग रहे हैं मोदी के नाम पर। यह कैसी विंडबना है। यदि पिता कैबिनेट मंत्री बिरेंद्र सिंह और मां ने विधायक रहते हुए जनता के काम किए होते तो आज बेटे के सामने इस तरह से वोट मांगने की नौबत नहीं आती जबकि भाजपा प्रत्याशी ब्रजेंद्र सिंह स्वयं भी प्रदेश के विभिन्न जिलों में डीसी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। यह बात जेजेपी और आप गठबंधन प्रत्याशी सांसद दुष्यंत चौटाला ने कही। वे यहां हिसार लोकसभा क्षेत्र उचाना हलके के गांवों में वोट मांगने पहुंचे थे। गांव नगुरा में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जनता हमें काम करने के लिए, उनकी आवाज बूलंद करने के लिए चुनकर लोकसभा में भेजती है न कि ऐसी कमरों में बैठ कर ऐश करने के लिए। यदि हमने जनता के काम नहीं किए, उनकी पीड़ा को नहीं समझा तो, यह न केवल जनता के साथ घोर नाईंसाफी है बल्कि है जन-अपराध व विश्वासघात भी है। उन्होंने कहा कि बिरेंद्र सिंह डूमरखां का परिवार पिछले डेढ़ दशक से सत्ता में है, वह बताएं कि जनता उन्हें वोट क्यों दें। ऐसे क्या काम किए कि उन्हें चुनकर लोगसभा में भेजे। दुष्यंत ने कहा कि बिरेंद्र सिंह, उनकी धर्मपत्नी ने न हिसार लोकसभा और न ही उचाना हलके में कोई काम किए। दुष्यंत ने कहा कि मैं जनता की पीड़ा को समझता हूं और उनका दुख-दर्द और समस्याएं दूर करना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए मैंने विपक्ष का सांसद रहते हुए भी जनता के हम मुद्दे पर उनके बीच खड़ा होकर उनकी आवाज को बूलंद किया। हिसार की जनता की आवाज को लोकसभा की दहलीज तक पहुंचाया और उन्हें हल करवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया- मैंने दिन देखा न रात, हर समय लोगों की समस्याएं निपटाने में लगा रहा। दूसरी ओर डूमरखां परिवार था जो प्रदेश व केंद्र सरकार में सत्ता में था और ऐसी कमरों में बैठ कर ऐश करता रहा और बेटा नौकरशाही करने में लगा रहा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मैं उन लोगों में नहीं हूं जो एक बार जीत कर दिल्ली जाकर ऐसी कमरों में बैठ कर ऐश करते हैं और पांच साल के लिए जनता को भूल जाते हैं, बल्कि मैंने जनता द्वारा अपना प्रतिनिधि चुनने के बाद अपनी जिम्मेवारियों को दोहरी गंभीरता से समझा। छोटी उम्र में भी बड़े हौसले से काम किए।उन्होंने कहा कि मुझे उचाना हलके के लोगों से भारी उम्मीद है, मुझे आप लोगों का इस बार भी पिछले बार से भी ज्यादा साथ चाहिए। मैंने पहले भी आपके भरोसे को नहीं टूटने दिया और विश्वास दिलवाता हूं कि आगे भी आपकी पगड़ी को कभी नहीं झुकने दूंगा। जेजेपी प्रत्याशी ने कहा कि हर कार्यकर्ता मेरी आवाज बन कर अब घर-घर जाकर वोट मांगे, मतदाताओं को जात-पात का जहर घोलने वालों से सावधान करें और एक-एक वोट चप्पल की जोड़ी पर डालने के लिए लोगों को प्रेरित करें। आज दुष्यंत ने गांव शाहपुर, नगुरा, शामदो, डयोला, चांदपुर सहित डेढ़ दर्जन गांवों का दौरा किया।
मॉडलिंग से फिल्मों की दुनिया में आये विक्रम सिंह राजपूत ने वर्ष २०१३ में प्रदर्शित फिल्म जिंगा लाला जिंगा लाला के जरिये अपने अभिनय जीवन की शुरूआत की। विक्रम राजपूत इन दिनों शांदिल इशान के निर्देशन में बन रही फिल्म ये कैसी आशिकी में काम कर रहे हैं।फिल्म में विक्रम के साथ ही आर्यन वैद और सुमित रायचद की भी अहम भूमिकायें है। विक्रम सिंह राजपूत ने बताया जब मुझे बताया गया कि फिल्म में आर्यन वैद काम कर रहे तो मैं रोमांचित हो गया। मैं आर्यन सर को अपना रोल मॉडल मानता हूँ।आर्यन सर के साथ जब मुझे स्क्रीन शेयर करने का अवसर मिला तो मैं खुश होने के साथ ही नर्वस भी था। आर्यन सर ने मुझे सहज बनाया।उनके जैसे अच्छे इंसान के साथ काम करने से पता चलता कि वह कितने महान हैं।फिल्म में में काम के दौरान हमने अच्छा रिश्ता बना। आर्यन सर और सुमित सर के साथ काम करना शानदार अनुभव रहा।मैं आगे भी उनके साथ काम करना पसंद करूंगा।फिल्म की पटकथा बेहद शानदार है। यह फिल्म दर्शकों को मनोरंजन के साथ ही संदेश भी देगी। बतौर मॉडल और कोरियोग्राफर अपनी खास पहचान बना चुके विक्रम सिंह राजपूत ने बताया कि बचपन के दिनों से ही वह डांसर बनना चाहते थे। प्रभुदेवा को अपना आदर्श मानने वाले विक्रम सिंह राजपूत ने बॉलीवुड के दिग्गज कोरियोग्राफर श्यामक डाबर से तीन वर्षो तक डांस का प्रशिक्षण लिया। बतौर बैकग्रांउड डांसर विक्रम ने अपने करियर की शुरूआत पंजाबी सुपरहिट अलबम छब्बी छब्बी से की जिसमें पंजाबी फिल्मों के सुपरस्टार गिप्पी ग्रेवाल ने मुख्य भूमिका निभायी थी। इसके बाद विक्रम ने फिल्म गांधीगीरी समेत कई फिल्मों में बैकग्रांउड डांसर के तौर पर काम किया। इस बीच टीवी के मशहूर अभिनेता और मॉडल करण सिंह ग्रोवर से प्रभावित होने के बाद विक्रम की रूचि मॉडलिंग की ओर भी हो गयी। विक्रम ने वर्ष २०१४ में राजधानी पटना के मॉडलिंग हंट शो देव एंड दिवा में हिस्सा लिया और विजेता चुने गये। बहुमुखी प्रतिभा के धनी विक्रम इन दिनों अभिनय के साथ ही बतौर कोरियोग्राफर और मॉडलिंग की दुनिया में भी अपना जलवा बिखेर रहे हैं। विक्रम ने बताया कि उन्हें एक नेपाली अलबम में काम करने का प्रस्ताव मिला है।
लंदन : टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर को आड़े हाथों लिया है। जडेजा ने अपने ट्वीट में कहा, मैं आपसे दोगुना मैच खेल चुका हूं। ऐसे लोगों का सम्मान करना सीखें जिन्होंने कुछ हासिल किया है। मैंने आपके बकवास बहुत सुन ली। मांजरेकर कई बार जडेजा को अंतिम ग्यारह में न लेने की बात कहते रहे हैं, माना जा रहा है कि इसी से नाराज होकर जडेजा ने उन्हें अपने निशाने पर लिया है। जडेजा ने अपने ट्वीट में मांजरेकर को टैग किया है। जडेजा का ट्वीट सामने आते ही खेल जगत में खलबली मच गई। इससे पहले मांजरेकर ने कहा था, मैं ५० ओवर के मैच में ऐसे खिलाड़ी को अंतिम ग्यारह में नहीं देखना चाहते जो किश्तों में प्रदर्शन करता हो। जडेजा भी एकदिवसीय में इसी स्थिति में हैं। टेस्ट मैच में, वह विशुद्ध रूप से एक गेंदबाज हैं लेकिन ५० ओवर के मैच में, मैं एक बल्लेबाज और स्पिनर को प्राथमिकता दूंगा। लगता है जडेजा को मांजरेकर की यह बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने अब सीधे हमला किया है। जडेजा विश्वकप २०१९ की १५ सदस्यीय टीम में जरूर हैं लेकिन उन्हें एक बार भी अंतिम ग्यारह में मौका नहीं दिया गया। जडेजा को बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम ग्यारह में शामिल करने के संकेत दिए थे पर ऐसा हुआ नहीं। इससे पहले भी मांजरेकर को धोनी की आलोचना के लिए प्रशंसकों ने जमकर ट्रॉल किया था।
यह पोस्ट अपने तय समय से कुछ विलम्ब से छप रही है। क्योंकि नीचे दिये गये ज्यादातर फोटू होली पर खींचे गये थे। उस समय खेतों में बहार आयी हुई थी, सरसों मस्ती मार रही थी। अब तो सरसों अपने पकने के दौर में चल रही है। लेकिन फिर भी देर से ही सही। मेरे गांव का नाम है- दबथुवा। यह मेरठ जिले में सरधना और शामली जाने वाली सडक पर स्थित है। मुझे दिल्ली से अपने गांव जाने में कम से कम तीन घण्टे लगते हैं। नजदीकी रेलवे स्टेशन मेरठ छावनी है। दबथुवा काफी बडा गांव है। यह जाट बहुल है। हमारा घर पंघाल पट्टी में है, पंघाल पट्टी मतलब पंघाल गोत्र वाले जाट। अपन भी पंघाल हैं। हमारा घर मुख्य सडक से काफी हटकर गांव के बाहरी इलाके में है, खेतों के पास। घर के सामने और बायें, दो तरफ खेत हैं। आजकल गन्ना और गेहूं की खेती हो रही है। गन्ना धीरे-धीरे कट रहा है, एक महीने बाद गेहूं भी कटने लगेगा। गन्ने वाले खेतों में दोबारा गन्ना ही बो दिया जायेगा, गेहूं वाले खेतों में ज्वार या धान बोये जायेंगे। पूरे सालभर यही चक्र चलता रहता है। आज बहुत दिन बाद लिखने बैठा हूँ। अब स्वास्थ्य ठीक है। असल में हुआ ये था कि होली की छुट्टियों में अल्मोडा की तरफ कहीं जाने का इरादा था। लेकिन ऐन टाइम पर बुखार चढ गया। बुखार से पहले नाक बही, खांसी हुई। नाक ठीक हो गयी, बुखार ठीक हो गया। खांसी अब भी है। जब भी थोडी-थोडी देर बाद याद आता है, खूं-खूं खांसना शुरू कर देता हूँ। डॉक्टर नामक प्राणी से सख्त ऐतराज है। जिस तरह जाडे के बाद गर्मी आती ही है, उसी तरह बसन्त के मौसम में ये बीमारियां भी होती ही हैं। डॉक्टर के पास जाओगे तो एक तो बुखार की वजह से खाने-पीने को मन नहीं करता, फिर वो दुनिया भर का परहेज बता देता है। मोटे-मोटे गोले दे देता है कि ये सुबह, ये दोपहर, ये शाम, ये ताजे पानी से, ये दूध से, ये चाय से, ये खाने से पहले, ये खाने के बाद, ये आधे घण्टे पहले, ये बाद में, ये उठने से पहले, ये सोने के बाद, ये एक चम्मच, कडवी हो तो दो चम्मच; और हां, सबसे पहले इंजेक्शन। खैर, होली पर घर पहुँचा। बुखार से तपता लाल और मुस्कराता चेहरा देखते ही घरवाले समझ गये कि अगले को बुखार है। डॉक्टर के पास जाने से बचने के लिये मुस्कराने की कोशिश कर रहा है। वाकई उस समय था भी भयंकर बुखार। चल भई, डॉक्टर के यहां। पैदल मत जाना, साइकिल से मत जाना, चक्कर आ जावेंगे, गिर-गिरा पडेगा। कटडा-बुग्गी तैयार किये गये। डॉक्टर जी ने आदत से मजबूर होकर वही सुबह-दोपहर-शाम वाली गोलियां दे दीं। और अन्त में, दही-मट्ठे का परहेज बता दिया। घर वापस आये। हाण्डी में दही रखी थी, एक कटोरा भर लिया, गुड का डला ले लिया और गटर-गटर। हां, जो खुराक लेनी थी, वो भी दही से ही ले ली। अगले ही टाइम बुखार खत्म। रात को सो गये। सुबह उठा तो महसूस हुआ कि बुखार फिर चढ गया है। पिताजी ने नब्ज टटोलकर देखी। मैने कहा कि ऐसे ही गर्म हो रहा है, बुखार नहीं है। पिताजी को वैसे भी पहचान नहीं है, मान गये। फिर मां आयीं, मां को जबरदस्त पहचान है। निन्यानवें का भी बुखार होता है, तो तुरन्त बता देती हैं। आते ही मैं खाट पर से कूद पडा, और बताया कि बुखार नहीं है; नल पर पहुंचकर बोतल भरी, जंगल चला गया। आज दुल्हेण्डी थी। बुखार की वजह से होली खेलने का जरा भी मन नहीं था। लेकिन खेलनी पडी, नहीं तो फिर डॉक्टर के पास जाना पडता, मोटे-मोटे गोले खाने पडते। रंग-बिरंगे होकर पूरे मोहल्ले में घूमना पडा, जाने कितनी बाल्टी पानी अपने ऊपर गिरा, कई घरों के पूरी-पकवान खाये, समोसे-पकौडे खाये। खाये नहीं, खाने पडे; केवल डॉक्टर की वजह से। अच्छा हां, फिर तो बुखार ऐसा पिण्ड छुडाकर भागा कि अब अक्टूबर-नवम्बर से पहले नहीं आयेगा। एक सन्देश- यह गर्मी-सर्दी का मौसम चल रहा है। बीमारियां होना लाजिमी है। डॉक्टर-वॉक्टर के चक्कर में ना पडें। गोली-गोले ना खायें। खुश रहने की कोशिश करें। अच्छा ना लगने पर भी ठूंस-ठूंसकर खायें, खूब टहलें, खूब घूमे, घुमक्कड बनें। इति श्री मौसम परिवर्तनाय बुखार दूर भगाय कथा!!!!
ड्र्क के चयन से उनकी हार के बावजूद, कैमरून की अदम्य शेरनी टोक्यो टोक्यो ओलंपिक खेलों में अफ्रीका के महिला टूर्नामेंट के पहले दौर में पहुंच गई। न्चौत न्जोया अजरा ने ८०त मिनट में कैमरून को बचाया। जबकि अदम्य शेरनीज़ को २ के लिए ० लक्ष्यों का नेतृत्व किया गया था और अयोग्यता के साथ धमकी दी गई थी, नॉर्वे में वेलेरेंगा स्ट्राइकर एलेना फुटबॉल लड़कियों सा से एलेक्जेंड्रा तकौंडा की एक बड़ी वसूली का फायदा उठाने में सक्षम था। कॉन्गोली गार्ड गोय मुड़िम्बी फ़िडलाइन की सतर्कता को धोखा देने के लिए, इस प्रकार अगले दौर को देखने के लिए तेंदुए की महिलाओं की सभी आशा को सील कर दिया। पूर्व-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में रासुसा फ्यूडजियो के अनुसार, मुश्किल से ही लियोनिज़ेस के लिए यह बैठक शुरू हुई, "याउंड में घायल खेल को पूरा करने के लिए" किंशासा जा रहे थे। मील का पत्थर के नुकसान में अदम्य शेरनी, एक अविभाजित मिशेला एबीएएम, अज़ारा, घिरी हुई, एक पारदर्शी मिडिल्डर। कांगो इन कमियों का लाभ उठाते हैं और कैमरूनियन डॉकटर एनेट एनजीओ एनडीओएम के एक खतरनाक निकास द्वार से १५मे मिनट इसाबेल डायकेजी लाभ के रूप में स्कोर खोलने के लिए। पौराणिक शहीद स्टेडियम के लगभग खाली खड़े होने के बावजूद कांगोलेस आत्मविश्वास प्राप्त कर रहे हैं। एक एकल लक्ष्य अब उन्हें शेरनी से अलग करता है और उन्हें योग्यता के करीब लाता है। आत्मविश्वास को ३८त मिनट में समेकित किया जाता है, जब मार्लने कसज याव द्वारा एक शॉट फिर से कैमरून के गोलकीपर को आश्चर्यचकित करता है और जाल के नीचे पाता है। भय पक्ष बदल जाता है, दोनों टीमें अब बंध जाती हैं, दो गोल घर पर किए जाते हैं। दोनों ओर से लक्ष्य की अनुपस्थिति में, अतिरिक्त समय दृष्टि में है, या यहां तक कि दोनों टीमों के बीच निर्णय लेने के लिए गोल पर शॉट। अदजारा ने "नच किया" आधे समय पर, निर्देश बदलते हैं। शेरनी को जीतना होगा। और वे लॉन पर वापस आते ही इसे प्रदर्शित करते हैं। अजारा थोड़ा और ऊपर जाता है, गोलियों के संरक्षण और संचलन को गति मिलती है। कोच एलेन डेजुम्फा भी प्रतिस्थापन कर रहे हैं जो प्रभावी साबित होगा। कैथरीन बेंगोनो ने चेतावनी के तहत कैप्टेन ऑगस्टीन इजांगू की जगह ली, माइकेल एलाम के स्थान पर हेनरिच मिशेल एकेबा की गति तकोउना एंगोलो के लिए थोड़ी अधिक जगह छोड़ देती है। शेरनी आत्मविश्वास हासिल करती है। ६२मे न्चौत न्जोया अजरा ने कांगोली के गोलकीपर के खिलाफ पहला द्वंद्व खो दिया और उसकी कार्रवाई याद आती है। लेकिन ८०मे पर, शेरनी प्रतिक्रिया देती है। ताकौंदा की एक अच्छी रिकवरी पर, सिर का एजेरा गेंद को जाल के नीचे भेजता है। ड्र्क २-१ कैमरून। लॉयनेस हार गए, लेकिन एक्सन्यूम्थ की गोद में पहुंचकर अजारा के गोल की बदौलत बाहर की तरफ गोल किया। इस ३त दिन के अन्य मैचों में, आइवरी कोस्ट ने नाइजीरिया को समाप्त कर दिया, केन्या ने घाना को बाहर कर दिया, जाम्बिया ने बोत्सवाना से छुटकारा पा लिया। कैमरून ०४ लैप को एक्सेस करने के लिए अगले नवंबर में १२ और ५ के बाहर आइवरी कोस्ट से मिलेंगे। एक अनुस्मारक के रूप में, इस टूर्नामेंट का विजेता टोयो २०२० ओलंपिक खेलों में अफ्रीका का प्रतिनिधित्व करेगा। अफ्रीका का दूसरा स्थान हो सकता है, अगर टूर्नामेंट का दूसरा हिस्सा चिली पर हावी हो जाए।
मुख्य रूप से रक्षाबन्धन को हिन्दू आैर जैन त्योहार के तौर पर मान्यता प्राप्त है। ये प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। सावन में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी या सलूनो भी कहते हैं। रक्षाबन्धन में राखी अर्थात रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व होता है। ये सूत्र कच्चे सूत से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, सोने आैर चाँदी जैसी मंहगी धातु तक से र्निमित हो सकते हैं। हांलाकि राखी सामान्यतः बहनें ही भाई को बांधती हैं परन्तु कर्इ स्थानों पर बेटियों द्वारा पिता या परिवार के बड़े लोगों को, ब्राह्मणों, आैर गुरुओं को भी बांधने की परंपरा है। राखी बांधने के पीछे मूल भावना प्रेम आैर रक्षा का आश्वासन ही होता है। कन्याएं अपने भार्इ आैर पिता को राखी इसी भावना के तहत बांधती हैं। राखी से जुड़ी कथायें भी इसी का संदेश देती हैं। राखी कैसे शुरू हुर्इ इससे जुड़ी इसी तरह की कर्इ कथायें बतार्इ जाती हैं। कहते हैं कि भगवान विष्णु के प्रभाव से जब राजा बलि को पताल लोक में जाना पड़ा इससे देवताओं की रक्षा हुई तभी से हिंदू धर्मावलंबी रक्षाबंधन मनाते हैं। दूसरी आेर उसी समय बलि ने विष्णु जी से अपने साथ रहने का आर्शिवाद प्राप्त कर लिया आैर उससे अपने पति को वापस लाने आैर अपने साथ रखने के लिए माता लक्ष्मी ने बलि को राखी बांधीं आैर बदले में अपने पति को वापस प्राप्त किया। तबसे राखी की परंपरा की शुरूआत मानी जाती है, क्योंकि इस तरह लक्ष्मी जी के सौभाग्य की रक्षा हुर्इ। बलि से जुड़ा ये श्लोक भी इसी की पुष्टि करता है। येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल ॥ अर्थात जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुझे बांधता हूं। हे रक्षे मतलब राखी! तुम अडिग रहना यानि तू अपने संकल्प से कभी भी विचलित न हो। भविष्यपुराण के अनुसार देवराज इंद्र जब देव दानव युद्घ में दानवों से पराजित हो रहे थे तो उनकी पत्नी इन्द्राणी द्वारा निर्मित रक्षासूत्र को देवगुरु बृहस्पति ने इन्द्र के हाथों बांधते हुए उपरोक्त श्लोक पढ़ा था जिसके चलते ना सिर्फ इंद्र की रक्षा हुर्इ थी बल्कि उनकी जीत भी हुर्इ थी। इसे भी रक्षाबंधन की शुरूआत कहा जाता है। स्कन्ध पुराण, पद्मपुराण और श्रीमद्भागवत में वामनावतार नामक कथा में भी रक्षाबन्धन का प्रसंग है ये कहा जाता है। इसी प्रकार मान्यता है कि द्वापर युग में ही युधिष्ठिर ने वासुदेव नंदन श्रीकृष्ण को राखी बांधी थी। उसी दिन से श्रावण पूर्णिमा के दिन यह रक्षा सूत्र बांधने की प्रथा चली आ रही है। अपनी इन्हीं विशेषताआें के चलते धागा धन, शक्ति, हर्ष और विजय देने वाला माना जाता है।
सीबीआई निदेशक को छुट्टी पर भेजने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई पूरी कर ली और फैसला सुरक्षित रख लिया। चर्चित लड़ाकू विमान राफेल सौदे के बाद केंद्र सरकार का यह दूसरा मामला है जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है। सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना पर एफआईआर के मामले में शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जांच एजेंसी के डायरेक्टर आलोक वर्मा ने अदालत के नोटिस का जवाब पेश किया। उन्होंने खुद पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। साथ ही कहा कि अस्थाना पर बेहद गंभीर आरोप हैं। इनकी जांच होनी चाहिए, ताकि सीबीआई पर भरोसा बना रहे।वर्मा ने कहा, आरोप याचिकाकर्ता (अस्थाना और अन्य) की कल्पनाओं के सिवाय कुछ नहीं हैं। अस्थाना की याचिका सुनवाई लायक नहीं है। यह गलत है। तीन दिन तक चली सुनवाई के दौरान वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगाई, एसके कौल और केएम जोसेफ की पीठ के समक्ष अपनी दलीलें पेश की। इस पर सुनवाई के दौरान गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र ने सीबीआई निदेशक की शक्तियों पर रोक लगाने से पहले चयन समिति की मंजूरी ले लेती तो कानून का बेहतर पालन हुआ होता। सरकार की कार्रवाई की भावना संस्थान के हित में होनी चाहिए। इससे पहले क्या कहा था।
वलसाड. शहर के डॉक्टरों ने शुक्रवार को कलक्टर को ज्ञापन देकर आवाबाई स्कूल के मैदान में इस वर्ष गरबा आयोजन की मंजूरी न देने की मांग की है। डॉक्टरों के अनुसार स्कूल रोड़ से सौ मीटर तक साइलेंट जोन होने के बावजूद हर साल यहां गरबा होने से अस्पताल के मरीजों को दिक्कत होती है। वलसाड के आजाद चौक से तिथल चौराहे तक कई अस्पताल हैं। यहां गाडिय़ों व डीजे के शोर शराबे से मरीजों को दिक्कत होने के कारण चार साल पहले क्षेत्र को साइलन्ट जोन घोषित किया गया है। इस रोड से सटे आवाबाई स्कूल में कई साल से गरबा का आयोजन किया जाता है। इससे इस विस्तार के अस्पातलों मे भर्ती मरीजों को बहुत परेशानी होती है। सौ से ज्यादा डॉक्टरों ने कलक्टर को ज्ञापन देकर इस बार यहां गरबा आयोजन की मंजूरी न देने की मांग की। स्कूल के बगल में ही डॉक्टर हाउस अस्पताल और आंख का बड़ा अस्पताल है। मैदान के सामने भी चार से पांच बच्चों का इलाज करने वाले अस्पताल हैं। डॉक्टरों के अनुसार नौ दिनों तक १२ बजे तक गरबा होता है, जो मरीजों के लिए खतरनाक है। दूसरी तरफ गरबा आयोजकों ने कहा है कि गत वर्ष भी विरोध किया गया था, जिसके बाद प्रशासन ने गौरवपथ रोड से मैदान की दूरी नापी थी, जो सौ मीटर से काफी दूरी पर है। आयोजकों के अनुसार गरबा का आयोजन नियमों के तहत होता है और १२ बजे बंद हो जाता है। भरुच. अंकलेश्वर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रति गुरुवार को सांईं प्रसाद का वितरण पिछले कई माह से सांई मिशन हैप्पीनेस संस्था की ओर से किया जा रहा है। आम लोगों के साथ गरीब परिवारों को प्रति गुरुवार को सांईं प्रसाद प्रदान किया जाता है, जिसका लाभ लोगों की ओर से उठाया जा रहा है। सांई प्रसाद वितरण का कार्य पिछले कई माह से सांई मिशन हैप्पीनेस संस्था की ओर से किया जा रहा है। संस्था के प्रमुख राजू रावत ने कहा कि अंकलेश्वर शहर एवं जीआइडीसी के विभिन्न स्थानों पर गुरुवार को सांई प्रसाद लोगों को वितरित किया जाता है।
प्रत्येक एंड्रॉइड उपयोगकर्ता वेबव्यू ब्राउज़र में चला गया है। वे शायद नहीं जानते कि यह क्या है, लेकिन उन्होंने निश्चित रूप से इसके साथ बातचीत की है। वेबव्यू ब्राउज़र फेसबुक, ट्विटर या किसी तीसरे पक्ष के ऐप जैसे ऐप्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले एक छोटे से मूल स्टॉक इन-ऐप ब्राउज़र है। जब आप फेसबुक से कोई लिंक खोलते हैं, तो यह वह जगह है जहां यह खुलता है - क्रोम में नहीं बल्कि ऐप के अंदर एक छोटे से अलग ब्राउज़र में। यह ब्राउज़र आमतौर पर नंगे हड्डियों, सीमित और धीमी होती है, और इसमें साइट्स, कुकीज़, इतिहास, बुकमार्क या उसके जैसी कुछ भी आपके साइन-इन विवरण नहीं होते हैं। उल्लेख नहीं है कि प्रत्येक इन-ऐप ब्राउज़र में थोड़ा अलग यूआई है, और आपको उस शेयर या बैक बटन की तलाश करनी होगी। गूगल कस्टम क्रोम टैब नामक एक सुविधा पेश करके इस समस्या को ठीक करने का प्रयास कर रहा है जो ऐप्स को एक वास्तविक, पूरी तरह कार्यात्मक क्रोम टैब को इन-ऐप ब्राउज़र के रूप में एकीकृत करने देता है। यह एक महान विचार है। समस्या फेसबुक और ट्विटर जैसी बीमियोथ्स कभी भी इसे अपनाने वाली नहीं है क्योंकि वे इन-ऐप ब्राउज़र पर नियंत्रण चाहते हैं। खैर, क्या करने के लिए एक गीक है? इस मामले को अपने हाथों में ले लो। क्रोमर एक छोटी सी छोटी उपयोगिता है जो किसी भी ऐप के क्रमी बिल्ट-इन ब्राउज़र को क्रोम कस्टम टैब के साथ बदल देती है। अब जब भी आप फेसबुक से एक लिंक टैप करते हैं, तो यह एक परिवार में और तेजी से कस्टम क्रोम टैब में खुल जाएगा। यह इतना आसान है, और यह एंड्रॉइड के चमत्कारों में से एक है कि आप इसे ऐप डाउनलोड करके भी कर सकते हैं! एक बार ऐप डाउनलोड करने के बाद, ऐप से लिंक खोलने के लिए इसे डिफ़ॉल्ट बनाने का समय आ गया है। ऐप के होमस्क्रीन टैप से "डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र सेट करें" और मेनू से जो "क्रोमर" और फिर "हमेशा" चुनें। नीचे, आप द्वितीयक ब्राउज़र भी निर्दिष्ट कर सकते हैं। वैयक्तिकरण अनुभाग से आप टूलबार और एनिमेशन का रंग बदल सकते हैं। क्रोमर में यह वास्तव में अच्छी सुविधा भी है जहां यह स्वचालित रूप से पृष्ठभूमि में सामग्री को प्रीफ़ेच कर देगी। अब यदि आपके पास असीमित डेटा है और पृष्ठभूमि गतिविधि की परवाह नहीं है, तो इस सुविधा को चालू करें। यह सुविधा लिंक के लिए आपकी स्क्रीन स्कैन करेगी और डेटा को प्रीलोड करेंगी, इसलिए जब आप पेज टैप करेंगे तो वहां होगा! यदि आपको इन-ऐप ब्राउज़र पसंद नहीं हैं, तो आपके लिए अन्य विकल्प भी हैं। क्या आपने पॉप-अप ब्राउज़र (जैसे फ्लाईनक्स या लिंक बबल) के बारे में सुना है? ये शांत ब्राउज़र फेसबुक के चैट हेड्स की तरह काम करते हैं। जब आप एक लिंक टैप करते हैं तो वे फ़्लोटिंग विंडो में खुलते हैं जिन्हें आप कम कर सकते हैं। आपके कुछ पसंदीदा ब्राउज़र हैक्स क्या हैं? नीचे दी गई टिप्पणियों में हमारे साथ साझा करें।
जिला लखनऊ, मोहल्ला शांति नगर और गुलजार नगर। शांति नगर और गुलजार नगर में महिलाओं का समूह तैयार करवा कर स्टाम्प पेपर के बहाने हर औरत से ११० रुपये लेकर युवक फरार। रुबूना ने बताया हमारे घर एक तिवारी नाम का आदमी आया उसने बताया कि हम महीने का ग्रूप बनाते है। औरतो का। और हर औरत को २० हजार रुपये देगे जिसकी किश्त महीने में जमा हो जाएगी। हमने उस पर भरोसा कर के सारी के सारी औरतो को इकट्ठा करवाकर सबकी आइडी दो फोटो पता सब उस आदमी को दे दिया और हर औरतो से स्टाम्प पेपर के लिए ११० रुपये दिलाया और तिवारी जो नम्बर हमें देकर गये थे उससे बात कर रहे थे लेकिन जिस दिन मीटिंग बैठनी थी उस दिन सुबह सारी औरतौं को बिठा लिया और तिवारी को जब फोन लगाया तो स्विच आफ बता रहा था तब से अब तक स्विच आफ ही है। रुबीना के पति शमीम पन्द्रह औरतों को लेकर मगंलवार शाम ७ बजे थाने गए रिर्पोट लिखाने। खाला बाजार थाना के दिवान रोहित यादव ने बताया कि रिर्पोट लिख ली गई है नम्बर से जांच होगी और जल्द ही दलाल का पता चल जाएगा।
अंक ज्योतिष के अनुसार नाम में थोड़ा-सा फेरबदल करने मात्र से ही उस व्यक्ति के भाग्य में बहुत बदलाव आ सकता है। अगर आपको लगता है कि आपको अपने भाग्य का साथ नहीं मिल पा रहा है या फिर आप जो भी काम करते हैं उसमें आपको असफलता मिलती है तो फिर आप अंक ज्योतिष की मदद से अपने नाम में फेरबदल करके अपने भाग्य को आज़मा सकते हैं। जी हां, फिल्मी सितारे तक अंक ज्योतिष की इस चाल पर भरोसा करते हैं और ना जाने कितने ही स्टार्स और एक्टर्स अपने नाम में फेरबदल करके भाग्य का साथ पाकर लोकप्रिय हो चुके हैं। देखा जाता है कि फिल्मी सितारों को अपने नाम में फेरबदल करने के बाद करियर में सफलता मिल जाती है। तो क्या वाकई में नाम के अक्षर में फेरबदल कर भाग्य का साथ पाया जा सकता है ? भारत की प्राचीन विद्या अंक ज्योतिष के पास आपके इस सवाल का जवाब मिलता है। इसके अनुसार अगर आप अपने नाम में मामूली सा परिवर्तन कर लें तो आपकी किस्मत निश्चित ही बदल सकती है। वहीं अगर किसी शिशु का नाम अंक ज्योतिष के आधार पर रखा जाए तो उसके भाग्य का सितारा किस्मत की बुलंदियों तक पहुंच सकता है। हमारा नाम ही हमारी पहचान होता है। इसके बिना परिवार से बाहर आपकी कोई पहचान नहीं है। आप चाहे जितने भी लोगों से मिल लें आपको यह अहसास हो जाएगा कि उनका नाम उन पर बहुत सूट करता है क्योंकि हमारा नाम हमारे व्यक्तित्व का आईना होता है और हमारा भविष्य इससे बहुत प्रभावित होता है। कई बार हमें लगना लगता है कि हमें अपने भाग्य का साथ नहीं मिल पा रहा है और बात बनते-बनते बिगड़ जाती है या बहुत प्रयास करने पर भी सफलता हासिल नहीं हो पाती है। कई बार इसका दोषी नाम को ठहराया जाता है और वह इंसान अपना पूरा नाम ही बदलना चाहता है लेकिन अंक ज्योतिष के अनुसार पूरे नाम को बदलने की बजाय उसमें मामूली फेरबदल करके भी भाग्योदय के मार्ग प्रशस्त किए जा सकते हैं। आमतौर पर हिंदू धर्म में शिश के जन्म के समय मौजूदा नक्षत्रों और ग्रहों की स्थिति के आधार पर बनाई गई कुंडली के अनुसार ही नामकरण किया जाता है। लेकिन कुछ लोग इसके विपरीत सोचते हैं। उनका मानना है कि कभी भी राशि के अनुसार नाम नहीं होना चाहिए क्योंकि हमारा बुरा चाहने वाले लोग हमारी राशि को जानकर ग्रह-नक्षत्रों की गति का अनुमान लगाकर हमारे ऊपर जादू-टोना कर सकते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा सोचना बिलकुल गलत है। अगर हम जन्मकुंडली के शुभ प्रभाव को अपने तक पहुंचाना चाहते हैं तो हमें अपनी राशि के अनुसार ही नाम रखना चाहिए। अंक शास्त्र को पूरी तरह से वैज्ञानिक शास्त्र माना गया है जिसे जन्म दिनांक के पीछे कार्य करने वाला वाइब्रेशन आधार देता है। इसमें मूलांक और भाग्यांक का विशेष महत्व होता है। अगर नाम का इन दोनों अंकों के साथ संबंध होता है तो उस व्यक्ति को अपने नाम से शुभ फल प्राप्त होते हैं वरना नाम पूरी तरह फल विहीन हो जाता है। नाम का चयन करते समय नामांक तक पहुंचते हुए आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि आपका नामांक, आपके मूलांक और भाग्यांक का मित्रांक हो वरना आपको अपने नाम से लाभ नहीं मिल पाता है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जातक के नाम का पहला अक्षर ही महत्वपूर्ण होता है लेकिन अंकशास्त्र में पूरे नाम की वर्तनी ही भाग्य को प्रभावित करती है। अगर आप अपने मौजूदा नाम से संतुष्ट नहीं हैं या आपको लगता है कि आपका नाम आपकी सफलता में रोड़ा बन रहा है या आपको भाग्य का साथ ना मिल पाने की यही वजह है तो आप अपने नाम को पूरा बदलने की बजाय उसमें मामूली सा परिवर्तन लाकर अपने भाग्य का साथ पा सकते हैं। यह काम लोशू ग्रिड के अध्ययन के बिना संभव नहीं है। लोशू ग्रिड के अनुसार आपकी जन्म की तारीख में जो भी अंक विलुपत हैं उसका प्रयोग आपके नाम की स्पैलिंग में किया जाना चाहिए। अगर अंक विलुप्त है तो वही अंक आपका भाग्यांक है और आपको उसी से अपना नामांक बनाना चाहिए। इस विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि सबसे पहले नाम पहले अक्षर यानि राशि के आधार पर ही चुना जाना चाहिए। इसके बाद नामांक और पूर्ण नामांक को अपने मूलांक और भाग्यांक के आधार पर सुनिश्चित करें लेकिन ये नामांक और पूर्ण नामांक कुछ इस तरह से चुनें कि लोशू ग्रिड के रिक्त स्थान भर सकें। इससे आपके व्यक्तित्व में जो भी कमी होगी वो पूरी हो जाएगी। अंक शास्त्र की सहायता से आपकी हर समस्या का निदान किया जा सकता है। अगर आपको अपने नाम में थोड़ा फेरबदल करना है तो वो भी आप इसकी मदद से कर सकते हैं।
इन्हें जापानी इतिहास की सबसे अहम हस्तियों में शामिल किया जाता है। वे श्रेष्ठ राजा, योद्धा, जनरल, समुराई और राजनेता थे। इनकी बनवाई कई इमारतों और मंदिर आज भी क्योटो शहर में हैं। कोटे १. निराशा काम में हार का लक्षण है। लीडरशिप के लिए आत्मविश्वास और बहुत ज्यादा आशावाद की जरुरत होती है। कोटे २. जीवन में लक बहुत कुछ तय करता है। लेकिन गोल तय करने, शरीर और मन से पूरी ताकत लगाकर कोशिश करने से ज्यादा बलशाली कुछ नहीं होता। कोटे ३. लीडर की महानता चुनौती लेने की उसकी क्षमता और इच्छा से आंकी जाती है। बड़े और मुश्किल लक्ष्य हासिल करने के लिए धैर्य और प्रतिबद्धता की जरुरत होती है। कोटे ४. बड़ी जीत के बीज छोटी-छोटी तैयारियों और छोटी जीत में छिपे होते हैं। कोटे ५. बड़ा रहस्य यह है कि कोई रहस्य नहीं है। खुद को अपने लीडर को समर्पित कर दीजिए। कड़ी मेहनत कीजिए। जोखिम भरे काम कीजिए। लोग कहेंगे इसमें क्या नई बात हैं। असल में यह सौ बात की एक बात है। कोटे ६. कडें प्रयास ही मामूली इंसान को ख़ास और प्रतिष्ठित लोगों से आगे ले जा सकते हैं। कोटे ७. लीडर बनिए, सुपीरियर नहीं। कोटे ८. अच्छा काम करने वालों को आप जितना देंगे, उससे कई गुना ज्यादा आपके पास लौटकर आएगा। कोटे ९. अच्छे लीडर जानते है कि काम में सबसे बड़ी बाधा अनिश्चय के कारण आती है। अच्छे लीडर गलत हो सकते है, लेकिन अनिश्चय की स्तिथि में ज्यादा देर तक नहीं रह सकते। कोटे १०. लड़ाई तब शरू करो जब जीतने के लिए हालात आपके पक्ष में हो। कोटे ११. सफल लीडर जानते है कि काम करने से ही डर निकलता है। कोटे १२. दावा स्वाद में कड़वी हो सकती है, लेकिन सेहत के लिए अच्छी होती है। इस तरह सच कानों को बुरा लग सकता है, लेकिन इससे काम सुधर सकता है। कोटे १३. बार-बार झूठ कहने से इतिहास बन सकता है, लेकिन इससे झूठ को सच में नहीं बदला जा सकता।
चेन्नई।महानगर में बढ़ते तापमान के साथ ही सब्जियों के भावों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सांभर में अधिक उपयोग होने वाली बींस अभी भी सौ रुपए के पार है जबकि सेम ८० रुपए प्रतिकिलो बिक रही है। भिंडी का भाव भी ५० रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गया है तो बैंगन और परवल भी पचास के आसपास चल रहे हैं। यही वजह है कि कोयम्बेडु सब्जी मंडी में खरीदारों की संख्या में काफी गिरावट आ गई है। पहले की तुलना में साप्ताहिक ग्राहकों में भारी कमी आई है। दुकानदारों का कहना है कि सब्जियों के भाव बढऩे का मुख्य कारण बरसात नहीं होना है। बारिश नहीं होने के कारण हरी सब्जियों की आवक में भारी गिरावट आई है। कोयम्बेडु सब्जी मंडी के पूर्व सलाहकार आर सौंदर्यराजन कहते हैं कि तीन महीने पहले इस बाजार में प्रतिदिन दो सौ से अधिक ट्रक उतरते थे लेकिन अब यहां सब्जियों के ट्रक घटकर आधे हो गए हैं इसलिए सब्जियों की आवक मांग की तुलना में कम गई है। उन्होंने कहा कि जबतक राज्य में बारिश नहीं होगी तब तक सब्जियों के भावों में कमी आने की कोई संभावना नहीं है। सबसे सस्ता बिकने वाला टमाटर भी इस समय लाल हो गया है। टमाटर के व्यवसायी मुकुंदन ने के अनुसार टमाटर की भी आवक पहले की तुलना में बहुत कम हो गई है। बारिश के अभाव के कारण टमाटर की उपज कम हो रही है। इसलिए टमाटर का भाव ५० के पार हो गया है। एक साप्ताहिक ग्राहक किरन देवी ने बताया कि पहले तीन सौ रुपए में एक सप्ताह की सब्जियां मिल जाती थी लेकिन अब पांच सौ में भी थैला नहीं भर रहा है। उसका कहना था कि कोयम्बेडु सब्जी मार्केट में कोई हरी सब्जी नहीं है जो पचास रुपए किलो से कम बिक रही हो जबकि मार्च में सब्जियों का भाव बहुत कम था।
फिल्म द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर में प्रियंका गांधी का किरदार काफी मुख्य रूप से निभाया था अहाना का इस फिल्म को लेकर कहेना हैं कि उन्हें इस तरह का किरदार दोबारा मिलता हैं तो राजनीतिक विषय पर जानने के लिए वह इस तरह की और भी कई फिल्मों में कार्य करना पसन्द करेंगी, क्योंकि इस फिल्म में उन्हें महासचिव प्रियंका गांधी का रोल बहुत जिम्मेदारी के साथ निभाया हैं इसलिए अहाना कुमरा राजनीतिक के विषय पर हर एक फिल्म में कार्य कर सकती हैं। अहाना से जब यह सवाल पुछा गया कि वह ज्यादा राजनीतिक फिल्मों का हिस्सा बनाना चाहेंगी इस सवाल का जवाब देते हुए अहाना ने आईएएनएस को बताया कि हाॅँ अगर वे मुझे इस तरह का कोई रोल ऑफर करते हैं तो क्यों नहीं! अहाना ने यह भी कहा हैं कि सशक्त व अच्छी अभिनेत्रियों के लिए इस तरह कि भूमिका का यह एक बहुत अच्छा टाइम हैं। अहाना से जब इस फिल्म के बारे में पूछा गया कि आप को सबसे अधिक क्या मिला तो उन्होंने कहा एक बिल्कुल अगल इंसान के रूप में दिखाना यानि कि एक सम्पूर्ण परिवर्तन जिसके बारे में मैंने पहले कभी भी नही सोचा था कि मैं राजनीतिक का रोल निभाउंगी यही सबसे बड़ी सफलता हैं। इस फिल्म का प्रसारण ८ जून को एडं पिक्चर्स होगा।
- मरीजों को बाहर कराना पड़ेगा एक्स- रे, उन्नाओ न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। उन्नाव। जिला अस्पताल की एक्सरे मशीन सोमवार को फिर खराब हो गई। एक्स-रे मशीन बनने कानपुर गई है। इसको ठीक होने में एक- दो दिन लग जाऐंगे। तब तक मरीजों को बाहर से एक्स-रे कराना पड़ेगा। सोमवार सुबह मरीज हड्डी के डाक्टर चतुर्वेदी के पास दिखाने गए तो उन्होंने कई मरीजों को एक्स- रे कराने के लिए लिखा। मरीज जब एक्स-रे कराने जिला अस्पताल पहुंचे तो उन्हें मशीन के खराब होने की जानकारी दी गई। जिन मरीजों को जरूरत थी उन्होने बाहर जाकर एक्स- रे करवाया। जिला अस्पताल में मरीजों का एक्स रे ७५ रूपए में ही हो जाता है। लेकिन बाहर कराने में २०० रूपए देने पड़े। मशीन खराब होने से प्राइवेट एक्स- रे सेंटर पर मरीजों की भीड़ लगी रही। इसके पहले भी जब मशीन खराब हुई थी तब पंद्रह दिन बनने में लग गए थे। इससे प्राइवेट एक्सरे मशीन संचालकों की खूब कमाई हुई थी। जिला अस्पताल में एक्सरे मशीन संचालक उदयभान सिंह ने बताया एक्स-रे मशीन आज ही खराब हुई है। बनने में दो तीन दिन लग जाएंगे। सीएमएस एल डी शुक्ला ने बताया मशीन खराब होने की जानकारी मिली थी। कानपुर से एक्स-रे मशीन बनाने वालों को बुलाया गया था। यहां न बन पाने के कारण एक्स-रे मशीन कानपुर भेजी गई है। एक दो दिन में बनकर आ जाएगी।
भारत के पास दक्षिण अफ्रीका में ९६ साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने का मौका। कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया रचेगी इतिहास। भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ १३ जनवरी से दूसरे टेस्ट में जीत दर्ज करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। टीम इंडिया पहला मैच हार चुकी है और ऐसे में भारत के पास सीरीज जीतने के लिए अभी भी २ मौके हैं। अगर भारत दक्षिण अफ्रीका में ०-१ से पिछड़ने के बाद सीरीज को अपने नाम कर लेता है तो ९६ साल बाद दक्षिण अफ्रीका की धरती पर ऐसा करने वाली पहली और क्रिकेट इतिहास की सिर्फ दूसरी टीम बन जाएगी। सिर्फ इंग्लैंड के नाम है ये रिकॉर्ड: अब तक दक्षिण अफ्रीका की धरती पर ०-१ से पिछड़ने के बाद सीरीज जीतने का रिकॉर्ड इंग्लैंड टीम के नाम है। इंग्लैंड ने १922-२३ में दक्षिण अफ्रीका से ०-१ से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए सीरीज जीत ली थी। अब तक इंग्लैंड के अलावा दुनिया की कोई भी टीम इस रिकॉर्ड को अपने नाम नहीं कर सकी है। भारत ने पहले भी जीती है सीरीज: ऐसा नहीं है कि भारत पहले कभी सीरीज में पिछड़ने के बाद सीरीज नहीं जीत सका है। भारत ने पहला बार १९७२-७३ में इंग्लैंड के खिलाफ पिछड़ने के बाद २-१ से सीरीज जीती थी। इसके बाद भारत ने २000-0१ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, २0१5 में श्रीलंका और २0१7 मे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछड़ने के बाद सीरीज जीतने में कामयाबी हासिल की थी।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने अमेरिया को दो टूक शब्दों में कहा कि अंकारा अमेरिका की मध्य पूर्व शांति योजना यानि डील ऑफ सेंचुरी को कभी भी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, मध्य पूर्व में अमेरिकी शांति योजना के साथ तुर्की के लिए सकारात्मक रूप से निपटना असंभव है। इस डील का आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन लीक से पता चला है कि यह फिलीस्तीनी अधिकारों की कीमत पर इजरायल के हितों की पक्षधर है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष को हल करने की कसम खाई है और उनके सलाहकार और दामाद जेरेड कुशनर ने एक योजना बनाई है। जिसे ही डील ऑफ सेंचुरी कहा गया है। ट्रंप का कहना है कि वह इसे हासिल करेंगे। फिलिस्तीन इस डील को पहले ही नकार चुका है। फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री ने अमेरिका पर फिलिस्तीन सरकार के खिलाफ आर्थिक और राजनीतिक युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है। कुछ दिनों पहले फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद इश्ताये ने बयान जारी कर कहा कि फिलिस्तीन मूल रूप से इजरायल-फिलिस्तीन विवाद को खत्म करने की अमेरिकी पहल को खारिज करता है। प्रधानमंत्री इश्ताये ने आगे कहा कि अमेरिका और इजरायल मिलकर फिलिस्तीनियों तथा फिलिस्तीनी प्रशासन के खिलाफ आर्थिक युद्ध शुरू कर रहे हैं। उनके अनुसार अमेरिका ने मुख्य रूप से यूनाइटेड नेशंस एजेंसी फॉर फिलिस्तीनी रिफ्यूजीज (यूएनआरडब्ल्यूए) को दी जाने वाली वार्षिक राशि पर रोक लगा दी है।
२०१४ की शुरुआत से आरबीआइ क्लीन नोट पॉलिसी को अनिवार्य करने जा रहा है। भारतीय स्टेट बैंक के मंडलीय कार्यालय के अधिकारी ने बताया कि फंड सेटलमेंट लिंक ऑफिस से उन्हें निर्देश मिले हैं कि सभी शाखाओं को आरबीआइ की इस पॉलिसी के बारे में बता दिया जाए। उनके पास आने वाले कैश में से ऐसे नोटों को अलग कर लिया जाए, जिन पर कुछ लिखा हो या पिन लगी हो। ऐसे नोट दोबारा जारी नहीं किए जाएंगे। ग्राहकों को नए और साफ-सुथरे नोट ही मिलेंगे। इससे पहले आरबीआइ ने भारतीय करेंसी को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए सात नवंबर २००१ को क्लीन नोट पॉलिसी लागू की थी। लेकिन इसका कड़ाई से पालन होने पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि बाजार में लिखे हुए नोटों की संख्या बहुत ज्यादा है।
वेल्डेड तार जाल और जस्ती पाइप द्वारा बनाई गई वेल्डेड बाड़। हमारी बाड़ लगाने वाली प्रणालियों को आसानी से और आसानी से स्थापित किया जा सकता है, हमारा पेशेवर डिजाइन आपको बेहतरीन बाड़ समाधान ढूंढने में मदद करेगा! वे बुना तार जाल बाड़ से अलग हैं। लाइन वेल्डिंग प्रसंस्करण के कारण, इसमें बुना तार की बाड़ की तुलना में अधिक फर्म संरचना और लंबी सेवा जीवन है। गर्म डूबा जस्ता लेपित वेल्डेड तार बाड़ इलेक्ट्रो जस्ती एक और मजबूत जस्तापन आसंजन की तुलना में मोटा जस्ता चढ़ाना प्रदान करता है, जबकि थोड़ी अधिक लागत होती है। पीवीसी लेपित वेल्डेड तार बाड़ जस्ती वेल्डेड बाड़ से अधिक रंग उपलब्ध है। इन्सटाल करना आसान , वेल्डेड वायर गार्डन बाड़,
नई दिल्ली। भारतीय टीम के उभरते स्टार ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने कहा है कि पंत वर्तमान पीढ़ी के वीरेंद्र सहवाग है और उनका खेलने का तरीका भी वैसा ही है। मांजरेकर ने ट्वीटर पर कहा की पंत का चयन दूसरे आधार पर किया जाना चाहिए और उन्हें उसी तरह खेलने देना चाहिए जिस तरह वह चाहते है। उन्होंने कहा, पंत वर्तमान पीढ़ी के सहवाग है। उनके साथ अलग तरह का व्यवहार किया जाना चाहिए और जिस तरह से वह बल्लेबाजी करते हैं उन्हें करनी दी जाएं। आप या तो उनका चयन कर सकते हैं या उन्हें टीम में नहीं ले सकते लेकिन आप उन्हें बदल नहीं सकते। पंत ने हाल ही में ८ मई को खेले गए एलिमिनेटर मुकाबले में मैच जिताऊ पारी खेलते हुए २१ गेंदों पर ४९ रन जड़े थे। उनकी इस पारी की बदौलत दिल्ली कैपिटल्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराया था। आईपीएल के इतिहास में दिल्ली पहली बार नॉक आउट मुकाबला जीती है। आईपीएल के मौजूदा सत्र में पंत ने १५ मैचों में ३७.५ की औसत और १६३.६३ स्ट्राइक रेट से कुल 4५0 रन बनाए हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में अभी तक ३ अर्द्धशतक भी लगाए है। उल्लेखनीय है कि ३० मई से इंग्लैंड में हो रहे विश्व कप के लिए चुनी गई १५ सदस्यीय टीम में पंत को जगह नहीं दी गई है। टीम में दूसरे विकेट कीपर के तौर पर दिनेश कार्तिक को बेहतर कीपिंग की वजह से जगह दी गई हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने पंत के विश्व कप में चयन नहीं किए जाने को लेकर कहा था, महेंद्र सिंह धोनी के चोटिल होने पर पंत या कार्तिक में से किसी एक का चयन किया जाना था लेकिन महत्वपूर्ण मुकाबलों में विकेट कीपिंग भी बेहद जरुरी है जिसके चलते कार्तिक का टीम में चयन किया गया।
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बिल्कुल नजदीक होशंगाबाद में एक चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है। लोकल मीडिया में दावा किया है कि शनिवार रात ११:०० बजे से रविवार सुबह ८:०० बजे होशंगाबाद जिला प्रशासन के कुछ अधिकारी रेत माफिया की कार में मौजूद थे। चौंकाने वाली बात यह है कि रेत माफिया अधिकारियों की मौजूदगी में अवैध रेत परिवहन की जांच कर रहा था। भोपाल तिराहे पर स्थित खनिज नाके के पास सफेद रंग की बिना नंबर की कार रेत माफिया की बताई जा रही है। १६ जनवरी २०२० को इसी रेत माफिया ने मखर्राघाट स्थित रेत खदान पर एसडीओपी मोहन सारवान व तहसीलदार शैलेंद्र बड़ोनिया पर हमला कर दिया था। इस दौरान अधिकारियों ने बहादुरी का परिचय देते हुए रेत माफिया को पकड़ लिया था जिनके खिलाफ देहात थाने में रेत चोरी का केस दर्ज भी किया गया था। वहीं फरार आरोपित के विरुद्ध पांच हजार रुपए का इनाम घोषित कि या गया था। रात ११ बजे से प्रशासन के अधिकारी भोपाल तिराहे पर पहुंच गए थे, इस दौरान रेत माफिया भी अपनी कार से वहां पहुंच गया था। सूत्रों के मुताबिक रेत माफिया की ओर से इशारा मिलते ही आला अधिकारी उसमें आकर बैठ गए। इसके बाद कार आगे की ओर चली गई। कुछ देर बाद कार वापस आई और उसके फिर से रेत के भरे वाहनों की जांच शुरु कर दी गई। खास बात तो यह है कि दस्तावेजों की जांच अधिकारी नहीं कर रहे था बल्कि ड्रायवर सीट पर बैठा शख्स कर रहा था। आला अधिकारी का रेत माफिया की कार में बैठने से लेकर वहां से जाने तक की रिकार्डिंग भोपाल तिराहे पर लगे कैमरों में रिकार्ड हुआ हैं। करीब दस घंटे की रिकार्डिंग में कई जगह रेत माफिया और अधिकारी साथ में नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के दौरान राजनैतिक दल से जुड़े लोग भी मौजूद रहे। इस दौरान १६ वाहनों को पकड़ा गया है।
सोमवार से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। पहले ही दिन सर्वेक्षण पेश होगा, जिससे हमें अपनी अर्थव्यवस्था की दशा-दिशा का पता लगेगा। सोमवार से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। पहले ही दिन सर्वेक्षण पेश होगा, जिससे हमें अपनी अर्थव्यवस्था की दशा-दिशा का पता लगेगा। एक जमाने में बजट का मतलब सस्ता और महंगा होता था। मध्य वर्ग की दिलचस्पी आयकर में रहती है। इस साल के विधानसभा चुनावों और अगले लोकसभा चुनाव के वक्त लोक-लुभावन बातों की भविष्यवाणियां हो रहीं हैं, पर प्रधानमंत्री ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि लोगों को मुफ्त की चीजें नहीं, ईमानदार शासन पसंद है। इसका मतलब क्या यह निकाला जाए कि सरकार कड़वी दवाई पिलाने वाली है? इतना साफ है कि केंद्र सरकार वित्तीय अनुशासन नहीं तोड़ेगी, पर वह जोखिम भरे फैसले भी करेगी। वित्तमंत्री अरुण जेटली की प्राथमिकता राजकोषीय घाटे को ३.२ फीसदी पर रखने की है, जबकि यह ३.५ फीसदी को छू रहा है। इसे सीमा के भीतर रखने के लिए सरकार मुफ्तखोरी वाले लोक-लुभावन बस्तों को बंद ही रखेगी। चुनौती संतुलन बनाने की है। बजट अब केवल मध्यवर्ग का दस्तावेज ही नहीं है। पिछले बीसेक साल से आयकर की दरें १०, २० और ३० फीसदी पर टिकी हैं। जीएसटी लागू हो जाने के बाद अप्रत्यक्ष करों को लेकर अटकलें भी शेष नहीं बचीं। पिछले साल से रेलवे बजट भी आम बजट का हिस्सा बन जाने के कारण आर्थिक-गतिविधियों के एक और मोर्चे पर से निगाहें हटी हैं, पर बजट का गहरा राजनीतिक-निहितार्थ होता है। तीन या चार मसले ऐसे हैं, जो राजनीतिक नजरिये से संवेदनशील हैं। पहला मसला है सब्सिडी का, दूसरा ग्रामीण-जीवन, तीसरा सामाजिक क्षेत्र यानी शिक्षा-स्वास्थ्य और महिला-बाल कल्याण और चौथा है रोजगार। अभी तक अर्थव्यवस्था का लोक-लुभावन तत्व है सब्सिडी। हम जीवन के हर क्षेत्र में सब्सिडी देते हैं। कृषि, उद्योग, बैंकिंग और वित्त तथा सेवा क्षेत्र, हर जगह सब्सिडी है। सरकार सब्सिडी कम करने की कोशिश करती है, तो बदनामी मिलती है। पेट्रोलियम की कीमतें इसका उदाहरण हैं। यकीन मानिए इस बजट में कोई बड़ी नाटकीय घोषणा जरूर होगी। शायद सार्वभौमिक बेसिक आय स्कीम। पिछले साल के आर्थिक सर्वे में सरकार से सिफारिश की गई थी कि हरेक नागरिक की हर महीने एक तयशुदा आमदनी सुनिश्चित करने के लिए यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम बनाई जाए। पिछले कुछ साल से सरकार सब्सिडी की रकम को व्यक्ति के खाते में डालने का प्रयास कर रही है। क्यों न उसे निश्चित आय की शक्ल दी जाए? आधार और जन-धन योजना इसी दिशा में उठाए गए कदम हैं। ऐसे कार्यक्रम को लागू करना आसान नहीं हैं। सब पर लागू करने लिए साधन भी नहीं हैं। पर गरीबी की रेखा के नीचे के लोगों के लिए ऐसी योजना लागू हो सकती है। इसमें मनरेगा को भी शामिल किया जा सकता है। मनरेगा भी लोगों की आय बढ़ाने का जरिया है। मध्य प्रदेश की एक पंचायत में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ऐसी स्कीम लागू करके देखी भी गई है। संभावना है कि इस योजना की शुरुआत इस वर्ष प्रारंभिक तौर पर की जाए। आगामी विधानसभा और लोक सभा चुनाव तक संभावनाओं से जनता को परिचित कराया जा सकता है। तब तक जीएसटी में स्थिरता आ जाएगी, राजस्व की स्थिति बेहतर होगी और आर्थिक-संवृद्धि की गति तेज हो चुकी होगी। यह योजना मनरेगा का विस्तार होगी। दुनिया में यह अपने किस्म का नया प्रयोग होगा। फिनलैंड और कनाडा में ऐसे प्रयोग चल रहे हैं। केंद्रीय बजट में राज्यों के लिए भी कुछ संकेत होते हैं। केंद्रीय करों में राज्यों की हिस्सेदारी १४वें वित्तीय आयोग की संस्तुतियों के आधार पर बढ़ गई है। साल २0१४-१५ में राज्यों को जीडीपी के प्रतिशत के रूप में २.७ फीसदी की हिस्सेदारी मिल रही थी, जो पिछले साल के बजट अनुमानों में ६.४ फीसदी हो गई थी। केंद्रीय राजस्व में वृद्धि राज्यों के स्वास्थ्य के लिए अच्छी खबर होती है। जीएसटी के कारण अप्रत्यक्ष करों और नोटबंदी के कारण प्रत्यक्ष करों में किस दर से वृद्धि हुई, इसका पता अब लगेगा। पिछले महीने जब गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम आ रहे थे, तब विशेषज्ञों ने कहा था कि अगले बजट में सरकार को कृषि क्षेत्र पर छाए संकट को देखते हुए कुछ कार्यक्रमों की घोषणा करनी होगी। गुजरात के ग्रामीण क्षेत्रों में बीजेपी को विफलता मिली। पिछले बजट में वित्तमंत्री ने २०२२ तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का दावा कया था। सरकार ग्रामीण क्षेत्र में खर्च बढ़ाने की घोषणा कर सकती है। सिंचाई में केंद्रीय मदद बढ़ सकती है। किसानों को फसल का मूल्य सुनिश्चित कराने के लिए मध्य प्रदेश की भावांतर जैसी योजना को पूरे देश में लागू किया जा सकता है। ऐसे ही सवाल सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े खर्चों के बारे में हैं। बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड जैसे पिछड़े राज्यों में सामाजिक क्षेत्र पर होने वाला औसत व्यय विकसित राज्यों के मुकाबले काफी कम है। चालू वर्ष में स्थिति हाथ के बाहर नहीं निकल पाने की एक बड़ी वजह थी पिछले बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी निवेश। पिछले साल पूंजीगत व्यय में २५.४ फीसदी की भारी वृद्धि करके सरकार ने निर्माण कार्यों में बड़े सरकारी निवेश का रास्ता खोला था। इंफ्रास्ट्रक्चर पर ३,९६,1३5 करोड़ रुपये का आवंटन बहुत बड़ा फैसला था। प्रधानमंत्री कौशल केंद्रों को ६० जिलों से बढ़ाकर देशभर के ६०0 जिलों में फैलाने की घोषणा पिछले साल की गई थी। देशभर में १०० भारतीय अंतरराष्ट्रीय कौशल केंद्र स्थापित करने का दावा किया गया था। इनका विस्तार बजट में देखने को मिलेगा। कहा जा रहा है कि वित्तमंत्री आयकर के स्लैब्स में बदलाव करेंगे। छूट की सीमा बढ़ाकर तीन लाख भी कर दी, तो वेतनभोगी वर्ग प्रसन्न होगा। आय कर का चौथा स्लैब भी घोषित हो सकता है और ५-१० लाख की आय को १० फीसदी के दायरे में रखा जा सकता है।
रिलायंस जिओ अपने उपभोक्ताओं को टेलिकॉम सुविधा के साथ साथ जिओ टीवी, जिओ सिनेमा एवं जिओ म्यूजिक जैसी मुफ्त अतिरिक्त सुविधाए भी देता है। जिओ सिनेमा मुख्यतः फिल्मों के लिए है जिससे उपभोक्ता एक बड़ी लिस्ट में से कोई भी फिल्म देख सकते हैं। लेकिन जैसा की नाम से प्रतीत हो रहा है जिओटीवी लाइव चैनल्स दिखाने वाला एप है। जिओटीवी एप्लिकेशन एंड्रॉइड और आईओएस उपयोगकर्ताओं दोनों के लिए उपलब्ध एक लाइव टीवी देखने वाला ऐप है। जिओ ने कुछ समय पहले संक्षेप में जिओटीवी ऐप का एक वेब संस्करण भी पेश किया, लेकिन कुछ मुद्दों के कारण इसे जल्द ही बंद कर दिया गया था। जिओटीवी ऐप के बारे में बात करें तो, यह वर्तमान में ११ विभिन्न श्रेणियों में ६२६ लाइव टीवी चैनलों को स्ट्रीम करता है। विशेष रूप से, यह किसी भी मोबाइल ऐप या दूरसंचार सेवा प्रदाता द्वारा स्ट्रीम किये जाने वाले चैनलों की सबसे बड़ी संख्या है। यदि जिओटीवी एप की लोकप्रियता के आंकड़ों की बात करें तो आपको बतादें यह एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर से १०० मिलियन से भी ज्यादा बार डाउनलोड की जा चुकी है। रिलायंस जियो के ऐप पर ६२६ नए चैनलों में सबसे अधिक समाचार और मनोरंजन चैनल शामिल हैं, जिसमें क्रमशः १९७ समाचार चैनल और १२३ मनोरंजन चैनल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, ऐप पर ५४ भक्ति चैनल और ४९ शिक्षा सम्बंधित चैनल हैं। इसके अलावा, एप पर ३५ इन्फोटेनमेंट, २७ बच्चो के चैनल , दस लाइफस्टाइल और आठ बिजनेस न्यूज चैनल हैं। ऐप भाषा में भी सीमित नहीं है, क्योंकि यह हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, मराठी, पंजाबी, असमिया, ओडिया, भोजपुरी, उर्दू, बंगाली, फ्रेंच जैसी कई भाषाओं के चैनलों की सेवा प्रदान करता है। रिलायंस जिओटीवी ऐप पर ४६ अंग्रेजी एचडी चैनल और ३२ हिंदी एचडी चैनल भी हैं। जहां जिओ अपनी एप्लीकेशन में इतनी सुविधा दे रहा है वहीँ एयरटेल भी अपनी एयरटेल टीवी अप्प के साथ ग्राहकों को ३७५ से अधिक चैनल की सुविधा दे रहा है। लेकिन हम देख सकते हैं यह आंकड़ा जिओ से कहीं कम है। इसी के साथ वोडाफोन भी अपने उपभोक्ताओं को अपनी वोडाफ़ोन प्ले एप्लीकेशन के साथ उपभोक्ताओं को ५००० से अधिक मूवीज पेश करता है। लेकिन अभी वोडाफोन ने इस एप्लीकेशन पर चैनल स्ट्रीमिंग शुरू नहीं की है हालांकि खबर आई है जल्द ही यह सुविधा शुरू की जायेगी।