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संगीत कीचेन बिक्री पर - गुणवत्ता संगीत कीचेन आपूर्तिकर्तासंगीत कीचेनबेबी साउंड मॉड्यूल (५१)पुश बटन साउंड मॉड्यूल (५५)खिलौना ध्वनि मॉड्यूल (४१)रिकॉर्ड करने योग्य ध्वनि मॉड्यूल (१०)लाइट सेंसर साउंड मॉड्यूल (८)छोटा साउंड मॉड्यूल (१६)पिंक पीच ने साउंड के साथ म्यूजिक किचेन कस्टम टॉकिंग कीचेन को आकार दियाएबीएस म्यूजिक कीचेन, म्यूजिक कीरिंग २ डी ३ डी प्रक्रिया कस्टमाइज्ड लोगो / साउंड के साथकस्टम ध्वनि के साथ बस कीप होल्डर संगीत कीचेन हीट ट्रांसफर प्रिंटिंग लोगोस्वनिर्धारित लोगो, स्वनिर्धारित ध्वनि के साथ अब्स संगीत कीरिंग संगीत कीचेनओईएम ग्रीन पीच ने म्यूज़िक कीरिंग, कस्टम टॉकिंग कीचेन को आकार दियाएबीएस म्यूजिक कीरिंग, कीचेन विद कस्टमाइज्ड लोगो, कस्टमाइज्ड साउंड विशेष विवरण १. प्लास्टिक आवास आकार: ५६ * ५० * १7म्म (हमारे मौजूदा ढालना, कस्टम आकार भी स्वागत करते हैं) २. ग्राहक लोगो या नारा: हाँ, कृपया हमें अ... रेड मोरकस्टम ध्वनि, हीट ट्रांसफर प्रिंटिंग लोगो के साथ पीले बस की-होल्डर उत्पाद विनिर्देश: १. प्लास्टिक आवास आकार: ५६ * ५० * १7म्म (हमारे मौजूदा ढालना, कस्टम आकार भी स्वागत करते हैं) २. ग्राहक लोगो या नारा: हाँ, कृपया ... रेड मोरओईएम ग्रीन पीच ने म्यूज़िक कीरिंग, कस्टम टॉकिंग कीचेन को आकार दिया शैली: बेसिक बटन कीचेन एक कस्टम चाबी का गुच्छा के साथ अपनी चाबियाँ सेट करें। प्यारा या शांत डिजाइन के साथ अपने आकार और ध्वनि आइटम बनाएँ। मजबूत अ... रेड मोरओईएम फनी रेड पीच ने म्यूज़िक कीरिंग, कस्टम टॉकिंग कीचेन को आकार दियाओईएम फनी रेड पीच ने म्यूज़िक कीरिंग, कस्टम टॉकिंग कीचेन को आकार दिया शैली: बेसिक बटन कीचेन एक कस्टम चाबी का गुच्छा के साथ अपनी चाबियाँ सेट करें। प्यारा या शांत डिजाइन के साथ अपने आकार और ध्वनि आइटम बनाएँ। मजबूत ... रेड मोरक्यूट पर्पल पीच शेप्ड म्यूजिकल कीरिंग, कस्टम टॉकिंग कीचेनक्यूट पर्पल पीच शेप्ड म्यूजिकल कीरिंग, कस्टम टॉकिंग कीचेन शैली: बेसिक बटन कीचेन एक कस्टम चाबी का गुच्छा के साथ अपनी चाबियाँ सेट करें। प्यारा या शांत डिजाइन के साथ अपने आकार और ध्वनि आइटम बनाएँ। मजबूत अकवार चाबी ... रेड मोरपिंक पीच ने साउंड के साथ म्यूजिक किचेन कस्टम टॉकिंग कीचेन को शेप दिया शैली: बेसिक बटन कीचेन एक कस्टम चाबी का गुच्छा के साथ अपनी चाबियाँ सेट करें। प्यारा या शांत डिजाइन के साथ अपने आकार और ध्वनि आइटम बनाएँ। मजबू... रेड मोरमजेदार प्यारा पीला संगीत चाबी का गुच्छा कुंजी श्रृंखला अब्स ३पस बैटरीमजेदार प्यारा पीला संगीत चाबी का गुच्छा कुंजी श्रृंखला अब्स ३पस बैटरी विशेष विवरण १. मॉड्यूल का आकार: 6१ * 6३ * १५.५ मिमी (कस्टम आकार भी स्वागत है) २। आईसी अवधि: १ ~ ६० सेकंड कस्टम ध्वनि का स्वागत करते हैं ३. ब... रेड मोरओम संगीत चाबी का गुच्छा / ग्राहक की आवाज के साथ कीरिंग, प्रचारक उपहार के लिए लोगोकस्टम साउंड म्यूजिक कीचेन, प्रोमोशनल आइटम के लिए ग्राहक के लोगो के साथ कीरिंग विशेष विवरण १. मॉड्यूल का आकार: 6१.५ * ३५.५ * १२.५ मिमी (हमारे मौजूदा ढालना, कस्टम आकार भी स्वागत करते हैं) २.इक अवधि: १ ~ ६० सेकंड ... रेड मोरअनोखा दौर संगीत कीचेन, अब्स, धातु नवीनता साउंड किचेनराउंड शेप्ड म्यूजिक कीचेन कस्टमर के लोगो और साउंड फॉर प्रमोशनल गिफ्ट्स, फेस्टिवल आइटम विशेष विवरण १. मॉड्यूल आकार: ५६ * ५० * १7म्म (हमारे मौजूदा ढालना, कस्टम आकार भी स्वागत करते हैं) २.इक अवधि: १ ~ ६० सेकंड कस्ट... रेड मोरीप्रीवासी पॉलिसी चीन अच्छा गुणवत्ता बेबी साउंड मॉड्यूल आपूर्तिकर्ता. कॉपिराइट २0१५ - २0१9 बेबिसाउंडबुक्स.कॉम. एल राइट्स रिज़र्व. |
क़ुरआनी ज्ञान | इस्लामिक-सोर्सेसईश्वरीय वाणी- ३१रेट तीस पोस्ट पवित्र क़ुरआन ईश्वर की अमानत और महान ईश्वरीय दूत हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सलल्ललाहो अलैह व आलेही व सल्लम का अमर चमत्कार है जिसके बारे में उनका कथन है कि इसके साथ रहने से तुम पथभ्रष्टता से मुक्ति पा जाओगे। पूरे विश्वास के साथ यह कहा जा सकता है कि पवित्र क़ुरआन के []ईश्वरीय वाणी ३०रेट तीस पोस्ट क़ुराने मजीद के १५वें सूरे हिज्र है। इस सूरे में ९९ आयतें हैं। यह हिजरत से पूर्व मक्के में नाज़िल हुआ था। इस सूरे का नाम आयत क्रमाक ८० में असहाबे हिज्र अर्थात हज़रत सालेह की क़ौम के नाम पर पड़ा है। इस सूरे में पैग़म्बरे इस्लाम (स) के ख़िलाफ़ काफ़िरों के []ईश्वरीय वाणी २९रेट तीस पोस्ट सूरेए इब्राहीम की २१वीं आयत में महान ईश्वर कहता है प्रलय में सभी ईश्वर के समक्ष लाए जाएंगे तो कमज़ोर लोग बलवानों से कहेंगे, हम संसार में तुम्हारे अधीन थे, तो क्या आज तुम ईश्वरीय दण्ड के कुछ भाग को हमसे रोक सकते हो? वे कहेंगे, यदि ईश्वर हमारा मार्गदर्शन करता तो []ईश्वरीय वाणी २८रेट तीस पोस्ट पवित्र क़ुरआन के चौदहवें सूरे का नाम इब्राहीम है जिसमें ५२ आयतें हैं। इस सूरे की २८वीं और २९वीं आयतें को छोड़कर इसकी सभी आयतें मक्के में उतरी हैं। इसका कारण यह है कि इस सूरे में हज़रत इब्राहीम और उनकी दुआओं और लोगों के मार्गदर्शन की दिशा में इस महान ईश्वरीय []ईश्वरीय वाणी २७रेट तीस पोस्ट कार्यक्रम में पवित्र क़ुरआन के सूरे राद में बिजली और उसकी कड़क, सत्य और असत्य की विशेषताएं, बुद्धिजीवियों के ख़ूबियां और ईश्वर की याद से मन को मिलने वाली शांति की समीक्षा की गयी है। आशा है यह प्रयास भी आपको पसंद आएगा। चूंकि इस आयत में बिजली की कड़क को ईश्वर []ईश्वरीय वाणी २६रेट तीस पोस्ट पवित्र क़ुरआन के जो सूरे मक्के में नाज़िल हुए उन्हें मक्की कहा जाता है और जो सूरे मदीने में उतरे उन्हें मदनी कहा जाता है। जो सूरे मक्के में नाज़िल हुए है उनमें आम तौर पर एकेश्वरवाद, अनेकेश्वरवाद से संघर्ष और प्रलय के बारे में बात की गयी है क्योंकि ये सूरे []ईश्वरीय वाणी २५रेट तीस पोस्ट इससे पहले वाली कड़ी में हम ने उल्लेख किया था कि हज़रत यूसुफ़ (अ) को निर्दोष होने के बावजूद जेल में डाल दिया गया। दो और युवाओं को भी उसी समय हज़रत यूसुफ़ के साथ जेल में डाला गया। एक दिन उन दोनों ने एक सपना देखा और हज़रत यूसुफ़ के सामने []ईश्वरीय वाणी २४रेट तीस पोस्ट हज़रत यूसुफ़ अलैहिस्सलाम के भाई उन्हें कुएं में डालने के बाद रोते हुए अपने पिता के पास आए। उन्होंने पिता के समक्ष यह सिद्ध करने के लिए यूसुफ़ को भेड़िया खा गया है, उनके शरीर से कुर्ता उतार लिया था और उस पर किसी पशु का ख़ून लगा कर उसे पिता के []ईश्वरीय वाणी २३रेट तीस पोस्ट और निसंदेह हमारे फ़रिश्ते शुभ सूचना लेकर इब्राहीम के पास आए और उन्होंने कहा कि तुम पर सलाम हो, इब्राहीम ने भी कहा कि तुम पर भी सलाम हो तो थोड़ा समय भी न बीता था कि वे (अतिथियों के लिए) एक भुना हुआ बछड़ा ले आए। जैसा कि हमने बताया था []ईश्वरीय वाणी २२रेट तीस पोस्ट वह वही है कि जिसने आसमानों और ज़मीन को छः दिन में बनाया और उसका अर्श (प्रभुत्व) पानी पर था, ताकि तुम्हें परखे कि तुम में से कौन सबसे अधिक भलाई करने वाला है। (हे पैग़म्बर) अगर तुम उनसे कहोगे कि मरने के बाद पुनः जीवित किए जाओगे, तो काफ़िर कहेंगे कि []ईश्वरीय वाणी २०रेट तीस पोस्ट वही ईश्वर है जो तुम्हें थल व समुद्र की सैर कराता है, यहां तक कि जब तुम नौका में थे और ठंडी एवं सुखद हवाएं उसे लिए जा रही थीं और सारे (यात्री) प्रसन्न थे तो (साहसा ही) एक तेज़ हवा चली और लहरों ने चारों ओर से उन्हें अपने घेरे में []ईश्वरीय वाणी १९रेट तीस पोस्ट सूरए यूनुस, क़ुराने करीम का दसवां सूरा है जो पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पैग़म्बर बनने के शुरूआती दिनों में नाज़िल अर्थात अवतरित हुआ था। इस सूरे में १०९ आयते हैं। यूनुस एक ईश्वरीय दूत का नाम है। क़ुरान में यह नाम चार बार आया है। इस सूरे की ९८वीं आयत में यूनुस []ईश्वरीय वाणी १८रेट तीस पोस्ट ताएफ़ नगर के निकट एक क्षेत्र है जहां हुनैन नाम का युद्ध हुआ। ताएफ़वासी विशेषकर दो कबीलों एक हवाज़न और दूसरे सक़ीफ़ के नाम से प्रसिद्ध थे। इस्लामी सेना ने जब पवित्र नगर मक्का पर विजय प्राप्त कर ली और इस्लाम तेज़ी से फैलने लगा तो वे भयभीत हो गये और उन्होंने []ईश्वरीय वाणी १७रेट तीस पोस्ट पवित्र क़ुरआन के व्याख्याकारों के अनुसार सूरए तौबा का आरंभ बिस्मिल्लाह से न होकर वचन तोड़ने वाले शत्रुओं से विरक्तता से होना, इस गुट के प्रति ईश्वर के प्रकोप और क्रोध को दर्शाता है। क्योंकि इस सूरे का आरंभ, अनेकेश्वरवादियों से विरक्तता की घोषणा से हो रहा है, और यही कारण है []ईश्वरीय वाणी १६रेट तीस पोस्ट अनफाल सूरा पवित्र कुरआन का आठवां सूरा है जो पवित्र नगर मदीना में दूसरे हिजरी वर्ष में उतरा और इसमें ७५ आयतें हैं। चूंकि इस सूरे के आरंभ में जन सम्पत्ति और उसके खर्च का तरीक़ा बयान किया गया है इसलिए इसका नाम अनफाल रखा गया है। इस सूरे का दूसरा नाम []ईश्वरीय वाणी -१५रेट तीस पोस्ट इब्ने अब्बास के अनुसार, पैग़म्बरे इस्लाम (स) ने बद्र युद्ध में मुसलमान लड़ाकों के प्रोत्साहन के लिए इनामों की घोषणा की। इस घोषणा के कारण युवा सैनिकों ने गौरवपूर्ण वीरता के साथ युद्ध किया, लेकिन बूढ़े लोग झंडों के नीचे खड़े रहे। जब युद्ध समाप्त हो गया तो युवा अपना इनाम लेने []ईश्वरीय वाणी १४रेट तीस पोस्ट सूरए आराफ़ की आयत संख्या ३१ और ३२ में ईश्वर कहता है। हे आदम की संतानो! हर मस्जिद के निकट (उपासना के समय) अपनी शोभा को धारण कर लो और खाओ पियो परंतु अपव्यय न करो कि ईश्वर अपव्यय करने वालों को पसंद नहीं करता। (हे पैग़म्बर! ईमान वालों से) कह दीजिए []ईश्वरीय वाणी १३रेट तीस पोस्ट सूरए आराफ़ पवित्र क़ुरआन का सातंवा सूरा है। यह सूरा मक्का में उतरा। यह सूरा जिस समय उतरा उस समय तक पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम ने मदीना पलायन नहीं किया था। इस सूरे में २०6 आयते हैं। सूरे आराफ़ की आरंभिक आयतों में कुछ आस्था संबंधी विषयों []ईश्वरीय वाणी १२रेट तीस पोस्ट पवित्र क़रआन के सूरए अनआम की ३२वीं आयत में आया हैः संसार का जीवन खेल तमाशे के अतिरिक्त कुछ नहीं और परलोक, ईश्वर से डरने वालों के लिए सबसे अच्छा ठिकाना है। क्या तुम चिंतन नहीं करते? पवित्र क़ुरआन की इस आयत में लोक परलोक के जीवन की तुलना की गयी है []ईश्वरीय वाणी ११रेट तीस पोस्ट सारी प्रशंसा ईश्वर के लिए है जिसने आकाशों और धरती की रचना की और उनमें अंधकार तथा प्रकाश बनाया परंतु काफ़िर, लोगों व वस्तुओं को अपने पालनहार का समकक्ष ठहराते हैं। पवित्र क़ुरआन के सूरए अनआम में १६5 आयतें हैं और मक्के में उतरने वाली सूरों में है। यह सूरे सामान्य रूप []पेज१ से 37१२३45...१0२०३०...पहला |
चीन डोनट मशीन निर्माता निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरीडोनट मशीन निर्माता - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से(डोनट मशीन निर्माता के लिए कुल २४ उत्पादों)डोनट मशीन १ आसान संचालन, आप डोनट को स्वचालित बना सकते हैं। २ स्टेनलेस स्टील ३०४ से बना, सुरक्षित, विश्वसनीय, साफ करने में आसान। ३ छोटे स्थान की जरूरत के साथ, लाइन बेकरी की दुकानों या कॉफी की दुकानों में उत्पादन कर सकती है, ग्राहकों को ताजा डोनट्स सर्व करें। मूल पैरामीटर: नाम डोनट मशीन वोल्ट २२0 वी / ११0 वी ५० हर्ट्ज...सुविधाजनक मैनुअल डोनट मशीन मिनी डोनट मशीन निर्मातामैनुअल डोनट निर्माता: १. मैनुअल मिनी डोनट मशीन, संचालित करने में आसान, घर के लिए उपलब्ध; २. डोनट का आटा बनाओ, इसे मैन्युअल रूप से दबाएं, और स्वचालित रूप से इसे आकार दें; ३. आप दोपहर की चाय, स्नैक्स, दी, और बच्चों के साथ अंतरंग बातचीत करने के लिए अपने बच्चे के साथ जा सकते हैं; मूल पैरामीटर: मॉडल...उच्च गुणवत्ता और तीन मुक्त मॉडल के साथ एनपी -१ डोनट मशीनडोनट मशीन १. यह पूरी तरह से स्वचालित डोनट मशीन ३०४ स्टेनलेस स्टील से बना है। २. यह सुरक्षित, विश्वसनीय, साफ करने में आसान है। ३. डबल पंक्ति एक ही समय में, स्थिर और उच्च उपज चल रहा है। ४. आप इसके लायक हैं! आओ ! मूल पैरामीटर: नाम डोनट मशीन वोल्ट २२0 वी / ११0 वी ५० हर्ट्ज आयाम ११00 * 5५० * ६५० मिमी पावर ६ क सामग्री...एनपी -१ डोनट मशीन जिसमें उच्च गुणवत्ता और मुफ्त में तीन मुफ्त मॉडल हैंडोनट मशीन १. यह पूरी तरह से स्वचालित डोनट मशीन ३०४ स्टेनलेस स्टील से बना है। २. यह सुरक्षित, विश्वसनीय, साफ करने में आसान है। !! ३. डबल पंक्ति एक ही समय में, स्थिर और उच्च उपज चल रहा है। ४. आप इसके लायक हैं! आओ ! मूल पैरामीटर: नाम डोनट मशीन वोल्ट २२0 वी / ११0 वी ५० हर्ट्ज आयाम ११00 * 5५० * ६५० मिमी पावर ६ क सामग्री...डोनट मशीन निर्माता आइस मशीन निर्माता क्रेप मशीन निर्माता डोनट वफ़ल निर्माता टार्ट मशीन निर्माता मफिन्स मशीन निर्माता डोनट निर्माता मिनी मफिन निर्माताडोनट मशीन निर्माताआइस मशीन निर्माताटार्ट मशीन निर्मातामफिन्स मशीन निर्मातामिनी मफिन निर्माता |
जितेन्द्र पांडे: मेंबर प्रोफाइले - बोल इंडिया बोलजितेन्द्र पांडे क्वेस्ट्न्स: फ्लोड इन उप उत्तर प्रदेश मे आई भयंकर बाढ़ से ८० लोगों के मरने की खबर हैं तथा लाखों लोग बेघर हैं .योगी सरकार का जाएगी. ऑगस्ट २७, २०१७जितेन्द्र पांडे क्वेस्ट्न्स: हरियाणा सरकार प्रशासन के मामले में विफल मनोहर लाल खटृर की भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रशासन के मामले में पूरी तरह से विफल साबित हुई।चाहे वो संत रामपाल का मामला हो अथवा गुरमीत रामरहीम का, खटृर सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।कुल ३२ मौते तथा २५० लोगों का घायल होना ये बताता है की, सरकार के ... रेड मोरमनोहर लाल खटृर की भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रशासन के मामले में पूरी तरह से विफल साबित हुई।चाहे वो संत रामपाल का मामला हो अथवा गुरमीत रामरहीम का, खटृर सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।कुल ३२ मौते तथा २५० लोगों का घायल होना ये बताता है की, सरकार के कानून ब्यवस्था रूपी तमाम दावों की पोल खुल चुकी है।आज का सवाल ये है की आखिर कब तक इस देश में आतंक का राज चलता रहेगा।न्यू इंडिया का सपना कैसे साकार होगा।कृपया कमेंट जरूर दें। ऑगस्ट २७, २०१७ |
पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़होम > उत्पादों > पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़(पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ के लिए कुल २४ उत्पादों)पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेहम विशेष हैं पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ में से एक, हेबी जिएबिन वायर मेश प्रोडक्ट को.,लैड.।थोक चीन से पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ खोजने की आवश्यकता है। बस पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे पीवीसी कोटेड जिंक स्टील की बाड़ का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। |
विदेशी विद्यार्थी स्वास्थ्य कवर (ओश्च) कैसे काम करता है -आलियांज़ ग्लोबल असिस्टैंसविदेशी विद्यार्थी स्वास्थ्य कवर (ओश्च) एक ऐसा स्वास्थ्य बीमा है जो विद्यार्थी वीज़ा की स्वास्थ्य कवर आवश्यकताओं को पूरा करता है तथा ऑस्ट्रेलिया में आपकी अध्ययन अवधि में आपके चिकित्सीय तथा अस्पताल सेवाओं के खर्चों के भुगतान में आपकी सहायता करता है।विदेशी विद्यार्थियों को ओश्च की ज़रुरत क्यों होती है?ऑस्ट्रेलिया में चिकित्सा इलाज के लिए भुगतान करना महंगा पड़ सकता हैहो सकता है कि विदेशी विद्यार्थियों के पास मेडिकेयर (ऑस्ट्रेलियाई निवासियों के लिए उपलब्ध सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली) के लिए पात्रता ना हो। मेडिकेयर के बिना, चिकित्सा इलाज के लिए भुगतान करना महंगा पड़ सकता है।जब आप घर से दूर होते हैं तो, यह जानना महत्वपूर्ण होता है कि अगर आपको कुछ हो जाए तो चिकित्सा इलाज उपलब्ध और वहनीय है।चिकित्सीय खर्चा महंगा पड़ सकता है। अगर आप ऑस्ट्रेलिया में हैं और आपके पास स्वास्थ्य बीमा या मेडीकेयर का कवर नहीं है तो, अस्पताल में इलाज का आपका खर्चा $१५०० प्रतिदिन से भी ज़्यादा हो सकता है।विद्यार्थी वीज़ा आवश्यकताएंएक अन्तर्राष्ट्रीय विद्यार्थी के रुप में, ऑस्ट्रेलिया में आपके निवास की अवधि में आपके पास हमेशा एक यथोचित स्वास्थ्य बीमा होना आवश्यक है।जिन अन्तर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के पास हमेशा एक यथोचित स्वास्थ्य बीमा नहीं होता, उनका वीज़ा रद्द कर दिए जाने का ख़तरा होता है।अगर आपके राष्ट्र का ऑस्ट्रेलिया के साथ पारस्परिक स्वास्थ्य देखभाल समझौता हो तो, हो सकता है कि ऑस्ट्रेलिया में आपके ठहरने की अवधि में आप मेडिकेयर से छूट प्राप्त कुछ स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें।ऑस्ट्रेलिया के साथ पारस्परिक स्वास्थ्य देखभाल समझौता कि आपको सीमित कवर ही मिले और आपको फिर भी ओश्च लेना आवश्यक हो।पता लगाएं कि अगर आपके राष्ट्र का ऑस्ट्रेलिया के साथ पारस्परिक स्वास्थ्य देखभाल समझौता हैअगर आप विद्यार्थी वीज़ा पर ऑस्ट्रेलिया में एक विदेशी विद्यार्थी हैं तो आप ओश्च ले सकते हैं।और अधिक जानने के लिए, पूर्ण पॉलिसी शब्दांकन पढ़ें।ओश्च के लिए कितना भुगतान करना होता है?ओश्च के लिए आप कितना भुगतान करेंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किस प्रकार के कवर की ज़रुरत है। हम निम्नलिखित के लिए ओश्च उपलब्ध कराते हैं:सिंगला एकल - केवल विदेशी विद्यार्थी ही कवर होता हैदो के लिए पारिवारिक - विदेशी विद्यार्थी, तथा निम्नलिखित में से एक कवर होता हैःएक व्यस्क जीवन साथी या डी फैक्टो साथी (बिना शादी किए एक जोड़े की तरह रहने वाले)१८ वर्ष से कम आयु के एक या अधिक बच्चेबहु-पारिवारिक - विदेशी विद्यार्थी तथा उन पर निर्भर एक से अधिक व्यक्ति, जिनमें शामिल हो सकते हैं:केवल एक व्यस्क जीवन साथी, या डी फैक्टो साथी (बिना शादी किए एक जोड़े की तरह रहने वाले)एक या अधिक निर्भर बच्चेऑस्ट्रेलियाई सरकार की आवश्यकता है कि ऑस्ट्रेलिया में अपने रहने की संपूर्ण अवधि में आपके पास निरंतर ओश्च हो। इसलिए अपना ओश्च खरीदते समय, आपको अपने पॉलिसी शुल्क का अग्रिम भुगतान करना होगा ताकि आप जिस प्रकार के विद्यार्थी वीज़ा के लिए आवेदन कर रहे हैं उसकी संपूर्ण अवधि में आपके पास कवर रहे।अगर आप अपनी पढ़ाई आगे बढ़ाने का निर्णय लेते हैं तो,आप अपनी ओश्च पॉलिसी का नवीनीकरण कर सकते हैंतुरंत ही अनुमानित मूल्य जानेंसमय तथा धन बचाने के तरीकेसीधे बिल भेजने वाले चिकित्सीय सेवा प्रदाताहमारे प्रदाता का नेटवर्क उपयोग करने से, आपकी चिकित्सक के साथ भेंट के लिए दावा प्रस्तुत करना आसान होगा। आपको बस इतना करना होगा कि अपनी भेंट के समय अपनी मी ओश्च असिस्टेंट एप से अपना वैध ओश्च सदस्यता कार्ड या ई-सदस्यता कार्ड दिखा दें और वह चिकित्सीय प्रदाता आपके बिल में से जितनी राशि कवर में शामिल होगी उतनी का बिल सीधे हमें भेज देगा।सीधे बिल भेजने की प्रक्रिया में, चिकित्सक द्वारा आपकी तरफ से दावा प्रस्तुत किया जाता है।सुनिश्चित करें कि आप वही चिकित्सक चुनें जो स्पष्ट रुप से बताए कि वह सीधे बिल भेज सकता है।अपनी भेंट से पहले ही खर्चे की पुष्टि कर लेंअपने चिकित्सक या अस्पताल से पहले ही पता कर लें और पूछें कि कहीं कोई अतिरिक्त खर्चा तो नहीं होगा जिसके लिए आपको आपको भुगतान करना होगा। कुछ चिकित्सीय सेवा प्रदाता म्ब्स शुल्क के अलावा अतिरिक्त शुल्क भी ले सकते हैं, जिससे आपको अपनी जेब से और भुगतान करना पड़ सकता है। |
भोपाल के बीचोंबीच स्थित महिंद्रा शो-रूम में आग - भोपाल समाचार | नो १ म्प हिन्दी न्यूज पोर्तल (मध्य प्रदेश) | हिन्दी समाचारभोपाल के बीचोंबीच स्थित महिंद्रा शो-रूम में आगभोपाल। शहर के बीचोंबीच जिंसी चौराहे पर स्थित महिंद्रा शो-रूम में शनिवार सुबह अचानक आग भड़क गई। मौके पर करीब १0 फायर बिग्रेड पहुंच गईं हैं। आग को बुझाने की कोशिश की जा रही है परंतु समाचार लिखे जाने तक आग काबू में नहीं आई थी।जानकारी के अनुसार ये आग शार्ट-सर्किट की वजह से लगी थी, जिसमें लाखों का सामान जलकर राख हो गया है। आग पर काबू पाने के दौरान शाहिद नाम के एक व्यक्ति को चोट भी आई है, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। चूंकि आग शहर के बीच स्थित शोरूम में लगी है, इसके चलते ट्रैफिक व्यवस्था परिवर्तित की गई।जहांगीराबाद टीआई पीएस ठाकुर ने बताया कि, आग लगने की सूचना हमें सुबह ८.१5 बजे लगी आग थी। सूचना मिलते ही हमारी टीम और दमकल की ६ गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई थी। घंटों की मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।इसीलिए आ रही है दिक्कतजानकारी के अनुसार शोरूम के जिस हिस्से में आग लगी है, वहां गाड़ियों के फाइबर पार्ट्स और ऑयल के डिब्बे रखे थे। फायबर और ऑयल के डिब्बों में आग लगने की वजह से इस पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।गाडिय़ां सुरक्षित है, दूसरे हिस्से में लगी है आगशोरूम की संचालक अंजू मलिक ने बताया कि, मुझे शोरूम में काम करने वाले कर्मचारी ने फोन पर आग लगने की सूचना दी थी। मैं तुरंत मौके पर पहुंची और शोरूम में रखी नई गाडिय़ां बाहर निकलवाई। हालांकि, आग शोरूम के दूसरे हिस्से में लगी है, जहां सर्विसिंग का सामान रखा था। कस्टमर्स की गाडिय़ां सहित शोरूम में मौजूद अन्य गाडिय़ां बिलकुल सुरक्षित है। |
महात्मा गांधी पर विवादित किताब गुजरात में वैन | अपनीशक्ति.कॉममहात्मा गांधी पर विवादित किताब गुजरात में वैनपुणे. केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा है कि केंद्र सरकार महात्मा गांधी की विवादित किताब को भारत में बैन करने की योजना बना रही है। पुलित्ज़र अवार्ड विजेता न्यू यॉर्क टाइम्स के पूर्व संपादक जोसफ लेलीवेल्ड ने अपनी विवादित किताब में महात्मा गांधी के चरित्र पर उंगली उठाते हुए कहा है कि वे समलैंगिक थे।किताब को लेकर सरकार की प्रतिक्रिया बताते हुए मोइली ने कहा कि सरकार ने किताब में राष्ट्रीय नेता के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को गंभीरता से लिया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार और गुजरात सरकार ने इस किताब पर प्रतिबंध लगा दिया है।उद्योग मंत्री नारायण राणो ने विधान परिषद में जानकारी देते हुए बताया कि पुल्तिजर पुरस्कार प्राप्त पत्रकार जोसफ लेलीवेल्ड की महात्मा गांधी पर किताब पर महाराष्ट्र में प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस किताब में महात्मा गांधी के चरित्र पर प्रश्न उठाए हैं।जबकि सभी जानते हैं कि महात्मा गांधी ने अहिंसा आंदोलन के माध्यम से भारत को आजादी दिलाई है। राष्ट्रपिता के खिलाफ लिखी गई किताब की निंदा की जानी चाहिए। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मानिकराव ठाकरे ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वह किताब लिखने वाले जोसेफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र सरकार से विवादास्पद किताब लिखने वाले जोसेफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लेखक ने महज प्रचार-प्रसार के लिए महात्मा गांधी के खिलाफ लिखा है। दुनिया महात्मा गांधी की अहिंसा के बारे में जानती है। यह विवादित किताब सोमवार से अमेरिका में मिलने लगी है।१ रेसपोनसे तो " महात्मा गांधी पर विवादित किताब गुजरात में वैन " |
मौलाना आजाद: विभाजन के हश्र को जानते थे वे - मौलाना आजाद: विभाजन के हश्र को जानते थे वे, लाटेस्ट ब्लॉग हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तानमौलाना आजाद: विभाजन के हश्र को जानते थे वेमौलाना आजाद न केवल आपसी भाईचारे के प्रतीक थे, बल्कि राष्ट्रीय सौहार्द का जीता-जागता उदाहरण थे। यदि आज विश्व में भारतीय इस्लाम को एक आदर्श के तौर पर दर्शाया जा रहा है तो इस का श्रेय मौलाना आज़ाद, मौलाना हुसैन अहमद मदनी, मौलाना ओबैदुल्लाह सिंधी, मौलाना अब्दुल वहीद सिद्दीकी आदि जैसे देशभक्त नेताओं कोजाता है। मौलाना आज़ाद की लेखनी में एक ऐसा जादू था, जो सर चढ़कर बोलता था।इण्डिया विन्स फ्रीडम में आजाद ने लिखा था कि विभाजन का सपना २५-३० वर्ष में ही टूट जायेगा। ऐसा हुआ भी, क्योंकि यह विभाजन अप्राकृतिक था। उन मुसलमानों से मौलाना बड़े नाराज़ थे, क्योंकि उन्होंने बजाये उनके और गाँधीजी के इब्रुलवक्त (अवसरवादी) जिन्नाह का साथ दिया। अपने एक संस्मरण में वयोवृद्घा स्वतन्त्रता सेनानी अरूणा आसफ़ अली ने लिखा है कि जब भारत को आज़ादी मिली तो १४ अगस्त १९४७ की रात को दूसरे नेता तो ख़ुश थे, मगर मौलाना आज़ाद रो रहे थे क्योंकि उनके निकट यह विभाजन बड़ा भयानक था।लेखक अध्यापक हैवेब तितले:मौलाना आजाद: विभाजन के हश्र को जानते थे वे |
रेसिपे विडियो: किचन में मौजूद इन चीजों से बनाएं बिल्कुल बाजार जैसी चाउमीन|व्ट ऑफ लाइफ विदियोस इन हिन्दी - हिंदी वीडियो, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी वीडियो में रेसिपे विडियो: किचन में मौजूद इन चीजों से बनाएं बिल्कुल बाजार जैसी चाउमीन|व्ट ऑफ लाइफ विदियोस इन हिन्दी हिंदी वीडियो, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी वीडियो मेंचाउमीन रेसिपी वीडियो (चोमें रेसिपे विडियो): लॉकडाउन में लोग अक्सर ही घर पर कुछ न कुछ टेस्टी बना रहे हैं ताकि जायका बना रहे. दरअसल, लॉकडाउन के दौरान ठेले या बाजार का कुछ भी खाना दुश्वार है और यह सेहत के लिहाज से भी ठीक नहीं है. लेकिन ये जानते हुए भी ठेले वाले खाने के लिए जी मचल जाता है. आज हम आपके लिए लाए हैं चाउमीन की रेसिपी. इन कुकिंग टिप्स (कुकिंग सुएस्टन्स) को अपनाकर आप घर में ही बिल्कुल ठेले जैसी ही चाउमीन बना सकचोमें रेसिपे विडियोकुकिंग टिप्सचाउमीन रेसिपी वीडियो |
एयर इंडिया के नौकरी देने से मना करने के बाद ट्रांसजेंडर ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की दरख्वास्त की - वेबवर्तहोम राष्ट्रीय एयर इंडिया के नौकरी देने से मना करने के बाद ट्रांसजेंडर ने...नई दिल्ली, १४ फरवरी (वेबवार्ता)। जहां एक तरफ देश में तीसरे लिंग को बराबरी का दर्जा दिए जाने की चर्चाएं चल रही हैं और सुप्रीम कोर्ट ने भी उनके लिंग को पहचान देने के निर्देश दिए हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ विमानन कंपनी एयर इंडिया के एक ट्रांसजेंडर को नौकरी देने से मना करने के बाद उसने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु दिए जाने की दरख्वास्त की है।अपने पत्र में उसने लिखा है कि उसके लिंग के कारण उसे उसके मूल अधिकार देने से वंचित कर दिया गया है। शानवी ने लिखा कि उसने ग्राहक सहायक कार्यकारी के तौर पर एक साल तक एयर इंडिया में नौकरी की और उसके बाद उसने लिंग परिवर्तन कराने की सर्जरी करा ली। इसके बाद उसने दो साल की अवधि में चार बार नौकरी के लिए आवेदन किया लेकिन उसे नौकरी नहीं दी गई।प्रेवियस आर्टियलफंसे कर्ज पर रिजर्व बैंक के नए नियम रिण नहीं चुकाने वालों को नींद से जगाने वाले: सरकारनेक्स्ट आर्टियलइंटरनेशनल पब्लिशर्स कांग्रेस ने अशोक मल्होत्रा को किया सम्मानितकृतज्ञ राष्ट्र ने लाला लाजपत राय की जयंती पर किया नमननीरव मोदी कांड : सीबीआई ने गोलकनाथ व मनोज कराट को... |
रवि शास्त्री प्राइसेड सुरेश रेना फॉर हिस इनटेंटिव बटिंगरैना के बेखौफ अंदाज के मुरीद कोच रवि शास्त्री ने की उनकी जमकर तारीफपबलिश दते:सत, ०३ मार २०१८ ०७:२० प्म (इस्ट)रवि शास्त्री ने रैना के बेखौफ अंदाज को खूब सराहा।नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने काफी अरसे बाद टीम में वापसी करने वाले बल्लेबाज सुरेश रैना की जमकर तारफी की। शास्त्री ने कहा कि रैना ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी २० सीरीज में जिस तरह से बल्लेबाजी की उसे देखकर ये लग रहा था कि वो लंबे समय से टीम का ही हिस्सा हैं।रवि शास्त्री ने रैना के बारे में कहा कि वो भारतीय टीम के अनुभवी खिलाड़ी हैं और उन्होंने दिखाया कि अनुभव का क्या फायदाहोता है। रैना ने पूरी सीरीज के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित किया वो थी उनकी बेखौफ बल्लेबाजी। जब भी कोई खिलाड़ी लंबे वक्त के बाद टीम में जगह पाता है तो उसकी पहली कोशिश यही होती है कि वो टीम में अपना स्थान पक्का करे। इससे उस खिलाड़ी पर दबाव और ज्यादा बढ़ जाता है लेकिन रैना की बल्लेबाजी देखकर यही लग रहा था जैसे वो टीम के कभी बाहर ही नहीं हुए थे। उन्होंने दिलेरी से बल्लेबाजी की और ये देखना काफी सुखद था। टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के बारे में रवि शास्त्री ने कहा कि वो काफी टैलेंटेड हैं और मुझे यकीन है कि अपनी गलतियों से वो जरूर सीख लेंगे।आपको बता दें कि सुरेश रैना ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टी२० मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में २७ गेंदों पर ४३ रनों की तूफानी पारी खेली थी साथ ही उन्होंने एक विकेट भी लिया था और उन्हें इस मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया था। रैना की पारी के दम पर भारत ने आखिरी मैच में मेजबान टीम को हराकर टी२० सीरीज अपने नाम की थी। रैना ने टी २० प्रारूप में एक वर्ष के बाद टीम में वापसी की थी लेकिन उनकी बल्लेबाजी से यही लगा कि वो हमेशा से ही टीम का हिस्सा रहे हों। टीम में वापसी के बाद दूसरे मैच में भी उन्होंने २४ गेंदों पर ३१ रन बनाए थे। रैना अब निदाहस ट्रॉफी में श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ टी२० ट्राई सीरहीज में खेलते हुए नजर आएंगे जहां अच्छा प्रदर्शन कर वो एकदिवसीय टीम में जगह पक्की करने की कोशिश करेंगे। |
विंडोज ईमेल रूपांतरण के लिए एमल्क्स मैक ओएस के दौरान सुधार एन्कोडिंगविंडोज के लिए मैक ओएस एक्स से स्थानांतरण के लिए ई-मेल की एक एमल्क्स कॉन्वर्ट प्रदर्शनयह लेख एक विशिष्ट समस्या जहां ई-मेल संदेश पाठ एक के बाद गलत तरीके से प्रदर्शित किया जाता है के लिए एक समाधान का वर्णन करता है एप्पल मेल-आउटलुक स्थानांतरण, एक प्रारंभिक के साथ हल किया जा सकता है जो एमल्क्स परिवर्तित एमल का उपयोग कर उपयोगिता पीएसटी फ़ाइलों की.मैक ओएस एन्कोडिंग की विशिष्ट समस्याजब यूनिक्स या मैक से संदेश परिवर्तित एक ठेठ समस्या ओएस एक्स मेल एमएस के माध्यम से कार्यक्रमों आउटलुक आयात ई-मेल संदेश सामग्री की भ्रष्टाचार है. उदाहरण के लिए, प्रतीकों संदेशों में खो दिया जा सकता एचटीएमएल कोड के साथ और विशेष प्रतीक (जैसे कि , &, , =, = एम्प; और अन्य) उनकी संगत चरित्र कोड द्वारा बदले जा सकते. उसी प्रकार, हत्मल टैग जो आम तौर पर उपयोगकर्ता से छिपे हुए हैं संदेश के मुख्य भाग में प्रदर्शित हो सकता. ज्यादातर मामलों में इस के उपयोग का एक परिणाम है .एमल्क्स प्रारूप, जो प्रयोग किया जाता है (अनुरूप की तरह .एमल प्रारूप विंडोज पर) कुछ लोगों द्वारा संदेशों को संग्रहीत करने के लिए यूनिक्स तथा मैक ओएस मेल क्लाइंट, इस तरह के नवीनतम संस्करण में के रूप में आपोल मेल (मेल.आप्प). के बाद से इस समस्या को काफी व्यापक है, के डेवलपर्स एमल पीएसटी कनवर्टर करने के लिए जोड़कर उसके लिए एक समाधान प्रदान की एमल्क्स कनवर्टर कार्यक्रम के लिए सुविधाओं.पीएसटी कनवर्टर करने के लिए एमल का उपयोग करनागलत की समस्या को हल करने के लिए ई-मेल संदेश पाठ का प्रदर्शन और एक प्रदर्शन एमल्क्स रूपांतरण(विज़ार्ड के दूसरे पृष्ठ परस्रोत फ़ोल्डर का चयन करें) के साथ फ़ाइलों का चयन .एमल या .एमल्क्स विस्तार (फ़ाइलें जो कि पहले एक से निर्यात किया गया यूनिक्स या मैक ओएस एक्स प्रसंस्करण के लिए इनपुट फाइल के रूप में मेल क्लाइंट) और .स्ट प्रारूप में रूपांतरण. एमएस के लिए आउटलुक एमल इन ई-मेल संदेश फ़ाइलों के आयात कि सामग्री को भ्रष्ट बिना सही ढंग से काम करेंगे, एमल पीएसटी कनवर्टर करने के लिए विकल्प मेनू में कोई खास विशेषता एक प्रारंभिक प्रदर्शन करने के लिए है एमल्क्स परिवर्तित किसी आउटलूक संगत प्रारूप में.एन्कोडिंग सुधार विकल्पवहाँ भी के दूसरे पृष्ठ पर इस मेनू तक पहुँचने के लिए एक बटन है एमल पीएसटी जादूगर: एमल पूर्व प्रसंस्करण सक्षम करें में विकल्प "अन्य विकल्प"समूह. इस प्रकार, जब से, जिन्हें एक में सहेज लिया गया मेल संदेश के साथ काम यूनिक्स या मैक ओएस मेल क्लाइंट, है कि इस विकल्प चालू होने पर यह सुनिश्चित कर लें.नोट एक उन्नत पूर्व प्रसंस्करण एल्गोरिथ्म के उपयोग करने के लिए कि धन्यवाद, अतिरिक्त रूपांतरण व्यावहारिक रूप से कुल रूपांतरण समय के लिए कुछ नहीं कहते हैं. इस कारण से, आउटलुक आयात एक में संदेशों के स्ट फ़ाइल अपने समय के केवल कुछ मिनट का समय लगेगा. |
पाँच लिंकों का आनन्द: १११९....तो घायल होकर कभी तूं नीड़ में लौट आता है...१११९....तो घायल होकर कभी तूं नीड़ में लौट आता है...सावन शिवरात्रि है आज।शिव जी के भक्त अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लियेगंगा नदी से पात्रों में गंगाजल भरकर, काँवड़ में सजाकर कंधे पर रखकर; पैदल चलकर भक्ति-भाव व समर्पण के साथ अपने-अपने गंतव्य पर पहुँचकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। ऐसी मान्यता है कि सावन शिवरात्रिमें शिव जी शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं।काँवड़ियों की यह यात्रा एक तपस्या की तरह होती है। मैंने इन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में काँवड़ कन्धे पर रखकर चलते हुए देखा है।कोई तो सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर पूरी करते हैं। पैदल यात्रा की शुरुआत गंगातट से ही हो जाती है। इनके पैरों में जूते-चप्पल के अलावा कपड़े बंधे हुए भी दिखायी देते हैं कभी इन्हें नंगे पाँव चलते हुए भी देखा जा सकता है। अब इनमें महिला काँवड़ियों को भी देखा जा सकता है। इन्हें शारीरिक कष्ट की कोई परवाह नहीं होती है। इनके सूजे हुए पाँव, तलवों में छाले आदि मैंने अक्सर देखे हैं।दिल्ली में काँवड़ियों की सेवा और सहायता के लिये सड़कों पर विशाल काँवड़ शिविर लगाये जाते हैं।काँवड़-यात्रा से अब अनेक विवाद भी जुड़ गये हैं जिन्हें हम इस दौरान देखते और पढ़ते रहते हैं। परसों दिल्ली के मोती नगर इलाक़े में किसी काँवड़िये की काँवड़ सड़क पर चलती एक कार से टकरा गयी तो काँवड़ियों ने अपना सारा ग़ुस्सा लाचार पुलिस के सामने कार पर उतारा।यह विचारणीय विषय है कि धार्मिक आयोजनों के प्रभाव में क़ानून हद तक लचर क्यों हो जाता है ?आइये अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलते हैं -कितना चाहा....साधना वैदप्रलय - २.....प्रोफ़ेसर गोपेश जैसवालरेवा दीदी....रेवा टिबड़ेवालये सिर्फ संबोधननहीं प्यार हैदीदी तुम माँ तो नहींपर उससे कम भी नहींमेरे दुःख मेंतुम्हारी आँखें भी भरमन पंछी......कुसुम कोठारीतो घायल होकर कभी तूं नीड़ में लौट आता हैफिर अगली उड़ान को तूं तैयार हो जाता हैकितने सुख और दुख कितने बांहों में भरता हैतेरे अंदर कर्ता के गुण तूं खुद भाग्य विधाता है।अजीर्णता नदियों की...श्वेता सिन्हाराहत शिविर,रिरियाता बेबसदानों को मोहताज़ कलपतालाशों का व्यापार सीख करमददगार अपना घर भरताआप सभी पढेंं और विचारों को अभिव्यक्त करें..और देखें सप्ताह का विषययहाँ देखिए...........अब आज्ञा दीजिये।कल की प्रस्तुति - आदरणीया श्वेता सिन्हा जीलेबल्स: १११९यशोदा अग्रावल ९ अगस्त २01८ को ६:२६ अम्वीभा रानी श्रीवास्तव ९ अगस्त २01८ को ६:३१ आमशुभ प्रभात सस्नेहाशीष संगकांवरियों का क्रोध के सामने पुलिस नहीं लाचार होती लाचार होती है अंधभक्ति...कांवर के आड़ में चोर लुटेरे गुंडे हैं इस सोच से काम होना चाहिएसदा ९ अगस्त २01८ को ६:३२ आमबेहतरीन लिंक्स चयन एवम प्रस्तुतिकरण ....सुशील कुमार जोशी ९ अगस्त २01८ को ७:३० अम्मीना शर्मा ९ अगस्त २01८ को ७:५३ आमसुंदर हलचल प्रस्तुति। काँवड़ियों को लेकर हर साल ही कोई ना कोई ऐसा समाचार पढ़ने को मिलता है। बेहतरीन भूमिका एवं सुंदर रचनाओं का संकलन।सुप्रिया पांडे ९ अगस्त २01८ को ८:५९ आमशुभ प्रभात .. दिल्ली के मोतीनगर की घटना निंदनीय है,कोई भी धर्म या सम्प्रदाय हिंसा और आक्रामकता को कभी प्रोत्साहित नही करता यह मात्र अंध भक्ति ही और भक्ति कम दिखावा ज्यादा है।सुंदर संकलन हलचल की तरफ से शुभकामनाएंशुभा ९ अगस्त २01८ को ९:4९ आमवाह!!सुंदर प्रस्तुति रविन्द्र जी ...।गगन शर्मा, कुछ अलग सा ९ अगस्त २01८ को ११:1९ आमसदा की तरह स्वादिष्ट पंचामृतसाधना वैध ९ अगस्त २01८ को ११:२0 आमबहुत सुन्दर रचनाओं का संकलन ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार रवीन्द्र जी ! दिल्ली के मोतीनगर में काँँवड़ियों का उपद्रव किसी भी दृष्टिकोण से सही एवं क्षम्य नहीं है ! धार्मिक गतिविधि से जुड़े होने का यह अर्थ कदापि नहीं कि वे एक सामान्य नागरिक से ऊपर हो गए हैं या सारा अनुशासन एवं कायदा क़ानून उनकी जेब में आ गया है ! पुलिस को भी लाचार होने की कतई ज़रुरत नहीं होती है ! ऐसी स्थिति आये तो पूरी सख्ती के साथ उपद्रवकारियों से निबटना चाहिए और उन्हें दण्डित करना चाहिए ताकि जन धन की हानि को रोका जा सके !नीतु ठाकुर ९ अगस्त २01८ को ११:३० आमसुंदर रचनाओं का संकलन।कविता रावट ९ अगस्त २01८ को ३:0८ पमश्वेता सिन्हा ९ अगस्त २01८ को ५:0६ प्मभक्ति किसी दिखावे की मोहताज नहीं होती।आस्था के नाम पर गलत तरीके से शक्ति प्रदर्शन करना कहीं से ही उचित नहीं।अच्छी समसामयिक भूमिका के साथ बेहद उम्दा रचनाओं के इस सुंदर संकलन में मेरी रचना को मान देने के लिए सादर आभार आपका आदरणीय रवींद्र जी।कुसुम कोतारी १० अगस्त २01८ को ९:२३ आमशानदार प्रस्तुति, मेरी पंक्तियों को शीर्ष स्थान पर देख अनुग्रहित हुई मेरी रचना को सामिल करने के लिये सादर आभार ।भुमिका अवसर के अनुरूप, सिर्फ कावड़िये ही नही जहाँ तहाँ समूह मिल कर मन मानी करते दृष्टि गोचर हो रहे हैं।शकुंतला ११ अगस्त २01८ को ८:२4 प्मधर्म कोई भी हो झूठा दिखावा, आडम्बर, हिंसा करना अच्छी बात नहीं हैआज का संकलन बहुत ही उम्दा हैं |
शिक्षक संघ का मांगों को लेकर सांकेतिक धरना कलसिरसा : लघु सचिवालय स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले अध्यापक २९ नवंबर को सांकेतिक धरना देंगे। सांकेतिक धरना अंतर जिला तबादला व गैरशैक्षणिक कार्यो से मुक्ति बारे में सायं ४ बजे से दिया जाएगा। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र सौंपा जाएगा।संघ के जिला मीडिया प्रभारी गोविल सिसोदिया ने बताया कि वर्ष २०१६ में प्राथमिक शिक्षकों के सामान्य तबादले नई तबादला नीति के तहत किए गए थे। जिसमें बहुत से शिक्षकों का एनीवेयर में तबादला होकर दूर-दराज के स्कूलों में भेजे गए थे। जिसका समाधान एक वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं हुआ है। जबकि प्रदेश के अन्य कैडर सीएडवी, टीजीटी व पीजीटी की समस्याओं का निराकरण बार-बार किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि बहुत से शिक्षक अपने गृह जिले से दूर है, उनका तबादला जल्द से जल्द किया जाए तथा १२५९ अध्यापक जिनको की लो मैरिट के नाम पर हटा दिया गया था और जो साथी अगूंठा जांच की रिपोर्ट न आने व अन्य कारणों से वंचित रह गए थे, उन्हें जल्द से जल्द पुन: ज्वांइन करवाने की गुहार लगाई है। |
जानिए, आसान और कम समय में फ्रूट एंड नट केक बनाने की विधि- हरिभूमि, हरिभूमिजानिए, आसान और कम समय में फ्रूट एंड नट केक बनाने की विधिबर्थडे हो, एनिवर्सरी या सरप्राइज पार्टी केक सबकी पहली पसंद होती है।नई दिल्ली. केक का टेस्ट कोई बड़ा हो या फिर छोटा बच्चा हर किसी को बहुत पसंद होता है। बर्थडे हो, एनिवर्सरी या सरप्राइज पार्टी केक सबकी पहली पसंद होती है। केक बनाने में बहुत सारा वक्त और मेहनत लोगों को लगता है जिससे बाहर से ही मंगवाना उन्हे्ं आरामदायक लगता है। लेकिन इस केक को कम मेहनत के साथ झटपट तैयार किया जा सकता है। जानिए केक आसान तरीके और जल्दी बनाने की विधी।मैदा- १.५ कप, पाउडर चीनी - ३/४ कप, मक्खन - ३/४ कप, दूध - ३/४ कप, काजू- आधा कप, अखरोट- आधा कप, किशमिश- आधा कप, बादाम- आधा कप, बेकिंग सोडा- १/२ छोटी चम्मच, बेकिंग पाउडर- १ छोटी चम्मच, टूटी फ्रूटी - आधा कप, कन्डेन्स्ड मिल्क - आधा कपदैनिक भास्कर के अनुसार अखरोट, बादाम और काजू को छोटा-छोटा काट लें और किशमिश के डंठल तोड़ कर इन्हें कपड़े से साफ कर लें। मैदा में बेकिंग पाउडर और बेकिंग सोडा मिलाकर २ बार छान लें जिससे ये अच्छे से मिक्स हो सके। अब किसी डोंगे में मक्खन को पिघला कर सामान्य तापमान पर करके इसमें डालें और साथ ही कन्डेन्स्ड मिल्क और चीनी डाल कर अच्छे से फेंट लें। इसे फूलने तक फेंटते रहें। अब मिश्रण में दूध डाल कर फेंटें और आधा मैदा मिक्स डाल कर मिक्स कर लें।अब बाकी बचा हुआ दूध और मैदा भी डाल कर अच्छे से मिला लें। तैयार मिश्रण में कटे ड्राई फ्रूट्स, किशमिश और टूटी-फ्रूटी डाल कर मिला लें। केक का मिश्रण तैयार है। ओवन को १80 डि. सें. पर प्री-हीट करें। जिस बर्तन में केक बनाना है उसके किनारों को मक्खन से चिकना कर लें और उस बर्तन के तले के बराबर गोल बटर पेपर काट कर उसे भी चिकना कर के तले में रख दें। पेपर का चिकना भाग उपर रखें।नीचे की स्लाइड्स में पढ़िए, पूरी विधि के बारे में-केक बीर्थदय ईसी रेसिपे इडस फ्रित एंड नूट केक |
कहूँ जो हाल, तो कहते हो मिर्ज़ा ग़ालिब कएवशालाकहूँ जो हाल, तो कहते हो मिर्ज़ा ग़ालिबमिर्ज़ा ग़ालिबउर्दू शायरी, मिर्ज़ा ग़ालिब जान्वरी १७, २०१८ जान्वरी १७, २०१८ ० मिनिट्कहूं जो हाल तो कहते हो मुद्द`आ कहियेतुम्हीं कहो कि जो तुम यूं कहो तो क्या कहियेन कहियो त`न[१] से फिर तुम कि हम सितमगर हैंमुझे तो ख़ू[२] है कि जो कुछ कहो बजा कहिये[३]वह नश्तर[४] सही पर दिल में जब उतर जावेनिगाहएनाज़[५] को फिर क्यूं न आशना[६] कहियेनहीं ज़रीहाएराहत[७] जराहतएपैकां[८]वह ज़ख़्मएतेग़[९] है जिस को कि दिलकुशा[१०] कहियेजो मुद्द`ई[११] बने उस के न मुद्द`ई बनियेजो नासज़ा[१२] कहे उस को न नासज़ा कहियेकहीं हक़ीक़तएजांकाहीएमरज़[१३] लिखियेकहीं मुसीबतएनासाज़ीएदवा[१४] कहियेकभी शिकायतए रंजए गिरांनिशीं[१५] कीजेकभी हिकायतए सब्रए गुरेज़पा[१६] कहियेरहे न जान तो क़ातिल को ख़ूंबहा[१७] दीजेकटे ज़बान तो ख़ंजर को मरहबा[१८] कहियेनहीं निगार[१९] को उल्फ़त न हो निगार तो हैरवानीएरविश[२०]ओमस्तीएअदा कहियेनहीं बहार को फ़ुरसत न हो बहार तो हैतरावतएचमन[२१] ओख़ूबीएहवा कहियेसफ़ीना[२२] जब कि किनारे पे आ लगा ग़ालिबख़ुदा से क्या सितमओजोरएनाख़ुदा[२३] कहिये१-कटाक्ष; २-आदत ; ३-हाँ में हाँ मिलाना; ४-बर्छा; ५-अदा भरी नज़र; ६-प्रेमी; ७-चैन का साधन; ८-तीर का घाव;९-तलवार का घाव; १०-सुखद; ११-दुश्मन; १२-अनुचित बोले; १३-रोग के कष्ट की सच्चाई; १४- दवा के काम न आने की कठिनाई; १५-जम कर बैठ जाने वाले दुःख की शिकायत ; १६-भागने वाले धीरज की कथा ; १७-ख़ून की कीमत;१८- स्वागत करना दुआ देना ; १९-प्रेयसी ;२०-मंथर गति की सुँदरता ;२१-बाग़ की ताज़गी ; २२-नाव ;२३-नाव चलाने वाले की कठोरता और अत्याचारप्रेवियस पोस्ट बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु सूर्यकांत त्रिपाठी निरालानेक्स्ट पोस्ट अट नहीं रही है सूर्यकांत त्रिपाठी निराला |
भाजपा चुनाव के समय ओबीसी को भी छलना चाहती है : मायावती मल्हार मीडिया भाजपा चुनाव के समय ओबीसी को भी छलना चाहती है : मायावती - मल्हारमीडियाभाजपा चुनाव के समय ओबीसी को भी छलना चाहती है : मायावतीराजनीतिआग ०३, २०१८बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कहा कि देश के करोड़ों दलितों व आदिवासियों की तरह ही भाजपा अब चुनाव के समय में ओबीसी वर्गो को भी छलना चाहती है। यही कारण है कि उनको लुभाने के लिए संसद में पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का विधेयक लाया गया है, जो उनकी चुनावी स्वार्थ की राजनीति के सिवाय कुछ भी नहीं है। (२२:३२) |
बड़ी छवि : उत्तेजना के लिए इलेक्ट्रिक मोशन ५ डी सिनेमा उपकरण, ५ डी सिनेमा सीटों में आंदोलन महसूस करें५ डी सिनेमा रंग:फाइबर ग्लास सामग्री ५ डी सिनेमा५ डी सिनेमा की वारंटी:सीटों के लिए १२ महीने, सॉफ्टवेयर के लिए जीवन समय सेवा५ डी सीट मटेरिया:महत्वपूर्ण घटक:इलेक्ट्रिक सिलेंडर और सर्वो मोटरवितरण से पहले टीटी ३०% अग्रिम और ७०%५ डी सिनेमा सीटों में आंदोलन महसूस करें और उत्तेजना के लिए विशेष प्रभाव का अनुभव करें५ डी सिनेमा क्या हैमुझे कितनी ५ डी सीटों की आवश्यकता है?आपको उस स्थान की विज़िटर प्रवाह दर के बारे में विचार करना चाहिए जो आपको मिलती है। यदि आगंतुक बहुत अधिक है, तो आप अधिक सीटें चुन सकते हैं। आपको उस स्थान के आकार या उस स्थान के आकार के बारे में भी विचार करने की आवश्यकता है जिसे आप पा सकते हैं।अगर मैं आपके लिए फिल्में पेश करता हूं, तो क्या आप मूवीज़ सूची में रख सकते हैं? कितना?बेशक, हम आपको फिल्म सूची में डालकर गति जोड़ सकते हैं, ऑर्डर देने के बाद यह निःशुल्क लागत है।५ डी सिनेमा पैरामीटर५ डी रंगमंच सजावट५ डी सिनेमा स्थापना:सभी इंस्टॉलेशन निर्देश हमारी स्थापना निर्देश सीडी और मैनुअल के अनुसार स्थापित किए जा सकते हैं; या हम आपके इंजीनियरों को स्थापित करने में आपकी सहायता के लिए भेजते हैं। |
हापुर में निसान किक्स प्राइस - २०२० ऑन-रोड कीमत देखेंहोमन्यू कारेंनिसानकिक्सहापुर में ऑन रोड प्राइसहापुर में निसान किक्स ऑन रोड प्राइस परमें हापुरनिसान किक्स की ओन रोड कीमत हापुर मेंआर.टी.ओ. र्स.१,२५,१००हापुर : में ओन रोड कीमत र्स.१4,4१,८३४*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.२७,४४७/मोंठनिसान किक्सर्स.१4.4१ लाख*आर.टी.ओ. र्स.७५,९९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.१०,7१,५७३*गलत कीमत की रिपोर्ट करें१.५ एक्सएल(पेट्रोल)(बेस मॉडल)र्स.१०.7१ लाख*आर.टी.ओ. र्स.७९,९९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.११,२७,३६२*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.2१,4५2/मोंठ१.५ एक्सवी(पेट्रोल)टॉप सेलिंगर्स.११.२७ लाख*एक्स-शोरूम कीमत र्स.११,८४,९९०आर.टी.ओ. र्स.१,१८,४९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.१३,६६,३६७*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.२५,९९९/मोंठ१.३ टर्बो एक्सवी (पेट्रोल)र्स.१३.६६ लाख*एक्स-शोरूम कीमत र्स.१2,६४,९९०आर.टी.ओ. र्स.१,२६,४९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.१4,५7,८२८*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.२७,74३/मोंठ१.३ टर्बो एक्सवी प्री (पेट्रोल)र्स.१4.५7 लाख*एक्स-शोरूम कीमत र्स.१३,४४,९९०आर.टी.ओ. र्स.१,३4,४९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.१५,४९,२९०*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.२९,४८७/मोंठ१.३ टर्बो एक्सवी सीवीटी (पेट्रोल)र्स.१५.४९ लाख*एक्स-शोरूम कीमत र्स.१३6९,९९०आर.टी.ओ. र्स.१,३6,९९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.१५,७७,८७२*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.३०,०२८/मोंठ१.३ टर्बो एक्सवी प्री ऑप्शन (पेट्रोल)र्स.१५.७७ लाख*एक्स-शोरूम कीमत र्स.१३,८९,९,९०आर.टी.ओ. र्स.१,३८,९९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.१6,००,7३7*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.३०,46९/मोंठ१.३ टर्बो एक्सवी प्री ऑप्शन त (पेट्रोल)र्स.१6.० लाख*एक्स-शोरूम कीमत र्स.१4,१4,९९०आर.टी.ओ. र्स.१,4१,४९९मेरठ : में ओन रोड कीमत र्स.१6,२९,३१९*गलत कीमत की रिपोर्ट करेंएमी: र्स.३१,०१०/मोंठ१.३ टर्बो एक्सवी प्री सीवीटी (पेट्रोल)(टॉप मॉडल)र्स.१6.२९ लाख*निसान किक्सर्स.१०.7१ लाख*निस्सन किक्स प्राइस इन हापुड़हापुर में निसान किक्स की कीमत र्स. ९.४९ लाख से शुरू होती है। सबसे कम कीमत वाला मॉडल निसान किक्स १.५ एक्सएल है और सबसे अधिक कीमत वाला मॉडल निसान किक्स १.३ टर्बो एक्सवी प्री सीवीटी है। इसकी कीमत र्स. १4.१4 लाख है। हापुर में बेस्ट डील पाने के लिए अपने नजदीकी निसान किक्स शोरूम से संपर्क करें। इसकी तुलना में हापुर में किया सेल्टोस की शुरुआती कीमत र्स. ९.८९ लाख और हापुर में हुंडई क्रेटा में शुरुआती कीमत र्स. ९.९९ लाख है।किक्स १.३ टर्बो एक्सवी सीवीटी र्स. १५.४९ लाख*किक्स १.३ टर्बो एक्सवी प्री सीवीटी र्स. १6.२९ लाख*किक्स १.३ टर्बो एक्सवी प्री ऑप्शन त र्स. १6.० लाख*किक्स एक्सवी डी र्स. १4.4१ लाख*किक्स १.३ टर्बो एक्सवी र्स. १३.६६ लाख*किक्स १.५ एक्सएल र्स. १०.7१ लाख*किक्स १.५ एक्सवी र्स. ११.२७ लाख*किक्स १.३ टर्बो एक्सवी प्री र्स. १4.५7 लाख*किक्स १.३ टर्बो एक्सवी प्री ऑप्शन र्स. १५.७७ लाख*हापुर में सेल्टोस की कीमतहापुर में क्रेटा की कीमतहापुर में नेक्सन की कीमतर्स.८.४९ - ९.९९ लाख*हापुर में डस्टर की कीमतहापुर में एक्सयूवी३०० की कीमतहापुर में एक्स-शोरूम कीमतऑन: नोव १2, 2०१९ | 4७७6 वियूसन: अप्र ०३, २०२० | १५५ वियूसन: मार २२, 2०१९ | १५7 वियूजमोदीनगर र्स. १०.7१ - १6.२९ लाखमेरठ र्स. १०.7१ - १6.२९ लाखगाज़ियाबाद र्स. १०.7१ - १6.२९ लाखबुलंदशहर र्स. १०.7१ - १6.२९ लाखग्रेटर नोएडा र्स. १०.7१ - १6.२९ लाखनोएडा र्स. १०.7१ - १6.२९ लाखनई दिल्ली र्स. १०.८५ - १6.५३ लाखफरीदाबाद र्स. १०.7१ - १6.०१ लाख |
न्यूमरोलॉजी के हिट-फ़्लॉप फ़िल्मी टोटके - बैक न्यूज हिंदीन्यूमरोलॉजी के हिट-फ़्लॉप फ़िल्मी टोटके तक तो ठीक था लेकिन बाद में एक और चीज़ ज़्यादा चलन में आ गई, जिसे कहते हैं न्यूमरोलॉजी, मतलब अंक विज्ञान. इस 'लॉजी' का तर्क है गुणा-भाग करो, नाम छोटा-बड़ा करो, इस नंबर से परहेज़ और उस नंबर से प्यार करो.इस कुचक्र में फंसकर अनगिनत फिल्मों और न जाने कितने सितारों ने अपने नामों की स्पेलिंग्स बदल डालीं, फिर उसका उच्चारण भले ही चाहे कुछ और हो जाए.मसलन १९७३ में राज खोसला की एक फिल्म आई थी 'कच्चे धागे.' किसी 'न्यूमरोलाजिस्ट' की सलाह पर अंगेज़ी में उसकी स्पेलिंग कर दी 'कुछए धागे'.तब मीडिया में इस पर ख़ासा हल्ला मचा था. कुछ ने इसे 'कछे धागे' तो कुछ ने इसे 'कुछे धागे' लिखा.ख़ैर अब तो यह बीमारी बहुत आम हो गई है. अभी हाल ही में रिलीज़ हुई सैफ़ अली ख़ान की सुपर फ़्लॉप पिक्चर 'बुलेट राजा' के 'बुलेट' में एक की जगह दो 'टी' घुसेड़ दी थीं. क्यों? न्यूमरोलॉजिस्ट ने कहा था फिल्म सुपरहिट हो जाएगी.'क' का करिश्मापिछले कुछ सालों में एकता कपूर की सफलता में उनके अंधविश्वास और टोने-टोटके की हिस्सेदारी की काफ़ी चर्चा रही है.कहा जाता है कि उनके दरवाज़े पर घोड़े की नाल लगी है, कि वह अपने हर सीरियल का नाम 'क' से ही रखती है.सही है, लेकिन हक़ीक़त यह है कि ऐसे टोटके एकता की पैदाइश से भी पहले से जारी हैं.अर्जुन हिंगोरानी आपको याद होंगे, जिनकी फिल्म 'कब क्यूं और कहां' (१९७०) हिट हो गई तो भाई ने टोटके के हिसाब से एक नहीं ३ 'के' वाली फिल्में 'कहानी किस्मत की' (१९७३), 'खेल खिलाड़ी का'' (१९७७), 'क़ातिलों के क़ातिल' (१९८१), 'करिश्मा क़ुदरत का' (१९८५) जैसी सफल और असफल फिल्में बना डालीं.इमेज कॉपीरइट हेमा मालिनीसाल १९९१ में धर्मेंद्र, गोविंदा, बिस्वजीत जैसे कलाकारों के साथ उन्होंने फ़िल्म बनाई 'कौन करेगा क़ुर्बानी' तो पब्लिक ने कहा अब तो तेरी ही क़ुर्बानी होगी.'अ' का अंजामउसी दौर में निर्माता-निदेशक जे ओमप्रकाश (राकेश रोशन के ससुर) ने 'आ' को पकड़कर फिल्मों के नाम रखे. 'आस का पंछी', 'आई मिलन की बेला', 'आए दिन बहार के' हिट हो गई लेकिन १९७४ में 'आंखों-आंखों में' 'आ' के बावजूद आई-गई हो गई.निर्माता-निदेशक सुभाष घई, महान निर्देशक अल्फ़्रेड हिचकॉक की नकल करते हुए अपनी हर फ़िल्म के किसी न किसी सीन में अपना चेहरा ज़रूर दिखाते हैं लेकिन अफ़सोस इस टोटके के बावजूद 'त्रिमूर्ति' (१९९५) और 'यादें' (२००१) को फ़्लॉप होने से नहीं बचा सके.और हां, अपने बासु दा, मतलब 'पिया का घर', 'रजनीगंधा', 'चितचोर' और 'छोटी सी बात' जैसी सुंदर फिल्में बनाने वाले बासु चटर्जी भी अपनी फिल्मों में अपना मुखड़ा पब्लिक को एक बार ज़रूर दिखाते रहे हैं.सचिन के पैड का टोटका, द्रविड़ के पांव का |
चित्र बनाना कैसे सीखे? स्वास्थ्य -सेतुमई २७, २०१० मई २७, २०१० को जयंतीजैन द्वाराआर्ट ऑफ लिविंग, आर्टिक्ल्स, पर्सनालिटी, स्ट्रेस मैनेजमेंट, सक्सेस, उन्कैटेगरिज़्ड मेंकरके देखिये, कितना आनन्द है!शिक्षान्तरस्वराज मनीष जैन११ विचार चित्र बनाना कैसे सीखे?&र्डको पर;सार्थक सीख!मई २७, २०१० को ९:०४ पूर्वाह्न प्रतिक्रियाही सिर हॉ अरे यू? यूर पोस्ट इस वेरी निसमई ३०, २०१० को १०:3९ अपराह्न प्रतिक्रियापिंगबैक: मनीष जैन (शिक्षान्तर) : मेरे स्कूल में सिखाये गये १० झूठ उठो! जागो!पिंगबैक: सभ्य कैसे बने : सभ्य और असभ्य व्यक्ति में क्या अन्तर होता है ? उठो! जागो!जून २, २015 को 1२:२8 अपराह्न प्रतिक्रियासर आपका ये लेखजून २, २015 को 1२:४० अपराह्न प्रतिक्रियाबहुत खूब है सरमार्च ७, २01७ को ९:२3 अपराह्न प्रतिक्रियासिर ये जानकारी हमें कुछ प्रेरत करती हैंसितम्बर ६, २01७ को ११:२5 पूर्वाह्न प्रतिक्रियामांशिक चित्र बनाने की कोई बुक है सिरसितम्बर ७, २01७ को 1२:२९ अपराह्न प्रतिक्रियासितम्बर १४, २01७ को ९:११ अपराह्न प्रतिक्रिया |
चार धाम पर उत्तराखंड सरकार और पुरोहित जटिल द्वंद्व में | खबरी : हर खबर पर नज़र्होम ब्रेकिंग न्यूज़ चार धाम पर उत्तराखंड सरकार और पुरोहित जटिल द्वंद्व मेंपोस्टेड बाय: खबरीडिटोरों: अप्रैल १८, २०२० इन: ब्रेकिंग न्यूज़टैग्स: नो कम्मंटउत्तराखंड में कोरोना आपदा के बीच परंपरागत तरीके से चार धाम कपाट खुलने और राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ श्रद्धालुओं की पहुंच और पर्यटन राजस्व के सवाल पर प्रदेश सरकार और राज्य तीर्थ पुरोहित के हित आमने-सामने आ खड़े हुए हैं। कोरोना संक्रमण के बीच जहां सरकार सोशल डिस्टेंसिंग व लॉकडाउन जारी रहते तमाम तरह की बंदिशों के साथ इस महामारी से आम लोगों के बचाव में जूझ रही है, इसी बीच कपाट खुलने की धार्मिक औपचारिकताओं ने महाराष्ट्र में फंसे केदारनाथ धाम प्रमुख रावल भीमाशंकर लिंग और केरल में फंसे बदरीनाथ धाम प्रमुख रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी के उत्तराखंड पहुंचने से लेकर तीर्थ पुरोहितों के ऑनलाइन पूजा के विरोध के मद्देनजर किसी साफ निर्णय में भारी द्वंद्व बना हुआ है। कोरोना अटैक से लोगों को बचाना और धार्मिक जनभावना, दोनो को एक साथ साधना सरकार के लिए बड़ी चुनौती मानी जा रही है। फिलहाल, सरकार और पुरोहित पक्षों के बीच मामले की जटिलता सुलटाने को लेकर एक जतन टिहरी राजपरिवार की मध्यस्थता का नजर आ रहा है। केदारनाथ धाम के कपाट २९ और बदरीनाथ धाम के कपाट ३० अप्रैल को खुलने हैं। राज्य के बाकी दो अन्य धामों यमुनोत्री और गंगोत्री के मुख्य पुजारी स्थानीय हैं।ऐसे में लॉकडाउन के बीच इस यात्रा के पूर्वघोषित तिथि पर शुरू हो पाने को लेकर संशय के बादल अभी तक नहीं छंटे हैं। उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट मानना है कि टिहरी राजपरिवार मौजूदा रावल से पूजा कराने की तारीख को बदल सकता है। पूजा का अधिकार स्थानीय ब्राह्मण को भी दिया जा सकता है। केदारनाथ धाम में भी रावल के प्रतिनिधि के जरिए पूजा कराने का विकल्प सरकार ने खुला रखा है। नवगठित देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कमिश्नर गढ़वाल के ऑनलाइन पूजा संबंधी बयान का चार धाम तीर्थ पुरोहित विरोध कर रहे हैं। देवभूमि तीर्थ पुरोहित हकहकूक धारी महापंचायत का कहना है कि चारधाम में पूजा आदि गुरु शंकराचार्य की परंपरा के मुताबिक होती आ रही है। ऐसे में ऑनलाइन पूजा गैरपारंपरिक है। एक बात और, सन् १९३९ के श्रीबदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के ऐक्ट में उल्लिखित एक विकल्प किसी ब्रह्मचारी सरोला ब्राह्मण से पूजा कराने का भी विचारणीय है। उत्तराखंड देवस्थानाम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम की पूजा अर्चना के लिए टिहरी के राजा की ओर से दूसरे विकल्प की भी व्यवस्था है।यद्यपि, इस बीच राज्य के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि दोनों धामों बदरीनाथ और केदारनाथ के रावल उत्तराखंड के लिए रवाना हो चुके हैं लेकिन नियमानुसार उन्हे १४ दिन के लिए क्वारंटीन किया जाना हो, ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या पूर्व निर्धाति तिथि तक यह सब संभव हो सकेगा। सतपाल महाराज अपने एक ताजा बयान में दोहरा चुके हैं कि दोनों रावलों का यहां पहुंचते ही पहले कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। इसके बाद सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। स्वास्थ्य परीक्षण और टेस्ट निगेटिव होने पर ही रावल पूजा में भाग ले पाएंगे। इससे पहले रावल भीमाशंकर लिंग लॉकडाउन में सड़क मार्ग से केदारनाथ पहुंचने की इजाजत के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं और बदरीनाथ प्रमुख रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी को उत्तराखंड ले आने के लिए उत्तराखंड के मुख्य सचिव केरल के मुख्य सचिव और केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय को पत्र भेज चुके है। दोनो रावल कोरोना परीक्षण से गुजरते हैं तो समय पर दोनों धामों में आदि शंकराचार्य की परंपरानुसार पूजा कौन कराए, सवाल सरकार के गले में फंसा पड़ा है। फिलहाल, इस पेंच पर टिहरी राजपरिवार मध्यस्थ बना हुआ है। सरकार उसी के फैसले को प्राथमिकता दे सकती है। यह भी लगभग तय है कि लॉकडाउन के बीच कपाट खुलने पर भी वहां आम श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती है। धामो तक श्रद्धालुओं के पहुंचने की राह में एक अड़चन बर्फबारी भी है, जिससे निपटने में सरकारी अमला जुटा हुआ है। |
रिंगन - मूवी रेवीव - जयेश शत्रुघ्न मेस्त्रीमकरंद मानेरिंगन:श्रद्धा और सबूरी का जीवन चक्ररिंगन (रिंगण) का मतलब होता है चक्र. रिंगन एक वारकरी परंपरा का खेल भी है. पालखी के चारो ओर गोलाकार घुमना - इस तरीके से ये खेल खेला जाता है. मुझे लगता है इस खेल का अर्थ हमारे जीवन से है. हम जीवन भर सुख या भगवान की खोज में गोलाकार घूमते रहते है. मगर सुख या भगवान तो हमारे भीतर है. रिंगन के भीतर जो पालखी होती है वही हमारा मन है और मन में ही सुख है.मकरंद माने की पहली फिल्म है रिंगन जिसने राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार जीते हैं. ये आश्चर्य की बात है जिस फिल्म को २०१५ में पुरस्कार मिला वो फिल्म २०१७ में रिलीज हुई. ये मराठी फिल्मी जगत की त्रासदी है. रिंगन की कथा अर्जुन मगर (शशांक शेंडे) और उसका बेटा अभिमन्यु उपनाम आबडू (साहील जोशी) की है. अर्जुन ने अपनी जमीन साहूकार के पास गिरवी रखी है. अर्जुन की पत्नी का देहांत हो चुका है. उसके पास जीवन जीने के साधन नहीं हैं. उसके जीने की एकमात्र वजह है उसका बेटा आबडू. रिंगन की शुरुआत एक दुस्वप्न से होती है. जहां अर्जून बंजर भूमि में दौड रहा है और एक वृक्ष के पास आकर रुकता है. उस वृक्ष की शाखाओं पर कई लोग लटके है. ये दृश्य हमे महाराष्ट्र के किसानों की परिस्थिति का एहसास दिलाता है. पहले ही दृश्य में मकरंद माने निर्देशकीय कुशलता से समीक्षको का दिल जीत लेते हैं. इस दृश्य की नीरवता बहुत कुछ कह जाती है. आबडू एक प्यारा सा छोटा बच्चा है, जिसे लगता है कि उसकी मां भगवान के घर गई है. इसलिए वो अपने पिताजी से मां को वापस घर लाने की बात कहता रहता है. साहूकार से जमीन छुड़ाने के लिए अर्जुन अपने रिश्तेदारों से पैसे मांगता है. मगर जब उसकी सारी उम्मीदे हार जाती है, तब वो भगवान के घर यानी पंढरपुर चला जाता है. आबडू को लगता है कि पंढरपुर में ही उसकी मां रहती है. अब सफर शुरू होता है श्रद्धा और सबूरी का.हम हिंदुस्थानी लोग व्यावसायिक और कलात्मक फिल्मो में बड़ा भेदभाव करते है. मुझे लगता है कि हर निर्माता पैसे कमाना चाहता है. इसलिए सारी फिल्मे व्यावसायिक होती है. रिंगन जैसी फिल्मों में झूठे दृश्य नहीं होते. बल्कि मानव जीवन का अन्तर्भाव होता है. फिल्म की कथा जितनी सरल है, उतनी ही सरल उसकी पटकथा है. शुरुआत से लेकर अंत तक फिल्म की पटकथा भटकती नही है. पटकथा फिल्म के विषय के साथ न्याय करती है. अर्जुन का सामान चोरी होना, भिखारी के साथ भीख मांगना, रास्ते पर पड़ी विठ्ठल की मूर्ती के साथ बाते करना, वेश्याओं की बस्ती की दिखावट, हर दृश्य बेहतरीन है. इस फिल्म में कुछ हास्य दृश्य है. हालांकि यह दृश्य देखकर हम हंस हंस कर पागल नहीं होते. मगर हमारे चेहरे पर प्रसन्नता की मुस्कुराहट जरुर खिलती है. अबड्या जिस तरह से अपनी मां को वेश्याओं की बस्ती में खोजता है, ये दृश्य बड़े ही दिलचस्प है. मकरंद माने अबड्या की मासूमियत कायम रखते है.अगर हम किरदारों की बात करें, तो शशांक शेंडे एक बेहतरीन कलाकार है. महाराष्ट्र के बेबस किसान पिता का किरदार उन्होने इस तरह से निभाया है कि हमे कही पर भी शशांक शेंडे नजर नही आते. वो पूरी फिल्म में अर्जुन मगर ही लगते है. ये उनके अभिनय की खूबी है. अबड्या का किरदार निभाने वाले साहील जोशी ने दर्शकों का दिल जीत लिया है. बाकी के किरदार जैसे वेश्या (कल्याणी), मूर्तिकार निलेश (अभय महाजन), अर्जुन का सहकर्मी (सुहास शिरसाट) फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. उन किरदारों का फिल्म में होना महत्वपूर्ण है. कहानी आगे बढ़ाने के लिये ये किरदार फिल्म में नहीं है. बल्कि ये किरदान इस कहानी का हिस्सा है और वो कहानी को आगे बढ़ाते है. हर किरदार कुछ ना कुछ कह जाता है. वेश्या की मजबूरी, निलेश का अबड्या को मार्गदर्शन करना, अर्जुन का मजेदार स्वभाव किरदारो को जीवित करता है. फिल्म के लोकेशन्स हमे पंढरपुर के पावन क्षेत्र में ले जाते है. छायांकन भी सुंदर है, हर दृश्य जीवित लगता है. फिल्म का संगीत भी बेहतर है.मनोरंजन के साथ फिल्म हमे संदेश भी देती है. लेकिन ये संदेश हमे कथा के रूप में मिलता है. फिल्म बिलकुल उपदेशात्मक नही है. श्रद्धा और सबूरी जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. हमे कौनसे पथ पर चलना है इसका निर्णय हमे लेना है. मगर उस पथ पर हमें श्रद्धा होनी जरूरी है. अगर मन में श्रद्धा ना हो तो जीवन कृश हो जाता है. ये श्रद्धा केवल भगवान के लिये नही. ये श्रद्धा जीवन के लिये है, ये श्रद्धा आशा के लिये है. श्रद्धा और सबूरी का जीवन चक्र है. संक्षेप में, रिंगन एक उत्कृष्ट फिल्म है. |
२० हजार करोड़ रुपए के हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का खुलासा लाटेस्ट न्यूज हेडलींस इन हिन्दी ऑन हिन्दुस्तान प्रतिज्ञाहिंदी न्यूज / देश दुनिया / राष्ट्रीय / २० हजार करोड़ रुपए के हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का खुलासा२० हजार करोड़ रुपए के हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का खुलासाहिन्दुस्तान प्रतिज्ञा २ वीक्स एगोराष्ट्रीय लीवे आ कमेंट १२ वियूजनई दिल्ली. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सोमवार को हवाला कारोबार के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया। यह गिरोह दिल्ली में करीब २० हजार करोड़ रुपए का मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट चला रहा था। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पुरानी दिल्ली के विभिन्न कारोबारी क्षेत्रों में कुछ हफ्तों के दौरान छापे मारे गए थे। इसमें हवाला कारोबार के तीन गिरोह का पता चला। हालांकि, उन्होंने आरोपियों की पहचान नहीं बताई।एक अधिकारी ने कहा कि नया बाजार इलाके में सर्वे में १८ हजार करोड़ रुपए के फर्जी बिल मिले। कई फर्जी इकाइयों के जरिए ये बिल उपलब्ध कराए जा रहे थे।दूसरे मामले में एक बेहद संगठित मनी लॉन्ड्रिंग गिरोह का पता चला। ये लोग बड़ी कंपनियों के शेयरों को धोखाधड़ी के जरिए वर्षों से रखे गए पुराने शेयर बताकर बेच रहे थे। इस तरीके से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स का फर्जी दावा कर रहे थे। अनुमान है कि इस तरीके से एक हजार करोड़ से अधिक का घोटाला किया गया।तीसरे गिरोह के पास अघोषित विदेशी बैंक खाता पाया गया। यह निर्यात का कीमत से अधिक बिल बनाकर जीएसटी के तहत फर्जी रिफंड दावा करते थे। अनुमान के अनुसार ये फर्जी निर्यात १,५०० करोड़ रुपए से अधिक के हैं।इट डिटेक्ट्स र्स १८000 करोड बोगस बिलिंग स्कम इन दिल्हिप्रेवियस पहली बार शादी करने पर बिना ब्याज २5 लाख का कर्ज मिलेगा; ३ बच्चे होने पर लोन माफ, उम्रभर टैक्स नहींनेक्स्ट १00 से अधिक जनजातीय समुदायों का समागम; पारंपरिक नृत्यों की दिखेगी झलकराहुल गांधी के साथ मंच साझा कर सकते हैं महागठबंधन में शामिल दलों के नेतावेथर रिपोर्ट तोडे/अमृतसर का आज का तापमान अभी ८च है, अमृतसर का कल का न्यूनतम तापमान ९च और अधिकतम तापमान १९च था |
भारतीय संविधान हिन्दी क्वेस्शन -पार्ट २ : इंडियन पोलिटी क्विज़ | फ़्री ऑनलाइन प्रैक्टिस टेस्ट्भारतीय संविधान हिन्दी क्वेस्शन -पार्ट २ : इंडियन पोलिटी क्विज़्नामे: भारतीय संविधान हिन्दी क्वेस्शन -पार्ट २ : इंडियन पोलिटी क्विज़्कान्ग्रातुलशन्स!!!" भारतीय संविधान हिन्दी क्वेस्शन -पार्ट २ : इंडियन पोलिटी क्विज़ "निम्नलिखित मौलिक अधिकरो में किसको निवारक नजरबंदी अधिनियम द्वारा नियंत्रित किया गया है-संविधानिक उपयारो का अधिकारसवतंत्रता का अधिकारनिम्नलिखित में से कौन सी व्यवस्था विधि द्वारा सासन सिद्धांत के विपरीत है-विधि (कानून) के समक्ष समानताविशेषाधिकार तथा प्रतिरक्षाभारतीय संविधान का अनुच्छेद १४ भारतीय नागरिको को गारंटी देता है-कानून के समान समानता कीआर्थिक संसाधनों के सामान वितरण कीकानून के सामने समानता और कानूनों की समन सुरक्षा कीभारतीय संविधान का अनुच्छेद १९ प्रदान करता है-६ स्वतंत्रताओ की७ स्वतंत्रताओ की८ स्वतंत्रताओ की९ स्वतंत्रताओ कीशब्द चौथी सत्ता का प्रयोग किसके लिए होता है-प्रेस और समाचार पत्रकिसी धर्म-विशेष के संवर्धन करों के भुगतान की अनिवार्यता से मुक्ति की गारंटी दी गई हैअनुच्छेद २5 द्वाराअनुच्छेद २६ द्वाराअनुच्छेद २७ द्वाराअनुच्छेद २८ द्वाराअल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा पर किस अनुच्छेद में विचार किया गया है?भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद अस्पृश्यता का उन्मूलन करना है-निम्नलिखित में से कौन-सा अधिकार एक राजनितिक अधिकार है-कानून के सामने समाता का अधिकारनिम्न में से कौन-सा मौलिक अधिकार नहीं है?शोषण के प्रति अधिकारकतिपय मौलिक अधिकार नहीं दिए जाते-दिवालिया व्यक्तियों कोवेदेशियों कोअसाध्य रोगों से ग्रस्त व्यक्तियों कोराजनीति के पीडितो कोनिम्न में से कौन-सा भारत के सविधान द्वारा प्रत्याभूत मौलिक अधिकार है-शासन का अधिकारमत देने का अधिकार किस कोटि से सम्बंधित है?निम्नलिखित में कौन एक राजनितिक अधिकार है?भारत के संविधान में शामिल राज्य नीति के निदेशक सिद्धांतों की अवधारणा किसके संविधान से ली गई है-यु.एस.एहमारे संविधान में निदेशक सिद्धांत-क़ानूनी न्यायालियो द्वारा प्रवर्तनीय हैअर्थ प्रवर्तनीय हैक़ानूनी अदालतों द्वारा अप्रवर्तनीय हैसरकार की राष्ट्रपति प्रणाली के अधीन कार्यकारिणी के सदस्यविधानमंडल के दोनों सदनों से किये जाते हैकेवल लोक सभा के होते हैविधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हो |नियुक्ति के बाद विधानमंडल के सदस्य बनाते हैउपराष्ट्रपति पदेन अध्यक्ष है-राज्य सभा कालोक सभा काजब भारत के उपराष्ट्रपति को राष्ट्रपति के स्थानापन्न रूप में काम करना होता है तो उन्हें किसका वेतन प्राप्त होता है-राज्य सभा के सभापति कासंसद के सदस्य काराज्य सभा के सभापति तथा राष्ट्रपति दोनों काभारत के उप- राष्ट्रपति को कौन निकाल सकता है?मंत्रिपरिषद की सलाह से राष्ट्रपतिराष्ट्रपति की सम्मति से लोकसभालोकसभा की सहमति से राज्यसभाराष्ट्रपति की सहमती से राज्यसभाप्रेवियस आर्टिक्लिंपोर्तंट हिस्ट्री क्वेस्शन अस्केड इन एक्सम : हिस्ट्री क्विज़ ३नेक्स्ट आर्टियलनीति निदेशक तत्व : भारतीय संविधानधनी सोनेकर जान ९, २0१८ एट ९:5७ अमक ल लीकीकोनोमी क्विज़ फॉर कम्पेटिशन १ |
११:३१: प्म थुरदय जुलाई २, २०२०पोस्टेड ऑन मई २9, २०२० एट ५:३९ प्म बाय न्यूज गंजनई दिल्ली। देश की राजधानी में कोरोना वायरस विकराल रूप धारण करता जा रहा है । पिछले २4 घंटों में वायरस के रिकॉर्ड ११०6 मामले सामने आए हैं और संक्रमितों का आंकड़ा १७ हजार को पार कर गया है। इस दौरान 8२ मरीजों की मौत से मरने वालों की कुल संख्या ३९8 पर पहुंच गई है।स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बताया कि पिछले २4 घंटों में वायरस के ११०6 मामले आए और कुल संख्या १७386 पर पहुंच गईस्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि पिछले २4 घंटों में वायरस के ११०6 मामले आए और कुल संख्या १७386 पर पहुंच गई। श्री जैन ने बताया कि दिल्ली में कोरोना मृतकों की कुल संख्या ३९8 हो गई है। गुरुवार को यह संख्या ३१6 थी। इस प्रकार पिछले २4 घंटों में 8२ मरीजों के मौत की पुष्टि सरकार ने की है।दिल्ली में वायरस से ७८४६ लोग स्वस्थ हो चुके हैं, फिलहाल ९१४४ मामले सक्रियउन्होंने कहा कि दिल्ली में वायरस से ७८४६ लोग स्वस्थ हो चुके हैं। फिलहाल ९१४४ मामले सक्रिय हैं। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में मौत की संख्या एकदम बढ़ने पर कहा कि १३ की मौत पिछले २4 घंटों में हुई है जबकि ६९ की रिपोर्ट ३४ दिन से लंबित थी। श्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में स्वस्थ होने वालों का प्रतिशत ५० है । स्थिति नियंत्रण में है। गुरुवार को संक्रमण के 1०२4 मामले आए थे।२4 घंटों में कोरोना के रिकॉर्ड ११०6 मामलेबिजनौर। यूपी के बिजनौर जिले में मंगलवार को सीजेएम अदालत में पेशी पर लाए गए हत्या के आरोपी तीन बदमाशोंसांवले रंग और बेटी जनने पर घर से बेदखल बहू, अब जज बनकर देगी पीड़ितों को न्यायपटना। केंद्र की मोदी सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से लेकर स्त्री सशक्तीकरण के तमाम नारों और जागरूकता संदेशसमाज के साथ हो रहे अन्याय व उत्पीड़न को लेकर यादव महासभा करेगी संघर्षपोस्टेड बाय रबिया अंजुम - फेब्रुवारी 1५, २०२० ०लखनऊ। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जगदेव सिंह यादव ने कहा है कि किसी भी वर्ग के साथ |
नई दिल्ली। आज के समय में आधार कार्ड (आधार) भारतीय नागरिकों के लिए बहुत जरूरी हो गया है तो इससे जुड़ी सभी जानकारियों से अवगत रहना भी आवश्यक है। अगर आपको आधार संबंधित किसी भी तरह की जानकारी चाहिए तो आप भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (उईदाई) के सर्विस पोर्टल पर जाकर हासिल कर सकते हैं। यूआईडीएआई की तरफ से जारी १२-अंकों का आइडेंटिफिकेशन नंबर ही आधार नंबर है। आज हम आपको ५ उन सर्विस के बारे में बता रहे हैं, जिनका लाभ आप ऑनलाइन उठा सकते हैं।एड्रेस ऑनलाइन कर सकते हैं अपडेट: अगर आपने एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किया है तो आपका एड्रेस बदल गया होगा। ऐसे में आप सीधे वैध दस्तावेजों के साथ या पते के सत्यापन पत्र के साथ ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। उईदाई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर, वहां 'माई आधार' टैब के तहत 'अपडेट योर एड्रेस ऑनलाइन' का चयन करें। अपने १२ अंकों वाले आधार नंबर या १६ अंकों की वर्चुअल आईडी के साथ पेज पर वेरिफिकेशन के लिए कैप्चा दर्ज करें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करें।चेक आधार स्टेट्स: आपने आधार के लिए आवेदन किया हुआ है और अब तक आपको यह प्राप्त नहीं हुआ है तो आप ऑनलाइन इसका स्टेटस चेक कर सकते हैं। उईदाई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर 'माई आधार' टैब से 'अपडेट योर आधार' का चयन करें। आधार जेनरेट हुआ है या नहीं इसके लिए एनरोलमेंट आईडी और सिक्योरिटी कोड दर्ज करें और स्टेट्स चेक करें।आधार रीप्रिंट के लिए रिक्वेस्ट: आधार रीप्रिंट के लिए 'माई आधार' टैब के तहत 'ऑर्डर आधार रीप्रिंट' का चयन करें। आधार नंबर और जरूरी जानकारी दर्ज करने के बाद वर्तमान मोबाइल नंबर को वेरिफाई करें। अब पेमेंट करने के बाद एसआरएन मिलेगा। इसके बाद आधार लेटर मेंबर के रजिस्टर्ड पते पर पहुंचा दिया जाएगा।लॉक आधार बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन: वेबसाइट पर जाकर 'माई आधार' टैब के तहत 'लॉक / अनलॉक बायोमेट्रिक्स' का चयन करें। सिक्योरिटी कोड के साथ अपना आधार यूआईडी / वीआईडी दर्ज करें और 'सेंड ओटीपी' पर क्लिक कीजिए। ओटीपी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। ओटीपी दर्ज कीजिए और 'सबमिट' पर क्लिक कीजिए। जरूरी जानकारी दर्ज करें और बायोमेट्रिक लॉक को एक्टिवेट करने के लिए 'इनेबल' पर क्लिक करें।बायोमेट्रिक को अनलॉक करें: उईदाई की वेबसाइट पर लॉग इन करें और 'अनलॉक' पर क्लिक करें। जरूरी जानकारी दर्ज करें और आगे बढ़ने के लिए 'डिसेबल' पर क्लिक करें। इसके बाद यूआईडीएआई से मैसेज आएगा कि 'योर बायोमेट्रिक लॉक इस डिसेबल्ड'।मोर इन तीस कैटेगरी: जून तक वित्तीय लेखाजोखा तैयार करे एयर इंडिया, विनिवेश प्रक्रिया तेज होगीसिलिकॉन वैली में बनेगा नया स्टॉक एक्सचेंज, अमेरिकी नियामकों ने दी मंजूरी |
बिजनेस स्टैंडर्ड - एफपीआई को लक्षित कर नहीं लगाया करमोंड्य, सिप्तंबर २३, २०१९ ०२:२६ आम इंग्लिश | हिंदीएजेंसियां / नई दिल्ली जुलाई ०९, २०१९नई कर व्यवस्था को लेकर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की कड़ी आलोचनाओं को सामना कर रही केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि अमीर व्यक्तियों पर ज्यादा कर एफपीआई को निशाना बनाने के लिए नहीं लगाए गए हैं। केंद्र के मुताबिक कम दर से कर चुकाने लिए विदेशी निवेशकों के पास कॉरपोरेट कंपनी के रूप में खुद को बदलने का विकल्प भी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ५ जुलाई को अपने पहले बजट भाषण में अत्यधिक अमीर लोगों द्वारा दिए जाने वाले आयकर पर अधिभार बढ़ा दिया था।हालांकि, ४० फीसदी एफपीआई स्वत: उच्च कर दर वाले स्लैब में आ गए हैं क्योंकि वे न्यास या व्यक्तियों के संघ (एओपी) जैसी गैर-कॉरपोरेट संस्थाओं के रूप में निवेश करते रहे हैं। आयकर कानून के मुताबिक कराधान के लिए इन्हें व्यक्ति के तौर पर ही वर्गीकृत किया गया है। सरकार के एक शीर्ष सूत्र ने कहा, ऐसी तस्वीर पेश की जा रही है कि सरकार ने केवल एफपीआई पर अधिभार में वृद्धि कर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को निशाने पर लिया है। यह पूरी तरह गलत है। सभी अमीर व्यक्तियों एवं गैर-कॉरपोरेट संस्थाओं पर अधिभार में वृद्धि की गई है, चाहे वह घरेलू निवेशक हों या विदेशी, एफपीआई या एफआईआई। कंपनियों के लिए अधिभार नहीं बढ़ाया गया है, चाहे वे घरेलू हों या विदेशी। सीतारामन ने अपने बजट प्रस्ताव में दो करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये की सालाना आमदनी वाले व्यक्तियों पर अधिभार 1५ से बढ़ाकर 2५ फीसदी कर दिया है। इसके अलावा पांच करोड़ रुपये से अधिक की कमाई वालों पर अधिभार बढ़ाकर ३७ फीसदी कर दिया गया है। इससे इन दोनों समूहों के लिए प्रभावी कर ३९ फीसदी और ४२.७४ फीसदी हो गया है। सूत्र ने कहा कि सभी तरह की व्यक्तिगत आय पर अधिभार में वृद्धि की गई है, चाहे वह आमदनी वेतन के जरिए प्राप्त हो या बचत, ब्याज, म्युचुअल फंड, शेयर बाजार या एफऐंडओ, एलटीसीजी, एसटीसीजी में कारोबार या किसी अन्य माध्यम के जरिए। यह सभी व्यक्तियों पर लागू है, जो फंड या एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स या ट्रस्ट के तौर पर क्यों न हो।एक सूत्र ने कहा, एफपीआई एफडीआई नहीं है। किसी विदेशी निवेशक के पास दो विकल्प हैं - वह गैर-कॉरपोरेट इकाई मसलन ट्रस्ट, एओपी या कॉरपोरेट कंपनी के तौर पर आ सकते हैं। गैर-कॉरपोरेट इकाइयों पर भारत में व्यक्ति की तरह कर लगता है। शेयर या एफऐंडओ बाजार में लेनदेन करने वाले एफपीआई ने कंपनी मार्ग के बजाय ट्रस्ट के तौर पर आना पसंद किया है, लिहाजा इन पर स्वत: ही व्यक्ति की तरह की कर लगेगा। कंपनियों के पूंजीगत लाभ पर अधिभार कम है और इस वजह से एफपीआई कंपनी के तौर काम करना पसंद कर सकते हैं, अगर वे चाहते हैं कि उन पर कम अधिभार लगे। उन्होंने कहा कि करीब ६० फीसदी एफपीआई/एफआईआई ने कंपनी मार्ग अपनाया है और कम अधिभार चुका रहे हैं।हालांकि वे दोनों विकल्प नहींं अपना सकते - व्यक्तिगत स्तर पर लाभ और कंपनी के तौर पर लाभ। ५ करोड़ रुपये से ज्यादा आय वाले व्यक्तियों पर लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ कर की दर १२ फीसदी से बढ़कर १४.५ फीसदी हो जाएगी, वहीं अल्पावधि वाले पूंजीगत लाभ कर की दर १७.९ फीसदी से बढ़कर २१.४ फीसदी हो जाएगी। कंपनियों के लिए अधिभार में इजाफा नहींं किया गया है। कंपनी के तौर पर निवेश का विकल्प उपलब्ध है, कई एफपीआई ने केमन द्वीप व लक्जमबर्ग की तरह कम कर या शून्य कर के लिए ट्रस्ट का मार्ग अपनाया है। उधर कई वैश्विक फंडों ने हर वर्ग के निवेशित फंडों के लिए अलग ढांचा बनाने की खातिर कॉरपोरेट इकाइयां सृजित की है और सूत्रों ने कहा कि ट्रस्ट के ढांचे के जरिये वे अपने-अपने देशों में कर परिमार्जन का फायदा उठा रहे हैं।उन्होंने कहा, देसी निवेशकों के मुकाबले एफपीआई पर अधिभार की कम दर देसी निवेशकों के साथ विभेद करना होगा और जहां तक कर ढांचे का सवाल है, यह एकसमान मौका उपलब्ध कराना नहीं होगा। इससे हमारे कर ढांचे पर चोट पहुंचेगी। सूत्रों ने कहा, एफपीआई पर खास तौर से निशाना नहीं साधा गया है। व्यक्तियों, एचयूएफ व एओपी पर कर ढांचा एकसमान है। तत्काल कमाई के लिए विदेशी इकाइयां बॉन्ड, शेयर व अन्य प्रतिभूतियों में एफपीआई निवेश करती हैं और अल्पावधि में इसकी बिकवाली कर कमाई कर लेती हैं। यह अर्थव्यवस्था में लंबी अवधि का निवेश नहीं सृजित करता है। |
अश्विनी कुमार चौबे इन सितामढ़ी साइड रबरी इस सिस्टर इन लॉअश्विनी कुमार बोले- राबड़ी देवी भाभी जी हैं, घूंघट में रहें तो...अश्विनी कुमार बोले- राबड़ी देवी भाभी जी हैं, घूंघट में रहें तो ज्यादा अच्छा हैअप्रैल १४त, २०१९ ११:३१ इस्टनीतीश कुमाराराजदअश्विनी कुमार चौबेराबड़ी देवीअश्विनी कुमार चौबे ने राबड़ी देवी को लेकर विवादित बयान दिया है।अश्विनी कुमार ने कहा कि बेहतर होगा राबड़ी देवी घूंघट में रहें।राबड़ी देवी ने भी इस बयान को लेकर बीजेपी और अश्विनी कुमार पर निशाना साधा है।डिजिटल डेस्क, सीतामढ़ी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को लेकर विवादित बयान दिया है। अश्विनी कुमार ने कहा कि बेहतर होगा राबड़ी देवी घूंघट में रहें। इस बयान की काफी आलोचना की जा रही है। राबड़ी देवी ने भी इस बयान को लेकर बीजेपी और अश्विनी कुमार पर निशाना साधा है। अश्विनी कुमार शनिवार को बिहार के सीतामढ़ी पहुंचे थे।#वाच यूनियन मिनिस्टर अश्विनी कुमार चौबे इन सितामढ़ी सएस, "रबरी देवी जी को क्या कहियेगा, वो तोह भाभी जी हैं. में कहूंगा की आप घूँगत मैं ही रहिये तोह ज्यादा अच्छा हैं." #बिहार्पीक.ट्विटर.कॉम/बदक्क०इट८नदरअसल राबड़ी देवी ने कहा था कि बिहार में न्दा और नीतीश कुमार के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और नीतीश फिर से राजद से संबंध बढ़ाना चाहते हैं। मीडियाकर्मियों द्वारा इस संबंध में प्रश्न पूछे जाने पर अश्विनी कुमार ने इसे खारिज कर दिया। अश्विनी ने राबड़ी पर निशाना साधते हुए कहा, राबड़ी देवी जी को क्या कहिएगा, वो तो भाभी जी हैं। मैं कहूंगा की आप घूंघट में ही रहिए तो ज्यादा अच्छा है।अश्विनी कुमार के इस बयान पर राबड़ी देवी ने कड़ी आपत्ति जताई है। राबड़ी देवी ने कहा, बीजेपी का नारा है 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', लेकिन बेटियों का ऐसा अपमान हो रहा है? यह सभी महिलाओं का अपमान है। मैं अश्विनी कुमार से पूछना चाहती हूं कि क्या वह बीजेपी में महिला नेताओं को घूंघट और घर में रहने को कहेंगे?इससे पहले राबड़ी देवी ने दावा किया था कि कुछ समय पहले नीतीश कुमार महागठबंधन में वापस आना चाहते थे। इसके लिए चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने पांच बार उनसे मुलाकात की थी और नीतीश को पीएम बनाने का प्रस्ताव रखा था। राबड़ी देवी ने कहा था कि प्रशांत ने उनसे यह भी दावा किया था कि जदयू और बीजेपी के बीच सब ठीक नहीं चल रहा। अश्विनी कुमार चौबे का बयान इसी को लेकर था।तेज प्रताप से राबड़ी की अपील, बहुत हो गया बेटा अब घर वापस आ जाओउब्री |
चीन फिट जाज २०१४ कार स्टीरियो निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरीफिट जाज २०१४ कार स्टीरियो - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से(फिट जाज २०१४ कार स्टीरियो के लिए कुल २४ उत्पादों)फिट जेज २०१४ के लिए डबल डिन कार स्टीरियोएंड्रॉइड ७.१ और नब्स्प; डबल & नब्स्प; चित्र ; एंड्रॉइड ७.१ और एफआईटी जज २०१४ के लिए डबल डिन कारफिट जाज २०१४ कार स्टीरियो विटारा 20१७ कार स्टीरियो सिविक 20१6 कार स्टीरियो विटारा 20१5-20१७ कार स्टीरियो सिविक कार स्टीरियो विआन कार स्टीरियो कम्पास कार स्टीरियो एमएल क्लास व१64 कार स्टीरियो |
ओमेगल हैनकॉक काउंटी. गुमेगल. नि: शुल्क चैट हैनकॉक काउंटी. यादृच्छिक हैनकॉक काउंटी चैट.आपका स्वागत है ओमेगल हैनकॉक काउंटीगुमेगल सबसे अच्छा चैट और ओमेगल हैनकॉक काउंटी वैकल्पिक है. दुनिया भर से लोगों के साथ बातचीत कर रही मज़े. नि: शुल्क चैट जिसमें आप निम्नलिखित बातें कर सकते हैं- लोगों के सभी प्रकार के साथ मुक्त करने के लिए चैट करें. यह निर्दिष्ट करने के लिए, 'सेटिंग' के लिए जाना.- 'वीडियो' मोड में वेब कैमरा के साथ चैट करें.- हर क्लिक पर सब जीवन के लिए एक असली प्यार या एक सबसे अच्छा दोस्त से मिलो.- कोई सूक्ष्म और 'पाठ' मोड में कोई वीडियो के साथ गुमनाम चैट.- जासूस दूसरों वीडियो चैट आप अनुमति दी जाती है गुमनाम अगर.- दुनिया भर से शानदार लोगों से मिलो.- आप 'सेटिंग' में परिवर्तन यह जासूसी नहीं बनना चाहती हैं, तो ऐसा.'प्रेस फ२' शुरू या 'आरंभ' पर क्लिक करें. |
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया का एलान, देखें किस-किस को मिला मौकाइंड व्स वी: वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया का एलान, देखें किस-किस को मिला मौकाबाय सौरभ शर्मा ऑक्ट ११, २०१८ १३:२० प्म११ अक्टूबर,(क्रिकेटन्मोर)। वेस्टइंडीज के खिलाफ शुक्रवार (१२ अक्टूबर) से हैदराबाद में खेले जाने वाले दूसरे और फाइनल टेस्ट मैच के लिए १२ सदस्यीय भारतीय टीम का एलान कर दिया गया है। राजकोट टेस्ट मैच में भी भारत ने २४ घंटे पहले ही १२ सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी थी।पहले टेस्ट मैच में फ्लॉप रहे केएल राहुल की टीम में जगह बरकरार है जबकि मयंक अग्रवाल को दूसरे टेस्ट मैच में भी मौका नहीं मिला है। पहले टेस्ट मैच के प्लेइंग इलेवन के अलावा सिर्फ तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को ही दूसरे मैच के लिए १२ सदस्यीय टीम में चुना गया है।गौरतलब है कि बतौर कप्तान विराट कोहली ने अपने पहले ३८ टेस्ट मैचों में अलग-अलग प्लेइंग इलेवन के साथ उतरे थे। लेकिन इंग्लैंड दौरे में उन्होंने लगातार दो मैचों में एक ही प्लेइंग इलेवन को खिलाया था। इसके बाद यह दूसरा मौका होगा,जब कोहली प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं करेंगे।हैदराबाद टेस्ट के लिए १२ सदस्यीय भारतीय टीमविराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल, पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, रवि अश्विन, कुलदीप यादव, मोहम्मद शामी, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुरटीम इंडिया फॉर थे २न्द टेस्ट अगेंस्ट विंडीज एट हैदराबाद |
बोसॉन के जनक : सत्येन्द्र नाथ बोस | विज्ञान विश्वआशीष श्रीवास्तव / जनवरी २, २0१६सत्येंद्रनाथ बोस,सत्येन्द्र-नाथ-बोससत्येंद्र नाथ बोस प्रसिद्ध गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री थे। भौतिक शास्त्र में दो प्रकार के अणु माने जाते हैं- बोसॉन और फर्मियान। इनमें से बोसॉन सत्येन्द्र नाथ बोस के नाम पर ही है।सत्येंद्र नाथ बोस का जन्म १ जनवरी १८9४ को कोलकाता में हुआ था। मृत्यु ४ फ़रवरी १97४ को हुयी थी।सत्येन्द्र नाथ बोस के सम्मान में जारी डाक टिकटजीवन घटना क्रम१97४: ४ फ़रवरी १97४ को कोलकाता में उनका निधन हो गया\सत्येन्द्र नाथ बोस का जन्म १ जनवरी १८9४ को कोलकाता में हुआ था। उनके पिता सुरेन्द्र नाथ बोस ईस्ट इंडिया रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत थे। सत्येन्द्र अपने सात भाइयों-बहनों में सबसे बड़े थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनके घर के पास ही एक सामान्य स्कूल में हुई थी। उसके बाद उन्होंने न्यू इंडियन स्कूल और फिर हिंदू स्कूल में दाखिला लिया। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कोलकाता के प्रसिद्ध प्रेसीडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया। उनके बारे में एक दिलचस्प बात ये है की वो अपनी सभी परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक पाते रहे और उन्हें प्रथम स्थान मिलता रहा। उनकी इस प्रतिभा को देख लोग अक्सर ये कहते थे की वो आगे जाकर बड़े गणितज्ञ या वैज्ञानिक बनेंगे।बोस ने अपनी स्कूली शिक्षा हिन्दू हाईस्कूल कोलकाता से पूरी की उसके बाद प्रेसिडेंसी कॉलेज में प्रवेश लिया जहाँ पर उस समय श्री जगदीश चंद्र बोस और आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय जैसे महान शिक्षक अध्यापन करते थे। सत्येंद्र नाथ बोस ने सन् १9१३ में बी. एस. सी. और सन् १9१5 में एम. एस. सी. प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया। मेघनाथ साहा और प्रशांत चंद्र महालनोविस बोस के सहपाठी थे। मेघनाथ साहा और सत्येंद्र नाथ बोस ने बी. एस. सी. तथा एम. एस. सी. की पढ़ाई साथ-साथ की। बोस सदैव कक्षा में प्रथम स्थान पर और साहा द्वितीय स्थान पर रहते थे। उस समय भारत में विश्वविद्यालय और कॉलेज बहुत कम होते थे। अतः विज्ञान शिक्षा प्राप्त छात्रों का भविष्य बहुत निश्चित नहीं होता था। इसलिए बहुत सारे छात्र विज्ञान की बजाय दूसरे विषय को चुनते थे। परंतु कुछ छात्रों ने ऐसा नहीं किया। और ये वही लोग हैंजिन्होंने भारतीय विज्ञान में नये अध्याय जोड़े। सी. वी. रामन का जीवन इसका बहुत अच्छा उदाहरण है जो विज्ञान शिक्षा प्राप्त करने के बाद सरकारी नौकरी करने लगे, किंतु विज्ञान के लगाव के कारण नौकरी के साथ-साथ दस वर्षों तक शोधकार्य में भी लगे रहे और अवसर मिलने पर जमी जमायी सरकारी नौकरी छोड़कर पूरी तरह से विज्ञान की साधना में लग गये। सर आशुतोष मुखर्जी ने रामन को यह अवसर प्रदान किया और बोस एवं साहा की सहायता की। आशुतोष मुखर्जी पेशे से वकील थे जो आगे चलकर कोलकाता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने। उस समय बहुत कम भारतीय इतने ऊँचे पद पर पहुँच पाते थे। आशुतोष मुखर्जी अपने विषय में पारंगत थे और साथ ही वह विज्ञान में भी बहुत रुचि रखते थे तथा अपने अतिरिक्त समय में वे भौतिक-गणित पर व्याख्यान भी देते थे।सत्येंद्रनाथ बोस ने अपना कार्य क्षेत्र विज्ञान को चुना। जब बोस और साहा कोलकाता विश्वविद्यालय में पढ़ाते थे, उस समय बोस ने सोचा कि विज्ञान में कुछ नया करना चाहिए। बोस और साहा ने निश्चय किया कि पढ़ाने के साथ-साथ कुछ समय शोधकार्य में भी लगायेंगे। शोध के लिए नए-नए विचारों की आवश्यकता होती है इसलिए बोस ने गिब्बस और प्लांक की पुस्तकें पढ़ना शुरू किया। उस समय विज्ञान सामग्री अधिकांशत: फ़्रांसीसी या जर्मन भाषा में होती थी। अतः व्यक्ति को इन भाषाओं का ज्ञान होना आवश्यक था। बोस ने इन भाषाओं को न केवल बहुत जल्दी सीखा बल्कि उन्होंने इन भाषाओं में लिखी कविताओं का बांग्ला भाषा में अनुवाद भी करना प्रारंभ कर दिया था।प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ सत्येंद्रनाथ बोस, शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगालसन १9२१ में ढाका विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। कुलपति डॉ. हारटॉग ढाका विश्वविद्यालय में अच्छे विभागों की स्थापना करना चाहते थे। उन्होंने भौतिकी विभाग में रीडर पद के लिए सत्येन्द्र नाथ बोस को चुना। सन् १9२४ में साहा ढाका आए, जो कि उनका गृहनगर था और अपने मित्र बोस से भेंट की। बोस ने साहा को बताया कि वह कक्षा में प्लांक के विकिरण नियम को पढ़ा रहे हैं, परंतु इस नियम के लिए पुस्तकों में दी गई व्युत्पत्ति से वे सहमत नहीं हैं। इस पर साहा ने आइंस्टाइन और प्लांक के द्वारा हाल ही में किए गए कार्यो के प्रति बोस का ध्यान आकर्षित किया।बोस ने वर्ष १9२४ की शुरुआत में ढाका विश्वविद्यालय में २ वर्ष के अवकाश के लिए आवेदन किया था ताकि वे यूरोप जाकर नवीनतम विकास कार्यों की जानकारी ले सकें परंतु महीनों तक ढाका विश्वविद्यालय से कोई उत्तर नहीं आया और इसी दौरान बोस ने अपना सबसे प्रसिद्ध शोधपत्र लिखा जो उन्होंने आइंस्टाइन को भेजा और उनसे प्रशंसा-पत्र भी प्राप्त किया था। आइंस्टाइन जैसे महान वैज्ञानिक से प्रशंसा-पत्र प्राप्त करना ही अपने आप में बड़ी बात थी। जब बोस ने यह प्रशंसा-पत्र विश्वविद्यालय के कुलपति को दिखाया तब कहीं बोस को २ वर्ष के अवकाश की अनुमति मिली। यूरोप में लगभग दो वर्ष रहने के बाद सन् १9२६ में बोस ढाका विश्विद्यालय वापस लौट आए। ढाका लौटने के पश्चात बोस से उनके कुछ साथियों ने ढाका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन करने हेतु प्रेरित किया। किंतु प्रोफेसर के लिए पी-एच. डी. होना आवश्यक थी और बोस केवल स्नातकोत्तर थे। उनके मित्रों ने कहा कि आपको चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि अब आप विख्यात हो गए हैं और आप आइंस्टाइन को भी जानते है आप आइंस्टाइन से एक प्रशंसा-पत्र ले लीजिए। आइंस्टाइन ने तुरंत प्रशंसा-पत्र दे दिया परंतु उन्हें इस बात पर बड़ा अश्चर्य हुआ कि भारत में व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए काम के बजाय डिग्री के आधार पर नौकरी मिलती है।आइंस्टाइन और बोसअब बोस ने अपने तरीक़े से प्लांक के नियम की नयी व्युत्पत्ति दी। बोस के इस तरीक़े ने भौतिक विज्ञान को एक बिलकुल ही नयी अवधारणा से परिचित कराया। बोस ने इस शोधपत्र को फिलासॉफिकल मैगजीन में प्रकाशन के लिए भेजा परंतु इस बार उनके शोधपत्र को अस्वीकार कर दिया गया, जिससे बोस हतोत्साहित हुए क्योंकि उनका मानना था कि यह व्युत्पत्ति उनके पहले के कार्यों से कहीं ज़्यादा तार्किक थी। फिर बोस ने साहसिक निर्णय लिया। उन्होंने इस शोधपत्र को आइंस्टाइन के पास बर्लिन भेजा, इस अनुरोध के साथ कि वे इस शोधपत्र को पढ़ें एवं अपनी टिप्पणी दें और यदि वे इसे प्रकाशन योग्य समझें तो जर्मन जर्नल ज़ीटचरिफ्ट फर फिजिक में प्रकाशन की व्यवस्था करें। इस शोधपत्र को आइंस्टाइन ने स्वयं जर्मन भाषा में अनुदित किया तथा अपनी टिप्पणी के साथ ज़ीटचरिफ्ट फर फिजिक में अगस्त १9२४ में प्रकाशित करवाया। आइंस्टाइन ने इस शोधपत्र के सम्बंध में एक पोस्टकार्ड भी भेजा था जो बोस के लिए बहुत अधिक उपयोगी सिद्ध हुआ।बोस-आइंसटाइन साँख्यिकी सिद्धांतग्रहों और उनके सम्बंधों को समझने के लिए न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत की आवश्यकता होती है। उसके अनुसार संसार की हर वस्तु अपने आस-पास पाई जाने वाली दूसरी वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करती है। जैसे सूर्य ग्रहों को, पृथ्वी चंद्रमा को। यह सिद्धांत ज्यादातर जगहों पर तो लागू होता है, लेकिन बहुत सी ऐसी जगहें हैं, जहाँ पर यह काम नहीं आता। यदि हम गैसों के अणुओं की गति की बात करें, तो वहाँ पर यह नियम असहाय हो जाता है। गैसों में असंख्य प्रकार के अणु पाए जाते हैं, जो सदैव गतिशील रहते हैं। इनकी गतिशीलता का गैस के दाब और ताप से एक ख़ास सम्बंध होता है। गैसों के इन अणुओं की गति को समझने के लिए गणित के औसत के नियम का सहारा लिया जाता है। इसे समझने के लिए मैक्सवेल और बोल्ट्जमैन ने जिस गणितीय सिद्धांत की व्युत्पत्ति की, उसे साँख्यिकी के नाम से जाना जाता है। साँख्यिकी औसत के गणित की बात करती है। आधुनिक भौतिक विज्ञान में इसकी आवश्यकता कदम-कदम पर पाई जाती है।क्सवेल तथा वोल्ट्जमैन द्वारा आविष्कृत ये नियम तब तक सही से काम करते रहे, जब तक वैज्ञानिकों को सिर्फ परमाणुओं के बारे में जानकारी थी। लेकिन जैसे ही वैज्ञानिकों को यह पता चला कि परमाणु के भीतर भी अनेक प्रकार के परमाणु-कण पाए जाते हैं और उनकी गतियाँ बहुत अनोखी होती हैं, उनका यह नियम फेल हो गया। ऐसे में डॉ. सत्येंद्रनाथ बोस ने नये नियमों की खोज की, जो आगे चलकर बोस-आइंसटाइन साँख्यिकी के नाम से जाने गये। इस नियम के सामने आने के बाद वैज्ञानिकों ने परमाणु-कणों का गहन अध्ययन किया और पाया कि ये मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं। इनमें से एक का नामकरण डॉ. बोस के नाम पर बोसॉन रखा गया और दूसरे का नाम प्रसिद्ध वैज्ञानिक एनरिको फर्मी के नाम पर फर्मिऑन।जिस व्यक्ति की मेधा को आइंसटाइन जैसे वैज्ञानिक ने न सिर्फ स्वीकारा बल्कि उसके साथ अपना नाम भी जोड़ा, उस व्यक्ति को नोबेल पुरस्कार न मिलना काफ़ी सवाल खड़े करता है। यह बात इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि ज्यादातर वैज्ञानिकों का मानना है कि भौतिक विज्ञान पर जितना असर बोस-आइंस्टाइन साँख्यिकी का पड़ा है, उतना असर तो शायद आने वाले समय में हिग्स बोसॉन का भी न हो।अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों से संबंध(बाएं से दाएं बैठे हुए) एस एस राव, अभिजीत डे, देवेंद्र मोहन बोस, वर्नर हाइजेनबर्ग, कृष्णन करिआमानिक्कम और सत्येन्द्र नाथ बोस कलकत्ता, ८ अक्टूबर १9२9 इंडियन एसोसिएशन फॉर दि कल्टिवेशन आफ साइंसअक्टूबर, १9२४ में सत्येन्द्रनाथ यूरोप पहुँचे। बोस पहले एक वर्ष पेरिस में रहे। फ्रांस में रहते हुए बोस ने सोचा कि क्यों न रेडियोधर्मिता के बारे में मैडम क्यूरी से तथा मॉरिस डी ब्रोग्ली (लुई डी ब्रोग्ली के भाई) से एक्स-रे के बारे में कुछ सीखा जाए। मैडम क्यूरी की प्रयोगशाला में बोस ने कुछ जटिल गणितीय गणनाएँ तो कीं परंतु रेडियोधर्मिता के अध्ययन का सपना अधूरा रह गया। मॉरिस डी ब्रोग्ली के साथ बोस का अनुभव अच्छा रहा। ब्रोग्ली से इन्होंने एक्स-रे की नई तकनीकों के बारे में सीखा।अक्टूबर, १9२5 में बोस ने बर्लिन जाने का विचार बनाया जिससे वे अपने मास्टर से मिल सकें। बोस आइंस्टाइन को मास्टर कह कर सम्बोधित करते थे। वास्तव में बोस आइंस्टाइन के साथ काम करना चाहते थे। जब बोस बर्लिन पहुँचे तो उन्हें निराशा हुई क्योंकि आइंस्टाइन शहर से बाहर गए हुए थे। कुछ समय के बाद आइंस्टाइन वापस आए और बोस से मुलाकात की। बोस के शब्दों में यह एक दिलचस्प मुलाकात थी। उन्होंने सभी तरह के प्रश्न पूछे जैसे आपको (बोस) एक नई सांख्यिकी का विचार कैसे आया और इसका क्या महत्त्व है आदि। बोस को आइंस्टाइन के साथ काम करने का अवसर तो नहीं मिला पर उनसे हुई कई मुलाकातों से बोस को बहुत लाभ हुआ। आइंस्टाइन ने उन्हें एक परिचय पत्र भी दिया जिसने बोस के लिए बहुत सारे दरवाज़े खोल दिए।प्लांक के नियम से प्रतिवादसत्येंद्र नाथ बोस ने प्लेनक्स ब्लैक बॉडी रेडिएशन लॉ का गहन अध्यन्न किया और ब्लैक बॉडी रेडिएशन की फोटोन गैस के रूप में पहचान की। उन्होंने मेक्स प्लांक जिन्होंने क्वान्टम मेकेनिक्स की रचना की, के ब्लैक बॉडी रेडीयेशन नियम में लाइट क्वांटा या फोटोन गैस को लेकर प्रतिवाद था जिसको लेकर आइन्सटाइन भी असहमत थे। यह समय था १9२0 का जब क्वान्टम मेकेनिक्स में यह गुत्थी की तरह थी, क्वान्टम मेकेनिक्स के विकास हो तो रहा था लेकिन गति बेहद धीमी थी क्योंकि कहीं न कहीं प्लांक्स के नियम को अगले चरण तक ले जाना था। उसी समय भारत में ढाका विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर सत्येद्र नाथ बोस, क्वान्टम मेकेनिक्स के अध्यन्न में आए और उन्होंने १9२४ को एक चार पृष्ठ के रिसेर्च पेपर लिखा जिसका शीर्षक था प्लेनक्स लॉ एंड थे हाइपोथेसिस ऑफ लाइट क्वांटा (१9२४) जो आज मॉडर्न क्वान्टम मेकेनिक्स और कणों से जुड़ी किसी भी खोज, अध्ययन का आधार है। सत्येंद्र नाथ का यह रिसेर्च पेपर आगे चलकर बोसआइंस्टीन स्टेटिक्स और बोसआइंस्टीन कनडेनसेट (एक तरह की स्टेट ऑफ मैटर) के रूप में बदला जिसकी खोज सत्येंद्र नाथ बोस और आइंस्टीन ने खुद मिलकर की। उनके बारे में लिखा गया किबोस एन्टर्ड थे कुअंतम एरेना एंड सेट आउट तो डेरिव प्लेनक्स लॉ ट्रेटिंग रेडिएशन आस आ गैस कॉन्सिस्टिंग ऑफ फोटोंस. व्हेट बोस हद एसेन्शीयली इंट्रोडस्ड वास आ नव काउंटिंग रूल फॉर थे स्टेट्स ऑफ आ गैस ऑफ फोटोंस और थे क्वांटा ऑफ लाइट तत एक्सप्लैन्ड प्लेनक्स लॉ ऑफ थर्मल रेडिएशन एट ओन स्ट्रोक.बोस का शोधपत्र१9२४ में सत्येंद्र नाथ बोस ने एक शोध पत्र तैयार किया जिसका नाम उन्होने प्लेनक्स लॉ एंड थे हाइपोथेसिस ऑफ लाइट क्वांटा दिया। वैज्ञानिक परिभाषा में कहे तो बोस डेरिवेद प्लेनक्स कुअंतम रेडिएशन लॉ विदऔत अन्य रेफ्रेंस तो क्लासिकल फिजिक्स बाय उसिंग आ नोवल व्ट ऑफ काउंटिंग स्टेट्स वित इडेन्टिकल पार्टिक्ल्स.साधारण तौर पर कहे तो बोस ने अपने तरीक़े से प्लांक के नियम की नयी व्युत्पत्ति दी। बोस के इस तरीक़े ने भौतिक विज्ञान को एक बिलकुल ही नयी अवधारणा से परिचित कराया। बोस ने क्वान्टम फ़िज़िक्स स्टडि ने एक नई नीव रख थी जो उस समय से लेकर आज तक सभी कणों के खोजों का आधार रही हैं जिसका ताज़ा उदाहरण हिंग्स बोसॉन कण की खोज है। १9२४ में जब बोस ने प्लेनक्स लॉ एंड थे हाइपोथेसिस ऑफ लाइट क्वांटा को तैयार कर लिया तो इसे उन्होने दुनिया की जानी मानी विज्ञान शोध पत्रिका फिलासॉफिकल मैगजीन में प्रकाशित होने के लिए भेजा। लेकिन उनका शोधपत्र प्रकाशित नहीं हुआ। कुछ समय बीत जानते के बाद बोस ने फिर आइंस्टीन को सीधे यह शोधपत्र भेजने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया और बर्लिन में सीधे प्लेनक्स लॉ एंड थे हाइपोथेसिस ऑफ लाइट क्वांटा को भेजा और आइंस्टीन को इस पर विचार प्रकट करने और इसे जर्मन में अनुवाद कर ज़ीटचरिफ्ट फर फिजिक विज्ञान पत्रिका में प्रकाशित करने का निवेदन किया। उनका पत्र इस प्रकार थाई हवे वेंचरड तो सेंड यू थे एक्कम्पन्यिंग आर्टियल फॉर यूर पेरुसल एंड ओपीनियन. ई आम अन्शियस तो क्नो व्हेट यू तिंक ऑफ इट. यू विल सी तत ई हवे ट्रीड तो देदुस थे कॉएफिशियन्ट ८प्व२/च३ इन प्लेनक्स लॉ इंडिपेंडेंट ऑफ क्लासिकल इलेक्ट्रॉडिनामिक्स, ओनली अस्सुमिंग तत थे एलमंटरी रेजियोंस इन थे फेस-स्पेस हस थे कॉन्टेंट ह३. ई दो नोट क्नो सफिशियन्ट जर्मन तो ट्रांसलेट थे पेपर. इफ यू तिंक थे पेपर वर्थ पब्लिकेशन ई शाल बे ग्रेटफूल इफ यू अरेंज फॉर इट्स पब्लिकेशन इन ज़ीटचरिफ्ट फर फिजिक. थॉ आ कॉम्प्लेट स्तरेंजर तो यू, ई दो नोट फील अन्य हेसिताशन इन मकिंग सच आ रीक्वेस्ट. बेकास वे अरे एल यूर पुपील्स थॉ प्रॉफिटिंग ओनली बाय यूर टीचिंग्स थ्रॉ यूर रिटिंग. ई दो नोट क्नो व्हेथर यू स्टिल रिमेंबर तत सोमेबॉडी फ्र्म कैलकटा अस्केड यूर पर्मिशन तो ट्रांसलेट यूर पेपर्स ऑन रिल्तिविटी इन इंग्लिश. यू एक्सेडेड तो थे रीक्वेस्ट. थे बुक हस सिंस बीन पबलिश्ड. ई वास थे ओन वो ट्रांसलेट्ड यूर पेपर ऑन जनरलिस्ड़ रिल्तिविटी.बोस का शोध बेहद महत्वपूर्ण था और आइंस्टीन ने इस बात को समझा। इस शोधपत्र को आइंस्टीन ने स्वयं जर्मन भाषा में अनुदित किया तथा अपनी टिप्पणी के साथ ज़ीटचरिफ्ट फर फिजिक में अगस्त १9२४ में प्रकाशित करवाया। आइंस्टीन ने इस शोधपत्र के सम्बंध में बोस को एक पोस्टकार्ड भी भेजा था जो बोस के लिए उस समय एक ख़ास चीज़ थी।आइंस्टीन से मुलाक़ात१9२४ के बाद बोस आइंस्टीन के सीधे संपर्क में आए और आइंस्टीन ने भी बोस के साथ कार्य करने की इक्छा इच्छा जताई। १9२४ के बाद बोस भारत के बाहर जाकर शोध कार्य करना चाहते थे, बोस ने विशेष आग्रह कर आइंस्टीन से प्रशंसा पत्र को ढाका विश्वविद्यालय में सम्मलित कर दो वर्ष के लिए अवकाश प्राप्त किया और यूरोप के लिए रवाना हुये। अक्टूबर, १9२४ में सत्येन्द्रनाथ यूरोप पहुँचे। बोस पहले एक वर्ष पेरिस में रहे। फ्रांस में रहते हुए बोस ने रेडियोधर्मिता में मैडम क्यूरी के साथ तथा मॉरिस डी ब्रोग्ली (लुई डी ब्रोग्ली के भाई) में एक्स-रे शोध में साथ में काम किया। मैडम क्यूरी की प्रयोगशाला में बोस ने कुछ जटिल गणितीय गणनाएँ तो कीं परंतु रेडियोधर्मिता के शोध पर अधिक कार्य नहीं कर पाये। मॉरिस डी ब्रोग्ली के साथ बोस का अनुभव बेहद अच्छा रहा। ब्रोग्ली से इन्होंने एक्स-रे की नई तकनीकों के बारे में सीखा। अक्तूबर १9२5 में वे बर्लिन गए और आखिर में आइंस्टीन से पहली बार व्यक्तिगत तौर पर मिले। यह मुलाक़ात बोस और आइंस्टीन दोनों के लिए ख़ास थी। इसी समय बोस आइंस्टीन स्टेटिक्स और बोस आइंस्टीन कनडेनसेट ( एक तरह की स्टेट ऑफ मैटर ) संकल्पना हुयी। बोस आइंस्टीन स्टेटिक्स अध्यन्न के दौरान पॉल दीयरिक, आइंस्टीन और सत्येंद्र नाथ बोस ने साथ में कार्य किया। इसी समय एक विशेष तरह की कणों की खोज हुयी। इस कण का नाम सत्येंद्र नाथ बोस के नाम पर रखने का फैसला लिया और कण का नाम बोसॉन रखा गया।बोसॉन और फर्मियानआज भौतिकी में कण दो प्रकार के होते हैं एक बोसॉन और दूसरे फर्मियान। बोसॉन यानि फोटॉन, ग्लुऑन, गेज बोसॉन (फोटोन, प्रकाश की मूल इकाई) और फर्मियान यानि क्वार्क और लेप्टॉन एवं संयोजित कण प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, इलेक्ट्रॉन ( चार्ज की मूल इकाई) । यह वर्तमान भौतिकी का आधार हैं। वर्तमान में बोस आइंस्टीन स्टेटिक्स आधार हैं स्टैंडर्ड मॉडल ऑफ पार्टिकल फ़िज़िक्स। वर्तमान में जो भी अणु भौतिकी से जुड़े हैं सभी की सभी शोधों का आधार कहीं न कहीं बोस आइंस्टीन साँख्यिकी हैं। एक वैज्ञानिक ने बोस के भौतिकी में स्थान के बारे में कहा हैंयू डोंट क्नो वो है वास? हाफ थे पार्टिक्ल्स इन थे यूनिवर्स ओबे हिम! बोस सन् १9२६ से १9४5 तक ढाका में रहे परंतु शोधपत्रों का प्रकाशन क्रम पहले की भाँति नहीं रहा। ऐसा शायद इसलिए रहा क्योंकि बोस की दिलचस्पी एक समस्या से दूसरी समस्या में परिवर्तित होती रही। सन् १9४5 में बोस कोलकाता वापस आ गए और कोलकाता विश्वविद्यालय में भौतिकी के प्रोफेसर पद पर नियुक्त हो गए।बोस १95६ में कलकत्ता विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त होकर शांति निकेतन चले गए। शांति निकेतन कवि रविन्द्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित किया गया था। टैगोर सत्येन्द्र नाथ बोस से अच्छी तरह परिचित थे तथा उन्होंने अपनी पुस्तक विश्व परिचय भी बोस को समर्पित की थी। परंतु पुराने लोगों ने बोस को पसंद नहीं किया जिससे बोस को बहुत निराशा हुई और १95८ में उन्हें कलकत्ता वापस लौटना पड़ा। इसी वर्ष बोस को रॉयल सोसायटी का फैलो चुना गया और इसी वर्ष उन्हें राष्ट्रीय प्रोफेसर नियुक्त किया गया। बोस अगले १६ बरसों तक (मृत्युपर्यंत) इस पद पर बने रहे।कला और संगीत प्रेमीसत्येन्द्र नाथ बोस ललित कला और संगीत प्रेमी थे। बोस के मित्र बताते थे कि उनके कमरे में किताबों, आइंस्टीन, रमन आदि वैज्ञानिकों के चित्र के अलावा एक वाद्य यंत्र यसराज हमेशा रहता था। बोस इसराज और बांसुरी बजाया करते थे। परंतु इसराज तो किसी विशेषज्ञ की तरह बजाते थे। बोस के संगीत प्रेम का दायरा लोक संगीत, भारतीय संगीत से लेकर पाश्चात् संगीत तक फैला हुआ था। प्रो. धुरजटी दास बोस के मित्र थे। जब प्रो. दास भारतीय संगीत पर पुस्तक लिख रहे थे तब बोस ने उन्हें काफ़ी सुझाव दिए थे। प्रो. दास के अनुसार बोस यदि वैज्ञानिक नहीं होते तो वह एक संगीत गुरु होते।बोस की प्रेरणानि:संदेह आइंस्टाइन ही बोस के जीवन की प्रेरणा थे। कहते हैं जब बोस को आइंस्टाइन की मृत्यु का समाचार मिला था तो वह भावुक होकर रो पड़े थे। आइंस्टाइन विज्ञान के क्षेत्र के महानायक थे और बोस उनमें ईश्वर की तरह श्रद्धा रखते थे।सन १97४ में बोस के सम्मान में कलकत्ता विश्वविद्यालय ने एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें देश-विदेश के कई वैज्ञानिक सम्मिलित हुए। इस अवसर उन्होंने कहा यदि एक व्यक्ति अपने जीवन के अनेक वर्ष संघर्ष में व्यतीत कर देता है और अंत में उसे लगता है कि उसके कार्य को सराहा जा रहा है तो फिर वह व्यक्ति सोचता है कि अब उसे और अधिक जीने की आवश्यकता नहीं है। और कुछ ही दिनों के बाद ४ फ़रवरी १97४ को सत्येन्द्र नाथ बोस सचमुच हमारे बीच से हमेशा के लिए चले गए।भारत डिस्कवरी सत्येंद्रनाथ बोस से बांटे:क्लिक तो शारें ऑन गूगल+ (नए विंडो में खुलता है)शारें ऑन फेसबुक (नए विंडो में खुलता है)क्लिक तो ईमेल (नए विंडो में खुलता है)क्लिक तो प्रिंट (नए विंडो में खुलता है)क्लिक तो शारें ऑन ट्विटर (नए विंडो में खुलता है)क्लिक तो शारें ऑन लिन्केड़िन (नए विंडो में खुलता है)क्लिक तो शारें ऑन तुंबल्र (नए विंडो में खुलता है)क्लिक तो शारें ऑन रेड्डित (नए विंडो में खुलता है)लीके तीस:लीके लोड हो रहा है...भारत संबधित, भौतिकी, वैज्ञानिक में जनवरी २, २0१६। टैग:बोस-आइंस्टीन कंडनसेट, बोस-आइंस्टीन स्टेटिस्टिक्स, बोसान, बोसन, बोस गैस, बोस गैस इन हिन्दी, बोसींस्टीन कंडेन्सते, बोसींस्टीन कंडेन्सते इन हिन्दी, बोसींस्टीन कॉरेलैएशन्स, बोसींस्टीन कॉरेलैएशन्स इन हिन्दी, बोसींस्टीन डिस्ट्रीब्यूशन, बोसींस्टीन डिस्ट्रीब्यूशन इन हिन्दी, बोसींस्टीन स्टेटिस्टिक्स, बोसींस्टीन स्टेटिस्टिक्स इन हिन्दी, बोसन, बोसन इन हिन्दी, आइडल बोस इक्वेशन ऑफ स्टेट, आइडल बोस इक्वेशन ऑफ स्टेट इन हिन्दी, फोटों गैस, फोटों गैस इन हिन्दी, स न बोस, स न बोस इन हिन्दी, सत्येन्द्र नाथ बोस, सत्येन्द्र नाथ बोस इन हिन्दी कैलेंडर, संवंत या पंचांग : एक विवेचनसर चंद्रशेखर वेंकटरमन : आधुनिक युग के महानतम भारतीय वैज्ञानिक ८ विचार बोसॉन के जनक : सत्येन्द्र नाथ बोस पर;अर्जुनक्स कहते हैं:जनवरी ३, २0१६ को १0:४0 अपराह्नउनफोर्टूनतली है डिदन्ट गेट नोबेलप्रतिक्रियादीव्यंशु नौतीयल कहते हैं:जनवरी ३, २0१६ को १२:४5 अपराह्नबड़ा अच्छा लेख हैं.कृपाया वैज्ञानीको का के जीवन वाले लेख उनके जन्म तिथि से एक दो दिन पहले देने की कृपा क्रे.प्रतिक्रियारशीद फरीदी कहते हैं:जनवरी २, २0१६ को ६:5६ अपराह्नरेब्लॉग्जड तीस ऑन रशीद'स ब्लॉग.प्रतिक्रियाआशीष श्रीवास्तव कहते हैं:जनवरी २, २0१६ को ६:४६ अपराह्नफोटोवाल्टिक प्रभाव। इसी प्रभाव पर आइंस्टाइन को नोबेल मिला था।प्रतिक्रियारामकृपाल यादव कहते हैं:जनवरी २, २0१६ को ३:०९ अपराह्नबोस को नोबेल पुरस्कार न मिलना आश्चर्यजनक है ऐसा लगता है उस जमाने मे भारतीयो से भेदभाव किया जाता था!!प्रतिक्रियाआशीष श्रीवास्तव कहते हैं:जनवरी २, २0१६ को ३:5१ अपराह्नच व रमण को मिला था।प्रतिक्रियाओश्रीवास्तव कहते हैं:जनवरी २, २0१६ को १२:२६ अपराह्नरेब्लॉग्जड तीस ऑन ओश्रिराधेकृष्णबोले.प्रतिक्रियाविज्ञान की कहानियाँ कहते हैं:जनवरी २, २0१६ को ११:४३ पूर्वाह्नअद्भुत प्रतिभा, भारत का गौरव बढाने वाले वैज्ञानिक |
चार विकेटकीपर जिनको धोनी के कारण टीम से बाहर रहना पड़ाहोम > क्रिकेट > क्रिकेट न्यूज़ > यह हैं वो चार विकेटकीपर जिनको महेंद्र सिंह धोनी के चलते रहना पड़ा भारतीय टीम से बाहरयह हैं वो चार विकेटकीपर जिनको महेंद्र सिंह धोनी के चलते रहना पड़ा भारतीय टीम से बाहरज्र. स्टाफ, १ ईयर एगो ४ मीन रेड १६9भारतीय टीम के पूर्व कप्तान धोनी का नाम दुनिया के बड़े फिनिशर और एक बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाजों की लिस्ट में लिया जाता हैं। धोनी एक ऐसे बल्लेबाज हैं। जो मैदान पर अकेले होते हुए भी चार -चार खिलाड़ियों की भूमिका निभा लेते हैं। इान को देखते हुए ही इनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुये ही इन्हें भारतीय टीम का कप्तान चुना गया था।धोनी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। इस बात का सबूत वो खुद बहुत बार दे चुके हैं। धोनी जब से भारतीय टीम का हिस्सा बने हैं। तब से टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन दिया हैं। टीम को धोनी के होते हुए कभी भी किसी दूसरे विकल्प की जरुरत नहीं पड़ी।टीम के अंदर किसी भी दूसरे विकेटकीपर को तब ही मौका दिया जाता था। जब धोनी बीमार होते थे। धोनी को आराम के लिए भेजा जाता था। तो आइये आज इसी कड़ी में बात करते हैं ऐसे पांच भारतीय विकेटकीपर्स के बारें में जिन्हें धोनी के चलते टीम इंडिया से बाहर रहना पड़ा।अपने अद्भुत रिफ्लेक्सेज और विकेटकीपिंग कौशल से भारतीय टीम में अपनी पहचान बनाने वाले ऋद्धिमान साहा की विशेषज्ञों ने काफी तारीफ की हैं। बता दे इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी शुरुवात से ही थोड़ी कमजोर रही हैं। लेकिन विकेटकीपिंग में इनकी पकड़ काफी मजबूत हैं। साल २0१४ के दौरान ये खिलाड़ी अपनी जबरदस्त फॉर्म में चल रहा था।जिसके चलते साहा ने फाइनल में पंजाब की टीम के लिए एक बेहतरीन शतक लगाया था। उस समय ये खिलाड़ी आईपीएल के फाइनल में शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। साल २0१४ के दौरान ही धोनी ऑस्ट्रेलियाई दौरे के बाद से टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो गए थे।जिसके बाद से साहा को टीम में शामिल किया गया। तब से लेकर ये खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहा हैं। लेकिन २0१8 में चोटिल होने के कारण ये टीम से बाहर हो गए।साल २००२ के दौरान महज १7 वर्ष की उम्र में इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। इस मैच के दौरान इनका बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला था। साल २00४ तक इन्होंने कई सारी विदेशी पारियां खेली हैं। जिसमें उनका सराहनीय प्रदर्शन देखने को मिला हैं।लेकिन कुछ समय बाद ही इस खिलाड़ी का प्रदर्शन ख़राब होता चला गया। जिसके चलते इन्हे टीम से बाहर कर दिया गया। हालांकि घरेलू मैचों में अपने अच्छे प्रदर्शन के चलते ये कभी भी टीम से बाहर खिलाडियों की रडार पर नहीं आये।जिसके चलते उन्होंने कई बार टीम इंडिया के लिए। लेकिन वो कभी भी टीम में अपनी जगह सुनिचित नहीं कर पाए। बता दे इस खिलाड़ी ने २0१६ में इंग्लैंड के खिलाफ और २0१8 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध खेला था।उथप्पा ऐसे खिलाड़ियों में से एक हैं जो अपना शॉट खेलने से हिचकते नहीं थे। लेकिन इस बेहतरीन खिलाड़ी का करियर दो खिलाड़ियों के कारण अभी नहीं बन पाया। उनमे से पहले बल्लेबाज तो धोनी हैं। जिनके रहते कभी भी इस खिलाड़ी को विकेटकीपिंग का मौका नहीं मिला। और उन्हीं में से दूसरे बल्लेबाज हैंभारतीय टीम के पूर्व कप्तान कोहली जिसके चलते ये कभी भी मध्य क्रम में नहीं खेल पाए। बता दे साल २००६ में उथप्पा ने अपने वनडे करियर की शुरुवात की थी। २००७ तक ये खिलाड़ी भारतीय टीम का अभिन्न अंग रहे थे।इन्होंने भारत सफल अभियान में भी अपना काफी योगदान दिया था। लेकिन साल २००८ के दौरान ये अपने ख़राब प्रदर्शन के चलते टीम से बाहर हो गए। २0१६ में इन्हें एक बार से टीम ने शामिल किया गया था। लेकिन ये टीम में ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाए।इस खिलाड़ी को टीम इंडिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माना जाता हैं। कार्तिक ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के चलते भारतीय टीम को कई बार मैचों के दौरान जीत दिलाई हैं। बता दे धोनी से पहले और पार्थिव पटेल के बाद अपने अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत कर इस खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन के कारण टीम इंडिया में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली थी।लेकिन इनके बिगड़ते प्रदर्शन के चलते इन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। जिसके बाद धोनी भारतीय टीम में शामिल हुए। कार्तिक ने साल २००७ में एक बार फिर से अपनी वापसी टीम में दर्ज कराई थी।उन्होंने इस दौरान काफी रन भी बनाये थे। २0१8 में उन्होंने खुद को एक बेहतरीन बल्लेबाज साबित करते हुए र्ल्ड कप में अपनी दावेदारी पेश की है।टैग्स #दिनेश कार्तिक #पार्थिव पटेलआस्विंद: वीडियो: पहली पारी के बाद दूसरी पारी में भी रोहित शर्मा ने किया सभी को निराश, कट सकता हैं दूसरे टेस्ट से पत्ताआस्विंद : लंच रिपोर्ट : टीम इंडिया के हाथों में आया एडिलेड टेस्ट, आउट होने से पहले चेतेश्वर पुजारा के नाम दर्ज हुआ बड़ा कीर्तिमानऑस्ट्रेलियाई टीम को बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच से पहले लगा झटका, टीम का मुख्य खिलाड़ी बीमाररिकार्ड्स: पहले एकदिवसीय में मार्कस स्टोइनिस बने रिकॉर्ड किंगपहले बल्लेबाजी और फिर गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन के बाद वीरेंद्र सहवाग ने हार्दिक पांड्या को दिया ये नामआईपीएल नीलामी- दिल्ली केपिटल्स ने जारी की लिस्ट, आईपीएल नीलामी में इन ६ खिलाड़ियों को करेगी अपने टीम में शामिल, लिस्ट में २ भारतीय |
रिवालसर : रिवालसर क्षेत्र की ग्रामपंचायत दूसरा खाबु के गांव सेरला खाबु में एक गऊशाला जलकर राख हो गई है। हादसे में गऊशाला में बांधे मवेशियों जिसमें एक बछड़े के आग की चपेट में आ जाने से मौत हो गई जबकि साथ मे बंधी गाय बुरी तरह से झुलस गई।बताया जा रहा कि हादसे में करीब एक लाख रुपए का नुक्सान हुआ है। मिली जानकरी के अनुसार सेरला खाबु के पीतांबर पुत्र परशराम की गऊशाला में वुधवार प्रातः १० बजे के करीब अचानक आग लग गई। हालांकि आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। आग की सूचना मिलते ही ग्रामीण व रिवालसर पुलिस कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए लेकिन आग पर काबू नहीं पाया गया और गऊशाला जलकर राख हो गई।आग लगने से गऊशाला में रखा करीब १८०० पुला घास व अन्य सामान भी जलकर राख हो गया। वहीं सूचना मिलने बाद हलका पटवारी रक्तिमा ने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि हादसे में हुये नुकसान की रिपोर्ट उप तहसील कार्यालय रिवालसर को भेज दी गई है। पंचायत प्रधान नीलम शर्मा, बार्ड सदस्य कोल राम, पूर्व प्रधान यादविंद्र शर्मा ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को हुये नुकसान पर फौरी राहत देने की मांग की है। मामले की पुष्टि रिवालसर चौकी प्रभारी मुंसी राम ने की है।अब अधिकारियों के घरों के बाहर देंगे धरना५७०० करोड़ की वार्षिक योजना मंजूूरपंचायत तकनीकी सहायक घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार |
वर्ल्ड बैंक कॉन्सिडर्स इंडिया'स फास्टस्ट ग्रोइंग इकनोमी इन थे वर्लहोमे बुसिनेस वर्ल्ड बैंक कॉन्सिडर्स इंडिया'स फास्टस्ट ग्रोइंग इकनोमी इन थे वर्ल्डवर्ल्ड बैंक ने माना भारत है दुनिया में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाटीम डिजिटल,नई दिल्ली. वर्ल्ड बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती पर अपना पूरा भरोसा जताया है. उसने कहा है कि भारत दुनिया की तेजी से विकसित होती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है. वर्ल्ड बैंक ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि नोटबंदी के अस्थायी विपरीत प्रभाव से भारत अब बाहर आ चुका है और २०१७ में भारती की जीडीपी ग्रोथ ७.२ प्रतिशत रहेगी, २०१६ में भारत की जीडीपी ग्रोथ ६.८ प्रतिशत रही थी. वर्ल्ड बैंक ने अपने जनवरी के अनुमान में बदलाव करते हुए भारत की वृद्धि दर में ०.४ प्रतिशत का सुधार किया है.वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड बैंक ने चीन की विकास दर के लिए अपने अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. २०१७ के लिए इसे ६.५ प्रतिशत पर ही स्थिर रखा गया है. वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि २०१८ और २०१9 में चीन की ग्रोथ रेट ६.३ प्रतिशत रहेगी. वर्ल्ड बैंक ने अपनी ताजा ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉसपेक्ट्स रिपोर्ट में कहा है कि २०१८ में भारत की वृद्धि दर ७.५ प्रतिशत और २०१9 में ७.७ प्रतिशत रहेगी. जनवरी, २०१७ के अनुमान की तुलना में २०१८ में भारत की वृद्धि दर के अनुमान में ०.३ प्रतिशत तथा २०१9 में ०.१ प्रतिशत की कमी की गई है. वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि भारत की वृद्धि दर के अनुमान में कमी मुख्य रूप से निजी निवेश में उम्मीद से कुछ नरम सुधार की वजह से आई है.रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर मानसून की वजह से कृषि और ग्रामीण उपभोग में वृद्धि होगी, इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च में बढ़ोतरी होगी और सरकारी उपभोग में भी इजाफा होगा। भारत में हालिया आंकड़े यह बताते हैं कि इस साल नगदी संकट खत्म होने और निर्यात बढ़ने के साथ ही तेजी से सुधार होगा. |
आरबीआई क्यों नहीं बता रही नोट वापसी का टोटल.. | समाचार-विचर्होम हेडलीन आरबीआई क्यों नहीं बता रही नोट वापसी का टोटल..आरबीआई क्यों नहीं बता रही नोट वापसी का टोटल..८ नवम्बर २०१६ की वो रात आज भी लोगों को याद है। इसी रात लोगों की नक़दी पर जलजले का प्रकोप हुआ था। लोग आज भी उस रात में कड़की बिजली से सहम जाते हैं। ५० दिनों तक तो लोगों के होशोंहवाश ठिकाने पर नहीं थे, उनके दिमाग़ में तरह-तरह की घंटियों की आवाज़ें घनघनाती रही। जैसे-तैसे लोगों अपने हज़ार-पाँच सौ के बंद हुए नोटों को ठिकाने लगाया। नोट ठिकाने लगने के बाद लोगों ने चैन की सांसे ली। कुछ दिनों बाद जैसे ही उनका रूपैया हरे-गुलाबी रंग में बदला वैसे ही उनकी साँसों की चाल ७२ पल्स प्रति मिनिट के हिसाब से चलने लगी। लोगों की सांसें तो सामान्य हो गई पर रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की धड़कने तेज़ हो गईं। आज भी आरबीआई सांसें उस धावक की तरह फूल रही है जो अभी-अभी २५-३० किलोमीटर दौड़ के आया है। आठ महीनों में आरबीआई यह नहीं बता पा रहा है कि आख़िर कितना रुपया उसके स्ट्रांग रूम में लौटकर आया।नोटबंदी बुखार से पीड़ित लोग अब आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल से सवाल पूछ रहे हैं कि आठवें माह के बाद डाक्टर भी यह बता देता है कि नवजात का जन्म कब होगा लेकिन उर्जित जी आप आठ महीने में वापस आए नोटों की संख्या नहीं बता पा रहे हैं। पर्दे के पीछे का राज क्यों नहीं खोल रहे हैं। आठ महीने बाद भी कहा जा रहा है कि गिनती चालू आहे।बैंकों का एक सिस्टम है। कोई भी ब्रांच दिन का काम ख़त्म करने के बाद तब तक बंद नहीं हो सकती जब तक उसकी नक़दी का मिलान न हो जाए। नक़दी मिलान के बाद दो या तीन अफ़सरों की मौजूदगी में नक़दी स्ट्रांग रूम में रखी और निकली जाती है। जब बैंकों ने आरबीआई को पुराने नोट भेजे होंगे और नई करेंसी वापस ली होगी तो क्या बिना गिनती के ही लेन-देन कर लिया गया ? ऐसा कम से कम बैंकिंग में मुमकिन नहीं है। देश भर की बैंकों से जो पुराने नोट आरबीआई के पास पहुँचें होंगे उसके साथ नोटों की तफ़सील के साथ मेमो पर टोटल भी लिखा गया होगा। इन सारे फ़िगर को चंद दिनों में ही जोड़ लिया गया होगा। इस टोटल को अब तक पर्दे की ओढ़ में क्यों छिपा रखा है यह कई तरह के सवाल खड़ा कर रहा है। जनता भी इस सवाल का जवाब चाहती है और विपक्षी भी। विपक्षी तो इस मुद्दे को लेकर सोमवार से शुरू हो रहे सत्र में हल्ला-गुल्ला करने का मन बना लिया है।आरबी आई की चुप्पी के पीछे कहीं असली-नक़ली नोटों का चक्कर तो नहीं है। नोटबंदी के पहले अनुमान था कि लगभग पंद्रह लाख करोड़ रुपए चलन में हैं, इनमें से चार-पाँच लाख करोड़ रुपए ब्लैक और फ़ेक करेंसी है और यह रक़म वापस नहीं आएगी मगर हुआ इसका उलट। फ़ेक और ब्लैक मनी सबकी सब बैंकों की कृपा से वाइट हो गई। अब आरबीआई के पास मुँह छिपाने के अलावा कोई चारा नहीं है।ऐसा प्रतीत होता है कि नोटबंदी पर आरबीआई की वही स्थिति हो गई है जैसे साँप की मुंडी नेवले के हाथ में जकड़ गई हो। नेवले की आदत होती है कि साँप को मारकर काफ़ी देर तक साँप की मुंडी को ज़मीन में रगड़ता है फिर देखता है, फिर रगड़ता है, फिर देखता है। इसी तरह के हालात नोटों की गिनती को लेकर बन गए हैं। अरे भाई नोटों की गिनती जब पूरी होगी तब पूरी होगी, बैंकों से प्राप्त टोटल का टोटल तो देश के सामने रख कर दो।वाड्रा ने कमाया था ६०० फीसदी मुनाफा |
हम कैसे पहुंचाते हैं | व५०० सिस्टम - व५०० सिस्टमग्राहकों के उद्देश्य को पूरा करने और व्यापार के लिए मूल्य जोड़ने के लिए डेटा नेटवर्क और सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक अभिनव दृष्टिकोणहम पूरी तरह से जानते हैं कि प्रौद्योगिकी रणनीति, परिवर्तन और वितरण चुनौतीपूर्ण हैं,और का संयोजन उच्च गुणवत्ता वाले लोग , प्रयास और व्यावहारिकता सबसे अधिक उद्धार कर सकते हैं असाधारण परिणाम।समस्या हल करने के लिए?क्या एंड-यूज़र समस्याएंड-यूज़र हर नेटवर्क या साइबर-सिक्योरिटी सॉल्यूशन के बारे में है जो हम प्रदान करते हैं।हम यह पहचान कर शुरू करते हैं कि एंड-यूज़र के लिए किस समस्या का समाधान किया जाना है। लाइव वातावरण में नेटवर्क उपयोगकर्ताओं, एप्लिकेशन और सेवाओं को जोड़ते हैं। सही आवश्यकता की पहचान करके हम व्यवसाय को लाभान्वित कर सकते हैं।हमारा अनूठा दृष्टिकोण हमें उद्देश्य समाधानों के लिए एक सुसंगत समाधान, व्यक्तिगत और फिट बनाने की अनुमति देता है जो आपके व्यवसाय की प्रभावशीलता को बढ़ाएगाकहा पे क्या हम जा रहे हैं और क्यूं कर क्या हम ऐसा कर रहे हैं?व्यवसाय का मामला कितना सम्मोहक है?क्या जोखिम के स्तर को संतुलित करने वाली आकस्मिकता का उपयुक्त स्तर है?अंत खेल कैसा दिखता है?क्या कोई स्पष्ट उद्देश्य है?क्या आवश्यकताएं समझी जाती हैं?क्या व्यावसायिक लक्ष्यों का समर्थन करने के लिए नेटवर्क के बुनियादी ढांचे में रखा जाना चाहिए?व्यावसायिक ड्राइवरों और परिदृश्यों को पहचानें और प्राथमिकता देंड्राइवरों को संबोधित करने के लिए उच्च-स्तरीय विचार विकसित करेंविकल्पों का मूल्यांकन करें और आगे का सबसे अच्छा तरीका चुनेंचुने हुए विकल्प के लिए रोडमैप, व्यावसायिक मामला और योजनाओं का विकास करेंकौन - क्या हमारे पास दोनों तरफ से क्षमता है?डिलीवरी टीम नेतृत्व कितना अनुभवी है?क्या नेतृत्व टीम में महत्वपूर्ण भावनात्मक खुफिया कौशल हैं?क्या व्यवसाय से सर्वश्रेष्ठ लोग परियोजना में एम्बेडेड हैं?क्या डिलीवरी टीम उचित रूप से कुशल और आकार है?क्या डिलीवरी टीम प्रेरित और उचित रूप से प्रोत्साहित है?क्या कार्यकारी और वितरण टीम के नेताओं के बीच स्पष्ट विश्वास है?हॉ ट्रस्टवोर्थ्य इस ओलिंप ट्रेड? फाइनल थॉट क्या हम यह करने जा रहे हैंइसे भेज दो?क्या हम पूरी तरह से समझते हैं कि हम क्या बदलने जा रहे हैं?क्या समाधान लोगों, प्रक्रिया और साधनों पर ध्यान दिया जाता हैक्या पहले डिजाइन लागू किया गया था?हम डिलीवर होने के बाद इसका समाधान कैसे करेंगे?क्या डिजाइन मापनीय है?समाधान कितना जटिल है?क्या परिवर्तन का समर्थन करने के लिए पर्याप्त क्षमता है?किसी समस्या को हल करने के लिए या आईटी सिक्योरिटी को टाइट करने के लिए अपने नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक नया प्रोजेक्ट तैयार करते समय। सबसे अधिक संभावना है कि आप अपने व्यवसाय के प्रौद्योगिकी पक्ष को कवर करने के तीन विकल्पों पर विचार कर रहे हैं; भवन, नेटवर्क / सुरक्षा इंजीनियरों या आउटसोर्सिंग के अपने आंतरिक दल का विस्तार करनाआइए मेज पर सभी विकल्पों को ड्रिल करें००१ आंतरिक टीम बनाना महंगा हैनौकरी के आँकड़ों के अनुसार, एक जूनियर नेटवर्क इंजीनियर को नौकरी देने के लिए $ ३१,४७० की लागत आती है। इस प्रक्रिया में आंतरिक और बाहरी लागत शामिल हैं जैसे कि इन-हाउस भर्ती कर्मचारी, कार्यालय कार्य, विज्ञापन लागत, तृतीय-पक्ष शुल्क, स्थानांतरण शुल्क और प्रशिक्षणएक जूनियर नेटवर्क इंजीनियर को नियुक्त करने के लिए ३१,४७० उसड का खर्च आयाएक नई तकनीकी स्थिति को भरने में औसतन ४५ दिन लगते हैं००२ हायरिंग नेटवर्क / सुरक्षा इंजीनियर समय लेने वाले होते हैंप्रमुख जॉब एनालिटिक्स कंपनियों के अनुसार, एक नई तकनीकी स्थिति को भरने में औसतन ४५ दिन लगते हैं। समय और धन के दृष्टिकोण के अलावा, आप तकनीकी प्रतिभा पूल में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे हैं - गूगल, अस, सिस्को, फ५, आदि जैसे तकनीकी दिग्गजों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा।००३ हमारे लिए आपके उच्च-जोखिम नेटवर्क प्रतिबद्धता आउटसोर्सिंगजब आप अपने व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, तो आप सभी का मूल्य समय है। आप हर चीज पर अपना ध्यान नहीं लगा सकते हैं; यदि आप करते हैं, तो आप निस्संदेह महत्वपूर्ण चीजों को याद करेंगे। इसलिए अपने बुनियादी ढांचे को आउटसोर्स करना या हमसे सहायता प्राप्त करना एक बहुत ही व्यवहार्य विकल्प है क्योंकि यह कई लाभ प्रदान करता है;अत्यधिक लागत में कटौती, उच्च नेटवर्क प्रदर्शन, डेटा सुरक्षा में वृद्धि, एकल-दिमाग, स्केलेबिलिटी और लचीलेपन के कुछ नाम।कार्यों को आउटसोर्स करके, आप अपने मासिक खर्च से कहीं भी १९६% से १,0५6% तक बचा सकते हैंआपके कर्मचारी आपकी कंपनी के विकास के लिए आपके सबसे मूल्यवान भागीदार हैं। हम समझते हैं कि इसलिए हम एक साथ काम करने में खुश हैं, साथ ही साथ हाथ बढ़ाने में भी मदद करेंगेहम आपके कार्य पर कैसे काम करेंगे?रणनीति के माध्यम से संचालन के लिए सहजता से आगे बढ़ना हमारी मुख्य क्षमता हैऔर दीक्षाहमें हल करने की आवश्यकता है?प्रोजेक्ट की शुरुआत हुईपरियोजना प्रबंधक नियुक्त& योजनासंसाधन क्या हैंआवश्यकताओं?कार्य इंडेंटिफिकेशनगुणवत्ता योजनाया निष्पादनकहां आवंटित करना हैसर्वश्रेष्ठ लोग?डिलिवरेबल्स पर ध्यान देंसमूह बैठक& नियंत्रणसबसे अच्छे तरीके क्या हैंउद्देश्यों को पूरा करने के लिए?गुणवत्ता देने योग्यप्रयास और लागत ट्रैकिंगक्या हमने पूरा हासिल कर लिया हैइस परियोजना का प्रयोजन?प्रोजेक्ट सौंप दियापरियोजना की समीक्षा और विश्लेषण |
नक्सल आफेक्टेड एंड सेन्सिटिव बूथ अरे रेसपॉन्सेबल फॉर परमिलिट्री फ़ोर्सेस - नक्सल प्रभावित व संवेदनशील बूथ अर्द्धसैनिक बल के जिम्मे, मुज़ाफ़रपुर हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तानलास्त उपड़टेड: फ्री, १० मई २०१९ ०१:२६ आम इस्टछठे चरण में वैशाली, शिवहर और पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट के लिए होनेवाले चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को जोनल आईजी ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। करीब एक दर्जन से अधिक बिंदुओं पर संबंधित जिलों के पुलिस अधिकारी और पदाधिकारियों के साथ विचार-विर्मश किया। पूर्व में हुई कार्रवाई की समीक्षा की। साथ ही कमियों को अविलंब दूर करने को लेकर निर्देश भी दिया।समीक्षा बैठक के बाद जोनल आईजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि आगामी १२ मई को वैशाली, शिवहर व पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट के लिए मतदान होना है। संबंधित जिलों की पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। जिला बल के अलावा दूसरे जिलों से आए पुलिसकर्मी और पारा मिलिट्री के जवान भी तैनाती होंगे। नक्सल प्रभावित और संवेदनशील बूथ की सुरक्षा पूरी तरह से पारा मिलिट्री के हवाले होगी। पुलिस स्लम बस्ती में भी पेट्रोलिंग करेगी ताकि वोटरों को कोई दबंग उनके मताधिकार से वंचित नहीं कर सके। बैठक में मुजफ्फरपुर के एसएसपी मनोज कुमार, वैशाली के एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो, सीतामढ़ी के एसपी अनिल कुमार और शिवहर एसपी संतोष कुमार मौजूद थे।पुलिस-दंडाधिकारी का कलस्टर होगा तैयार :शांतिपूर्ण मतदान के लिए एसएसपी/एसपी ने मतदान के लिए क्यूआरटी का गठन किया है। इसके अलावा पुलिस और दंडाधिकारियों का एक क्लस्टर तैयार किया जाएगा जो सीधे घटनास्थल और बूथ पर पहुंचकर मामले से निबटेगा। जोनल आईजी ने कहा कि सभी बूथों का पुलिस पदाधिकारी ने भौतिक सत्यापन कर लिया है।बॉर्डर चेक प्वांइट पर लगे सीसीटीवी :जोनल आईजी ने कहा कि संबंधित जिलों की सीमा और चेक प्वाइंट पर सीसीटीवी लगाए गए हैं। इसके अलावा श्वान दस्ते को भी तैनात किया गया है। दूसरे राज्यों की पुलिस से तालमेल बैठाने को लेकर आधिकारिक स्तर पर बैठक हो चुकी है। मुजफ्फरपुर और वैशाली के बाद उत्तरप्रदेश में भी चुनाव होना है। इसमें जोनल पुलिस भी सहयोग करेगी।वेब तितले:नक्सल आफेक्टेड एंड सेन्सिटिव बूथ अरे रेसपॉन्सेबल फॉर परमिलिट्री फ़ोर्सेसनक्सलियों ने बिहार में १५ मजदूरों को किया अगवा |
#मेटो: आलोक नाथ के खिलाफ मुंबई पुलिस ने दर्ज किया रेप का मामला - न्यूज४मे.इन्होम बॉलिवुड #मेटो: आलोक नाथ के खिलाफ मुंबई पुलिस ने दर्ज किया रेप का मामला#मेटो: आलोक नाथ के खिलाफ मुंबई पुलिस ने दर्ज किया रेप का मामलान्यूज४मे ४:१८ आम बॉलिवुड,मुंबई पुलिस ने टीवी अभिनेता आलोक नाथ के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया है. ओशिवारा पुलसि स्टेशन पर यह मामला दर्ज किया गया हैमुंबई पुलिस ने टीवी अभिनेता आलोक नाथ के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया है. ओशिवारा पुलिस स्टेशन में यह मामला दर्ज किया गया है. मीटू मूवमेंट के तहत टेलीविजन लेखिका विनता नंदा ने बीते दिनों एक्टर आलोक नाथ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके बाद कई और अभिनेत्रियों ने भी आलोक नाथ के दुर्व्यवहार की बात कही.हालांकि आलोक नाथ ने इन आरोपों को झूठा बताया है. कुछ दिन पहले आलोक नाथ ने विनता नंदा के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था. उनकी पत्नी ने १२ अक्टूबर को अम्बोली पुलिस स्टेशन में एक खत लिखा था. आलोक नाथ ने निचली अदालत से भी गुजारिश की थी कि वो उनके खिलाफ किए गए मानहानि मामले पर संज्ञान लें और इसकी जांच करवाएं.मी टू के दौरान आरोपित हुए लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली याचिका खारिज'मी टू' मुहिम के दौरान जिन लोगों पर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगे थे उनके खिलाफ प्राथमिक दर्ज करने और उन पर मुकदमा चलाने की मांग करने वाली दो याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में बीते सोमवार को खारिज हो गईं. कोर्ट ने साफ किया कि जब पीड़िता खुद अदालत का रूख करेगी तभी मामले पर विचार किया जाएगा.चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एस के कौल और जस्टिस के एम जोसेफ की पीठ ने वकील एमएल शर्मा और महेश कुमार तिवारी की ओर से दायर दो अलग-अलग पीआईएल को खारिज कर दिया.इन वकीलों ने यौन दुर्व्यवहार और महिलाओं पर हमले को लेकर जनहित याचिकाएं लगाई थीं. ये महिलाएं अब सामने आई हैं और आरोपियों का नाम लिया है.बेंच ने शर्मा से पूछा कि इस मामले में आपकी क्या हैसियत है और कहा कि अगर कोई पीड़िता अपनी शिकायत लेकर अदालत आती तो समझा जा सकता है. अदालत ने कहा कि वह जनहित याचिका पर विचार नहीं कर सकती है.फ्र्म लाटेस्ट न्यूज बॉलीवुड न्यूज१८ हिंदी बाय न्यूज४मे एट ४:१८ आम१९ नवंबर, १९7५ को हैदराबाद में जन्मीं सुष्मिता अपना ४3वां जन्मदिन मनाने के लिए अपनी बेटियों के साथ दुबई रवाना हो गईं हैं. १ / ५ ... |
राजधानी में फिर सामूहिक दुष्कर्म, नौकरी का झांसा देकर युवती से दुष्कृतफ्रिदय, २१ सिप्तंबर २०१८, ६:२१ एंबो प्रदेश वर्ता, ११ जुलाई, २०१८, १५:००भोपाल। राजधानी में सामूहिक दुष्कर्म की एक और घटना सामने आई है। मंडला की रहने वाली एक युवती के साथ ये घटना हुई है। पुलिस ने इस मामले में शहर की एक बड़ी होटल के २ कर्मचारियों को हिरासत में लिया है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।जानकारी के मुताबिक मंडला की रहने वाली युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि नौकरी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। युवती के मुताबिक उसके साथ हबीबगंज क्षेत्र में अंतरराज्यीय बस स्टैंड (इसप्ट) के पास होटल लाइन में दुष्कर्म किया गया।शिकायत में युवती ने बताया कि भोपाल की एक बड़ी होटल के २ कर्मचारियों ने उसे झांसे में लिया और फिर उससे दुष्कर्म किया। ये दोनों आरोपी भोपाल की राजहंस होटल में काम करते हैं। इस आधार पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। वहीं गोविंदपुरा पुलिस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है। |
साइड लेने के चक्कर में पलट गया टेंपो | नालंदा लीवेहोम हिलसा साइड लेने के चक्कर में पलट गया टेंपोसाइड लेने के चक्कर में पलट गया टेंपोएकंगरसराय- इस्लामपुर रोड पर एक टेंपो पलट गया । जिसमें टेंपो में बैठे पांच लोग जख्मी हो गए । बताया जा रहा है कि ऑटो जैसे ही तारापुर गांव के पास पहुंची। वैसे ही बस से साइड लेने के चक्कर में ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और ऑटो १० फीड गहरे गड्ढे में पलट गया। हादसे में टेम्पो पर बैठे पांच लोग जख्मी हो गये। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से एकंगरसराय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें दो लोग गंभीर रुप से जख्मी हैं । उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है।बताया जाता है कि टेम्पो पर चावल और गेहूं लदा था और लोग रिजर्व कर इशाकपुर से इस्लामपुर थाने के मलबिगहा जा रहे थे। इसी दौरान तारापुर गांव के समीप बस से साईड लेने में ऑटो अनियंत्रित होकर खड्ड में पलट गया। हादसे में मलबिगहा गांव की बबिता देवी,कांति देवी, मधु कुमारी, कमलेश यादव और सोनू जख्मी हो गए। स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से सभी घायलों की एकंगरसराय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति में कमलेश और सोनू कुमार को पटना रेफर कर दिया है। उधर, हादसे के बाद पुलिस ने ऑटो को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है । हादसे में घायल सभी लोग एक ही परिवार के हैंप्रेवियस आर्टियल मुख्यमंत्री के गांव से आई खुशखबरीनेक्स्ट आर्टियल नालंदा की हथौड़ा वाली हेडमास्टरनी का कहरपुलिस को देखते ही दिल्ली के युवक ने बिहारशरीफ में छत से छलांग लगाईबिहारशरीफ में पुलिस को देखते ही एक युवक ने एक मकान के दूसरी मंजिल |
बिलींगुअल बाइबल इंग्लिश / हिन्दी: एमोस चाप्टर ५ (किंग जेम्स वर्सन (१७६९) वित स्ट्रोंग नंबर्स एंड मॉर्फोलॉजी & होली बाइबल: ईसी-तो-रेड वर्सन (हिन्दी एर्व))इस्राएल के लोगों, इस सन्देश को सुनो, यह शोक सन्देश तुम्हारे विषय में है।इस्राएल की कुमारी गिर गई है। वह अब कभी उठेगी नहीं। वह धूली में पड़ी अकेली छोड़ दी गई है। उसे उठाने वाला कोई व्यक्ति नहीं है।मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है: हजारों सैनिकों के साथ नगर से जाने वाले अधिकारी केवल सौ सैनिकों के साथ लौंटेंगे। सौ सैनिकों के साथ नगर छोड़ने वाले अधिकारी केवल दस सैनिकों के साथ लौटेंगे।यहोवा इस्राएल के घराने से यह कहता है: मेरी खोज करते आओ और जीवित रहो।किन्तु बेतेल में न खोजो। गिल्गाल मत जाओ। सीमा को पार न करो और बेर्शेबा न जाओ। गिल्गल के लोग बन्दी के रूप में ले जाए जाएंगे और बेतेल नष्ट किया जाएगा।यहोवा के पास जाओ और जीवित रहो। यदि तुम यहोवा के यहाँ नहीं जाओगे, तो यूसुफ के घर में आग लगेगी। आग यूसुफ के परिवार को नष्ट करेगी और बेतेल में उसे कोई भी नहीं रोक सकेगा।तुम्हें सहायता के लिये यहोवा के पास जाना चाहिये। ये वही है जिसने कचपचिया और मृगशिरा को बनाया। वह अंधकार को प्रात: प्रकाश में बदलता है। वह दिन को अंधेरी रात में बदलता है। वह समुद्र से जल को उठाकर उसे पृथ्वी पर बरसाता है। उसका नाम यहोवा है वह शक्तिशाली नगरों के मजबूत किलों को ढहा देता है। लोगों, यह तुम्हारे लिये बहुत बुरा होगा तुमने अच्छाई को कड़वाहट में बदला। तुमने औचित्य को मार डाला और इसे धूलि में मिला दिया।नबी सामाजिक स्थानों पर जाते हैं और उन बुरे कामों के विरूद्ध बोलते हैं जिन्हें लोग किया करते हैं। किन्तु लोग उन नबियों से घृणा करते हैं। नबी सत्य कहते हैं, किन्तु लोग उन नबियों से घृणा करते हैं।तुम गरीबों से अनुचित कर वसूलते हो। तुम उनसे ढेर सारा गेहूँ लेते हो और इस धन का उपयोग तुम तराशे पत्थरों से सुन्दर महल बनाने में करते हो। किन्तु तुम उन महलों मे नहीं रहोगे। तुम अंगूरों की बेलों के सुन्दर खेत बनाते हो। किन्तु तुम उनसे प्राप्त दाखमधु को नहीं पीओगे।क्यों? क्योंकि मैं तुम्हारे अनेक पापों को जानता हूँ। तुमने, सच ही, कुछ बुरे काम किये हैं। तुमने उचित काम करने वालों को चोट पहुँचाई। तुमने घूस के रूप में धन लिया। गरीब लोगों के साथ अनेक मुकद्दमों में तुमने अन्याय किया।उस समय बुद्धिमान चुप रहेंगे। क्यों क्योंकि यह बुरा समय है।तुम कहते हो कि परमेश्वर हमारे साथ है। अत: अच्छे काम करो, बुरे नहीं। तब तुम जीवित रहोगे और सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा सच ही तुम्हारे साथ होगा।बुराई से घृणा करो। अच्छाई से प्रेम करो। न्यायालयों में न्याय वापस लाओ और तब संभव है कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा यूसुफ परिवार के बचे लोगों पर दयालु हो।यही कारण है कि मेरा स्वामी सर्वशक्तिमान परमेश्वर यह कह रहा है, लोग सभी सार्वजनिक स्थानों में रोएंगे, लोग सड़कों पर रोएंगे। लोग पेशेवर रोने वालों को भाड़े पर रखेंगे।लोग अंगूर के सभी खेतों में रोएंगे। क्यों क्योंकि मैं वहाँ से निकलूँगा और तुम्हें दण्ड दूँगा। यहोवा ने यह सब कहा है।तुममे से कुछ यहोवा के न्याय के विशेष दिन को देखना चाहते हैं। तुम उस दिन को क्यों देखना चाहते हो यहोवा का विशेष दिन तुम्हारे लिये अन्धकार लाएगा, प्रकाश नहीं।तुम किसी सिंह के सामने से बचकर भाग निकलने वाले ऐसे व्यक्ति के समान होगे जिस पर भागते समय रीछ आक्रमण कर देता है और फिर जब वह उस रीछ से भी बच निकलकर किसी घर में जा घुसता है तो वहाँ दीवार पर हाथ रखते ही, उसे साँप डस लेता है!अत: यहोवा का विशेष दिन अन्धकार लाएगा, प्रकाश नहीं, यह शोक का समय होगा उल्लास का नहीं।मैं तुम्हारे पवित्र दिनों से घृणा करता हूँ! मैं उन्हें स्वीकार नहीं करूँगा! मैं तुम्हारी धार्मिक सभाओं का आनन्द नहीं लेता!यदि तुम होमबलि और अन्नबलि भी दोगे तो मैं स्वीकार नहीं करूँगा। तुम जिन मोटे जानवरों को शान्तिभेंट के रूप में दोगे उन्हें मैं देखूँगा भी नहीं।तुम यहाँ से अपने शोरगुल वाले गीतों को दूर करो। मैं तुम्हारी वीणा के संगीत को नहीं सुनूँगा।तुम्हें अपने सारे देश में न्याय को नदी की तरह बहने देना चाहिये। अच्छाई को सदा सरिता की धारा की तरह बहने दो जो कभी सूखती नहीं।इस्राएल, तुमने चालीस वर्ष तक मरूभूमि में मुझे बलि और भेंट चढ़ाई।तुम अपने राजा (देवता) सक्कुथ और नक्षत्र देवता कैवन की मूर्तियों को लेकर चले। इन देवताओं की मूर्तियों को स्वयं तुमने अपने लिये बनाया था।अत: मैं तुम्हें बन्दी बनाकर दमिश्क के पार पहुँचाऊँगा यह सब यहोवा कहता है। उसका नाम सर्वशक्तिमान परमेश्वर है। |
थे लीजेंडरी प्लेयर ऑफ थे वर्ल्ड वो हस अचीवद ग्रेट रेसपेक्ट फॉर क्रिकेट आस वेल आस फिक्सिंड वॉलपेपर|क्रिकेट बात & बालदुनिया के वह चार दिग्गज खिलाड़ी जो फिक्सिंग के जाल में फंस कर अपने क्रिकेट करियर को बर्बाद कर चुके हैं!क्रिकेट को कौन नहीं जानता है पर इसके पीछे एक जिन्न है जिसे फिक्सिंग कहा जाता है. यहाँ ऐसे मशहूर क्रिकेटर हैं जिन्होंने फिक्सिंग के आरोप में फंसने के बाद अपने क्रिकेट के करियर को बर्बाद कर दिया.२७ ऑक्ट, २०१८ एट १६:०७ प्मक्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसे सिर्फ भारत ही नहीं,अपितु सारे विश्व में जोरो-शोरों से खेला जाता है. जहाँ क्रिकेट में कोई खिलाड़ी अपने बल्ले से सारी दुनिया में मशहूर है तो वही कुछ खिलाड़ी अपनी गेंदबाजी के दम पर समर्थकों के दिल में बसे हुए है. पर इसके विपरीत भी कुछ है जिसे फिक्सिंग कहा जाता है. जहाँ कुछ क्रिकेटर अपने खेल की प्रतिभा के दम पर सारी दुनिया के दिल में राज कर रहे हैं तो कुछ खिलाड़ी ऐसे भी है जिनकी एक छोटी सी गलती न उनका सारा क्रिकेट करियर ख़त्म कर दिया है. आप हमारी बातों से तो समझ ही गए होंगे की आज हम किस विषय पर आपको बताने जा रहे हैं. आज हम उन चुनिंदा और क्रिकेट के मशहूर खिलाडियों की बात करने जा रहे हैं जिन्होंने फिक्सिंग और सट्टेबाजी में अपना नाम दर्ज किया और अपने इतने दिन के क्रिकेट करियर को कुछ पल में ही खो दिया. तो चलिए बिना देर किये हुए इन खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं.मोहम्मद अजहरुद्दीनमोहम्मद अजहरुद्दीन :भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक माने-जाने वाले कप्तान मो. अजहरुद्दीन जिनकी कप्तानी के चर्चे सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि सारी दुनिया में प्रसिद्ध थे पर यह भी मैच में फिक्सिंग के साये में फंस चुके हैं. अजहर के ऊपर तीन वनडे मैचों में फिक्सिंग का आरोप था. इस बात का खुलासा दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी हैंसी क्रोनिए ने किया था उन्होंने बताया की अजहर ही उन्हें मैच में फिक्सिंग करने के लिए बुकी से मिलाने के लिए ले गए थे. जिसके बाद इस मामले की पूरी जाँच सीबीआई के हाथों में सौपीं गयी और अजहर दोषी पाए गए.एस. श्रीसंत :टीम इंडिया के प्रमुख फ़ास्ट बॉलरों में से एक रहे श्रीसंत भी मैच फिक्स कर अपने करियर को बर्बाद कर चुके हैं। श्रीसंत ने २०१३ के आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए मैच फिक्स किया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल फाॅर्स ने १६ मई, २०१३ को मुंबई के एक होटल से श्रीसंत को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद श्रीसंत पर क्रिकेट के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था.अजय जडेजा :किसी समय अपनी बल्लेबाजी के लिए मशहूर टीम इंडिया के खिलाड़ी अजय जडेजा भी फिक्सिंग के आरोप में फंस चुके हैं. इन्हे एक मैच में फिक्सिंग में आरोपी पाते हुए पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि बैन लगने के बाद उन्होंने कभी भी टीम इंडिया में वापसी नहीं की पर अपनी बल्लेबाजी के चलते उन्होंने जितना नाम कमाया वह सब सिर्फ एक मैच फिक्सिंग के चलते डूब गया.शेन वार्न-मार्क वॉशेन वार्न-मार्क वॉ:फिक्सिंग के आरोप में सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ी भी पीछे नहीं रहे हैं. विदेशी खिलाडियों के मामले में सबसे पहले फिक्सिंग का आरोप ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी शेन वॉर्न और मार्क वॉ पर लगा था. इन दोनों विदेशी खिलाड़ियों के ऊपर आरोप था की इन्होने १९९४ में श्रीलंका में हुए सिंगर कप के दौरान बुकियों से पैसे लेकर उन्हें पिच की जानकारी मुहैया कराई थी. जिसके कारण शेन वार्न और मार्क वॉ पर ८००० डॉलर का जुर्माना लगाया गया.मोहम्मद अजहरुद्दीन :एस. श्रीसंतअजय जडेजाशेन वार्न-मार्क वॉ |
बुदगेट २०१९ लाइव उपकेट्स इन हिन्दी | बजट २०१९ लाइव अपडेट्सहिन्दी इंडिया न्यूज ट्रेंडिंग ट्रेंडिंग#बुदगेट २०१९ लाइव उपकेट्स इन हिन्दी लाइव अपडेट्स बजट २०१९फेब्रुवारी १, २०१९ फेब्रुवारी १, २०१९ टीम टेंतरण ०बुदगेट २०१९ लाइव उपकेट्स इन हिन्दी वित्त मंत्री पीयूष गोयल आज अंतरिम बजट २०१९ पेश कर रहे हैं। जुड़े रहिए हमारे साथ फॉर लाइव अपडेट्स बजट २०१९बुदगेट २०१९ लाइव उपकेट्स इन हिन्दी:-१२:३९प्म- डेढ़ लाख इन्वेस्ट करने पर कोई टैक्स नहीं, बैंक से ४० हज़ार तक के ब्याज पर कोई टैक्स नहीं.१२:३३प्म- ५ लाख की आय पर कोई टैक्स नहीं१२:२७प्म- आपदा पीड़ित किसानों को ५% प्रतिशत की छूट१२:२६प्म- १० फीसदी से महंगाई ४ फीसदी पर लाए१२:२४ बजट में पहली बार अगले १० साल का विशन दिखाया गया.१२:२३प्म- किसान क्रेडिटकार्ड स्कीम के तहत २% की छूट१२:२२प्म- २०२२ तक पूर्ण स्वदेशी उपग्रह भेजेंगे.१२:२१प्म- ५.४५ लाख गाँव खुले में शौच से मुक्त१२:२१प्म- मेक इन इंडिया से मोबाइल कंपनियों की संख्या बढ़ी१२:२१प्म- देश में डिजिटल क्रांति की शुरुआत की,१२:१9प्म- मजदूरों के लिए ३००० मासिक पेंशन का एलान१२:१८प्म- हरियाण में २२वां आईम्स बनेगा.१२:१7प्म- आने वाले ८ सालों में भारत १० ख़रब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश होगा.१२:१५प्म- नोटबंदी से १ लाख ३६ हज़ार करोड़ का टैक्स मिला१२:१३प्म- २०१८-१9 में १२ लाख करोड़ टैक्स जमा हुआ , नोटबंदी से १ लाख ३६१२:११प्म- इस साल का गस्ट कलेक्शन १ लाख करोड़ से पार१२:१०प्म- हर राज्य को १४% टैक्स का लाभ केंद्र सरकार द्वारा मिला.१२:०9प्म- घर खरीदने वालों के लिए गस्ट का बोझ कम१२:०८प्म- टैक्स मूल्यांकन के लिए दफ्तर नहीं जाना होगा.१२:०६प्म- नई कंपनियों को २५% कॉर्पोरेट टैक्स देना होगा.१२:०६आम- २४ घंटे में आईटी रिटर्न की प्रोसेसिंग१२:०५प्म- मिडल क्लास का टैक्स का बोझ हटाना प्राथमिकता१२:०३प्म-स्टार्टउप के मामले में भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश बना.१२:०२प्म- प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत १9 हज़ार करोड़ा का बजट१२:०१प्म- टैक्स देने वालों की तादात ८०% तक बढ़ी .१२:०१प्म- गरीबों के लिए १० फीसदी आरक्षण की व्यवस्था.१२:००आम-१२ लाख करोड़ रूपए का टैक्स जमा हुआ .११:५9आम पीयूष गोयल-उरी फिल्म देखने में बहुत मज़ा आया.११:५9आम- मनोरंजन उद्योग में बढ़ावा देने का काम किया.११:५7आम- अगले पांच सालों में एक लाख डिजिटल गाँव बनाएंगे.११:५7आम- पिछले ५ सालों में मोबाइल डेटा ५०% बढ़ा.११:५६आम- समुद्री तट वाले इलाकों में साबरमाला प्रोजेक्ट शुरू किया.११:५५आम- ५ साल में सौरऊर्जा में १० प्रतिशत इजाफा११:५३आम- एविएशन सेक्टर में युवाओं को नौकरी के अवसर दिए.११:५२आम- ब्रॉडगेज पर सभी मानवरहित क्रॉसिंग ख़त्म की गई.११:५१आम- २७ किलोमीटर हाईवे हर रोज़ बनाए जा रहे हैं.११:५१आम- कर्मचारी की मृत्यु पर एप्फ २.५ से बढ़कर ६ लाख किया११:५०आम-हमनें रक्षा बजट बढ़ाकर ३ लाख करोड़ किया.११:४9आम- ओरॉप पर हमनें ३५ हज़ार करोड़ खर्च किए.११:४६आम-नेशनल आर्टिफिशियल पोर्टल लांच किया जाएगा.११:४५आम- म्समें सेक्टर को सशक्त बनाने के लिए उठाए कदम११:४४ आम देश के हर परिवार को अच्छी कुकिंग की सुविधा मिलेगी.११:४३ आम देश के मजदूरों को पेंशन देने का एलान११:४२ आम उज्जवल योजना में ८ करोड़ गैस कनेक्शन और देंगे.११:४१ आम श्रमिक की मृत्यु पर मुआवज़ा बढ़ाकर ६ लाख११:४० आम ग्रेच्युटी की सीमा १० से २० लाख बढ़ाई गई११:३८ आम एप्फ़ो के आंकड़ों की हिसाब से २ करोड़ लोगों को नौकरी११:३7 आम २१ हज़ार महिना के वेतन वाले को मिलेगा बोनस११:३६ आम पशुपालन और मछलीपालन के लिए ब्याज में २ प्रतिशत की छूट११:३३ आम कामधेनु योजना में दिया जाएगा 7५० करोड़ का बजट११:३२ आम राष्ट्रीय कामधेनु योजना जारी करेगी सरकार११:३२ आम किसान समाधान निधि योजना के लिए 7० हज़ार करोड़११:२८ आम २ हेक्टेयर खेत वाले किसानों के खाते में सीधा पैसा जाएगा.११:२७ आम -किसानों के खाते में सीधे ६ हज़ार रूपए जाएंगे.११:२५ आम फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया.मनरेगा में ६० हज़ार करोड़ का बजट देने का प्रबंधन किया जाएगा. ज़रुरत पड़ने पर बजट और भी बढ़ाया जाएगा.पीयूष गोयल: शैक्षिक संस्थानों में सरकार ने सीटें बढ़ाईं.पीयूष गोयल: देश के संसाधनों पर पहला हक़ गरीबों का है.पीयूष गोयल: अब बड़े व्यापारियों को भी लोन चुकाने की चिंता होती है.पीयूष गोयल: रेरा से रियल एस्टेट में पारदर्शिता आई.पीयूष गोयल: गांवों में 9८% स्वछता अभियान पूरा.पीयूष गोयल: महंगाई काबू करके सरकार ने लोगों का ४०% खर्च बचाया.पीयूष गोयल: बैंकिंग में सरकार ने सुरक्षा का मुद्दा छेड़ापीयूष गोयल: ५ साल में सरकार ने एफडीआई में भरपूर बढ़ोतरी की.पीयूष गोयल ने अपनी स्पीच में सरकार की उपलब्धियां बताईंपीयूष गोयल: २०२२ तक सरकार सबको घर देगीपीयूष गोयल: हम दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं.हम सबसे तेज़ बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं-पीयूष गोयलपीयूष गोयल ने कहा कि हम विकास की ओर आगे बढ़ रहे हैं,रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बजट २०१९ को पेश करना शुरू कर दिया है.बजट सत्र २०१९ शुरू हो चुका है और स्पीकर सुमित्रा महजान संसद में पहुँच चुकी हैं.बुदगेट २०१९ इंडिया: वित्त मंत्री पीयूष गोयल पार्लियामेंट पहुंच चुके हैं १०.००आमवित्त मंत्री पीयूष गोयल पार्लियामेंट पहुंच चुके हैं| ११ बजते ही बजट पेश कर दिया जाएगा।मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट आज पेश किया जा रहा है। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ११ बजे से बजट पेश कर रहे हैं। अरुण जेटली की अनुपस्थिति में इस आखिरी बजट को पेश किया जाएगा। इस बजट से सभी को कुछ न कुछ उम्मीदें हैं।किसानों को मिल सकता है तोहफाखबरों की मानें तो सरकार इस बजट में किसानों का विशेष ध्यान रखेगी। कहा जा रहा है कि आज के बजट में सरकार किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने की योजना का ऐलान कर सकती है।आंगनवाड़ी महिलाओं के लिए बजटखबरों की मानें तो इस बार सरकार आंगनवाड़ी और पोषण अभियान के लिए बड़ा बजट पेश कर सकती है। सरकार २६ हजार करोड़ रुपये का बजट आंगनवाड़ी कर्मचारियों की सैलरी के लिए दे सकती है।एजुकेशन लोन सस्ता हो सकता हैएजुकेशन लोन पर टैक्स छूट सीमा को बढ़ाने की ज़रूरत है ताकि लोन वालों को लम्बे समय में थोड़ी टैक्स से राहत मिल सके।इनकम टैक्स रेट में बदलावइनकम टैक्स रेट में बदलाव का ऐलान होने की उम्मीद की जा रही है, जिससे आम लोगों को राहत मिलेगी। इसकी लिमिट मौजूदा २.५ लाख रुपए से बढ़ाकर ३ लाख रुपए की जा सकती है।बुदगेट २०१९ लाइव उपकेट्स इन हिन्दी के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ ऑन फेसबुक, और ट्विटर पर। बुदगेट २०१९ लाइव उपकेट्स एंड हाइलिट्स: पीयूष गोयल प्रिसेंट इंटरिम यूनियन बुदगेट २०१९-२०उत्तराखंड न्यूज उत्तराखंड समाचार- सीएम त्रिवेंद्र रावत ने पीएम को दी बधाई बुदगेट २०१९ लाइव उपकेट्स एंड हाइलिट्स: पीयूष गोयल प्रिसेंट इंटरिम यूनियन बुदगेट २०१९-२० उत्तराखंड न्यूज उत्तराखंड समाचार- सीएम त्रिवेंद्र रावत ने पीएम को दी बधाई |
डेलोइटे जॉब्स रिक्रूटमेन्ट २०१९ ~ सरकारी नौकरी१०/१२/२०१९ ०८:५१:०० आमडेलोइटे जॉब्स रिक्रूटमेन्ट २०१९डेलॉयट ने वरिष्ठ प्रबंधक पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है. इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए जारी किया गया विज्ञापन देख सकते है. इसकी अंतिम तिथि जितनी जल्दी हो सके और २२५,4०० पदों की संख्या दी गई है.आवेदन का माध्यम ऑनलाइन है सभी जानकारी विज्ञापन के अनुसार है अधिक जानकारी के लिए प्रकाशित किया हुआ विज्ञापन देखे उसके बाद ही आवेदन करे. आवेदन करने से पहले मुख्य बिंदु कि जाँच करे जैसे - आयु सीमा, शैक्षिण योग्यता, अनुभव ,परीक्षा तिथि, चयन प्रक्रिया एवं जानकारी दोस्तों को शेयर करेआवेदन सुरक्षा - सलाहकारप्रबंधक - ओरेकल क्लाउड एचसीएमस्फक डेवलपरबीपीसी - परामर्शसलाहकार / वरिष्ठ सलाहकार - ओरेकल फ़ाइनेंशियालप्रबंधक - सलेस्फ़ोर्स.कॉमसहायक प्रबंधक - लेखा परीक्षा और आश्वासनईआरएस प्रबंधकहायरिंग आर्गेनाइजेशन - डेलॉयटआवेदन कैसे करे - डेलॉयट भर्ती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होंगा. आवेदन से सम्बंधित सभी महत्पूर्ण जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया विज्ञापन देखे.नोट- डेलोइटे जॉब्स रोजगार सुचना सरका री नौकरी कि जानकारी ऑफिसियल वेबसाइट से ली गई है सरकारी नौकरी कि जानकारी से संबंधित जानकारी के लिए जारी किया हुआ विज्ञापन देखे विज्ञापन देखने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट पर या विज्ञापन पर क्लिक करे, डेली रोजगार समाचार के लिए एप्लीकेशन यहाँ से डाउनलोड करे :- यहाँ क्लिक करेऑफिशियल वेबसाइट :- डेलोइटे जॉब्स )आवेदन करने के लिए - यहाँ क्लिक करे |
गागर में सागर भरने की कोशिश | पाग २ ऑफ २ | तेहल्का हिन्दिहोम किताबें गागर में सागर भरने की कोशिशगागर में सागर भरने की कोशिशकविताओं को भरपूर स्थान दिया गया है लेकिन उनसे गुजरते हुए इस बात का अहसास तीव्रता से होता है कि यहां गुणवत्ता के बजाय मात्रा को ध्यान में रखा गया है. नए और पुराने दोनों कवियों को अधिकाधिक संख्या में शामिल करने की हड़बड़ाहट ने कविता वाले हिस्से के स्तर को प्रभावित किया है. जाहिर है इस साहित्य वार्षिकी के अन्य पठनीय व समृद्ध हिस्सों से गुजरता हुआ पाठक जब कविताओं तक आता है तो उसे कमोबेश निराशा हाथ लगती है. एक कवि संपादक के नेतृत्व में निकले साहित्य विशेषांक में ऐसा होना थोड़ा चकित भी करता है. हिंदी की साहित्यिक पत्रिकाओं तथा विशेषांकों में यदि अन्य भाषाओं के अनुवादों को भी स्थान दिया जाए तो पाठकों का हासिल बढ़ेगा. शुक्रवार की इस साहित्य वार्षिकी का मूल्य ८० रुपये रखा गया है जो थोड़ा अधिक प्रतीत होता ह,ै लेकिन केवल तभी तक जब तक आप अंदर प्रकाशित सामग्री पर एक नजर डाल नहीं लेते.प्रेवियस आर्टियलएक और पूर्वज से संवादनेक्स्ट आर्टियलउनके साथ उनके रस्ते पर |
दो शहरों के बीच चलने वाली बसों को खाली समय में जाना होगा गांवों मेंमहिला आरक्षक का यौन उत्पीड़न करने वाले अस्प के खिलाफ फिरपासपोर्ट के लिए अब ऑफलाइन आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगेअसिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिये १५ दिन में जारी होगा विज्ञापन : पवैयाकांग्रेस नेत्री ट्विंकल डागरे अपरहण कांड में भाजपा नेता से १० घंटे पूछताछचुनौती जरूर बढ़ी पर जागरुकता अभूतपूर्व...हम फिर बनेंगे नंबर वन : निगम कमिश्नरटीबी के मरीजों को अब रोज लेना होगी दवाईदिसंबर के पहले सप्ताह से छग में शुरू हो सकती है लोकल उड़ान१०वीं टॉपर लड़ रहा जिंदगी की जंग, चंदाकर पहुंचाए १.८८ लाखशिक्षाकर्मियों की हड़ताल बेअसर करने सरकार ने उठाए कदमशिक्षाकर्मियों को वादा कर मुकर गई राज्य सरकार : भूपेशअब गुजरात में भी 'पद्मावती' के प्रदर्शन पर रोक, कम रूपाणी ने की घोषणादिल्ली सिर्फ यहां वालों की नहीं पूरे देश की है राजधानी - केंद्र सरकारअसम के स्वास्थ्य मंत्री ने कैंसर को बताया पूर्व जन्म के पापों का नतीजा, हो रही आलोचनासुखोई से सफलतापूर्वक दागी गई ब्रह्मोस, चीन-पाक चिंतितकर्नल ने घर बुलाकर लेफ्टिनेंट कर्नल की बेटी से किया रेप, गिरफ्तारचेन्नईः नकल करते पकड़ी गई छात्रा ने की आत्महत्या, छात्रों का हंगामाबांग्लादेश में १97१ के ६ युद्ध अपराधियों को मौत की सजाआज एक-दूजे के हो जाएंगे भुवी-नूपुर, शिखर धवन कर दी ऐसी बाततेजी के साथ खुला बाजार फिर फिसला, सेंसेक्स 2१ अंक ऊपरइस राशि वालों की लव मैरिज भी होती है अरेंजइंदौर ४ : हाथ में तलवार धारण कर बैठे हैं प्रथम पूज्य गणेशनईदुनिया ने इस गणेश उत्सव में आपसे घर/दुकान/कॉलोनी में विराजित गणेश जी की तस्वीर मांगी थी। हाथ में तलवार थामे प्रथमपूज्य गणेश की यह तस्वीर भेजी है इंदौर के अंबर नागौरी ने। अगली स्लाइड में देखें आपके गणपतिइंदौर ३ : कहीं आशीर्वाद देते तो कहीं मोहक मुद्रा में विराजे हैं गणपति |
चीन हब प्लेट पर १६क निकला हुआ किनारा जिस ब२२२० स्लिप निर्माता१६क फ्लेंग जीस बी २२२०,१६क निकला हुआ किनारा पर्ची,१६क निकला हुआ किनारा हबजीनन ह्युप्शीन फ्लेंगे को., लैड [शानदोंग,चीना] व्यवसाय प्रकार: उत्पादक में मार्क: अफ्रीका , अमेरिका की , एशिया , कैरेबियन , पूर्वी यूरोप , यूरोप , मध्य पूर्व , उत्तरी यूरोप , ओशिनिया , अन्य बाजार , पश्चिम यूरोप , दुनिया भर निर्यातक: ९१% - १००% प्रमाणपत्र: इसो९००१, स, टेस्ट रिपोर्ट, तुव विवरण: १६क फ्लेंग जीस बी २२२०,१६क निकला हुआ किनारा पर्ची,१६क निकला हुआ किनारा हबहोम > उत्पादों > निकला हुआ किनारा रेटिंग > १६क निकला हुआ किनारा > हब प्लेट पर १६क निकला हुआ किनारा जिस ब२२२० स्लिप हब प्लेट पर १६क निकला हुआ किनारा जिस ब२२२० स्लिपमॉडल नं.: जिस ब२२२० क्स ब१५०३ १६क फ्लेंगेचीन स्टील फ्लेंगे निर्माता निर्यातक - हब प्लेट पर १६क निकला हुआ किनारा जिस ब२२२० पर्ची - जिनान ह्युप्शीन फ्लेंगे कं, लिमिटेडजिस ब२२२०, क्स ब१५०३ स२७५, स४००, क२३५, क२७५, क३४५, आ१०५ के लिए फोर्जिंग द्वारा स्टील सामग्री कार्बन स्टील को निकालता है । ह्युप्शीन फ्लेंगेकीवर्ड: चीन जीआईएस फ़्लॉज निर्माता, चीन केएस फ़्लॉज निर्माता, चीन ५क फ़्लेग निर्माता, चीन १०क फ़्लेग निर्माता, चीन १६क फ़्लेग निर्माता, चीन २०क फ़्लॉज़ निर्माता, चीन स४०० फ़्लॉज निर्माता, चीन स४०० फ़्लोर निर्माता, स२७५ श्रेणी, स२७५ श्रेणी। इस्पात प्रवाह निर्माता, चीन ज़्हंग्क़ीऊ फ्लेंगे निर्मातासंबंधित उत्पादों की सूची: १६क फ्लेंग जीस बी २२२० , १६क निकला हुआ किनारा पर्ची , १६क निकला हुआ किनारा हब |
बॉबी देओल, बॉब्बी देओल गिफ्टेड हिम्सेल्फ आ नव रंज रोवर स्पोर्ट सुव | बॉबी देओल ने खुद को गिफ्ट की सुव कार, १.२० करोड़ रुपए में खरीदी रेंज रोवर - दैनिक भास्करबॉबी देओल, बॉब्बी देओल गिफ्टेड हिम्सेल्फ आ नव रंज रोवर स्पोर्ट सुवबॉबी देओल ने खुद को गिफ्ट की सुव कार, १.२० करोड़ रुपए में खरीदी रेंज रोवरबॉबी की अपकमिंग फिल्म 'यमला पगला दीवाना फिर से' और 'हाउसफुल ४' हैजून २७, २०१8, ०४:४6 प्म इस्टमुंबई. लंबे समय बाद फिल्म मिली और वो कामयाबी हुई तो बॉबी देओल ने खुद को एक शानदार गिफ्ट दिया। उन्होंने बुधवार को १.२० करोड़ रुपए की रेंज रोवर खरीदी। ये कार उन्होंने अपनी फिल्म 'रेस ३' के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से खुश होकर खरीदी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रेस ३ के लिए बॉबी को तकरीबन ७.५० करोड़ रुपए दिए गए हैं। बॉबी ने जो रेंज रोवर खरीदी है वो ३.० लीटर डिजल स्पोर्ट्स कार है। बता दें कि बॉबी को लग्जरी कार और बाइक्स का हमेशा से शौक रहा है। उनके पास लैंड रोवर, फ्रीलैंडर २, रेंज रोवर वोग, मर्सिडीज-बेन्ज एस-क्लास, पोर्शे कायेन जैसी लग्जरी कारें हैं।लंबे समय से नहीं था कोई कामबता दें कि 'रेस ३' बॉबी को सलमान खान की वजह से ही मिली है। बॉबी ने सलमान से गुजारिश की थी कि वे उन्हें काम दिलाएं। चूंकि सलमान के स्ट्रगलिंग डेज में सनी देओल ने उनकी मदद की थी इसलिए बॉबी की मदद के लिए सलमान भी आगे आए। फिल्म में रोल मिलने पर बॉबी ने सलमान के बारे में कहा था- वो मेरे लिए एंजल (फरिश्ते) हैं। उन्हें लंबे समय से एक अच्छी और हिट फिल्म की जरूरत थी। ऐसे में सलमान मेरे लिए एंजल बनकर आए और मुझ पर भरोसा करते हुए सही समय में 'रेस ३' जैसी फिल्म में काम करने का मौका मिला। बॉबी वैसे तो आखिरी बार २०१७ में आई फिल्म 'पोस्टर ब्वॉयज' में नजर आए थे, लेकिन यह फिल्म फ्लॉप रही थी। बॉबी की लास्ट हिट फिल्म ७ साल पहले २०११ में आई 'यमला पगला दीवाना' थी, जिसमें उनके पिता धर्मेन्द्र और भाई सनी देओल ने भी काम किया था। बॉबी की अपकमिंग फिल्म 'यमला पगला दीवाना फिर से' और 'हाउसफुल ४' है।रेस-३ की कलेक्शनवैसे तो रेस-३ फिल्म की क्रिटिक्स और कई सोशल मीडिया यूजर आलोचना कर रहे हैं लेकिन फिल्म ने दो हफ्ते में अपनी लागत निकाल ली है। फिल्म बनी है १५० करोड़ में और १२ दिन में फिल्म की कमाई है १6० करोड़। विदेशों में कमाई मिला दें तो ये २७० करोड़ रुपए है। |
१५ मई २०१९ | डॉ.स्नेहा दुबे (इस आर्टिक्ल को २५ बार पढ़ा जा चुका है)विटामिन आ बेनेफिट्स इन हिन्दी- मानव शरीर में बहुत सी चीजें जरूरी होती है जिसकी वजह से अच्छा स्वास्थ्य बनता है. स्वास्थ्य अच्छा रहता है तो रोग प्रतिरोधक क्षमता सही रहती है और व्यक्ति कम बीमार पड़ता है. जिस तरह से शरीर में आयरन, कैल्शियम और जिंक जरूरी होता है उसी तरह से विटामिन का भी अपना काम होता है. विटामिन्स कई तरह के होते हैं और इन सभी का काम हमारा स्वास्थ्य ठीक रखना होता है जिसके सही से काम करने पर हमारी बॉडी पार्ट्स भी अच्छे से काम करते हैं. अब आपको लगेगा कि विटामिन की मात्रा सही रखने के लिए आपको क्या करना चाहिए, तो आपको बता दूं कि विटामिन की मात्रा बॉडी में रखने के लिए या तो आपको टैबलेट लेनी चाहिए या फिर नेचुरल तरीकों से विटामिन की मात्रा समान्य रखिए.विटामिन ए, बी, सी, डी, ई जैसे कई मिनरल्स होते हैं लेकिन मैं यहां पर विटामिन ए के बारे में बात करूंगी जो वसा में घुलनशील होता है. यह मुख्य रूप से रेटिनॉयड और कैरोटिनॉयड दो रूपों में पाया जाता है. सब्जियों का रंग जितना गहरा और चमकीला होता है उसमें कैरोटिनॉयड की मात्रा उतनी ज्यादा होगी. विटामिन शरीर के सभी अंगो को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है, हालांकि यह हमारे भोजन में अलग-अलग रूपों में पाया जाता है लेकिन अगर इसकी कमी हो भी गई तो आपको प्राकृतिक स्रोतों से ही इसकी कमी को दूर करना चाहिए.क्या होता है विटामिन ए ? व्हेट इस विटामिन आ ?विटामिन ए शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों से बचने में मदद करता है. शरीर के सही विकास के लिए विटामिन ए बहुत अहम भूमिका को निभाता है. विटामिन ए वसा में घुलनशील होता है और ये शरीर में कई चीजों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. विटामिन एक के अच्छे स्रोत हैं गाजर, चुकंदर, शलजम, शकरकंद, मटर, टमाटर, ब्रोकली, कद्दू, साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, धनिया, गिरीदार फल, पीले या नारंगी रंग के फल, आम, तरबूज, पपीता, चीकू, राजमा, सरसों, बींस जैसी चीजों में उचिक मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है. भोजन में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट युक्त विटामिन ए लेने से उम्र ज्यादा नहीं दिखाई देती.क्या होते हैं विटामिन ए की कमी के लक्षण ? सिंप्टम्स ऑफ विटामिन आ डेफिशियन्सीजिस तरह कैल्शियम की कमी से हड्डियों में दर्द, आयरन की कमी से कमजोरी का एहसास होता है बिल्कुल उसी तरह से विटामिन ए की कमी होने पर भी कई तरह की समस्याएं शुरु हो जाती हैं. इसकी कमी होने पर आपको कुछ ऐसे लक्षण दिखने लगेंगे.१. अंधापन२. आँखों में सूखापन३. रूखे बाल४.सूखी त्वचा५. बार-बार सर्दी-जुखाम७. नींद न आना८. निमोनिया९. प्रजनन में कठिनाई१0. साइनसक्या होते हैं विटामिन ए के फायदे ? बेनेफिट्स ऑफ विटामिन आस्वस्थ शरीर के लिए विटामिन बहुत जरूरी होता है और इसका उपयोग हमारी आंखों की रौशनी से लेकर मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है. विटामिन एक हृदय रोगों, अस्थमा, डायबिटीज और कई दूसरी बीमारियों से लड़ने में फायदेमंद साबित हो सकता है. विटामिन ए के कुछ और भी लाभ होते हैं जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए.आंखों के लिए- विटामिन ए रोटोप्सिन का एक जरूरी भाग होता है. जब हमारी आंखों की रेटिना पर रोशनी पड़ती है तो यह सक्रिय हो जाता है और दिमाग को सिग्नल भेजता है. इसी वजह से हम चीजों को देख पाते हैं. बीटा कैरोनॉयड भी विटामिन ए का रूप है जो पौधों में पाया जाता है औ यह आंखों के धुंधलेपन को दूर करता है, जिससे उम्र के साथ आंखों से कम दिखाई देने की समस्या उत्पन्न नहीं होती है.इम्यून सिस्टम- हमारे शरीर का कार्य प्रचुर मात्रा में विटामिन ए पर निर्भर करता है, इसलिए ये इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह जीन नियंत्रित करता है जो कैंसर और ऑटो इम्यून जैसी गंभीर बीमारियों से लडऩे के अलावा संक्रमण से भी शरीर की सुरक्षा करता है. बीटा कैरोटीन खासकर बच्चों में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है. एक स्टडी के मुताबिक विटामिन एक की उच्च मात्रा बाल मृत्युदर को २४ प्रतिशत कम कर देती है. विटामिन ए की कमी से बच्चों को डायरिया और खसरा जैसी बीमारियां हो जाती हैं.स्वैलिंग (सूजन) कम करने में- विटामिन एक में एंटीऑक्सी़डेंट के गुण पाए जाते हैं जो कि शरीर में मुक्त कणों को बेअसर करते हैं जिससे ऊतक और कोशिकाएं भी डैमेज हो जाती हैं. विटामिन एक कोसिकाओं को ज्यादा सक्रिय होने से रोक देता है और जब इम्यून सिस्टम खाद्य प्रोटीन के प्रति ज्यादा सक्रीय होता है तो शरीर में फूड एलर्जी और सूजन बढ़ने लगती है. विटामिन एक इस तरह से फूड एलर्जी को बेअसर करता है और शरीर को खतरनाक बीमारियों से बचाता है.त्वचा को स्वस्थ रखने में- विटामिन एक के फायदे किसी घाव को भरने और त्वचा के लिए बहुत उपयोगी साबित होता है. यह त्वचा की कोशिकाओं को बनने में आंतरिक और वाह्य रूप से सहायता करता है स्किन कैंसर में मदद करता है. ग्लाइकोप्रोटीन के निर्माण में विटामिन ए की जरूरत होती है.कैंसर के लड़ने में- सभी जानते हैं कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है लेकिन विटामिन एक शरीर कोशिकाओं के निर्माण को रोकता है और कई रूपों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लडऩे में मदद करता है. रेटिनोइक एसिड कैंसर के इलाज में काफी सहायक होती है. फेफड़े, स्तन, गर्भाशय, ब्लैडर, मुख और त्वचा कैंसर को रेटिनोइक एसिड द्वारा दबाया जा सकता है. एक स्टडी में पाया गया है कि मेलानोमा, हेपेटामा, फेफड़ों के कैंसर, स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से रेटिनोइक एसि़ड सहायता करते हैं.साइड इफैक्ट्स में- मानव शरीर को कई तरह के साइड इफैक्ट्स हो जाते है. इसमें पीलिया, मितली, उल्टी, भूख की कमी, चिड़चिडापन और बाल झडऩे जैसे साइड इफैक्टस जैसी समस्याओं को विटामिन एक का सेवन खत्म कर सकता है. विटामिन ए की मात्रा से भरपूर वाले पदार्थ को हर किसी को लेने चाहिए जिससे आपको सही तरह से पोषक तत्व मिल सके.हड्डियों के लिए- अब तक आप जानते होंगे कि हड्डियो को मजबूत करने के लिए कैल्शियम लेना सही रहता है लेकिन अब आप जान लीजिए कि कैल्शियम के साथ ही विटामिन ए का होना भी आपकी हड्डियों को फायदा कर सकता है.विटामिन ए की मात्रा भी अगर आपको ज्यादा लगने लगे तो उसका असर भी आपकी हड्डियों पर पड़ सकता है, इसलिए इसे ज्यादा मात्रा में नहीं लें. |
- रक्षाबंधन पर खली बसों की कमी , मैनपुरी न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।मैनपुरी रक्षाबंधन पर खली बसों की कमी {"_ईद":"४१८९३","स्ल्ग":"मैनपुरी-४१८९३-१","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९३०\उ09१5\उ०९४ड\उ०९३७\उ०९३ए\उ०९२च\उ०९०२\उ०९२7\उ०९२8 \उ०९२आ\उ०९३० \उ09१6\उ०९३2\उ०९४0 \उ०९२च\उ०९३8\उ०९४ब\उ०९०२ \उ09१5\उ०९४0 \उ09१5\उ०९२ए\उ०९४0 ","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३० \उ09१4\उ०९३० \उ०९३०\उ०९३ए\उ09१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}मैनपुरी। परिवहन निगम के तमाम दावों के बाद भी रक्षाबंधन पर आवागमन के लिए यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रोडवेज के अधिकांश चालक और परिचालकों के अवकाश पर चले जाने के कारण बसों की खासी कमी रही। परिवहन निगम की इक्का-दुक्का चल रही बसों में यात्री ठसाठस भरे नजर आए। यात्रियों को घंटों बसों का इंतजार करते देखा गया। वहीं डग्गामार वाहन चालकों ने जमकर कमाई की। गौरतलब है कि परिवहन निगम ने दावा किया था कि रक्षाबंधन पर सभी चालक और परिचालकों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं और कुछ अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गई है। इसके विपरीत निगम के दावों की पोल खुल गई। रक्षाबंधन पर रोडवेज बस स्टैंडों पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। जबकि बसों की संख्या सीमित थी। ऐसे में लोगों को बसों के लिए न सिर्फ इंतजार करना पड़ा, बल्कि बसों में प्रवेश के धक्का-मुक्की भी करनी पड़ी। सवारियों की संख्या अधिक होने के कारण लोगों को घंटों बसों का इंतजार करते देखा गया।इसका डग्गामार वाहन चालकों ने जमकर फायदा उठाया। वाहनों के बोनट को छोड़कर चारों ओर सवारियां लटकती नजर आईं। प्राइवेट बसों में यात्रियों ने बसों की छतों पर भी यात्रा की। नगर के प्राइवेट इटावा, जसराना, अलीगंज और किशनी बस स्टैंडों पर भी पूरे दिन यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई। सवारियों को उतरने का मौका देने से पूर्व ही खिड़कियों के दरवाजे आदि में घुस जाते थे। पूरे दिन जनपद के विभिन्न मार्गों पर यात्रियों की ठसाठस भरे डग्गामार वाहन दौड़ते नजर आए।रक्षा बंधन पोमेस स्पॉटलाइट |
बचपन एक्सप्रे | न्यूज, लाटेस्ट न्यूज, ब्रेकिंग न्यूज उत्तर प्रदेश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने दिया बयान | बचपन एक्सप्रेस बचपन एक्सप्रे | न्यूज, लाटेस्ट न्यूज, ब्रेकिंग न्यूजउत्तर प्रदेश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने दिया बयानउत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस ४३१ के सामने आए हैं आइसोलेशन में ४६२ लोगों को उपचारित किया जा रहा है। ८६३२ लोगो को आइसोलेशन में रखा गया है। लेवल वन लेवल २ लेवल ३ में ७८ हमारी लेवल वन लेवल-२ के 1३ निजी क्षेत्र के अस्पताल है है सरकारी क्षेत्र के अस्पताल है इसके अलावा ४५ सरकारी एवं प्राइवेट लेवल-२ की चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध है इसमें और भी इलाज हो रहा है इसलिए उन्हें पूरी तरीके से नोटिफाइड नहीं किया गया है वहीं लेबल- ३ के ६ हॉस्पिटल है है जिन पर टेस्टिंग की व्यवस्था शुरू कर चुके।अब तक ९ लैब्स में 1३ सौ सैंपल चेकिंग के लिए भेजा गया है। प्रयागराज, आगरा, राम मनोहर लोहिया, लखनऊ एनओसी आईसीएमआर ने क्लियर कर दिया है वही बरेली में भी एक हॉस्पिटल को क्लीयरेंस मिल गई है, इससे हम डेली टेस्टिंग की संख्या बढ़ा सकेंगे, इससे हम १००० प्रतिदिन सैंपल टेस्ट किए जाएंगे और हमारा प्रयास है कि हम डेढ़ हजार तक सेंपलिंग टेस्ट कर सकेंगे।।प्रेवियस उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव गृह-सूचना अवनीश अवस्थी ने दिया बयाननेक्स्ट मक्सिमिजिंग बेनेफिट्स एंड सेल्फ एक्टुअलिसेशन |
आज का रशिफल इन हिन्दी, डेली होरोस्कोप १ डिसेंबर २0१8: एरीज ज़ोडियाक पेओपल विल गेट सक्सेस इन लाइफ तोडे | राशिफल १ दिसंबर : इन राशिवालों के लिए खास रहेगा महीने का पहला दिन, आएगी खुशहालीडेक २, २0१8, ०६:३५ आम इस्टसिंह - आज आपका जोश भी चरम पर हो सकता है. नए लोग आपसे जुड़ सकते हैं. रिश्तों से जुड़े कई पहलू आपके लिए खास हो सकते हैं. किसी रिश्ते को मजबूत करने या टूटते रिश्ते को बचाने के लिए कोई सलाह लेनी हो, तो आपके लिए समय बहुत अच्छा हो सकता है. आज आप ऐसे कई काम निपटा सकते हैं, जिनकी अनदेखी आप काफी समय से करते आ रहे हैं. अचानक सामने आने वाले कामों के लिए खुद को पहले से तैयार कर लें. |
बिग बॉस-७: अरमान ने एजाज को दी दस सेकेंड में दफन करने की धमकी- हरिभूमि, हरिभूमिहोमे > मनोरंजन > टेलीविज़न > बिग बॉस-७: अरमान ने एजाज को दी दस सेकेंड में दफन करने की धमकीबिग बॉस-७: अरमान ने एजाज को दी दस सेकेंड में दफन करने की धमकीबिग बॉस के घर में रोज नए झगड़े होते जा रहे हैं।कलर्स टीवी पर चल रहे रियलिटी शो बिग बॉस ७ में समय बीतने के साथ ही घर के सदस्यों के बीच होने वाले लड़ाई-झगड़े और पॉलिटिक्स बढ़ती जा रही है। रोज घर के अंदर कोई न कोई विवाद होता रहता है। पिछले दिनों संग्राम सिंह का अरमान कोहली के साथ एक जबरदस्त झगड़ा हुआ था जो बिग बॉस के घर के भीतर और बाहर लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया था। संग्राम का कहना था कि वो तनिषा के साथ किए गए अरमान के व्यवहार से खफा थे।वैसे बाद में संग्राम सारे गिले-शिकवे भुला कर अरमान से माफी मांगने को तैयार हो गए थे, लेकिन अरमान ने यह भी कह दिया था कि संग्राम उनसे उलझने की कोशिश ना करें वरना शो के बाहर वो उन्हें 'देख लेंगे'। वैसे अब बिल्कुल ताजा-तरीन कंट्रोवर्सी की बात करें तो इस बार झगड़ा हुआ है अरमान कोहली और घर के नए सदस्य एजाज खान के बीच में।नव कन्ट्रोवर्सी इन बिग बॉस हाउस |
द्रिया नाम का अर्थ, मतलब, राशि, राशिफल - द्रिया नाम का मिनिंग, मतलब, अर्थ, राशि इन हिन्दीद्रिया का मतलब और राशि - द्रिया मिनिंग और राशि इन हिन्दींग्लिश: द्रियाअर्थ गरीबी के विनाशक, धैर्यद्रिया नाम की राशि - द्रिया नाम का रशिफलमीन राशि का स्वामी ग्रह गुरु होता है। भगवान विष्णु (सत्यनारायण भगवन) को मीन राशि का आराध्य देव माना जाता है। मीन राशि के द्रिया नाम की लड़कियाँ पाचन तंत्र और इम्यून सिस्टम की समस्याओं से परेशान रह सकते हैं। इन द्रिया नाम की लड़कियों को शराब की लत नहीं होनी चाहिए। द्रिया नाम की लड़कियाँ गठिया, नाक सम्बन्धी समस्या और ट्यूमर से ग्रस्त हो सकते हैं। इस राशि के द्रिया नाम की लड़कियाँ स्वभाव में संवेदनशील होते हैं दूसरों के दुःख में अंदर से दुखी हो जाते हैं। द्रिया नाम की लड़कियाँ परोपकारी होते हैं।द्रिया नाम का मतलब - द्रिया का अर्थअगर आप अपने बच्चे का नाम द्रिया रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। आपको बता दें कि द्रिया का मतलब गरीबी के विनाशक, धैर्य होता है। गरीबी के विनाशक, धैर्य होना बहुत अच्छा माना जाता है और इसकी झलक द्रिया नाम के लोगों में भी दिखती है। इस वजह से भी बच्चे का नाम द्रिया रखने से पहले उसका अर्थ पता होना चाहिए। नाम का मतलब गरीबी के विनाशक, धैर्य होने की वजह से द्रिया नाम के लोगों को समाज में भी बहुत पसंद किया जाता है। द्रिया नाम वाले व्यक्ति बिलकुल अपने नाम के मतलब की तरह यानी गरीबी के विनाशक, धैर्य होते हैं। आगे पढ़ें द्रिया नाम की राशि, इसका लकी नंबर क्या है, द्रिया नाम के गरीबी के विनाशक, धैर्य मतलब के बारे में विस्तार से जानें।द्रिया नाम का शुभ अंक - द्रिया नाम का लकी नंबरद्रिया नाम की लड़कियों की राशि का ग्रह स्वामी बृहस्पति और शुभ अंक ३ होता है। ३ अंक वाली द्रिया नाम की महिलाओं में सबको आकर्षित करने के गुण होते हैं और इनकी लोकप्रियता भी अधिक होती है। शुभ अंक ३ वाली द्रिया नाम की लड़कियां अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाना जानती हैं। द्रिया नाम की महिलाएं नियमों, सिद्धांतों और अनुशासन में रहकर जिंदगी जीती हैं। इस अंक वाली द्रिया नाम की लड़कियां जिद्दी और अड़ियल किस्म की होती हैं। यही वजह है कि इनके दोस्त कम और दुश्मन ज्यादा बनते हैं। अगर आपका नाम द्रिया नाम है तो आपको अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। आपको डायबिटीज का खतरा बना रहता है।द्रिया नाम के व्यक्ति का व्यक्तित्व - द्रिया नाम के व्यक्ति की पर्सनालिटीमीन, द्रिया नाम के लोगों की राशि है। अध्यात्म के प्रति द्रिया की लड़कियों का काफी गहरा झुकाव होता है। मीन राशि से जुडी द्रिया नाम की लड़कियां अपने आप को संतुष्ट रखने कोशिश करती रहती हैं। द्रिया नाम की लड़कियों की कोशिश रहती है कि वे बिना किसी उपद्रव के शांति से रह सकें। जिन महिलाओं का नाम द्रिया है, उन्हें लड़ाई-झगड़ा बिलकुल पसंद नहीं होता है। द्रिया नाम की लड़कियां मानती हैं, कि उनके विचारों का सम्मान जरूर किया जाना चाहिए।द्रिया की मीन राशि के हिसाब से और नाम |
महाराष्ट्र में ३० जून के बाद भी लागू रहेगा लॉकडाउन, सीएम ठाकरे ने की घोषणा | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १जून २८ २०२० ०४:३२ प्ममुंबई: राज्य में बढ़ते कोरोना के केस के मद्देनज़र रविवार को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया कि राज्य से लॉकडाउन अभी नहीं हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों की तादाद में इजाफा जारी है। इसके चलते ३० जून को लॉकडाउन नहीं खोला जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील दी जाएगी। बता दें कि महाराष्ट्र कोविड-१9 महामारी से सबसे अधिक प्रभावित सूबा है।सीएम उद्धव ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अधिक मात्रा में भीड़भाड़ की गई, तो लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा। सीएम उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि अनलॉक शुरू होने पर कोरोना मरीजों की तादाद भी बढ़ सकती है। राज्य सरकार ने अधिक से अधिक जाँच करवाना शुरू किया है, इसलिए लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोरोना के लिए जैसे ही किसी नई दवा का नाम आता है, वह खुद उसे राज्य में लाने की कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि इस वक़्त रेडमेसिवीर व एक अन्य दवा की जमकर चर्चा हो रही है। केंद्र सरकार से इस दवा की इजाजत पिछले सप्ताह मिल चुकी है। वह इन दोनों दवाओं को जल्द राज्य में लाकर अस्पतालों में मुफ्त मुहैया करवाएंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि परसों हम नेशनल डॉक्टर्स डे मना रहे हैं। डॉक्टर्स हमारे लिए लड़ रहे हैं, मैं उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं। कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, हम इस मुद्दे से एक साथ निपटेंगे। हमें बेचैन नहीं होना चाहिए और अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलना चाहिए।आखिर क्यों व्यापारिक वेबसाइट बना रहा एसबीआई ?महाराष्ट्र कम उद्धव ठाक्रुद्धव थकरे लाटेस्ट उपड़त्स्महाराश्र लॉकडाउन उपकेट्स |
ऑगस्ट २०१९ - स्ट्रीट आयुर्वेदगैस की समस्या साधारण लगती है, लेकिन कई बार बड़ी परेशानियों का सबब बन जाती है। गैस के कारण पौष्टिक भोजन का भी शरीर को पूरा लाभ नहीं मिल पाता। गैस के दुष्परिणाम और इनसे बचने के उपाय बता रही हैं शमीम खान, शरीर में गैस का बनना साधारण बात []सेक्स करते समय इस बात का ध्यान रखते हैं कि वो ज्यादा देर तक टिके रहें और चाहते हैं थोड़ा और हो, लेकिन इसे बरक़रार रखने के लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है और अगर आपको वह बातें नहीं पता हैं तो हम आपको बताने जा रहे []वजन बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय और मोटा होने के तरीके शरीर का वजन बढ़ाना भी वजन कम करने की तरह एक कठिन प्रक्रिया है। इसके लिए व्यक्ति को धैर्य और उचित अभ्यास की जरूरत पड़ती है। ज्यादातर व्यक्तियों के शरीर की ऐसी संरचना (बॉडी स्ट्रक्चर) होती है कि उनका []कई लोगो में मन में यह एक सवाल जरूर होता है की आँखों की रोशनी कैसे तेज करे क्योंकि दिन भर लैपटॉप, कंप्यूटर पर लम्बे समय काम करते रहने की वजह से उनकी आंखे थक सी जाती है क्योंकि लगातार काम करते रहने से आँखों पर बहुत गलत प्रभाव पड़ता []जानिए बाल टूटने के कारण और उन्हें रोकने के घरेलू उपायजानिए बाल टूटने के कारण और उन्हें रोकने के घरेलू उपाय, ऐसे बनाए अपने बालों को घने एवं मजबूत बाल टूटने के मुख्य कारण समय के चलते इंसान के ऊपर जिम्मेदारी का प्रेशर भी बढ़ता जा रहा है इसके कारण इंसान तनाव और अधिक बढ़ रहा है स्ट्रेच यानी तनाव []कुछ दिनों से अंशुल साहू, ३५, के गुदा (पाख़ाना की जगह) से रक्तस्त्राव हो रहा था और एक हफ़्ते बाद उन्हें वहाँ से कुछ मास निकला हुआ महसूस हुआ| यहाँ जाँच करवाने पर पता चला यह बवासीर (पाइल्स) के लक्षण हैं और बवासीर का इलाज (पाइल्स ट्रेटमंट इन हिन्दी) करवाने अंशुल तुरंत हमारे सीनियर सर्जन, []खुजली का आयुर्वेदिक इलाज: खुजली होना एक बहुत ही आम बात है. यदि किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा खुजली हो रही है तो ये एक गंभीर समस्या हो सकता है. और ज्यादातर खुजली त्वचा पर ऊपर के तरफ ही होती है. त्वचा पर खुजली चलने, दाद हो जाने, []अस्थमा और खांसी साथ-साथ चलते है, यानी सभी अस्थमैटिक खांसी से ग्रस्त होते हैं। चलिए जानें कि अस्थमा और खांसी में क्या संबंध है। वैसे तो खांसी, अस्थमा से बिल्कुल अलग होती है, पर यह भी सही है कि अस्थमा से पीड़ित लोगों में खांसी भी एक लक्षण होता हैं। []डायबिटीज जिसे आम भाषा में शुगर की बीमारी कहा जाता है एक आम समस्या है. डायबिटीज तक़रीबन हर दुसरे या तीसरे घर में पाया जाता है. इस विषय में कई भ्रान्तिया में मौजूद है और उन सभी के विषय में अधिक जानकारी आप भविष्य में आप इस ब्लॉग पर पढ़ []स्किन हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है. स्किन के कई लेयर्स होते हैं और हर लेयर की अपनी ज़रूरतें होती हैं और हर लेयर की देखभाल के लिए विशेष उपाय करने पड़ती हैं. हर व्यक्ति चाहता है कि उसे स्किन प्रॉब्लम न हो और वह अपनी उम्र से कम [] |
नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी नें राइट टू इक्वेलिटी- पैराडाइम शिफ्ट विषय पर वेबिनार आयोजित किया। - न्यूज ओन इंडियाहोम/ब्रेकिंग न्यूज/नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी नें राइट टू इक्वेलिटी- पैराडाइम शिफ्ट विषय पर वेबिनार आयोजित किया।ब्रेकिंग न्यूज़ट्रेंडिंग न्यूजनोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी नें राइट टू इक्वेलिटी- पैराडाइम शिफ्ट विषय पर वेबिनार आयोजित किया।न्यूज ओन इंडिया सेंड अन ईमेल जून ७, २०२०राज्य कानून के समक्ष किसी व्यक्ति की समानता या कानून के क्षेत्र में समान संरक्षण से इनकार नहीं करेगा प्रतीक प्रकाश बनर्जी न्यायमूर्ति कलकत्ता उच्चन्यायालयनोएडा- नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के ऑफ़ लॉ एंड लीगल अफेयर्स ने राइट टू इक्वेलिटी- पैराडाइम शिफ्ट के एक बहुत ही रोचक और प्रासंगिक विषय पर एक वेबिनार आयोजित किया। इस वेबिनार सत्र के मुख्य अतिथि वक्ता कलकत्ता उच्चन्यायालय के न्यायमूर्ति प्रतीक प्रकाश बनर्जी थे।सत्र की शुरुआत बैद्यनाथ मुखर्जी, सहायक प्रोफेसर स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल अफेयर्स द्वारा की गई, तथा स्वागत भाषण कुलपति प्रो. (डॉ) जयानंद द्वारा दिया गया। इस सत्र में २५० से भी ज्यादा छात्रों ने भाग लिया।मुख्य अतिथि वक्ता न्यायमूर्ति प्रतीक प्रकाश बनर्जी ने अपने भाषण में समानता के विषय पर अपने गहन ज्ञान से श्रोताओं और छात्रों को मंत्र मुग्ध कर दिया।उन्होंने भारतीय संविधान में समानता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इतिहास ने धर्म, जाति, लिंग, भाषा और कई अन्य आधारो पर अपूरणीय अन्याय और विभाजन देखा है। इसलिए, भारत असमान लोगों के कुछ वर्गों को विशेषा धिकार देने और दूसरों को अधीन करने, तत्कालीन समाज में प्रचलित लोगों के कारण विशेषाधिकार प्राप्त करने का समाज था।ऐसी सामाजिक स्थिति को सुधारने के लिए, असमानता की अवधारणा को अनुच्छेद १४ के तहत संविधान में आयात किया गया था।उन्होंने भारत के संविधान की प्रस्तावना में स्पष्ट रूप से कहा गया है, कि नागरिकों की स्थिति और अवसर की समानता को सुरक्षित किया जाएगा । अतः समानता भारतीय राज्य का मूलभूत लक्ष्य बन गया। न्यायमूर्ति प्रतीक प्रकाश बनर्जी ने आगे कहा कि कानून के समक्ष समानता- का मतलब है कानून के सामने समानता और सबके लिए कानून की समान सुरक्षा। अवधारणा यह है कि सभी मनुष्य जन्म से समान होते हैं, इसलिए कानून के सामने समान हैसियत के पात्र हैं। राज्य कानून के समक्ष किसी व्यक्ति की समानता या कानून के क्षेत्र में समान संरक्षण से इनकार नहीं करेगासमानता एक अधिकार है, जिसे अवैधता में दावा नहीं किया जा सकता है और इसलिए, एक नागरिक या अदालत द्वारा नकारात्मक तरीके से लागू नहीं किया जा सकता है।इस प्रकार अनुच्छेद १४ दो अभिव्यक्तियों कानून के समक्ष समानता और कानून कई समान संरक्षण का उपयोग करता है। साथ ही, उन्होंने यह भी चर्चा की कि दोनों अभिव्यक्तियाँ समानता की अवधारणा के अभिन्न अंग हैंइसके बाद श्री बैद्यनाथ मुखर्जी द्वारा आयोजित प्रश्न और उत्तर दौर का आयोजन किया गया, जहां विभिन्न प्रतिभागियों ने माननीय वक्ता के सामने अपनी शंकाओं और विचारों को रखा।कार्यक्रम के अंत में वेबिनार के संयोजक डॉ. परंतपदास, एच ओ डी, स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल अफेयर्स, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी एवं मिस प्राची श्रीवास्तव असिस्टेंट प्रोफेसर स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल अफेयर्स, एन. आई .यू द्वारा अतिथि वक्ता को वोट ऑफ थैंक्स दिया गया. यह वेबिनार एक बहुत ही सफल कार्यक्रम सिद्ध हुआ और अपने उदेशय में परिपूर्ण रहा इबॉलिवुड #न्यूसोनेंडिया वेबिनारसोनू सूद का कलाकार से मसीहा बनना शिवसेना को नही भा रहाकासगंज- आठ जून को भी नहीं खुले मंदिरों के कपाट,सीतापुररेउसा ३ बीघा गन्ने की फसल जलकर राख ! |
कैसे सफलता प्राप्त करने के लिए | नेकुलाई फंतानारूकैसे सफलता प्राप्त करने के लिएऑन फेब्रुवारी १३, २००९, इन लीडरशिप इम्पैक्ट, बाय नेकुलाई फंतानारूसफलता उसे दुख और बलिदान के ३० से अधिक वर्षों की लागत.चंगेज खान एक शत्रुतापूर्ण दुनिया में बड़ा हुआ, एक बच्चे के रूप में, वह अपने पिता की हत्या के देखा, वह बंदी पांच वर्ष से अधिक आयोजित किया गया, उसकी पत्नी है कि वह प्यार इतना अपहरण कर लिया था और वह हमेशा अकाल द्वारा धमकी दी थी.लेकिन इन सभी कठिनाइयों उसे नहीं शारीरिक या मानसिक रूप से नहीं ध्वस्त कर दिया है, लेकिन उसे एक आदमी है जो एक महान विजेता बन गया था में बदल गया. चंगेज खान एक संयुक्त मंगोलियाई राष्ट्र की नींव सेट, वह स्क्रिप्ट का भंडारण शुरू की है, और वह सीखने प्रोत्साहित और गुप्त सूचना के व्यापार, जो उस समय कुछ नया था का आविष्कार किया.करने के लिए नेतृत्व करने की क्षमता समय के साथ विकसितकरने के लिए नेतृत्व करने की क्षमता नहीं रातोंरात विकसित करता है, लेकिन समय में. जो कठिन समय में वह वृद्धि हुई है और सब दुख है कि वह सहा गिंघिस हान के विश्वास को मजबूत बनाने के लिए भूमिका की थी, उसे मजबूत बनाया है, वे नक्काशीदार और उसे वह क्या करना पीछा कर रहा था के लिए तैयार है. समय और वह बाधाओं के साथ सामना करना पड़ा अपनी छिपी प्रतिभा का पता चला है और उसे जीवन में एक उद्देश्य दिया. और इसके लायक. गिंघिस हान एक महान नेता, शायद सभी समय का सबसे बड़ा विजेता भी विजय प्राप्त प्रदेशों के नजरिए से सिकंदर महान की तुलना में अधिक से अधिक हो गया है.धैर्य और आशा के साथ ही प्रमुख में सफलता प्राप्त नहीं किया जा सकता है. सभी विफलताओं, सभी मुसीबतों, सभी सफल लोगों द्वारा सहा टॉरमेंट उनके विश्वास को मजबूत किया है और अपने स्वयं के एक भयानक हथियार बनने शक्तियों में अपने विश्वास मजबूत है क्योंकि यह सब समय में वे अपने चरित्र का गठन और उनकी क्षमता पॉलिश. केवल कठिन परिस्थितियों में मदद उन्हें खुद को बेहतर जानते हैं. उनके धैर्य का परीक्षण किया गया था, लेकिन वे अंत में पुरस्कृत किया गया. एक शक के बिना, कुछ भी नहीं प्रतिभा के लिए "मांसपेशियों" कहते हैं के रूप में कौशल और अनुभव, समय में प्राप्त की धैर्य के साथ.हो सकता है कि क्यों नहीं कई लोगों को उच्च नेतृत्व के पदों के लिए मिलता है क्योंकि वे हालांकि किया जा रहा बिना पिरामिड के शीर्ष करने के लिए मिल जल्दी, पर्याप्त कठोर सफलतापूर्वक चुनौतियों और समस्याओं का सामना. आप एक को समाप्त करने के लिए मिशन है कि यह पृथ्वी पर आप को दिया था, अगर तुम रोगी नहीं कर रहे हैं और अगर आप समय के चरित्र को नहीं देते फार्म करने के लिए लाने में सक्षम नहीं होगा. इनाम अंतहीन हो सकता है सिर्फ अगर तुम काफी अच्छी तरह से तैयार कर रहे हैं और बहुत बहादुर को कार्य है जब किसी को बनने का मौका आपके दरवाजे पर दस्तक देता है. और अगर तुम काफी मजबूत करने पर सभी कठिनाइयों और बाधाओं कि तुम्हारे रास्ते में दिखाई देगा मिल जाएगा.पी एस बस पौधों की तरह, ज्यादातर लोगों को छिपा लक्षण है कि अक्सर ही कठिन परिस्थितियों से बाहर लाने के. |
राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने पर २० गिरफ्तार, कई लोगों की को पीटा भी गया क्नॉकिंग न्यूज-शारें तीसराष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने पर २० गिरफ्तार, कई लोगों की को पीटा भी गयासिनेमाघरों में पिक्चर शुरू होने से पहले जनगणणन बजने लगा है और जो इसके बजने पर खड़ा नहीं होता उसे जेल जाना पड़ता है. जी हां ये हमारे देश में ही शुरू हो गया है वो भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद. इस नियम को न मानने वाले २० लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.दो हफ्ते पहले सुप्रीमकोर्ट ने ये आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने ३० नवंबर को कहा था कि सिनेमा घर में किसी भी फिल्म के शुरू होने से पहले राष्ट्रगान चलाया जाना जरूरी होगा. साथ ही कहा गया था कि उस दौरान खड़ा होना भी जरूरी होगा. सोमवार को केरल में हो रहे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के दौरान १२ लोगों को पकड़ा गया था. पुलिस ने कहा था कि उन लोगों को आयोजकों और पुलिस द्वारा खड़ा होने के लिए कहा गया था लेकिन वे नहीं माने.उन लोगों को पहले गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया. उन लोगों को कुछ धाराएं लगाई गईं. उससे पहले रविवार को भी आठ लोग पड़के गए थे. खबर थी कि उन लोगों को राष्ट्रगान के दौरान खड़े ना होने पर पीटा भी गया था.उन लोगों पर राष्ट्रीय सम्मान अधिनियम एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. अगर वे दोषी पाए गए तो उन्हें तीन साल की जेल हो सकती है.सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर तो दे दिया है लेकिन फिलहाल यह साफ नहीं किया गया है कि नियम तोड़ने वालों पर निगरानी कौन रखेगा और सजा कौन देगा. सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर से पहले तक सिर्फ महाराष्ट्र के सिनेमा घरों में राष्ट्रगान जरूरी था.वहीं ३० नवंबर को सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया था कि सभी सिनेमा घरों में फिल्म के शुरू होने से पहले राष्ट्रगान चलवाना होगा. इसके अलावा राष्ट्रगान के वक्त स्क्रीन पर तिरंगा भी दिखाना की जरूरी किया गया था. राष्ट्रगान के सम्मान में सभी दर्शकों को खड़ा होना होगा यह भी कहा गया था. राष्ट्रगान बजाने की जनहित याचिका श्याम नारायण चौकसे नाम के शख्स ने डाली थी. उन्होंने मांग की थी कि देशभर में सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाया जाना चाहिए और इसे बजाने तथा सरकारी समारोहों और कार्यक्रमों में इसे गाने के संबंध में उचित नियम और प्रोटोकॉल तय होने चाहिए जहां संवैधानिक पदों पर बैठे लोग मौजूद होते हैं. |
मैं एक साधारण वेब प्रोजेक्ट में एक .मफ (माइक्रोसॉफ्ट एसक्यूएल सर्वर डाटाबेस फाइल) से कैसे जुड़ूं? ही वाबएसक्यूएल सर्वर २००८ डेटाबेस सी # अस्प.नेट(कैसे) मैं एक एनम में आइटम गिन सकते हैं? मैं एक प्रकार की पीडीओ पैरामीटर वाली क्वेरी कैसे पसंद कर सकता हूँ? जावा में कचरा कलेक्टर एक ऑब्जेक्ट नल सेट करें पांड्स सेटिंगविथकॉपी चेतावनी एपीआई <२१ के लिए ड्राइंग टंकना ज़्कोड ४.२ / इयोस ५ के तहत कंसोल में कोई अपवाद स्टैकट्र्रेस नहीं है? स्क्लीट संशोधित कॉलम कैसे फ्प कोड अतुल्यकालिक चलाने के लिए संख्या के आधार पर आप क्रेडिट कार्ड के प्रकार का पता कैसे लगा सकते हैं? तालिका में पहचान स्तंभ के लिए एक स्पष्ट मान केवल निर्दिष्ट किया जा सकता है जब एक स्तंभ सूची का उपयोग किया जाता है और इडेन्टाइटी_इंजर्ट पर स्क्ल सर्वर है एक सामान्य वर्ग या विधि के सदस्य से टी के प्रकार कैसे प्राप्त करें? इंस्टॉल कंसोल में त्रुटि दिखाता है: फ़ाइलेड कन्फ्लिक्टिंग प्रदाता इंस्टॉल करें सेट का लाभ और विधि बनाम सार्वजनिक वैरिएबल ओंकेडाउन घटना पर एक बैकस्पेस कैप्चर कैसे करें डेटा तालिका से डुप्लिकेट प्रविष्टियां निकालने का सर्वोत्तम तरीकाविशेष रूप से, वी.एस. २००८ में, मैं एक डेटा स्रोत से कनेक्ट करना चाहता हूं, जिसे आप स्वचालित रूप से जेनरेट किए गए आप्प_डाटा फ़ोल्डर (एक .मफ "डेटाबसे") पर राइट-क्लिक करके प्राप्त कर सकते हैं। आसान लगता है, और यह एक बार आप जानते हैं कि कैसे।जांचें कि क्या डेटटाइम इंस्टेंस दो अन्य दोटैम ऑब्जेक्ट्स के बीच में आता हैअस्प.नेट मैक / वेबापी अनुप्रयोग में हप विकल्प क्रिया का समर्थन कैसे करेंविजुअल स्टूडियो २०1५ के लिए प्रोजेक्ट टेम्पलेटसॉल्यूशन कॉलेक्टिंग फ्र्म वेब ऑफ "मैं एक साधारण वेब प्रोजेक्ट में एक .मफ (माइक्रोसॉफ्ट एसक्यूएल सर्वर डाटाबेस फाइल) से कैसे जुड़ूं?"एएसपी.नेट वेबसाइट में वीबीएसपीटी से एक वैरिएबल का उपयोग करनाजेएसन के साथ वेब एपीआई में प्रतिक्रिया को क्रमबद्ध करने में विफलएक वेब फार्म में सत्र की अनुमति दे रहा है? क्या स्टेटसर्वर अच्छा है?एक सूची के लिए वियुमॉडल सत्यापनएक बेहतरीन संसाधन है जो मैं हमेशा रखता हूं कनेक्शन्स्ट्रिंग.कॉम जब आप एक उदाहरण नहीं मिल पा रहे हैं तो ये कनेक्शन स्ट्रिंग खोजने के लिए वाकई आसान हैविशेष रूप से इस पृष्ठ ने आपकी समस्या पर आवेदन किया थाकिसी स्थानीय स्क्ल सर्वर एक्सप्रेस उदाहरण से कनेक्ट होने पर डेटाबेस फ़ाइल संलग्न करेंतो यहां एमएसडीएन से जवाब दिया गया है:चूस [ई] "नया डेटा स्रोत जोड़ें" डेटा मेनू से। [और कनेक्शन विज़ार्ड का अनुसरण करें]बहुत आसान है, सिवाय इसके कि मेरे पास कोई डेटा मेनू नहीं है यदि आपके पास कोई डेटा मेनू नहीं है, तो निम्न करें:उपकरण पर क्लिक करें> डेटाबेस से कनेक्ट करें "माइक्रोसॉफ्ट एसक्यूएल सर्वर डाटाबेस फाइल" का चयन करें, डिफ़ॉल्ट डेटा प्रदाता लें, और ठीक पर क्लिक करेंअगली स्क्रीन पर, अपनी डाटाबेस फाइल को ब्राउज़ करें, जो आपके वी.एस. समाधान फ़ोल्डर संरचना में कहीं न कहीं होगी।कनेक्शन का परीक्षण करें यह अच्छा होगा यदि आप वेब.कॉनफिग पर स्ट्रिंग जोड़ना चाहते हैं, तो उन्नत बटन पर क्लिक करें, और डेटा स्रोत पंक्ति (डायलॉग बॉक्स के निचले भाग) की प्रतिलिपि बनाएँ, और इसे वेब.कॉनफिग में उचित स्थान में एक कनेक्शन स्ट्रिंग में पेस्ट करें फ़ाइल। आपको " अट्टाच्ड्ब्फिलेनामी " विशेषता और मूल्य जोड़ना होगा। उदाहरण:उन्नत पैनल से कच्चा टेक्स्ट:वेब.कॉनफिग में वास्तविक प्रविष्टि:<अड नामी="सोमेडाताबसे" कनेक्शन्स्ट्रींग="डाटा सोर्स=.\स्क्लेक्सप्रेस; अट्टाच्ड्ब्फिलेनामी=च:\डेवलमेंट\ब्लाहब्लाह\आप्प_डाटा\सोमेदाटाफिले.मफ; इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी=ट्रू; कनेक्ट टिमेऔट=३०; उसर इंस्टेंस=ट्रू" />बस एक और मैंने अपने डेस्कटॉप पर हमेशा एक यूडएल फाइल रखी है ताकि कनेक्शन स्ट्रिंग्स आसानी से तैयार और जांच सकें। अगर आपने पहले कभी ऐसा नहीं किया है एक नई पाठ फ़ाइल बनाइए और इसे कनेक्शन.उडल नाम दें (एक्स्ट केवल एक महत्वपूर्ण हिस्सा है)। फ़ाइल खोलें, प्रदाता टैब से शुरू करें और अपने रास्ते के माध्यम से काम करें। जब आप कनेक्शन से खुश हैं, तो उसे .त्क्स्ट एक्सटेंशन देने वाले फ़ाइल का नाम बदल दें। फ़ाइल खोलें और स्ट्रिंग की प्रतिलिपि बनाएं यह अपेक्षाकृत आसान है और इससे पहले कि आप इसका प्रयोग करने से पहले कनेक्शन का परीक्षण कर सकते हैं।आपके लोगीन.अस्प्क्स.क्स (सबमिट बटन क्लिक करें ईवेंट में अपने लॉगिन पृष्ठ के लिए फ़ाइल का कोड) जोड़ेंस्ट्रिंग कस्ट्र = @"डाटा सोर्स=(लोकेलब)\व११.०; अट्टाच्ड्ब्फिलेनामी=|डेटडाइरेक्टरी|\मैडाता.मफ; इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी=ट्रू; कनेक्ट टिमेऔट=३०;"; उसिंग (सैल्कनेक्शन कों = नव सैल्कनेक्शन(कस्ट्र)) स्ट्रिंग कस्ट्र = कॉनफिगुरशयनमैनेजर.कनेक्शन्स्ट्रिंग["मैडाता"].टोस्ट्रिंग(); उसिंग (सैल्कनेक्शन कों = नव सैल्कनेक्शन(कस्ट्र)) { सिलैकरी=" यूर क्वेरी हेरे" सैल्कमांड कॉम = नव सैल्कमांड(सिलैकरी, कों); कॉम.कनेक्शन.ओपन(); स्ट्रिंग स्ट्राउटपुट = (स्ट्रिंग)कॉम.एसेकूटेस्केलर(); }ओएलई डीबी और ओडीबीसी डेटा स्रोतों में क्या अंतर है?केइस्टोर फ़ाइलों में प्रमाणपत्र का नाम और उपनाम कैसे जांचें?दृश्य स्टूडियो २००५ पर बहुत धीमी गति से संकलन करेंआर में क्वांटमोड का उपयोग करते हुए याहू फाइनेंस से डेटा डाउनलोड नहीं किया जा सकताएक तालिका में माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस एक से अधिक पंक्तियां एकत्रित करता हैइयोस७ उइटेक्स्ट्वीऊ कॉन्टेन्टाइज़ी.हाइट वैकल्पिकगंभीर त्रुटि: सदस्य फ़ंक्शन को कॉल करें () तैयार करें () पर शून्यएंड्रॉइड, आईओएस के लिए शोकहस्त ढांचा?प्रथम और अंतिम नाम के लिए नियमित अभिव्यक्तिपायथन डिक्शनरी: प्रकार एरर: अबाईबल प्रकार: &एपोस;सूची&एपोस;पायथन के साथ मिडीडोम के साथ तत्व मूल्य प्राप्त करेंमैं अपने व्प्फ- अनुप्रयोग में एक पृष्ठ के लिए मोडल संवाद कैसे करूं?समारोह एफ () (यदि (! (इस उदाहरण के एफ)) {वापसी नई एफ ()}; } |
उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) | नेशनल हेल्थ पोर्तल ऑफ इंडियाहोम डिसीज आ-ज़ उउच्च रक्तचाप को उच्च या बढ़े हुए रक्तचाप से भी जाना जाता है। इस स्थिति में रक्त वाहिकाओं में लगातार दबाव बढ़ जाता है। रक्त हृदय से शरीर के सभी भागों में रक्त वाहिकाओं के माध्यम से प्रवाहित होता है। हर बार हृदय धड़कता है, यह धमनियों के माध्यम से रक्त को शरीर में पंप (पहुंचाता) करता है। रक्तचाप रक्त वाहिकाओं (धमनियों) की दीवारों के खिलाफ़ रक्त के दबाव से निर्मित होता है, क्योंकि इसे हृदय से पंप किया जाता है। यदि रक्त वाहिकाओं में दबाव अधिक होता है, तो हृदय को रक्त पंप में अधिक काम करना पड़ता है। यदि इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाएं, तो उच्च रक्तचाप हृदयाघात, हृदय की मांसपेशियों में वृद्धि और हृदय विफलता उत्पन्न कर सकता है। रक्त वाहिकाओं में उच्च दबाव के कारण सूजन (धमनीविस्फार) और हल्के धब्बे विकसित हो सकते हैं, जिससे अवरोधक (क्लाग) और टूटन की संभावना अधिक होती है। रक्त वाहिकाओं में दबाव के कारण मस्तिष्क में रक्त का रिसाव भी हो सकता है। इसके कारण स्ट्रोक हो सकता है। उच्च रक्तचाप के कारण गुर्दे की विफलता, अंधापन, रक्त वाहिकाओं का टूटना और संज्ञानात्मक हानि भी हो सकती है।रक्तचाप मर्करी (पारा) रक्तचापमापी की मिलीमीटर (म्म ग) में मापा जाता है तथा आमतौर पर एक नंबर को दूसरे नंबर से तिर्यक (एक के नीचे दूसरे को) लिखा जाता है। रक्तचाप को दो माप में मापा जाता है। पहला उच्च नंबर सिस्टोलिक रक्तचाप है- जिसे जब ह्रदय में संकुचन या धड़कन बढ़ जाती है तब रक्त वाहिकाओं में उच्च दवाब होता है से परिभाषित किया जाता है। दूसरा निम्न नंबर डायस्टोलिक रक्तचाप है- जिसे जब हृदय की मांसपेशियों को आराम मिलता है, तब रक्त वाहिकाओं में निम्न दवाब होता है से परिभाषित किया जाता है। सामान्यत: रक्तचाप को सिस्टोलिक रक्तचाप १२०म्म ग और डायस्टोलिक रक्तचाप १४०म्म ग से परिभाषित किया जाता है।उच्च रक्तचाप को सिस्टोलिक रक्तचाप १४०म्म ग के बराबर या उससे अधिक और/या डायस्टोलिक रक्तचाप ९०म्म ग के बराबर या उससे अधिक के रूप में परिभाषित किया जाता है।विश्व में पांच में एक वयस्क का रक्तचाप बढ़ा है- यह स्थिति स्ट्रोक और हृदय रोग से होने वाली आधी मृत्यु का कारण है। प्रतिवर्ष विश्वभर में उच्च रक्तचाप की जटिलताओं के कारण नौ दशमलव चार मिलियन लोगों की मृत्यु हो जाती है।लगभग सभी उच्च-आय वाले देशों में, कम लागत वाली दवाओं के साथ व्यापक निदान और उपचार से समस्त जनसंख्या के उच्च रक्तचाप के साथ-साथ औसत रक्तचाप में महत्वपूर्ण कमी आयी है। इसने हृदय रोग से होने वाली मृत्यु को कम करने में योगदान दिया है। उदाहरण के लिए वर्ष २०१४ में अमेरिका के डब्ल्यूएचओ क्षेत्र में रक्तचाप की व्यापकता वर्ष १९८० में ३१% की तुलना में १८% थी।इसके विपरीत निम्न आय वाले देशों में उच्च रक्तचाप की प्रधानता है। डब्ल्यूएचओ के अफ्रीकी क्षेत्रों के कई देशों में तीस प्रतिशत से अधिक वयस्क उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। यह अनुपात बढ़ रहा है तथा इस क्षेत्र में औसत रक्तचाप का स्तर वैश्विक औसत रक्तचाप की तुलना में काफी अधिक हैं।विकासशील देशों में उच्च रक्तचाप से पीड़ित कई लोग अपने रोग के बारे में जागरूक नहीं हैं। जिन लोगों में रोग पाया गया है, उनके पास उपचार की पहुंच उपलब्ध नहीं है तथा वे लंबे समय तक अपने रोग को सफलतापूर्वक नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होते है। इस स्थिति ने हृदय रोग, स्ट्रोक और गुर्दें की विफलता और समय से पहले होने वाली मृत्यु दर और विकलांगता के भार में योगदान दिया है।उच्च रक्तचाप का निदान, उपचार एवं नियंत्रण विश्वभर में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य प्राथमिकता है। रक्तचाप से पीड़ित अधिकांश लोगों में कोई लक्षण नहीं होते हैं; इसलिए इसे साइलेट किलर के नाम से भी जाना जाता है।कभी-कभी उच्च रक्तचाप के कारण सिरदर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, सीने में दर्द, हृदय की धड़कन बढ़ना और नाक बहना जैसे लक्षण हो सकते हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है, लेकिन उच्च रक्तचाप को सूचित करने के लिए इनका आश्रय लिया जा सकता है।उच्च रक्तचाप गंभीर चेतावनी संकेत है, जो कि यह दर्शाता है, कि जीवन शैली में बदलाव महत्वपूर्ण है।उच्च रक्तचाप को प्राथमिक (मूलभूत) उच्च रक्तचाप तथा द्वितीयक उच्च रक्तचाप दो रूपों में वर्गीकृत किया गया है।प्राथमिक या मूलभूत उच्च रक्तचाप: जब अंतर्निहित कारण को निर्धारित नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार के उच्च रक्तचाप को "प्राथमिक मूलभूत रक्तचाप" कहा जाता है। यह उच्च रक्तचाप के वयस्क मामलों में ९०-९५% पाया जाता है। यह कुछ जोखिम वाले कारकों से जुड़ा है। यह पर्यावरण या आनुवंशिक कारणों के परिणामस्वरूप विकसित हो सकता है। मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग में आनुवंशिक घटक भी होते है तथा ये उच्च रक्तचाप में योगदान देते है।द्वितीयक उच्च रक्तचाप: जब उच्च रक्तचाप के कारण को प्रत्यक्ष पहचान लिया जाता है। इस स्थिति को माध्यमिक उच्च रक्तचाप कहा जाता है।उच्च रक्तचाप के लगभग २-१०% मामले अंतर्निहित स्थिति या निम्नलिखित के कारण होते हैं, जैसे कि-रीनल पैरेन्काइमा रोग (२.५-६%),संवहनी कारण (.२-४%),एंडोक्राइन कारण (१-२%)एक्सोजनस/बहिर्जात (स्टेरॉयड लेना, मौखिक गर्भनिरोधक का उपयोग),एंडोजनस/अंतर्जात (प्राथमिक हाइपरएल्डोस्टीरोइस्म, कशिंग सिंड्रोम, फीयोक्रोमोसाइटोमा, कंजेनिटल एड्रेनल ह्यपरप्लासिया,ड्रग्स एवं टॉक्सिंस (अल्कोहल, कोकेन, गैर-स्टेरायडल एंटी-इन्फ्लोमैट्री ड्रग्स (एनएसएआईडी), निकोटीन, डिकन्जेस्टेंट कंटेनिंग एफ़ेडरीने, लीकोरिस या एफ़ेडरीने कंटेनिंग हर्बल रेमेडीज़)।अन्य कारणों में गर्भावस्था के कारण उच्च रक्तचाप, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया शामिल हैं।उच्च रक्तचाप विकसित होने वाले ज़ोखिम के कारक निम्नलिखित हैं:गैर-परिवर्तनीय ज़ोखिम के कारक:पारिवारिक इतिहास: उच्च रक्तचाप परिवार में पहले से चला आ रहा हैं।बढ़ती उम्र: उम्र के साथ उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है।लिंग: युवा और मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों में उच्च रक्तचाप बेहद सामान्य है, जबकि आधे से ज़्यादा महिलाएं रजोनिवृत्ति के बाद होने वाले परिवर्तन के कारण जीवन में उच्च रक्तचाप से पीड़ित होती है।परिवर्तनीय ज़ोखिम के कारक:अस्वास्थ्यकर आहार। अत्यधिक नमक और वसा युक्त आहार का सेवन तथा पर्याप्त मात्रा में फल व सब्जियां न खाना।अत्यधिक वज़न और मोटापा।ज़्यादा और अत्यधिक अल्कोहल का उपभोग।संभावित योगदान के कारक। ख़राब तनाव प्रबंधन, धूम्रपान और पैसिव स्मोकिंग (निष्क्रिय धूम्रपान) यानी सेकेंड हैंड स्मोकिंग, स्लीप एपनिया।पूर्व-उच्च रक्तचाप (सामान्य से थोड़ा अधिक रक्तचाप) भविष्य में उच्च रक्तचाप के विकास के ज़ोखिम को बढ़ाता है।मधुमेह (डायबिटीज मेलिटस)। मधुमेह से पीड़ित लगभग साठ प्रतिशत लोगों को उच्च रक्तचाप भी होता है।रक्तचाप का स्तरसिस्टोलिक (उच्चतम-रीडिंग): १२० म्मग से भी कमडायस्टोलिक (निचली-रीडिंग): ८० म्मग से भी कमज़ोखिम (पूर्व-उच्च रक्तचाप)सिस्टोलिक: १२०-१३9 म्मगडायस्टोलिक: ८०-८९ म्मगसिस्टोलिक: १४० म्मग या अधिकडायस्टोलिक: ९० म्मग या अधिकपार्क द्वारा निवारक और सामाजिक चिकित्सा का २२वें संस्करण, उच्च रक्तचाप, पृष्ठ: ३४५-३४8सभी वयस्कों को अपने रक्तचाप के स्तर के बारे में जानकारी रखनी चाहिए। ऐसे कई प्रकार के डिवाइस होते हैं, जिनका उपयोग रक्तचाप मापने के लिए किया जाता हैं। ये इलेक्ट्रॉनिक, मर्करी और एनेरोइड डिवाइस होते हैं।डब्ल्यूएचओ किफ़ायती एवं विश्वसनीय इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करने की सिफ़ारिश करता है, जिनमें हाथ से रीडिंग्स चयन करने का विकल्प होता है। जब बैटरियां बंद हो जाती हैं, तब अर्ध-स्वचालित उपकरण हाथ से रीडिंग लेने में सक्षम होता हैं।डब्ल्यूएचओ सिफ़ारिश करता है, कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों (मर्करी एक टॉक्सिक पदार्थ है) के पक्ष में मर्करी डिवाइस को चरणबद्ध तरीके से समाप्त किया जाना चाहिए।ऐनरॉइड उपकरण जैसे कि रुधिरदाबमापी/रक्तचापमापी (स्फीगमोमैनोमीटर) का उपयोग किया जा सकता है। यह उपकरण जांच के सही परिणाम प्रदर्शित कर रहा है, इसकी जांच के लिए हर छह महीनों में चिकित्सक या अन्य उपकरण पर रक्तचाप की जांच की जानी चाहिए तथा दोनों परिणामों की तुलना की जानी चाहिए। उपयोगकर्ताओं को इन उपकरणों से रक्तचाप मापने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।उच्च रक्तचाप के निदान से पहले कई दिनों तक रक्तचाप माप को रिकार्ड किया जाना चाहिए। रक्तचाप को दिन में दो बार सामान्यत: सुबह और शाम में रिकार्ड किया जाता है।बैठे व्यक्ति के कम से कम एक मिनट के अंतराल पर लगातार दो माप लिये जाते हैं। पहले दिन लिए गए माप को छोड़ दें और उच्च रक्तचाप के निदान की पुष्टि करने के लिए सभी बचे मापों के औसत मूल्य को लिया जाता है।चिकित्सा शुरू करने से पहले नियमित प्रयोगशाला परीक्षणों की भी सिफ़ारिश की जाती है। इनमें इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम; मूत्र विश्लेषण; रक्त ग्लूकोज और हेमेटोक्रिट; सीरम पोटेशियम, क्रिएटिनिन (या अनुमानित ग्लोमेर्युलर फिल्ट्रेशन रेट [जीएफआर]), कैल्शियम; और नौ से बारह घंटे के अनाहार के बाद लिपिड प्रोफाइल किया जाता है, जिसमें उच्च घनत्व वाला लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल और कम घनत्व वाला लेपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स शामिल हैं।डिजिटल रक्तचाप माप मशीनों का उपयोग क्लिनिक के बाहर किया जा सकता है। जहां माप उपकरण सस्ते हैं और भौगोलिक, भौतिक या आर्थिक कारणों से स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच है, वहां रोगियों को उच्च रक्तचाप के प्रबंधन के लिए रक्तचाप की स्व-निगरानी करने की सिफ़ारिश की जाती है। वयस्कों को अपने रक्तचाप की नियमित जांच रखनी चाहिए। यदि रक्तचाप अधिक है, तो उन्हें स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता की सलाह लेनी चाहिए।कुछ लोगों के लिए जीवन शैली बदलाव रक्तचाप नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त हैं। दूसरों के लिए ये जीवन शैली बदलाव अपर्याप्त हैं तथा उन्हें रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए चिकित्सक द्वारा प्रस्तावित दवा की आवश्यकता होती है।जीवन शैली उपाय:नमक में कमी। प्रतिदिन पांच ग्राम से कम नमक का सेवन (आमतौर पर नमक का सेवन नौ से बारह ग्राम प्रतिदिन होता है) करना।अल्कोहल का सीमित सेवन।फल और सब्जियों एवं कम वसा युक्त आहार का अधिक उपभोग।वज़न कम करना तथा इसे बनाए रखना।नियमित व्यायाम। उच्च रक्तचाप से पीड़ित रोगियों के लिए सप्ताह में पांच से सात दिन कम से कम तीस मिनट मध्यम-तीव्र गतिशील एरोबिक व्यायाम (चलना, जॉगिंग, साईकिल चलाना या तैराकी) करना।धूम्रपान और अन्य तंबाकू उत्पादों का उपभोग छोड़ना।उच्च रक्तचाप को रोकने के लिए आहार दृष्टिकोण (डीएएसएच): डीएएसएच आहार योजना के लिए विशेष आहार की आवश्यकता नहीं है। इसके बजाय यह दैनिक एवं साप्ताहिक पोषण संबंधी लक्ष्य प्रदान करता है। इसलिए इस आहार योजना की सिफ़ारिश की जाती है:फल व सब्जियों और साबुत अनाज खाना।इसमें वसा रहित या कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, मछली, मुर्गी/पोल्ट्री, फलियां, मेवा और वनस्पति तेल शामिल हैं।संतृप्त वसा से भरपूर आहार जैसे कि वसायुक्त मांस, कुल वसा (टोटल वसा) युक्त दुग्ध उत्पादों और नारियल, पाम कर्नेल (ताड़ की गरी का तेल) एवं ताड़ जैसे ट्रॉपिकल ऑयल से बचाव।शर्करा-मीठे पेय पदार्थों एवं मिठाईयों का कम से कम मात्रा में उपभोग।डैश आहार योजना अपनाते समय निम्नलिखित आहार का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण है:संतृप्त और ट्रांस वसा में कमी।पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, रेशा और प्रोटीन से भरपूर आहार का उपभोग।सोडियम का कम उपभोग।एंटीहाइपरटेंसिव (दवा, जो कि उच्च रक्तचाप को कम करती है) दवाएं: एंटीहाइपरटेंसिव दवाएं (बी.पी. कम करने वाली दवाएं) कई तरीकों जैसे कि शरीर से अतिरिक्त नमक और तरल को निकालने, दिल की धड़कन को धीमा करने या रक्त वाहिकाओं को शिथिल एवं फैलाने के माध्यम से कार्य करती हैं। रक्तचाप को कम करने वाली दवाओं में निम्नलिखित शामिल हैं:डाइयुरेटिक/मूत्रवर्धक औषधी (पानी या तरल गोलियां): शरीर से अतिरिक्त सोडियम को निकालती है, जो कि रक्त में तरल की मात्रा को भी कम करती है तथा आपके रक्तचाप को कम करने में मदद करती है।बीटा अवरोधक: कम शक्ति के साथ हृदय को धीमा धड़ने में मदद करता है। परिणामस्वरूप, हृदय रक्त वाहिकाओं के माध्यम से कम रक्त पंप करता है, जो कि रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।एंजियोटेनसिन-कंवर्टिंग एंजाइम (एसीई) इन्हिबिटर्स: एंजियोटेनसिन-ई एक हार्मोन है, जो कि रक्त वाहिकाओं को संकरा बनाता है और रक्तचाप को बढ़ता है। एसीई एंजियोटेनसिन ई को एंजियोटेनसिन ई में बदलता हैई एसीई इनहिबिटर इस प्रक्रिया को बाधित करता है, जो कि एंजियोटेनसिन ई के उत्पादन को रोकती है, जिससे रक्तचाप कम होता है।एंजियोटेनसिन ई रिसेप्टर ब्लॉकर्स (एआरबी): ये दवाएं रक्त वाहिकाओं में रिसेप्टर्स के साथ एंजियोटेनसिन ई हार्मोन को जुड़ने से रोकती है। जब एंजियोटेनसिन ई रुक जाता है, तब रक्त वाहिकाएं संकुचित या संकरी नहीं होती है, जो कि आपके रक्तचाप को कम करती है।कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स: यह कैल्शियम को हृदय और रक्त वाहिकाओं की दीवारों में प्रवेश करने से रोकता हैं। यह रक्त वाहिकाओं को शिथिल करता है, जो कि रक्तचाप को कम करता है।अल्फा ब्लॉकर्स: यह रक्त वाहिकाओं को कसने और संकीर्ण करने वाले तंत्रिका आवेगों को कम करता है। जिससे रक्त का प्रवाह आसानी से होने लगता है, जिसके कारण रक्तचाप घटता है।अल्फा-बीटा ब्लॉकर्स: यह तंत्रिका आवेग को कम करता है तथा दिल की धड़कन को भी धीमा करता है। जिसके परिणामस्वरुप, रक्तचाप कम हो जाता है।सेंट्रल एक्टिंग एजेंट: ये दवाएं तंत्रिका संकेतों को कम करने के लिए मस्तिष्क में कार्य करती है। ये तंत्रिका संकेत रक्त वाहिकाओं को संकरा करती है। सेंट्रल एक्टिंग एजेंट रक्तचाप को कम करती हैं।वाहिकाविस्फारक (वासोडिलेटर्स): रक्तवाहिकाओं की दीवारों में मांसपेशियों को शिथिल करता है, जो कि रक्तचाप को कम करता है। उच्च रक्तचाप लंबे समय तक रहता है, तो यह शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है तथा जटिलताओं का कारण बन सकता है।कुछ सामान्य जटिलताओं में निम्नलिखित शामिल हैं:हृदय। बाएं निलय हाइपरट्रॉफी/बाएं वेंट्रिकल हायपरट्रॉफी, एनजाइना/ प्रीवियस मायोकार्डियल इन्फेक्शन और हृदय विफलता।मस्तिष्क। स्ट्रोक या ट्रांसिएंट इस्कीमिक अटैक, डिमेंशिया (मनोभ्रंश)।क्रोनिक किडनी डिजीज/दीर्घकालिकगुर्दा रोग।पेरिफेरल वैस्कुलर रोग/परिधीय धमनी रोग, धमनी विस्फार/ऐन्यरिज़म।रेटिनोपैथी।संज्ञानात्मक परिवर्तन।यदि उच्च रक्तचाप का जल्दी पता लग जाता है, तो दवा और स्वस्थ व्यवहार अपनाकर हृदयाघात (हार्ट अटैक), हृदय विफलता (हार्ट फेल), स्ट्रोक और किडनी विफलता के ज़ोखिम को कम किया जा सकता है।प्राथमिक रोकथाम:हर व्यक्ति उच्च रक्तचाप के विकास की संभावना और इसके प्रतिकूल परिणाम को कम करने के लिए पांच ठोस कदम अपना सकता है। इसे प्राथमिक रोकथाम कहा जाता है। इसमें शामिल है:१. स्वस्थ आहारशिशुओं और युवाओं के लिए उचित पोषण पर जोर देने के साथ स्वस्थ जीवन शैली को प्रोत्साहित करना;प्रतिदिन पांच ग्राम से कम नमक (एक चम्मच से कम) खाना;दिन में पांच बार फल एवं सब्जियों का सेवन करना।संतृप्त और कुल वसा (टोटल फैट) का सेवन कम करना।२. अल्कोहल के प्रभाव से बचाव:अल्कोहल के हानिकारक उपयोग से बचें तथा अल्कोहल की एक निर्धारित मात्रा से ज़्यादा न पीयें।३. शारीरिक गतिविधि:नियमित शारीरिक गतिविधियां करें तथा बच्चों और युवाओं को (प्रतिदिन कम से कम तीस मिनट सप्ताह में पांच दिन) शारीरिक गतिविधियां करने के लिए प्रोत्साहित करना।शरीर के सामान्य वज़न को बनाएं रखना: अधिकतम प्रति पांच किलो वज़न कम करना, दो से दस अंक तक सिस्टोलिक रक्तचाप को कम कर सकता है।४. तंबाकू छोड़ना:तंबाकू उपयोग छोड़ना और तंबाकू उत्पादों के संपर्क से बचाव।५. स्वस्थ उपाय:स्वस्थ उपायों जैसे कि ध्यान, उचित शारीरिक व्यायाम और सकारात्मक सामाजिक संपर्क के माध्यम से तनाव प्रबंधन करना।द्वितीयक रोकथाम: द्वितीयक रोकथाम का लक्ष्य पीड़ित व्यक्ति में उच्च रक्तचाप का पता लगाना और उसे नियंत्रण करना है, जिसके फलस्वरूप जटिलताओं का ज़ोखिम कम हो जाता है।रक्तचाप की नियमित जांच से रोग का जल्दी पता लगाना- यदि उच्च रक्तचाप का जल्दी पता लग जाता है, तो हृदयाघात (हार्ट अटैक), हृदय विफलता (हार्ट फेल), स्ट्रोक और किडनी विफलता के ज़ोखिम को कम किया जा सकता है। स्व-देखभाल उच्च रक्तचाप का शीघ्र पता लगाने, दवा और स्वस्थ व्यवहार अपनाने, बेहतर नियंत्रण एवं जब आवश्यक हों, तब चिकित्सा सलाह मांगने के महत्व के बारे में जागरूक करने में मदद कर सकता है।स्व-देखभाल सभी के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन यह विशेषकर ऐसे लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनके पास भौगोलिक, भौतिक या आर्थिक कारणों की वज़ह से स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच है।उपचार- उपचार का उद्देश्य १४०/९० म्मग से कम रक्तचाप प्राप्ति होनी चाहिए तथा आदर्शत: रक्तचाप १२०/८० म्मग है। रोगियों, परिवारों और समुदायों की शिक्षा के माध्यम से रोगी अनुपालना (दवाई खाने, आहार संहिता का पालन करने एवं अन्य जीवन शैली बदलाव) में सुधार किया जाना चाहिए। |
बिजनेस स्टैंडर्ड - पंजाब में आधारशिला पर नहीं होगा पदाधिकारी का नामसर्च ब्स हिन्दीवेब फॉलो उस ऑन सुन्दए, जून २५, २०१७ ०४:०४ आम इंग्लिश | हिंदीपंजाब में आधारशिला पर नहीं होगा पदाधिकारी का नामबीएस संवाददाता / जालंधर अप्रैल १४, २०१७पंजाब में वीआईपी संस्कृति खत्म करने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिलान्यास और उद्घाटन पट्टियों पर मंत्रियों और विधायकों सहित किसी भी पदाधिकारी का नाम अंकित करने पर रोक लगा दी है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज कहा कि इन आदेशों से खुद मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं हैं। इनका मकसद वीआईपी संस्कृति की अड़चनों को दूर कर सरकार और जनता के बीच सीधा संबंध कायम करना है। कैप्टन ने घोषणा की है कि अब मुख्यमंत्री या उनके किसी कैबिनेट सहयोगी, विधायक या अन्य अधिकारियों द्वारा उद्घाटित परियोजनाएं एवं कार्यक्रमों सहित सभी परियोजनाएं और कार्यक्रम पंजाब की जनता को समर्पित होंगे।प्रवक्ता ने कहा कि किसी इमारत या परियोजना का उद्घाटन या शिलान्यास करने के लिए सरकारी पदाधिकाारियों और नेताओं पर कोई रोक नहीं लगाई गई है, लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश के बाद तत्काल प्रभाव से ऐसे पत्थरों या पट्टियों पर उनके नाम लिखवाए जाने पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों और पार्टी के अन्य साथियों लोगों के साथ विनम्र रहने का आग्रह किया है। प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा है, 'आज हम इस मुकाम पर राज्य के लोगों की बदौलत हैं और यह हमारा कत्र्तव्य है कि हम हमेशा उनके साथ पूरे सम्मान और मानवीयता से पेश आएं।' मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के घोषणापत्र के मुताबिक राज्य की सत्ता मिलते ही अपने वाहन पर लाल बत्ती हटवा दी थी। यह कदम उन्होंने वीआईपी संस्कृति छोडऩे की प्रतिबद्धता के लिए उठाया था। अन्य मंत्रियों ने भी इसका अनुसरण किया। हालांकि घोषणापत्र में मुख्यमंत्री और मंत्रियों को लाल बत्ती की गाड़ी रखने से छूट दी गई थी। कुछ दिन पहले भी कैप्टन अमरिंदर ने वीआईपी संस्कृति त्यागने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी। उस समय वह चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर प्रवेश, चेक-इन और बॉर्डिंग के लिए कतार में लगे थे। केय्वॉर्ड: पंजब, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, |
कैसे विंडोज फैक्स विज़ार्ड के साथ कई दस्तावेज़ फैक्स करने के लिएमाइक्रोसॉफ्ट विंडोज ७ आपको विंडोज फैक्स और स्कैन के साथ फैक्स भेजने और प्राप्त करने देता है, जो विंडोज एक्सपी के विंडोज फैक्स विजार्ड टूल का एक नया संस्करण है। विंडोज फैक्स और स्कैन का उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस और डिज़ाइन एक मानक ईमेल प्रोग्राम जैसा दिखता है, जो कई उपयोगकर्ताओं के लिए सीखने की अवस्था को कम करने में मदद करता है। विंडोज फैक्स और स्कैन आपके फैक्स को इनकमिंग, इनबॉक्स, ड्राफ्ट, आउटबॉक्स और भेजे गए आइटम जैसे विभिन्न फ़ोल्डरों में संग्रहीत करके प्रबंधित करता है। संलग्न दस्तावेज़ सुविधाएँ आपको एक ही फैक्स में कई दस्तावेज़ भेजने की अनुमति देती हैं।मेनू को विस्तारित करने के लिए "प्रारंभ" बटन पर क्लिक करें और कर्सर को "सभी कार्यक्रमों" पर ले जाएं, फिर "विंडोज फैक्स और स्कैन" पर क्लिक करें।विंडो के निचले बाएँ कोने में स्थित "फ़ैक्स" टैब पर क्लिक करें।"नया फ़ैक्स" बटन पर क्लिक करें।जिस फैक्स नंबर को आप "दस्तावेज़" क्षेत्र में कई दस्तावेज़ों को फ़ैक्स करना चाहते हैं, टाइप करें।"विषय" फ़ील्ड में फ़ैक्स का विषय लिखें।उस संदेश को टाइप करें जिसे आप संदेश बॉक्स में फ़ैक्स के साथ शामिल करना चाहते हैं।दस्तावेज़ संलग्न करने के लिए विंडो के शीर्ष पर टूलबार में पेपरक्लिप आइकन पर क्लिक करें।उन दस्तावेज़ों का पता लगाएँ जिन्हें आप संलग्न करना चाहते हैं। "क्ट्र्ल" कुंजी दबाए रखें और एक ही निर्देशिका से एकाधिक फ़ाइलों का चयन करने के लिए प्रत्येक दस्तावेज़ पर क्लिक करें। दस्तावेज़ों को जोड़ने के लिए "संलग्न करें" बटन पर क्लिक करें। यदि आवश्यक हो, तो पेपरक्लिप आइकन पर क्लिक करें और फैक्स के साथ संलग्न करने के लिए आपके पास अतिरिक्त दस्तावेज़ होने पर फिर से फ़ाइलों का चयन करें।कई दस्तावेज़ों को फ़ैक्स करने के लिए "भेजें" बटन पर क्लिक करें।अपने स्वयं के फैक्स नंबर पर कई दस्तावेज़ों के साथ फ़ैक्स भेजकर कार्यक्रम के अपने उपयोग को सत्यापित करें। |
६८५०० शिक्षक भर्ती में डीएड वालों को भी मौका, हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार ने शामिल करने का लिया निर्णय - बेसिक शिक्षा न्यूज | बेसिक शिक्षा समाचार | प्राइमरी का मास्टर | प्राइमरी का मास्टर | शिक्शमित्रहोम देड नाते वैकन्सी ६८५०० शिक्षक भर्ती में डीएड वालों को भी मौका, हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार ने शामिल करने का लिया निर्णय६८५०० शिक्षक भर्ती में डीएड वालों को भी मौका, हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार ने शामिल करने का लिया निर्णय६:३७ आम देड, नाते, वैकन्सीइलाहाबाद : प्राथमिक विद्यालयों में ६८५०० सहायक अध्यापकों की प्रस्तावित भर्ती में डिप्लोमा इन एजुकेशन (डीएड) करने वाले अभ्यर्थियों को भी मौका मिलेगा। हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार ने डीएड को अध्यापक सेवा नियमावली १९८१ में शामिल करने का निर्णय लिया है। नियमावली संशोधन होने से डीएड अभ्यर्थियों को दिसम्बर में प्रस्तावित ६८५०० सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में भी अवसर मिल जाएगा। इस खबर से संबंधित खबर को भी क्लिक करके पढ़ें : एनसीटीई के कोर्स परिषदीय सहायक अध्यापक बनने में होगा मान्य, बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली १९८१ में होगा संशोधननियमावली संशोधन संबंधी शासन के निर्णय की प्रति शिक्षा अनुभाग-५ के अनु सचिव कामता प्रसाद सिंह ने १८ नवम्बर को बेसिक शिक्षा निदेशक और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेजी है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक सेवा) नियमावली १९८१ की शिक्षक प्रशिक्षण योग्यताओं में डीएड सम्मिलित नहीं था। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की २३ अगस्त २०१० और २९ जुलाई २०११ की अधिसूचना में भी डीएड द्विवर्षीय प्रशिक्षण का उल्लेख नहीं था। लेकिन एनसीटीई के २८ नवम्बर २०१४ के अनुबंध-२ की प्रस्तावना में बीटीसी, जेबीटी और डीएड को डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड) के समकक्ष मान्य किया गया था।डीएड करने वाले अभ्यर्थियों ने 1२4६0 व अन्यय सहायक अध्यापकों की भर्ती में अवसर देने के लिए हाईकोर्ट में याचिकाएं की थी। हाईकोर्ट ने इस शर्त के साथ डीएड अभ्यर्थियों के आवेदन स्वीकार करने के आदेश दिए थे, की जब तक याचिकाओं का निस्तारण नहीं हो जाता तब तक इन्हें नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए जाए। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने १४ नवम्बर २017 को शासन को प्रस्ताव भेजा कि एनसीटीई की २८ नवम्बर २०१४ की अधिसूचना में निर्धारित अर्हताओं को परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति के लिए मान्य किया जाए। जिसे स्वीकार करते हुए १८ नवम्बर को नियमावली संशोधन का आदेश जारी कर दिया गया।६८५०० शिक्षक भर्ती में डीएड वालों को भी मौका, हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार ने शामिल करने का लिया निर्णय रेवीव्द बाय प्रवीण त्रिवेदी ऑन ६:३७ आम रेटिंग: ५ |
जस्टिस काटजू ने मोदी से पूछा क्या गलवान घाटी पर हम चीन के अवैध कब्जे को स्वीकार करने जा रहे हैं ? - छत्तीस्गह.कोहम देश जस्टिस काटजू ने मोदी से पूछा क्या गलवान घाटी पर हम...नई दिल्ली, २० जून २०२०. सर्वोच्च न्यायालय के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने गलवान घाटी में चीन के अवैध कब्जे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सर्वदलीय बैठक में दिए गए वक्तव्य पर तीखे सवाल किए हैं, जिनके उत्तर प्रधानमंत्री को अवश्य देने चाहिएं, क्योंकि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े प्रश्नों पर देश की जनता को जानने का अधिकार हैं।जस्टिस काटजू ने एक के बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए।जस्टिस काटजू ने अपने सत्यापित ट्विटर हैंडल पर, एक ट्वीट में लिखा,मोदी ने कहा कि किसी ने भी हमारी सीमा में प्रवेश नहीं किया। कृपया वे उत्तर दें (१) क्या गलवान घाटी भारत की है (२) यदि ऐसा है तो क्या चीन ने उस पर कब्जा कर लिया है? क्या वह हमारी सीमा में प्रवेश नहीं कर रहा है? (३) क्या इसको वापिस लेने के लिए कोई कदम उठाया जा रहा है, या हम चीन के अवैध कब्जे को स्वीकार करने जा रहे हैं ? भारत को इसको जानने का अधिकार है।अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा,१96२ के भारत-चीन युद्ध के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति केनेडी ने एक नोट में कहा कि भारत ने चीन से थप्पड़ के बाद थप्पड़ खाया, लेकिन कहा कुछ नहीं हुआ। इसी तरह, चीनियों ने लद्दाख के गलवान घाटी और अन्य हिस्सों पर कब्जा कर लिया है, लेकिन पीएम ने कहा कि हमारी पार्टी की बैठक में हमारे क्षेत्र में घुसपैठ नहीं हुई।पीएम ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में कहा कि कोई भी भारतीय क्षेत्र में नहीं आयाप्रेवियस आर्टियलजिओ नेटवर्क से परेशान बाकारुमा के उपभोक्ता दिन दिन भर रहता है नेटवर्क गोल जिओ कंपनी नहीं ले रहा सुध नेक्स्ट आर्टियलस्वच्छ पेयजल की उपलब्धता में देश के अग्रणी राज्यों में छत्तीसगढ़कमजोर हो रहा कोरोना: केस खूब बढ़ेंगे लेकिन मौतों की संख्या...सरकार ने किया इशारा, ३ मई के बाद बढ़ेगा या नहीं...केशडबरी में राशन दुकान निरस्त अटैच में चल रही है दुकानअच्छी खबर: ९७ साल के बुजुर्ग ने कोरोना वायरस से जीती...मनमोहन सिंह बोले- पूरे राष्ट्र को एकजुट होकर चीन को जवाब...संकट में मददगार / बस और ट्रेन के बाद अब चार्टर्ड... |
ले पंगा अपने हक़ के लिए ले पंगा ताज़ा ख़बरे| हिंदी समाचार | ब्रेकिंग न्यूज़ | लाइव न्यूज | लाइव विदियोस यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, पत्रकार प्रंशात को तुरंत रिहा करने दिए आदेश | लेपनगायूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, पत्रकार प्रंशात को तुरंत रिहा करने दिए आदेशतुए जून ११ उपड़ते टाइम: २:३४:४३ आ ०ले पंगा न्यूज डेस्क अशोक योगी। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखने वाले पत्रकार प्रंशात कनौजिया की गिरफ्तारी को लेकर कड़ी टिप्पणी की है। इसके अलावा अदालत की ओर से प्रंशात को तुरंत रिहा करने का आदेश दिया है। मंगलवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने कहा है कि एक नागरिक के अधिकारों का हनन नहीं किया जा सकता है, उसे बचाए रखना जरूरी है।अदालत का कहना है कि आपत्तिजनक पोस्ट पर विचार अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन गिरफ्तारी क्यों?, सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत की पत्नी को मामले को हाईकोर्ट ले जाने को कहा है।इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आईपीसी की धारा 5०5 के तहत इस मामले में एफआईआर दर्ज करने पर भी सवाल खड़े किए। कोर्ट ने यूपी सरकार से पुछा है कि किन धाराओं के तहय ये गिरफ्तारी की गई है। ऐसा शेयर करना सही नहीं था लेकिन फिर गिरफ्तारी क्यों की गई है।गौरतलब है कि प्रंशात ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। जिसको लेकर सोमवार को प्रशांत की पत्नी जिगीषा अरोड़ा कनौजिया ने गिरफ्तारी के विरोध में याचिका दायर की थी।आपको बता दें कि पत्रकार और एक्टिविस्ट प्रशांत कनौजिया को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट और रीट्वीट करने के आरोप में शनिवार सुबह दिल्ली में यूपी पुलिस ने मंडावली स्थित उनके घर से हिरासत में लिया था। इसके खिलाफ प्रशांत की पत्नी जिगीषा ने सुप्रीम कोर्ट में हैबियस कॉरयस यानी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी।याचिका में बताया गया है कि प्रंशात की गिरफ्तारी गौरकानूनी है। याचिका के अनुसार यूपी पुलिस ने इस संबंध में ना तो किसी एफआईआर के बारे में जानकारी दी है। ना ही गिरफ्तारी के लिए कोई गाइडलाइन का पालन किया गया है। इसके अलावा ना ही उन्हें दिल्ली में ट्रांजिट रिमांड के लिए किसी मजिस्ट्रेट के पास पेश किया गया।सोमवार को मायावती ने ट्वीट करके कहा है किएडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया इस मामले में सरकार की आलोचना कर रहा है। इससे बीजेपी सरकार को कोई फर्फ नहीं पड़ने वाला है। यूपी सीएम के खिलाफ अवमानना के संबंध में लखनऊ पुलिस की ओर से खुद ही संज्ञान लेकर पत्रकार प्रंशात कनौजिया सहित तीन की दिल्ली में गिरफ्तारी पर एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और अन्य मीडिया ने काफी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है,लेकिन क्या इससे बीजेपी और इनकी सरकार पर कोई फर्फ पड़ने वाला है।राहुल गांधी ने सीएम योगी पर साधा निशानाराहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, अगर मेरे खिलाफ झूठी या मनगढ़ंत रिपोर्ट लिखने वाले या आरएसएस/बीजेपी प्रायोजित प्रोपैगेंडा चलाने वाले पत्रकारों को जेल में डाल दिया जाए तो अधिकतर अखबार/न्यूज चैनलों को स्टाफ की गंभीर कमी का सामना करना पड़ सकता है. यूपी के सीएम का व्यवहार मूर्खतापूर्वक हैं और गिरफ्तार पत्रकारों को रिहा करने की जरूरत है.#कम_योगी #सुप्रीम_कोर्ट #उप_कम #उप_कम_योगी #योगी_आदित्यनाथ #प्रशांत कनौजिया #मायावतीप्रेवियस पोस्टप्रिवियस १७वीं लोकसभा के लिए भाजपा के इस सीनियर को चुना गया प्रोटेम स्पीकरनेक्स्ट पोस्टनेक्स्ट इक व्क २०19: भारत को लगा सबसे बड़ा झटका, ये तूफानी बल्लेबाज हुआ बाहर |
९ सबसे अद्भुत यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन, विचार और अर्थ | जीवन में शैलियों | मिडवेस्टब्म्क्स.इंफ़ोकुछ लोग टैटू डिज़ाइन पसंद करते हैं जो फंतासी और जादुई दुनिया से संबंधित हैं, उनके लिए यूनिकर्न टैटू डिज़ाइन उनके लिए सही हैं। यूनिकॉर्न टैटू आमतौर पर माथे पर चित्रित घोड़े और सींग के सिर और शरीर के रूप में स्टाइल किया जाता है। यूनिकॉर्न टैटू के कई संस्कृतियों में महान प्रतीकात्मक अर्थ है और उनके साथ जुड़े बुरे और अच्छे अर्थ दोनों हैं। इस टैटू को लड़की द्वारा चित्रित किया जा सकता है जिसमें वह ब्रह्मचर्य पर जोर देना चाहती है जबकि पुरुष उन्हें इस शक्ति को अपनी ताकत, साहस और उनके सुरक्षात्मक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करने के लिए दर्शाते हैं, जिनके जानवरों के पास यह जानवर है.१ प्यारा और कूल यूनिकॉर्न टैटू विचार, डिजाइन और चित्र:१.१ १. चमकदार यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:१.२ २. अद्भुत यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:१.३ ३. कमाल की यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:१.४ ४. आश्चर्यजनक यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:१.५ ५. यूनिकॉर्न अस्थायी टैटू डिजाइन:१.६ ६. सरल यूनिकॉर्न टैटू डिजाइनों को एडोर करना:१.७ ७. क्रिएटिव यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:१.८ ८. प्रभावशाली यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:१.९ ९. अद्वितीय यूनिकॉर्न हॉर्न टैटू डिजाइन:प्यारा और कूल यूनिकॉर्न टैटू विचार, डिजाइन और चित्र:चलो शीर्ष ९ विभिन्न प्रकार के यूनिकॉर्न टैटू डिज़ाइनों पर एक नज़र डालें.१. चमकदार यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:इस अद्भुत जानवर की सुंदरता यह है कि यह किसी भी रूप से जुड़ा जा सकता है डिजाइन को सनसनीखेज दिखता है। यहां यूनिकॉर्न को आकाशगंगा के साथ मिश्रित किया गया है कि इस पर बल देने की कोशिश की जा रही है कि व्यक्ति ने धारणा निर्धारित की है। यूनिकॉर्न के बिरडर पर सफेद रूपरेखा इसे और अधिक आश्चर्यजनक लगती है.२. अद्भुत यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:जैसा कि यह माना जा रहा है कि यूनिकॉर्न भाग्य और सच्चे प्यार का प्रतीक है, यहां पहनने वाले ने पानी के रंग के साथ एक यूनिकर्न टैटू स्टाइल किया है जो अपनी बाहों को शानदार दिखता है। इस डिजाइन को दर्शाते हुए पहनने वाले दुनिया को यह बताने के लिए चाहते हैं कि वह प्यार में है और भाग्य निश्चित रूप से आ रहा है.३. कमाल की यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:यह टैटू प्रेमी के पैर पर रखे कलाकृति का एक शानदार टुकड़ा है जिससे सभी सिर पहनने वाले को चालू कर देते हैं। यहां यूनिकॉर्न को ऐसे तरीके से स्केच किया गया है जो आपके प्रियजनों के प्रति यौन आकर्षण को दर्शाता है.४. आश्चर्यजनक यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:यह एक आकर्षक टैटू डिज़ाइन है जहां यूनिकॉर्न को गहने और फूलों से सजाया गया है जैसे रॉयल्टी और शुद्धता का प्रतीक प्रदर्शित करना। इस डिजाइन को दर्शाते हुए व्यक्ति यह संवाद करना चाहता है कि वह शाही परिवार से संबंधित है.५. यूनिकॉर्न अस्थायी टैटू डिजाइन:कुछ व्यक्ति यूनिकर्न टैटू का शौक है लेकिन टैटू होने पर वे दर्द से गुजर नहीं सकते हैं। ये एक आदर्श, शांत और प्यारा अस्थायी यूनिकॉर्न टैटू डिज़ाइन हैं जिन्हें चिपकाया जा सकता है और आपकी इच्छाओं को आसानी से पूरा किया जा सकता है.६. सरल यूनिकॉर्न टैटू डिजाइनों को एडोर करना:यह एक साधारण छोटा यूनिकॉर्न टैटू डिज़ाइन है जो काला ऋण में कान के पीछे एक कामुक दिखता है और ऐसा लगता है कि यूनिकॉर्न उसे कुछ कहना चाहता है.और देखें: पशु टैटू डिजाइन७. क्रिएटिव यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:यूनिकॉर्न को कामुकता दिखाने और यहां प्यार करने के लिए कहा जाता है, महिलाएं अपनी पसलियों पर इसे रेखांकित करके ऐसा कहना चाहती हैं। टैटू यूनिकॉर्न को एक साधारण तरीके से रेखांकित किया गया है और छोटे फूल और पंख इसे और अधिक शानदार दिखते हैं.८. प्रभावशाली यूनिकॉर्न टैटू डिजाइन:अपने विचारों और विचारधारा को व्यक्त करने के सर्वोत्तम तरीके से टैटू को माना जा रहा है, इसी प्रकार पंखों वाला एक यूनिकॉर्न जीवन के हर पहलू में स्वतंत्रता दर्शाता है। पहनने वाला इस डिजाइन को उसकी पीठ पर टैटू करना चाहता है कि वह सबकुछ से स्वतंत्रता चाहता है.और देखें: पुरुषों और महिलाओं के लिए हाथी टैटू९. अद्वितीय यूनिकॉर्न हॉर्न टैटू डिजाइन:ऐसा माना जा रहा है कि सींग शक्ति और धन का प्रतीक हैं, यहां पहनने वाले ने यूनिकर्न हॉर्न को अपनी उंगलियों पर एक हड़ताली तरीके से चित्रित किया है जिसमें वह शक्तिशाली और साथ ही एक अमीर व्यक्ति है.यूनिकॉर्न टैटू कई शैली और स्याही में स्याही हो सकते हैं, यह सब पहनने वाले की कल्पना और प्रक्रिया के आधार पर निर्भर करता है। इसे काले और भूरे रंग की स्याही में भी चित्रित किया जा सकता है और जीवंत रंग भी डिजाइन में स्पार्क जोड़ सकता है और इसे अधिक आकर्षक और आकर्षक दिखा सकता है। ये टैटू शरीर के किसी भी भाग पर नक्काशीदार हो सकते हैं जो आपको लगता है कि आप अधिक कामुक और आकर्षक लग सकते हैं। तो एक यूनिकर्न टैटू डिज़ाइन तैयार करें और भीड़ में भी ध्यान देने योग्य हो.और देखें: सर्वश्रेष्ठ हॉर्स टैटू डिजाइनपुरुषों और महिलाओं के लिए १५ सर्वश्रेष्ठ डिजाइनर धूप का चश्माधूप का चश्मा एक महत्वपूर्ण सहायक है। डिजाइनर धूप का चश्मा एक...कपास मूल रूप से मिस्र द्वारा बुना हुआ था। इसे इंग्लैंड के...ज्यादातर महिलाएं त्वचा की समस्याओं से ग्रस्त हैं। तब लोग नैदानिक बैठते...कल्चऊर एन फेस्टिवल वन मध्य प्रदेश | स्तिजलेन बीज हेत लेवनाग्रेसीव लम्बोर्गीनी अंकोनियन कंसेप्ट कारलिली कॉलिन १0 मेलहोर्स केबलोस ए माकूएजम परेसेटॉप ९ डिसेग्नी दी कैमिसेट्टा डा स्पोसा पर सेटे दी सेताबेरी बेनेफिसी ए उसी डेलैक्वा केल्डा | शैल्स एट लाइफ़कमे फ्लीरतरे कन उन रगज़्ज़ों अल लैवऔरो२0 मिग्लीओरी स्पिग्गे दी गोआ पर लूना दी मील कन फ़ोतो | शैल्स एट लाइफगर्भावस्था के २३ सप्ताह लक्षण और भ्रूण विकास | जीवन में शैलियोंआर्ट नुम्रिक पर एलेना बेरेजिनाहो जे जे हार वर्ज़ोर्त? 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यूटीआई फिक्स्ड टर्म इनकम फंड - सीरीज १७ -५ (३६६ दिन) (क़्ड) पहला पन्ना >> मोनेकंट्रोल इंडिया >> म्युचुअल फंड >> का स्नैपशॉट यूटीआई फिक्स्ड टर्म इनकम फंड - सीरीज १७ -५ (३६६ दिन) (क़्ड) >> निवेश सूचना, फंड प्रदर्शन, पोर्टफोलियो विश्लेषण, समाचार, साक्षात्कार, नव चार्ट, सर्वश्रेष् चुने हुए एमएफ, एसेट मॉनिटर, योजना प्रोफाइलयू अरे हियर : एआसयमफ़ ट्रॅक स्नैपशॉट - यूटीआई फिक्स्ड टर्म इनकम फंड - सीरीज १७ -५ (३६६ दिन) (क़्ड)यूटीआई फिक्स्ड टर्म इनकम फंड - सीरीज १७ -५ (३६६ दिन) (क़्ड) नोट रंकेड२०१४ ०.१ -०.१ -०.१ २.१ २.३ |
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अगर शनिवार के दिन जाते हैं बाहर तो भूलकर भी न खरीदें ये चीज... - समाचारबुद्यओम ज़रा-हटके अगर शनिवार के दिन जाते हैं बाहर तो भूलकर भी न खरीदें...अगर शनिवार के दिन जाते हैं बाहर तो भूलकर भी न खरीदें ये चीजशनिवार का दिन शनिदेव का दिन माना जाता है। यह दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए काफी उत्तम है। इस दिन अगर आप अपने सच्चे मन से शनिदेव को तेल अर्पित करते हैं, तो इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। वहीं अगर शनिदेव की नाराजगी की बात करें, तो यहां पर हम आपको बतादें की कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं, जिसे अगर शनिवार के दिन खरीदा जाए, तो इससे शनिदेव नाराज होते है। इसलिए शनिवार के दिन अगर आप शाॅपिंग करने के लिए निकलें तो भूल से भी ये चीजें न खरीदें।काले रंग की चीजें- शनि पर काले वस्त्र चढ़ायें जा सकते हैं, पर काली चीजें खरीदी नहीं जा सकतीं, जैसे शनि देव की दशा टालने के लिए काले तिल का दान और पीपल के वृक्ष पर भी काले तिल चढ़ाया जात है, लेकिन शनिवार को काले तिल खरीदे नहीं जाते। ऐसा करने पर कार्यों में बाधा आती है। यहां तक कि शनिवार को काले रंग के जूते भी ना खरीदें, वरना आपको उस दिन अपने कार्यों में असफलता झेलनी पड़ सकती है। शनिवार के दिन काले मसूर की दाल भी ना लानी चाहिए ना ही खानी चाहिए।लोहे की चीजें मान्यता है कि शनिवार को लोहे का बना सामान नहीं खरीदना चाहिए, ऐसा करने से शनि देव कुपित होते हैं। यहां तक कि इस दिन लोहे की कैंची खरीदना तो विशेष रूप से वर्जित है। कहते हैं, इससे परिवार के संबंधों में तनाव आता है। वैसे इस दिन लोहे से बनी चीजों का दान करने से शनि देव की कोप दृष्टि निर्मल होती है और घाटे में चल रहा व्यापार मुनाफा देने लगता है। साथ ही शनि देव यंत्रों से होने वाली दुर्घटना से भी बचाते हैं।नमक- नमक के बिना खाना बेस्वाद हो जाता है, पर बेहतर होगा कि शनिवार को इसे खरीदने से बचें, वरना कुपित शनि आपके जीवन को स्वािदहीन कर सकते हैं। मान्यता है कि शनिवार को नमक खरीदने से उस घर में रोग और कर्ज का प्रवेश होता है।प्रेवियस आर्टियलअब नहीं होगी ट्रेन लेट एकबार फिर आ गई कोयले वाली..ट्रेननेक्स्ट आर्टियलअगर आपको भी है पीठ दर्द तोबेकार हो जाएगी आपकी सेक्स लाईफ |
सतना स्टार भास्कर हिन्दी न्यूज वेब पोर्तलहोम / देश / मध्य प्रदेश / सतनान्ह-७ सड़क हादसा: डम्फर और मैजिक जीप में भिड़ंत, ३ लोगों की मौत ६ घायल।मार्च ६, २०१९मध्य प्रदेश, सतना ०स्टार भास्कर डेस्क@ अमरपाटन। सतना जिले के अमरपाटन में सड़क हादसे में बरही तहसील के ग्राम सलैया सिहोरा के ३ लोगों की दुखद मृत्यु एवं ६ लोगों के घायल होंंने की दुखद खबर मिलते ही विजयराघवगढ़ विधायक संजय सत्येन्द्र पाठक ने मानवीय पहल करते हुए तुरन्त अपनी टीम को घटना स्वयं का कारखाना लगाकर सफल उद्यमी बने मदन सिंह (सफलता की कहानी)डिसेंबर 1०, 2०1७मध्य प्रदेश, सतना ०सतना | ११-दिसम्बर-2०1७ सतना शहर के मदन सिंह स्नातक की शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात् एक स्थानीय राईस मिल मशीन निर्माण फैक्टरी मे टेक्नीशियन की नौकरी करते थे। उन्हे नौकरी करते-करते यह विचार आया कि क्यो ना यह नौकरी छोडकर राईस मिल की मशीन बनाने का खुद का कारखाना स्थापित अखिल ब्राम्हण विकास प्रतिष्ठान परिचय समारोहमार्च १४, 2०1७मध्य प्रदेश, सतना ०अखिल ब्राम्हण विकास प्रतिष्ठान-मैहर ,मप्र का राज्यस्तरीय कार्यकारिणी समिति परिचय समारोह १५ मार्च को अखिल ब्राम्हण विकास प्रतिष्ठान-भारत संगठन का भव्य आयोजन हो रहा है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित श्री कमलेश पाण्डेय जी होंगे ।मध्य प्रदेश का यह ब्राम्हण समाज का पहला कार्यक्रम है जो मध्य इंद्राआवास की दूसरी क़िस्त आज वर्षो से अटकी!फेब्रुवारी १५, 2०1७मध्य प्रदेश, सतना ०सतना:- मामला मध्यप्रदेश के सतना जिले का इंद्राआवास की दूसरी क़िस्त आज वर्षो से अटकी जिला पंचायत जनपद पंचायत के चक्कर काट काट थक गया हितग्राही पहली क़िस्त में रिश्वत न मिलने पर राशि गमन का लगाया आरोप भदनपुर पहाड़ मैहर तहसील के ग्राम भदनपुर में दो वर्ष पूर्व |
आज का रशिफल व्र्ष राशि, तोडे रशिफल, १३ जून २०१८ होरोस्कोप इन हिन्दी: लव लाइफ रशिफल, आज का शुभ रंग रशिफल - आज का वृषभ राशिफल, १३ जून २०१८: दफ्तर में मिलेगा दोस्तों का सहयोग, मिल सकती है खुशखबरी - जनसत्ताआज का वृषभ राशिफल, १३ जून २०१८: दफ्तर में मिलेगा दोस्तों का सहयोग, मिल सकती है खुशखबरीआज का रशिफल व्र्ष, तोडे रशिफल, होरोस्कोप इन हिन्दी २०१८ (आज का राशिफल): टैरो राशिफल: आज आपको अच्छी खबर मिल सकती है। कागजात में हस्ताक्षर करते में सावधानी बरतें। ऑफिस में नई जिम्मेदारी मिल सकती है।जनसत्ता ऑनलाइन जून १३, २०१८ ०४:५७ आमशुभ रंग: आज के दिन आपके लिए शुभ रंग है हरा और आपका भाग्य ६२ % होगा।दैनिक राशिफल: बीमार व्यक्तियों के स्वास्थ्य में सुधार आएगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। धन जरूरी वस्तुओं पर ही खर्च होगा। स्त्री मित्रों से मुलाकात होगी। दफ्तर में सहकर्मियों से अच्छा सहकार मिलेगा। आज आपका शारीरिक एवं मानसिक आरोग्य अच्छा रहेगा। धन लाभ होगा और अधूरे कार्य संपन्न होंगे। शुभ रंग: आज के दिन आपके लिए शुभ रंग है हरा और आपका भाग्य ६२ % होगा। टैरो राशिफल: आज आपको अच्छी खबर मिल सकती है। कागजात में हस्ताक्षर करते में सावधानी बरतें। ऑफिस में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। कोई नई वस्तु खरीदने के योग बन रहे हैं। ऊं नमस्ते गणपतये बोलते हुए गणपति को गुलाब का तिलक अर्पित करें। लव राशिफल: पत्नी के साथ मांगलिक प्रोग्राम में जाने के योग हैं। पार्टनर की कुछ बातें इग्नोर करनी पडे़गी। आज आपके प्रेमी के साथ रिश्तें मधुर होंगे। आर्थिक लाभ मिल सकता है। आज शुरू होने वाली रिलेशनशिप लंबे समय तक चलेगी।वित्त राशिफल: आज आपको नया काम करने की मौका मिल सकता है, जिससे आपको लाभ मिलेगा। हाल ही में आपकी सृजनात्मक योग्यता अपने कार्यक्षेत्र में प्रदर्शित हुई है। जिससे आपकी तरक्की हो सकती है।स्वास्थ्य राशिफल: आज आपके दांतों में परेशानी हो सकती है। इसलिए आज सुबह जब उठेंगे तो आपको दर्द महसूस होगा। इसलिए आज आप डॉक्टर के पास जाएं। दिन खत्म होने तक आप आराम महसूस करेंगे। आप इस के बारे में बिल्कुल चिंता न करें क्योंकि ये न ठहरने वाली बीमारी हैं। |
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यह चावल अनुसंधान केंद्र पूरे करेगा १०० साल, इसकी हायब्रिड किस्मों ने देश में मचाय़ा था धमालदेश के सबसे पुराने चावल अनुसंधान केंद्रों में एक कारजात अपने १०० वर्ष पूरे करेगा। महाराष्ट्र के करजत में स्थिति यह चावल अनुसंधान केंद्र एक क्षेत्रीय स्टेशन के तौर स्थापित किया गया था। ब्रिटिश शासन के दौरान यह स्टेशन बाम्बे प्रोविंस के द्वारा इसकी आधारशिला रखी गई थी। इस बीच बताया जानकारी दी जा रही है कि २० से अधिक सफलतम किस्मों का अनुसंधान कार्य किया गया है। जिसमें कुछ किस्मों ने तो पूरे भारत में अपना धमाल मचाया है।इस अनुसंधान केंद्र ने विभिन्न प्रकार की बीमारियों के प्रतिरोधक किस्मों का अनुसंधान का कार्य किया जाता है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा इसे चावल के उच्च अनुसंधान के लिए ए-ग्रेड में रखा गया है। यही नहीं केंद्र ने ३४ चावल के ब्रीडर्स के साथ मिलकर भी कार्य किया है। हालांकि यदि महाराष्ट्र में राज्य में चावल उत्पादन की बात करें तो देश में १३ वां स्थान पर है। पंजाब, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के औसत उत्पादन से कम है। १९९८ व २०00 के दशक में केंद्र ने उच्च उत्पादन वाली देश की तीसरी व महाराष्ट्र की पहली हायब्रिड चावल की सहयाद्रि किस्म विकसित की। इसके बाद सहयाद्रि-२, सहयाद्रि-३, सहयाद्रि-४ आदि किस्में भी विकसित की गईं। इनकी उत्पादन क्षमता काफी अधिक है।पंजाब व हरियाणा में धूम मचाने वाली चावल की किस्म सहयाद्रि-४ का अनुसंधान २०08 में किया गया। प्रति हैक्टेयर लगभग १०० क्विंटल का उत्पादन करने वाली इस किस्म का पंजाब,हरियाणा व उत्तर प्रदेश में खूब बुवाई की गई थी। जबकि सहयाद्रि-३ का औसत उत्पादन ६० क्विंटल प्रति हैक्टेयर दर्ज किया गया था।वर्तमान में अच्छी उत्पादन वाली चावल की किस्मों का अनुसंधान लगभग ३9 एकड़ में किया जा रहा है जिसमें 1२०-1४5 दिनों में विकसित होने वाली तीन किस्में बीआरसीसीकेकेवी-१३,बीएम-४,कारजात१० पर काम किया जा रहा है।चावल अनुसंधान केंद्र हायब्रिड धूम |
इंटेंस केमिस्ट्री के साथ 'फितूर' का पहला गाना हुआ रिलीज | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १इंटेंस केमिस्ट्री के साथ 'फितूर' का पहला गाना हुआ रिलीजजान ०७ 20१6 ०९:४६ प्मबॉलीवुड की आगामी फिल्मो की श्रेणी में आदित्य रॉय कपूर और कैटरीना कैफ अभिनीत फिल्म 'फितूर' भी चर्चा का विषय बनी हुई है. इसी बीच इस फिल्म का एक नया गाना रिलीज कर दिया गया है, जो आदित्य रॉय कपूर और कैटरीना कैफ पर फिल्माया गया है. यह इस फिल्म का पहला गाना है जिसमे आदित्य रॉय कपूर और कैटरीना कैफ की इंटेंस केमिस्ट्री को बताया गया है.आपको बता दे कि अभी हॉल ही में फितूर का ट्रेलर लांच किया गया था, जिसके बाद ही इस फिल्म का यह गाना दर्शको के बीच में आ गया है. जिसमे आदित्य रॉय कपूर और कैटरीना कैफ अपने प्यार कि मिसाल पेश कर रहे है.फिल्म 'फितूर' चार्ल्स डिकेंस की नॉवेल ग्रेट एक्सपेक्टेशंस पर बेस्ड है. इसमें आदित्य और कैटरीना के अलावा तब्बू भी मुख्य किरदार में नजर आने वाली है. इस गाने को स्वानंद किरकिरे ने लिखा है, अमित त्रिवेदी ने म्यूजिक दिया है और गायक अरिजीत सिंह ने अपने सुरों से संवारा है. |
लोग इन दुनिया की सबसे ऊंची अखंड प्रतिमा है बाहुबली गोमतेश्वर संतोष मिश्र५६ फुट ऊंची गोमतेश्वर प्रतिमा को एक ही पाषाण खण्ड द्वारा निर्मित दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा माना जाता है। कर्नाटक के मैसूर जिले में इन्द्रगिरि नामक पहाड़ी पर स्थित इस प्रतिमा में शक्ति, साधुत्व, बल व औदार्य की भावनाओं का अद्भुत प्रदर्शन है। गोमतेश्वर की मूर्ति मध्ययुगीन मूर्तिकला काअप्रतिम उदाहरण है। विशेषज्ञों का मानना है कि मिस्र को छोड़कर संसार में अन्यत्र इस तरह की विशाल मूर्ति नहीं बनाई गई। होलिड्यिक मान्यताओं के मुताबिक, वर्ष ९८३ में यहां के गंग शासक रचमल्ल के शासनकाल में चामुण्डराय नामक मंत्री ने बाहुबली इस विशाल प्रतिमा का निर्माण करवाया था। माना जाता है कि बाहुबली जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ के पुत्र थे। रॉबअथार्डिंग बड़े भाई भरत के साथ हुए घोर संघर्ष के बाद जीता हुआ राज्य उन्हीं को लौटा दिया था। बाहुबली को आज भी जैन धर्म में विशिष्ट स्थान प्राप्त है। माना जाता है कि ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस स्थान पर मौर्य सम्राट चन्द्रगुप्त ने भी कुछ दिन बिताए थे। रॉबअथार्डिंग कुछ विशेष पर्वों पर बाहुबली गोमतेश्वर की इस मूर्ति का अभिषेक होता है। इसका उल्लेख पहली बार वर्ष १३९८ में मिलता है। इस मूर्ति का सुन्दर वर्णन वर्ष ११८० में वोप्पदेव कवि द्वारा रचित एक कन्नड़ शिलालेख में भी मिलता है। आलपोस्टरसिमांएज इस स्थान पर दो स्तम्भ भी मिले हैं, जिनसे गंग राजवंश के प्रसिद्ध राजा राजा नोलंबांतक, मारसिंह और जैन प्रचारक मम्मलीषेण के संबंध में जानकारियां प्राप्त होती हैं। इन्होंने वैष्णवों तथा जैनों के पारस्परिक विरोधों को मिटाने की चेष्टा की थी और दोनों सम्प्रदायों को समान अधिकार दिए थे। स्टेटिसफ्लिक्र |
नहर में कूदी विवाहिता का २५ घंटे के बाद शव मिलने से फैली सनसनी बरामद - टॉप न्यूशोम क्राइम नहर में कूदी विवाहिता का २५ घंटे के बाद शव मिलने से...श्रावस्ती। नहर में कूदी महिला का २५ घण्टे बाद शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पूरा मामला श्रावस्ती जिले के थाना क्षेत्र सोनवा के ग्राम ददौरा गांव का है जहाँ बहराइच जिले के रिसिया थाना क्षेत्र के लखनऊवा कोठार निवासी रेशमा पत्नी पिंटू सास ससुर से विवाद के बाद नाराज होकर शनिवार को ददौरा गांव के पास मुख्य नहर में आत्महत्या के उद्देश्य से छलांग लगा दी थी।जिसकी सूचना पुलिस को मिली सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने रेशमा की तलाश कराया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। रविवार सुबह से ही सोनवा पुलिस ददौरा से लेकर हरिहरपुर गांव तक नहर में रेशमा का शव तलासती रही। काफी तलास होने के बाद २५ घण्टे बाद थाना क्षेत्र गिलौला के हरिहरपुर गांव के मुख्य नहर पर स्थित रेगुलेटर के पास से शव मिला। मौके पर थानाध्यक्ष सोनवा यासीन खां पहुंच कर शव को नहर से निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। वही थाना सोनवा पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है। |
प्रधानमंत्री मोदी पंहुचे जापान, भारत-जापान के रिश्ते बनाएंगे मजबूत - दस्तक इंडियाहोम नेशनल प्रधानमंत्री मोदी पंहुचे जापान, भारत-जापान के रिश्ते बनाएंगे मजबूतप्रधानमंत्री मोदी पंहुचे जापान, भारत-जापान के रिश्ते बनाएंगे मजबूतप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय दौरे के लिए जापान की राजधानी टोक्यो पंहुच चुके है। मोदी शिंजो आबे के साथ वार्षिक शिकार सम्मलेन में भाग लेंगे। यह दो दिवसीय सम्मेलन २८ यानी आज से शुरू होगा और २९ अक्टूबर तक चलेगा। जापान पंहुचते ही स्वागत बड़े जोरो शोरो के साथ किया गया। इस सम्मलेन के दौरान संबंधों की समीक्षा की जाएगी और द्विपक्षीय रिश्तों को और गहरा बनाने पर चर्चा की जाएगी।प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, टोक्यो पहुंच गया हूं। मैं आश्वस्त हूं कि यह यात्रा भारत और जापान के मजबूत रिश्ते में नया अध्याय जोड़ेगी।मोदी के जापान पंहुचने के बाद उनको रिसीव करते जापान के शिंजो आबेविदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, शिंजो आबे के साथ पांचवें वार्षिक सम्मेलन के लिए तोक्यो पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। जापान उन कुछ देशों में शामिल है, जिसके साथ भारत वार्षिक सम्मेलन करता है। यह हमारे संबंधों की असाधारण मजबूती को दिखाता है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर बताया कि वह जापान के राष्ट्रपति शिंजो आबे से यामानशी पर मिले हैं। वे भारत-जापान संबंधों को गहरा बनाने के लिए इस दौरान वार्ता करेंगे।नरेन्द्र मोदी देश के पहले नेता है, जिनको शिंजो आबे ने अपने घर पर खाने के लिए आमंत्रित किया है।हों. प्म नरेन्द्र मोदी जी विल बे थे फर्स्ट इंटरनेशनल लीडर तो बे इन्विटेड बाय अबे फॉर आ डिनर एट हिस विला. नरेन्द्र मोदी (@नरेन्द्रमोदी१७७) अक्टोबर २७, २०१८प्रेवियस आर्टियलदिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना का निधन, काफी समय से थे बीमारनेक्स्ट आर्टियलकप्तान विराट और अनुष्का शर्मा ने मनाया अपना पहला करवाचौथ, शेयर की तस्वीरेपमो के प्रो अधिकारी का निधन, प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने प्रकट किया दुःखभारत में आने वाली है कवास्की की ये बाइक, जानें क्या है खूबियांपमो के प्रो अधिकारी का निधन, प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने...राहुल गांधी के तिकड़ी की मेहनत के बाद भी बीजेपी राज्य... |
चीन एनओपी १३ ० ४६ रीच निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरीएनओपी १३ ० ४६ रीच - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से(एनओपी १३ ० ४६ रीच के लिए कुल २४ उत्पादों)पोटाश घुलनशील उर्वरक ४६ क२ओपाउडर एनपीके १३ ५ २6 घुलनशील उर्वरकपाउडर नक१३ ५ २6 घुलनशील उर्वरक सभी पानी में घुलनशील नक में समान, अगर नाइट्रोजन + फॉस्फेट + पोटेशियम> ४४, हम आपके लिए उर्वरक फोमुला को अनुकूलित कर सकते हैं वैश्विक कृषि के विकास के साथ, नए प्रकार के पानी में घुलनशील उर्वरक अंतरराष्ट्रीय बाजार पर कब्जा कर रहा है। क्योंकि पानी में घुलनशील उर्वरक मिट्टी और पौधे के...एनओपी १३ ० ४६ रीचएनओपी १३-०-४६ रीचएनओपी १३.५ ० ४६एनओपी १३-०-४६ उर्वरकएनओपी १३.५ ० ४६ बिक्री के लिए |
एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला २०१२ पॉयदान # २२ : मेरे साइयाँ रे, साचा बोले ना झूठा माहिया रे...वार्षिक संगीतमाला २०१२ पॉयदान # २२ : मेरे साइयाँ रे, साचा बोले ना झूठा माहिया रे...औथोर: मनीष कुमार | पोस्टेड एट: १/०७/20१3 ०७:००:०० आम | फाइल्ड अन्डर: अमिताभ भट्टाचार्य, राहत फतेह अली खाँ, वार्षिक संगीतमाला २०१२, सलीम सुलेमान |वार्षिक संगीतमाला की अगली पॉयदान पर के गीत को लिखा है अमिताभ भट्टाचार्य ने। बेवफाई से व्यथित हृदय की वेदना को व्यक्त करते इस गीत को गाया है राहत फतेह अली खाँ ने। गीत साइयाँ के कोरस से शुरु होता है और जैसे ही राहत के स्वर में मेरे साइयाँ रे की करुण तान आपके कानों में पड़ती हैं आपको गीत का मूड समझने में देर नहीं लगती। फिल्म 'हीरोइन' के इस गीत की धुन बनाई है सलीम सुलेमान ने। दर्द की अभिव्यक्ति के लिए इंटरल्यूड्स में वॉयलिन का प्रयोग संगीतकार बखूबी करते हैं।प्रेम की सबसे बड़ी शर्त है आपसी विश्वास और एक दूसरे के प्रति सम्माऩ। पर जो आपका सबसे प्रिय हो वही आपके भरोसे की धज्जियाँ उड़ा दे तो..पैरों तले ज़मीन खिसकने सी लगती है। सच्चा प्यार कुछ होता भी है इस पर भी मन में संशय उत्पन्न होने लगता है। अपने आस पास के लोग, सारी दुनिया बेमानी लगने लगती है।अमिताभ के बोल इसी टूटे दिल की भावनाओं को टटोलते हैं इस गीत में। पर अमिताभ भट्टाचार्य के शब्दों से ज्यादा राहत की गायिकी और गीत की लय श्रोताओं को अपनी ओर खींचती है। तो आइए सुनते हैं इस गीत को।साइयाँ रे, मेरे साइयाँ रेसाचा बोले ना झूठा माहिया रे होमेरे साइयाँ रे, साइयाँ रेझूठी माया का झूठा है जिया रे होअब किस दिशा जाओ, कित मैं बसेरा पाऊँतू जो था मैं सँभल जाऊँसाइयाँ रेमेरे साइयाँ रेदामन में समेटे, अँधेरा लाई हैबहुरूपिया रौशनीहो...लोरियाँ गाए तोनींदे जल जाती हैंलागे कलसुरी चाँदनीदिल शीशे का टूटा आशियाँ रेप्रवीण पाण्डेय ऑन जान्वरी १6, 20१3 साइड...दर्शनभरा गीत, मधुर संगीत..कंचन सिंह चौहान ऑन जान्वरी १6, 20१3 साइड...इस साल वैसे लगभग कुछ भी नही सुना..... ये भी नही...भावपूर्ण गीत, राहत जी की आवाज़ और उस पर ये लिरिक्स.... धन्यवाद।राहत साब की आवाज़ सुकून देती है। पूरी फिल्म में एक ही कर्ण प्रिय गाना है जो अपना असर देर तक बनाये रखता है।आपके द्वारा गीत के पहले लिखी गई भूमिका गीत सुनने का माहौल बना देती है।मनीष कुमार ऑन जान्वरी १8, 20१3 साइड...अंकित हीरोइन का सिर्फ एक कर्णप्रिय गीत होने की बात से मैं पूर्णतः सहमत नहीं हूँ। इसी फिल्म का एक गीत ख़्वाहिशें मुझे इस गीत से ज्यादा पसंद है। बड़े प्यारे बोल लिखे हैं निरंजन अयंगार ने !अंकित ऑन जान्वरी 2१, 20१3 साइड...हम्म ...... मनीष जी, इस गीतमाला की १8 वीं पायदान पर उसे देखा और सुना। दरअस्ल फिल्म देखते वक़्त उसका उतना असर महसूस नहीं कर पाया था।मनीष कुमार ऑन जान्वरी २४, 20१3 साइड...दरअसल मैंने फिल्म अभी तक नहीं देखी अंकित सिर्फ अलग से सारे गीत सुने एक एक कर के। |
टक्स को ७९०१ करोड़ का मुनाफा | टक्स क२ प्रोफिट - हिन्दी गुडरेटर्न्स टक्स को ७९०१ करोड़ का मुनाफाटक्स को ७९०१ करोड़ का मुनाफापबलिश्ड: फ्रिदय, अक्टोबर १२, २0१८, १५:२६ [इस्ट]फाइनेंशियल ईयर २0१९ की दूसरी तिमाही में टीसीएस का मुनाफा ७.६५ प्रतिशत बढ़कर ७,९०१ करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष २0१९ की पहली तिमाही में टीसीएस का मुनाफा ७,३४० करोड़ रुपए रहा था। वित्त वर्ष २0१९ की दूसरी तिमाही में टीसीएस की रुपए में आय ७.५६ प्रतिशत बढ़कर ३६,८५४ करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष २0१९ की पहली तिमाही में टीसीएस की रुपए में आय ३४,२६१ करोड़ रुपए रही थी।वित्त वर्ष २0१९ की दूसरी तिमाही में टीसीएस की डॉलर आय ३.२ प्रतिशत बढ़कर ५२१.५ करोड़ डॉलर पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष २0१९ की पहली तिमाही में टीसीएस की डॉलर आय ५0५.१ करोड़ डॉलर रही थी।तिमाही आधार पर दूसरी तिमाही में टीसीएस का एबिट ८, ५७८ करोड़ बढ़कर ९,७७१ करोड़ रुपए रहा है। तिमाही आधार पर दूसरी तिमाही में टीसीएस का एबिट मार्जिन २५.९४ प्रतिशत से बढ़कर २६.0५ प्रतिशत रहा है। कंपनी ने निवेशकों को ४ रुपए प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंट देने की घोषणा की है।तिमाही आधार पर दूसरी तिमाही में टीसीएस की सर्विसेस एट्रिएशन रेट १0.९ प्रतिशत रही है। सालाना रही है। सालाना आधार पर दूसरी तिमाही में टीसीएस के ब्फ्सी सेगमेंट में ६.१ प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है।दूसरी तिमाही में टीसीएस ने १0 करोड़ डॉलर सेगमेंट में ४ नए ग्राहक जोड़े है। कंपनी ने इस तिमाही में १0२२७ नए कर्मचारी भर्ती किए। तिमाही आधार पर दूसरी तिमाही में टीसीएस के उत्तर अमेरिकी कारोबार की ग्रोथ ७ प्रतिशत से ८.१ प्रतिशत पर रही है।रेड मोर आबात: टक्स टश्क़२ टीसीएसहेरे यू विल रेड आबात टक्स क२ प्रोफिट इन हिन्दी.स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: फ्रिदय, अक्टोबर १२, २0१८, १५:२६ [इस्ट] |
सर्वश्रेष्ठ लोगों के बीच होने का गर्व है : अली फैजल |सर्वश्रेष्ठ लोगों के बीच होने का गर्व है : अली फैजललॉस एंजेलिस : अभिनेता अली फैजल ९०वें एकेडमी (ऑस्कर) अवार्ड्स में एक से बढ़कर एक सर्वश्रेष्ठ लोगों के बीच अपनी मौजूदगी को लेकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हॉलीवुड अभिनेत्री जूडी डेंच के साथ उनकी फिल्म विक्टोरिया एंड अब्दुल को दो ऑस्कर नामांकन मिले हैं। भारतीय अभिनेता रविवार को हॉलीवुड के डॉल्बी थिएटर एंड हाईलैंड सेंटर में होने वाले ऑस्कर पुरस्कार समारोह में बतौर अतिथि शमिल होंगे। उन्होंने समारोह स्थल की दो तस्वीरें ट्वीट की।फिल्म विक्टोरिया एंड अब्दुल दो श्रेणियों सर्वश्रेष्ठ परिधान डिजाइन और मेकअप व हेयरस्टाइल के लिए नामांकित है।फिल्म में रानी की भूमिका में जूडी डेंच और अब्दुल की भूमिका में अली हैं।प्रेवियस ललित कला अकादेमी में अभिनव चाौबे की इनसाइड आऊट द आर्ट स्केप प्रदर्शनीनेक्स्ट ९०वें एकेडमी अवॉर्ड्स : सैम रॉकवेल सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता घोषित |
लोक सभा इलेक्शन रेसल्ट्स २०१९: व्हेट वोमेन एक्सपेक्ट फ्र्म थे नरेन्द्र मोदी गवर्नमेंट जॉब्स सिक्योरिट्येडिटोरिअल२४ मई २०१९, १४:०४ इस्टआज हम आपको ऐसे कुछ मुद्दों के बारे में बताएंगे जो ज्यादातर महिलाएं मोदी सरकार से उम्मीद करती हैं।पीएम नरेंद्र मोदी अगले ५ सालों के लिए भाजपा की सरकार बनाएंगे। इस चुनाव में, महिला और पुरुष बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए आए, जिसमें ६७ प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले वर्षों की तुलना में बहुत ज्यादा है। लेकिन खुशी की बात यह है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली बड़ी कामयाबी के पीछे देश की महिला का खासा योगदान है क्योंकि उन्होंने पुरुषों से ज्यादा मतदान करके एनडीए के हाथ मजबूत किये। जी हां जहां से एनडीए को ज्यादा सफलता मिली है उनमें से कुछ जगहों पर महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में ज्यादा वोटिंग की है और कुछ जगहों पर पिछली बार की तुलना में इस बार महिलाओं की वोटिंग का प्रतिशत ज्यादा रहा है। इसका मतलब यह है कि महिलाओं ने विश्वास किया है कि एक निर्वाचित सरकार उनके भविष्य के लिए बहुत कुछ कर सकती है। आज हम आपको ऐसे कुछ मुद्दों के बारे में बताएंगे जो महिलाएं नरेंद्र मोदी सरकार से चाहती हैं।इसे जरूर पढ़ें: घर और ऑफिस में महिला सुरक्षा के लिए बने हैं कई अहम कानून२0१४ में प्रधानमंत्री ने कहा था कि महिलाएं केवल होम मेकर नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माता हैं। महिलाओं को देश में रोजगार के कमजोर परिदृश्य को देखते हुए सरकार से बेहतर रोजगार की संभावनाएं चाहिए। नेता चुनाव प्रचार में रोजगार की बात क्यों नहीं करते हैं, जबकि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर देना हमारे नेताओं के लिए बहुत बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए। भारत में महिला कर्मचारियों की संख्या २00५ में 3५ प्रतिशत से कम होकर २०१८ में २६.७ प्रतिशत हो गई है।यूं तो पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं की सुरक्षा पर बहुत अधिक ध्यान दिया गया है लेकिन जहां आधी आबादी महिला है, उस दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए कुछ चीजों पर तेजी से सुधार करने की आवश्यकता है। कई रिसर्च से यह बात सामने आई है कि केवल २५ प्रतिशत महिलाएं सड़कों पर चलने में सुरक्षित महसूस करती हैं, जबकि ४४.६ प्रतिशत महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं और ३०.५ प्रतिशत इसके बारे कुछ नहीं कहती हैं।पॉलिटिक्स में महिलाओं की भूमिकाआधुनिक भारतीय पॉलिटिक्स में कई ऐसी महिलाएं रही हैं, जिनकी ऐतिहासिक भूमिका से हम अच्छी तरह से परिचित हैं। स्वतंत्रता आंदोलनों से लेकर आज़ाद भारत में सरकार चलाने तक में महिलाओं की राजनीतिक भूमिका और पहल अहम रही है। लेकिन जब राजनीति में महिला भागीदारी की बात आती है तो आंकड़ें बेहद निराशाजनक हैं। अगर भारत की एक्टिव पॉलिटिक्स में महिलाओं की स्थिति की बात करें तो भारत १९३ देशों में १४१वें स्थान पर है। महिलाएं देश की संसद को अधिक समावेशी बनाना चाहती हैं। लगभग ८६.८ प्रतिशत महिलाओं ने सोचा कि महिला आरक्षण बिल संसद में महिला प्रतिनिधियों की संख्या में सुधार करेगा। जबकि ३१.२ प्रतिशत को अभी भी लगता है कि यह वांछित परिवर्तन नहीं लाएगा।बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का शुभारम्भ केंद्र की वर्तमान सरकार द्वारा लिंग के अनुपात में समानता लाने की दिशा में उठाया गया एक सराहनीय कदम है। यह मोदी सरकार की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है। अधिक प्रचार लेकिन कम पॉजिटिव होने के लिए इसकी आलोचना हुई। ऐसा इसलिए क्योंकि कई युवा महिलाएं प्राथमिक स्कूलों में शामिल हो जाती हैं, लेकिन वह बहुत ज्यादा समय तक कक्षाओं में टिकती नहीं हैं। २0११ की जनगणना द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की महिला साक्षरता दर ६५.४६ प्रतिशत है, जो विश्व औसत ७9.७ प्रतिशत से काफी कम है। महिलाएं उम्मीद कर रही हैं कि आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इन कक्षाओं में टिकें।इसे जरूर पढ़ें: २०१८ में हर महिला के पास होने चाहिए ये ५ वोमेन सैफथी आप्सरेलवे स्टेशन पर गाने वाली रानू मंडल को मिला इस बड़े म्यूजिक डायरेक...बीर्थदय रेटर्न गिफ्ट्स: बच्चे की बर्थडे पार्टी में आए नन्हे मेहमानों...टॉयलेट, हाइजीन और हेल्थस्वच्छ भारत एक मिश्रित अभियान है, जो मोदी सरकार ने मिश्रित परिणाम के साथ निकाला है। हालांकि यह बहुत सारे वादे को पूरा करता है। मोदी सरकार ने कहा है कि उन्होंने पिछले चार वर्षों में नौ करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया है और ४.५ लाख से अधिक गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है। लेकिन टॉयलेट तक पहुंच का मतलब यह नहीं है कि खुले में शौच समाप्त हो गया है। महिलाएं इस मोर्चे पर किसी भी बदलाव की बहुत बड़ी हकदार हैं, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव उन पर पड़ता है और इसमें उनका सीधा हाथ होता है। उम्मीद है कि नई सरकार इस का निर्माण करेगी और व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से इसे व्यापक बनाने के लिए नारी शक्ति का उपयोग करेगी।प्रधानमंत्री उज्जवला योजना भारत के गरीब परिवारों की महिलाओं के चेहरों पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा १ मई २0१६ को शुरू की गई एक योजना है। इस योजना के अंतर्गत गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन मिलेंगे। जी हां स्वास्थ्य, उज्जवला योजना की सभी योजनाओं में इसका एक हिस्सा जहां एलपीजी कनेक्शन खतरनाक चुल्लों की जगह ले चुके हैं। सरकार ने कहा है कि उन्होंने ८ करोड़ कनेक्शन प्रदान किए हैं और महिलाओं को इससे सीधे फायदा मिलता है। महिलाएं भी सरकार से ऐसी ही उम्मीद कर रही हैं।भारत आई बिकिनी एयरलाइन्स, सस्ते में बुक होगी विदेश क...लाटेस्ट जेवैलरी ट्रेंड्स : नीता अंबानी की बहू श्लोका ...कब्क ११: 'कौन बनेगा करोड़पति' से इस साल आ रही हैं महि...शुगर इट'स आ पौत टाइम लिपस्टिक का रिव्यू: हज़ ट्रीड ...लाख कोशिशों के बावजूद नहीं बन रहा है फिटनेस रूटीन तो...जन्माष्टमी इन बंगलुरू: बेंगलुरु में श्री कृष्ण के...नरेन्द्र मोदी लोक सभा इलेक्शन २०१९ रेसल्ट्स वोमेन इन पॉलिटिक्सरिप सुषमा स्वराज : इस दमदार शख्सियत से जुड़े सवालों के जवाब क्या दे सकती हैं आप?जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 3७0 हटने के बाद आए १0 बड़े बदलाव के बारे में कितना जानते हैं आप?रेणुका शहाणे ने लगाई एम जे अकबर की क्लास, जब उन्होंने कहा, मैं भी 'देश के चौकीदार' के साथलोक सभा इलेक्शन २०१९: दीपिका, आलिया और अनुष्का से पीएम मोदी ने की अनोखी अपील |
- नहीं होगी नालों की सफाई, बरसात में होगा जलभराव - अमर उजाला हिन्दी न्यूज लाइव{"_ईद":"८१८८०","स्ल्ग":"जलाऊँ-८१८८०-३९","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९२८\उ09३९\उ०९४०\उ०९०२ \उ09३९\उ०९४ब\उ०९१७\उ०९४० \उ०९२८\उ०९३ए\उ०९३2\उ०९४ब\उ०९०२ \उ०९१५\उ०९४० \उ०९३8\उ०९२ब\उ०९३ए\उ०९०८, \उ०९२च\उ०९३0\उ०९३8\उ०९३ए\उ०९२4 \उ०९२ए\उ०९४7\उ०९०२ \उ09३९\उ०९४ब\उ०९१७\उ०९३ए \उ०९१च\उ०९३2\उ०९२ड\उ०९३0\उ०९३ए\उ०९३5","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ09३९\उ०९३0 \उ०९१4\उ०९३0 \उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}नहीं होगी नालों की सफाई, बरसात में होगा जलभरावउरई (जालौन)। बरसात के पहले नगर पालिका शहर के नालों की सफाई करवाता था। इस वर्ष निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के कारण टेंडर न होने से नालों की सफाई कार्य नहीं हो पाएगा।शहर के १५ नालों की सफाई के लिए २५ मई को १४,२०,५०० रुपए के टेंडर खोले गए थे लेकिन २५ मई को नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के कारण टेंडर पास नहीं हुए। इसके अलावा शहर की नालियों की सफाई के लिए लगाए जाने वाले १० संविदा कर्मी भी नहीं लगाए गए। इस वर्ष बरसात के पहले न तो शहर के नालों की सफाई हो सकेगी और न ही बड़ी नालियां साफ की जाएंगी। शहर में डायरिया और संक्रामक रोगों का प्रकोप चल रहा है। बरसात में नालों और नालियों का पानी शहर के मुहल्लों में भरेगा तब संक्रामक रोग और प्रभावी होंगे।नगर के अंदर और बाहर कुल १५ नाले हैं। बरसात में नालों में पानी भरने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। पिछले वर्ष इन नालों में आई बाढ़ से आधे से अधिक शहर के मुहल्ले जलमग्न हो गए थे। तुफैलपुरवा, इंद्रानगर, राजेंद्र नगर में नालों के पानी से पूरी बरसात जलभराव रहता है। नालों की सफाई न होने से शहर वासियों को परेशानियां उठानी पडे़गी।नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी आरके शर्मा का कहना है कि निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने से नालों की सफाई का कार्य नहीं हो पाया है। इसके अलावा वार्डों की सफाई के लिए उन्होंने पांच से २१ जून तक विशेष अभियान चलाया है। जिसके तहत नगर पालिका के कर्मचारी शहर के सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थलों पर सफाई करेंगे। |
क्ग इलेक्शन २०१८ सबोटेज इन थे कांग्रेस कंप्लेंट फ्र्म १२ असेंबली कंस्टिट्युएंसीग इलेक्शन २०१८ : कांग्रेस में भीतरघाती हुए कम, फिर भी १२ विधानसभा क्षेत्रों से पहुंची शिकायतपबलिश दते:वेड, ०५ डेक २०१८ ०८:२६ प्म (इस्ट)क्ग इलेक्शन २०१८ : कांग्रेस में पिछले चुनाव की तुलना में छोटी हुई भीतरघातियों की सूची। २०१३ में २९ सीटों से भीतरघात की शिकायत मिली थी।रायपुर। छत्तीसगढ़ में १५ साल से वनवास काट रही कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि पार्टी में इस चुनाव में भीतरघाती कम हो गए हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अभी तक १२ विधानसभा सीटों के भीतरघातियों की शिकायत मिली है।पिछले विधानसभा चुनाव तुलना की जाए तो इस बार शिकायत आधी भी नहीं आई है। २०१३ के विधानसभा चुनाव के बाद २९ विधानसभा क्षेत्रों से भीतरघात की शिकायत मिली थी। संख्या कम होने पर पार्टी के आला नेता खुश तो हैं, लेकिन उनकी कोशिश यही है कि बचे हुए भीतरघातियों को भी सख्ती से सबक सिखाया जाए।पीसीसी ने सभी प्रत्याशियों और जिलाध्यक्षों से भीतरघातियों के खिलाफ शिकायत मंगाई है, ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके। जल्द ही पीसीसी सभी भीतरघातियों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगेगी। आला नेताओं का कहना है कि भीतरघातियों पर कभी भी कार्रवाई हो सकती है।हर बार की तरह कांग्रेस प्रत्याशियों को फिर से भीतरघात का सामना तो करना पड़ा है, लेकिन इस बार ७८ सीटों के प्रत्याशियों के लिए राहत रही। पार्टी के आला नेताओं का कहना है कि पहले जिस वरिष्ठ नेता के कारण भीतरघात होता था, अब वे पार्टी में नहीं हैं। प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कुछ सीटों पर असंतोष जरूर फूटा था, तब पार्टी ने कुछ बागियों को पार्टी से ही बाहर कर दिया और बाकी को वरिष्ठ नेताओं ने मना लिया था।इन सीटों पर भीतरघातअभी तक रायपुर पश्चिम, रायपुर ग्रामीण, रायपुर उत्तर, बालोद, डौंडीलोहारा, धमतरी, गुण्डरदेही, बिलाईगढ़, लोरमी, कोंडागांव और दो विधानसभा क्षेत्रों से भीतरघातियों की नामजद शिकायत आई है।भीतरघात और असंतोष को कम करने का फॉर्मूला- पार्टी ने इस बार जमीनी कार्यकर्ताओं की पूछ-परख बढ़ाई। पहली बार बूथ स्तर पर संगठन बनाकर चुनावी प्रशिक्षण दिया। प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में भी जमीनी कार्यकर्ताओं की भागीदार तय करने के लिए उनसे दावेदारों पर फीडबैक लिया गया।- बंद कमरे में प्रत्याशी या पैनल बनाने की परंपरा बंद की। इस बार हर विधानसभा क्षेत्र में संकल्प शिविर लगाकर दावेदारों को मंच पर आने का मौका मिला। सभी को दावेदारी के लिए ब्लॉक अध्यक्ष के पास आवेदन जमा करने का मौका भी दिया।शिकायत ज्यादा नहीं : भूपेशपीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि भीतरघातियों की शिकायत ज्यादा नहीं है। इससे यह साफ हो गया है कि पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ा है। जी-जान लगाकर मेहनत की है। इस बार संगठन ने चुनाव लड़ा है, इसलिए परिण्ााम कांग्रेस के पक्ष में आने वाला है। भीतरघातियों पर कार्रवाई की बात है तो वह जल्द ही होगी।# सबोटेज इन थे कांग्रेस# कांग्रेस में भीतरघाती |
इस बात को लेकर लोगों पर भडकी एक्ट्रेस पूजा भट्ट, ट्वीट कर दिया ये वयान -होम बॉलीवुड इस बात को लेकर लोगों पर भडकी एक्ट्रेस पूजा भट्ट, ट्वीट कर...इस बात को लेकर लोगों पर भडकी एक्ट्रेस पूजा भट्ट, ट्वीट कर दिया ये वयानकेरल में पशु दुर्व्यवहार के सबसे क्रूर रूप का मामला सामने आया। दरअसलस कुछ लोगों ने एक प्रेग्नेंट हथिनी (प्रेगनेंट एलीफेंट) को कुछ दिनों पहले पटाखों से भरा अनानास खिला दिया था। इसके चलते हथिनी और उसके बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। सोशल मीडिया पर इस घटना पर लोग जमकर आक्रोश जता रहे हैं। अब इस पर लोगों की इस करतूत पर बॉलीवुड एक्ट्रेस पूजा भट्ट (पूजा भट्ट) रिएक्शन आया है। उन्होंने एक ट्वीट के जरिये लोगों की इस करतूत पर तंज कसा है।उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, हम भगवान गणेश की पूजा करते हैं और हाथियों को मारते हैं और उनका दुरुपयोग करते हैं। हम भगवान हनुमान की अराधना करते हैं और बंदरों को जंजीरों में जकड़े हुए व अजीबोगरीब करतब करते हुए देखते हैं। हम देवियों की पूजा करते हैं, लेकिन महिलाओं को गाली देते हैं, उन्हें पंगु बना देते हैं और कन्या भ्रूण हत्या भी करते हैं। पूजा भट्ट (पूजा भट्ट) का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है, साथ ही फैंस उनके ट्वीट पर जमकर कमेंट भी कर रहे हैं।बता दे कि बॉलीवुड एक्ट्रेस पूजा भट्ट (पूजा भट्ट) अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने विचारों को लेकर भी हमेशा चर्चा में रहती हैं। उनके ट्वीट्स सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी होते हैं। पशु दुर्व्यवहार के सबसे क्रूर रूप के इस मामले को लेकर कई बॉलीवुड कलाकारों ने भी आपत्ति जताई है, साथ ही अपराधियों को कड़ी सजा देने की भी मांग की है।प्रेवियस आर्टियलकुछ लोगों ने प्रेग्नेंट हथिनी को खिलाया पटाखों से भरा अनानास, तो बॉलीवुड एक्ट्रेस ने यूं किया रिएक्टनेक्स्ट आर्टियलगर्भवती हथिनी की मौत पर भड़के बॉलीवुड सितारे, पूछा कहां मर गई इंसानियत! |
दामिनी-ई-कोह: जान्वरी २०१३आलोका रांची झारखण्डतीसरा विव युद्ध पानी के लिए होगा। यह भविष्यवाणी बहुत पहले ही हो चुकी है। कई देाों में पानी के लिए मचे हाहाकार से इस भविष्यवाणी की पुष्टि होती है। पानी की समस्या से भारत भी अछूता नहीं है। पानी के लिए देा के कई राज्यों में लडाई शुरू हो चुकी है। उड़ीसा ऐसे ही राज्यों में से एक है। इस राज्य के संबलपुर जिले में पानी के लिए एक दाक से जंग छिड़ी हुई है। राज्य सरकार लाख कोिााों के बाद भी इस लड़ाई का हल ढूंढने में नाकाम साबित हो रही है। संबलपुर में पानी के लिए घमसान किसानों और कंपनियों के बीच विगत दस वर्षों से निरंतर जारी है।संबलपुर के किसानों ने हीराकुंड डैम के लिए अपनी उपजाऊ जमीन इस उम्मीद से दी थी कि उनकी शेष बचे खेतों तक पानी पहुंचेगा। इससे फसलों का उत्पादन बढ़ेगा और फिर खुाहाली का एक नया दौर शुरू होगा। लेकिन कुछ ही वर्षों में किसानों का यह सपना टूट गया। किसानों के लिए पानी की लड़ाई लड़ने वाले रंजन के पांडा बताते हैं कि संबलपुर में हीराकुंड डैम को विकसित करने की योजना देा के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के कार्यकाल में बनी थी। तब किसानों ने इसका विरोध किया था। किसानों का कहना था कि डैम का विस्तार होने से उन्हें दोहरा नुकसान सहना होगा। डैम के विस्तार में उनकी खेती योग्य जमीन का बड़ा हिस्सा तो जाएगा ही ोष जमीन भी डैम के पानी में डूब जाएगा। इसके बावजूद सरकार ने डैम का निर्माण कराया। सरकार का दावा था कि डैम बनने से किसानों को लाभ होगा। उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। डैम के विस्तार के बाद संबलपुर के पूरे इलाके में केनाल के माध्यम से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाया जाएगा। इससे किसान एक साल में कम से कम दो फसल असानी से उगा पाएंगे। किसान मछली पालन का कारोबार भी बढ़ा पाएंगे। डैम के माध्यम से ही किसानों के लिए बिजली उत्पादन करने की बात भी कही गई। सरकार के इन दावों से किसानों की सोच भी बदल गई। उन्हें लगा कि डैम के विस्तार से उनकी थोड़ी बहुत जमीन भले ही चली जाएगी, लेकिन इसके बाद उनका जीवन खुाहाल हो जाएगा। डैम बनने से सिंचाई की समस्या दूर होगी और विकास का एक नया सफर शुरू होगा। फिर कई दाकों के बाद कई चरणों में डैम का निर्माण हुआ। कुछ इलाकों में केनाल बनाकर पानी पहुंचाने का प्रयास भी किया गया। ९० के दाक में इसके माध्यम से जिले के कई क्षेत्रों में किसानों के खेतों तक पानी पहंंुचने भी लगा। इससे बहुत हद तक किसानों के हालात भी बदलने लगे। किसान एक ही साल में दो फसल बोने व काटने लगे। इससे उनमें खुाहाली भी आने लगी। लेकिन यह सब बहुत दिनों तक नहीं चल पाया। ९० के दाक में ही डैम के पानी पर कंपनियों की नजर लग गई। इसके बाद कई कंपनियों ने राज्य सरकार के साथ एमओयू किए और प्लांट लगाए। संबलपुर के किसानों के दुर्दिन यही से शुरू हुए। हीराकुंड डैम के पानी का बंटवारा होने लगा। किसानों को मिलने वाला पानी का एक बड़ा हिस्सा कंपनियों को मिलने लगा। नतीजा यह हुआ कि किसानों के खेतों में पानी कम पड़ने लगा। उत्पादन में कमी होने लगी। डैम का पानी भी प्रदूषित होने लगा। इसका खेती पर प्रतिकूल असर पड़ा। प्रदूषित पानी से किसानों की फसलें खेतों में ही सड़ने लगी। संबलपुर के बूढ़ागढ़ा पंचायत के किसान प्रदीप कुमार प्रधान बताते हैं कि उनके पास पांच एकड जमीन है। दो एकड़ जमीन में डैम के पानी से सिंचाई तो हो जाती है, लेकिन शेष तीन एकड़ जमीन में डैम का पानी पहुंचता ही नहीं है। इसके कारण तीन एकड़ असिंचित भूमि में वे साल में एक ही फसल उगा पाते हैं। जिस दो एकड़ जमीन तक पानी पहुंचता है, उसका पानी भी प्रदूषित रहता है। इससे फसल के उत्पादन पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है।इस तरह पानी के बंटवारे से संबलपुर के किसानों के समक्ष एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई। जल कर के रूप में एक अच्छी खासी रकम चुकता करने के बाद भी किसानांे के खेतों में पानी के लाले पड़ने लगे। इससे किसान परेाान हो उठे और पानी के बंटवारे और प्रदूषण के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिए। पिछले एक दाक में उन्होंने पानी के बंटवारे के खिलाफ कई बड़े आंदोलन किए। वर्ष २००३ में संबलपुर के किसानों ने पानी के बंटवारे और पानी के प्रदूषण के खिलाफ ऐतिहासिक आंदोलन किए। वर्ष २००६ और ०७ में भी किसानों ने आंदोलन किए। इस दौरान चासी आंदोलन के तहत जिले भर के लगभग ३५ हजार किसान सड़क पर उतर आए और करीब २५ किमी लंबा मानव ऋंखला बनाया। इन आंदोलनों के बाद राज्य सरकार के साथ किसानों की कई बार वार्ता भी हुई। लेकिन इससे कोई नतीजा नहीं निकला। आंदोलन का असर सिर्फ यह हुआ कि सरकार के साथ विभिन्न कंपनियों के साथ तेजी से हो रहे एमओयू पर विराम लग गया। चासी आंदोलन के एक नेता देवेंद्र प्रधान कहते हैं कि कई आंदोलनों के बावजूद सरकार ने पानी के बंटवारे पर किसानों के हित में कोई फैसला नहीं लिया। डैम से किसानों को भले ही प्रयाप्त पानी नहीं मिल रहा है, लेकिन कंपनियों को पानी देने में सरकार कोई कोताही नहीं कर रही है। आंदोलन का असर सिर्फ यह हुआ है कि राज्य सरकार ने नई कंपनियों के साथ नए एमओयू करना बंद कर दिया है।पोस्टेड बाय आलोक एट ७:४१ प्मआज खगेंदर ठाकुर जी ने मुझे फोन पर कहा की मेरे माध्यम से नेटपर नये साल की शुब्कामना के साथ मेरे साहित्यक दोस्तों को येआग्रह कर दे की नये साल में नया कर की इन जालिमो से मुक्तिदिलायखगेंदर ठाकुर जी माध्यम से एक कविता हैशासन का डंडा घूम रहा हैआसू गैस निरंतर टूट रहा हैजनता का धैर्य आतुत रहा हैजनतंत पसीना घुड रहायुवाओ का गुश फुट रहा हैसत का भ्रम अब टूट रहा हैदमन का भी तोहम टूट रहा है संसद को तो वह कर छुट रहा हैसरकार की हवा भूल रही है उसकी धिग्धि बंधीसाँस भी फुल रही हैप्र्त्येछ पूंजी निवेश मेंसुब कुछ भूल रही हैओबामा संगभरत माता कोहुल रही हैपोस्टेड बाय आलोक एट ९:११ आम |
चावल के बाद अब केन्द्र ने की केरोसीन में कटौती, केन्द्र सर- आम आदमीचावल के बाद अब केन्द्र ने की केरोसीन में कटौती, केन्द्र सरकार का छत्तीसगढ़ विरोधी फैसला : शैलेश नितिन त्रिवेदी२७, जून- २०१९रायपुर. छत्तीसगढ़ के कैरोसिन-मिट्टी तेल कोटे में कटौती पर कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि यह मोदी सरकार का एक और छत्तीसगढ़ विरोधी फैसला है। पहले दाल भात केन्द्रों का चांवल बंद किया। शक्कर कारखानों से शक्कर उठाना बंद किया। छत्तीसगढ़ के कैरोसीन मिट्टी तेल कोटे में कटौती जैसे गरीब विरोधी फैसलों से छत्तीसगढ़ को नुकसान पहुंचाया है। करीब १३ लाख राशन कार्डों के धारकों को कैरोसीन का वितरण प्रभावित हो गया।त्रिवेदी ने अपने एक बयान में कहा कि उज्जवला योजना में २६.७९ लाख कनेक्शन वितरित किए जा चुके है। केन्द्र सरकार की नीति अनुसार उज्जवला योजनान्तर्गत वितरित कनेक्शनों की संख्या में वृद्धि के आधार पर राज्य को केरोसिन का आबंटन १.७२ लाख लीटर के स्थान पर १.१5 लाख किलोमीटर कर दिया गया है। पहली तिमाही २८७६४ कि.लि. दिया गया, दूसरी तिमाही १7880 कि.लि. किया गया, जिससे ३८ प्रतिशत की कटौती की गयी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने २६ मार्च २०१९ को पत्र लिखकर कैरोसीन की कोटा बढ़ाने की मांग की थी।त्रिवेदी ने कहा है कि राज्य को आंबटित अपर्याप्त कोटे के कारण १2.९० लाख राशनकार्ड धारको को केरोसिन का वितरण नहीं हो पा रहा है। एलपीजी सिलेंण्डरों के रिफिल कीमत के युक्तियुक्तकरण होते तक तथा एलपीजी वितरकों की संख्या में पर्याप्त प्रसार होने तक ईधन के रूप में केरोसिन की आवश्यकता बनी रहेगी। केरोसिन की मात्रा में कटौती से छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों को अत्याधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।त्रिवेदी ने कहा है कि उज्जवला योजना के हितग्राहियों द्वारा यदि नियमित रूप से सिलेण्डरों को रिफिल कराया जाता तब उस परिस्थिति में केरोसिन का आबंटन कम किया जाना औचित्यपूर्ण होता। उज्जवला योजना के हितग्राहियों द्वारा सिलेण्डरों के रिफिल की संख्या का अवलोकन से स्पष्ट है कि वर्ष 20१8-१9 में कुल रिफिल कराए गए सिलेण्डरों की संख्या २५,२३,६६४ मात्र है। जिससे यह स्पष्ट है कि प्रत्येक हितग्राही द्वारा प्रतिवर्ष औसतन एक ही सिलेण्डर रिफिल कराया गया है।सिलेण्डरों के रिफिल कम कराए जाने का प्रमुख कारण यह है कि रिफिल हेतु गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों को सिलेण्डरों की पूरी कीमत, जो की राज्य में पहले रूपये ७७३ थी और अब और बढ़ गयी है, पर खरीदना पड़ता है। सब्सिडी की राशि रूपये २७0.१8 है, जो बाद में हितग्राही के बैंक खाते में आती है। गरीब परिवारों के लिए एकमुश्त इतनी राशि देना संभव नहीं होने तथा दूरस्थ अंचलों में एलपीजी वितरकों की संख्या में समुचित वृद्धि न होना कम रीफिलिंग के मुख्य कारण है।छत्तीसगढ़ कैरोसिन-मिट्टी तेल कोटे में कटौती शैलेश नितिन त्रिवेदी मोदी सरकारमुख्यमंत्री ने जस्टिस आलम से की मुलाकातईत में सर्वश्रेष्ठ आल राउंड प्रदर्शन के लिए इंस्टिट्यूट गोल्ड मेडल, बीटेक में नवाचार के लिए प्रेसिडेंट गोल्ड मेडलसमाजसेविका के बेटे की गुंडागर्दी...शराब पीने के लिए पैसा मांगने को लेकर विवाद...कैफे में ही चलाया लात-घूसे, वीडियो भी वायरलपूर्व पालिका अध्यक्ष के बेटे ने साथियों के साथ मिलकर पार्षद को पीटा, रुपयों के लेनदेन का है मामलाकार्टून कैरेक्टर से होगी सौ स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाईसड़क पर युवती को ट्रक ने कुचला, मौतनशे की लत के लिए पति और ससुर ने महिला के साथ किया ये... |
रेडिमर: एन्हांस्ड एडिशन २५ जून को उपलब्ध होगा२५ फरवरी, २०२० को मंगलवार हैमोबाइल उपकरणों पर अब उपलब्ध सितारों की ड्रैगन क्वेस्टप्रभाग २: न्यूयॉर्क के सरदारों के लिए एक एनिमेटेड लघुओवरवॉच लीग, दक्षिण कोरिया के मैच रद्द होने के कारण ...कोरोनावायरस: ईए भी जीडीसी २०२० का त्याग करता हैद ग्रज - समीक्षाफ्री इज ब्यूटीफुल - वेस्ट वॉकर डिलीवरीपोकेमॉन तलवार और शील्ड - विद्रोही दहाड़, नया टीसीजी विस्तारहोम समाचार रेडिमर: एन्हांस्ड एडिशन २५ जून को उपलब्ध होगारेडिमर: उन्नत संस्करण जून २५ से शुरू होने वाले सभी प्लेटफार्मों पर भौतिक और डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध होगा।एक प्रेस विज्ञप्ति हमें बताती है कि रिलीज की तारीख उद्धारक: संवर्धित यह होगा २५ जून और निन्टेंडो स्विच, ज़्बॉक्स ओन, प्क और प्लेस्टेशन ४ पर उपलब्ध होगा।बुका एंटरटेनमेंट और रेवन्सकोर्ट ने आज घोषणा की कि एक्शन-ब्रावलर, रिडीमर: उन्नत संस्करण, २५ जून प्लेस्टेशन ४ के लिए उपलब्ध होगा, भौतिक और डिजिटल संस्करणों में माइक्रोसॉफ्ट ज़्बॉक्स, निन्टेंडो स्विच और पीसी।एक प्रोपॉसिटो दी उद्धारक: उन्नत संस्करण:रिडीमर: उन्नत संस्करण ब्रावलर शैली की एक गहन और आधुनिक व्याख्या है जिसमें आपको मुट्ठी, हथौड़ों, आग्नेयास्त्रों और यहां तक कि आसपास के वातावरण का उपयोग करके दुश्मनों को हराने, हैक करने और अपना रास्ता बनाना होगा।वासिली के रूप में खेलते हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े साइबरनेटिक हथियार निर्माता के लिए पूर्व कुलीन ऑपरेटर हैं, जो एक अलग मठ में भाग गए जब कंपनी ने इसे अपने साइबर सैनिकों में से एक में बदलने का फैसला किया।२0 वर्षों के लिए उन्होंने अन्य भिक्षुओं के बीच शांति और सद्भाव का पता लगाने की कोशिश की जब तक कि हथियार कंपनी को नहीं मिला और अब वे वसीली की स्थिति में आ रहे हैं।तीव्र कार्रवाई: लड़ाकू चाकू, डंडों, आग के कुल्हाड़ियों, हथौड़ों और अधिक सहित आग्नेयास्त्रों और हाथापाई हथियारों की एक विस्तृत श्रृंखला का उपयोग करके दुश्मनों को हटा दें।मार प्रणाली: बिना दया के दुश्मनों को खत्म करने के लिए तीन अलग-अलग प्रकार की हत्या का उपयोग करें। उन्हें चुपके या आसपास के वातावरण का लाभ उठाएं; अपने विरोधियों को नीचे उतारने के लिए अपने कौशल का उपयोग करेंनिरस्त्रीकरण या विघटित प्रणाली: अपने दुश्मनों को क़ाबू में करने या उन्हें नष्ट करने के लिए अद्वितीय युद्ध चाल का उपयोग करें और हाथापाई हथियारों के रूप में उनके अंगों का उपयोग करें।पैरी सिस्टम: अपने दुश्मनों की शूटिंग के दौरान खुद की रक्षा करें। अपनी परेड को सही करने के लिए विभिन्न प्रकार के दुश्मनों के आंदोलनों और हमले के पैटर्न को जानें।एक अविश्वसनीय कहानी: वसीली के अतीत की खोज करें और विश्वासघात और छुटकारे की यात्रा का अनुभव करें।सह-ऑप मोड: कंसोल पर सह-ऑप मोड में अपने दोस्तों के साथ खेलें।लेवलिंग: खेल में लेवलिंग युद्ध कौशल में एक क्रमिक सुधार पर आधारित है - विभिन्न हमलों का अभ्यास करके एक निश्चित कौशल में सुधार के साथ चरित्र का कौशल: किक, घूंसे, हल्के या भारी हाथापाई हथियार, पिस्तौल, राइफल, मशीन गन, असॉल्ट राइफल या प्लाज्मा बंदूकें।पर्क्स प्रणाली: वसीली की हत्या दक्षता में सुधार करने के लिए आपके पास ५० तरीके हैं। हर जीत के बाद अपने कौशल का विस्तार करें। अद्भुत नए लड़ाकू लाभों का उपयोग करें: इलेक्ट्रो पंच, ड्रैगन सांस किक, विस्फोटक प्लाज्मा, फ्लेम बुलेट आदि।स्रोतकोच मीडिया प्रेस रिलीज़कोच मीडियारिडीमर: उन्नत संस्करणपिछला लेखनेटफ्लिक्स इतालवी बाजार में विश्वास करता है: प्रस्तुतियों के लिए २00 मिलियन का निवेश करेंअगला लेख"१०० के सबसे प्रभावशाली लोगों में निंजा"ओवरवॉच लीग, कोरोनावायरस के कारण दक्षिण कोरिया में रद्द हुए मैचनिकोला लोकेटेली - फ़रवरी २५ २०२०ऐतिहासिक स्क्वायर एनिक्स गाथा का मोबाइल शीर्षक ड्रैगन क्वेस्ट ऑफ स्टार्स अब इटली में भी उपलब्ध है। क्या आप इस नए के लिए तैयार हैं ...इंटेल वर्ल्ड ओपन: मार्च में टोक्यो किक्स ऑफ का रास्ताबुसिनेस्वीर - फ़रवरी २५ २०२०संता क्लारा, कैलिफ़ोर्निया। (बिजनेस तार) - व्हाट्स न्यू: इंटेल ओलंपिक वर्ल्ड टोक्यो २०२० से आगे इंटेल वर्ल्ड ओपन के साथ दुनिया भर के दर्शकों के लिए एस्पोर्ट्स बढ़ा रहा है, ...फ़रवरी २२ २०२०समाचार४1५3प्लेस्टेशन ४6२५स्विच४11एक्सबॉक्स एक३९०स्मारक घाटी डिजाइनर एक नए खेल पर काम कर रहा है ...अक्टूबर २५ २017दिसम्बर ५ २018 |
राज्यपाल ने राष्ट्रपति को वीडियो कॉन्फ्रेंस से दी कोरोना की स्थिति की जानकारी डाग न्यूजराज्यपाल श्री लालजी टंडन ने राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रदेश में कोरोना की स्थिति की जानकारी दी और इस पर नियंत्रण के लिये किये जा रहे कार्यों और चिकित्सा प्रबंधों के बारे में बताया। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति एवं राज्यपाल आज अपने-अपने निवास से विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर इस रोग पर नियंत्रण के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोरोना से बचाव के जो तरीके सुझाये गये हैं, उसमें प्रदेश के नागरिक सहयोग कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर लापरवाह लोगों को नियंत्रित भी किया जा रहा है।प्रेवियस पोस्ट: घर लौटने के इच्छुक लोगों की सहायता करने के निर्देशइंदौर के लिये प्रशासनिक अधिकारियों का दल गठित होगामुख्यमंत्री श्री चौहान ने की सम्पूर्ण प्रदेश की समीक्षानेक्स्ट पोस्ट: शहडोल : परीक्षा परिणाम में लापरवाही, शिक्षक अपलोड नहीं कर रहे रिजल्ट |
३.५४ ऑडियो केबल के साथ बकीय २ इन १ ब्लूटूथ ट्रांसमीटर वायरलेस स्टीरियो म्यूजिक रिसीवर एडाप्टर बिक्री - बेंग्गूड.कॉम | खरीदारीइंडिया३.५४ ऑडियो केबल के साथ बकीय २ इन १ ब्लूटूथ ट्रांसमीटर वायरलेस स्टीरियो म्यूजिक रिसीवर एडाप्टर कोडआईडी: १४११088१. बेहतर प्रभाव के लिए ब्लूटूथ संस्करण ४।२ को अपनाया जाता है।२. सरल ऑपरेशन, साधारण स्पीकर तुरन्त एक बोलने योग्य ब्लूटूथ स्पीकर में बदल जाता है, जो ऑन-बोर्ड सिस्टम के लिए अधिक उपयुक्त है।३. सुपर लंबी दूरी प्राप्त करना, १५ मीटर से अधिक तक खुला और असंरक्षित क्षेत्र।४। अल्ट्रा-क्लियर कॉल प्रभाव, वॉयस चैट का सहज प्रवाह।५। निर्मित बैटरी, उपयोग के लिए बार-बार चार्ज किया जा सकता है, अल्ट्रा-लंबी बैटरी काम करने का समय।प्रकार: ३.५ मिमी इंटरफ़ेस |
रविवार, १५ सितम्बर २०१९ (१९:३५ इस्ट)(कृपाशंकर बिश्नोई, अर्जुन अवॉर्डी)कजाकिस्तान। सीनियर विश्व कुश्ती में भारतीय पहलवानों के खराब प्रदर्शन का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कजाकिस्तान के नूर-सुल्तान में चल रही सीनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के आज दूसरे दिन भी भारतीय पहलवानों के हाथ निराशा लगी।गैर-ओलंपिक भार वर्ग में शनिवार को मैट पर उतरे भारतीय पहलवान व एशियाई चैम्पियनशिप के रजत पदकधारी हरप्रीत सिंह (८२ किग्रा), सागर (६३ किग्रा), योगेश (७२ किग्रा) और मंजीत (५५ किग्रा) अपने पहले ही मुकाबलों के दौरान हार गए थे। आज तीन ग्रीको रोमन ओलंपिक भार वर्गों में भारतीय पहलवान मनीष (६७ किग्रा), सुनील कुमार (८७ किग्रा) और रवि कुमार (९७ किग्रा) अखाड़े में उतरे।मनीष (६७ किग्रा) : भारतीय पहलवान मनीष अपना पहला मुकाबला बुल्गारिया के देय्विड टिहोमिरोव डीमित्रोव से ०-१० की तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर पराजित हो गए। पहले ३ मिनट में बुल्गारियन पहलवान रक्षात्मक कुश्ती करते हुए नजर आए। परिणाम स्वरूप रेफरी ने उन्हें ग्राउंग रेस्लिंग पर आने के आदेश दिए, जिसका फायदा भारतीय पहलवान मनीष कुमार नहीं उठा सके।जब अगले ३ मिनट के दौरान मनीष को रक्षात्मक कुश्ती करने के लिए नीचे लिटाया गया तो बुल्गारियान पहलवान डेविड ने इसका पूरा फायदा उठाया। भारतीय पहलवान को पीठ की तरफ डेंजर व थ्रो लगाकर अंकों की बोछार कर दी और मुकाबले का समय समाप्ति से पहले ही तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत दर्ज की। बुल्गारियन पहलवान डेविड आगे हार के साथ ही भारत की चुनौती इस भार वर्ग में समाप्त हो गई।सुनील कुमार (८७ किग्रा) : भारतीय पहलवान सुनील कुमार भी अपना पहला मुकाबला अमेरिका के जोसफ पट्रिक के खिलाफ ०-६ से हार बैठे। इसके बाद अमेरिकन पहलवान जोसफ पट्रिक बेलारूस के मिकलाई स्तड्ब से हार गए। भारत की चुनौती इस वजन में भी समाप्त हो गई।रवि कुमार (९७ किग्रा) : ९७ किलोग्राम ग्रीको रोमन में भारतीय पहलवान रवि कुमार ने जरूर भारतीय फेंस को खुश होने का मौका दिया, जब उन्होने चीनी ताइपेई के चेंग हाओ चेन को ५-० से परास्त किया लेकिन ये खुशी भी ज्यादा देर नहीं रह पाई क्योंकि अगले राउंड में चेक गणराजय के आरतुर ओमारोव से रवि कुमार को ५-० के बाद चित पट पर मुकि खानी पड़ी।आरतुर ओमारोव भी अपनी जीत का सिलसिला बरकरार नहीं रख सके उन्हे सेमीफाइनल मे सर्बिया के मीहेल कजाय ने २-१ अंको से हरा दिया इस तरह इस वजन मे भी भारत का ओलंपिक कोटा प्राप्त करने का सपना चकना चूर हो गया।आमिर खान के गुरु कृपाशंकर बिश्नोई को मिलेगा 'मीडिया रत्न' अवॉर्डअगला लेख आमिर खान के गुरु कृपाशंकर बिश्नोई को मिलेगा 'मीडिया रत्न' अवॉर्ड |
ज़ीका वायरस - कुछ महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब | क्या ब्राज़ील के बाहर किसी ज़ीका वायरस के प्रकोप को माइक्रोसीफेली से जोड़ा गया है?| मराठी स्टोरी | हिन्दी स्टोरी | गुजराती स्टोरीफ्रेंच पोलीनीशिया के अधिकारीयों को दो साल पहले के प्रकोप को लेकर कुछ शक है |फ्रेंच पोलीनीशिया ब्राज़ील के बाहर एकमात्र क्षेत्र हैं जहाँ ज़ीका का प्रकोप हुआ है और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने अधिक छोटे सरों वाले बच्चों और नवजातों की संख्या में इजाफे की पुष्टि की है | डॉ डिडिएर मूसो, द्वीपसमूह के इंस्टीट्यूट लुइस मलारडे में एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ के मुताबिक ज़ीका वायरस और माइक्रोसफली के बीच सम्बन्ध को लेकर एक बड़ा शक है हांलाकि वह कहते हैं की इस मामले में अधिक क्षोध की ज़रुरत है |पिछले नवम्बर फ्रेंच पोल्य्नेसियन अधिकारीयों ने अक्टूबर २०१३ से अप्रैल २०१४ तक हुए ज़ीका के प्रकोप की दुबारा जांच की | उन्होनें बताया की २०१४ -१५ में भ्रूणों में "केंद्रीय तंत्रिका तंत्र विकृतियों,"(माइक्रोसफली की वजह) के मामले हर साल के १ मामले के बजाय बड कर १7 मामले हो गए हैं |उस समय ऐसी कोई जांच नहीं थी की क्या माँ को गर्भ के दौरान ज़ीका का संक्रमण हुआ था | इनमें से ४ औरतों की बाद में जांच हुई और नतीजों से सामने आया की उन्हें वायरस का संक्रमण हुआ था | डॉ मुस्सो कहते हैं की इस मामले पर अधिक क्षोध चल रही है | |
करती-चिदम्बरम की ताज़ा ख़बर, करती-चिदम्बरम ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिन्दी, करती-चिदम्बरम लाटेस्ट न्युस्टैग्स / करती चिदम्बरमसमाचार खोज परीणाम: "करती चिदम्बरम"आगे यह भी आरोप लगाया है कि एफआईपीबी अधिसूचना और स्पष्टीकरण के लिए प्रबंधन परामर्श शुल्क के तौर पर एडवांटेज स्ट्रेटेजिक को १० लाख रुपये... क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओचिदम्बरम मीडिया केश करती चिदम्बरम दिल्ली हाई कोर्टिन्क्स मीडियामामलेचिदंबरमआरोपइसे भी पढ़ें: एयरसेल-मैक्सिस मामले में चिदंबरम और कार्ति को गिरफ्तारी से मिली छूट बढ़ीदिल्ली: करती चिदम्बरम हस अप्रोच प्मला औथोरिटीज छल्लेंजिंग एविक्शन नोटिस इससुड तो हिम रेगार्डिंग हिस जोर बाग प्रॉपर्टी इन कनेक्शन वित इंक्स मीडिया केश हिस इमोवेबल प्रॉपर्टी ऑफ जोर बाग वास अट्टाचेड बाय एड इन ऑक्ट '१८&कॉनफर्मेड बाय अद्जुडिकेटिंग औथोरिटी इन मार्च'१९ अनी क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओएयरतेल मेक्सिस चिदम्बरम करती चिदम्बरम प्रभासाक्षीएयरसेल मैक्सिसमामलेचिदंबरमकार्तिगिरफ्तारीछूटनयी दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने एयरसेल-मैक्सिस मामलों में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति को गिरफ्तारी से मिली... क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओएयरसेल-मेक्सिस केश चिदम्बरम करती चिदम्बरम प्रभासाक्षीएयरसेल मैक्सिसमामलाचिदंबरमकार्तिगिरफ्तारीछूटअवधिचेन्नई। की शिवगंगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी कर रहे कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ई एम सुदर्शन नचियप्पन ने... क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओकांग्रेस करती चिदम्बरम सीवागंगा सभा इलेक्शन्स चिदम्बरमकांग्रेस नेताशिवगंगालोग पीचिदंबरमपरिवारनफरतपार्टी ने वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद को बेंगलुरु दक्षिण से, पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को तमिलनाडु के शिवगंगा और सुरेश धनोरकर... क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओलोकसभा इलेक्शन्स करती चिदम्बरम कांग्रेस कैंडिडेट्स लिस्टकांग्रेसउम्मीदवारनई सूचीकार्ति चिदंबरमशिवगंगाटिकटएड ने धनशोधन मामले में पी. चिदंबरम से पूछताछ कीनयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएनएक्स मीडिया से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के संबंध में शुक्रवार को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम... क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओमीडिया केश एन्फ़ोर्सीमेंट डाइरेकटरते चिदम्बरम करती चिदम्बरमेडधनशोधन मामलेपीचिदंबरमपूछताछप्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पीठ ने कहा, आपको १० से २६ फरवरी के बीच जहां जाना हो वहां जाएं लेकिन पूछताछ में सहयोग जरूर करें।... क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओसुप्रीम कोर्ट अब्रोड करती चिदम्बरम चिदम्बरमकार्तिराहतशर्तविदेशअनुमतिएयरसेल-मैक्सिस मामले में चिदंबरम, कार्ति को मिली १८ फरवरी तक गिरफ्तारी से छूटनयी दिल्ली। एयरसेल-मैक्सिस मामले में दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को... क्लिक रेड मोर: कोविड-१९कोरोनावायरससीलकर्फ्यूलॉकडाउनक्वारंटीनसैनिटाइज़रमास्कपीएम केयर फंडतब्लीगी जमातडब्ल्यूएचओचिदम्बरम करती चिदम्बरम सुप्रीम कोर्टएयरसेल मैक्सिसमामलेचिदंबरमकार्तिफरवरीगिरफ्तारीछूट |
चीन भवन के लिए मशीन बनाने निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरीभवन के लिए मशीन बनाने - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से(भवन के लिए मशीन बनाने के लिए कुल २४ उत्पादों)डबल एल्यूमीनियम बनाने की मशीनडबल एल्यूमीनियम बनाने की मशीन मुख्य विशेषताएं १. पेशेवर निर्माता हम सभी प्रकार के रोल बनाने की मशीन में विशिष्ट हैं। २. रोल बनाने की मशीन बनाने के लिए २0 साल का अच्छा अनुभव। ३. ४० से अधिक देशों के निर्यात के लिए अच्छा अनुभव। ४. सर्वोत्तम मूल्य, अच्छी गुणवत्ता और तेज वितरण प्रदान करें। उपकरण घटक: मानव निर्मित उनकॉयलर,...भवन के लिए मशीन बनानेछत / दीवार के लिए मशीन बनानेछत रोलिंग शीट बनानेपाइप रोल मिल मशीन बनानेसीम मशीन के साथ मशीन बनानेसीज़ पर्लिन मशीन बनाना |
कुछ चीजें कर्लिंग के रूप में और क्लासिक रोम-कॉम देखने के रूप में आरामदायक हैं। यहां आपकी पसंदीदा स्पर्श और मज़ेदार फिल्मों के बारे में ४८ तथ्य हैं।३४। डार्कर वुमनसुंदर महिला मूल रूप से एक बहुत ही अलग, और गहरा, फिल्म थी! मूल रूप से फिल्म ने एक नशे की लत वाली विवियन का पालन किया क्योंकि उसने एक सप्ताह तक साफ रहने का प्रयास किया ताकि वह डिज़नीलैंड जा सके। इस शुरुआती संस्करण में, एडवर्ड उसे बाहर निकाल देता है।२ ९। मेस्सी मिस्स्टेपकैमरून डायज और बेन स्टिलर दोनों को समथिंग मैरी में प्रसिद्ध "हेयर जेल" दृश्य के साथ समस्याएं थीं। डियाज चिंतित था कि यह बहुत सकल था और अपने करियर को तोड़ देगा, और स्टिलर चिंतित था कि यह अवास्तविक था कि टेड उसके कान पर कुछ भी महसूस नहीं करेगा। दिन के अंत में, यह बदलने के लिए बहुत मजेदार था-और बाकी हेयरस्टोरी (माफ करना) है।२१। एक्स्हिलरेटींग!के सेट पर अस्थमा थाआसान एक । एक नकली सेक्स दृश्य के फिल्मांकन के दौरान, स्टोन को इतना पता चला कि वह एक हमला कर रही है! पीसीवार्टरनवे ब्राइड में जूलिया रॉबर्ट्स का सबसे अच्छा दोस्त निभाया। सॉफ्टबॉल गेम दृश्य में, कुसाक एक "पीच" बेसबॉल कैप पहनता है, उनके लीग ऑफ ओन का संदर्भ। स्टॉपक्लाका४। शीर्षकहीननिर्देशक यह नहीं समझ पाए किपागल, बेवकूफ, प्यार को कॉल करने के लिए, और कलाकार और चालक दल को बताया कि यदि वे एक नाम के साथ आए, तो वे एक मुफ्त आईपैड जीतेंगे। विभिन्न नाम, जैसे विंगमैन या पॉप वेवर्स , आगे रखा गया था। आखिरकार, आईपैड अनधिकृत हो गया और निर्देशक अपने कामकाजी शीर्षक के साथ गए। पीओएफ३ का। जॉर्ज द्वारा!माइकल और किम्बर्ली को शादी का रिसेप्शन छोड़ने के बाद,माई बेस्ट फ्रेंड वेडिंग के मूल समापन में, जूलियन ने एक नए आदमी (जॉन कॉर्बेट द्वारा निभाई) से मुलाकात की। इस अंत में अच्छी तरह से परीक्षण नहीं किया था! दर्शक जॉर्ज के अधिक देखना चाहते थे, इसलिए वे एक नया अंत फिर से शुरू कर दिया। रिपबब्लिका१। चंद्रमा परहेनरी मैनसिनी ने विशेष रूप से ऑड्रे हेपबर्न के लिए "चंद्रमा नदी" लिखाटिफ़नी के ब्रेकफास्ट में। फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद एक बैठक में, एक कार्यकारी ने कहा, "ठीक है, मुझे लगता है कि हम जो कुछ भी कर सकते हैं वह उस बेवकूफ गीत से छुटकारा पाता है।" हेपबर्न ने विरोध किया, और गीत, निश्चित रूप से फिल्म में बना रहा। पिंटरेस्ट |
वाई डोस बेबी क्री व्हेन पूपिंग र्स | पॉटी करते समय बच्चे क्यों रोते हैं | नवजात शिशु देखभाल | गर्भावस्था और परवरिश | नव बॉर्न बेबिकरे | प्रेगनेंसी एंड पेरेंटिंगपॉटी करते समय बच्चे क्यों रोते हैंपॉटी करते वक्त बच्चे बहुत से कारणों की वजह से रोते हैं लेकिन कई माता-पिता ऐसे होते हैं जिन्हें इसके सही कारण का पता नहीं होते है और ये बच्चे के लिए असहजता का कारण बन जाती है।रुपम सिन्हा नोव २०, २०17 १८:५३ प्मबच्चे बहुत नाजुक होते हैं तो इसलिए माता-पिता को अपने बच्चे का खास ध्यार रखने की जरूरत है। उनसे हुई एक छोटी सी भी गलती उनके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और साथ ही बच्चे के लिए असहजता का कारण भी बन सकती है। इसके अलावा बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जो पॉटी करते वक्त बहुत रोते हैं और उनके माता-पिता को इस बात के कारण के बारे में नहीं पता चल पाता है। ऐसा खासकर उनके साथ होता है जो पहली माता-पिता बनते हैं। उन्हें इसका अनुभव पहली बार होता है इस वजह से उन्हें बहुत सी बातों के बारे में पता नहीं होता है। लेकिन ये गलत है क्योंकि उनकी एक छोटी सी लापरवाही उनके बच्चे के लिए रोने का कारण बन जाती है और उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए जानते हैं बच्चे पॉटी करते वक्त क्यों रोते हैं। [ये भी पढ़ें: चीजें जो हाल ही में बने माता-पिता शिशु के साथ गलत करते हैं]जो बच्चे बढ़ रहे होते हैं उन्हें पॉटी करते वक्त असहजता होती है और इस वजह से वो रोते हैं। बच्चे के डाइजेस्टिव सिस्टम में विकास होता है इस वजह से उन्हें पॉटी करते वक्त पेट में दर्द महसूस होता है।पर्याप्त मात्रा में बच्चे को पोषण नहीं मिल पाने के कारण या फिर जो मां स्तनपान कराती हैं अगर उन्होंने कुछ गलत खा लिया हो तो दूध के माध्यम से वो बच्चे के पेट में जाता है और उन्हें कब्ज की समस्या हो जाती है। ऐसे में वो पॉटी करते वक्त रोते हैं। [ये भी पढ़ें: डिस्पोजेबल या क्लोथ: कौन से डायपर्स आपके शिशु के लिए बेहतर हैं]पेट से गैस होने के कारण:गैस्ट्रोइन्टेसटाइनल सिस्टम में इंफेक्शन होने के कारण बच्चे के पेट में गैस की समस्या होती है और ये भी एक बहुत बड़ा कारण होता है जब बच्चे पॉटी करते हैं तो उन्हें अत्यधिक दर्द होता है और वो रोते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए बच्चे को ज्यादा से ज्यादा पानी जरूर पिलाएं।थकान होने के कारण:बच्चे को जब पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं मिल पाता है तो उन्हें कमजोकी महसूस होने लगती है और इस वजह से जब वो पॉटी करते हैं तो उनके में ऊर्जा कम होती है और पॉटी करते वक्त दर्द होता है और इस वजह से वो रोते हैं। [ये भी पढ़ें: बच्चों को अक्सर होने वाले पेट दर्द के कारण] |