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जय स्कंद माता जय माता दी - जय_माता_दी - सुप्रभातम् - मिमन्दिरजय स्कंद माता जय माता दी +१८४ प्रतिक्रिया २७ कॉमेंट्स १०८ शेयरप्रदीप जायसवाल मार २९, २०२०जय मां स्कंदमाता जय माता दी जय माता दी जय श्री राधे जय श्री राधे जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय हनुमान जय हनुमान जय शनि देव जय शनि देव जय भगवान जय भगवान जय भोले बाबा जय भोले बाबा जय माता दीराजेश मार २९, २०२०जय माता दिदिनेश पतिडर मार २९, २०२०सवामी बिपन सवरूप मार २९, २०२०संतोष किर्स्न श्याम प्रेमी मार २९, २०२०राकेश कुमार पाटेल मार २९, २०२०जय माता दी सुप्रभातजय माँ स्कंदमाता ओम सूर्य देव नमः ऊँ आदित्याय नमः ऊँ भास्कराय नमः राधे राधे जी जय श्री कृष्णा शुभ प्रभात वंदना सिस्टर जी माँ स्कंदमाता जी हमेशा आप सपरिवार को सदा स्वस्थ और खुश रखें जी भगवान् सूर्य देव महाराज जी की कृपा दृष्टि आप और आपके परिवार पर सदैव बनी रहे सिस्टर जी गौरी गुप्त मार २९, २०२०जय माता दी गुड मॉर्निंग सिस्टर जीसुबह की राम राम बहहा जी जय माता दी माता रानी का आशीर्वाद आप पर आपके परिवार पर बना रहे आप सदा सुखी रहे स्वस्थ रहे आपका हर पल शुभ और मंगलमय हो बहहा जीमांगीलाल बंकर मार २९, २०२०जय माता दी..जय माता दी शुभ दोपहर राधा दीदी माता रानी की कृपा सदा आप पर बनी ओम साई राम जी वेंकटेश ( ) मार २९, २०२०जय श्री राधा कृष्ण श्री सूर्य बगावन की कृपा आप और आपकी परिवार सदा बनी रहे सुभा डोपर आप का दिन सुभा और मंगल और हमेंसा कुश रहे वंदन जी गुड आफ्टरनून मी सिस्टर जी जय माता दी माता रानी जी की कृपा द्रिस्टी आप और आपके प्रिवार पर हमेशा सदा भ्नी रहे जी आपका हर पल हर दिन शूब मंगलमय हो जी .जय श्री माता की दीदी बहन जय श्री कृष्णा दीदीबहन,,सादर चरण स्पर्श करता हूँ दीदी बहना रानी,श्रीमाता की कृपा से आप हमेशा स्वस्थ रहें प्रसन्न रहें मेरी बहना ,बस हम पर एक कृपा करना कि अपना ख्याल रखना मेरी बहन,शुभसंध्या वन्दन बहनाजय माता दी राधे राधे जी आप सभी पर सदैव ही माँ भगवती की अनंत सुंदर,सदा कल्याणी,करुणामयी ,ममतामयी कृपा एवं हर पल की अनेकानेक मंगल कामनाओं के साथ में शुभ दोप.सादर वंदन जी दीदी अंबरिष मार २९, २०२०जय स्कंद माता इस चैत्र नवरात्र में अपनी हर मनोकामना पूर्ण करने के लिए माता रानी के नाम का जाप करें।जय माता दी गुड नाइट सिस्टर हरिनारायण स्वामी मार ३०, २०२० |
सच्चाई पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश-चौथी दुनियासंपादकीय सच्चाई पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश अक्टोबर १८, २०१५डिसेंबर २५, २०१६आयरलैंड, कमल मोरारका, नरेन्द्र मोदी, नेहरू, प्राइम मिनिस्टरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने छह दिवसीय अमेरिका एवं आयरलैंड के दौरे से वापस देश लौट आए हैं. कहा जा रहा है कि पिछले ६० वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला आयरलैंड दौरा था. लेकिन, ऐसा कहने वाले यह बताना भूल गए कि जवाहर लाल नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने आयरलैंड का दौरा किया. सा़फ है कि वे जवाहर लाल नेहरू का नाम नहीं लेना चाहते, लेकिन फिर भी हकीक़त यह है कि भारत के आ़िखरी प्रधानमंत्री, जो आयरलैंड के दौरे पर गए थे, वह जवाहर लाल नेहरू थे. नेहरू को साहित्य से रुचि थी और आयरलैंड का एक समृद्ध इतिहास रहा है. यह वही ज़मीन है, जिस पर डब्ल्यू. बी. येट्स जैसे सुप्रसिद्ध कवियों ने जन्म लिया. ग़ौरतलब है कि हरिवंश राय बच्चन ने भी येट्स से प्रेरणा ली थी. लेकिन, ये सारी बातें मौजूदा सरकार के लिए बेमानी हैं.दरअसल, अमेरिका का दौरा प्रधानमंत्री का असली दौरा था. सरकार इसे एक कामयाब दौरा करार दे रही है. मेरी समझ में नहीं आता कि कामयाब दौरा क्या होता है. बेशक यह एक बहुत ही कामयाब जनसंपर्क की कवायद थी. जहां कहीं भी प्रधानमंत्री जाते हैं, वहां के अप्रवासी भारतीयों को एकत्र करना उन्हें बहुत अच्छा लगता है. पहले उन्होंने न्यूयॉर्क के मैडीशन स्न्वायर में ऐसा किया, फिलहाल कैलिफोर्निया में किया और अपने हालिया दुबई दौरे पर भी ऐसा कर चुके हैं. भावनात्मक तौर पर विदेशों में बसे भारतीयों से जुड़ना जनसंपर्क की अच्छी मिसाल तो हो सकती है, लेकिन आर्थिक तौर पर इसका कोई खास मतलब नहीं है. लोग इन दौरों से आने वाले निवेश के बारे में पूछेंगे. अर्थशास्त्र का एक कमज़ोर छात्र भी यह समझता है कि मुद्रा का प्रवाह उसी ओर होता है, जिधर मुना़फा अधिक होता है. इसलिए सवाल यह नहीं है कि कौन प्रधानमंत्री है और वह किस तरह का भाषण देता है, बल्कि सवाल यह है कि ज़मीनी सतह पर कौन-सी नीति अपनाई जा रही है. १९९१ में जब मनमोहन सिंह नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री थे, तो उन्होंने इंटरनेशनल मोनेटरी फंड और विश्व बैंक के दिशा निर्देशों के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था खोल दी थी. नतीजतन यहां पैसे आने लगे. ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि उन्होंने नियंत्रण का बुनियादी मॉडल बदल दिया था.मैं न तो पहले वाले सुधार की वकालत करता हूं और न इस बात की कि अभी और अधिक सुधार की ज़रूरत है. रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन बिल्कुल सही कहते हैं कि भारत को फिलहाल किसी बड़े सुधार की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि यहां किसी तरह का आर्थिक संकट नहीं है. लेकिन, मौजूदा सरकार कहती है कि वह इज ऑ़फ बिजनेस (व्यापार में आसानी) के उपाय करेगी. यह बहुत अच्छा मुहावरा है, लेकिन यदि आप वाकई बिजनेस में आसानी पैदा करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले व्यापारियों के रास्ते में खड़ी रुकावटों की पहचान करके उन्हें हटाने के उपाय भी करने होंगे. विदेशी निवेश को ़िफलहाल अलग रखते हैं. भारतीय व्यापारियों को अपनी परेशानियों की एक सूची तैयार करनी चाहिए. मुझे यह कहने में बड़ा अ़फसोस हो रहा है कि फिक्की, एसोचैम आदि संस्थाएं अपना काम बिल्कुल नहीं कर रही हैं. इनसे जुड़े लोग केवल सरकार को खुश करने में लगे हुए हैं. दरअसल, उनका काम है कि वे सरकार को बताएं कि व्यापार को आसान बनाने के लिए क़ानून में कौन-से बदलाव होने चाहिए और उनके बदलने का तरीका क्या होगा. अगर व्यापार में आसानी होगी, तो विदेशी बिजनेसमैन खुद इसकी पड़ताल कर लेंगे कि वे भारत से मुना़फा हासिल कर सकते हैं या नहीं.एक विदेशी कंपनी फोक्सकम मुंबई आई. यह एक ताईवानी कंपनी है, जिसकी चीन में एक बड़ी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है. कंपनी भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलना चाहती है. फोक्सकम के प्रमुख ने मुंबई में घोषणा की कि उन्होंने गुजरात, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक का भ्रमण किया और सभी बिंदुओं पर ग़ौर करने के बाद महाराष्ट्र में अपनी यूनिट लगाने का ़फैसला लिया. विदेशी भावनाओं में बहकर इधर या उधर नहीं जाते, वे केवल यह देखना चाहते हैं कि किस जगह सबसे बेहतर सुविधाएं मौजूद हैं. उन्हें एक बेहतर एअरपोर्ट चाहिए, अच्छी सड़कें चाहिए, योजनाओं की जल्द से जल्द स्वीकृति चाहिए. पिछले १८ महीने में इस दिशा में मैंने कोई ठोस काम होते नहीं देखा है. काम हो रहा है, लेकिन अत्यंत सुस्त रफ्तार के साथ. मैं किसी के ऊपर आरोप नहीं लगाना चाहता, हर कोई अपना बेहतर देने की कोशिश कर रहा है. लेकिन, यदि आप वाकई गंभीर हैं, तो उन मौजूदा एवं पूर्व नौकरशाहों का एक छोटा सेल बनाइए, जो व्यापार नियंत्रण को समझते हों और राजस्व के ऩुकसान के बिना नियंत्रण में कमी लाने के सुझाव दे सकते हों. मैं राजस्व की चिंता को समझ सकता हूं, लेकिन कई ऐसे बिंदु हैं, जहां राजस्व का कोई लेना-देना नहीं, पर उनसे भारत में व्यापार के तरीके में आसानी पैदा हो सकती है.प्रधानमंत्री के अत्यधिक विदेश दौरों की बहुत आलोचना हो रही है. मैं इस नज़रिये से इत्तेफाक नहीं रखता. प्रधानमंत्री को अवश्य ही विदेशी दौरों पर जाना चाहिए, दुनिया के दूसरे नेताओं से परस्पर संबंध रखने चाहिए. लेकिन, आप यह नहीं कह सकते कि उन्होंने बराक ओबामा से कई मुलाकातें कर ली हैं, इसलिए भारत की सभी समस्याएं हल हो जाएंगी. अमेरिकी निवेश उसी सूरत में आएगा, जब आप भारतीय बाज़ार को उनके लिए आकर्षक बनाएंगे. बाज़ार को कितना आकर्षक आपको बनाना चाहिए या नहीं बनाना चाहिए, यह एक गंभीर विषय है. इस पर विचार करने के लिए वित्त मंत्री, वित्त सचिव, मुख्य आर्थिक सलाहकार, रिजर्व बैंक के गवर्नर यानी सबको शामिल होना चाहिए. मैं केवल यह आशा कर सकता हूं कि पर्दे के पीछे इस विषय पर कुछ काम हो रहा होगा और उसकी घोषणा तक हमें इंतज़ार करना होगा.दूसरा मुद्दा है बिहार चुनाव का. यह चुनाव दरअसल पैसे और पिछड़े वर्ग के बीच लड़ा जा रहा है. भाजपा के पास बहुत पैसा है, ऊंची जाति के लोग स्वाभाविक रूप से उसके साथ हैं. वह मुलायम सिंह और अन्य को अलग करके लालू के वोट बैंक में सेंध मारने की कोशिश कर रही है. भाजपा ओवैसी को भी प्रोत्साहित कर रही है, ताकि वह मुसलमानों का वोट काट लें. लेकिन, जहां तक मैं समझता हूं कि भारतीय मतदाता अब उस सीमा को लांघ चुके हैं, अब वे परिपक्व हो गए हैं. आप चाहे जितना पैसा बहा लें, वोट काटना अब आसान नहीं है. भाजपा की केंद्र में सरकार है, उसके साथ उपेंद्र कुशवाहा, राम विलास पासवान एवं जीतन राम मांझी जैसे सहयोगी हैं, जिनके अपने प्रभाव वाले पॉकेट्स हैं और जो वास्तव में भाजपा के लिए मददगार साबित होंगे.दूसरी तऱफ नीतीश बिहार के अकेले राजनेता हैं, जिनके ़िखला़फ किसी तरह का आरोप नहीं है. यहां तक कि भाजपा और उसके सहयोगी भी कह रहे हैं कि जबसे नीतीश ने उनसे नाता तोड़ा है, बिहार का विकास नहीं हुआ है (हालांकि यह ग़लत है). इसके आगे वे नीतीश कुमार के ़िखला़फ कुछ भी नहीं कह सकते. न तो कोई उन पर किसी घोटाले का आरोप लगा सकता है और न उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े कर सकता है. लालू के साथ गठबंधन की वजह से उनके विरोधी जंगलराज की रट लगा रहे हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मतदाताओं पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा. आने वाले कुछ दिनों में यह सा़फ हो जाएगा कि हवा का रुख किधर है. इतना तो तय है कि भाजपा के लिए लड़ाई आसान नहीं है, जैसा कि वह पहले सोच रही थी.बिगड़ती हुई चीज़ें ठीक करने के लिए अमित शाह को भागकर पटना जाना पड़ा. पार्टी के सांसद एवं पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने खुलेआम आरोप लगाया कि पैसे लेकर पार्टी के टिकट बांटे गए हैं. जदयू-राजद, जिनकी भाजपा आलोचना कर रही है, उन पर भी ऐसे आरोप नहीं हैं. भाजपा, जिसकी केंद्र में सरकार है और जिसके पास बहुत पैसा है, पर टिकट बेचने के आरोप लग रहे हैं, तो यह बहुत अ़फसोसजनक बात है. जहां तक मुझे याद है, कांग्रेस अपने अच्छे दिनों में जीतने वाले उम्मीदवार चुनती थी और चुनाव अभियान के लिए पैसा भी देती थी. अगर आप मज़बूत दल हैं, तो आप योग्य उम्मीदवारों को टिकट दीजिए और उन्हें इतना फंड दीजिए कि वे चुनाव लड़ सकें. पैसा कमज़ोर दल लेते हैं. पहला आरोप मायावती के ऊपर लगा था, क्योंकि उनके पास दलितों का वोट बैंक था. राजनीति के लिए यह अच्छा रुझान नहीं है, चाहे जो भी पार्टी ऐसा करे. असली पार्टी वह है, जो योग्य उम्मीदवारों को टिकट दे और उन्हें चुनाव लड़ने के लिए पैसा भी दे, चाहे वे जीतें या हारें. आशा करते हैं कि बिहार चुनाव के बाद एक स्थायी सरकार बनेगी.बीसीसीआई ने अभी हाल में अपना अध्यक्ष खोया है. जगमोहन डालमिया ने भारतीय क्रिकेट को मजबूती प्रदान की थी. उनका स्थान लेने के लिए वही पुराने चेहरे मैदान में थे, लेकिन मुझे खुशी है कि शशांक मनोहर जैसे शख्स के नाम पर सहमति बन गई है, जिनका पिछला कार्यकाल (२००८-११) ज़ाहिर करता है कि वह बहुत व्यवहारिक व्यक्ति हैं. हालांकि, वह महाराष्ट्र से संबंध रखते हैं और ऐसा सोचा जा सकता है कि शरद पवार के नज़दीक हैं. लेकिन, उनकी कार्यशैली अलग है. वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं, जो बेहूदगी बर्दाश्त करे. वह बहुत अच्छे वकील हैं, वह ग़ैर-क़ानूनी काम कभी नहीं करेंगे और न होने देंगे. दो साल के कार्यकाल के लिए हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं. हम आशा करते हैं कि वह क्रिकेट को स्वच्छ बनाने में सफल होंगे.आबात लाटेस्ट पोस्ट कमल मोरारका लाटेस्ट पोस्ट बाय कमल मोरारका (सी एल)समस्याओं का समाधान युद्ध से ज्यादा जरूरी है - जुलाई २५, २०१७दिल तोड़ कर देश नहीं जीत सकते - जुलाई २२, २०१७गाय पर एक समग्र राष्ट्रीय नीति बननी चाहिए - जुलाई १२, २०१७इफ यू लीके तीस स्टोरी, शारें वित फ्रेंडस,ट्वीतव्हात्सप्रिंटमेल पर्यावरण के अनुकूल है इनोवेटिव चूल्हाहम दुनिया को धोखा नहीं दे सकते जान्वरी १६, २०१७ कमल मोरारकाकलम का सच्चा सिपाहीसरकार पारदर्शिता की पक्षधर नहीं हैजुलाई ६, 20११ संतोष भारतीय |
२४७६ करोड स्कम इन सिंहस्थ, कांग्रेस एल्लेगएशन्स ऑन ब्जप गवर्नमेंट इन जबलपुर-सिंहस्थ में हुआ २४७६ करोड़ का घोटाला, कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर लगाया आरोप - पत्रिका न्यूज२०१६-११-२९ २१:५८:३७इस्टकांग्रेस ने सरकार के ११ साल पूरे होने पर मनाए जा रहे जश्न के विरोध में गिनाई ११ नाकामियां जबलपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अपने ११ साल के कार्यकाल पूरे होने पर मनाए जा रहे जश्न पर कांग्रेस ने मंगलवार को निशाना साधा। आरोप लगाए कि मुख्यमंत्री का पूरा कार्यकाल घपले-घोटाले और व्यापमं के दाग से लिपटा है। कांग्रेस ने सरकार के विरोध में प्रदेश भर में संभागस्तर पर प्रेसवार्ता कर सरकार की ११ नाकामियों को सामने रखा।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर नीखरा ने सिंहस्थ २०१६ में भ्रष्टाचार होने का दावा करते हुए २४७६ करोड़ रुपए का घोटाले का सनसनीखेज आरोप लगाया। नीखरा ने रसल चौक स्थित एक होटल में मंगलवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि राज्य सरकार आत्म समीक्षा और विश्लेषण की बजाए आत्ममुग्धता में जश्न मनाने में जुटी है।३० हजार से ज्यादा किसानों ने की आत्महत्यानीखरा ने कहा कि बीजेपी के इस कार्यकाल में ३० हजार से अधिक किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हुए। ३५ हजार से अधिक बालक-बालिकाएं गायब हुईं। खनन माफियाओं द्वारा सरकारी अफसरों की हत्या का रिकॉर्ड बना। सीएम और उनके मंत्रीमंडल में शामिल २४ मंत्रियों व ११1 आईएएस, ३३ आईपीएस व १९ आईएफएस अफसरों पर लोकायुक्त संगठन में भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हुए, लेकिन सभी को क्लीनचिट दे दी गई।ये भी लगा आरोपवार्ता में आरोप लगाया गया कि स्मार्ट सिटी के नाम पर हजारों रुपए का कर्ज लिया जा रहा है। राज्य सरकार कर्ज पर कर्ज ले रही है। सिर्फ २० दिन में सात बार में कुल ४२५०० करोड़ कर्ज लिया। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष लखन घनघोरिया, ग्रामीण अध्यक्ष राधेश्याम चौबे सहित कई लोग उपस्थित थे।विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ?भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें ! टैग्स: एल्लेगशन ऑन ब्जप गवर्नमेंटसिंहस्थ स्कैम्कांग्रेस चार्ज ऑन ब्जपब्जप सेलिब्रेट् एलेवन ईयरनर्मदा में मिल रही गोबर की नदी, खतरे में है जलीय जीवों का अस्तित्वबेकाबू ट्रक उछलकर खेत में गिरा, १५ की मौत, ४९ घायलसीरियल ब्लास्ट में फटे २६ हजार बम, बच गया जबलपुर का नामोनिशानजबलपुर के पास भीषण बस एक्सीडेंट, १३ लोगों के मारे जाने की खबर, २५ गंभीरराशिफल- मेष राशिवालों पर बरसेगी लक्ष्मी की कृपा, कर्क वाले रखे वाणी पर संयम |
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मोउंनी रॉय आर्कीव् - पोलीसनामा (पुलिसेनामा)फोटो विराल : खुलासा ! इस मशहूर डायरेक्टर को डेट कर रही है अभिनेत्री मौनी रॉयमुंबई : पुलिसनामा ऑनलाईन बॉलीवुड की हॉट एक्ट्रेस में से एक मौनी रॉय अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है। आये दिन मौनी के हॉट लुक सामने आते रहते है। बता दें कि मौनी रॉय ने फिल्म 'गोल्ड' से बॉलीवुड में डेब्यू किया है। इस फिल्म में मौनी के साथप्लास्टिक सर्जरी कर मौनी रॉय हुई ट्रोल, लोगों ने इस तरह उड़ाया मजाकमुंबई : पोलीसनामा ऑनलाईन - टीवी एक्ट्रेस मौनी रॉय ने बॉलीवुड में भी अपने कदम जमा लिए है। मौनी पहली बार अक्षय कुमार के साथ फिल्म 'गोल्ड' में नजर आई थीं। इसके बाद से जैसे मौनी की झोली में फिल्मों की बरसात हो गई। अक्सर मौनी को बॉलीवुड से जुड़ेमुंबई : पोलीसनामा ऑनलाईन नवाजुद्दीन सिद्दीकी और मौनी रॉय की फिल्म 'बोले चूड़ियां का फर्स्ट लुक सामने आया है। इस फिल्म को शमास सिद्दीकी डायरेक्ट कर रहे हैं। फिल्म 'बोले चूडिया' में नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक्ट्रेस मौनी रॉय के साथ रोमांस करतेसमंदर में बाइकीनी पहनी तैरती दिखीं मौनी रॉय विडियो विरालमुंबई : पोलीसनामा ऑनलाईन - बॉलीवुड हॉट एक्ट्रेस मौनी रॉय अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है। हालही में उन्होंने अपने इंस्टा अकाउंट से कई फोटोज और वीडियो शेयर की है। जिसमें वह बेहद हॉट लग रही है। मौनी ने वीडियो शेयर की है। जिसमें वह बिकिनीमौनी रॉय अस्पताल में भर्तीमुंबई : पोलीसनामा ऑनलाईन - बॉलीवुड एक्ट्रेस मौनी रॉय को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मौनी रॉय को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक्ट्रेस मौनी रॉय दो दिन तक अस्पताल में भर्ती रहेंगी। बताया जा |
२० रूपये के नोट के पीछे छपी इस फोटो का राज? आप जानते है !जब भी हमारे हाथ में कोई नोट आता है कुदरती रूप से हम उसे जांचने में जुट जाते है की ये नोट कहीं नकली तो नहीं है। और बात भी सही है जब मामला पैसों का हो तो जांच पड़ताल जरूरी भी है। आजकल नकली नोटों ने आम लोगों में ऐसा डर बैठा दिया है की नोट पकड़ते ही मन में ख्याल आ जाता है की पहले चेक कर लिया जाए।आज हम आपको नोटों की जाँच पड़ताल के बारे में नहीं बताने वाले आज हम आपको बीस रुपये के नोट के ऐसे रहस्य के बारे में बताने वाले है जिसे आम तौर पर ९९ % लोग नहीं जानते और ये नोट शायद हर एक भारतीय के हाथ में एक न एक बार जरूर आया होगा।आईये जानते है क्या है ये रहस्य। जैसे की आपने २० रूपये के नोट की पीछे की तस्वीर को तो देखा ही है,जिसमे एक तरफ गाँधी जी है और दूसरी तरफ आपको एक खूबसूरत आइलैंड दिखता है,क्या आप जानते है ये आइलैंड कोनसा हे और कहा का है।ये है बंगाल की खाड़ी और अण्डमान सागर के जॉइंट पर स्थित अण्डमान निकोबार द्वीप समूहों में से रोस आइलैंड है। आपको ये भी बता दें की ये सवाल कई सामान्य ज्ञान परीक्षाओं में भी पुछा जा चुका है।साथ ही कई इंटरव्यू में भी पुछा गया है लेकिन बहुत कम लोग इस बारे में जानते है। नोटों पर छापी गयी तस्वीरें काफी महत्वपूर्ण होती है और इनके पीछे कोई न कोई वजह जरूर होती है।अपनी मुद्रा के बारे में पूरी जानकारी होना भी एक अच्छा विषय है।अब आप ऊपर की तस्वीर और २० रूपये के पीछे की तस्वीर के नोट को मिलान कीजिये आपको यकीन आ जायगा की हम सही बता रहे है।अगर अब भी कोई कसर रह गयी होतो समय निकाल कर छुट्टियों में अण्डमान निकोबार के रोज आइलैंड घूम आईये।घूमना भी हो जायगा और जांनकारी भी मिल जायगी।अपनिनाउकरी.कॉम: २० रूपये के नोट के पीछे छपी इस फोटो का राज? आप जानते है ! |
अमल कुमार युवा जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार जी के जन्मदिवस पर राष्ट्रीय सभागार में भव्य आयोजनयुवा जदयू दिल्ली प्रदेश के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की ओर से युवा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा सम्राट माननीय श्री संजय कुमार जी का जन्म दिवस भव्य रूप से मनाया गया. जन्म दिन के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद खान जी, राजस्थान जनता दल से श्री दौलत राम पेसिया जी, युवा जदयू दिल्ली अध्यक्ष अमल कुमार जी, दिल्ली प्रदेश महासचिव श्री नन्द झा जी, विधि सेल अध्यक्ष बीके शाही जी, महिला सेल अध्यक्ष मल्टी राय जी, टेक्निकल सेल अध्यक्ष नागेंद्र जी, युवा जदयू राष्ट्रीय सचिव रंजीत कुमार जी, युवा जदयू राष्ट्रीय सचिव व छतीसगढ़ प्रभारी श्री अजय कुमार जी, युवा जदयू उपाध्यक्ष मीडिया प्रभारी श्री अजय जी, अर्चना विन्नी जी, जितेंद्र जी, श्री बाबु लाल सिंह जी, पूजा सिंह जी, पूजा जसोरिया जी, मुकेश त्रिवेदी जी, संतोष पटेल जी, राकेश जी, मुकेश जी, एलके झा जी, अमित राजपूत जी सहित बहुत से कार्यकर्ताओं ने माननीय संजय कुमार जी को हार्दिक शुभाशीष प्रदान किये.गौरतलब है कि आदरणीय संजय कुमार जी ने जनता दल यूनाइटेड की युवा विंग को संगठित एवं मजबूत करने के सफल प्रयास किये हैं, जिसके चलते देश भर में युवाओं के मध्य उनकी लोकप्रियता काफी अधिक है. उनके जन्मदिवस के मंगल अवसर पर दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय के सभागार में भव्य आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत सभी जदयू साथीगण बेहद उत्साहित दिखे तथा सभी ने सम्मानीय संजय कुमार जी को मंगल आशीष एवं उपहारों से उनका सम्मान किया. |
अवार्ड्स शो में मलाइका ने अर्जुन के लिए कह दी बड़ी बात, कहा-'वह मेरे .....' | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १ +एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा अपने स्टाइल स्टेटमेंट और फिटनेस के अलावा अक्सर अर्जुन कपूर के साथ अपने रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में रहती हैं। दोनों बॉलिवुड के उन चर्चित कपल में से एक हैं, जो किसी न किसी कारण से खबरों में रहते ही हैं। बीती शाम मलाइका ने फिल्मफेयर के एक इवेंट में (६त एडिशन ऑफ फिल्म्फरे ग्लामोर & शैली अवार्ड) कुछ ऐसा कहा है कि एक बार फिर से यह जोड़ी चर्चा में बन गई है।सितारों से सजी इस महफिल में मलाइका को यहां 'दीवा ऑफ द इयर' (दीवा ऑफ थे ईयर) के अवॉर्ड से नवाजा गया। वह इस अवॉर्ड को पाने के बाद जब स्पीच दे रही थीं तो सोफी चौधरी ने मजाकिया लहजे में कहा कि मलाइका के टच से कैसे कोई भी कैसे दीवा बन जाता है और तभी स्टेज स्क्रीन पर अर्जुन कपूर की तस्वीर फ्लैश होने लगी। मलाइका ने सोफी की इन बातों का तुरंत जवाब देते हुए कहा, 'वह मेरे से बड़े दीवा हैं।'इस इवेंट में मलाइका ने शिमरी ड्रेस पहन रखी थी और हमेशा की तरह वह ग्लैमरस लग रही थीं। हालांकि, मलाइका और अर्जुन ने अपने रिश्ते को ऑफिशली स्वीकार कर लिया है, लेकिन शादी की बात से दोनों अब तक इनकार करते आ रहे हैं। फिलहाल अर्जुन कपूर अपनी अगली फिल्म 'पानीपत' के प्रमोशन में बिजी हैं, जो ६ दिसम्बर को रिलीज़ हो रही है। डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर की इस फिल्म में कृति सैनन भी लीड रोल में हैं, जो अर्जुन कपूर की पत्नी पार्वती बाई की भूमिका निभाते नजर आएंगी। इस फिल्म में पानीपत की तीसरी लड़ाई दिखाई जाएगी। इस फिल्म में संजय दत्त की भूमिका अफगान के राजा अहमद शाह अब्दाली और अर्जुन कपूर के किरदार सदाशिवराव भाऊ की लड़ाई को दिखाया जाएगा। 'पानीपत' में संजय दत्त, कृति सेनन और अर्जुन कपूर के अलावा पद्मिनी कोल्हापुरे भी और जीनत अमान भी नजर आने वाली हैं|६ एडिशन ऑफ फिल्म्फरे ग्लामोर एंड शैली अवार्ड न्यूज |
पुलवामा अटैक: प्म बोले- शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा - पुलवामा टेरओर आताक पॉलिटिकल रिऐक्शन ओमर अब्दुल्ला महबूबा मुफ़्ती - आजताक्पुलवामा टेरओर आताक देश के कई बड़े नेताओं ने पुलवामा हमले की निंदा की है. इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.नई दिल्ली, १४ फरवरी २०१९, अपडेटेड २२:०९ इस्टजम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार दोपहर बड़ा आतंकी हमला हुआ है. इस हमले में सुरक्षाबल के ४४ जवान शहीद हुए हैं. हमले के बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आनी भी शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी.प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ पूरा देश खड़ा है. उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की भी कामना की. नरेन्द्र मोदी (@नरेन्द्रमोदी) फेब्रुवारी १४, २०१९अलीन="जस्टिकाय">केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने कहा है कि शहीदों के खून की एक-एक बूंद का बदला लेंगे. उन्होंने कहा कि वह इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं.कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को पुलवामा हमले के बाद ट्वीट कर निंदा की. राहुल गांधी ने कहा कि इस हमले से वह काफी दुखी हैं. शहीदों के परिवार के प्रति वह संवेदना व्यक्त करते हैं.उमर अब्दुल्ला ने हमले के बाद ट्वीट किया कि इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है, ये एक फिदायीन हमला है. उन्होंने कहा कि घाटी में एक बार फिर २००४-०५ जैसा माहौल होता जा रहा है.उमर अब्दुल्ला के अलावा महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है. महबूबा ने कहा कि अवंतीपोरा से दिल दुखाने वाली खबर आ रही है, यहां सुरक्षाबल के १२ जवान शहीद हो गए हैं. उन्होंने कहा कि इस आतंकी हमले की निंदा करने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं है. पता नहीं कि आतंकियों के इस वहशीपन को खत्म करने के लिए हमें कितनी जानें गंवानी पड़ेगी.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर इस हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में देश को एकजुट रहना चाहिए. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा कि पुलवामा में आतंकियों ने एक बार फिर आतंकियों ने कायराना हरकत की है. उन्होंने कहा कि उरी, पठानकोट और अब पुलवामा मोदी सरकार के नेतृत्व में आतंकी हमलों की लिस्ट बढ़ती ही जा रही है.कैसे हुआ हमला ? |
पीएम मोदी ने प्रणब मुखर्जी को लिखी दिल को छू लेने वाली चिट्ठी | पब्लिक एशिया मीडिया प्वट. लैड.होम टॉप-१० पीएम मोदी ने प्रणब मुखर्जी को लिखी दिल को छू लेने वाली...पीएम मोदी ने प्रणब मुखर्जी को लिखी दिल को छू लेने वाली चिट्ठीनई दिल्ली, जेेएनएन। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लिखी गई एक चिट्ठी को गुरुवार को सार्वजनिक किया है। प्रणब मुखर्जी ने इस चिट्ठी को जारी करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री की तरफ से लिखा गया यह पत्र मेरे दिल को छू गया। ये चिट्ठी प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति को २४ जुलाई को लिखी थी।पूर्व राष्ट्रपति ने पीएम मोदी द्वारा उन्हें लिखी चिट्ठी को ट्विटर पर शेयर की है। प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट किया है, राष्ट्रपति के तौर पर कार्यालय में मेरे आखिरी दिन मुझे पीएम नरेंद्र मोदी की चिट्ठी मिली जिसने मेरा दिल छू लिया! आप सबसे साझा कर रहा हूं।पीएम मोदी ने पत्र में तत्कालीन राष्ट्रपति को प्रिय प्रणब दा कहकर संबोधित किया है। दो पन्नों के इस पत्र पर २४ जुलाई २०१७ की तारीख है। पीएम मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उनके विशिष्ट जीवन यात्रा के नए चरण के लिए शुभकामना दी है।पीएम मोदी ने लिखा है, तीन साल पहले मैं जब नई दिल्ली आया तो मैं बाहरी था। मेरे सामने बड़ा और चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। इस दौर में आप मेरे लिए पितृतुल्य और मार्गदर्शक रहे। आपकी मेधा, ज्ञान दिशा-निर्देश और निजी स्नेह से मुझे आत्मविश्वास और शक्ति मिली।पीएम मोदी ने पत्र में विभिन्न मुद्दों पर प्रणव मुखर्जी के ज्ञान और दृष्टि की तारीफ की है। पीएम मोदी ने लिखा है, आपके अथाह ज्ञान के बारे में सबको पता है। चाहे वो राजनिति हो या अर्थशास्त्र या विदेश नीति या राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हों, मैं विभिन्न विषयों से जुड़ी आपकी अंतरदृष्टि से सदैव चकित होता रहा हूं।पीएम मोदी ने पत्र में इस बात को भी रेखांकित किया है कि वो और प्रणब मुखर्जी अलग-अलग राजनीतिक दलों और जीवनधाराओं से यहां तक पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने लिखा है, प्रणब दा, हमारी राजनीतिक यात्रा अगल-अलग राजनीतिक दलों के माध्यम से हुई है। कई मौकों पर हमारी विचारधारा अलग रही है। हमारे जीवन अनुभव भी भिन्न हैं। मेरे पास केवल मेरे राज्य का प्रशासनिक अनुभव था जबकि आपके पास कई दशकों का राष्ट्रीय राजनीति और नीति का अनुभव था, फिर भी हम आपसी सामंजस्य के साथ काम कर पाए।पीएम मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उस पीढ़ी का नेता बनाया है जिसके लिए राजनीति का मकसद समाजसेवा थी। प्रणब मुखर्जी को पीएम मोदी ने भविष्य के लिए शुभकामनाएं देने के साथ ही लिखा है, राष्ट्रपति जी, ये मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे आपके प्रधानमंत्री के तौर पर काम करने का अवसर मिला।२५ जुलाई को रामनाथ कोविंद ने देश के १४वें राष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ ली। कोविंद ने चुनाव में कांग्रेस समेत १७ दलों की उम्मीदवार मीरा कुमार को हराया।प्रेवियस आर्टियल१५ नाबालिग लड़कों ने किया १६ वर्षीय लड़के का यौन उत्पीड़ननेक्स्ट आर्टियलसेना के काफिले पर अातंकी हमला, मेजर समेत २ जवान शहीद |
भोपाल न्यूज इन हिन्दी : लाटेस्ट वेथर न्यूज | लगातार से दूसरे दिन लुढ़का पारा, सुबह हुआ ठंड का अहसास - दैनिक भास्करभोपाल / लगातार से दूसरे दिन लुढ़का पारा, सुबह हुआ ठंड का अहसासराजधानी में अधिकतम तापमान ३१.३ और न्यूनतम तापमान १७.६ पर पहुंचाऑक्ट १३, २०१९, ०१:५८ प्म इस्टभोपाल। दीवाली के १५ दिन पहले ही अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में ही ठंड ने दस्तक दे दी है। शनिवार को जहां न्यूनतम तापामन में १.७ की गिरावट दर्ज की गई थी। रविवार को न्यूनतम तापमान में २.३ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में आ रही गिरवाट से अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार दिवाली तक मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल जाएगा।रोहतांग दर्रा में ढाई इंच बर्फबारी, ७ डिग्री पहुंचा तापमान, ठंड बढ़ी, ७ अक्टूबर तक खराब रहेगा मौसमहालांकि ऐसा पहली बार हो रहा है जब मानसून की विदाई के पहले दिन से मौसम के तेवर बदल गए हैं। मौसम केंद्र ने शुक्रवार को ही मानसून के विदा होने की घोषणा की है और शुक्रवार रात ही सीजन में सबसे ज्यादा ठंडक रही। शुक्रवार शाम शहर में बारिश होने से भी ठंडक बढ़ी थी। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि हवा का रुख उत्तर पूर्वी रहा। हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत में कुछ जगह बर्फबारी की वजह से भी यहां ठंडी हवा आ रही है।शुक्रवार की रात इस सीजन में पहली बार पारा २0 डिग्री से नीचे पहुंचा। इसमें १.७ डिग्री की गिरावट हुई। पारे में गिरावट शनिवार को दर्ज की गई। इस दौरान पारा १७.६ डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से २.३ डिग्री कम था। इसी तरह अधिकतम तापमान ३१.३ डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से १,५ डिग्री कम रहा। |
फिल्मी स्टाइल में हरियाणा और राजस्थान पुलिस की १५ गाड़ियों ने घेरा, इनामी बदमाशों को किया गिरफ्तार - युवा हरियाणाहरियाणा पुलिस द्वारा राजस्थान का मोस्ट वांटेड अपराधी वह दिल्ली पुलिस का ५० हजार के इनामी बदमाश सुबा उर्फ सबूदीन को अपने २ साथियों के साथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है ।यह जानकारी आज हरियाणा पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने दी ।प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार रात करीब ढाई बजे पुलिस को सूचना मिली कि गो-तस्कर भिवानी की ओर से एक टाटा गाडी मे गाये भर कर कारोली मोड से रेवाडी की और आ रहे है। सूचना के आधार पर पुलिस टीमों ने डहीना के निकट नाकाबंदी शुरू की थी। परन्तु गो-तस्करों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग करते हुए अपनी गाडी वापिस मोड दी तथा कच्चे रास्ते से कनीना की ओर निकल गए।पुलिस द्वारा पीछा किया गया तो गो-तस्करों ने गाडी मे भरी गायें उठा कर रास्ते मे फेंकनी शुरू कर दी। लेकिन सीआइए इंस्पेक्टर सतेंदर सिंह अपनी टीम में शामिल एसआई सुनील व अब्बास खान, एएसआई रणबीर, सुभाष, रजक, प्रधान सिपाही शिव कुमार, रामौतार, रविदत्त,प्रदीप, सिपाही प्रवीण, अनिल, सचिन, सतपाल, रमेश व शिकन्दर तथा साइबर सेल से सिपाही विजय कुमार को साथ लेकर गो-तस्करों का पीछा करते हुए गांव माजरी पहुँच गया और नाकाबंदी शुरू कर आरोपियों की गाडी को रूकवाने का प्रयास किया।लेकिन आरोपियों ने टाटा गाडी से बैरिकेट को तौड दिए और पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग मे सीआइए मे तैनात एएसआई रणबीर व प्रधान सिपाही रविदत्त गोली लगने से घायल हो गए। दो जवानों को गोली लगने के बाद भी बहादुरी दिखाते हुए सीआइए पुलिस आरोपियों का पीछा करती रही ओर गावं सोडावास-पदमाडा के नजदीक अपने आप को पुलिस द्वारा घिरा देख कर आरोपी गाडी को छोड कर भागने लगे लेकिन पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोचने मे सफलता हासिल की है।काबू किए गए आरोपियों की पहचान मेवात जिला के गांव पल्ला निवासी गाडी चालक सुबा उर्फ सबूदीन व शोकिन उर्फ काला व गावं सोप निवासी उमर के रूप मे हुई है। पुलिस ने मौके से टाटा ४०७ गाडी भी बरामद की है। जांच से पता चला कि काबू किया गया आरोपी सुबा गौ तस्करी गिरोह का सरगना है और राजस्थान का मोस्टवांडेड अपराधी है तथा दिल्ली पुलिस द्वारा उक्त आरोपी पर ५० हजार रूपये ईनाम भी रखा हुआ है।उक्त घटना की सूचना मिलते ही एसपी राजेश दुग्गल ने चंडीगढ से ही फोन कर घटना की पूर्ण जानकारी लेते हुए घायल जवानो से बात कर हाल चाल पूछा। उन्होने कहा कि जिला मे किसी भी सुरत मे किसी भी तरह का अपराध नही पनपने दिया जाएगा। अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने मे आम जन पुलिस का सहयोग करे। जनता के सहयोग के बिना अपराध पर अंकुश लगान नामुमकिन है।जिला में गो-तस्करी पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाएगा। हाल ही में दोनों घटनाओं में पुलिस बहादुरी के साथ गो-तस्करों का मुकाबला किया है तथा बदमाशों को कड़ा मैसेज दिया है कि यहां उनके लिए कोई जगह नहीं है। गो-तस्करी के नेटवर्क पूरी तरह खत्म किया जाएगा। गो-तस्करों से मुकाबला करने वाले जवानों को सम्मानित किया जाएगा।तग्गे भीवानी. कॉ हरियाणा पुलिस इनामी बदमाश मेवेट |
ईरान ने चाबहार बंदरगाह में वादे के मुताबिक निवेश नहीं करने पर भारत की आलोचना की - लाइव इंडियाहोम विदेश ईरान ने चाबहार बंदरगाह में वादे के मुताबिक निवेश नहीं करने पर...सामरिक रूप से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह में वादे के मुताबिक निवेश नहीं करने पर भारत की आलोचना करते हुए ईरान ने मंगलवार को कहा कि यदि भारत ईरान से तेल का आयात कम करता है तो उसे मिलने वाले विशेष लाभ खत्म हो सकते हैं। ईरान के उप राजदूत और चार्ज डि अफेयर्स मसूद रजवानियन रहागी ने कहा कि यदि भारत अन्य देशों की तरह ईरान से तेल आयात कम कर सऊदी अरब, रूस, इराक और अमेरिका से आयात करता है तो उसे मिलने वाले विशेष लाभ को ईरान खत्म कर देगा।ईरानी राजनयिक ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चाबहार बंदरगाह और उससे जुड़ी परियोजनाओं के लिए किए गए निवेश के वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं। यदि चाबहार बंदरगाह में उसका सहयोग और भागीदारी सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है तो भारत को इस संबंध में तुरंत जरूरी कदम उठाने चाहिए।प्रेवियस आर्टियलपाकिस्तान में चुनावी रैली के दौरान आत्मघाती हमले में एक नेता समेत २० की मौत, ५० से ज्यादा जख्मीनेक्स्ट आर्टियलवोडाफोन-आइडिया के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, दूरसंचार मंत्रालय ने दी विलय को मंजूरीकोरोना उपड़ते: पूरी दुनिया में ३.५ लाख पहुंचा मरने वालों का आंकड़ाभारत से बिना चेंकिंग आ रहे लोगों के चलते नेपाल में फैल रहा कोरोना नेपाल के प्रधानमंत्री |
होम > उत्पादों > पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन (पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन के लिए कुल २४ उत्पादों)पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेहम विशेष हैं पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन में से एक, शीजियाज़उआंग एवर फ्रेश ट्रेडिंग को., लैड.।संभाल के साथ कच्चा लोहा गोल वनस्पति तेल कोटिंग रसोई फ्राइंग पैनतग: कच्चा लोहा वनस्पति तेल कोटिंग आउटडोर फ्राइंग पैन , पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन , दौर पूर्व अनुभवी फ्राइ पैनथोक चीन से पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन खोजने की आवश्यकता है। बस पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे पूर्व अनुभवी कोटिंग फ्राइंग पैन का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। |
कम कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी | उर्जांचल टाईगरकम कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारीलोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ और मिगलानी ने इस्तीफा दे दिया था।आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में रविवार सुबह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से जुड़े लोगों के दिल्ली और मध्य प्रदेश स्थित ५० ठिकानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।कौन हैं कक्कड़ और मिगलानीप्रवीण कक्कड़ पूर्व पुलिस अधिकारी हैं। उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। २००४ में नौकरी छोड़कर वे कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के ओएसडी बने। दिसंबर २०१८ में कमलनाथ के ओएसडी बन गए। इससे पहले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय वह पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के ओएसडी थे।बताया जा रहा है कि नौकरी में रहते हुए उनके खिलाफ कई मामले सामने आए, जिनकी जांच चल रही है।दूसरी ओर, आरके मिगलानी ३० साल से कमलनाथ के साथ जुड़े हैं और उनके सलाहकार हैं। मुख्यमंत्री से लोगों की मुलाकात और उनके अन्य कामों का जिम्मा मिगलानी ही संभालते हैं। |
मई १७, २०२० - छप्रतोदए.कोंयू अरे ब्रोजिंग थे सायट आर्कीव् फॉर मई १७, २०२०.पटना: बिहार के बाहर दूसरे प्रदेशों में फंसे लोगों से मुख्यमंत्री कुमार ने धैर्य रखने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार अपने लोगों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर रही है. परेशान ना हो और धैर्य बनाये रखे. बिहाररेड मोर छपरा: सारण जिले के रिविलगंज के प्रखंड प्रमुख सह भाजपा युवा नेता डॉ० राहुल राज ने भाजपा जिलाध्यक्ष राम दयाल शर्मा के मार्गदर्शन में मीलों दूर से पैदल लौट रहे सभी प्रवासी मजदूरों को न्ह ८५ पर निर्मित शिविर में शरण देकर भोजन कराया. मीलों लम्बी यात्रा के पश्चात जबरेड मोर छपरा: इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की छपरा इकाई की ओर से रविवार को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने तथा बचाव के लिए काम कर रहे योद्धाओं के बीच शीतल पेय पदार्थ का वितरण किया गया. इस मौके पर सोसायटी के सचिव जीनत जरीना मसीह ने कहा किरेड मोर बांध निर्माण को लेकर विधायक ने सदन में उठाया था सवाल रिविलगंज: प्रखंड के अजमेरगंज वार्ड २१ में बाढ़ की आशंका के मद्देनज़र बन रहे बांध का विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने निरिक्षण किया. इस दौरान विधायक ने मौके पर मौजूद अधिकरियों से विस्तृत जानकारी ली. विधायक ने बतायारेड मोर नई दिल्ली: बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर करण जौहर इन दिनों लॉकडाउन में अपने बच्चों के साथ खूब मस्ती कर रहे हैं. इस दौरान वो उनके वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं. लोगों को उनके बच्चों की क्यूट हरकतें खूब पसंद आती हैं. करण जौहर ने हालरेड मोर |
सिस्फ ड्राइवर डक्पो रेसल्ट: सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फ़ोर्स कंप्यूटर बसे टेस्ट कट रेसल्ट डिक्लेरड @सिस्फ.गोव.इन - सीआईएसएफ ड्राइवर डीसीपीओ रिजल्ट २०१९ घोषित, ऐसे करें चेक @सिस्फ.गोव.इन्सिस ड्राइवर डक्पो रेसल्ट: सीआईएसएफसिस्फ ड्राइवर डक्पो रेसल्ट: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) ड्राइवर लिखित रिजल्ट २०१९ जारी हो गया है. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) ड्राइवर लिखित परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट चेक कर सकते हैं.नई दिल्ली. सिस्फ ड्राइवर डक्पो रेसल्ट: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) ने ड्राइवर लिखित रिजल्ट २०१९ ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी कर दिया है. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) ड्राइवर की परीक्षा में उपस्थित अभ्यर्थी विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट चेक कर सकते हैं. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) ड्राइवर परीक्षा का आयोजन १७ फरवरी २०१९ को देश भर के विभिन्न सेंटरों पर आयोजित किया गया था.केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) ड्राइवर लिखित परीक्षा में कुल ४४७ अभ्यर्थी सफल हुए हैं. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) लिखित परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाएगा.सिस्फ ड्राइवर डक्पो रेसल्ट हॉ तो चेक: कैसे चेक करे सीआईएसएफ रिजल्टकेंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ड्राइवर लिखित परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं.केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जानें के बाद रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें.केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ड्राइवर रिजल्ट आपके सामने होगा.केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल रिजल्ट की एक प्रति डाउनलोड कर अपने पास रख लें, क्योंकि भविष्य में इसकी जरूरत पड़ेगी.केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ड्राइवर के पदों पर चयनित होने वाले अभ्यर्थियों को २५,५०० को ८१,१०० रुपये सैलरी प्रति महीने के हिसाब से दिया जाएगा. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सिस्फ) ड्राइवर अगले एग्जाम की घोषणा अभी तक नहीं की गई है. माना जा रहा है कि विभाग द्वारा अगले एग्जाम की तारीखों का ऐलान जल्द किया जाएगा. |
देश में ओ२ओ क्रांति ला रहे हैं मोदी, शीघ्र ही विकसित देशों की श्रेणी में होगा भारत मकिंग इंडियाहोम मुख्य राष्ट्रीय देश में ओ२ओ क्रांति ला रहे हैं मोदी, शीघ्र ही विकसित देशों...देश में ओ२ओ क्रांति ला रहे हैं मोदी, शीघ्र ही विकसित देशों की श्रेणी में होगा भारतनोएडा में सैमसंग के विश्व में सबसे बड़ी मोबाइल उत्पादन यूनिट का उद्घाटन का समाचार हम सबने पढ़ा ही होगा। इसके अलावा भारत में इफोन भी बनने लगे हैं। अगले कुछ वर्षो में बुलेट ट्रेन भी चलने लगेगी।इस उपलब्धि का महत्त्व इस बात में नहीं है कि ५००० करोड़ रुपये के निवेश से बनी इस फैक्टरी के कारण भारत मोबाइल फोन के उत्पादन क्षेत्र में विश्व स्तर पर दूसरे पायदान पर आ गया है।या फिर, भारत में लगभग चार वर्षों की अवधि में मोबाइल फोन की फैक्टरियों की संख्या महज २ से बढ़कर 1२0 हो गई है जिससे रोज़गार के लाखों अवसर सृजित हुए हैं।बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के विज़न और पहल का महत्त्व नेटवर्क इफेक्ट या नेटवर्क प्रभाव में है।नेटवर्क प्रभाव को यूँ समझिये कि जैसे-जैसे किसी वस्तु का उत्पादन या प्रयोग बढ़ता है, वैसे-वैसे उस वस्तु के उपयोगकर्ताओं के लाभ भी बढ़ते जाते है। परिणामस्वरूप, उस वस्तु या उत्पाद का दाम गिर जाता है और उसका लाभ इस उत्पाद से जुड़े समूचे नेटवर्क और उसके परे भी होता है।अर्थशास्त्रियों के अनुसार डिजिटल युग में नेटवर्क प्रभाव किसी राष्ट्र की प्रगति को दिन दुगुनी, रात चौगुनी कर सकता है।उदहारण के लिए, गूगल या फेसबुक को नेटवर्क प्रभाव का लाभ मिल रहा है। गूगल जैसे सर्च इंजन और भी है जैसे कि बिंग या दुकउक्गो। लेकिन गूगल का प्रयोग लगभग ९० प्रतिशत लोग करते है, जिससे गूगल को प्रयोगकर्ताओं के डेटाबेस से अपना सर्च इंजन बेहतर बनाने में मदद मिलती है।इसके अलावा गूगल के बनाये एंड्राइड पर आधारित सेल फ़ोन (इफोन के अलावा लगभग सभी फ़ोन एंड्राइड तकनीकी का प्रयोग करते है); गूगल का यू ट्यूब इत्यादि प्रयोगकर्ताओ से मिलकर एक ऐसा नेटवर्क बनाते है जो न केवल गूगल को, बल्कि उन सभी उपभोक्ताओं और कंपनियों को लाभ देता है जो इस गूगल को डेवलप करते हैं, और इसका प्रयोग करते हैं।भारत में सैमसंग और एप्पल के फोन बनने का लाभ केवल उस कंपनी के मैनेजर को ही नहीं मिलेगा, बल्कि उसमें काम करने वाले कर्मचारियों को भी विश्वस्तरीय उत्पादन का अनुभव होगा।उन्हें समझ में आएगा कि कैसे अनुशासन में उच्च गुणवत्ता का उत्पाद समयानुसार करते हैं। अपनी उस कुशलता, अनुभव और अनुशासन का लाभ वह अपने परिवार और समुदाय में भी फैलाएंगे।इसके अलावा इतनी उच्च तकनीकी वाली फैक्ट्री को सप्लाई करने वाले वाले अन्य उत्पादों को भी उसी गुणवत्ता का ध्यान रखना होगा।उदाहरण के रूप में, इस फैक्ट्री की सुरक्षा, पेटेंट की सुरक्षा और गोपनीयता, ट्रांसपोर्टेशन, एक्सपोर्ट, पैकेजिंग, लेबलिंग, ब्रांडिंग, इनवेंटरी (वस्तुसूची), वेयरहाउस, स्वच्छता, इन सभी के बारे में जानकारी मिलेगी।नेटवर्क प्रभाव को एक अर्थशास्त्री (एण्ड्रू ङ) ने ओ२ओ भी कहा है यानी कि ऑनलाइन टू ऑफलाइन। कोई भी प्रोडक्ट जो ऑनलाइन शुरू होता है, उसके लाभ ऑफलाइन स्थित अन्य उद्यमियों और उपभोक्ताओं को भी मिलते हैं। सैमसंग और एप्पल सेल फोन के उत्पादन से जुड़े हुए ऑनलाइन नेटवर्क का प्रभाव ऑफलाइन क्षेत्र में भी दिखाई देगा।जब मैंने विदेश में नौकरी शुरू की थी तो उस समय दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में केवल १३ गेट होते थे। अब इनकी संख्या कई गुना अधिक हो गई है। भारत में आज किसी भी फ्लाइट में २5% लोग पहली बार हवाई यात्रा कर रहे होते हैं।किसने सोचा था कि एकाएक हवाई यात्रा आम आदमी की पहुंच में आ जाएगी और उसके कारण लाखों रोजगार उपलब्ध होंगे जैसे कि चेक-इन करना, सामान लोड करना, सुरक्षा, रेस्तरां, बस ड्राइवर, टैक्सी, सफाई कर्मी, इंजीनियर, पायलट्स, एयर होस्टेस, इत्यादि।यही प्रभाव बुलेट ट्रेन से देखने को मिलेगा। बुलेट ट्रेन के कारण इसके आसपास के क्षेत्रों में ट्रेन से मैच करता हुआ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना होगा।बुलेट ट्रेन के स्टेशन को सामान्य ट्रेन के स्टेशन से कनेक्ट करना होगा, उस ट्रेन की साफ-सफाई, रखरखाव इत्यादि के कारण रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।इस ट्रेन में काम करने वाले और यात्रा करने वाले व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्रों में बुलेट ट्रेन के अनुरूप ही अन्य सेवाओं की अपेक्षा करेंगे और वैसे ही सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करेंगे।सेल फोन, बुलेट ट्रेन, स्पेस टेक्नोलॉजी, कृषि अनुसंधान, राष्ट्रीय हाईवे, ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, स्वच्छ भारत, आधार, डिजिटल पेमेंट, राष्ट्रीय सुरक्षा, इत्यादि मिलकर एक ऐसा नेटवर्क बना रहे हैं जिसका प्रभाव भारत को कुछ ही वर्षों में बदल देगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में ओ२ओ क्रांति ला रहे हैं। वह भारत को शीघ्र ही विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा कर देंगे। उन पर विश्वास बनाए रखिए।प्रेवियस आर्टियलहम महिमामंडन न करें तो इन माफियाओं की कोई औकात नहींनेक्स्ट आर्टियलऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर नत्व का बेशर्म झूठम्समें हब तैयार नहीं होंगे तो कस्बों की तरफ़ नहीं आएँगे बड़े कारखाने |
जबरिया जोड़ी का रोमांटिक गाना ढूंढे अखियां हुआ रिलीज! ऑनलाइन लाटेस्ट न्यूज हिन्दी न्यूज , बॉलिवुड न्यूशोम मनोरंजन जबरिया जोड़ी का रोमांटिक गाना ढूंढे अखियां हुआ रिलीज!पोस्टेड बाय: एडमिन इन मनोरंजन कम्मंट ऑफ ऑन जबरिया जोड़ी का रोमांटिक गाना ढूंढे अखियां हुआ रिलीज!बैक-टू-बैक गानों के साथ हमारा मनोरंजन करते हुए, जबरिया जोड़ी ने अपने नए गीत ढूंढे अखियां के साथ फिज़ाओ में रोमांस का जादू बिखेर दिया है जिसे सुन कर हम भी प्यार की हवाओं में झूमने पर मजबूर हो गए है। गाने में सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा के बीच की खूबसूरत केमिस्ट्री आपका दिल खुश कर देगी।जबरिया जोड़ी में जावेद जाफरी, अपारशक्ति खुराना, संजय मिश्रा और चंदन रॉय सान्याल जैसे दमदार कलाकारों की टोली नज़र आएगी।प्रेवियस: देश भर के समस्त टोल प्लाजा पर फास्ट टैग को बढ़ावानेक्स्ट: ऋतिक रोशन ने सुपर ३० के लिए बिहारी बाबू बनने का अपना रोचक सफ़र किया शेयर! |
घायल गायों के लिए मसीहा है जफरूददीन - पंजाब केसरी (पंजाब केसरी)होम उत्तर प्रदेश घायल गायों के लिए मसीहा है जफरूददीनघायल गायों के लिए मसीहा है जफरूददीनपबलिश ऑन जुलाई ७, 201७इटावा : देश में एक तरफ कुछ लोग गोवंश के प्रति एक वर्ग विशेष को शक की निगाह से देखते हैं वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के औरैया के जफरुद्दीन घायल गायों के मसीहा बने हुए है। जफरूददीन के गाय प्रेम को देखकर समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी उनको सम्मानित करने का अनुरोध योगी सरकार से करने लगे है। जफरुद्दीन ने आज यहाँ बताया कि करीब ०३ साल पहले खेत की बाड़ में लगे कटीले तार से एक गाय घायल हो गई थी, जब वह उसके पास गए तो उसने हाथ पर जीभ फेरना शुरु कर दिया उसके बाद जफरुद्दीन उसे अपने घर ले आए।वह बताते हैं कि घर लाने के बाद उसकी चोट पर घरेलू दवाई लगाकर उसका उपचार करना शुरू कर दिया। उसका कहना है कि इसी के बाद उसके मन मे गाय की सेवा करने की दिली इच्छा पैदा हो गई। उस घायल गाय को जफरूददीन ने अपने घर पर रख लिया। धीरे-धीरे वह ठीक हो गई और कुछ दिन बाद दूध भी देने लगी। गाय का दूध मिलने के बाद उनके परिवार के लिए दूध का इंतजाम हो गया।जफरूददीन बताते है कि इसके बाद उन्हें जो भी कटीले तार से घायल गाय दिखती है वह उसे अपने घर ले आते हैं । इलाज के दौरान गाय को पकडऩे के लिए पड़ोसियों की मदद लेते हैं। अब तक करीब ५०० से ज्यादा गायों की मरहम पट्टी कर स्वस्थ कर चुके हैं। इन दिनों अपने घर पर इलाज के बाद ठीक हुई ०३ गायों को रखे हुए हैं,बाकी को छोड़ दिया है। उन्हे जो भी घूूमती गाय घायल अवस्था में दिखती है, वह उसे हांक कर अपने घर ले आते है उसके घाव को फिटकरी के पानी से धोते हैं और फिर मरहम पट्टी करते हैं । गरीबी की वजह से मरहम पट्टी खरीद नहीं पाते । ऐसे में विभिन्न पशु अस्पताल में जाकर डाक्टर को स्थिति बताते और दवाई आदि मांग कर लाते है। उनकी माने तो गाय के गंभीर रुप से घायल होने की स्थिति में वह पशु चिकित्सालय जा कर डाक्टर की सलाह लेते हैं, यदि डाक्टर कोई दवा बाहर से लाने की सलाह देते हैं तो इसके लिए वह जान पहचान वालों से चंदा मांगते हैं,इस तरह वह गाय सेवा में लगे हैं।जफरुद्दीन के दोनों छोटे भाई सिलाई का काम करते हैं । कई बार वे भी उसकी मदद कर देते हैं । इससे जरूरत पूरी नहीं होती तो वह डाक्टर के पर्चे को लेकर किसी व्यापारी के पास जाते हैं और दवा खरीदने की गुहार लगाते इस तरह भी दवा का इंतजाम हो जाता है । घायल गाय के लिए दवा का किसी तरह इंतजाम कर लेते हैं लेकिन कई बार चारे के लिए मशक्कत करनी पड़ती है । अस्पतालों से दवाई मांग कर लाते हैं । जो दवाएं नहीं मिलती है उसके लिए अपनी जान पहचान वालों से सहयोग लेते हैं ।उनकी माने तो गो सेवा के इस काम में बड़ी सबसे दिक्कत चारे की आती है । खरीदकर चारा खिलाने की क्षमता नहीं है ऐसे में आस-पास के गांव वाले के किसानो की मदद लेते हैं । आवारा घूमने वाले घायल गायों की सेवा के प्रति उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया है। वह उन किसानो से यह दरकार जरूर रखते है कि जो किसान अपने अपने खेतो की फसल को सुरक्षित रखने के लिए कटींले तारो की बाड को लगाते है जिस पर गाय जब फसल को खाने के लिए जाती है तो फिर इन कंटीले तारो की जद मे आकर बुरी तरह से घायल हो जाती है। वे किसानों से खेत किनारे लगे कटीले तार हटाने के लिए अपील करते हैं।उत्तर प्रदेश के औरैया के अछल्दा ब्लाक के हरचंदपुर निवासी जफरुद्दीन गरीब है। दिहाड़ी मजदूर है। परिवार में बूढ़े पिता और दो छोटे भाई के अलावा पत्नी और दो बच्चे हैं। खेतीबाड़ी है नहीं ,इसलिए दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। सुबह काम पर जाने से पहले और शाम को लौटने पर वह गायों की सेवा में जुट जाते हैं।इटावा के कानून के जानकार एडवोकेट मोहिसन अली का कहना है कि कि जफरूददीन का गाय प्रेम बहुत ही प्रंशसनीय है, मेरे शब्द कोष मे शब्द नही है जो अपने विचारो को अभिव्यक्ति भाव से प्रकट कर सकूं। उनका कहना है इस वक्त देश मे गाय को लेकर जो रस्साकसी चल रही है,उससे देश के वातावरण मे गर्मी पैदा हो रही है लेकिन जफरूददीन शरीखे लोग गाय को न केवल इज्जत देते है बल्कि गाय के जरिये सम्मान के हकदार भी बन रहे है।जफरूददीन के गाय प्रेम को देखकर इटावा के डा.रमाकांत शर्मा कहते है कि गाय बेहद उपयोगी है अगर मुस्लिम समाज का कोई सख्श इस तरह से गाय की सेवा कर रहा है तो निश्चित है कि वह सम्पूर्ण समाज और जनमानस के लिए एक संदेश देने का काम कर रहा है ऐसे गाय सेवकों को भारतीय जनता पार्टी की ओर से उचित प्लेटफार्म पर सम्मानित भी कराने का काम किया जाता है ताकि ऐसे गायसेवकों का उत्साहवर्धन हो सके और उनके जरिये समाज के दूसरे लोग भी गाय सेवा में जुटे।औरैयाडेली वर्करेतवाहमहिशान अलिप्लेटफार्मसोशियल वर्कर इंस्टीट्यूटुटर प्रदेश्योगी सरकार्ज़फारुद्दीनइटावाउत्तर प्रदेशऔरैयाजफरुद्दीनदिहाड़ी मजदूरप्लेटफार्ममोहिसन अलीयोगी सरकारसमाजसेवी संस्था |
मैक एक्सम ऑन : बेसिक ग्क मैक क.)थे इन्क्रीज इन थे क्लोरोफ्लुरोकार्बन इन थे आत्मोस्फीयर इस एसोसिएटेड वित- १)थे प्रेजिडेंट कन डेलेगेट अन्य फंक्शन इन रिलेशन तो अन्य मैटर तो व्हिच थे एसेकेटिव पॉवर ऑफ थे यूनियन एक्स्टेंड तो थे स्टेट्स, वित थे प्रीयर कनसेंट ऑफ थे पंचायट्स इन वेस्ट बंगाल अरे औथोरिज़्ड तो कॉलक्ट -सोनाटा','अजंता' एंड 'मक्सिमा' अरे थे वेल-क्नाउन इंडियन ब्रांड ऑफ वो इस नोट थे स्पेकर ऑफ थे लोक सभा एवर?सुभाष चंद्र बोस इनौगुरेटेड थे गवर्नमेंट ऑफ फ़्री इंडिया एट फा-हिएं विजिटेड इंडिया इन -वो इस थे औथोर ऑफ थे शिवा त्रिलॉजी थे थर्ड बुक ऑफ व्हिच 'थे ओआथ ऑफ थे वायुपुत्र' वास लॉन्चेड इन फेब्रुवारी 20१3 ? व्हेट इस आ क्लाउडबर्स्ट?>पंचायती राज व्यवस्था सम्बन्धित प्रावधान भारतीय संविधान की किस अनुसूची में रखे गए हैं ? >१962 में उत्तर.पूर्वी असम क्षेत्र में से मिजोरम संघीय क्षेत्र का गठन हुआ था। इसे पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष दिया गया ? >भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था ? >उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है ? >केन्द्रीय मन्त्रिपरिषद् के विरुध्द अविश्वास प्रस्ताव कहाँ प्रस्तुत किया जा सकता है ? >उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय की खण्डपीठ कहाँ स्थित है ? >द लॉस ऑफ इनहेरिटेन्स किसकी ड्डति है ? >भारतीय ड्डषि अनुसाधन परिषद् (प्ब्।त्) के वैज्ञानिकों द्वारा ७ अप्रैल, 20१3 को विकसित मुर्गी की नई प्रजाति का क्या नाम रखा ? >वह एन्जाइम जो दूध को दही में समेकित कर देता है ? >विश्व का सबसे बड़ा नदीद्वीप माजुली अवस्थित है ? >भारतीय संविधान के निर्माण में कितना समय लगा ? >सुन्दरवन का डेल्टा कौनसी नदी बनाती है ? >राष्ट्रपति को पद एवं गोपनीयता की शपथ कौन दिलवाता है ? >किसके द्वारा एकाधिकारी प्रतियोगिता का सिध्दांत विकसित किया गया है ? >किसके कारण मरीचिका की परिघटना होती है ? >भारत में गाँधी ने सत्याग्रह का पहला प्रयोग कहाँ किया ? >सोलह महाजनपदों के बारे में किस बौध्द ग्रन्थ से जानकारी मिलती है ? >भारत का प्रथम मुस्लिम शासक कौन था ? >चार मीनार कहाँ स्थित है ? >राजस्थान में खेतड़ी किसके लिए प्रसिध्द है ? >भारत का वित्तीय वर्ष कब प्रारम्भ होता है ? >पारिस्थितिक अनुक्रमण का सर्वप्रथम अध्ययन किसने किया था ? >योजना आयोग को स्थापित किए जाने का वर्ष कौन सा था ? >किसने सबसे पहले यह पता लगाया कि शुक्र ग्रह पूरी तरह से बादलों से घिरा हुआ है ? >मुद्राराक्षस नामक पुस्तक का लेखक कौन था ? >महिलाओं का घरेलू हिंसा से संरक्षण, अधिनियम किस सन् में पारित किया गया ? >भारत में राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की संख्या कितनी है ? >भारत के महान्यायवादी की नियुक्ति कौन करता है ? >भारत का संविधान किसका प्रतिनिधित्व करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा के दो सदस्यों के नामांकन के लिए मुहैया करता है ? >कार्बिलान कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >गणना और तुलना के लिए कम्प्यूटर के किस भाग का प्रयोग किया जाता है ? >पेट में भोजन को पचाने के लिए किसकी खास आवश्यकता होती है ? >स्वतन्त्रता के लिए लम्बी यात्रा पुस्तक किसकी आत्मकथा है ? >जगन्नाथ मन्दिर कहाँ स्थित है ? >मनुष्य की लाल रुधिर कोशिकाओं (आर.बी.सी.) का जीवन काल कितना होता है ? >मेसोपोटामिया की सभ्यता कहाँ विकसित हुई थी ? >आजकल सड़कों पर रोशनी के लिए प्रायः पीले लैंपों का प्रयोग किया जाता है। उन लैंपों में किस गैस का प्रयोग किया जाता है ? >प्रिंटर, कीबोर्ड और मोडम जैसी बाहरी डिवाइसें क्या कहलाती हैं ? >विश्व में भारतीय रेलवे नेटवर्क की स्थिति कौन से नम्बर पर है ? >किस देश की तट.रेखा सबसे लम्बी है ? >राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा के सदस्यों के नामांकन का नियम किस देश के संविधान से लिया गया था ? >वर्ष १9७6 में आपातकालीन की उद्घोषणा के समय भारत का राष्ट्रपति कौन था ? >सुवर्ण सौधा किस राज्य का विधानसभा भवन है ? >रक्ताल्पता रोग किसकी कमी से होता है ? >मानस पशुविहार किस राज्य में स्थित है ? >केन्द्रीय सरकार ने गाँव की ओर एक कदम की नीति स्वीकार करते हुए एक योजना जिसका नाम भारत निर्माण योजना था, प्रारम्भ की। यह योजना कब शुरू हुई ? >विद्युत बल्ब के निर्माण में किन गैसों के संयोजन का प्रयोग किया जाता है ? >पक्षियों की हड्डी किस तरह की होती है ? >भारत में द्वैध शासन की प्रणाली किस वर्ष शुरू की गई थी ? >सूर्य का वार्षिक चक्कर लगाकर पृथ्वी कितने किलोमीटर की दूरी तय करती है ? >टु ए हंगर फ्री वल्र्ड पुस्तक के लेखक कौन हैं ? >संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र कौन बुला सकता है ? >किसे सितार एवं तबला का आविष्कारक माना जाता है ? >सघ की भाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी। यह संविधान के किस अनुच्छेद में कहा गया है ? >थर्मल आयनीकरण के सिध्दांत का प्रतिपादन करने वाले भारतीय वैज्ञानिक कौन थे ? >यह किसका मत है कि जो एक स्कूल खोलता है वह एक बन्दीगृह बन्द करता है ? >वेबसाइट के प्रथम पृष्ठ को क्या कहा जाता है ? >नैमिषारण्य कहाँ स्थित है ? >फुटबॉल में ब्लैक पर्ल के उपनाम से किसे जाना जाता है ? >हितोपदेश की रचना किसने की ? >प्रड्डतिवाद का जन्मदाता किसको माना जाता है ? >किस नदी के किनारे नासिक शहर स्थित है ? >कलम का सिपाही ड्डति के लेखक कौन हैं ? >स्वतः चालित गाडि़यों में लगे हुए बे्रक में किस प्रकार की व्यवस्था होती है ? >भारत में सबसे लंबी सिंचाई.नहर कौनसी है ? >भारतीय संविधान की तीसरी अनुसूची का सम्बन्ध किससे है ? >भारत में सबसे बड़ा जनजातीय समुदाय का नाम क्या है ? >नासा ने ग्रीनलैण्ड की बर्फ का अध्ययन करने के लिए एक रोबोट भेजा है। इसका नाम क्या है ? >कनफेडरेशन कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय कहाँ स्थित है ? >विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा कौन-सा है ? >गायत्री मन्त्र का उल्लेख किस वेद में है ? >ईकोमार्क का प्रतीक र्चिी क्या है ? >इंडिया रिमेम्बर्ड नामक पुस्तक किसने लिखी है ? >संविधान के किस अनुच्छेद के तहत राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है ? >वाणिज्यिक कर.दाताओं के लिए त्ठप् की ई.भुगतान प्रणाली चालू करने वाला देश का प्रथम राज्य कौन-सा है ? >स्वतंत्रता के बाद विकसित किया गया पहला बंदरगाह कौन सा है ? >डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने संविधान का हृदय और आत्मा किसे कहा था ? >वायुमण्डल की सबसे निचली परत को क्या कहते हैं ? >भारत में जनगणना कितने वर्ष के अंतराल पर की जाती है ? >किस मुगल सम्राट को हिन्दी गीतों की रचना का श्रेय प्राप्त है ? >सूर्य का आकार पृथ्वी से कितना बड़ा है ? >विश्व की सबसे लम्बी नदी कौन सी है ? >कुम्भ का मेला उत्तर प्रदेश के किस नगर में लगता है ? >कुल्लू घाटी किसके बीच स्थित है ? >संसार की अधिकतम वर्षा किस रूप में होती है ? >हमारे शरीर में त्वचा की सतह के नीचे मौजूद वसा किसके अवरोधक का कार्य करती है ? >उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना इंजीनियरिंग कॉलेज अवस्थित है ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >शरीर में भोजन प्रायः किसमें पचता है ? >हड़प्पा सभ्यता में विशाल स्नानागार का साक्ष्य कहाँ से प्राप्त हुआ है ? >महात्मा गांधी ने किस साप्ताहिक अंग्रेजी अखबार का संपादन किया ? >मानव-रूधिर का फ क्या है ? >भारत का पहला वायसराय कौन था ? >राइडर कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >सिन्धु घाटी सभ्यता किस काल की सभ्यता मानी जाती है ? >नीला थोथा का रासायनिक सूत्र क्या है ? >भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है ? >अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रतिनिधि कैप्टन हॉकिंस किसके राजदरबार में राजकीय अनुग्रह प्राप्त करने के लिए उपस्थित हुआ था ? >संविधान सभा ने राष्ट्रीय गान को कब स्वीकार किया ? >पृथ्वी अपनी धुरी पर किस दिशा में घूमती है ? >महात्मा बुध्द को ज्ञान की प्राप्ति कहाँ हुई ? >राष्ट्रीय आय आकलन की तैयारी किस संगठन का दायित्व है ? >भारतीय योजना आयोग का गठन कब हुआ था ? >किस भारतीय को अमेरिका का राष्ट्रीय इन्जीनियरिंग अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया है ? >उत्तर प्रदेश में उर्दू प्रशिक्षण एवं अनुसन्धान केन्द्र कहां अवस्थित है ? >विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर माउण्ट एवरेस्ट कहाँ स्थित है ? >मुहर्रम के अवसर पर प्रयोग में लिया जाने वाला प्रसिध्द वाद्ययंत्र कौनसा है ? >मथने के पश्चात दूध से क्रीम किस कारण से पृथक् हो जाती है ? >माइक्रोप्रोसेसर किस पीढी का कम्प्यूटर है ? >अमृतसर की संधि निम्नलिखित में से किसके और महाराजा रंजीत सिंह के बीच संपादित हुई ? >बिहू किस राज्य का प्रमुख लोक नृत्य है ? >राज्य योजना आयोग का अध्यक्ष कौन होता है ? >अंग्रेजी भाषा का एक मिलियन्थ (दस लाखवाँ) शब्द बनने का सम्मान किसको गया ? >कामकाजी महिलाओं के लिए प्रत्यावास योजना किसके द्वारा संचालित की जाती है ? >इस समय भारत में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज पदार्थ कौन सा है ? >इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय सुपर ताप विद्युत निगम हरियाणा के किस जनपद में अवस्थित है ? >राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने देश के कितने राज्यों में राष्ट्रीय डेयरी योजना आरम्भ करने की घोषणा की ? >भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक बैंक कौन सा बैंक है ? >अमेरिका की डेट्रॉएट इलेक्ट्रिल्स कम्पनी द्वारा निर्मित सबसे तेज चलने वाली इलेक्ट्रिकल कार का नाम क्या है ? >भारतीय रिजर्व बैंक के लेखा वर्ष की अवधि क्या है ? >नेशनल ऑर्डर ऑफ साउथ अफ्रीका पुरस्कार की घोषणा हर वर्ष कब की जाती है ? >किस सिख गुरू ने स्वयं को सच्चा बादशाह कहा था ? >कम्प्यूटर के संचालन में प्रयुक्त प्रोग्राम, नियम तथा कम्प्यूटर क्रियाओं से सम्बन्धित अन्य लिखित (या चिप में दर्ज) सामग्री को क्या कहा जाता है ? >देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक कौन-सा है ? >दक्षिण ध्रुव की खोज किसने की थी ? >प्रसिध्द रशियन क्लासिक पुस्तक दि मदर का लेखक कौन है ? >करमा किस क्षेत्र का लोकनृत्य है ? >हाल में एक नए राष्ट्र का उद्भव हुआ है। उसका नाम क्या है ? >उत्तर प्रदेश में योजना आयोग का गठन कब किया गया ? >महासागर सतह पर सबसे गहरा बिन्दु कौन-सा है ? >शान्त घाटी किस राज्य में स्थित है ? >२५ फरवरी, 20१3 को पार्क ग्यून हेई किस देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनी ? >किसे पहला खगोलशास्त्री माना जाता है ? >कौनसी लोकसभा के कार्यकाल को संविधान में उल्लिखित साधारण पांच वर्ष के कार्यकाल से अधिक बढ़ा दिया गया था ? >उत्तर प्रदेश में अनौपचारिक शिक्षा योजना शुरू की गई ? >सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृत्ति की आयु कितनी होती है ? >पंजाब का प्रमुख लोक नृत्य कौन सा है ? >पृथ्वी का ऊपरी वायुमंडल सूर्य की ऊर्जा का कुल कितना भाग अंतरिक्ष में प्रतिबिंबित करता है ? >गुर्दे (किडनी) का कार्यात्मक यूनिट क्या है ? >भारत में मनसबदारी प्रथा किसने शुरू की ? >सार्वजनिक लेखा समिति अपनी रिपोर्ट किसे प्रस्तुत करती है ? >अनुप्रस्थ तरंगें किस माध्यम में उत्पन्न की जा सकती हैं ? >पृथ्वी की ऊपरी परत को क्या कहा जाता हैं ? >विंग्स ऑफ फायर पुस्तक किसके द्वारा लिखी गई है ? >अंग्रेजों द्वारा कलकत्ता में निर्मित दुर्ग का नाम क्या है ? >माई नेम इज ट्रेड स्नो, द ब्लैक बुक जैसी चर्चित पुस्तकों के लेखक कौन हैं ? >नाथुला एक स्थान है, जहाँ ४४ वर्षों के बाद भारत.चीन सीमा व्यापार फिर शुरू किया गया था। वह किस राज्य की भारतीय सीमा पर स्थित है ? >भारतीय रेलवे को सर्वाधिक राजस्व किससे प्राप्त होता है ? >संसार का विशालतम स्तनधारी कौन-सा है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
युवती के साथ संदिग्ध हालत में मिला दरोगा - तेज न्यूशोम > क्राइम > युवती के साथ संदिग्ध हालत में मिला दरोगाबलिया- उत्तर प्रदेश में बलिया के एक दरोगा के कृत्य से जनपद में खाकी वर्दी शर्मसार हो गई। गुरुवार को भोर में एक पुलिस चौकी इंचार्ज एक घर में महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया। ग्रामीणों ने दरोगा को घर में बंद कर दिया। १०० नंबर डायल कर घटना की सूचना पुलिस को दी। सीओ सदर बाबू लाल यादव, नरहीं एसओ रामरतन सिंह सहित अन्य आला अधिकारी पहुंच गए। सीओ के मुताबिक मामले की जांच बैठा दी गई है। उधर पुलिस कप्तान अनीस अहमद ने कहा कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।नरहीं थाने के एक पुलिस चौकी इंचार्ज का पास के ही एक गांव में काफी दिनों से आनाजाना था। पुलिस चौकी का एक सिपाही अक्सर दरोगा को लेकर गांव की एक युवती से मिलने रात के वक्त जाता था। पुलिस की गाड़ी रात के वक्त एक घर के सामने रुकती थी और दरोगा वहां घंटों वक्त बिताता था। यह देख आसपास के लोग परेशान थे। बुधवार को ग्रामीण पहले से ही दरोगा को पकड़ने के लिए तैयार थे।रात लगभग नौ बजे चौकी इंचार्ज एक सिपाही के साथ बाइक से युवती के घर पहुंचा। थोड़ी देर बाद ग्रामीणों ने जैसे ही घर का दरवाजा खोला तो दारोगा और युवती को आपत्तिजनक स्थिति में देखकर आगबबूला हो गए। ग्रामीणों ने पहले दरोगा को थप्पड़ जड़ा, फिर दरवाजा बंद कर दोनों को घर में ही कैद कर दिया।इसके बाद १०० नंबर डायल कर घटना की सूचना दी। इस पर एसओ मौके पर पहुंच गए। मौके की नजाकत को भांप थानाध्यक्ष ने आला अधिकारियों को घटना की सूचना दी। मौके पर तत्काल सीओ बाबूलाल यादव पहुंच गए। घटना को लेकर ग्रामीणों में जबर्दस्त उबाल है।इस संबंध में सीओ सदर बाबूलाल यादव ने बताया कि मामले की जांच बैठा दी गई है। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।-एजेंसीपुलिस सब इंस्पेक्टर उत्तर प्रदेश आपत्तिजनक उत्तर प्रदेश पुलिस २०१६-०१-०१तग्गे वित: पुलिस सब इंस्पेक्टर उत्तर प्रदेश आपत्तिजनक उत्तर प्रदेश पुलिस |
- अभी तक नहीं बन पाए नए स्कूल भवन, उन्नाओ न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।उन्नाओ अभी तक नहीं बन पाए नए स्कूल भवन{"_ईद":"८२९५६","स्ल्ग":"उन्नाओ-८२९५६-४०","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९०५\उ०९२ड\उ09४० \उ०९२4\उ०९१५ \उ०९२8\उ०९३९\उ09४०\उ०९०२ \उ०९२च\उ०९२8 \उ०९२आ\उ०९३ए\उ०९०फ \उ०९२8\उ०९०फ \उ०९३8\उ०९४ड\उ०९१५\उ०९४2\उ०९३2 \उ०९२ड\उ०९३5\उ०९२8","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३९\उ०९३0 \उ०९१४\उ०९३0 \उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}उन्नाव। जून माह की समाप्ति में मात्र छह दिन ही बचे हैं, लेकिन अभी भी कई ब्लाकों में स्कूलों का निर्माण नहीं हो पाया है। इससे आगामी सत्र में भी शिक्षण कार्य सुचारु रूप से प्रारंभ होता नहीं दिख रहा है। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिले में १५० प्राइमरी व २५ जूनियर विद्यालयों का निर्माण होना था। भवनों का निर्माण अप्रैल तक पूरा होना था। चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने के कारण निर्माण पूरा करने का समय ३० जून तक कर दिया गया। इसके लिए बेसिक शिक्षाधिकारी ने सभी खंड शिक्षाधिकारियाें व निर्माण कार्य समन्वयक को मिस्त्री व मजदूर बढ़ाने के निर्देश दिए थे। उसके बाद भी सभी ब्लाकों में लगभग दो तीन स्कूल अभी भी निर्माणाधीन हैं। किसी में सिर्फ दीवारें खड़ी हैं तो किसी में प्लास्टर नहीं हैं। इन स्कूलों को एक जुलाई से प्रारंभ हो जाना था, लेकिन हीलाहवाली के चलते बचे छह दिन में भी कार्य पूरा होता नहीं दिख रहा है। इस संबंध में निर्माण समन्वयक कौशलेंद्र कटियार ने बताया कि अभी कुछ विद्यालय पूरी तरीके से नहीं बन पाए हैं। समय से जगह न मिलने के कारण या फिर जगह मिली तो बाद में स्थान बदलने आदि के कारण यह स्थित उत्पन्न हुई है। श्री कटियार ने बताया कि इन विद्यालयों के निर्माण होने में अभी एक महीने से ऊपर लग सकते हैं। |
|भगवान श्रीकृष्ण एक थे या अनेक ?ईसवीं सदी के प्रारंभ से अथवा उससे भी सैकड़ों वर्ष पहले से हमारे देश के अनेक प्रतिभाशाली एवं अनुभवी महर्षियों ने भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र का वर्णन किया है, किंतु आधुनिक विद्वानों को छोड़कर किसी को भी यह शंका नहीं हुई कि उनके अच्छे या बुरे, लौकिक अथवा दिव्य जितने भी कर्म प्रसिद्ध हैं वे सारे एक व्यक्तियों के द्वारा हुए थे । यह संभव है कि नरदेहधारी भगवान श्रीकृष्ण के प्रति जो हमारी अतिशय श्रद्धा और भक्ति है उससे अंधे होकर हमने कभी इस बात का विचार भी न किया हो कि गोकुल के गोपाल - कृष्ण दूसरे थे और पार्थ सारथि पाण्डवों के चतुर सखा श्रीकृष्ण दूसरे ही थे । जिस श्रीकृष्ण बालकपन में गोपियों के साथ स्वच्छंदरूप से विहार किया उसी श्रीकृष्ण ने भगवद् गीता का उच्च तत्वज्ञान का उपदेश दिया, यह बात आधुनिक विद्वानों की समझ में नहीं आती ।तीसरी बार भगवान श्रीकृष्ण हमारे सामने विष्णु के अवतार के रूप में उपस्थित होते हैं । भगवद् गीता के श्रीकृष्ण अपने को भगवान विष्णु का अवतार बतलाते हैं । कोई भी बुद्धिमान पुरुष इस बात को स्वीकार नहीं करेगा कि महाभारत के चतुर श्रीकृष्ण अथवा पुराणों के नटखट श्रीकृष्म यही थे । इस अनुमान के आधार पर श्रीकृष्ण संबंधी उपलब्ध ग्रंथों और प्रमाणों की आलोचना कर ये विद्वान इस निर्णय पर पहुंचे हैं कि हमारा यह अनुमान ठीक है । कम से कम इस बात का तो कोई पर्याप्त प्रमाण नहीं मिलता कि यह अनुमान झूठा है - और उनकी यह धारणा है कि जिन लोगों ने अभी तक इन तीनों रूपों को एक माना है वे कदाचित भ्रम में हैं ।महाभारत में भगवान का सर्वप्रथम उल्लेख आदिपर्व में द्रौपदी - स्वयंवर के प्रसंग में मिलता है, जहां अन्य राजाओं की भांति वे भी स्वयंवर के देखने को पधारे थे । यहां भगवान के पूर्व चरित का कोई वर्णन न करके उनके विषय में यह कहा गया है कि वे एक प्रसिद्ध राजा थे । इसी प्रसंग में पहले - पहल भगवान श्रीकृष्ण का उल्लेख मिलने की बात मैंने इसलिए कही है कि इसके पूर्व दो एक जगह जो भगवान उल्लेख है, उसका महाभारत मुख्य कथानक अर्थात् कौरव पाण्डवों के आख्यान से कोई संबंध नहीं है । |
तितले: आई पी एल-६ चे विजेतेपद कोणी प्राप्त केले?तीस इस आ मोस्ट इम्पोर्तंट क्वेस्शन ऑफ ग्क एक्सम. क्वेस्शन इस : आई पी एल-६ चे विजेतेपद कोणी प्राप्त केले? , ऑप्शन इस : १. कोलकाता नाईटराइडर्स , २. मुंबई इंडियन्स , ३.चेन्नई सुपरकिंग्ज , ४. डेक्कन चार्जर्स , ५. नुल मैक एक्सम ऑन : मराठी सामान्यज्ञान प्रश्नोत्तरे आई पी एल-६ चे विजेतेपद कोणी प्राप्त केले? १)कोलकाता नाईटराइडर्स २)मुंबई इंडियन्स ३)चेन्नई सुपरकिंग्ज ४)आंतरराष्ट्रीय नाणेनिधीची स्थापना ...........या वर्षी झाली . भोपाळ वायू दुर्घटनेतील वायू कोणता?लावी जत्रा भारतातील कोणत्या राज्यात भरते? खालीलपैकी कोणत्या राज्यात द्विगृही कायदेमंडळ अस्तित्वात नाही ?महर्षी कर्व्यानी २१ एप्रिल १9४४ मध्ये स्थापन केलेल्या 'समता संघा' चा पुढे कुठल्या संस्थेत अंर्तभाव झाला ? संसदेचे अधिवेशन कोण बोलावते ?कृषी मूल्य नीती ठरवताना खालीलपैकी कोणती उच्चावचणे सर्वात त्रासदायक असतात ? वॅगनरचा नियम कशाशी संबंधित आहे ?ब्रिटीश ईस्ट इंडिया कंपनीची स्थापना कोणत्या वर्षी झाली ? दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान कोणत्या राज्यात आहे?विषय समित्यांचे सभापती हे स्थायी समितीचे........सदस्य असतात. बोको हराम हि दहशतवादी संघटना कोणत्या देशात कार्यरत आहे? २५ जुलै १9१७ मध्ये प्राथमिक शाळेत फी माफीची घोषणा _________ यांनी केलीहोती .>सालारजंग संग्रहालय कहाँ स्थित है ? >कौन-से अनुच्छेद में समता के अधिकार का प्रावधान है ? >जल की कठोरता जल में क्या डालकर दूर की जाती है ? >कार्बिलान कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >भू.पटल में सबसे अधिक मात्रा में कौनसी धातु है ? >नीलगिरि पहाडि़यों में पेड़ की कौन सी सामान्य जाति है ? >गुर्दे (किडनी) का कार्यात्मक यूनिट क्या है ? >किस वायसरॉय के काल में वर्नाकुलर प्रेस एक्ट निरस्त किया गया ? >डी.एन.ए. की द्विगुणित कुण्डली का पता किसने लगाया ? >दिल्ली में लाल किला किसके द्वारा बनवाया गया ? >घरेलू मक्खी द्वारा फैलने वाला रोग कौन सा हैं ? >जनगणना २0११ के अनुसार भारत में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >युआन कहां की मुद्रा है ? >भारत में शून्य के संप्रत्यय सहित दशमिक संख्यात्मक प्रणाली की खोज कौन-से राजवंश के दौरान हुई ? >कौनण्से राज्य ने सर्वप्रथम ईण्कोर्ट फी सिस्टम लागू किया? >अनसॉलिसिटेड ई.मेल को क्या कहते हैं ? >राज्य सभा का अध्यक्ष कौन होता है ? >कैडमियम प्रदूषण से होने वाला रोग का नाम क्या है ? >पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तथा हिरासत में लिए गए व्यक्ति को कितनी समयावधि के भीतर निकटतम मजिस्ट्रेट के पास ले जाया जाना होता है ? >भारत के स्थलाड्डतिक मानचित्र को कौन-सा संगठन बनाता है ? >महमूद गजवनी के आक्रमणों में सबसे महत्त्वपूर्ण आक्रमण कौन-सा था ? >नींबू खट्टा किस कारण से होता है ? >मुगलकाल में न्यायालयों में किस भाषा का प्रयोग किया जाता था ? >जिस विदेशी मुद्रा में शीघ्र देशांतरण की प्रवृति हो, उसे क्या कहते है ? >पल्लवों की राजधानी का नाम क्या था ? >अखिल भारतीय किसान सभा (१9३६ ई.) के संस्थापक कौन थे ? >माइक्रोप्रोसेसर किस पीढी का कम्प्यूटर है ? >कम्प्यूटर व दूरसंचार प्रणाली की सबसे छोटी सूचना संग्रहण इकाई कौन सी है ? >कौन सा सागर सबसे लवणीय सागर है ? >भारतीय रिजर्व बैंक के लेखा वर्ष की अवधि क्या है ? >भारत में एकल नागरिकता की अवधारणा किस देश के संविधान से अपनाई गई है ? >कम्प्यूटर की स्मृति का वह हिस्सा जहाँ डेटा, निर्देश अस्थायी रूप से सुरक्षित किया जा सकता है ? >भारत में सबसे लंबी सिंचाई.नहर कौनसी है ? >स्वतन्त्रता के लिए लम्बी यात्रा पुस्तक किसकी आत्मकथा है ? >भारत में वर्ष १७80 में कौन-सा पहला अंग्रेजी अखबार था ? >भारत का सबसे पुराना हॉकी टूर्नामेन्ट कौन-सा है ? >किशन महाराज किस वाद्य यंत्र से सम्बन्धित हैं ? >भारत में जनगणना कितने वर्ष के अंतराल पर की जाती है ? >तानसेन सम्मान किस राज्य को सरकार ने शुरू किया था ? >अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति का मुख्यालय कहाँ है ? >हरे पौधे किसकी उपस्थिति में भोजन बनाते हैं ? >अमृतसर की संधि निम्नलिखित में से किसके और महाराजा रंजीत सिंह के बीच संपादित हुई ? >इकोलॉजी (पारिस्थितिकी) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किस वैज्ञानिक ने किया था ? >चण्डीगढ़ का वास्तुविद् ले कोर्बुजिया किस देश का नागरिक था ? >मधुमक्खियों का पालना क्या कहलाता है ? >भारत के किस राज्य को स्पाइस गार्डन के नाम से जाना जाता है ? >यूरेनियम विखण्डन की सतत् प्रक्रिया को जारी रखने में किस कण की जरूरत होती है ? >चुंबकीय तीव्रता का मापन किस इकाई में किया जाता है ? >महिलाओं का घरेलू हिंसा से संरक्षण, अधिनियम किस सन् में पारित किया गया ? >१२वीं पंचवर्षीय योजना में उत्तर प्रदेश के किन दो शहरों में एम्स जैसे अस्तपाल खोलने की घोषणा केन्द्रीय स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय ने की है ? >एशियाई खेल.२0१४ में कहाँ होंगें ? >चाइनामैन शब्द किस खेल में सम्बन्धित है ? >राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम निर्धारित आयु क्या हैं ? >महाभारत काल में गंगापुत्र किसे कहा गया था ? >राष्ट्रीय ड्डषि विपणन केन्द्र कहाँ स्थित है ? >शून्य काल किसका विवेकाधिकार होता है ? >बेटल कन किस खेल से सम्बन्धित है ? >किस भारतीय रियासत ने १५ अगस्त १9४७ को भारतीय संघ में अधिमिलन किया ? >कौनसी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगें ब्लूटूथ द्वारा कम दूरी के बीच आँकड़ों के आदान.प्रदान हेतु प्रयुक्त की जाती हैं ? >सवाना चरागाह कहाँ पाए जाते हैं ? >कबीर हिन्दी की किस स्थानीय भाषा में लिखते थे ? >पेंट उद्योग के श्रमिकों को किस प्रकार प्रदूषण के जोखिम का सामना करना पड़ता है ? >सरकारिया आयोग का सम्बन्ध किससे है ? >संसार में सबसे व्यस्त और सबसे महत्त्वपूर्ण समुद्र मार्ग कौन सा है ? >लोक चित्रकला मधुबनी किस राज्य में लोकप्रिय है ? >प्रसिध्द विट्ठल स्वामी का मन्दिर तथा हजारा का मन्दिर का निर्माण किसने करवाया था ? >बिरजू महाराज ने किस नृत्य शैली में ख्याति प्राप्त की थी ? >ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डर का आविष्कार किसने किया ? >किस मुगल शासक ने न्याय की जंजीर लगवाई थी ? >भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए नागरिक को कितनी आयु पूरी कर लेनी चाहिए ? >हाल में एक नए राष्ट्र का उद्भव हुआ है। उसका नाम क्या है ? >कंप्यूटर प्रोग्राम हाइ लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखे जाते हैं, तथापि प्रोग्राम के मानव पठनीय पाठ को क्या कहते हैं ? >बैटरियों में कौन-सा अम्ल संगृहीत (स्टोर) होता है ? >हिन्दू.मुस्लिम एकता का प्रतीक सुलहकुल उत्सव उत्तर प्रदेश के किस शहर में आयोजित होता है ? >गाँधी सागर, जवाहर सागर तथा राणा प्रताप सागर बाँध किस नदी पर निर्मित हैं ? >सफदरजंग का मकबरा किसने बनवाया ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >मानव द्वारा सर्वप्रथम किस धातु का प्रयोग किया गया ? >बगदाद किस नदी के किनारे स्थित है ? >सीपीयू का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग कौन सा होता है ? >कनफेडरेशन कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार कौन सा है ? >भारतीय ड्डषि अनुसाधन परिषद् (प्ब्।त्) के वैज्ञानिकों द्वारा ७ अप्रैल, २0१३ को विकसित मुर्गी की नई प्रजाति का क्या नाम रखा ? >भारतीय संघ की शक्ति किसमें निहित है ? >भारत का दक्षिणतम बिन्दु का नाम क्या है ? >किस वर्ष तक भारत में एक पार्टी का प्रभुत्व था ? >माघ.खिचड़ी गुडि़या, बजहर, होली आदि त्यौहार किस जनजाति द्वारा मनाए जाते हैं ? >पोखरन में अणु विस्फोटन कब हुआ था ? >भीलों द्वारा विवाह के अवसर पर किया जाने वाला नृत्य क्या कहलाता है ? >सिन्धु घाटी सभ्यता का बन्दरगाह वाला नगर कौन-सा था ? >गीत गोविन्द के रचनाकार कौन हैं ? >शरीर की सबसे लम्बी हड्डी कौन सी है ? >१६0५ में डचों ने सबसे पहले भारत में जहां अपना अधिकार जमाया, वह कौन सा स्थान था ? >क्ले कोर्ट तथा हार्ड कोट किस खेल से सम्बन्धित हैं ? >प्रथम पंचवर्षीय योजना में सर्वाेच्च प्राथमिकता किसे दी गई थी ? >इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय सुपर ताप विद्युत परियोजना के तहत् प्रतिवर्ष कितने अरब विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है ? >मोंगिया पत्तन किस राष्ट्र में स्थित है ? >उत्तर प्रदेश में उर्दू को द्वितीय राजभाषा कब घोषित किया गया ? >मैक मोहन रेखा किसके बीच सीमांकन करती है ? >किस गुप्त शासक को कविराज कहा गया ? >बच्चों के भोजन के अधिकार पर दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया ? >गणना और तुलना के लिए कम्प्यूटर के किस भाग का प्रयोग किया जाता है ? >पीले रंग का पूरक रंग कौन-सा है ? >किस अनुच्छेद के द्वारा ६ से १४ वर्ष तक के बच्चों के लिए शिक्षा का अधिकार मूल अधिकार माना गया है ? >डूरण्ड रेखा किस देशों की महत्वपूर्ण सीमा के बीच में है ? >सुश्री हेली थोर्निंग श्मिड्ट किस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं ? >कंप्यूटर से पढ़े जाने वाले अलग.अलग लंबाई.चैड़ाई की लाइनों वाले कोड को क्या कहते हैं ? >उत्तर प्रदेश में जैन एवं बौध्द दोनों धर्मों का प्रसिध्द तीर्थ कौन सा है ? >सामान्य वयस्क व्यक्ति में कुल कितना रक्त होता है ? >कांच, हीरा और जल में प्रकाश के वेग का सही अवरोही क्रम क्या है ? >स्ट्रैण्ड.१ नामक, विश्व का पहला स्मार्ट फोन नैनोसैटेलाइट किस देश ने तैयार किया ? >जिस दिन सूर्य पृथ्वी के सर्वाधिक निकट होता है, उस दिन को क्या कहते हैं ? >जिसके पेट पर माँ ने रस्सी बाँधी थी उसे क्या कहते ? >अधिपादप किस विशेष तरह के स्थानों पर पाए जाते है ? >वॉ के आविष्कारक व प्रवर्तक कौन हैं ? >भारतीय रिजर्व बैंक, किस प्रणाली के अनुसार नोट जारी करता है ? >कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में गाँधी जी ने किस एकमात्र गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया था ? >पृथ्वी अपनी धुरी पर किस दिशा में घूमती है ? >जाली करेन्सी नोटों के विरुध्द कार्यवाही भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा में की जाती है ? >भारत की प्रथम महिला शासक कौन थी ? >होम रूल लीग किसने शुरू की थी ? >हीराकुण्ड बाँध किस नदी पर बनाया गया है ? >वेबसाइट को ।बबमेे करने पर सर्वप्रथम खुलने वाले पेज को क्या कहते हैं ? >लोकसभा का नेता कौन होता है ? >संसद किसके माध्यम से सार्वजनिक व्यय पर नियन्त्रण रखता है ? >लोकसभा हेतु उत्तर प्रदेश में निर्वाचित संसद सदस्यों की कुल संख्या क्या है ? >किसके कारण मरीचिका की परिघटना होती है ? >भारत में सामुदायिक विकास कार्यक्रम कब आरम्भ हुआ था ? >ग्राफ सर्च किसकी एप्लीकेशन है ? >भारत में मुद्रा स्फीति किसके द्वारा मापी जाती है ? >माउस के दो मानक बटनों के बीच स्थित व्हील का क्या प्रयोग होता है ? >शेरशाह का मकबरा कहाँ अवस्थित है ? >थर्मल आयनीकरण के सिध्दांत का प्रतिपादन करने वाले भारतीय वैज्ञानिक कौन थे ? >अति लोकप्रिय धार्मिक पत्रिका कल्याण कहाँ से प्रकाशित होती है ? >कौन-सा एक विटामिन अमरूद में प्रचुरता से मिलता है ? >संसद की किस वित्तीय समिति में राज्य सभा का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होता ? >भारतीय मूल की हलीमा याकूब को किस देश की संसद की पहली अध्यक्ष के रूप में चुना गया है ? >ललित कला अकादमी की स्थापना किस वर्ष हुई थी ? >कम्प्यूटर के संचालन में प्रयुक्त प्रोग्राम, नियम तथा कम्प्यूटर क्रियाओं से सम्बन्धित अन्य लिखित (या चिप में दर्ज) सामग्री को क्या कहा जाता है ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में राज्य के नीति.निदेशक तत्त्वों का उल्लेख है ? >आंखो से दिखाई देने वाला सबसे दूरस्थ खगोलीय पिंड अर्थात् एंड्रोमीडा की ग्रेट गैलेक्सी पृथ्वी से कितने प्रकाश वर्ष की दूरी पर है ? >सूर्य.कलंक की खोज करने वाला सबसे पहला वैज्ञानिक कौन था ? >शाहनामा के रचनाकार कौन हैं ? >देवा शरीफ उत्तर प्रदेश में कहाँ स्थित है ? >उत्तर प्रदेश में किस जनपद में सर्वाधिक मेले लगते हैं ? >शिक्षा जन्म से प्रारम्भ होती है तथा माता उपयुक्त परिचारिका है उक्त कथन किसका है ? >विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर माउण्ट एवरेस्ट कहाँ स्थित है ? >सूर्य से पृथ्वी की दूरी कितनी है ? >उत्तर प्रदेश के किस आर्थिक क्षेत्र का जन घनत्व सर्वाधिक है ? >समसूत्री विभाजन के फलस्वरूप कितनी सन्तति कोशिकाओं का निर्माण होता है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
बॉक्सर मनोज को अभी तक नहीं मिली अर्जुन अवार्ड का राशि, सरकार से जताई नाराजगी - युवा हरिय्नब्रेकिंग खेल चर्चा में देश बड़ी ख़बरें हरियाणा हरियाणा विशेषअक्टोबर २०, २०18 अक्टोबर २०, २०18 युवा हरिय्णालेवे आ कमेंट ऑन बॉक्सर मनोज को अभी तक नहीं मिली अर्जुन अवार्ड का राशि, सरकार से जताई नाराजगीओलंपियन बॉक्सर मनोज ने एक बार फिर हरियाणा सरकार से नाराजगी जताई है। उन्होने मीडिया के सामने कहा कि उन्हे अभी तक अर्जुन अवार्ड की राशि तक नहीं मिली है। वहीं उन्होने साक्षी मलिक के नाम पर गुस्सा जताते हुए कहा कि साक्षी मलिक को अवार्ड देने के लिए सरकार ने पॉलिसी में बदलाव किया है।बॉक्सर मनोज ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार लगातार खिलाड़ियों की अनदेखी कर रही है। वो पिछले १२ सालों से देश और प्रदेश के लिए खेल रहे हैं, मेडल भी जीतें है, लेकिन फिर भी उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।बॉक्सर मनोज ने कहा कि इतनी उपलब्धियां होने के बाद भी प्रदेश में आने वाली सभी सरकारों ने उनकी अनदेखी की। इसका कारण यह है कि उनके पास किसी की भी सिफारिश नहीं है। अगर किसी की सिफारिश होती तो कब के डीएसपी बन जाते। उनका कहना है कि खिलाड़ियों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए।वहीं मनोज ने कहा कि उन्होने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता फिर भी उनसे कम उपलब्धि वालों को अच्छे पद पर नौकरियां मिल गई। उन्हें तो अर्जुन अवार्ड के लिए कानून का सहारा लेने पड़ा था। मनोज ने कहा कि उन्हें अभी तक अर्जुन अवार्ड की राशि नहीं मिली है। इसका कारण बताते है कि वे रेलवे की तरफ से खेलते है। उन्होनें कहा अगर ऐसा है तो साक्षी भी रेलवे की तरफ से खेलती है। उसे अवार्ड दिया जा सकता है, तो उसकी राशि क्यों रोकी जा रही है।साथ ही मनोज ने साफ शब्दों में कहा कि सरकारें तो आती जाती रहती है। खिलाड़ियों के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। प्रदेश की खेल नीति में खिलाड़ियों के सुझावों पर भी अमल किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने बताया कि वो अभी टोक्यो में होने वाले ओलंपिक की तैयारी में लगे हुए हैं।तग्गे अर्जुव अवार्ड बॉक्सर मनोज कम मनोहर लाल हरियाणा अर्जुन अवार्ड खिलाड़ी बॉक्सर मनोज साक्षी मलिक हरियाणायह स्कूल कर रहा है अनोखा काम, नवरात्रों में मां के नौ रुपों के लगाए जाते हैं यहा पौधे |
श्प नक्शे से माइक्रोस्टेशन तक आयात - ज्योजमदास्श्प नक्शे से माइक्रॉस्टेशन तक आयात करेंचलिए इस मामले को देखें:मेरे पास एक आर्कव्यू परत है जिसमें आकार प्रारूप में किसी क्षेत्र के गांवों के अधिकार क्षेत्र शामिल हैं, और मैं इसे माइक्रोस्टेशन भौगोलिक क्षेत्रों में आयात करना चाहता हूं। चलो देखते हैं कि यह कैसे करें:आयात वैक्टरइसके लिए माइक्रोस्टेशन जियोग्राफिक में एक परियोजना खोलने के लिए यह आवश्यक है, इस मामले में मेरे पास ओडीबीसी के माध्यम से एक्सेस बेस से एक है"फाइल / आयात / एसपी, एमआईएफ, एक्सएक्सएक्सएक्स ..." का चयन करें और एक नियंत्रण कक्ष प्रदर्शित किया जाता है, जहां फाइल को आयात किया जाना है "फ़ाइल / आयात फ़ाइल चुनें" का उपयोग करके।डेटा को केवल .श्प प्रारूप में ही आयात नहीं किया जा सकता, बल्कि मानचित्रिनफ़ो (.एमएमएफ) और पुरानी शैली के आर्सिंफ़ो (प्रारूप। ए००) से भी आयात किया जा सकता है।एक बार प्रारूप का चयन करने के बाद, आयात वैक्टर आयात करने वाली विशेषता को चुना जाना चाहिए, इसलिए सीमा और केंद्र के लिए विशेषता चुना जा सकता है, जैसा भी मामला हो। डेटा का प्रकार भी चुना जाना चाहिए। बिंदु, रेखा या क्षेत्र और मूल और गंतव्य इकाइयों का प्रारूप।यदि आप डेटाबेस आयात करना नहीं चाहते हैं तो आयात बहुत तेज है, आप एक बाड़ के माध्यम से केवल एक ही क्षेत्र का चयन कर सकते हैं।एक और विकल्प उपलब्ध संस्थानिक सफाई प्रदर्शन ताकि आप अगर हम याद है कि आर्क्वीऊ टोपोलॉजी ड्राइव नहीं है ताकि डाटा गंदा रखरखाव उत्पाद हुआ करता था मुझे आकृतियों लेकिन लाइनेस्ट्रिंग के साथ मुक्त नोड्स गंदा नहीं लाते ... एक अच्छा विकल्प आयात करने की संभावना है चिलाज़ो कोआपको "आयात विशेषता तालिका" विकल्प का चयन करना होगा, फिर इंगित करें कि तालिका डेटाबेस में कौन सा नाम ले जाएगा और आप कौन से कॉलम आयात करना चाहते हैं। कुछ मामलों में मैंने देखा है कि रिक्त स्थान या दुर्लभ वर्ण वाले नाम वाले डीडीएफ फाइलें समस्या उत्पन्न करती हैं।यदि आयात करने के लिए बहुत अधिक डेटा है, तो एक "टाइल चरण" का चयन किया जा सकता है, जैसे कि पंक्तियों और स्तंभों को इंगित करते हुए सिस्टम स्थानिक सूचकांक के तहत प्रक्रिया को पूरा करेगा और उपकरण के प्रदर्शन में सुधार कर सकता है।एक बार डेटा आयात हो जाने के बाद, सेंट्रॉइड और आकृतियों के पास डेटाबेस का एक लिंक होता है, ताकि उन्हें "डेटा समीक्षा" बटन से परामर्श करके मौजूदा विशेषता तालिका हटा दी जा सके। इस आइकन को सक्रिय करने के लिए "टूल्स / भौगोलिक / भौगोलिक"डेटा लेबल करेंफिर आयात किए गए डेटा एक पैनल है कि आप क्वेरी बिल्डर खोल सकते हैं, मेज और स्तंभ चुनें, जहां हम पाठ लाना चाहते उठाने के माध्यम से "डाटाबेस / एनोटेशन" एक्सेस डेटाबेस जानकारी से निकाला जा सकता।इसके अतिरिक्त आप टेक्स्ट प्रारूप, तत्व का प्रकार (सेल, टेक्स्ट, अवधि), ऑफसेट और यदि आप डेटा को जोड़ना चाहते हैं तो चुन सकते हैं।नक्शे में निकाले गए कोई भी डेटा लिंक लाता है, ताकि आप इसे "डेटा समीक्षा" कर सकें।और, सज्जनों,पिछला पोस्ट" पिछला आखिरकार मैनिफोल्ड कोर्स से वापसअगली पोस्ट ब्लॉगर टेम्पलेट्सअगला "८ जवाब "श्प मानचित्र से माइक्रोस्टेशन में आयात करें"नकारात्मक, मैंने इस के मैनुअल नहीं देखा है।फ्रौग कहते हैं:और मैनुअल जहां मैंने इस निर्यात को आयात में विस्तार से समझाया था, सच बहुत उपयोगी होगाज्ञान अंतरिक्ष पर कब्जा नहीं करता हैसंदेह को सुलझाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, अच्छी तरह से काम कर रहा है, अगर मुझे शक है कि मैं आपको लिखता हूंहहाहा मुझे लगता है कि यह माइक्रोस्टेशन में श्प काम करने के लिए एक परिपूर्ण आर्कमाप के माध्यम से जाने के बिना एक लक्जरी है, फिर से बहुत बहुत धन्यवादयह आयात करने पर ऐसा नहीं किया जाता है संपत्ति के लिए विषयवस्तु के बाद, उन्हें आने के बाद आपको उन्हें आयात करना चाहिएइसे बनाने के लिए, आप इसका उपयोग करते हैं:फ़ाइल / मैप प्रबंधक, आप एक नया मॉडल बनाते हैंफिर आप परत पर राइट क्लिक करते हैं, और आप सिम्बोलॉजी चुनते हैं, और यहां आप लाइन प्रकार, मोटाई, रंग या स्तर के साथ विषयगत प्रतीकात्मकता का प्रकार चुनते हैं।एक बार थेमतिज़्ड आप परतों के साथ क्या करना चाहते करने के लिए विशेषता द्वारा चयन कर सकते हैं।अच्छा, बेंटले पॉवरपॉप व८ई के साथ काम देखें और मैं "फ़ाइल / आयात / जीआईएस डेटा प्रकार .." जा रहा हूं। विंडो खोलता हैमैं सही बटन के साथ "आयात" देता हूं और मैं "नया आयात" चार्ज "श्प" देता हूंयहाँ ठीक है, मैं क्या करना चाहूंगा, रेखा के साथ माइक्रोस्टेशन के लिए आरेख को आयात करना समाप्त करना (परतों) एसपी के एक कॉलम से जानकारी के अनुसारमैं इसे थोड़ा बेहतर समझाता हूं:श्प में मेरे पास 2००0 बहुभुज हैं जिनके पास ३ डेटा है (सतह, प्रकार का फसल और पर्यावरण मूल्य)एक बार जब मैं इन बहुभुजों को आयात करने का प्रयास करता हूं तो मैं उन्हें स्तरों के अनुसार फसल के प्रकार के अनुसार होना चाहता हूं।क्योंकि जब मैं इसे आयात करता हूं, तो वह सब कुछ एक ही स्तर पर डालता हैनकारात्मक, केवल माइक्रोस्ट्रेशन भौगोलिक के साथऔर यह, क्या यह सामान्य माइक्रॉस्टेशन में किया जा सकता है?मेरे पास .श्क्स और .डफ के साथ कुछ .श्प है और मैं सचमुच उन्हें लेबल करना चाहते हैंडेटाबेस डेटाबेस कहते हैं:नमस्ते, बहुत अच्छा ब्लॉग, यदि आप चाहते हैं, तो एक टिप्पणी पोस्ट करने के लिए, मेरे पृष्ठ को दर्ज करें। का संबंधअर्जेंटीना-चिली-ब्राजील और उरुग्वे का डेटाबेस |
राजनीति में अंक गणित ही नहीं बीज गणित का भी महत्व है हिन्दी मीडियाराजनीति करने वाली ताकतें सच में बेहद ताकतवर होती हैं । हम सोच भी नहीं सकते उससे भी ज्यादा ताकतवर होती हैं। सिर्फ ताकतवर ही नहीं होती है, देश को जोड़ने, तोड़ने के साथ सरकारों को बनाने, बिगाड़ने और दिग्भ्रमित करने का इनमें अप्रतिम कौशल होता है। सरकार बनाना कोई मजाक या बच्चों का खेल नहीं है। आपकी और हमारी सरकार तो घर भी ठीक से नहीं चला सकती है तो प्रदेश और देश की कल्पना करना दिन तारे ढूंढने जैसा है। अगर आपको खुदकुशी भी करनी है तो उसके लिए एक लंबी तैयारी करनी पड़ेगी। खुद को दिमागी तौर पर तैयार करने के बाद कुछ जरुरती सामान का जुगाड़ भी करना पड़ेगा। सोचिए जब खुद की जान लेना हो तो इतना सोचना पड़ता है तो रात भर में सरकार बनाना कितना मुश्किल होगा। बहुत ही जोखिम भरा काम है सरकार बनाना।किसी के राय मशवरों पर एक रात में पानी फेर देना आपके और हमारे बस की बात नहीं है। आप और हम ठहरे सामान्य आदमी, पारिवारिक आदमी, कामकाजी आदमी और भारतीय नैतिक मूल्यों की दुहाई दे कर जीवन को गधे की तरह ढोने वाले आदमी, जो केवल मतदान कर अपने आप को इस लोकतंत्र का राजा मान लेते है। जबकि सच ये है कि सरकार का ढ़ाचा हम बना सकते है पर उपर का रंग रोगन और इंटीरियर डेकोरेशन हमारे हाथ में बिलकुल नहीं होता है क्योकि हममें राजनीति की समझ ही नहीं है।आज देश में कहीं भी विधानसभा चुनाव हो निन्यानवें टका सरकारें मोठा भाई की बन रही है। एक टका कहीं दूसरे ने बना भी ली तो उनको रात को सपने में मोठा भाई मिटिंग करते दिखते है । और ये ही डर बना रहता है की सुबह सरकार न बदल जाए। महाराष्ट्र में सरकार बनाने की जिद पर अड़े लोग अड़े के अड़े ही रह गये और मोठा भाई ने पिछवाड़े से बिना बारात के सत्ता सुंदरी और फडणवीस का लग्न करवा दिया और तो और जिसने पीछे से निकलने में मदद करने वाले छोटे पंवार को भी छोटी बेन दिलवा दी। दरवाजे पर अड़े और बातचीत कर रणनीति बनाने वालों को कानों-कान खबर नहीं होने दी कि लग्न हो गये और बारात घर आ गई। मोड़ बांधने की जिद अड़े छोटे ठाकरे को कुंवारा ही रहना पड़ा। और बापदादा की इज्जत की धज्जियां उड़ी वो अलग।लोकसत्ता की तुलना नगरवधु से की जाती रही है। और नगरवधु के प्रेम में अक्सर इज्जत का फालूदा बनता ही बनता है। इसका इतिहास गवाह है। फडणवीस ने शुरु से मोठा भाई की बात मानी और बिना तर्क सत्ता सुंदरी का त्याग कर दिया उसी का परिणाम है कि सत्ता सुंदरी को कोई और भोगे इसका रास्ता ही बंद हो गया और छोटे पंवार की दुखती रग पर हाथ रखा और छोटी से जुगाड़ कर देने की जुबान करके फिर से फडणवीस को सत्ता सूंदरी ससम्मान दिला दी।ये सब सामान्य राजनीति के गणित नहीं है जिनको अंक गणित की तरह आप और हम समझ ले, ये सब काम उस बीज गणित की तरह है जिसका साईन, कॉस, थीटा और एक्स के मान को पढ़-पढ़ कर दिन रात हमने सिर खपाया पर परिक्षा के समय कुछ भी याद नहीं आया। सारे रटे हुए सवाल बेकार गये और नये सवाल आ गये। राजनीति के धंधे में दिन-रात जोड़, घटाव, गुणा, भाग लगा लो पर परिक्षा के समय केवल बीज गणित के सूत्र ही काम में आते है।जिनमे कई रहस्य छुपे होते है।अंक गणित की तरह आप और हम केवल कांदा, टमाटर, पेट्रोल, डिजल और जातिवाद आदी सामने दिखने वाले मुद्दो को ही राजनीति समझते है लेकिन असल में राजनीति बीज गणित के एक्स के मान की तरह होती है। जैसे कि मोठा भाई ने पूर्ण संख्या फडणवीस में एक्स के रुप में छोटे पंवार का जोड़ किया तो संख्या वह बन गई जिसकी कल्पना वे सब संख्याएँ नहीं कर सकी जो महाराष्ट्र की सत्ता सूंदरी का वरण करने की चाह में पगड़ी पर मोड़ कलंगी बांधे बैठी थी। सबकी पगड़ी रह गई और दुल्हन फिर वही ले उड़ा। अब तो सांप निकलने के बाद लाठी पीटना ही बचा है केवल बाकी दुल्हों के हाथ में ।ए-९९ वी.डी. मार्केट,उज्जैन ४५६००६देश की सरकार से लेकर किसी भी छोटे बड़े आयोजन...हमारे यहॉ जब भी ट्रैप होती है तो कुछ डायरियां,...जुलाई ३०, २०१९-मैं कलमघसीट इतना ही लिख पाया था कि मेरे दाहिने...जुलाई २५, २०१९-उसका एक दोस्त आया। बोला, तुम्हारे फादर कह रहे थे... |
शिक्षाप्रद कहानियां: नोवंबर २०१६एक बनिया था। उसका तेल और घी का व्यवसाय था। अपने ग्राहकों को सामान देते समय वो इस बात का ख्याल रखता था कि कही तौल में किसी ग्राहक को ज्यादा सामान तो न दे दिया। उसकी कंजूसी का उसके परिवार वालों तथा नौकर चक्रों को भी पता था।सुबह उठ कर वह अपने दूकान पर जाता था। दुकान जाते समय वह अपने कुर्ते को कंधे पर रख लेता था और अपने जूते हाथ में ले लेता था। जब जब दूकान नजदीक आता था तो कंधे से कुर्ता उतार कर पहन लेता था, और पैरों से धूल झाड़कर जूते भी पहन लेता था। उसका ऐसा मानना था कि ऐसा करने से उसके कपडे तथा जूते ज्यादा दिन तक चलेंगे।एक बार साहूकार ने गावँ के ग्वाले से घी खरीदी। सुबह वह घी ले कर अपने दूकान जाने लगा। रास्ते में उसे ख्याल आया की अरे पंखा तो चलता छोड़ आया हूँ अगर वापस जाकर पंखा ऑफ नहीं करता हूँ तो कितने की बिजली बर्बाद हो जायेगी। कंजूस बनिया कंधे पर कुर्ता, एक हाथ में जूते तथा दूसरे हाथ में घी के बर्तन लिए घर की ओर वापस चल पड़ा। घर पहुंचकर सेठ ने दरवाजा खटखटाया। अंदर से नौकर ने आवाज लगायी कौन है ? सेठ जी बोले मैं हूँ दरवाजा खोलो। नौकर ने कहा सेठ जी आप वापस क्यों आ गए ? बनिए ने कहा मेरे कमरे का पंखा अभी भी चल रहा है उसे बंद करना है, तुम दरवाजा खोलो। सेठ से बार बार दरवाजा खोलने से इसके कब्जे घिस जाएंगे वैसे मैंने पंखे बंद कर दिए हैं नौकर ने कहा। कंजूस बनिए को नौकर की ये बात अच्छी लगी।बनिया अपने एक हाथ में घी का बर्तन दूसरे हाथ में जूता लिया हुए दूकान पर लौट पड़ा।मार्ग में वह एक जगह पर विराम किया। उसका मन किया की घी देखूं शुद्ध है की नहीं इसमें देशी घी का सुगंध आता है या नहीं। अतः उसने घी के बर्तन पर से ढक्कन उठाया। जैसे ही वह ढक्कन खोल एक मक्खी घी में पद गयी। बनिए को मक्खी के इस घृष्टता पर बहुत गुस्सा आया। वह मक्खी को घी के बर्तन में से निकल कर उँगलियों से निचोड़ कर सारा घी निकल लिया जमीन पर उसे फ़ेंक दिया। .कंजूस बनिए को फिर भी संतोष नहीं हुआ उसे लग रहा था कि मक्खी के शरीर में अब भी घी शेष रह गया है। उसने मक्खी के शरीर से बचा खुचा घी निकालने का तरकीब सोचा। मक्खी को जमीन पर से उठाया और अपने मुह में रखकर सूचने लगा। तब से कंजूसों के लिए मक्खीचूस शब्द का प्रयोग होने लगा। आज भी जब कोई आदमी कंजूसी की सीमा को पर कर जाता है तो लोग उसे मक्खीचूस की संज्ञा देते हैं।आपको इस मक्खीचूस बनिए की कहानी से क्या शिक्षा मिली कमेंट बॉक्स में कहानी का सारांश सुझाएँ ?एट नवंबर २५, २०१६लेबल्स: कंजूस बनिया, मक्खीचूस बनिए की कहानी, मक्खिचुस बनिया की कहानीएक कुम्हार था। वह मिटटी के बर्तन बनाकर बेचा करता था. कुम्हार की पत्नी हमेसा उसे कोशते रहती थी। वह चाहती थी की कुम्हार ज्यादा काम करे जिससे परिवार में पैसा आये। वह कुम्हार को हमेशा दिमाग लगाकर सुन्दर कलाकृति से युक्त बर्तन बनाने को बोलते रहती थी। लेकिन कुम्हकार जितना दिमाग लगा सकता था उसी हिसाब से साधारण बर्तन बनाया करता था।वही दूसरे कुम्हार सुन्दर कलाकृति वाले बर्तन बना कर खूब पैसे काम रहे थे। ज्यादा पैसा होने से उनका जीवन स्तर अच्छा था। कुम्हार की पत्नी अपने सहेलियों में पहनावा और वेशभूषा से खुद को हीन समझती थी। इस हीन भावना के निवारण का एक ही उपाय था की कुम्हार भी सुन्दर बर्तन बनाने लगे जिससे ज्यादा पैसा बन सके।कुम्हार भी अपने इस व्यवहार से दुखी था लेकिन मजबूर था वह दूसरे कुम्हारों की तरह कल्पनाशील नहीं था जिससे दिमाग का उपयोग कर रचनात्मक बर्तन बना सके। एक दिन कुम्हार बर्तन बनाने के लिए मिटटी लाने खेतों में गया था। खेत से मिटटी इकठ्ठा करते समय वह रोने लगा और धरती माँ से विनती करने लगा। हे माँ! तूने मुझे इतना मंद मति का क्यों बनाया जिससे मैं सुन्दर बर्तन बनाने में असमर्थ हूँ ? वह कार्य करते हुए धरती माँ को याद कर रोता रहा।उसकी विनती सुन पृथ्वी को दया आ गयी। पृथ्वी एक स्त्री के रूप में कुम्हार के समक्ष प्रकट हुईं। देवी ने कुम्हार से पूछा बोलो वत्स क्यों परेशान हों मैं तुम्हारी किस प्रकार सहायता कर सकती हूँ जिससे तुम्हारा दुःख दूर हो। कुम्हार कुछ बोल नहीं पाया। देवी ने कुम्हार को वचन दिया की तुम मुझसे कोई भी दो वरदान मांग सकते हो।कुम्हार ने सोचा मैं तो ठहरा मतिमंद चल के अपनी पत्नी से पूछ आता हूँ, की क्या मांगना सही रहेगा। कुम्हार भागता भागता घर पहुंचा। कुम्हार की पत्नी जब कुम्हार को खाली हाथ बिना मिटटी के आये देखी तो झुंझला गयी। फिर कुम्हार ने वरदान वाली बात पत्नी को बताई।कुम्हार पर क्रोधित पत्नी ने कुम्हार को ज्यादा दिमाग और हुनर के लिए दो सिर तथा ज्यादा काम करने के लिए दो हाथ मांगने का सलाह दिया।पत्नी की सलाह लेकर कुम्हार खेतों की तरफ जल्दी से भाग चला। धरती के वरदान से उसे दो सर और चार हाथ हो गए। जल्दी जल्दी गधे पर सारा मिटटी लड़कर वह गावँ की ओर चल पड़ा। कुम्हार इतना खुश था की गधे के पीछे पीछे चलने वाला व्यक्ति आज गधे से काफी आगे आगे चल रहा था। कुम्हार को जल्दी घर जाकर पत्नी से अपनी सूरत और उपलब्धि जतानी थी।गावँ की लोगों ने जब गावँ की तरफ दो सिर और चार हाथ वाले पुरुष को आते देखा तो वो लोग डर गए। गावँ वालों ने समझा की जरूर ये कोई राक्षस है। सभी ने अपने अपने हथियार निकाल लिए और एक साथ सभी गावँ वाले उसपर हमला बोल दिए। हमला इतना अचानक था की कुम्हार संभल भी नहीं पाया और सभी लोग उसे पीट पीट कर अधमरा बना दिए। कुम्हार के पत्नी से सुना की गाँव में राक्षस आया है तो वह भी उसे देखने पहुँच गयी। कुम्हार की पत्नी ने उसे और पीटने और मरने से बचाया। उसकी पत्नी अपने दिए परामर्श पर बहुत पश्चाताप कर रही थी।इसीलिए कहा गया है=>कभी भी कोई परामर्श बुद्धिमान और सज्जन व्यक्ति से लेनी चाहिए।एट नवंबर १९, २०१६लेबल्स: अल्वए टके एडविस बाय आ विसे मन |
क.)टॉर्च लाइट ( ) ? १)>ध्वनि की गति किसमें सबसे तेज होती है ? >आंखो से दिखाई देने वाला सबसे दूरस्थ खगोलीय पिंड अर्थात् एंड्रोमीडा की ग्रेट गैलेक्सी पृथ्वी से कितने प्रकाश वर्ष की दूरी पर है ? >अकबरनामा मूलतः किस भाषा में लिखा गया ग्रन्थ है ? >फाह्यान किसके शासन काल के दौरान भारत आया था ? >किस मुगल सम्राट को हिन्दी गीतों की रचना का श्रेय प्राप्त है ? >वॉ के आविष्कारक व प्रवर्तक कौन हैं ? >नीला थोथा का रासायनिक सूत्र क्या है ? >वायु में थोड़ी देर रखने पर किस धातु के ऊपर हरे रंग की परत जम जाती है ? >प्रसिध्द विट्ठल स्वामी का मन्दिर तथा हजारा का मन्दिर का निर्माण किसने करवाया था ? >एलोरा के कैलाश मन्दिर का निर्माण किसने करवाया था ? >नैमिषारण्य कहाँ स्थित है ? >डिस्कवरी ऑफ इण्डिया किसने लिखी है ? >अखिल भारतीय किसान सभा (१936 ई.) के संस्थापक कौन थे ? >सरकारिया आयोग का सम्बन्ध किससे है ? >भारत का सबसे पुराना हॉकी टूर्नामेन्ट कौन-सा है ? >समुद्र के जल में लवण की औसत मात्रा क्या होती है ? >राष्ट्रपति को पद एवं गोपनीयता की शपथ कौन दिलवाता है ? >पंचायती राज व्यवस्था सम्बन्धित प्रावधान भारतीय संविधान की किस अनुसूची में रखे गए हैं ? >चीनी यात्री फाह्यान किसके शासनकाल में भारत आया था ? >उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त संगठन कब बना ? >२५ फरवरी, 20१3 को पार्क ग्यून हेई किस देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनी ? >बच्चों के भोजन के अधिकार पर दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया ? >ऐनेमोमीटर क्या मापने के काम आता है ? >किस राज्य में २०५ एकड़ भूमि में रु. १62 करोड़ की लागत से भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना को केन्द्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी है ? >बृहस्पति ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में एक परिक्रमा में कितना समय लेता है ? >लहसुन की विशिष्ट गंध निम्नलिखित में से किस एक के कारण है ? >राज्य को संविधान द्वारा प्रदत्त सभी शक्तियों को प्रयोग करने एवं कार्य कराने का अधिकार किसे प्राप्त है ? >कांच, हीरा और जल में प्रकाश के वेग का सही अवरोही क्रम क्या है ? >गोरखालैंड परिषद कोलकाता के किस जिले हेतु प्रशासन के लिए स्थापित की गई है ? >भारत में खुदरा ऋण का सर्वाधिक प्रतिशत किसका है ? >वर्ष १976 में आपातकालीन की उद्घोषणा के समय भारत का राष्ट्रपति कौन था ? >विश्व का प्रथम कम्प्यूटर नेटवर्क कौन सा है ? >संसार में ताजे पानी की सबसे बड़ी झील लेक सुपीरियर कहाँ पर स्थित है ? >भारत में निर्मित प्रथम कम्प्यूटर का क्या नाम है ? >सुदीरमन कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >गदर पार्टी की स्थापना किसने की थी ? >जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन कब शुरू किया गया था ? >बागों का शहर नाम से उत्तर प्रदेश का कौन-सा शहर प्रसिध्द है ? >लोक चित्रकला मधुबनी किस राज्य में लोकप्रिय है ? >पुस्तक द रोड अहेड का लेखक कौन है ? >महाराष्ट्र के संगीत रंगमंच का प्रसिध्द लोकरूप कौन-सा है ? >संसद किसके माध्यम से सार्वजनिक व्यय पर नियन्त्रण रखता है ? >संसार का सबसे बड़ा द्वीप ग्रीनलैण्ड है। वह किस देश का अभिन्न अंग है ? >सर्वश्रेष्ठ रस किसे माना जाता है ? >राज्य की कार्यपालिका का प्रमुख कौन होता है ? >भारतीय पंचवर्षीय योजनाओं के प्रारूप का अनुमोदन किसके द्वारा किया जाता है ? >उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय कहाँ स्थित है ? >हड्डी खाद के रूप में प्रयुक्त की जाती है, इसमें कौन सा पौध तत्व उपलब्ध होता है ? >किस मुगल शासक ने तंबाकू के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था ? >किस देश की तट.रेखा सबसे लम्बी है ? >विश्व में कोयले का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौनसा है ? >डबल रोटी बनाने में प्रयुक्त किए जाने वाला बेकिंग पाउडर क्या होता है ? >लॉर्ड डलहौजी ने अपनी लैप्स नीति का प्रयोग करते हुए किस राज्य का विलयन नहीं किया था ? >विजय केलकर समिति की रिपोर्ट किससे सम्बन्धित थी ? >बिशप शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >भारत में वर्ष १780 में कौन-सा पहला अंग्रेजी अखबार था ? >कंप्यूटर प्रोग्राम हाइ लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखे जाते हैं, तथापि प्रोग्राम के मानव पठनीय पाठ को क्या कहते हैं ? >पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तथा हिरासत में लिए गए व्यक्ति को कितनी समयावधि के भीतर निकटतम मजिस्ट्रेट के पास ले जाया जाना होता है ? >भारत में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृति की आयु क्या है ? >ओजोन परत को हानि पहुँचाने वाला घरेलू उपकरण कौन सा है ? >संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना कब की गई थी ? >उत्तर प्रदेश में विकेन्द्रित नियोजन प्रणाली कब शुरू की गई ? >रिक्टर पैमाने द्वारा किसे मापा जाता है ? >ब्रिटिश संसद का सदस्य बनने वाला पहला भारतीय कौन था ? >भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार कौन सा है ? >विद्युत.आवेश का पता लगाने के लिए किस उपकरण का प्रयोग किया जाता है ? >सम्पत्ति के बँटवारे (निपटारे) के सम्बन्ध में न्यायालय के आदेशों का यथोचित पालन हुआ है कि नहीं, यह देखने का दायित्व किसका है ? >भारत में गाँधी ने सत्याग्रह का पहला प्रयोग कहाँ किया ? >हमारे शरीर में त्वचा की सतह के नीचे मौजूद वसा किसके अवरोधक का कार्य करती है ? >भारत का संविधान किसका प्रतिनिधित्व करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा के दो सदस्यों के नामांकन के लिए मुहैया करता है ? >मुगलकाल में न्यायालयों में किस भाषा का प्रयोग किया जाता था ? >किसको सह्याद्रि पर्वतमाला भी कहा जाता है ? >भारतीय संसद के कामकाज में शून्य काल का क्या अर्थ है ? >कौनसे भारतीय राजा के समय ईस्ट इण्डिया कम्पनी इंग्लैण्ड में स्थापित हुआ ? >भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन करने के लिए कौन सी सरकारी एजेंसी उत्तरदायी है ? >भारत आए कैबिनेट मिशन की अध्यक्षता किसने की थी ? >इकाइयों की अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में मूल इकाइयां कितनी हैं ? >चण्डीगढ़ का वास्तुविद् ले कोर्बुजिया किस देश का नागरिक था ? >देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक कौन-सा है ? >कौनसी लोकसभा के कार्यकाल को संविधान में उल्लिखित साधारण पांच वर्ष के कार्यकाल से अधिक बढ़ा दिया गया था ? >स्वामीनारायण मन्दिर, अक्षरधाम कहाँ स्थित है ? >विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की अवधारणा किस देश में पहले शुरू की गई थी ? >मणिपुर और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष मिला था ? >कावेरी नदी किस खाड़ी में गिरती है ? >ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या थी ? >तंजौर के वृहदेश्वर मन्दिर का निर्माण किसने कराया था ? >१947 ई. में भारत की स्वंतत्रता के समय इंग्लैण्ड में किस राजनीतिक दल की सरकार थी ? >किस देश ने विश्व की सबसे लम्बी हाई स्पीड रेल लाइन को ट्रेनों के आवागमन के लिए खोला है ? >किस मुगल शासक ने न्याय की जंजीर लगवाई थी ? >भारत में कार्यपालिका का अध्यक्ष कौन होता है ? >हिंदू कानून जिनकी देन है वह कौन थे ? >पानीपत का द्वितीय युध्द कब हुआ था ? >मानव सभ्यता के विकास की प्रथम अवस्था कौनसी थी ? >महमूद गजवनी के आक्रमणों में सबसे महत्त्वपूर्ण आक्रमण कौन-सा था ? >गया सम्बन्धित है भगवान बुध्द से, आखिर किस कारण से ? >कानपुर के गदर का नेतृत्व किसने किया था ? >हमारी आकाशगंगा का सबसे बड़ा तारा कौन-सा है ? >चैथे बौध्द संगीति का आयोजन किसके शासनकाल में हुआ था ? >सन्त कबीर के गुरु का नाम क्या था ? >कोनिका कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >कौन-सा ग्रह अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है ? >मध्य प्रदेश में नेपानगर किसके लिए प्रसिध्द है ? >डी.एन.ए. का प्रमुख कार्य क्या है ? >यूनीसेफ (यूनीसेफ) का मुख्यालय कहां स्थित है ? >किस राज्य में हाई एल्टीट्यूड क्लाइमेट चेंज प्रोजेक्ट के तहत ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों को जानने के लिए ऑटोमैटिक वेदर स्टेशनों की स्थापना की गई है ? >राइडर कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >दक्षिण ध्रुव की खोज किसने की थी ? >किस वैज्ञानिक ने सबसे पहले पता लगाया था कि मंगल ग्रह का दिन भी पृथ्वी के दिन के समान लगभग २४ घंटे लंबा होता है ? >सूर्य का आकार पृथ्वी से कितना बड़ा है ? >राजस्थान में खेतड़ी किसके लिए प्रसिध्द है ? >प्रसिध्द रशियन क्लासिक पुस्तक दि मदर का लेखक कौन है ? >कूनूर का पर्वतीय स्टेशन किस राज्य में स्थित है ? >किसी एक सामान्य व्यक्ति के रक्त का फ स्तर क्या होता है ? >राज्य सभा का अध्यक्ष कौन होता है ? >अगस्त माह का नाम किस रोमन शासक के नाम पर पड़ा ? >हारमोनीज ऑफ द वल्र्ड पुस्तक किसने लिखी है ? >विश्व का सर्वाधिक ऊँचा पठार कौन-सा है ? >प्रसिध्द भारतीय महिला एथलीट पी.टी. उषा की आत्मकथा का क्या नाम है ? >जनगणना 20११ के अनुसार देश में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >शरीर के आंतरिक अंगो का परीक्षण किस उपकरण द्वारा किया जाता है ? >उत्तर प्रदेश शैक्षणिक अनुसन्धान एवं विकास परिषद् की स्थापना किस वर्ष की गई ? >डेसीबल किस मापन की ईकाई है ? >उत्तर प्रदेश को पूर्व में किस नाम से जाना जाता था ? >सती प्रथा का अन्त तथा ठगी प्रथा को समाप्त करने का श्रेय किसे है ? >माई नेम इज ट्रेड स्नो, द ब्लैक बुक जैसी चर्चित पुस्तकों के लेखक कौन हैं ? >उत्तर प्रदेश में किस जनपद में सर्वाधिक मेले लगते हैं ? >पुस्तक ग्रेट सोल.महात्मा गाँधी एण्ड हिज स्ट्रगल विद् इण्डिया किसने लिखी है ? >विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर माउण्ट एवरेस्ट कहाँ स्थित है ? >गायत्री मंत्र किस वेद में लिखित है ? >ज्वार.भाटा की उत्पत्ति में किसका प्रभाव अधिक होता है ? >मंत्रीमण्डल सामूहिक रूप से किसके प्रति उत्तरदायी है ? >किसके कारण दूध, दही में परिवर्तित होता है ? >भारत में प्रच्छन्न बेरोजगारी सामान्यतः किस क्षेत्र में दिखाई देती हैं ? >जनगणना 20११ के अनुसार भारत में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >अकल पै के नाम से प्रसिध्द अनंत पै ने किस कॉमिक श्रृंखला की रचना की थी ? >सुभाषचन्द्र बोस ने भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस से निकलने के बाद किस पार्टी की स्थापना की थी ? >महात्मा गाँधी ने करो या मरो का मंत्र किस आन्दोलन के समय दिया था? >भारतीय रेलवे को सर्वाधिक राजस्व किससे प्राप्त होता है ? >किसने सबसे पहले पृथ्वी के ग्लोब की दूरी मापी थी ? >घडि़याल प्रोजेक्ट किस नदी में स्थापित है ? >किसे पहला खगोलशास्त्री माना जाता है ? >महात्मा बुध्द ने अपना पहला उपदेश कहाँ दिया ? >ध्वनि का तारत्व किस पर निर्भर करता है ? >सुश्री हेली थोर्निंग श्मिड्ट किस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं ? >ईसीजी (एक्ग) किस रोग का पता लगाने हेतु प्रयुक्त की जाती है ? >प्रसिध्द गोमतेश्वर की मूर्ति कहाँ स्थापित है ? >किस वर्ष के ओलम्पिक खेलों में भारत ने भाग नहीं लिया था ? >सौर.ऊर्जा किससे प्राप्त होती है ? >१905 में बंगाल प्रांत को दो भागों में किसने बांटा था ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
राहुल महाजन वेड्स डीम्पी गंगुली | राहुल दुल्हनिया ले गए - हिन्दी फिल्मिबिट राहुल दुल्हनिया ले गए, डिम्पी से की शादीपबलिश्ड: सुन्दए, मार्च ७, २०१०, १०:५० [इस्ट]राहुल महाजन शनिवार को कोलकाता की रहने वाली डिंपी गांगुली के साथ सात फेरे में बंध गए। यह शादी एनडीटीवी इमैजिन के रियलिटी शो 'राहुल दुल्हनिया ले जाएगा" के तहत हुई है। २१ वर्षीय डिम्पी गांगुली पेशे से मॉडल हैं।भाजपा के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के बेटे राहुल की दुल्हन बनने वाली डिंपी ने १६,५०0 आवेदकों और १४ प्रतिभागियों को इस स्वयंवर में पराजित कर राहुल का दिल जीत लिया। राहुल ने शादी के बाद डिम्पी से कहा, "आडिशन के वक्त तुमने कहा था कि तुम जब पांच साल की थी तभी से तुम्हें शादी करने का बड़ा शौक था। आज तक तुम मेरा ही इंतजार कर रही थी औऱ आज १६ साल लंबा तुम्हारा इंतजार खत्म हो गया।"राहुल ने डिंपी से कहा, "लोग कहते हैं कि प्रेम में जान भी दे सकते हैं, लेकिन मेरे लिए ये जीवन कीमती है। मैं पूरी दुनिया के सामने कहता हूं कि मैं तुमसे प्यार करता हूं।" औऱ इस पर डिंपी ने भी यही शब्द दोहरा दिए। उन्होंने भी जवाब में कहा, "मैं भी तुमसे प्यार करती हूं।"रेड मोर आबात: एनडीटीवी डिम्पी गांगुली प्रवीण महाजन मॉडल राहुल महाजन रियलिटी शो शादी डीम्पी गंगुली मेरेज मॉडल नत्व प्रवीण महाजन राहुल महाजनस्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: सुन्दए, मार्च ७, २०१०, १०:५० [इस्ट] |
| गेट्टीहोम>क्रिकेट>राष्ट्रीय>समाचारअश्विन ने तोड़ा डेल स्टेन का रिकाॅर्ड, हासिल किए एक सत्र में सबसे ज़्यादा विकेटदिव्या साहू०३/२५/२०१७टेस्ट क्रिकेट के एक सत्र में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट हासिल करके अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज डेल स्टेन का रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। आज स्टीव स्मिथ का विकेट लेने के साथ ही अश्विन इस सूची में ७९ विकेट के साथ शीर्ष पर आ गए, उन्होंने स्टेन को पीछे छोड़ दिया जिन्होंने २००७-०८ सत्र में ७८ विकेट लिए थे।इस सत्र में कई रिकाॅर्ड तोड़ चुके रविचंद्रन अश्विन ने आज एक और उपलब्धि हासिल कर ली है। उन्होंने डेल स्टेन द्वारा एक घरेलू सत्र में सर्वाधिक ७८ विकेट लेने के रिकाॅर्ड को ध्वस्त कर दिया है। आज धर्मशाला में शुरू हुए आखिरी टेस्ट मुकाबले में अश्विन ने स्टीव स्मिथ का विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका के इस खिलाड़ी को इस रिकाॅर्ड में पीछे छोड़ दिया। भारत के लंबे घरेलू सीजन के दौरान हम इस भारतीय खिलाड़ी को पहले ही सबसे तेज २०० और २५0 विकेट लेने वाला खिलाड़ी बनते देख चुके हैं लेकिन ये उपलब्धि काफी खास है।ये सिलसिला न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई तीन टेस्ट मैचों की सीरीज से शुरू हुआ, जहां उन्होंने २७ विकेट हासिल किए। निशाने पर अगली टीम इंग्लैंड की थी, उन्हें भी इस भारतीय स्पिनर को खेलने में मुश्किल का सामना करना पड़ा और वहां उन्होंने कुल २८ विकेट हासिल किए। इसके बाद भारत के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मुकाबला खेलने के लिए बांग्लादेश की टीम आई लेकिन वो भी अश्विन को रोक नहीं पाई और अपने छह विकेट इस खिलाड़ी के हाथों गंवा दिए। फिलहाल चल रही आॅस्ट्रेलिया सीरीज में वो अब तक १६ विकेट हासिल कर चुके हैं, इस रिकाॅर्ड को बनाने के लिए स्टीव स्मिथ का विकेट भी शामिल है।इंडिया और वेस्ट इंडीज? वो विल विन?वी होल्ड आ ६०-५३ ह२ह एडवेंटेज ओवर इंड हिस्टोरिक्ली बुत इन लास्ट १० कॉम्प्लेटेड गेम्स बिट्वीन थेम , इंड हवे वॉन ७. इंड हस अलसो वॉन एल लास्ट ५ गेम्स एट तीस वेन्यू.विन कैश डेली बाय जस्त प्रैडिक्टिंग थे राइट रेसल्ट ऑफ माचिस. क्लिक हेरे तो डावनलोड थे गेमी ऑन अंड्रॉयड फॉर फ़्री! तो क्नो मोर, विजिट नोस्ट्रगमुस.इनडेल स्टेनरविचंद्रन अश्विनडाले स्टेन्रविचंद्रन अश्विनभारत बनाम ऑस्ट्रेलियाइंडिया व्स ऑस्ट्रेलियाभारतीय क्रिकेट टीमइंडिया क्रिकेट टीम दिव्या साहूक्रिकेट मेरी ज़िंदगी, हॉकी मेरा प्यार, भारतीय क्रिकेट टीम की डाई हार्ड फ़ैनवियू एल आर्टियलऐशो कम्मंट |
एसबीबीजे देगा आय प्रमाण पत्र न होने पर भी लोन | इंस्टेंट ख़बरजयपुर। स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे) के प्रबंध निदेशक ज्योति घोष ने कहा कि बैंक अपने खुदरा ऋण पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए इसकी अनुमोदन प्रक्रिया को सरल करने के लिए एक खास स्कीम पेश करने जा रहा है। इस स्कीम के तहत ग्रामीण ग्राहक आसानी से व्हीकल लोन ले सकेंगे। घोष ने कहा कि एेसे ग्राहकों के पास आय प्रमाण पत्र नहीं होता, जिससे इन्हें लोन मिलने में दिक्कत आती है। एेसे में बैंक जल्द ग्रामीण ग्राहकों के लिए न्यूनतम कागजी प्रक्रिया से लैस एक नई स्कीम पेश कर रहा है। उन्होंने बताया कि बैंक का फोकस बड़े लोन की बजाय खुदरा लोन देने पर है। बैंक ने अब तक मद्रा लोन स्कीम के तहत ३५० करोड़ के ऋण बांटे हैं।एसबीबीजे ने सोमवार को अपने दूसरी तिमाही परिणाम की घोषणा की, जिसमें बैंक ने वित्त वर्ष २०१५-१६ की दूसरी तिमाही में ५२.२५ फीसदी की वृद्धि के साथ १८०.६३ करोड़ का मुनाफा कमाया। गत वर्ष इस अवधि के दौरान बैंक को ११८.६४ करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। घोष ने बताया कि बैंक का कुल व्यवसाय ३० सितंबर २०१५ को समाप्त प्रथम छमाही में ११.६२ फीसदी बढ़कर १५९१०० करोड़ रुपए रहा। इसी तरह बैंक की कासा जमाएं भी १५.३२ फीसदी बढ़कर 34३२२ करोड़ रुपए रही। एनपीए पर भी बैंक ने काफी हद तक लगाम लगाई है और गत वर्ष के २.४९ फीसदी के मुकाबले २.१५ फीसदी पर ला दिया है।घोष ने कहा कि राजस्थान हमारी कर्मभूमि है, इसलिए हम यहां तेजी से विस्तार कर रहे हैं। बैंक ने हाल ही में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के पेटे ५०-५० करोड़ के ऋण सैंक्शन किए हैं, इसके अलावा राज्य में सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए १६00 करोड़ रुपए तक ऋण सैंक्शन किए जाने पर काम चल रहा है। नवंबर में होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान में भी बैंक की मुख्य भागीदारी रहेगी।वन टाइम स्टेल्मेंट (ओटीएस) के तहत बैंक ने २५6 करोड़ रुपए रिकवर किए हैं, जिसे बैंक फ्रैश लोन के लिए उपयोग कर रहा है। घोष ने कहा कि ओटीएस प्रक्रिया में बैंक को ऋणियों का पूरा सहयोग मिला है। इस अवसर पर बैंक के सीजएम (रिटेल) एस. वेंकटरमन और सीजएम (कमर्शियल) वी श्रीनिवासन भी उपस्थित थे। |
फीफा २०१८ का आगाज - ओपनिंग सेरेमनी में सितारों का जलवाफीफा २०१८ एजेज - स्टेरिंग थे स्टार्स इन ओपनिंग सरमोनीफुटबॉल के सबसे बड़े पर्व फीफा विश्व कप के २१वें संस्करण का रंगारंग आगाज गुरुवार रात ८.०० बजे मॉस्को के ८०००० दर्शकों की क्षमता वाले लुज्निकी स्टेडियम में हो गया. विश्व कप-२०१८ के आधिकारिक गाने लिव इट अप से समारोह की शुरुआत हुई.इस महासमर के उद्धाटन समारोह के प्रमुख आकर्षण ब्रिटेन के रॉक म्यूजिक स्टार रॉबी विलियम्स रूस की एडा गरिफुलिना के साथ प्रस्तुति देने उतरे. दोनों गायकों की प्रस्तुति खत्म होने के बाद मैच की आधिकारिक गेंद को लेकर मॉडल विक्टोरिया लोपरेया उतरीं. इस दौरान ब्राजील के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर रोनाल्डो की मौजूदगी ने दर्शकों को लुभाया.रॉबी विलियम्स ने लेट मी इंटरटेन यू पर परफॉर्म किया. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और फीफा प्रमुख जियानी इनफांतिनो ने टूर्नामेंट की शुरुआत की औपचारिक घोषणा की. इस दौरान रूसी संगीतकार प्योत्र चाइकोवस्की की धुन पर उद्घाटन समारोह में पूरा स्टेडियम रशिया से गूंज उठा था.रूस के ११ शहरों के १२ स्टेडियम में विश्व कप के मैच खेले जाएंगे. इनमें कुछ स्टेडियम को खासतौर पर फीफा विश्व कप के लिए तैयार किया गया है. पहला मैच जिस स्टेडियम (मॉस्को के लुज्निकी स्टेडियम) में खेला जा रहा है, उसी स्टेडियम में फाइनल मैच भी खेला जाएगा.फीफा-वर्ल्ड-कप-२०१८ लुज़नीकी स्टेडियम मॉस्को ओपनिंग सरेमनी रसिया अर्जेंटीना इंग्लैंड फ्रांस ब्राजील मौजूदा विजेता जर्मनी लिव इट अप स्पेन |
अध्यात्म (स्प्रिचुअलिम): श्रीमद भगवद गीता (श्रीमड भगवाद गीता)अर्थ : तुझे यह गीता रूप रहस्यमय उपदेश किसी भी काल में न तो तपरहित मनुष्य से कहना चाहिए, न भक्ति-(वेद, शास्त्र और परमेश्वर तथा महात्मा और गुरुजनों में श्रद्धा, प्रेम और पूज्य भाव का नाम 'भक्ति' है।)-रहित से और न बिना सुनने की इच्छा वाले से ही कहना चाहिए तथा जो मुझमें दोषदृष्टि रखता है, उससे तो कभी भी नहीं कहना चाहिए॥६७॥भावार्थ : यहाँ भगवान् हमे बता रहे हैं की अनमोल वस्तु का महत्व उसकी विशेषता जानकारी पर ही होता है,इसलिए भगवान् बता रहे हैं की ऐसा ज्ञान जो इसका अधिकारी हो उसे ही देना चाहिए और उसे ही मिलना चाहिए । अश्रद्धा और अनमने भाव से सुनने वाला इसके तत्त्व को नहीं प् सकता ।भक्तिं मयि परां कृत्वा मामेवैष्यत्यसंशयः ॥अर्थ : जो पुरुष मुझमें परम प्रेम करके इस परम रहस्ययुक्त गीताशास्त्र को मेरे भक्तों में कहेगा, वह मुझको ही प्राप्त होगा- इसमें कोई संदेह नहीं है॥६८॥भावार्थ : यहाँ भगवान् गीता के वचनों को किसी भी प्रकार अधिकारी व्यक्तियों से कहने का महातम्य बता रहे हैं की जैसे व्यक्ति का इसे सुन कर समझ कर मनन कर उद्धार होता है वैसे ही इसे सुनाने वाला अथार्त इसका ज्ञान बाटने वाला भी प्रभु को ही प्राप्त होता है ।भविता न च मे तस्मादन्यः प्रियतरो भुवि ॥अर्थ : उससे बढ़कर मेरा प्रिय कार्य करने वाला मनुष्यों में कोई भी नहीं है तथा पृथ्वीभर में उससे बढ़कर मेरा प्रिय दूसरा कोई भविष्य में होगा भी नहीं॥६९॥भावार्थ : यहाँ भगवान् और विस्तार से इस ज्ञान भक्ति को बताने वाली गीता के उपदेशों को बाटने के पुण्य कामहात्म बता रहे हैं । भगवान् का इस्पष्ट कहना है की गीता का पालन जीवन में करने से व्यक्ति अपने चारो उद्देश्य (धर्म, अर्थ ,काम, मोक्ष )पा जाता है । चारों तरह के भक्त आर्त, अथार्थी जिज्ञासु और ज्ञानी गीता से अपने अपने मार्गानुसार माढ़दर्शन प्राप्त करते हैं ।इसलिए भगवान् इसके ज्ञान के प्रसाद को वितरित करने वाले कोअपना अति प्रिय मानते हैं । |
एल वर्ल्ड गायत्री परिवार : ०७/०३/१९ बुढ़ापा"मम्मा ये बताओ, दादा दादी आपको बहुत परेशान करते हैं ना..""हाँ बेटा पर क्या कर सकते हैं.. अब हैं यहाँ तो झेलना ही पड़ेगा |""पर क्यूँ मम्मा... क्यूँ झेलना पड़ेगा""तुम नही समझोगे रहने दो""एक काम करते हैं मम्मा, इन दोनो को चाचा चाची के घर भेज देते हैं""वो वहाँ दो दिन भी नही रह पायेंगे बेटा.. चाची तो दादी को देखते ही तुनक जाती है और चाचा तो तुम्हारे चाची के पल्ले से ऐसे बँधे हैं कि वो उतना ही सुनते हैं जितना चाची कहती है | वहाँ इनका कोई गुज़ारा नही होने वाला | ""तो बुआ को बोल दो ना ये उनके भी तो माँ पापा हैं ना , वो ही ले जायें कुछ दिनों के लिए इन दोनो को| ""तुम भी ना बड़े भोले हो बेटा.. वहाँ नही जायेंगे दादा दादी.. ढकोसला करेंगे कि हम तो बेटी के घर का पानी भी नही पी सकते तो वहाँ जा कर रहेंगे कैसे और अगर रहने को तैयार हो भी गये तो तुम्हारी बुआ के पचासों बहाने निकल आयेंगे | वो कम थोड़े ना है, वो भी तो अपनी माँ पर ही गयी है | ""क्या मम्मा मतलब कोई इन्हे अपने साथ नही रखना चाहता | एक काम करो मम्मा इन्हे वहाँ पहुँचा दो... वो मैने टीवी पर देखा था कुछ ओल्ड ऐज होम टाइप से है.. अरे वो जो उस दिन मूवी में आ रहा था | ""वृद्धाआश्रम कहते हैं उसे ... मैं भी थक जाती हूँ काम कर के.. सुबह उठने से सोने तक इनके नखरे झेलना... तौबा तौबा... कब तक आखिर .. मैं भी कुछ दिन और देख रही हूँ..नहीं तो तुम्हारे पापा से बात करूँगी कि वो इन दोनो को वहीं छोड़ आये |""हाँ यही ठीक रहेगा.. दादी दिन भर टोकती रहती है.. टीवी मत देखो, मोबाइल मत खेलो..... मैं बच्चा थोड़े ना हूँ.. बड़ा हो रहा हूँ मैं... समझदार हो रहा हूँ.. ये भी कोई बात हुयी भला. .. हुँ...ह |""अरे मेरा राजा बेटा...इतना गुस्सा.... दस साल के ही हो अभी.. मेरी आँखो के तारे हो तुम.... इतनी जल्दी बड़े हो जाओगे कभी सोचा ही नही था | अब देखो तुम बड़े होते जाओगे और हम बूढ़े होते जाएँगे | फिर तुम्हारी शादी करेंगे.. प्यारी सी दुल्हनियाँ लायेंगे | ""नहीं मम्मा प्लीज़.... मैं तो बड़ा हो रहा हूँ पर आप लोग प्लीज़ बूढ़े मत होना |""हा हा हा क्यूँ बेटा.. बूढ़ा तो सबको ही होना है एक दिन ""पर मम्मा आप लोग बूढ़े हो जाओगे और मेरी वाइफ आयेगी तो उसे भी ऐसे ही परेशान होना पड़ेगा ना.. वो भी तरह तरह के आईडिया सोचेगी कि कैसे आप लोगों को यहाँ से हटाया जाये.. नो मम्मा प्लीज़ नो..आप भी दादी की तरह हो जाओगी और मेरी वाइफ को परेशान करोगी .... . मैं ऐसा नही होने दूँगा... एक काम करूँगा.. मैं मेरी शादी होते ही आप दोनों के लिए ओल्ड ऐज होम बुक करवा दूँगा जहाँ आप लोग रह सकोगे और मैं और मेरी वाइफ भी चैन से रह लेंगे |""हुँ...ह.. हमारा घर है हमारे पास... तुम रहना अपने घर में अपनी वाइफ को लेकर | यही करोगे तुम... पाल पोस कर बड़ा कर रहे हैं और तुम हमें वृद्धा आश्रम भेजने की तैयारी कर रहे हो | वाह बेटा वाह... | ""मम्मा.. मैं कहाँ कुछ गलत कह रहा हूँ | दादा दादी ने भी तो पापा बुआ को पाला पोसा ही होगा ना...सभी माँ बाप पालते हैं अपने बच्चों को, उसमें क्या नया है... . पर अब जब सब बड़े हो गये हैं तो कोई बूढ़े लोगों को अपने पास नही रखना चाहता तो भला मैं क्यूँ रखूँगा, परेशानी बढ़ाते हैं ये बूढ़े लोग | मैं भी नही रखूँगा और साइंटिस्ट बन कर कोई ऐसी दवा बनाऊँगा जिससे कि मैं कभी बूढ़ा ही ना हो पाऊँ और मेरे बच्चों को कोई ओल्ड ऐज होम ना ढूँढना पड़े |"अपने बेटे की बातें सुन माँ के शरीर में सिहरन सी दौड़ गयी और जिन आँखो में कुछ देर पहले परेशानी, व्यथा, गुस्सा दिख रहा था उन्ही आँखो में अब शर्म पानी का रूप ले चुका थी |पोस्टेड बाय अगपब्लॉग्स.ब्लॉस्पॉट.कॉम एट जुलाई ०३, २०१९स्पेक लेस, दो मोर | बोलिए कम, करिए अधिक | हरिये ना हिम्मत दए १७हमें भक्ति दो मां, | हमें भक्ति दो माँ | प्रज्ञा गीत इस आपत्तिकाल में हम थोड़ा साहस तो करें ही! (भाग ४)पुरे समय के लिए तत्काल भावनात्मक नवनिर्माण को ब्राह्मणोचित परम्परा का निर्वाह करने के लिए हर किसी को नहीं कहा जा सकता। जिनने पारिवारिक उत्तरदायित्व पूरे कर लिये हैं, उन्हें वानप्रस्थ में प्रवेश करने के लिए बहुत दिनों से कहा जा रहा है। जुलाई ७३ की अखण्डज्योति में इस संदर्भ में अधिक जोर दिया गया है और जो घर की जिम्मेदारियों से निवृत्त हो चुके उन्हें परमार्थिकजीवन में प्रवेश करने के लिए वानप्रस्थ में प्रवेश करने का अनुरोध किया गया है। दूसरे स्तर के क्लिष्ट वानप्रस्थ वे होंगे जो अभी शेष जीवन पुरी तरह इस महान लक्ष्य के लिए समर्पित करने की स्थिति में तो नहीं है, पर अधिकाधिक साहस इसके लिए जुटाते रहेंगे।अब इस श्रृंखला में एक नई कड़ी और जोड़ी जा रही है कि जिन्हें जब जितना अवकाश हुआ करे, तब वे उतने समय के लिए परमार्थ प्रयोजनों के लिए अपना समय लगाने का निश्चय करें और उन्हें कहाँ क्या करना हैइसका निर्देश युगनिर्माण योजना मथुरा एवं शान्तिकुंज से प्राप्त कर लिया करे। इस प्रकार थोड़ाथोड़ा समय भी अनेक व्यक्ति देने लगेंगे तो उस सबका सम्मिलित परिणाम बहुत बड़ा हो जायगा। एक लाख व्यक्ति ऐसे थोड़ाथोड़ा समय देने वाले हों तो उन सबका मिला हुआ कार्य हजारों नियमित एक पूरे जीवन के लिए साधुसंस्था में प्रवेश करने वालों जितना ही हो जायगा। यह प्रक्रिया सरल बैठेगी। इस योजना के अंतर्गत व्यस्त और पारिवारिक बोझ से लदे हुए व्यक्ति भी थोड़ा-बहुत समय देते रहेंगे तो उन्हें यह पश्चाताप न रहेगा कि हम घरेलू झंझटों में उलझे रहने रहने के कारण युग की पुकार को पूरा करने के लिए कुछ भी न कर सके। ऐसे व्यक्ति पूरा न सहीअधूरा सही का थोड़ा-बहुत अवसर पाकर भी आत्म-सन्तोष की एक साँस ले सकते हैं और कह सकते हैं कि मानवता पर छाई हुई विषम-वेला में हम मूक-दर्शक बने रहने वाले अभागों में से नहीं है। जितना कुछ संभव था, उतना तो किया ही।बँधा रुपया न मिले। एक-एक पैसे वाले सौ सिक्के मिल जायँ तो गिनने, धरने, उठाने का झंझट तो जरूर रहेगा, पर प्रयोजन वही पूरा हो जायगाजो एक रुपये से सम्भव होता है। पूरे समय के लिए वानप्रस्थ न मिले तो थोड़ा-थोड़ा समय देने वाले अनेकों का सहयोग लेकर भी सामयिक संकट से जूझने का सुयोग बन सकता है। आध्यात्मिक चिकित्सा एक समग्र उपचार पद्धति (भाग २०)अब यदि क्रमिक रूप में ५- ५ या १०- १० वर्षों के अन्तराल का लेखा- जोखा करें तो हमें विस्मयजनक एवं आश्चर्यचकित करने वाले नए- नए मोड़ अपने जीवन में देखने को मिलेंगे। यह अचरज हमें कितना ही क्यों न चौंकाए, पर यह हमारे जीवन की अनुभूत सच्चाई है। थोड़ा बारीकी से देखें तो इन पंक्तियों के पाठक अनुभव करेंगे कि उनके जीवन में पाँच या दस सालों के अन्तराल में कुछ ऐसा होता गया, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। मन की कल्पनाएँ बदली, अरमान, आकांक्षाएँ बदली, चाहत एवं वृत्तियों में परिवर्तन हुए, साथ ही परिस्थितियों में नए- नए घटनाक्रमों का उदय हुआ। कई पराए अपने हुए और कई अपने परायापन जताकर विरोधी हो गए। आॢथक -- सामाजिक पहलुओं में भी नए रंग उभरे।यह सब संयोग की वजह से नहीं, संस्कारों की वजह से हुआ। नए संस्कारों के जागरण एवं नए कर्म बीजों के अंकुरण के कारण हमारे जीवन के नए- नए शृंगार होते गए। यह अलग बात है कि इन परिवर्तनों में कई परिवर्तन हमारे लिए दुखद साबित हुए तो कई ने हमें सुखद अनुभूतियाँ दी। भरोसा करें, यहाँ जो कहा जा रहा है वह आध्यात्मिक ज्ञान का सच है। कोई भी सुपात्र सत्पात्र इसे अनुभव कर सकता है। यदि आपको इस पर भरोसा हो रहा है तो इस सच्चाई पर भी यकीन करें कि संस्कारों की तह तक पहुँच कर, इनका उत्खनन करके दुःखद संस्कारों से छुटकारा पाया जा सकता है। और सुखद संस्कारों को प्रबल बनाया जा सकता है। यानि कि आध्यात्मिक प्रयोगों की सहायता से बुरी मनःस्थिति एवं परिस्थिति से छुटकारा पाया जा सकता है।विश्वास करें यह एक प्रायोगिक सच है। अनेकों ने अनेक तरह से इसे अपने जीवन में खरा पाया है। बस इसके लिए आपको किसी आध्यात्मिक चिकित्सक का संग- साथ चाहिए। उसकी सहायता से जीवन में नए रंग भरे जा सकते हैं। ऐसा होने की अनुभूति तो अनेकों की है, पर हम यहाँ केवल एक का उल्लेख करना चाहेंगे। जिसकी वजह से एक भटकता हुआ आवारा किशोर महान् क्रान्तिकारी इतिहास पुरुष बन गया। हाँ यह सच्चाई पं. रामप्रसाद बिस्मिल के जीवन की है। सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है- का प्रेरक स्वर देने वाले बिस्मिल किशोर वय में कुसंग एवं कुटेव के कुचक्र में फंस गए थे। गलत लोगों के गलत साथ ने उनमें अनेकों गलत आदतें डाल दी। स्थिति कुछ ऐसी बिगड़ी कि जैसा उनका व्यक्तित्व ही मुरझा गया। थे अबसोलूटे लॉ ऑफ कर्मा (पार्ट २९)व्हेट सोल्ड बे और कोर्स ऑफ एक्शन इन तीस वर्ल्ड तो एलिमिनेट एविल? थे सुन सेट अन एक्सेम्पल वर्थ एमुलटिंग. इट्स लाइट डिसपेल थे डारकनेस. इट्स हीट फॉर्म थे क्लाउड्स; क्लाउड्स ब्रिंग डाउन रेन एंड कूल थे हीट. व्हेन वे टके फूड, हुंगर गोस बाय इत्सेल्फ एंड व्हेन वे फॉलो लॉस ऑफ हेल्थ, वेकनेस इस रिमूव विदऔत मुच एफोर्ट. इन ऑर्डर तो रिमूव इग्नोरांस, ट्री तो अऐकूरे क्नॉलेज. फॉर मकिंग थे वर्ल्ड फ़्री ऑफ एविल, वे सोल्ड वर्क फॉर प्रॉलिफेरेशन ऑफ वर्तूस. थे प्रॉपर व्ट फॉर एरेडिकेशन ऑफ डिसीज इस तो एडकाते थे मासेस आबात थे सिग्निफिकन्स ऑफ लॉस ऑफ हाइजीन एंड हेल्थ. थे सिक दो नीद थे मेडिसिनस, बुत हॉस्पिताल कैन्नोत क्यूरे थे एन्टाइरे सोसायटी. लॉ एन्फ़ोर्सीमेंट मशिन्री वर्क्स लीके आ हॉस्पिटल फॉर थे विकेड- थे मोरली सिक. इट टक्स कारे ऑफ ओनली कॉण्टिंजंसी. लॉ कैन्नोत रिमूव थे रूट कास ऑफ सोसायटल इल्स.इट इस नोट पोस्सिबल तो एरेडिकेट एविल बाय विऑलेंस. विऑलेंट ऑपऑजिशन वॉउल्ड ओनली इन्साइट आ स्ट्रोंगर काउंटर रिऐक्शन. आ सर्जन डोस नोट एक्ट लीके आ बुचर. है मक्स आ प्रेसिज़ इन्सिशन. इंस्टेड ऑफ डाइरेक्ट कॉन्फ्रंटेशन, ब्लब्बिंग, शोइंग रिसेटमेन्ट, एक्सप्रेसिंग हेल्प्लेसनेस, फॉलो थे पॉजिटिव पथ ऑफ फोर्गिवेनेस, रेफोरमेशन एंड लव. एक्कोर्डिंग तो आ फिलोसोफर, आ वर्ड ऑफ लव क्रिएट् मुच ग्रेटर इम्पैक्ट थान आ ब्लो ऑन थे हेड. एवर्योन हस मोर और लेस गुडनेस इन हिम. मके अन एफोर्ट तो इडेन्टिफ्य यूर आउन वर्तूस एंड मके थेम मोर इफेक्टिव इन लाइफ. अलसो फिंड आउट थे वर्तूस इन थे ओदर पर्सन एंड ट्री तो एनक्रेज हिम तो मोर एंड मोर कल्टीवते थीसे वर्तूस. दो नोट फाइट यूर बैटल इन थे डारकनेस ऑफ इग्नोरांस. मके यूर बैटलफील्ड इल्ल्युमिनएटेड. दो नोट बे दिशेअर्टन्ड बाय थे स्प्रेड ऑफ इम्मोरेलिटी. काउंटर इट बाय प्रोमोटिंग मोरेलिटी.थे ओनली व्ट तो रिमूव एविल फ्र्म तीस वर्ल्ड इस तो एनक्रेज गुडनेस. रिमूव थे एयर फ्र्म थे बोतल बाय फिलिंग इट वित वाटर. दो नोट एसोसिएट वित एविल. वाई सोल्ड यू लीके तो कॉलक्ट थे गर्बागे (एविल)? लेट ओथर्स दो तीस दीर्टी जॉब. यूर वर्क इस तो दिसिन्फेक्ट थे रोत. वाई सोल्ड यू दो स्किनिंग ऑफ डैड अनिमल (फिंडिंग फॉल्ट्स ऑफ थे एविल्डोर्स)? असुमें थे मोर दिग्नीफीड रोल ऑफ आ टीचर. रिमेंबर! इन तीस वर्ल्ड क्विट आ फू पर्सन हवे आ फॉल्ट्फिंडिंग अटीट्यूड. पर्हप तेरे अरे मोर पर्सन इनक्लिन्ड तो पुनीश थे गिल्टी थान अरे नेकेस्सरी. व्हेन आ चाइल्ड टीस्स अनोथर ओन, क्विट आ फू ऑफ हिस कंपनियोंस स्लैप हिम ऑन थे चीक. बुत हॉ मनी इन तीस वर्ल्ड अरे प्रेपरेड तो गिवे फ़्री फूड एंड क्लोथस तो आ नीडी चाइल्ड? लेट थे एविल्डोर्स साफ्फर थे कंसिक्वेंसेस ऑफ थेईर मिसदीड्स.फेस ऑफ एल प्रोवोकेशन्स. थे अबसोलूटे लॉ ऑफ कर्मा पाग ५० साधुओं का कर्तव्य साधुओं का कार्त्व्यअपनी क्षुधा निवारण करने के उपरान्त बची हुई रसोई दूसरों को बाँट देनी चाहिये। इस प्रकार पहले अपने को ज्ञानवान बनाकर तब उस ज्ञान का वितरण दूसरे लोगों में करना चाहिए। तैरने वालों को चाहिए कि यदि कोई पानी में डूब रहा हो तो उसे डूबने न दें। उत्तम गुणों को अपने अन्दर धारण करने के उपरान्त उन्हें दूसरे लोगों में फैलाना कर्तव्य है। शरीर का सर्वश्रेष्ठ उपयोग परोपकार है वह देह धन्य है जो पराये काम आती है और जिससे किसी का अनिष्ट नहीं होता।दूसरों के दुख में दुखी होना, दूसरों के सुख में प्रसन्न होना पराये को अपना लेना, मधुर वचन बोलना, दुखी जनों को ढूँढ़ ढूँढ़ कर उनकी सेवा सहायता के लिये प्रस्तुत रहना यह साधुजनों का काम है। आलस्य को त्यागकर कर्तव्य परायण होना, थोड़ा और विवेकयुक्त बोलना क्रोध और मन्सर को त्यागकर विनति भाव से रहना यह सत्पुरुषों का स्वभाव है। वे साधु धन्य हैं जो अपने सद्व्यवहार से दुर्जनों को सुपथ पर आरुढ़ करते हैं स्वयं कष्ट सहकर दूसरों का उपकार करते हैं आपत्ति काल में धैर्य धारण करते हैं और आलोचकों को देखकर विचलित नहीं होते। उन्हीं का भजन सच्चा है और परमात्मा को तृप्त करने वाला है।जो बोया जाता है वही उगता है इसलिए कर्कश वचन और कठोर व्यवहार के विष बीजों को नहीं बोना चाहिए। इस दुनिया में उत्तम गुण वाले सज्जनों की बड़ी आवश्यकता है ऐसे पुरुषों को मनुष्य जाति सदैव खोजती रहती है। श्रेष्ठ जनों को समूह बनाना चाहिये, संगठन करना चाहिए। अकेला आदमी क्या कर सकता है। इसलिए विवेकवान धर्मप्रचारक को चाहिये कि शिक्षित साथियों की सहायता से कल्याण के कार्य को बढ़ावे।अखण्ड ज्योति अप्रैल १९४3 पृष्ठ ८ भक्ति दो मां, | हमें भक्ति दो माँ | प्रज्ञा ग...स्पेक लेस, दो मोर | बोलिए कम, करिए अधिक | हरिये... |
सोने के भाव में आई तेजी, जानिए सर्राफा में आज का रेट - नप्ग | क्ग नो. १ न्यूज पोर्तल, छत्तीसग्र लाटेस्ट हिन्दी न्यूज, ब्रेकिंग न्यूज, हिन्दी न्यूज, छत्तीसगढ़ हिन्दी समाचारसोने के भाव में आई तेजी, जानिए सर्राफा में आज का रेटबाय नप्ग न्यूज ऑन मई १5, 20१9नईदिल्ली १5 मई 20१9. सर्राफा बाजार में सोने का भाव ३७७ रुपए की तेजी के साथ ३३,३९५ रुपए के स्तर पर पहुंच गया। आज घरेलू ज्वेलर्स की मांग के कारण तेजी आई। सोने के भाव की तरह ही चांदी का भाव भी ३०० रुपए तेज हो गया। चांदी का भाव ३०० रुपए की तेजी के साथ ३८,३०० रुपए प्रति किलो हो गया। चांदी में इंडस्ट्रियल यूनिट की और सिक्का निर्माताओं की मांग रही।वहीं चांदी हाजिर की कीमत ३०० रुपए की हानि के साथ ३८,३०० रुपए प्रति किलोग्राम रह गयी जबकि साप्ताहिक डिलीवरी चांदी का भाव २६७ रुपए की तेजी के साथ ३७,५५७ रुपए प्रति किलोग्राम हो गया।कैरेबियाई बल्लेबाज ने बताया ये है उनकी फिटनेस का फॉर्मूला. |
जानिए पेट के इस भाग को दूसरा दिमाग क्यों कहते हैं ? - थे इंडिया पॉस्थोम हेल्थ आयुर्वेद जानिए पेट के इस भाग को दूसरा दिमाग क्यों कहते हैं ?देव किशन भाति : आपके शरीर में कितने दिमाग हैं? शायद आप कहें एक। आप सही कह रहे हैं। लेकिन दिमाग के अलावा हमारे शरीर में और भी तंत्रिका तंत्र (शरीर के एक भाग से दूसरे भाग तक संदेश पहुँचानेवाली नसों और तंत्रिका कोशिकाओं का समूह) हैं। इनमें से एक है, आँतों का तंत्रिका तंत्र। अँग्रेज़ी में इसे एन्टेरिक नर्वस सिस्टम कहा जाता है। यह इतना जटिल है कि कुछ वैज्ञानिक इसे दूसरा दिमाग कहते हैं। यह सिर में नहीं होता, बल्कि इसका ज़्यादातर हिस्सा पेट में होता है।हम जो खाना खाते हैं, उसे ऊर्जा में बदलने के लिए शरीर के अंगों में बढ़िया तालमेल होना चाहिए, क्योंकि उन्हें साथ मिलकर कई काम करने होते हैं। इस वजह से हमारा दिमाग खाना पचाने का नियंत्रण खुद न करके यह ज़िम्मेदारी आँतों के तंत्रिका तंत्र को सौंप देता है।आँतों का तंत्रिका तंत्र दिमाग के जितना पेचीदा तो नहीं होता, फिर भी यह बहुत जटिल होता है। अनुमान लगाया गया है कि इंसानों के आँतों के तंत्रिका तंत्र में करीब २० से ६० करोड़ तंत्रिका कोशिकाएँ होती हैं। तंत्रिका कोशिकाओं का यह पेचीदा जाल हमारे पाचन तंत्र में होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि जो काम आँतों के तंत्रिका तंत्र में होते हैं, वे काम अगर हमारे दिमाग को करने होते, तो इसके लिए बहुत-सी नसों की ज़रूरत पड़ती। अँग्रेज़ी में लिखी दूसरा दिमाग नाम की किताब कहती है कि इस वजह से पाचन तंत्र को अपना काम खुद करने देना ही बेहतर है।रासायनिक कारखानाखाना पचाने के लिए ज़रूरी है कि सही मात्रा में रसायनों का मिश्रण एकदम सही समय पर तैयार किया जाए और सही जगह पर पहुँचाया जाए। प्रोफेसर गैरी मौ ने ठीक ही कहा है कि पाचन तंत्र एक रासायनिक कारखाना है। इस कारखाने में रसायनों का जिस तरह काम होता है, उसे जानकर हमारा दिमाग चकरा जाता है। उदाहरण के लिए, हमारी आँतों की दीवारों में खास किस्म की कोशिकाएँ होती हैं, जो यह भाँप लेती हैं कि हमने जो खाना खाया है, उसमें कौन-से रसायन हैं। यह जानकारी पाकर आँतों का तंत्रिका तंत्र सही किस्म के पाचक रस (एन्ज़ाइम) चुनता है, जो खाने को ऐसे तत्वों में बदल देते हैं, जिन्हें शरीर सोख लेता है। इसके अलावा, आँतों का तंत्रिका तंत्र यह भी ध्यान रखता है कि खाने के कणों में कौन-से रसायन या अम्ल कितनी मात्रा में हैं। उसी के हिसाब से वह तय करता है कि कौन-सा पाचक रस कितनी मात्रा में उपलब्ध कराना है।ज़रा हमारी पाचन नली (भोजन नली से लेकर गुदा तक की नली) के बारे में सोचिए। यह उस कारखाने की तरह है, जिसमें सिलसिलेवार तरीके से काम किए जाते हैं। इन कामों का नियंत्रण आँतों का तंत्रिका तंत्र करता है। हमारा यह दूसरा दिमाग पाचन नली की दीवारों में मांस-पेशियों को सिकुड़ने का आदेश देता है, जिससे खाना आगे बढ़ता रहता है। आँतों का तंत्रिका तंत्र ज़रूरत के हिसाब से मांस-पेशियों को आदेश देता है कि उन्हें कितनी ज़ोर से और कितनी जल्दी या देर से सिकुड़ना है, ताकि सारे काम सिलसिलेवार ढंग से होते रहें।आँतों का तंत्रिका तंत्र यह भी ध्यान रखता है कि शरीर को कोई नुकसान न पहुँचे। जो खाना हम खाते हैं, उसमें अकसर नुकसान पहुँचानेवाले बैक्टीरिया होते हैं। तभी तो शरीर में बीमारियों से लड़नेवाली ७०-८० प्रतिशत कोशिकाएँ पेट में पायी जाती हैं! अगर हम ऐसा खाना खा लें, जिसमें बहुत नुकसान पहुँचानेवाले कीटाणु हों, तो आँतों का तंत्रिका तंत्र मांस-पेशियों को काफी ज़ोर से सिकुड़ने का आदेश देता है। इससे उल्टी या दस्त होकर ज़्यादातर खराब खाना शरीर से निकल जाता है और शरीर को नुकसान नहीं पहुँचता।अच्छा संपर्कआँतों का तंत्रिका तंत्र अपना ज़्यादातर काम खुद ही करता है, फिर भी यह लगातार दिमाग के संपर्क में रहता है। जैसे, यह उन हार्मोन की मात्रा का नियंत्रण करता है, जो दिमाग को बताते हैं कि हमें कब और कितना खाना खाना चाहिए। जब पेट भर जाता है, तो आँतों के तंत्रिका तंत्र की तंत्रिका कोशिकाएँ दिमाग को इसका संकेत करती हैं। फिर भी अगर हम खाते जाएँ, तो ये कोशिकाएँ कुछ ऐसा करती हैं कि हमारा जी मिचलाने लगता है।शायद यह लेख पढ़ने से पहले भी आपको लगा होगा कि दिमाग और पाचन नली के बीच कुछ-न-कुछ तो नाता है। उदाहरण के लिए, क्या आपको कभी लगा कि कुछ तला हुआ खाने से आपका मूड या मिज़ाज अच्छा हो गया? वैज्ञानिकों का कहना है कि यह तब होता है, जब आँतों का तंत्रिका तंत्र आपके दिमाग को खुश रहने का संकेत देता है, जिससे धीरे-धीरे आपका मिज़ाज अच्छा हो जाता है। शायद इसी वजह से तनाव होने पर कुछ अच्छा खाने का मन करता है। वैज्ञानिक कुछ तकनीक खोज रहे हैं, जिससे आँतों का तंत्रिका तंत्र किसी तरह दिमाग को खुश रहने का संकेत दे। इस तरह गहरी निराशा (डिप्रेशन) का इलाज किया जा सकेगा।एक और बात से पता चलता है कि पाचन तंत्र दिमाग से संपर्क बनाए रखता है। जब हमें चिंता होती है या हम तनाव में होते हैं, तो आँतों का तंत्रिका तंत्र पेट में दौड़ रहे खून का रुख बदल देता है। इस वजह से हमें पेट में कुछ अजीब-सा महसूस होता है। कई बार तनाव होने पर हमारा जी मिचलाने लगता है। इसकी वजह यह है कि हमारा दिमाग आँतों के तंत्रिका तंत्र को कुछ ऐसा संदेश देता है, जिससे आँतें जल्दी-जल्दी सिकुड़ने लगती हैं।जैसे हमने देखा आँतों के तंत्रिका तंत्र को दूसरा दिमाग कहा गया है, लेकिन यह हमारे लिए कुछ सोच नहीं सकता, न ही कोई फैसला ले सकता है। या यूँ कहें तो यह हमारे दिमाग की तरह काम नहीं करता। यह कोई गीत नहीं रच सकता, हिसाब-किताब नहीं कर सकता, न ही पढ़ाई-लिखाई कर सकता है। फिर भी आँतों का तंत्रिका तंत्र जिस तरह काम करता है, उसे देखकर वैज्ञानिक दंग रह जाते हैं। यह इतना पेचीदा है कि वैज्ञानिक अब भी इसे पूरी तरह नहीं समझ पाए हैं। अगली बार जब आप खाना खाने बैठें, तो सोचिए कि आपके पाचन तंत्र में क्या-कुछ होनेवाला हैचीज़ों पर नज़र रखी जाएगी, जानकारी इकट्ठा की जाएगी, तालमेल बिठाया जाएगा और कई अंग एक-दूसरे से संपर्क करेंगे! कितना कमाल का है दूसरा दिमागप्रेवियस आर्टियल१७ नवम्बर ! पंजाब केसरी लाला लाजपतराय के बलिदान दिवस पर शत शत नमन : रामगोपालनेक्स्ट आर्टियल३२% कनाडंस फील हिंदू इन्फ्लुएंस ग्रोइंगजानिए वज्रासन करना क्यों है जरुरी? 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जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा चुनाव हर हाल में लड़ूंगा: बाबर खान०३-जून-२०१९ ०६:२८ पम्जमशेदपुर: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय नेता बाबर खान ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा से हर हाल में लड़ूंगा. उन्होंने कहा की यदि पार्टी ने प्रत्याशी के रूप में टिकट दिया तो निश्चित रूप से चुनाव लड़ूंगा और जनता की आवाज बनकर विधानसभा में उपस्थिति दर्ज कराऊंगा. खान ने कहा कि माइनॉरिटी का यह सीट गठबंधन के नाम पर दूसरे को दे दी जाती है, जिसका अब मैं पुरजोर विरोध करूंगा.उन्होंने कहा कि गठबंधन ने यदि प्रत्याशी खड़ा किया तो माइनॉरिटी के बीच से ही किसी को पार्टी का प्रत्याशी खड़ा करें. माइनॉरिटी केवल वोट देने के लिए नहीं वोट लेने का भी अधिकार रखता है और अपने समाज की उपस्थिति विधानसभा और लोकसभा में दर्ज करा सकता है. आज की राजनीतिक परिस्थिति यह बन गई है कि प्रभावशाली नेता अल्संख्यक समाज को पूरी तरह से हटाने और मिटाने में लगे हुए हैं. उनकी तरफ से विधानसभा और लोकसभा में अल्संख्यक समाज की उपस्थिति शून्य करने का प्रयास किया जा रहा है. अब यह परंपरा समाप्त होनी चाहिए.बाबर खान ने कहा कि झारखंड का विधानसभा चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण होगा. खासकर अल्पसंख्यक समाज के लिए यह चुनाव बहुत मायने रखता है. जिस झारखंड राज्य में लगभग ५० लाख से अधिक मतदाता हैं. उस राज्य में हमारा जनप्रतिनिधि नहीं के बराबर रहता है.इसका सबसे बड़ा कारण है की राजनीतिक दल के नेताओं की सोच, उनकी नीति और नियत साफ नहीं है. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज में जागरूकता अभियान चलाकर समाज के उन्नति की आवाज उठाई जाएगी और जो दल इस पूरे विषय पर खामोश रहा तो मतदाता भी अपना राह चुन लेंगे. |
भारत पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में से एक | खबर लहरिया (खबर लहरिया)खबर लहरिया भारत पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में से एकद्वारा लिखित खबर लहरिया डिसेंबर २८, २०१६ ४ बार देखा गयासाभार: पिक्साबे क्रिएटिव कॉमन्सन्यूयॉर्क स्थित गैर सरकारी संस्था कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट (सी पी जे), यानी पत्रकारों के सुरक्षा पर काम करने वाली संस्था ने विश्वभर में पत्रकारों के लिए सबसे खतरानाक देशों की एक सूची बनाई है, जिसमें १० देशों की इस सूची में भारत का स्थान ९वाँ है। इस सूची में पहले स्थान पर चीन, दूसरे पर तुर्की और तीसरे स्थान पर मिस्र है।२०१६ में दो भारतीय पत्रकारों की हत्या होने के कारण भारत को इस सूची में शामिल किया गया है। ये रिपोर्ट 1९९2 से २०१६ तक में हुई हत्याओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। २०१६ में दो भारतीय पत्रकारों की काम करते समय ही हत्या कर दी गई थी। ये थे हिन्दुस्तान टाइम्स के राजदेव राजन और जनादेश टाइम्स के करन मिश्रा और रपट में कहा गया हैं कि हत्या का कारण उनका काम था। २०१६ में ही तीन अन्य भारतीय पत्रकारों की हत्या भी हुई थी पर उनकी हत्या का कारण साफ नहीं हो पाया है।1९९2 से हुई सभी हत्याओं में से आधी हत्याओं का कारण राजनीति और भ्रष्टाचार की रिपोटिंग रहा है, जबकि आधे से भी आधे का कारण व्यापार सम्बंधित खबरे था।1९९७ भारतीय पत्रकारों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक साल रहा, जब ७ पत्रकारों की हत्या हुई थी और जिसका कारण उनका काम था। रिपोर्ट के अनुसार, २०१२ में विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा पत्रकारों की हत्या की गई थी, जिनकी संख्या ७४ थी।भारतीय महिला टीम की धुरंधर बल्लेबाज वेदा कृष्णामूर्ति |
फोन टैप कर ऑफिस के लोग करते थे परेशान, भेल अफसर ने कर ली आत्महत्या - हैदराबाद भेल लेडी एम्पलोई कमिस सुसाइड हरसमेंट बाय सीनियर ऑफिसर्स कॉलैग् क्बी इन्वेस्टिगेशन अट्र्क - आजतकनेहा चौकसे (फाइल फोटो)भेल की हैदराबाद यूनिट में डिप्टी ऑफिसर के पद पर थीं नेहानेहा ने सीनियर अफसरों पर फोन हैक करने का लगाया आरोपरिश्तेदारों का कहना है कि भेल की हैदराबाद यूनिट में नेहा को इतना ज़्यादा मानसिक प्रताड़ित किया गया कि वो यह दबाव ४ महीने भी नहीं झेल पाईं और सुसाइड कर लिया. भेल की हैदराबाद यूनिट में बतौर डिप्टी ऑफिसर (अकाउंट्स) नेहा चौकसे ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली. नेहा ने अपने सुसाइड नोट में सहकर्मियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने की बात लिखी है.नेहा ने सुसाइड नोट में भेल के सीनियर अफसरों और उसके साथियों पर फोन हैक करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. नेहा ने साइबर सेल में फोन हैक किए जाने की शिकायत भी दर्ज कराई थी. |
मैक एक्सम ऑन : बेसिक ग्क मैक क.)आर्यभतआ वास लॉन्चेड फ्र्म १)स्पीड ऑफ साउंड इस मक्सिमम इन व्हिच ऑफ थे फॉलोइंग स्टेट ऑफ इंडिया दो नोट लिए एंडिरेली इन थे ट्रॉपीकल ज़ोन ऑफ थे अर्त्थे फर्स्ट प्लेस अमौंग पोएट्स ऑफ एम्परर अकबर'स रैन, बॉम्ब हिन्दी एंड फार्शियन, बेलोंग तो व्हिच कार टूक होम थे क्राउन ऑफ इंडियन कार ऑफ थे ईयर 20१2 इन जान्वरी 20१2?>इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय सुपर ताप विद्युत परियोजना के तहत् प्रतिवर्ष कितने अरब विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है ? >भारतीय मानक समय किस पर आधारित है ? >उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ का सम्बन्ध किस वाद्ययंत्र से था ? >उत्तर प्रदेश की कौनसी जनजाति दीपावली को शोक के रूप में मनाती है ? >गणना और तुलना के लिए कम्प्यूटर के किस भाग का प्रयोग किया जाता है ? >कौन-से अनुच्छेद में समता के अधिकार का प्रावधान है ? >कम्प्यूटर का कुँजी पटल क्या कहलाता है ? >गांधीजी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तैने कहिए का रचयिता कौन है ? >कौन-सा पुच्छल तारा ७६ वर्ष बाद दिखाई देता है ? >आलू किसका संशोधित रूप (उत्पादन) है ? >हरे पौधे किसकी उपस्थिति में भोजन बनाते हैं ? >सूचना का अधिकार किस वर्ष पास हुआ ? >उत्तर प्रदेश में भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत महाविद्यालय किस नगर में स्थित है ? >चंगेज खान ने जलाउद्दीन का पीछा करते हुए, किसके शासन काल में भारत की सीमाओं पर आक्रमण किया था ? >कोर्टेस जेनेरेल्स निम्नलिखित देशों में से किसकी पार्लियामेंट है ? >मथने के पश्चात दूध से क्रीम किस कारण से पृथक् हो जाती है ? >खिलाफत आंदोलन किसका विरोध करने के लिए आयोजित किया गया था ? >राष्ट्रपति द्वारा आंतरिक अव्यवस्था के आधार पर आपातकाल की घोषणा पहली बार कब की गई ? >किस मुगल शासक ने अंग्रेजो को भारत में व्यापार करने की अनुमति दी थी ? >भारत का वित्तीय वर्ष कब प्रारम्भ होता है ? >कौन यंग इडिया और हरिजन का संपादक था ? >कौनसी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगें ब्लूटूथ द्वारा कम दूरी के बीच आँकड़ों के आदान.प्रदान हेतु प्रयुक्त की जाती हैं ? >लन्दन किस नदी के किनारे स्थित है ? >भारत की पहली बहुउद्देशीय परियोजना का निर्माण किस नदी पर हुआ था ? >१2वीं पंचवर्षीय योजना में उत्तर प्रदेश के किन दो शहरों में एम्स जैसे अस्तपाल खोलने की घोषणा केन्द्रीय स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय ने की है ? >उन दो ग्रहों के नाम बताइए, जो पूर्वी आकाश से मार्निंग स्टार और पश्चिमी आकाश से इवनिंग स्टार के रूप में दिखाई देते हैं ? >एल्युमिनियम का प्रमुख अयस्क कौन-सा है ? >भारत मेंे सबसे बड़ा नियोक्ता कौन है ? >वर्तमान में सम्पत्ति का अधिकार किस प्रकार का अधिकार है ? >किस वर्ष में भारतीय कांग्रेस का गठन हुआ ? >सिकन्दर एवं पोरस के बीच हुआ ३२६ ईण्पूण् का यु; किस नाम से जाना जाता है ? >प्रथम एशियाई खेल कहाँ आयोजित किए गए थे ? >अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुस्तक द मिस्ट्री ऑफ कैपिटल का लेखक कौन है ? >प्रसिध्द भारतीय महिला एथलीट पी.टी. उषा की आत्मकथा का क्या नाम है ? >मधुमेह से पीडि़त व्यक्ति की क्या जरूरत होती है ? >सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृत्ति की आयु कितनी होती है ? >विटामिन.सी का रासायनिक नाम क्या है ? >बगदाद किस नदी के किनारे स्थित है ? >कर्नाटक का प्रमुख लोकनृत्य कौन सा है ? >डाइनामाइट बनाने में किस द्रव का प्रयोग किया जाता है ? >जिप्सीयों का मूल निवास स्थान कहां था ? >पंडित मदनमोहन मालवीय ने काशी विश्वविद्यालय की स्थापना किस वर्ष की थी ? >वानखेड़े स्टेडियम कहाँ अवस्थित है? >यदि प्रधानमंत्री या कोई अन्य मंत्री सदन का सदस्य नहीं है, तो उसे पद पर बने रहने के लिए कितने माह के अन्दर संसद का सदस्य बनना आवश्यक है ? >सिन्धु घाटी सभ्यता का बन्दरगाह वाला नगर कौन-सा था ? >जयसमंद झील कहाँ स्थित है ? >डबल रोटी में फुलाव कौनसी गैस से लाया जाता है ? >विश्व स्वास्थय संगठन (वो की स्थापना कब हुई ? >लहसुन की विशिष्ट गंध निम्नलिखित में से किस एक के कारण है ? >भारतीय उपमहाद्वीप की पहली सभ्यता का विकास कहाँ हुआ ? >संविधान में मूल कर्तव्यों की प्रेरणा किस देश से ली गई है ? >गदर पार्टी की स्थापना किसने की थी ? >उर्वशी के रचनाकार कौन हैं ? >सूर्य से पृथ्वी पर ऊष्मा का संचरण किस विधि के द्वारा होता है ? >भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है ? >मॉनिटर के डिस्प्ले आकार को कैसे मापा जाता है ? >हर्षवर्धन के राजकवि कौन थे ? >आत्मकथा द इण्डियन स्ट्रगल का लेखक कौन है ? >प्रसिध्द खजुराहो मंदिर का निर्माण किसने किया था ? >आर्य भारत में सबसे पहले आकर कहाँ बसे ? >ऐन इक्बल म्यूजिक के लेखक कौन हैं ? >हल्दीघाटी का युध्द कब लड़ा गया था ? >कुम्भ का मेला उत्तर प्रदेश के किस नगर में लगता है ? >किस मुगल सम्राट को हिन्दी गीतों की रचना का श्रेय प्राप्त है ? >महात्मा गाँधी ने करो या मरो का मंत्र किस आन्दोलन के समय दिया था? >कनफेडरेशन कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >भारतीय मूल की हलीमा याकूब को किस देश की संसद की पहली अध्यक्ष के रूप में चुना गया है ? >किस लैंस का उपयोग करते हुए निकट दृष्टिदोष दूर किया जा सकता है ? >भारत में राष्ट्रीय आय संमकों का आकलन किस संगठन के द्वारा किया जाता है ? >टु ए हंगर फ्री वल्र्ड पुस्तक के लेखक कौन हैं ? >भारत में सबसे गहरी खान कहां स्थित है ? >भारतीय संविधान की कौनसी विशेषता इंग्लैण्ड से ली गई है ? >भारतीय रिजर्व बैंक, किस प्रणाली के अनुसार नोट जारी करता है ? >उत्तर प्रदेश राज्य का सबसे कम आयु में मुख्यमंत्री बनने वाला व्यक्ति कौन हैं ? >स्वतंत्र भारत के चैथे राष्ट्रपति कौन थे ? >ध्वनि की गति किसमें सबसे तेज होती है ? >हिंदू कानून जिनकी देन है वह कौन थे ? >भारत के प्रथम चुनाव आयुक्त कौन थे ? >किस वर्ष तक भारत में एक पार्टी का प्रभुत्व था ? >सौर.ऊर्जा किससे प्राप्त होती है ? >स्वतः चालित गाडि़यों में लगे हुए बे्रक में किस प्रकार की व्यवस्था होती है ? >सहतारा यसितार) का जनक किसको समझा जाता है ? >भारत का दक्षिणतम स्थान इन्दिरा प्वाॅइण्ट कहाँ स्थित है ? >किस पादप को 'शाकीय भारतीय डॉक्टर कहते हैं ? >विस्सू, पांचोई और दियाई उत्सव किस जनजाति द्वारा मनाए जाते हैं ? >उत्तर प्रदेश का प्रसिध्द दुधवा नेशनल पार्क किस जिले में स्थित है ? >भारत में कार्यपालिका का अध्यक्ष कौन होता है ? >सामान्य परिस्थितियों में, हवा मे ध्वनि का वेग कितना होता है ? >कोणार्क का सूर्य मन्दिर नरसिंह देव प्रथम ने बनवाया था। वे किस राजवंश से थे ? >कोयले की खानों में विस्फोट करने वाली गैस प्रायः कौन सी होती है ? >गैर नृत्य किस त्यौहार पर किया जाता है ? >मणिपुर और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष मिला था ? >एंगस्ट्रोम से किसका मापन किया जाता है ? >सन्त कबीर के गुरु का नाम क्या था ? >मुगलकाल में न्यायालयों में किस भाषा का प्रयोग किया जाता था ? >भारत ने किस वर्ष एवं कहाँ आयोजित ओलम्पिक खेल में पहला स्वर्ण पदक जीता था ? >किसके शासनकाल के दौरान संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकारों की सूची से हटा दिया गया था ? >हड़प्पाई स्थलों में कांस्य नर्तकी की मूर्ति कहाँ से प्राप्त हुई है ? >उत्तर प्रदेश में उर्दू प्रशिक्षण एवं अनुसन्धान केन्द्र कहां अवस्थित है ? >१9६2 में उत्तर.पूर्वी असम क्षेत्र में से मिजोरम संघीय क्षेत्र का गठन हुआ था। इसे पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष दिया गया ? >सिन्धु घाटी सभ्यता किस काल की सभ्यता मानी जाती है ? >राज्यों में राष्ट्रपति शासन की अधिकतम अवधि क्या है ? >राजस्थान में ब्लू पाॅटरी का सर्वाधिक विकास किसके शासनकाल में हुआ था ? >गोलमेज सम्मेलन किसकी संस्तुतियों पर विचार के लिए आयोजित किए गए थे ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >वर्तमान में संविधान में मूल कर्तव्यों की कुल संख्या कितनी है ? >विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर माउण्ट एवरेस्ट कहाँ स्थित है ? >कुल्लू घाटी किसके बीच स्थित है ? >उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय की खण्डपीठ कहाँ स्थित है ? >किस भारतीय को अमेरिका का राष्ट्रीय इन्जीनियरिंग अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया है ? >प्रकाश वर्ष किसकी इकाई है ? >संसार की छत किसे कहते हैं ? >लोकसभा का नेता कौन होता है ? >संविधान में कितने प्रकार के आपातकालों का प्रावधान है ? >किस सिख गुरू ने स्वयं को सच्चा बादशाह कहा था ? >भारतीय संविधान के निर्माण में कितना समय लगा ? >विश्व का सबसे बड़ा नदीद्वीप माजुली अवस्थित है ? >गौतम बुध्द के बचपन का क्या नाम था ? >भारतीय पंचवर्षीय योजनाओं के प्रारूप का अनुमोदन किसके द्वारा किया जाता है ? >विश्व का सबसे बड़ा सौर पाॅवर स्टेशन किस देश में है ? >कंप्यूटर के किस हार्डवेयर डिवाइस को कंप्यूटर का ब्रेन कहते हैं ? >भारतीय रेलवे को सर्वाधिक राजस्व किससे प्राप्त होता है ? >किसके कारण मरीचिका की परिघटना होती है ? >११ मार्च 20११ को जापान में आए जोरदार भूकंप एवं सुनामी द्वारा जिन न्यूक्लीय रिएक्टरों की भारी क्षति के फलस्वरूप विकिरण का रिसाव हुआ, वे किस जगह थे ? >भारत का संविधान किसका प्रतिनिधित्व करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा के दो सदस्यों के नामांकन के लिए मुहैया करता है ? >भारत का पहला वायसराय कौन था ? >चीन द्वारा निर्मित ग्वादर बन्दरगाह किस देश में स्थित है ? >ड्डष्ण.भक्त मीरा का ब्याह किस राजवंश में हुआ था ? >ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डर का आविष्कार किसने किया ? >भारत की प्रथम महिला शासक कौन थी ? >किस ब्रिटिश प्रधानमंत्री के समय भारत स्वतन्त्र हुआ ? >डबल रोटी बनाने में प्रयुक्त किए जाने वाला बेकिंग पाउडर क्या होता है ? >किस अनुच्छेद के द्वारा ६ से १4 वर्ष तक के बच्चों के लिए शिक्षा का अधिकार मूल अधिकार माना गया है ? >विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा कौन-सा है ? >भारत में वर्ष १780 में कौन-सा पहला अंग्रेजी अखबार था ? >राज्य योजना आयोग का अध्यक्ष कौन होता है ? >इंडिया रिमेम्बर्ड नामक पुस्तक किसने लिखी है ? >कोई व्यक्ति राष्ट्रपति पद के लिए अधिकतम कितनी बार निर्वाचित हो सकता है ? >मार्को पोलो किस देश का मूल निवासी था ? >कलम का सिपाही ड्डति के लेखक कौन हैं ? >भारत के किस राज्य को चावल का कटोरा (राइस बाउल) कहा जाता है ? >भारतीय रिजर्व बैंक के लेखा वर्ष की अवधि क्या है ? >रेडियो का आविष्कार किसने किया था ? >दिल्ली स्थित राजघाट किसका समाधि स्थल है ? >भारत का प्रथम मुस्लिम शासक कौन था ? >शान्त घाटी किस राज्य में स्थित है ? >भारत की अपराजिता दत्ता को हॉर्नबिल प्रजाति के पक्षियों के संरक्षण के लिए काम पर ह्निटली पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वह कहां की निवासी हैं ? >शरीर में सबसे बड़ी अंतःस्रावी ग्रंथि कौनसी है ? >१939 में कांग्रेस की अध्यक्षता हेतु महात्मा गाँधी ने किसे सुभाष चन्द्र बोस के विरुध्द नामित किया ? >बेरी.बेरी किस विटामिन की कमी से होता है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
बड़ी खबर, लोकसभा चुनाव के बाद बंद हो गया 'नमो टीवी' | वेब्दुनिया हिन्दीबड़ी खबर, लोकसभा चुनाव के बाद बंद हो गया 'नमो टीवी'पुनः संशोधितमंगलवार, २१ मई २०१९ (०७:१६ इस्ट)नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों और अन्य चुनावी संदेशों का प्रचार करने वाला भाजपा प्रायोजित चैनल नमो टीवी बंद हो गया है। सूत्रों ने बताया कि यह १७ मई को बंद हो गया जब लोकसभा चुनाव के लिए सारा प्रचार अभियान खत्म हो गया।एक भाजपा नेता के अनुसार, नमो टीवी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रचार अभियान के माध्यम के रूप में लाया गया। चुनाव खत्म होने के साथ ही इसकी अब कोई जरुरत नहीं है इसलिए १७ मई से जब सारा प्रचार खत्म हो गया तो इसे भी बंद कर दिया गया। चैनल जब से शुरू हुआ तब से विवादों में रहा।दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव प्रचार की अवधि खत्म होने के बाद भी नमो टीवी पर चुनाव संबंधित खबरें प्रसारित करने के लिए भाजपा को नोटिस भेजा था लेकिन पार्टी ने कहा कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया।अप्रैल में निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया था कि नमो टीवी पर दिखाए जाने वाले सभी रिकॉर्डेड कार्यक्रम पूर्व प्रमाणित हों। इसके बाद दिल्ली निर्वाचन आयोग ने भाजपा को उसकी मंजूरी के बिना टीवी पर कोई भी सामग्री प्रसारित ना करने के लिए कहा।कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने निर्वाचन आयोग से चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए चैनल को रद्द करने के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को निर्देश देने के लिए कहा था जिसके बाद आयोग ने नमो टीवी पर मंत्रालय से रिपोर्ट मांगते हुए एक नोटिस जारी किया था। (भाषा)एक्सित पोल के नतीजों से भाजपा खेमे में उत्साह, कार्यकर्ता कर रहे हैं जश्न की तैयारीमायावती और अखिलेश के बीच एक घंटे तक बातचीत, अब २३ मई का इंतजारगोडसे वाले बयान पर साध्वी प्रज्ञा का प्रायश्चित, चुनाव परिणाम आने तक करेंगी कठिन तपस्याबड़ी खबर, कभी भी गिर सकती है मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार |
रान की जीवनी - रहान फोटोग्राफर्हान की जीवनी रान २०१८-१२-२७त१७:३५:३७+०२:००सन १९७९ में नॉरमदे , फ्रांस में पैदा हुए रेहान को हमेशा से ही फोटोग्राफी और यात्रा का शॊक रहा हैं । जहाँ बहुत सारे लोग नैसर्गिक दृश्यों की खोज में सफ़र करते हैं । रेहान की यात्रा का एकमात्र उद्देशय नए लोगो से मिलना तथा लोगो को उनके नैसर्गिक वातावरण को अपने कैमरे में कैद करना रहा है । इस के दवारा रेहान ने न सिर्फ दूर दराज के इलाको की भिन्न भिन्न संस्कृति को सिखा बल्कि अपने खास अंदाज से तस्वीर को अपने कैमरे में कैद करना भी सिख लिया । अन्य चितर्कारो तथा रेहान की तस्वीरो में यह अंतर रहा है कि ये अनियमित रूप से नैसर्गिक वातावरण में पल को कैद करने का बखूबी हुनर रखते है । इसके लिए वे अपने मॉडल के साथ बातचीत के दौरान बीताये गए समय में उनके बेहतरीन क्षणों को कैद कर लेते है । रेहान की तस्वीरे दर्शको को तस्वीर के पीछे की कहानी समझने में सहायक होती है । उनका उदेशय ही यही है कि दर्शक अपनी कल्पना की उड़ान के सहारे तस्वीर में छुपी सुन्दरता की खोज कर सके ।सन् २००7 में वैतनाम के एक गैर लाभकारी संगठन के साथ काम करते हुए रेहान का दिल वैतनाम की सुन्दरता तथा वहां के लोगो पर आ गया और उन्होंने वैतनाम में अपने सालाना यात्रा के दोरान अपन समय वैतनाम के लोगो तथा संस्कृति को अपने कैमरे के लेंस के द्वारा उजागर करने में लगा दिया ।सन् २०११ में पहली बार रेहान ने होए-अन जैसे छोटे से शहर में स्थानान्तार्ण लेने का फैसला लिया । फ्रांस की अपनी आधुनिक और वयस्त जीवन को त्याग कर होए-अन जैसे छोटे से शहर में रहने का यह फैसला अपने फोटोग्राफी के ख्वाबो के पीछे बढ़ाया गया एक साहसी कदम था ।फोटोग्राफर का अधिकतर समय यात्रा तथा नये लोगो से मिलने में व्यतित होता है चाहे स्थानीय हो या प्रय्टक । रेहान सही मोके की तलाश में रहता है । सात साल वैयतनाम में अपनी नोटर गाडी पर सवार होकर इन्हिने देश का एक चोथाई हिसा देख लिया । अपने इस सफ़र क दोरान ४०,००0 से भी ज्यादा फोटो ली । लेकिन केवल १४५ तस्वीरों को ही इनकी सबसे पहली पुस्तक वैतनाम-मुसेईक ऑफ़ कंट्रास्ट में जगह मिल सकी । यह पुस्तक वो पुस्तक है जिसमे फोटोग्राफर अपना दृष्टिकोण तथा वैत्नाम की कुछ कहानिया दुनिया क साथ बंटाना चाहते है । यह वैतनाम के अलग अलग पहलुओ को चित्रण करते है। नका मकसद था कि दर्शक अपने नैसर्गीक अंदाज में तस्वीर की सुन्दरता को सोच सके जैसे जिस प्रकार इन्होने मॉडल को अपने कैमरे में कैद किया है ।सन ्२०१४ में रेहान ने अपनी पहली फोटो गैलरी कॉलेर्स डी एसी होए-अन शहर के एन्सिएन्ट टाउन में शुरू की। फोटोग्राफी का यह शोक रेहान को यहाँ तक सिमित न रख सकी । उन्होंने नए अभियान तथा नये विचार अपनी तस्वीरों में प्रस्तुत करना जारी रखा। इहाँ का शोक उन्हें अपनी तस्वीरो में नये विचार ततः नई तकनीक डालने में सहायक रहा । उन्होंने अन्य फोटोग्राफर तथा नये विकसित तकनीक की सहायता से तस्वीर लेने की अपनी तकनीक को बेहतर से बेहतर बनाने की कोशिश इ। रेहान अथक रूप से सिखने के नये अवसर की कोशिश में लगे रहे ताकि वे अपनी कला को अपने अनुयायियों में बांट सके तथा अपने फोटोग्राफर मित्रो से फीडबैक व् सुचना हासिल कर सके । वे उनके साथ पर्याप्त अनुभव तथा कहानिया बताने लगे । रेहान को उनके परिश्रम का फल तब मिला जब विशिष्ट फोटोग्राफी मैगज़ीन जैसे लोस अन्जिलोस टाइम्स , काँड नास्ट ट्रव्ल्लेर्स , डेली मेल्स टाइम्स, फोटो डिजिटल और अक्सर नेशनल जियोग्राफी दवारा रेहान के काम को स्वीकृति मिली । इसके अलावा रेहान के व्यक्तिगत फेसबुक के पेज पर उनके अनुयायियों की भारी संख्या देखने को मिली । फेसबुक पर इनके फ़ेस की संख्या करीब २,००,००0 है और ये सिलसिला अभी तक जारी है । यह सफलता रेहान को प्रेरित कर रही है और कठिन परिश्रम के लिए जिस से वे और ज्यादा नैसर्गिक और ज्यादा सुन्दर और यक़ीनन और ज्यादा अर्थ पूर्ण लक्ष्य अपने तथा अपने अनुयायियों के लिए प्राप्त कर सके ।पूरे विशव में विसम्य्कारी रूप से मीडिया की विस्तृती मिलने के बाद रेहान को एक और पुरुष्कार के रूप में बोर्ड पांडा डॉट कॉम (१.५ मिलियन अनुयायी फेसबुक पर और ३ मिलियन जी+ पर) द्वारा रेहान क विषय में लेख प्रकाशित होने पर मिला। रेहान दुनिया क बेहतरीन पोर्ट्रेट फोटोग्राफर में स्टीव ऍम सी कर्री , जिम्मी नेल्सन ली जफ्रिज जैसे प्रसिद्ध फोटोग्राफर के साथ चोथे स्थान पर नामांकित किया जाता है । एक हफ्ते क अन्दर अन्दर यह लेख विशव में ३,००,००0 लोगो द्वारा देखा गया और ६०,००0 लोगो द्वारा शेयर किया गया । अब यह लेख अलग अलग मीडिया साइट्स जैसे चाय्निज , जेप्निज , स्पेनिज , थाई पोर्तगीज , फ्रेंच और अन्य वेब्साइट्स पर प्रकाशित हुआ।रेहान की फोटोग्राफी में शैली को उसके विशेष स्पर्श तथा अपने लक्ष्य की आत्मा को अपने कैमरे में कैद करने की कला की वजह से याद रखी जाएगी । इनकी तस्वीरों में भावना का ऐसा बहाव मिलता है जिसे शब्द शायद ही बयाँ कर सके ।आखिरकार रेहान की २ तस्वीरों तथा उनकी फोटोग्राफी को गैर सरकारी आर्ट कलेक्शन ऑफ़ एशिया (हवाना , क्यूबा ) में जगह मिल सकी ।२0 मई , २0१५ को रेहान ने वरसाईल्स (एन्सीयंट एल्यूरस) में अपनी तस्वीरों के कुछ सिमित संस्करण के साथ नई गैलरी शुरू की । |
बीजेपी ने एक साल में खर्च किए १००० करोड़, ट्म्क की कमाई में ३६००% इजाफा सच के साथ सुचकेसाथबीजेपी ने एक साल में खर्च किए १००० करोड़, ट्म्क की कमाई में ३६००% इजाफाबाय सच के साथ - अशोक कुमार वर्मा ऑन फेब्रुवारी १३, २०२० ( लीवे आ कमेंट )६ राजनीतिक दलों की कुल कमाई में २४१० करोड़ रुपये अकेले बीजेपी का है, जो सभी दलों की कुल कमाई का ६५.1६ फीसदी है. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (अद्र) की रिपोर्ट के मुताबिक, एक साल के दौरान ६ राजनीतिक दलों (बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई) की कमाई में २३०८.९२ करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. इसमें से ५२ फीसदी यानी १९३१.४३ करोड़ रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए आए हैं.नई दिल्ली|देश की विकास दर भले ही धीमी गति से आगे बढ़ रही हो, लेकिन राजनीतिक दलों की कमाई में साल-दर साल बंपर बढ़ोतरी हो रही है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष (२०१८-१९) के दौरान राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की कमाई में 1६६ फीसदी का इजाफा हुआ है और अब इन ६ दलों की कुल कमाई बढ़कर 3६98 करोड़ रुपये पहुंच गई है. कुल कमाई के मामले में सबसे ऊपर बीजेपी है. हालांकि, एक साल के दौरान सबसे ज्यादा वृद्धि तृणमूल कांग्रेस की कमाई में हुई है.६ राजनीतिक दलों की कुल कमाई 3६98 करोड़ में से २४१० करोड़ रुपये अकेले बीजेपी का है, जो सभी दलों की कुल कमाई का ६५.1६ फीसदी है. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्सस (अद्र) की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष २०१७-१८ और २०१८-१९ के बीच ६ राजनीतिक दलों (बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई) की कमाई में २३०८.९२ करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. इसमें से ५२ फीसदी यानी १९३१.४३ करोड़ रुपया इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए आया है.२०१४ से केंद्र में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी ने २०१८-१९ वित्तीय वर्ष के दौरान अपनी कुल आय २४१०.०८ करोड़ रुपये घोषित की है. इस रकम में से पार्टी ने ४१.७१ फीसदी यानी १००५.३३ करोड़ रुपया खर्च किया है. बता दें कि यह चुनावी साल रहा है.कांग्रेस को इस एक साल के दौरान 9१८.०३ करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जिसमें से पार्टी ने ५१.१९ फीसदी यानी 4६9.९२ करोड़ रुपया खर्च किया है. ममता बनर्जी की ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की बात की जाए तो उसे एक साल में 1९२.६५ करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जिसमें से पार्टी ने ११.५० करोड़ खर्च किया है, जो कमाई का ५.९७ फीसदी है. सीपीएम ने वित्तीय वर्ष २०१८-१९ के दौरान अपनी आय १००.9६ करोड़ रुपये घोषित की है और उसने इसका 7५ फीसदी से ज्यादा खर्च किया है, जो कि 7६.1५ करोड़ रुपये है. एक साल में इस हिसाब से बढ़ी दलों की आय.बीजेपी- एक साल में १३4% वृद्धि (१३82.७४ करोड़)२०१७-१८ (१०२७.३४ करोड़)२०१८-१९ (२४१०.०८ करोड़)कांग्रेस- एक साल में 3६0% वृद्धि (7१८.८८ करोड़)२०१७-१८ (१९9.1५ करोड़)२०१८-१९ (9१८.०३ करोड़)तृणमूल कांग्रेस- एक साल में 3६28% वृद्धि (१८7.४८ करोड़)२०१७-१८ (५.1६7 करोड़)२०१८-१९ (1९२.६५ करोड़)हालांकि, तृणमूल कांग्रेस की यह वृद्धि कुल १८7.४८ करोड़ रुपये है. इन दलों के अलावा सीपीआई की कमाई में ५.६0 करोड़ का इजाफा हुआ है.कैटेगरी: ताज़ा ख़बरें, देश, संपादकीय, कंट्री, इकनोमी, इंडियन कंस्टीट्यूशन, पॉलिटिकल्टग्गे आस: अद्र, ब्जप, त्म्केड्र रिपोर्ट: इलेक्टोरेल बॉन्ड से ब्जप की बल्ले-बल्ले, 14५० करोड़ मिले, कांग्रेस को ३८३ करोड़फिरे इन मुंबई: अंधेरी ईस्ट में रोल्टा कंपनी में भीषण आग |
उप्तत : प्राथमिक स्तर की टीईटी में सभी को एक-एक नंबर मिलना तय || डिसेंबर १६, २०१८ ८:५६ आमप्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) २०१८ की संशोधित उत्तरमाला ३० नवंबर को जारी होगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के प्रश्नों पर मिली तकरीबन चार हजार आपत्तियों के निस्तारण के लिए विषय विशेषज्ञों की समिति से रिपोर्ट मांगी है।अभ्यर्थियों के दावों की मानें तो प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कम से कम एक-एक नंबर सभी को समान रूप से मिलना तय है। दरअसल कक्षा एक से पांच तक के प्रश्नपत्र में एक सवाल ऐसा है, जिसके चार में से कोई भी विकल्प सही नहीं है। सभी विकल्प गलत होने की स्थिति में सभी को एक-एक नंबर मिलते हैं, चाहे किसी अभ्यर्थी ने उस प्रश्न को हल करने की कोशिश की हो या नहीं।शिक्षक बनने को ब.एड-ड.एल.एड की जगह अब आईटीईपी कोर्सइस प्रकार प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कम से कम एक-एक नंबर सभी अभ्यर्थियों को मिलना तय माना जा रहा है। -प्रश्न गलत होने के कारण सभी अभ्यर्थियों को समान अंक मिलेंगे। विशेषज्ञों की रिपोर्ट पर ३० नवंबर को अंतिम उत्तरमाला जारी होगी।उप्तत आंसर की जारी होने के साथ ही कई प्रश्नों के उत्तर पर उठी आपत्तिआपको बता दें कि परीक्षा २०१८ में करीब १७ लाख छात्र बैठे थे। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा २०१८ की पहली शिफ्ट का एग्जाम सुबह १० बजे से दोपहर १२.३० बजे तक हुआ था। पहली शिफ्ट का एग्जाम उन आवेदकों के लिए था जो उत्तर प्रदेश के मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पहली से पांचवी कक्षा तक पढ़ाना चाहते हैं। वहीं परीक्षा का दूसरा सेशन दोपहर ३ बजे से शाम ५ बजे तक था। दूसरी शिफ्ट का एग्जाम उन कैंडिडेट्स के लिए था जो वि से वी कक्षा तक पढ़ाना चाहते हैं। अभ्यर्थियों की मानें तो टीईटी के अधिकांश प्रश्न स्पष्ट नहीं हैं। जिस कारण परीक्षा नियामक की ओर से जारी उत्तरकुंजी में दिए गए उत्तर विवादित हैं। इसलिए उन सभी प्रश्नों के समान अंक दिए जाएं ताकि अभ्यर्थियों को कोर्ट की शरण न लेनी पड़े ।दिल्ली के बड़े अस्पताल में जीवित व्यक्ति को बताया मृत, अंतिम संस्कार के वक्त निकला जिंदाजून 2३ २०१८ ११:2३प्म |
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान को स्थापित हुए पैंतीस साल हो गए हैं। मोटे तौर पर इसके लाभ-हानि का यदि आकलन किया जाए तो यहां काफी कुछ नष्ट हो चुका है। सच कहा जाए तो भारतीय वन प्रबंधन इसके लिए सीधे जिम्मेदार है। शीर्ष अधिकारियों की पदलोलुप महत्वाकांक्षाएं, भ्रष्टाचारजनित कृत्य और अकर्मण्यता से वन और वन्यजीवन की सुरक्षा एवं संरक्षण...दुधवा नेशनल पार्क का स्वर्णकाल अब एक कहानी देवेंद्र प्रकाश मिश्रधर्मांतरण से न केवल धर्म बल्कि भाषा और सामाजिक व्यवस्था भी पूरी तरह बदल जाती है। मध्य एशिया में धर्मांतरण राजनीति का आधार बनता जा रहा है। इस्लामी व्यवस्था भी इसकी पक्षधर है, लेकिन जिस रफ्तार से ईसाइयत फैल रही है और अपने पंथ को आधार बनाकर वे जिस तरह से दुनियां को चलाना चाहते हैं, यह आज के समाज-दुनियां के लिए बड़ी चुनौती है। जनसंख्या के आंकड़े देश और दुनियां को बदलते हैं, इसलिए धार्मिक...धर्मांतरण के लिए सरकारी निमंत्रण आरएल फ्रांसिसबसपा दो ही प्रकार से सत्ता में लौट सकती है, या तो वह अपने बूते बहुमत हासिल करे या फिर उसकी सरकार बनवाने के लिए पर्याप्त संख्या बल के साथ कोई उसके साथ आए। बसपा जानती है कि उसके लिए भाजपा में अब कोई सहानुभूति नहीं है। भाजपा का नेतृत्व नितिन गडकरी के हाथ में है, जो अपनी शर्तों पर बसपा से समर्थन तो ले सकते हैं, लेकिन बसपा को समर्थन...गडकरी ने बढ़ाई मायावती की चिंताचुनाव आयोग ने यूपी सहित पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है, साथ ही साफ-साफ बोल दिया है कि चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वालों, पेड न्यूज़ और मतदाताओं को प्रलोभन देने वालों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा। आयोग ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रबंधन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है, जहां ४ फरवरी से सात चरणों में चुनाव होंगे।...अठ्ठाईस जनवरी से पांच राज्यों में चुनाव१ ... १3१ १32 १33 १3४ १35 १36 १37 १38 १39 १४0 ... १४7 |
उत्तराखंड न्यूज: नव गाइडलाइन्स फॉर विक्रम इन देहरादून - २२ मई २०१९राज्य समीक्षा उत्तराखण्ड देहरादून में अब नहीं चलेगी विक्रम चालकों की मनमानी, नियम तोड़े को होगी सख्त कार्रवाईदेहरादून में नियम कानूनों को ताक पर रख कर विक्रम दौड़ाने वालों की अब खैर नहीं, उनकी मनमानी रोकने के लिए पुलिस ने ये खास कदम उठाए हैं...कोमल नेगी २२ मई २०१९ देहरादूनदेहरादून की सड़कों पर आड़े-तिरछे, दांए-बाएं कहीं भी विक्रम दौड़ाने वालों की अब खैर नहीं है, दून पुलिस ने मनमौजी विक्रम चालकों की मनमानी रोकने के पूरे इंतजाम कर लिए हैं...अब विक्रम चालक सवारी बैठाने के लिए गाहे-बगाहे कहीं भी विक्रम नहीं रोकेंगे, जो विक्रम चालक ट्रैफिक पुलिस की नहीं सुनेगा वो नपेगा। पुलिस ने विक्रम चालकों की मनमानी रोकने के लिए खास रणनीति बनाई है। हाल ही में विक्रम चालकों को लास्ट वॉर्निंग देने के लिए एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने विक्रम चालकों के साथ बैठक की। बैठक में यातायात पुलिस ने सभी विक्रम चालकों को नियम से वाहन चलाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्हें चेतावनी भी दी गई, अधिकारियों ने कहा कि अब अगर कोई भी विक्रम चालक नियमों का पालन नहीं करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल देहरादून मे विक्रम चालकों की मनमानी के किस्से लगातार सामने आ रहे हैं, राजधानी की सड़कों पर असल में इन्हीं का राज चल रहा है, ये जब मन आए, जहां मन आए...वहां पर विक्रम रोक देते हैं।यह भी पढें - उत्तराखंड: जंगल में घास लेने गई थी महिला..आदमखोर ने बनाया निवाला, गांव में मातमसवारियां बैठाने के लिए कहीं भी अचानक विक्रम रोक कर खड़े हो जाते हैं, जिससे सड़कों पर जाम लग जाता है। एक तो ट्रैफिक के बढ़ते दबाव से राजधानी पहले ही हांफ रही है, उस पर विक्रम चालकों की मनमानी से दिक्कतें और बढ़ गई हैं। दून पुलिस ने इनके खिलाफ पहले कई बार कार्रवाई की है, लेकिन विक्रम चालकों की मनमानी बढ़ती ही जा रही है, इस बार पुलिस ने लास्ट वॉर्निंग दे दी है, एसपी ट्रैफिक प्रकाश चंद्र आर्य ने कहा है कि अगर अब किसी भी विक्रम चालक ने नियम को तोड़ा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, उम्मीद है पुलिस के इस कदम के अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे...विक्रम चालकों की मनमानी रुकेगी, साथ ही जाम की समस्या से जूझ रही राजधानी को भी राहत मिलेगी। देखना है आगे देहरादून की जनता को कितनी राहत मिल पाती है।उत्तराखंड न्यूज: नव गाइडलाइन्स फॉर विक्रम इन देहरादूनउत्तराखंड: जंगल में घास लेने गई थी महिला..आदमखोर ने बनाया निवाला, गांव में मातमप्रेवियस पोस्टलोकसभा चुनाव: उत्तराखंड के शुरुआती रुझान..बीजेपी ने बढ़ाई बढ़तनेक्स्ट पोस्ट्रीड तीस न्यूज आर्टियल आबात नव गाइडलाइन्स फॉर विक्रम इन देहरादून (देहरादून में अब नहीं चलेगी विक्रम चालकों की मनमानी, नियम तोड़े को होगी सख्त कार्रवाई - उत्तराखंड, उत्तराखंड न्यूज, लेटेस्ट उत्तराखंड न्यूज, देहरादून विक्रम,उत्तराखंड, उत्तराखंड न्यूज, लाटेस्ट उत्तराखंड न्यूज, देहरादून विक्रम, उत्तराखंड, उत्तराखंड न्यूज, लाटेस्ट न्यूज फ्र्म उत्तराखंड) फॉर कॉम्प्लेट न्यूज एंड इंफोरमेशन. राज्य समीक्षा (राज्य समीक्षा, राज्यसमीक्षा.कॉम) इस ओन ऑफ थे मोस्ट पॉपुलर हिन्दी न्यूज पोर्तल उत्तराखंड. रीडर्स गेट इन-टूच वित एल थे पॉजिटिव/जेनून न्यूज एंड इंफोरमेशन आबात देवभूमि उत्तराखंड. करेंट्ली राज्यसमीक्षा.कॉम पबलिशस उत्तराखंड न्यूज (उत्तराखंड न्यूज, उत्तराखंड समाचार). |
तितले: अमेरीकेतील प्रतिष्ठीत अशी 'स्पेलींग बी' स्पर्धा या वर्षी कोणत्या भारतीय मुळाच्या विद्यार्थ्याने जिंकली?तीस इस आ मोस्ट इम्पोर्तंट क्वेस्शन ऑफ ग्क एक्सम. क्वेस्शन इस : अमेरीकेतील प्रतिष्ठीत अशी 'स्पेलींग बी' स्पर्धा या वर्षी कोणत्या भारतीय मुळाच्या विद्यार्थ्याने जिंकली? , ऑप्शन इस : १. प्रणव शिवकुमार , २. काव्या शिवशंकर , ३.अरविंद महाकाली , ४. श्रीराम हतवार , ५. नुल मैक एक्सम ऑन : मराठी सामान्यज्ञान प्रश्नोत्तरे क.)अमेरीकेतील प्रतिष्ठीत अशी 'स्पेलींग बी' स्पर्धा या वर्षी कोणत्या भारतीय मुळाच्या विद्यार्थ्याने जिंकली? १)प्रणव शिवकुमार २)काव्या शिवशंकर ३)अरविंद महाकाली ४)श्रीराम हतवार ५)वित्त आयोगाची नेमणूक कोणत्या कलमान्वये केली जाते ? लोकसभा सभापतींची निवड......................कोणत्या पंचवार्षिक योजनेत प्रथमच सार्वजनिक क्षेत्रापेक्षा खाजगी क्षेत्रावर जास्त भर देण्यात आला होता ? भारतीय बियाणे कायदा कोणत्या वर्षाचा आहे ?महात्मा फुले यांनी सत्यशोधक समाजाची स्थापना केव्हा केली ? २0११ हे _________ या बँकेचे शताब्दी वर्ष आहे.'आंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस' कधी साजरा केला जातो?फ्रेंच ओपन टेनिस-२0१३ च्या महिला एकेरीचे विजेतेपद कोणी पटकाविले?जगात सर्वात मोठी राज्यघटना कोणत्या देशाची आहे?विद्युत वितळतारबाबत सत्य विधान ओळखा.अ] ती विद्युत परिपथामध्ये समांतर जोडणीने जोडतात.ब] तिचा द्रवणांक फार कमी असतो.........सालानंतर सुवर्ण परिणाम पद्धती रद्द झाली . गुड कंट्री इंडेक्स(जीसीआय) सर्वेक्षणानुसार जगातील १९६ देशांपैकी कोणत्या देशाने उत्कृष्ट देशांच्या यादीत पहिला क्रमांक मिळवला आहे?भाषावर प्रांतरचनेच्या तरतुदी ........व्या घटनादुरुस्तीत समाविष्ट करण्यात आल्या आहेत . २००४ पर्यंत भारतात ब्यापारी बँकांचे राष्ट्रीयीकरण किती टप्यात झाले ? पुदिना या वनस्पतीचा उपयोग _ _ _ _ _ _ _ म्हणून केला जातो.>सूक्ष्म विद्युत.धारा का पता लगाने एवं मापन के लिए किस उपकरण का प्रयोग किया जाता है ? >गंगा को उत्तर से दक्षिण ले जाने वाला चोला राजा कौन था ? >किस उच्च न्यायालय द्वारा भारत में बंद आयोजित करने को पहली बार अवैध घोषित किया गया ? >जिस ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम द्वारा प्रत्येक परिवार के कम.से.कम एक व्यक्ति को रोजगार देने का लक्ष्य है, उस योजना का क्या नाम है ? >किस अधिनियम को काला कानून की संज्ञा दी गई थी ? >प्रड्डतिवाद का जन्मदाता किसको माना जाता है ? >सघ की भाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी। यह संविधान के किस अनुच्छेद में कहा गया है ? >कॉन्क्वेस्ट ऑफ सेल्फ पुस्तक के लेखक कौन है ? >ईसीजी (एक्ग) किस रोग का पता लगाने हेतु प्रयुक्त की जाती है ? >मुद्राराक्षस नामक पुस्तक का लेखक कौन था ? >किस देश ने विश्व की सबसे लम्बी हाई स्पीड रेल लाइन को ट्रेनों के आवागमन के लिए खोला है ? >मेवाड़ प्रजामण्डल की स्थापना किसने की ? >कौन-सा जलाशय अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों को अलग करता है ? >राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने देश के कितने राज्यों में राष्ट्रीय डेयरी योजना आरम्भ करने की घोषणा की ? >उत्तर प्रदेश में नॉलेज पार्क की स्थापना कहाँ की जा रही है ? >भारतीय संविधान के 7३वें संशोधन का सम्बन्ध किससे है ? >एक रुपये के नोट पर किसके हस्ताक्षर होते हैं ? >पेनिसिलीन की खोज किसने की थी ? >किस पादप को 'शाकीय भारतीय डॉक्टर कहते हैं ? >जैन तीर्थंकर श्री महावीर जी का जन्म कहाँ हुआ था ? >प्रड्डति को महान् शिक्षक किसने बताया है ? >वेबसाइट के प्रथम पृष्ठ को क्या कहा जाता है ? >कोनिका कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >वह एकमात्र पक्षी कौन-सा है, जो पीछे की और उड़ता है ? >राइडर कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >विश्व में सबसे विशाल मरुभूमि कौनसी है ? >सवाई मानसिंह स्टेडियम कहाँ स्थित है ? >वर्ष २0११ की जनगणना के अनुसार विश्व की कुल जनसंख्या में भारत की हिस्सेदारी कितने प्रतिशत है ? >ड्यूश शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >बॉल पेन किस सिध्दान्त पर काम करता है ? >भारतीय संविधान में मूल कर्तव्यों का वर्णन किस अनुच्छेद में है ? >किस देश के साथ भारत ने राजनीतिक सम्बन्धों (मार्च, २0१३) में कमी की है ? >विश्व के सबसे ऊंचे रेल पुल का जम्मू.कश्मीर में निर्माण हो रहा है। यह पुल किस नदी पर होगा ? >अनसॉलिसिटेड ई.मेल को क्या कहते हैं ? >विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है ? >रक्त किस प्रकार का ऊतक है ? >करमा किस जनजाति का नृत्य है ? >विलुप्त होती प्रजातियों के बेहतर संरक्षण के लिए साइट्स कोप.१6 सम्मेलन कहाँ सम्पन्न हुआ ? >इंकलाब जिंदाबाद का नारा किसने दिया था ? >वह अवस्था क्या कहलाती है ? >राष्ट्रपति द्वारा आंतरिक अव्यवस्था के आधार पर आपातकाल की घोषणा पहली बार कब की गई ? >कनफेडरेशन कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >संसद किसके माध्यम से सार्वजनिक व्यय पर नियन्त्रण रखता है ? >शरीर के आंतरिक अंगो का परीक्षण किस उपकरण द्वारा किया जाता है ? >सीपीयू का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग कौन सा होता है ? >कर्नाटक का प्रमुख लोकनृत्य कौन सा है ? >भारतीय संसद के कामकाज में शून्य काल का क्या अर्थ है ? >भारत के पूर्वी तट पर स्थित पत्तन के नाम क्या है ? >सुल्ताना रजिया बेगम किसकी बेटी थी ? >सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यों की संख्या कितनी है ? >भारत में सबसे गहरी खान कहां स्थित है ? >कथकली किस राज्य का प्रमुख नृत्य है ? >जिसके पेट पर माँ ने रस्सी बाँधी थी उसे क्या कहते ? >हिंदू कानून जिनकी देन है वह कौन थे ? >विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारतीय कंपरियों के शेयरों और बांडों की खरीद क्या कहलाती है ? >बन्द अर्थव्यवस्था का अर्थ क्या होता है ? >चैथे बौध्द संगीति का आयोजन किसके शासनकाल में हुआ था ? >केनन शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >गुर्दे (किडनी) का कार्यात्मक यूनिट क्या है ? >कौनसी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगें ब्लूटूथ द्वारा कम दूरी के बीच आँकड़ों के आदान.प्रदान हेतु प्रयुक्त की जाती हैं ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कहाँ हुई ? >लोकसभा का विघटन कौन कर सकता है ? >गायत्री मंत्र किस वेद में लिखित है ? >योजना आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे ? >होम रूल लीग किसने शुरू की थी ? >पंडित मदनमोहन मालवीय ने काशी विश्वविद्यालय की स्थापना किस वर्ष की थी ? >ब्राजील की प्रथम महिला राष्ट्रपति किसको चुना गया ? >भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन पहली बार किसने किया था ? >प्रेजेंटेशन/स्लाइड शो तैयार करने के लिए सामान्यतः कौन-सा एप्लिकेशन प्रयोग किया जाता है ? >प्रसिध्द रशियन क्लासिक पुस्तक दि मदर का लेखक कौन है ? >अशोक के किस शिलालेख में उसकी कंलिंग विजय का वर्णन है ? >यू.एस.ए. की राजधानी किस नदी के किनारे स्थित है ? >विश्व का सबसे ऊँचा ज्वालामुखी कौन सा है ? >वॉ के आविष्कारक व प्रवर्तक कौन हैं ? >इस समय भारत में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज पदार्थ कौन सा है ? >राष्ट्रीय अस्थि रोग विकलांग संस्थान कहाँ स्थित है ? >पानीपत का द्वितीय युध्द कब हुआ था ? >उत्तर प्रदेश में योजना आयोग का गठन कब किया गया ? >१90५ में बंगाल प्रांत को दो भागों में किसने बांटा था ? >कंप्यूटर सिस्टम के किस भाग को भौतिक रूप से स्पर्श किया जा सकता है ? >फासिज्म किसमें विश्वास रखता है ? >डूरण्ड रेखा किस देशों की महत्वपूर्ण सीमा के बीच में है ? >दिन और रात कहाँ बराबर होते हैं ? >लोक चित्रकला मधुबनी किस राज्य में लोकप्रिय है ? >१60५ में डचों ने सबसे पहले भारत में जहां अपना अधिकार जमाया, वह कौन सा स्थान था ? >भारत का नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक किसके द्वारा नियुक्त किया जाता है ? >सूर्य की सतह का तापमान लगभग कितना होता है ? >जाली करेन्सी नोटों के विरुध्द कार्यवाही भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा में की जाती है ? >प्रकाश वर्ष किसकी इकाई है ? >जिस मार्ग पर ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते है, उसे क्या कहते हैं ? >विश्व प्रसिध्द खजुराहो के मन्दिर किस राज्य में हैं ? >संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना कब की गई थी ? >खानवां के युध्द में बाबर द्वारा पराजित किया जाने वाला राजपूत राजा कौन था ? >कौनण्सा राष्ट्रीय राजमार्ग नागपुर को कन्याकुमारी से जोड़ता है ? >मानव हृदय का कौन सा प्रकोष्ठ, पूर्णतः आक्सीजनीड्डत रक्त को महाधमनी में और वहां से पूरे शरीर में भेजता है ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >विश्व विकास रिपोर्ट किसका वार्षिक प्रकाशन है ? >सियाचिन जाने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री कौन था ? >मानव-रूधिर का फ क्या है ? >एलोरा के कैलाश मन्दिर का निर्माण किसने करवाया था ? >कंप्यूटर प्रोग्राम हाइ लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखे जाते हैं, तथापि प्रोग्राम के मानव पठनीय पाठ को क्या कहते हैं ? >तेनालीराम किस शासक के दरबार में थे ? >मेसोपोटामिया की सभ्यता कहाँ विकसित हुई थी ? >सिकन्दर एवं पोरस के बीच हुआ ३२6 ईण्पूण् का यु; किस नाम से जाना जाता है ? >कौनसा राजमार्ग दिल्ली एवं लखनऊ को जोड़ता है ? >मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है ? >कानपुर के गदर का नेतृत्व किसने किया था ? >भारत के प्रथम चुनाव आयुक्त कौन थे ? >रक्ताल्पता रोग किसकी कमी से होता है ? >महाभारत काल में गंगापुत्र किसे कहा गया था ? >डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने संविधान का हृदय और आत्मा किसे कहा था ? >किसको सह्याद्रि पर्वतमाला भी कहा जाता है ? >किस वर्ष के ओलम्पिक खेलों में भारत ने भाग नहीं लिया था ? >पृथ्वी की कितने प्रतिशत अनियमित सतह पानी से घिरी हुई है ? >राज्य की कार्यपालिका का प्रमुख कौन होता है ? >बेटल कन किस खेल से सम्बन्धित है ? >द लॉस ऑफ इनहेरिटेन्स किसकी ड्डति है ? >चंद्रगुप्त मौर्य ने अपनी जिंदगी के आखिरी दिन किस स्थान पर गुजारे थे ? >चर्चित किताब हेमलेट किसके द्वारा लिखी गई थी ? >किस उपकरण द्वारा यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है ? >किस राज्य सरकार ने शहर में छेड़छाड़ से निपटने के लिए नवम्बर, २0१२ में महिला कमाण्डों टीम वीरांगना का गठन किया है ? >स्त्रियों की दशा में सुधार न होने तक विश्व के कल्याण का कोई मार्ग नहीं है। यह किसने कहा है ? >किस राज्य में हाई एल्टीट्यूड क्लाइमेट चेंज प्रोजेक्ट के तहत ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों को जानने के लिए ऑटोमैटिक वेदर स्टेशनों की स्थापना की गई है ? >पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तथा हिरासत में लिए गए व्यक्ति को कितनी समयावधि के भीतर निकटतम मजिस्ट्रेट के पास ले जाया जाना होता है ? >किसके कारण दूध, दही में परिवर्तित होता है ? >कूनूर का पर्वतीय स्टेशन किस राज्य में स्थित है ? >हीमोग्लोबिन का क्या कार्य है ? >उत्तर प्रदेश शैक्षणिक अनुसन्धान एवं विकास परिषद् की स्थापना किस वर्ष की गई ? >भारत के संविधान के अनुच्छेद ३7१ के संदर्भ में निम्नलिखित में से किस राज्य के राज्यपाल का राज्य के कानून एवं व्यवस्था के विषय में विशेष उत्तरदायित्व है ? >इकाइयों की अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में मूल इकाइयां कितनी हैं ? >किसे पहला खगोलशास्त्री माना जाता है ? >इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय सुपर ताप विद्युत निगम हरियाणा के किस जनपद में अवस्थित है ? >हमारे सामने विद्यमान सभी मामलों में ड्डषि मामला सबसे पहले आता है। यह कथन किसका है ? >सफदरजंग का मकबरा किसने बनवाया ? >प्रसिध्द तिलस्मी उपन्यास चन्द्रकान्ता के लेखक कौन हैं ? >हिन्दी में लिखी गई प्रसिध्द पुस्तक राग दरबारी किसने लिखी है ? >महमूद गजवनी के आक्रमणों में सबसे महत्त्वपूर्ण आक्रमण कौन-सा था ? >राष्ट्रीय आय आकलन की तैयारी किस संगठन का दायित्व है ? >घरेलू मक्खी द्वारा फैलने वाला रोग कौन सा हैं ? >कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में गाँधी जी ने किस एकमात्र गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया था ? >भारत में पहला आम चुनाव कब हुआ ? >सतर्क आकाश.२0१२ किन देशों के बीच हुए संयुक्त सैन्य अभ्यास का नाम है ? >प्रसिध्द गायत्री मंत्र कहां से लिया गया है ? >उत्तर प्रदेश राज्य का सबसे कम आयु में मुख्यमंत्री बनने वाला व्यक्ति कौन हैं ? >हड़प्पाई स्थलों में कांस्य नर्तकी की मूर्ति कहाँ से प्राप्त हुई है ? >दुनिया में पहली बार किस कम्पनी ने ३ जी मोबाइल दूरसंचार सेवा लाँच की थी ? >फिरगी मूलतः किस भाषा का शब्द है ? >किसे सितार एवं तबला का आविष्कारक माना जाता है ? >एशेज शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >किस सुल्तान ने बाजार नियन्त्रण व्यवस्था लागू की ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
राशिफल : मिथुन राशि में आज तीन ग्रहों का संयोग, इन्हें लाभ - छत्तीसगढ़.कोराशिफल : मिथुन राशि में आज तीन ग्रहों का संयोग, इन्हें लाभमई २४, २०१८ तिकेश्वर चौधरीमेष: आपका आज का दिन परोपकार और सदभावनाओं में बीतेगा। मानसिक रूप से कार्यभार अधिक रहेगा। आज शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति का अनुभव करेंगे। आर्थिक लाभ होने की संभावना है। विद्यार्थीगण पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। संतान के अध्ययन या अन्य मामलों के पीछे धन खर्च हो सकता है। वृषभ: आज आपको वाद-विवाद में अच्छी []आज का शुभाशुभ: शनिवार दि॰ ०३.०३.१८ चंद्र कन्या राशि व उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, भाग्यांक ८, शुभरंग काला, शुभदिशा पश्चिम, राहुकाल प्रातः ९ से प्रातः १०.३० तक। आज का विशेष उपाय: बड़े धन लाभ के लिए शनि मंदिर में सिक्के चढ़ाकर गरीब मजदूरों को दान करें। आज का महामंत्र: ॥ शं शनैश्चराय नीलाञ्जननिभाय नमः ॥ इस शनि मंत्र से बढ़ा []राशिफल : कुंभ को छोड़ते हुए सूर्य, किसका करेंगे उद्धारआज का शुभाशुभ: रविवार दि॰ ११.०३.१८ चंद्र धनु राशि व मूल नक्षत्र, भाग्यांक ७, शुभरंग स्लेटी, शुभदिशा ईशान, राहुकाल शाम ४:३० से सायं ६ तक। आज का विशेष उपाय: स्वयं उत्थान के लिए देवी गायत्री पर लाल गुडहल का फूल चढ़ाएं। आज का महामंत्र: ॥ शं शनैश्चराय दीनार्तिहरणाय नमः ॥ इस शनि मंत्र से सामाजिक मान-सम्मान बढ़ता है, []चौथी पारी और हमारी बारी के दावेरायपुर। बुर्कापाल नक्सली हमले पर आज छत्तीसगढ़ विधानसभा ...भूपेश का ट्वीटर वर, कहा -गुम है विकास की चिड़िया मिले तो कम हाउस भेजें तो सीएम रमन ने दी बस्तर-दंतेवाड़ा घूमने की नसीहतरायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पीसीसी चीफ ...बीजापुर: जिला मुख्यालय से तकरीबन ८0 किमी दूर स्थित ...सीएम ने पीएम मोदी से सीखा, कैसे अहम मुद्दों पर मौनव्रत रखें : सिंहदेवरायपुर। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर ...प्रिया प्रकाश को इन कपड़ों की वजह से उठानी पड़ी शर्मिंदगीमुंबई. अपनी आंखों के एक्सप्रेशन्स से रातों रात चर्चा ...गरियाबंद: मध्याह्न भोजन खाने से हुआ बच्चों का ये हालगरियाबंद: गरियाबंद से एक बड़ी खबर आई है। मिड-डे मील ... |
६१ ईयर ओल्ड व्वे लेगेंड बिग वन वादर कोल्पस दूरिंग शो इन जापान व्वे - स्पोर्ट्स न्यूज - स्पोर्ट्स न्यूज आजतक६१ साल के व्वे दिग...६१ साल के व्वे दिग्गज ने रिंग में की वापसी, लेकिन घुटने के बल गिरेबिग वैन वेडरनई दिल्ली, २१ अप्रैल २०१७, अपडेटेड १५:५० इस्ट६१ साल के व्वे दिग्गज वेडर ने रिंग में वापसी की, लेकिन जापान में एक शो के दौरान गिर गए. रिंग की दुनिया (वाँव) में बिग वैन वेडर के नाम विख्यात अमेरिकी पेशेवर रेसलर इन दिनों जापान के दौर पर हैं. दरअसल, जापानी आइकन तत्सुमी फुजीनामी के रिंग में कदम रखने के ४५ वर्ष पूरे होने पर जापान में शो आयोजित किए गए हैं.डॉक्टरों की चेतावनी के बावजूद रिंग में उतरेहाल ही में वेडर को स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों से जूझना पड़ा. इलाज के दौरान पता चला कि उन्हें हृदय संबंधी बीमारी है. लेकिन हृदय रोग से जूझ रहे वेडर डॉक्टरों की चेतावनी के बावजूद कभी-कभी रिंग में कदम रख ही देते हैं. और वे जापान दौरे से भी खुद को रोक नहीं पाए.प्रतिद्वंद्वी को रिंग में जोरदार टक्कर दीशो के दौरान वेडर को पानी दिया गया. आखिरकार वे लुढ़के और थोड़ी मदद के बाद पीठ के बल आगे बढ़े. इस दौरान ठोकर खाई. वेडर और रिकी एक-दूसरे पर हमला बोल रहे थे. इस दौरान वेडर घुटने के बल गिरे. बताया जाता है कि जापानी शो के दौरान वेडर को दो और मुकाबलों में उतरना है. लेकिन यह तय नहीं है कि वे आगे मुकाबला कर पाएंगे या नहीं.'दंगल' का प्रभाव, हरियाणा के अखाड़ों को मिले १०० रेसलिंग मैट'सुल्तान' की रैप अप पार्टी में सलमान ने दिखाई पहलवानी |
अमेरिका : व्हाइट हाउस की सड़क पर देर रात हुई गोलीबारी ने ५ लोगो को किया जख्मी व १ की मौत | विज़न४न्यूजअमेरिका के वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास देर रात सड़क पर गोलीबारी हुई। पुलिस ने बताया कि गोलीबारी नॉर्थ वेस्ट डीसी में कोलंबिया रोड पर हुई। घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि पांच लोग जख्मी है। इसमें एक महिला भी घायल हुई है। पुलिस ने बताया कि यह घटना गुरुवार रात १0 बजे के बाद की है।पुलिस के मुताबिक, अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस जगह गोलियां चली है वो अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास स्थल व्हाइट हाउस से महज ३ किलोमीटर दूर है। स्थानीय टीवी चैनल ने बताया कि ६ लोगों को गोलियां लगी है। शहर के डाउनटाउन इलाके में स्थित कोलंबिया स्ट्रीट में हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आई और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।इससे पहले टेक्सास में हुई थी गोलीबारी, ५ लोगों की हुई थी मौतइससे पहले अमेरिका के टेक्सास में ३१ अगस्त को हुई गोलीबारी में ५ लोग मारे गए थे, जबकि २१ घायल हुए थे। पुलिस ने हमलावर का पीछा करते हुए उसे मार गिराया था। वहीं, अगस्त में भी टेक्सास में गोलीबारी हुई थी, जिसमें हमलावर समेत २९ लोगों की मौत हुई थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, २0१7 में गोलीबारी में अमेरिका में लगभग ४0 हजार मौतें हुई हैं।दुनिया की कुल सिविलियन गन में ४8% अमेरिकियों के पासजानकारी के मुताबिक, अमेरिका में करीब ३१ करोड़ हथियार हैं, ६६% लोगों के पास एक से ज्यादा बंदूक हैं। दुनियाभर की कुल सिविलियन गन में से ४8% सिर्फ अमेरिकियों के पास है। ८९% अमेरिकी लोग अपने पास बंदूक रखते हैं। इनमें से ६६% लोग एक से ज्यादा बंदूक रखते हैं। अमेरिका में बंदूक बनाने वाली इंडस्ट्री का सालाना रेवेन्यू 9१ हजार करोड़ रुपए का है। २.६५ लाख लोग इस कारोबार से जुड़े हुए हैं। अमेरिकी इकोनॉमी में हथियार की बिक्री सें ९० हजार करोड़ रुपए आते हैं। हर साल एक करोड़ से ज्यादा रिवॉल्वर, पिस्टल जैसी बंदूकें यहां बनती हैं।प्रेवियस नासा की मदद से विक्रम लैंडर से दुबारा जुड़ेगा संपर्क, सामने आई कुछ रोचक तस्वीरेनेक्स्ट ह्यूस्टन में सीईओ के साथ राउंडटेबल बैठक करेंगे पीएम मोदी, इस विषय पर होगी चर्चा |
लखन नागर निगम स्टार्ट्स स्पेशल कैंपेन तो स्टॉप ओपन डेफेकेशन - खुले में शौच रोकने को लखनऊ नगर निगम ने चलाया ये अनोखा अभियान- अमर उजाला हिन्दी न्यूज लिवेहिंदी न्यूज विडियो उत्तर प्रदेश लखन लखन नागर निगम स्टार्ट्स स्पेशल कैंपेन तो स्टॉप ओपन डेफेकेशनमुलायम, आजम और अक्षय के बाद अब मायावती ने मांगे सपा की डिंपल यादव के लिए वोट२५ अप्रैल @ ९प्म: २ मिनट में सुनें हर खबर का अपडेटआरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कला से जुड़े इन दिग्गजों को किया सम्मानितअक्षय कुमार की फिल्म में ट्रांसजेंडर का रोल करते नजर आयेंगे सदी के महानायक अमिताभ बच्चनविडियो : अर्जुन कपूर ने पहली बार मलाइका से शादी को लेकर तोड़ी चुप्पीप्रियंका के घर हुआ फैमिली गेट टुगेदर, परिणीति भी हुई शरीकदर्दनाक हादसे में गई ४५ लोगों की जान, देखिए भयानक मंजरविडियो: कुत्ते की निकाली ऐसी शव यात्रा, रो पड़ा पूरा गांवविडियो: काली-पीली मारबत के बारे में क्या जानते हैं आप?ओम प्रकाश राजभर का विवादित बयान, लात खाओ और बीजेपी को वोट करो! |
गड्ढे की खुदाईमिट्टी की खोदाई के काम के लिए खुदाई की गणनागहराई बआर्थर्क का हिसाबब - खुदाई की गहराईय - गड्ढे की लम्बाईक्स - ट्रेंच की चौड़ाईनिर्माण ज़मीनी काम - एक नींव के नीचे खुदाई की, स्विमिंग पूल या तालाब, एक स्वायत्त देश के घर सीवर, जल निकासी प्रणाली या पानी कुटीर के लिए एक खाई है.आयोजन में खुदाई करना बहुत महत्वपूर्ण है मात्रा खुदाई का आकलन करें.यह भी नोट करें कि १ खुदाई के घन मीटर के लिए कीमतों में अक्सर काम की गहराई के साथ बढ़ता है. सतह से एक और गहरी से एक मीटर मीटर की गहराई तक कीमत तो और भी दो बार हो सकती है. पृथ्वी के खर्च का एक पृथक मद के रूप में अक्सर बढ़ रहा है. आदेश में होना नहीं अप्रत्याशित व्यय, ठेकेदार के साथ अग्रिम में सब कुछ बातचीत.नींव डालने का कार्य के लिए फॉर्मवर्क के लिए खुदाई की मात्रा में शेयर पर विचार करें.हाथ या बेकहो तक?इन तरीकों में से प्रत्येक अपने पेशेवरों और बुरा है.जब हाथ उत्खनन से काम कर अधिक सही किया जा सकता है.सस्ते श्रम, और हाथ उत्खनन द्वारा उत्पादन के अंतिम लागत की छोटी मात्रा के साथ एक खुदाई के यंत्र और अन्य मशीनरी किराए से कम हो सकता है. आसान और गड्ढे के आकार ज्यामिति नियंत्रण लागू करने के लिए.हालांकि, मिट्टी की और बहाखोए की गति में काफी मात्रा में अक्सर है जीतता है. किसी भी मामले में, निर्णय आप पर निर्भर करता है.ज़मीनी काम करने की प्रक्रिया.गड्ढे के लेआउट.पहले आप को पिट या खाई में एक जगह निशान की जरूरत है. ऐसा करने के लिए खूंटे और एक पतली रस्सी के साथ जमीन पर, कार्यस्थल पर देखें. करने के लिए गड्ढे के भविष्य के मापा दो विकर्णों की ज्यामिति के नियंत्रण - वे मैच होगा.बहरहाल, यह एक अव्यवसायिक तरीका है और खाइयों या अपेक्षाकृत सपाट भूमि अंकन के लिए उपयुक्त है.अधिक निम्नलिखित प्रौद्योगिकियों पर सटीक डिजाइन ज़मीनी काम करने के लिए.प्रस्तावित खुदाई से कुछ दूरी पर लकड़ी के पदों में दो टुकड़े के समूह में, खोदना (फटा - पुराना कपड़ा). वे बोर्ड क्षैतिज जकड़ना, जो रस्सियों खींचो. बोर्डों को एक दूसरे के साथ एक स्तर पर ठीक करने की कोशिश.बढ़ डोरियों से, अंकन सटीक हासिल. ये भविष्य के उपयोग में और सटीक पट्टी नींव फॉर्मवर्क के लिए डाली नापसंद.बहुत काम स्तर, विकोणमान, लेजर टेप उपाय या लेजर स्तर की सुविधा.एक कमजोर क्षेत्र या खुदाई की काफी गहराई में खुदाई की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना. इस मामले में, पिट की दीवार सख्ती से खड़ी नहीं है, लेकिन एक पूर्वाग्रह के साथ - मिट्टी से बहा रोकने के लिए.पक्ष और पिट स्तर पर नियंत्रण और रेल के नीचे लंबे समय पर्याप्त है.ज्यामिति का नियंत्रण.९० डिग्री की सही कोण के लिए एक कदम है. पक्षों के साथ त्रिभुज ३:४:५ मी (या पक्षों कि इन आंकड़ों के मल्टीपल्स रहे हैं के साथ) ९० डिग्री के कोण है. ३ मीटर के कोण के एक तरफ निर्धारित करना है, दूसरे पर - ४ और अंक के बीच की दूरी ५ फुट वास्तव में होना चाहिए. |
पीवी सिंधु से एयरलाइंस स्टाफ ने किया दुर्व्यवहार | न्यूज२४होम नेशन पीवी सिंधु से एयरलाइंस स्टाफ ने किया दुर...पीवी सिंधु से एयरलाइंस स्टाफ ने किया दुर्व्यवहारनई दिल्ली ( ४ नवंबर ): भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु के साथ इंडिगो एयरलाइंस के ग्राउंड स्टाफ ने दुर्व्यवहार किया है। पीवी सिंधु ने इस कथित दुर्व्यवहार की शिकायत करते हुए इंडिगो एयरलाइंस की कड़ी आलोचना की है। साथ ही इससे आहत होकर ओलिंपिक मेडल विजेता सिंधु ने ट्विटर पर एययरलाइन से अपनी शिकायत दर्ज कराई है। सिंधु इंडिगो की फ्लाइट से हैदराबाद से मुंबई आ रही थीं। सिंधु की शिकायत पर नोटिस लेते हुए इंडिगो ने मामले की जांच के लिए उनसे बात करने का समय मांगा है।बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने शनिवार को एक ट्वीट में लिखा कि इंडिगो की फ्लाइट ६ए ६08 में उनके साथ किसी अजीतेश नाम के ग्राउंड स्टाफ ने दुर्व्यवहार किया। सिंधु ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए लिखा कि अजीतेश का बर्ताव काफी बुरा था।अब इंडिगो की सफाई भी सामने आ गई है और उन्होंने एक तरह से अपने कर्मचारी का बचाव किया है। एयरलाइन ने कहा है कि 'पीवी सिंधू का बैग काफी बड़ा था जो ओवरहेड बिन में नहीं जा रहा था। हमने पीवी सिंधू को बताया कि उनका सामान कार्गो होल्ड में शिफ्ट किया जाएगा। यह पॉलिसी हर कस्टमर के लिए होती है।' एयरलाइन के मुताबिक कई बार निवेदन करने पर सिंधु बैग हटाने के लिए तैयार हुईं।सिंधु के मुताबिक फ्लाइट में मौजूद एयर होस्टेस आशिमा ने उसे यात्री (सिंधु) के साथ ठीक व्यवहार की सलाह भी दी। सिंधु ने बताया कि इसके बाद अजीतेश ने आशिमा के साथ भी दुर्व्यवहार किया। सिंधु ने निराशा जताते हुए लिखा है कि ऐसे लोग इंडिगो की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे हैं।सिंधु की इस शिकायत के बाद इंडिगो ने उनके ट्वीट के रिप्लाई में बैडमिंटन स्टार से बात करने की कोशिश की। इंडिगो ने सिंधु से कहा कि इस मामले में बात करने की जरूरत है। फोन पर बात करने के लिए इंडिगो ने सिंधु से समय भी मांगा है। |
कशिश है क्या आप में, जिसके वो हैं दीवानेकशिश एक ऐसी चीज है जिसे आदमी ढ़ूढता है और महिला एं जिसे दिखाना चाहती हैं। या फिर रिझाना चाहती हैंं। कई बार वह सफल होती हैं कई बार नहीं। लेकिन अक्सर उन्हें समझने में गलती हो जाती हैं कि पुरुष उनकी किस कशिश की वजह से चाहता है। यह एक आम धारणा है कि आदमी शरीर को देखकर आकर्षित होता है। जैसे सुपर माडल वाली काया हो, बड़ी छाती हो और भरे हुए नितम्ब हों। लेकिन सच क्या हैकशिश में क्या ढ़ूंढते हैं पुरुषअच्छा व्यक्तित्व जिसे आंतरिक सौन्दर्य भी कहते हैंयह वह चीज है जिससे वह पुरुष को राहत दे सकती है। चलने का सामान्य अंदाज और जमीन से जुड़ी सोच को अधिकांश आदमी पहले देखते हैं जब वह किसी को जानना चाहते हैं।हँसमुख स्वभावपुरुषों की सूची में यह बात हमेशा रहती है। पुरुष पसंद करता है अपने इर्द गिर्द किसी ऐसे शख्स को जिससे वह खुलकर हँस बोल सके। इसके लिए जरूरी है कि आपको हँसना और चुटकुलों का मजा लेना आता हो न कि उनसे अपमानित महसूस करना।पुरुष उस महिला की तारीफ करता है जो विश्वसनीय होती हैं और वह जो कहते हैं उसे करती हैं। आप पूर्वानुमान भी लगा सकती हैं कि वह आप पर विश्वास करते हैं। और आपका व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि वह आप पर विश्वास कर सकें।अच्छी श्रोतायह गुण मुश्किल से मिलता है जिसे सर्वाधिक पसन्द किया जाता है। आपको सुनना आना चाहिए और आपने उचित सलाह दी तो आप उनका दिल जीत सकती हैं। यह पुरुषों को मां के संरक्षण सरीखी भावना देता है।बहुत खर्चीली न बनेंआदमी उस महिला से दूरी बना लेता है जो बहुत अधिक तामझाम वाली होती है। जिससे उसकी जेब पर दबाव पड़ता है। यह भी सही है कि अपनी ओर से पुरुष महिला की देखभाल पूरी तरह से करना चाहता है।सक्षम और स्वतंत्रपुरुष जहां खुद को महिला की नजरों में हीरो की तरह देखता है वहीं खुद भी यह पसन्द करता है कि उसकी महिला सक्षम और स्वतंत्र हो। जिसे वह अपने परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों के बीच ले जा सकें। और कोई भी उन पर गर्व करे।दिखने में कैसी होंयह सबसे आखीर में आता है लेकिन महत्वपूर्ण है। बहुत से आदमी यह पसन्द नहीं करते कि उनकी महिला साथी सुपर माडल जैसी लगे। उन्हें स्वस्थ और ठीकठाक दिखने वाली महिला पसन्द आती है।बीजेपी विधायक साधना सिंह की राह में रोड़ो का अंबार, राष्ट्रीय महिला आयोग ने किया नोटिस जारी करने पर विचारकश्मीर और हिमाचल में बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी की चेतावनी जारी,कई ट्रेन लेटकर्नाटक में नाटक अभी खत्म नहीं, चार बागी विधायकों के कांग्रेस से पलायन के आसारसाहिल खान नें गणेश चतुर्थी पर फोटो क्या डाली , लोग उन्हें उनका...सीएम योगी के मंत्री की गाड़ी ने बच्चे को कुचला और रुके भी नहीं,...राहुल गांधी ने बयां किया अपने पिता की हत्या का दर्द, बोले- मैंने और... |
इंडियन-अमेरिकन पुलिस ऑफिसर मार्टायर्ड ऑन क्रिसमस दए गिवेन थे तितले ऑफ 'अमेरिकन हीरो' । क्रिसमस के दिन शहीद हुए भारतीय मूल के पुलिस अधिकारी को दी गई 'अमेरिकी हीरो' की उपाधिड्यूटी के दौरान अमेरिका में जान गंवाने वाले भारतीय मूल के पुलिस अधिकारी शहीद रोनिल सिंहजान ६, २०१९, ०२:५५ प्म इस्टसैन फ्रांसिस्को: पिछले सप्ताह ड्यूटी के दौरान एक गैरकानूनी प्रवासी के गोली मारने से जान गंवाने वाले भारतीय मूल के पुलिस अधिकारी की, शनिवार को उनके अंतिम संस्कार के दौरान सराहना करते हुए उन्हें 'फिजी में जन्मा अमेरिकी हीरो' बताया गया. ३३ वर्षीय रोनिल सिंह का अंतिम संस्कार कैलिफोर्निया के न्यूमैन में किया गया. सिंह के लिए मोडेस्टो गिरजाघर में आयोजित प्रार्थना सभा में मोडेस्टो के पुलिस अधिकारी जेफ हार्मन ने कहा, "वह, उसके लिए मजबूती से खड़े रहे, जो हमारी दुनिया में सही है. लेकिन फिर भी दुर्भाग्यवश इस दुनिया में जो गलत है, उसके कारण वह बेहद जल्दी हमें छोड़कर चले गए."अमेरिका में फिजी के राजदूत नायाकरूरुबलावु सोलो मारा ने सिंह को "फिजी में जन्मा अमेरिकी हीरो" बताया. न्यूमैन पुलिस विभाग के अधिकारी रोनिल सिंह को 2६ दिसंबर को स्थानीय समयानुसार देर रात एक बजे एक गैरकानूनी प्रवासी गुस्ताव पेरेज ने गोली मार दी थी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी. सिंह जुलाई २०११ में पुलिस विभाग में शामिल हुए थे. अपनी रात की ड्यूटी शुरू करने से कुछ घंटे पहले ही सिंह ने अपने पांच महीने के बेटे और पत्नी के साथ क्रिसमस का जश्न मनाया था.अंतिम संस्कार के दौरान रोनिल सिंह के भाई और सहयोगियों ने उनकी उपलब्धियों और उनके बेहतरीन व्यक्तित्व का जिक्र किया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बृहस्पतिवार को सिंह की पत्नी और उनके सहकर्मियों से बातचीत की थी. सिंह के सम्मान में कैलिफॉर्निया राज्य का झंडा भी आधा झुका दिया गया है.शहीदमार्टायरेडसन फ्रान्सिस्कोमरिकामेरिकन हीरो |
पवन कल्याण इस आ दाद एक्टर वेलकम्स आ बेबी बॉय वित अन्ना लेजनेवासाउथ के पॉपुलर और दिग्गज स्टार पवन कल्याण को एक बच्चे का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। यह दूसरी बार है जब पिता बन गए है। कल्याण की पत्नी अन्ना लेज़नेवा ने आज हैदराबाद में अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया है। इस समय तक माँ और उनका लड़का दोनों स्वस्थ थे। पवन की एक तस्वीर जो अपने नवजात बच्चे को कपड़े में लपेटकर हाथों में लिए है उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।आपको बता दे पवन के पास पोनाना नामक एक बेटी है जो एना के साथ है वह एक रूसी राष्ट्रीय की है। एना पवन की तीसरी पत्नी है। अभिनेता ने वर्ष २०१३ में एना लेज़नेवा के साथ शादी कर ली थी,एक्टर ने इससे पहले काटामारायडू अभिनेता नंदिनी से१९९७ से २००७ तक शादी के रिश्ते में थे उसके बाद २००९ में जॉनी को स्टार रेणु देसाई से शादी की थी। साल २०१२ इस तलाकशुदा से जोड़े से एक बेटी अध्या और एक बेटा अकीरा है।रिपोर्टों के मुताबिक पवन ने अपनी तीसरी पत्नी से २०११ की फिल्म तीन मार के सेट पर मुलाक़ात की थी इस फिल्म में एना ने एक छोटी सी भूमिका निभाई थी और इसी फिल्म से दोनों एक दूसरे के प्यार में पड़ गए थे। एना के साथ उनके रिश्ते की खबर २०१३ में आनी शुरू हो गयी थी।पवन और एना दोनों पब्लिक के सामने एक दूसरे के साथ नहीं होते हैं। इस साल की शुरुआत में अमेरिका में बोस्टन हवाई अड्डे पर इस जोड़े को एक साथ क्लिक किया गया था। वर्तमान में निश्चित ही वह पुत्र पाकर काफी खुश है।वर्तमान की बात करें तो पवन कल्याण ने जन सेना पार्टी बनाई है इसके अतिरिक्त इंडो-यूरोपीय बिजनेस फोरम में उनको उत्कृष्ट कार्य के लिए अवार्ड के लिए भी चुना गया है। |
शौचालयों का उद्घाटन कर नगर को स्वच्छ बनाने की नागरिकों से की अपील - थे पेनपल न्यूज - जोखिम सफ़र सच्ची खबरहोम / उन्नाव / ख़बरे / शौचालयों का उद्घाटन कर नगर को स्वच्छ बनाने की नागरिकों से की अपीलशौचालयों का उद्घाटन कर नगर को स्वच्छ बनाने की नागरिकों से की अपीलउन्नाव।(फतेहपुर चौरासी) भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर पंचायत ऊगू में नव निर्मित शौचालयों का उद्घाटन आज चेयरमैन अनुज कुमार दीक्षित के द्वारा किया गया। इस दौरान चेयरमैन अनुज कुमार दीक्षित ने नगर को स्वच्छ बनाने की समस्त नागरिकों से अपील की। इस मौके पर लिपिक रामखेलावन, सभासद पप्पू, रामशंकर, आदर्श दीक्षित, अरुण कुमार, मनोज कुमार, सतेंद्र शुक्ल, राधेश्याम शुक्ल, मोनू पांडेय, सौरभ समेत तमाम लोग मौजूद रहे।... रिपोर्ट - विमल यादव। (फतेहपुर चौरासी)शौचालयों का उद्घाटन कर नगर को स्वच्छ बनाने की नागरिकों से की अपील रेवीव्द बाय थे पेनपल न्यूज ऑन सिप्तंबर २६, २०१८ रेटिंग: ५ |
सीएएस संख्या ३०० ९२ ५होम > उत्पादों > सीएएस संख्या ३०० ९२ ५(सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ के लिए कुल २४ उत्पादों)सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेहम विशेष हैं सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक सीएएस संख्या ३०० ९२ ५, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ में से एक, शानदोंग ज़िशंग केमिकल को.लैड।थोक चीन से सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ खोजने की आवश्यकता है। बस सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे सीएएस संख्या ३०० ९२ ५ का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। |
- भूमि आवंटन में देरी को लेकर अखाड़े नाराज, इलाहाबाद न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।इलाहाबाद भूमि आवंटन में देरी को लेकर अखाड़े नाराज{"_ईद":"८-२२९३३","स्ल्ग":"इलाहाबाद-२२९३३-८","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९२ड\उ०९४२\उ०९२ए\उ०९३फ \उ०९०६\उ०९३5\उ०९०२\उ०९१फ\उ०९२८ \उ०९२ए\उ०९४७\उ०९०२ \उ०९२6\उ०९४७\उ०९३0\उ०९४० \उ०९१5\उ०९४ब \उ०९३2\उ०९४७\उ०९१5\उ०९३0 \उ०९०५\उ०९१6\उ०९३ए\उ०९२1\उ०९३च\उ०९४७ \उ०९२८\उ०९३ए\उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३0 \उ०९१4\उ०९३0 \उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}इलाहाबाद। कुंभ मेले में जमीन आवंटन को लेकर हो रही देरी से अखाड़े खासा नाराज हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि आवंटन में देरी से पूरी की पूरी व्यवस्था ही बिगड़ जाएगी। मेले को लेकर किए जाने वाले सभी तरह के इंतजाम के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाएगा। आपाधापी और अफरातफरी में समय और पैसा दोनों की ही बर्बादी होना तय है। पहले मेला प्रशासन ने २५ नवंबर को अखाड़ों से भूमि आवंटन की योजना बनाई थी। पंचदशनाम जूना अखाड़े के सचिव महंत हरिगिरि का कहना है कि देरी की वजहें हो सकती हैं, पर संतों की बड़ी जमात के लिए तैयारियां भी बड़ी होती हैं। ऐसे में देरी से जमीन मिलने पर दिक्कतों का होना निश्चित है। महंत हरिगिरि ने माना कि देरी से उनके अनुज अखाड़े आवाहन और अग्नि भी नाराज हैं। उनके प्रतिनिधियों की ओर से तैयारियों में तेजी के लिए लगातार दवाब बनाया रहा है।निरंजनी अखाड़े के सचिव और मठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक पूरा शिविर बसाने और उसके लिए जरूरी सामान मुहैय्या कराने में तकरीबन माह भर का समय लग जाता है। छावनी परिसर में व्यवस्था के संचालन के लिए ऊंचा मंच चेहरा-मोहरा बनाया जाता है, जिसके लिए बाउंड्री तैयार करके मिट्टी पाट दी जाती है। इसी तरह संतों की रावटियां, पूजा घर, कोठार, रसोई आदि बनाने में भी वक्त लगता है, ऐसे में अब देरी से दिक्कत होगी। निरंजनी के संतों की जमात १७ दिसंबर को आ जाएगी।अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता और पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के मुखिया महंत दुर्गादास कहते हैं, अधूरी तैयारियों के बीच अखाड़ों को बसाना और संतों की छावनी लगाना हास्यास्पद बात होगी। आवंटन के बाद छावनी कैंप की तैयारी में ही काफी वक्त लग जाता है। प्रशासनिक तैयारियों में देरी हुई तो दिक्कतें आएंगी। इसी तरह दिगंबर अनी के उपमहंत रामकिशोर दास, महानिर्वाणी के व्यवस्थापक ज्वाला प्रसाद पांडेय ने भी तैयारियों को अविलंब पूरा करने की मांग की है।लैंड एल्लोकेशन्स पिस्सेड अखरा स्पॉटलाइट |
बार्सेलोना सिग्नेड फ्रांस फॉरवर्ड एंटॉयन ग्रिएजमान फ्र्म एटलेटीको मैड्रिड - मेसी के साथ खेलते नजर आएंगे एंटोनियो ग्रिजमैन, बार्सिलोना के साथ किया ५ साल का करार - इंडिया टीवी हिंदी न्यूज़मेसी के साथ खेलते नजर आएंगे एंटोनियो ग्रिजमैन, बार्सिलोना के साथ किया ५ साल का करारस्पेन के फुटबाल क्लब बार्सिलोना ने विश्वकप विजेता फ्रांस के स्टार खिलाड़ी और एटलेटिको मेड्रिड के फारवर्ड एंटोनियो ग्रिजमैन के साथ पांच सीजन का करार किया है।इमेज सोर्स : गेट्टी इमेगाज मेसी के साथ खेलते नजर आएंगे एंटोनियो ग्रिजमैन, बार्सिलोना के साथ किया ५ साल का करारबार्सिलोना| स्पेन के फुटबाल क्लब बार्सिलोना ने विश्वकप विजेता फ्रांस के स्टार खिलाड़ी और एटलेटिको मेड्रिड के फारवर्ड एंटोनियो ग्रिजमैन के साथ पांच सीजन का करार किया है। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, बार्सिलोना ने ग्रिजमैन से १२० मिलियन यूरो का करार किया है।बार्सिलोना ने एक बयान में कहा, "एफसी बार्सिलोना ने एटलेटिको मेड्रिड से ग्रिजमैन को रिलीज करने के लिए १२० मिलियन यूरो के खरीद का भुगतान कर दिया है।"क्लब ने कहा, "खिलाड़ी अब अगले पांच सीजन (३० जून २०२४ तक) के लिए अपने नए क्लब के साथ करार पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें ८०० मिलियन यूरो का क्लॉज शामिल है।" २८ वर्षीय ग्रिजमैन अब 1५ जुलाई से प्री-सीजन ट्रेनिंग सत्र के दौरान क्लब से जुड़ सकते हैं।ग्रिजमैन में नए सीजन में बार्सिलोना से जुड़ने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले फ्रेंकी डी जोंग एजाक्स से और गोलकीपर नीटो वालेंसिया क्लब से बार्सिलोना के साथ जुड़ चुके हैं। |
चिमाए नाम का अर्थ, मतलब, राशि, राशिफल - चिमये नाम का मिनिंग, मतलब, अर्थ, राशि इन हिन्दीचिमाए का मतलब और राशि - चिमये मिनिंग और राशि इन हिन्दींग्लिश: चिमयेअर्थ अद्भुत, प्यार, आनंदमय, परमेश्वर की ओर से भेजा गयाचिमाए नाम की राशि - चिमये नाम का रशिफलमीन राशि का स्वामी ग्रह गुरु होता है। भगवान विष्णु (सत्यनारायण भगवन) को मीन राशि का आराध्य देव माना जाता है। इन चिमाए नाम की लड़कियों में इम्यून सिस्टम कमज़ोर और पेट सम्बन्धी समस्याएं पायी जाती हैं। इन चिमाए नाम की लड़कियों को शराब की लत नहीं होनी चाहिए। चिमाए नाम की लड़कियाँ गठिया, नाक सम्बन्धी समस्या और ट्यूमर से ग्रस्त हो सकते हैं। मीन राशि के चिमाए नाम की लड़कियाँ भावुक प्रवृत्ति के होते हैं ये दूसरों के लिए अधिक भावुक होते हैं। चिमाए नाम की लड़कियाँ दयालु प्रवृत्ति के होते हैं, देखभाल करने में भी कम नहीं होते।चिमाए नाम का मतलब - चिमये का अर्थअगर आप अपने बच्चे का नाम चिमाए रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। आपको बता दें कि चिमाए का मतलब अद्भुत, प्यार, आनंदमय, परमेश्वर की ओर से भेजा गया होता है। अपनी संतान को चिमाए नाम देकर आप उसके जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं। इस वजह से भी बच्चे का नाम चिमाए रखने से पहले उसका अर्थ पता होना चाहिए। नाम का मतलब अद्भुत, प्यार, आनंदमय, परमेश्वर की ओर से भेजा गया होने की वजह से चिमाए नाम के लोगों को समाज में भी बहुत पसंद किया जाता है। माना जाता है कि चिमाए नाम वाले व्यक्ति के स्वभाव में अद्भुत, प्यार, आनंदमय, परमेश्वर की ओर से भेजा गया होने की झलक देख सकते हैं। आगे चिमाए नाम की राशि, चिमाए का लकी नंबर व इस नाम के अद्भुत, प्यार, आनंदमय, परमेश्वर की ओर से भेजा गया के बारे में संक्षेप में बताया है।चिमाए नाम का शुभ अंक - चिमये नाम का लकी नंबरचिमाए नाम की लड़कियों की राशि का ग्रह स्वामी बृहस्पति और शुभ अंक ३ होता है। ३ अंक वाली चिमाए नाम की महिलाओं में सबको आकर्षित करने के गुण होते हैं और इनकी लोकप्रियता भी अधिक होती है। चिमाए नाम की लड़कियां जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटती हैं। चिमाए नाम की युवतियों को अनुशासन से जीवन व्यतीत करना और सिद्धांतों व नियमों का पालन करना पसंद होता है। जिनका शुभ अंक ३ होता है, वे चिमाए नाम की लड़कियां अक्सर किसी बात को लेकर जिद पकड़ लेती हैं इसलिए इनके दोस्त कम और दुश्मन ज्यादा होते हैं। चिमाए नाम की लड़कियों की सेहत अच्छी रहती है लेकिन इन्हें डायबिटीज का खतरा रहता है।चिमाए नाम के व्यक्ति का व्यक्तित्व - चिमये नाम के व्यक्ति की पर्सनालिटीयदि आपका नाम चिमाए है, तो आपकी राशि मीन है। चिमाए नाम वाली लड़कियां ज्यादातर अध्यात्मवाद को मानते हैं। चिमाए नाम वाली लड़कियां अपनी आत्मिक शांति को प्राप्त करने का प्रयास करती रहती हैं। शांत रहना पसंद करती है चिमाए नाम की युवतियां जिसके लिए ये हर संभव प्रयास करती हैं। कलेश व विवादों से चिमाए नाम की महिलाएं दूर ही रहती हैं। दूसरे लोगों को इनके विचारों का सम्मान करना चाहिए, ऐसा चिमाए नाम की लड़कियां सोचती हैं।चिमाए की मीन राशि के हिसाब से और नाम |
टोरंटो फिल्म उत्सव का हिस्सा बनती जा रही हैं बालीवुड की फिल्में | टोरंटो फिल्म उत्सव का हिस्सा बनती जा रही हैं बालीवुड की फिल्में - हिन्दी ओनेइंडियाटोरंटो फिल्म उत्सव का हिस्सा बनती जा रही हैं बालीवुड की फिल्मेंटोरंटो, १ सितम्बर (आईएएनएस)। टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव(टीआईएफएफ) के एक प्रमुख आयोजक ने कहा है कि इस उत्सव के दौरान बालीवुड की फिल्में महज खानापूर्ति के लिए नहीं दिखाई जा रही हैं बल्कि वे तेजी से विश्व फिल्म उत्सवों का प्रमुख हिस्सा बनती जा रही हैं।टीआईएफएफ की सह निदेशक कैमरोन बेली ने कहा, "इस वर्ष फिल्म उत्सव का आयोजन चार से तेरह १3 सितंबर तक किया जा रहा है। उत्सव के दौरान नंदिता दास द्वारा निर्देशित पहली फिल्म 'फिराक' और प्रियदर्शन की 'कांचीवरम' प्रदर्शित की जाएंगी। इसके साथ ही अनीस बज्मी की फिल्म 'सिंह इज किंग' का भी प्रदर्शन किया जाएगा।"नंदिता की फिल्म 'फिराक' वर्ष २००२ में हुए गुजरात दंगे के बाद की एक घटना पर आधारित है, जबकि प्रियदर्शन की फिल्म 'कांचीवरम' तमिलनाडु में रेशम कारोबार से जुड़े कामगारों की कहानी है।बेली ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "पिछले तीन वर्षो से हम लोग बालीवुड की बड़ी फिल्मों का प्रदर्शन कर रहे हैं। आने वाले वर्षो में यहां प्रदर्शित होने जाने वाली फिल्मों की संख्या में और वृद्धि होगी।" |
१२ जख्मी आर्कीव् - जनसम्पर्कलाइसेतग: १२ जख्मीमप्र: रेल हादसे बदस्तूर जारी, कटनी-चोपन एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे, १२ जख्मीकटनी। भारत में रेल हादसों का इतिहास कोई नया नहीं है। भारतीय रेल में सुधार की तमाम सिफारिशें लंबे समय से फाइलों में धूल फांक रही हैं और रेल हादसे बदस्तूर जारी हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया जहां शनिवार देर रात कटनी-चोपन पैसेंजर ट्रेन की पांच बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में अब तक १२ लोगों के घायल होने की खबर है। गनीमत रही कि ट्रेन की रफ्तार कम थी, जिसके चलते किसी की जान नहीं गई। हादसा मध्यप्रदेश के साल्हना और पिपरया कलां स्टेशनों के बीचइंदौर। देश के कई इलाकों से आए दिन इमारतों के गिरने की खबरें आती रहती है। कई इमारतें कच्ची होने की वजह से गिरती है तो कई इमारतें अतिक्रमण की भेंट चढ़ जाती है। शहर से ऐसी ही एक खबर आई है जहां ८० साल पुरानी चार मंजिला इमारत २० सेकेंड में भरभराकर गिर गई। घटना शहर के सरवटे स्टैंड की है। जहां मलबे में दबने से १० लोगों की मौत हो गई, जबकि १२ घायल है। इस इमारत में होटल और लॉज संचालित हो रही थी। बिल्डिंग ८० साल |
सेन्ट्रो स्टूडी पैंटा री, मिलान, इटलीमनोविज्ञान, चिकित्सा और तंत्रिका विज्ञान के बीच एकीकरण के लिएसेन्ट्रो स्टूडी पैंटा री प्रोफेशनल एसोसिएशन की स्थापना १ ९९ ७ में कोमो (इटली) प्रांत में फोग्लिया मांज़िलो मारिया क्रिस्टिना (मनोविज्ञानी, मनोचिकित्सक और डॉक्टर) की इच्छा से लोम्बार्डी के मनोवैज्ञानिकों के पंजीकरण में दर्ज की गई थी (संख्या ०३/४८४५) और रजिस्टर कॉमो प्रांत (संख्या ६५३९) और नास्ती नुनज़ियो (मनोविज्ञानी और मनोचिकित्सक) के डॉक्टरों के लोम्बार्डी (संख्या ०३/४९ ९ ८) के मनोवैज्ञानिकों के रजिस्टर में दाखिला लिया गया। केंद्र दो मनोचिकित्सकों की इच्छा से बनाया गया था (नास्ती नुनज़ीओ और फोग्लिया मंज़िलो मारिया क्रिस्टीना) विश्वविद्यालय के वर्षों और स्नातक स्कूल के निम्नलिखित ४ वर्षों के दौरान एक साथ बड़े हुए और इस बीच, विवाह हो गया।अध्ययन केंद्र का नाम मौके से नहीं चुना गया था। वाक्यांश "पेंटा री" तुरंत प्राचीन ग्रीक दर्शन और एक विशेष दार्शनिक, हेराक्लिटस को संदर्भित करता है। वाक्यांश का अनुवाद आमतौर पर इतालवी में "सब कुछ बहता है" या "सबकुछ बन जाता है" के रूप में किया जाता है। इसे चुना गया था क्योंकि यह हमारे जीवन विकल्पों और हमारे विषय दोनों के लिए उपयुक्त है।हमने अपने जीवन के संदर्भ में "सबकुछ बदल दिया" एक बिंदु बना दिया है। असल में, हम इस पर सहमत हुए: "अगर हमारे जीवन में कुछ हमें संतुष्ट नहीं करता है, तो इसे बदलने की कोशिश करने लायक है।" साहस नहीं होने के कारण हम अफसोस नहीं जीना चाहते थे।युवा लोगों के रूप में, जहां हम रहते थे (पूर्व "कैम्पानिया फेलिक्स") से संतुष्ट नहीं होने के कारण, हमने उत्तर में आने का फैसला किया, हमने कोमो को पूरी तरह अज्ञात जगह चुना: हम जानते थे कि, उस निर्णय के लिए, हमने भुगतान किया होगा या अर्जित किया होगा शुरुआत में, हमने कुछ समय पर बहुत भुगतान किया, लेकिन समय के साथ, हम दोनों निर्णय लेने और दर्द को सहन करने और हमारे केंद्र का निर्माण करने में सफल रहे। ईंट के बाद, अनंत धैर्य के साथ, हमारी छोटी परियोजना बढ़ रही है। हमारा अनुभव मनोचिकित्सा पथ से अलग नहीं हुआ है, जिससे कुछ जड़ों को तोड़ने के लिए पूर्व जड़ें फेंकने की संभावनाएं हैं, विध्वंस करने और पुनर्निर्माण के प्रयासों के साथ, बदलने और बदलने के लिए चिकनाई, विस्तार और अपने क्षितिज को बदलें। हम सोचते हैं, वास्तव में, हम खुद को जो कुछ भी पसंद नहीं करते उसे बदलने के लिए साहस के बिना रोगियों को पेश नहीं कर सके। या क्या हम किसी अन्य व्यक्ति को एक यात्रा पर निर्देशित कर सकते हैं जिसे हमने खुद से बचाया था?और इसलिए हम अपने पेशे को जो सिखाया है उसे शामिल करने की कोशिश करते हैं और उन उपकरणों का अच्छा उपयोग करने के लिए जो हमने हमें दिया है।जिस तरह से हम परिवर्तन को देखते हैं वह चरम नहीं है, जैसा कि हमें कुछ भी नहीं दिखाता है। कोई चरम परिप्रेक्ष्य हमारे लिए नहीं है। हमें विश्वास है कि बहुत ज्यादा बदलना बदलना नहीं है।हमें वैज्ञानिक भावना पसंद है क्योंकि यह संभावित रूप से लोकतांत्रिक है, एक सामूहिक आत्मा है, ज्ञान के हित में बदलने के लिए खुला है। हम "संभावित रूप से" लिखते हैं क्योंकि विज्ञान वैज्ञानिकों द्वारा किया जाता है जो मनुष्य हैं और वैज्ञानिक क्षेत्र में हमारी कमजोरियों को पेश करते हैं।हम मनोविज्ञान, दवा और तंत्रिका विज्ञान से प्यार करते हैं। हम मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम होने के लिए, कठिन परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम होने के लिए मनुष्य की क्षमता से बहुत आकर्षित होते हैं। हमें लचीलापन (मनुष्य को रचनात्मक भावना के साथ जीवन की अनिवार्य कठिनाइयों का सामना करने की क्षमता) पसंद है। यही कारण है कि हमने ऊपर वर्णित विषयों का अध्ययन किया है और पुराने विज्ञान के अधिकांश लोगों के लिए अकल्पनीय न्यूरोसाइंस की नई खोजों के लिए प्रशंसा से भरे हुए हैं, जिन्होंने इसका विरोध किया है और अभी भी अपने दैनिक नैदानिक अभ्यास में नई खोजों को एकीकृत नहीं करता है।हम दूसरों का ख्याल रखना पसंद करते हैं (दूसरों द्वारा छेड़छाड़ या शोषण न करें, या शुरुआत में खोए गए कारणों के वकीलों, ध्यान दें!)। हम सोचते हैं कि अच्छी गुणवत्ता वाले सामाजिक संबंध मानवीय शांति के लिए एक सुंदर उपजाऊ मैदान हैं। यह हमारे लिए है।प्रकृति हमारी रुचियों में से एक है। हम अपने घर में कंपोस्टिंग का उपयोग करने के लिए बेहतर तरीके से रीसायकल करने की कोशिश करते हैं, स्थानीय उत्पादकों से "शून्य किमी" भोजन खरीदने के लिए, जैविक खेती के तरीकों को प्रोत्साहित करने के लिए, पथ को साफ करने के लिए पैदल चलने का लाभ उठाने के लिए (दर्द में दर्द वापस अनुमति)।हमारा मुख्य हित:यद्यपि हम संज्ञानात्मक-व्यवहार मनोचिकित्सा में विशेषज्ञ हैं, जो कि हमारी पेशेवर तैयारी की नींव है, हम कई अन्य दृष्टिकोणों पर मनोवैज्ञानिक क्लीनिक में उनके योग्य स्थान को पहचानने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह हमारे परामर्श पथ छात्रों को और शिक्षकों के लिए "उत्तेजक" और "शामिल" दोनों बनाता है लेकिन "चुनौतीपूर्ण" भी बनाता है।एक जुनून मनोविज्ञान के लिए जितना अधिक महसूस किया।अध्ययन मारिया क्रिस्टीना के लिए भी आकर्षक और आकर्षक हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण लंबी यात्रा में शामिल हैं, जिन्होंने उन्हें एक छात्र और विभिन्न विभागों में अस्पताल में भर्ती एक बीमार महिला के रूप में देखा है।यह पीड़ा का कारण बनता है अगर हम कभी-कभी ऐसी दवाओं में व्यवहार देखते हैं जो वास्तव में "चिकित्सा पेशे की लालित्य और व्यावसायिकता" के अनुरूप नहीं हैं।शरीर और दिमाग के कामकाज के लिए प्यार न्यूरोसाइंस के हित में अपनी उच्च अभिव्यक्ति को देखते हैं, जिसके आधार पर जीवन के दौरान और इसकी प्लास्टीसिटी पर मस्तिष्क सर्किट के गठन पर आधुनिक अध्ययन होते हैं। सदियों से दवाओं और "शास्त्रीय" न्यूरोलॉजी के लिए अप्रत्याशित और विपरीत परिदृश्य खोल रहे हैं, जो मस्तिष्क की प्रतिकृतियों को पुन: प्रोग्राम करने और उन समस्याओं से निपटने की क्षमता पर हैं, भले ही यह कई साल पहले हुए स्ट्रोक का परिणाम हो। संभावनाएं सदियों के अपरिवर्तनीय मानी जाने वाली बीमारियों और न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के भविष्य के लिए बहुत ही आशाजनक हैं।20१४6 मिलान, लोम्बार्डी, इटली |
आईपीएल-१२ : आज दिल्ली से भिड़ेगी पंजाब | संध्या प्रवाक्तहोम उन्कैटेगरिज़्ड आईपीएल-१२ : आज दिल्ली से भिड़ेगी पंजाबआईपीएल-१२ : आज दिल्ली से भिड़ेगी पंजाबमोहाली, किंग्स इलेवन पंजाब आज सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के १२वें संस्करण में यहां आईएस बिंद्रा स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स का समाना करेगी।दिल्ली ने शनिवार को फिरोजशाह कोटला मैदान में सुपर ओवर में दो बार की चैम्पियन कोलकाता को तीन रन से मात दी थी।कोलकाता ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर १८५ रन का स्कोर बनाया। इसके जवाब में दिल्ली ने भी निर्धारित ओवर में छह विकेट खोकर इतने ही रन बनाए जिसके कारण मुकाबला सुपर ओवर में गया जहां दिल्ली ने जीत हासिल की।दिल्ली के लिए पृथ्वी शॉ (५५ गेंद ९९) ने कोलकाता के खिलाफ टीम को लक्ष्य के काफी करीब पहुंचा दिया था। टीम को एक बार फिर उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी।दिल्ली को पृथ्वी के अलावा शानदार लय में चल रहे रिषभ पंत से भी उम्मीदें होगी जिन्होंने टीम के पहले मैच में मुंबई के खिलाफ ७८ रन की धुआंधार पारी खेली थी। शिखर धवन, कप्तान श्रेयस अय्यर और कॉलिन इंग्राम भी खुद को साबित करना चाहेंगे।अपनी शानदार गेंदबाजी से सुपर ओवर में दिल्ली को जीत दिलाने वाले कगिसो रबादा टीम के लिए एक बार फिर उसी प्रदर्शन को दोहराने के लिए तैयार हैं। पंजाब के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल को रोकने के लिए कगिसो कारगर हो सकते हैं। उनके अलावा ट्रेंट बोल्ट, इशांत शर्मा और अक्षर पटेल पर भी नजरें होंगी।दूसरी तरफ, पंजाब भी अपने पिछले मुकाबले में मुंबई इंडियंस को हराकर यहां पहुंची हैं। मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले लोकेश राहुल, गेल, मयंक अग्रवाल से टीम को एक बार फिर दमदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी।गेंदबाजी में मोहम्मद शमी की अगुवाई में एंड्रू टाई और हार्डस विलजोन की तेज गेंदबाजी कप्तान रविचंद्रन अश्विन की अगुवाई में घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।दिल्ली : श्रेयस अय्यर (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), पृथ्वी शॉ, अमित मिश्रा, अवेश खान, हर्षल पटेल, राहुल तेवतिया, जयंत यादव, मनजोत कालरा, कॉलिन मुनरो, क्रिस मोरिस, कगिसो रबादा, संदीप लामिछाने, ट्रेंट बोल्ट, शिखर धवन, हनुमा विहारी, अक्षर पटेल, इशांत शर्मा, अंकुश बैंस, नाथू सिंह, कोलिन इनग्राम, शेरफेन रदरफोर्ड, कीमो पॉल, जलज सक्सेना, बंडारू अयप्पा।पंजाब : लोकेश राहुल, क्रिस गेल, एंड्रयू टाई, मयंक अग्रवाल, अंकित राजपूत, मुजीब उर रहमान, करुण नायर, डेविड मिलर, रविचंद्रन अश्विन (कप्तान), मोइसिस हेनरिक्स, निकोलस पूरन, वरुण चक्रवर्ती, सैम कुरेन, मोहम्मद शमी, सरफराज खान, हरडस विलोजेन, अर्शदीप सिंह, दर्शन नालकंडे, प्रभसिमरन सिंह, अग्निवेश अयाची, हरप्रीत बराड़ और मुरुगन अश्विन।प्रेवियस आर्टियलराहुल गांधी का बड़ा दांव, कहा- सरकार बनी तो २०२० तक २२ लाख सरकारी पद भरेंगेनेक्स्ट आर्टियलगठबंधन पर कांग्रेस से कोई बात नहीं : केजरीवालराहत: डीजल और पेट्रोल हो सकता है सस्ता, जानिए क्या है...कर्नाटक में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर कांग्रेस का लोस से...बत्क बेटलनिंग एक्सेप्टरास लग्लाइट अट बेस्टल्ला आइसोत्रतिनोइन प न्टेट्सर्टिफाड ऑनलाइन फ़ार्मासी जेनेरीको ग्लिपिजिड/मेटफोर्मिन २.५ म्ग प्रेज़्ज़ो कनसेगना...बाय जेनेरिक दुलोरेटीन २0 म्ग वर्ल्डवाइड शिपिंग (३-७ डेस)भारी बारिश से मुंबई बेहाल: कई इलाकों में भरा पानी, लोकल...लोकसभा चुनाव के लिए पीएम मोदी का महाप्रचार आज से, यूपी-उत्तराखंड...हर २ मिनट में मारुति सुज़ुकी की बिक रही है यह...सिनेमा२१०५अदालत १० म्ग अऐक्विस्ता इन लीन्या :: पोस्टो मिग्लियोर पर कम्प्रारे...मेइल्यर प्रिक्स. पीलुले दे रोबक्सीन प्रिक्स |
औथोर २०१९-११-१० १७:१५:१६नयी दिल्ली. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने डैरेन सैमी नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले टी-२० अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मेजबान वेस्टइंडीज को ८४ रनों से करारी शिकस्त दी. इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की टी-२० सीरीज में १-० की बढ़त बना ली है.वेस्टइंडीज के लिए शैमेने कैम्पबेल ने सर्वाधिक ३३ रनों की पारी खेली. उनके अलावा हैली मैथ्यूज ने १3, स्टेसी एन किंग ने १3 और किशोना नाइट ने १2 रनों का योगदान दिया.भारतीय टीम की तरफ से शिखा पांडे, राधा यादव और पूनम यादव ने दो-दो जबकि दीप्ति शमार् और पूजा वस्त्राकर ने एक-एक विकेट हासिल किए. इससे पहले, शेफाली वर्मा (७३) और स्मृति मंधाना (६७) की अर्धशतकों की मदद से भारतीय टीम ने चार विकेट पर १85 रनों का स्कोर बनाया.शेफाली ने ४९ गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए जबकि मंधाना ने ४६ गेंदों पर ११ चौके लगाए. कप्तान हरमनप्रीत कौर ने १3 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से नाबाद 2१ और वेदा कृष्णामूर्ति ने सात गेंदों पर दो चौकों के सहारे नाबाद १५ रनों की पारी खेली. वेस्टइंडीज की ओर से शकीरा सेल्मन और कप्तान अनिशा मोहम्मद को दो-दो सफलता मिली.डैरेन सैमी शिखा पांडे वेस्टइंडीज भारतीय टीम क्रिकेट टी २० |
सम्प्रदान कारक (के लिए) - चतुर्थी विभक्ति - संस्कृत, हिन्दीजिसके लिए कोई कार्य किया जाए, उसे संप्रदान कारक कहते हैं। अथवा - कर्ता जिसके लिए कुछ कार्य करता है, अथवा जिसे कुछ देता है उसे व्यक्त करने वाले रूप को संप्रदान कारक कहते हैं। लेने वाले को संप्रदान कारक कहते हैं। इसका विभक्ति चिह्न के लिए हैं।अथवा - सम्प्रदान का अर्थ देना होता है। जब वाक्य में किसी को कुछ दिया जाए या किसी के लिए कुछ किया जाए तो वहां पर सम्प्रदान कारक होता है। सम्प्रदान कारक के विभक्ति चिन्ह के लिए या को हैं।मैं दिनेश के लिए चाय बना रहा हूँ। - इस वाक्य में दिनेश संप्रदान है, क्योंकि चाय बनाने का काम दिनेश के लिए किया जा रहा।स्वास्थ्य को (लिए सूर्य) नमस्कार करो। - इस वाक्य में स्वास्थ्य के लिए संप्रदान कारक हैं।गुरुजी को (लिए सूर्य) फल दो। - इस वाक्य में गुरुजी को संप्रदान कारक हैं।सम्प्रदान कारक, चतुर्थी विभक्ति - संस्कृत१. सम्प्रदाने चतुर्थीसम्प्रदान कारक में चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसे-नूतन ब्राह्मणाय भोजनं पचति । नुतन ब्राह्मण के लिए भोजन पकाती है।२. दानार्थे चतुर्थीजिसे कोई चीज दान में दी जाय, उसमें चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसे-राजा ब्राह्मणेभ्यः वस्त्रम् ददाति । राजा ब्राह्मणों को वस्त्र देता है।३. तुमर्थात्य भाववचनात् चतुर्थीतुमुन् प्रत्ययान्त शब्दों के रहने पर चतुर्थी विभ होती है। जैसेफलेभ्यः उद्यानं गच्छति संजयः । फलों के लिए उद्यान जाता संजय । ।भोजनाय गच्छति बालकः । भोजन के लिए जाता बालक।४. नमः स्वस्ति स्वाहास्वधाऽलं वषट्योगाच्चनमः, स्वस्ति, स्वाहा, स्वधा, अलम। और वषट् के योग में चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसे-तस्मै श्रीगुरवे नमः। उन गुरु को नमस्कार है।अस्तु स्वस्ति प्रजाभ्यः । प्रजा का कल्याण हो ।अग्नये स्वाहा। आग को समर्पित है।पितृभ्यः स्वधा । पितरों को समर्पित है।अलं मल्लो मल्लाय। यह पहलवान उस पहलवान के लिए काफी है।वषड् इन्द्राय । इन्द्र को अर्पित है।५. रुच्यर्थानां प्रीयमाणःजिस व्यक्ति को जो चीज अच्छी लगती है, उसमें चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसे-सर्वेभ्यः रोचते श्लाघा । सबों को श्लाघा अच्छी लगती है।ब्राह्मणाय मधुरं प्रियम् । ब्राह्मण को मधुर प्रिय है।मह्यं संस्कृतं रोचते। मुझे संस्कृत अच्छी लगती है।६. स्पृहेरीप्सितः चतुर्थीस्पृह (इच्छा) धातु के योग में जिस चीज की इच्छा होती है, उसमें चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसे-बालः पुष्पेभ्यः स्पृहयति । बच्चा फूलों को पसंद करता है।ज्ञानाय स्पृह्यति ज्ञानी। ज्ञानी ज्ञान पसंद करता है।७. धारेरुत्तमर्णः चतुर्थीधारि' धातु के अर्थ में उत्तमर्ण (कर्जदार) में चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसेअवधेशः मह्यं शतं धारयति। अवधेश मेरा सौ रुपयों का कर्जदार है।८. क्रुधदुहेसूयार्थानां यं प्रति कोपःक्रुध, द्रुह, ईष्र्या और असूयार्थ वाले धातुओं के योग में जिसके प्रति क्रोधादि भाव हो, उसमें चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसे-कंसः कृष्णाय क्रुध्यति। कंस कृष्ण पर क्रोध करता है ।।दुष्टः सज्जनाय द्रुह्यति। दुष्ट सज्जन से द्रोह करता है।प्रणयः अरविन्दाय ईष्यति। प्रणय अरविन्द से ईष्र्या करता है।रामकुमारः गौरीशंकराय असूयति। रामकुमार गौरीशंकर से द्वेष करता है।९. कर्मणा यमभिप्रैति स सम्प्रदानम्जहां कर्म के योग में जिस चीज की इच्छा होती है, उसमें चतुर्थी विभक्ति होती है। जैसे-राजा याचकाय वस्त्रं ददाति।सः बालकाय फ़लम् ददाति।सम्प्रदान कारक के उदाहरण - हिन्दीमाँ अपने बच्चे के लिए दूध लेकर आई।मेरे लिए खाना लेकर आओ।विकास ने तुषार को गाडी दी।वह मेरे लिए चाय बना रहा है।मैं हिमालय को जा रहा हूँ।रमेश मेरे लिए कोई उपहार लाया है।साहिल ब्राह्मण को दान देता है।१. नरेश मीना के लिए फल लाया है।वाक्य में जैसा कि आप देख सकते हैं, के लिए चिन्ह का प्रयोग किया जा रहा है। इससे हमें पता चल रहा है कि किसी के लिए काम किया जा रहा है। जब किसी के लिए काम किया जाता है तो तब वहां सम्प्रदान कारक होता है। अतः यह उदाहरण भी सम्प्रदान कारक के अंतर्गत आएगा।२. विकास तुषार को किताबें देता है।उदाहरण में देख सकते हैं कि को विभक्ति चिन्ह का प्रयोग करता है। यह चिन्ह बताता है कि किसी ने किसी को कुछ दिया है। यहाँ विकास ने तुषार को किताबें दी हैं। जैसा कि हमें पता है कि जब किसी को कुछ दिया जाता है तो वहां सम्प्रदान कारक होता है।३. भूखे के लिए रोटी लाओ।दिए गए वाक्य में देख सकते हैं कि के लिए विभक्ति चिन्ह का प्रयोग किया जा रहा है। यह चिन्ह हमें बताता है कि किसी के लिए काम किया जा रहा है। एवं जब किसी के लिए काम किया जाता है तो वहां सम्प्रदान कारक होता है। यहाँ पर भूखे के लिए रोटी लायी जा रही है। अतः यह उदाहरण सम्प्रदान कारक के अंतर्गत आएगा।कर्म कारक और सम्प्रदान कारक में अंतरकर्म कारक और सम्प्रदान कारक में को विभक्ति का प्रयोग होता है। कर्म कारक में क्रिया के व्यापार का फल कर्म पर पड़ता है और सम्प्रदान कारक में देने के भाव में या उपकार के भाव में को का प्रयोग होता है।सम्प्रदान कारक - चतुर्थी विभक्ति |
जस्प्रीत बुमराह बेफोर सेमिफिनल माच अगेंस्ट नव ज़ीलैंड, 'इये ऑन थे प्राइज़' | न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से पहले बुमराह ने भरी हुंकार, 'मेरी नजर सिर्फ ट्रॉफी पर' | हिन्दी न्यूज, क्रिकेट वर्ल्ड कप २०१९विश्वकप २०१९ का पहला सेमीफाइनल मंगलवार को मैनचेस्टर में भारत और न्यूजीलैंड के बीच होगा.जुल ८, २०१९, ०७:४३ प्म इस्टनई दिल्ली: विश्वकप २०१९ (इक वर्ल्ड कप २०१९) का पहला सेमीफाइनल मंगलवार को मैनचेस्टर में भारत और न्यूजीलैंड के बीच होगा. यह पहला मौका है जब भारत-न्यूजीलैंड की टीम सेमीफाइनल में एक दूसरे से भिड़ रही हैं. इस विश्वकप में २५ मई को अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड की टीम भारत पर भारी पड़ी थी. दोनों के बीच ग्रुप दौर में जो मैच होना था वो बारिश के कारण धुल गया था. भारतीय टीम के खिलाड़ियों के हौसले बुलंद हैं. टीम इंडिया के 'ट्रंप कार्ड' जसप्रीत बुमराह (जस्प्रीत बुमराह) ने मैच से पहले एक ट्वीट के जरिये अपने इरादे जाहिर किए हैं.टीम इंडिया के तेज गेंदबाज बुमराह ने अपने एक ट्वीट से कहा, "मेरी नजर सिर्फ ट्रॉफी पर है." बुमराह के ट्वीट को उनके फैंस ने हाथों-हाथ लिया. कई प्रशंसकों ने उन्हें सेमीफाइनल मुकाबले के लिए शुभकामनाएं दीं.अब तक १७ विकेट ले चुके हैं बुमराहतेज गेंदबाज बुमराह ने भारत के लिए अब तक सबसे अधिक १७ विकेट लिए हैं. उनका इकोनॉमी रेट (४.४८) २० या उससे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सबसे अच्छा रहा है और ८ मैचों मे से लगभग हर मैच में उन्होंने अपनी गेंदबाजी से छाप छोड़ी है.भारत खिताब का प्रबल दावेदारभारत को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. भारतीय टीम बेहतरीन फॉर्म में है और उसे सिर्फ एक मैच में ही हार का सामना करना पड़ा है वो भी बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ जब वह ३०० से ज्यादा के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई थी. न्यूजीलैंड को हराकर टीम के पास फाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका है.भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले सेमीफाइनल में बारिश खलल डाल सकती है. मंगलवार को बारिश की भविष्यवाणी की गई है. हो सकता है कि हल्की-फुल्की बारिश हो. अगर बारिश हो गई तो टीम इंडिया को ज्यादा सावधानी बरतनी होगी क्योंकि कीवी टीम का गेंदबाजी आक्रमण काफी खतरनाक हो जाता है. ट्रेंट बाउल्ट, लॉकी फग्र्यूसन, टिम साउदी और कोलिन डी ग्रांडहोम ऐसी स्थिति में किसी भी बल्लेबाजी को परेशान कर सकते हैं.जसप्रीत बुमराहजस्प्रीत बुमराहिक वर्ल्ड कप २०१९वर्ल्ड कप २०१९इंडव्संज़ |
कन्सर कास: पॉपुलर मैथस आबात थे कास ऑफ कन्सर - कैंसर के कारण: कैंसर के कारणों के बारे में लोकप्रिय मिथक - कैंसार के कारण: कैंसार के कारणों के बारे मैं लोकप्रिय मिठाक - गेट हेल्थ टिप्स, लाटेस्ट हेल्थ न्यूज, लाटेस्ट न्यूज रिलेटेड तो हेल्थ एंड फिटनेशोम / कन्सर / कन्सर कास / कन्सर कास इन हिन्दी / कैंसार के कारण / कैंसर के कारण / कैंसर के कारणों के बारे में / कन्सर कास: पॉपुलर मैथस आबात थे कास ऑफ कन्सर - कैंसर के कारण: कैंसर के कारणों के बारे में लोकप्रिय मिथक - कैंसार के कारण: कैंसार के कारणों के बारे मैं लोकप्रिय मिठाक्कन्सर कास: पॉपुलर मैथस आबात थे कास ऑफ कन्सर - कैंसर के कारण: कैंसर के कारणों के बारे में लोकप्रिय मिथक - कैंसार के कारण: कैंसार के कारणों के बारे मैं लोकप्रिय मिठाक्जुली २९, २०१९ कन्सर, कन्सर कास, कन्सर कास इन हिन्दी, कैंसार के कारण, कैंसर के कारण, कैंसर के कारणों के बारे मेंकन्सर कास पॉपुलर मैथस आबात थे कास ऑफ कन्सर - कैंसर के कारण कैंसर के कारणों के बारे में लोकप्रिय मिथककैंसर के कारणों के बारे में गलतफहमी आपके स्वास्थ्य के बारे में अनावश्यक चिंता पैदा कर सकती है। पता करें कि कैंसर के कारणों के बारे में इन सामान्य मिथकों में कोई सच्चाई है या नहीं।डरावने दावे इंटरनेट पर प्रसारित करते हैं कि रोजमर्रा की वस्तुएं और उत्पाद, जैसे कि प्लास्टिक और दुर्गन्ध, गुप्त कैंसर के कारण हैं। गलत होने के अलावा, इन मिथकों में से कई आपको अपने स्वयं के स्वास्थ्य और अपने परिवार के स्वास्थ्य के बारे में अनावश्यक रूप से चिंता करने का कारण बन सकते हैं।इससे पहले कि आप घबराएं, तथ्यों पर एक नज़र डालें।यहां, मेयो क्लीनिक, रोचेस्टर, मिनेसोटा के एक कैंसर विशेषज्ञ, टिमोथी जे। मोयनिहान, कैंसर के कारणों के बारे में कुछ लोकप्रिय मिथकों पर बारीकी से विचार करते हैं और बताते हैं कि वे अभी सच क्यों नहीं हैं।मिथक: एंटीपर्सपिरेंट्स या डिओडोरेंट्स स्तन कैंसर का कारण बन सकते हैं।तथ्य: राष्ट्रीय कैंसर संस्थान और अन्य शोधों के अनुसार, स्तन कैंसर से अंडरआर्म एंटीपर्सपिरेंट्स या डिओडोरेंट्स के उपयोग को जोड़ने वाला कोई निर्णायक सबूत नहीं है।कुछ रिपोर्टों ने सुझाव दिया है कि इन उत्पादों में हानिकारक तत्व होते हैं जैसे कि एल्युमीनियम यौगिक और पराबेन जो त्वचा के माध्यम से अवशोषित हो सकते हैं या शेविंग के कारण शरीर में प्रवेश करते हैं। किसी भी नैदानिक अध्ययन ने अभी तक इस सवाल का कोई निश्चित जवाब नहीं दिया है कि क्या ये उत्पाद स्तन कैंसर का कारण हैं। लेकिन आज तक के प्रमाणों से पता चलता है कि ये उत्पाद कैंसर का कारण नहीं हैं।यदि आप अभी भी चिंतित हैं कि आपके अंडरआर्म एंटीपर्सपिरेंट या डिओडोरेंट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, तो ऐसे उत्पाद चुनें जिनमें ऐसे रसायन न हों जो आपकी चिंता करते हों।मिथक: प्लास्टिक के कंटेनर और रैपरों को खाना खाने में हानिकारक, कैंसर पैदा करने वाले पदार्थ निकलते हैं।तथ्य: माइक्रोवेव-सेफ प्लास्टिक कंटेनर और रैप माइक्रोवेव में उपयोग करने के लिए सुरक्षित हैं।लेकिन माइक्रोवेव में उपयोग के लिए इरादा नहीं प्लास्टिक कंटेनर पिघल सकता है और संभावित रूप से आपके भोजन में रसायनों को लीक कर सकता है। इसलिए माइक्रोवेव वाले कंटेनरों से बचें जो माइक्रोवेव के लिए कभी नहीं थे, जैसे कि मार्जरीन टब, टेकआउट कंटेनर या टॉपिंग कटोरे।यह देखने के लिए जांचें कि माइक्रोवेव में आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले किसी भी कंटेनर को माइक्रोवेव-सेफ के रूप में लेबल किया गया है।मिथक: कैंसर से पीड़ित लोगों को चीनी नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे कैंसर तेजी से बढ़ सकता है।तथ्य: चीनी कैंसर को तेजी से नहीं बढ़ाती है। कैंसर कोशिकाओं सहित सभी कोशिकाएं ऊर्जा के लिए रक्त शर्करा (ग्लूकोज) पर निर्भर करती हैं। लेकिन कैंसर कोशिकाओं को अधिक चीनी देने से उनके विकास में तेजी नहीं आती है। इसी तरह, चीनी की कैंसर कोशिकाओं को वंचित करने से उनकी वृद्धि धीमी नहीं होती है।यह गलत धारणा पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) स्कैन की गलतफहमी पर आधारित हो सकती है, जो थोड़ी मात्रा में रेडियोधर्मी ट्रैसर का उपयोग करते हैं - आमतौर पर ग्लूकोज का एक रूप है। आपके शरीर के सभी ऊतक इस अनुरेखक में से कुछ को अवशोषित करते हैं, लेकिन वे ऊतक जो अधिक ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं - कैंसर कोशिकाओं सहित - अधिक मात्रा में अवशोषित करते हैं। इस कारण से, कुछ लोगों ने निष्कर्ष निकाला है कि चीनी पर कैंसर कोशिकाएं तेजी से बढ़ती हैं। लेकिन यह सच नहीं है।हालांकि, कुछ सबूत हैं कि बड़ी मात्रा में चीनी का सेवन करने से कुछ कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें एसोफैगल कैंसर भी शामिल है। यह वजन बढ़ने और मोटापे और मधुमेह के खतरे को बढ़ा सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।मिथक: अच्छे लोगों को कैंसर नहीं होता है।तथ्य: प्राचीन काल में, बीमारी को अक्सर बुरे कार्यों या विचारों के लिए दंड के रूप में देखा जाता था। कुछ संस्कृतियों में जो अभी भी देखे जाते हैं।यदि यह सच था, तो आप ६ महीने के बच्चे या कैंसर से पीड़ित नवजात शिशु को कैसे समझाएंगे? ये छोटे बुरे नहीं हैं।इस बात का कोई सबूत नहीं है कि आपको कैंसर है क्योंकि आप इसके लायक हैंमिथक: कैंसर संक्रामक है।तथ्य: किसी को कैंसर होने से बचने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप इसे पकड़ नहीं सकते। किसी ऐसे व्यक्ति के साथ संपर्क करना और उसके साथ समय बिताना ठीक है। वास्तव में, आपका समर्थन कभी अधिक मूल्यवान नहीं हो सकता है।हालांकि कैंसर स्वयं संक्रामक नहीं है, कभी-कभी वायरस, जो संक्रामक होते हैं, कैंसर के विकास को जन्म दे सकते हैं। कैंसर का कारण बनने वाले वायरस के उदाहरणों में शामिल हैं:मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) - एक यौन संचारित संक्रमण - जो गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर और कैंसर के अन्य रूपों का कारण बन सकता हैहेपेटाइटिस बी या सी - संक्रमित संभोग या संक्रमित आईवी सुइयों के उपयोग से वायरस - जो यकृत कैंसर का कारण बन सकता हैइन वायरस से खुद को बचाने के तरीकों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।कन्सर कास: पॉपुलर मैथस आबात थे कास ऑफ कन्सर - कैंसर के कारण: कैंसर के कारणों के बारे में लोकप्रिय मिथक - कैंसार के कारण: कैंसार के कारणों के बारे मैं लोकप्रिय मिठाक रेवीव्द बाय हेल्थलाइन.क्लब ऑन जुलाई २९, २०१९ रेटिंग: ५कैंसर के कारणों के बारे में |
धान की खेती न करने पर किसानों को मिलेगा २००० रु. प्रति एकड़, २७ मई से शुरू होगी योजनाभूजल स्तर को बचाने के लिए किसानों को सीधे नगद फायदा देने वाला पहला राज्य बना हरियाणाफोटो : अग्निमिर् बसुहरियाणा में पानी की कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने अनूठा कदम उठाया है। धान की अधिकता वाले इलाकों में गिरते भूजल को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने एक खास योजना तैयार की है। राज्य सरकार ने किसानों का धान के प्रति रुझान घटाने के लिए खास पहल की है। फसल विविधकरण के तहत धान को छोड़ पानी की कम खपत वाली फसलें अपनाने वाले किसानों को जहां राज्य सरकार २००० रुपए प्रति एकड़ वित्तीय सहायता देगी, वहीं बीज सहित अन्य फायदे भी दिए जाएंगे। हरियाणा शायद पहला ऐसा राज्य है, जिसने किसानों को धान की खेती न करने पर इंसेंटिव देने की घोषणा की है।केंद्रीय भूजल बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि कृषि राज्य पंजाब व हरियाणा में तेजी से भूजल स्तर गिर गया है। पंजाब के ८२ फीसदी और हरियाणा के ७६ फीसदी हिस्से में तेजी से भूजल स्तर गिरा है। बोर्ड की हालिया ड्राफ्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में भूजल स्तर ३०० मीटर तक पहुंच जाएगा और अगले २० से २५ साल में भूजल स्तर खत्म हो सकता है।बढ़ते भूजल संकट को देखते हुए २१ मई को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस संकट को काबू पाने के लिए धान की खेती को हतोत्साहित करने का निर्णय लिया गया है। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने पानी व अन्य संसाधनों के संरक्षण के लिए धान बाहुल्य जिलों में किसानों का रूझान धान से हटाने व इसके लिए मक्का तथा दलहन व तिलहन जैसी अन्य फसलों की ओर प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश के सात खण्डों असंध, पुण्डरी, नरवाना, थानेसर, अंबाला-१, रादौर व गन्नौर में पायलट परियोजना २७ मई, २०१9 से शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए विभाग के पोर्टल पर किसानों का पंजीकरण किया जाएगा। इस योजना के तहत गैर-बासमती धान के क्षेत्र में मक्का फसल के विविधकरण होने से पानी की कुल बचत ०.7१ करोड़ सैंटीमीटर (१ सेंटीमीटर=एक लाख लीटर) होना अपेक्षित है।मक्का व अन्य फसलें जैसे अरहर के विविधीकरण के इच्छुक किसानों का एक पोर्टल पर पंजीकरण किया जाएगा। इस योजना के तहत पहचान किए गए किसानों को मुफ्त में बीज उपलब्ध करवाया जाएगा, जिसकी कीमत १२०० से २००० रुपये प्रति एकड़ होगी। बीज के अलावा २००० रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से वित्तीय सहायता दो चरणों में प्रदान की जाएगी। इसमें २०० रुपए पोर्टल पर पंजीकरण के समय और शेष राशि १8०० रुपए बिजाई किए गए क्षेत्र के सत्यापन उपरांत किसानों के खाते डाली जाएंगी । योजना के तहत मक्का फसल की बीमा प्रीमियम राशि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत ७६6 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से भी सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक किलोग्राम चावल उगाने के लिए ३००० से 35०० लीटर पानी की खपत होती है।राज्य के सात जिलों नामत: यमुनानगर, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और सोनीपत धान बाहुल्य क्षेत्र में योजना के तहत इन जिलों के सात खंडों के क्षेत्र से धान की खेती को कम करने का प्रस्ताव है। यहां यह उल्लेखनीय है कि १97० के दशक में मक्का और दलहन हरियाणा की प्रमुख फसलें होती थीं, जोकि अब पूरी तरह से गायब हो चुकी हैं और इसके स्थान पर धान और गेहूं जैसी जलरोधी फसलों ने कब्जा कर लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, पुराने मक्का/दलहन क्षेत्र को वापस लाने के लिए धान की फसल का तत्काल विविधीकरण करके इन फसलों के अंतर्गत लाया जाएगा।हरियाणा में मक्का उपज भी हैफेड, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग जैसी सरकारी खरीद एजेंसियों के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य की दर से की जाएगी। इसी तरह खरीफ सीजन के दौरान २५०० हैक्टेयर क्षेत्र में धान के स्थान पर दलहन फसल (अरहर) का भी विविधीकरण किया जाएगा। किसानों को दलहन फसल का बीज भी नि:शुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा और उसी प्रकार से प्रोत्साहन भी दिया जायेगा। हरियाणा में धान को बदलने के लिए मक्का की फसल ही अंतिम उपाय है। मक्का फसल से हरा चारा, बेबी कॉर्न का उत्पादन भी किया जा सकता है जो कई गुना पानी की बचत, गेहूं की उपज में वृद्धि करने तथा जल संरक्षण के लिए उपयुक्त रहेगा। इससे खेती में कम रासायनों की जरूरत पड़ेगी। बेबी कॉर्न व कम अवधि की सब्जी फसलें उगाने से लोगों की प्रतिदिन की स्थानीय आवश्यकताएं तो पूरी होंगी ही साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।फसल विविधता योजना शुरू करने का उद्देश्य पानी, बिजली की बचत और मृदा स्वास्थ्य में सुधार करना भी है। राज्य में धान को अपनाने में प्रमुख चिंता पानी की कमी, बिजली की अधिक खपत, मिट्टी और मानव स्वास्थ्य में गिरावट, भविष्य की समस्याओं जैसे कि भूमिगत पानी के स्तर में गिरावट, भूजल प्रदूषण, गेहूं पर बुरा प्रभाव होता है। क्योंकि गेहूं की बिजाई में देरी के कारण गेहूं की परिपक्वता के समय टर्मिनल ताप का बढऩा जिस कारण गेहूं की पैदावार में कमी हो रही है जिससे किसानों को सीधा नुकसान हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर 5०,००० हैक्टेयर क्षेत्र में धान के स्थान पर मक्का व अरहर की फसल की बुआई होती है तो गेहूं का उत्पादन १० प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है क्योंकि मक्का की फसल 9० से १०० दिन में पक कर तैयार होती है और १० अक्तूबर तक खेत खाली हो जाते हैं। इसलिए गेहूं की बिजाई का समय पहले मिल जाता है जबकि धान की फसल तैयार होने में १3० से १4० दिन का समय लगता है और नवम्बर में खेत खाली होते हैं और उसके बाद पराली प्रबन्धन की एक समस्या रहती है।योजना के तहत शामिल किये गये सात खण्डों में १95357 हैक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल होती है जिसमें ४५ प्रतिशत अर्थात 879०० हैक्टेयर क्षेत्र में गैर बासमती धान होता है और क्षेत्र में धान की फसल कम करना योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना के तहत मक्का का बीज मुफ्त दिया जाएगा और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा के प्रीमियम की किस्त भी सरकार द्वारा वहन की जाएगी।पडी कल्टीवेशन पडी फील्ड्स पडी वाटर शॉर्टेज ग्राउंड वाटर एग्रिकल्चर इंडिया हरियाणासरकार को राशि देने की बजाए कुछ बड़े स्तर पर एक इको फ्रेंडली सोलुशन निकालना चाहिए।पोस्टेड बाय: आशुतोष | ओन मोंठ एगो | रेप्ली |
उत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट| जिलेवार सूची|मार्च ३०, २०२० मार्च ३१, २०२० एडमिन४ कम्मंट ऑन उत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट| जिलेवार सूचीउत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट| उत्तर प्रदेश किसान निधि योजना २०२० लिस्ट| यूपी किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट|उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री किसान निधि योजना जिलेवार लिस्ट|किसान सम्मान निधि योजना २०२० लिस्ट यूपी|उप किसन सम्मान निधि योजना लिस्ट|दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं हम अपने ब्लॉग पर सरकारी योजनाओं जानकारी लेकर आते हैं| तो आज हम अपने इस पोस्ट में उत्तर प्रदेश किसान योजना लिस्ट (उप किसन सम्मान निधि योजना लिस्ट) की जानकारी लेकर आए हैं| हम आपको अपने ब्लॉग में बताएंगे कि आप किस प्रकार घर बैठे ही ऑनलाइन पोस्ट के माध्यम से उत्तर प्रदेश किसान निधि योजना सूची २०१९(उत्तर प्रदेश किसन सम्मान निधि योजना लिस्ट) जानकारी सांझा करेंगे| प्रधानमंत्री मोदी जी अपने अंतिम बजट २०१९-२० मैं किसानों के लिए किसान सम्मान निधि योजना लेकर आए थे|किसान सम्मान निधि योजना के बाद किसानों को यूपी किसान समान निधि योजना लाभार्थी सूची (उप किसन सम्मान निधि योजना बेनेफिशियारीज लिस्ट) का इंतजार होगा| क्योंकि किसान निधि योजना से हर वर्ष ६००० की वित्तीय सहायता दी जाएगी| अब यह देखना दिलचस्प होगा कि किन किसानों के नाम उत्तर प्रदेश समान निधि सूची २०१९ (उप किसन लिस्ट) में आए हैं| दोस्तों हम आपको बताएंगे उस प्रकार आप उत्तर प्रदेश किसान निधि योजना २०१९ लिस्ट ऑनलाइन देख सकते हैं|१ यूपी किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट१.१ उत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट जिलेवार सूचीयूपी किसान सम्मान निधि योजना लिस्टयूपी प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना लिस्ट मैं हम आपको बताएंगे कि किन किन किसानों के नाम उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री किसान निधि योजना जिलेवार लिस्ट मैं आए हैं| आपको यह भी बताएंगे कि किसान सम्मान निधि योजना क्या जरूरी पात्रता रखी है| किसान सम्मान निधि योजना योजना का लाभ उठा सकें| किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत भारत की केंद्र सरकार किसानों के बैंक खातों में साल के तीन बार २०00 रुपए की सहायता राशि ऑनलाइन मिलेगी|किसान निधि योजना लिस्ट उत्तर प्रदेश ( किसन निधि लिस्ट २०१९ उप) में नाम उन्हें किसानों का होगा जो किसान सम्मान निधि योजना के लिए पात्र हैं| तो आइए अब हम देखते हैं कि उप किसान समान निधि योजना लिस्ट के लिए कौन-कौन से किसान पात्र हैं|अगर किसी ने १ फरवरी के बाद खेती योग्य जमीन का छोटा सा टुकड़ा भी खरीदा तो उसे अगले पांच वर्षों तक पीएम किसान योजना के तहत सालाना ६ हजार रुपये नहीं मिलेंगे|उत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट जिलेवार सूचीहम आपको उत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट, किसान लिस्ट ऑनलाइन देखें|इस लिंक पर प्रधानमंत्री किसान निधि योजना जिलेवार सूची का लिंक दिखाई देना|उस लिंक पर क्लिक करने के बाद अपने डिस्टिक तहसील गांव का चयन कीजिए|किस प्रकार आप घर बैठे ऑनलाइन किसान सम्मान निधि योजना बेनेफिशियारीज लिस्ट देख सकते हैं|आप हमारे ब्लॉग से कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं हमारे कमेंट पर लिखिए|तग्गे उप किसन सम्मान निधि योजना लिस्टउत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्टउत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री किसान निधि योजना जिलेवार लिस्टकिसान सम्मान निधि योजना २०१९ लिस्ट यूपीयूपी किसान सम्मान निधि योजना लिस्टहिमाचल प्रदेश स्कॉलरशिप स्कीम २०२०| ऑनलाइन आवेदन|रजिस्ट्रेशन४ थॉट ऑन उत्तर प्रदेश किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट| जिलेवार सूचीअभी किसन सम्मान निधि राशि नहीं आई हैसर हमारा नाम ऑनलाइन हुआ हैं की नहीं बस्ती रुधौली रणिपुर्रमेश चंद्र वर्मा सएस:सर में रमेश चंद्र वर्मा मैंने किसन सम्मान योजना का पैसा नहीं मिला हैसर मेरी मोम क नाम पर खेत हैं हमने २५ फेब को फॉर्म जमा किया था हमारी लिस्ट अभी तक नहीं आयी हैं मोब 97१73४898१ |
सपना चौधरीसपना-चौधरी बऐक तो बऐक मुज़िक डांस वेदियो विराल ऑन सोशियल मीडियानई दिल्ली। सपना चौधरी इन दिनों कुछ ज्यादा ही बिजी हैं। सपना चौधरी के बैक टू बैक म्यूजिक वीडियो आ रहे हैं, और उनका डांस हर वीडियो के साथ शार्प होता जा रहा है। आपको बता दें कि जब से सपना बिग बॉस के घर से आई हैं तब से सपना का लुक भी काफी बदल गया है और शूट सलवार में रहने वाली देश सपना अब मॉर्डन ड्रेसेज के साथ विदेशी अवतार में आ चुकी हैं जिनके लुक को सोशल मीडिया पर लोग काफी पसंद कर रहे हैं।आपको बता दें कि आए दिन सपना का कोई नया फोटोशूट या डांस वीडियो सोशल मीडिया पर छाया रहता है। आज हम आपको सपना के उन बेतरीन डांस को दिखाने वाले हैं जो हाल ही में सोशल मीडिया की सुर्खियां बने है। इसके साथ ही उनके नए लुक को भी दिखाने वाले हैं।सपना चोधरी का ठेठ हरियाणवी अंदाजइस वीडियो में सपना चौधरी कमाल की लग रही हैं, और इस हरियाणवी गाने में वे ठेठ हरियाणवी अंदाज में हैं। वाकई सपना चौधरी ने दिखा दिया है कि एंटरटेनमेंट के मामले में उनसे कोई टक्कर नहीं ले सकता है। वैसे भी सपना चौधरी इन दिनों भोजपुरी सिनेमा (भोजपुरी सिनेमा) से लेकर बॉलीवुड (बॉलिवुड) और पंजाबी सिनेमा (पंजाबी सिनेमा) तक में आग लगाए हुए हैं।पवन जी, यह विडियो मैं आपको देडिकेट करना चाहती हूँ. भगवान आपको सारी खुशिया दे एल थे बेस्ट & गोद ब्लेस यू @पवंचाला२०१० #लीवेपरफोरमांस #डांसपरफोरमांस #हरियाणासपना का देशी अवतारसोम ऑफ थे मुज़िक विदियोस. डबल तप तो सपोर्टा पोस्ट शर्ड बाय सपना चौधरी (@इत्स्सपनाचौधरी) ऑन जान ४, २०१८ एट ८:३२प्म स्टसपना का विदेशी अवतारब्लैक ड्रेस में सपना का ग्लैमरस लुकसपना चौधरी का ठेठ हरियाणवी रोमांटिक डांस, सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा है वायरलसपना चौधरी, सपना चौधरी का डांस, सपना चौधरी के बैक टू बैक म्यूजिक वीडियोविदेशी अवतार के साथ देखें सपना चौधरी के बैक टू बैक म्यूजिक वीडियो अद्देड बाय मोहिनी कुछवाहा ऑन ऑगस्ट २२, २०१८ २:२४ प्म |
नदी का परिचय - प्रवाकता | प्रवक्ता.कॉम : ऑनलाइन हिन्दी न्यूज & वियूज पोर्तल ऑफ इंडियामुख पृष्ठपोस्टेड ऑन नोवंबर २६, २०१२ बाय &फाइल्ड अन्डर कविता.गहराती हुई नदी मेंबन रहे थे पानी के बहुत से व्यूहनदी के किनारों की मासूमियतपड़ी हुई थी छिटकी बिटकी यहाँ वहांजहां बहुत से केकड़े चले आते थे धुप सेकनें.किनारों पर अब भी नहीं होता थाव्यूहों का या गहराईयों का भानपर नदी थी कि हर पल अपना परिचय देना भी चाहती थीसभी को जान भी लेना चाहती थी.नदी से अपरिचित रहनाऔर उसके उथले किनारों से लेकरअसीम गहराइयों तक की संवेदित प्रज्ञा को जाननाअब असंभव था.संभव था तो केवल इतना कि नदी के आँचल में छूप जानाऔर उसे ही पकड़कर गहराइयों को चूम आना.तरलता की अगुह्य गहराइयों की सीमाओं से लेकरठोस हो जानें की हदों तकसभी कुछ तोऐसा ही था जैसे कोई गीत कुह्कुहा लिया होबहुत गहरें घने वन में भीतर कहीं बैठी किसी कोयल नेजिसमें न शब्द विशब्द होते है न राग विरागन जिसमें न्यास विन्यास न कोई नियम विनियमकेवल और केवल स्वछंदता.किन्तु नदी के किनारों पर नहीं मिलता ऐसा परिचयवहां नदी की नन्ही नन्ही लहरों परसदा लिखा होता है एक नामजिसे हम पढ़ करनदी को पढ़ लेनें के भ्रम विभ्रम में जीते मरते रहते हैं.१ कमेंट ऑन "नदी का परिचय" नोटिफ्य ऑफ नव फॉलो-उप कम्मंट्सगेस्टविजय निकोरेशारे ऑन ट्विटरशर ऑन गूगलप्रवीण जी, भाव और बिम्ब को पिरोती इतनी सुन्दर कविता कम ही मिलती है ।आपको बधाई । |
- पीएनबी मैनेजर समेत पांच के खिलाफ होगी रिपोर्ट - अमर उजाला हिन्दी न्यूजपीएनबी मैनेजर समेत पांच के खिलाफ होगी रिपोर्ट{"_ईद":"१३६४५","स्ल्ग":"मोरादाबाद-१३६४५-४६","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९२आ\उ०९४०\उ०९०फ\उ०९२8\उ०९२च\उ०९४० \उ०९२ए\उ०९४८\उ०९२8\उ०९४७\उ०९१च\उ०९३० \उ०९३८\उ०९२ए\उ०९४७\उ०९२4 \उ०९२आ\उ०९३ए\उ०९०२\उ०९१आ \उ०९१5\उ०९४७ \उ०९१6\उ०९३फ\उ०९३२\उ०९३ए\उ०९२ब \उ०९३9\उ०९४ब\उ०९१7\उ०९४० \उ०९३०\उ०९३फ\उ०९२आ\उ०९४ब\उ०९३०\उ०९४ड\उ०९१फ ","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३० \उ०९१4\उ०९३० \उ०९३०\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}मुरादाबाद। रजपुरा विकास खंड क्षेत्र के सात गांवों में दो करोड़ की धनराशि के गबन के मामले में पीएनबी के मैनेजर समेत पांच के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। मुख्य आरोपी पंचायत सचिव समेत सभी के खिलाफ सीडीओ ने रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं।रजपुरा विकासखंड के पंचायत सचिव अजय कुमार यादव पर दो करोड़ की धनराशि के गबन के आरोप लगे हैं। अब तक मनरेगा, इंदिरा आवास, राज्य वित्त आयोग आदि योजनाओं में २.०६ करोड़ रुपये गबन की पुष्टि हो चुकी है। डीडीओ मिश्री लाल ने इस पूरे मामले की जांच की। अपनी रिपोर्ट में डीडीओ ने पंचायत सचिव, पीएनबी के शाखा प्रबंधक, खंड विकास अधिकारी, कनिष्ठ लिपिक व सफाई कर्मचारी की भूमिका को सवालों के घेरे में लेते हुए पांचों को दोषी माना था। सीडीओ मासूम अली सरवर ने बताया पांचों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दे लिए गए हैं। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सरकारी धन की वसूली की कार्रवाई शुरू की जाएगी। |
जीवन संगीत: एक भोजपुरिया का जानाएक भोजपुरिया का जानाजब घरे घरे टीवी , टेप आ रेडियो ना रहे मनोरंजन के साधन कम रहे हतना गायक आ कलाकार लो ना रहे लो लोग खेत से काम कर के आवे सुते के बेरा घर के बुढ पुरनिया कथा कहानि कही के लइकन के सुतावे ओह घरि भोजपुरी के कही कार्यक्रम होखे त रामायन आ महाभारत के प्रसंग होखे लोग लमटेम आ लाठी लेके कई कोस दूर जावना गायक के सुने जाव.... जे गावे त ओकरा गायकी के जादू आ प्रसंग के व्याख्या में रोये लागे... ओहि घरि के गायक श्री गायत्री ठाकुर व्यास जी के आज निधन हो गइल बाटे उहाँ के डुभा बक्सर के रहे वाला रहनी आजू भोजपुरी आपन एगो लाल खो देले बाड़ी जब भोजपुरी के संगीत के इतिहास लिखाई त भिखारी ठाकुर आ महेन्दर मिसिर के बाद सबसे ढेर पन्ना आ सियाही ओराई त उ गायत्री ठाकुर के योगदान लिखे में ओराई उहाँ के एगो भोजपुरी के घराना हइं जेके गायत्री घराना कहल ज़ाला आ उनकर समकछ बलिया के धुरान के घराना जेमे से आज हजारो गायक सीखी के गवनई गावत बा लोजले गुलशन कुमार जियत रहनी त उहाँ के गायत्री ठाकुर से बड़ी प्रभावित रहनी उहाँ के गावल राम केवट सम्वाद , लक्ष्मन परशुराम सम्वाद शिशुपाल वध कृष्णा लीला आदि के कैसेट निकलनी बाकी जस जस भोजपुरी में नवका गायक लो के प्रवेस भइल अश्लीलता बढ़े लागल अब रामायण महाभारत के जगह प फुहरपन हो गइल, मनोरंजन के टेस्ट बदल गइल त लोग सुनल कम क दिहल बाकी आज भी देश के प्रख्यात राम कथा वाचक प्रेमभूसन जी उहा गीत गावेनी त रोंवा खाड़ हो ज़ाला "की करुना निधान रउवा जगत के दाता हाईकहें ले दास गायत्री हो ......खीच के तिन गो चिचिरी हो ......सीरी भगवान रउवा जगत के दाता हाई।।।।हम का कहि एक दू हाली उहाँ के गावत सुनले बानी ओतना विद्वान गायक शायद भोजपुरी केहू बाटे आज भरत शर्मा जवन भी बानी उ गायत्री ठाकुर के कारण बानि भरत जी के गुरु रहनी उहाँ के । खेसारी आ लेतरी के दौर में उहाँ के महानता के देखि कब लोग समझाता काहे की मर गैला के बादे लोग के विस्वाश होला की फलाना बड़ा महान रहलन ए विडंबना के का कहल जाई .....एगो उहें के गीत से नमन करा तानी...... (इ गीत उहें के लिखल ह आज हमार पापा बम्बई से फ़ोन प सुनाव्लन ह हमरा के )एमे हनुमान जी से उहाँ के कहा तानी की जाके राम जी से कही दिह की जल्दी आईं ना त सब गड़बणाता.......कहिह मुहखरिया हो खबरिया राज़ा राम सेअब रोजे रोजे अपहरण होता चलते राह डगरिया हो .....खबरिया......आइल संकट जल्दी करीं रोवता अवध नगरिया हो.... खबरिया राज़ा......जीभ बेचारी फेर में बाड़ी दांत बिच बत्तीसी केलहरी गयित्री आसरा लवले फेरबा कब नजरिया हो..... खबरिया राज़ा राम से...इमेज- सावन.कम्पोस्टेड बाय अतुल कुमार राय एट २१:११:००लेबल्स: भोजपुरी, मुज़िक, सिंगर |
डॉ. शैलेश गुप्त वीरशिक्षा- परास्नातक(प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विज्ञान, पी-एच.डी.(पुरातत्व विज्ञान), यूजीसी-नेट (पुरातत्व विज्ञान), एम.जे.एम.सी.(पत्रकारिता एवं जनसंचार), बी.एड., डिप्लोमा इन रसियन लैंग्वेज़, डिप्लोमा इन उर्दू लैंग्वेज़, ओरियन्टेशन कोर्स इन म्यूजियोलॉजी एण्ड कन्ज़र्वेशन।संपादन, समीक्षा एवं साक्षात्कार लेखन के साथ साथ, -साहित्य, संस्कृति, पत्रकारिता, इतिहास तथा पुरातत्व विषयक विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय गोष्ठियों, संगोष्ठियों, शोध-संगोष्ठियों, सम्मेलनों तथा कार्यशालाओं में सहभागिता और प्रस्तुतीकरण। उपसंपादक- गुफ्त़गू (त्रैमासिक), इलाहाबाद, कार्यकारी संपादक- तख़्तोताज (मासिक), इलाहाबाद, अतिथि संपादक- पुरवाई (वार्षिक), बलिया।अध्यक्ष-अन्वेषी, साहित्य एवं संस्कृति की प्रगतिशील संस्था, फतेहपुर।कला रत्न पुरस्कार (काव्यांजलि संस्था, कानपुर द्वारा, रामकृष्ण कला-साहित्य सम्मान, (इन्द्रधनुष साहित्यिक संस्था, बिजनौर द्वारा) श्री मोहनलाल गुप्त स्मृति जनसेवा सम्मान।अनुभूति में डॉ. शैलेश गुप्त वीर की रचनाएँ-उम्र मेरी कटी हैज़ख़्म पर ज़ख़्मझूठ गर बेनक़ाबमन में बोझआठ छोटी कविताएँधूप के पाँव- गर्मी - दस क्षणिकाएँनया साल- साल पुरानानये वर्ष की कामनाअशोक- जीवन रहे अशोकदेवदारु- देवदारु - दस क्षणिकाएँसंक्रांति- संस्कृति देती गर्वशिरीष- शिरीष दस क्षणिकाएँहोली है- राग रंग का पर्व |
होम हैल्थ चावल खाने का सही तरीका क्या है ठंडे या गर्म, जानें इसके...जयपुर। चावल हमारे भोजन में मुख्य रूप से शामिल रहने वाला अनाज है। कुछ लोग इसे हल्का भोजन बताते हैं, तो कुछ लोग इसे मोटापा बढ़ाने वाला भोजन करार देते हैं। सवाल यह कि चावल को गर्म ही खाना चाहिए या बना के रखे यानी ठंडे चावल का भी सेवन कर सकते है। आईए जानते है इसके बारें में चावल के साथ असली समस्या बैक्टीरिया नहीं है वो चाहे ठंड है या फिर से गर्म किए हुए है। बल्कि यह है कि चावल कैसे ठंडा रखा गया है। ब्राउन राइस और वाइट राइस की ही तरह लोग अपनी डाइट के हिसाब से चावल को खाने और बनाने का तरीका भी अपनाते हैं।गर्म चावाल, बासी चावल, सफेद चावल और ब्राउन राइस सबके बारे में ही आपने सुना होगा पर क्या आपने कभी ठंडे चावल को खाते वक्त सोचा है कि इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए अलग-अलग तरीकों से फायदेमंद होता है, तो कभी नुकसानदेह।ठंडे चावल में ताजे पके चावल की तुलना में एक हाई स्टार्च सामग्री होती है। वहीं इसे हाई रेसिस्टेंट वाले स्टार्ट के रूप में भी देखा जाता है। ये हाई रेसिस्टेंट वाले स्टार्ट एक प्रकार का फाइबर है, जिसे आपका शरीर पचा नहीं सकता है। वास्तव में, गर्म किए गए चावल में सबसे अधिक मात्रा में स्टार्च होता है।माना गया है कि भोजन के बाद २४ घंटे तक ठंडा किया हुआ सफेद चावल खाना, जो लगभग ४च तक ठंडा हो गया उसे खाने से ब्लड शुगर के स्तर में काफी कमी आ जाती है। वहीं ये कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और आंत के स्वास्थ्य में काफी सुधार कर सकता है।वहीं ये भी सच्चाई है कि ठंडा या दोबारा गरम किया हुआ चावल खाने से बैसिलस सेरेस से फूड पॉइजनिंग होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे पेट में ऐंठन, दस्त, या उल्टी होने के १५-३० मिनट के भीतर उल्टी हो सकती ह। इसमें बीजाणुओं को बनाने की क्षमता है, इसलिए ऐसे चावल कम वक्त में ही खराब हो सकते हैं।सही मायने में माना जाए तो चावल को ताजा पक्का हुआ ही खाना चाहिए। क्योंकि रखे हुए या कहें काफी देर से रखे चावल आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।प्रेवियस आर्टियलझारखंड के मुख्यमंत्री, धोनी ने जेएससीए में किया नई सुविधाओं का उद्घाटननेक्स्ट आर्टियलअमिताभ-जया ने किया कैटरीना का कन्यादान, साउथ सुपरस्टार्स भी हुए शादी में शामिल |
$ ६९५ मुफ्त पैसेउवॉवयूरो ७०९००० मैक्स कैशऑटविशेष बोनस: १००% कोई नियम बोनस नहीं! मंदारिन फॉर्च्यून एचडी पर$ ६९५ मुफ्त पैसे अपडेट किया गया: सितम्बर ७, २०१४ लेखक: हिलेल स्लोकम्बसंबंधित बोनस "$ ६९५ फ्री मनी":6७5% पहला जमा बोनस$ 5७0 मुफ्त कैसीनो चिप४० नि: शुल्क स्पिन कोई जमा कैसीनो1७5 निष्ठा मुक्त स्पिन! ३६०० कोई जमा बोनस नहीं"$ ६९५ फ्री मनी" के साथ खेलना शुरू करेंकोई जमा कैसीनो बोनस नहीं | नो डिपॉजिट बोनस मैंडरिन पैलेस"$ ६९५ नि: शुल्क धन" के लिए टिप्पणियाँजोशुआ हर्मसेन ९: ०६ आमइस बोनस कोड, डोपीकोमामा को साझा करने के लिए धन्यवादबैंकी हॉलोरन ४: ३५ प्मक्लिंटन टर्नेज १०: २२ प्महिलेल स्लोकम्ब |
कहाँ और केसे बनवाएं वास्तु अनुसार शोचालय -(प्रभाव एवं परिणाम) "विनायक वास्तु टाईम्स"ऑन डिसेंबर २३, २०११ बाय वस्तुशास्त्री०८इन जीवन शेली,आध्यात्म,ज्योतिष,वास्तु,हस्तरेखा,लालकिताब,राशिफल,मुहूर्त,त्यौह, ज्योतिषकहाँ और केसे बनवाएं वास्तु अनुसार शोचालय -(प्रभाव एवं परिणाम)शौचालय को ऐसी जगह बनाएँ जहाँ से सकारात्मक ऊर्जा न आती हो शौचालय बनाते वक्त काफी सावधानी रखना चाहिए, नहीं तो ये हमारी सकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देते हैं और हमारे जीवन में शुभता की कमी आने से मन अशांत महसूस करता है। इसमें आर्थिक बाधा का होना, उन्नति में रुकावट आना, घर में रोग घेरे रहना जैसी घटना घटती रहती है। शौचालय को ऐसी जगह बनाएँ जहाँ से सकारात्मक ऊर्जा न आती हो व ऐसा स्थान चुनें जो खराबऊर्जा वाला क्षेत्र हो। घर के दरवाजे के सामने शौचालय का दरवाजा नहीं होना चाहिए, ऐसी स्थिति होने से उस घर में हानिकारक ऊर्जा का संचार होगा। -इशान भाग में यदि शोचालय हो तो अच्छी असर देने वाले ये किरण दूषित होते हे ,इस के फायदा होने के बजाय हानी होती हे.. वास्तु शास्त्र में अग्नि कोण का साधारण महत्व हे सूर्योदय के बाद मानव जीवाण की प्रक्रिया पैर विपरीत असर देने वाले इन्फ्रा रेड किरण जो पानी में घुल जाये तो सजीवो को हानी पहुंचती हे इस का आधार लेके वास्तु शास्त्र में अग्नि और पानी ये दोनों तत्व एक दुसरे के साथ मेल नही खाने वाले तत्व हे ऐसा कहा गया हे की सूर्य जब जब ऊपर आये या अस्त हो तब तब मानव के शरीर की जेव रासायनिक क्रिया पर और वास्तु पर उस का असर होता हे सूर्य अस्त होने के बाद सूर्य क्र किरण जमीन पर काम नही करते तब दूसर के ग्रहों की प्रबलता यानि उनके किरणों की प्रबलता बढ़ जाती हे किसी भी घर में बना देवस्थान/ पूजाघर शोचालय से दूर होना चाहिएया दोनों की दीवारें अलग-अलग होनी चाहिए - किसी भी भवन/माकन की पूर्व में बना शोचालय घर की औरतों को रोगों से ग्रस्त रखता है ..साथ ही मानसिक परेशानी भी देता हें..इस दोष के कारण परिवार में संतान में उत्पत्ति में अनेक प्रकार की बाधाएं/परेशानियाँ आती हें-अगर पानी की जगह अग्नि या मंदिर की गह शोचालय हो तथा अन्य प्रकार के दोष हो तो वास्तु दोष निवारण यंत्र/सूर्य यंत्र/के लगाने से यह निवारण हो जाता है यह विधि पूर्वक जप के पश्चात ही घर या ऑफिस या दुकान में रखना चाहिये. सोते वक्त शौचालय का द्वार आपके मुख की ओर नहीं होना चाहिए। शौचालय अलग-अलग न बनवाते हुए एक के ऊपर एक होना चाहिए। ईशान कोण में कभी भी शौचालय नहीं होना चाहिए, नहीं तो ऐसा शौचालय सदैव हानिकारक ही रहता है। शौचालय का सही स्थान दक्षिण-पश्चिम में हो या दक्षिण दिशा में होना चाहिए। वैसे पश्चिम दिशा भी इसके लिए ठीक रहती है। शौचालय का द्वार मंदिर, किचन आदि के सामने न खुलता हो। इस प्रकार हम छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर सकारात्मक ऊर्जा पा सकते हैं व नकारात्मक ऊर्जा से दूर रह सकते हैं।प्रेवियस यूपी में विधानसभा चुनाव कब होंगे..???नेक्स्ट केसा हो हाँस्पिटल का वास्तु ..??? |
आठ व्यक्ति आ, ब, च, ड, ए, फ, ग और ह फ़रवरी और मार्च के महीने में टूर पर जायेंगे. प्रत्येक महीने में, वह दिए गए महीनो में ३, ७, ११ और १३ तारीख को जायेंगे है. एक ही महीने में चार से ज्यादा व्यक्ति नहीं जायेंगे.फ, ग के पहले टूर पर जायेगा. ड दिए गए महीनो में से किसी में भी ७ तारीख को टूर पर नही जायेगा. केवल तीन व्यक्ति, ए के पहले टूर पर जायेंगे. दो व्यक्ति ए और च के मध्य टूर पर जायेंगे. एक व्यक्ति, च और आ के मध्य टूर पर जायेगा. तीन से अधिक व्यक्ति च और ह के मध्य टूर पर जायेगा. केवल दो व्यक्ति ह और ब के मध्य टूर पर जायेगा.क१.निम्नलिखित में से कौन ह के ठीक बाद टूर पर जायेगा?क२. कितने व्यक्ति फ और ड के मध्य टूर पर जायेंगे?क३. ड निम्न में से किस तारीख को टूर पर जायेगा?(आ) ७ फ़रवरी(ब) ७ मार्च(च) ११ मार्च(ड) ११ फ़रवरीक४. यदि च का संबंध आ से है और ग का संबंध ह से है, इसी प्रकार ब किस से सम्बंधित होगा?क५. निम्नलिखित में से कौन ३ मार्च को टूर पर जायेगा?डाइरेक्शन्स (६-१0): निम्नलिखित प्रश्न निम्न संख्याओ के सेट पर आधारित है.३५८ ४२६ ८५३ ६७४ ५९२क६. यदि प्रत्येक संख्या के मध्य अंक में से १ घटाया जाता है और फिर अंको को अवरोही क्रम में बायें से दायें व्यवस्थित किया जाता है, तो बाएं से दूसरी नवगठित संख्या के अंकों का योग कितना है?क७. यदि प्रत्येक संख्या के पहले और तीसरे अंक के स्थान को प्रतिस्थापित किया जाता है तो निम्न कौन सी संख्या सबसे बड़ी होगी?(ड) ६७४(ए) ५९२क८. यदि प्रत्येक संख्या के पहले और दुसरे अंक के स्थान को प्रतिस्थापित किया जाता है तो निम्न में से कौन सी संख्या सबसे छोटी होगी?क९. यदि प्रत्येक संख्या में सभी अंको को आरोही क्रम में व्यवस्थित किया जाता है, तो कौन सी संख्या दूसरी सबसे छोटी संख्या होगी?क१0. यदि प्रत्येक संख्या में पहले को, तीसरे अंक से प्रतिस्थापित किया जाता है, दुसरे अंक को पहले अंक से प्रतिस्थापित किया जाता है और तीसरे अंक को दुसरे अंक से प्रतिस्थापित किया जाता है तो निम्न में से कौन सी संख्या सबसे छोटी होगी?(ई) आ, ब, च, ड, ए, फ, ग और ह आठ छात्र है जिनकी अलग-अलग ऊंचाई है.(ई) ड, आ से छोटा है परन्तु ग से लम्बा है.(ई) ए, ह से लम्बा है परन्तु च से छोटा है.(इव) ब, ड से छोटा है परन्तु फ से लम्बा है.(व) च, ग से छोटा है.(व) ग, फ के जैसा लम्बा नहीं है.क११. निम्नलिखित में से क्या निश्चित रूप से सत्य है?(आ) ग, फ से छोटा है(ब) च, फ से छोटा है(च) फ, च से लम्बा है(ड) ब, ए से लम्बा हैक१२. यदि एक अन्य छात्र ज जो ए से लम्बा है और ग से छोटा है समूह में शामिल किया जाता है, तो निम्न में से क्या निश्चित रूप से सत्य होगा?(आ) च और ज की समान उच्चाई है(ब) ज, ड से छोटा है(च) ज, ह से छोटा है(ड) ज, आ से लम्बा हैक१३. यदि आठ छात्रों को अवरोही क्रम में उनकी उच्चाई के आधार पर व्यवस्थित किया जाता है तो निम्न में से कौन निश्चित रूप से शीर्ष से तीसरे स्थान पर होगा?(ड) ब या ग्डाइरेक्शन्स (१४-१५): निम्नलिखित जानकारी का अध्ययन कीजिये और प्रश्नों के उत्तर दीजिये.आठ व्यक्ति आ , ब, च ,ड ,ए ,फ , ग और ह इस प्रकार खड़े है कि च, ब के २0 मीटर पश्चिम में खड़ा है. ब, आ के सन्दर्भ में ३0 मीटर दक्षिण में खड़ा है. आ, ए के सन्दर्भ में ४0 मीटर पश्चिम में खड़ा है. ड, ए के सन्दर्भ में ५0 मीटर दक्षिण में खड़ा है. फ, ग के १५ मीटर उत्तर की ओर खड़ा है. ह, ग के सन्दर्भ में २0 मीटर पूर्व में खड़ा है. फ, ड के सन्दर्भ में ४0 मीटर पश्चिम में खड़ा है.क१४. फ के सन्दर्भ में ब किस दिशा में खड़ा है?(ए) दक्षिणक१५. यदि एक ओर व्यक्ति ई, ड के सन्दर्भ में दक्षिण-पश्चिम में खड़ा है, तो ई के सन्दर्भ में ह किस दिशा में खड़ा है?(ए) दक्षिण-पूर्वनाइट क्लास रीसोनिंग क्वेस्ट्न्स इन हिन्दी फॉर सिंडीकेट बैंक पो एक्सम २0१७ रेवीव्द बाय अनोंय्म्यस ऑन जान्वरी ३0, २0१८ रेटिंग: ५ |
रामचंद्र गुहा डिक्लीनस पऐचेक फॉर क्रिकेट स्टिंट - कोआ की पहली बैठक में ही संकेत दे दिए थे कि मुझे कोई भुगतान नहीं चाहिए: गुहा२३ नवंबर, २०१९|५:११|इस्तलास्त उपड़टेड: वेड, २३ ऑक्ट २०१९ १२:११ प्म इस्टजाने माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कहा कि प्रशासकों की समिति (कोआ) में अपने कार्यकाल के लिए उन्होंने भुगतान की उम्मीद नहीं की थी और सीओए की पहली बैठक में ही इसे स्पष्ट कर दिया था। गुहा ने ४० लाख रुपए का भुगतान लेने से इनकार कर दिया जबकि सीओए के एक अन्य पूर्व सदस्य बैंकर विक्रम लिमये ने भी भुगतान लेने से मना कर दिया। लिमये को ५0 लाख ५0 हजार रुपये का भुगतान होना था।गुहा ने पीटीआई को बताया, ''मैंने पहली बैठक में ही कह दिया था कि मैं किसी भुगतान की उम्मीद नहीं कर रहा और ना ही भुगतान चाहता हूं।'' लिमये ने भी इसी कारण से भुगतान लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने पीटीआई से कहा, ''मैंने सीओए की पहली बैठक में ही बता दिया था कि मैं इसके लिए कोई मुआवजा नहीं लूंगा। यह मेरी मौजूदा स्थिति नहीं है, मैंने इसे पहले ही स्पष्ट किया था... यह निजी चीज थी। इसका किसी अन्य चीज से कोई लेना-देना नहीं है।''बुधवार को बीसीसीआई के संचालन से हटने वाली विनोद राय की अगुआई वाली प्रशासकों की समिति में शुरुआत में चार सदस्य थे, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने ३० जनवरी २०१७ को नियुक्त किया था। गुहा ने निजी कारणों से जुलाई २०१७ में इस्तीफा दिया जबकि लिमये भी इसके बाद अपना पद छोड़कर नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रबंध निदेशक और सीईओ बने।चैंपियन्स ट्रॉफी २०१७ के बाद कप्तान विराट कोहली के साथ सार्वजनिक मतभेदों के चलते कुंबले ने पद छोड़ दिया था। गुहा ने भारतीय टीम में 'सुपरस्टार संस्कृति' की भी आलोचना की थी। गुहा ने सीओए के संचालन की भी आलोचना करते हुए कहा था कि उसने शीर्ष अदालत द्वारा स्वीकृत सुधारवादी कदमों को लागू करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए।वेब तितले:रामचंद्र गुहा डिक्लीनस पऐचेक फॉर क्रिकेट स्टिन्टब्कई: रामचंद्र गुहा का प्रशासक समिति के सदस्य पद से इस्तीफा |
विलेजर्स बर्न्ट एफीग्य ऑफ चीन प्रेजिडेंट क्सी जिनपिंग - उत्तर प्रदेश नोएडा क्राइम न्यूजग्रामीणों ने फूंका चीन के राष्ट्रपति का पुतलाईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र स्थित मुर्शदपुर गांव में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन।...जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र स्थित मुर्शदपुर गांव में ग्रामीणों का विरोध लगातार जारी है। ग्रामीणों ने रविवार को चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंका। इस दौरान ग्रामीणों ने चीन के राष्ट्रपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है यदि गांव से गुजरने वाले चीन की फैक्ट्री में नौकरी करने वाले युवकों की मनमानी बंद नहीं हुई तो वह रास्ता बंद कर देंगे। ग्रामीण लगातार गांव के रास्ते से गुजरने वाले वीवो फैक्ट्री के कर्मचारियों का विरोध कर रहे हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने दो दिन पहले पुलिस से भी शिकायत की थी। पुलिस का कहना है कि मामला संज्ञान में है।मुर्शदपुर गांव के ग्रामीण रविवार दोपहर सड़कों पर एकत्र हुए और चीन के खिलाफ नारेबाजी की। इसी बीच ग्रामीणों ने चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंका। ग्रामीणों ने देशभक्ति के नारे भी लगाए। ग्रामीण मनोज भाटी ने कहा कि चीन भारत के साथ धोखा कर रहा है। वह मोटी रकम भारत में निवेश करके कमाता है और बार्डर पर सैनिकों पर पीछे से वार करता है। चीन की हरकतों की वजह से ग्रामीण लगाकार चीन के सामान का बहिष्कार करेंगे। बता दें कि इससे पहले भी मुर्शदपुर गांव के ग्रामीणों ने चीन की फैक्ट्री में नौकरी करने वाले युवकों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था। आरोप है कि गांव के शार्ट कट रास्ते से होकर युवक फैक्ट्री जाते हैं। युवक मुख्य मार्ग का प्रयोग नहीं करते हैं। इस वजह से गांव में संक्रमण फैलने का खतरा है। इस मौके पर सैंकी भाटी, देवपाल भाटी, अमित, ओमप्रकाश, प्रवीण, रामपाल भाटी, सतीश प्रधान सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। |
लाल सिलिकॉन कंगन <!-[इफ ल्ट इए९]> <!-[एण्ड इफ]>होम > उत्पादों > लाल सिलिकॉन कंगन(लाल सिलिकॉन कंगन के लिए कुल २४ उत्पादों)लाल सिलिकॉन कंगन - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेथोक चीन से लाल सिलिकॉन कंगन , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते लाल सिलिकॉन कंगन खोजने की आवश्यकता है। बस लाल सिलिकॉन कंगन पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे लाल सिलिकॉन कंगन का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। |
नदी के द्वीप | नदी के द्वीप - फ़्री हिन्दी बुक्सनदी के द्वीप | नदी के द्वीप के बारे में अधिक जानकारी :इस पुस्तक का नाम : नदी के द्वीप है | इस पुस्तक के लेखक हैं : अज्ञेय | अज्ञेय की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : अज्ञेय | इस पुस्तक का कुल साइज १३.४ म्ब है | पुस्तक में कुल ४४6 पृष्ठ हैं |नीचे नदी के द्वीप का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नदी के द्वीप पुस्तक की श्रेणियां हैं : स्टोरी, नोवल्स & प्लेजनामी ऑफ थे बुक इस : नदी के द्वीप | तीस बुक इस रिटएन बाय अज्ञेय | तो रेड एंड डावनलोड मोर बुक्स रिटएन बाय अज्ञेय इन हिन्दी, प्लीस क्लिक : अज्ञेय | थे साइज ऑफ तीस बुक इस १३.४ म्ब | तीस बुक हस ४४6 पगाज | थे डावनलोड लिंक ऑफ थे बुक "नदी के द्वीप" इस गिवेन अबोव, यू कन डाउनलओड नदी के द्वीप फ्र्म थे अबोव लिंक फॉर फ़्री | नदी के द्वीप इस पोस्टेड अन्डर फॉलोइंग कैटेगरी स्टोरी, नोवल्स & प्ले |यह तो बिलकुल साधारण बात थी । लेकिन गाड़ी में भीड़ बहुत थी; पहले यह सोचा गया कि दोनों अलग-अलग स्थान खोजें, क्योंकि शायद जनाने डिब्बे में कुछ अधिक जगह हो तो रेखा वयों अधिक कष्ट उठाये चन्द्रमाधब उसे बिठाने जनाने डिब्बे को ओर गया, और भुवन अपने लिए स्थान खोजने निकला कोई पन्द्रह मिनट में, अनेक डिब्बों को मुश्राइना कर के, शाँखों-आँखों से प्रत्येक में मिल सकने वाली जगह के घनइंच और वर्ग इंच का हिसाब लगाने के बाद जब भुवन ने एक डिब्बे में खिड़की के रास्ते अपना छोटा-सा बक्स अौर संक्षिप्त बिस्तर अन्दर टेल दिया और तय कर लिया कि किवाड़ के आगे लगे सामान के देर के कारण उधर से न जा सकने पर भी खिड़की के रास्ते घुस सकेगा, वह यह देखने लौटा कि रेखा पर कैसी बीत रही है। |
बड़ी छवि : ५३२ एनएम १०६४ एनएम लेजर ई-लाइट बालों को हटाने मशीन १० &कोट;रंग टच स्क्रीन के साथ१० "कलर टच स्क्रीनपेशेवर मल्टीफ़ंक्शनल ब्यूटी इप्ल मशीन / ए- लाइट हेयर रिमूवल मशीनश्र का मतलब सुपर हेयर रिमूवल है, जो स्थायी बालों को हटाने की तकनीक है, जिसमें व्यापक सफलता मिलती है। कार्य सिद्धांत धीरे-धीरे डर्मिस को एक लक्ष्य तापमान तक गर्म कर रहा है। उस लक्ष्य तापमान पर, यह बालों के रोम को नुकसान पहुंचाता है और प्रभावी रूप से पुनः विकास को रोकता है। इस बीच आसपास के ऊतक को चोट से बचने। एकल दालों की एक उच्च पुनरावृत्ति दर को डर्मिस में गहराई तक पहुंचाया जाता है, चोट के जोखिम के बिना और वास्तव में दर्द के बिना उच्च औसत शक्ति और चिकित्सीय रूप से प्रभावी हीट बिल्ड-अप प्राप्त करना।१) झाई: चेहरे को सभी प्रकार के दाग, जैसे कि झाई, जापान सनबर्न, उम्र के धब्बे, कॉफी के धब्बे और सभी प्रकार के रंजकता को दूर करना या पतला करना२) कायाकल्प: सफेद, पीले रंग को हटा दें, छिद्रों को सिकोड़ें और त्वचा की खुरदरापन को बढ़ाएं, त्वचा की लोच में वृद्धि, चिकनी महीन रेखाएं, मुँहासे के निशान को खत्म करना३) लाल रक्त: चेहरे की लालिमा, लालिमा, रसिया को खत्म करना४) बालों को हटाने: शरीर के विभिन्न भागों में अनचाहे बालों को हटाने जैसे कि कांख के बाल, दाढ़ी, होंठ, बाल, बिकनी लाइन, शरीर५.) मुँहासे: मुँहासे प्रकार मुँहासे, एलर्जी मुँहासे, मुँहासे निशान प्रकार६.) एंटी एजिंग फेशियल ब्यूटी: चेहरे को निखारना, त्वचा को टाइट करना, त्वचा में निखार लाना, पोर्स को सिकोड़ना आदि।७) एंटी एजिंग आई केयर: डार्क सर्कल्स में सुधार, आंखों के नीचे बैग, आंखों की झुर्रियां कम करना, आंखें बढ़ाना आदि८) शिकन गर्दन का उन्नयन: गर्दन की त्वचा को अपग्रेड करना, गर्दन की झुर्रियों को पतला करना;९) सामान्य कस शिकन: हाथ, हाथ, पैर, कंधे, कमर, कूल्हों और त्वचा की अन्य छूट का संकुचन१०) घुला हुआ पतला आकार: हाथ, पैर, कमर, कूल्हों का शरीर मूर्तिकला११) गर्भावस्था कू पैटर्न की मरम्मत: सुधार पैर, कमर, व्यक्तिगत लाइनों के विभिन्न डिग्री१२) डार्क टैटू, आईलाइनर, लिप लाइन, टैटू हटाएं, नीले तिल, मोल्स, झाई, उम्र के धब्बे, ओटा के नेवस, लाल तिल, रोज़ा, हेमांगीओमा, स्पाइडर जैसी केशिका फैलाव को हटा दें।४. विवरण विवरण: |
धान के देश में!: २०११-०७-०३वक्त बीतने के साथ ही साथ रीति-रिवाजें भी बदलती चली जाती हैं। एक समय था जबकि मेरे समाज में किसी का जन्म दिन सिर्फ हिन्दू तिथि के अनुसार ही मनाया जाता था, अंग्रेजी तिथि को कोई भी व्यक्ति उन दिनों किसी प्रकार का भी महत्व नहीं देता था। जन्म दिन मनाया भी जाता था तो बेहद सादगी के साथ। आँगन में आटे से रंगोली बना दी जाती थी, रिश्तेदारों तथा परिचितों को निमन्त्रण दे दिया जाता था, उन्हें प्रेमपूर्वक सोहारी-बरा खिलाकर तृप्त किया जाता था और वे बच्चे को आशीर्वाद दे कर चले जाया करते थे। गिफ्ट आदि देने का कोई आडम्बर नहीं, बड़ों का आशीर्वाद को ही सबसे बड़ा उपहार माना जाता था।और आज मेरे अपने घर में ही यदि किसी का जन्मदिन मनाना है तो अंग्रेजी तिथि और अंग्रेजी परम्परा के अनुसार मनाया जाता है, केक काटकर।आज ये बातें इसीलिए याद आ गईं क्योंकि आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है जो कि मेरी दादी के लिए विशेष दिन था क्योंकि आज के दिन ही वे उस पुरानी प्रथा के अनुसार मेरा जन्मदिन मनाया करती थीं।आज दादी भी नहीं रहीं और वह प्रथा भी।प्रस्तुतकर्ता जी.के. अवधिया पर १२:२३ प्म |
पीटर की ज़िन्दगी में थी कई महिलाएं:सीबीआई गवाह बनी पूर्व पत्नी का दावा | वोमेन एट ओंसपीटर की ज़िन्दगी में थी कई महिलाएं:सीबीआई गवाह बनी पूर्व पत्नी का दावा रिटएन बाय वोमेनाटोंस // जुलाई २१, २०१६ // इन दिनों, देश, न्यूज़, समस्याशीना बोरा हत्याकांड में आरोपी पीटर मुखर्जी की पूर्व पत्नी ने दावा किया है कि पीटर की ज़िन्दगी में कई महिलाएं थीं. उसे देर रात तक पार्टियां करना पसंद था, उसमें(पीटर में) नैतिकता नाम की कोई चीज नहीं थी.सीबीआई ने पीटर की पूर्व पत्नी को इस मामले में गुप्त गवाह बनाया है. उन्होंने बयान में कहा है, पीटर हमेशा नवयुवतियों के बीच रहा करते थे. इसी कारण से मैंने उनसे वैवाहिक संबंध तोड़ने का फैसला किया. गवाह ने कहा कि तलाक के बाद एक दिन पीटर ने गर्लफ्रेंड के तौर पर इंद्राणी का परिचय कराया.कई महिलाएं थीं पीटर मुखर्जी की ज़िन्दगी में : सीबीआई गवाह बनी पूर्व पत्नी का दावा-एनडीटीवी खबरशीना मर्डर केस: पूर्व पत्नी का खुलासा- जवान लड़कियों में थी पीटर की दिलचस्पी, लगा था इंद्राणी से नहीं करेगा शादी-जनसत्ता रंगीन मिजाजी ने पीटर मुखर्जी को डुबोया, पहली पत्नी का सीबीआई को बयान-चच हिन्दी#शीना बोरा, #पीटर मुखर्जी, #महिलाएं, #इंद्राणी |
चीन: कम्युनिस्ट पार्टी की मीटिंग पर आतंकवादी हमले की आशंका, किले में तब्दील हुआ बीजिंग - चीना-कैपिटल-बीजिंग-टर्न्स-इंटो-वर्चुअल-फोर्ट्रेस-अहेड-ऑफ-फियर-ऑफ-टेरोरिस्ट-आताक-एट-कप्क-कोग्रेस - जनसत्ताचीन: कम्युनिस्ट पार्टी की मीटिंग पर आतंकवादी हमले की आशंका, किले में तब्दील हुआ बीजिंगचीन पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ईटीआईएम) के आतंकवादियों से लोहा ले रहा है। ऐसा बताया जाता है कि ईटीआईएम के इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन के साथ संबंध है।भाषा नई दिल्ली | अक्टोबर १६, २०१७ ६:४९ प्मसरकार ने मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत में किसी सुरक्षा अभियान से इनकार किया है। (इमेज: रियूटर्स)शिनजियांग प्रांत से आतंकवादी हमलों की आशंका के बीच सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की महत्वपूर्ण कांग्रेस के मद्देनजर बीजिंग को सुरक्षा के लिहाज से एक किले में तब्दील कर दिया गया है। हांलाकि सरकार ने मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत में किसी सुरक्षा अभियान से इनकार किया है। थ्येनआन स्क्वेयर समेत राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती देखी गई है। हर पांच साल में होने वाली यह कांग्रेस ग्रेट हॉल आॅफ द पीपुल में आयोजित होगी।चीनी विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता लु कांग ने शिनजियांग में सुरक्षा बलों द्वारा पाबंदियां बढ़ाने की खबरों का खंडन करते हुए कहा, मैंने आपके द्वारा उल्लेखित हालात के बारे में कभी नहीं सुना है। उनसे उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए जाने, चेहरा पहचानने वाली प्रौद्योगिकी की तैनाती, टेलीफोन ट्रैकिंग और उईगर मानवाधिकार संगठनों के आरोपों से जुड़ी खबरों के बारे में पूछा गया था। लु ने कहा, मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि शिनजियांग के लोग खुश हैं और शांतिपूर्ण ढंग से काम कर रहे हैं। हमने स्थानीय अधिकारियों द्वारा उठाए गए इस तरह के कदमों के बारे में कभी नहीं सुना।चीन पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ईटीआईएम) के आतंकवादियों से लोहा ले रहा है। ऐसा बताया जाता है कि ईटीआईएम के इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन के साथ संबंध है। चीन सरकार को सीपीसी की १९वीं कांग्रेस के मद्देनजर आतंकवादी हमलों की आशंका है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की कांग्रेस १८ अक्तूबर से यहां शुरू होगी, जिसमें राष्ट्रपति शी चिनपिंग के दूसरे पांच वर्षीय कार्यकाल की पुष्टि किए जाने की उम्मीद है।सत्तरूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की इस सप्ताह होने वाली इस अहम कांग्रेस में व्यापक अधिकारों के साथ अपनी दूसरी पारी की शुरूआत करने वाले चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग की नजर अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल की ओर हो सकती है। पर्यवेक्षकों ने यह राय जाहिर की है। यह घोषणा २००२ से लागू परंपरा के अनुरूप होगी, जिसमें शीर्ष नेताओं को दो कार्यकाल दिए जाते हैं। इसके बाद वे अवकाशग्रहण कर लेते हैं। पांच साल पहले हुयी १८वीं कांग्रेस में तत्कालीन राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने दो कार्यकालों के बाद परंपराओं का पालन करते हुए सत्ता शी को सौंप दी थी, जो उस समय राष्ट्रपति थे।चीना एंड इंडिया एंड उस |
(प्री-मात्रिक / पोस्ट-मैट्रिक / स्पेशल प्री-मैट्रिक (देव नारायण गुरुकुल) /स्त्से & नसे इन्सेंटिव स्केम्स / प्री-पोस्ट कारगिल & एक्स सर्विस में स्कोलारशिप) दिनांकविद्यार्थी सुरक्षा दुर्घटना बीमा योजना से सम्बंधित दावे निश्चित अवधि तक भिजवा कर निस्तारित करवाने बाबत ०५.०५.२०पूर्व मेट्रिक छात्रवृति अन्य पिछड़ा वर्ग (कक्षा ९से १०) बजट आवंटन १२.०३.२०विद्यार्थी सुरक्षा दुर्घटना बीमा योजना ११.०३.२०लेटर रेगार्डिंग कॉरेक्टिंग स्टूडेंट नामी एंड बैंक एकाउन्ट ऑफ एल प्री मात्रिक स्कोलारशिप ऑन "स्कोलारशिप मॉड्यूल" ऑन शाला दर्पण ०६.०३.२०समस्त पूर्व मेट्रिक छात्रवृतियों से सम्बंधित शाला दर्पण पोर्टल पर छात्रवृति मोड्यूल का पे मेनेजर में इंटीग्रेशन करने के सम्बन्ध में 2९.०१.२०पूर्व मेट्रिक छात्रवृति अन्य पिछड़ा वर्ग (कक्षा ६से १०) बजट आवंटन २२.०१.२०पूर्व मेट्रिक अनुसूचित जाति (कक्षा ९से १०) बजट आवंटन २२.०१.२०उत्तर मैट्रिक छात्रवृति अनुसूचित जाति (कक्षा ११ व १२ ) बजट आवंटन १४.०१.२०उत्तर मैट्रिक छात्रवृति अन्य पिछड़े वर्ग (कक्षा ११ व १२ ) बजट आवंटन १४.०१.२०राष्ट्रिय प्रतिभा खोज परीक्षा (द्वितीय स्तर) २०१९ की परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों हेतु बजट आवंटन १८.१२.१९अल्प्संख्यंक पूर्व मेट्रिक छात्रवृति हेतु राष्टीय छात्रवृति पोर्टल (न्स्प्) पर वर्ष २०१९-२० में संश्थाओं को पुन पंजीकृत करने एवं आवेदित बालकों के सत्यापन ०६.१२.१९क्गव स्टद्र योजना रेमाइंडर लेटर दते ०५-१२-२०१९ ०५.१२.१९शाला दर्पण पोर्टल पर छात्रवृति मोड्यूल में विभिन्न छात्रवृतियों के आवेदनों के फाइनल सुब्मित/लॉक के उपरांत रही कमियों को ठीक करने हेतु पोर्टल पर अंतिम दिनाक 0९.१२.१९ तक समस्त आवेदनों को सही करने के सम्बन्ध में ०४.१२.१९रेगार्डिंग फॉर किस्क रजिस्ट्रेशन मिनोरिटी स्कोलारशिप दते ०३-१२-२०१९ ०३.१२.१९शाला दर्पण पोर्टल पर छात्रवृत्ति मॉड्यूल में संस्था प्रधान स्तर पर विद्यार्थियों के आवेदनों में रही त्रुटि एवं अनलॉक रहे और दोनों को लोक करने के संबंध में अन्तिम दिनांक बडाने बाबत पत्र एवं संस्था प्रधान एवं जिसके लिए मॉड्यूल 2९.११.१९अल्प्संख्यंक पूर्व मेट्रिक छात्रवृति हेतु न्स्प् पर वर्ष २०१९-२० में शतप्रतिशत संस्थाओं को पंजीकृत करने एवं नूतन एवं नवीनीकरण आवेदनों को सत्यापित करवाने बाबत ०६.११.१९तो उनलॉक स्कोलारशिप मॉड्यूल शाला दर्पण पोर्तल ३१.१०.१९अल्पसंख्यक पूर्व मैट्रिक छात्रवृति हेतु राष्ट्रिय छात्रवृति पोर्टल पर वर्ष २०१९-२० में शत प्रतिशत संस्थाओं का पंजीकरण करने हेतु एवं नूतन एवं नवीनीकरण आवेदनों को सत्यापित करने बाबत ३०.१०.१९मुख्यमंत्री हमारी बेटिया योजना के अन्तर्गत पूर्व में जारी व्यय भुगतान के दिशा निर्देश २१.१०.१९अल्पसंख्यक पूर्व मैट्रिक छात्रवृति हेतु राष्ट्रिय छात्रवृति पोर्टल पर वर्ष २०१९-२० में शत प्रतिशत संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन करवाने एवं नवीनीकरण आवेदनों को सत्यापित करने बाबत १६.१०.१९पूर्व मैट्रिक छात्रवृति अन्य पिछड़े वर्ग (कक्षा ०६ से १० ) बजट आवंटन २४.0९.१९उत्तर मैट्रिक छात्रवृति अनुसूचित जनजाति (कक्षा ११ व १२) बजट आवंटन (राज्य सहायता मद ) १८.0९.१९उत्तर मैट्रिक छात्रवृति अनुसूचित जनजाति (कक्षा ११ व १२) बजट आवंटन (केन्द्रीय सहायता मद ) १८.0९.१९अल्पसंख्यक पूर्व मेट्रिक छात्रवृति हेतु राष्टीय छात्रवृति पोर्टल (न्स्प्) पर २०१९-२० में शत प्रतिशत संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन करवाने बाबत १२.0९.१९विद्यार्थियों हेतु शेक्षिक एवं सांस्कृतिक यात्रा २०१९-२० के सम्बन्ध में निर्देश 0९.0९.१९राज्य प्रतिभा खोज परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों हेतु बजट आवंटन १३.०८.१९विस्तृत दिशा-निर्देश वर्ष २०१९-२० मुख्य मंत्री हमारी बेटिया योजना ०५.०८.१९अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र/छात्राओं के लिए पूर्व मेट्रिक छात्रवृति -नूतन एवं नवीनीकरण हेतु २०१९-२० के लिए आवेदन करने हेतु दिशा निर्देश २४.०७.१९संशोधन आदेश :-विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं (विशेष समूह योजना सहित) के अंतर्गत सत्र २०१९-२० में विद्यालय परिवर्तन/स्थानान्तरण आदेश २३.०७.१९विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं (विशेष समूह योजना सहित) के अंतर्गत सत्र २०१९-२० में विद्यालय परिवर्तन/स्थानान्तरण आदेश २२.०७.१९विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं (विशेष समूह योजना सहित) के अंतर्गत सत्र २०१९-२० में विद्यालय परिवर्तन/स्थानान्तरण आदेश १६.०७.१९अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति/अति पिछड़ा वर्ग के विधार्थियो के शेक्षणिक विकास एवं कल्याण हेतु विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं ( देवनारायण गुरुकुल योजना सहित ) सत्र २०१९-२० के लिए कक्षा ६ में प्रवेश हेतु आवश्यक सुचना १६.०७.१९विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं में सत्र २०१९-२० के लिए कक्षा ६ में प्रवेश हेतु विद्यालय आवंटन आदेश 0९.०७.१९कक्षा ६ से १० में अध्ययनरत अति पिछड़ा संवर्ग (म्ब्क) के छात्र/छात्राओं को देय पूर्व मैट्रिक छात्रवृति ०३.०७.१९कक्षा ९ से १० में अध्ययनरत अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्र/छात्राओं को देय पूर्व मैट्रिक छात्रवृति (केंद्र प्रवृर्तित) ०३.०७.१९कक्षा ६ से १० में अध्ययनरत अन्य पिछड़ा संवर्ग (ऑब) के छात्र/छात्राओं को देय पूर्व मैट्रिक छात्रवृति (केंद्र प्रवृर्तित) ०३.०७.१९कक्षा ६ से ८ में अध्ययनरत अनुसूचित-जाति अनुसूचित जनजाति के छात्र/छात्राओं को देय पूर्व मैट्रिक छात्रवृति ०३.०७.१९सफाई से जुड़े और स्वस्थ के लिए जौखिमपूर्ण व्यावसाय में लगे व्यक्तियों के बच्चों को देय पूर्व मैट्रिक छात्रवृति ०३.०७.१९भूतपूर्व सैनिक की कक्षा-११व १२ में नियमित अध्यनरत प्रतिभावान पुत्रियों को देय छात्रवृति के सम्बन्ध में ०३.०७.१९प्री-करगिल एवं पोस्ट करगिल युद्धों तथा विभिन्न इमरजेंसी काउंटरों में शहीद /स्थाई रूप से विकलांग सैनिकों के आश्रितों को देय छात्रवृति ०३.०७.१९उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना अंतर्गत वर्ष २०१९-२० के लिए पेपर लेस आवेदन पत्र ऑन-लाईन पंजीकरण करने,आवेदन पत्र भरने बाबत | २७.०६.१९रेसल्ट स्क स्त म्ब्क प्री मात्रिक २०१९ २०.०६.१९विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं में सत्र २०१९-२० के लिए कक्षा ६ में प्रवेश हेतु संशोधन उपरान्त दिशा-निर्देश वित नव टाइम लाइन २१.०५.१९समस्त प्रकार की छात्रवृतियों सम्बन्धी सामान्य जानकारी गत वित्तीय वर्ष बजट आवंटन एवं व्यय सम्बन्धी समीक्षा हेतु विडियो कांफ्र्सिंग माध्यम से बैठक के क्रं में २०.०५.१९विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं में सत्र २०१९-२० के लिए कक्षा ६ में प्रवेश हेतु दिशा-निर्देश १०.०५.१९विशेष पूर्व मेट्रिक छात्रवृति योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति विभागीय/विशेष समूह योजना हेतु वर्ष २०१६-१७ से २०१८-१९ तक का बजट आवंटन करने के सम्बन्ध में 0९.०५.१९विद्यालय अवलोकन कार्यक्रम हेतु निदेशालय स्तर पर वितीय वर्ष २०१८-१९ में बजट आवंटित 2६.०३.१९अनुसूचित जाति पूर्व मेट्रिक (कक्षा ९ से १० ) वर्ष २०१६-१७ से २०१८-१९ तक की छात्रवृति हेतु बजट आवंटन २३.०३.१९विशेष पिछड़ा वर्ग पूर्व मैट्रिक छात्रवृति हेतु बजट आवंटन १२.०२.१९अनुसूचित जाति पूर्व मेट्रिक (कक्षा ९ से १० ) बजट आवंटन ०१.०२.१९अनुसूचित जन जाति पूर्व मेट्रिक कक्षा ६-८ छात्रवृति हेतु आवंटित बजट संशोधन एवं अनुसूचित जन जाति उतर मेट्रिक के बजट आवंटन २२.०१.१९विद्यार्थी सुरक्षा दुर्घटना बीमा योजना के राज्य के समस्त अनुदानित /गैर अनुदानित विद्यालयों को सम्मिलित करने बाबत २१.०१.१९पूर्व मेट्रिक छात्रवृति अनुसूचित जनजाति (कक्षा ९ से १०) हेतु अतिरिक्त बजट आवंटन 0९.०१.१९ऑब पूर्व मेट्रिक छात्रवृति (कक्षा ६ से १०) हेतु आवंटन के प्रस्ताव 0९.०१.१९अनुसूचित जाति उत्तर मैट्रिक के लिए बजट आवंटन (राज्य निधि) ०७.०१.१९अनुसूचित जाति पूर्व मेट्रिक (कक्षा ६-८) छात्रवृति हेतु बजट आवंटन ०७.०१.१९अनुसूचित जनजाति उत्तर मैट्रिक छात्रवृति हेतु बजट आवंटन २०.१२.१८पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य प्रतिभा खोज छात्रवृति के लिए बजट आवंटन वर्ष २०१८-१९ ३०.११.१८अनुसूचित जनजाति पूर्व मेट्रिक (कक्षा ९-१०) के लिए बजट आवंटन २४.१०.१८शालादर्पण पर छात्रवृति मोड्युल में कार्य कर फाइनल सबमिट की अंतिम तिथि २० अक्टूबर २०१८ रात्रि १२ बजे तक बढ़ाने हेतु 0९.१०.१८सत्र २०१८-१९ हेतु छात्रवृति आवेदन प्राप्ति हेतु आदेश २४.०८.१८समस्त प्रकार की पूर्व मैट्रिक छात्रवृतियों के लिए सत्र २०१८ -१९ हेतु आवेदन पत्र एवं विस्तृत दिशा-निर्देश २४.०८.१८प्री-कारगिल,पोस्ट कारगिल एवं भूतपूर्व सैनिकों के पुत्र/पुत्रियों के लिए सत्र २०१८ -१९ हेतु छात्रवृतियों के आवेदन एवं विस्तृत दिशा-निर्देश २४.०८.१८पूर्व मेट्रिक छात्रवृति अनुसूचित जनजाति (कक्षा 0९ व १०) अतिरिक्त बजट आवंटन २१.०८.१८पूर्व मैट्रिक छात्रवृति अनुसूचित जनजाति (कक्षा 0९ व १०) अतिरिक्त बजट आवंटन २१.०८.१८अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र/छात्राओं के लिए पूर्व मैट्रिक छात्रवृति नूतन एवं नवीनीकरण हेतु सत्र २०१८-१९ के लिए आवेदन करने हेतु दिशा-निर्देश ०१.०८.१८सत्र २०१८-१९ की कक्षा-१ से १० तक अध्यनरत छात्र/छात्राओं को अल्पसंख्यक पूर्व मेट्रिक छात्रवृति प्रदान किये जाने हेतु ऑन-लाईन आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाने की विज्ञप्ति ०१.०८.१८विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजना(विशेष समूह योजना सहित) के अंतर्गत राज्य सर्कार द्वारा सत्र २०१८-१९ के लिए निजी उच्च प्रतिष्ठित विद्यालयों में कक्षा ६ में प्रवेश के लिए विद्यालय आवंटन १०.०७.१८विशेष पूर्व मेट्रिक छात्रवृति योजना (विशेष समूह योजना सहित) के अंतर्गत ५ विद्यालयों में स्थानांतरण आवेदन हेतु दिशा निर्देश 0९.०७.१८अनुसूचित जाति प्रतिभा विकास कार्यक्रम के विस्तृत दिशा-निर्देश ०४.०७.१८इस विभाग द्वारा १७ जून २०१८ को सत्र २०१७-१८ में स्क/स्त/म्ब्स वर्ग के छात्र/छात्राओं हेतु विशेष पूर्व मैट्रिक छात्रवृति अंतर्गत आयोजित प्रवेश परीक्षा का परिणाम ०४.०७.१८ |
भोपाल'स ग्रीन एरिया डेक्रीस, टेम्पेरचरे राइसेज | भोपाल का हरित क्षेत्र घटा, तापमान बढ़ा, सरकार शुरू करेगी पौधरोपण अभियान | हिन्दी न्यूज, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भेापाल की हरा-भरा शहर की पहचान बनाए रखने के लिए पौधरोपण को जन-आंदोलन बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं, क्योंकि बीते २० साल में राजधानी का जहां वृक्षाच्छादन (हरित) क्षेत्र कम हुआ है, वहीं तापमान में बढ़ोतरी हुई है.इस साल 'हरा भोपाल-शीतल भोपाल' अभियान में ११ लाख पौधरोपण का लक्ष्य तय किया गया है. इसके लिए मकान का नक्शा पास कराने के लिए पौधरोपण की शर्त को अनिवार्य किए जाने की तैयारी है.राजधानी पिछले सालों में हरियाली वाला शहर होने के साथ कम गर्मी वाली नगरी हुआ करता था, मगर विकास की आड़ में हुई वृक्षों की कटाई ने शहर की सूरत ही बदल दी है. सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पिछले २० साल में भोपाल राजाानी क्षेत्र में वृक्षाच्छादन का क्षेत्र ६६ प्रतिशत से घटकर २२ प्रतिशत रह गया है. इससे तापमान में १० डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है.'पौधरोपण अभियान को बनाना होगा जन आंदोलन''हरा भोपाल-शीतल भोपाल' अभियान के क्रियान्वयन के लिए गठित कार्य-समूह की बैठक में मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती ने सोमवार को कहा, 'पौधरोपण अभियान को जन आंदोलन बनाना होगा, आम नागरिकों की भागीदारी और जुड़ाव विकसित करने के लिए पौधे कम कीमत पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. मात्र १० रुपये की दर पर पौधे उपलब्ध कराए जा रहे हैं.'उन्होंने कहा,'स्थानीय पर्यावरण और परिवेश की दृष्टि से उपयुक्त पौधे आंवला, हर्रा, आम, जामुन, नीम, महुआ, पीपल, बरगद, सागौन, अर्जुन, मुनगा, नीबू, सीताफल, कदंब, मोरसी, अमरूद आदि के पौधे रोपे जाने का सुझाव दिया जा रहा है.''पौधरोपण और पर्यावरण में सामाजिक जवाबदेही बनाया जाना आवश्यक'मोहंती ने कहा कि पौधरोपण और पर्यावरण में सामाजिक जवाबदेही बनाया जाना आवश्यक है. इसके लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि भवन निर्माण में पेड़ नहीं काटने पड़े. जरूरी होने पर कटने वाले पेड़ों की संख्या से दस गुना अधिक पौधे लगाना अनिवार्य किया जाए. साथ ही नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि मकान का नक्शा पास किए जाते समय पौधरोपण की शर्त को अनिवार्य किया जाए. इसके लिए नगर निगम द्वारा प्रस्ताव भी पारित कराएं. इस साल राजधानी में ११ लाख पौधे रोपे जाएंगे.उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य में गैर वन पड़त भूमि पर बांस लगाने को प्रोत्साहित किया जाएगा, कटंग बांस के रोपण के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से स्व-सहायता समूहों के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा. इसमें एक निश्चित अवधि के बाद बांस काटने का अधिकार स्व-सहायता समूहों को होगा. इससे पर्यावरण सुधार के साथ पड़त भूमि पर आथक गतिविधि शुरू हो सकेगी.संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने राजधानी में कम होते वन क्षेत्र पर चिंता जताई. साथ ही बताया कि 'हरा भोपाल-शीतल भोपाल' अभियान शुरू होने से भोपाल में अब तक ४ लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं. राजधानी में ३२५ उद्यान, छह हिल्स सहित सड़कों के किनारे, शैक्षणिक संस्थाओं की भूमि, कलोनियों में पौधरोपण को प्रोत्साहित किया जा रहा है. पौधों को घर-घर पहुंचाने के लिए नगर निगम, सांची पार्लर, पेट्रोल पम्प, गैस एजेंसिंयों एवं होटल संचालकों की मदद ली जा रही है.भोपालग्रीन अरेटेम्परतुरेभोपालप्लांटिंग कैंपेन |
विप्लव देव होंगे त्रिपुरा के नए सीएम, ६ मार्च को होगा औपचारिक ऐलान | न्यूज़ २४विप्लव देव होंगे त्रिपुरा के नए सीएम, ६ मार्च को होगा औपचारिक ऐलाननई दिल्ली (०५ मार्च): त्रिपुरा में लाल मुक्त और केसरिया युक्त की शुरुआत हो गई है। भाजपा ने यहां सत्ता पर काबिज २५ साल से सीपीएम नेतृत्व वाली लेफ्ट को उखाड़ फेंका है। दो तिहाई जीत के बाद राज्य की कमान विप्लव देव के हाथों में होगी।६ मार्च को त्रिपुरा के नए सीएम के रुप में उनके नाम का औपचारिक एलान होगा, जबकि शपथ समारोह ८ मार्च को शाम ५ बजे अगरतला में होगा। शपथ समारोह में पीएम मोदी, अमित शाह समेत बीजेपी के सभी सीएम शामिल होंगे।त्रिपुरा में नए सीएम के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक के तौर पर नितिन गडकरी और जुएल ओराओं मंगलवार ६ मार्च को अगरतला जाएंगे और विधायक दल की बैठक के बाद त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष बिपलब देव को बीजेपी विधायल दल का नेता चुना जाएगा।आपको बता दें कि विप्लव देव ने त्रिपुरा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। उनके खिलाफ एक भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। बनमालीपुर (पश्चिमी त्रिपुरा) में विप्लव का मुकाबला ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के कुहेली दास से है। विप्लव ने नामांकन पत्र के साथ दिए ऐफिडेविट में अपनी आय मात्र २,९९,२90 रुपये बताई है।विप्लव कुमार लंबे समय से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हुए हैं। या यूं भी कह सकते हैं कि राजनीति की शुरुआत उन्होंने आरएसएस से जुड़ने के बाद ही की है। 4८ वर्षीय विप्लव साल २01८ में पहली बार चुनाव लड़े हैं। |
लोगों में एक धारणा है:आप एक व्यक्ति को जानना चाहते हैं देखें कि वह धीमी इंटरनेट पर कैसे प्रतिक्रिया करता है।इस मजाक में सच्चाई का एक बड़ा सौदा है। पृष्ठों के बहु-मिनट डाउनलोड और फ़ाइलों को डाउनलोड करने के कई घंटे किसी को भी सफेद गर्मी में ला सकते हैं। मैं सिर्फ फाड़ना और फेंकना चाहता हूं।हालांकि, दूसरों पर अपने क्रोध को उबालने और छिड़कना जरूरी नहीं है। आप उपायों की एक श्रृंखला ले सकते हैं जो धीमे कनेक्शन के साथ भी आपको अधिक आरामदायक महसूस करने की अनुमति देगा। अब आप पाएंगे कि आपको क्या करना है।तेजी से दन्स पर स्विच करेंहर बार जब आप कोई साइट खोलते हैं, तो इसका पता एक विशेष सेवा से लिया जाता है और कंप्यूटर-अनुकूल भाषा में अनुवाद किया जाता है। यदि यह सेवा जल्दी से काम करेगी, तो आप प्रत्येक खुले पृष्ठ पर कुछ मिलीसेकंड सहेज सकते हैं। मैं इस आलेख में लिखी गई सबसे तेज़ दन्स सेवा का चयन कैसे कर सकता हूं? तेज़ दन्स का उपयोग करके अपने इंटरनेट कनेक्शन को कैसे तेज़ करें।पृष्ठभूमि डाउनलोड अक्षम करेंयदि आपके पास खाते पर प्रत्येक नेटवर्क बाइट है, तो आपको उस समय सभी पृष्ठभूमि यातायात उपभोक्ताओं को अक्षम करना चाहिए जिनकी आपको आवश्यकता नहीं है। यह टोरेंट अपलोड कर रहा है, ऑपरेटिंग सिस्टम या व्यक्तिगत प्रोग्राम के लिए स्वचालित अपडेट। यातायात उपभोक्ताओं को निर्धारित करने के लिए, मैक ओएस एक्स के लिए विंडोज और लिटिल स्निच के लिए नेटलिमीटर का उपयोग करें।स्वचालित पेज रीफ्रेश अक्षम करेंफेसबुक या ट्विटर जैसी कुछ साइटें पृष्ठभूमि में नई सामग्री स्वचालित रूप से अपलोड कर सकती हैं। अपने ब्राउज़र के लिए एक विशेष एक्सटेंशन का उपयोग करके इस सुविधा को अक्षम करें। फ़ायरफ़ॉक्स के लिए, आप पूर्ण लोड नियंत्रण एक्सटेंशन इंस्टॉल कर सकते हैं, और क्रोम उपयोगकर्ता स्टॉप ऑटोरफ्रेश का उपयोग कर सकते हैं।लाइव गूगल खोज बंद करेंयह सुविधा बहुत बढ़िया काम करती है और यदि आपके पास तेज़ कनेक्शन है तो आपको समय बचाने में मदद मिलती है। डेटा की अतिरिक्त खपत को छोड़कर, उसके किसी भी अर्थ से खराब कनेक्शन के साथ। इसे निष्क्रिय करने के लिए, बस किसी भी गूगल खोज पृष्ठ पर गियर आइकन पर क्लिक करें और जाएं खोज सेटिंग्स.जीमेल में एचटीएमएल मोड पर स्विच करेंजीमेल मेल क्लाइंट में धीमे कनेक्शन के लिए एक विशेष मोड है। हालांकि यह इतना सुंदर नहीं है, यह आपको सेवा की लगभग सभी सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति देता है और बहुत कम डेटा का उपयोग करता है। पृष्ठ को निचले दाएं कोने में लोड होने पर आप इसे चालू कर सकते हैं।ओपेरा में ऑफ़-रोड मोड का उपयोग करेंओपेरा क्रोम पर आधारित एक उत्कृष्ट ब्राउज़र है, और इसके अलावा यातायात को संपीड़ित करने के लिए एक उपयोगी कार्य है। उनके काम के लिए धन्यवाद, आपके रास्ते के सभी डेटा को कंपनी के सर्वरों में से एक को भेजा जाता है जहां उन्हें संपीड़न के अधीन किया जाता है। एक धीमी इंटरनेट के साथ, यह एक असली मोक्ष हो सकता है।विज्ञापन अवरोधक स्थापित करेंकुछ पेज भारी विज्ञापन के साथ इतने अधिक लोड किए गए हैं कि ब्राउज़र में डिस्कनेक्शन डाउनलोड को तेज करने के तत्काल प्रभाव का कारण बनता है। इसके लिए सबसे अच्छा और सबसे लोकप्रिय टूल एडब्लॉक है (सभी ब्राउज़रों के लिए संस्करण हैं)। फ्लैश को बंद करना भी न भूलें, जिसमें आपको गूगल क्रोम के लिए फ्लैशंट्रोल एक्सटेंशन, फ़ायरफ़ॉक्स के लिए फ्लैशब्लॉक और इसी तरह से लाभ होगा।यूट्यूब पंख का प्रयोग करेंयह परीक्षण चरण में एक नई तकनीक है, जो आपको युतुबे पृष्ठ लोड करते समय देरी को कम करने में मदद करता है। यह आधुनिक वेब प्रौद्योगिकियों के लिए धन्यवाद, कुछ छोटी-छोटी सुविधाओं को अक्षम करने के साथ-साथ ब्राउजर द्वारा लोड किए गए डेटा की मात्रा को कम करके हासिल किया जाता है। आप इस पृष्ठ पर यूट्यूब के आसान संस्करण को सक्रिय कर सकते हैं।१ तेजी से दन्स पर स्विच करें२ पृष्ठभूमि डाउनलोड अक्षम करें३ स्वचालित पेज रीफ्रेश अक्षम करें४ लाइव गूगल खोज बंद करें५ जीमेल में एचटीएमएल मोड पर स्विच करें६ ओपेरा में ऑफ़-रोड मोड का उपयोग करें७ विज्ञापन अवरोधक स्थापित करें८ यूट्यूब पंख का प्रयोग करें७ टर्मक इजोमन्वेकेडशेज : ७ तिल्बहर: ग्रानोला ई स्टीजेपंडे ई ५ मिनिटरोरंज पी प्क ज म्डियास्ज़र्वर १9 डॉलर्ट्वी सिए हेरौसफ़िंडं, वो इहर पाकेट इस्ट, वेर्वेंडें सिए एनें बॉट इन टेलीग्राममैक के बारे में सारी जानकारी कहां मिल सकती है?को जे तो स्पॉटिफ्य आ जक हो पौवत४ सो एर्स्टेलन उंड वेर्फ्डेंटलिचेन सिए इहर जर्नलसीमुलेटर कृग एमुलेटर एलेक्ट्रीनीह कृगोवा उ प्रेगलेदनीकुएंड्रॉइड (ऐप, गेम्स, इंटरनेट) पर विज्ञापन कैसे ब्लॉक करें |
रोहित शेट्टी एंड अक्षय कुमार सूर्यावांशी विल हवे सिमांबा एंड सिंहम कमियो | रोहित शेट्टी देने वाले हैं 'सूर्यवंशी' में बड़ा सरप्राइज, खिलाड़ी के साथ 'सिंबा' और 'सिंघम' मुफ्तनई दिल्ली: बॉलीवुड कमर्शियल मूवीज के बादशाह माने जाने वाले रोहित शेट्टी ने दो दिन पहले ही अपनी अगली फिल्म 'सूर्यवंशी' का फर्स्ट लुक सबके सामने पेश किया. खिलाड़ी अक्षय कुमार के इस कॉप लुक को दर्शकों ने हाथों-हाथ लिया. लेकिन अब रोहित शेट्टी ने अपने फैंस के लिए एक बेहतरीन सरप्राइज देने की प्लानिंग कर ली है.जी हां! भले ही फिल्म २०२० में आने वाली है लेकिन सिनेमाहॉल में जाने के लिए अभी से आप अपना दिल थाम लीजिए. हाल ही में फिल्म 'सूर्यवंशी' का फर्स्ट लुक रिलीज किया है, इस पोस्टर में अक्षय कुमार एक ईमानदार पुलिस ऑफिसर के किरदार में नजर आ रहे हैं.रोहित शेट्टी के द्वारा रिलीज किए गए इन दो पोस्टर्स ने अक्षय कुमार के फैंस के लिए बेकरारी बढ़ा दी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म में 'सूर्यवंशी' अक्षय कुमार के साथ 'सिंबा' रणवीर सिंह और हम सबके चहेते 'सिंघम' अजय देवगन भी नजर आने वाले हैं.हमारे सहयोगी डीएनए की खबर के अनुसार रोहित शेट्टी ने अपने इस धमाल की पूरी तैयारी कर ली है. बता दें फिल्म 'सिम्बा' के अंत में रोहित शेट्टी ने अक्षय कुमार के किरदार 'सूर्यवंशी' को दर्शकों के सामने पेश किया था, जो 'सिंघम' से फोन पर बात करता नजर आता है. ऐसे में 'सूर्यवंशी' का साथ देने के लिए ये दो कॉप फिल्म में अपनी झलक दिखाएंगे.इस हिसाब से यह भी संभव है कि आने वाले समय में किसी फिल्म में सिंघम, सिंबा और सूर्यवंशी तीनों जाबांज सुपरकॉप मिलकर दुश्मनों के छक्के छुडाने वाले हैं. खैर यह तो वक्त बताएगा लेकिन यह तय है कि इस आगामी फिल्म में भी आपको किसी सीन में यह तीन महारथी एक साथ नजर आ सकते हैं.सूर्यवंशीसूर्यावान्शियाक्षय कुमांरोहित शेत्तसिम्म्बवीरल विडियो: स्टैंडअप कॉमेडियन ने सुनाई अपनी 'सुपरमॉम' की स्टोरी, जीत लिया लोगों का दिल |
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप: कैस्टर सेमेन्या ने ८०० मीटर दौड़ में जीता स्वर्ण पदकपेओपल मगजींस | पेओपल मगजींसलंदन, आइएएनएस: दक्षिण अफ्रीका की कैस्टर सेमेन्या ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम दिन रविवार को महिलाओं की ८०० मीटर दौड़ के स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। लिंग परीक्षण के कारण चर्चाओं में रही रियो ओलंपिक की चैंपियन सेमेन्या ने १:५५.१6 सेकेंड के अपने व्यक्तिगत समय के साथ यह रेस जीती। यह इस साल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। बुरुंडी की फ्रांसीने नियोनसाबा ने (१:५५.९२ सेकेंड) ने रजत और अमेरिका की एजी विल्सन (१:५६.६५ सेकेंड) ने कांस्य पदक जीता।ऊंची कूद में ईसा ने मारी बाजी : कतर के मुताज ईसा बार्शिम ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा के स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता मुताज ने २.३५ मीटर की कूद के साथ पहला स्थान हासिल किया। स्पर्धा का रजत तटस्थ एथलीट दानिल लेसेंको (२.३२ मीटर) ने और कांस्य सीरिया के एडिन गजल (२.२9 मीटर) ने जीता।१५00 मीटर रेस में केन्या का दबदबा : केन्या के इलिजा मोटोनोई मोनांगोई ने हमवतन टिमोथी चेरुयोत को पछाड़कर पुरुषों की १५00 मीटर दौड़ जीती। इलिजा तीन मिनट, ३३.6१ सेकेंड के समय के साथ पहले नंबर पर रहे। यह उनका पहला विश्व खिताब है। टिमोथी (३:३३.९९ सेकेंड) दूसरे और नार्वे के फिलिप इंगेबगिट्सेन (३:३4.५३ सेकेंड) तीसरे स्थान पर रहे।विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप: कैस्टर सेमेन्या ने ८०० मीटर दौड़ में जीता स्वर्ण पदक,५ / ५ ( १वोटस ) |
अब इतने घंटे से ज्यादा लेट हुई ट्रेन तो ई-टिकट लेने वाले पैजेंसर को मिलेगा १००% रिफंड - तरुण मित्र | तरुण मित्रअब इतने घंटे से ज्यादा लेट हुई ट्रेन तो ई-टिकट लेने वाले पैजेंसर को मिलेगा १००% रिफंडक्य्ब सिंह तरुन्मित्र अक्टोबर ९, २०१७- १०:२८ आमनई दिल्ली। अभी तक सिर्फ पैसेंजर्स को रिजर्वेशन सेंटर से ही टिकट लेने पर १००% रिफंड की सुविधा थी। रेलवे ने ई-टिकट को भी इस फैसिलिटी से जोड़कर पैजेंसर्स को राहत दी है। रिजर्वेशन काउंटर पर भी हो सकता है रिफंडऑनलाइन टिकट फैसिलिटी के तहत ई-टिकटों की बिक्री बढ़ाने के लिए रेलवे बोर्ड ने नए आदेश जारी किए हैं। इसके तहत अब ३ घंटे से ज्यादा ट्रेन लेट होने पर ई-टिकट लेने वाले पैसेंजर को १००% रिफंड किया जाएगा। इसके लिए पैसेंजर को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन टीडीआर (टिकट डिपॉजिट रीसिप्ट) भरना होगा। इसमें ५०% रकम टीडीआर भरने के कुछ घंटे के अंदर और बाकी ५०% ट्रेन के अराइवल और डिपार्चर की जानकारी मिलते ही अकाउंट में जमा करा दी जाएगी।ई-टिकट को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन टिकट कराने वाले पैसेंजर्स को और फैसिलिटीज दी जा रही हैं। ३ घंटे या उससे ज्यादा ट्रेन लेट होने की स्थिति में पैसेंजर्स को अब रिजर्वेशन सेंटर के अलावा ऑनलाइन टीडीआर भरने पर फुल रिफंड मिल जाएगा। इसमें उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। रेलवे ने २०१५ के दिए आदेश को अपडेट किया है। ये आदेश ३ अक्टूबर को दिए गए।नॉर्दर्न रेलवे के सीपीआरओ नीरज शर्मा ने बताया कि रेलवे की हमेशा यही कोशिश रही है कि पैसेंजर्स को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। इसके साथ ही २०१५ में बनाए गए एक्ट में संशोधन कर इस फैसले को लागू किया गया है। इससे यात्रियों को फौरी तौर पर काफी राहत मिलेगी।ऑनलाइन टिकट के लिए रिफंड नियमट्रेन के डिपार्चर होने के ४८ घंटे पहले टिकट कैंसिलेशन के लिए एसी फर्स्ट/एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए २४० रुपए एसी २ टियर/फर्स्ट क्लास के लिए २00 रुपए, एसी ३ टियर/ एसी चेयर कार/एसी ३ इकोनॉमी १८० रुपए, स्लीपर क्लास के लिए 1२0 रुपए और सेकंड क्लास के लिए ६० रुपए हरेक पैसेंजर के हिसाब से चार्ज काटा जाता है।ट्रेन की कन्फर्म टिकट को ४८ घंटों के भीतर और गाड़ी के निर्धारित रेलवे स्टेशन से डिपार्चर के 1२ घंटे पहले रद्द करने वाली टिकट पर कुल किराए का २5% चार्ज लिया जाएगा। ट्रेन के तय डिपार्चर से 1२ घंटे और चार घंटे पहले तक टिकट कैंसल करने का चार्ज ५०% होगा।४ घंटे पहले टीडीआर फार्म भरना जरूरीआईआरसीटीसी की वेबसाइट के मुताबिक डिपार्चर करने से ४ घंटे पहले ऑनलाइन टिकट कैंसिलेशन या टीडीआर फार्म भरना जरूरी है।ट्रेन के चलने से ३0 मिनट पहले मिनिमम चार्ज काटकर आरएसी और वेटिंग टिकट का किराया रिफंड किया जाएगा। निर्धारित अवधि से तीन घंटे की देरी से ट्रेन के लेट होने के कन्फर्म आरएसी वेटिंग टिकट के पैसेंजर्स टिकट को बिना कोई शुल्क काटे पूरा किराया वापस किया जाएगा।ट्रेनों के रद्द होने की स्थिति में आईआरसीटीसी द्वारा बुक की गई ई-टिकट को रद्द कराने की जरूरत नहीं है और न ही टीडीआर फार्म भरने की जरूरत है ऐसी स्थिति में यात्री के खाते में अमाउंट अपने आप ही ट्रांसफर हो जाएगा।मौजूदा नियमों के तहत तत्काल टिकट रद्द करने पर रिफंड की कोई वापसी नहीं दी जाती। यदि कोई ट्रेन ३ घंटे से ज्यादा लेट चल रही है या ट्रेन को रद्द कर दिया गया है तो पैसेंजर रिफंड का दावा करने के लिए ऑनलाइन टीडीआर फार्म भर सकते हैं। एक से ज्यादा पैसेंजर के लिए जारी की गई ई-टिकट को ट्रेन के चलने से ३0 मिनट पहले रद्द कराया जा सकता है। इसमें कन्फर्म टिकट यात्रियों को निर्धारित शुल्क काट रिफंड वापस किया जाता है लेकिन इसके लिए ऑनलाइन टीडीआर फार्म भरना जरूरी है।सिप्तंबर १८, २0१८- 1२:२९ प्म्जुली २७, २0१८- २:४२ प्मकल्चर ऑफ क्रोनी कैपिटलिज्म मोदी सरकार का डीएनए बन गयी है : सुरजेवालाडिसेंबर २७, २01९- ७:5२ प्ममुख्यमंत्री चुस्त, मातहत सुस्त!अखिलेश यादव के करीबी नेता को हुआ कोरोना, पीजीआई शिफ्ट करने की तैयारी शुरूजून २३, २0२0- 1२:४6 प्म |
यूं ही कभी: २०१३दिल के जजबात मोंड्य, ९ डिसेंबर २०१३हमने उनकी तुलना चाँद से क्या कर दीवह रात भर आईने को सताते रहेअनजाने ही हो गई कुछ ऐसी गुफ्तगू अकेले में वह घंटों मुस्कुराते रहेसाँझ की गोद में रवि सो गया रात भर चाँद के ख्वाब आते रहेइंतजार में तितलियों के फूल रात भर ओस में नहाते रहेयह कैसी अदा हमें उनके ख़त कोरे आते रहेकोरे ख़त,बादल के कोर पर पलकों के छोर पर एक आँसू सा रुका है मेघ का मौसम झुका है धानी चुनरिया है धरती बावरिया है अधरों में प्यार का राज यह कैसा छुपा है मेघ का मौसम झुका है मेघ बरसे देह भीजे हम फुहारों पे रीझे इन्द्र के पहले धनुष का बाण पलकों पर रुका है मेघ का मौसम झुका है पोस्टेड बायफिर वो दिन फिर वो दिन आ गए हैं छलक उठे हैंमधुमय मधुकलशसोनजूही चम्पाकलीझूम रही मतवालीमहक उठी जीवन की डालीमुस्कायाहर्षित तन मन सिंदूरी सूर्खअधर करें किलोलशिरीष के पुष्प सासुनहरे हुए कपोलआम्र मंजरी से सुरभित मन हुआ विभोरबीता जाए पल पलनीरस नीरवप्रतीक्षारत नैन पोस्टेड बायसब कुछ है देने कोमगर कुछ भी पास नहीं है यूँ खुद को पिया है कि हमें प्यास नहीं है हम तो डूब ही गए झील सी नीली आँखों में और तुम हो कि इस बात का अहसास नहीं है लूटा है मुझे मेरे हाथों की लकीरों ने अपनी ही परछाई पर अब विश्वास नहीं है आसां नहीं है बीती बातों को भुला देना मेरे दर्द का तुम्हें अहसास नहीं है कुछ मुरझाये फूलों से कमरे को सजाया है मेरे आँगन में खिलता अमलतास नहीं है यूँ टूट के रह जाना काफी तो नहीं आने वाले कल काये आभास नहीं है पोस्टेड बायकोई बात कहो तुम मध्यम मध्यम है चाँदरौशनी गुमशुम मध्यम हैं धड़कनें कोई बात कहो तुम बरसात भी है धीमी धीमी बौछार हौले हौले भींगा हमारा दामन साथ भी थे तुम भर्राए हुए लफ्ज वक्त का ठहरना कांपते लबों के बोल न थे कमछलके हुए सागर आँखों के किनारे पार उतर पाएँगे क्या ख्वाब हमारे पोस्टेड बायप्रिय प्रवासी बिसरा गया शरद ऋतु में हर साल हजारों ,लाखों की संख्या में साईबेरियाई प्रवासी पक्षीलाखों मील की दूरी तय कर भारत और अन्य एशियाई देशों में आते हैं .शरद ऋतु की समाप्ति के पश्चात् क्या सभी वापस लौट पाते हैं ?कुछ भटक जाते हैं ,तो कुछ अपनों से फिर नहीं मिल पाते .कितने उसके संगी छूटेकितने उसके साथी छूटेपर इन बिछड़ों परकब अपना शोक मनाता है(बच्चन जी की कविता के तर्ज पर)फिर आ गई है बरसात तुम न आए आती रही तुम्हारी याद तुम न आए छा रही काली घटा चपला चमकती काश ! तुम होते यहाँ पर बाजुओं में तुम्हारी आ सिमटती रह गया रोकर ह्रदय आँखें न रोई बीती यादों में तुम्हारे न जाने कब से खोई हुई मूक वाणी दर्द गहरा गया पूछती हूँ आप अपने से क्या प्रिय प्रवासी बिसरा गया ?प्रवासी पक्षी,पुरानी डायरी के फटे पन्ने पुरानी डायरी केफटे पन्ने अनायास आ जातेहैं सामने बीती यादों कोकुरेदती दुःख - दर्द कोसहेजती बेरंग जिंदगी कोदिखा जाते पुरानी डायरी केभुलाना गर होता इतनाआसां कागजों पर लिखेहर्फ़ को मिटाना होता गरआसां जिंदगी न होतीइतनी बेरंग इन्द्रधनुषीरंगों में मिल जाता जीवन के विविधरंग कुछ सुख के, कुछ दुःख के जो बिताये तेरेसंग पोस्टेड बायकहना है तुमसे नयन खुले अधखुले सहमी सहमी है हवाएं पलकों पर बोझिल बेरहमी सपनों की लहरे लहरे केशों की बिखरी परिभाषा अधरों पर सुर्ख हो रही अतृप्त मन की आशा उठा नहीं पाते जोझुकाते हैं पलकें मिला नहीं पाते हैं अब अपने आप से ही नजरें बंधते जा रहे हैं मेरे ही अल्फाजों में सिमटते जा रहे हैंमेरे ही अहसासों में दूरक्षितिज नीलांचल फैला अपनीबांह पसारेनौका पर बैठे हैं मंजिल हमें निहारे कितनेही तूफ़ान घिरे परकभी न हिम्मत हारा अरूणिमसंध्या और उषा से संगमहुआ हमारा पोस्टेड बायचाँद जरा रुक जाओ चाँद जरा रुक जाओ आने दो दूधिया रौशनी सितारों थोडा और चमको बिखेर दो रौशनी मैं अपने महबूब को ख़त लिख रहा हूँ चांदनी रात में महबूब को ख़त लिखना कितना सुकूं देता है तुम यादों में बसे या ख्वाबों में दिल की गहराईयों में एक अहसास जगा देता है तुम कितने पास हो मैं कितना दूर एक लौ है जो दोनों में जली हुई नयनों के कोर से कभी देखा था तुझे सिमट आई थी लालिमा रक्ताभ कपोलों पर तारों भरी रात में गीली रेत पर चलते हुए हौले से छुआ था तुमने सुनाई दे रही थी तुम्हारे सांसों की अनुगूंज नि:स्तब्द्धता को तोड़ते हुए तुम इतने दूर हो जहाँ जमीं से आसमां कभी नहीं मिलता ये ख्वाब हैं ख्वाब ही रहने दो पोस्टेड बायशब्द ढले नयनों सेप्रणय के कोरे कागज परमोती के मनकों कोचुगडालो प्रिय अंखियों सेखुला लाज कागए पोथी मन मितवागई पिछली मनुहारेंफूल मोती के बिरवाबाद लगा है जैसेगंध बसी हों मन मेंलम्बे सफ़र लांघकरउमर हँसी हों मन दर्पण मेंफिर वो दिनकोई बात कहो तुमप्रिय प्रवासी बिसरा गयाचाँद जरा रुक जाओ |
मुंडन मुहूर्त २०१९: मुंडन के लिए शुभ दिन एवं मुहूर्तमुंडन मुहूर्त २०१९ के माध्यम से जानें वर्ष २०१९ में मुंडन के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ दिन, एवं मुंडन संस्कार की धार्मिक मान्यता के बारे में।हर बच्चे का जन्म उनके माता-पिता के लिए भगवान का एक आशीर्वाद है। बच्चे का जन्म परिवार में खुशी की लहर लाता है। जिसके बाद ही हर माता-पिता अपने परिवार के भविष्य की सफल योजना बनाना शुरू कर देते हैं। शिशु के जन्म के साथ ही परिवार के सभी सदस्यों पर कई प्रकार की जिम्मेदारियाँ भी आती है। शिशु के अच्छे भविष्य के लिए उसे सही तरह से पोषित करना हर सदस्य का कर्तव्य होता है। इसके अलावा हिंदू परंपराओं के अनुसार भी सदस्यों को बच्चे के जन्म के साथ कई तरह की अन्य जिम्मेदारियां मिलती हैं, जिसमें से मुंडन संस्कार भी एक ऐसी ही जिम्मेदारी है। इसलिए ही हिन्दू शास्त्रों में मुंडन को शुभ मुहूर्त के भीतर किया जाना अनिवार्य बताया गया है ताकि भविष्य में इसके अच्छे नतीजे मिलें।मुंडन संस्कार क्या है ?हिंदू धर्म में कुल १६ संस्कारों का महत्व बताया गया हैं, इन्ही १६ हिंदू संस्कारों में से मुंडन आठवें स्थान पर आता हैं। मुंडन एक बच्चे के सिर से बालों को हटाने की प्रक्रिया को कहते है। मुंडन एक बेहद लोकप्रिय परंपरा है जिसे अन्य समुदायों, धर्मों और विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। आमतौर पर इसे मुंडन के रूप में ही जाना जाता है। इसके अलावा इस संस्कार को चौल मुंडन, चौलकर्म और चूड़ाकर्म संस्कार आदि नामों से भी जाना जाता है।मुंडन क्यों किया जाता है ?शास्त्रों के अनुसार ये माना गया है कि एक व्यक्ति ८.४ मिलियन योनियों के बाद मनुष्य के रूप में जन्म लेता है। जिसके चलते पिछले जन्म से कुछ दोष और कई अनिष्ट तत्व जन्म के साथ नवजात शिशु के शरीर पर रह जाते है। इसके अलावा वैज्ञानिक दृष्टि से भी माँ के गर्भ के अंदर विकास के दौरान उत्पन्न हुए बाल अशुद्ध होते है। इन्हीं अशुद्धियों को दूर करने और पिछले जन्म के बुरे कर्मों से छुटकारा पाने के लिए बालक के सिर से बालों को हटाने की परंपरा निभाई जाती है। जिसे हम मुंडन संस्कार कहते हैं।चूंकि मुंडन हर व्यक्ति के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटना है, इसलिए इसे शुभ मुंडन मुहूर्त के अनुसार ही किया जाना चाहिए।मुंडन मुहूर्त उस समय, तिथि और नक्षत्र को बताता है जो मुंडन संस्कार करने के लिए सबसे शुभ हैं।यह महत्वपूर्ण है कि लाभ को बढ़ाने और अशुभता को कम करने के लिए मुहूर्त के अनुसार ही मुंडन किया जाए।मुंडन संस्कार कब करें ?मुंडन संस्कार अक्सर शिशु के जन्म से पांच साल के अंदर होता है, लेकिन अलग अलग क्षेत्रों में इनका अलग-अलग समय निर्धारित है।अधिकतर लोग मुंडन संस्कार की प्रक्रिया को बालक की १, ३, ५ या ७ साल की उम्र तक करना पसंद करते हैं।कुछ परिवार केवल लड़कों के लिए ही मुंडन समारोह संस्कार करते है। हालांकि यह लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए किया जाना अनिवार्य होता है।मुंडन संस्कार कहाँ करें ?मुंडन संस्कार किसी भी धार्मिक स्थानों पर या घर में ही पुरे विधि-विधान के साथ किया जा सकता है।कुछ लोग किसी बड़े धार्मिक स्थल पर जैसे हरिद्वार, वैष्णो देवी, वाराणसी या अपने क्षेत्र के ही प्रसिद्ध मंदिरों में, ये संस्कार करते हैं।वहीं जो लोग किसी खास धार्मिक स्थलों की मन्नत रखते हैं वो उसी स्थान पर जाकर मुंडन संस्कार कराते हैं।मुंडन मुहूर्त की गणना में ज्योतिषीय तथ्यों का रखें ध्यानमुंडन संस्कार करने के लिए बालक की कुंडली अनुसार शुभ नक्षत्र, शुभ तिथि, शुभ वार और शुभ लग्न का होना जरुरी होता है। ऐसे में आइये जानते हैं आपके बच्चे का शुभ मास, वार, तिथि, नक्षत्र, लग्न और ताराशुद्धि:शुभ मास- मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने के बाद उत्तरायण मासों में (१४ जनवरी से १५ जुलाई तक) यानि वैशाख, ज्येष्ठ, माघ और फाल्गुन मास में बच्चों का मुंडन संस्कार करना चाहिए। हालांकि अधिकमास या मलमास होने पर इन माह में मुंडन से पहले किसी पंडित जी या ज्योतिष से परामर्श अवश्य लें।शुभ तिथि- कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष में आने वाली द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी। इसके अलावा शुल्क पक्ष में आने वाली त्रयोदशी और पूर्णिमा की तिथि भी मुंडन संस्कार के लिए बेहद शुभ मानी गई हैं।शुभ दिन- सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार मुंडन के लिए शुभ दिन माने गये हैं। इनमें शुक्ल पक्ष का सोमवार विशेष रूप से शुभ होता है, जबकि कृष्ण पक्ष का सोमवार संस्कार के लिए साधारण माना गया है।शुभ नक्षत्र- मुंडन संस्कार पुनर्वसु, स्वाति, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा और ज्येष्ठा नक्षत्रों में करना शुभ होता है। जन्म मास व जन्म नक्षत्र और चंद्रमा के चतुर्थ, अष्ठम, द्वादश और शत्रु भाव में स्थित होने पर मुंडन नहीं करना चाहिए। लेकिन कुछ विद्वान जन्म नक्षत्र या जन्म राशि को मुंडन के लिए शुभ मानते हैं। अतः मुंडन से पूर्व किसी विद्वान ज्योतिषी या पंडित से परामर्श अवश्य लें। ज्येष्ठा नक्षत्र और ज्येष्ठ मास में ज्येष्ठ (पहले बालक या बड़े) लड़के का मुंडन नहीं करना चाहिए।शुभ लग्न- द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, षष्टम, सप्तम, नवम या द्वादश राशियों के लग्न या इनके नवांश में मुंडन करना उचित होता है।तारा शुद्धि- मुहूर्त ग्रन्थों के अनुसार मुंडन में तारा का प्रबल होना चंद्रमा से अधिक आवश्यक माना गया है, लेकिन इसका विचार कृष्ण पक्ष में ही किया जाता है। वहीं शुक्ल पक्ष में चंद्र बल का विचार किया जाता है। हालांकि कृष्ण पक्ष में भी अशुभ तारा होने पर यदि चंद्रमा उच्चस्थ और मित्र या किसी शुभ ग्रह के साथ हो, तब मुंडन कार्य किया जा सकता है।मुंडन संस्कार करने के फायदेऐसा माना जाता है कि मुंडन पिछले जीवन के पापों और बुरे कर्मों को समाप्त करता है।यह संस्कार पिछले जन्म की पुरानी यादों को मिटाने के लिए और व्यक्ति को अपने नए जीवन में एक नई शुरुआत करने के लिए किया जाता है।मुंडन करने से बालक की ताकत और बुद्धि का विकास होता है।इससे सकारात्मक तरीके से आयु बढ़ती है।सिर के बालों को हटाने से सिर की गर्मी निकल जाती हैं जिससे बच्चे को अधिक विटामिन-डी मिलता है।यह बच्चे का उन सभी बुरी नज़रों से बचाव करता है, जो बच्चे के लिए बहुत हानिकारक होती है।यह एक तरह से बच्चे का शुद्धिकरण करने की प्रक्रिया होती है।यह सिर को पसीने से छुटकारा पाने में भी मदद करता है जिससे खोपड़ी में संक्रमण की संभावनाए कम हो जाती है।मुंडन में सिर के बाल पूरी तरह हटा दिए जाते हैं, इसलिए सिर में जूँ की संभावना भी समाप्त हो जाती है।ऐसा माना जाता है कि मुंडन के बाद बच्चे के बालों की मात्रा में वृद्धि होती है।मुंडन करने से बच्चे के स्वस्थ बाल आने में मदद होती है।इससे बच्चे के सिर में रक्त प्रवाह सही तरह से होता है।इससे बच्चे का सिर ठंडा भी रहता है।मुंडन संस्कार करने की सही प्रक्रिया ?मुंडन संस्कार पुराने समय से सबसे महत्वपूर्ण संस्कार रहा है, जिसे घर पर या मंदिर में किया जा सकता है। इसके अलावा आप अपने कुल की परंपरा के अनुसार भी मुंडन संस्कार कर सकते हैं।मुंडन संस्कार के समय सबसे पहले बच्चे को गोद में लेकर उसका चेहरा हवन की अग्नि के पश्चिम में करें।बालक के कुछ बाल सबसे पहले पंडित के हाथ से और फिर नाई द्वारा कटवाएं।मुंडन संस्कार करते हुए भगवान गणेश की पूजा और आयुष होम कराया जाना चाहिए।घर, मंदिर या कुल देवता के मंदिर में मुंडन संस्कार करना शुभ माना गया है।कटे हुए बालों को एकत्रित करके विसर्जित करें ।मुंडन संस्कार किसी तीर्थस्थल पर इसलिए कराया जाता है ताकि उस स्थल के दिव्य वातावरण का लाभ शिशु को मिल सके।वैज्ञानिक दृष्टि से मुंडन संस्कार का महत्वमुंडन संस्कार का धार्मिक महत्व होने के साथ ही अपना वैज्ञानिक महत्व भी है। मेडिकल साइंस की मानें तो ये संस्कार शिशु के दांत निकलने के समय ही किया जाता हैं। दांत निकलने की प्रक्रिया के दौरान बच्चों में कमजोरी, चिड़चिड़ापन, दस्त और उसके बाल झड़ने लगते हैं, ऐसे में मुंडन कराने से बच्चे के शरीर का तापमान सामान्य रहने में मदद मिलती है। डॉक्टर्स मुंडन की एक अन्य मुख्य वजह यह भी है कि शिशु जब मां के गर्भ में होता है तो उसके सिर के बालों में बहुत तरह की अशुद्धियाँ एवं हानिकारक तत्व लग जाते हैं जो बच्चे के जन्म के बाद धोने से भी नहीं निकल पाते हैं। इसलिए भी डॉक्टर्स जन्म के १ साल के भीतर बच्चे का एक बार मुंडन अवश्य कराने की सलाह देते हैं। इस संस्कार को आयुर्वेद में भी बालक के कार्य बल, आयु, आरोग्य और तेज की वृद्धि के लिए बेहद ज़रूरी बताया गया है।हम आशा करते हैं कि मुंडन मुहूर्त २०१९ पर आधारित हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रोकैंप की ओर से आपको शुभकामनाएँ ! |
उत्तराखंड में भाजपा को फिर से घेरने के लिए कांग्रेस ने बनायी नयी रणनिति - यूरस्पोस्टमहवीर नेगी १ मोंठ एगो लीवे आ कमेंट६०८९ वियूजदेहरादून लालटेन यात्रा के बाद कांग्रेस उत्तराखंड में भाजपा को घेरने की नयी रणनिति पर काम कर रही हैं। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरने का ऐलान किया हैं। दरअसल कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश सरकार की जन विरोधी नीतियों तथा फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाले के विरोध में यह प्रदर्शन किया जाऐगा।यह विरोध प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में १ मार्च प्रातः ११00 बजे देहरादून के गांधी पार्क में विशाल धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतिभाग करने का दावा किया गया हैं।उपरोक्त जानकारी देते हुए महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने बताया कि एक ओर राज्य सरकार द्वारा गरीब जनता के आवागमन का साधन रोड़वेज की बसों के किराये, भवन कर, बिजली पानी के करों में वृद्धि कर मंहगाई बढ़ा रही है। वहीं दूसरी ओर फाॅरेस्ट गार्ड जैसे पदों पर भर्ती परीक्षा में घोटाले को अंजाम देकर प्रदेश के युवाओं से छलावा कर रही है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार की इन्हीं जन विरोधी व उत्तराखण्ड विरोधी नीतियों के खिलाफ १ मार्च को गांधी पार्क में प्रदर्शन के माध्यम से अपना विरोध दर्ज करेगी। उन्होंने महानगर के सभी कांग्रेसजनों का आह्रवान किया है कि भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आयोजित कार्यक्रम में भागीदारी सुनिश्चित करें।अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित फारेस्ट भर्ती में हुए घोटाले, राज्य में शराब को बढ़ावा देने की नीति व महंगाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाये जा रहे अभियान की कड़ी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आगामी एक मार्च रविवार को राजधानी देहरादून में गांधी पार्क में धरने के ऐलान किया है।उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य की सरकार ने राज्य के बेरोजगारों के साथ विश्वास घात किया है,पिछले तीन वर्षों में किसी भी विभाग में बेरोजगारों की भर्ती करना तो दूर की कौड़ी रही उल्टा फारेस्ट गार्ड भर्ती में भारी घोटाला करने के लिए प्रवेश परीक्षा में ही पेपर लीक करवा दिया।उन्होंने कहा कि राज्य में महंगाई से जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है और त्रिवेंद्र सरकार बजाय जनता को महंगाई से राहत देने के शराब की बिक्री बढ़ाने की सौगात दी रही है। श्री धस्माना ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में राज्य भर में जनसरोकारों के मुद्दों पर संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि एक मार्च को गांधी पार्क के समक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में विशाल धरना प्रातः १0 बजे से शुरू होगा। |