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हुंडई और टोयोता की ये दो पापुलर कारें होंगी बंद, अप्रैल तक आ सकता है इनका नंबर | ज़ी बुसिनेस हिन्दिहुंडई और टोयोता की ये दो पापुलर कारें होंगी बंद, अप्रैल तक आ सकता है इनका नंबरतुए, फेब १८, २०२० ०४:१९ प्मदेश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी ह्युंदै मोटर (हुंडई मोटर) ने अपनी पॉपुलर हैचबैक कार हुंडई ई२० एक्टिव वैरिएंट को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है. इससे कयास लग रहे हैं कि कंपनी शायद इस कार को ब्स वि इंजन के साथ अपग्रेड नहीं करेगी.अपग्रेड नहीं करेगी कंपनीहुंडई मोटर ने बीते साल ई२० एक्टिव को अपग्रेड कर इसे लॉन्च किया था. इसे अपग्रेड कर पहले की तुलना में और सुरक्षित बनाया गया था. फाइनेंशियल एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक दरअसल ऑटो कंपनियों के लिए अक्टूबर २०१९ से कार में जरूरी सेफ्टी फीचर्स देना जरूरी कर दिया गया है.इसके साथ ही निस्सन ने टेर्रणों और सुननी मॉडल को बंद कर रही है. दूसरी तरफ टोयोता अपनी पापुलर कार एटियोस को भी बंद कर रही है.नवंबर में लॉन्च हुआ था नया वर्जनह्युंदै मोटर ने २०१९ हुंडई ई२० एक्टिव कार में पार्किंग सेंसर, रिवर्स कैमरा और स्पीड अलर्ट सिस्टम जोड़े हैं. इसके अलावा ड्राइवर और साथ वाली सीट में सीट बेल्ट अलर्ट भी जोड़ा गया है. ये सभी तीनों वैरिएंट (स, स्क्स और स्क्स दुअल टोन) कारों में अपग्रेड किया गया है.कीमत में मामूली बढ़ोतरीइसकी नई कीमत ७.७4 लाख रुपये थी. पेट्रोल और डीजल वैरिएंट दोनों कारों के बाहरी फीचर्स में कोई बदलाव नहीं किया गया था. बाहरी डिजाइन में लेड ड्र्ल के साथ बड़े प्रोजेक्टर हेडलैम्प लगे थे. इंटीरियर में भी कोई खास बदलाव नहीं किया गया था. कार में अधिक आरामदायक सीट, रीयर एसी वेंट, ऑटोमैटिक क्लाइमेंट कंट्रोल, पुश बटन स्टार्ट जैसे फीचर्स थे.आपको बता दें कि हुंडई ने दो से तीन साल के दौरान भारतीय बाजार में व्यापक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहन (इलेक्ट्रिक वेहिकल) उतारने की योजना बनाई है. ह्युंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (हमिल) के निदेशक (सेल्स एंड मार्केटिंग) तरुण गर्ग के मुताबिक, कंपनी इस समय व्यापक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उतारने की एक नई योजना पर काम कर रही है और अगले दो से तीन साल में इस योजना को अंजाम दिया जा सकता है.कंपनी ने इस समय कोना (कोना) इलेक्ट्रिक वाहन उतारा है जिसकी कीमत करीब २४ लाख रुपये है. ऑटो एक्सपो २०२० में गर्ग ने कहा कि चुनौतीपूर्ण दौर होने के बावजूद कंपनी भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में सक्षम है.२०२० टस्कनकंपनी के मुताबिक, जब सुव की बिक्री सबसे ज्यादा हो रही है, तब नई २०२० टूक्सन को बाजार में उतारने का यह एक मौका है. २०२० टक्सन २.० लीटर पेट्रोल और डीजल बीएस-६ इजंन युक्त है. कंपनी ने कहा कि इससे भारत में एसयूवी के सेगमेंट में हुंडेई का दबदबा बढ़ेगा.अगली फोटो: स्टेशन आने के पहले सोते यात्री को जगाएगा रेलवे, शुरू हुई ये सुविधा |
१९ की उम्र में दो बच्चो की माँ ३६ वर्षीय तलाक शुदा से किया था निकाह, तलाकनामा...."स्टेज से जुड़े हुए कुछ एक्टर्स को अगर याद करे तो ओमपुरी के साथ साथ नसीरुद्दीन याद आते है, वेटेरन एक्ट्रेस दीना पाठक की बेटी से उन्होंने लम्बे अफेयर के बाद शादी.."इमेज सोर्सेस: थेब्रिडल्बॉक्सपद्मश्री और पद्मभूषण नसीरूदीन शाह उत्तरप्रदेश के बाराबांकी के मूलनिवासी है, उनके पूर्वज अंग्रेजो की सेना में अधिकारी थे जिन्होंने अंग्रेजो की अफ़ग़ान फ़तेह और १८५७ की क्रांति के दमन में अहम भूमिका निभाई थी. नासिर के बड़े भाई इंडियन आर्मी में ल्ट जनरल थे जो बाद में अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के चांसलर बने थे.ऊपर उनके पुरे परिवार की तस्वीर है जो की एक परफेक्ट फॅमिली लग रही है लेकिन जितनी सरल ये तस्वीर लग रही है उतनी है नहीं. उनकी जिंदगी हालाँकि अब सहज लगती है लेकिन इसमें शुरुवात में इतनी पेचीदगियां थी के उन्हें उनका मलाल जिंदगी भर रहेगा.सनातक पूरी करने से पहले ही उन्हें एक तलाक शुदा दो बच्चो की औरत से प्यार हो गया और घरवालों की मर्जी के खिलाफ उन्होंने निकाह कर लिया. १९ साल की उम्र में जब वो इतने परिपक्व नहीं थे की अपने जिंदगी के फैसले ले सके उन्होंने ये फैसला लिया और एक ही साल में उन्हें वो भारी पड़ गया.शादी के बाद ही उन्हें फिर प्यार हो गया लेकिन..नेक्स्ट स्लाइड में पढ़ें: जाने नसीर की निजी जिंदगी की पेचीदगियां.....#नास्सिरुद्दीन शाह# मैरीड इन आगे ऑफ १९# वित अन ३६ ईयर्स डाइवोर्सी# क्नो हिस फैक्ट |
फेसबुक-गूगल पर राजनीतिक दलों ने विज्ञापनों के लिए खर्च किए ५३ करोड़ रुपएनई दिल्लीः भारत में राजनीतिक दलों ने इस साल फरवरी से अब तक फेसबुक और गूगल आदि डिजिटल मंचों पर प्रचार के मद में ५३ करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए। इसमें सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी की हिस्सेदारी सर्वाधिक रही। फेसबुक की विज्ञापन से जुड़ी रिपाेर्ट के मुताबिक इस साल फरवरी की शुरुआत से १५ मई तक उसके मंच पर १.२१ लाख राजनीतिक विज्ञापन चले। इन विज्ञापनों पर राजनीतिक दलों ने २६.५ करोड़ रुपए खर्च किए।इसी तरह गूगल, यूट्यूब और उसकी सहायक कंपनियों पर १9 फरवरी से अब तक १४,८३७ विज्ञापनों पर राजनीतिक पार्टियों ने २७.३६ करोड़ रुपए खर्च किए। सत्तारुढ़ भाजपा ने फेसबुक पर २,५00 से अधिक विज्ञापनों पर ४.२३ करोड़ रुपए खर्च किए। माय फस्र्ट वोट फॉर मोदीे, भारत के मन की बात और नेशन विद नमो जैसे पेज ने भी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर विज्ञापनों पर चार करोड़ रुपए खर्च किए। गूगल के मंचों पर भाजपा ने १7 करोड़ रुपए से अधिक व्यय किए।कांग्रेस ने फेसबुक पर ३,६८६ विज्ञापनों पर १.४6 करोड़ रुपए खर्च किए।वहीं, गूगल पर ४२५ विज्ञापनों पर राहुल गांधी की अगुवाई वाली पार्टी का व्यय २.7१ करोड़ रुपये रहा। फेसबुक के आंकड़ों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ने उसके मंच पर विज्ञापनों पर २9.२8 लाख रुपये खर्च किए। आम आदमी पार्टी ने फेसबुक पर १76 विज्ञापन चलाए और इसके लिए उसने १३.6२ लाख रुपये का भुगतान किया।वहीं, गूगल के मुताबिक उसके मंच पर ऑबर्न डिजिटल सॉल्यूशन्स आप के लिए विज्ञापन कर रही है और उसने १9 मई के बाद २.१8 करोड़ रुपए का भुगतान किया। उल्लेखनीय है कि भारत की १7वीं लोकसभा के चुनाव के लिए मार्च में तारीखों की घोषणा हुई थी और रविवार को सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। मतों की गणना २३ मई को होगी।वेब तितले: पॉलिटिकल पार्टी स्पेंट र्स ५३ करोड ऑन एडवर्टिजिंग ऑन फेसबुक-गूग्लसपेंट र्स ५३ करोड ऑन एडवर्टिजिंग |
विश्व कप २०१९: जोफ्रा आर्चर की रफ्तार के कायल हुए मोईन अली, तारीफों के बांधे पुलइंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी मोईन अली ने टीम के साथी जोफ्रा आर्चर को की तरीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अब तक जितने गेंदबाजों का सामना किया है उनमें जोफ्रा आर्चर की गति सबसे ज्यादा है .जून १, २०१९, ०१:४४ प्म इस्टजेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की जोड़ी आधुनिक समय में दुनिया की सबसे खतरनाक गेंदबाजी जोड़ियों में से एक मानी जाती है.मई २३, २०१९, ०५:३८ आम इस्टस्पोर्ट्स फ्लैशेज इस दौरान पूर्व क्रिकेटरों और प्रसिद्ध कमेंटेटरों की भी सुविधाएं लेगा.१96३ में न्यूजीलैंड को ३-० से हराने के बाद यह पहला मौका है कि विदेशी दौरे पर इंग्लैंड ने क्लीन स्वीप किया हो.कोलंबो टेस्ट: इंग्लैंड ने श्रीलंका से तीसरा टेस्ट ४२ रन से जीता, विदेश में ५५ साल बाद क्लीन स्वीप कियाइंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया, जबकि बेन फोक्स 'मैन ऑफ द सीरीज' रहे.नोव २६, 2०१8, ०५:५७ प्म इस्टमहिला वर्ल्ड टी2०: इंग्लैंड को हराकर ऑस्ट्रेलिया चौथी बार बना चैंपियनऑस्ट्रेलिया ने एकतरफा फाइनल में इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर चौथी बार महिला विश्व टी-2० खिताब जीत लिया है. |
२१ अक्टूबर को लाल किले मे तिरंगा फहराएंगे पीएम मोदी - दैनिक चमकता राजस्थान, हिन्दी न्युज़पेपर पबलिश फ्र्म जयपुर ' : ''; वर मोंठ = [१,२,३,४,५,६,७,८,९,१०,११,१२]; वर मोंठ२ = ["जान","फेब","मार","अप्र","मई","जून","जुल","आग","सेप","ऑक्ट","नोव","डेक"]; वर दए = पोस्टड़ते.स्प्लित("-")[२].सबस्ट्रिंग(०,२); वर म = पोस्टड़ते.स्प्लित("-")[१]; वर य = पोस्टड़ते.स्प्लित("-")[०]; फॉर(वर उ२=०;उ२होम कॉमन दिल्ली पॉलिटिक्स २१ अक्टूबर को लाल किले मे तिरंगा फहराएंगे पीएम मोदी२१ अक्टूबर को लाल किले मे तिरंगा फहराएंगे पीएम मोदीटीम क्र ४:३० प्म कॉमन , दिल्ली , पॉलिटिक्स एडिटअब तक स्वतंत्रता दिवस के दिन १५ अगस्त को ही पीएम ध्वजारोहण करते रहे हैं। ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि २१ अक्टूबर को भी लाल किले से तिरंगा फहराया जाएगा। पीएम मोदी ने बुधवार को खुद इसकी घोषणा की. पीएम ने कहा कि कुछ लोग इसकी भी आलोचना करेंगे, न जाने मेरे बाल नोच लें।अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी २१ अक्टूबर को आजाद हिंद फौज की ७५वीं वर्षगांठ पर लाल किले के भीतर आयोजित कार्यक्रम में तिरंगा फहराएंगे। पीएम यहां आजाद हिंद फौज म्यूजियम का उद्घाटन भी करेंगे।बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ एक विडियो संवाद के दौरान मोदी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दशकों से जिन शख्सियतों को अनदेखा किया अब हमारी सरकार उनके योगदान का जश्न मनाएगी। पीएम ने ऐसे कार्यों की चर्चा भी की। पीएम ने बताया है कि सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व वाली 'आजाद हिंद सरकार' की ७५वीं जयंती के मौके पर २१ अक्टूबर को लाल किले में आयोजित होने वाले झंडारोहण समारोह में शामिल होंगे।पीएम मोदी ने सरदार पटेल की प्रतिमा को लेकर कांग्रेस द्वारा उनकी और गुजरात की बीजेपी सरकार की आलोचना किये जाने का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल असल में सरदार पटेल का अपमान कर रहा है क्योंकि देश के पहले गृह मंत्री को लेकर उसमें हमेशा अवमानना का भाव रहा है जिन्हें सैकड़ों रियासतों का भारत में विलय करवाने का श्रेय दिया जाता है। पीएम ने कांग्रेस पर भीमराव आंबेडकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, और पटेल जैसे नेताओं की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया।पीएम मोदी ने वीडियो संदेश में कहा है, 'अगर कोई समाज अपने इतिहास से कट जाता है, तो उसका कटी हुई पतंग की तरह गिरना तय होता है. हम सभी का सम्मान करते हैं. जिसने इस देश की सेवा की हो, वह चाहे किसी भी दल का हो, हम उसका सम्मान करते हैं. उड़ीसा के पाइक विद्रोह के २०० वर्ष पूरे होने पर इसमें शामिल रहे अमर बलिदानियों को पिछले साल याद किया. कुछ दिन पहले सर छोटूराम की प्रतिमा के अनावरण के लिए मैं रोहतक में था. उनके जैसे बहुमुखी व्यक्ति के बारे में लोगों को अधिक से अधिक पढ़ना चाहिए, जिन्होंने कृषि, सिंचाई और भूमि सुधार के क्षेत्र में व्यापक स्तर पर कार्य किया था.इस परियोजना को 'मेड इन चाइना' बताए जाने की टिप्पणी पर विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि इतिहास जानता है कि सरदार पटेल के लिये कांग्रेस के मन में बेहद अवमानना थी । पीएम ने कहा कि वह कभी उनके कामों को पहचान मिलने की बात बर्दाश्त नहीं कर सकती। |
कमग्वेब - क्या हैं खोज आविष्कार मिनिंग इन हिन्दी लोन चाहिए २०१९: शादी से पहले के सवालशादी से पहले लड़की से क्या सवाल पूछना चाहिएशादी से पहले लड़की से क्या सवाल पूछना चाहिए, क्या आपकी शादी होने वाली है इसलिए आपके मन में सवाल है जैसा सबके मन में आता है शादी से पहले लड़की से क्या सवाल पूछना चाहिए ? शादी से पहले के सवाल आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते है इसलिए जो भी सवाल करे सोच समझ करे.शादी से पहले बातचीत शादी से पहले फोन पर बात दस सवालों के जवाब शादी से पहले पूछे लड़कियों से क्या क्वेश्चन पूछे हिंदी में विवाह पहली बैठक सवाल शादी से पहले सवाल पूछना शादी से पहले शारीरिक तैयारी शादी के लिए लड़कियां कैसी होनी चाहिएसभी लड़के या लड़कीया अपने पति या पत्नी में कई तरह के गुण देखना पसंद करते है तो ऐसे मे शादी होने के पहले ही लड़का और लड़की को आपस मे खुलकर बात कर लेनी चाहिए |शादी से पहले लड़की से क्या सवाल पूछना चाहिए ?सबसे पहले परिचय करेशादी के लिए लड़की देखने बैठे है और लड़की से बात करने का समय आपको मिला है तो सबसे पहले खुद को कूल रखे और लड़की से ऐसी बाते पूछे कहे की वह भी खुद सहज महसूस करे तो आप शुरुवात इंट्रोडक्शन से ही करे. आपका नाम क्या है ? आपको क्या पसंद है ?इस तरह के सवाल पूछे और हो सके तो फनी बाते भी करे या फिर आप माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए जोक इत्यादि भी करे इस तरह से लड़की खुद को सहज महसूस करेगी साथ ही इन बेसिक सवाल से आप दोनों के बीच बातचीत की शुरुवात भी हो जाएगी.रिलेशनशिप सवाल जवाब करेशादी के बाद क्या वर्क करना चाहते है ?अभी तक शादी क्यों नहीं किया ?शादी से पहले फर्स्ट मुलाक़ात मे बातचित के दौरान यह भी जानने की कोशिश करे की आपने अभी तक शादी क्यो नहीं की यह सवाल लड़का और लड़की दोनों एक दूसरे से कर सकते हैदोस्तों के बारे में सवालआप जिस लड़की या लड़के से शादी करने जा रहे है तो अपने पार्टनर से लड़की लड़के से और लड़का लड़की से यह सवाल जरूर करे की आपके कितनी लड़के दोस्त है ओर लड़की लड़के से आपके कितने लड़की दोस्त है | क्योकि शादी के बाद किसी को किसी दोस्त से किसी तरह का समस्या न हो. |
शिवसेना के दो पक्षो में जमकर मारामारी, पुलिस मौके पर समाचार तोडेशिवसेना के दो पक्षो में जमकर मारामारी, पुलिस मौके परसिप्तंबर १, 20१६ सिप्तंबर १, 20१६ अमित सैनी २८ कम्मंट आशीष, कतरिया, कुमार, माध्ये, परदेश, रतलाम, समाचार, सेना, शिव, तोडे, विकासमध्य प्रदेश के रतलाम में शिवसेना के जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर दो गुटों में हुए विवाद के बाद एक गुट ने नवनियुक्त जिलाध्य़क्ष की जमकर पिटाई कीउनका मुंह काला कियाऔर कपड़े भी फाड़ डाले। दरअसल रतलाम जिले में पिछले कुछ दिनों से शिवसेना दो फाड़ हो चुकी है। एक गुट जगदीश चौहान का है तो दूसरा गुट राहुल कादोनों ही गुट एक-दूसरे को फर्जी बता रहे हैं। कुछ दिन पहले शिवसेना के पदाधिकारी सुरेश साहू ने भोपाल से जगदीश चौहान को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया।इसका राहुल गुट ने यह कहते हुए विरोध किया कि जब साहू को ही शिवसेना से निकाल दिया गया है तो फिर जगदीश चौहान अपने आप फर्जी हो जाते हैं। वहीं, जगदीश चौहान हर जगह खुद को जिलाध्यक्ष बताते फिर रहे हैं। बुधवार को रतलाम के दो बत्ती पर दोनों आमने-सामने हो गए। जिसके बाद राहुल गुट ने स्टेशन रोड थाना के पास जगदीश चौहान की जमकर पिटाई कर दी. उनके कपड़े फाड़ दिए और फिर उन्हे पुलिस को सौंप दिया। यह सारा ड्रामा पुलिस के सामने हुआ। लिहाजा पुलिस ने जगदीश चौहान की रिपोर्ट पर राहुल के साथ ७ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। शिक्षक ने गले में डंडा फंसाकर किया छात्र को खड़ाजे पी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान होंगे उत्तराखंड में ब्जप चुनाव प्रभारी २८ थॉट ऑन शिवसेना के दो पक्षो में जमकर मारामारी, पुलिस मौके परपोस्टोपरेटिव डिस्कलोरेशन ऑफ स्वेलिंग एंड यूर स्किन बेलोथे ओपरेटिव प्लेस इस कमेन हैप्पेनिंग तत दिसपेअर कॉम्प्लेटली इन ६ही, ई दो तिंक तीस इस आ ग्रेट सायट. ई स्टुंबलेडुपॉन इट ई विल कमे बऐक ओंस अगेन सिंस ई सवेदमित सैनीपोस्ट ऑथोरकॉण्टक्ट उस @ फॉर अन्य बुसिनेस डीलस्वे विल सुरेली गेट बऐक तो यू कैल : 0७055१2११२८यू सो मुच एंड इम टेकिंग आ लुक फॉरवर्ड तो |
ट्रेनेगाजियाबाद - दिल्ली: समय, मूल्य तथा टिकटें | विरेलट्रेन खोजें गाजियाबाद से दिल्ली तकयात्रा अवधि ४६ मिनटगाजियाबाद से दिल्ली तक की ट्रेन का सस्ता टिकटदिल्ली तक की यात्रा के लिए ट्रेन की सस्ती टिकटों ढ़ूंढ़ने का विरेल के पास मैजिक ट्रिक है। आपको सिर्फ यात्रा की तिथि का चयन कर अपने प्रस्थान व किराया फ़िल्टर सेट करने की आवश्यकता है। एक बार जब आप गाजियाबाद से दिल्ली तक की यात्रा के लिए बेस्ट ट्रेन का विकल्प चुन लेते हैं, तो विरेल आपको टिकट खरीद के लिए प्रदाता की वेबसाइट पर स्वत: रीडायरेक्ट कर देगा।कौन सी कंपनियाँ गाजियाबाद से दिल्ली तक ट्रेन से यात्रा करवाती हैं?अग्रिम बुकिंग से वास्तव में आपको कुछ पैसे की बचत होगी: वास्तव में, आप गाजियाबाद से दिल्ली तक के लिए केवल ३०,०० से सस्ती ट्रेन टिकट प्राप्त कर सकते हैं, जबकि औसत कीमत ५२७,५० है।टिकट की कीमत गाजियाबाद - दिल्ली हर दिन३० और और और और और औरट्रेन से गाजियाबाद तक दिल्लीइंडियनरेल मेल_एक्सप्रेस 18३०9 २०:४० २१:३५ गाज़ियाबाद(गब) दिल्ली(डली)३० ५५ मिनटइंडियनरेल मेल_एक्सप्रेस १४५२२ १०:४२ ११:३० गाज़ियाबाद(गब) दिल्ली(डली)३० ४८ मिनटइंडियनरेल सुपरफास्ट २२४८7 २०:२२ २१:०० गाज़ियाबाद(गब) आनंद विहार टर्मिनल(अन्वत)४० ३८ मिनटइंडियनरेल मेल_एक्सप्रेस 1४०43 २१:३५ २२:२० गाज़ियाबाद(गब) दिल्ली(डली)४५ ४५ मिनटइंडियनरेल मेल_एक्सप्रेस १४३१५ ०९:३२ १०:०२ गाज़ियाबाद(गब) तिलक ब्रिज(त्क्ज)४५ ३० मिनटइंडियनरेल मेल_एक्सप्रेस 1४६82 १२:१० १२:५५ गाज़ियाबाद(गब) नव दिल्ली(न्डल्स)४५ ४५ मिनटइंडियनरेल मेल_एक्सप्रेस १४३१५ ०९:३२ १०:२५ गाज़ियाबाद(गब) नव दिल्ली(न्डल्स)४५ ५३ मिनटगाजियाबाद और दिल्ली के बीच की तरह कम दूरी के लिए, बस और कारपूलिंग ट्रेन से अच्छे विकल्प हैं, वो भी बेहद कम कीमत वाले। साथ ही बसों के जरिए छोटे शहरों में पहुंचना बेहद आसान है, क्योंकि वहां अक्सर कोई रेलवे स्टेशन नहीं होता है।दिल्ली के लिए ट्रेनें गाज़ियाबाद(गब) से चल कर गाजियाबाद तक जाती हैं और दिल्ली(डली), आनंद विहार टर्मिनल(अन्वत), तिलक ब्रिज(त्क्ज) और नव दिल्ली(न्डल्स) पहुंचती हैं।गाजियाबाद से दिल्ली तक जाने के लिए प्रति दिन कितनी ट्रेनें मौजूद हैं?यदि आपको गाजियाबाद से दिल्ली तक यात्रा करने की जरुरत है, तो कृपया जान लें कि १८८ की ट्रेन हर दिन उपलब्ध हैं। कृपया जान लें कि ० के रूट में कम से कम एक बार ट्रेन बदलना पड़ सकता है जबकि १८८ एक डायरेक्ट लाइन है। इसलिए, ट्रेन परिवर्तन वाली यात्रा को चुनना कभी-कभी अधिक फायदेमंद होता है, खासकर जब रूट लंबा हो और ट्रेन के कम विकल्प कम विकल्प उपलब्ध हो और आप तत्काल यात्रा के लिए टिकट की तलाश कर रहे हों। नतीजतन, कृपया ध्यान दें कि भले ही यात्रा लंबी हो, ट्रेन परिवर्तन का विकल्प वाला टिकट कभी-कभी बहुत अच्छा होता है, खासकर तब जब ट्रेनों का कम विकल्प उपलब्ध हो और आप तत्काल यात्रा के लिए टिकट की तलाश कर रहे हों। यदि यात्रा के दौरान आप ट्रेन नहीं बदलना चाहते हैं तो हम आपको डायरेक्ट रूट वाली टिकट का चयन करने की सलाह देते हैं।गाजियाबाद से दिल्ली तक पहुंचने में कितना समय लगता है और ट्रेनें कब रवाना होती है?दिल्ली के लिए पहली ट्रेन ०९:१० पर रवाना होती है, जबकि आखिरी २१:१० पर। औसतन, यात्रा ४४ मिनिट् तक चलती है, लेकिन सबसे तेज़ विकल्प से आप ३० मिनिट् तक वाईवाईवाई पहुंच जाएंगें।ट्रेने नई - बाड़मेरट्रेने आगरा - सीतापुरट्रेने पेन - खेद |
देश के सबसे बड़े को-वर्किंग स्टार्टअप ऑफिस के सीईओ अमित रमानी से बातचीत / /देश के सबसे बड़े को-वर्किंग स्टार्टअप ऑफिस के सीईओ अमित रमानी से बातचीतको-वर्किंग स्पेस यानी काम की ऐसी जगह जहां कई कंपनियों के लोग काम कर सकते हों। विकसित देशों के साथ भारत में भी इसका चलन तेजी से बढ़ रहा है। चाहे वे बड़ी कंपनियां हों, एसएमई, स्टार्टअप या व्यक्तिगत प्रोफेशनल। इसकी सबसे बड़ी वजह है खर्च। अनुमान है कि को-वर्किंग वाली जगह से कंपनियां अपने ऑपरेशनल खर्च ३०% से ५०% तक कम कर सकती हैं। किसी कंपनी को तत्काल जगह चाहिए, तो वह भी मिल सकती है। ऑफिस (आव्फिस) भारत की सबसे बड़ी को-वर्किंग स्टार्टअप है। इसके संस्थापक अमित रमानी ने बताया कि को-वर्किंग स्पेस एसएमई के लिए ज्यादा फायदेमंद है। उन्हें कम खर्च में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर मिलता है। भारत में यह बिजनेस हर साल लगभग दोगुना हो रहा है। अभी करीब १.१ करोड़ वर्ग फुट को-वर्किंग में है। यह ५ साल में १0 करोड़ वर्ग फुट तक पहुंचने का अनुमान है। अमित से बातचीत के मुख्य अंश :-एक साथ कई कंपनियों के काम करने की जगह यानी को-वर्किंग अभी १.१ करोड़ वर्ग फीट में, ५ साल में ९ गुना बढ़ने का अनुमान ऑफिस अपने यहां आने वाली कंपनियों को ग्रुप इंश्योरेंस की सुविधा देती है, लोगों को कम ब्याज पर कर्ज भी मिलता हैको-वर्किंग का आइडिया कैसे आया?पहले हम भी एसएमई थे। कम पैसे में अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर मिलने में दिक्कत आती थी। जगह अच्छी हो तो किराया बहुत होता था। पैसे कम हैं तो सी-डी ग्रेड की जगहों पर जाना पड़ता था। तब सोचा, दूसरे कारोबारियों को भी ऐसी दिक्कतें आती होंगी। वहीं से को-वर्किंग ऑफिस का आइडिया आया और अप्रैल २०१५ में कंपनी शुरू की।को-वर्किंग कॉन्सेप्ट के बारे में बताइए।इसमें जगह की फ्लेक्सिबिलिटी होती है। आपको एक आदमी के लिए जगह चाहिए या ५०0 लोगों के लिए, एक दिन के लिए चाहिए या पूरे साल के लिए। सब आपकी जरूरत के मुताबिक उपलब्ध होगा। हमने अपने सेंटर ऐसी जगह बनाए हैं जहां लोग १५-२० मिनट की ड्राइव करके पहुंच सकते हैं।यह किसके लिए ज्यादा फायदेमंद है?मेरे विचार से एसएमई के लिए को-वर्किंग ज्यादा फायदेमंद है। उन्हें कम खर्च में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर मिलता है। उन्हें कई बार कुछ घंटों के लिए ही जगह की जरूरत पड़ती है। हमारे बिजनेस में ४०% रेवेन्यू एसएमई से आता है। इतना ही बड़ी कंपनियों से और २०% स्टार्टअप और फ्रीलांसर से आता है।किस तरह की कंपनियों से को-वर्किंग स्पेस के लिए डिमांड आ रही है?अभी हमारे ३०-३२% क्लायंट आईटी/आईटीईएस, बीपीओ, केपीओ जैसी कंपनियां हैं। दूसरी कंपनियों में क्रिएटिव, फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी, शिपिंग और टेलीकॉम प्रमुख हैं। हमारे पास इन सेक्टर की बड़ी कंपनियां भी आ रही हैं। इनमें रिलायंस भी शामिल है।को-वर्किंग में कितनी संभावना है?पिछले साल हमारा रेवेन्यू तीन गुना बढ़ा। इस साल भी ऐसी उम्मीद है। नए सेंटर पर ४-५ महीने में ९0-९५% ऑक्यूपेंसी हो जाती है। भारत में यह बिजनेस हर साल लगभग दोगुना हो रहा है। अभी करीब १.१ करोड़ वर्ग फुट को-वर्किंग में है। यह ५ साल में १0 करोड़ वर्ग फुट तक पहुंचने का अनुमान है।भारत में हर साल दोगुना बढ़ रहा है को-वर्किंग स्पेस, यह एसएमई के लिए ज्यादा फायदेमंद, उन्हें कम खर्च में बेहतर सुविधाएं मिलती हैंइन जगहों पर आप किस तरह की सुविधाएं देते हैं?यह लोगों या कंपनियों की जरूरत के मुताबिक होता है। हम खाने-पीने के साथ हेल्थ जैसी सुविधाएं भी देते हैं। फूड और हेल्थ कंपनियों से करार है तो लोगों को डिस्काउंट पर सुविधाएं मिल जाती हैं। अगर किसी छोटी कंपनी के पास आईटी या एडमिन का स्टाफ नहीं है, तो वह भी देते हैं। हमारे साथ जो कंपनियां जुड़ी हैं, उनके लिए ग्रुप इंश्योरेंस की भी सहूलियत है। कार्ड कंपनियों से करार है तो लोन भी कम ब्याज पर मिल जाता है।अमित रमानी९ शहरों में १,३०0 कंपनियों को सेवाएं दे रही है ऑफिसअप्रैल २०१५ में कंपनी शुरू हुई। अभी ९ शहरों के ५५ सेंटर में 2५,००० सीटें हैं। एक साल में १00 सेंटर पर ५०,००० सीटें हो जाएंगी। ये सेंटर बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, हैदराबाद, पुणे, कोलकाता, और चंडीगढ़ में हैं। जयपुर, अहमदाबाद, भुवनेश्वर, कोच्चि और इंदौर में विसातर होगा। अक्टूबर से मुनाफे में है। करीब १,३०0 कंपनियों को सेवाएं दे रही है।को-वर्किंग से खर्च में ५०% तक बचतकंसल्टेंसी फर्म जेएलएल के मुताबिक जनवरी से जून तक को-वर्किंग कंपनियों ने १९ लाख वर्ग फीट जगह लीज पर दी। यह २०१7 की पहली छमाही में ६.४ लाख वर्ग फीट थी। पिछले साल लीज पर दी कुल जगह का ५% को-वर्किंग में गया। को-वर्किंग से छोटी कंपनियां अपने खर्च ३०% तक कम कर सकती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार बड़ी कंपनियों को ५०% तक बचत संभव है।पिछले साल ३ गुना बढ़ा रेवेन्यू२०१8-१९* १70(आंकड़े करोड़ रु. में, *लक्ष्य)नव दिल्ली न्यूज टालक्स वित अमित रमणी सियो ऑफ थे कंट्री३९स लार्जस्ट को वर्किंग स्टार्तूप ३९ऑफिस३९फॉरेक्स-डॉलर ड्राप तो लोवेस्ट सिंस अक्टोबर ऑन उस-चीना ट्रेड होप्स्कार्लाइटे आस बेबी नामी एट मेयो-फ्रान्सिस्कन मार्क ग्लोबल रारिती | लोकल |
ग्रेग ट्रूथुविन १५ अगस्त २०१९रोनाल्ड बोज़कोव्स्की वीटी हाल्टर मरीन, इंक के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।कई परियोजनाएं: बाएं से दाएं - क्यू-एलएनजी बंकरिंग बराज कार्गो डिस्चार्ज प्लेटफॉर्म; क्यू-एलएनजी एटीबी टग सुपरस्ट्रक्चर; सहायक कार्मिक हल्का - छोटा (अपल (स)) बैरक बराज। फोटो: वीटी हाल्टरपास्कागौला में वीटी हाल्टर, एमएस एक मजबूत रन पर रहा है, जो यूएस कोस्ट गार्ड की अगली पीढ़ी के आइसब्रेकर के निर्माण के लिए हाई-प्रोफाइल कॉन्ट्रैक्ट जीतकर छाया हुआ है। शिपयार्ड की हालिया सफलता और भविष्य की संभावनाओं पर अंतर्दृष्टि के लिए मैरीटाइम रिपोर्टर ने हाल ही में रॉन बैक्कोव्स्की, अध्यक्ष और सीईओ, वीटी हाल्टर मरीन से बात की।विश्व स्तर पर, जहाज निर्माण उद्योग देर से कुछ 'दिलचस्प' समय से गुजरा है। इसने आपके नजरिए से कैसे देखा है?पिछले १२ महीनों के दौरान वीटी हाल्टर में जहाज निर्माण बाजार और गतिविधि गतिशील रही है। निरंतर विकास और प्रस्ताव के साथ वाणिज्यिक और सरकारी कार्यक्रम के अवसर समान हैं, इसके बाद ध्रुवीय सुरक्षा कटर का पुरस्कार एक आकर्षण है।यह आने वाले १२ महीनों के लिए कैसा दिखता है?हमें आने वाले वर्ष में हमारी सरकार और वाणिज्य अवसरों के लिए दृष्टिकोण द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।पिछले वर्ष में आपकी कंपनी ने अपने यार्ड (निवेशों) में कैसे निवेश किया है?पिछले २४ महीनों में, हमने अपने पूंजी सुधार, कर्मचारी प्रशिक्षण, पर्यावरण सुधार और इंजीनियरिंग में भारी निवेश किया है। हम निरंतर प्रक्रिया में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम वर्तमान में स्टील पैनल लाइन निर्माण के लिए पुराने उपकरणों को बदलने के लिए अपने संरचनात्मक निर्माण कार्य स्टेशनों को उन्नत कर रहे हैं, इसमें एक तरफा स्टील प्लेट वेल्डर, स्वचालित वेल्ड स्टेशन के साथ संरचनात्मक प्रोफ़ाइल फिटर और स्वचालित आठ हेड प्रोफाइल वेल्ड स्टेशन शामिल हैं। यह हमें इन कार्य स्टेशनों पर अपने उत्पादों की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता में ३५ प्रतिशत तक की वृद्धि करने की अनुमति देगा।नई २०१८ में, वीटी हाल्टर मरीन ने धमाके और पेंट की सुविधा, एक अत्याधुनिक, संलग्न इमारत की शुरुआत की, जो हमारे कर्मचारियों को किसी भी मौसम की स्थिति में काम करने की अनुमति देता है जबकि एक पर्यावरणीय रूप से सुरक्षित वातावरण में। यह सुविधा सभी मौसम की स्थिति में २४/७ ऑपरेशन के लिए भी डिज़ाइन की गई है, और ऊर्जा की खपत और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए १०० प्रतिशत एलईडी प्रकाश व्यवस्था का उपयोग करती है।व्ट हाल्टर ने हाल ही में सबसे प्रतिष्ठित जहाज निर्माण अनुबंधों में से एक जीता, जो यूएस कोस्ट गार्ड के ध्रुवीय सुरक्षा कटर बनाने का सौदा था। अपने शिपयार्ड के लिए इस अनुबंध के महत्व पर चर्चा करें।यूएससीजी पोलर सिक्योरिटी कटर परियोजना हमारे शिपयार्ड स्थानीय समुदाय, मिसिसिपी राज्य और अमेरिका के लिए एक बेहतरीन अवसर है। हम पहले से ही डिजाइन चरण में हैं, और कार्यक्रम के लिए कमर कस रहे हैं, हमारे सभी कर्मचारी अपना काम कर रहे हैं और तैयार हो रहे हैं। । हम ९०० नई नौकरियों की भर्ती कर रहे हैं, जो हमारे कर्मचारियों की संख्या से दोगुनी होगी, और हमारे द्वारा जोड़ी गई हर नौकरी हमारी स्थानीय अर्थव्यवस्था का समर्थन करती है। हमें इस कार्यक्रम के लिए चुने जाने पर गर्व है, जो राष्ट्रीय रक्षा और मातृभूमि सुरक्षा मिशन की मांगों को पूरा करने के लिए आवश्यक है।क-लंग के उत्पादन में ४,००० कम अटब बंकरिंग बजरा। फोटो: वीटी हाल्टर आप इस प्रोजेक्ट को शुरू से अंत तक लाने के लिए महत्वपूर्ण टीम के साथी के रूप में किसे मानते हैं?वीटी हाल्टर मरीन को जहाज के डिजाइनर के रूप में टेक्नोलॉजी एसोसिएट्स, इंक के साथ मिलकर बनाया गया है और दो वर्षों से, हमने यूएस कोस्ट गार्ड के हैवी पोलर आइसब्रेकर इंडस्ट्री स्टडी में भाग लिया है। जहाज डिजाइन वर्तमान में डिजाइन और निर्माण में परिपक्व "पोलर स्टर्न ई" से एक विकास है; टीम ने अपनी परिपक्वता और विश्वसनीयता को प्रदर्शित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। अध्ययन के दौरान, टीएआई ने डिजाइन को समायोजित किया और डिजाइन को अनुकूलित करने के लिए पांच जहाज मॉडल टैंक परीक्षणों की एक श्रृंखला आयोजित की। टीएआई के अलावा, वीटी हाल्टर मरीन ने एबीबी के साथ मिलकर अपना एज़िपोड प्रोपल्शन सिस्टम, मशीनरी कंट्रोल एंड मॉनिटरिंग सिस्टम के लिए ट्राइडेंट मरीन, कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम इंटीग्रेशन के लिए रेथियॉन, जनरेटर सेट के लिए कैटरपिलर, जॉइनर पैकेज के लिए जैमस्टोन मेटल मरीन और हवाक प्रणाली के लिए ब्रॉन्स्वेर्क। कार्यक्रम हमारे मिसिसिपी स्थित शिपयार्ड में एक अतिरिक्त ९०० कुशल कारीगर और कर्मचारियों को लाने के लिए निर्धारित है।यह परियोजना आपके यार्ड के माध्यम से चलाए गए अन्य लोगों से कैसे भिन्न है?आकार- और क्षमता-वार, ध्रुवीय सुरक्षा कटर कार्यक्रम पिछले कार्यक्रमों जैसे क्रॉले कॉन-रो और पीएएसएचए कार वाहक के समान है।इस जहाज के डिजाइन, निर्माण और उद्धार के लिए समयरेखा क्या है?हम वर्तमान में डिजाइन चरण में हैं, और निर्माण २०२१ की शुरुआत में शुरू करने के लिए तैयार है। 20२४ के मध्य में अंतिम वितरण की योजना है।इस विशिष्ट परियोजना को समायोजित करने के लिए शिपयार्ड कैसे निवेश कर रहा है?हम अपने पास्कागौला शिपयार्ड का विस्तार कर रहे हैं। हम पोलर सिक्योरिटी कटर के लिए अपने साइड लॉन्च की सुविधा को अपग्रेड कर रहे हैं और मोटी प्लेटों के बेवलिंग के लिए दूसरे एनसी प्लाज्मा कटर को अपग्रेड कर रहे हैं। हम एक रोबोट प्लाज्मा आकार कटर, रोबोट वेल्डर माइक्रो-पैनल फैब्रिकेशन लाइन, विधानसभा लाइनों के लिए रोबोट वेल्डर और असेंबली बे में चार ६०-टन ओवरहेड क्रेन जोड़ रहे हैं।चर्चा करें कि क्या आप अपना व्यवसाय प्रबंधन दर्शन करेंगे, और आज एक सफल लाभदायक यूएस शिपबिल्डिंग व्यवसाय चलाने की कुंजी पर चर्चा करेंगे।हमारी सबसे मूल्यवान संपत्ति हमारे लोग हैं। हम प्रतिभाशाली और सबसे सक्षम इंजीनियरिंग और कार्यालय कर्मचारियों के साथ-साथ कुशल और समर्पित कारीगरों और महिलाओं को काम पर रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। व्ट हाल्टर की पर्यावरण की रक्षा के लिए निरंतर प्रतिबद्धता है, यही वजह है कि हमने ब्लास्ट और पेंट सुविधा बनाई है। इसने शिपिंग उद्योग में कई कंपनियों का ध्यान आकर्षित किया है क्योंकि हम सभी सुरक्षित रूप से काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और पर्यावरण की दृष्टि से एक सूक्ष्मता से समर्पण के साथ।वीटी हाल्टर में हाल की गतिविधिअनुबंध पुरस्कार:(१) अमेरिकी नौसेना ध्रुवीय सुरक्षा कटरयूएस नेवी चैंपियन कार्यक्रम(३) अमेरिकी नौसेना सहायक कार्मिक हल्का(१) एटीबी टगनवसिया टी-एजीएस 6७ ओशनोग्राफिक सर्वेक्षण वेसल अध्ययन(२) लॉजिस्टिक सपोर्ट वेसल्स - अघोषित(१) क-लंग - ऑफशोर उस को हरी झंडी, जोन्स एक्ट का अनुपालन ४,०००कम लंग(१) क्यू-एलएनजी - अपतटीय एटीबी टगनोआ नव एगोर अध्ययनपोत वितरण:क्राउले मैरीटाइम कॉर्प के एम / वी टैनोक्राउले मैरीटाइम कॉर्प के एम / वी एल कोक्विबूचर्ड ट्रांसपोर्टेशन के एम / वी ईवनिंग ब्रीजवर्जीनिया डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसपोर्टेशन, द जेमस्टाउन फेरी (अनुसूचित प्रसव २०१९)प्रोफाइल: रोनाल्ड एफ। बैक्ज़कोव्स्की, सीईओ, वीटी हाल्टर मरीन, इंक।रोनाल्ड बज़्कोस्की वर्तमान में वीटी हाल्टर मरीन, इंक के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। इस कार्यभार से पहले, उन्होंने वीटी सिस्टम, इंक। में बिजनेस डेवलपमेंट के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया; व्ट हाल्टर मरीन का यूएस पैरेंट हेडक्वार्टर है। उन्होंने अंगारई इंटरनेशनल इंक के मुख्य परिचालन अधिकारी, एक पेशेवर प्रबंधन परामर्श फर्म के रूप में भी काम किया है; और एंगिलिटी कॉर्पोरेशन में वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक के रूप में, अमेरिकी सरकार के लिए एक एकीकृत सेवा प्रदाता है। उन्होंने १980 में यूनाइटेड स्टेट्स मरीन कॉर्प्स में अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की और 20१२ में ब्रिगेडियर जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने उच्चस्तरीय रणनीतिक पहलों का निर्देशन करने के लिए विभिन्न कमांड और स्टाफ के पदों को संभाला। रणनीतिक योजना, परिवर्तन प्रबंधन और संगठनात्मक नेतृत्व में उनके पास व्यापक अनुभव है। रोनाल्ड बज़्कोस्की अमेरिकी नौसेना अकादमी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ साइंस रखता है; दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से सिस्टम प्रबंधन और रसद में विज्ञान का एक मास्टर, और सशस्त्र बलों के औद्योगिक कॉलेज से राष्ट्रीय संसाधन रणनीति में विज्ञान का मास्टर।श्रेणियाँ: जहाज निर्माण, लोग और कंपनी समाचार |
सीमा की रसोई (सीमा की रसोई): पुदीना नींबू का प्राकृतिक शरबत घर पर बनाने की परम्परागत भारतीय विधीःपुदीना नींबू का प्राकृतिक शरबत घर पर बनाने की परम्परागत भारतीय विधीःयह शरबत परम्परागत भारतीय विधी से बनाया गया हैं। गर्मी के मौसम में यह शरबत बहुत ही गुणकारी होता है एव ठंडक का अनुभव कराता है यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है साथ ही पाचन शक्ति बढ़ाकर एसिडिटी से छुटकारा दिलाता है हमारे शरीर पर धूप का नुकशान कम करता है मुह की दुर्गध दूर करने में भी लाभकारी है घर पर बिना मिलावट का शरबत बनाने की सरल विधी इस प्रकार से हैः-१ प्याला पुदीनाचीनी बड़े प्याले वालीसबसे पहले पुदीने को साफ धो लेंगे व पुदीने को मिक्सी के जार में डालेंगे फिर नींबू का रस निकालकर जार में डाल देंगे व जार में पेस्ट बना लेंगे व आधा चम्मच काला नमक डालकर फिर से पेस्ट बनाऐगे।अब काॅच का एक जार लेगे व उस पेस्ट को छलनी से छानकर कांच वाले जार में डाल देंगे व एक बोतल लेकर उसमे चीनी डाल देंगे चीनी उतनी मात्रा में डालनी है कि बोतल थोड़ी सी खाली रहे अब उस जुस को बोतल में धीरे - धीरे डालते जाएगे व चीनी अपने आप नीचे बैठती जाएगी जहाॅ तक बोतल में चीनी ली है वही तक रस भरना है अब जूस कम रह जाए तो ऊपर से नींबू का रस डाल सकते है फोलडर पेपर की सहायता से ढ़क्कन बन्द कर देंगे।फिर एक जग में गर्म पानी लेकर बोतल उसमें डाल देंगे व उसे हिलाते रहेंगे तथा चार- पांच दिन लगातार गर्म पानी में बोतल रखते रहेंगे व जब पुरी चीनी घूल जाए तब शरबत तैयार हो जाएगा।जब भी शरबत पीने का मन करे थोडा सा शरबत गिलास में डालेंगे व पानी डाल देंगे व ऊपर से थोडी बर्फ डाल देंगे व थोडा सा इनो ;म्छव्द्ध डाल देंगे। |
फाइबर टैंकहोम > उत्पादों > फाइबर टैंक(फाइबर टैंक के लिए कुल २४ उत्पादों)फाइबर टैंक - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेहम विशेष हैं फाइबर टैंक निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक फाइबर टैंक, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक फाइबर टैंक में से एक, शीजियाज़उआंग अमंडा इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट को.,लैड।थोक चीन से फाइबर टैंक , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते फाइबर टैंक खोजने की आवश्यकता है। बस फाइबर टैंक पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे फाइबर टैंक का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। |
मुझे बार-बार पेशाब क्यों आता है?मुझे शुगर नहीं है फिर भी मैं हर १० मिनट में पेशाब के लिए जाता हूं। ऐसा क्यों होता है?सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। अगर ये समस्या आपको आजकल हो रही है तो हो सकता है इसका कारण सर्दी हो। क्योंकि सर्दियों के मौसम में हर व्यक्ति को प्राकृतिक रूप से ही अधिक पेशाब आता है। या फिर हो सकता है इसका कारण आपका अधिक पानी पीना हो। अगर इनमें से कुछ भी नहीं ह... मोरसवाल पूछने के लिए धन्यवाद। अगर ये समस्या आपको आजकल हो रही है तो हो सकता है इसका कारण सर्दी हो। क्योंकि सर्दियों के मौसम में हर व्यक्ति को प्राकृतिक रूप से ही अधिक पेशाब आता है। या फिर हो सकता है इसका कारण आपका अधिक पानी पीना हो। अगर इनमें से कुछ भी नहीं है तो आप एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। आपको शुगर या फिर कोई और स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। |
अप्रैल २६, २०२० - अजमेर्नामा*गुरु की आशीष फलीभूत होती है*अप्रैल २६, २०२० अप्रैल २६, २०२० बाय एसोसिएट बाहर बारिश हो रही थी, और अन्दर क्लास चल रही थी. तभी टीचर ने बच्चों से पूछा अगर तुम सभी को १००-१०० रुपया दिए जाए तो तुम सब क्या क्या खरीदोगे ? किसी ने कहा मैं वीडियो गेम खरीदुंगा.. किसी ने कहा मैं क्रिकेट का बेट खरीदुंगा.. किसी ने कहा रेड मोरसच्चे जन सेवक के रूप में उभरे हरिवल्ल्भ कल्ला संकट की घडी में*प्रतिदिन आठ हजार लोगों को कराते है भोजन,जन रसोई के माध्यम से* *डेढ़ लाख लोगो के लिए भोजन की व्यवस्था कर चुके ,कोई भूखा नहीं जाता* जैसलमेर पश्चिमी सरहदी जैसलमेर में कोरोना संक्रमण को लेकर चल रहे लॉक डाउन में निस्वार्थ भाव से लोगो की सेवा कर एक सच्चे सेवक के रूप में युवा सभापति रेड मोरमंदिर के पुजारियों की कोरोना संकट में पहली बार किसी सामाजिक संस्था ने ली सुधछतरपुर २६ अप्रैल २०२० भगवान परशुराम जयंती पर कस्बा नौगांव मैं एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें कोरोना के महासंकट के दौरान पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक अनूठी पहल की है. न्यास द्वारा परशुराम जयंती व अक्षय तृतीया के अवसर पर छतरपुर जिले के नौगाँव रेड मोरराजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कोरोना की इस महा त्रासदी को झेल रहे ग़रीब,मज़दूर, श्रमिक, विद्यार्थी तथा बाहरी राज्यों के यहाँ अटके लोगों को यह विश्वास दिलाया कि उन्हें भूखा नहीं रहने दिया जायेगा,जहाँ वे अभी ठहरे हुये हैं उन्हें वहीं पर ही राशन की सामग्री या भोजन उपलब्ध कराया जायेगा और इसी रेड मोरकोरोना को साष्टांग प्रणाम। हे भगवान, या खुदा, यह वायरस कितना शक्तिशाली है। इसने आपके सारे धर्म स्थलों, सभी उपासना स्थलों को बंद कर दिया है। लोग पूजा, आराधना, प्रार्थना, अरदास से वंचित हैं। मस्जिदों में सामूहिक नमाज से महरूम हैं। इसने दुनिया की सारी सत्ताओं को हिला कर रख दिया है। बड़ी से बड़ी रेड मोरसंपूर्ण जैन समाज के धर्मावलंबियों द्वारा आज अक्षय तृतीया का पर्व दान दिवस के रूप में मनाया गया। समाज के युवा नेता कमल गंगवाल ने बताया की निर्यापक मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के मुखारविंद से ससंघ के सानिध्य में ऑनलाइन टीवी चैनल के माध्यम से आशीर्वाद प्राप्त कर इस पर्व को धर्म ध्यान रेड मोरइंडियन ट्रेलब्लज़ेर वोमेन्स क्लब ने अतिउत्कृष्ट गेम खिलवायाजयपुर। लॉक डाउन में जयपुर का विख्यात इंडियन ट्रेलब्लज़ेर वोमेन्स क्लब ने अपने सदस्यो को एक अतिउत्कृष्ट गेम खिलवाया। क्लब की कमेटी मेंम्बर नम्रता ने ये गेम व्हाट्सअप के ग्रुप के माध्य्म से खिलवाया। नम्रता ने बताया गेम में कुल चार राउंड में विभिन्य टास्क दिए गए जिनमे एक टाइम पीरियड में कभी कभी सेनेटाइजर रेड मोरसारथी आपके साथ समाज सेवा संस्था ने अक्षय तृतीया पर गौ माता को १००0 किलो हरे चारे का करवाया भोजनसारथी आपके साथ समाज सेवा संस्था अजमेर द्वारा जन सहयोग से लॉक डाउन के प्रथम दिन से ही गौ माता तथा मूक पशु पक्षियों को भोजन करवाया जा रहा है। प्रतिदिन संस्था की और से शहर की सड़कों पर घूमने वाली गौ माता, पशु एवं पक्षियों को हरे चारे एवं मक्के बाजरे का भोजन करवाया रेड मोरलाँकडाउन अच्छा मौका है मृत्यु भोज बंद करने का -डॉक्टर सुबे सिंह चौधरीभले ही लॉकडाउन लोगो की परेशानियों का सबक बन गया हो ।लेकिन इसमें कई कुप्रथाओ पर अंकुश लगाने की रहा भी खोल दी है। देर असल इस दौरान जिन परिवारों में मौत हुई है। वह तेरवी पर मृत्यु भोज आयोजित नहीं कर पाए हैं। इसलिए यह परंपरा जिन समाजों में लागू है उन्हें समाजो को रेड मोरवैश्विक महामारी कोरोना से देश में शांति के लिए गोरखपुर से भाजपा सांसद सह फिल्म अभिनेता रवि किशन हवन कर रहे हैं। रवि किशन ने देश को कोरोना से बचाने के लिए अपने मुंबई आवास पर हवन में आहूति दे रहे हैं और ईश्वर से कामना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द देश को रेड मोरक्वारेंटाइन सेन्टरों पर पिलाया रोग प्रतिरोधक आयुर्वेदिक काढाअजमेर, २६ अप्रेल। आर्येुवेद विभाग द्वारा कोरोना महामारी के दौरान संचालित क्वारेंटाइन सेन्टरों में रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढोतरी के लिए आयुर्वेदिक काढा पिलाया गया। आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक श्री विनायक शर्मा ने बताया कि प्रशासन द्वारा वर्तमान में कई क्वारेंटाइन सेन्टर स्थापित किए गए है। यहां कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों को रखा जाता है। रेड मोर |
*****कांग्रेस भवन,गांधी चौक,रायपुर (छ.ग.)***** कांग्रेस का हाथ, आम आदमी के साथश्री इंदरचंद धाडीवालभाजपा हिन्दुओ को छलना बंद करेअमर नाथ श्राइन बोर्ड से संबंधित जमीन विवाद को लेकर भाजपा के साथ अपने आप को हिन्दुओ के मसीहा समझने की जुर्रत करने वाले तथाकथित संगठन एक बार फिर हिन्दुओ की भावनाओ के साथ खिलवाड कर राजनैतिक वैतरणी पार करने की फिराक मे दम मारते दिख रहे है । प्रश्न यह उठता है कि कुछ वर्ष पुर्व जब जम्मु काश्मीर मे भाजपा के साथी नेशनल कांफ्रेस की सरकार थी तब श्राइन बोर्ड को जमीन देने की बात उन्होने सोची क्यों नही ? छ. ग. राज्य मे हज हाउस की जमीन का विवाद चल रहा है, राज्य की भाजपा सरकार चुप क्यों है? जमीन विवाद के पश्चात हुये दंगो मे देश भर मे हुई हत्या, लुट और संपंति के नुकसान के लिये कौन जिम्मेदार है? क्या भाजपा का एक मात्र उद्देश्य धार्मिक भावनाओं को भडका कर सत्ता प्राप्त करना है? मै भी पहले एक हिन्दु हुं फिर किसी पार्टी का सद्स्य, क्या कोई मेरी भगवान राम या देवी देवताओ के प्रति श्रद्दा पर अंगुली उठा सकता है? मै भी पुजा पाठ पर विश्वास करता हुं, और शायद भाजपा के एक कार्यकर्ता से ज्यादा ही मंदिर जाकर पुजा अर्चना करता हुं. भाजपा ने अपने जन्म से आज तक हिन्दु हित मे ऎसा कौन सा एक भी कार्य किया है जिससे एक हिन्दु उस पर विश्वास करे। भाजपा भगवान राम को अपना ब्रांड अम्बेसडर जैसा मान कर चल रहे है और इसकी जितनी निंदा की जाये कम है । एक बात और जो हमेशा देखने मिलती है कि श्राइन बोर्ड या गोधरा जैसे किसी भी मुद्दे पर भाजपा एक समय विशेष तक तो विहिप, बजरंग दल जैसे संगठनो के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलती है, सुर से सुर मिलाती रहती है, आंदोलन इत्यादि करती दिखती है, पर जैसे ही दुष्परिणाम दंगो, लुट पाट के रुप मे शुरु होते है भाजपा राग बदल देती है अपने आप को अलग दिखाने के लिये तरह तरह के बयान इनके बडे नेताओ के आने लगते है जिसमे प्रमुखता के साथ यह बताने का प्रयास किया जाता कि हमने ऎसा नही किया। इतिहास मे ऎसे उदाहरण भरे पडे है, पर आज आम हिन्दु जाग गया है, इनके छलावे मे वो आने वाला नही है, भारत का विकास करना है तो सब को साथ लेकर चलना होगा। धर्म संप्रदाय को आपस मे लडाने का हर्ष हमने विभाजन के रुप मे झेला है और भारत मे ये काम अंग्रेजो के पश्चात कोई कर रहा है तो वो भाजपा है?पर १२:०९ प्म ० टिप्पणियाँमनोज कंडोई मनोज कंदोईमहंगाई, कांग्रेस और बदलावभारत मे बढती महंगाई के लिये विपक्षी दल के साथ वाम दल युपीए को जिम्मेदार ठहरा ने की अपनी परंपरा का निर्वहन कर रहे है और विपक्ष की भुमिका मे रहने वाली कोई भी पार्टी यही करती भी। सब जानते है कि महंगाई पर लगाम कसना इतना आसान काम नही रह गया है फिर चाहे कोई भी पार्टी सत्ता मे रहे, फिर भी प्रधानमंत्री जी एंव वित्तमंत्री जी पर सभी को विश्वास है कि महंगाई जिसने पिछले तेरह वर्ष का रिकार्ड तोड दिया है नियंत्रित होगी परन्तु कदम क्या उठाये जा रहे है इस पर बहुत कुछ निर्भर करेगा और एक बात तो सत्य है बढती महंगाई का नुकसान कांग्रेस पार्टी को आगमी चुनावो मे उठाना पड सकता है इस नुकसान की भरपाई कैसे हो यह एक चिंतनीय विषय है। यहा पर प्रश्नन यह उठता है कि क्या महंगाई से या अन्य किसी आफत से जनता को उबारने का जिम्मा केवल एक ही सरकार का है? क्या राज्य सरकारो का कोई उत्तरदायित्व नही बनता? क्या सरकार के कार्यो का उद्देश्य लाभ हानि आधारित हो गया है? अगर ऎसा है तो जनता भगवान भरोसे ही है, यहा मै केवल एक दल विशेष की बात नही करना चाहता सभी दलो को वर्तमान परिस्तिथियो मे पार्टी हित और वोट बैंक की राजनीति को किनारे रखकर कुछ ठोस कदम उठाने होंगे.। केन्द्र सरकार ने पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की कीमतों मे जो बढोतरी की उससे उन राज्य सरकारो के खजानो मे सैकडो करोड रुपये की बढोतरी होगी जिन्होने अपने राज्य मे टैक्स की दरो मे कमी नही की, क्या इस बढोतरी का लाभ राज्य की जनता को मिल पायेगा शायद मिले भी पर भ्रष्टाचार के पैरो मे कुछ हिस्सा चढने के पश्चात। कांग्रेस को भी वर्तमान परिस्थिती से कुछ सीखना होगा, कांग्रेस मे युवा वर्ग का एक तबका ऎसा भी है जो शैक्षणिक योग्यता से लैस है, सुचना और संचार के माध्यमों का उचित उपयोग करना जानता है, उसे इतिहास से अनुभव ग्रहण करने मे जिसे कोई संकोच नही होता, वह बुजुर्गों के प्रति आदर का भाव रखता है, ऎसे तबके के लोगो को अब आगे आना चाहिये। राष्ट्र के युवा नेता राहुल गांधी जी के साथ मिलकर इस देश को तरक्की की नई राह मे ले जाने के लिये बिना समय गवाएं कुछ कर गुजरना चाहिये। मिडिया हमारी आलोचना करता है कि कांग्रेसी अपने नेताओ की चापलुसी करने की सारी सीमाएं लांघ जाते है, मै मिडिया की इस बात से सहमत जरुर हुं पर कांग्रेस मे अपने अनुभव के आधार पर कह सकता हुं की प्रत्येक कांग्रेसी कार्यकर्ता ऎसा नही है, चंद लोगो की वजह से यह कह देना की स्भी कांग्रेसी ऎसे ही है उचित नही होगा, वास्तव मे आज वही बिकता है जो दिखता है और कांग्रेस मे जिस तबके की मै बात कर रहा हुं वो दिखता नही है, उसे कोई देखना भी नही चाहता कांग्रेस भवन मे मैने कई मीडिया कर्मियो को ऎसी बाते कहते हुये सुना है जिसमे की वे ऎसी टिप्पणी करवाने का प्रयास करते है जिससे की कुछ धमाकेदार खबर बन सके। गुटबाजी और अनुशासन हीनता किस पार्टी मे नही है? क्या कोई भी पार्टी अपने यहा इनसे इंकार कर सकती है? फिर क्या बात है कि कांग्रेस के विषय मे ये मीडिया की पसंदीदा बिषय होते है? इसके लिये मै मिडिया को कतई जिम्मेदार नही मानता, दरअसल आफ द रिकार्ड ब्रीफिंग मे हमारे कांग्रेस के निचले स्तर के नेता शायद बहुत आगे है अपने से जुडी खबरो को छपवाने के लिये ये आधी आधी रात तक अखबार के द्फ्तरो के चक्कर लगाते, विनय अनुवय करते देखे जा सकते है। कुछ चेहरे तो लोकल न्युज चेनलो के समाचारो मे रोजना देखे जा सकते है, बडे नेताओ की बाइट के दौरान अपना चेहरा कैमेरे मे लाने के लिये काफी मशकत्त करते भी इन्हे देखा जा सकता है। मीडिया फीवर होना अच्छी बात है पर अगर यह फीवर मलेरिया का रुप ले ले तो खतरनाक भी हो सकता है ये ऎसे लोगो को समझना चाहिये।मीसा बंदियों को पेंशन शहर कांग्रेस का विरोधशहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मनोज कंदोई ने राज्य सरकार के मीसा बंदियों को पेंशन देने के निर्णय को निंदनीय और इतिहास बदलने का प्रयास बताया है श्री कंदोई के अनुसार आपातकाल के दौरान जो लोग जेल गये वे अब अपने आप को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के समकक्ष समझने की जुर्रत कर रहे है, जबकि १८५७ से १९४७ तक के स्वतंत्रता के आंदोलन मे इनका तिल मात्र का भी योग दान नही था. आर.एस.एस और उसके सहयोगी संगठन इस बात को अच्छी तरह से जानते है और इसिलिये वे उन राज्य मे जहा भाजपा की सरकार है इतिहास बदलने का कुत्सित प्रयास कर रहे है। जो लोग इंदिरा जी के आपातकाल के निर्णय को इतिहास के काले अध्याय की तरह समझते है उन्हे गंभीरता से विचार करना चाहिये। महामंत्री कंदोई के अनुसार कुछ एक वर्ष पुर्व ही राष्ट्रीय स्तर की पत्रिका ने एक सर्वेक्षण कराया था जिसमे वर्तमान परिस्थितियो मे समस्याओ को हल करने मे सबसे सक्षम कौन होता? विषय पर एक सर्वेक्षण था, लगभग और सर्वाधिक ४१% लोगो ने इंदिरा जी को सबसे काबिल बताया। भाजपा वाले तर्क देते है कि आपातकाल के बाद कांग्रेस को जनता ने सत्ता से बाहर करके इस निर्णय को गलत साबित कर दिया था पर वे भुल जाते है कि बाद के वर्षो मे हुये चुनाव मे सत्ता फिर से इंदिरा जी के हाथो मे सौप कर उसी जनता ने अपना विश्वास भी जाहिर किया।कंदोई राज्य सरकार के इस निर्णय से उन लोगो को फायदा अवश्य होगा जिनका इस देश की उन्नति, स्वतंत्रता और प्रगति मे कोई योगदान नही रहा और भार उन लोगो, उस आम जनता पर पडेगा जो पसीने कमाई से विकास के लिये टैक्स देते है। अंत मे यही कहा जा सकता है कि भाजपा १८५७ की क्रांति को तो याद करती है पर स्वतंत्रता आदोलन मे गांधी जी के पदार्पण के बाद के समय को वो भुलना चाहती है और स्वतंत्रता संग्राम सेनानीयो के समकक्ष एक संगठन मीसा बंदियो के नाम पर खडा करना चाहती है जो शायद केन्द्र मे एनडीए की सरकार रहते वो नही कर पाई। महामंत्री कंदॊई के अनुसार जैसे की परंपरा बन गयी है मीसा बंदी अब रमन सिंह का भव्य सम्मान समारोह राजधानी मे आयोजित करेंगें और फिर शुरु होगा इतिहास को नये तरीके से लिखने का एक और खेल। शहर कांग्रेस इस निर्णय का हर स्तर पर विरोध करेगी और अपने आला नेताओ से निवेदन करेगी की इस बात को चुनाव घोषणा पत्र मे शामिल करे की जनता पर अतिरिक्त भार डालने वाले इस निर्णय को कांग्रेस की सरकार आने पर बदल देगी।पर १:३९ प्म १ टिप्पणियाँशहर कांग्रेस कमेटी, रायपुर छत्तीसगढ आपका हार्दिक अभिनंदन करती है |
गैंगवार में मारी गई है बदमाश को गोली: कोचिंग परिसर में गोलीबारी समेत कई मामलों का आरोपी है नीलेश - मधेपुरतिमेशोमे / मधेपुरा / गैंगवार में मारी गई है बदमाश को गोली: कोचिंग परिसर में गोलीबारी समेत कई मामलों का आरोपी है नीलेशमधेपुरा सदर थाना क्षेत्र के सहुगढ़ पथराहा सीमा टोला के महेशपुर टोला के पास सोमवार की शाम को शाम अज्ञात बदमाश ने कई मामले के आरोपी एक युवक को गोलीमार कर घायल कर दिया ।घायल की गंभीर स्थिति देखकर चिकित्सक ने हाई सेन्टर रैफर कर दिया है। पुलिस घटना को गैंगवार मान रही है ।घटना के सम्बन्ध में पुलिस ने बताया कि शाम पांच बजे के आसपास पुलिस को सूचना मिली की सहुगढ़ पथराव सीमा टोला के पास एक कार पर सवार बदमाश ने कार से एक युवक को उतार हत्या की नीयत से गोली मार दी और कार लेकर फरार हो गया । सूचना मिलते घटना स्थल पर कमांडो दस्ता पहुंचकर युवक को कब्जे मे लेकर ईलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया । अस्पताल में चिकित्सक ने स्थिति गंभीर देखकर कर प्रारम्भिक इलाज के बाद हाई सेन्टर रेफर कर दिया है।कमांडो हेड विपिन ने बताया कि घायल युवक की पहचान सहरसा जिले के सौर बाजार थाना क्षेत्र के कुख्यात बदमाश नीलेश के रूप में हुई है । घायल युवक कई मामले का आरोपी है । नीलेश पर गोलीबारी की घटना प्रथम दृष्टया उनके साथी ने ही अंजाम दिया है और घटना गैंगवार में हुई है । पता चला है कि एक कार से नीलेश आपने साथी के साथ जा रहा था कि महेशपुर टोला के पास सुनसान जगह पाकर नीलेश को कार से उतार गोली मारी गई. बदमाश ने नीलेश को तीन गोलीमारी जिसमें एक गोली उनके मुंह में लगी है, बदमाश नीलेश मौत पर आश्वस्त होने पर छोड़ कर भाग निकले।थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि नीलेश कई मामले का आरोपी था. कोचिंग संचालक पर रंगदारी के लिए गोली चलाया था। घटना गैंगवार में हुई है । घटना को अंजाम देने वाले की तलाश की जा रही है।कोचिंग परिसर में गोलीबारी समेत कई मामलों का आरोपी है नीलेशआरोप है कि नीलेश ने लगभग आठ महीने पूर्व शहर वार्ड नंबर २/३ मे एक कोचिंग संचालक से रंगदारी की मांग किया लेकिन कोचिंग संचालक ने रंगदारी नही दी तो एक नीलेश ने दिन दिनदहाड़े कोचिंग परिसर में ताबड़तोड़ गोलीबारी कर हड़कंप मचा दिया. घटना कोचिंग संचालक के शिकायत पर सदर थाना मे मामला दर्ज किया । घटना को एसपी ने गंभीरता से लेते हुए नीलेश की गिरफ्तारी कि जिम्मेदारी कमांडो हेड विपिन को दी. कमांडो दस्ता ने काफी मशक्कत के बाद नीलेश को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया लेकिन अचानक नीलेश फिर उस समय चर्चा मे आ गया कि जब नीलेश को थाना हाजत से न्यायालय ले जाने के क्रम में चौकीदार को चकमा देकर फरार हो गया । पुलिस ने नीलेश के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया । फिर पुलिस ने नीलेश की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित किया और टीम ने मधेपुरा और सहरसा के सभी संभावित ठिकाने पर छापामारी की, लेकिन नीलेश पकड़ में नहीं आया लेकिन घटना के चार माह बाद कमांडो विपिन ने फिर फरार नीलेश को गिरफ्तार किया।सूत्र की माने तो नीलेश दो माह पूर्व जेल से जमानत पर छूटा है ।गैंगवार में मारी गई है बदमाश को गोली: कोचिंग परिसर में गोलीबारी समेत कई मामलों का आरोपी है नीलेश रेवीव्द बाय मधेपुरा टाइम्स ऑन फेब्रुवारी १०, २0२0 रेटिंग: ५ |
हर राज्य में जीत के साथ कांग्रेस करेगी महागठबंधन: पी चिदंबरम - जनसम्पर्कलाइफ२०१४ के लोकसभा चुनाव के बाद लगातार कमजोर हुई कांग्रेस २०१९ में क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन के सहारे वापसी की तैयारी में है। कर्नाटक में जेडीएस के साथ सरकार बनाने और बीजेपी को सत्ता से दूर रखने में कांग्रेस कामयाब हुई को यह फॉर्म्युला जंच गया है। इसी मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि कांग्रेस राज्यवार गठबंधन करेगी और अगर जीत मिली तो यह जीत महागठबंधन की जीत होगी।मध्य प्रदेश के इंदौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए चिदंबरम ने कहा, हमें राज्यवार गठबंधन की उम्मीद है और अगर यह गठबंधन हर राज्य में जीतता है तो यह महागठबंधन की जीत होगी। हमें पूरी उम्मीद है कि हम हर राज्य में गठबंधन बनाने में कामयाब होंगे।गौरतलब है कि २०१९ में मोदी को घेरने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व में गोलबंदी हो रही है। जम्मू-कश्मीर से नैशनल कॉन्फ्रेंस, महाराष्ट्र में एनसीपी, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में टीडीपी, उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी, बिहार में आरजेडी, तमिलनाडु में डीएमके, पश्चिम बंगाल में टीएमसी, कर्नाटक में जेडीएस और कई अन्य क्षेत्रीय पार्टियां २०१९ में कांग्रेस से गठबंधन करने और उसका सहयोग करने पर विचार कर रही हैं।इन दिनों टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को गोलबंद करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। वह लगभग सभी बड़ी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात करके उनका मन टटोलने की कोशिशों में लगे हुए हैं। चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में जानकारी दी थी कि बीजेपी विरोधी दलों ने कॉमन प्लैटफॉर्म तैयार करने और आगे के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए दिल्ली में २२ नवंबर को मीटिंग करने का फैसला किया है।नायडू ने कहा था, यह विस्तृत रूप से एक बीजेपी विरोधी प्लैटफॉर्म है। यह देश के हित में उठाया गया कदम है। सेव डिमॉक्रेसी, सेव नेशन, सेव इंस्टिट्यूशन ही हमारा अजेंडा है। यही इस समय देश का अजेंडा है। नायडू ने हाल ही में पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और डीएमके के अध्यक्ष एमके स्टालिन से भी मुलाकात की थी, ताकि वह बीजेपी के खिलाफ क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट कर सकें।सत्ता में आई कांग्रेस तो नहीं लगने देगी मध्यप्रदेश में आरएसएस की शाखा |
भाजपा का बयान: कहा- अनुच्छेद ३७० संविधान का अहम अंग, कोई पवित्र गाय नहीं जिसे छू नहीं सकते...पोस्टेड बाय: सोमाली कोई पवित्र गाय नहीं जिसे छू नहीं सकते..., भाजपा का बयान: कहा- अनुच्छेद ३७० संविधान का अहम अंगभारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ति के कश्मीर के विशेष दर्जे और तिरंगे पर की गई टिप्पणी पर जवाब दिया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र गुप्ता ने जम्मू में कहा कि हम महबूबा के बयान से हैरान हैं, अनुच्छेद ३७० भारतीय संविधान का अंग है।उन्होंने कहा कि अनुच्छेद ३५ ए और अनुच्छेद ३७० कोई पवित्र गाय नहीं हैं जिन्हें छुआ नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा पीडीपी के साथ हुए समझौते के तहत राज्य की मौजूदा संवैधानित स्थिति में बदलाव की मांग नहीं करता लेकिन अनुच्छेद ३५-राज्य के लिए हानिकारक है।गुप्ता ने कहा कि राज्य के सामने सबसे बड़ी चिंता कश्मीरी संस्कृति के सूफी मूल्यों की रक्षा करना है, जिस पर घाटी में अलगाववादी और इस्लामिक कट्टरपंथी हमला कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार को मानवीय मूल्यों और पहचान की रक्षा करनी चाहिए।गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को तिरंगे को लेकर विवादित बयान दिया था। मुफ्ती ने कहा कि अगर कश्मीर में धारा ३७० के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ की गई तो कश्मीर में तिरंगा को पकड़ने के लिए एक भी नागरिक नहीं मिलेंगे।ऑगस्ट २८, २०१७ पूनम राजपूत कम्मंट ऑफ ऑन जम्मू में मेट्रो ट्रेन सेवा शुरु करने की पूरी तैयारी, २०१८ से शुरू होगा निर्माण कार्यसिप्तंबर २७, २०१७ सोमाली कम्मंट ऑफ ऑन पाक की ओर से लोक पर फायरिंग लगातार जारी, भारत ने भी दिया करारा जवाब |
थाईलैंड - सकल स्थायी पूंजी निर्माणवर्तमान मूल्यों, ऐतिहासिक डेटा, पूर्वानुमान, आंकड़े, चार्ट और आर्थिक कैलेंडर - थाईलैंड - सकल स्थायी पूंजी निर्माण.<इफ्रामें श्र्च=' हाइट='३००' विडथ='६००' फ्रामेबोर्डर='०' स्क्रॉलिंग='नो'></इफ्रामें><ब्र />सोर्स: <आ ह्रेफ=' घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर -२.२० -०.२० ९.4० -६.3० प्रतिशत [+]सकल घरेलू उत्पाद की वार्षिक वृद्धि दर -१.8० १.5० १5.5० -१२.5० प्रतिशत [+]सकल घरेलू उत्पाद 5२०.०० 5०4.९९ 5२०.०० २.7६ डालर - अरब [+]सकल घरेलू उत्पाद स्थिर मूल्यों पर २६73९०६.०० २734१8६.०० २73९4१६.०० १०43९4०.०० हिस्ट्री - लाख [+]सकल राष्ट्रीय उत्पाद २85०६११.०० २8६755६.०० २8६755६.०० १०4२7२5.०० हिस्ट्री - अरब [+]सकल स्थायी पूंजी निर्माण ६१०758.०० ६53२००.०० 7१3853.०० २58६०९.०० हिस्ट्री - लाख [+]कृषि से सकल घरेलू उत्पाद १74००९.०० २०२58९.०० 533०55.०० ६8२६१.०० हिस्ट्री - लाख [+]निर्माण से सकल घरेलू उत्पाद 7०55६.०० ६१२२8.०० १०3६९3.०० 3६६१९.०० हिस्ट्री - लाख [+]विनिर्माण से सकल घरेलू उत्पाद 734९९5.०० 7२88९०.०० 75555२.०० २६7९37.०० हिस्ट्री - लाख [+]खनन से सकल घरेलू उत्पाद 578९०.०० 5९43०.०० ६38०६.०० २००६3.०० हिस्ट्री - लाख [+]लोक प्रशासन से सकल घरेलू उत्पाद १3२44०.०० १3०4९०.०० १3२44०.०० 4१7६7.०० हिस्ट्री - लाख [+]परिवहन से सकल घरेलू उत्पाद १8६84०.०० १875९१.०० २84०२२.०० ५७३७३.०० हिस्ट्री - लाख [+]उपयोगिताओं से सकल घरेलू उत्पाद 8१०६5.०० ६774२.०० ९१8२3.०० २२477.०० हिस्ट्री - लाख [+] |
यशवंत सिन्हा एंड अरुण शौरी क्वेस्ट्न्स ऑन फंक्शनिंग ऑफ थे मोदी कैबिनेट - मोदी सरकार पर यशवंत सिन्हा का हमला, कहा- राजनाथ, सुषमा और निर्मला सीतारमण को कुछ नहीं पता होता - जनसत्तावीडियो: क्या आपसे सब डरते हैं? अमित शाह ने दिया ये जवाबमोदी सरकार पर यशवंत सिन्हा का हमला, कहा- राजनाथ, सुषमा और निर्मला सीतारमण को कुछ नहीं पता होतासिन्हा ने कहा कि कैबिनेट में दूसरे नंबर के मंत्री, गृह मंत्री राजनाथ सिंह को जम्मू कश्मीर में गठबंधन तोड़ने के बीजेपी के फैसले की जानकारी नहीं थी, उन्हें भी इस कदम को लेकर अंधेरे में रखा गया था।जनसत्ता ऑनलाइन ऑगस्ट ११, २०१८ २:१४ प्मपूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी (फोटो सोर्स- पीटीआई)राफेल डील पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलने के बाद अब पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कैबिनेट को लेकर सवाल खड़े किए हैं। शुक्रवार को सिन्हा ने मुंबई में आयोजित राष्ट्र मंच कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश के सभी मंत्रालय प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के द्वारा चलाए जा रहे हैं और मोदी के मंत्रियों के पास कुछ काम नहीं है।सिन्हा ने कहा, सभी मंत्रालय प्रधानमंत्री कार्यालय से चल रहे हैं। मंत्रियों के पास कोई काम नहीं है। अगर कोई मंत्री यह कह रहा है कि वह बिजी है, तो वह झूठ बोल रहा है। यह केवल मोदी सरकार का मामला नहीं है, बल्कि यह सरकार चलाने का प्रसिद्ध गुजरात मॉडल है। इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण शौरी ने भी शिरकत की थी। शौरी ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार केवल दो लोगों की सरकार है, एक तो मोदी खुद और दूसरा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई भी सीधे तौर पर शाह को रिपोर्ट करता है।इसके साथ ही यशवंत सिन्हा ने यह विवादित राफेल डील पर भी मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि बोफोर्स घोटाला ६४ करोड़ रुपए का था, लेकन राफेल डील घोटाला ३५००० करोड़ रुपए का है। इसके अलावा सिन्हा ने कहा कि कैबिनेट में दूसरे नंबर के मंत्री, गृह मंत्री राजनाथ सिंह को जम्मू कश्मीर में गठबंधन तोड़ने के बीजेपी के फैसले की जानकारी नहीं थी, उन्हें भी इस कदम को लेकर अंधेरे में रखा गया था। इसके साथ ही यशवंत सिन्हा ने यह भी कहा कि राजनाथ सिंह को नागा पीस एकॉर्ड २015 के बारे में भी जानकारी नहीं थी।सिन्हा ने आगे कहा, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को फॉरेन पॉलिसी के मामलों में लूप में नहीं रखा जाता। वह अब ट्विटर मंत्री बन चुकी हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली को नोटबंदी का कोई आइडिया नहीं था। जब राफेल डील हुई उस वक्त रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को भी कोई जानकारी नहीं थी। शौरी ने कहा कि विपक्षी दलों को २019 के चुनाव के लिए एक होना ही होगा।राफेल डील पर यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी का आरोप- मोदी सरकार ने किया बड़ा घोटाला, देश की सुरक्षा से खेलाहैप्पी दशहरा २०१८ विशेज इमेगाज, मेस्जेज, स्म्स, शायरी: दशहरा पर दोस्तों को स्पेशल तरीके से दें शुभकामनाएं, भेजें ये स्पेशल स्टेटस-शायरी |
छत्तीसगढ़ में जितना भी विकास हुआ है, वो बीजेपी सरकार ने ही किया है : पीएम मोदी | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १छत्तीसगढ़ में जितना भी विकास हुआ है, वो बीजेपी सरकार ने ही किया है : पीएम मोदीनोव ०९ २०१8 ०३:२० प्मरायपुर. देश में इस वक्त चुनावों का माहौल बना हुआ है और देश के पांच राज्यों में चुनाव बहुत नजदीक आ चुके है. इन राज्यों में से एक राज्य छत्तीसगढ़ भी है जहाँ पर आगामी १2 नवम्बर को चुनाव होने जा रहे है. इन चुनावों में इस बार भी ब्जप की जीत को पक्का करने के लिए पीएम मोदी आज अपने छत्तीसगढ़ दौरे पर गए हुए है जहाँ वे एक चुनावी सभा को आयोजित कर रहे है.इस दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से अलग होने के बाद गलत हाथों में चला गया था. लेकिन यहाँ के आदिवासी भाई बहन समझदार थे और उन्होंने राज्य को बीजेपी के हाथों में सौंप दिया और तब से लेकर अब तक हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हुई है और राज्य में विकास की योजनाओं पर लगातार काम कर रही है.ख़बरें और भी .हमारा एक ही लक्ष्य, आने वाली पीढ़ियां कभी भी गरीबी का मुंह न देखें : पीएम मोदीराजस्थान चुनाव: मायावती ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी सूची, ६ बड़े नाम हुए शामिलतेलंगाना चुनाव: बीजेपी नेता ने किया ऐलान, अगर पार्टी सत्ता में आई तो बदल देंगे हैदराबाद का नामप्म मोदी एक्क्युसेड कांग्रेसड्रग्स के बाद अब पंजाब के युवा हो रहे है इस खतरनाक बीमारी का शिकारमाता-पिता के झगड़े से तंग बच्चे ने की राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की गुहारमुंबई डोंगरी हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ कर हुई १3धर्म विशेष के खिलाफ विवादित पोस्ट करने वाली छात्रा को मिली सशर्त जमानत, करना होगा ये कामजम्मू प्रशासन ने भिखारियों पर कसा शिकंजा, जारी किया ये आदेशभारत को एकजुट करने वाली भाषा संस्कृत, सरकार से बढ़ावा देने की मांग |
२ दिन में ही भारत ने अफगानिस्तान को दी शिकस्त, एक पारी और २6२ रनों से हराया२ दिन में ही भारत ने अफगानिस्तान को दी शिकस्त, एक पारी और २6२ रनों से हरायाबाय विशाल भगत जून १५, २0१8 १७:५१ प्म१५ जून। अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच में अफगानिस्तान को भारत के हाथों पारी और २6२ रनों से हार मिली है। अफगानिस्तान की टीम दो दिन से ज्यादा खेल के सबसे लंबे प्रारूप में टिक नहीं सकी और दूसरे दिन शुक्रवार को ही अपनी दोनों पारियों में ऑल आउट हो गई।भारत ने पहली पारी में शिखर धवन (१०७), मुरली विजय (१०५), हार्दिक पांड्या (७१) और लोकेश राहुल (५४) की बेहतरीन पारियों के दम पर ४७४ रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था।अफगानिस्तान को दूसरे दिन के दूसरे सत्र में अपनी पहली पारी खेलने का मौका मिला, जिसमें वह २7.५ ओवरों में महज १०९ रनों पर ढेर हो गई। भारत ने पहली पारी के आधार पर ३६५ रनों की बढ़त ले ली थी और मेहमान टीम को फॉलोऑन के लिए आमंत्रित किया।दूसरी पारी खेलने उतरी अफगानिस्तान के बल्लेबाज एक बार फिर टेस्ट की नंबर-१ टीम भारत के गेंदबाजों के सामने ३८.४ ओवरों में १03 रनों पर ही ढेर हो गए और इस तरह अफगानिस्तान को अपने पदार्पण टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा।यह भारत की टेस्ट में दो दिनों में ही मिली पहली जीत है। इससे पहले भारत ने कभी भी टेस्ट में दो दिनों में जीत हासिल नहीं की थी।दूसरी पारी में अफगानिस्तान के लिए हसमातुल्लाह ने सबसे ज्यादा ३६ रन बनाए। वह ८८ गेंदों में छह चौके लगाकर नाबाद लौटे। कप्तान असगर स्टानिकजई ने २५ रन बनाए।दूसरी पारी में भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने चार विकेट लिए। उमेश यादव को तीन और ईशांत शर्मा को दो सफलता मिली। रविचंद्रन अश्विन के हिस्से एक विकेट आया।टैग्स भारत बनाम अफगानिस्तानअफगानिस्तान पर मिली महाजीत पर भारतीय कप्तान अंजिक्य रहाणे नेभारत की अफगानिस्तान पर शानदार जीत, टेस्ट क्रिकेट के इतिहासमैच के बाद रहाणे ने अफगानिस्तान टीम के साथ ऐसाभारत ने टेस्ट क्रिकेट में रचा इतिहास, साल १896 केविडियो जब दिनेश कार्तिक मैच के दौरान बन गए 'धोनी९० क्ग के मोहम्मद शहजाद हुए रन आउट, क्रिकेट फैन्स |
मार्च ६त, 201६जैसा कि हम एक साथ हमारे साप्ताहिक यात्रा पर जारी रखते हैं, हम अपने जीवन में प्रमुख मील के पत्थर के रूप में आते हैं। इस हफ्ते डेविड इयान कोवान ने हमें प्रोत्साहित किया नाटक समाप्त करना (जीवन है लेकिन एक ड्रीम) सारा वर्कास ने अपने मार्च ओवरव्यू में कहा है कि हम अब हैं खुद को पुनः परिभाषित करना (हम मान्यता से परे बदल गए हैं)। उस बदलाव का हिस्सा, एलन कोहेन शेयरों के रूप में, खोजना है अपराधी की जेल से बचने के लिए सात दरवाजेऔर निश्चित रूप से जीवन में किसी भी चौराहे पर, जैसा कि जॉइस विस्सेल हमें याद दिलाता है, हम अच्छी तरह से सेवा करते हैं सहायता के लिए हमारी उच्च शक्ति से पूछें (सभी स्थितियों में) और जब कमजोर क्षण हड़ताल करते हैं, आपके खाद्य पदार्थों के सुराग का पता लगाना आपकी ज़िंदगी के सशक्त पक्ष को पार करने में आपकी सहायता करेगाआपके पढ़ने की खुशी (और प्रवर्तन) के लिए हमारे पास विभिन्न विषयों पर भी कई अतिरिक्त लेख हैं। (लेखों की सूची देखने के लिए नीचे स्क्रॉल करें।)जो कुछ भी तुम्हारे दिल की इच्छा है, जो भी आप अपनी आत्मा को फुसफुसाते हैं, आप कर सकते हैं! एक गहरी साँस लो, और एक कदम आगे (और फिर एक और) ले लो ... और मुस्कान! लेख यहां पढ़ें: खुद को फिर से परिभाषित करना: हम मान्यता से परे बदल गए हैंलेख यहां पढ़ें: सभी स्थितियों में मदद के लिए हमारी उच्च शक्ति पूछनाअपराधी की जेल से बचने के लिए सात दरवाजेलगभग हर धर्म, परिवार और विश्वास प्रणाली अपने अनुयायियों को लाइन में रखने के लिए दोषी ठहराते हैं। फिर भी अपराध की जेल से बचने के कई तरीके हैं। यहाँ शीर्ष सात, व्यावहारिक अनुप्रयोगों के साथ मुक्त हो गए हैं।लेख यहां पढ़ें: अपराधी की जेल से बचने के लिए सात दरवाजेडेविड इयान कोवन द्वारा लिखितलेख यहां पढ़ें: ड्रामा समाप्त: जीवन लेकिन एक सपना हैलेख यहां पढ़ें: आपके खाद्य पदार्थों के सुराग का पता लगाना* मस्तिष्क में लिंग के अंतर के लिए शुरुआत की मार्गदर्शिका* बेहतर जल का प्रयोग वैश्विक खाद्य गैप कट सकते हैं* काउंटर वजन-हानि की खुराक पर काम करते हैं?* क्या हम वास्तव में हमारे शरीर की जरूरत है कि भोजन की लालसा करते हैं?* चॉकलेट खाने आपका मस्तिष्क समारोह में सुधार करता है?* लिंग तरलता महान है - लेकिन सिर्फ अगर आप प्रसिद्ध हो* कैसे ईमेल बच गया और कामयाब करने के लिए जारी किया गया है* कितना पृथ्वी के प्राकृतिक राजधानी वास्तव में मूल्य है* कैसे नहीं मतदान एक राष्ट्रपति के लिए आप के साथ सहमत नहीं हवा के लिए* परमाणु ऊर्जा क्या हमारी ऊर्जा भविष्य या डायनासोर की मौत सर्पिल है?* क्या यह स्थापना का अंत है?* न्यू ऐप न्यूरोलॉजिकल स्थितियों से लोगों को मदद करता है भाषण का अभ्यास करें* ओमेगा ३स कम हो सकती है मोटापे से ग्रस्त महिलाओं के लिए स्तन कैंसर के खतरे* उनके नब्बे के दशक में लोगों को अच्छी तरह उम्र बढ़ने के रहस्यों को उजागर* शोधकर्ताओं ने क्यों सेक्स विकसित के रहस्य पर में बंद* बच्चों और किशोरों के वजन उठाने चाहिए?* छह जलते सवालों के लिए जलवायु विज्ञान जवाब देने के लिए* पार्किंसंस के साथ का निदान होने का जीवन बदलने पल* मीठे पानी की दुनिया का सबसे बड़ा स्रोत अपने पैरों के नीचे है* विचार करने पर विचार करने के लिए चीजें हमें लाल मांस खाने चाहिए या नहीं* खुश रहने के लिए, किसी को अपनी तरह ढूंढें* ट्रम्प और क्लिंटन ट्राइंफ: ३ विद्वानों प्रतिक्रिया* चौबीस राज्यों ने अभी भी एकान्त कारावास में किशोर अपराधी रखे हैं* यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए आता है, तरह तरह आकर्षित* भावनात्मक अंतरंगता के बारे में बातचीत करने के लिए लड़कों को क्यों चाहिए* क्यों कोरल द्वीप के आकर्षण के केंद्र एक समुद्री रेगिस्तान में मौजूद* क्यों अमेरिका भारत के महत्वाकांक्षी सौर ऊर्जा योजना बाधा डाल रही है?* हम कुछ पक्षी क्यों नफरत करते हैं और यह हमारी गलती क्यों हो सकती है* कृत्रिम प्रकाश की आयु में हमें अंधेपन की आवश्यकता क्यों है* क्यों हम अपने खुद के रक्तचाप को मापने चाहिए* आपका आदर्श शरीर, और आप इसे क्यों चाहते हैंआप यहाँ हैं: होम > ये वो > समाचारपत्रिकाएँ > इनर्सल्फ न्यूज़लैटर: अप्रैल 1६त, २०१७ है |
इधर यूपी के नए कम कानून व्यवस्था को बता रहे थे प्राथमिकता, उधर ब्सप नेता का हो गया मर्डर पत्रिका हिन्दीइधर यूपी के नए कम कानून व्यवस्था को बता रहे थे प्राथमिकता, उधर ब्सप नेता का हो गया मर्डरपबलिश: मार, २० २०17 ०९:३४:०० (इस्ट)मो. शमी चार बार समाजवादी पार्टी से मऊआइमा से ब्लॉक प्रमुख रहे थे। समी को सबसे ज्यादा सुर्खियां उस वख्त मिली जब मो. समी ने कुंडा के विधायक राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ा।पूर्व ब्लाक प्रमुख मऊआईमा मो. शमी की हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। रविवार देर रात उनके घर के पास उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने उनके शरीर में ५ गोलियां मारी जिसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई और बदमाश भाग निकले।घटना से मऊआईमा इलाके में सनसनी फैल गई। लोगों की भारी भीड़ और आक्रोश को देखते हुए सीओ सोरांव आलोक मिश्रा भी भारी पुलिस फ़ोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। इलाके में तनाव बना हुआ है।बताया जा रहा है की मोहम्मद शमी दुबही गांव के निवासी थे। गांव के अलावा थाना पड़ाव के पास पेट्रोल पंप के बगल उनका एक कार्यालय था। रविवार देर शाम अपने किसी मित्र के साथ थोड़ी दूर पर स्थित ढाबे पर खाना खाया और उनके मित्र ने उनको उनके कार्यालय के गेट के पास छोड़ कर चले गए। जिसके बाद कार्यालय के गेट के अंदर घुसते समय घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर डाली।एक गोली सर में और ४ पेट और सीने में लगने के कारण वह लहूलुहान होकर वही जमीन पर गिर गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद हमलावर घर की दीवार फांदकर पीछे की ओर रेलवे लाइन की तरफ भाग निकले।लोगों ने बताया कि हमलावर दो की संख्या में थे। फायरिंग की आवाज सुनने के बाद मौके पर दौड़कर पहुंचे तो देखा कि मोहम्मद शमी की मौत हो चुकी थी।मो. शमी चार बार समाजवादी पार्टी से मऊआइमा से ब्लॉक प्रमुख रहे थे। और समी को सबसे ज्यादा सुर्खियां उस वख्त मिली जब मो. समी ने कुंडा के विधायक राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ा।मो. समी की अपने इलाके में मजबूत पकड़ मानी जाती रही। लम्बे समय से समाजवादी पार्टी में रहे समी ने चुनाव से ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली थी। और उस इनके साथ बड़ी सख्या में लोगो सपा को छोड़ दिया था। मो. समी की हत्या के बाद इलाके में सन्नाटा पसरा है और लोगो में गुस्सा है।हत्या से आक्रोशित पूर्व प्रमुख के समर्थकों ने इलाहाबाद फैजाबाद मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। थाने से महज २०0 मीटर दूरी पर कोई घटना से लोगों में खासी नाराजगी थी।स्थिति गंभीर होते देख इंस्पेक्टर बृजेश कुमार बघेल और सीओ सोरांव आलोक मिश्रा भी थाने की फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। और किसी तरह लोगो को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की बात कही।उत्तर प्रदेश ब्सप लीडर ब्सप लीडर शॉट डैड इलाहाबाद ब्सप लीडर मर्डर योगी आदित्यनाथ उप क्राइम रेट... तो दिनेश शर्मा की सफलता के पीछे छिपा है ये बड़ा राज, भविष्यवाणी हो रही है सच!केशव व दिनेश को मिलेगा नया ऑफिस, योगी ने कार्यालय कक्ष आवंटित करने के दिये आदेश |
एक कोयल घड़ी खुद बनाना एक कोयल का काम है!क्या आपको ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है जब गोलियां कहने के लिए कोयल दीवार की दीवार से बाहर आती है? हाँ! फिर आप जान सकते हैं कि यह अनुभव किसी बच्चे को कैसे लाता है। और न केवल ... घर पर घड़ी का फैसला करना दीवार सजावट या फर्नीचर के चयन के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है - ये सभी तथ्य से जुड़े हैं कि आप अपने घर को एक व्यक्तिगत रूप देना चाहते हैं। हमारे पास एक विचार है कि किस तरह का घड़ी आपके घर में आवश्यक रचनात्मकता प्रदान करेगी!एक कोयल घड़ी खुद बनाएँ - एक कोयल काम!हालांकि, जागरूकता एक शिल्प है जो सीखने और अभ्यास के वर्षों की आवश्यकता है। इसलिए हम सुरागों को छोड़ दें कि कैसे एक सच्चे और लाइव घड़ी का निर्माण किया जाए एक कोयल घड़ी निर्माता चुनना बेहतर है जो आपको मैकनिज्म के साथ एक तैयार घड़ी फ्रेम बेच देगा। तो आपके लिए एकमात्र ऐसा काम है कि अकेले घड़ी बनाएं "डिजाइनर, लेकिन तकनीशियन नहीं" - हमारा मुख्य सलाह है आपके पास पहले से ही कच्ची प्रणाली है, तो आप ज़ कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अपने स्वयं के आभूषणों को लकड़ी के पैनल से मिलान करके उन्हें घड़ी पर गोंद करें। आप घड़ी के सामने के विभिन्न अलंकरण का उपयोग कर सकते हैं। एक सुंदर विचार अपने स्वयं के लकड़ी के सजावटी तत्व या जानवरों के सिलहोएट हैं, जो घड़ी के "सामने वाले यार्ड" में डिज़ाइन किए गए हैं। पक्षी का रनवे भी एक ऐसा तत्व है जो एक अद्वितीय आकार प्राप्त कर सकता है।श्रम कार्यालयोंयदि आप इन नए संरचनाओं को मुश्किल पाते हैं, तो आपके पास दूसरा विकल्प है: आप कुछ सजावट जोड़कर या संशोधित करके एक पुराने कोयल घड़ी को फिर से तैयार कर सकते हैं। पुरानी घड़ी रीफ्रेश करने के लिए आप जो न्यूनतम कर सकते हैं वह एक नई पेंट फ़िनिश का उपयोग करता है।इस लेख में हमने कुछ तस्वीरें तैयार की हैं, जो दिखाती हैं कि एक कोयल घड़ी कैसे बना सकती है शिल्प के साथ गुड लक! और कोयल!परी कथा रूपांकनोंसजावट वाले घरों की तरह कोयल घड़ीलेकिन अगर आप अपने आप को कोयल घड़ी का निर्माण नहीं कर सकते, तो आपको जर्मनी के स्कॉनाक में दुनिया के सबसे बड़े कोयल घड़ी की यात्रा करने का अवसर मिलता है!लकड़ी की दीवार घड़ी शानदार उदाहरण!कॉन्टेंट०.१ प्रदर्शन१ लकड़ी की बनावट की प्राचीन दीवार की घड़ी२ गोले के साथ लकड़ीतितलियों बनाना हम १०० विचारों के साथ मदद करते हैं!कॉन्टेंट०.१ प्रदर्शन१ तितलियों को बनाएं - स्वतंत्रता का प्रतीक२ तितलियों बनाएँ - एक रंगीनएक पेंसिल के साथ आकर्षित करने के लिए सीखना कला को स्वयं बनानाकॉन्टेंट०.१ प्रदर्शन१ पेंसिल के साथ आकर्षित करने के लिए जानें - सार आकार२ एक |
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लिट्टे के अंतिम समुद्री ठिकाने पर सेना का कब्जा (लीड-२) | लिट्टे के अंतिम समुद्री ठिकाने पर सेना का कब्जा (लीड-२) - हिन्दी ओनेइंडियालिट्टे के अंतिम समुद्री ठिकाने पर सेना का कब्जा (लीड-२)| पबलिश्ड: थुरदय, फेब्रुवारी ५, २009, ११:४३ [इस्ट]कोलंबो, ५ फरवरी (आईएएनएस)। श्रीलंकाई सेना ने गुरुवार को मुल्लइतिवु में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के अंतिम समुद्री ठिकाने पर कब्जा कर लिया। यहां सेना और तमिल टाइगर्स के बीच जारी भीषण संघर्ष में कम से कम 1२ तमिल टाइगर्स की मौत हो गई।सेना ने बताया कि लिट्टे के चालई समुद्री ठिकाने पर ५५ वीं डिवीजन के जवानों ने पूरी तरह नियंत्रण स्थापित कर लिया है।सेना के बयान में कहा गया कि इस ठिकाने पर लिट्टे के समुद्री शाखा के उपप्रमुख विनयंगम समेत तीन वरिष्ठ तमिल टाइगर्स मारे गए हैं।स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: थुरदय, फेब्रुवारी ५, २009, ११:४३ [इस्ट] |
अहम महत्व है फर्रुखाबाद के संकिसा का जनी न्यूज उनहोमसमाचारअहम महत्व है फर्रुखाबाद के संकिसा का जनी न्यूज ऑन( संकिसा ): अहम महत्व है फर्रुखाबाद के संकिसा का, मान्यता है कि यहां भगवान बुद्ध का स्वर्ग से अवतरण हुआ था। यहीं पर उन्होंने अपनी मां को उपदेश दिया था।दलाईलामा मैनपुरी के जसराजपुर मे बौद्ध विहार का लोकार्पण करने के बाद अपने अनुयायियों को विश्वशांति पर प्रवचन दिया। उहोंने कहा कि दुनिया में इस समय शांति और अहिंसा की आवश्यकता है। भारत का सर्वधर्म समभाव का प्राचीन सिंद्धात इसके लिए कारगर है। पूरे विश्व को इस सिद्धांत पर अमल करने की सीख भारत से लेनी चाहिए। यहां सदियों से विभिन्न धर्म- जाति के लोग अलग- अलग परंपराओं के साथ मिलजुल कर रह रहे हैं। दलाईलामा के प्रवचन के लिए बनाया गया मंच थाईलैंड से आए विशेष प्रकार के फूलों से सजाया गया है। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की सांस्कृतिक विरासत को मंच सज्जा के माध्यम से दर्शाया गया है। मंच सज्जा के लिए थाईलैंड की संस्था समुई बौद्ध मठ के भिक्षु मैत्रेय थैरो को दिया गया है। फूलों से मंच को सजाने के लिए थाईलैंड का ४० सदस्यीय दल रविवार शाम कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गया था।दलाईलामा के कार्यक्रम में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर इंटरनेट सुविधा मुहैया कराने के लिए रिलायंस जीओ के तीन टॉवरों ने काम करना शुरू कर दिया है। मुंबई के विशेषज्ञों की निगरानी में रविवार को इंटरनेट की रफ्तार को परखा गया था। जीओ के नेटवर्क से ही दलाईलामा के कार्यक्रम को लाइव किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पंडाल में जगह-जगह एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। दलाईलामा की सुरक्षा का जिम्मा उनकी निजी सुरक्षा के अतिरिक्त दो जोन का फोर्स संभाल रहा है। स्थानीय प्रशासन के अतिरिक्त गृह मंत्रालय, इंटेलीजेंस व विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने सुरक्षा का जिम्मा संभाला हुआ है। इन टीमों के सहयोग के लिए आगरा व कानपुर जोन के तकरीबन ५०० से अधिक पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। इनके अतिरिक्त दो एएसपी, छह सीओ, १४ थानाध्यक्ष व एक कंपनी पीएससी के जवान सुरक्षा के मोर्चे पर तैनात हैं।दलाई लामा के कार्यक्रम के लिए आयोजन समिति ने विभिन्न २३ टीमें बनाई हैं। एक हजार वॉलंटियर्स वाली २३ टीमों के ग्रुप लीडर को व्यवस्था पर निगाह बनाए रखने के लिए जिम्मा दिया गया है। वॉलंटियर्स को पहचान के लिए अलग से पास जारी किए गए हैं। रविवार दोपहर प्रशासन ने वाईबीएस पदाधिकारियों के साथ वॉलंटियर्स को व्यवस्थाओं को संभालने के लिए जरूरी बातें बताई थीं। कार्यक्रम में आने वाले उपासकों की भोजन व्यवस्था के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए है । |
शिवनारायण चंद्रपॉल ने लगाया त२० फार्मेट का पहला दोहरा शतक | लाटेस्ली हिन्दीशिवनारायण चंद्रपॉल ने लगाया त२० फार्मेट का पहला दोहरा शतकक्रिकेट राकेश सिंह| अप्र ०५, २०1९ ०६:५८ प्म इस्टशिवनारायण चंद्रपॉल (फोटो क्रेडिट्स: गेट्टी इमेगाज)वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल (शिवनारिन चंदरपॉल) ने यूएसए की मैड डॉग्स टीम के खिलाफ एडम सन्फोर्ड क्रिकेट फॉर लाइफ त२० टूर्नामेंट में दोहरा शतक जड़ इतिहास रच दिया है. जी हां चंद्रपॉल ने इस मैच में ड्वेन स्मिथ (द्वेन स्मिथ) के साथ पारी की शुरुआत करते हुए मात्र ७६ गेंदों में २५ चौके और १३ शानदार छक्कों की मदद से २१० रनों की तूफानी पारी खेली. बता दें इस मैच में चंद्रपॉल का स्ट्राइक रेट करीब २५0 से अधिक का रहा. चंद्रपॉल की इस पारी की मदद से उनकी टीम ने ३०३ रन बनाए और १९२ रनों के अंतर से इस मैच को जीत लिया.बता दें कि शिवनारायण चंद्रपॉल ने वेस्टइंडीज के लिए खेलते हुए १६४ टेस्ट मैचों में ११,८६७ रन बनाए हैं. इस दौरान उनका बैटिंग एवरेज ५१.३७ का रहा. चंद्रपॉल का टेस्ट मैच में हाई स्कोर नाबाद २०3 रन है. इस दौरान उन्होंने ३० शतक और ६६ अर्धशतक लगाए. चंद्रपॉल की गेंदबाजी की बात करें तो उन्होंने इतने ही मैचों में ९ सफलताएं प्राप्त की है.यह भी पढ़ें- वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शेनन गेब्रियल ने समलैंगिक टिप्पणी मामले में जोए रूट से मांगी माफीवहीं शिवनारायण चंद्रपॉल के वनडे प्रदर्शन पर नजर डाले तो चंद्रपॉल ने २६८ एकदिवशीय मैच खेलते हुए ८,77८ रन बनाए हैं. इस दौरान इनका बैटिंग एवरेज ४१.६० का रहा. चंद्रपॉल ने वनडे में ११ शतक और 5९ अर्धशतक लगाएं हैं. इस दौरान उनका हाई स्कोर १५० रन रहा है. चंद्रपॉल ने वनडे मैचों में १४ विकेट अपने नाम किए हैं.द्वेन स्मिथ शिवनारिन चंदरपॉल ड्वेन स्मिथ मैड डॉग्स यूएसए वेस्टइंडीज शिवनारायण चंद्रपॉल |
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए खुला नोटा का पहला ऑफिस - नेशनल दुनियाहोम पॉलिटिक्स पारलामेंट इलेक्शन २०१९ राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए खुला नोटा का पहला ऑफिसराजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए खुला नोटा का पहला ऑफिस-नोटा कार्यालय का उद्घाटन किया गया।राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में नोटा का पहला कार्यालय जयपुर में खुल गया है। सभी प्रत्याशियों से सहमत नहीं होकर उनको वोट नहीं देने वाले लोगों के लिए यह विकल्प संविधान में संशोधन के द्वारा दिया गया था।नोटा कार्यालय खोलने के पीछे मकसद बगरू विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान विधायक कैलाश वर्मा के खिलाफ लोगों का गुस्सा जाहिर कर रहा है, तो दूसरी तरफ पूर्व विधायक गंगा देवी से भी मतदाताओं को उम्मीद नहीं होने का सबूत दे रहा है।बगरू विधानसभा इलाके के जगतपुरा में महल रोड़ पर सात नम्बर बस स्टैंड के पास नोटा पहले कार्यालय का उद्घाटन आज सुबह किया गया है।सर्व समाज संघर्ष समिति के राष्ट्रीय संयोजक अनिल चतुर्वेदी ने बताया की विधानसभा चुनावों में जो कि राजस्थान में होने वाले हैं, समिति इन चुनावों में सभी राजनैतिक दलों का बहिष्कार करती हैं।उनका कहना है कि नोटा का समर्थन करती है, और नोटा को वोट करने की अपील करती हैं। समिति पिछले एक साल से एससी-एसटी एक्ट संशोधन का विरोध कर रही हैं।एक्ट संशोधन के लिए भारत बंद किया गया। जिसमें समाज के लोगों पर बर्बरतापूर्ण लाठियां बरसाई और उनके खिलाफ झूठे मुकदमे लगा कर बंद कर दिया गया।जिसके बावजूद किसी भी राजनैतिक दल के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी, तथा किसी ने भी सर्व समाज के दर्द को नहीं समझा। ऐसे में राजस्थान की २०० विधानसभा में कार्यालय खोले जायेंगे।जगतपुरा कार्यालय के उद्घाटन में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रामबाबू गुप्ता, पूर्व वार्ड अध्यक्ष सीताराम शर्मा, सुनिल शर्मा पप्पू शर्मा, रामप्रसाद शर्मा सहित सर्व समाज के लोग मौजूद रहे।प्रेवियस आर्टियलरल्प के मुखिया बेनीवाल की जीत राजस्थान में जाट राजनीति को देगी यह दिशा-नेक्स्ट आर्टियलआखिर क्यों नहीं बना राजस्थान में जाट मुख्यमंत्री? |
रणबीर की बहन ने होने वाली भाभी आलिया को शादी से पहले दिया ये खास गिफ्ट | ए२४बॉलिवुडरणबीर की बहन ने होने वाली भाभी आलिया को शादी से पहले दिया ये खास गिफ्टबॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर और आलिया भट्ट इन दिनों अपने लव लाइफ को लेकर खूब सुर्खियों में है। बिती दोनों आलिया ने कपूर फैमिली संग न्यूयॉर्क में नए साल का सेलिब्रेशन किया था। इस मौके की कई तस्वीरें सोसल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।वहीं अब दोनों को लेकर एक और खबर सामने आई है खबर है कि नए साल के मौके पर रणबीर कपूर की बहन रिद्धिमा ने रणबीर और आलिया के नाम के पहले अक्षर वाली अंगूठी गिफ्ट की है। यह स्पेशल गिफ्ट रिद्धिमा ने दोनों को दिया नए साल पर दिया है। मतलब अंगूठी पर आर (र) और ए (आ) लिखा हुआ है।अलसो रेड : रणबीर संग न्यूयॉर्क की सड़कों पर घूमती नजर आई आलिया भट्ट, देखें तस्वीरेंवैसे आपको बता दें कि रणबीर कपूर की फैमिली को आलिया भट्ट् बेहद पसंद है। आलिया अकसर न्यूयॉर्क में ऋषि कपूर से मिलने जाती रहती है। पिछले ३ महीने से ऋषि कपूर न्यूयॉर्क में अपना इलाज करवा रहे है। हालाकि बीमारी का कोई खुलासा नहीं हो पाया है। खबरों की माने तो न्यूयॉर्क में ऋषि कपूर अपने कैंसर का इलाज करवा रहे है।आपको बता दें कि इससे पहले भी रिद्धिमा ने आलिया को एक स्पेशल गिफ्ट दिया था। उन्होंने एक खबसूरत सा ब्रेसलेट गिफ्ट किया था। बता दें कि रणबीर ने आलिया के साथ अपने रिलेशनशिप को कबूल कर लिया है। रणबीर ने मैगज़ीन जीक्यू इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, "रिश्ता अभी नया-नया है और इसको लेकर एक्साइटमेंट भी है लेकिन इस पर वो ज्यादा बात नहीं करना चाहेंगे।बता दें कि दोनों के बीच प्यार फिल्म ब्रह्रास्त्र के सेट शुरु हुआ था। आलिया भट्ट और रणबीर कपूर दोनों फिल्म ब्रह्रास्त्र में नजर आने वाले हैं। जिसे अयान मुखर्जी ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन अहम भूमिका में नजर आएंगे। |
बायोप्लास्टिक्स: कोका कोला की बोतलों विकसित बायो - जैव ईंधन और जैव ईंधनबायोप्लास्टिक्स: कोका कोला जैव बोतलें विकसित१२ २०१० जानवएर क्रिस्टोफ़कोका-कोला की बोतलें "बायोबैज्ड": पानी की नई बोतलों के ईथिलीन ग्लाइकोल चीनी से ली जाएगी औरइस साल, कोका-कोला बायोबसे सामग्री के ऊपर से ३०% के साथ पानी के अपने ब्रांड के लिए डसानी बोतलों को लागू करेगा।पेय की बोतलों में आम तौर पर पॉलीथीन तेरेफ्थलते (पीईटी), जो अपने आप से एथिलीन ग्लाइकोल और तेरेफ्थालिक एसिड के बीच प्रतिक्रिया से उत्पन्न होते हैं। में एथिलीन ग्लाइकोलनई डसानी बोतलें चीनी और गुड़ के बजाय तेल और प्राकृतिक गैस से प्राप्त किया जाएगा।अगली कोक, चीनी और गुड़ भारत और ब्राजील से आना चाहिए।लंबे समय तक ध्यान प्लास्टिक लिग्नोसेल्युलॉसिक सामग्री से निर्मित की बोतलों के विकास पर है। कोका कोला के प्रयोजन के लिए सामग्री है कि कर रहे हैं रेचिक्लेबल और अक्षय १००% से बना बोतलों का परिचय है।एक कारण है कि कंपनी पालतू रेचिक्लबिलिटी रखना चाहता है।"बायोप्लास्टिक्स पत्रिका, ०४ / २००९, वॉल्यूम के अनुसार। ४, पी 1४ नोविया, ग्रीन कैमिस्ट्री और नोरमैंडी में बायोमटीरिलसौर फोटोवोल्टिक, नई फीड-इन टैरिफ और शर्तों २०१० |
कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को इस महीने भी ५००० रुपए देगी दिल्ली सरकार, १५ मई से होगा रजिस्ट्रेशन - समय जगतकंस्ट्रक्शन वर्कर्स को इस महीने भी ५००० रुपए देगी दिल्ली सरकार, १५ मई से होगा रजिस्ट्रेशन,नई दिल्ली दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने कंस्ट्रक्शन वर्कर्स के लिए बड़ा ऐलान किया है। पिछले महीने की तरह इस बार भी दिल्ली सरकार रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को पांच हजार रुपए देगी। इसके लिए जल्द ही रजिस्ट्रेशन का काम शुरू होगा। इस बात की जानकारी दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने दी।उन्होंने कहा, दिल्ली सरकार ने पिछले महीने रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को ५००० रुपए देने का निर्णय लिया था। लॉकडाउन को इस महीने तक के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में हमने तय किया है कि इस महीने भी वर्कर्स को पांच हजार रुपए की मदद मुहैया कराएंगे।गोपाल राय ने कहा, इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन १५ मई से शुरू हो जाएगा। पुराने रजिस्टर्ड वर्कर अपना रजिस्ट्रेशन रेन्यू कराएंगे जबकि नए लोगों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। उन्होंने कहा कि जिस वेबसाइट से रजिस्ट्रेशन करना है, उसका लिंक १५ मई से उपलब्ध रहेगा और २५ मई तक रजिस्ट्रेशन काम चलेगा। इसके बाद वेरिफिकेशन होगा और सबके खाते में पैसे भेज दिए जाएंगे।कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। फिलहाल लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है जो १८ मई को खत्म होगा। इस दौरान सारे काम-धंधा बंद हैं। हालांकि लॉकडाउन के तीसरे चरण के शुरुआत के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ रियायतें दी थीं लेकिन अभी भी ज्यादातर कंस्ट्रक्शन के काम ठप ही हैं। इसी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने फिर से आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।प्रेवियस आर्टियलकोरोना के बीच ९० देशों को चिकित्सा सहायता देने के लिए भारत ने कसी कमरनेक्स्ट आर्टियलअगले कुछ हफ्तों तक हर दिन चले कम से कम १०० श्रमिक स्पेशल ट्रेन: गृह मंत्रालय |
मस्जिद निर्माण के लिए बनेगा इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन; सुन्नी वक्फ बोर्ड ने २४ फरवरी को बुलाई बैठकहोमेदैनिक जागरण न्यूजमस्जिद निर्माण के लिए बनेगा इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन; सुन्नी वक्फ बोर्ड ने २४ फरवरी को बुलाई बैठकलखनऊ. उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए मिली पांच एकड़ जमीन स्वीकार कर ली है। २४ फरवरी की बैठक में सुन्नी वक्फ बोर्ड भी मस्जिद निर्माण के लिए एक ट्रस्ट की घोषणा कर सकता है।यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि उनके पास कभी इसको खारिज करने की छूट नहीं थी।ट्रस्ट का नाम इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन रखा जा सकता है। ट्रस्ट में कुल सात सदस्य बना जा सकते हैं। सुन्नी वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष ही इस फाउंडेशन का पदेन अध्यक्ष होगा। वर्तमान में जुफर फारुकी बोर्ड के अध्यक्ष हैं।ट्रस्ट में मस्जिद मामले में मध्यस्थता करने वाले लोगों के अतिरिक्त सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य शामिल होंगे। इनकी संख्या सात से अधिक नहीं होगी। ट्रस्ट का काम पांच एकड़ भूमि पर अस्पताल, विद्यालय, इस्लामिक कल्चरल एक्टिविटीज को बढ़ाने वाले इंस्टीट्यूट, लाइब्रेरी, पब्लिक यूटिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने से लेकर दूसरी तरह की सामाजिक गतिविधियों को बढ़ाना होगा।यूपी सरकार ने ट्रस्ट बनने के दिन दी थी जमीनपांच फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया गया, उसी दिन योगी सरकार ने मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी थी। बैठक में सरकार की ओर से मस्जिद के लिए मिली पांच एकड़ जमीन पर सुन्नी वक्फ बोर्ड सदस्यों से चर्चा के बाद निर्णय लेगा कि इस जमीन को कैसे प्रयोग में लाना है, इसके लिए बोर्ड ने २४ फरवरी को सुन्नी वक्फ बोर्ड के दफ्तर में सभी ८ सदस्यों की बैठक बुलाई है।बैठक में होगा निर्णय, क्या बनेगा पांच एकड़ जमीन पर?उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारुकी ने कहा कि बैठक में हम तय करेंगे कि मिली जमीन पर क्या निर्माण किया जाएगा? फिलहाल जमीन पर मस्जिद के अलावा हॉस्पिटल या फिर स्कूल बनाए जाने की संभावना है।धन्नीपुर गांव में दी गई थी जमीनसुप्रीम कोर्ट ने श्रीराम जन्मभूमि/बाबरी मस्जिद केस में बीते साल ९ नवंबर को फैसला सुनाया था कि, अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनेगा। जबकि, अयोध्या के किसी प्रमुख स्थान पर मस्जिद निर्माण के लिए राज्य सरकार को पांच एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को देना होगा। इस क्रम में पांच फरवरी को योगी सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को लखनऊ हाईवे पर रौनाही थाना इलाके में धन्नीपुर गांव में पांच एकड़ जमीन दी है।फ्र्म दैनिक भास्कर |
विरत कोहली इस कॉरेक्ट, नीद प्रेपरेशन टाइम फॉर सा टूर: सौरव गंगुली | 'बिजी शेड्यूल' के बयान पर विराट कोहली को मिला सौरव गांगुली का साथ | हिन्दी न्यूज, क्रिकेटभारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ पूर्व कप्तान सौरव गांगुली. (फाइल फोटो)नोव २४, २०१७, ०५:५३ प्म इस्टकोलकाता: भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के गुरुवार (२३ नवंबर) को व्यस्त कार्यक्रम के बयान को पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का समर्थन मिला है. कोहली ने कहा था कि व्यस्त कार्यक्रम के कारण उनकी टीम को दक्षिण अफ्रीका के अहम और चुनौतीपूर्ण दौरे के लिए तैयारी का समय नहीं मिला. गांगुली ने इंडिया टुडे कॉनक्लेव ईस्ट-२०१७ के मौके पर कहा, "वह क्रिकेट के कार्यक्रम के बारे में बात कर रहे थे, जो सही है. जब टीम दक्षिण अफ्रीका जाए तो आपको उनको तैयारी के लिए समय देना चाहिए."कोहली ने गुरुवार को कहा था कि कार्यक्रम किस तरह से तय किया जा रहा उस पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि खिलाड़ियों के भविष्य पर ध्यान दिया जा सके. कोहली ने श्रीलंका के साथ शुक्रवार से शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा था, "हमेशा की तरह समय की कमी है. मुझे लगाता है कि इस पर विचार किया जाना चाहिए क्योंकि जब हम बाहर जाते हैं तो आसानी से टीम का आंकलन कर लिया जाता है. लेकिन हम इस बात पर ध्यान नही देते हैं कि हमें वहां जाने से पहले तैयारी का कितना समय मिला."उन्होंने कहा, "और, टेस्ट मैच के बाद जब परिणाम आते हैं तो हर कोई खिलाड़ियों को परखने लगता है. सभी कुछ साफ-साफ होना चाहिए, जिसमें हमें अपने हिसाब से तैयारी करने का अवसर मिलना चाहिए, इसके बाद हमारी आलोचना होनी चाहिए. इसलिए हमें लगा कि हमारे पास अपने आप को चुनौती देने का यह (श्रीलंका के साथ मैच में तेज पिचें) अच्छा मौका है, खुद को उन हालात (दक्षिण अफ्रीका के हालात) में रखकर खेलने का मौका है."कोहली ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने ५० शतक पूरे किए हैं. गांगुली ने कहा कि कोहली वनडे में सचिन के ४९ शतकों के आकंड़ों को पार कर जाएंगे, लेकिन उनके सामने सचिन के टेस्ट रिकॉर्ड को पार करने की चुनौती है.पूर्व कप्तान ने कहा, "वनडे में विराट सचिन के करीब आ जाएंगे. सचिन के ४९ शतक हैं और विराट अभी ३२ तक पहुंच गए हैं. वह इसके करीब पहुंच जाएंगे. उन्हें बस इसके लिए फिट रहना पड़ेगा. मैंने १९९६ से २००३ तक सात साल में २२ शतक ही लगाए थे." गांगुली ने कहा, "विराट ने नौ साल में ३० शतक से ज्यादा लगा दिए हैं. लेकिन उम्र के साथ यह मुश्किल हो जाएगा. यह सचिन के लिए मुश्किल हो गया था, मेरे लिए हो गया था. यह विराट के साथ भी मुश्किल होगा."विरत कोहलिसाउथ अफ्रीकसौरव गंगुलीविराट कोहलीसौरव गांगुली |
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चेहरे के मस्सों से छुटकारा पाने के दमदार प्राकृतिक तरीके | नेचुरल रेमेडी तो ट्रेट मॉल्स ऑन फेस एंड बॉडी - हिन्दी बोल्डस्की चेहरे के मस्सों से छुटकारा पाने के दमदार प्राकृतिक तरीकेपबलिश्ड: तुएस्ड्य, अप्रैल ४, २०१७, १३:०२ [इस्ट]चेहरे पर मस्से का निशान कुछ लोगों के लिए सुंदरता की निशानी हो सकता है, लेकिन कई लोगों के लिए यह बदसूरती की भी निशानी बन जाता है।मस्सों के काफी बड़ा होने की वजह से यह चेहरे पर काफी बुरा लगने लगता है। लेकिन आपके पास इसे प्राकृतिक तरीके से मुक्ति पाने का तरीका है, इसे जानने के लिए आगे लेख को पढ़ें।केले के छिलके में ऑक्सीकरण रोधी तत्व पाए जाते हैं जोकि मस्सों को हटाने में काफी कारगर साबित हो सकता है। केले के छिलके को आप अपने चेहरे पर लगाए, अब इसे कपड़े की मदद से बांध दे। मस्से पर इसे तकरीबन 2४ घंटे तक बंधा रहने दें, ऐसा करने से मस्सा जल्दी ही खत्म हो जाता है।मस्से पर रोजाना अरंडी का तेल लगाने से यह आसानी से चला जाता है और आपको मस्से से छुटकारा मिल जाता है। आप रूई के टुकड़े में तेल को लगाएं और इसे मस्से पर लगाए। इसके बाद इसे किसी बैंड से बांध दें, जिसके बाद इसे तकरीबन १२ घंटे तक बंधे रहने दें, इसके बाद इसे पानी से धो दें। अरंडी का तेल एंजाइम को खत्म करने का काम करता है।सेब का सिरकेसेब का सिरका मस्से को जलाने का काम करता है जिससे आपको इससे निजात मिल सकती है। सेब के सिरका जिवाणुओं को मारने में काफी कारगर है, यह किसी भी तरह के संक्रमण से बचाता है। रूई के टुकड़े से सेब के सिरके को मस्से पर लगाने से मस्सा चला जाता है। तकरीबन १० दिनों तक ऐसा करने से आपको मस्से से छुटकारा मिल सकता है।अनानास में कई तरह के एंजाइम मौजूद होते हैं जोकि मस्से को खत्म करने में काफी मदद करते है। अनानास से जूस निकलने के बाद उसके उसके पल्प को मस्से पर लगाए, इसके बाद इसपर एप्सन ऑयल को लगाए, कुछ देर तक इसे लगा रहने दें जिसके बाद इसे गर्म पानी से धो दें।मस्से पर शहद लगाना भी कारगर उपाय है, शहद लगाने के बाद मस्से को एक टेप से ढक दें, तकरीबन १२-१५ घंटे के बाद इसे धो दें। लगभग एक महीने तक इस प्रक्रिया तो दोहराएं आपको बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे, शहद ना सिर्फ आपको मस्से से छुटकारा दिलाएगा बल्कि दाग-धब्बों को भी दूर करने में मदद करेगा।टी ट्री ऑइल गांठ, पिंपल, मस्से में काफी कारगर होता है। मस्से पर अगर टी ट्री ऑइल लगाकर तकरीबन ३० मिनट तक के लिए छोड़ दिया जाए और इस प्रक्रिया को हर रोज तीन बार दोहराया जाए तो यह मस्से से छुटकारा दिला सकता है।पटसन के बीज का तेलपटसन के बीज को पीसकर उसका पाउडर बनाए और उसे अलसी के तेल में मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मिश्रण को मस्से पर लगाकर इसे बांध दें, इसके बाद 2४ घंटे तक इसे मस्से पर रहने देने के बाद पानी से धो लें।प्याज को दबाकर इसके रस को निकालें और इसे मस्से पर लगाएं, यह प्रक्रिया दिन में कई बार दोहराएं, आप इसमे शहद भी मिला सकते हैं जिससे यह अधिक प्रभावी हो जाएगा।लोहबान का तेल एक प्राकृतिक स्तंभक का काम करता है, जोकि मस्से को हटाने में काफी मददगार है। लोहबान के तेल की पांच बूंदों को जैतून के तेल में मिलाए और इसे मस्से पर लगाएं, इसके बाद इसे कुछ देर बाद ठंडे पानी से धो दें। दिन में यह प्रक्रिया दो बार दोहराएं।एलोवेरा की पत्ती को काटकर उसमें से उसके जेल को निकालें फिर उसे मस्से पर लगाएं, इसे तकरीबन ३-४ घंटे मस्से पर लगा रहने दें, इसके बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से मस्सा खत्म हो जाता है।स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: तुएस्ड्य, अप्रैल ४, २०१७, १३:०२ [इस्ट] |
भारत मैं असूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट की कीमतें, ऑफर्स , रेवीयूज और उनका पूरा विवरण। | प्रिसदेखो.कॉम३७०४० रेटिंगसअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट भारत मैं मूल्य सूचीअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट की कीमत ऊपर टेबल के अनुसार इंडियन रुपए मैं हैंअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट की सबसे नवीनतम कीमत नोव १७, 20१७ को प्राप्त हुईअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट फ्लिपकार्ट, एबे पर उपलब्ध हैंअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट की सबसे कम क़ीमत हैं ८,४९९ फ्लिपकार्ट में, जो ५.४६% एबे में असूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट की लागत से भी कम है ( ८,९९०)असूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट की कीमतें बदलती रहती हैं. असूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट की सबसे नवीनतम कीमत जानने के लिए हमारी साइट पर विजिट करते रहें।असूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट - विशेषज्ञ की समीक्षाएँअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट - ग्राहको की समीक्षाबहुत अच्छा , ३७०४० पर आधारितअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट - मूल्य ग्राफअसूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी ८ गब वाइट तकनिकी विवरणमॉडल नाम आ५0१क्गडिस्प्ले फीचर्स १०-फिंगर मल्टी-टूच पैनल, सपोर्ट्स ग्लव टूच इनपुट, इप्स दिसप्ल्य, कॉर्निंग गुरिल्ला ग्लास ३कैमरा फीचर्स ५ गब फ़्री लाइफटाइम असूस वेब स्टोराज, मिराक वी-फी प्रोटोकॉल वी-फी सपोर्टऑपरेटिंग सिस्टम अंड्रॉयड जेली बीन ४.३सेंसर्स इकम्पास, प्रोक्सीमिटी सेंसर, ग-सेंसर, हाल सेंसर, लाइट सेंसरइम्पोर्टेन्ट अप्प्स गूगल मेल, पॉप३, ईमाप४, स्म्त्पइन थे बॉक्स मानुएल, उसब केबल, वारंटी कार्ड, हेडसेट, चार्जर, हैंडसेट४.१/५ (३७०४० रेटिंगस ) |
होम ओपीनियन रानू मंडल के तेवर देख लोगों का फूटा गुस्सा, सुनाई खरी-खोटीऑनलाइन डेस्क/लिविंग इंडिया न्यूज: रानू मंडल के स्टार बनते ही उनके तेवर बदलते नजर आ रहे हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें एक फैंन उन्हें बाजू से पकड़कर उन्हें सेल्फी लेने के लिए कहती हैं। ऐसे में रानू भड़क जाती हैं और महिला फैन के खरी-खोटी सुुनाती हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का जमकर गुस्सा फूट रहा है।रानू मंडल के रिएक्शन को देखकर एक यूजर ने उन्हें अपने पुराने दिनों को याद करने की सलाह भी दे डाली है। इतना ही नहीं, एक यूजर ने रानू मंडल के इस तरीके पर गुस्सा होते हुए कहा, मुझे मत छुओ, मैं अब सेलिब्रिटी हूं।रानू मंडल हमने उन्हें सेलिब्रिटी बनाया और अब इनका व्यवहार देखो। वहीं एक और यूजर ने रानू मंडल के वीडियो पर अपना रिएक्शन देते हुए लिखा, इसको बोलते हैं हवा में आना।प्रेवियस आर्टिक्लिडलहीवेरी ने इलेक्ट्रिक वाहनों, ड्रोनों का उपयोग करने के लिए डिलीवरी की योजना बनाईनेक्स्ट आर्टियलब्जप-ज्जप गठबंधन पर हुड्डा का तंज, कोई कहता था ७५ पार, कोई यमुना पार, अब दोनों बन गए यार , ...सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के दिल्ली दौरे का ५वां दिन, सीएम...इंडिया व्स इंग, इंडिया वॉन बाय ५ रुन्स एंड लेवल थे... |
रुपी बैंक मामले में प्रस्ताव पर आरबीआई के फैसले का इंतजार: अनास्कर भारतीयसहकरितहोम/ताजा खबरें/रुपी बैंक मामले में प्रस्ताव पर आरबीआई के फैसले का इंतजार: अनास्करत्प जून २, २0२0महाराष्ट्र राज्य सहकारी (एमएससी) बैंक के प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष विद्याधर अनास्कर ने कहा कि अभी भी एमएससी बैंक के साथ रुपी बैंक के विलय प्रस्ताव पर आरबीआई की प्रतिक्रिया का इंतजार हो रहा है। इससे पहले अनास्कर ने बताया था कि विलय प्रस्ताव आरबीआई को भेजा गया है।भारतीयसहकारिता से बात करते हुए, दिग्गज सहकारी नेता आनस्कर ने कहा कि एमएससी बैंक द्वारा भेजे गए विलय प्रस्ताव की स्थिति के बारे में आरबीआई से पूछना बेहतर होगा। बता दें कि बैंक के अध्यक्ष को संकटग्रस्त एमएससी बैंक को पुनर्जीवित करने का श्रेय दिया जाता है।मेरा मानना है कि आरबीआई मामले की जांच कर रहा है। उन्होंने हमें एमएससीबी की वित्तीय स्थिति प्रस्तुत करने के लिए कहा और हमने उन्हें ३१ मार्च तक हमारे वित्तीय विवरण भेज दिये, अनास्कर ने कहा जो नेफकॉब के उपाध्यक्ष भी हैं।इससे पहले, एमएससी बैंक के प्रबंधन के साथ महाराष्ट्र सरकार ने विलय के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए आरबीआई से संपर्क किया था। तत्कालीन भाजपा सरकार ने इस मुद्दे को हल करने और लाखों असहाय जमाकर्ताओं की मदद करने के लिए एक गंभीर कदम उठाया था।हालांकि, आरबीआई ने ०१ जून, २0२0 से ३१ अगस्त, २0२0 तक तीन महीने की अवधि के लिए यूसीबी पर जारी दिशा-निर्देशों को बढ़ा दिया है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि ३ महीने की छोटी अवधि से इस तथ्य का संकेत मिलता है कि एक स्थायी समाधान जल्द हो सकता है। हालांकि विलय के प्रस्ताव पर आरबीआई कुछ भी बोलने से बच रहा है।कुछ दिनों पहले जारी अधिसूचना में आरबीआई का कहना है कि संदर्भ के तहत निर्देशों के अन्य सभी नियम और शर्तें अपरिवर्तित रहेंगी। पुणे स्थित यूसीबी को २२ फरवरी, २०१३ को निर्देश के तहत रखा गया था। समय-समय पर निर्देशों की वैधता को बढ़ाया गया था।भारतीयसहकारिता को पता चला है कि एमएससी बैंक के साथ रुपी बैंक के विलय का प्रस्ताव एक साल से आरबीआई के गलियारों में धूल फांक रहा है। हालांकि आरबीआई बार-बार यूसीबी को एक्सटेंशन दे रहा है, लेकिन इसके विलय पर अभी तक कोई विचार नहीं किया गया है।ध्यान देने योग्य है कि एमएससी बैंक ने पहले ही पर्याप्त प्रयास किया है। एमएससी बैंक के शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने कहा, अभी तक हमें शीर्ष बैंक आरबीआई से रुपी बैंक के विलय की मंजूरी नहीं मिली है और मामला अभी भी विचाराधीन है।बैंक ने 8३,७७७ जरूरतमंद जमाकर्ताओं को ३३२ करोड़ रुपये का भुगतान किया है। बैंक के पास १,२97 करोड़ रुपये जमा हैं, पूर्व में बैंक द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार।६ लाख से अधिक जमाकर्ता रुपी बैंक से जुड़े हैं।कूपरेटिव महाराष्ट्र म्स्क बैंक रबी रुपए बैंक |
हास्यफुहार: आदमी क्या है ?एक साधू बाबा आदमी की अवस्था पर प्रवचन दे रहे थे। आदमी क्या है ? शादी से पहले -- सुपरमैनशादी के बाद -- जेंटलमैन पांच साल बाद -- वाचमैन दस साल बाद -- अपने ही जाल में फंसा हुआ स्पाईडरमैन !हा...... हा......... हा...... !! *********************************** अगर पसंद आया तो ठहाका लगाइगा ***********************************उड़न तश्तरी१२ जनवरी २०१० को ६:३९ आमहा...... हा......... हा...... !!उत्तर देंहटाएंश्यामल सुमन१२ जनवरी २०१० को ६:४० आममजेदार।कहते भी हैं कि शादी वह संस्था है जहाँ पुरुष अपनी "बैचलर डिग्री" खो देता है और महिलाएं "मास्टर डिग्री" हासिल कर लेतीं हैं। सादर श्यामल सुमन०९९५५३७३२८८ देंहटाएंशमीम१२ जनवरी २०१० को ७:१८ अम्हा हा हा हा ,,,,,हा हा हा हा .....उत्तर देंहटाएंमोहसिन१२ जनवरी २०१० को ७:२१ अम्माजा आ गया.......उत्तर देंहटाएंसुमन१२ जनवरी २०१० को ७:४३ अम्निसउत्तर देंहटाएंमनोज कुमार१२ जनवरी २०१० को ८:२७ आमबिलकुल सही है .. हा-हा-हा-हा...उत्तर देंहटाएंविनोद कुमार पांडेय१२ जनवरी २०१० को ८:5६ आममजेदार...क्या अनुभव बताया..हा हा हा ..उत्तर देंहटाएंअजय कुमार झा१२ जनवरी २०१० को ९:२५ आम हा हा हा , जी बहुत खूब बेचारा मैन , कित्ते रोल करने पडते हैं अजय कुमार झा उत्तर देंहटाएंअपनतव१२ जनवरी २०१० को ९:३७ अंबहुत अच्छा.........हा हा हा हा हा हा ..........!उत्तर देंहटाएंकरण समस्तीपुरी१२ जनवरी २०१० को १०:२१ अमौर शादी से पहले अंग्री यंग मन ! हा...हा... हा....उत्तर देंहटाएंसंगीता पुरी१२ जनवरी २०१० को ११:२२ आमहा हा हा !!उत्तर देंहटाएंदिगम्बर नासवा१२ जनवरी २०१० को १२:०० प्महा... हा .... हा ...... मज़ा आ गया ........उत्तर देंहटाएंआरकय१२ जनवरी २०१० को १२:5७ प्मशुक्र है शब्दांत में मैन तो जुड़ा रहा !उत्तर देंहटाएंहृदय पुष्प१२ जनवरी २०१० को २:२३ प्मअच्छा है. आगे भी प्रयास कीजिये. कम से कम दो और २० साल बाद .......मैन? ४० साल बाद .......मैन?उत्तर देंहटाएंक्रिएटिव मंच-क्रिएटिव मंच१२ जनवरी २०१० को ३:२७ पम्हा,,,हा,,,हा,,बहुत खूब मजेदार इसीलिए तो आज वो साधु हो गया वरना ....उत्तर देंहटाएंहर्षिता१२ जनवरी २०१० को ६:0९ पम्हा-हा-हाउत्तर देंहटाएंसंजय भास्कर१२ जनवरी २०१० को ८:३३ प्महा... हा .... हा ...... मज़ा आ गया ........उत्तर देंहटाएंबूझो तो जानें१२ जनवरी २०१० को ८:५१ प्महा... हा .... हा ......उत्तर देंहटाएंमहफूज़ अली१२ जनवरी २०१० को १०:११ प्महा... हा .... हा ...... मज़ा आ गया .......उत्तर देंहटाएंप्रसन्न वदन चतुर्वेदी१२ जनवरी २०१० को ११:३९ पमवाह......वाह......वाह.....उत्तर देंहटाएंरवि धवन1३ जनवरी २०१० को ६:३८ प्मएक चूहा शेर की शादी में जमकर नाच रहा था। शेर ने उसे डांटते हुए कहा, चूहे के बच्चे। तू यहां क्या कर रहा है। तुझे पता नहीं ये शेर की शादी है। यहां केवल शेर ही आ सकते हैं। चूहे ने अपनी पूंछ को सीधे करते हुए मासूमियत से कहा, आलमपन्ना, शादी से पहले मैं भी शेर था।उत्तर देंहटाएंटिप्पणी जोड़ेंअधिक लोड करें... |
तो इसलिए प्म मोदी से मिलते समय प्रियंका को पहननी पड़ी शॉर्ट ड्रेस - थे इंडिया लुक६४२,८९५ टोटल वियूज, १,९५५ वियूज तोडेओम बॉलिवुड तो इसलिए प्म मोदी से मिलते समय प्रियंका को पहननी पड़ी शॉर्ट...तो इसलिए प्म मोदी से मिलते समय प्रियंका को पहननी पड़ी शॉर्ट ड्रेसउनकी मां ने कहा, प्रियंका उन दिनों अपनी फिल्म बेवॉच के प्रमोशन के लिए बर्लिन पहुंची हुई थीं। ऐसे में जैसे ही उन्हें देश के प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिला वह उनसे मिलने पहुंच गईं। यह मुलाकात अचानक से हुई, जिस वजह से प्रियंका को कपड़े बदलने का समय नहीं मिला।प्रेवियस आर्टियलसोनिका चौहान मर्डर केस: पुलिस ने ब्वॉयफ्रेंड विक्रम चैटर्जी को किया गिरफ्तारनेक्स्ट आर्टियलइंदु सरकार के नए गाने में छा गईं कीर्ति कुल्हारीमंदसौरः किसानों की मौत पर सरकार ने बनाई जांच कमेटी, तीन...ढाई लाख पेंशनरों को फिलहाल नहीं मिलेगा सातवें वेतनमान का फायदाविधानसभा में बाबूलाल गौर ने सरकार को घेरा बोले, अधिकारी...९० फीसदी केस में सरकार हार जाती है, ऐसे वकीलों को...तो शाहरुख की फिल्म में ये किरदार निभा रहे हैं सलमान... |
मुलायम ने सुबह नौ बजे बुलाई १७६ विधायकों की बैठक - थे शियासत डेलिहोम / खास खबर / मुलायम ने सुबह नौ बजे बुलाई १७६ विधायकों की बैठकडिसेंबर ३१, २०१६खास खबरउत्तर प्रदेश: गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाले जाने के बाद शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने १७६ विधायकों की बैठक बुलाई है.बता दें कि सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के लिए आज का दिन काफी अहम है.प्रदेश १८ के अनुसार, मुलायम सिंह यादव आज सुबह नौ बजे सपा के लखनऊ स्थित कार्यालय में होने वाली बैठक में विधायकों के सामने ये प्रस्ताव रख सकते हैं कि अखिलेश यादव की जगह किसी दूसरे नेता को विधायक दल का नेता चुनें. इस बैठक से ये भी साबित हो जाएगा कि कितने विधायक मुलायम सिंह यादव के साथ हैं और कितने मुख्यमंत्री अखिलेश खेमे में हैं.उल्लेखनीय है कि लखनऊ के राजनीतिक गलियारे में ये चर्चा है कि अखिलेश यादव शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं. साथ ही ये भी देखना दिलचस्प होगा कि उनके समर्थक विधायक और नेता पार्टी से इस्तीफा देते हैं या नही. हालांकि गुरुवार को पार्टी से निकाले जाने के बाद अखिलेश यादव ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा था कि समाजवादी पार्टी उनकी है.टैग्स १७६ म्ला अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव उपरेवियस सपा संग्राम: आज सुबह नौ बजे मुलायम ने बुलाई १७६ विधायकों की बैठकनेक्स्ट बिहार: बक्सर जेल से पांच हार्डकोर कैदी फरार, हाई अलर्ट जारीउप में बूचड़खाने बंद किए जाने से हजारों लोग बेरोजगार |
कालेसर नेशनल पार्क आपके यमुना नागर, हरियाणा मई हैं. जनिये यहा के रेस्ट हाउस, तिमिंग, एंट्रांस फीस, कॉन्टक्ट नंबर, बुकिंग & रेवीव इन हिन्दी. यह जाना माना कालेसर राष्ट्रीय उद्यान | भारत के हरियाणा के पूर्वी जिले यानि की यमुना नगर में स्थित है जो की चंडीगढ़ से १५० क्म की दूरी पर है । सन २००३ के डिसेंबर में सरकार द्वारा इस पार्क को नेशनल पार्क के रूप में घोषित किया गया था । यह पार्क तेंदुए और पक्षी को देखने के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है । जिन लोगो को पक्षीयों में और वन्यजीवों में रुचि है उनके लिए ये उद्यान एक उत्कृष्ट क्षेत्र है । इस पार्क के पास स्थित कलेसर वन्यजीव अभयारण्य जो पुरे १३,२०९ एकड़ की क्षेत्रफल में फैला है जिस कारण इसे सन १९९६ में अधिसूचित किया गया था ।पार्क नामी कालेसर नेशनल पार्कॉण्टक्ट नंबर ९७१२३-७७६९८विसिटिंग टाइम ०६:०० आम ०६:०० पमेंट्री फी (फॉर इंडियन) र्स ३०एंट्री फी (फॉर फोरेजनेर) र्स १००सफारी चार्ज र्स १००विदियोग्राफी चार्ज र्स ५००कालेसर नेशनल पार्क लगभग २,००0 फ्ट से लेकर ३,५०० फ्ट की ऊंचाई के साथ लगभग ११ हज़ार एकड़ जमीन में फैली हुई है । इस पार्क की सीमाएं ३ राज्य की बोर्डरी में बटी हुई है :- हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल और उत्तर प्रदेश । यहाँ के शिवालिक पहाड़ियों में एक सैल वन है या फिर ये कहे की ये पूरा का पूरा राष्ट्रीय पार्क मूल रूप से एक साल वन हीं है । इस पार्क का नाम संरक्षित क्षेत्र में स्थित कलेशर मंदिर यानि की शिव मंदिर के नाम पर है । इस उद्यान को पूरे देश भर में जैव विविधता और पारिस्थितिक दृढ़ता के रेफ्रेंस में बहुत महत्व दिया गया है ।इस उद्यान का पूरा एरिया बायोडाइवर्सिटी केवस के साथ सैल के पेड़, घने जंगल व घास से भरी हुई ज़मीन से भरा है । पानी की तलाश में प्रोटेक्टेड एरिया के बाहर घूम रहे पक्षियों व जानवरों को रोकने के लिए जंगल के आसपास ८ पानी के छेद खुदे गए है जो पार्क के अलग अलग एरियास में हैं ।इस उद्यान में कई तरह के औषधीय पौधों का भंडारा है । इसके अलावा इस उद्यान में १०० साल पुराना एक औपनिवेशिक डाक बंगला भी है जहाँ से यमुना नदी का नज़ारा देखने योग्य होता है । फॉरेस्ट रेस्ट हाउस के मल्टी लेयर गार्डन, औपनिवेशिक वास्तुकला, अति सुंदर फर्श तथा ऊंची छत वाले कमरे को आप ऐसे महसूस करेंगे मानो जैसे आप पहले के ज़माने के महल में आ गए है । दूर के पहाड़ियों में पहले गुलाबी-नीले रंग की रोशनी के मुकाबले सिल्हूट हुआ करता था । आइये इस उद्यान से जुड़े कुछ और अहम बाते जानते है जैसे की इस उद्यान तक कैसे पहुंचे, यहाँ क्या क्या देखने योग्य है, यहाँ की एंट्री फी क्या है, आदि ।१ बेस्ट टाइम तो विजिट / कालेसर राष्ट्रीय उद्यान कब जाएँ२ हॉ तो रीच / कैसे जाएँ३ व्हेरे तो स्टे / उद्यान में कहाँ ठहरे४ तिंग तो सी / देखने योग्य चीजें६ गेस्ट हाउस / एकोमोडेशनबेस्ट टाइम तो विजिट / कालेसर राष्ट्रीय उद्यान कब जाएँइस नेशनल पार्क को देखने या इसका लुफ्त उठाने के लिए सबसे अच्छा समय वर्ष के अक्टूबर से मार्च के महीनों के बीच का है । समर सीसों के सुरुवाती मोंट्स में जाया जा सकता है |ऑफिस एट: नेशनल हाइवे 7३आ,लोकेटेड एट: कालेसर्पिन कोड: १३५0२१हॉ तो रीच / कैसे जाएँबाय ट्रेन :- इस उद्यान तक पहुचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन यमुना नगर (जगधरी) है । यहाँ से कालेसर पार्क लगभग ३7 क्म दूर है ।बाय रोड :- यह उद्यान यमुनानगर व पाउंटा साहिब को जोड़ने वाले राजमार्ग पर स्थित है । इन दोनों जगहों से पार्क लगभग ४५ क्म और १५ क्म की दूरी पर हैं । यहाँ से कई स्थानीय और हरियाणा रोडवेज संचालित बसें हैं जो पर्यटकों को पार्क में ले जाती हैं । इस पार्क तक पहुंचने के लिए पर्यटक भाड़े की टैक्सी भी कर सकते हैं । इसके अलावा आप हर्टक व निजी कंपनियों द्वारा पर्याप्त बस सेवा का लाभ भी उठा सकते है ।बाय एयर :- इस उद्यान से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा चंडीगढ़ है । यहाँ से उद्यान लगभग ८7 क्म की दूरी पर है ।डिस्तेंस फ्र्म चंडीगढ़-१५० कॉडिस्तेंस फ्र्म कुरुषेत्र- ८7 कॉडिस्तेंस फ्र्म गुड़गांव- २६0 कॉडिस्तेंस फ्र्म दिल्ली- २१८ कमेएरे तो स्टे / उद्यान में कहाँ ठहरेकलसेर आने वाले पर्यटकों के बीच ठहरने के लिए सबसे लोकप्रिय आवास वुडलैंड रेस्ट हाउस, ताजेवाला इरिगेशन रेस्ट हाउस और हथीनीकुण्ड इरिगेशन रेस्ट हाउस है । इसके अलावा पाओंटा साहब में भी कई होटल है आप वहां भी ठहर सकते है ।तिंग तो सी / देखने योग्य चीजेंजो लोग वन्य जीवन में इंटरेस्ट रखते है उनके लिए ये उद्यान एक बहुत हीं बेहतरीन जगह है । उन्हें इस उद्यान में कई तरह के पक्षी और जानवर देखने को मिलेंगे । यहां पाए जाने वाले जीव जन्तु कुछ इस प्रकार हैं तेंदुआ, जंगली सुअर, वृक्ष पाई, हॉर्न बिल, नीलगाय, मॉनिटर छिपकली, खरगोश, अजगर, लाल जंगली मुर्गी, बार्किंग डीयर, चीतल, साही, घोरल, सांभर, चीतल, किंग कोबरा, आदि । कभी कभार राजाजी नेशनल पार्क से इस उद्यान में बाघ व हाथी भी आते हैं । अगर कालेसर पार्क के वास प्रबंधन में थोड़ी सी सुधार की जाती तो ये बाघ और हाथी भी इस पार्क में रह सकते थे ।इन सब के अलावा यहाँ खैर, साल, टुन, आमला, शीशम, झिंगन व छाल जैसे अन्य कई पेड़-पौधे भी देखने को मिलेंगे । यह उद्यान सिंदूर के पेड़ के लिए भी फेमस है । इस उद्यान में जो फॉरेस्ट गेस्ट हाउस है वहां से यमुना नदी का दृश्य भी देखने योग्य होता हैं । यहाँ के सालो पुराने औपनिवेशिक बंगला से यमुना नदी और हिमालय पर्वतमाला का दृश्य भी देखने लायक है । यहाँ का कालेसर महादेव टेम्पल भी देखना ना भूले । इन सब के अलावा कलसेर नेशनल पार्क में मत्स्य पालन, ट्रेकिंग, साइटिंग, स्विमिंग, बर्ड वॉचिंग और सफारी जैसी कई गतिविधियों की पेशकश की जाती है जो की देखने योग्य होता है ।इस उद्यान में प्रवेश करने के लिए टिकट कटवाना पड़ता है । बच्चे, बड़े और विदेशीयों यानि की फोरेजनर्स इन सब के अलग अलग टिकट प्राइस है जिनकी देताइल्स आपको निचे दी गई है ।एंट्री फी फॉर अडुल्ट्स : ५ र्स.एंट्री फी फॉर चिल्ड्रन : २ र्सेंट्री फी फॉर फोरेजनर्स : ४0 र्स्सफरी तिमिंग :पार्क अपने पर्यटकों के लिए जीप सफारी का फेसिलिटी प्रदान करती है, लेकिन इस जीप सवारी को पर्यटकों को हियर करना होता है | जीप सफारी सुबह ०७.००- ११.०० आम और शाम में 0३.३०- ५.३० प्म तक कराई जाती है | जीप सफारी के दौरान पर्यटकों को पार्क के द्वारा देये गए निर्देशों को पालन करने की आवश्यकता होती है |अगर आप कालेसर नेशनल पार्क आ रहे है तो आप यहाँ आने से पहले ही अपने रहने एवं यहाँ के पर्यावरण का लुफ्त उठाने के लिए सभी सुविधाओ का व्यवस्था कर सकते है | यहाँ स्थित सभी सुविधाओ के लिए आप इस पार्क के ऑफिशियल सायट पर जाकर सभी सुविधाओ की जानकारी प्राप्त कर सकते हैंप्रेव दुधवा नेशनल पार्क, सफारी तिमिंग, गेस्ट हाउस, फीसनेक्स्ट रघुनाथ टेम्पल विकी, तिमिंग, हिस्ट्री इन हिन्दी |
८ सूत्रीय मांगों को लेकर दिया ज्ञापन | ८ सूत्रीय मांगों को लेकर दिया ज्ञापन - भिंड न्यूज,भिंड न्यूज़,भिंड समाचार८ सूत्रीय मांगों को लेकर दिया ज्ञापनभिंड न्यूज - ऊषा और आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट में किया धरना प्रदर्शन भास्कर संवाददाता | भिंड आठ सूत्रीय...ऊषा और आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट में किया धरना प्रदर्शनआठ सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रही ऊषा व आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को कलेक्टोरेट परिसर में धरना दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन दिया।इस मौके पर जिलाध्यक्ष लक्ष्मी कौरव मौजूद रहे। ज्ञापन के दाैरान उन्होंने बताया कि शासन से हमारी लंबे समय से आइ सूत्रीय मांग हैं जिनमें ऊषा व आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं का स्थाई किए जाए। वहीं एनएम नर्स की भर्ती के दौरान प्राथमिकता दी जाए। हम लोगों को मातृत्व अवकाश प्रदान किया जाए। इसके अलावा आशा सहयोगिनी को पूरे माह का वेतन और सरकारी सुविधाएं प्रदान की जाएं। दुर्घटना एवं मृत्यु बीमा १० लाख स्वीकृत किया जाए। आशाओं को आरोग्य केंद्र के लिए अलग से भवन किया जाए। आशा कार्यकर्ताओं को डिलेवरी पॉइंट विश्राम के लिए अलग से कक्ष प्रदान किया जाए। ऊषा एवं आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। जिसे मिटाने के लिए उन्हें परमानेंट किया जाए। इसके अलावा जिलाध्यक्ष कौरव ने आगे बताया कि हाल ही में घोषित बजट में आशा, उषा एवं आशा सहयोगिनियों की उपेक्षा की गई है। यदि सरकार ने हमारी मांगे ७ दिन में स्वीकार नहीं की, तो सभी कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएगी। |
पीले सोनेकी चमक पड़ी फीकीइंदौर। देश के सबसे बड़े सोयाबीन उत्पादक मध्यप्रदेश में मौजूदा खरीफ सत्र के दौरान किसानों के इस तिलहनी फसल के मुकाबले अरहर (तुअर) सरीखी दलहनी फसलों को ज्यादा तवज्जो दिए जाने से बुवाई के समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने सोयाबीन का बुवाई लक्ष्य करीब पांच फीसदी घटा दिया है, जबकि दलहनी फसलों के लक्षित रकबे में २६.५ फीसदी वृद्धि की है।प्रदेश के कृषि विभाग के संचालक मोहनलाल मीणा ने सोमवार को बताया, किसानों के इस रूझान को देखते हुए हमने मौजूदा खरीफ सत्र में सोयाबीन के बुवाई लक्ष्य को घटाकर ५6 लाख हेक्टेयर कर दिया है, जबकि दलहनी फसलों के लक्षित रकबे को बढ़ाकर २१.५ लाख हेक्टेयर कर दिया है।केंद्र सरकार की भी नीति है कि दलहनी फसलों को बढ़ावा दिया जाए। मीणा ने बताया कि वर्ष 201५-१६ के खरीफ सत्र में सोयाबीन का रकबा करीब ५9 लाख हेक्टेयर रहा था, जबकि लगभग १७ लाख हेक्टेयर में दलहनी फसलें बोयी गयी थीं।पिछले सत्र में बुवाई के बाद लम्बे अंतराल तक मानसूनी बारिश नहीं होने से खासकर सोयाबीन की फसल को बड़ा नुकसान हुआ था। सोयाबीन मध्यप्रदेश की प्रमुख नकदी फसल है और किसानों में पीले सोने के रूप में मशहूर है।इस बीच, प्रसंस्करणकर्ताओं के संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के कार्यकारी निदेशक डीएन पाठक ने कहा कि मध्यप्रदेश में सोयाबीन के रकबे में पांच फीसदी की अनुमानित कमी से सोयाबीन प्रसंस्करण उद्योग को खास फर्क नहीं पड़ेगा। |
गायत्री यज्ञ "विनायक वास्तु टाईम्स"गायत्री यज्ञयज्ञ शब्द के तीन अर्थ हैं- १- देवपूजा, २-दान, ३-संगतिकरण ।संगतिकरण का अर्थ है-संगठन ।यज्ञ का एक प्रमुख उद्देश्य धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों को सत्प्रयोजन के लिए संगठित करना भी है । इस युग में संघ शक्ति ही सबसे प्रमुख है । परास्त देवताओं को पुनः विजयी बनाने के लिए प्रजापति ने उसकी पृथक्-पृथक् शक्तियों का एकीकरण करके संघ-शक्ति के रूप में दुर्गा शक्ति का प्रादुर्भाव किया था । उस माध्यम से उसके दिन फिरे और संकट दूर हुए ।मानवजाति की समस्या का हल सामूहिक शक्ति एवं संघबद्धता पर निर्भर है, एकाकी-व्यक्तिवादी-असंगठित लोग दुर्बल और स्वार्थी माने जाते हैं । गायत्री यज्ञों का वास्तविक लाभ सार्वजनिक रूप से, जन सहयोग से सम्पन्न कराने पर ही उपलब्ध होता है ।यज्ञ का तात्पर्य है- त्याग, बलिदान, शुभ कर्म । अपने प्रिय खाद्य पदार्थों एवं मूल्यवान् सुगंधित पौष्टिक द्रव्यों को अग्नि एवं वायु के माध्यम से समस्त संसार के कल्याण के लिए यज्ञ द्वारा वितरित किया जाता है । वायु शोधन से सबको आरोग्यवर्धक साँस लेने का अवसर मिलता है । हवन हुए पदार्थ् वायुभूत होकर प्राणिमात्र को प्राप्त होते हैं और उनके स्वास्थ्यवर्धन, रोग निवारण में सहायक होते हैं । यज्ञ काल में उच्चरित वेद मंत्रों की पुनीत शब्द ध्वनि आकाश में व्याप्त होकर लोगों के अंतःकरण को सात्विक एवं शुद्ध बनाती है । इस प्रकार थोड़े ही खर्च एवं प्रयतन से यज्ञकर्ताओं द्वारा संसार की बड़ी सेवा बन पड़ती है ।मन्त्रों में अनेक शक्ति के स्रोत दबे हैं । जिस प्रकार अमुक स्वर-विन्यास ये युक्त शब्दों की रचना करने से अनेक राग-रागनियाँ बजती हैं और उनका प्रभाव सुनने वालों पर विभिन्न प्रकार का होता है, उसी प्रकार मंत्रोच्चारण से भी एक विशिष्ट प्रकार की ध्वनि तरंगें निकलती हैं और उनका भारी प्रभाव विश्वव्यापी प्रकृति पर, सूक्ष्म जगत् पर तथा प्राणियों के स्थूल तथा सूक्ष्म शरीरों पर पड़ता है ।यज्ञ के द्वारा जो शक्तिशाली तत्त्व वायुमण्डल में फैलाये जाते हैं, उनसे हवा में घूमते असंख्यों रोग कीटाणु सहज ही नष्ट होते हैं । डी.डी.टी., फिनायल आदि छिड़कने, बीमारियों से बचाव करने वाली दवाएँ या सुइयाँ लेने से भी कहीं अधिक कारगर उपाय यज्ञ करना है । साधारण रोगों एवं महामारियों से बचने का यज्ञ एक सामूहिक उपाय है । दवाओं में सीमित स्थान एवं सीमित व्यक्तियों को ही बीमारियों से बचाने की शक्ति है; पर यज्ञ की वायु तो सर्वत्र ही पहुँचती है और प्रयतन न करने वाले प्राणियों की भी सुरक्षा करती है । मनुष्य की ही नहीं, पशु-पक्षियों, कीटाणुओं एवं वृक्ष-वनस्पतियों के आरोग्य की भी यज्ञ से रक्षा होती है ।कुबुद्धि, कुविचार, दुर्गुण एवं दुष्कर्मों से विकृत मनोभूमि में यज्ञ से भारी सुधार होता है । इसलिए यज्ञ को पापनाशक कहा गया है । यज्ञीय प्रभाव से सुसंस्कृत हुई विवेकपूर्ण मनोभूमि का प्रतिफल जीवन के प्रत्येक क्षण को स्व्ार्गीय आनन्द से भर देता है, इसलिए यज्ञ को स्वर्ग देने वाला कहा गया है ।यज्ञीय धर्म प्रक्रियाओं में भाग लेने से आत्मा पर चढ़े हुए मल-विक्षेप दूर होते हैं । फलस्वरूप तेजी से उसमें ईश्वरीय प्रकाश जगता है । यज्ञ से आत्मा में ब्राह्मण तत्त्व, ऋषि तत्त्व की वृद्धि दिनानु-दिन होती है और आत्मा को परमात्मा से मिलाने का परम लक्ष्य बहुत सरल हो जाता है । आत्मा और परमात्मा को जोड़ देने का, बाँध देने का कार्य यज्ञाग्नि द्वारा ऐसे ही होता है, जैसे लोहे के टूटे हुए टुकड़ों को बैल्डिंग की अग्नि जोड़ देती है । ब्राह्मणत्व यज्ञ के द्वारा प्राप्त होता है । इसलिए ब्राह्मणत्व प्राप्त करने के लिए एक तिहाई जीवन यज्ञ कर्म के लिए अर्पित करना पड़ता है । लोगों के अंतःकरण में अन्त्यज वृत्ति घटे-ब्राह्मण वृत्ति बढ़े, इसके लिए वातावरण में यज्ञीय प्रभाव की शक्ति भरना आवश्यक है ।विधिवत् किये गये यज्ञ इतने प्रभावशाली होते हैं, जिसके द्वारा मानसिक दोषों-र्दुगुणों का निष्कासन एवं सद्भावों का अभिवर्धन नितान्त संभव है ।काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर, ईर्ष्या, द्वेष, कायरता, कामुकता, आलस्य, आवेश, संशय आदि मानसिक उद्वेगों की चिकित्सा के लिए यज्ञ एक विश्वस्त पद्धति है । शरीर के असाध्य रोगों तक का निवारण उससे हो सकता है ।यज्ञ का धूम्र आकाश में-बादलों में जाकर खाद बनकर मिल जाता है । वर्षा के जल के साथ जब वह पृथ्वी पर आता है, तो उससे परिपुष्ट अन्न, घास तथा वनस्पतियाँ उत्पन्न होती हैं, जिनके सेवन से मनुष्य तथा पशु-पक्षी सभी परिपुष्ट होते हैं । यज्ञाग्नि के माध्यम से शक्तिशाली बने मन्त्रोच्चार के ध्वनि कम्पन, सुदूर क्षेत्र में बिखरकर लोगों का मानसिक परिष्कार करते हैं, फलस्वरूप शरीरों की तरह मानसिक स्वास्थ्य भी बढ़ता है ।यज्ञ आयोजनों के पीछे जहाँ संसार की लौकिक सुख-समृद्धि को बढ़ाने की विज्ञान सम्मत परंपरा सन्निहित है-जहाँ देव शक्तियों के आह्वान-पूजन का मंगलमय समावेश है, वहाँ लोकशिक्षण की भी प्रचुर सामग्री भरी पड़ी है । जिस प्रकार बाल फ्रेम में लगी हुई रंगीन लकड़ी की गोलियाँ दिखाकर छोटे विद्यार्थियों को गिनती सिखाई जाती है, उसी प्रकार यज्ञ का दृश्य दिखाकर लोगों को यह भी समझाया जाता है कि हमारे जीवन की प्रधान नीति यज्ञ भाव से परिपूर्ण होनी चाहिए । हम यज्ञ आयोजनों में लगें-परमार्थ परायण बनें और जीवन को यज्ञ परंपरा में ढालें । हमारा जीवन यज्ञ के समान पवित्र, प्रखर और प्रकाशवान हो । गंगा स्नान से जिस प्रकार पवित्रता, शान्ति, शीतलता, आदरता को हृदयंगम करने की प्रेरणा ली जाती है, उसी प्रकार यज्ञ से तेजस्विता, प्रखरता, परमार्थ-परायणता एवं उत्कृष्टता का प्रशिक्षण मिलता है । यज्ञ की प्रक्रिया को जीवन यज्ञ का एक रिहर्सल कहा जा सकता है । अपने घी, शक्कर, मेवा, औषधियाँ आदि बहुमूल्य वस्तुएँ जिस प्रकार हम परमार्थ प्रयोजनों में होम करते हैं, उसी तरह अपनी प्रतिभा, विद्या, बुद्धि, समृद्धि, सार्मथ्य आदि को भी विश्व मानव के चरणों में समर्पित करना चाहिए । इस नीति को अपनाने वाले व्यक्ति न केवल समाज का, बल्कि अपना भी सच्चा कल्याण करते हैं । संसार में जितने भी महापुरुष, देवमानव हुए हैं, उन सभी को यही नीति अपनानी पड़ी है । जो उदारता, त्याग, सेवा और परोपकार के लिए कदम नहीं बढ़ा सकता, उसे जीवन की सार्थकता का श्रेय और आनन्द भी नहीं मिल सकता ।यज्ञीय प्रेरणाओं का महत्त्व समझाते हुए ऋग्वेद में यज्ञाग्नि को पुरोहित कहा गया है । उसकी शिक्षाओं पर चलकर लोक-परलोक दोनों सुधारे जा सकते हैं ।वे शिक्षाएँ इस प्रकार हैं-४- अग्नि जब तक जीवित है, उष्णता एवं प्रकाश की अपनी विशेषताएँ नहीं छोड़ती । उसी प्रकार हमें भी अपनी गतिशीलता की गर्मी और धर्म-परायणता की रोशनी घटने नहीं देनी चाहिए । जीवन भर पुरुषार्थी और कर्त्तव्यनिष्ठ रहना चाहिए ।५- यज्ञाग्नि का अवशेष भस्म मस्तक पर लगाते हुए हमें सीखना होता है कि मानव जीवन का अन्त मुट्ठी भर भस्म के रूप में शेष रह जाता है ।इसलिए अपने अन्त को ध्यान में रखते हुए जीवन के सदुपयोग का प्रयत्न करना चाहिए ।यज्ञ सामूहिकता का प्रतीक है । अन्य उपासनाएँ या धर्म-प्रक्रियाएँ ऐसी हैं, जिन्हें कोई अकेला कर या करा सकता है; पर यज्ञ ऐसा कार्य है, जिसमें अधिक लोगों के सहयोग की आवश्यकता है । होली आदि बड़े यज्ञ तो सदा सामूहिक ही होते हैं । यज्ञ आयोजनों से सामूहिकता, सहकारिता और एकता की भावनाएँ विकसित होती हैं ।नगर, ग्राम अथवा क्षेत्र की जनता को धर्म प्रयोजनों के लिए एकत्रित करने के लिए जगह-जगह पर गायत्री यज्ञों के आयोजन करने चाहिए । गलत ढंग से करने पर वे महँगे भी होते हैं और शक्ति की बरबादी भी बहुत करते हैं । यदि उन्हें विवेक-बुद्धि से किया जाए, तो कम खर्च में अधिक आकर्षक भी बन सकते हैं और उपयोगी भी बहुत हो सकते हैं ।अपने सभी कर्मकाण्डों, धर्मानुष्ठानों, संस्कारों, पर्वों में यज्ञ आयोजन मुख्य है । उसका विधि-विधान जान लेने एवं उनका प्रयोजन समझ लेने से उन सभी धर्म आयोजनों की अधिकांश आवश्यकता पूरी हो जाती है ।गायत्री स्तोत्रगायत्री आरती- |
कोरोना संक्रमण: पहली बार नए मामले ३०,००० के पार, दूसरी बार एक दिन में ६०० से अधिक की मौतकोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने पर विश्व के कई देशों ने फिर से लगाई पाबंदी. भारत में संक्रमण के मामले बढ़कर ९६८,८७६ हुए और मरने वालों का आंकड़ा २४,९१५ पहुंच गया है. विश्व में अब तक ५८४,७९४ और सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में १३७,४१९ की जान जा चुकी है.नई दिल्ली/प्रोमकोनस (यूनान): भारत में कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या ने एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ोतरी दर्ज करते हुए पहली बार ३० हजार का आंकड़ा पार कर गई.बीते २४ घंटे के दौरान कोविड-१९ के ३०,००० से अधिक मामले सामने आने के साथ बृहस्पतिवार को संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर ९६८,८७६ पर पहुंच गई. वहीं कोरोना वायरस संक्रमण से ६०६ और लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा २४,९१५ हो गया.संक्रमण से ६०६ लोगों की मौत एक दिन में कोरोना वायरस से मरने वालों का दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है. इससे पहले एक दिन में ६१३ लोगों की मौत हो चुकी है.१२ जुलाई से यह लगातार पांचवां दिन है, जब कोविड-१९ संक्रमण के एक दिन में २८,००० से अधिक नए मामले सामने आए हैं. १० जुलाई से यह लगातार सातवां दिन है, जब देश में कोविड-१९ के २६,००० से ज्यादा मामले सामने आए हैं और चार जुलाई से यह लगातार १३वां दिन है, जब संक्रमण के मामले २२,००० से ज्यादा रहे हैं.अब बीते २४ घंटे या एक दिन में संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते १५ जुलाई को इनकी संख्या २९,४२९ थी, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा था. १४ जुलाई को इनकी संख्या २८,४९८, १३ जुलाई को २८,७०१, १२ जुलाई को २८,६३७, ११ जुलाई को २७,११४, १० जुलाई को २६,५०६, नौ जुलाई को २४,८७९, आठ जुलाई को २२,७५२, सात जुलाई को २२,२५२, छह जुलाई को २४,२४८ और पांच जुलाई को २४,८५० थी.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के ३२,६९५ मामले सामने आए.इनमें से महाराष्ट्र में ७,९७५, तमिलनाडु में ४,४९6, कर्नाटक में ३,१७6, आंध्र प्रदेश में २,४३२, उत्तर प्रदेश में १,६५९, दिल्ली में १,6४७, तेलंगाना में १,५९७, पश्चिम बंगाल में १,५८९ और बिहार १,३२९ मामले सामने आए जो एक दिन में आए मामलों का करीब ८० प्रतिशत है.इस संक्रामक रोग से 6१२,८१४ लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि संक्रमित ३३१,१४6 मरीजों का इलाज किया जा रहा है.एक अधिकारी ने बताया, अभी तक करीब 6३.२५ प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.एक दिन या २४ घंटे के दौरान मरने वालों संख्या की बात करें तो बीते १५ जुलाई को ५८२, १४ जुलाई को ५५३, १३ जुलाई को ५००, १२ जुलाई को ५५१, ११ जुलाई को ५१९, १० जुलाई को ४७५, नौ जुलाई को ४८७, आठ जुलाई को ४८२, सात जुलाई को ४6७, छह जुलाई को ४२५ और पांच जुलाई को ६१३ लोगों की मौत हुई थी, जो अब तक सर्वाधिक आंकड़ा है.११ जून से ३० जून के बीच मरने वालों की संख्या ३०0 से ५०० के अंदर रही है. २२ जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार ४00 से अधिक रही थी और ११ जून को पहली बार मरने वालों की संख्या ३०0 के आंकड़े को पार कर गई थी. इस तरह से ११ जून के बाद यह लगातार ३6वां दिन है, जब बीते २४ घंटे के दौरान मरने वालों की संख्या ३०0 से अधिक रही है.बृहस्पतिवार को पिछले २४ घंटे में जिन ६०६ लोगों की मौत हुई है, उनमें से २३३ की महाराष्ट्र, ८६ की कर्नाटक, ६८ की तमिलनाडु, ४४ की आंध्र प्रदेश, ४१ की दिल्ली, २९ की उत्तर प्रदेश, २0 की पश्चिम बंगाल, ११-११ की जम्मू कश्मीर और तेलंगाना, १० की गुजरात और नौ लोगों की मध्य प्रदेश में मौत हुई है.पंजाब में आठ लोगों ने जान गंवाई, जबकि हरियाणा में सात, असम और बिहार में छह-छह, राजस्थान में पांच, ओडिशा और पुदुचेरी में तीन-तीन, झारखंड में दो जबकि चंडीगढ़, केरल, त्रिपुरा और दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई.इस वैश्विक महामारी से भारत में अब तक कुल २४,९१५ लोगों की मौत हुई है. इनमें से महाराष्ट्र में १०,९२८, दिल्ली में ३,४८७, तमिलनाडु में २,१6७, गुजरात में २,0७९, उत्तर प्रदेश में १,0१२, पश्चिम बंगाल में १,०००, कर्नाटक में ९२८, मध्य प्रदेश में ६८२ और राजस्थान में ५३० लोगों ने जान गंवाई.आंध्र प्रदेश में ४५२, तेलंगाना में ३८६, हरियाणा में ३१९, पंजाब में २२१, जम्मू कश्मीर में २06, बिहार में १८०, ओडिशा में ७७, उत्तराखंड में ५०, असम में ४6, झारखंड में ३८ और केरल में ३५ लोगों की मौत हुई.छत्तीसगढ़ में २0, पुदुचेरी में २१, गोवा में १८, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में ११-११, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में तीन-तीन, मेघालय और दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव में दो-दो जबकि लद्दाख में एक व्यक्ति ने जान गंवाई.स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ७0 प्रतिशत से अधिक मरीजों की मौत किसी न किसी अन्य बीमारी के कारण हुई.महाराष्ट्र में संक्रमण के सबसे अधिक २७५,6४0 मामले सामने आए. इसके बाद तमिलनाडु में १५१,८२0, दिल्ली में ११6,९९३, कर्नाटक में ४७,२५३, गुजरात में ४४,५५२, उत्तर प्रदेश में ४१,३८३ और तेलंगाना में ३९,३४२ मामले पाए गए.आंध्र प्रदेश में कोविड-१९ के मामले बढ़कर ३५,४५१, पश्चिम बंगाल में ३४,४२७, राजस्थान में २६,४३७, हरियाणा में २३,३०6, बिहार में २0,6१२ और मध्य प्रदेश में १९,6४३ हो गए.असम में संक्रमण के १८,६६६ मामले सामने आए. इसके बाद ओडिशा में १४,८९८, जम्मू कश्मीर में ११,६६६, केरल में ९,५५३ जबकि पंजाब में ८,७९९ मामले सामने आए.छत्तीसगढ़ में ४,५३९, झारखंड में ४,३२0, उत्तराखंड में ३,७८५, गोवा में २,९५१, त्रिपुरा में २,२६८, मणिपुर में १,७00, पुदुचेरी में १,५९6, हिमाचल प्रदेश में १,३४१ और लद्दाख में १,१४२ मामले सामने आए हैं.नगालैंड में ९0२, चंडीगढ़ में 6२५ और दादर और नगर हवेली तथा दमन और दीव में ५३९ मामले हैं.अरुणाचल प्रदेश में संक्रमण के ४6२, मेघालय में ३४6, मिजोरम में २३८, सिक्किम में २२0 जबकि अंडमान और निकोबार द्वीप में १७6 मामले सामने आए हैं.संक्रमण बढ़ने पर कई देशों ने फिर से लगाई पाबंदीकोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के कई देशों ने फिर से पाबंदी लगाई है.बुल्गारिया की सीमा से होकर यूनान आने वाले सभी यात्रियों के लिए बुधवार से कोविड-१९ की जांच रिपोर्ट साथ में रखना जरूरी बना दिया गया है. ऐसे लोगों को ही आने की अनुमति होगी, जिनमें संक्रमण नहीं होगा और यह जांच रिपोर्ट तीन दिन के भीतर की होनी चाहिए.नए नियमों के कारण यात्रियों की संख्या घटने का अनुमान है.ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे बड़े शहर मेलबर्न के नागरिकों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने या कड़ी पाबंदी का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.तेजी से फैल रहे संक्रमण और सरकार विरोधी प्रदर्शनों का सामना कर रहे सर्बिया में १० से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है.हांगकांग पर भी नई पाबंदी का असर पड़ा है. यहां पर चार से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और शाम छह बजे के बाद रेस्तरां में बैठने की इजाजत नहीं होगी. एक सप्ताह के लिए जिम और कुछ अन्य कारोबार भी बंद रहेंगे.संक्रमण के मामले बढ़ने पर इजराइल ने पिछले सप्ताह फिर से पाबंदी लगा दी और कार्यक्रम, लाइव शो, बार, क्लबों को बंद कर दिया.अफ्रीका के सबसे विकसित देश दक्षिण अफ्रीका ने भी नए उपाए किए हैं. शराब की बिक्री रोक दी गयी है और रात में कर्फ्यू लगा दिया गया है.स्पेन में उत्तर-पूर्वी कातालूनिया क्षेत्र में प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए कुछ नए कदम उठाए हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जांच बढ़ाने तथा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वालों की तलाश का काम तेज करने को कहा है.जापान की राजधानी टोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइकी ने बुधवार को कहा कि शहर में संक्रमण के प्रसार के कारण सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने शहर के निवासियों और अन्य लोगों से एहतियाती उपाय करने को कहा है.उधर, बेलारूस के प्रधानमंत्री रोमन गोलोवचेंको ने आने वाले दिनों में रूस के साथ लगी सीमा को खोलने और परिवहन संपर्क बहाल करने की घोषणा की है.दुनिया में १.३५ करोड़ से ज़्यादा मामले, ५.८४ लाख से अधिक की मौतअमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में यह महामारी ५८४,७९४ लोगों की जान ले चुकी है और संक्रमण के कुल मामले बढ़कर १३,५७९,५८१ हो गए हैं. अमेरिका संक्रमण के ३,४९९,३९८ मामलों के साथ सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां मरने वालों की संख्या १३७,४१९ हो चुकी है.अमेरिका के बाद संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरे देश ब्राजील में संक्रमण के १,९66,७४८ मामले सामने आए हैं. ब्राजील में संक्रमण के कारण ७५,३66 लोगों की मौत हो चुकी है.इसके बाद संक्रमण के मामलों में भारत का नंबर आता है. भारत के बाद रूस में संक्रमण के कुल मामले ७५१,6१२ हो गए थे और यहां अब तक ११,९२0 लोगों की मौत हुई थी.रूस के बाद पेरू में संक्रमण के ३३७,७५१ मामले सामने आए हैं और १२,४१७ लोगों की मौत हो चुकी है. पेरू के बाद चिली में संक्रमण के ३२१,२0५ मामले दर्ज हुए हैं और ७,१८६ लोगों ने जान गंवा दी है.इसके बाद संक्रमण के मामले में ब्रिटेन का नंबर आता है. ब्रिटेन में संक्रमण २९३,४6९ मामले सामने आए हैं. इस देश में मौत का आंकड़ा ४५,१३८ है.दिल्ली: हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टरों ने बकाया वेतन को लेकर उपराज्यपाल को लिखा पत्रयूपी: गैंगरेप पीड़िता और उसकी मां को ज़मानत पर छूटे आरोपी ने ट्रैक्टर से कुचला, मौत |
पिक- आलिया भट्ट की बहन के रिसेप्शन में लगा सितारों का मेला, बिग बी-आमिर समेत पहुंचे ये सितारे | ए२४बॉलिवुडपिक- आलिया भट्ट की बहन के रिसेप्शन में लगा सितारों का मेला, बिग बी-आमिर समेत पहुंचे ये सितारेहोम पिक- आलिया भट्ट की बहन के रिसेप्शन में ...जान. २६, २०१९, ६:५७ प.म.बॉलीवुड में इस वक्त हर तरफ वेडिंग सीजन छाया हुआ है। इस वक्त खूब शादियां हो रही है। अब लीजिए हाल ही में बॉलीवुड में एक और शादी हुई है। दरअसल हाल ही में भट्ट परिवार में शादी हुई है। दरअसल आलिया भट्ट के चाचा मुकेश भट्ट की बेटी साक्षी भट्ट की शादी हुई है। शादी के बाद एक शानदार रिसेप्शन दिया गया।इस रिसेप्शन में बॉलीवुड के तमाम कलाकारों ने शिरकत की थी। रिसेप्शन में बॉलीवुड की तमाम हस्तियों ने चार चांद लगाए हैं। पार्टी में आलिया भटट् सबसे पहले पहुंची। आलिया यहां बेहद ही खूबसूरत नजर आ रही थी।आलिया व्हाइट कलर के लंहगे में दिखीं। अक्षय कुमार, आमिर खान और अनिल कपूर समेत कई लोग इस पार्टी में शामिल हुए। शुक्रवार को मुकेश भट्ट ने मुंबई के होटल ताज एंड में रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए एक रिसेप्शन पार्टी आयोजित की।साक्षी भट्ट और मजाहिर की रिसेप्शन पार्टी में बॉलीवुड के कई सितारे नजर आए। साक्षी भट्ट की रिसेप्शन पार्टी में पत्नी और अभिनेत्री जया बच्चन के साथ पहुंचे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन।जहां अमिताभ बच्चन ने नीले रंग का कोट और काली पैंट पहनी थी, वहीं जया बच्चन लाल रंग के सूट में दिखीं। अभिनेता अक्षय कुमार भी मुकेश भट्ट की बेटी की रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे।पार्टी में, वह एक सफेद शर्ट और काले सूट में दिखाई दिए। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर रिसेप्शन पार्टी में बेहद कैजुअल ड्रेस में नज़र आए।उन्होंने काले रंग की जैकेट और ग्रे पैंट और सफेद टोपी पहनी थी। खूबसूरत और दिग्गज बॉलीवुड अभिनेत्री रेखा भी मुकेश भट्ट की बेटी की रिसेप्शन पार्टी में पहुंची।पार्टी में वह हरे और गुलाबी रंग की साड़ी में बहुत खूबसूरत लग रही थीं। दीया मिर्जा भी अपने पति के साथ शादी के रिसेप्शन में शामिल हुईं।काले रंग की लंबी ड्रेस में दीया खूबसूरत थी। साक्षी की रिसेप्शन पार्टी में अभिनेत्री श्रद्धा कपूर भी शामिल हुईं।वह ग्रीन कलर की ड्रेस में नजर आ रही थीं। साक्षी भट्ट की रिसेप्शन पार्टी में अभिनेता अनिल कपूर भी शामिल हुए।उन्होंने भट्ट परिवार और अक्षय कुमार के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। अभिनेत्री विद्या बालन भी पति सिद्धार्थ रॉय कपूर के साथ साक्षी भट्ट की रिसेप्शन पार्टी में शामिल हुईं।बॉलीवुड की खूबसूरत जोड़ी बिपाशा बसु और करण सिंह ग्रोवर को भी मुकेश भट्ट की बेटी की रिसेप्शन पार्टी में स्पॉट किया गया। दोनों सफेद ड्रेस में बेहद खूबसूरत लग रहे थे।अभिनेता इमरान हाशमी भी अपने परिवार के साथ मुकेश भट्ट की बेटी की रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे।हाल ही में इमरान की फिल्म 'चीट इंडिया' रिलीज हुई है। अपनी फिल्म उरी से दर्शकों का दिल जीतने वाले विक्की कौशल ने भी मुकेश भट्ट की बेटी की रिसेप्शन पार्टी में शिरकत की।ऑवरऑल बॉलीवुड के लगभग सभी सितारों ने यहां शिरकत की। |
आज सुबह-सुबह दो ऐसे बुजुर्ग साथियों के फोन आ गए, जिनकी आयु ८० और ९० के बीच है। उन्होंने कहा कि आप दुनिया के हर मसले पर लिख रहे हैं लेकिन हम बूढ़ों की दुर्दशा पर किसी का ध्यान ही नहीं है। मैं उनके बारे में सोचने लगा, इतने में ही अखबारों का बंडल आ गया। उनमें कई मार्मिक खबरों पर नजऱ गई लेकिन मुंबई की एक खबर ने मेरे मित्रों की बात पर मुहर लगा दी।वह खबर यह है कि मुंबई के प्रसिद्ध मजदूर नेता दत्ता सामंत के बड़े भाई पुरुषोत्तम सामंत ने आत्महत्या कर ली। उनकी उम्र ९२ वर्ष थी। वे भी मजदूर-नेता थे। उन्होंने अपने बनाए फंदे पर लटकने के पहले जो अपना मृत्युनामा छोड़ा, उसमें साफ-साफ लिखा कि वे कोरोना-संकट से इतने त्रस्त हो गए हैं कि अब वे जीवन का अंत कर रहे हैं। वे कोरोना से नहीं, उसके संकट से त्रस्त थे।कौन सहृदय व्यक्ति इस संकट से त्रस्त नहीं होगा ? पता नहीं कितने लोग रोज आत्महत्या कर रहे हैं, कितने लोग सैकड़ों मील पैदल चलते-चलते रास्तों में दम तोड़ रहे हैं, कितने लोग भूख और प्यास से तडफ़-तडफ़कर मर रहे हैं, कितने ही लोग मजबूरन फलों और सब्जियों के ठेलों को लूट रहे हैं, कितने ही लोग पौराणिक नायक श्रवणकुमार की तरह अपने बुजुर्गों और बच्चों को अपने कंधों और साइकिलों पर ढो रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें इन सब पीडि़तों की मदद कर रही हैं लेकिन वे वयोवृद्ध लोगों पर विशेष ध्यान दें, यह जरुरी है।कोरोना के सबसे ज्यादा शिकार इसी आयु वर्ग के लोग हो रहे हैं। बुजुर्गों के इलाज की विशेष व्यवस्था होनी चाहिए। प्रचार-माध्यमों के द्वारा बताया जाना चाहिए कि अमुक मोहल्ले के बुजुर्ग को अमुक अस्पताल में ले जाया जाना चाहिए। अनेक शारीरिक क्षीणताओं के साथ-साथ उनका अकेलापन उन्हें खाए जा रहा है। क्या ही अच्छा हो कि वे भजन-संगीत सुनें, महापुरुषों की रोचक जीवनियां पढ़ें, घर में बच्चे हों तो उनके साथ घरेलू खेल खेलें। उन्हें सुबह-सुबह बगीचों में सैर करने, हल्के व्यायाम और आसन करने और शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए लोगों से मिलने-जुलने और बातों से दिल हल्का करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।सरकारें इसका उलटा कर रही हैं। सरकारें उन्हें कुछ गुजारा-भत्ता भी दें तो अच्छा रहे। ज्यादातर बुजुर्ग ऐसे हैं, जिन्हें कोई पेंशन नहीं मिलती। कुछ ९० साल से ऊपर के बुजुर्गों ने बताया कि उनके घरेलू सेवक अपने गांव भाग गए तो उनके पड़ौसियों ने अपने सेवक उनके लिए भेज दिए। इस संकट के समय कुछ घरों के लोग घर के बुजुर्गों को ही बोझा मानने लगे हैं। ऐसी विकट स्थिति में सरकार क्या कर सकती है ? बेहतर तो यह है कि यार-दोस्त, रिश्तेदार और अड़ौसी-पड़ौसी ही अपना फर्ज निभाएं। |
ज्योतिष: शादीशुदा महिलाओं को कभी नहीं पहननी चाहिए ये चीज़ें - फिर पॉस्थोम / ज्योतिष / ज्योतिष: शादीशुदा महिलाओं को कभी नहीं पहननी चाहिए ये चीज़ेंज्योतिष: शादीशुदा महिलाओं को कभी नहीं पहननी चाहिए ये चीज़ेंशादी होने के बाद महिलाओं के जीवन में कई बदलाव आ जाते है। महिलाएं अपने सुहाग के लिए कई व्रत करती है। इसी के साथ लोग वास्तु दोष या वास्तु शास्त्र पर खूब विश्वास करते हैं और महिलाओं के बारे में ऐसी कई बातें लिखी हुईं हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए तो आज हम आपको बताते हैं कि ऐसी कौन सी चीज़े हैं जिन्हे शादीशुदा महिलाओं के पहनने पर उन्हें नुकसान हो सकता है।शादीशुदा महिलाओं को कभी भी सफ़ेद साड़ी नहीं पहननी चाहिए, क्योंकि सुहागिन महिलाओं का सफ़ेद साड़ी पहनना अशुभ माना जाता हैं। इसी के साथ इस साड़ी को विधवा महिला का प्रतीक माना जाता हैं।कभी भी पैरों में सोने से बनी कोई चीज नहीं पहननी चाहिए क्योंकि सोने को कुबेर देवता का प्रतीक माना जाता हैं और यदि आप सोने के पायल या बिछिया पहनती हैं तो आपसे कुबेर देवता नाराज हो जाते हैं।ज्योतिष: शादीशुदा महिलाओं को कभी नहीं पहननी चाहिए ये चीज़ें रेवीव्द बाय फिर टीम ऑन ०८:१०:०० रेटिंग: ५ |
वीआर रेसिंग मोटर सिम्युलेटर कमाल आर्केड गेम वीआर चश्मा के साथ ९ डी इलेक्ट्रिक सिस्टमहोम/ उत्पाद / ९ डी वीआर सिम्युलेटर२0१९ बेस्ट सेलिंग वीआर रेसिंग मोटर सिम्युलेटर कमाल आर्केड गेम वीआर ग्लास के साथ मॉल के लिए ९ डी इलेक्ट्रिक सिस्टमवीआर मोटरबाइक क्या है?२०१८ इन्फिनिटी रियल अनुभव ऑनलाइन - वीआर मोटरसाइकिल ड्राइविंग गेम। विज्ञान फिल्म <ट्रॉन: लेगेची> में अद्भुत नाइट लाइट मोटरसाइकिल सच हो गया है! शीर्ष स्तर के इंजन उ४ मल्टी-स्टाइल ट्रैक के साथ, यह असीमित सही मायने में, रोमांचक अनुभव लाएगा । उन्नत गति पावर फीडबैक तकनीक आपके ड्राइविंग नियंत्रण के तरीके, रेसिंग और पर्यावरण के आधार पर सही मायने में रिपोर्ट देगी ।नाम वीआर मोटरसाइकिलमूल्यांकित शक्ति १.५कविशेष विवरण २.२१५क्स१.४९५क्स१.३३५ मीटरवीआर हेडसेट डीपी के ३वीआर मोटरबाइक ड्राइविंग के क्या फायदे हैं?१. ट्रॉन ऑथेंटिक प्राधिकरणताइवान के शीर्ष गेम निर्माता मितफुन का संयुक्त उद्यम, विज्ञान-कल्पना लोकोमोटिव, वास्तविक ड्राइविंग सिमुलेशन और शीर्ष-स्तरीय इंजन यूई ४ के साथ बनाया गया मल्टी-स्टाइल ट्रैक, असीम रूप से यथार्थवादी परम रेसिंग अनुभव लाएगा। भविष्य की गति अब मल्टीप्लेयर कनेक्शन चुनौतियों के लिए अधिक समर्थन है।२. विज्ञान-कथा प्रकटनहब-कम पहियों और हाथ से बने ग्लास फाइबर फ्रेम३. गतिशील बल प्रतिक्रियाआपकी ड्राइविंग शैली, गति और ड्राइविंग वातावरण के अनुसार, आप वास्तव में सभी गतिशील बलों की प्रतिक्रिया कर सकते हैं। त्वरण, कॉर्नरिंग, लीप और टकराव ... सटीक प्लेटफ़ॉर्म डायनेमिक मिलान आपको भारी इंजनों के तेज और उत्तेजक अनुभव को चलाने में वास्तविक अनुभव लाएगा।४. मल्टीप्लेयर ऑनलाइनऑनलाइन ८ खिलाड़ियों तक और रिकॉर्ड आपके टूटने का इंतजार कर रहा है।५. कोरोलरी उपकरणइस वीआर नाइट के बारे में, ४२ इंच का टीवी सेट और उपकरण के रूप में डीपॉन वीआर हेडसेट है जो खिलाड़ियों को ड्राइविंग का एक शानदार अनुभव प्रदान करता है।६. उ४ द्वारा संचालितएक तेजस्वी चमकदार मोटरसाइकिल ड्राइव करें और खतरनाक लकीरें, बिखरती हुई झीलों, चट्टान झरनों और बर्बाद शहरों में एक के बाद एक रेसिंग शुरू करें और अभूतपूर्व जंगलीपन का अनुभव करें! अस्तित्व ही आपका एकमात्र अंत है!ड्राइविंग वीआर मोटरसाइकिल के लिए गाइड१. मोटरसाइकिल ड्राइविंग गेम में से एक चुनें२. असली मोटर चलाने की तरह ही मोटरसाइकिल की सीट पर बैठें३. फिर मोटरसाइकिल की संभाल को पकड़ो और मोटरसाइकिल की दिशा को नियंत्रित करने के लिए शरीर को स्विंग करने के लिए मार्ग का पालन करें।४. इसके बाद बस अपने ड्राइविंग कौशल को दिखाएं, और अंतिम, आपके लिए रैंकिंग होगी।गर्म बिक्री --- जानकारी २०१८ नवीनतम वीआर उत्पाद डिजाइनराजस्व संदर्भवीआर खड़े मंच,वीआर गेमिंग मंचवीआर रेसिंग मोटरबाइकवीआर गेम्स:पेटेंट ड्राइविंग गेम्सविद्युत सिलेंडर गति१२ महीने की वारंटी और आजीवन रखरखाव |
नेपाल से एक पुरानी असंबंधित तस्वीर को असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शन का बताया जा रहा है | फैक्टक्रासेंडो | थे लेडिंग फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट इन इंडियानागरिकता संशोधन अधिनियम (का) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (न्र्च) के खिलाफ देशव्यापी विरोध की लहर के बीच सोशल मीडिया पर कई तरह के लेख, छवि व वीडियो गलत व भ्रामक रूप से फैलाये जा रहे है, इसी क्रम में एक तस्वीर सोशल मंचो पर साझा की जा रही है जिसमे न्र्च का विरोध कर रही महिलाओं के साथ पुलिस द्वारा अभद्रता दिखाई गई है |पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि- असम में न्र्च का विरोध कर रही महिला के साथ यह कैसा सुलूक है वर्दी वाले का |कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, जे असलम बाशा ने भी इस तस्वीर को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा साझा कर ये दावा किया कि यह तस्वीर असम से है | हालाकि उनके द्वारा इस ट्वीट को बाद मे डिलीट कर दिया गया था |फैक्ट क्रेस्सन्डो ने इस तस्वीर को गलत पाया है, यह तस्वीर लगभग एक दशक पुरानी है, आइए जानते है इस तस्वीर की सच्चाई |जाँच की शुरुआत हमने इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर टिनआई रिवर्स इमेज सर्च में ढूँढा, जिसके परिणाम में हमें अडोब स्टॉक इमेज की वेबसाइट का लिंक मिला | वेबसाइट के अनुसार यह तस्वीर २४ मार्च २००८ की है, जहाँ काठमांडू में संयुक्त राष्ट्र की बिल्डिंग के सामने एक तिब्बती प्रदर्शनकारी को पुलिस अधिकारियों के साथ संघर्ष करते हुए देखा जा सकता है | इस तस्वीर को रॉयटर्स के फोटोग्राफर दीपा श्रेष्ठा से खीचा था |इस तस्वीर के विवरण में लिखा गया है कि २४ मार्च, २००८ को काठमांडू में संयुक्त राष्ट्र की इमारत के सामने एक तिब्बती प्रदर्शनकारी ने पुलिस अधिकारियों के साथ संघर्ष किया | नेपाली पुलिस ने इस प्रदर्शन में से २५० प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर सोमवार को काठमांडू में तिब्बती निर्वासितों द्वारा चीन विरोधी रैली को तित्तर बित्तर किया | वहां मौजूद लोगों ने कहा कि प्लास्टिक की ढालों को पकड़कर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लोहे की जाली वाली वैन और ट्रकों तक खींचकर उन्हें हिरासत में ले लिया | साथ ही हाथापाई में कुछ निर्वासितों को भी चोट लगी थी |इसके आलावा हमें काठमांडू में उपरोक्त प्रदर्शन से संबंधित रॉयटर्स द्वारा प्रकाशित खबर भी मिली, जिसके अनुसार २५० प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर नेपाली पुलिस ने सोमवार को काठमांडू में तिब्बती निर्वासितों द्वारा चीन विरोधी रैली को तित्तर बित्तर किया था |निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह तस्वीर २००८ की है और भारत से संबंधित नही है | यह तस्वीर मूल तौर पर मार्च २००८ की है जब काठमांडू में तिब्बती निर्वासितों द्वारा चीन विरोधी प्रदर्शन किया गया था | इस तस्वीर के साथ नागरिकता संशोधन बिल के विरूद्ध विरोध का कोई संबंध नही है |तितले:नेपाल से एक पुरानी असंबंधित तस्वीर को असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शन का बताया जा रहा है |तग्गे एंटी-चीना रैली असम का कैब फेमले प्रोटेस्टर काठमांडू नेपाल न्रैडिसेंबर ११, २०१८ डिसेंबर ११, २०१८ फैक्टक्रासेंडो टीम्गस्ट २०, २०19 जान्वरी ११, २०२० नताशा विवियन |
नहीं दिखा चांद, भारत में शनिवार को मनाई जाएगी ईद - सतपुरवानी न्यूज - (भोपाल न्यूज़ ) , तोडे भोपाल न्यूज, भोपाल समाचार , लाटेस्ट भोपाल न्यूज - सतपुरवनिहोम देश नहीं दिखा चांद, भारत में शनिवार को मनाई जाएगी ईदनहीं दिखा चांद, भारत में शनिवार को मनाई जाएगी ईददेश में कहीं से भी चांद नजर नहीं आने की वजह से अब ईद शनिवार को मनाई जाएगी। जामा मस्जिद की मरकजी रुयते हिलाल कमेटी की बैठक के बाद यह घोषणा की गई कि देश में कहीं चांद नजर नहीं आया है और ऐसे में कल ईद नहीं होगी।प्रेवियस आर्टियलविधि प्रकोष्ठ ने कमलनाथ के विरूद्ध चुनाव आयोग में शिकायत कीनेक्स्ट आर्टियलवप की चेतावनी- सिया आतंक का टैग हटाए नहीं तो होगा विश्वव्यापी आंदोलनबांधों के गेट खुलने से नदियां उफान पर, प्रशासन ने घोषित...राजकुमार बाली - ऑगस्ट २५, २०१९भोपाल। बारिश अब परेशानी का सबब बन गई है। बड़े बांधों से छोड़े जा रहे पानी से नदियां उफान पर आ गई हैं। नर्मदा,...बैंक ऑफ महाराष्ट्र : म्ड, सियो ३००० करोड़ के लोन डिफॉल्ट...गृह मंत्रालय-मौसम विभाग ने जारी किया १३ राज्यों में आंधी-तूफान का...चुनाव परिणाम से पहले धड़ाम हुआ बाजार, सेंसेक्स ७५२ अंक टूटा,...शैलजा हत्याकांड : मेजर हांडा को चार दिनों की पुलिस हिरासत...सीलिंग विवाद पर केजरीवाल ने पीएम को लिखा खत, दी भूख... |
सौरभ शुक्ला का ज्योतिष - सौरभ शुक्ल एस्ट्रोलॉजी & बर्थ देतियाल.सौरभ शुक्ला एक बेहतरीन और जबरदस्त कलाकार है और अपने अभिनय से फिल्म जगत में एक अलग पहचान बनाई है। सौरभ शुक्ला एक अभिनेता के साथ-साथ थियेटर कलाकार, निर्देशक और स्क्रीनराइटर भी है। इनका जन्म मिथुन राशि और मिथुन ही लग्न में हुआ है जिसका स्वामी ग्रह बुध है और इनका जन्म गुरू की महादशा में हुआ है।सौरभ शुक्ला की जन्मकुंडली५ मार्च १९६३ १२.०० बजे गोरखपुरचुंकि इनका जन्म मिथुन लग्न में हुआ है इसलिए दयालुता, बुद्धिमता और वाक्पटुता के द्वारा सबको अपनी ओर आकर्षित कर लेते है। भाषणकला और विनम्रता के धनी है। मिथुन राशि होने से सिद्धान्तवादी और अनुशासनप्रिय वाला व्यक्तित्व है। लग्नेश का नवम भाव में होना व्यक्ति को भाग्यशाली बनाता है और सौरभ शुक्ला जादू का भूत है।जो बोले वो सच हो जाये ऐसा जीवन पाये बुध और सूर्य नवम में होने से इनको पैतृक संपत्ति दिलाता है और गुरू के साथ होने से सुख की प्राप्ति जीवन भर रहेगी। सौरभ शुक्ला का सूर्य पापी है किन्तु यहां पाप प्रभाव न देकर शुभ प्रभाव दें रहा है इसलिए अपने परिवार के लिए अपनी कुर्बानी देने के लिए सदा तत्पर है इसी के कारण इनको भौतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूतबा प्राप्त हो रहा है और जनसंपर्क बड़ता जायेगा। गुरू सूर्य और बुध की इनको पराक्रमी बनती है राज्यपक्ष से लाभ दिला रही है और मुकदमों में विजय दिलायेगी यदि कहा जाये तो सौरभ शुक्ला को दहकता सोना भी बोला जा सकता है। विवाह के बाद भाग्योदय होने का योग बना हुआ है। जीवन के अंतिम भाग में गंगा स्नान का सुख प्राप्त होगा।शुक्र शनि और केतु की अष्टम भाव में युति शाल्यचिकित्सा योग बना रही है और जीवनसंगनी द्वारा निकला कोई भी शब्द पत्थर की लकीर बनेगी। शनि के कारण विमलनामक विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है और जीवन में सफलता धीरे-धीरे प्राप्त करवा रहा है। प्रतिदिन कुत्ते को रोटी देने से जीवन में अधिक सफलता मिलेगी।ज्योतिर्विद बॉक्सर देव ओस्वामिदेव एस्ट्रो प्वट. लैड |
एक ही स्कूल की मिनी बस और वैन की भिड़ंत में दो छात्राओं की मौत, तीन घायल - इंडिया की दहदएक ही स्कूल की मिनी बस और वैन की भिड़ंत में दो छात्राओं की मौत, तीन घायलकोहरे और चालक की लापरवाही के कारण गांव गोविंदपुरा स्थित द्रोणाचार्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल के दो वाहनों की आमने सामने की भिड़ंत हो गई। इसमें १२वीं और सातवीं कक्षा की दो छात्राओं की मौत हो गई जबकि तीन अन्य बच्चे घायल हो गए। हादसे में एक छात्रा का पोस्टमार्टम दादरी के सिविल अस्पताल में कराया गया है जबकि दूसरी का पोस्टमार्टम मंगलवार सुबह कराया जाएगा। हादसे में घायल एक छात्र का हिसार के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। दो अन्य को मामूली चोटें आई हैं। बाढड़ा पुलिस ने मृतका छात्रा के परिजनों के बयान पर बस चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, हादसे के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी भी स्कूल पहुंचे लेकिन वहां ताला लगा मिला। विभागीय अधिकारी ने बताया कि स्कूल परिसर में मौजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने विभाग की टीम को अंदर नहीं जाने दिया। इस मामले की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है क्योंकि राजपत्रित अवकाश के बावजूद स्कूल खुला था।गांव गोविंदपुरा स्थित प्राइवेट स्कूल की वैन आर्य नगर की तरफ से स्कूल आ रही थी। दूसरी तरफ से मिनी बस बच्चों को लेने जा रही थी। स्कूल से थोड़ा आगे चलकर कोहरे की अधिकता और बस चालक की लापरवाही के कारण दोनों वाहनों की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। घटना में आर्य नगर निवासी १२वीं कक्षा की छात्रा सोनिका, प्रीति और दीपक सहित पांच बच्चे घायल हो गए। वहीं, हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। मामले की सूचना पाकर स्कूल प्रबंधन कमेटी सदस्य भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान हादसे में घायलों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां छात्रा सोनिका को मृत घोषित कर दिया गया जबकि दो घायल प्रीति और दीपक को प्राथमिक उपचार के बाद हिसार रेफर किया गया। देर शाम हिसार के एक अस्पताल में सातवीं कक्षा की छात्रा प्रीति ने भी दम तोड़ दिया। इससे पहले मामले की सूचना पाकर बाढड़ा पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और छात्रा सोनिका के शव को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को दादरी के सिविल अस्पताल में पहुंचाया और परिजनों के बयान दर्ज किए। पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी कर शव का पोस्टमार्टम कराया। मामले में स्कूल प्रबंधन से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो कई बार नंबर मिलाने के बावजूद मोबाइल स्विच ऑफ मिला।घटना के बाद मौके पर पहुंचे अभिभावकस्कूली वाहनों के टकरा जाने की घटना के बाद बच्चों के घायल होने की सूचना पर अभिभावक मौके पर पहुंचे और अपने-अपने बच्चों के बारे में जानकारी ली। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची। पुलिस ने मृतका सोनिया के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दादरी सरकारी अस्पताल पहुंचाया।महाशिवरात्रि पर था राजपत्रित अवकाशराजकीय अवकाश के दिन भी जिले के अधिकतर प्राइवेट स्कूल खुले रहे। शिक्षा विभाग इस बारे में कतई सख्ती नहीं बरत रहा है। विभाग के अधिकारियों को भी हेड ऑफिस से हिदायतें हैं कि वे सरकार के निर्देशों की पालना करवाना सुनिश्चित करे लेकिन हर राजकीय अवकाश के दिन प्राइवेट स्कूलों में कक्षाएं लगती हैं। बाढड़ा ब्लॉक के बीईओ श्रीकिशन शर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग से प्रधानाचार्य विनोद शर्मा को मौके पर भेजा गया। घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है। इस दौरान प्राचार्य को द्रोणाचार्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल की बसें अंदर मिली। वहीं स्कूल के मेन गेट पर ताला लटका मिला। शिक्षा विभाग की टीम को अंदर प्रवेश भी नहीं करने दिया गया। राजकीय अवकाश के दिन स्कूल न लगाने संबंधी निर्देश स्कूलों को भेज रखे हैं। उसके बावजूद स्कूल लगाना नियमों का उल्लंघन है इस बारे में पूरी रिपोर्ट आने के बाद विस्तारपूर्वक जांच की जाएगी।हादसे का कारण कोहरा और बस चालक की लापरवाही सामने आया है। पुलिस ने बस चालक पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हादसे में द्रोणाचार्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल की दो छात्राओं सोनिका और प्रीति की मौत हुई है जबकि अन्य को मामूली चोटें आई हैं। रामौतार, बाढड़ा थाना प्रभारीप्रेवियस मसूदपुर में बनेगा जिला स्तरीय ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलनेक्स्ट हैफेड चेयरमैन हरविंद्र कल्याण को हटाया नहीं बल्कि उनके द्वारा त्याग पत्र सौंपा गया |
दैनिक ट्रिब्यून न्यूज जम्मू-कश्मीर जाएंगे, राज्यपाल के विमान की जरूरत नहीं - दैनिक ट्रिब्यूनजम्मू-कश्मीर जाएंगे, राज्यपाल के विमान की जरूरत नहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निमंत्रण को स्वीकार करने का ऐलान करते हुए कहा वह आएंगे, लेकिन आपके विमान की जरूरत नहीं है। मलिक ने सोमवार को उन्हें घेरते हुए कहा था कि उन्होंने राहुल गांधी को कश्मीर बुलाया है और वो उनके लिए विमान भेजने के लिए तैयार हैं ताकि वह स्थिति देखने के बाद अपनी टिप्पणी करें।इस पर राहुल ने मंगलवार को ट्वीट किया, प्रिय राज्यपाल मलिक, विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल और मैं जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख की यात्रा के आपके गरिमामय न्योते को स्वीकार करते हैं। हमें विमान की जरूरत नहीं है, लेकिन कृपा कर यह सुनिश्चित करें कि हमें वहां पर लोगों तक, मुख्यधारा के नेताओं तक और वहां तैनात हमारे जवानों तक जाने तथा उनसे मुलाकात करने की छूट हो।गौर हो कि राहुल ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में लोग मर रहे हैं और स्थिति सामान्य नहीं है, जैसा कि सरकार दावा कर रही है। इसके बाद राज्यपाल ने टिप्पणी की थी।मलिक बोले- इतनी शर्तों के साथ नहीं बुलायाराहुल गांधी के जवाब पर राज्यपाल मलिक ने आरोप लगाया कि वह अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। मलिक ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता को कभी भी इतनी पूर्व शर्तों के साथ आमंत्रित नहीं किया था। उन्होंने मामले के अध्ययन के लिए इसे स्थानीय पुलिस और प्रशासन को भेजा है।कम्मंट ऑफ ऑन जम्मू-कश्मीर जाएंगे, राज्यपाल के विमान की जरूरत नहीं |
इन ३ राशियों की चमक उठेगी किस्मत, २० जून भोलेनाथ हो रहे हैं मेहरबान - डेली जीवनहोम / लाइफेशैली / इन ३ राशियों की चमक उठेगी किस्मत, २० जून भोलेनाथ हो रहे हैं मेहरबानइन ३ राशियों की चमक उठेगी किस्मत, २० जून भोलेनाथ हो रहे हैं मेहरबानआज के इस लेख में हम आपको ज्योतिष शास्त्र की उन २ भाग्यशाली राशियों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी ११ तारीख से सोई हुई किस्मत जाग उठेगी । क्योंकि इन ३ राशियों पर महादेव भोले नाथ अत्यधिक प्रसन्न हो रहे और इनकी बंद किस्मत का दरवाजा खोलेंगे । आइए जानते हैं यह भाग्यशाली राशियां कौन सी है -जिन राशियों की हम बात कर रहे हैं वह कुंभ, सिंह और मीन राशि हैं । भक्तों अगर आप भी भोलेनाथ के सच्चे भक्त है तो कमेंट में जय भोलेनाथ जरूर लिखें। जिससे भोलेनाथ आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी कर सकें।इन ३ राशियों की चमक उठेगी किस्मत, २० जून भोलेनाथ हो रहे हैं मेहरबान रेवीव्द बाय डेली जीवन ऑन जून १७, २०२० रेटिंग: ५ |
मोंड्य, ०६ अप्रैल २०२०, ११:५१ एंबो प्रदेश वर्ता, २१ मार्च, २०२०, १४:४९नई दिल्ली। दुनियाभर की ५० वैज्ञानिक संस्थाएं कोरोना वायरस का वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है। फिलहाल वैक्सीन बनाने में कामयाबी नहीं मिली है, लेकिन कई देशों में पुरानी दवाएं ही मरीजों पर कारगर सिद्ध हो रही है। अब तक कोरोना वायरस के ९१ हजार मरीजों के स्वस्थ होने का दावा किया जा रहा है। इसमें भारत के २८ मरीज भी शामिल हैं। फिलहाल पूरी दुनिया में २ लाख ७० हजार से अधिक मरीज संक्रमित हैं, जबकि 1२ हजार लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे पहले भारत में कोरोना वायरस का मरीज ठीक हुआ था। इस मरीज का इलाज केरल के शासकीय चिकित्सालय में चल रहा था।अब तक २८५ मरीज, ५ मौतेंभारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अब तक २८५ लोगों में बीमारी की पुष्टि हो चुकी है, जबकि बीमारी से मरने वालों की संख्या ५ हो गई है। पिछले २4 घंटे में १४५०0 लोगों की टेस्टिंग की गई है। |
द्र. नीरज दैया: देसूंटो " सबद में ई हुवै देसदेसूंटो " सबद में ई हुवै देस- बुलाकी शर्मानीरज दइया का कवि-मन अपने सर्जक-पिता के समय वियोग से संवेदित, वयथित एवं कारुणिक रहा है। अपने पहले राजस्थानी कविता-संग्रह साख में वियोग से उपजी पीड़ा, हताशा, लाचारी, पिता की अमिट स्मृतियों को उन्होंने सघन अनुभूतियों सहित रूपाकृति दी, वहीं लंबी कविता देसूंटो तक आकर पितृ-वियोग को उनकी पीड़ा वैयक्तिक से सार्वभौमिक बन गई है। यहां सांवरा (सांवर दइया) कवि का सर्जक ही नहीं, विश्व-सर्जक के रूप से उपस्थित हुआ-यूं है सांवरा/ म्हैं थारी रचना/ थूं म्हारो सिरजक/ ओ सांच है / कै म्हारो सिरजक।प्रयोगशील कवि नीरज देसूंटो में स्वप्न और सत्य, श्वास और स्वप्न, पिता और परमपिता, भाग्य और कर्म, वैश्विक गति-अगति सदृश्य प्रश्नों को उकेरते, ऐसी द्वंद्वात्मक स्थिति से मुठभेड़ करते उत्तर तलाशते हैं।सुपनां अर सांच मांय/ घणो आंतरो नीं हुया करै सुपनां ई हुया करै सांच/ अर सांच रा ईज आया करै सुपनां।कवि स्वयं के सृष्टा से अलग इस जीवन को देसूंटो यानी निर्वासन की संज्ञा देता है लेकिन यहां निर्वासन अनेक रूपों में उपस्थित हुआ है। स्वपनों में भी कई देश होते हैं और उनका खंडित होना भी निर्वासन है। दूरस्थ अदृश्य लोक में निपट अकेला बैठा सर्जक अपनी सर्जना की अनुपस्थिति में निर्वासन ही भोग रहा होता है। स्वप्न, स्वप्नों में देश, देशों से निर्वासन, फिर भी स्वपनों में उन देशों का जीवित रहना सदृश्य आंतरिक मनःस्थिति को कवि ने शैल्पिक कौशल से बहुत रागात्मकता से उकेरा है। देसूंटो की व्यथा इन पंक्तियों में गहन हो गई है- देसूंटो पछै/ पड़ै ठाह देस री कै कांई हुवै / कोई देस। निर्वासित सर्जक स्वयं को संतुलित अविचलित बनाए रखता है क्यों कि वह जानता है कि सिरजक खातर/ सबद में ई हुवै देस।ज्ञान प्रकाशन मंदिर बीकानेर से सद्य प्रकाशित एवं लोकार्पित युवा कवि नीरज दइया की यह लंबी कविता देसूंटो राजस्थानी काव्य परंपरा में लंबी कविता का विधिवत शुभारंभ है। कवि की संवेदनशीलता, अंतर्मन को उद्वेलित करने की सामर्थ्य, शैल्पिक प्रयोगशीलता, विषय की नवीनता एवं अनुभूतियों की सघनता के कारन देसूंटो राजस्थानी काव्य में अपना विशिष्ट स्थान बनाएगी।अक्टूबर २००० दैनिक भास्कर, बीकानेर |
चीन नियंत्रण अभिगम एफडीए के लिए काली सुरक्षा परिधि बाड़ लगाना निर्माताविवरण:कंट्रोल एक्सेस एफडीए,ब्लैक सिक्योरिटी परिधि बाड़,ब्लैक सिक्योरिटी कंट्रोल एक्सेसकंट्रोल एक्सेस एफडीए,ब्लैक सिक्योरिटी परिधि बाड़,ब्लैक सिक्योरिटी कंट्रोल एक्सेसहोम > उत्पादों > वेल्डेड तार बाड़ लगाना > ३ डी वेल्डेड तार बाड़ लगाना > नियंत्रण अभिगम एफडीए के लिए काली सुरक्षा परिधि बाड़ लगाना१. इस काले सुरक्षा परिधि बाड़ का आकार ९ गेज तार, २ "क्स ४" छेद का आकार और ५ 'क्स ७' है।२. काले सुरक्षा परिधि बाड़ उच्च सुरक्षा क्षेत्र में लगाए जाते हैं जहां बाड़ आवश्यक या वांछनीय है।वेल्डेड वायर फेंसिंग स्टील वायर द्वारा ४ मिमी से ६ मिमी के तार गेज के साथ बनाई जाती है। छेद के आकार के अनुसार बाड़ को विभिन्न प्रकारों में विभाजित किया जाता है। सुंदरता और फर्म संरचना को बेहतर बनाने के लिए पैनलों में मोड़ जोड़े जाते हैं ताकि बाड़ को नाम दिया जाए। ३ डी वेल्डेड वायर फेंसिंग या ट्राएंगल झुका हुआ वेल्डेड वायर बाड़। |
वैसे तो देवी माँ की पूजा के लिए प्रत्येक दिन ही अपने आप में श्रेष्ठ है परंतु नवरात्र के नो दिन देवी माँ की उपासना के लिए बहुत विशेष महत्व रखते हैं, हिन्दू वैदिक पंचांग के अनुसार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्र आरम्भ होते हैं और अश्विन मास में होने के कारण इन्हे हम अश्विन नवरात्र भी कहते हैं नवरात्र के नौ दिन देवी माँ की उपासना के लिए बहुत विशेष महत्व रखते हैं जगत के कल्याण के लिए उस आदि शक्ति ने अपने तेज को नौ अलग अलग रूपों में प्रकट किया जिन्हें हम नव-दुर्गा कहते हैं और नवरात्री का समय माँ दुर्गा के इन्ही नौ रूपों की उपासना का समय होता है जिसमे प्रत्येक दिन देवी माँ के अलग अलग रूप की पूजा की जाती है - नवरात्री में देवी के नौ रूपों में से प्रथम दिन "माँ शैलपुत्री" की पूजा की जाती है दूसरे दिन "ब्रह्मचारिणी" स्वरुप की तीसरे दिन "चंद्रघंटा" चौथे दिन "कुष्मांडा" पांचवे दिन "स्कन्दमाता" छटे दिन "कात्यायनी" सातवे दिन "कालरात्रि" आठवे दिन "महागौरी" तथा नवरात्रि के नौवे दिन माँ "सिद्धिदात्री" की पूजा की जाती है।श्लोक - प्रथमं शैलपुत्री च द्वितयं ब्रह्मचारिणी। तृतीयं चन्द्रघण्टेति कुष्मांडेति चतुर्थकं।।पंचमं स्कन्दमातेति षष्टम कात्यायनीति च। सप्तमं कालरात्रीति महागौरी चाष्टमम ।।नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा: प्रकीर्तितः।इस बार विशेष -इस बार शारदीय नवरात्रि का आरम्भ २९ सितम्बर रविवार के दिन से हो रहा है २९ सितम्बर से ८ अक्टूबर तक नवरात्रि का पर्व मनाया जायेगा जिसमे २९ तारिख को देवी माँ का आगमन होगा इसी दिन सभी के घरों में देवी माँ के निमित्त कलश स्थापना की जाएगी २९ सितम्बर से ७ अक्टूबर तक नवरात्र रहेंगे और ८ अक्टूबर को विजय दशमी यानि दशहरे के दिन नवरात्रि का समापन होगा और कलश विसर्जन किया जायेगा।इस बार नवरात्रि के नो दिनों को देखें तो ज्योतिषीय दृष्टि से इस बार नवरात्रि की तिथियों में कोई भी तिथि घट या बढ़ नहीं रही है सभी तिथियां सीरियलवाईज पूरे दिन उपस्थित रहेंगी जिसमे २९ तारिख को पहला नवरात्रा यानि के प्रतिपदा होगी ३० तारिख को द्वितीया १ तारिख को तृतीया २ तारिख को चतुर्थी ३ तारिख को पंचमी ४ तारिख को षष्ठी ५ तारिख को सप्तमी ६ तारिख को दुर्गा अष्टमी और ७ तारिख को महा नवमी होगी और ८ तारिख को नवरात्रि के समापन के साथ विजय दशमी का पर्व मनाया जायेगा।जिस दिन नवरात्रि का आरम्भ होता है उस दिन देवी माँ एक विशेष वाहन पर सवार होकर धरती पर आती हैं और इस बार रविवार से नवरात्रि का आगमन है जिस कारण इस बार देवी माँ का वाहन हाथी है और देवी माँ का आगमन हाथी पर होगा जिसे धन धन्य और समृद्धि को बढ़ाने वाला माना गया है।इस तरह करें नवरात्रि का आरम्भ -नवरात्रि में देवी माँ की पूजा के लिए जहाँ कुछ लोग अपने घर में नौ दिनों के लिए देवी माँ की प्रतिमा स्थापित करते हैं तो अधिकांश लोग कलश या घट स्थापना भी करते हैं... तो इसके लिए नवरात्रि के पहले दिन यानि के प्रतिपदा को अपने घर के पूजास्थल के पास या अपने घर के ईशान कोण में एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर देवी माँ की प्रतिमा को स्थापित करें और अगर आपको कलश स्थापना करनी है तो इसे भी आप अपने घर के पूजा स्थल के पास या फिर अपने घर के ईशानकोण में स्थापित करें और नवरात्रि के नौ दिन नियमित रूप से धूप दीप मिष्ठान फल फूल द्वारा माँ की आराधना करें।घट स्थापना का शुभ समय - इस बार घट स्थापना के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह ९ बजकर ५६ मिन्ट पर शुरू होकर दोपहर १२ बजे तक रहेगा , २९ तारिख की सुबह सुबह ९:५६ से स्थिर लग्न शुरू हो जाएगी जो १२ बजे तक रहेगी और इसी बीच लाभ और अमृत के शुभ चौघड़िया मुहूर्त भी चल रहे होंगे इसलिए इस बाद घट स्थापना के लिए सुबह ९:५६ से १२ बजे तक का समय श्रेष्ठ रहेगा।अब नवरात्रि के विषय में एक और ख़ास बात ये है के नवरात्रि के नौ दिनों का समय धर्मित और आध्यात्मिक रूप से तो बहुत श्रेष्ठ होता ही है और इस समय में की गयी साधना मंत्र जाप दान आदि बहुत श्रेष्ठ परिणाम देने वाले होते हैं लेकिन ज्योतिषीय दृष्टि से भी नवरात्रि का समय अपने आप में एक सिद्ध मुहूर्त का समय होता है जिस समय में किये गए सभी कार्यों में आपको अच्छे परिणाम मिलते हैं इसलिए इस समय को किसी भी नए कार्य की शुआत करने के लिए भी बहुत शुभ माना गया है इसमें आप नीव पूजन, गृहप्रवेश, ऑफिस ओपनिंग, बिजनेस स्टार्ट और वाहन खरीदने जैसे सभी कार्य किये जा सकते हैं।नवरात्रि के समय नौ दिन देवी माँ की विशेष पूजा होती है और इस समय में देवी माँ को श्रद्धा से अर्पित की गयी किसी भी वस्तु को माँ स्वीकार करके आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं अपनी मनोकामना की सफलता के लिए नवरात्र के नौ दिन रोज देवी माँ को ये वस्तुएं अर्पित करें -अच्छे स्वास्थ के लिए - देवी माँ को फल अर्पित करें।तीव्रबुद्धि की प्राप्ति के लिए - देवी माँ को पिस्ते की मिठाई अर्पित करें।शिक्षा में सफलता के लिए - बेसन से बना हलवा अर्पित करें।करियर की सफलता के लिए - देवी माँ को गुलाब जामुन अर्पित करें।शीघ्र विवाह हेतु - स्त्रियाँ श्रृंगार और सूजी का हलवा तथा पुरुष चावल की खीर अर्पित करें।आर्थिक समृद्धि के लिए - मखाने से बनी खीर देवी माँ को अर्पित करें।शत्रु बाधा से मुक्ति के लिए - पीली मिठाई अर्पित करें।कर्ज बाधा से मुक्ति के लिए - गुड़ से बनी मिठाई अर्पित करें।अपने सभी कार्यों की सफलता के लिए के लिए - पंचमेवा से बना सूजी का हलवा अर्पित करें। |
दैनिक्भास्कर.कॉम| लास्ट मोडीफीड - मई १३, २०१८, ११:५८ प्म इस्टमुंबई. आईपीएल-११ के ४७वेें मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने मुंबई इंडियंस को ७ विकेट से हरा दिया। मुंबई के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में राजस्थान ने २०११ के बाद पहली जीत हासिल की है। अंजिक्य रहाणे की टीम ने १६९ रन के टारगेट को १८ ओवर में ३ विकेट खोकर हासिल कर लिया। जोस बटलर ने सबसे ज्यादा ९४ रन बनाए। उन्हें मैन ऑफ द मैच अवार्ड दिय इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई ने २० ओवर में ६ विकेट पर १६8 रन बनाए। इविन लुईस ने ६० की पारी खेली।बॉलिंग: जसप्रीत बुमराह: ३-०-३४-१, मिशेल मैक्लेनाघन: ४-०-२८-०, क्रुणाल पंड्या: ४-०-२४-०, हार्दिक पंड्या: ४-०-५२-२, मयंक मार्कंडेय: ३-०-३२-०.रन: १६8/६, ओवर: २०, एक्स्ट्रा: ९.विकेट: 8७/१, 8७/२, १०8/३, ११९/४, १३७/५, १६६/६.बॉलिंग: कृष्णप्पा गौतम: २-०-२३-०, धवल कुलकर्णी: ४-०-४३-१, जोफ्रा आर्चर: ४-०-१६-२, बेन स्टोक्स: ४-०-२६-२, श्रेयस गोपाल: २-०-२१-०, जयदेव उनादकट: ४-०-३७-१.मुंबई इंडियंस: सूर्यकुमार यादव, इविन लुईस, रोहित शर्मा (कप्तान), ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, बेन कटिंग, क्रुणाल पंड्या, जेपी डुमिनी, मिशेल मैक्लेनाघन, मयंक मार्कंडेय, जसप्रीत बुमराह। |
लेके कावडिया देवघर नगरिया - लेके कंवरिया वित लिरिक्स | पक्भोजपुरी.इन्होम भोजपुरी भजन सोंग लेके कावडिया देवघर नगरिया लेके कंवरिया वित लिरिक्सलेके कावडिया देवघर नगरिया लेके कंवरिया वित लिरिक्ससावन की मस्ती में कावडियो की भीड़ से भरा गीत लेके कावडिया देवघर नगरिया जिसे अरविंद अकेला कल्लू जी ने अपनी रसीली और रंगीली आवाज़ में गाकर सुनाया| भोले भंडारी के गीत में भक्तो की भीड़ हिमाचल पर्वत पर शिव की भक्ति में रंगे भक्त जाते हैं| सावन के महीने में रंगो में रंगे गीत को नये आल्बम देवघर ब्यूटिफुल लगता के साथ देखिए|सोंग : लेके कंवरिया देवघर नागरियाक्लिक तो वाच लेके कंवरिया देवघर नागरिया भोजपुरी सोंग नो इन फुल हद.अपनी जान को कावडिया यात्रा में ले जाता साजन भोले के जयकारे ज़ोर ज़ोर से लगाने लगा| बाबा की सेवा पूजा में सभी दीन दुखियो की टोली जमकर गुण गान करती हैं| भोले के दर पर जाकर अपनी मन्नत को माँगकर कृपा की उम्मीद बनाई|लेके कंवरिया देवघर नागरिया सोंग लिरिक्सलेके कावरिया चाला द्ववरिया भोले के जान बोल बम बोल बम क्स२तधिया थाकी ना जान बोले ये सईया बोल बम बोल बमरहिया लागी रे आस्ं बोलिया रे बोल बम बोल बम क्स२(जो सईया उठी बुसीया कोना के पाईयादेविया में आई जाई ढोखि ना हो पाई) क्स२सेवा के बाबा के हरदम राहिला ध्यान बोल बम बोल बम क्स२(सब दुख दूर रहिए हटी ऐसे मंतरपोहरी म्हाम पोरी छाला पोदी ना कंकर )क्स२भोला जी के महीना राजा हट म्हां बोल बम बोल बम क्स२(भोला जी के पूजा राहिले पहेले श्री राम जीइनके कृपा से बिगेडे ना उनका कांजी )क्स२आशीष सुनील कोलवा थोरे बखान बोल बम बोल बम क्स२सजधज कर हिमाचल पर्वत पर बैठे शिव जी की सुंदर महिमा का गीत पक्भोजपुरी.इन पर देखिए| मंदिर की शोभा बढ़ाने के लिए भक्तो द्वारा फूला का हार शिव जी को अर्पण किया गया|प्रेवियस आर्टियलसहल ना जाता जुदाई हो | सहल ना जाता जुदाई हो वित लिरिक्सनेक्स्ट आर्टियलजिंदगी आएगो लम्हार लड़ाई हा | जिंदगी आएगो लम्हार वित लिरिक्सहोके जुदा मेरे यार | आलोक, घुंघरू | लिरिक्स |
क्या आजकल बैंक में सेविंग अकाउंट खोलने के लिए मिनिमम ३००० रखना ज़रूरी है, कौन सा ऐसा बैंक है जिसमें कम डिपॉजिट रख सकते हैं? क्या आजकल बैंक मैं संविंग एकाउन्ट खोलने के लिए मिनिमम र्स रखना ज़रूरी हैं कौन सा ऐसा बैंक हैं जिसमें कम डिपोसित रख सकते हैं | वोकलपैसेव्यक्तिगत संचयबैंक खातेबेटा का प्रश्न है कि क्या आजकल बैंक में सेविंग अकाउंट खोलने के लिए मिनिमम तीन यार बैलेंस रखना जरूरी है और कौन सा ऐसा बैंक है जिसमें कम डिपाजिट सकते हैं तो बताना चाहेंगे कई सारे ऐसे बैंक है जिसमें आप की अदालत लिमिट है किसी में ढाई हजार किसी ने २०१० में १००० के हिस्से में ३००० ३००० बैंक से उसने भी साज होते हैं अगर आप चेक बुक नहीं लेते हैं तो आपके ४० कम कर दिया जाता है तो वह आप देख लीजिए और अलग बैंकों में जिसमें आप खिलाना चाहते हैं उसका कितना मैडम डिपॉजिट रखना होगा वह आपको वहीं से पता चलेगा धन्यवादबेटा का प्रश्न है कि क्या आजकल बैंक में सेविंग अकाउंट खोलने के लिए मिनिमम तीन यार बैलेंस रखना जरूरी है और कौन सा ऐसा बैंक है जिसमें कम डिपाजिट सकते हैं तो बताना चाहेंगे कई सारे ऐसे बैंक है जिसमें आप की अदालत लिमिट है किसी में ढाई हजार किसी ने २०१० में १००० के हिस्से में ३००० ३००० बैंक से उसने भी साज होते हैं अगर आप चेक बुक नहीं लेते हैं तो आपके ४० कम कर दिया जाता है तो वह आप देख लीजिए और अलग बैंकों में जिसमें आप खिलाना चाहते हैं उसका कितना मैडम डिपॉजिट रखना होगा वह आपको वहीं से पता चलेगा धन्यवादबेटा का प्रशना हैं की क्या आजकल बैंक मैं संविंग एकाउन्ट खोलने के लिए मिनिमम तीन यार बैलेंस रखना ज़रूरी हैं और कौन सा ऐसा बैंक हैं जिसमें कम डिपोसित सकते हैं तोह बताना चाहेंगे कई सारे ऐसे बैंक हैं जिसमें आप की अदालत लीमित हैं किसी मैं ढाई हज़ार किसी ने २०१० मैं १००० के हिस्से मैं ३००० ३००० बैंक से उसने भी साज होते हैं अगर आप चेक बुक नहीं लेते हैं तोह आपके ४० कम कर दिया जाता हैं तोह वह आप देख लीजिये और अलग बाँकों मैं जिसमें आप खिलाना चाहते हैं उसका कितना मैडम डिपोसित रखना होगा वह आपको वहीं से पता चलेगा धन्यवादआई व कलमंडा में अगर करता हैजवाब पढ़ियेबैंक अकाउंट खुलवाना है तो आपको को उसके लिए जिस बैंक में आपको खुला नाइस बैंक में जाना पड़ेगा वहां से एक आपको फॉर्म लेना पड़ेगा चार पांच पेज का बड़ा सा फॉर्म आता है उसमें जो भी चीजें पूछे गए हैं वह कॉम जवाब पढ़ियेक्या बैंक अकाउंट का नंबर बदल सकते हैं? ...क्या बैंक एकाउन्ट का नंबर बादल सकते हैंबैंक अकाउंट नंबर नहीं बदल सकताजवाब पढ़ियेक्या बैंक अकाउंट में मोबाइल नंबर बदल सकते हैं? ...क्या बैंक एकाउन्ट मैं मोबाइल नंबर बादल सकते हैंजी हां बिलकुल चाहे तो अपने बैंक के अकाउंट में पहले जो मोबाइल नंबर दे रखा था आप चाहे तो उन्हीं चेंज भी कर सकते हैं इन के लिए एप्लीकेशन देने होती और जिस ब्रांच में आपके अकाउंट है उस ब्रांच में विजिट करकजवाब पढ़ियेऐसा जानना चाहते हैं अकाउंट क्या है तो अकाउंट जैसे कि सेविंग अकाउंट होते हैं आपका बैंक अकाउंट होता है आपका आधार अकाउंट होते हैं तो वैसे अकाउंट बहुत सारे होते हैं सभी अकाउंट या करंट अकाउंट में पैसे रख सजवाब पढ़ियेमैं बैंक अकाउंट खोलना चाहता हूँ, इसके लिए पैसा लगेगा या नहीं? ...में बैंक एकाउन्ट खोलना चाहता हूँ इसके लिए पैसा लगेगा या नहींजन धन योजना के अंदर राजा आना चाहते हैं तो अपने आधार कार्ड को एडजस्ट को लेकर के किस लाइन में चले जाइए वहां पर आपका जनधन अकाउंट खोल दिया जाएगाजवाब पढ़ियेम्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए कौन सा अकाउंट होना चाहिए? ...मुच्युअल फंड मैं निवेश करने के लिए कौन सा एकाउन्ट होना चाहिएम्यूचल फंड के लिए कोई भी अकाउंट नहीं होना चाहिए किसी भी बैंक में जाकर आप म्यूच्यूअल फंड रह कर सकते हैं ले सकते हैं यदि ऑनलाइन लेना चाहते हैं आप तो ऑनलाइन आप जो सेविंग अकाउंट किसी बैंक का उसमें ऑनलाइन जवाब पढ़ियेपेटीएम बैंक जो है तो बहुत ही अच्छी है क्योंकि जो पेत्म नया पर पेमेंट बैंक आया है उसमें आई लाइक यू है इसमें कि जो भी पेत्म पासवर्ड इसको यूज किया जाता कि इन शार्ट करके करके आपको जो अकाउंट है बिल्कुल पूरजवाब पढ़ियेएस्क्रो अकाउंट क्या है ? ...एस्क्रो एकाउन्ट क्या हैं ?स्क्रीन टच मी एक टेंपररी अकाउंट होता है जो कि बाहर जो खरीद रहा है और जो बेच रहा है उसके बीच में थर्ड पार्टी अर्जेंट होता है मतलब करो अर्जेंट होता है उसके पास अग्रीमेंट होता है जबकि जो अग्रीमेंट के अनुजवाब पढ़ियेगूगल प्ले एप्लीकेशन में पैसे फस जाते हैं क्यों बैंक अकाउंट में ट्रांसफर नहीं होता? ...गूगल प्ले आप्लिकेशन मैं पैसे फस जाते हैं क्यों बैंक एकाउन्ट मैं ट्रांसएर नहीं होता<हत्मल><बॉडी><प>क़हध्हद्ड इस्ज ज्स दन&नब्स्प; </प> </बॉडी></हत्मल>जवाब पढ़ियेलेकिन बैंक में जो सेविंग अकाउंट खोलते हैं उसके लिए मिनिमम ३००० देखिए ऐसा कुछ भी नहीं है जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट भी आप खोल सकते हैं आप किसी भी अगर आप सरकारी या निजी बैंक में अगर आप जाते हैं वहां पर आपको कम डिपॉजिट जीरो मिनिमम बैलेंस बीएफ रख सकते हैं और जैसे कि एचडीएफसी हो गया कोई टेक हो गया आईडीबीआई बैंक हो गया से काफी बैंक से जिसमें कि हमेशा आप कभी भी जाकर जो है जीरो बैलेंस खाता खुलवा सकते हैं इसके अलावा आप एसबीआई बैंक जो है वह सरकारी बैन क्यों वहां पर भी अब जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट खुलवा सकते हैंलेकिन बैंक में जो सेविंग अकाउंट खोलते हैं उसके लिए मिनिमम ३००० देखिए ऐसा कुछ भी नहीं है जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट भी आप खोल सकते हैं आप किसी भी अगर आप सरकारी या निजी बैंक में अगर आप जाते हैं वहां पर आपको कम डिपॉजिट जीरो मिनिमम बैलेंस बीएफ रख सकते हैं और जैसे कि एचडीएफसी हो गया कोई टेक हो गया आईडीबीआई बैंक हो गया से काफी बैंक से जिसमें कि हमेशा आप कभी भी जाकर जो है जीरो बैलेंस खाता खुलवा सकते हैं इसके अलावा आप एसबीआई बैंक जो है वह सरकारी बैन क्यों वहां पर भी अब जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट खुलवा सकते हैंलेकिन बैंक मैं जो संविंग एकाउन्ट खोलते हैं उसके लिए मिनिमम र्स देखिए ऐसा कुछ भी नहीं हैं ज़ीरो बैलेंस संविंग एकाउन्ट भी आप खोल सकते हैं आप किसी भी अगर आप सरकारी या निजी बैंक मैं अगर आप जाते हैं वहाँ पर आपको कम डिपोसित ज़ीरो मिनिमम बैलेंस ब्फ रख सकते हैं और जैसे की हदफ्क हो गया कोई टके हो गया इदबी बैंक हो गया से काफ़ी बैंक से जिसमें की हमेशा आप कभी भी जाकर जो हैं ज़ीरो बैलेंस खाता खुलवा सकते हैं इसके अलवा आप सबी बैंक जो हैं वह सरकारी बन क्यों वहाँ पर भी अब ज़ीरो बैलेंस संविंग एकाउन्ट खुलवा सकते हैंरोलेटेड सर्चस:क्या आजकल बैंक मैं संविंग एकाउन्ट खोलने के लिए मिनिमम र्स रखना ज़रूरी हैं कौन सा ऐसा बैंक हैं जिसमें कम डिपोसित रख सकते हैं,नोवाडास, तो ओपन आ संविग्स एकाउन्ट इन आ बैंक, इट इस नेकेस्सरी तो कीप थे मिनिमम ३०००, व्हिच इस आ बैंक इन व्हिच तेरे कन बे लेस डिपोइट्स?, |
प्म मोदी की चेतावनी: गोरक्षा के नाम पर किसी की हत्या स्वीकार्य नहीं, गांधी जी से सीखें गोरक्षा करना सिटी ध्वनिप्म मोदी की चेतावनी: गोरक्षा के नाम पर किसी की हत्या स्वीकार्य नहीं, गांधी जी से सीखें गोरक्षा करनागुजरात की दो दिवसीय यात्रा के तहत पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह अहमदाबाद पहुंचे। पीएम मोदी ने को कहा कि गौ-भक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं की जा सकती। यहां साबरमती आश्रम में दिए गए भाषण में मोदी ने कहा, समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है। साबरमती आश्रम की स्थापना के १०० वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा, गौ-भक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं की जाएगी। महात्मा गांधी आज होते तो इसके खिलाफ होते।मोदी ने कहा कि दूसरों के खिलाफ हिंसा करना राष्ट्रपिता के आर्दशों के विरूद्ध है। उन्होंने कहा, गौ भक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं है। इसे महात्मा गांधी कभी स्वीकार नहीं करते। प्रधानमंत्री ने कहा, चलिए सभी मिलकर काम करें। महात्मा गांधी के सपनों का भारत बनाते हैं। एक ऐसा भारत बनाते हैं जिस पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को गर्व हो। उन्होंने कहा, देश में किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।प्रधानमंत्री का यह बयान गोरक्षा के नाम पर हिंसा की बढ़ती घटनाओं की पृष्ठभूमि में आया है। पिछले दिनों मथुरा जा रही एक ट्रेन में एक मुस्लिम युवक की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। हमला करने वालों ने युवक और उसके साथ के लोगों पर फब्तियां कसी तथा उनको गोमांस खाने वाले और देशद्रोही कहा। मोदी ने कहा, हिंसा से कभी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ और न होगा।पीएम मोदी गुजरात दौरे के राजकोट में रोडशो करेंगे और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अन्य कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस वर्ष मोदी की यह चौथी गुजरात यात्रा है।गौरतलब है कि प्रदेश में वर्षांत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव गुजरात भाजपा के लिए नाक का सवाल है क्योंकि यह प्रधानमंत्री का गृह प्रदेश है। मोदी उत्तरी गुजरात के अरावली जिले के मोदासा जाएंगे, जहां वह ५५२ करोड़ रुपये की लागत से दो जलापूर्ति योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वह वहां एक अनौपचारिक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।जून २९, २०१७ कट मीडिया सॉल्यूशनसेवंट, नेशनल, पॉलिटिकस्प्रेवियस पोस्ट ब्जप ने घेरी विधानसभा, विशेष सत्र को राजनीति से प्रेरित बतायानेक्स्ट पोस्ट फेसबुक पर प्रेम जाल में फंसाकर सबकुछ लूट लेती थी कातिल प्रेमिका |
जब वृद्धाआश्रम पहुंचे थे सुशांत सिंह राजपूत, देखिए भावुक करने वाला वीडियो | जब वृद्धाआश्रम पहुंचे थे सुशांत सिंह राजपूत, देखिए भावुक करने वाला वीडियोहोम बॉलिवुड जब वृद्धाआश्रम पहुंचे थे सुशांत सिंह राजपूत, देखिए भावुक करने वाला वीडियोहोम बॉलिवुड जब वृद्धाआश्रम पहुंचे थे सुषजब वृद्धाआश्रम पहुंचे थे सुशांत सिंह राजपूत, देखिए भावुक करने वाला वीडियोबाय नीतु जून ३०, २०२०, २:५१ प.म. १कअदिति त्यागी - बॉलीवुड (बॉलिवुड) का वो होनहार सितारा तो अब हमे छोड़ कर जा चुका है , रह गयी हैं तो बस अब उनसे जुडी कुछ खास यादें। सुशांत सिंह राजपूत (सुशांत सिंह राजपूत) को गुजरे हुए अब १६ दिन का वक़्त हो चुका है लेकिन अभी भी उनके जाने का गम कोई भुला नहीं सका है। सुशांत सिंह राजपूत अपनी एक्टिंग में तो माहिर थे ही , साथ ही उन्हें विज्ञान से जुडी बातों का भी काफी ज्ञान था। अक्सर उनसे जुड़े कुछ वीडियोस और फोटोज सोशल मीडिया पर सामने आते रहते हैं। अब ऐसा ही सुशांत सिंह राजपूत का एक दिल को छु जाने वाला वीडियो (विडियो)सामने आया है जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सुशांत एक वृद्धाश्रम में नजर आ रहे हैं।वीडियो की बात करे तो वीडियो में एक बुजुर्ग महिला व्हील चेयर पर बैठी हुई हैं और सुशांत सिंह राजपूत उस महिला के सामने घुटनों पर बैठे हुए हैं और उनसे कुछ बातें भी करते दिखाई दें रहे हैं। इसके थोड़ी ही देर बाद वो महिला का हाथ लेकर अपने सिर पर आशीर्वाद देने के लिए रखते हैं। इस वीडियो के सामने आने से इतना तो साफ जाहिर है कि सुशांत काफी भावुक थे और उनका दिल सोने का बना था। एक स्टार होने के बावजूद भी वो आम लोगो से भी उतना ही प्यार करते थे।आपको बता दें कि इससे पहले भी सुशांत के ऐसे कई वीडियोज सामने आ चुके हैं जिसमें अभिनेता आर्म्ड फोर्सेज को खुदजिसमें वो आर्मी पैंट पहने आर्मी पर्सन को रोटियां परोसते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में आर्मी के लोग सुशांत के लिए तालियां भी बजा रहे हैं।इस वीडियो में सुशांत की मुस्कुराहट देखने लायक है।अपने हाथो से खाना खिलाते हुए नजर आये थे।। सुशांत को आर्मी से काफी लगाव था।१4 जून को सुशांत ने अपने बांद्रा स्थित घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उनके निधन के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर बहस छिड़ी हुई है। कहा तो यह भी जा रहा है नेपोटिस्म के चलते सुशांत को सात बड़े बैनर की फिल्मों से हाथ धोना पड़ा था जिसकी वजह से वो पिछले ६ महीनो से से डिप्रेशन का शिकार थे। |
रॉयल प्लाजा होटल १९३ प्रिंस एडवर्ड रोड वेस्ट, कौलूँ राजा बिस्तर को ४ मिनट, ३२ सेकंडथे व्हेरने गुआंग डाँग होटल ५७-७३ लोकहार्ट रोड सुपीरियर, नाश्ते के साथ को ४ मिनट, ३२ सेकंडहार्बर प्लाजा रिसॉर्ट सिटी नो.१८ तीन यान रोड सुपीरियर को २० मिनट, ३२ सेकंडकिंबर्ले होटल २८, किंबर्ले रोड स्टैंडर्ड को २३ मिनट, ३२ सेकंड६० वेस्ट होटल ६०-6४ देस वोयुक्स रोड वेस्ट, शेंग वन डीलक्स दो बिस्तर को ३७ मिनट, ३२ सेकंडयदि आप हाँग काँग में सुविधाजनक स्थान पर स्थित होटल ढूँढ रहे हैं, तो कनिट ऑन व्यनधाम अपार्टमेंट से बेहतर कुछ नहीं। यहाँ से, अतिथि शहर के उन सभी स्थानों पर आसानी से जा सकते हैं जो इस जीवंत शहर के पास हैं। और आपमें से जिन्हें बाहर घूमना पसंद है, सेन्स ऑफ टूच, ग्रोटो फाइन आर्ट, लान कवाई फाँग वे कुछ आकर्षण हैं जो आगंतुकों को उपलब्ध हैं। कनिट ऑन व्यनधाम अपार्टमेंट त्रुटिरहित सेवाएँ और यात्रियों को स्फूर्ति देने वाली सभी आवश्यक सुविधाएँ देती है। कक्ष सेवा, सुरक्षित जमा बॉक्स, स्मोकिंग क्षेत्र, यात्रायें, दरबान वे कुछ सुविधाएँ हैं जो कनिट ऑन व्यनधाम अपार्टमेंट को शहर के अन्य होटलों से अलग बनाती है। इसके अलावा, सभी अतिथिगृहों में वातानुकूलन, टेलीविजन एल.सी.डी./प्लाज्मा स्क्रीन, इंटरनेट एक्सेस (वायरलेस), किचनेट, टेलीविजन जैसी कई सुविधाएँ हैं जो बारीकी देखने वाले अतिथियों को भू संतुष्ट करती हैं। इसके अलावा, होटल में मनोरंजन की कई सुविधाएँ हैं जो यह सुनिश्चित करता है कि आपके प्रवास के दौरान आपके पास करने के लिए बहुत सारी चीज़ें हो। जब आप हाँग काँग में आरामदेह और सुविधाजनक प्रवास चाहते हों, तो कनिट ऑन व्यनधाम अपार्टमेंट में घर से दूर अपना दूसरा घर तलाशें। यीन सर्विसेड अपार्टमेंटव्यवसाय और विश्राम दोनों तरह की यात्राओं के लिए उपयुक्त, होलिडे इन एक्सप्रेस होंग काँग सोहो आदर्श रूप से होंग काँग सेंट्रल / शेंग वन एरिया में स्थित है; जो शहर का एक सर्वाधिक लोकप्रिय स्थान है। यहाँ से, अतिथि शहर के उन सभी स्थानों पर आसानी से जा सकते हैं जो इस जीवंत शहर के पास हैं। इस आधुनिक होटल एंटीक स्ट्रीट / हॉलीवुड रोड, शेंग वन म्त्र स्टेशन, मन मो टेम्पल जैसे लोकप्रिय शहर आकर्षणों के पास है। सरल शब्दों में, वे सभी सेवाएँ और सुविधाएँ जिनकी आपको इंटरकॉण्टिनेंटल होटल्स ग्रुप से अपेक्षा है बस आपके घर की सुविधा में है। होटल की कुछ सविधाओं में यात्रायें, दरबान, बैठक की सुविधायें , रेस्टोरेंट, सार्वजनिक क्षेत्रों में वाई-फ़ाई शामिल है। इसके अलावा, सभी अतिथिगृहों में अंदर से जुड़े कमरे उपलब्ध, दैनिक समाचार पत्र, धूम्रपान रहित कमरे, हेयर ड्रायर, इंटरनेट एक्सेस (वायरलेस) जैसी कई सुविधाएँ हैं जो बारीकी देखने वाले अतिथियों को भू संतुष्ट करती हैं। इसके अलावा, होटल में मनोरंजन की कई सुविधाएँ हैं जो यह सुनिश्चित करता है कि आपके प्रवास के दौरान आपके पास करने के लिए बहुत सारी चीज़ें हो। होलिडे इन एक्सप्रेस होंग काँग सोहो में पेशेवर सेवाओं का शानदार मिश्रण और कई अन्य सुविधाएँ पाएँ। ९९ बोनहम |
तितले: आ १४-ईयर-ओल्ड बॉय प्रिसेंट वित पेन,फिवर,ग्रेडुअली इन्क्रियासिंग स्वेलिंग ऑफ लोअर एण्ड ऑफ फेमर फॉर लास्ट ३ मोंट्स.क्स-राय शोज प्रीमितिव चोंड्राल एक्सपनसीले लेशन एंड तें कल्सिफिकेशन.मोस्ट लीकेली डाआयग्नोसिस इस:तीस इस आ मोस्ट इम्पोर्तंट क्वेस्शन ऑफ ग्क एक्सम. क्वेस्शन इस : आ १४-ईयर-ओल्ड बॉय प्रिसेंट वित पेन,फिवर,ग्रेडुअली इन्क्रियासिंग स्वेलिंग ऑफ लोअर एण्ड ऑफ फेमर फॉर लास्ट ३ मोंट्स.क्स-राय शोज प्रीमितिव चोंड्राल एक्सपनसीले लेशन एंड तें कल्सिफिकेशन.मोस्ट लीकेली डाआयग्नोसिस इस: , ऑप्शन इस : १. ऑस्टियोसार्कोमा, २. ऑस्टेवक्लासटोमा, ३.चोंड्रोब्लस्टोमा, ४. चोंड्रोम, ५. नुल मैक एक्सम ऑन : आर्थोपऐडिक क्वेस्ट्न्स क.)आ १४-ईयर-ओल्ड बॉय प्रिसेंट वित पेन,फिवर,ग्रेडुअली इन्क्रियासिंग स्वेलिंग ऑफ लोअर एण्ड ऑफ फेमर फॉर लास्ट ३ मोंट्स.क्स-राय शोज प्रीमितिव चोंड्राल एक्सपनसीले लेशन एंड तें कल्सिफिकेशन.मोस्ट लीकेली डाआयग्नोसिस इस: १)>हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में कब स्वीकार किया गया ? >भील पुरुष अपने बालों को ढकने के लिए सिर पर जो पहनते हैं, उसे क्या कहते हैं ? >व्यायाम के दौरान मानव शरीर में पसीना आना किस प्रक्रिया का होना इंगित करता है ? >भारत के किस राज्य को चावल का कटोरा (राइस बाउल) कहा जाता है ? >ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या थी ? >भारत में द्वैध शासन की प्रणाली किस वर्ष शुरू की गई थी ? >सम्पत्ति के बँटवारे (निपटारे) के सम्बन्ध में न्यायालय के आदेशों का यथोचित पालन हुआ है कि नहीं, यह देखने का दायित्व किसका है ? >उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय की खण्डपीठ कहाँ स्थित है ? >कंप्यूटर के किस हार्डवेयर डिवाइस को कंप्यूटर का ब्रेन कहते हैं ? >वायुमण्डल का सबसे ऊपर का स्तर क्या कहलाता है ? >उर्वशी के रचनाकार कौन हैं ? >जयसमंद झील कहाँ स्थित है ? >चित्रकला की बंगाल शैली का अग्रदूत कौन था ? >विश्व में सबसे लम्बा पौधा कौन-सा है ? >सामान्य परिस्थितियों में, हवा मे ध्वनि का वेग कितना होता है ? >दोहावली, कवितावली, विनयपत्रिका जैसी भक्ति रचनाएँ किस भक्ति सन्त की हंै ? >दक्षिण ध्रुव की खोज किसने की थी ? >राष्ट्रवाद की भावना के प्रचार के लिए गणपति एवं शिवाजी उत्सव किसने प्रारम्भ किया ? >उत्तर प्रदेश में अनौपचारिक शिक्षा योजना शुरू की गई ? >भारत में ऋण नियन्त्रण का प्रचालन किसके द्वारा किया जाता है ? >कूलंब किसकी इकाई है ? >गुप्तकालीन नवरत्न किस शासक के दरबार में थे ? >दुर्योधन की माँ कौन थी ? >भारत में सबसे बड़ा जनजातीय समुदाय कौन सा है ? >हड़प्पाई स्थलों में कांस्य नर्तकी की मूर्ति कहाँ से प्राप्त हुई है ? >किसने कहा था, अच्छा नागरिक अच्छा राज्य बनाता है और बुरा नागरिक बुरा राज्य बनाता है ? >प्रथम पंचवर्षीय योजना की शुरूआत कब हुई ? >कौन-सा जलाशय अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों को अलग करता है ? >माई नेम इज ट्रेड स्नो, द ब्लैक बुक जैसी चर्चित पुस्तकों के लेखक कौन हैं ? >मथने के पश्चात दूध से क्रीम किस कारण से पृथक् हो जाती है ? >किस वर्ष में बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया था ? >राइडर कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >भारतीय राष्ट्रीय चिह्न के नीचे देवनागरी लिपि में लिखा वाक्य सत्यमेव जयते कहां से लिया गया ? >फिरगी मूलतः किस भाषा का शब्द है ? >अपने ही कुल के नाशक को क्या कहते हैं ? >किस पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक आत्मनिर्भरता था ? >पुस्तक ग्रेट सोल.महात्मा गाँधी एण्ड हिज स्ट्रगल विद् इण्डिया किसने लिखी है ? >लेडी विद द लैम्प किसे उपनाम दिया गया है ? >संविधान की व्याख्या कौन करता है ? >संविधान के किस अनुच्छेद के तहत राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है ? >विजय केलकर समिति की रिपोर्ट किससे सम्बन्धित थी ? >किस कोशिकांग को आत्महत्या की थैली कहा जाता है ? >डी.एन.ए. की द्विगुणित कुण्डली का पता किसने लगाया ? >नीला ग्रह के नाम से कौन जाना जाता है ? >गदर पार्टी की स्थापना किसने की थी ? >सूर्य का वजन पृथ्वी से कितना अधिक है ? >राष्ट्रपति द्वारा आंतरिक अव्यवस्था के आधार पर आपातकाल की घोषणा पहली बार कब की गई ? >भारत का दक्षिणतम स्थान इन्दिरा प्वाॅइण्ट कहाँ स्थित है ? >किस ग्रह के प्राकृतिक उपग्रहों की संख्या सर्वाधिक (6३) है ? >विश्व विकास रिपोर्ट किसका वार्षिक प्रकाशन है ? >भारत सरकार द्वारा बालकों के कल्याण के लिए बाल नीति की घोषणा कब की गई थी ? >विश्व का सबसे बड़ा सौर पाॅवर स्टेशन किस देश में है ? >किसके कारण मरीचिका की परिघटना होती है ? >थर्मल आयनीकरण के सिध्दांत का प्रतिपादन करने वाले भारतीय वैज्ञानिक कौन थे ? >इंग्लैण्ड के हाउस ऑफ कॉमन्स द्वारा भारत के किस गवर्नर जनरल पर महाभियोग चलाया गया ? >भारत में समस्त अंतरिक्ष यान प्रचालन का मर्म केंद्र एम.सी.एफ (मास्टर कंट्रोल फेसिलिटी) का मुख्यालय कहां है ? >भारत में जनगणना कितने वर्ष के अंतराल पर की जाती है ? >आंखो से दिखाई देने वाला सबसे दूरस्थ खगोलीय पिंड अर्थात् एंड्रोमीडा की ग्रेट गैलेक्सी पृथ्वी से कितने प्रकाश वर्ष की दूरी पर है ? >बगदाद किस नदी के किनारे स्थित है ? >जूलियस सीजर की हत्या कब हुई थी ? >ध्वनि की गति किसमें सबसे तेज होती है ? >किसके द्वारा एकाधिकारी प्रतियोगिता का सिध्दांत विकसित किया गया है ? >पोलो खेल का प्रचलन भारत के किस राज्य में हुआ ? >सूर्य में कौनसा परमाणु ईंधन होता है ? >वायुमण्डल की सबसे निचली परत को क्या कहते हैं ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में यह अंकित है कि भारत अर्थात् इण्डिया राज्यों का एक संघ होगा ? >भारतीय संविधान में मूल कर्तव्यों का वर्णन किस अनुच्छेद में है ? >भारत के प्रथम चुनाव आयुक्त कौन थे ? >कौनण्सा राष्ट्रीय राजमार्ग नागपुर को कन्याकुमारी से जोड़ता है ? >महात्मा बुध्द को ज्ञान की प्राप्ति कहाँ हुई ? >बॉल पेन किस सिध्दान्त पर काम करता है ? >प्रसिध्द रशियन क्लासिक पुस्तक दि मदर का लेखक कौन है ? >रोम शहर किस नदी के तट पर बसा है ? >राज्यपाल का मुख्य सलाहकार कौन होता है ? >मांकदपुर नामक एक गाँव ऑर्गेनिक खेती करने के कारण ऑर्गेनिक गाँव बन गया है। यह गाँव किस राज्य में स्थित है ? >सुश्री हेली थोर्निंग श्मिड्ट किस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं ? >कांच, हीरा और जल में प्रकाश के वेग का सही अवरोही क्रम क्या है ? >प्रेजेंटेशन/स्लाइड शो तैयार करने के लिए सामान्यतः कौन-सा एप्लिकेशन प्रयोग किया जाता है ? >पंडित मदनमोहन मालवीय ने काशी विश्वविद्यालय की स्थापना किस वर्ष की थी ? >सम्पत्ति के अधिकार को किस संविधान संशोधन के द्वारा मूल अधिकार से हटा दिया गया ? >यदि प्रधानमंत्री या कोई अन्य मंत्री सदन का सदस्य नहीं है, तो उसे पद पर बने रहने के लिए कितने माह के अन्दर संसद का सदस्य बनना आवश्यक है ? >पुस्तक बैंकर टु द पुअर के लेखक कौन हैं ? >नरसिंहम समिति किससे सम्बन्धित है ? >उन दो ग्रहों के नाम बताइए, जो पूर्वी आकाश से मार्निंग स्टार और पश्चिमी आकाश से इवनिंग स्टार के रूप में दिखाई देते हैं ? >मधुमेह से पीडि़त व्यक्ति की क्या जरूरत होती है ? >पादप, हिरण, भेडि़या व शेर से निर्मित खाद्य-श्रंखला में से ऊर्जा किसमें होगी ? >कनफेडरेशन कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >स्वतः चालित गाडि़यों में लगे हुए बे्रक में किस प्रकार की व्यवस्था होती है ? >किस ब्रिटिश प्रधानमंत्री के समय भारत स्वतन्त्र हुआ ? >प्रथम एशियाई खेल कहाँ आयोजित किए गए थे ? >भारत में मुद्रा स्फीति किसके द्वारा मापी जाती है ? >हाल में एक नए राष्ट्र का उद्भव हुआ है। उसका नाम क्या है ? >भारत में खुदरा ऋण का सर्वाधिक प्रतिशत किसका है ? >ज्ञानपीठ पुरस्कार किस क्षेत्र वालों को दिया जाता है ? >राधास्वामी मत का मुख्य केन्द्र दयालबाग उत्तर प्रदेश के किस जिले में स्थित है ? >बीड़ी लपेटने वाले आच्छादन के रूप में प्रयोग आने वाले पत्ते किससे प्राप्त होते हैं ? >उत्तर प्रदेश का एकमात्र मुक्त विश्वविद्यालय कौन सा है ? >भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन पहली बार किसने किया था ? >बिहार में १8५7 ई. के विद्रोह को किसने नेतृत्व प्रदान किया था ? >श्रव्य परिसर में ध्वनि तरंगों की आवृत्ति क्या होती है ? >सिखों के अन्तिम गुरु कौन थे ? >कंप्यूटर प्रोग्राम हाइ लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखे जाते हैं, तथापि प्रोग्राम के मानव पठनीय पाठ को क्या कहते हैं ? >अमृतसर की संधि निम्नलिखित में से किसके और महाराजा रंजीत सिंह के बीच संपादित हुई ? >पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म कहाँ हुआ था ? >करमा किस जनजाति का नृत्य है ? >एंगस्ट्रोम से किसका मापन किया जाता है ? >चेतना ऊतक के नाम से जाने वाला ऊतक कौन है ? >यदि सूरत में बनी वस्तुएं मुंबई या दिल्ली में बेची जाएं, तो यह कौन सा व्यापार हुआ ? >सेबी किस तरह की संस्था है ? >भेल द्वारा भारत का प्रथम अल्ट्रा हाई वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर कहाँ स्थापित किया गया है ? >भारतीय योजना आयोग का गठन कब हुआ था ? >महात्मा गांधी ने किस साप्ताहिक अंग्रेजी अखबार का संपादन किया ? >पृथ्वी पर विशालतम जीवित पक्षी कौन-सा है ? >नवजात शिशु में कितनी हड्डियाँ होती हैं ? >कामकाजी महिलाओं के लिए प्रत्यावास योजना किसके द्वारा संचालित की जाती है ? >समुद्र के जल में लवण की औसत मात्रा क्या होती है ? >कोई व्यक्ति राष्ट्रपति पद के लिए अधिकतम कितनी बार निर्वाचित हो सकता है ? >कैडमियम प्रदूषण से होने वाला रोग का नाम क्या है ? >मानस पशुविहार किस राज्य में स्थित है ? >हल्दीघाटी की लड़ाई में अकबर ने किसको हराया था ? >उत्तर प्रदेश में भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत महाविद्यालय किस नगर में स्थित है ? >मार्को पोलो किस देश का मूल निवासी था ? >भारतीय राष्ट्रीय संघ (इनु) का गठन १8५४ में किसके द्वारा किया गया था ? >चंद्रमा तारामंडल से वापस अपनी स्थिति में जाने में कितना समय लेता है ? >१60५ में डचों ने सबसे पहले भारत में जहां अपना अधिकार जमाया, वह कौन सा स्थान था ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में राज्य के नीति.निदेशक तत्त्वों का उल्लेख है ? >उत्तर प्रदेश में उर्दू को द्वितीय राजभाषा कब घोषित किया गया ? >सरकारिया आयोग का सम्बन्ध किससे है ? >कंप्यूटर सिस्टम के किस भाग को भौतिक रूप से स्पर्श किया जा सकता है ? >भविष्य निधि योजना तथा पारिवारिक पेन्शन योजना की शुरुआत किस वर्ष की गई थी ? >गीत गोविन्द के रचनाकार कौन हैं ? >पक्षियों की हड्डी किस तरह की होती है ? >नींबू खट्टा किस कारण से होता है ? >पृथ्वी की अपनी कक्षा में गति किस दिशा में है ? >मछली कहाँ से श्वास लेती है ? >फोटोग्राफी में कौन-सा रासायनिक द्रव्य प्रयोग किया जाता है ? >हजामत का शीशा किस तरह का होता है ? >नीलगिरि पहाडि़यों में पेड़ की कौन सी सामान्य जाति है ? >सूर्य का वार्षिक चक्कर लगाकर पृथ्वी कितने किलोमीटर की दूरी तय करती है ? >रेशम का उत्पादन किससे होता है ? >सूर्य की किरण पृथ्वी की यात्रा पूरी करने में कितना समय लेती है ? >पृथ्वी की कितने प्रतिशत अनियमित सतह पानी से घिरी हुई है ? >चुंबकीय तीव्रता का मापन किस इकाई में किया जाता है ? >पेनिसिलीन की खोज किसने की थी ? >राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने देश के कितने राज्यों में राष्ट्रीय डेयरी योजना आरम्भ करने की घोषणा की ? >बुध्द को प्रबोध कहां प्राप्त हुआ था ? >प्याज में खाद्य भाग कौन सा है ? >गोलमेज सम्मेलन किसकी संस्तुतियों पर विचार के लिए आयोजित किए गए थे ? >गैम्बिट शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >टु ए हंगर फ्री वल्र्ड पुस्तक के लेखक कौन हैं ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
१० शानदार आउटडोर शावर फिक्स्चर आप स्वयं को बना सकते हैं | हाप्पिलिएवराफ्टर-वेड्डींग्स.कॉमआप आउटडोर स्नान से ज्यादा पागल नहीं हो सकते हैं या आपने सोचा था। समुद्र तटों पर केवल एक बार पाया गया था कि सुंदर घरों के लिए एक आम रखा गया है।आप भीड़ में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन आप कहां से शुरू करते हैं? किसी भी सफल दी परियोजना के साथ, आप एक विचार से शुरू करते हैं और वहां से निर्माण करते हैं।अपने आउटडोर शावर का पुनरुत्थान करेंएक आउटडोर स्नान के रूप में जंगली के रूप में, लागत है जो आपको वापस पकड़ रहा है। अच्छी खबर यह है कि यह स्वयं करें (दी) आउटडोर स्नान का मतलब यह नहीं है कि आप नाली के नीचे पैसे धो रहे हैं। बस अपने भंडारण शेड में मौजूद सामग्री का उपयोग करें।प्रयुक्त लकड़ी के पलेट्स एक खुले स्लैट शॉवर के लिए सही दीवारें बनाते हैं। दूसरी तरफ, एक स्टाइलिश गोपनीयता स्क्रीन शॉवर के लिए एक पुरानी सैल आदर्श है। संभावनाएं केवल आपकी रचनात्मकता से ही सीमित हैं।एक दृश्य के साथ एक शावरआउटडोर स्नान करने और खुद को देखने से इनकार करने में शर्म की बात है। एक खुला स्लैट शॉवर आपको गोपनीयता की भावना देता है और अभी भी आपको प्रकृति के साथ कम्यून करने की अनुमति देता है। सबसे अच्छा हिस्सा पुनर्निर्मित सामग्री इस प्रकार के आउटडोर शॉवर के लिए आदर्श है।ओपन-स्लैट शॉवर के लाभ दृश्य के ठीक पहले बढ़ते हैं। रिमॉड्लिस्ता का कहना है कि एयरफ्लो लकड़ी जल्दी सूखने में मदद करता है। बेहतर अभी तक, आप प्राकृतिक अलमारियों के लिए स्लैट के बीच पत्थरों को रख सकते हैं।वर्षा के नीचे शावरआपको बारिश में स्नान करना अच्छा लगेगा, लेकिन यह संभव नहीं है। हालांकि, आप एक टिन शॉवर के साथ वातावरण को फिर से बना सकते हैं। एक बार फिर, यह एक परियोजना है जिसमें स्टाइल डिजाइन की संभावनाएं हैं।आज के गार्डन पर दिखाए गए नालीदार चादरों के ऊपर स्लैट स्थापित करके टिन छत के प्रभाव पर बारिश के साथ एक खुली-स्लैट शॉवर बनाएं। आप चित्रित नालीदार टिन और दागदार लकड़ी का भी उपयोग कर सकते हैं। अपने तौलिए लटकने के लिए दोबारा एक सफेद पिट बाड़ का एक टुकड़ा सनकी का स्पर्श जोड़ता है।दूर गंदगी सर्फिंगअपने बाहरी स्नान डिजाइन के साथ अपने जुनून शामिल करें। आखिरकार, आपको सर्फिंग पसंद है। अपने पुरानी सर्फबोर्ड को उन्हें दूर जाने की बजाए अच्छे उपयोग के लिए क्यों न रखें?पानी के पाइप के लिए एक छोर के माध्यम से एक छेद ड्रिलिंग सहित, अपने आउटडोर शॉवर बनाने के लिए सर्फबोर्ड का उपयोग करने के कई तरीके हैं।हालांकि, यदि आपके पास एक से अधिक बोर्ड हैं, तो आप गोपनीयता स्क्रीन बनाने के लिए उनका उपयोग कर सकते हैं। पानी के प्रवाह के लिए एक पत्थर का आधार जोड़ें और आप सफाई के लिए अपना रास्ता सर्फ कर सकते हैं।जितना ज्यादा आप आउटडोर स्नान का सपना देखते हैं, आपको दी परियोजना के लिए कौशल की कमी होती है। हार मत मानो क्योंकि आपके लिए एक आसान समाधान है। आपको बस एक पुराना पेड़, एक नली, एक बौछार सिर और लकड़ी की सीढ़ी चाहिए।ध्यान रखें, एक वृक्ष स्नान शायद ही कभी एक स्थायी सेटअप है। वास्तव में, जब आप शॉवर के सिर को जोड़कर और नली को घुमाने के द्वारा आवश्यक होते हैं तो आप इसे आमतौर पर सेट करते हैं। एक तौलिया रैक के रूप में पुनर्निर्मित एक सीढ़ी आपके आउटडोर स्नान सपने को पूरा करती है।आउटडोर शॉवर के सबसे बड़े लाभों में से एक ताजा हवा है। सौभाग्य से, हवा के प्रवाह को प्रोत्साहित करने के लिए कई आउटडोर शावर तैयार किए गए हैं। उपरोक्त वीडियो आपको इस परियोजना के निर्माण की प्रक्रिया के माध्यम से कदम उठाता है।इस वीडियो को न देखकर न केवल आपको अच्छा वायु प्रवाह के साथ आउटडोर शॉवर बनाने का तरीका बताता है बल्कि परियोजना की सादगी का खुलासा करता है। इसके अलावा, आप देख सकते हैं कि प्रक्रिया आपके स्वयं के कुछ विचारों को चकित करेगी।एक निजी बाड़ शावर का सपनाएक सफेद पिट बाड़ की तुलना में एकमात्र चीज एक गोपनीयता बाड़ स्नान है। बेहतर अभी तक, आपको इस आउटडोर शॉवर के नीचे अपना वॉलेट दफनाना नहीं है। यदि वास्तव में, आप पहले से मौजूद कई सामग्री का उपयोग कर सकते हैं।आपने सोचा है कि आप अपनी गोपनीयता बाड़ के बचे हुए टुकड़ों के साथ क्या करने जा रहे थे। मदर अर्थ न्यूज के अनुसार वे आपके आउटडोर शॉवर की दीवारें बनाने के लिए एकदम सही हैं।देवदार शेक आकर्षणआपको सीडर शेक हाउस के बारे में कुछ अनूठा रूप से आकर्षक लगता है, लेकिन उपलब्धता ने आपके स्वामित्व के अपने सपने को समाप्त कर दिया। हालांकि, आप उस छिपी हुई आकर्षण को पुनः प्राप्त कर सकते हैं। बस एक देवदार शेक आउटडोर स्नान का निर्माण करें।यहां तक कि यदि आप एक सीडर शेक हाउस में रहते हैं, तो यह एक सुंदर जोड़ है जो सेटिंग के साथ मिश्रण करता है। अपने विचित्र सपने को पूरा करने के लिए एक सफेद पोस्ट फ्रेम और एक बार्न शैली का दरवाजा जोड़ें।उस सेट, कंकड़ के खिलाफ बगीचे के पत्थरों लकड़ी और चट्टान का एक सुंदर मिश्रण बनाता है आप प्यार करने के लिए आ जाएगा।सादे व्यू में अपना शावर छुपाएंजब आप आउटडोर स्नान के बारे में सोचते हैं तो आपने कभी टाइल वाली शॉवर की दीवार की कल्पना नहीं की। फिर भी, एक मोज़ेक टाइल दीवार आउटडोर शॉवर एक उपन्यास विचार है जिसे आप विचार करना चाहते हैं। यह विशेष रूप से सच है यदि आपके पास पहले से ही एक मुक्त स्थायी दीवार है जैसे आंगन विभक्त।दीवार की कमी को आपको रोकने की अनुमति न दें, हालांकि, क्योंकि आप आसानी से एक इंस्टॉल कर सकते हैं। फिर, एक छिद्रित भ्रम पैदा करने के लिए मोज़ेक टाइल्स जोड़ें २ आधुनिक सुझाव देता है।सब कुछ पूर्ण सर्किल आता हैएक दी आउटडोर शॉवर परियोजना का मतलब यह नहीं है कि आपको रातोंरात एक बढ़ई बनना है। वास्तव में, आप अपने पिछवाड़े में एक घुमावदार शॉवर रॉड, एक शॉवर पर्दे और थोड़ा नलसाजी जानकारियों से थोड़ा अधिक स्नान कर सकते हैं।बिंदु के लिए, एक घुमावदार आउटडोर स्नान लगभग कहीं भी फिट बैठता है। आप इसे एक आंगन विभक्त से जोड़ सकते हैं या अपने बैक डेक के कोने में फिट कर सकते हैं यदि यह आपकी बाहरी स्नान आवश्यकताओं के अनुरूप है।आउटडोर स्नान के लिए संभावनाएं अंतहीन हैं। आखिरकार, आप यहां शानदार विचारों में से एक ले सकते हैं और अपना व्यक्तिगत स्पर्श जोड़ सकते हैं। आप अपने लिए एकदम सही आउटडोर स्नान करने के लिए कुछ मिश्रण भी कर सकते हैं।चाहे आप अपने बौछार बनाने के लिए लकड़ी के पैलेट की बजाय एक सर्फबोर्ड या स्लेटेड दीवारों के बजाय बाड़ द्वार का उपयोग करने का निर्णय लेते हैं, आप अपने सभी बेहतरीन कृतियों का निर्माण करेंगे। आपको बस इतना करना है कि आप अपने मन को स्नान करने की संभावनाओं के लिए खोलें। |
चीन ऑप्ट डायमंड काटने के उपकरण पड़ रीमर्स निर्माताऑप्ट कट्टिंग टूल्स को., लैड. [ग्वांगडोंग,चीना] व्यवसाय प्रकार:उत्पादक में मार्क: अमेरिका की , एशिया , अन्य बाजार , दुनिया भर निर्यातक:२१% - ३०% प्रमाणपत्र:इसो९००१ विवरण:सीएनसी रिएक्टर सेट,ड्रिल टेपर रीमर,कदम रखा रीमरहोम > उत्पादों > पीसीडी रीमर > पीसीडी स्टेप रीमर > ऑप्ट डायमंड काटने के उपकरण पड़ रीमर्सडायमंड कटिंग टूल पड़ के राइमरअधिक से अधिक मोटर वाहन गियरबॉक्स जटिल आकृतियों के साथ डाई-कास्ट एल्यूमीनियम मिश्र धातुओं से बने होते हैं। गियरबॉक्स पर कई स्टेप्ड आकार के छेद होते हैं, जो विशेष रूप से उच्च दक्षता और उच्च परिशुद्धता वाले पड़ स्टेप राइमर के साथ मशीनिंग के लिए उपयुक्त होते हैं।मेड-टू-ऑर्डर पीसीडी रिएमर ऑप्ट की एक विशेषता है। ऑप्ट बहुत कम लीड समय में उच्च प्रदर्शन वाले पड़ टूल्स के साथ ग्राहक की आपूर्ति करने में सक्षम है। सभी ब्रेज़्ड खाली को स्टॉक में रखा जाता है और क्रम में ग्राहक द्वारा परिभाषित छेद के आयाम, सहिष्णुता और पहले-कट ज्यामिति को खत्म कर दिया जाता है। |
ए. वी. कात्सानोव का पोर्ट्रेट वैलेंटाइन सेरोवसबसे प्रसिद्ध रूसी कलाकारों में एक प्रतिभाशाली व्यक्ति, सेरोव वैलेन्टिन अलेक्जेंड्रोविच हैं। वह वांडरर्स के कलाकारों से संबंधित थे, जिन्होंने लोगों के रोजमर्रा के जीवन और परंपराओं से उनकी प्रेरणा खींची। लेकिन कई कला प्रेमी इस कलाकार को उसके चित्रों के लिए ठीक-ठीक जानते हैं। उसके शस्त्रागार उत्पाद में है "ए.वी. कास्यानोव के पोर्ट्रेट".कस्यानोव अलेक्जेंडर वासिलीविच एक मास्को व्यापारी था और सुदूर पूर्व में संचालित एक फर्म में एक हिस्सा था "चुरिन एंड कंपनी". अलेक्जेंडर कस्यानोव भी दान में लगे हुए हैं और कला के काम करता है। अपने जीवन के अंतिम वर्ष उन्होंने चीन में बिताए.चित्र में हम कल्पना करते हैं और उसी समय कसानोव का सख्त चेहरा। वह एक कुर्सी पर बैठा है, एक हाथ उसकी पीठ पर आराम कर रहा है। उन्होंने एक सख्त काले सूट और सफेद शर्ट पहनी है। यह देखा जा सकता है कि उसकी जैकेट की जेब से घड़ी से एक चेन लटकती है। एक हाथ उनकी गोद में है, और दूसरे में उन्होंने कुछ कागजात रखे हैं। दाहिने हाथ की अनामिका पर विवाह की अंगूठी स्पष्ट रूप से अंकित है। आँखें दूर की ओर देखती हैं। चश्मा नाक की नोक पर आयोजित किया जाता है। होंठों को एक साथ बंद किया जाता है और एक लंबी मूंछों के साथ गले लगाया जाता है। ऊंचे और चौड़े माथे काले बालों के एक मोटे टीले के साथ समाप्त होते हैं.रंग योजना बहुत बहुरंगी नहीं है। ज्यादातर भूरे और काले रंग प्रबल होते हैं। पृष्ठभूमि थोड़ी धुंधली है, आप केवल दीवार पर लटकाए गए चित्रों के सिल्हूट देख सकते हैं। यह रंग योजना चित्र को कठोरता और गंभीरता देती है, खुद नायक के रूप में.पोर्ट्रेट का आदमी अब युवा नहीं है, लेकिन अभी भी बूढ़ा नहीं है। वह पहले से ही उस उम्र में है जब उसने बहुत कुछ हासिल किया और काम का मूल्य जानता है। उसका चेहरा झुर्रियों से ढंका है, लेकिन वे उसे उम्र नहीं देते हैं, लेकिन चेहरे को परिपक्वता देते हैं। उनके पास कुछ आंतरिक शक्ति है कि वह लेखक को बताने में इतने सफल रहे। कुछ समय तक यह चित्र ट्रेटीकोव गैलरी में था, लेकिन तब इसे टॉम्स्क आर्ट संग्रहालय में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां यह अभी भी है. फ़्रेस्को ट्रप्टिक क्रूसिफ़िक्शन पिएत्रो डी क्रिस्टोफ़ोरो-वानुसी पेरुगिनोरोते हुए यरोस्लावना वासिली पेरोव |
रिक्रेमा - ग्लोबलाइफ - फ्रेमशी सामान की दुकानरिक्रेमा - फ्रेमशी - सामान की दुकानफ्रेमशी - सामान की दुकानविएव्द ६८६५१ टाइम्सटैग बिफेसिक स्प्रेस्टाइलिंग और विशेष बिफेसिक तैयार करने के साथ कंडीशनिंग : />ग्रीन चरण -. कार्रवाई स्टाइलिंग और चमकानेगेहूं प्रोटीन, अंगूर निकालने और एक यूवी फिल्टर के साथ बाल अधिक स्वस्थ नरम और भारी, रेशमी नहीं छोड़ देता और स्टाइल इसे और अधिक टिकाऊ बना देता है.कंटेनर: २०० मिलीलीटर की बोतल.टैग सीरम गहनविग का कारण बनता है कि अधिक नमी को दूर.सन तेल से समृद्ध बाल यह असाधारण नरम बनाने को चिकना, चिकनी, भी बाल फाइबर को मजबूत और इसे और अधिक टिकाऊ बना देता है.लपट का एक सुखद महसूस कर छोड़, स्टाइल स्थायी तेज और लंबे समय तक सुखाने.पैकेज:. ६ एक्स १५ मिलीलीटर की शीशियों |
हिन्दू एकता देश के लिए जरूरी क्यों ? - प्रवाकता | प्रवक्ता.कॉम : ऑनलाइन हिन्दी न्यूज & वियूज पोर्तल ऑफ इंडियामुख पृष्ठपोस्टेड ऑन मई ११, 20११ बाय &फाइल्ड अन्डर विविधा.आनन्द शंकर पण्डया०२. जब हिन्दू राजाओं में एकता नहीं थी तब भारत ने अपनी आजादी खो दी थी; पर जब महात्मा गाँधी के नेतृत्व में हिन्दू एकता हुई तो भारत ने ब्रिटेन से अपनी आजादी वापस ले ली। सत्य, अहिंसा, स्वदेशी, रामराज्य व गोरक्षा पर आधारित गाँधी जी का आजादी आन्दोलन हिन्दू आन्दोलन ही था। तभी उन्हें सफलता मिली, वे सारे विश्व में पूज्य बने।०३. हिन्दू एकता भारत की आत्मा को जाग्रत करेगी। भारत का स्वाभिमान, आध्यात्मिकता और ऋषियों का ज्ञान वापस आयेगा। परिणामस्वरूप देश से भ्रष्टाचार और अनैतिकता दूर होने के रास्ते खुलेंगे। भारत पुन: जगद्गुरु के रूप में विश्व का मार्गदर्शक बनेगा। हमारे शत्रु भी हमसे मित्रता करने के लिए हाथ बढ़ायेंगे।०४. हिन्दू एकता के अभाव में ही देश में जेहादी आतंकवाद, तीन करोड़ विदेशी बांग्लादेशियों की घुसपैठ, हिन्दुओं का धर्मान्तरण, गौहत्या, मठ-मंदिरों की सरकारी अधिग्रहण के माध्यम से लूट, हिन्दू संतों और देवताओं का अपमान, नारियों पर अत्याचार-बलात्कार, हिन्दुओं के साथ अंधाधुंध भेदभाव, अन्याय, अत्यन्त सहनशील हिन्दू समाज और महान् हिन्दू धर्म को नष्ट करने के षडयन्त्र बहुत तेजी से बढ़े। हिन्दू एकता से ये बुराईयाँ स्वयं नष्ट होने लगेंगी।०५. हिन्दू एकता का सबसे अधिक लाभ समाज की दौड़ में पिछड़े रह गए बन्धुओं को, गरीबों को और देश के बेरोजगार नवयुवकों को मिलेगा। हिन्दू विरोधी अपने को धर्मनिरपेक्ष घोषित करने वाले राजनेताओं द्वारा भ्रष्टाचार के माध्यम से गरीब जनता के परिश्रम का लाखों करोड़ रुपया जो विदेशी बैंकों में जमा है वह भारत वापस लाकर बेरोजगारी दूर करने में और समाज में पिछड़े रह गए बन्धुओं की भलाई में खर्च किया जा सकेगा। विदेशों में जमा कुल धन गाँव में बाँटने पर एक गाँव के हिस्से में कई सौ करोड़ रुपया आयेगा।०६. हिन्दू एकता से ही विश्वशान्ति, विश्वसमृध्दि, विश्वसमन्वय और विश्वएकता संभव। हिन्दू एकता का किसी से विरोध नहीं है। यह सर्वेषां अविरोधेन् है। हिन्दू के लिए सारा विश्व एक कुटुम्ब है। इसमें हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई, यहूदी सभी सम्मिलित हैं। हिन्दू वसुधैव कुटुम्बकम् को मानता है।०७. यद्यपि भारत आज आजाद है; पर हिन्दू आजाद नहीं। हिन्दू की गुलामी को दूर करने के लिए हिन्दू एकता आवश्यक; अत: सभी हिन्दुओं को अपनी जाति, भाषा, प्रान्त, सम्प्रदाय व राजनीतिक दलों के भेदभाव को भूलकर हिन्दू के रूप में एक छत के नीचे आना आवश्यक है तभी हम अपने देश को एक रख पायेंगे और देश की आजादी की रक्षा कर पायेंगे।(लेखक विश्व हिन्दू परिषद के सलाहकार मण्डल के सदस्य हैं।)१ कमेंट ऑन "हिन्दू एकता देश के लिए जरूरी क्यों ?" नोटिफ्य ऑफ नव फॉलो-उप कम्मंट्सग्स्टर.राजेश कपूर५ ईयर्स ५ मोंट्स एगोइस उत्तम लेख हेतु पंडया जी का अभिनन्दन. |
भड़काऊ संदेश का सोर्स पता लगाने का तंत्र विकसित करेगा व्हाट्सएप : रविशंकर प्रसाद | त्व न्यूज इंडियाहोम एक्स्स्लसिव न्यूज भड़काऊ संदेश का सोर्स पता लगाने का तंत्र विकसित करेगा व्हाट्सएप :...देश-विदेश(त्व न्यूज इंडिया):व्हाट्सएप पर आतंक और हिंसा फैलाने के इरादे से भेजे गए भड़काऊ संदेशों की शुरुआत (सोर्स) कहां से हुई यह जानने के लिए कंपनी तंत्र विकसित करेगी। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि उन्होंने व्हाट्सएप के वैश्विक प्रमुख विल काथकार्ट से मुलाकात के दौरान ऐसे संदेशों का सोर्स पता करने के लिए विशेष तंत्र बनाने को कहा। काथकार्ट ने भरोसा दिलाया कि कंपनी इस मुद्दे पर गंभीरता से कदम उठाएगी।रविशंकर ने कहा कि इन संदेशों की शुरुआत कहां से हुई सरकार इसको लेकर गंभीर है और विल काथकार्ट को स्पष्ट किया गया है कि यह पता लगाना कंपनी की जिम्मेदारी है। किसी घटना या हिंसा के बाद तेजी से ऐसे भड़काऊ संदेश प्रसारित होते हैं। यह खतरनाक स्थिति बन सकती है।व्हाट्सएप के भारत में ४० करोड़ उपभोक्ता हैं। कंपनी अब तक सरकार की इस मांग का विरोध करती रही है। कंपनी का तर्क था कि इससे एंड टू एंड इंक्रिप्शन करना होगा और इससे उपभोक्ता की निजता का हनन होगा। प्रसाद ने काथकार्ट से भारत में शिकायत अधिकारी नियुक्त करने को भी कहा है, अभी व्हाट्सएप से जुड़ी शिकायतों का निस्तारण अमेरिका में बैठा अधिकारी करता है।प्रेवियस आर्टियलमहराजगंज:थाना कोतवाली पुलिस द्वारा अवैध ६५० ग्राम गांजा के साथ अभियुक्त को किया गया गिरफ्तारनेक्स्ट आर्टियलपहली बार तय हुई भारतीयों के लिए पोषक तत्व की औसत जरूरत और मात्रानारायण साईं को महिला भक्त से बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजातेजप्रताप का फिर छलका दर्दत्व न्यूज एडमिन - नोवंबर २७, २०१९मलेशिया के एक कारोबारी ने अपनी कार पर ४६०० टॉय कारें लगाईं.. |
- वाहन चोरी के आरोप में धरा गया, नव दिल्ली न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।नव दिल्ली वाहन चोरी के आरोप में धरा गया{"_ईद":"१३७-२६५७३","स्ल्ग":"नव-दिल्ली-२६५७३-१३७","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९३५\उ०९३ए\उ०९३9\उ०९२८ \उ०९१आ\उ०९४ब\उ०९३0\उ०९४0 \उ०९१5\उ०९४7 \उ०९०६\उ०९३0\उ०९४ब\उ०९२आ \उ०९२ए\उ०९४7\उ०९०२ \उ०९२7\उ०९३0\उ०९३ए \उ०९१7\उ०९२फ\उ०९३ए","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३0 \उ०९१4\उ०९३0 \उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}नई दिल्ली। पंजाबी बाग थाना पुलिस ने वाहन चोरी के आरोप में मथुरा निवासी रोहन सिंह उर्फ नेताजी (२९) को गिरफ्तार किया है। आरोपी चोरी के वाहनों को राजेश बंगाली उर्फ काला के जरिए नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में सप्लाई करता था। वह चोरी के बाद गाड़ियों को बड़े अस्पतालों की पार्किंग में खड़ा कर देता था। रोहन की निशानदेही पर एक ही रात में पुलिस ने चार गाड़ियां बरामद कीं। पूछताछ में पता चला कि वह वाहन चोरी की सौ से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है। पश्चिमी जिले के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वी. रंगनाथन के मुताबिक वाहन चोरी की वारदातों को देखते हुए पंजाबी बाग थानाध्यक्ष वीरेंद्र दलाल की देखरेख में एक विशेष टीम बनाई गई थी। कई महीनों की तफ्तीश के बाद सूचना मिली कि वाहन चोर पजांबी बाग इलाके से निकलेगा। पुलिस टीम ने क्लब रोड पर घेराबंदी की तो आरोपी सेंट्रो कार को छोड़कर भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर उसे धर दबोचा। आरोपी की पहचान चंदपुरी कॉलोनी, धौली पियाऊ (मथुरा) निवासी रोहन सिंह के रूप में हुई। कार रानीबाग इलाके से चुराई गई थी। पूछताछ के दौरान पता चला कि वर्ष २००८ में रोहन आगरा में मथुरा ब्लाक समिति से प्रधान का चुनाव लड़ चुका है। इस कारण लोग उसे नेताजी के नाम से बुलाने लगे। रोहन ने बताया कि वह हर महीने में ऑन डिमांड चार से पांच गाड़ियां चुरा लेता था और एक वाहन को ५० से ६० हजार रुपये में बेच देता था। उसकी मथुरा में प्लाईबुड की दुकान है। व्यवसाय के दौरान वह नीरज के संपर्क में आया और उसके साथ मिलकर वाहन चोरी करने लगा। वर्ष २००५ में पुलिस ने उसे बनारस में गिरफ्तार किया था। --स्टोलं वेहिकल चार्गास डेफिट्स स्पॉटलाइट |
भुवनेश्वर कुमार इंजरी के चलते वनडे सीरीज से हो सकते हैं बाहरहोम > न्यूज़ > भुवनेश्वर कुमार के चेन्नई वनडे में खेलने पर लटकी तलवार, चोट के चलते पूरी सीरीज से भी हो सकते है बाहरवेस्टइंडीज के खिलाफ टी२० सीरीज जीतने के बाद अब टीम इंडिया की नजरें १५ दिसंबर से शुरु हो रही वनडे सीरीज पर टिकी हुई हैं. लेकिन इससे पहले टीम इंडिया को एक बड़ा झटका भुवनेश्वर कुमार के रुप में लग सकता है. असल में इंजरी से वापस लौटे भुवी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दमदार वापसी की. लेकिन फिर उन्होंने टीम मैनेजमेंट से दर्द की शिकायत की है. इसके चलते हो सकता है कि अब भुवी वनडे सीरीज में न खेल सकें.वनडे सीरीज से बाहर हो सकते हैं भुवनेश्वर कुमारटीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार पिछले काफी वक्त से इंजरी के चलते टीम से बाहर थे. हालांकि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी२० सीरीज में मजबूत वापसी की. मगर लगता है एक बार फिर भुवी इंजरी के घेरे में हैं. मुंबई मिरर के अनुसार, भुवनेश्वर कुमार ने दर्द की शिकायत की है और १५ दिसंबर को चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले पहले वनडे सीरीज से बाहर हो सकते हैं.तीसरे और अंतिम टी २० आई के बाद वानखेड़े में भुवी को दर्द का अहसास हुआ था. गुरुवार दोपहर चेन्नई पहुंचने पर उन्होंने टीम प्रबंधन को दर्द की जानकारी दी है. हालांकि अभी टीम मैनेजमेंट की तरफ से रिप्लेसमेंट की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन अगर भुवी की चोट गंभीर होगी तो टीम-मैनेजमेंट जल्द ही रिप्लेसमेंट का ऐलान करेगा.मयंक को मिली टीम में जगहसैयद मुश्ताक अली में खेलते हुए शिखर धवन के घुटने में गहरी चोट आई थी. जिसके चलते पहले टी२० सीरीज में चुने जाने के बाद अनुपलब्ध रहे और अब वनडे सीरीज में भी वह नहीं खेल सकेंगे. टीम मैनेजमेंट ने मयंक अग्रवाल को शिखर धवन के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में शामिल कर लिया है. आपको बता दें, मयंक ने पिछले कुछ वक्त से टेस्ट में तूफानी बल्लेबाजी कर टीम मैनेजमेंट का भरोसा जीता है और अब सीमित ओवर क्रिकेट में टीम इंडिया में डेब्यू करने के लिए कदम आगे बढ़ा चुके हैं.२-१ से टीम इंडिया ने जीती टी२० सीरीजवेस्टइंडीज के साथ तीसरे और निर्णायक मुकाबले में टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शऩ करते हुए ६७ रनों से जीत दर्ज कर ली. इस मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने २4१ रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य खड़ा कर दिया. जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम ८ विकेट के नुक्सान पर १7८ रन ही बना सकी.इस मैच के साथ टीम इंडिया ने २-१ से सीरीज पर भी कब्जा जमा लिया. अब टीम की नजरें १५ दिसंबर को चेन्नई में खेले जाने वाले पहले वनडे मैच पर टिकी हुई हैं.टैग्स #टीम इंडिया #भारत बनाम वेस्टइंडीज #भुवनेश्वर कुमार #मयंक अग्रवाल #शिखर धवनग्लोबल टी-२० में अंशुमान रथ ने खेली तूफानी पारी, शनिवार रहा भारतीयों के नाम |
उत्तराखंड के डिग्री कॉलेजों में मोबाइल फोन के साथ नही होगी छात्रों की एंट्री !होम न्यूज उत्तराखंड न्यूज उत्तराखंड के डिग्री कॉलेजों में मोबाइल फोन के साथ नही होगी छात्रों...देहरादूनः कॉलेज में पढ़ने वालें छात्र-छात्राऐं पढ़ाई में कम और मोबाइल में अपना सबसे ज्यादा समय व्यतित करते हैं। लेकिन अब राज्य के डिग्री कॉलेजों में जल्द ही मोबाइल के साथ एंट्री नहीं होगी। उच्च शिक्षा मंत्री ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। नए साल पर छात्रों के कक्षा में एकाग्रता बढ़ाने के मकसद से मोबाइल पर बैन का आदेश जल्द ही जारी होने वाला है।बता दें कि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि छात्रों के कक्षा में एकाग्रता बढ़ाने के मकसद से मोबाइल पर बैन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले भारी विरोध हुआ लेकिन अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कॉलेजों में ड्रेस कोड लागू किया। अब इसी कड़ी में नए साल पर एक और नया बदलाव होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही क्लासरूम में मोबाइल ले जाने पर पाबंदी लगाने जा रहे हैं। इसकी कवायद शुरू की जा चुकी है। इसके पीछे मकसद यह है कि छात्र क्लास के दौरान मोबाइल के बजाय अपनी पढ़ाई पर फोकस करें। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में जरूरत पड़ी तो वह सभी कॉलेजों में कम रेंज वाले जैमर लगाने पर भी विचार करेंगे।राज्य के डिग्री कॉलेजों में पढ़ाने के लिए वर्तमान में शिक्षक-छात्र अनुपात १:४२ का है। वर्तमान में राज्य में शिक्षकों के करीब २२०० पद निर्धारित हैं। डॉ. धन सिंह रावत का कहना है कि इस अनुपात को १:३० करने के लिए ८०० पद सृजित किए जाएंगे। इसके लिए जल्द ही कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा। वहीं राज्य के एनआईटी या गढ़वाल केंद्रीय विवि में साइबर सिक्योरिटी एंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स की लैब भी बनेगी। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के सामने प्रस्ताव रखा है। इसमें एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने अपनी सहमति दे दी है।प्रेवियस आर्टियलहल्द्वानीः पटेल चौक स्थित रेस्टोरेंट में लगी भीषण आग, एक झुलसानेक्स्ट आर्टियलहल्द्वानी पुलिस का दमदार एक्शन, चोरी से पहले पकड़े चोर |
वर्षगाँठ बैनर - आकर्षकवर्षगाँठ बैनर - आकर्षकपॉवरपॉइंट २०१३पार्टी आमंत्रण (नीला रिबन डिज़ाइन)पॉवरपॉइंट २०१३बधाईयाँ बैनर - ग्राफ़िक प्रतिमानपॉवरपॉइंट २०१३जन्मदिन और वर्षगाँठ कैलेंडर (६-पृष् ठ)वर्ड २००७विवाह चित्र एलबम, रजत बारोक डिज़ाइन (वाइडस्क्रीन)पॉवरपॉइंट २०१३विवाह फ़ोटो एल्बम, श्वेत और श्याम बारोक डिज़ाइन (वाइडस्क्रीन)पॉवरपॉइंट २०१३उत्सव की डिज़ाइन वाला टेम्पलेटपॉवरपॉइंट २००३जन्मदिन और वर्षगाँठ कैलेंडर (६-पृष् ठ)वर्ड २००३चीयर्स की डिज़ाइन वाला टेम्पलेटपॉवरपॉइंट २००३वर्षगाँठ बैनर - आकर्षक वर्णनइस बैनर के साथ एक विशेष वर्षगाँठ मनाएँ, जिस पर लिखा होता है "वर्षगाँठ मुबारक हो". प्रत्येक अक्षर में ड्रॉप-शैडो व एक भिन्न रंग का रिबन होता है और उसके पीछे चमकीले स्लेटी रंग के घूँघर होते हैं. जो एक परिष्कृत और सुरुचिपूर्ण प्रभाव देता है.संस्करण:पॉवरपॉइंट २०१३डाउनलोड्स:०फ़ाइल का आकार:२११ कबरेटिंग: |
लॉन्ग ड्राइव पर निकले शाहिद-मीरा आज की खबरलॉन्ग ड्राइव पर निकले शाहिद-मीरामुंबई। बॉलीवुड की क्यूटेस्ट जोड़ी कही जाने वाली शाहिद कपूर और मीरा राजपूत एक रोमांटिक लॉन्ग ड्राइव पर निकले जहां से उन्होंने अपनी एक क्यूट सेल्फी लेकर उसे इंस्टाग्राम पर शेयर किया।कई दिनों से शाहिद के पापा बनने की बात पर अटकलें लगाई जा रही थी जिसे शाहिद ने अपनी फिल्म उड़ता पंजाब के ट्रेलर लांच पर कन्फर्मेशन में बदल दी। इसी के चलते शाहिद अपनी वाइफ मीरा के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहते है। शाहिद अपनी आने वाली फिल्म रंगून की शूटिंग से समय निकल कर मीरा के साथ लॉन्ग ड्राइव पर गए और अपनी सेल्फी इंस्टाग्राम पर शेयर की।शाहिद ने इंस्टाग्राम पर शेयर की हुई तस्वीर के कैप्शन में लिखा, मिसेज कपूर के साथ ड्राइव टाइम। उन्होंने हैशटैग लिखा- #होलिडेविब्स.बता दें कि शाहिद कपूर इन दिनों करीना के पति सैफ अली खान के साथ विशाल भारद्वाज की फिल्म रंगून की शूटिंग में व्यस्त है जिसे वो जल्द से जल्द पूरी करना चाहते है ताकि वो अपनी प्रेग्नेंट वाइफ मीरा के साथ समय बिता सके।रिलेटेड टॉपिक:बॉलिवुड शहीद कपूर्मिरा राजपूत्म शहीद मीरा लॉन्ग ड्रिवेशहीद कपूरप्रेग्नेंट मीरामीरा-राजपूतलॉन्ग ड्राइवशाहिद उड़ता पंजाबशाहिद कपूरशाहिद रंगूनशाहिद-मीरा लॉन्ग ड्राइवनिल बटे सन्नाटा की बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाईमुंबई ट्रैफिक पुलिस के लिए ट्रैफिक की खास स्क्रीनिंग |
उपभोक्ताओं के हाथ नया हथियार, जल्द लागू होंगे ई-कॉमर्स के प्रावधान - नेशनल दुनियाउपभोक्ताओं के हाथ नया हथियार, जल्द लागू होंगे ई-कॉमर्स के प्रावधाननई दिल्ली, २० जुलाई (आईएएनएस)। उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए उपभोक्ता संरक्षण कानून-२०19 के रूप नया हथियार मिल गया है। करीब ३४ साल बाद नई शक्ल में सोमवार से लागू उपभोक्ता संरक्षण कानून-२०19 के दायरे में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और डायरेक्ट सेलिंग को भी शामिल किया गया है। हालांकि ई-कॉमर्स और डायरेक्ट सेलिंग से संबंधित प्रावधान अभी लागू नहीं हुए हैं।केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए यहां संवाददाओं से बातचीत में कहा कि उपभोक्ता अब मोबाइल फोन से भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।उन्होंने कहा कि नए कानून की खासियत यह है कि इसमें ई-कॉमर्स कंपनियों को भी शामिल कर लिया गया है और अब उपभोक्ता ज्यादा सशक्त होंगे और अपने अधिकारों की रक्षा कर पाने में सक्षम होंगे। ई-कॉमर्स कंपनियों को किसी उत्पाद के विनिर्माण के मूल देश के नाम सहित उत्पाद के संबंध में तमाम वांछित जानकारी अनिवार्य रूप से अपने प्लेटफॉर्म पर देनी होगी।ई-प्लेटफॉर्म पर उत्पाद के संबंध में आवश्यक जानकारी देने के साथ-साथ कंपनियों को ४८ घंटों के भीतर किसी भी उपभोक्ता शिकायत की प्राप्ति स्वीकार करनी होगी और शिकायत की प्राप्ति की तारीख से एक माह के भीतर निवारण करना होगा।उन्हें उत्पाद वापस करने, धनराशि वापस करने, उत्पाद विनिमय, वारंटी और गारंटी, प्रदायगी और शिपमेंट, भुगतान के तरीकों, शिकायत निवारण तंत्र, भुगतान माध्यमों, भुगतान माध्यमों की सुरक्षा, प्रभार वापसी के विकल्प, आदि से संबंधित जानकारी भी देनी होगी।उपभोक्ता मामले विभाग में सचिव लीना नंदन ने बताया कि ई-कॉमर्स संबंधी प्रावधानों की अधिसूचना इस सप्ताह के आखिर तक जारी हो जाएगी, जबकि डायरेक्ट सेलिंग से संबंधित नियमों की अधिसूचना बाद में जारी होगी।नए कानून में उपभोक्ता संरक्षण परिषद, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए), सरलीकृत विवाद प्रतितोष तंत्र, मध्यस्थता, उत्पाद दायित्व, ई-कॉमर्स और प्रत्यक्ष बिक्री संबंधी नियम, उत्पादों में मिलावट या नकली उत्पादों की बिक्री के लिए जुर्माना व जेल की सजा का प्रावधान है।इसके अलावा, राष्ट्रीय आयोग/राज्य आयोग एक कैलेंडर वर्ष में कम से कम एक बार क्रमश: प्रत्येक राज्य आयोग/जिला आयोग का निरीक्षण करेगा और रिपोर्ट के आधार पर, उनके कार्यकरण में सुधार करने हेतु प्रशासनिक निर्देश जारी करेगा।वहीं, राज्य/जिला आयोग को आदेश की घोषणा होने के तीन दिनों के भीतर अपनी वेबसाइटों पर अपने अंतिम आदेशों को अपलोड करना होगा।राज्य/जिला आयोग को प्रत्येक महीने की सात तारीख तक अपनी वेबसाइट पर उन लंबित मामलों, जिनमें बहस पर सुनवाई पूरी हो चुकी है, लेकिन ४५ दिनों से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आदेश नहीं दिया गया है, उनका विवरण अपलोड करना होगा।बेंगलुरु, २२ जुलाई (आईएएनएस)। कर्नाटक में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के ३,६४९ नए मामले सामने आए। इसके साथ संक्रमित लोगों की कुल संख्या ७०,०००...लंदन, १२ जून (आईएएनएस)। ब्रिटिश विदेश सचिव डॉमिनिक रैब द्वारा संसद में पेश की गई हांगकांग की हालिया अर्ध वार्षिक रिपोर्ट में ब्रिटेन ने... |
वाणिज्यिक देहुमिडिफियर , हवा सफाई उपकरण , औद्योगिक देहुमिडिफियर , - हीरोस (ज़्हंगझू) इंडस्ट्रियल मशिन्री को., लैड. - //हिन्दी.अलीबाबा.कॉम्हिरोस (ज़्हंगझू) इंडस्ट्रियल मशिन्री को., लैड. [सत्यापित]वाणिज्यिक देहुमिडिफियरहवा सफाई उपकरणऔद्योगिक देहुमिडिफियरकंप्रेसर हवा ड्रायरसंपीड़ित हवा ड्रायरकुशल हवा शुद्धीकरणवसूली मशीनगैस बनाने की मशीन५५.६% प्रतिक्रिया की दरमोल्ड तापमान नियंत्रकपेंच हवा कंप्रेसर के लिए प्रशीतित हवा ड्रायरऔद्योगिक कंप्रेसर प्रशीतित हवा ड्रायरएफओबी मूल्य:उस $ १८४७.०-१८४७.० /सेटन्यूनतम आदेश मात्रा:१ सेट/सेट सेक हवा ड्रायरजोर्क १/२ "ऑटो नाली सोलेनॉयड वाल्व हवा कंप्रेसर के लिए टाइमर के साथ उत्कृष्ट गुणवत्ता के साथएफओबी मूल्य:उस $ १8.०-१8.० /सेटन्यूनतम आदेश मात्रा:१ सेट/सेट ऑटो नाली सोलेनॉयड वाल्वहीरोस तहखाने के लिए औद्योगिक देहुमिडिफियरएफओबी मूल्य:उस $ 5०-२००० /सेटन्यूनतम आदेश मात्रा:१ सेट/सेट प्राकृतिक औद्योगिक देहुमिडिफीर्स एलसीडीशून्य घटाने स्वचालित घनीभूत नाली वाल्व नाली वाल्व के लिए हवा कंप्रेसरएलईडी प्रदर्शन 7० पिंट स्थिर प्रदर्शन घर देहुमिडिफियरएफओबी मूल्य:उस $ २8०.०-२8०.० /सेटन्यूनतम आदेश मात्रा:१ सेट/सेट मिनी होम देहुमिडिफियरशून्य घटाने ऑटो घनीभूत नाली वाल्वउच्च कुशल संकुचित सक्रिय कार्बन एयर फिल्टरएटलस कॉपको कंप्रेसर गा3१5व्स्ड स्पेयर पार्ट तेल फ़िल्टर किट प्रतिस्थापनएफओबी मूल्य:उस $ ५७.०-५७.० /सेटफिल्टर किट तत्व कारतूस के लिए एटलस कॉपको कंप्रेसर स्पेयर भागजोर्क सामान्य दबाव १६बार ऑटो नाली वाल्व मिक-ब१5०ल प्रति दिन बिक्री के लिए छत पर चढ़कर अवशोषक देहुमिडिफियरप्रशीतित कंप्रेसर हवा ड्रायर के लिए एटलस कॉपको पेंच हवा कंप्रेसरन्यूनतम आदेश मात्रा:१ सेट/सेट एयर कूल्ड प्रशीतित हवा ड्रायरजोर्क १/२ एक२3०व मल्टीफंक्शन के स्वत: इलेक्ट्रॉनिक टाइमर के साथ ऑटो नाली वाल्व के लिए कंप्रेसरएटलस हवा कंप्रेसर हवा फिल्टर १६२37783००एफओबी मूल्य:उस $ १8.०-२०.० /सेट |
महावीर जयंती के अवसर पर देशभर के वधशालाओं को बंद रखें: गिरीश जयंतीलाल शाह - पशु पोषण अनुसंधान दर्शनमहावीर जयंती के अवसर पर देशभर के वधशालाओं को बंद रखें: गिरीश जयंतीलाल शाहअप्रैल ५, २०२० डॉ.आर. बी. चौधरीभगवान महावीर के "अहिंसा परमो धर्मः" का संदेश आज कितना जरूरी५ अप्रैल, २०२० ; मुंबई (महाराष्ट्र)आज समूचा विश्व कोरोना वायरस की जानलेवा भय से जूझ रहा है। चाइना जैसे वन्य जंतुओं को विनाश की कगार पर ले जानेवाला देश को समूची दुनिया कोस रही है। ऐसे परिपेक्ष में भारतीय संस्कृति, रीति-रिवाजों एवं जीवन शैली "अहिंसा परमो धर्म:" का संदेश बताने वाले भगवान महावीर की वाणी से दुनिया भर में सीख ली जाती है। इस महान संदेश को याद कर इस साल तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती ६ अप्रैल को मनाई जाएगी किंतु आज के परिपेक्ष में भगवान महावीर के संदेश की पृथ्वी से मानवता बचाने के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इस बार का अंदाज लगाया जा सकता है।भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सदस्य एवं समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी ,गिरीश जयंतीलाल शाह ने कहा कि हमारा देश अपने सांस्कृतिक विरासत , ऋषि मुनियों के अहिंसा वादी संदेश , मर्यादाओं एवं संयम पर आधारित जीवन पद्धति सदैव समूची दुनिया को आकृष्ट करती रही है। उन्होंने महावीर जयंती के अवसर पर भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड द्वारा जारी किए गए एडवाइजरी का हवाला देते हुए बताया कि देश के महापुरुषों के जन्म दिवस के अवसर पर पशुओं का वध नहीं होना चाहिए और सभी राज्यों को इस एडवाइजरी का तत्काल प्रति पालन करना चाहिए।गिरीश जयंतीलाल शाह ने बताया कि भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सचिव डॉ एस के दत्ता के द्वारा जारी एक अनुरोध/ सर्कुलर के माध्यम से देश के सभी जिलाधिकारियों से यह अनुरोध किया गया है कि महावीर जयंती या अन्य राष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर देश के सभी वधशालाओं बंद रखा जाए. पत्र में यह भी अनुरोध किया गया है कि जिलाधिकारी/ राज्य सरकार स्थानीय निकायों अथवा प्राइवेट निकाय द्वारा संचालित वधशालाओं को इस अवसर पर बंद रखा जाए। पत्र में इस संबंध में तत्काल कार्यवाही करने की बात कही गई है और कहा गया है कि इस संबंध में किए गए कार्यवाही से अवगत कराया जाए।महावीर जयंती के अवसर पर उन्होंने अपने संदेश में देशभर के सभी पशु प्रेमियों,जीव दया के क्षेत्र में काम कर रहे कार्यकर्ताओं तथा सरकारी - गैर सरकारी प्रतिभागियों से अनुरोध किया है कि विश्व के सभी अच्छे लोग एक अच्छी विचारधारा के साथ जुड़े। इस भावना के साथ भगवान महावीर का संदेश है सवी जीव करू शाशन रती अर्थात सभी जीवों को जीने का अधिकार है भगवान महावीर के उपदेशो के अनुरूप हमने सभी प्राणियों एवं पंच महाभूतों जिनमे पृथ्वी , आकाश, वायु , जल, अग्नि, तथा प्रकृति यानी पर्यावरण की रक्षा ,सर्वधन को अपना ध्येय मानकर कार्य कर रहे है ; ताकि परमेश्वर प्रदत इस सृष्टि को अधिक सुंदर बनाया जा सके मेरा सभी अच्छे लोगो से यही आग्रह है कि वह एकजुट होकर अपनी पूरी ताकत से इस इश्वरी कार्य में सम्मिलित हो जाये और दुष्ट तामसिक पाशविक शक्तिओं को परास्त करे। तभी यह संसार फिर से मंगल ग्राम बन पायेगा और यह दायित्व अच्छे सज्जन लोगो पर ही है।उन्होंने भगवान महावीर के संदेश को याद दिलाते हुए कहा किजैसे महावीरजी ने जल तत्व की बात की तो हमने गाँव गाँव में तालाब, कुए, नदी- नाले आदि की पुनः व्यवस्था कर गाँववासियों को पानी के मामले में आत्म निर्भर बनाया। हमने यह अभियान चलाया की गाँव के प्रत्येक व्यक्ति १६ वृक्ष लगाए। मान लो किसी गाँव ने १ ,००० लोग रहते है और वे सभी सोलह सोलह वृक्ष लगाते है। तो कुल १६ ,००० वृक्ष गाँव में लग जायेगे। ओर गाँव नंदनवन बन जायेगा। इससे किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। हर गाँव हर व्यक्ति स्वावलंबी बने। पैसे कमाने के लिए कही बाहर जाने की जरूरत नहीं है। पहले हर गाँव में पशुपालन और कृषि व्यवस्था थी। इससे उनकी आमदनी होती थी। दूध, दही, धी, मख्खन एवं अनाज आदि के व्यापर से ग्रामीण लोग समृद्ध थे। हम फिर से पुरानी ग्रामीण व्यवस्था को जीवंत करने के लिए काम कर रहे है और भगवान महावीर के विचारो को अपने सामाजिक कार्यो के माध्यम से जन जन तक पहुंचा रहे है।सभी को अपनी परंपरा से जुड़ कर अपने अपने क्षेत्र में अच्छे कार्य करने चहिये। केवल बातो से ही नहीं काम चलेगा। हमें अब प्रेक्टिकल बनना पड़ेगा। ग्राउंड लेवल पर हम छोटे छोटे कार्य करना चाहिए जैसे १६ १६ वृक्ष लगाकर अच्छे कार्य से जोड़ सकते है। हम छोटा सा गढ्ढा खोद कर पानी रिसर्व कर सकते है। हम गौचर, गौवंश की सेवा कर सकते है। किसी दीनहीन जरूरियातमंद की सहायता कर सकते है। ये सब अच्छे कार्य है। सभी को करने चाहिए यह सब कार्य करके हम अपने जीवन में भी सुधार ला सकते है। हम अपने आहार में भी सुधार ला सकते है। हम क्यों होटल का खाना खाते है ? नहीं खाना चाहिए। हम क्यों गन्दा खाना खाते है ? नहीं खाना चाहिए।भगवान्ह महावीर के सन्देश के अनुसार हमें सर्व प्रथम अपना कल्याण स्वयं करना चाहिए। हमें पहले अपनी व्यवस्था सुधार कर अपने आसपास के लोगो की सेवा करना चाहिए। अगर आप बहुत ताकतवर बन जाये तो पूरे देश सहित विश्व कल्याण की भावना लेकर व्यापक काम करना चाहिए। इसी से सभी का कल्याण होगा और भगवान महावीर के विचारो को हम साकार कर पाएंगे। |
उन्कैटेगरिज़्ड भारतीय स्टार समाचारविरेन्द्र चौधरी / युसुफ चौरासिया दिनांक ०३ जनवरी २०२० (सू०वि०)जनमंच के पे्रक्षागृह में दूर-दराज से आये निराश्रित, असहाय एवं गरीब व्यक्तियों को २५०० से अधिक कम्बल वितरित किये गयेपूरे मण्डल में २५,००० कम्बलों का वितरण गरीब, निराश्रित व असहायों को कराया जादेहरादून,। न्यू केंट रोड, हाथी बड कला में हुई ब्राह्मण महासंघ की मासिक बैठक में ब्राह्मणों की एकता पर बल दिया गया । उक्त जानकारी विरेन्द्र दत्त शब्द द्वारा जारी की गई। बैठक में वक्ताओं द्वारा कहा गया कि एकता में बड़ीतेलंगाना में रेपिस्ट एनकाउंटर को बताया संविधान का उल्लंघन हैदराबाद पुलिस का सर्मथन कर मायावती ने लगाया बाबा साहब के मिशन को चूना बाबा साहब की नीतियों पर चल रहे है औवैसी विरेन्द्र चौधरी/युसुफ चौरसिया सहारनपुर। ऑल इंडिया मजलिए-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीननिर्भया की मां :- हैदराबाद की पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपियों के साथ जैसा सलूक किया,वह प्रसंशनीय है।मैं हैदराबाद पुलिस की दरियादिली की दाद देती हुं।सात साल बाद मेरे जख्मो पर मरहम लगा उन्नाव रेप पीडिता का परिवार :- हैदराबाद में डा०प्रियंकागाढा बिरादरी के सम्मानित व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता युसुफ चौरसिया के घर पहुंचे पश्चिमांचल निर्माण संगठन के विशेष सचिव जनसंपर्क विरेन्द्र चौधरी पश्चिमांचल प्रदेश को लेकर हुई वार्तालाप एड०साजिद / योगेश जैन सहारनपुर। आज पश्चिमांचल प्रदेश निर्माण संगठन के विशेषजाट भवन का हुआ शिलान्यास जाट भवन के लिए त्रिवेन्द्र रावत ने दिये पच्चीस लाख,विनोद चमोली देगें तीन वर्षों तक प्रतिवर्ष दस लाख,चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने दिये दस लाख विरेन्द्र चौधरी देहरादून। आज देहरादून में प्रात: 1० बजे हरिद्वार बाईपास रोड़विरेन्द्र चौधरी हरिद्वार। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजिंदर सिंह एडवोकेट ने कहा कि जनता ने विगत चुनाव में भाजपा को सत्ता सौंप दी थी। भाजपा जनता के विश्वास पर खरी नही उतर सकी। समाचार के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एडवोकेट राजेंद्रनगरनिगम बना रहा नालो की जगह नालियां अवर अभियंता और ठेकेदार चला रहे समांनानतर सरकार आवाज उठाओ मिलती है धमकियां विरेन्द्र चौधरी सहारनपुर।महानगर के नगरनिगम में अवर अभियंता और ठेकेदारों ने सरकारी धन की लूट का अघोषित टेंडर ले रखा |
सैमसंग गैलेक्सी आ९ स्टार लाइट और सैमसंग गैलेक्सी आ९ स्टार लिस्टेड । सैमसंग गलक्सी आ९ स्टार एंड गलक्सी आ९ स्टार लीट गोयंग तो लॉन्च ऑन जून ७- हिन्दी गिजबॉटदमदार फीचर्स के साथ आएंगे सैमसंग गलक्सी आ९ स्टार व गलक्सी आ९ स्टार लीटिपब्लिश्ड: मोंड्य, जून ४, २०१८, १८:३२ [इस्ट]सैमसंग अपने घरेलू मार्केट में मिड बजट स्मार्टफोन सीरिज का विस्तार कर रही है। सैमसंग ७ जून को चीन में अपने लेटेस्ट मिड रेंज स्मार्टफोन गलक्सी आ९ स्टार और गलक्सी आ९ स्टार लीट लॉन्च करने जा रही है। चीन में इन दोनों स्मार्टफोन की प्री बुकिंग शुरू हो चुकी है। बता दें कि इन दोनों स्मार्टफोन के फीचर्स और स्पेक्स को लेकर पहले से ही रिपोर्ट्स आती रही है। ७ जून को ऑफिशियल लॉन्च के बाद दोनों ही स्मार्टफोन 1४ जून से चीन में बिक्री के लिए उपलब्ध हो जाएंगे।सैमसंग ने भारत समेत बाकी देशों में गैलेक्सी आ९ स्टार और गैलेक्सी आ९ स्टार लाइट के लॉन्च और उपलब्धता को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। सैमसंग के इन दोनों स्मार्टफोन के खास फीचर्स के बारे में बात करें, तो कंपनी इन्हें फुल एचडी+ सुपर एमोलेड डिस्प्ले के साथ पेश करेगी साथ ही दोनों स्मार्टफोन बिक्सबी वॉयस असिस्टेंट के साथ आएंगे।कीमत की बात करें, तो सैमसंग गलक्सी आ९ स्टार को ३,६९९ चीनी युआन यानी करीब ३8,६०० रुपए में प्री बुकिंग के लिए लिस्ट किया गया है। वहीं, गलक्सी आ९ स्टार लीट को २,६९९ चीनी युआन यानी करीब २8,२00 रुपए में लिस्ट किया गया है। ये स्मार्टफोन ब्लैक और ब्लू रंग वेरिएंट में पेश किया गया है।गलक्सी आ९ स्टार और गलक्सी आ९ स्टार लीट स्पेसिफिकेशनलिस्टिंग में सैमसंग के दोनों ही स्मार्टफोन के चुनिंदा फीचर्स सामने आए हैं। सैमसंग गैलेक्सी आ९ स्टार में ६.३ इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले दिया है, जो १८.५:९ ऑस्पेक्ट रेश्यो के साथ आता है। फोन की बड़ी स्क्रीन को पावर देने के लिए कंपनी ने ३७00 एमएएच की बैटरी दी है।फोटोग्राफी के लिए गैलेक्सी आ९ स्टार में डुअल रियर कैमरा दिया है, जो २४+1६ मेगापिक्सल के सेंसर के साथ आता है। फोन में २४ मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया है। रैम की बात करें, तो ये स्मार्टफोन ४ जीबी रैम के साथ आता है। फोन में ६४ जीबी स्टोरेज दिया है, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से बढ़ाया जा सकेगा।सैसमंग की आ९ सीरिज के लाइट वेरिएंट गलक्सी आ९ स्टार लीट की बात करें, तो ये ६.२ इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले के साथ आएगा, जिसका ऑस्पेक्ट रेश्यो १८.५:९ होगा। लाइट वेरिएंट में ३५00 एमएएचकी बैटरी होगी। इस फोन में ४ जीबी रैम और ६४ जीबी इंटरनल स्टोरेज होगा, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से एक्सपेंड किया जा सकेगा।आ९ लाइट वेरिएंट सिंगल रियर कैमरा के साथ आएगा, जो २४ मेगापिक्सल का होगा। फोन का फ्रंट कैमरा भी २४ मेगापिक्सल का होगा। फिलहाल दोनों ही स्मार्टफोन को ओएस वर्जन और प्रोसेसर के बारे में जानकारी नहीं मिली है। दोनों ही स्मार्टफोन के ऑफिशियल लॉन्च के बाद सभी फीचर्स के बारे में जानकारी सामने आ सकेगी।सैमसंग गलक्सी आ९ स्टार एंड गलक्सी आ९ स्टार लीट गोयंग तो लॉन्च ऑन जून ७ एंड राइट नो बोथ स्मारफोन अरे अवैलेबल फॉर प्रबउकिंग इन चीना.स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: मोंड्य, जून ४, २०१८, १८:३२ [इस्ट] |
सरकार ने शहीदों के बच्चों की स्कूल फीस पर लगी सीमा हटायी, अब पूरा खर्च सरकार उठाएगी: डैफेंस मिनिस्ट्री रिमूव र्स १०,००० कप ऑन एडउकेशनल कंसेशन फॉर चिल्ड्रन ऑफ सोल्डीर्स डिसऐबल्ड, किल्ल्ड इन एक्शन - नेशनल हिन्दी न्यूज, इंडिया त्व हिंदीपबलिश्ड ऑन: मार्च २२, २०१८ २१:१४ इस्टनयी दिल्ली: सशस्त्र बलों की मांगों के आगे झुकते हुए सरकार ने शहीदों और ड्यूटी के दौरान विकलांग हुए सैनिकों के बच्चों को मिलने वाली शिक्षण सहायता के लिए तय अधिकतम १०,००० रुपये की सीमा को समाप्त कर दिया है। सरकार ने पिछले वर्ष जुलाई में यह सीमा तय की थी। सरकार ने अपने आदेश में कहा था कि योजना के तहत मिलने वाली सहायता प्रति माह१०,००० रुपये प्रतिमाह से ज्यादा नहीं हो सकती है। इस फैसले का थलसेना, वायुसेना और जलसेना ने संयुक्त रूप से विरोध किया था।कल जारी एक नोट में वित्त मंत्री ने कहा कि शिक्षा छूट१०,००० रुपये प्रतिमाह की अधिकतम सीमा के बगैर जारी रहेगी। नोट में, हालांकि कहा गया है कि यह छूट सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों, या केन्द्र और राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने वालों को ही मिलेगी। यह छूट केन्द्र या राज्य सरकारों से वित्तीय सहायता प्राप्त स्वायत संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने वालों को भी मिलेगी। गौरतलब है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त मंत्रालय से छूट की अधिकतम सीमा हटाने का अनुरोध किया था। |
अनलॉक ३ में विद्यालय एवं उच्च शिक्षा संस्थान ३१ अगस्त तक रहेंगे बंद - ग्लोबल ए-कम्पसनई दिल्ली। कोविड-१९ महामारी की देश भर में वर्तमान स्थिति को देखते हुए गृह मामलों के मंत्रालय (एमएचए) ने कल २९ जुलाई २०२० को जारी अनलॉक ३ के लिए दिशा-निर्देशों में स्कूलों और कॉलेजों को खोले जाने पर लगे प्रतिबध को जारी रखा है। मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विभिन्न राज्यों एवं संघ शासित क्षेत्रों की सरकारों से परामर्श के बाद देश भर के विद्यालयों, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और अन्य शिक्षा संस्थानों को ३१ अगस्त तक को बंद ही रहने देने का निर्णय किया गया है। एमएचए के अनलॉक ३ के लिए दिशा-निर्देशों के चलते विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा ३0 अप्रैल २०२० को जारी दिशा-निर्देश प्रभावित हुए हैं। विश्वविद्यालयों में नये सत्र के लिए यूजीसी के कैलेंडर और दिशा-निर्देशों में उच्च शिक्षा संस्थानों के वर्तमान छात्रों के लिए १ अगस्त से और नये दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए १ सितंबर से कक्षाएं आयोजित करने के लिए कहा गया था। हालांकि, इन संस्थानों में ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं और सत्र निर्धारित समय से आरंभ होंगे।यह भी पढ़ें सुप्रीम कोर्ट ने नीत प्रवेश परीक्षा को लेकर केंद्र और मेडिकल काउंसिल से मांगा जवाबस्वतंत्रता दिवस समारोह में रखना होगा सामाजिक दूरी का ध्यानगृह मंत्रालय द्वारा जारी अनलॉक ३ दिशा-निर्देशों में १5 अगस्त को देश भर में मनाये जाने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोहों के आयोजन की छूट दी है, हालांकि समारोह के दौरान सामाजिक दूरी, अन्य जरूरी स्वास्थ्य सम्बन्धी निर्देशों एवं गृह मंत्रालय द्वारा ही २७ जुलाई २०२० को अलग से जारी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा को सीमित अनुमति, क्या नीट २०२० के लिए खाड़ी देशों के उम्मीदवारों को मिलेगी राहत?गृह मंत्रालय द्वारा जारी अनलॉक ३ दिशा-निर्देशों में अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा को वंदे भारत मिशन के तहत सीमित तरीके से अनुमति दी गयी है। इसमें चरणबद्ध तरीके और आगे भी छूट जाएगी। वहीं, इस छूट से १३ सितंबर को आयोजित होने वाली नीट (यूजी) २०२० परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए खाडी देशों (दोहा, कतर) से भारत आने वाले छात्रों को तय नियमों में क्या रियायत मिलेगी, जिसे लेकर इन छात्रों के पैरेंट्स ने उच्चतम न्यायालय ने जनहित दायर की हुई है? इस प्रश्न के उत्तर के लिए फिलहाल इंतजार करना होगा। बता दें कि नीट (यूजी) २०२० परीक्षा की तैयारी कर रहे खाड़ी देशों के ४००० से उम्मीदवारों के पैरेंट्स ने परीक्षा को स्थगित किये जाने और खाड़ी देशों में परीक्षा केंद्र बनाये जाने को लेकर उच्चतम न्यायालय में जन हित याचिका (पीआईएल) दायर की है।केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी,लॉकडाउन के दौरान परीक्षा ले सकेंगे विश्वविद्यालयपोस्टेड बैग्लोबल जुलाई ३0, २०२० जुलाई ३0, २०२० पोस्टेड इनिन्दियन न्यूज |
गर्भावस्था में सफ़ेद पानी का आना- क्या शिशु के लिए ख़तरनाक है ? - ज़ेनपेडेंट्सुप्रिया सिंह मोंड्य एट १२:०७ प्मगर्भवस्था में महिलाओं के शरीर में बहुत सारे परिवर्त्तन देखने को मिलते हैं, और इसकी असली वजह हार्मोन में परिवर्त्तन है। जिसका एक कारण है गर्भवस्था में सफ़ेद पानी का आना। जी हाँ, प्रेगनेंसी में सफ़ेद पानी का निकलना काफी आम बात है जो हर महिलाओं में सामान्य रूप से दिखाई देता है। जिसे, ल्यूकोरिया कहते हैं यह देखने में सफ़ेद, हल्का गाढ़ा और हल्का गंधहीन हो सकता है।गर्भवस्था में सफ़ेद पानी क्यों निकलता है ?गर्भवस्था में सफ़ेद पानी सर्वाइकल मीक्यूस होता है, जो कि इन दिनों काफी सामान्य माना जाता है। गर्भवती महिला में इस तरह की समस्या ज्यादातर थर्ड ट्राइमेस्टर में अधिक देखने के लिए मिलता है। हालाँकि, प्रेगनेंसी के समय इस तरह के सफ़ेद पदार्थ निकलने से आपके भ्रूण को काफी फायदा होता है। क्योंकि, यह गर्भाशय ग्रीवा में किसी भी प्रकार के संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है।किस स्थिति में यह ख़तरनाक हो सकता है ?क्या सफ़ेद पानी के निकलने से शिशु को नुकसान हो सकता है ?जैसा कि ऊपर भी बताया जा चूका है कि या आपके बॉडी के लिए अच्छा होता है, ठीक वैसे ही यह आपके शिशु के लिए भी अच्छा माना जाता है। क्योंकि, यह आपके शिशु को सुरक्षा प्रदान करता है लेकिन, यदि यह समस्या बढ़ जाए या फिर संक्रमण हो जाए तब समस्या उत्पन्न हो सकती है।जब आपको लगे कि आपको वेजाइनल इंफेक्शन है, तब आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि, हो सकता है कि यह संक्रमण शिशु तक पहुँच सकता है।जब योनि क्षेत्र में खुजली, जलन, लालिमा, या सूजन की समस्या हो।जब आपका डिस्चार्ज हल्का खुनी हो।फ्धचरे इमेज सोर्स: एवेरय्ड्यफमिली.कॉम |
सीएए के विरोध में दिल्ली में तीसरे दिन आगजनी और पथराव; ७ की मौतहोम क्राइम सीएए के विरोध में दिल्ली में तीसरे दिन आगजनी और पथराव; ७...नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मुद्दे पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी हिंसा हुई। उपद्रवियों ने सुबह मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में फिर से पत्थरबाजी की, एक फायर ब्रिगेड को आग के हवाले कर दिया। इससे पहले रात ३ बजे तक उत्तर-पूर्वी दिल्ली में आग लगने की ४५ कॉल आईं। इससे पहले सोमवार को जाफराबाद और मौजपुर इलाके में सीएए विरोधी और समर्थक गुट आमने-सामने आ गए थे। इस दौरान हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत ७ लोगों की मौत हो गई।शहादरा के डीसीपी अमित शर्मा, एसीपी अनुज कुमार और दमकल कर्मियों समेत ४० जवान जख्मी हैं। ७0 लोग घायल हुए। पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन कई इलाकों में तनाव है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत दौरे और उनके दिल्ली पहुंचने से कुछ घंटे पहले हुई हिंसा के पीछे दिल्ली पुलिस को सुनियोजित साजिश का अंदेशा है।पुलिस के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि दुनिया के सामने प्रधानमंत्री मोदी और भारत छवि खराब की जा सके। ट्रम्प सोमवार रात को दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित एक होटल में रुके। ये जगह हिंसा वाले इलाके से करीब २० किमी की दूरी पर है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा को लेकर मंत्रालय के अफसरों के साथ देर रात तक आपात बैठक की। आज दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य दलों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। केजरीवाल ने भी दिल्ली के सभी विधायकों की बैठक बुलाई।उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार रात सीआरपीएफ की ८ कंपनियां तैनात की गईं। ब्रह्मपुरी इलाके में मंगलवार को पथराव के बाद आरएएफ के जवानों ने फ्लैग मार्च किया।हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। बोर्ड और अन्य परीक्षाएं स्थगित की गईं।डीएमआरसी ने आज ५ मेट्रो स्टेशन- जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार बंद किए। |
ट्वीट शादी के बाद पहली बार करीना ने दिया किसिंग सीन, सामने आया पोस्टर मुंबई. अपकमिंग फिल्म 'की एंड का' का नया पोस्टर सामने आया है, जिसमें करीना कपूर और अर्जुन कपूर किस करते नजर आ रहे हैं। यह पोस्टर खास इसलिए है कि करीना सैफ से शादी के बाद पहली बार किसी फिल्म में किस करती नजर आएंगी। हां, शादी के पहले जरूर उन्होंने फरदीन खान (देव), शाहिद कपूर (जब... करीना कपूर पर चढ़ा विंटेज लुक का जादू, बनी मैरिलिन मोनरोए! रिलेटेड प्लेसेहोल्डरबेगम करीना कपूर खान अपने लुक से किसी को भी घायल कर सकती हैं. हाल ही में एक इवेंट के दौरान अपना शाही अंदाज़ दिखाने के बाद अब उन्होंने बीते ज़माने के सुपरस्टार्स के विंटेज स्टाइल की झलक दिखाई. ये आउटफिट उन्होंने एक मैगज़ीन शूट के लिए पहनी थी, लेकिन इसे देखकर लग रहा कि... की एंड का करीना कपूर और अर्जुन कपूर इस फिल्म में किआ और कबीर नाम के मैरिड कपल का रोल निभा रहे हैं। इस फिल्म में करीना घर की मुखिया हैं और पैसे कमाती हैं, जबकि अर्जुन घर पर रहते हैं और एक आम हाउस वाइफ की तरह कुकिंग करते हैं। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और उनकी पत्नी जया बच्चन कैमियो... 'फितूर' में तब्बू से पहले रेखा थीं 'बेगम', इन स्टार्स ने भी बीच में छोड़ी फिल्म मुंबई: २ साल पहले जब अभिषेक कपूर ने अपनी ड्रीम प्रोजेक्ट मूवी फितूर की अनाउंसमेंट की थी तो बेगम हजरत के किरदार में सबसे पहले रेखा को कास्ट किया गया था। लेकिन ८०% शूटिंग पूरी होने के बाद जब रेखा ने ये फिल्म छोड़ी तो बेहद बवाल हुआ। ऐसी सिचुएशन में मेकर्स ने... खास मौके के लिए साफ-करीना का शाही मेकोवर! क्या आपने देखा? रिलेटेड प्लेसेहोल्डरहाल ही में मुंबई में इंडियन दर्बी २016 का पहला एडिशन हुआ. जिसकी रौनक बढ़ाने पहुंचे पटौदी खानदान के नवाब साफ अली खान और उनकी बेगम करीना कपूर खान भी पहुंची. साफ और करीना फिलिप ट्रीसी हैट्स या रोल्स रॉयस में नहीं आए थे, लेकिन इससे उनके शाही अंदाज़ में कोई कमी नहीं आई.फिल्म 'रंगून' के लिए रखी अपनी मूंछ और... कैटरीना से ऐश्वर्या तक, जब कम उम्र के एक्टर्स के साथ जमी इनकी जोड़ी मुंबई: 1२ फरवरी को रिलीज होने जा रही फिल्म 'फितूर' में कैटरीना कैफ अपनी उम्र से २ साल छोटे आदित्य रॉय कपूर के साथ रोमांस करती दिखाई देंगी। बावजूद इसके फिल्म के ट्रेलर और गानों में इनकी केमिस्ट्री काफी सिजलिंग लगी रही है। कैटरीना की तरह ऐश्वर्या राय बच्चन भी धर्मा... इंडियन दर्बी २016: स्टनिंग लुक में दिखीं बेबो, सैफ भी हुए स्पॉट मुंबई: महालक्ष्मी रेसकोर्स में रविवार दोपहर इंडियन डर्बी २016 फेस्टिवल ऑर्गनाइज किया गया। बतौर चीफ गेस्ट इवेंट में सैफ अली खान और करीना कपूर पहुंचे। बेबो यहां टेंपरले लंदन के फ्लोरल प्रिंटेड हॉल्टर नेक ड्रेस में काफी स्टनिंग दिख रही थीं। वहीं, सैफ ने ग्रे सूट कैरी किया था।... बॉलिवुड बुलेटीं: आलिया के साथ फिल्म में रोमांस करेंगे अक्षय कुमार! नई दिल्ली/भोपाल। दैनिक्भास्कर.कॉम पर लॉगऑन कर आप हर दिन दो मिनट का वीडियो बॉलीवुड बुलेटिन देख सकते हैं। दिनभर के ताजा अपडेट्स आप इस वीडियो में देख पाएंगे। यह बॉलीवुड वीडियो बुलेटिन फिल्म इंडस्ट्री की हर बड़ी हैपनिंग, मूवी प्रीमियर, मूवी रिलीज, मूवी रिव्यू, बॉक्स ऑफिस से... बॉलीवुड स्टार्स से जुड़े १० फैक्ट, जिनके बारे में कम ही जानते हैं लोग मुंबई.वैसे तो बॉलीवुड स्टार्स की प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ के बारे में लोग बहुत कुछ जानते हैं। लेकिन कई ऐसी बातें भी हैं, जो कम ही लोगों को पता होंगी। मसलन, 'गदर: एक प्रेम कथा' के बारे में सब यह तो जानते हैं कि इसमें सनी देओल ने दमदार एक्टिंग की थी, लेकिन उनके पहले किसी और... रोल के लिए रणदीप ने किया ये हाल, इन स्टार्स ने भी जोखिम में डाली जान एंटरटेनमेंट डेस्क: अपकमिंग फिल्म 'सरबजीत' के लिए रणदीप हुड्डा ने बेहद मेहनत की है, जो फिल्म में उनके फर्स्ट लुक में साफ नजर आई। सरबजीत के किरदार में ढलने के लिए उन्होंने महज २8 दिनों में १८ किलो वजन घटाया। इस गेटअप को पाने के लिए वे सॉलिड डाइट से दूर सिर्फ लिक्विड (पानी... ट्रेंडिंग नो >> अमिताभ बच्चन |ऐश्वर्या राय बच्चन |वेकेशन से लौटे सैफ-करीना, एयरपोर्ट पर हुए स्पॉट१० रियल लाइफ बॉलीवुड जोड़ी, रील लाइफ में कोई हिट तो कोई फ्लॉपदीपिका से करीना तक, इन चीजों के लिए क्रेजी हैं ये १० बॉलीवुड सेलेब्सइनकी 'लव-स्टोरी' बनी 'हेट-स्टोरी', एक-दूसरे को देखना भी नहीं गवाराबेगम बेबो के साथ खेत में दिखें सैफ, लोगों के साथ करीना ने ली सेल्फीएयरपोर्ट पर दिखे सलमान सहित कई सेलेब्स, डिफरेंट लुक में नजर आईं प्रिटी९ फेमस सिस्टर जोड़ी: श्रुति-अक्षरा फ्लॉप, तो हिट हुई करिश्मा-करीनामैडम तुसाद म्यूजियम में राज कपूरटेलीग्राफ | १६३८८हर आगोफर्स्ट पोस्ट | १६७५३हर आगोफर्स्ट पोस्ट | १६७५६हर अगोडेली मेल | २3833हर आगोफर्स्ट पोस्ट | २4167हर आगोफर्स्ट पोस्ट | ३००५१हर एगो |
पर्यावरण पर कुछ कविताएँ | पोम ऑन एन्वायरोनमेंट इन हिन्दी - पोएट्री एडवेंचरहोम / हिन्दी पोएट्री / पोएट्री ऑन नेचरे / पर्यावरण पर कुछ कविताएँ | पोम ऑन एन्वायरोनमेंट इन हिन्देब्य निधि अग्रवाल ऑन मई ०५, २०१९ इन हिन्दी पोएट्री, पोएट्री ऑन नेचरेहमारा 'पर्यावरण' प्रकृति का ही एक स्वरूप है। मानव और अन्य जीव-जन्तु इसी पर्यावरण के चारो ओर व्याप्त हैं और हमारे जीवन की प्रत्येक घटनाएं भी इसी के अंदर सम्पादित होती है। हम मनुष्य और धरती पर रहने वाले अन्य प्राणी अपनी समस्त क्रियाओं से इस पर्यावरण को प्रभावित करते है। इसी प्रकार से एक जीवधारी और उसके पर्यावरण के बीच अन्योन्याश्रय सम्बन्ध होते है।पर्यावरण का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है, जिस प्रकार हम मनुष्य, पर्यावरण के अनेक स्रोतों का अंधाधुन उपयोग कर रहे है, हमें शीघ्र ही जागरूक होने की जरुरत है, अन्यथा हम सब अनेक प्राकृतिक स्रोतों से हाथ धो बैठेंगे। पर्यावरण के प्रति जागरूक और इसका संरक्षण करने हेतु, हर साल ५ जून को हम सब विश्व पर्यावरण दिवस (वर्ल्ड एन्वायरोनमेंट दए) के रूप में मनाते है।पर्यावरण की सुन्दर कल्पना कर और इसको संरक्षित करने के उद्देश्य हेतु, हम अपनी कविताओं के माध्यम से आपको जागरूक करना चाहते है। पोम ऑन एन्वायरोनमेंट इन हिन्दी हम आपके समक्ष शेयर करते है।आ पोम ऑन एन्वायरोनमेंट इन हिन्दी | पर्यावरण पर कविता"प्रकृति और पर्यावरण"कितनी मनोरम है ये धरती,प्रकृति और ये पर्यावरण।कल-कल बहते पानी के झरने,हरी भरी सी धरती और इसके इंद्रधनुषीय नज़ारे।कलरव करते नभ में पक्षी,जीवन के राग सुनाते है।मस्त पवन के झोंको में,यूँही बहतें जाते हैं।फूलों से रस को चुनने,कितनें भौरें आते है।कली-कली पर घूम -घूम कर,देखो कैसे इतरातें है।बारिश की बूंदे भी देखो,सबके मन को भाती है।हरा-भरा कर धरती को,सबको जीवन दे जाती हैं।हमको जीवन देनी वाली प्रकृति का,मिलकर करना है हम सबको सरंक्षण।पर्यावरण का सीधा सम्बन्ध प्रकृति से है। हम अपने परिवेश में तरह-तरह के जीव-जंतु, पेड़-पौधे, और अन्य सजीव-निर्जीव वस्तुएँ पाते है और ये सब मिलकर हमारे पर्यावरण की रचना करते है, हम सब इन वस्तुओं से किसी न किसी तरह से अन्योन्याश्रय है। लेकिन आज यह घनिष्ठ सम्बन्ध एक सवाल सा बनता जा रहा है। जब तक हम लोगों को प्रकृति के इस अन्योन्याश्रय सम्बन्ध के प्रति एक स्वाभाविक लगाव पैदा नहीं होगा, तब तक पर्यावरण संरक्षण एक सपना ही बना रहेगा।हम अपनी कविता के माध्यम से आप सबके अन्दर यही स्वाभाविक लगाव अपनी प्रकृति के प्रति जागृत करना चाहते है। हम पर्यावरण संरक्षण पर कविता आपके समक्ष शेयर करते है।पोम ऑन एन्वायरोनमेंट इन हिन्दी | पर्यावरण संरक्षण पर कविता"धरती माँ करे पुकार"माँ हूँ तेरी कोई गैर नही,जीवन हूँ तेरा कुछ और नही।क्यों हरियाली को मेरे आँचल से,गला घोंटकर ममता का,मुझसे नाता तोड़ लिया।देकर मुझको मेरा अस्तित्व,हम सब जानते है कि विश्व पर्यावरण दिवस, पूरे विश्व में ५ जून को मनाया जाता है और पर्यावरण संरक्षण हम सबका कर्तव्य है। हम इस कर्तव्य को स्वतः पूर्ण करने का जिम्मा लेते है। हम इस पर्यावरण दिवस पर अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूक होने का सन्देश दे रहे है, ताकि वे लोग जो इस प्रकृति के अतुल्य संसाधनों को छति पहुँचा रहे है, उनको हमारे पर्यावरण के प्रति थोड़ी समझ आ सके। हम आपके समक्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर कविता शेयर करते है।हिन्दी पोम ऑन एन्वायरोनमेंट | विश्व पर्यावरण दिवस पर कविता"आओ ये संकल्प उठाए"आओ ये संकल्प उठाए,पर्यावरण को नष्ट होने से बचाएँ।स्वयं भी जाग्रत हो,और लोगो में भी चेतना जगाए।देकर नवजीवन इस प्रकृति को,इसका अस्तित्व बचाएँ।जल ही जीवन है धरती पर,इसकी हर एक बूंद बचाएँ।संरक्षित कर इसको,अपना भविष्य बचाएँ।वृक्ष नही कटने पाएँ,हरियाली न मिटने पाए,लेकर एक नया संकल्प,हर एक दिन नया वृक्ष लगाएँ।ये प्रकृति ही जीवन है,अपने जीवन को बचाएँ।पोम ऑन सवे एन्वायरोनमेंट इन हिन्दी | पर्यावरण बचाओं पर कविता"पर्यावरण पर दुष्प्रभाव"यूँही बढ़ता रहा अगर,पर्यावरण का विनाश।तो हो जाएगा धरा से,जीवन का सर्वनाश।दिखती जो है थोड़ी सी भी हरियाली,हो जायेगी एक दिन,धरती माँ की चादर काली।खत्म हो जाएगा नभ से,पंक्षियों का डेरा।अपने प्रचंड पंख पसारे अम्बर में,तब फिरा लेगा रवि भी अपना बसेरा।न बारिश की बूंदे होंगी,और न इंद्रधनुष का मंजर होगा।चारों तरफ होगा सूनापन,और बस बंजर ही बंजर होगा।आज पर्यावरण संरक्षण एक ज्वलंत मुद्दा बन चुका है। प्रदुषण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता का क्षरण और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से हम अछूते नहीं है। जागरूकता की कमी होने के ही ये सब नतीजे है। हमें ही पर्यावरण के प्रति कुछ करना होगा, तबहि हम सब इसके असीमित संसाधनों का लाभ उठा पायेंगे अन्यथा हम सब इससे हाथ धो बैठेंगे।यह कविताएँ बच्चे और बड़े-बूढ़े पढ़े, और अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण जैसी भावना को उत्पन्न करें। खासकर हमें स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को, किताबी ज्ञान से हटकर, पर्यावरण के प्रति वास्तविक ज्ञान देना होगा। हमें ही एक-दूसरे को चेताना होगा, तबहि हमारा पर्यावरण संरक्षित हो पायेगा।नेचरे रिलेटेड पोइम्स:मस्त रेड: वसंत ऋतु पर सुंदर कविताएँ | हिन्दी पोइम्स ऑन वसंत ऋतुमस्त रेड: प्रातः का सौंदर्य पर कविताएँ | पोम ऑन मॉर्निंग ब्यूटी इन हिन्दिहोप यू एल लीके तीस पोस्ट आबात पोम ऑन एन्वायरोनमेंट इन हिन्दी, यू कन अलसो शारें तीस पोस्ट तो ग्रो आवारेनेस ऑन और एन्वायरोनमेंट थ्रॉ सोशियल मीडिया लीके फेसबुक, व्हेत्सप्प, एट. प्लीस शारें यूर थॉट एंड इडस फॉर प्रिजर्विंग और एन्वायरोनमेंट इन थे कमेंट सेक्शन. यू कन अलसो लीके और फेसबुक पाग फॉर गेटिंग नोटिफिकेशन्स ऑफ लाटेस्ट पोइम्स.---एडिटेड बाय- सोमिल अग्रवाल्टग्स # हिन्दी पोएट्री # पोएट्री ऑन नेतुरेबी निधि अग्रवाल एट मई ०५, २०१९लेबल्स: हिन्दी पोएट्री, पोएट्री ऑन नेचरे |
'आलू' से ज्यादा फायदेमंद है उसके छिलके, बस ऐसे करना होगा प्रयोग | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १फेब ११ 20१9 ०६:३२ प्महम आपको बता दें आलू के छिलके में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। विटामिन ए और सी, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, जिंक, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का महत्वपूर्ण स्रोत आलू में कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं। इतने सारे गुणों से भरपूर आलू के छिलके भी कम गुणकारी नहीं हैं। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह एक महत्वपूर्ण आहार के रूप में उपयोग किया जाता है।हम आपको बता दें ब्लडप्रेशर की बीमारी में आलू के छिलके काफी लाभदायक हो सकते हैं। आलू में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को रेग्यूलेट करने में काफी मदद करता है। मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में आलू के छिलके काफी मदद करते हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि आलू के छिलके खाने की वजह से नसों में मजबूती आती है। इसके अलावा अगर आप एनीमिया से पीड़ित हैं और आपमें आयरन की कमी है तो आलू के छिलके खाना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।इसी के साथ आलू के छिलकों में नैसीन पाया जाता है जो शरीर में कार्बोज को एनर्जी में कन्वर्ट करता है। हमारी पाचन शक्ति ठीक रखने में फाइबर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आलू के छिलके फाइबर के अच्छे स्रोत हैं। इनका सेवन करने से डाइजेस्टिव सिस्टम काफी दुरुस्त रहते हैं। आलू के छिलकों में बहुत कम मात्रा में फैट, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम होता है। |
कनाडा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी नहीं करेगा | कनाडा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी नहीं करेगा - हिन्दी ओनेइंडियाकनाडा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी नहीं करेगाटोरंटो, २२ अक्टूबर (आईएएनएस)। कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय ने ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के उद्देश्य से क्योटो प्रोटोकाल लागू करने के लिए सरकार को बाध्य करने के लिए दायर एक याचिका को खरिज कर दिया है।यद्यपि विश्व में प्रदूषण फैलाने वाले चौथे सबसे बड़े देश कनाडा ने क्योटो प्रोटोकाल पर हस्ताक्षर और उसका अनुमोदन किया है। ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कम करने के लिए ३८ औद्योगिक देशों ने लक्ष्य निर्धारित किया है। केवल कनाडा ही ऐसा राष्ट्र है जो अपनी अंतर्राष्ट्रीय जिम्मेदारी उठाना नहीं चाहता है।गौरतलब है कि पूरी दुनिया में करीब ९० प्रतिशत प्रदूषण फैलाने काम औद्योगिक देश करते हैं।कनाडा के फैं्र ड्स ऑफ अर्थ द्वारा दायर याचिका में न्यायालय से आग्रह किया गया था कि वह कनाडा सरकार के अंतर्राष्ट्रीय संधियों के उल्लंघन को रोकने के लिए हस्तक्षेप करे।याचिका को खारिज करते हुए न्यायालय ने कहा कि वह सरकार को अंतर्राष्ट्रीय संधियों की जिम्मेदारियों को निभाने का आदेश नहीं दे सकता है। |
बाय समीरा, ३ जुलाई, २०१९, ९:४५स्तन कैंसर वाली रजोनिवृत्त महिलाओं में हृदय रोग का अधिक खतरा होता है। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इस बात का पता लगाया है। एक अध्ययनकर्ता ने कहा, "कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और एरोमाटेज इनहिबिटर्स के उपयोग (जो एस्ट्रोजन को कम करते हैं) की वजह से स्तन कैंसर के लिए उपचारित महिलाओं में दिल की बीमारी अधिक देखी जाती है।"हृदय जोखिम विकिरण के संपर्क में आने के पांच साल बाद यह रोग हो सकता है और इसका खतरा ३0 साल तक बना रहता है। पिंकर्टन ने कहा, "हृदय-स्वस्थ जीवन शैली में संशोधन से आवर्ती स्तन कैंसर और हृदय रोग के विकास के खतरे दोनों में कमी आएगी।"स्तन कैंसर से बची हुई महिलाओं और जिन महिलाओं को स्तन कैंसर है, उन रजोनिवृत्ति महिलाओं में हृदय रोग के लिए खतरे के कारकों की तुलना और मूल्यांकन करना अध्ययन का लक्ष्य था। |
दिनांक ०३ अक्टूबर २०१९राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रेक्षागृह में आज सायं छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका पद्म विभूषण डॉ. (श्रीमती) तीजन बाई द्वारा अपनी प्रस्तुति दी गयी। इस अवसर पर मान. राज्यपाल महोदया सुश्री अनुसूईया उईके, मान. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मान. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, मान. संसदीय कार्य मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मंत्रि परिषद के मान. सदस्य, मान. सांसदगण, मान. विधायकगण एवं गणमान्य जन उपस्थित थे।मान. राज्यपाल महोदया ने पंडवानी गायिका श्रीमती तीजन बाई का शाल, श्रीफल से सम्मान किया।मान. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मान. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं मान. संसदीय कार्य मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने मान. राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उईके का शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मान. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, मान. मंत्रियों एवं मान. विधायकों को भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती के अवसर पर मान. राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उइके द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किये गये।विधानसभा सचिव श्री चन्द्रशेखर गंगराड़े ने स्वागत उद्बोधन दिया। अंत में संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। |
जनसत्ता स्टोरी बताते बताते - जनसत्तायहां तक कि किचन में उसकी और मेरी पसंद का आज क्या-क्या बना है, सब्जी, सूखी भुजिया ही है या कोई रसेदार सब्जी भी बनी है।जनसत्ता अप्रैल ३०, २०१७ ५:3५ आमचाहे जितनी देर हो जाए शाम को घर पहुंचने में, पर बताती जरूर है मुझे सब कुछ मेरी बिटिया। जो कुछ हुआ हो दिन भर उसके स्कूल में, मुझे घर में घुसते देखा नहीं कि बस शुरू हो जाती है नॉनस्टॉप, बिना किसी ओर-छोर के या आगा-पीछी देखे-सुने, सोचे-समझे। पूरा दिन कैसा बीता। बताने लगती है अक्षरश: शब्दश: वाक्यश: सुबह से शाम तक का पूरे दिन का अपना लेखा-जोखा। अमूमन, सिर्फ ह्यएक बात बताऊं पापा?ह्ण कहने से होती है उसकी बातों की भेद-अभेद भरी शुरुआत। पर, ह्यअच्छा? अच्छा?ह्ण कहते हुंकारी भरने भर की देर है, फिर तो जैसे खुल जाता है उसकी बात-बतकहियों का पिटारा ही। जब तक पत्नी टोक न दे उसे यह कह कर कि ह्यपापा अभी घर में पांव रखे नहीं कि बस्स शुरू हो गर्इं दादी अम्मा अपनी स्टाइल में अपने सुर-ताल-लय और धुन में। अऽरे बूऽढ़ाऽ! हाथ-मुंह तो धो लेने दो? कपड़े-सपड़े तो चेंज कर लेने दो? चाय-वाय तो पी लेने दो इन्हें? फिर सुनाना अपनी बेसिर-पैर की बकवादियां। अपनी लंतरानियां!आड़ी-तिरछी भाव-भंगिमा बनाते, तो कभी छत्तीस कोण का मुंह बिचकाते-बिगाड़ते, उसकी ढेर सारी बातें सुनते, कभी-कभी तो लगता है जैसे अपने दोस्तों, क्लॉस-टीचर, कड़क मिजाज पीटी सर और रिक्शेवाले भैयाजी की बातों के अलावा उसकी कोई दुनिया ही नहीं है। इन्हें लेकर, इनके बारे में तोतली जुबान में चहकते-बतियाते, बीच-बीच में उछलते-कूदते, तो कभी ता-थैया-सा थिरकते, साथ ही उन लोगों की मिमिक्री भी करते-चलते, उसके पास बताने-सुनाने को इतना कुछ होता है कि अंदर आकर जूते-मोजे उतारने, कपड़े बदलने, हाथ-मुंह धोने, चाभियों का गुच्छा, चश्मा, पर्स, बैग, पेन, कप-बोर्ड में रखने आदि उपक्रम में इत्मिनान से, संयत होकर पूरमपूर उसकी बातें सुन ही नहीं पाता।जैसे थकती ही नहीं वह। उतनी देर मेरे इर्द-गिर्द चक्कर लगाती-बतियाती, अगड़म-बगड़म-सगड़म पता नहीं क्या-क्या बेसिर-पैर की, बेतरतीब, तो कभी सिलसिलेवार एक के बाद एक, इनकी-उनकी बातें रुकने का नाम ही नहीं लेतीं। जैसे खत्म ही नहीं होतीं उसकी बातें। बतानी-सुनानी होतीं हैं उसे एकबारगी ही जाने कितने ही लोगों के बारे में, कितनी ही बातें।और तो और, स्कूल में अपना टिफिन पूरा फिनिश न करने, जूते-मोजे-टाई-बेल्ट-यूनिफॉर्म-बॉटल-बैग आदि स्कूल से लौट कर, घर में कहीं भी उतारते-झटकते-फेंकते टीवी पर अपना मन-पसंद कार्टून देखने से रोकने, लापरवाही से खाना खाने पर टोकने को लेकर अपनी मम्मी की दिन भर की डांट-फटकार-शिकायतें आदि भी बाजदफा उसकी बतकहियों में समाहित रहती हैं।यहां तक कि किचन में उसकी और मेरी पसंद का आज क्या-क्या बना है, सब्जी, सूखी भुजिया ही है या कोई रसेदार सब्जी भी बनी है। चावल बना है या आज भी सिर्फ रोटी-तरकारी खानी होगी। ऐसे न जाने कितनी तरह की बातें। छोटी से छोटी बात को विस्तार से बताने का उपक्रम वह अपने बात-वृत्तांत में शामिल कर ही लेती है।गौरतलब यह भी कि ऐसे में उसकी मम्मी अगर कुछ कहना चाहें अपनी सफाई में, जोड़ना चाहें कुछ अपनी तरफ से बात समझाने के तर्इं, तो सुन-देख कर बिटिया का अंदाज-ए-बयां या शायद चेहरे पर आए मेरे भावों को पढ़ते, मेरे इरादे भांपते, उस पर बनावटी गुस्सा दिखाते, आंखें तरेरते- ह्यऐऽ बूऽढ़ा अभी से लगाना-बुझाना सीख रही हैं।ह्ण या सिर्फ ह्यअच्छा नाऽनी कहते, बस चुप लगा जाती है।फिर भी कभी-कभार, टोका-टाकी हल्की-फुल्की तकरार तो मां-बेटी में हो ही जाती है। एक-दूसरे को आंखें दिखाते, भौंहें तरेरते, तो कभी लंबी जीभ निकालते-चिढ़ाते, खासा नाटकीय दृश्य उपस्थित हो जाता है। बावजूद अपनी मम्मी के रोकने-टोकने के, उन्हें बीच में ही रोकते-टोकते, वह पूरे दिन का ब्योरा प्रस्तुत करके ही दम लेती है। जाहिर है, ऐसे में फिर हम पति-पत्नी बस मुस्कराते, उसे देखते-सुनते भर रह जाते हैं- देख कर उसका मोहक मुस्कान बिखेरता चेहरा। सुन कर उसकी रस-मिश्रित बातें। बाल-सुलभ मासूमियत भरी उसकी अदाएं। दिन-भर के कामों-उलझनों आदि से उपजी थकावट। गुस्से के पल। हताशा-निराशा-उदासी-ऊबन-उकताहट या किसी बात पर उपजी झल्लाहट-खिसियाहट के पल, पल-भर में कब काफूर हो जाते हैं, कामकाज की थकान कब उड़न-छू हो जाती है, पता ही नहीं चलता।रोजमर्रा की आपाधापी। दुनिया-जहान की उथल-पुथल। तमाम आकुलताओं-व्याकुलताओं से आधा-तिहा या कभी पूरमपूर निबटने के अनंतर, वापस घर लौटते, बिटिया की दुनिया के बारे में जानना, उसकी ढेरों बातें सुनना, उससे बतियाना, अंतर्मन को कहीं गहरे सुकून देता है। वाग्विदग्धतापूर्ण भाषा में कहें तो लगता है जैसे जेठ की तपती दुपहरिया में अमराइयों तले मंद-मंद चल रही पुरवा हवा संग आंखें मूंदे, खटिया पर अधलेटे, निश्चिंत से सुस्ता रहे हों। मैं तो उसकी सारी बात-बतकहियां, यदा-कदा अपनी डिमाई आकार डायरी में लिपिबद्ध भी करता चलता हंू। उसके सवाल बाल-सुलभ ही हों जरूरी नहीं। बाजमौके तो उसके सवालों के जवाब देते हम बगलें भी झांकने लगते हैं। बिटिया की बाल-सुलभ स्वाभाविक बातें सुनते कभी खिन्नता महसूस नहीं हुई। उससे जुड़े खट्टे-मीठे अनुभवों को अपनी डायरी में लिखना बेहद सुखद और सुकूनदेह रहा है। दुविधा तो तब होती है, जब वह कुछ नहीं बोलती-बतियाती। उसके अनुभव, उसकी बातों को समझना दुरूह रहा हो, असाध्य रहा हो, ऐसा भी नहीं। बातें तो उसकी बिल्कुल सीधी-सादी होती हैं, बिना किसी लाग-लपेट के। मन-गढ़ंत या गुरु-गंभीर तो कतई नहीं, जो अविश्वसनीय या समझ से परे हों। बल्कि दिल की अतल गहराइयों में सीधे उतरती जातीं हैं।उस रोज दफ्तर से लौटने में रात ज्यादा हो गई थी। उम्मीद के विपरीत घंटी की आवाज पर दरवाजा बिटिया ने खोला। ध्यान दिया कि रोज की तरह उसे ब्योरे बतियाने में कोई रुचि नहीं थी। आशंका यह भी हुई कि हो-न-हो सोने का वक्त होने के कारण ऐसा हो। पर चेहरे पर उसके उदासी की आड़ी-तिरछी रेखाओं के साफ-साफ आते-जाते दिखने से, किसी अनजान आशंका को भांपते, मेरे यह पूछने पर कि ह्यहमारी बिटिया रानी का मुंह आज इस कदर उतरा क्यों है, अभी तक सोई क्यों नहीं, कल स्कूल नहीं जाना है क्या?ह्णमेरे सवालों को धता बताते, आशंकाओं को निर्मूल करते, मेरे सवालों को लगभग अनसुना करते, उन्हें सिरे से परे धकेलते, चेहरे पर वही मासूमियत लिए, फौरन से पेशतर जैसे फट पड़ी हो। बिना यह जाने-सोचे-समझे-बूझे कि इतनी रात गए, उसकी बातें सुनने में मेरी रुचि होगी भी या नहीं।ह्यएक बात बताऊं पापा?हां, बताओ? आदतन मैंने भी जिज्ञासा व्यक्त की।ह्यपरसों से मेरी पक्की सहेली रागिनी, स्कूल नहीं आएगी। उसके पापा ने अपना मकान बदल लिया है, और स्कूल से उसका नाम कटवा कर दूसरे स्कूल में लिखवा भी दिया है। कल के बाद वो लोग कहीं और रहने चले जाएंगे।ह्यअच्छा?एक बात और बताऊं पापा?ह्यहां! बताओ? मैं भी बात की तह में जाना चाहता था।ह्यहम दोनों सहेलियां आगे वाली बेंच पर साथ-साथ बैठतीं थीं। हम दोनों एक ही कलर का हेयर-बैंड लगाते थे। हम आपस में अपना टिफिन भी शेयर करते थे। अब मैं अपना टिफिन किसके साथ शेयर करूंगी?ह्णह्यहां यह बात तो काबिलेगौर है।मैंने भी आशंका जताने का अभिनय-सा किया।ह्यएक और बात बताऊं पापा?ह्यहां, बताओ?ह्ण अब मुझे उसकी बातों में दिलचस्पी बढ़ने लगी थी।मेरे पिछले बर्थ-डे पर उसने मुझे एक पेंसिल-बॉक्स गिफ्ट किया था। इस साल उसके बर्थ-डे पर मैंने भी उसे एक कलर-बॉक्स गिफ्ट किया था। अब मैं किसे गिफ्ट दंूगी, और किससे गिफ्ट लंूगी? स्कूल में तो मेरी कोई दूसरी पक्की सहेली भी नहीं है।ह्णउसकी बातें सुन कर कलेजा मुंह को आ गया। वाबजूद इस कटु सच्चाई के कि उसकी पक्की सहेली रागिनी परसों से स्कूल नहीं आएगी, शायद वह इससे हमेशा-हमेशा के लिए बिछड़ जाएगी। बिटिया ने भर्राए स्वर ही सही, आगे उसके बारे में खूब सारी बातें की। उसकी पसंदगी-नापसंदगी, उसके खानपान, बात-व्यवहार उसकी आदतों आदि के बारे में विस्तार से बताया।बातें तो उसने खूब सारी कीं। पता नहीं उनमें क्या-क्या कहा होगा। ठीक से याद नहीं, या शायद मैंने ही ध्यान देना उचित नहीं समझा होगा। कारण कि दिन भर का थका-हारा, घर में बोझिल कदम रखते, हाव-भाव से मुझे थका-मांदा देखते, रात देर होने के कारण या अपनी बातों में मेरी अरुचि को भांपते, अन्यमनस्कता का अंदाजा लगाते, सोफे पर बैठे-बैठे बीच-बीच में मेरी ह्यहां-हंू, ऊं-आंह्ण सुनते या मेरी आंखों में नींद की बोझिलता महसूस करते, जल्द ही चुप हो गई बिटिया भी।सोफे पर बैठे-बैठे, उसकी बातें सुनते-सुनते उनींदी-सी मेरी आंखें कब लग गर्इं, मुझे इसका तनिक भी आभास नहीं होने पाया। वह तो पत्नी के ह्यखाना लग गया है जी, सो गए क्या?ह्ण दो-तीन बार आवाज देने पर, हड़बड़ाते जगने पर ही जान सका कि उस दिन ढेर सारी बातें बताते-बताते बिटिया भी सो गई थी, वहीं मेरी बगल में सोफे पर, पर कब? यह जान ही नहीं पाया।कहीं जाग न जाए, बेवजह उसकी सुखद नींद में कोई खलल पैदा न हो। सीने से टिके बिटिया के नन्हे हाथों को आहिस्ता, खुद से परे हटाते, अपनी बगल पड़ी चादर उस पर हल्के ओढ़ाते, गहरी निद्रा में निश्चिंत सोती उस मासूम के चेहरे को देखते, बार-बार सोचता रहा- ह्यअपने जिगरी दोस्त से यों असमय बिछुड़ना, किसी के लिए भी दुखद अहसास तो है ही, तिस पर इतनी छोटी उम्र में आघातिक भी। फिर बचपन के जिगरी दोस्तों, उन संग बिताए गए खट्टे-मीठे पलों, शरारतों, मस्ती, चुहलबाजियों, हंसी-ठट्ठा को भला कभी भूल भी सकता है कोई? समय की शिलापट्ट पर ऐसी यादें तो घरोहर के मानिंद होती हैं, जिनकी याद आते ही बनने लगते हैं, यादों के ढेरों श्वेत-श्याम रंग-बिरंगे से कोलॉज।ह्णबचपन के दोस्त तो वे अनमोल हीरे से होते हैं, जो न कभी जंग खाते हैं न उनकी धार कुंद होती है, न उनमें कभी घुन लगते हैं। आश्चर्य नहीं कि कभी तो साथ जीने-मरने की कसमें भी खा लेते हैं। एक तो बिटिया का बाल-मन, तिस पर चेहरे पर उभर आई उदासी। मैं प्रकृतिस्थ नहीं हो पा रहा था।मन सिहर उठा। क्या-कुछ गुजर रही होगी इस पर! असहायता और बेचारगी का भाव लिए उसका मर्माहत उदास चेहरा देख कर, उसकी व्यथा-कथा का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता था। कहां तो बच्चों की सीधी-सादी, अनदेखी-अनजानी दुनिया, कहां हमारी झंझावात भरी दुनिया! बिटिया के मन की बातें कुछ समझा, कुछ समझ नहीं पाया।बहरहाल, मेरे लिए यह कोई खास खबर नहीं थी, पर खास हो गई तब, जब देखा बिटिया के चेहरे की रंगत, जो मायने रखती थी। वाबजूद इसके, रोजमर्रा की मेरी आपाधापियों के बीच। सोचने के क्रम में यहां तक सोच गया कि बिटिया के लिए तो किसी अपने से मिलने-बिछुड़ने का यह पहला अवसर है, जो काम आए आगे शायद उसके आने वाले जीवन में। बढ़ती उम्र के साथ रिश्तों की गर्मजोशी को जानने में। समय के साथ उनमें उपजी मिठास-खटास आदि को समझने-बूझने में, और हर स्थिति-परिस्थिति, देश-काल-परिवेश में जल्द से जल्द खुद को एडजस्ट कर लेने में। बेशक संयोग-वियोग में संभलने-संभालने में भी। जाहिरन, बिटिया की बातों से व्यथित, उस दिन मुझसे भी ठीक से खाना नहीं खाया गया। मेरे मन में अंतर्गुंफित विचारों का अंदाजा पत्नी को सहज ही हो गया। उन्होंने मेरी व्यथा का अंदाजा लगाते सांत्वना दी- ह्यबिटिया की बढ़ती उम्र के साथ हमें भी अपनी आदतें, प्राथमिकताएं बदलनी होंगी। उसकी अनुपस्थिति में रहने के लिए खुद को तैयार करना होगा। समय के साथ हमें भी ढलना-चलना होगा। खुद को उसके संग, उसी के अनुरूप ढालना होगा। साथ ही उसे भी जीवन की कड़वी, पर ठोस सच्चाइयों को स्वीकार करना सीखाना होगा। जीवन के सामान्य और जटिल पलों के बीच संतुलन बनाना होगा। जीवन में सिर्फ रंग-बिरंगे पहलुओं से नहीं, बाजवक्त स्याह-सफेद पहलुओं से भी दो-चार होना पड़ता है, उसे बताना-समझाना होगा। ताकि जीवन में असमय ही आए, आकस्मिक-भावुक-उपहासमय घड़ियों का वह मजबूती से सामना कर सके, सम्यक समाधान निकाल सके।पत्नी ने शायद ठीक ही कहा था। आखिर अपनों से बिछुड़ने का दर्द उनसे बेहतर कौन बता सकता है? ० |
क्पू क्या होता है ? क्पू इन हिन्दी - हिंदीवीज्ञानई फैक्टस्वीज्ञान अक्तूबर ०८, २०१९अपने आसपास बहुत सारे लोगों को क्पू का नाम लेते हुए सुना होगा, और आप शायद जानते भी होंगे कि सीपीयू क्या है लेकिन आज हम क्पू के बारे में वे जानकारियां देने जा रहे हैं जिनको जानकर आप अच्छे टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट बन सकते हैं ।क्पू क्या होता है ? व्हेट इस क्पूक्या आपने कभी सोचा है , आपके शरीर में आपका मस्तिष्क क्या काम करता है अपने आसपास की चीजें देखना सुनना निर्णय लेना खाना पीना यानी कि पूरा का पूरा जो भी काम आप दैनिक रूप से करते हैं वह सब दिमाग की वजह से संभव है । ठीक उसी तरह सीपीयू कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है इसका पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है जिसे अगर हम हिंदी में ट्रांसलेट करें तो यह केंद्रीय प्रक्रिया भाग कहलायेगा ।अगर हम सीपीयू को ही पूरा का पूरा कंप्यूटर कहें तो यह गलत नहीं होगा क्योंकि कैलकुलेशन का पूरा का पूरा काम सीपीयू ही करता है । पेन की निप से लेकर पैंट की ज़िप , मेरा मतलब है सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट डिसप्ले दिखाना से लेकर गाना बजाना तक का पूरा काम करता है ।क्पू के नाम को सुनकर आपके दिमाग में एक बड़ा सा आयताकार मशीन आता होगा पर असल में सीपीयू एक छोटी सी चिप होती है लाखों सेमिकंडक्टर अथवा माइक्रोस्कोपिक ट्रसिस्टर्स लगे होते हैं | जो मस्तिष्क में न्यूरॉन की भूमिका निभाते हैं | अगर आप कंप्यूटर मोथर बोर्ड को जानते हैं तो आप उसके ठीक बीच में एक वर्गाकार बड़ी सी माइक्रोचिप देखेंगे जो एक खास तरह के साकेट में बंद होती है | वही प्रोसेसर, माइक्रोप्रोसेसर, सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट या क्पू कहलाती हैं |आपने टेलीविज़न पर इंटेल , आम्ड और स्नाद्रगन जैसी कंपनियों के नाम और विज्ञापन देखे होंगे , वास्तव में ये वे कम्पनी हैं जो माइक्रोप्रोसेसर बनाती हैं | जिन्हें आप आमाज़न , फ्लीपकर्ट , स्नाप्डल और पेत्म जैसी ई कॉमर्स साईट से खरीद सकते हैं |वीडियो सौजन्य से :- लोकल ट्रिक्स यूट्यूब चैनलक्पू साइनोंय्म - डाटा प्रोसेसिंग मशीन , डाटा कैलकुलेशन मशीन, डाटा प्रोसेसिंग माइक्रोचिप, सेंट्रल प्रोसेसर एट.सीपीयू पर्यायवाची - तथ्य प्रक्रिया यंत्र, तथ्य गणक यंत्र, तथ्य प्रक्रिया माइक्रोचिप, केंद्रीय प्रक्रिया तंत्र ।सीपीयू फंक्शन - क्पू फंक्शनसीपीयू को काम करने के लिए किसी भी डाटा को चार चरण में विभाजित करना पड़ता है जो फेच( फेच ), डिकोड(डिकोड), एक्सीक्यूट ( एसेकूट ) और स्टोर ( स्टोर ) होते हैं ।सीपीयू फेच फंक्शन - क्पू फेच फंक्शओनिनपुट यूनिट में फेच फंक्शन में सीपीयू किसी यूज़र द्वारा दिए गए कमांड को मेमोरी से लेता है और उसे प्रोसेसिंग के लिए तैयार करता है ।सीपीयू डिकोड फंक्शन -क्पू डिकोड फंक्शनकंप्यूटर जो भाषा समझता है वह बिनरी होती है । बायनरी वह भाषा है जो ० और १ से मिलकर बनती है जहां जीरो का अर्थ फॉल्स गलत है और वन का अर्थ ट्रू अर्थात सत्य है । मेमोरी द्वारा प्राप्त कमांड को सीपीयू इसी भाषा में परिवर्तित कर अपने पढ़ने योग्य बनाता है ।सीपीयू एक्सीक्यूट फंक्शन - क्पू एसेकूट फंक्शनइस भाग में सीपीयू के डेटा को प्रोसेस करने के लिए ३ विकल्प होते हैं जो डेटा पर निर्भर करता है । प्रोसेसिंग यूनिट में कैलकुलेशन के लिए आलू यानी अर्थमेटिक एंड लॉजिक यूनिट का प्रयोग करता है ।सीपीयू डेटा स्टोर फंक्शन - क्पू डाटा स्टोर फंक्शनयह सीपीयू का आउटपुट यूनिट होता है जहां पर प्रोसेस हुआ डेटा मेमोरी में इकट्ठा किया जाता है । और इसके बाद ये यूजर के प्रयोग करने लायक होता है । इसे मेमोरी यूनिट भी कहते हैं ।सीपीयू का पूरा नाम - क्पू फुल फॉर्मसीपीयू नाम शार्ट फॉर्म में बोला जाता है परंतु इसका पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट ( सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट ) होता है ।सीपीयू के प्रकार - टाइपिस ऑफ क्पू ( प्रोसेसर )वैसे तो सीपीयू का आकार एक ही तरह का यानी आयताकार ही होता है लेकिन सीपीयू के अन्य प्रकार इसकी तकनीक पर ही आधारित होते हैं । जैसे- सिंगल कोर ( सिंगल कोर ), ड्यूल कोर ( दुअल कोर ), क्वैड कोर ( क्वाड कोर ), हेक्सा कोर ( हेक्सा कोर ) इत्यादि, आइए इसे विस्तार से जानें ।सीपीयू कोर क्या है - व्हेट इस क्पू कोरसेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का मुख्य आधार सेमीकंडक्टर के आकार पर और सीपीयू की परत पर निर्भर करता है । सेमीकंडक्टर का आकार जितना छोटा होगा सीपीयू उतना ही तेज काम कर सकता है, इसके अलावा या तो फिर सीपीयू की परतों को बढ़ा दिया जाए जिन्हें कोर कहा जाता है । यह कोर ही निर्धारित करती हैं कि सीपीयू की गति को कितनी स्पीड से काम कराया जा सकता है । सीपीयू कोर सेमीकंडक्टर की परतें होतीं है जो इसे ज्यादा स्पीड से काम करने में सहायता करती हैं । सीपीयू कोर एक व्यक्ति की तरह हैं , अर्थात अगर आप किसी काम को एक व्यक्ति से करा रहे हैं लेकिन अगर आप उसी काम को दो व्यक्तियों से कराइये तो उस काम को होने में और भी कम समय लगेगा ।सिंगल कोर सीपीयू - सिंगल कोर क्पूसिंगल कोर क्पू वे सीपीयू होते हैं जिनमें एक ही पेरेंट कोर होती है । इस तरह के सीपीयू में क्पू क्लॉक स्पीड ही सीपीयू के काम करने की गति को बढ़ा सकती है पर सीपीयू की क्लॉक स्पीड बढाने पर क्पू में और भी ज्यादा हीटिंग होती है । जो किसी भी क्पू के लिए अच्छा संकेत नहीं है ।ड्यूल कोर सीपीयू - दुअल कोर क्पूये वे सीपीयू हैं जो दो सीपीयू कोर से बने होते हैं । अर्थात ये दो सिंगल कोर सीपीयू के बराबर काम करने की क्षमता रखते हैं ।क्वैड कोर - क्वाड कोर क्पूये सीपीयू चार कोर से मिलकर बने होते हैं जो सिंगल कोर से चार गुना और ड्यूल कोर से दो गुना शक्तिशाली होते हैं ।हेक्सा कोर सीपीयू - हेक्सा कोर क्पूये सीपीयू ६ कोर वाले होते हैं और यहां से क्पू बिग लिटिल टेक्नोलॉजी का जन्म होता है । आगे हम बात करेंगे क्या है बिग लिटिल टेक्नोलॉजी ।ऑक्टा कोर सीपीयू - ओक्टा कोर क्पूइस तरह के क्पू में आठ कोर होती हैं ।डेका कोर सीपीयू- डेका कोर क्पूये सीपीयू १६ कोर के होते हैं , ऊर्जा की खपत कम करने के लिए ज्यादा कोर वाले सीपीयू में बिग लिटिल टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है ।बिग लिटिल टेक्नोलॉजी - बिग लिटिल टेक्नोलॉजीशायद आप ये नाम पहली बार सुन रहे होंगे पर बिग लिटिल टेक्नोलॉजी काफी पुरानी हो चुकी है । किसी सीपीयू के काम करने की गति को बढ़ाने के लिए उसमें कोर को बढ़ाया जाता है और सेमीकंडक्टर के आकारों में बदलाव किया जाता है , परंतु डेस्कटॉप सीपीयू की स्पीड को बढ़ाएंगे तो सबसे सबसे बड़ी समस्या देखने को मिलती है ऊर्जा खपत को कम करना ।क्योंकि सीपीयू में जितनी ज्यादा क्षमता दी जाएगी वह उतनी ज्यादा ऊर्जा भी खपत करेगा इसलिए बिग लिटिल टेक्नोलॉजी को बनाया गया । जिससे सीपीयू की प्राथमिक कोर को छोटा और द्वितीयक अर्थात सेकेंडरी कोर को बड़ा बनाया जाता है ताकि आपका कंप्यूटर ऊर्जा की खपत को तब तक कम रखें जब तक आप उसमें हल्के-फुल्के काम कर रहे हैं ।सीपीयू को बड़ा और छोटा करने से अर्थ है की सीपीयू की उन कोर की क्लॉक स्पीड को कम रखा जाए, जो प्राथमिक हैं अर्थात यदि आप कोई साधारण सा काम कर रहे हैं जैसे वेब ब्राउजिंग, फिल्म देखना , माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट एक्सेल जैसे हल्के फुल्के काम को करना, तब आपका सीपीयू ऊर्जा बचाने के लिए कम क्लॉक स्पीड वाली कोर को यूज करता है ।ऐसे में आपका काम भी आसानी से होता है और ऊर्जा की खपत भी कम होती है ।परंतु जैसे ही आप कुछ हैवी कंप्यूटर वर्क जैसे ग्राफिक्स रेंडरिंग गेमिंग या कोई हेवी ग्राफिक सॉफ्टवेयर यूज करते हैं तो ऐसे में आपके कंप्यूटर की बड़ी कोर उपयोग में लाई जाती हैं जो ज्यादा क्लॉक स्पीड की होती हैं ऐसे में आपका सीपीयू हीट करना शुरू कर देता है और काम को तेज निपटाना शुरू कर देता है ।सीपीयू भाग सूची - क्पू पार्ट्स लिस्टअगर हरिद्वारे की बात करें तो क्पू का मूल ढांचा सेमीकंडक्टर पर आधारित होता है जो दूसरी कोर को जोड़ने पर और भी शक्तिशाली बन जाता है । पर मूल रूप से क्पू के चार भाग होते हैं जो पूरे काम का निर्वहन करते हैं ।कंट्रोल यूनिट ( कंट्रोल यूनिट )अर्थमेटिक एंड लॉजिक यूनिट ( अरीथ्मेटिक एंड लॉजिक यूनिट )आउटपुट यूनिट (आउटपुट यूनिट )यह सीपीयू का वह हिस्सा है जहां से इंफोरमेशन सीपीयू में प्रवेश करती है । यह डेटा के प्रोसेस होने का पहला चरण होता है ।सीपीयू का यह हिस्सा डेटा नियंत्रण के लिए अर्थात डाटा को डेक्रिप्ट करने का काम होता है । यहां डाटा को सीपीयू के पढ़ने योग्य भाषा में बदलकर उसे उसकी आवश्यकता अनुसार काम में परिवर्तित किया जाता है ।जब कंट्रोल यूनिट डाटा को डेक्रिप्ट कर देता है तो प्राप्त डाटा के साथ क्या प्रोसेसिंग करनी है यह अर्थमैटिक एंड लॉजिक यूनिट निर्धारित करता है और डाटा को फाइनल करके आगे प्रोसेस करता है ।आउटपुट यूनिट ( क्पू आउटपुट यूनिट )सीपीयू द्वारा प्रोसेस किए हुए पूरा डाटा को आउटपुट यूनिट के माध्यम से यूजर तक डिलीवर किया जाता है । आउटपुट यूनिट का कंट्रोल कर्नल के पास होता है , जो यह निर्धारित करता है कि या डाटा किस माध्यम से यूजर के पास पहुंचेगा ।सीपीयू कैसे काम करता है ( हॉ क्पू वर्क्स )अभी तक आपने सीपीयू के अन्य भागों के बारे में जाना आइए जानते हैं क्पू में डाटा प्रोसेसिंग कैसे होती है या सीपीयू कैसे काम करता है ।अगर सीपीयू के इतिहास की बात करें तो डिजिटल कंप्यूटर की शुरुआत हुई थी वऐकम ट्यूब से , जिसे ट्रांजिस्टर और इंटीग्रेटेड सर्किट तक अपग्रेड किया गया और फिर आधुनिक क्पू का कंसेप्ट आया । सबसे पहले डिजिटल कंप्यूटर का निर्माण वऐकम ट्यूब से किया गया था । इसमें हज़ारों की तादाद में वैक्यूम ट्यूब लगाए जाते थे इस कारण इसका वजन करीब ३० टन तक हुआ करता था ।वैक्यूम ट्यूब एक कांच के बल्ब के आकार के होते थे । करीब २०० वैक्यूम ट्यूब एक ट्रांजिस्टर के बराबर होते थे । ये ट्रांजिस्टर लॉजिक गेट के आधार पर काम करते थे । लॉजिक गेट कैलकुलेशन का काम करने में बहुत अधिक सक्षम हैं । ये लॉजिक गेट आधुनिक कंप्यूटर में भी बेहतरीन रूप से काम कर रहे हैं ।सीपीयू निर्माता कंपनी - क्पू प्रोडक्शन कंपनींवैसे तो सीपीयू निर्माता कंपनी बहुत सारी हैं , पर हम कुछ ऐसी खास कंपनी के बारे में बात करेंगे जो मुख्य है और सीपीयू निर्माण करने में और नई नई तकनीक विकसित करने के लिए जानी जाती है ।इंटेल ( इंटेल )गॉर्डोन मुरे ( गॉर्डन मूर ) और रोबर्ट नॉयस ( रॉबर्ट नोयस ) ने १8 जुलाई १९६8 की इस कंपनी की स्थापना की थी । और इस तरह इन्हें आधुनिक माइक्रोप्रोसेसर के संस्थापक कहा जाता है । इंटेल कंपनी के माइक्रोप्रोसेसर दुनियाभर में हर तरह के कंप्यूटर में प्रयोग किये जाते हैं । इंटेल ने पीढ़ी दर पीढ़ी इंटेल ज़ेनॉन, इंटेल पेन्टियम, इंटेल कोर२ दुओ, इंटेल कोर ई३, कोर ई५ , कोर ई७ और कोर ई९ जैसे जबरदस्त माइक्रोप्रोसेसर ईजाद किये हैं जो लगातार आवश्यकता के अनुसार कंप्यूटर की कार्यक्षमता को बढ़ाते जा रहे हैं ।ए एम डी (एडवांस्ड माइक्रो डिवाइस )- आम्ड ( एडवांस्ड माइक्रो देविस )जेरी सांडर्स ( जेरी सैंडर्स ) ने इस कंपनी की स्थापना की थी जिसे आज इंटेल का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी माना जाता है । हालांकि पिछले दशक से इस माइक्रोप्रोसेसर कंपनी का कुछ ज्यादा ही बोलबाला है जिसने इंटेल की मार्केटिंग को काफी हद तक टक्कर दी है । आम्ड का नाम आज ज्यादा प्रचलित हुआ है जिससे आप ये मान सकते हैं कि इसकी उत्पत्ति एक या दो दशक पहले ही हुई होगी लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह इंटेल के ठीक एक वर्ष बाद १ मई १९६९ को अस्तित्व में आई । ए एम डी की सबसे बेहतरीन सीरीज रिज़न मानी जाती है ।कालकम स्नैपड्रैगन - क्वाल्कम स्नाद्रगनकालकम कंपनी की शुरुआत २००७ में हुई थी जिसने स्नाद्रगन नाम से अपने माइक्रोप्रोसेसर चिपसेट की शुरुआत की थी । हालांकि यह अभी तक इस कंपनी ने स्मार्टफोन के लिए ही माइक्रोप्रोसेसर बनाने का काम किया है पर अब यह पर्सनल कंप्यूटर के लिए माइक्रोप्रोसेसर बनाने का काम शुरू करने जा रही है ।मीडियाटेक - मेडियाटेकसेमीकंडक्टर बनाने के क्षेत्र में मेडियाटेक कंपनी ने अच्छी सफलता प्राप्त की है । तालिबान की इस कंपनी ने माइक्रोप्रोसेसर के क्षेत्र में एक अच्छी खासी प्रोसेसर रेंज तैयार की है जिसे दुनियाभर में बड़ी संख्या में स्मार्ट फ़ोन में प्रयोग में लायी जाती है ।सबसे अच्छा सीपीयू कौन सा है? व्हिच इस बेस्ट क्पू?अगर आप एक बेहतरीन सीपीयू तो आपके लिए निम्नलिखित सीपीयू बेहतरीन परफॉर्मेंस दे सकते हैं ।उपसंहार - बॉटौम लाइनइस लेख में आपने सीपीयू क्या होता है, क्पू साइनोंय्म, सीपीयू फंक्शन, सीपीयू का पूरा नाम, सीपीयू के प्रकार , सीपीयू कोर, सीपीयू टेक्नोलॉजी, सीपीयू कैसे काम करता है, क्पू भाग सूची, सीपीयू निर्माता कंपनी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के बारे में जाना , आपको ये आर्टिकल कैसा लगा, आपके कोई सवाल और सुझाव हैं तो उन्हें आप नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं । |
सम्पादकीय सहचर ई-पत्रिकापोस्टेड ऑन जून १५, २०१६ ऑगस्ट १४, २०१८ बाय एडमिन हर चीज मुझे तुम तक ले जाती हैमनो हर मौजूद चीजखूशबू, रोशनी, धातुएंस्बकी सब नन्हीं किश्तियाँ होंजे मुझे ले जाती हों तुम तकप्रेम पर सैकड़ों हजारों सालों से लिखा जा रहा है और मुझे उम्मीद है जब तक आदमी के शरीर में एक धड़कता हृदय है लिखा जाता रहेगा। इतनी गहराई, इतनी उत्तेजना, इतनी संवेदनशीलता है इस मनोभाव में कि सिमटे तो दिले-ए-आशिक फैले तो जमाना है। सीधा इतना कि जहाँ नेक सँयापन बाँक नहीं है और कठिन इतना कि एक आग का दरिया है और डूब के जाना है या फिर प्रेम को पंथ कराल महा तरवार की धार पे धावनो है। शायद ही इस सृष्टि में कोई हो जिसे प्रेम नहीं हुआ हो। इतनी विविधता, इतना विस्तार की सारी छायावादी उपमाएँ माथा टेक लें, दण्डवत हों जाए, फिर भी वह हाथी का एक हिस्सा जानने का दावा कर दे वही उनके लिए बहुत है। अन्ना केरेनिना के इस कथन पर मेरा गहरा विश्वास है मैं तो ये सोचती हूँ कि जितने सिर हैं उतनी ही अक्लें हैं, तो जितने दिल हैं उतने ही किस्म के प्रेम भी हैं।इतने असाधारण परन्तु उतने ही सहज विषय पर इस बार का सहचर अंक केंद्रित है चूंकि यह पत्रिका साहित्यिक भी है और अनुवाद व सिनेमा के विविध आयामों को भी समेटती है और यही इस पत्रिका को खास बनाती है। खास तो इसलिए भी है क्योंकि यह बौद्धिक आतंक नहीें फैलाता, यह खुद किसी होड़ में शामिल नहीं है और न ही यह पगी-पगाई रचनाओं को प्रकाशित करने का दावा करता है, यह तो उन नए साहित्यिकारों को उंगली थमाता है आ जाओ भाई, डरो मत, लिखना शुरू करो। यह तो उन शोध पत्रों के लिए जगह मुहैया कराता है जो बेहतर होने के बावजूद प्रकाश में नहीं आ पाते, यह बाॅलीवुड की उस दुनिया में ले जाता है जहाँ जीवन की दिनोंदिन पुर्नव्याख्या होती है जहाँ प्रेम के लिए इतना जगह जैसे तारों के लिए आसमान में, मछलियों के लिए समुद्र में और चिड़ियों के लिए पेड़ों पर।उर्दू में शायरी अक्सर प्रेम पर ही एक अरसे तक की जाती रही, हमारी हिन्दी का रीतिकाल इसी में रगा-पगा साहित्य है इसके बावजूद उसमें मासंलता व अश्लीलता के आरोप लगते रहे हैं, लगने भी चाहिए। इसके विपरीत भक्तिकालीन साहित्य व छायावादी साहित्य पर अलौकिक व वायवीय प्रेम होने का दावा किया जाता है, यह दावा बहुत हद तक सच भी है। आधुनिक युग में खासकर नई कविता में आने के बाद जो प्रेम पर कवितायें लिखीं गईं वह वास्तविकता के ज्यादा निकट थीं जिसमें आदमी के फेफडे़ हवा ले रहे थे और उसका दिल धड़क रहा था। प्रेम केवल आध्यात्म नहीं है और न ही सिर्फ वह आत्मा की चीज़ है उसमें देह भी बराबर मात्रा में शामिल है और उसकी व्याप्ति हर जगह है। आप जहाँ भी रहें जो भी करें प्रेम में करें। (रूमी) यह दुनिया को बेहतर बनाये रखने का, स्वर्गादपि गरियसी करने का मेरे हिसाब से सबसे अच्छा तरीका है। जायसी ने तो यहाँ तक कहा था मानुष प्रेम भयो बैकुंठी, नाहिं त का छार एक मूठी। और इसीलिए जब दिल्ली का बादशाह जिसके आगे हिन्दुस्तान सर झुकाता था रत्नसेन को जीत तो लेता है पर पद्मावती जौहर कर लेती है और तब खिलजी उसकी राख की एक मुठ्ठी उठा लेता है और बड़ी तड़प व वेदना के साथ उड़ाते हुए कहता है - लीन्ह उठाई छार एक मूठी, दीन्ह उठाइ पृथमी झूठी।हिन्दी साहित्य में ही नहीं दुनिया के हर साहित्य में प्रेम एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति रही है और प्रेम के विविध रूप, विविध आयाम खोलने की कोशिश हुई। बाॅलीवुड की फिल्मों का तो केंद्रीय कथ्य इस विषय पर ही आधारित है इसका पल्ला पकड़े बिना कोई फिल्म हिट बड़े ही मुश्किल से हो पाती है। अन्ना केरनिना जैसी महान रचनायें प्रेम पर आती हैं भारत में भी कविताओं, कहानियों और उपन्यासों में इसे खूब उकेरा गया। कबीर, सूर, तुलसी, जायसी में जहाँ ईश्वर के माध्यम से प्रेम का प्रकटीकरण है वहीं मीरा के प्रेम से आज कौन नहीं विदित। पहली बार रीतिकाल में देवी की जगह इस दुनिया में स्त्री को प्रतिष्ठा मिली और आधुनिक युग ने रीतिकाल के पंकिल वातावरण से स्त्री को मुक्त किया। स्त्री अब सहगामी थी स्वायत्त थी और उसका प्रेम गुलाम नहीं था उसके पास अपना मस्तिष्क था और वह अपना जीवन साथी चुनने के लिए स्वछंद थी। नई कहानी व नई कविता में यह प्रवृत्ति देखने को मिलती है। तीसरी कसम कि हीरामन व हीराबाई को कौन भूल सकता है भला। प्रेम तो मालती व मेहता का भी था, होरी और धनिया का भी और सिलिया व मातादीन का भी पर टूटना में प्रेम का दूसरा रूप सामने आता है जो अहम् के बीच में आ जाने से सृजित हुआ है।परिन्दें की लतिका का प्रेम जो नई कहानी के लिए एक नई चीज थी एक लड़की जो पागल है एक मरे हुए आदमी के लिए, अपनी स्मृतियों को कुरेदती है, जख्मों को हरा करती है और खुद को खीचें ले जा रही है एक मरे हुए फौजी के पास। वह नहीं समझ पा रही वह क्या चाहती है उसके सामने प्रश्न बार-बार आता है वाट डू यू वाण्ट। इसी में डाॅक्टर का प्रेम एक संयमित, तार्किक व यथार्थवादी प्रेम लगता है जिससे हर तार्किक इंसान सहमत होगा वर्मा से आते हुए जब मेरी पत्नी की मृत्यु हुई थी मुझे अपनी जिन्दगी बेकार सी लगी थी। आज उस बात को अरसा गुजर गया और जैसा आप देखती हैं, मैं जी रहा हूँ उम्मीद है कि काफी अरसा और जिऊंगा। जिन्दगी काफी दिलचस्प लगती है और यदि उम्र की मजबूरी न होती तो शायद मैं दूसरी शादी करने में न हिचकता। इसके बावजूद कौन कह सकता है कि मैं अपनी पत्नी से प्रेम नहीं करता था आज भी करता हूँ।ल्ेकिन प्रेम तर्क कहाँ देखता है कहा तो यह भी गया अनबूड़े बूड़े तिरे जे बूड़े सब अंग और यह डूबना इस कदर तक कि तेरे आँखों के सिवाय इस दुनिया में रखा क्या है?दुनिया का दूसरा सबसे पुराना हत्या करने का कारण प्रेम में धोखे को माना जाता है दुनिया का साहित्य संयोग से ज्यादा वियोग के गीतों से भरा पड़ा है और समर्पण इस कदर कि मेरे होने में किसी तौर से शामिल हो जाओ। तुम मसीहा नहीं होते तो कातिल हो जाओ और त्याग इस कदर कि चलो आज दुनिया बाँट लेते हैं तुम हमारे बाकी सब तुम्हारा और इसमें यह आइरनी कि मोहब्बत में नहीं है फर्क जीने-मरने का उसी को देखकर जीते हैं जिस काफिर पर दम निकले। लेकिन हर किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता, कभी जमीं तो कभी आसमां नहीं मिलता, तेरे जहाँ में ऐसा नहीं कि प्यार नहीं जहाँ तलाश हो इसकी वहाँ नहीं मिलता। और इसलिए घनानंद की आंखों में उजाड़ बस गया है और बाॅलीवुड में तो जो विरह का रूदन है कारूणिक है। मुहब्बत की झूठी कहानी पर रोएबड़ी चोट खाई जवानी पर रोए। जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिलाहमने तो जब कलियाँ मांगी काँटों का हार मिलाचाहत के नगमें चाहें तो आहें सर्द मिली।और फिर देवदास, मुगल-ए-आजम, वीर जारा, दिलवाले, दिलवाले दुल्हनियाँ ले जायेंगे, मोहब्बतें जैसी मूवीज की लंबी फेहरिस्त प्रेम को लेकर और इन मूवीज के डाॅयलोगो की यह प्रसिद्धि हर युवा की जुवान पर राज करने लगी। मौत को मोहब्बत ने करीब कर दिया (मुगल-ए-आजम)इश्क करने में एक भारी आइरनी भी है कि इश्क पर जोर नहीं है ये वो आतिश गालिब/कि लगाये न लगे बुझाए न बुझे और फिर यह रोना इश्क ने गालिब निकम्मा कर दिया और फिर यह भी तो भारी विडम्बना है कि हमको उनसे वफा की है उम्मीद जो नहीं जानते वफा क्या है। मोहब्बत में नहीं है फर्क जीने-मरने का उसी को देखकर जीते हैं जिस काफिर पर दम निकले और फिर अंत में यह कसक अब भी दिलकश है तेरा हुस्न मगर क्या कीजै/लौट आती है उधर को भी नजर क्या कीजै लेकिन बात यह भी तो है फिर दिल में क्या रहेगा जो हसरत निकल गई।प्रेम तो कबीर ने भी किया और आज का भी इंसान कर रहा है। कबीर ने जो तन्मयता ईश्वर से दिखायी वही तड़प तो आज भी है बात उनकी नहीं जो आज प्रेम के नाम पर हो रहा है। बात मैं एक सात्विक प्रेम की कर रहा हूँ जहाँ प्रेम से ही सारे गुलशन का कारोबार चलता है, जहाँ मोहब्बत को खुदा माना जाता है। अहम् न तब सही था न अब, प्रेम गली अति सांकरी, जा में दो न समाए।प्रेम केवल दो युवा लोग ही नहीं करते युवा हृदय करते हैं जो किसी भी उम्र में हो सकते हैं। प्रेम तो माँ-बेटे, पिता-पुत्र, भाई-बहन, भाई-भाई, बहन-बहन, इंसान-प्रकृति के बीच भी होता है पर माँ-बेटे के प्रेम के सिवाय साहित्य में और आयामों पर पूरा प्रकाश नहीं डाला। दुनिया का शायद सबसे गहरा व पवित्र रिश्ता माँ-बेटे का होता है इसमें कहने की जरूरत नहीं शायद रिश्ता शब्द का आविष्कार भी इस शब्द से हुआ होगा। माँ हमेशा भारतीय साहित्य व सिनेमा में कारूणिक, दयामयी व वात्सल्य की देवी ही रही है सिवाय सौतेली माँ के, जिसे बहुत बढ़ा-चढ़ाकर व एक पक्षीय रूप से प्रस्तुत किया गया है खैर प्रेम के असल मायने क्या होते हैं उनका विस्तार क्या होता है और उसमें कितना सामथ्र्य है इस संबंध के जरिये देखा जा सकता है। परिवार, विवाह, समाज जैसी संस्थाओं की बुनियाद दरअसल यही है। साहित्य में देखें तो भक्तिकाल में माँ देवी हो गई और रीतिकाल से तो गायब ही। सूर का वात्सल्य वर्णन पूरे विश्व के साहित्य में एक अद्वितीय स्थान रखता है। आधुनिक काल में इस संबंध पर एक अच्छी खासी रचनाओं की उपस्थिति है आद्र्रा में माँ आषाढ़ का एक दिन की माँ, गोदान की धनिया के चरित्रों को हम देख सकते हैं। बाॅलीवुड में माँ की बड़ी सशक्त भूमिका रही है मदर इंडिया में नरगिस के किरदार को कौन भूला होगा भला।बहरहाल प्रेम शाश्वत मनोभाव है और इसका अस्तित्व मानव के अस्तित्व के बने रहने की गारंटी है। दुनिया में जो युद्ध थोपे जा रहे हैं, दुनिया ने जो वल्र्ड वार देखा है और अभी जो दुनिया में आतंक देखा जा रहा है वह घृणा व नफरत की देन है। कोई मजहब यह नहीं सिखाता कि हम एक-दूसरे से घृणा करें, पर इसकी गलत व्याख्याओं व शैतान बुद्धियों ने धर्म को और इस दुनिया को तबाह कर रखा है, नरक की आग में धकेला जा रहा है। प्रेम ही एकमात्र रास्ता है दुनिया को बेहतर बनाये रखने के लिए, इंसान को इंसान बनाये रखने के लिए, शेष सृष्टि से उसके रिश्ते को बनाये रखने के लिए व पूरी दुनिया को एकजुट करने के लिए। इस अंक को निकालने का तमाम उद्देश्य यह भी था कि प्रेम के विविध पक्षों को भरा जाये, जिनके दिलों में मौजूद है उसे अभिव्यक्त कराया जाये और उसे आप तक पहुंचाया जाये।सहचर पत्रिका जितना बड़ा उद्देश्य सम्मानित व नामी पत्रिकाओं की फेहरिस्त में शामिल होना है उससे बढ़कर उसे ऐसे प्लेटफाॅर्म के रूप में खड़ा करना है जहाँ से साहित्यिक जगत में कदम रखने वालों को प्रेरित किया जाये। लोगों की अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया जाये, उनके कलम से निकली आवाज को आप तक पहुंचाया जाये। हर बड़ा लेखक शुरूआत में बस एक लेखक ही होता है। हमारी उम्मीद आप हैं हमें आशा है कि हमारा आज का पाठक कल का लेखक होगा और लेखक एक बड़ा लेखक। इस अंक के लिए इतने ढे़र सारे शोध लेख, कवितायें, कहानियों का आना हमें और आशान्वित कर रहा है, प्रेरित कर रहा है हम अपने प्रयास को दोगुना करेंगाये और सहचर टीम आपकी अभिव्यक्ति को पाठकों तक ले जायेगी।मुझे खुशी है इतने गहरे और व्यापक विषय को सहचर पत्रिका ने चुना, गुरुवर आलोक सर का आभार जिन्होंने इस विषय में मुझे गहरे उतरने व जीने का मौका दिया और उन सभी लेखकों का भी विशेष आभार जिनकी वजह से यह पत्रिका आप तक पहुंच सकी है।पोस्टेड इन पाँचवाँ अंक, पांचवां अंक, संपादकीयतीस वीक: ७३३६तीस मोंठ: २८७०४टोटल: ३८७७६२ |
रैपर हनी सिंह की जिंदगी पर बन सकती है फिल्म, पब्लिशर ने २५ करोड़ की रकम ऑफर की - ज़िंदगी प्लसरैपर हनी सिंह की जिंदगी पर बन सकती है फिल्म, पब्लिशर ने २५ करोड़ की रकम ऑफर कीहोम /ख़ास ख़बर/रैपर हनी सिंह की जिंदगी पर बन सकती है फिल्म, पब्लिशर ने २५ करोड़ की रकम ऑफर कीयूट्यूब तक पर तहलका मचाने वाले रैपर हनी सिंह :अपने रैप से बॉलीवुड से लेकर यूट्यूब तक पर तहलका मचाने वाले रैपर हनी सिंह की जिंदगी पर फिल्म बन सकती है। सूत्रों के हवाले से यह बात सामने आई है कि हनी सिंह को उनकी बायोपिक के लिए २५ करोड़ रु. की मोटी रकम की पेशकश हुई है। हनी सिंह लंबे समय से अपनी प्रोफेशनल से लेकर पर्सनल लाइफ की वजहों से सुर्खियों में रहे हैं। कुछ समय से हनी सिंह सुर्खियों से गायब हैं, और वे काम भी कम कर रहे हैं।बच्चों से लेकर बड़ो तक हर कोई उनके गानों को पसंद करता है, लेकिन वह पिछले काफी वक्त से फिल्म इंडस्ट्री से गायब हैं। दरअसल, वह बाइपोलर डिसऑडर नामक बीमारी से जूझ रहे हैं। और इसी वजह से वह पिछले २ सालों से फिल्म इंडस्ट्री से गायब हैं। हालांकि, खबर है कि उनके जीवन पर जल्द ही बुक लॉन्च हो सकती है। इतना ही नहीं उनके जीवन पर फिल्म भी बन सकती है।यह बाईपोलर डिसऑडर आखिर है क्या? जरुर जानें :डिसऑडर में व्यक्ति अच्छे और बुरे वक्त के बारे में बारी-बारी से सोचता है और अपनी सोच के मुताबिक व्यवहार करता है । इस दौरान व्यक्ति डिप्रेशन का भी शिकार हो जाता है । बोन विश्वविद्यालय और सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ के अनुसंधानकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि बाइपोलर डिसऑडर में माइनिया के लक्षण एनसीएएन जीन के कारण उत्पन्न होते हैं ।विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मार्कस एम. नॉथन का कहना है कि यह पहले से पता था कि एनसीएएन नामक जीन बाइपोलर डिसऑडर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । लेकिन इस अध्ययन से पहले तक उसकी कार्यप्रणाली के बारे में कोई जानकारी नहीं थी ।हृदेश सिंह जो आज हनी सिंह के रूप में देश विदेश में पहचान बना चुके :आपको बता दें, हृदेश सिंह जो आज हनी सिंह के रूप में देश विदेश में पहचान बना चुके हैं। वो फर्श से अर्श तक पहुंचे हैं, ऐसी में उनके संघर्ष को बड़े परदे पर दिखाना इंटरेस्टिंग होगा। हनी ने शाहरुख़ समेत कई बड़े सेलेब्रिटी के लिए गाना गाया है। इसके अलावा उनके कई विडियो सॉन्ग्स यूट्यूब पर पहले ही पॉपुलर हो चुके हैं। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि हनी इस ऑफर को स्वीकारते हैं या नहीं।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक पब्लिशर ने हनी सिंह को २५ करोड़ का ऑफर दिया है। यह पब्लिशर चाहते हैं कि हनी सिंह की जिंदगी पर बायोग्राफी लिखी जाए और इसके साथ उनके जीवन पर फिल्म भी बनाई जाए। हालांकि, वैसे हनी की तरफ से इस खबर की पुष्टि नहीं हो पाई।यह भी पढ़ें :सलमान के बरी होने पर आसाराम बोले- मैंने तो हत्या भी नहीं की फिर जेल में क्यों?हनी सिंह ने हर बड़े सुपरस्टार के साथ काम किया :शाहरुख हो या सलमान खान, हनी सिंह ने हर बड़े सुपरस्टार के साथ काम किया है। उनकी लोकप्रियता उनके हर एक कदम के साथ दस गुना बढ़ती गई। हनी सिंह बाइपोलर डिसऑर्डर के शिकार हैं, और इस बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं।अब देखना यह है कि लुंगी डांस जैसा सुपरहिट सॉन्ग देने वाला यह सितारा इस ऑफर को हां करता है या नहीं। अगर उनकी जिंदगी पर फिल्म बनती है, तो उनकी जिंदगी के कई राज तो सामने आएंगे ही, इसके अलावा यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका किरदार कौन निभाएगा।राम की नगरी में योगी ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, लाखों दीयों की रोशनी से जगमगा उठे सरयू के घाट, मनाई भव्य दिवालीजानिये: २6 अक्टूबर को होने वाले शनि के सबसे बड़े ग्रह परिवर्तन से क्या होने वाला है आपकी राशियों पर असरटैग्स: फिल्म बाईपोलर डिसऑडर हनी सिंह |