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साक्षी चौधरी साइड पेओपल ऑफेरिंग ओन करोड पर नाइट आफ्टर सीइंग मी विदियोस एंड फोटो - 'एक रात के १ करोड़ देने जैसी वाहियात बातें कर रहे लोग', एक्ट्रेस का छलका दर्द - जनसत्तेक लड़की को देखा तोह ऐसा लगा बॉक्स ऑफिस कॉलेक्शन: पहले दिन इतने करोड़ की कमाई कर सकती है अनिल-सोनम कपूर की फिल्मसाक्षी के वीडियो को देखने के बाद लोग उन्हें आपत्तिजनक संदेश भेज रहे हैं। इस बात का खुलासा खुद साक्षी ने सोशल मीडिया पर किया है।जनसत्ता ऑनलाइन फेब्रुवारी १, 20१9 ११:३२ आमअभिनेत्री साक्षी चौधरी।तमिल फिल्म जेम्स बॉन्ड और ऑक्सीजन की लीड एक्ट्रेस साक्षी चौधरी एक वीडियो के कारण ट्रोल हो गईं। साक्षी अपने फैन्स से कनेक्ट रहने के लिए इंस्टाग्राम और ट्विटर पर वीडियोज शेयर करती रहती हैं। साक्षी के वीडियो को देखने के बाद लोग उन्हें आपत्तिजनक संदेश भेज रहे हैं। इस बात का खुलासा खुद साक्षी ने सोशल मीडिया पर किया है।साक्षी ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि इन संदेशों में पैसे के बदले सेक्सुअल फेवर की बात की जा रही है। एक्ट्रेस ने ट्वीट में लिखा- वीडियो और तस्वीरों को देखने के बाद लोग पागल हो गए हैं। मुझे एक रात का एक करोड़ ऑफर कर रहे हैं। लेकिन यह सभी मूर्ख हैं, मैं बिकाऊ नहीं हूं। साक्षी ने आगे लिखा- केवल मुझे देखकर ही काम चलाओ और मेगनेट देखने के लिए सिनेमाघर जाओ।बता दें कि साक्षी चौधरी की मेगनेट अपकमिंग तेलुगू फिल्म है। फिल्म का निर्देशन सारण आयीरथील इरुवर ने किया है। इसके अलावा साक्षी फिल्म रुस्तुम के जरिए अपना कन्नड़ इंडस्ट्री में डेब्यू करने जा रही हैं।करियर की बात करें तो साक्षी चौधरी ने पोतुगाडू फिल्म से अपना डेब्यू किया था। साक्षी ने साल 20१३ में फिल्मों में एंट्री मारी थी। सेल्फी राजा में भी साक्षी एक महत्वपूर्ण किरदार अदा कर चुकी हैं। तमिल फिल्म साक्षी आयीराथिल इरुवर में भी नजर आ चुकी हैं। फिल्म को सरन ने निर्देशित किया था।सुपर डांसर चाप्टर ३: लाइव शो में बजा अनुराग बसु का फोन, शिल्पा शेट्टी ने अंजान शख्स के साथ की ऐसी बात सुनकर हंस पड़ेंगे आपबॉयफ्रेंड संग एंजॉय कर रहीं टाइगर श्रॉफ की बहन कृष्णा, इंटरनेट पर छाईं रोमांटिक तस्वीरें
& टीवी का नया शो "जात ना पूछो प्रेम की" की स्टारकास्ट पहुंचे लखनऊजात ना पूछो प्रेम की की स्टारकास्ट किंशुक वैद्य और प्रणाली राठौड़ प्रमोशन के लिए लखनऊ आए, ये सीरियल १८ जून से रात ८ बजे ऐंड टी वी पर प्रसारित किया जायेगालखनऊ। आगामी १८ जून से ऐंड टी वी पर प्रसारित होने वाले नाटक जात न पूछो प्रेम की (जात ना पूछो प्रेम की) के प्रमुख किरदार किंशुक वैध बादल और उभरती हुई अदाकारा प्रणाली राठौड़ सुमन के किरदार में राजधानी लखनऊ अपने सीरियल के प्रमोशन के होटल सरोवर पार्टीको पधारे। सैराट ब्लॉक बास्टर फिल्म के हिंदी रूपांतरण जात न पूछो प्रेम की के दोनों किरदारों से बात की हमारे संवादाता ने।हमने खुद को जाती,नस्ल,संस्कृति,और देशो के बीच बाँट लिया है,लेकिन एक चीज़ है जो अभी बँटी और् वह है प्रेम ।इसमें उम्र लिंग दुरी की बाधाएँ शामिल है लेकिन इसे अभी अभी तक जाति की बाधाओं में बांटा जा सका है। ब्लाक बास्टर फिल्म सैराटके हिंदी रूपांतरण के साथ & टी वी एक नए रोमांटिक ड्रामा को पेश करने के लिए तैयार है,जिसका नाम है-जात न पूछो प्रेम की।शायिका टेलीफिल्म्स और कॉकक्रो एंटरटेनमेंट द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित इस शो मे एक ऐसी प्रेम कहानी दिखाई गई है जो जातिगत प्रेम पर आधारित है।जात न पूछो प्रेम की में टेलीविजन अभिनेता किंशुक वैध और नवोदित अदाकारा प्रणाली राठौर की जोड़ी लीड किरदारों की भूमिका अदा करती दिखाई देगी।ये भी पढ़े: अलीगढ़ हत्याकांड: बच्ची के परिवार ने कहा-आरोपियों को २४ घंटे में फांसी दी जाए नहीं तो खुदकुशी कर लेंगेजात न पूछो प्रेम की कहानी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की ग्रामीण पृष्ठिभूमि पर आधारित है। इस शो में दिग्गज अभिनेता साईं बल्लाल एक दमदार निगेटिव भूमिका को एक बार फिर निभाएंगे।इसका प्रसारण १८ जून से रात ८ बजे सिर्फ ऐंड टी वी पर किया जायेगा।
उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सेक्टर-७ में किया पार्क के सौंदर्यकरण कार्य का शुभारंभ | न्यूज नॉर्तु, १३ नोव २०१८ १०:0७:४० अम्होम फरीदाबाद उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सेक्टर-७ में किया पार्क के सौंदर्यकरण कार्य...न्यूज़ एनसीआर, २२ अक्टूबर-फरीदाबाद | पिछले ४ साल में फरीदाबाद विधानसभा के ज्यादातर पार्कों की सूरत बदल चुकी है और जल्द ही बचे हुए पार्कों में भी बुनियादी सुविधाएं देने का काम पूरा हो जाएगा। ये विचार उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सेक्टर-७ में व्यक्त किए, जहां उन्होंने जनकल्याण मंदिर के पास पार्क में ८ लाख की लागत से होने वाले विकास कार्यों का उद्घाटन किया।इस पार्क में चारदीवारी और सौंदर्यकरण का कार्य किया जाएगा। इस मौके पर विपुल गोयल ने सभी लोगों से स्वच्छता अभियान से जुड़ने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के सामने स्वच्छता सबसे बड़ा चैलेंज है। इसीलिए सरकार के साथ-साथ सभी नागरिकों को भी इसमें योगदान देने की जरूरत है।विपुल गोयल ने कहा कि स्वच्छता के साथ शुद्ध हवा भी मिल सके इसीलिए पार्कों में हरियाली जरूरी है। इसीलिए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना होगा। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद विधानसभा के प्रमुख पार्कों में चारदीवारी, एलईडी लगाने, लाइब्रेरी निर्माण, फुटपाथ निर्माण और पेड़ पौधे लगाने का काम बीजेपी सरकार ने किया है और आरडब्लूए एसोसिएशन की भी इसमें सराहनीय भूमिका रही है।उन्होंने कहा कि फरीदाबाद विधानसभा के सभी पार्कों में बुनियादी सुविधाओं को देने में वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगे लेकिन पार्कों के रखरखाव में स्थानीय निवासियों को भी अपनी भूमिका निभानी होगी और इस तरह पार्कों का रखरखाव करना होगा जैसे लोग अपने पार्क का ध्यान रखते हैं। इस मौके पर ओपी कौशिक, एनके गर्ग, हरि जोशी, वजीर सिंह डागर, अशोक शर्मा, सुभाष शर्मा, सतीश शर्मा, राम अवतार कौशिक, शमशेर सिंह, हरि गर्ग, सत्यनारायण गर्ग, डीपी यादव, विष्णु गुप्ता और सिद्धार्थ सैनी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।सवच्छ्ता अभियंप्रेवियस आर्टियलकर जमा करने में लापरवाही के चलते दुकानें की सीलनेक्स्ट आर्टियलनेत्रहीन खिलाड़ियों को होली चाइल्ड पब्लिक स्कूल ने उपहार स्वरूप भेंट किए १० हजार रुपए
फूलपुर भाजपा में प्रत्याशियों के बगावती सुर, प्रचार के लिए नहीं आएगा कोई भी केंद्रीय मंत्री | उपखबर्बी खबर न्यूज़रूम , १:०० प्म, फेब्रुवारी १5, 20१8विधानसभा चुनाव में हुई थी फजीहत याद दिला दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान सोरांव विधानसभा सीट गठबंधन वाले दल अपना दल को मिली थी, लेकिन बगावती सुर व बड़े नेताओं से संबंध के चलते यहां सुरेंद्र चौधरी भाजपा से प्रत्याशी बन गये और अपना दल प्रत्याशी के सामने हो गए। तब अनुप्रिया पटेल ने गठबंधन तोड़ने और भाजपा के खिलाफ अन्य सीटों पर प्रत्याशी उतारने की धमकी तक दे डाली थी। बात बिगड़ती गयी और भाजपा से सुरेंद्र चौधरी और अपना दल से जमुना प्रसाद सरोज ने नामांकन कर दिया था। सुरेंद्र चौधरी केशव प्रसाद मौर्य के बेहद नजदीकी थे इस वजह से उनके नाम की घोषणा हो गई थी। उन्होंने भाजपा के सिंबल पर ही नामांकन कर दिया था और उन्हें चुनाव चिन्ह के तौर पर कमल का फूल मिल गया था।चली थी गोली और हुई थी किरकिरी बात आगे बढ़ी तो सुरेंद्र चौधरी व जमुना प्रसाद सरोज के बीच विवाद खड़ा हो गया। आपसी रंजिश में गोली चली और मारपीट के बाद मामला थाने तक पहुंच गया। जब भाजपा की किरकिरी होना शुरू हो गई तो केंद्रीय संगठन ने मामले में हस्तक्षेप किया। सुरेंद्र चौधरी की दावेदारी को खारिज कर दी गई और उनका प्रत्याशी से नाम हटा दिया, लेकिन तब तक हाथ से बाजी निकल चुकी थी, सुरेंद्र चौधरी को कमल का निशान आवंटित हो चुका था। बाद में केशव मौर्य ने खुद आकर सुरेंद्र चौधरी को बैक किया और जनता से अपील की थी कि वह कप प्लेट पर वोट करें, गठबंधन के प्रत्याशी को वोट करें। बावजूद इसके चुनाव हुआ तो हजारों लोगों ने कमल के फूल पर वोट दिया था। जबकि यह सीट गठबंधन के खाते में गई थी और यहां पर अपना दल एस के प्रत्याशी जमुना सरोज थे। अंत में कप प्लेट के चुनाव चिन्ह पर लड़े जमुना प्रसाद सरोज की ही जीत हुई थी। फिर से वैसी ही स्थिति लोकसभा चुनाव के दौरान ना हो भाजपा के वोट आपस में ही दावेदारों के बीच ना बट जाए, इसलिए पहले से ही भाजपा फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।ये होंगे स्टार प्रचारक महानगर अध्यक्ष अवधेश गुप्ता ने बताया कि फूलपुर उपचुनाव में कोई भी केंद्रीय मंत्री प्रचार प्रसार में शामिल होने नहीं आएगा। हालांकि अनुप्रिया पटेल स्थानीय नेता होने के कारण प्रचार में शामिल हो सकती हैं। स्टार प्रचारकों की लिस्ट फूलपुर उपचुनाव में जीत के लिए सबसे अधिक जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर होगी और स्टार प्रचारकों की लिस्ट में इनका नाम सबसे ऊपर है। जबकि इनके साथ केशव प्रसाद मौर्य भी स्टार प्रचारक की भूमिका निभाएंगे। पूर्ण संभावना है की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी स्टार प्रचारक के तौर पर बुलाया जा सकता है, उनका नाम संभावित सूची में रखा गया है और शाह की हामी के बाद उनका कार्यक्रम भी तय होगा। फिलहाल फूलपुर लोकसभा इलाके में सबसे ज्यादा रैलियां जनसभा केशव मौर्य के करने की उम्मीद है। जबकि अन्य स्टार प्रचारक में भाजपा के यूपी अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडे, संगठन महामंत्री सुनील बंसल, कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, अभिलाषा गुप्ता आदि शामिल है।टैग्स: इलाहाबाद-फूलपुर-ब्जप-कैंडिड़ते-रेबेल-नेगेटिव-इफेक्ट-विल-सीन-ऑन-इलेक्शन/आर्टियलकॉनटेंट-ममता से मिले अखिलेश, भाजपा के खिलाफ एक होकर लड़ेंगे
श्रमिकों की सुरक्षा का सन्त पापा फ्राँसिस ने किया आह्वान - वाटिकन न्यूज़आयवरी कोस्ट में कोको की खेती करते श्रमिक (अफप और लाइसेंसर्स)सन्त पापा ने कहा कि जो लोग नौकरियों पर रहते अथवा मज़दूरी करते समय दुर्घटनाओं के शिकार हुए हैं और विकलांग हो गये हैं उन्हें केवल आर्थिक ही नहीं अपितु मनोवैज्ञानिक सहायता की भी ज़रूरत होती है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोगों का दायित्व है कि दुर्घटनाओं के कारण विकलांग हुए लोगों की मदद करें तथा उनके प्रति एकात्मता प्रदर्शित करें।वाटिकन सिटी, गुरुवार, २० सितम्बर २०18 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में गुरुवार को सन्त पापा फ्रांसिस ने श्रम से विकलांग हुए लोगों के इताली संघ "आनमिल" के सदस्यों को सम्बोधित कर श्रमिकों की सुरक्षा एवं उनके प्रति सम्मान का आह्वान किया."आनमिल" के कार्यों की सराहनासन्त पापा ने श्रमिकों के हित में "आनमिल" के कार्यों की सराहना की तथा कहा कि संघ समाज की बेहतर व्यवस्था हेतु एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.सन्त पापा ने कहा कि जो लोग नौकरियों पर रहते अथवा मज़दूरी करते समय दुर्घटनाओं के शिकार हुए हैं और विकलांग हो गये हैं उन्हें केवल आर्थिक ही नहीं अपितु मनोवैज्ञानिक सहायता की भी ज़रूरत होती है. उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोगों का दायित्व है कि दुर्घटनाओं के कारण विकलांग हुए लोगों की मदद करें तथा उनके प्रति एकात्मता प्रदर्शित करें. उन्होंने इस सन्दर्भ में कलीसिया की सामाजिक शिक्षा को उद्धृत कर कहा कि श्रम से विकलांग लोगों के प्रति आर्थिक समर्थन एवं एकात्मता दोनों ज़रूरी है जिसे समाज के हर स्तर पर निर्मित किया जाना चाहिये.कार्यस्थलों पर पूर्ण सुरक्षा के उपायदूसरी ओर, सन्त पापा ने कहा कि ऐसे उपाय किये जाने चाहिये कि श्रमिकों को कार्यस्थलों पर पूर्ण सुरक्षा मिले. इस क्षेत्र में श्रम एवं उत्पादकता के बीच खतरनाक सन्तुलन से बचना ज़रूरी है जिसमें उत्पादकता के आधार पर व्यक्तियों का मूल्याकन किया जाता है.उन्होंने कहा कि केवल लाभ पर ध्यान देने वाला निकाय श्रमिकों के शोषण को प्रश्रय देता तथा उन्हें ख़तरनाक परिस्थितयों में काम करने पर मज़बूर करता है. इस दिशा में सन्त पापा ने कहा कि उत्पादन कम्पनियों, फैक्ट्रियों, अनुसन्धान संस्थाओं एवं श्रम मंत्रालय के बीच सहयोग को प्रोत्साहित किया जाना चाहिये ताकि श्रमिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके.२० सिप्तंबर २०18, ११:१७संत पापा का वीडियो संदेश: धर्मसंघियों का मिशनसंत पापा ने पोलैंड के राष्ट्रपति से मुलाकात की'विश्वासीगण पुलों के निर्माण और शांति के कारीगर बनें', संत पापाधर्माध्यक्षों की धर्मसभा: कलीसिया को जगायें, संत पापाएल साल्वादोर के तीर्थयात्रियों से संत पापा की मुलाकातसंत पापा फ्राँसिस द्वारा मातेर एक्लेसिया मठ का दौरा
क्या आप भी जानना चाहेंगे ऐसे कॉलेज में जहां होती है जादूगर और चुड़ैल बनने की पढ़ाई | पंजाब केसरीक्या आप भी जानना चाहेंगे ऐसे कॉलेज में जहां होती है जादूगर और चुड़ैल बनने की पढ़ाईजादुगरों और चुड़ैलों की कहानियां हमने सिर्फ फिल्मों या किताबों में पढ़ी और सुनी हैं।जादुगरों के स्कूल या कॉलेज के बारे में भी सिर्फ फिल्मों में ही देखा गया है। आप सबने तो फिल्म हैरी पॉटर की सारी ही सीरीज केबारे में सुना ही होगा। उन सीरीज की फिल्में भी बनी हैं। वह एक नोवल है। यह नोवल की कहानी एक जादुईस्कूल पर बनी हुर्ई है। इस फिल्म को पूरी दुनिया में देखा गया और पंसद किया गया था।लेकिन ऐसे जादूगर वाले स्कूल और कॉलेज असल जिंदगी में बिल्कुल भी नहीं मिलेंगे। मगर ऐसा एक कॉलेज है जहां पर जादूगर और चुड़ैल बनने की पढ़ार्ई कराईजाती है। कईसारे लोग हैं जिन्होंने जादू की सीखने के कॉलेज के बारे में सुना नहीं होगा आज हम आपको इनके बारे में बताएंगे।कॉलेज ऑफ विजर्ड्री के नाम से मशहूर यह कॉलेज पोलैंड में स्थित हैं। जहां छात्रों को जादूगर या चुड़ैल बनने की ट्रेनिंग दी जाती हैं। यह कॉलेज २०१४ से चल रहा हैं। इस कॉलेज में छात्र पांच कोर्स में से एक कोर्स चुन सकते हैं। जादूगर और चुड़ैल का पेशा सीखने के अलावा यहां हिलर और ओझा बनने की भी ट्रेनिंग दी जाती हैं।यहां मैजिक के छात्र रसायनों को जादूगरी के साथ जोड़ना सीखते हैं। यह एक मेडिकल मिक्सचर हैं। यहां छात्रों को खास गणित भी सिखाया जाता है ताकि वह आंकड़ों की मदद से भविष्यवाणियां करने की कला सीख सकें।बेकॉमिंग्कॉलेजमेजिशास्टडाइंग्विचकॉलेजचुड़ैलजादूगरपढ़ाईबनने
सबो के हिंसा के एके जवाब विकास, विकास अऊ सिरिफ विकास : श्री नरेन्द्र मोदी - हंकाप्रधानमंत्री ह छत्तीसगढ़ ल दीन २२ हजार करोड़ के कई ठन परियोजना मन के सौगातकरीबन १८५०० करोड़ के लागत ले आधुनिकीकरण के परा होए परियोजना के लोकार्पणभिलाई आई.आई.टी. बर करीबन ग्यारह सौ करोड़ के परिसर के शिलान्यासभारत नेट परियोजना के दूसर चरण के शुभारंभरायपुर-जगदलपुर घरेलू विमानसेवा के घलोक शुरूआतरायपुर, १४ जून २०१८। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ह कहिन सरकार के हर योजना गरीब मन अऊ वंचित मन के सशक्तिकरण बर हे। आज देश म कोनो हिंसा या कोनो साजिश के एके जवाब हे अऊ वो हे विकास, विकास अऊ सिरिफ विकास। उमन कहिन -विकास जमो हिंसा ल खतम कर देथे। आज देश म अऊ छत्तीसगढ़ म हमन विकास के माध्यम ले विश्वास के वातावरण बनाए के प्रयास करे गए हे।श्री मोदी आज छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर के जयंती स्टेडियम म विशाल जनसभा ल सम्बोधित करत रहिन। ए अवसर म मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह, केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा, केन्द्रीय घर अउ शहरी मामला के राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल अऊ प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, सांसद अऊ विधायकगण घलोक मौजूद रहिन। आमसभा ल मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अऊ केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ह घलोक सम्बोधित करे गीस। स्वागत भाषण प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा अऊ तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ह दीन।प्रधानमंत्री ह ए अवसर म राज्य के विकास बर करीबन २२ हजार करोड़ के कई ठन परियोजना मन के डिजिटल लोकार्पण, भूमिपूजन अऊ शिलान्यास करिन, जेमा भिलाई इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण अऊ विस्तारी करण के १८ हजार ५०० करोड़ रूपिया के पूरा हो गए परियोजना घलोक सामिल हे, जेखर लोकार्पण प्रधानमंत्री के हाथ पूरा होइस। प्रधानमंत्री ह आमसभा म छत्तीसगढ़ के बांचे चार हजार १०४ ग्राम पंचायत मन ल इंटरनेट कनेक्टिविटी देहे बर भारत नेट परियोजना के दूसर चरण (लागत २०६६ करोड़) के शुभारंभ, केन्द्र सरकार के उड़ान योजना के तहत रायपुर-जगदलपुर-विशाखापट्नम घरेलू विमान सेवा के शुभारंभ अऊ ४० करोड़ रूपिया के लागत ले बने जगदलपुर विमानतल के लोकार्पण घलोक करिन। श्री मोदी ह एखर पहिली नवा रायपुर म स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत नागरिक सेवा मन के ऑन लाइन निगरानी बर एकीकृत कमांड अउ नियंत्रण केन्द्र के घलोक लोकार्पण करिन। श्री मोदी ह भिलाई नगर के आमसभा म एकर उल्लेख करत कहिन देश के पहिली ग्रीन फील्ड शहर नवा रायपुर म पूरा शहर के सार्वजनिक सेवा मन के निगरानी के काम ए केन्द्र म एक छोटकुन भवन म आधुनिक टेक्नॉलाजी के जरिये करे जा सकही। ये देश के आन स्मार्ट शहर मन बर घलोक एक मिसाल बनही।ग्राम स्वराज अभियान जनभागीदारी के बड़का माध्यमउमन कहिन दू महीना पहिली जब मैं छत्तीसगढ़ आए रहेंव, त इहां के धरती (ग्राम जांगला, जिला-बीजापुर) ले देश के ११५ आकांक्षी जिला मन के विकास बर ग्राम स्वराज के सकारात्मक अभियान शुरू करे रहेंव। वो १४ अपरेल के तारीक रहिस अऊ आज जून महिना के १४ तारीक हे। हर गांव म हर कुटुंब के बैंक खाता होवय, बिजली अऊ रसोई गैस कनेक्शन होवय, बीमा सुरक्षा होवय अऊ घर म एलईडी बल्ब होवय, ये सब ए अभियान के जरिये गरीब मन के जीवन स्तर ल बेहतर बनाए बर हे। छत्तीसगढ़ म घलोक ग्राम स्वराज के ये अभियान जनभागीदारी के बड़का माध्यम बने हे। राज्य म जन-धन योजना के तहत एक करोड़ ३० लाख मनखे मन के खाता खुले हे। २६ लाख मनखे मन ल मुद्रा योजना के तहत कारोबार बर बिना बैंक गारंटी के करजा मिले हे अऊ १३ लाख किसान मन ल फसल बीमा योजना के लाभ मिले हे। विकास के एक नवा गाथा छत्तीसगढ़ म लिखे जात हे।मुहाचाही: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ह आज संझा राजधानी रायपुर म एक निजी कम्पनी के शोरूम के शुभारंभ करिनकच्छ ले कटक अऊ कारगिल ले कन्या कुमारी तक रेल पटरी मन म छत्तीसगढ़ के लोहाश्री मोदी ह भिलाई इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण परियोजना के प्रशंसा करत कहिन -१८ हजार ५०० करोड़ के लागत ले एखर तहत करे काम मन के वजह ले भिलाई इस्पात संयंत्र नवा तकनीक अऊ नवा क्षमता मन ले सुसज्जित हो गए हे। श्री मोदी ह कहिन कच्छ ले कटक तक अऊ कारगिल ले कन्या कुमारी तक देश म जऊन रेल के पटरी बिछे हे, वो देश ल छत्तीसगढ़ के इही धरती के लोहा ले अऊ इहां के मनखे मन के पसीना के प्रसाद के रूप म मिले हे। उमन कहिन भिलाई इस्पात संयंत्र ह न सिरिफ स्टील बनाये हे, भलुक मनखे मन के जिंदगी ल सजाए अऊ संवारे हे। भिलाई के ये आधुनिक संयंत्र नवा भारत के सपना ल साकार करही। प्रधानमंत्री ह कहिन भिलाई इस्पात संयंत्र के जइसे छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल म बनत नगरनार के इस्पात संयंत्र घलोक ओ अंचल के मनखे मन के जिन्दगी म बदलाव लाही।श्री मोदी ह ए अवसर म कहिन के भिलाई इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण अऊ विस्तारीकरण के १८ हजार ५०० करोड़ के परियोजना संग छत्तीसगढ़ के चार हजार ले जादा ग्राम पंचायत मन ल इंटरनेट ले जोड़े बर छत्तीसगढ़ के विकास ल गति देहे म इहां के लौह अयस्क जइसे खनिज मन के भरपूर योगदान हे। इही सेती हमन पूरा देश के खनिज बहुल राज्य मन बर जिला खनिज निधि (डी.एम.एफ.) के प्रावधान करे हवन। खनिज उत्पादन के निश्चित हिस्सा डीएमएफ के माध्यम ले उहां के मनखे मन के विकास म खर्च करना एकर उद्देश्य हे। छत्तीसगढ़ ल करीबन तीन हजार करोड़ रूपिया के राशि मिल गए हे।राज्य के भविष्य ल मजबूत बनाए के सोनहा पाठउड़ान योजना के तहत रायपुर-जगदलपुर -विशाखापट्नम विमान सेवा के शुरूआत होए म श्री मोदी ह कहिन सरकार देश के मनखे मन ल जल, थल अऊ नभ तीनों ले जोड़े के काम करत हे। श्री मोदी ह आज शुरू करे गए परियोजना मन के उल्लेख करत कहिन छत्तीसगढ़ के इतिहास म आज ए राज्य के भविष्य ल मजबूत बनाइया एक नवा अऊ सुनहरा अध्याय जोड़े जात हे। श्री मोदी ह जगदलपुर हवाई अड्डा के लोकार्पण अऊ रायपुर-जगदलपुर-विशाखापट्नम विमान सेवा के शुभारंभ के उल्लेख करत कहिन देश के अइसन इलाका जिहां कभू सरकार सड़क निर्माण म पीछू रहि जात रहिस, आज उहां हवाई अड्डा बनत हे। अइसनहे एक शानदार हवाई अड्डा जगदलपुर म घलोक बनाए गए हे। हमर सरकार के ये सोच हे कि हवाई चप्पल पहनइया घलोक हवाई जहाज म यात्रा करंय। एखर सेती ले देशभर म उड़ान योजना के तहत सस्ता घरेलू विमानसेवा शुरू करे जात हे। श्री मोदी ह कहिन रायपुर ले जगदलपुर के जऊन दूरी अब तक सड़क मार्ग ले ६-७ घंटे के होत रहिस, वो सिरिफ ४० मिनट म पूरा होही। यातायात के ए नवा माध्यम ले न सिरिफ सफर के दूरी कम होही, भलुक पर्यटन अऊ रोजगार के नवा अवसर घलोक बाढ़ही। श्री मोदी ह कहिन हवाई यात्रा सस्ता होए के सेती अब ट्रेन के वातानुकुलित डिब्बा मन के जगा हवाई जहाज मन म यात्री मन के संख्या बाढ़े लगे हे। उमन कहिन छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर के हवाई अड्डा म कोनो जमाना म दिनभर म छै उड़ान होवत रहिस, आज उहां उड़ान के संख्या ५० हो गए हे।मुहाचाही: मुख्यमंत्री ले लेखक राजीव रंजन प्रसाद करिस सौजन्य मुलाकातआई.आई.टी. ले भिलाई बनही तकनीकी शिक्षा के नवा तीरथप्रधानमंत्री ह भिलाई नगर म भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) के शिलान्यास म कहिन कि मेक-इन-इंडिया बर कौशल विकास बहुत जरूरी हे। भिलाई नगर ल पाछू कई दशक ले देश म एजुकेशन हब के रूप म पहचाने जात रहे हे, फेर एतका व्यवस्था मन के बाद घलोक इहां आई.आई.टी. के कमी महसूस होवत रहिस। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह लगातार कोसिस करत रहिस के भिलाई ल आई.आई.टी. मिल जाय। देश म जब हमर सरकार ह पांच नवा आई.आई.टी. मंजूर करिस त वोमा भिलाई घलोक सामिल करे गीस। ए नवा आई.आई.टी. बर करीबन ग्यारह सौ करोड़ रूपिया के लागत ले जऊन नवा कैम्पस विकसित करे जाही, वो तकनीकी शिक्षा के तीरथ बनही।अवइया साल मार्च तक पूरा करबोन भारत नेट परियोजना के दूसर चरणश्री मोदी ह भारत नेट परियोजना के दूसर चरण के शुभारंभ म कहिन कि केन्द्र सरकार डिजिटल इंडिया अभियान के तहत सूचना तकनीक ल जादा ले जादा मनखे मन तक पहुंचाना चाहथे। एखर बर छत्तीसगढ़ सरकार घलोक प्रयासरत हे। मैं जब दू महिना पहिली १४ अपरेल के दिन छत्तीसगढ़ आए रहेंव, त मोला बस्तर नेट परियोजना के पहिली चरण के लोकार्पण के अवसर मिलीस। आज भारत नेट परियोजना के दूसर चरण के लोकार्पण के अवसर मिले हे। उमन कहिन ये परियोजना अगल साल मार्च तक पूरा कर ले जाही अऊ छत्तीसगढ़ के बांचे चार हजार १०४ ग्राम पंचायत एखर ले जुड़ जाही। अब तक ए परियोजना म भारत संचार निगम लिमिटेड कोति ले राज्य के छै हजार ग्राम पंचायत मन ल जोड़े जा चुके हे।देश भर म २२ हजार हाट विकसित करे जाहीप्रधानमंत्री ह केन्द्र सरकार के वनधन योजना के उल्लेख करत जनता ल बताइन दू महीना पहिली १४ अपरेल के दिन अम्बेडकर जयंती के दिन मै ह छत्तीसगढ़ के धरती ले ही वनधन योजना के शुरूआत करे रहेंव। जंगल के उत्पाद मन के सही दाम हमार वनवासी भाई-बहिनी मन ल मिलय, ये ए योजना के उद्देश्य हे। देशभर म २२ हजार ग्रामीण हाट विकसित करे जाही। शुरूआती दौर म पांच हजार हाट विकसित करे के दिशा म काम शुरू हो गए हे। श्री मोदी ह बताइस कि गांव के पांच-छह किलोमीटर के दायरा म ही हमार वनवासी ग्रामीण भाई-बहिनी ल मंडी जइसे सुविधा देहे के प्रयास सरकार करत हे। अब किसान अपन खेत म उगाएं बांस ल घलोक आसानी ले बेच सकत हें। श्री मोदी ह आमसभा म केन्द्र अऊ राज्य सभा के कई ठन योजना मन के तहत कई हितग्राही मन ल सामान अऊ चेक आदि के वितरण करिन। उमन आमसभा म कहिन हमर योजना मन गरीब अऊ वंचित मन के सशक्तिकरण बर हे।मुहाचाही: मुख्यमंत्री के अध्यक्षता म जशपुर-रायगढ़ जिला मन के संयुक्त समीक्षा बैठकश्रमवीर मन के नगरी म कर्मवीर प्रधानमंत्री के स्वागत: डॉ. रमन सिंहमुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ह आमसभा म प्रधानमंत्री श्री मोदी के स्वागत करत कहिन प्रदेशवासी मन ह आज श्रमवीर मन के नगरी भिलाई म कर्मवीर प्रधानमंत्री के आत्मीय अऊ अभूतपूर्व स्वागत अऊ अभिनंदन करे हे। फौलाद बनइया भिलाई इस्पात संयंत्र म फौलादी इरादा वाले प्रधानमंत्री के स्वागत होए हे। डॉ. रमन सिंह ह कहिन जऊन प्रकार से भिलाई इस्पात संयंत्र के धमन भट्ठी छै दशक म कभू बंद नइ होइस, वइसनहे पाछू चार साल म हमार प्रधानमंत्री ह कभू नइ थिरावइस। मुख्यमंत्री ह भिलाई नगर म आई.आई.टी. के शिलान्यास बर श्री मोदी के आभार व्यक्त करत कहिन के मैं साल २००३ ले २०१३ तक भिलाई म आई.आई.टी. स्थापना बर लगातार प्रयास करेंव। श्री मोदी ह प्रधानमंत्री बने के बाद सिरिफ पांच मिनट म एखर मंजूरी दे दीन। मुख्यमंत्री ह कहिन प्रधानमंत्री श्री मोदी ह छत्तीसगढ़ ल बहुत अकन सौगात देहे हें। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य म छै लाख ४० हजार गरीब परिवार मन ल पक्का मकान देवाए के लक्ष्य हे। प्रधानमंत्री ह साल २०२२ तक किसान मन के आमदनी दुगुना करे के लक्ष्य लेके कई योजना देहे हें। श्री मोदी ह आयुष्मान भारत योजना के शुरूआत करे हें, जऊन देश के गरीब मन ल गंभीर बीमारी मन म पांच लाख रूपिया तक इलाज के सहायता देवइया दुनिया के सबले बड़े स्वास्थ्य बीमा योजना हे।प्रधानमंत्री के हाथ भिलाई संयंत्र के विस्तारित स्वरूप राष्ट्र ल समर्पितमुख्यमंत्री ह कहिन श्री मोदी ह छत्तीसगढ़ ल राष्ट्रीय राजमार्ग मन बर 3५० करोड़ रूपिया के सहायता देहे हें। उज्ज्वला योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 3६ लाख गरीब परिवार मन ल रसोई गैस कनेक्शन दीए जात हे। श्री मोदी गरीब अऊ किसान मन के मसीहा के रूप म उभरे हें। मुख्यमंत्री ह कहिन -आज प्रधानमंत्री के हाथ भिलाई इस्पात संयंत्र के विस्तारित स्वरूप राष्ट्र ल समर्पित होय हे, जगदलपुर बर ४० करोड़ रूपिया के लागत ले निर्मित हवाई अड्डा के लोकार्पण होय हे अऊ उड़ान योजना के तहत राज्य के पहली घरेलू विमान सेवा के शुरूआत हो गए हे। मुख्यमंत्री ह कहिन भिलाई नगर उच्च शिक्षा अऊ तकनीकी शिक्षा के केन्द्र हे। राज्य सरकार ह इहां तकनीकी विश्वविद्यालय अऊ पशु चिकित्सा बर कामधेनु विश्वविद्यालय के घलोक स्थापना करे हे।श्री मोदी देश के आशा के चिनहा: केन्द्रीय इस्पात मंत्री ह कहिनकेन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ह आमसभा म अपन मंत्रालय अऊ भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारी मन, कर्मचारी मन अऊ श्रमिक मन के तरफ ले प्रधानमंत्री श्री मोदी के आत्मीय स्वागत करिन। श्री वीरेन्द्र सिंह ह श्री मोदी ल देश के आशा के चिनहा बताइस। उमन कहिन श्री मोदी के नेतृत्व म केन्द्र सरकार ह पाछू चार साल म देश के इस्पात उद्योग ल कई समस्या मन ले मुक्ति देवाए हें। आज देश के इस्पात उद्योग एक नवा शक्ति के रूप म उभरे हे। भारत ह १३4 प्रतिशत इस्पात के निर्यात कर कीर्तिमान बनाय हे।छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा अऊ तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ह अपन भाषण म छोटे भारत के धरती भिलाई म प्रधानमंत्री के स्वागत करत आई.आई.टी. के स्थापना बर ऊंखर प्रति आभार प्रकट करिन।अटल विकास यात्रा जशपुर डॉ. रमन सिंहविकास के नवा-नवा कीर्तिमान स्थापित करत हे जशपुर जिला- डॉ. रमन सिंहमुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ह कहिन हे कि जशपुर जिला विकास के नवा-नवा कीर्तिमान स्थापित करत हे, जेमां बगीचा क्षेत्र के घलोक महत्वपूर्ण योगदान रहे हे। डॉ.सिंह ह ये विचार आज इहां जनपद पंचायत मुख्यालय बगीचा खेल मैदान म आयोजित अटल विकास यात्रा म व्यक्त करिन। मुख्यमंत्री ह ए अवसर म करीबन १३8 करोड़ २३ लाख []मंत्रिपरिषद के बैठक : अनिवार्य सेवानिवृति के मामला मन म समिति के गठन के निरनयरायपुर 2७ अप्रैल २०१८। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अध्यक्षता म आज इहां मंत्रालय म आयोजित मंत्रिपरिषद के बैठक म अनिवार्य सेवानिवृति के मामला मन म शासकीय सेवक मन के अभ्यावेदन मन उपर विचार करे बर समिति मन के गठन के निर्णय ले गीस। शासकीय सेवक मन बर ५० साल के आयु या २० साल []
इस शुभ मुहर्त में ही करें रावण दहण तभी दूर होगा क्रोध और बुराई - इंखबरबुराई पर अच्छी की जीत का प्रतीक है रावण दहण कर के मनाते है. विजयदशमीपर्व पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के साथ लंका दहन किया जाता है. इस बार दशहरा मंगलवार, ११ अक्टूबर २०१६ को मनाया जाएगा. इस दिन दशमी तिथि सूर्योदय से लेकर रात्रि १० बजकर २९ मिनट तक है. रात्रि ८.०० बजे तक श्रवण नक्षत्र भी है.यू मस्त क्नो दशहरा २०१६ रवण दहन शुभ मुऊरत तिमिंग्सदशहरा भारत में प्रसिद्ध त्योहार है, जो शारदीय नवरात्रि के ९ दिन बाद १० वें दिन मनाया जाता है. दशहरा पर्व विजयादशमी के नाम से भी मनाया जाता है. यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का है. भगवान राम की दशानन रावण पर विजय के उपलक्ष्य में दशहरे का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है.संस्कृत भाषा में दशहरा का अर्थ है कि १० बुराइयों को दूर करें, जबकि विजयादशमी का अर्थ विजया(विजय) दशमी (१०दिन) है. इस दिन शस्त्र पूजा की जाती है. दशहरे को अहंकार, काम क्रोध और बुराइयों को दूर कर शांति और अच्छे व्यवहार को अपनाने का संकल्प दिवस भी मान सकते हैं.१२.११ से १३.३४ तक लाभ का चौघड़िया,१३.३४ से १४.५७ तक अमृत का चौघड़िया
उत्तराखंड पंचायत चुनाव: हजारों प्रत्याशियों की दावेदारी अधर में - पंचायत खबरइन: न्यूज, स्टेट न्यूज, उप/उत्तराखंड, खबर राज्यों से, यूपी/उत्तराखंडहरिद्वार: उत्तराखंड में उहापोह के बीच पंचायत चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन इसके साथ ही शुरू हो गया है घमासान। एक तरफ सरकार पर पंचायत चुनाव को शांतीपूर्ण तरीके से कराने की चुनौती है, वहीं दावेदारों के बीच प्रक्रिया को लेकर खींचतान। इस बीच उच्च न्यायालय ने यह साफ कह दिया है कि आगामी चार माह में पंचायत चुनाव कराना होगा। हालाकि सरकार के सामने १२ जिलों में ६७ हजार पदों के चुनाव से जुड़ी व्यवस्था करने की चुनौती है जो बहुत आसान नहीं है। इस बीच शासन ने आरक्षण की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। जिलाधिकारियों को इस संबंध में कार्रवाई के लिए चिट्ठी भेज दी गई है। दो बच्चों की शर्त और शैक्षिक योग्यता की व्यवस्था लागू होने के बाद बहुत सारे लोग चुनाव नहीं लड़ पायेंगे।आरक्षण की प्रक्रिया हुई शुरूपंचायतीराज विभाग में प्रभारी सचिव डॉ.रंजीत कुमार सिन्हा के मुताबिक सभी जिलाधिकारियों को आरक्षण की प्रक्रिया तय करने के लिए पत्र भेजा गया है। इसका मतलब यह हुआ कि प्रदेश सरकार की तरफ से १२ जिलों के करीब ६७ हजार पदों के लिए आरक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शासन स्तर पर जिला पंचायत के अध्यक्षों का आरक्षण तय किया जाएगा, जबकि क्षेत्र और ग्राम पंचायतों का आरक्षण जिले स्तर पर तय होगा। लेकिन पंचायतीराज संशोधन एक्ट २०१९ के अनुसार निर्वाचन में आरक्षण को लेकर अब नई नियमावली फिलहाल नहीं बनाई जा रही है। शासन ने अब पुरानी नियमावली के आधार पर ही इस दिशा में कार्रवाई का निर्णय लिया है।आरक्षण और शैक्षणिक योग्यता से कई दावेदार पस्तआगामी पंचायत चुनाव में दो बच्चों की शर्त को लागू करते हुए ३०० दिन के ग्रेस पीरियड को खत्म कर दिया गया है। इससे एक झटके में हजारों लोगों की दावेदारी मुश्किल है। इसके साथ शैक्षिक योग्यता को लेकर किया गया निर्धारण भी कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।हजारों पुराने प्रत्याशी नहीं लड़ पायेंगे चुनावसन् २०१४ में हुए पंचायत चुनाव में भाग लेने वाले १५३३८ प्रत्याशी इस बार चुनाव नहीं लड़ पायेंगे क्योंकि इन प्रत्याशियों ने पिछले वर्ष के चुनाव का विवरण नहीं दिया है। हालांकि हाईकोर्ट से चुनाव कार्यक्रम पर मुहर लग जाने के बाद पंचायती विभाग और राज्य विभाग की तैयारियां तेज हो गई है। नियम के अनुसार चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को एक महीने के अंदर चुनावी खर्च का सारा विवरण रिर्टनिंग अधिकारी को देना पड़ता है। आयोग के नोटिस जारी होने पर भी इनमें से अधिकांश ने खर्च का विवरण नहीं दिया। ऐसे में आयोग ने ऐसे कुल १५३३८ प्रत्याशियों पर ६ वर्ष के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी। और साथ ही साथ जिला निर्वाचन अधकारी कार्यलयों को संबधित लिस्ट भी उपलब्ध करा दी है,ताकि उनमें से कोई भी चुनाव न लड़ सके। २० सिंतबर तक आरक्षण प्रकिया पूर्ण होगी। अर्थात अक्टूबर के अंत तक ग्राम प्रधान,क्षेत्र सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। दूसरे चरण में ३० नवंबर तक क्षेत्र पंचायत प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव होने भी है। नैनीताल हाईकोर्ट ने राज्य निर्वाचन आयोग को हरिद्वार में भी चुनाव सही समय पर हालांकि २०२० दिसंबर तक कराने को कहा है।बीडीसी,जिला पंचायतो में बैठेंगे प्रशासकपंचायतीराज विभाग नें ९ अगस्त को क्षेत्र पंचायत एवं १२ अगस्त को जिला पंचायत की कार्यकाल समाप्त होते ही दोनों जगहों पर प्रशासकों की नियुक्ति के आदेश जारी किए है। पंचायती राज सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने जिला पंचायतीराज अधिकारियों को चुनाव के लिए जरूरी आदेश निर्गत कर दिया है। उधर राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को जरूरत के अनुसार नामांकन पत्रों की छपाई करने के आदेश जारी कर दिए है।टैग्स:हाई कोर्टनरेन्द्र सिंह तोमर्पणचायत चुनाओ उत्तराखण्ड्पंचायती राजत्रिवेंद्र सिंह रवतप्रेवियस : बंद होठों की चीत्कार धुमकुड़ियानेक्स्ट : पंचायती राज व्यवस्था की बेहतरी की दिशा में आगे बढ़ता हरियाणा, बदली है गांव की सूरत
लाटेस्ट कोटा न्यूज ०१/०२/२०१8: हिन्दी न्यूज: एमबीएस में स्ट्रोक यूनिट की ऑक्सीजन लाइन चोरी, रात भर सिलेंडरों के सहारे रहे ३ मरीजहिन्दी न्यूज राजस्थान कोटा एमबीएस में स्ट्रोक यूनिट की ऑक्सीजन लाइन चोरी, रात भर सिलेंडरों के सहारे रहे ३ मरीजएमबीएस में स्ट्रोक यूनिट की ऑक्सीजन लाइन चोरी, रात भर सिलेंडरों के सहारे रहे ३ मरीजएमबीएस की स्ट्रोक यूनिट (न्यूरो आईसीयू) में मंगलवार शाम बड़ा हादसा होते-होते रह गया। चोर इस यूनिट की ऑक्सीजन लाइन...एमबीएस की स्ट्रोक यूनिट (न्यूरो आईसीयू) में मंगलवार शाम बड़ा हादसा होते-होते रह गया। चोर इस यूनिट की ऑक्सीजन लाइन ही काटकर ले गए। सप्लाई बंद हुई तो पलभर में ही मरीज असहज हो गए। हालांकि समय पर पता लग जाने और रिजर्व में ऑक्सीजन सिलेंडर रखे होने से मरीजों को तत्काल सिलेंडरों पर शिफ्ट कर दिया गया।अस्पताल में ऑक्सीजन लाइन चोरी का यह पहला मामला सामने आया है। अस्पताल प्रशासन इस मामले में स्मैकचियों पर शक जता रहा है। करीब २४ घंटे बाद बुधवार शाम यह लाइन ठीक होने के बाद ऑक्सीजन की आपूर्ति सामान्य हो सकी। इस अवधि में मरीजों को सिलेंडरों से ही ऑक्सीजन दी गई। इस वार्ड में न्यूरो के गंभीर मरीज एडमिट होते हैं। घटना के वक्त एक मरीज वेंटीलेटर पर था और दो मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही थी।मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर लगाते कर्मी।आंखों देखी: रिजर्व सिलेंडर से चलाया कामघटना के वक्त इस आईसीयू में नर्स कमलेश मीणा व बनवारी सुमन मौजूद थे। इन दोनों ने ही गंभीर मरीजों की जान बचाई। भास्कर ने इन्हीं से पूरा घटनाक्रम जाना, उन्हीं के शब्दों में सुनिए- जैसे ही लाइन काटी तो बाहर बैठे तीमारदारों को आवाज आई। उन्होंने किसी को लाइन काटकर भागते भी देखा। इसके बाद आईसीयू में अंदर आकर ऑक्सीजन मीटर देखे और बिना कोई समय गंवाए सबसे पहले यहां रिजर्व में रखे चारों सिलेंडर निकलवाए। उस वक्त तीन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत थी, तीनों को सिलेंडर पर शिफ्ट किया और फिर उच्चाधिकारियों को सूचना दी। हमने ४ एक्स्ट्रा सिलेंडर मंगवाकर रख लिए। २० मिनट बाद प्लांट से भी बड़े सिलेंडर आ गए।यह मामला गंभीर इसलिए...यहां से काटी ऑक्सीजन लाइनसुरक्षा व्यवस्था पर २ बड़े सवालयूं तो यह बमुश्किल १५-२० हजार रुपए का कॉपर चोरी होने की घटना है, लेकिन यह इसलिए बड़ी है, क्योंकि इससे कई जिंदगियां जुड़ी हुई थी। यदि यही घटना देर रात होती और समय पर पता नहीं लगता तो शायद लोगों की जान पर बन आती। रिजर्व में सिलेंडर रखे होते हैं, लेकिन ये छोटे सिलेंडर भी ज्यादा समय तक नहीं चल पाते। अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट अधीक्षक कार्यालय की तरफ है, जहां से सभी आईसीयू व अन्य संवेदनशील वार्डों को ऑक्सीजन की सप्लाई होती है।१ अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। वार्डों से मोबाइल चोरी व आउटडोर में जेबतराशी की वारदातें रोजाना होती हैं। सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी पुख्ता नहीं है, जबकि खुद कलेक्टर निर्देश दे चुके कि हर वार्ड में सीसीटीवी होना चाहिए।२ अस्पताल के भीतर घुसे चोर आसानी से लाइन काटकर ले गए और किसी को भनक तक नहीं लगी। जबकि अस्पताल में प्रोटेक्शन फाेर्स के नाम पर अलग से १0 बॉर्डर होमगार्ड के जवान तैनात हैं, जो पुलिस के अधीन काम करते हैं।
हिन्दी - पाग ४६७ - हिन्दी - न्यूज हेडलींस | ब्रेकिंग न्यूज हेडलींस |करेंट अफयर न्यूज कप्सूल | न्यूज़ कैप्सूलराष्ट्रपति निलयम पहली बार आम जनता के लिए खुलाहैदराबाद के बोलारम में स्थित राष्ट्रपति निलयम (राष्ट्रपति भवन) पहली बार आम जनता के लिए खोला गया. आम जनता के दर्शनार्थ इस भवन को १ जनवरी २०११ से १0 जनवरी २०११ तक खुला रहना है.एक महात्मा का अभ्युदयएक महात्मा का अभ्युदय: देवेन्द्र कुमार (अनुवादक)दिल्ली के प्रगति मैदान पर आयोजित १6वें पुस्तक मेले में एक महात्मा का अभ्युदय नामक पुस्तक का विमोचन २९ दिसंबर २०१0 को किया गया. मूल रूप से अंग्रेजी भाषा मेंमिखाइल मिएस्निकोविच बेलारूस के नए प्रधानमंत्रीमिखाइल मिएस्निकोविच बेलारूस के नए प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए. बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लूकाशेन्को ने मिखाइल मिएस्निकोविच को २८ दिसंबर २०१0 को प्रधानमंत्री नियुक्त किया.वेनेजुएला के पूर्व राष्ट्रपति कार्लोस एंड्रेस पेरेज का निधनवेनेजुएला के पूर्व राष्ट्रपति कार्लोस एंड्रेस पेरेज का २६ दिसंबर २०१0 को मियामी में निधन हो गया. वह ८८ वर्ष के थे. पेरेज प्रथम कार्यकाल में १974 से १979 तक तथा दूसरे कार्यकाल में १989 से १993 तक वेनेजुएला के राष्ट्रपति थे. उनके पहले कार्यकाल के दौरान तेल राजस्व में अचानक वृद्धि की वजह से वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था में परिवर्तन आया.इसके कारण दंगे हुए,जिसे कराकाजो का दंगा कहा गया. कार्लोस एंड्रेस पेरेजकमाल खान सारेगामापा सिंगिंग सुपरस्टार २०१0 के विजेता बनेपंजाब के पटियाला निवासी कमाल खान ने जीटीवी के रियलिटी शो सारेगामापा सिंगिंग सुपरस्टार २०१0 का खिताब जीत लिया. कमाल खान ने २५ दिसंबर २०१0 को मुंबई में आयोजित फाइनल शो में कोलकाता के विशाख ज्योति और मुंबई के अभिलाषा चेलम को पराजित किया. विजेता का निर्णय जनता के मतों के आधार पर हुआ. पुरस्कार में इन्हें एक कार एक बाइक एवं जीटीवी के साथ एक करार प्राप्त हुआ.भारत और चीन के सहयोग से बनने वाली फिल्म गोल्ड स्ट्रकगोल्ड स्ट्रक भारत और चीन के आपसी सहयोग से बनने वाली फिल्म का नाम है. इस फिल्म के निर्माण का उद्देश्य दोनों देशों के लोगों के मन में बसे पूर्वाग्रहों को मिटाना है. गोल्ड स्ट्रक के निर्माण में चीन की सरकारी फिल्म निर्माण कंपनी भी सहयोग कर रही है. इस फिल्म में एक भारतीय आईटी इंजीनियर और चीनी कैमिस्ट कीद कांग्रेस एंड द मेकिंग ऑफ द इंडियन नेशन: प्रणव मुखर्जी कांग्रेस पार्टी ने अपनी स्थापना के १२५ वर्ष पूरे होने पर अंग्रेजी में द कांग्रेस एंड द मेकिंग ऑफ द इंडियन नेशन और हिन्दी में कांग्रेस और भारत का निर्माण नामक पुस्तक जारी की. दोसुजीत बनर्जी समितिकेंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा पूर्व पर्यटन सचिव सुजीत बनर्जी की अध्यक्षता में एक सात सदस्यीय समिति का गठन २९ दिसंबर २०१0 को किया गया. इसका उद्देश्य वन एवं वन्य जीव पर्यावरण अनुकूल पर्यटन के संबंध में नियम और शर्तों को अंतिम रूप देना है. इस समिति का कार्य वन संरक्षण कानून, वन्य जीव संरक्षण और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा दिये गयेचीन की पहली निजी पत्रिका पार्टी का प्रकाशन बंदचीन की पहली निजी पत्रिका पार्टी का प्रकाशन दिसंबर २०१0 से बंद कर दिया गया. इसका कारण पत्रिका के हर पृष्ठ के प्रकाशन के लिए प्रशासन से मंजूरी लेना जरूरी होने के कारण आई दिक्कतें थीं. इसके प्रकाशक हान हान थे. पार्टी पत्रिका के प्रकाशन का उद्देश्य चीन में अत्यधिक नियंत्रण वालेमेकर ऑफ माडर्न इंडियामेकर ऑफ माडर्न इंडिया : रामचंद्र गुहा पांच खंडों में विभक्त एवं रामचंद्र गुहा द्वारा लिखित मेकर ऑफ माडर्न इंडिया नामक पुस्तक में आधुनिक भारत को बनाने वालों में से १9 लोगों को चयनित कर उनके योगदान का वर्णन किया गया है. इतिहास पर आधारित रामचंद्र गुहा की पुस्तक इंडिया ऑफ्टर गांधी को इकोनॉमिस्ट सहित विश्व कीमोहन दास (हिंदी कहानी संग्रह): उदय प्रकाश हिंदी भाषा के कवि-कथाकार उदय प्रकाश द्वारा लिखित हिंदी कहानी संग्रह मोहन दास का चयन वर्ष २०१0 के हिंदी साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए किया गया. यह पुरस्कार दूसरी बार किसी हिंदी कहानी संग्रह को दिया गया. इसके पहले हिंदी साहित्य अकादमी पुरस्कारअमिताभ बच्चन दशक के नायक घोषितबालीवुड के अभिनेता अमिताभ बच्चन को दशक के नायक और अभिनेत्री ऐश्वर्याराय को दशक की नायिका का पुरस्कार दिया गया. यह पुरस्कार बिग एफएम रेडियो स्टेशन और स्टार टीवी२४ दिसंबर: राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस वर्ष २०१0 के राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस का थीम उपभोक्ता का उत्तरदायित्व है.राव इंद्रजीत सिंह समितिलोकसभा सदस्य राव इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता वाली समिति ने पेड न्यूज से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जांच का फैसला किया. यह सूचना प्रौद्योगिकी से संबद्ध संसद कीभारतीय रेलवे ने सभी यात्री गाड़ियों के नम्बर पांच अंकों के किएभारतीय रेलवे ने सभी यात्री गाड़ियों के नम्बरों की संख्या २० दिसंबर २०१0 से पांच अंकों की कर दी. इसका उद्देश्य संख्या प्रणाली को अधिक वैज्ञानिक, तर्कसंगत और एकसमान तथा कम्प्यूटर के अनुकूल बनाना है. इस प्रणाली से इनकी मॉनिटरिंग करने में भी सुविधा होगी. नई व्यवस्था के तहत सभी प्रेव 464465466४६७468469 नेक्स्ट
सड़क गड़ढो में तबदील यात्री परेशान | विचारपरक हिंदी दैनिकसड़क गड़ढो में तबदील यात्री परेशानसिद्धार्थनगर १० मार्च, भवानीगंज-बढ़नीचाफा वाया शादीजोत सड़क की गिट्टियां उखड़ जाने से जगह-जगह गढ्डा बन गया है। इससे आवागमन में दिक्कत आ रही है। ग्रामीणो ने कई बार मरम्मत के लिए आवाज उठाई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। पांच किमी लम्बी सड़क में इतने गड्ढे है कि राहगीरो के लिए राह चलना मुश्किल है। आए दिन लोग गिर कर चोटिल हो रहे है।अशफाक अहमद, सोनू वर्मा, वसीम , अजय अग्रहरि, रामू गुप्ता, विजय यादव, सलीम सिद्दकी , अहमद हहन, मोती लाल, मनोज कसौधन आदि का कहना है कि मुख्य मार्ग होने से लोगो का इसी रास्ते आना-जाना होता है। डीएम व पीडब्लूडी से कई बार लिखित शिकायत की गई लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नही दिया। ग्रामीण का कहना है कि अगर जल्द सड़के मरम्मत नही की गई तो वह लोग तहसील दिवस में धरना देंगे।प्रेवियस : विधायक ने कराया हिन्दु नववर्ष महोत्वस का भूमि पूजन
नागपुर सेंट्रल जेल में बंद २००३ मुंबई धमाके के दोषी मोहम्मद सईद की मौत न्यूज इन हिन्दीनागपुर सेंट्रल जेल में बंद २००३ मुंबई धमाके के दोषी मोहम्मद सईद की मौतप्रेषित समय :१०:३३:५१ आम / मों, फेब ११त, २०१९नई दिल्ली. २००३ में हुए मुंबई सीरियल बम धमाकों के आरोपी मोहम्मद हनीफ सैयद की अस्पताल में मौत हो गई. इस हमले के आरोप में हनीफ सईद को मौत की सजा सुनाई गई थी.हनीफ सैयद नागपुर की सेंट्रल जेल में बंद था. जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक रानी भोसले ने बताया कि सैयद की शनिवार शाम को अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उसे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डेढ़ घंटे बाद उसकी मौत हो गई. भोसले ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वास्तविक वजह का पता चल सकेगा. उसके रिश्तेदारों की मौजूदगी में सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा. हालांकि आशंका जताई जा रही है कि दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई.बता दें कि २३ अगस्त, २००३ को गेटवे ऑफ इंडिया और झावेरी बाजार में दो बम धमाके हुए थे. इन धमाकों में ५२ लोग मारे गए थे और २४४ घायल हुए थे. मामले में सैयद, उसकी पत्नी फहमीदा और अशरत अंसारी को पोटा कोर्ट ने २००९ में दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई थी.
इस गेमी ऑफ थ्रोनस एक्ट्रेस सहरा आ एस्कोर्ट एंड पोर्नस्टर- इनेक्स्ट लाइव इस गेमी ऑफ थ्रोनस एक्ट्रेस आ एस्कोर्ट एंड पोर्नस्टरगेम ऑफ थ्रोन्स की सईदा बोराजी ने कहा अदुल्ट एक्ट्रेस हूं प्रोस्टिट्यूट नहीं मीडिया से नाराज२०१६-०६-१४त११:४८:०८ज़असली नाम नहीं है सहाराखबरों के मुताबिक ४१ साल की सहारा नाइट का असली नाम सईदा बोराजी है। वे भारतीय मूल की पोर्न स्टार हैं। चर्चित सिटकॉम शो 'गेम ऑफ थ्रोंस' के दो सीजन में काम कर चुकी सहारा ने इसमें एक वेश्या की भूमिका निभाई और शो के एक कंट्रोवर्शियल लेस्बियन सेक्स सीन में भी वो शामिल थीं। अब खबर है कि वास्तिविक जीवन में भी वो हाई प्राइज्ड प्रास्टीट्यूट हैं। वैसे सहारा नाइट को कुछ पोर्न साइटों पर 'इंडियन पोर्न स्टार' तो कुछ पर 'ब्रिटिश इंडियन पोर्न स्टार' बताया जाता है।नहीं हूं प्रास्टीट्यूटहालाकि सहारा खुद को केंट और लंदन बेस्ड इंडियन इंडिपेंडेंट एस्कॉर्ट बताती हैं। वे खुद को प्रास्टीट्यूट मानने से इंकार करती हैं पर एक अंग्रेजी अखबार के इंवेस्टिगेशन में दावा किया गया है कि पैसे लेकर ओरल सेक्स, टो शकिंग, सेक्सी चैट, टॉपलैस और न्यूड सेवाएं देने के लिए उपलब्ध रहती हैं। वहीं सहारा का कहना है कि वे कुश्ती में 'ब्लूबेल्ट' हैं, इसलिए रेसलिंग भी करती हैं। खुद को प्रास्टीट्यूट बताने के लिए वो मीडिया से काफी नाराज हैं और ट्वीट कर इन खबरों को बकवास बताया है।भारत से लंदन गया था सहारा का परिवारइस अखबार में बताया गया है कि १९६० में सहारा का परिवार भारत से लंदन शिफ्ट हुआ था। उनका परिवार एक परंपरागत मुस्लिम परिवार था पर सहारा ने आर्थोडेक्स परंपराओं को मानने से इंकार कर दिया और उन्होंने घर छोड़ कर एडल्ट फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया।पैसों के लिए वेश्यावृत्तिअंग्रेजी अखबार ने दावा किया कि सहारा पैसों के बदले सेक्स के लिए होटलों और दूसरे बुलाये गए स्थानों पर जाती हैं। उनकी सबसे सस्ती सेक्स सर्विस की कीमत ४० पॉण्ड बताई गयी है। और सबसे महंगी ९०० पॉण्ड की। उन्होंने अखबार के इन्वेस्टिगेटिव जनर्लिस्ट से भी सेक्स के लिए पैसों की मांग की।गेम ऑफ थ्रोन्स से बढ़ी कीमतरिर्पोटर का कहना है कि सहारा ने उनको अलग श्रेणियों में अपने रेट बताते हुए कहा कि यही काम दूसरी लउ़कियां कम दामों में भी कर देती हें पर गेम ऑफ थ्रोंस की वजह से मिली पहचान के चलते उनकी कीमत बढ़ गयी है। हालाकि सड़क चलते लोग उन्हें बिना मेकअप के नहीं पहचान पाते पर इससे क्लाइंट तय करने में मदद मिलती है।टैग्स:हॉलीवुड न्यूज, हॉलीवुड गोस्सिप्स, हॉलीवुड एक्ट्रेएस, त्व एक्ट्रेएस, सहरा कनिट, सईदा वोरजी, पोर्न स्टार, गेमी ऑफ थ्रोनस, इंडिपेंडेंट एस्कोर्ट,अमेरिका में रिलीज से पहले भारत के थियेटरों दिखाई जायेगी ब्लैक विडो
गुरुग्राम/बाड़मेर, १७ अप्रैल २०१८, अपडेटेड १२:४९ इस्टदिल्ली से सटे गुरुग्राम में उस समय सनसनी फैल गई, जब अरावली की पहाड़ी से दो महिलाओं सहित तीन शव संदिग्ध अवस्था में मिले. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की तफ्तीश में जुट गई है.पुलिस ने बताया कि मृतकों में दो महिलाएं और एक पुरुष है. अब तक यह नहीं पता चल सका है कि उनकी हत्या की गई है या किसी जंगली जानवर ने उन्हें मार डाला. पुलिस ने बताया कि तीनों मृतकों की पहचान कर ली गई है. तीनों गुरुग्राम के घमड़ोज गांव के रहने वाले हैं.स्थानीय लोगों ने बताया कि तीनों सोमवार को दोपहर के करीब अरावली की पहाड़ियों पर जंगल में लकड़ियां चुनने के लिए गए हुए थे. साथ ही पुलिस ने बताया कि मृतकों के शवों पर जख्म के ढेरों निशान मिले हैं. फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनकी हत्या की गई या जंगली जानवर के हमले में उनकी मौत हुई.गांव में पेड़ से लटके मिले ३ नाबालिगों के शवइस बीच राजस्थान के बाड़मेर से भी इसी तरह की दहला देने वाली खबर आई है. बाड़मेर के स्वरूप का थला गांव में एक पेड़ से तीन नाबालिगों के शव लटकते मिले. मृतकों में दो बच्चियां और एक नाबालिग लड़का है. पुलिस ने रेप और हत्या के आरोपों से इनकार किया है, लेकिन गांव वाले पुलिस की थ्योरी पर विश्वास नहीं कर रहे.बच्चियों के परिजनों का जहां आरोप है कि उनकी रेप के बाद हत्या की गई है, वहीं लड़के के परिजनों का कहना है कि उसने आत्महत्या कर ली है. हालांकि लड़के के परिजनों को नहीं पता कि उसने यह कदम क्यों उठाया.पुलिस ने बताया कि बीते गुरुवार को गांव में एक खेजड़ी के पेड़ से तीन नाबालिगों के शव लटके मिले. मृतकों में १२ और 1३ साल की दो बच्चियां हैं, जो दलित समुदाय से हैं. जबकि १७ साल का लड़का अल्पसंख्यक समुदाय से है.पुलिस का कहना है यह आत्महत्या का मामला है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप या हत्या की बात सामने नहीं आई है. अब पुलिस आत्महत्या की वजह की जांच कर रही है. मृत पाई गई एक बच्ची के पिता ने बताया कि एक साल पहले उन्होंने एक लड़के के खिलाफ गांव में पंचायत बुलाई थी, क्योंकि वह लड़का अक्सर उनके घर के चक्कर काटता रहता था.प्रेव कठुआ केस: इस्तीफा देने वाले लाल सिंह क्बी जांच के लिए निकालेंगे मार्चनेक्स्ट स्मृति ईरानी का पीछा करने वाले दू के ४ छात्रों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
७ प्रकार के अधिकारी हर महिला के पास होने चाहिएवसंत / गर्मी २०१८इन ७ स्टेपल के बिना कोई अधोवस्त्र संग्रह पूरा नहीं हुआ हैअधोवस्त्र की एक बड़ी संख्या में रुझान आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन जीवन के लिए अधिकारी हैं, जो विडंबनापूर्ण है, जैसा कि वे देख रहे हैं अंडरवियर शैली है कि लगातार अनदेखी है।ब्रा ज्यादातर ध्यान आकर्षित करती है, क्योंकि वे एक तरह से स्टाइल कर सकते हैं जो उन्हें आपके आउटफिट से अभिन्न रूप से जोड़ते हैं, जो एक अनबटन ब्लाउज के नीचे के फीते के साथ होता है, या एक चून कार्डिगन के नीचे एक गहना-टोन साटन का पट्टा होता है। हालांकि, जैसा कि अधिकारी हैं, अधिकांश भाग के लिए, कवर किए जाने वाले (सरासर और नैड के कपड़े एक तरफ), वे और रस्को; सभी को अक्सर भूल जाते हैं। यह देखकर बहुत शर्म की बात है कि वहाँ से बाहर होने के लिए बहुत सारे सुंदर विवरण हैं।अब, हालांकि, ब्रांड हनी पैनी और लव स्टोरीज़ का इरादा रखते हैं, स्पॉटलाइट्स में नेक्स बेक कर रहे हैं, आपके छोटे के लिए शॉपिंग करना पहले से कहीं अधिक स्टाइलिश प्रयास है। लेकिन क्या अब आप अपने बायनी से अपने ब्राजील? अपने छोटे से अपने फ्रेंच? प्रत्येक महिला को अपने अधोवस्त्र दराज और नर्किप में अधिकारियों के प्रकार देखने और खरीदारी करने के लिए ईप स्क्रॉल करना चाहिए;महिलाओं के लिए सबसे अच्छा फिटिंग जींसउच्च कमरअधिकारियों ने पूर्ण कथनों की तुलना में अधिक क्लासिक नहीं आने दिया। ब्रिजेट जोन्स ने इस अंडरवियर के साथ ४० के दशक की उच्च कमर के साथ अपने बेज रंग के साथ एक अन्याय किया। एक शांत प्रिंट या लक्ज़े कपड़े की सुविधा वाली शैलियों के लिए लू और आप यह देखेंगे कि वे कितनी ग्लैमरस हो सकती हैं। अधिकतम कवरेज के लिए शॉर्ट शर्ट और ड्रेस के साथ पहनें।द लिटिल होल एनस्तासिया मेटालिक स्विस-डॉट ट्यूल ब्रीफ्स (५०)लोग साशा तेंदुए प्रिंट उच्च कमर कच्छा (२०)अन्य कहानियाँ फूल फीता उच्च कमर कच्छा (२३)इन ओल्ड लॉन्जरी ट्रेंड्स को पहनकर कोई भी अब नहीं पढ़ताएक बायिनी और एक पेटी के बीच एक क्रॉस, ब्राजील के अधिकारियों (हिप्स्टर्स के रूप में भी जाना जाता है) में आमतौर पर चौड़े पक्ष होते हैं जो कूल्हों पर कम बैठते हैं और इस तरह किसी भी घुमावदार अंडरवियर दराज के अभिन्न अंग को सूचित करते हैं।ग्रीन लेस ब्रीफ्स (१५)और / या नैन्सी फीता ब्राजील संक्षेप (१६)तोपशॉप चेरी प्रिंट ब्राजील के कच्छा (५)एनिमल-प्रिंट का ट्रेंड अब आपके अंडरवीयर ड्रॉअर पर आ गया हैमूर्ख मत बनो, किसी भी अन्य अंडरवियर शैली की तरह ही सेक्सी हो सकता है। बहुत झूठ पूरे कच्छा, दिलचस्प खत्म खोजने आंख है। क्या और अधिक है कि वे दोनों उच्च और निम्न-वृद्धि वाले कटों में आते हैं, उन्हें विभिन्न प्रकार के पतलून या स्कर्ट के तहत एक बहुमुखी विकल्प बनाते हैं।हैरो टच फीलिंग स्ट्रेच बॉय शॉर्ट्स (३०)आधुनिक दुर्लभ हेलेन फीता लघु कच्छा (१८)फ्री लोग कॉटन बॉय शॉर्ट्स (१०)यह है कि बड़े स्तन के लिए # १ ब्रैलेट कैसे खोजें अब पढ़ेंहाई लेग८० के दशक के सिल्हूट एक उत्तीर्ण स्विमवियर की प्रवृत्ति हो सकती है, लेकिन जहां तक अधोवस्त्र का संबंध है उच्च लेग अधिकारी कई महिला स्टेपल हैं। एक अर्ध-थिक बैंड की विशेषता जो कूल्हे की हड्डी के ठीक ऊपर बैठती है, ये सेब के शरीर के आकार के लिए आदर्श होते हैं, जो पैरों को सुव्यवस्थित करते हैं, लेकिन पेट के चारों ओर कुछ अतिरिक्त समर्थन की इच्छा कर सकते हैं।केल्विन लेइन अंडरवीयर हेरिटेज स्ट्रेच कॉटन हाई-लेग ब्रीफ्स (२०)मेरे लिए चिरायु लक्ज़े उच्च पैर कच्छा (१4)कॉसाबेला नेवर नेवर से इंडिया स्ट्रेच-लेस ब्रीफ्स (३०)अंडरवीयर मैं अपने सभी ए-सूची ग्राहकों को अब पढ़ने की सलाह देता हूंआँखों के नीचे जकड़नथोंग्स को अक्सर पसंद के किशोर अधोवस्त्र माना जाता है (जब आप अपने खुद के खरीद शुरू करने की अनुमति दी जाती है, और स्वाभाविक रूप से, आप सबसे मुश्किल से शैली के लिए चुनते हैं), लेकिन बड़े होने के लिए, वे कपड़े पहनने के लिए आदर्श हैं; वीपीएल की संभावना तेजी से समाप्त हो जाती है।एजेंट प्रोवोकेटर फर्न स्ट्रेच लेस थोंग (७५)लेस गर्ल्स लेस बॉयज़ मेश थोंग (2५)अदीना रेय फ्रेंक स्ट्रेच-ट्यूल थोंग (४०)कैप्सूल अंडरवीयर कलेक्शन आपको हर ग्रोन-अप लॉन्जरी ड्रॉअर में मिलेगाबीनी नेस्सर्स कूल्हों पर कम बैठते हैं और संकीर्ण (लेकिन फ्लॉस-झूठ नहीं) पक्ष होते हैं जो आपके कूल्हे की हड्डी के ठीक नीचे बैठते हैं, उन्हें कम-वृद्धि वाले पतलून या शर्ट के साथ पहनने के लिए आदर्श बनाते हैं। वे उत्कृष्ट चूतड़ कवरेज भी देते हैं।हनी पनी ब्लांचेफ्लूर बीनी ब्रीफ्स (५०)लव स्टोरीज लोलिता रफल्ड ब्रीफ्स (2५)सिमोन पेरेले रेट्रो नेवी जर्सी कच्छा (५०)५ अधोवस्त्र शैलियाँ सेक्स और शहर की लड़कियों को अब पढ़ना मंजूर होगास्कैंडिनेवियाई कपड़े ब्रांडफ्रांसीसी अधिकारी एक और छोटी शैली हैं, केवल इस उदाहरण में, वे सीधे-सीधे संक्षिप्त विवरणों की तुलना में अधिक फ़्लोटी और हल्के हैं। आमतौर पर चुप, साटन या फीता के साथ, वे आसानी से सबसे निकृष्ट विकल्प वहाँ से बाहर कर रहे हैं, और अक्सर मन में एक मिलान अंग के साथ बनाया गया है।कैरीन गिलसन फ्लोटिंग चैंटिली लेस-ट्रिम सिल्ट-सैटिन शॉर्ट्स (३३५)तोपशॉप नाजुक फीता साटन शॉर्ट्स (२०)वकाल अदोरे लाल फीता कच्छा (३२)अब जब आप ने अपने अधिकारियों को छांट लिया है, तो देखें कि आपको सही अधोवस्त्र कैप्सूल अलमारी बनाने के लिए कितने अन्य टुकड़ों की आवश्यकता है।हाई-स्ट्रीट एनल बूट्स के ये ३ पेयर पहले से ही लाइ क्रेजी बेच रहे हैंएक विशेषज्ञ ८ सबसे महत्वपूर्ण शरद ऋतु प्रवृत्तियों की पुष्टि करता है२२ बहुत पुराने रुझान मैं आज भी पहन रहा हूँद फर्स्ट बलमैन क्स ह & म विज्ञापन यहाँ है (अभिनीत एंड जेनर)इन आउटफिट्स ने साबित किया है कि इम सही जेरेबर्स स्टाइल से ग्रस्त हैंसभी फैशन चीजें जो इस साल बहुत बड़ी होंगीपचिंग वर्सेस रियलिटी: ११ उत्पाद जो लू से बेहतर हैंआई वी स्पैन ए वॉट वी डू डूइंग वीबी के साइनकेरे रूटीनहेयर व्हाट आई थॉटगोल्डन ग्लोब्स २०१८: ५० फैशन मोमेंट्स आप मिस नहीं कर सकते
पॉजिटिव खबर:२५०२ पॉज़िटिव लोगों ने फतह की जंग - न्यूज स्पेकहोम उत्तराखंड पॉजिटिव खबर:२५०२ पॉज़िटिव लोगों ने फतह की जंगपॉजिटिव खबर:२५०२ पॉज़िटिव लोगों ने फतह की जंगसिर्फ १८ फीसदी मरीज ही अब कोरोना पॉज़िटिव-ईलाज करा रहेआज ४५ पॉज़िटिव पाए लेकिन २१ ठीक भी हो गएडबलिंग रेट में भी उत्साहवर्द्धक सुधारदेश भर से कोविड-१९ के हाहाकारी कहर के बीच उत्तराखंड से अच्छी खबर ये है कि यहाँ अब तक २५०२ लोग कोरोना की जंग फतह कर घर का रुख कर चुके हैं। अब तक पाए गए ३०९३ पॉज़िटिव में से सिर्फ ५२२ ही अब ईलाज करा रहे हैं। जो महज १८ फीसदी के करीब है। आज ४५ पॉज़िटिव केस प्रदेश भर में पाए गए, लेकिन २१ ठीक हो गए।अच्छी बात ये है कि डबलिंग रेट (४७.१८ दिन) बहुत अच्छा चल रहा है। आज २४६१ सैंपल नेगेटिव निकले। ६४८०१ सैंपल आज तक नेगेटिव निकल चुके हैं। ६३८४ सैंपल की रिपोर्ट अभी लैब से नहीं आई है। देश भर में कोरोना का कहर लगातार उफान पर है। ऐसे में उत्तराखंड में कोरोना से जुड़ी रिपोर्ट ऐसी नहीं समझी जा रही कि कम्यूनिटी संक्रमण की नौबत आ जाए।आज सबसे ज्यादा १७ उधम सिंह नगर में पॉज़िटिव पाए गए। देहरादून में ८ केस पॉज़िटिव निकले। चंपावत (५९), रुद्रप्रयाग (६६) और पिथौरागढ़ (६७) की तारीफ की जानी चाहिए कि वहाँ कोरोना पॉज़िटिव मरीज बहुत ही सीमित तादाद में हैं। देहरादून ७४२ और नैनीताल ५३० के आंकड़ों के साथ पहले और दूसरे नंबर पर हैं। टिहरी ४२१ तथा हरिद्वार 3१८ के साथ अगली दो पोजीशन पर हैं। ये बात अलग है कि सबसे ज्यादा हॉट स्पॉट और कंटेनमेंट जोन हरिद्वार (6८) में हैं।प्रेवियस आर्टियलदेहरादून नगर निगम-कैंट के बाजार सुन्दए बंदनेक्स्ट आर्टियलफीस मुद्दा:हक ऑर्डर, फिर भी वसूली छोड़ने को राजी नहीं स्कूलइन्सिड स्टोरी:केदार हेली टेंडर:पैसा दबाने वाली कंपनियों को भी ठेका!उत्तराखंड क्रिकेट धमाका:सचिवअध्यक्ष ने उड़ा डाली संविधान की धज्जियां! कोषाध्यक्ष पृथ्वी के खत से जलजलाबिग ब्रेकिंग:चंद्रेश यादव को शासन की क्लीन चिट-`प्रमोशन२०,३६२फंसलीक६७,९७५फॉल्वरस्फॉलोकोरोना की खौफनाक पारी:फिर डबल सेंच्युरी (२१0 नोट आउट)नौकरशाही में सियासत:जब उत्तराखण्ड भ्रूण था, तभी से शुरू-(१)ब्रेकिंग न्यूज:हरिद्वार के डेव पर आरोपों की होगी जांच:प्रमुख सचिव आनंदबर्द्धनइन्सिड स्टोरी:उत्तराखंड क्रिकेट:वित्तीय लेन-देन में सबी लापरवाह या मिलीभगत!शराब महकमे में जलवेदारों पर गिरेगा नजला!उत्तराखंड६४३देहरादून४७7सेहत११४खेल८४आपका शहर४
एलोवांस अन्डर सेवन्त पाय स्केल तो एम्पलोईस, रांची हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तानकैबिनेट का फैसला: राज्यकर्मियों को सातवें वेतनमान के तहत भत्तालास्ट उपड़टेड: वेड, १४ मार २०१८ ०७:०२ आम इस्टराज्य सरकार के अधिकारियों और कर्मियों को सातवें वेतनमान के तहत भत्ता का भुगतान किया जाएगा। यह अप्रैल २०१८ से लागू होगा। कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी। चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण इस पर चुनाव आयोग से मंजूरी के बाद ही इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी। कैबिनेट सचिव एसकेजी रहाटे ने बताया कि कैबिनेट ने कुल १४ प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इसमें दो प्रस्ताव चुनाव आयोग की स्वीकृति के बाद ही मंजूर किए जाएंगे।२.६० लाख कर्मियों को लाभ: केंद्रीय कर्मियों की तर्ज पर राज्य के अधिकारियों व कर्मचारियों का परिवहन, आवास, यात्रा, स्वास्थ्य, दैनिक आदि भत्तों को सातवें वेतन आयोग की अनुसंशा के तहत किया गया है। इसका लाभ राज्य के लगभग २.६० लाख कर्मचारियों को मिलेगा। मकान किराया भत्ता तीन श्रेणी में मूल वेतन का २4, १६ और आठ प्रतिशत मिलेगा। इसी तरह परिवहन भत्ता भी अलग-अलग ग्रेड में अलग-अलग मिलेगा।६४० करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार:राज्य के अधिकारी और कर्मचारियों को जो मौजूदा भत्ता मिल रहा है, उससे लगभग दो से पांच हजार रुपया अधिक भत्ता मिलेगा। भत्ता का निरर्धारण अधिकारी के ग्रेड पर निर्भर करता है। राज्य को इस मद में लगभग ६४० करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक भार व्यय करना होगा। यह एक अप्रैल २०१८ से देय होगा।बीएड कॉलेज की फीस तय होगीझारखंड में निजी एवं सरकारी बीएड महाविद्यालयों के लिए शिक्षण शुल्क और नामांकन की प्रक्रिया के निर्धारण ड्राफ्ट ऑर्डिनेंस तैयार किया गया है। उच्च शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इसके तहत छात्रों का नामांकन किस तरह से होगा। क्या आहर्ता होगी। कितनी फीस ली जा सकेगी। यह निर्धारित किया गया है।छह जिलों में नए डिग्री कॉलेजजिन विधानसभा क्षेत्र में अंगीभूत या संबद्ध कॉलेज नहीं हैं, वहां डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। कैबिनेट ने सिमडेगा, गिरिडीह में दो, दुमका, पलामू , गोड्डा और धनबाद में डिग्री कॉलेज की स्थापना के लिए १५.७६ करोड़ प्रति विद्यालय के हिसाब से ११०.३८ करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी।छठा वेतनमान देने और अवधि विस्तार की मंजूरीकैबिनेट ने पॉलिटेक्निक कॉलेजों में संविदा के आधार पर नियुक्त शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों को छठे वेतन पुनरीक्षण के आलोक में वेतन निर्धारण करने की मंजूरी दी है। साथ ही इनके २017-१८ के लिए अवधि विस्तार की भी मंजूरी दी गई।पर्यावरण परीक्षण शुल्क घटाया गया: लघु खनिज से संबंधित डीईआईएए एवं डीईएसी द्वारा पर्यावरण स्वीकृति के लिए परीक्षण शुल्क लिया जाता है। कैबिनेट ने पर्यावऱण स्वीकृति के लिए परीक्षण शुल्क को घटाने की मंजूरी दी है। बालू खनन के लिए वर्तमान में लागू परीक्षण शुल्क को यथावत रखा गया है। उसमें किसी प्रकार का संशोधन नहीं किया गया है।रांची स्थित नवनिर्मित राज्य योग केंद्र भवन के संचालन के लिए भारत व्यक्ति विकास केंद्र के साथ एमओयू के प्रारूप की मंजूरीसाहिबगंज जिला के पतना में ३० शैय्या वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण के लिए ५.1२ करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृतिझारखंड राज्य बाल श्रमिक आयोग (जो वर्तमान में भंग है) कि तत्कालीन अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों के वेतन एवं अन्य भत्तों के भुगतान की स्वीकृतिएमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर और पीएमसीएच धनबाद के विभिन्न विभागों में कार्यरत शिक्षकों शिक्षकों को वैचिरक प्रोन्नति की मंजूरीझाप्रसे के गुमला (पालकोट) के तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी सतीश कुमार को सेवा मुक्त करने की स्वीकृति दी। इन पर रिश्वत लेने का आरोप थामत्स्य किसान प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना एवं इसके लिए सृजित दो राजपत्रित और ११ अराजपत्रित पद के लिए स्थायीकरण की मंजूरीवेब तितले:एलोवांस अन्डर सेवन्त पाय स्केल तो एम्पलोईसेवन्त पाय स्केल्सराज्य के ढाई लाख कर्मियों को मिलेगा सातवें वेतनमान का भत्ताकैबिनेट का फैसला: एनसीसी कैटडों का भोजन भत्ता बढ़ाकैबिनेट का फैसला: राज्यकर्मियों का डीए एक फीसदी बढ़ाकोयला कामगारों का भत्ता ३१ अगस्त को तय होगाकोयला कर्मियों का दैनिक और होटल ठहराव भत्ता बढ़ामैना रे मैना झरिया नू जनम होचकी.....विडियोपांच साल प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेला तो करोड़पतिबिरसा जैविक उद्यान में पिंजरे के बाहर आया तेंदुआमुरहू थाना घेरने जा रहे पत्थलगड़ी समर्थकों को पुलिस ने रोकाझारखंड में २0 किमी प्रति घंटे अधिक रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनेंलालू प्रसाद को एम्स भेजने की सिफारिशडॉ जगन्नाथ और सरयू राय ने चारा घोटाला पर बातें कीवेस्ट इंडीज1६०/६(४०.५)गैरसैंण सत्र के दौरान कम त्रिवेंद्र को जाना पड़ा भरारी देवी की शरण में, जानिए वजहविडियो: अररिया में देश विरोधी नारे, वायरल वीडियो मामले के तीसरे आरोपी का आत्मसमर्पणअभी हवा में ही है बोईंग की उड़ान
उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश बनी आफत | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १आग २० २०१9 ०८:५९ आमनई दिल्लीः देश के कई हिस्से इस समय भारी बारिश से परेशानी में घिरे हैं। कहीं बाढ़ तो कहीं भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। दक्षिण में केरल और कर्नाटक भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ के चपेट में हैं। अब बाढ़ का साया उत्तर भारत के राज्यों पर मंडराने लगा है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बीते सप्ताह भारी बारिश से मची तबाही में ३६ लोग मारे गए हैं और सैंकड़ों फंसे हुए हैं। उत्तर भारत के अन्य राज्य हरियाणा, पंजाब, जम्मू और दिल्ली में भी अब बाढ़ के हालात बन गए हैं।सोमवार को हिमाचल में मरने वालों की संख्या बढ़कर २५ हो गई तो उत्तरकाशी में बादल फटने से बहे लोगों में से ११ के शव ही बरामद हो पाए। यहां सात लोग अब भी लापता हैं। इन दोनों राज्यों में लोगों की दुश्वारियां कम नहीं होने का नाम नहीं ले रही हैं। हिमाचल में चार नेशनल हाईवे समेत १०८8 सड़कों पर यातायात ठप रहा और ५०० से ज्यादा लोग फंसे रहे। लाहौल-स्पीति के नीलकंठ में दो फीट ताजा बर्फबारी हुई और बारिश के चलते हवाई उड़ानें भी बाधित रहीं। प्रदेश में अतिवृष्टि से अब तक करीब ५७४ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।मौसम विज्ञान राज्यभर में २५ अगस्त तक मौसम खराब रहने की आशंका जताई है। हरिद्वार और दिल्ली में नदियों का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है जबकि भाखड़ा बांध में जलस्तर तय सीमा से एक फुट ऊपर निकल गया है। कोटा बैराज से चंबल में पानी छोड़ने की वजह से उत्तर प्रदेश के इटावा में १6 साल का लड़का डूब गया। पंजाब और हरियाणा के इलाकों में स्थिति गंभीर बनी हुई है।पंजाब सरकार ने बाढ़ की मौजूदा स्थिति को राज्य की प्राकृतिक आपदा घोषित किया है। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने प्रभावित क्षेत्रों में तात्कालिक राहत और पुनर्वास के लिए १00 करेाड़ रुपये देने का ऐलान किया है। पारंपरिक लिपुलेख मार्ग से जाने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा रास्ते में भूस्खलन की वजह से रोकनी पड़ी है। विभिन्न राज्य सरकारें बचाव एवं राहत कार्य में जूटी हुई हैं।
अम्बेडकर एक्शन अलर्ट: उदासी में उत्तरकाशी सेमवालजनसत्ता २८ अगस्त, २०१२: पहाड़ियों के बीच से गुजरती भागीरथी नदी और उसके दोनों ओर बसा छोटा-सा खूबसूरत शहर उत्तरकाशी मुख्य रूप से चार हिस्सों में बंटा है। पहला मुख्य शहर, दूसरा और तीसरा नदी के पार का तिलोथ और जोशियाड़ा इलाका और चौथा ज्ञानसू। शहर को आपस में जोड़ते हैं तीन पुल, जिनमें दो मोटर पुल हैं और एक है शहर के बीचोंबीच झूला पुल। इसके नीचे नदी दो धाराओं में बंटी है और बीच में एक बड़ा-सा टापू है। जब मैं छोटा था तो कई बार दोस्तों के साथ टापू पर खेलने चला जाता था। झूला पुल शहर और जोशियाड़ा को आपस में जोड़ता है तो एक मोटर पुल तिलोथ और शहर को। नदी के किनारे घूमना यहां के सभी लोगों को अच्छा लगता है, इसीलिए यहां नदी के किनारे एक पक्का रास्ता बना हुआ है।कुछ समय पहले तीन अगस्त का दिन तो दूसरे दिनों की तरह बीता, लेकिन रात को तेज बारिश शुरू हो गई। चूंकि मौसम बरसात का था, इसलिए सब कुछ सामान्य ही लगा। मैं सोने की तैयारी में था कि लगभग ग्यारह बजे हमारे साथी जगमोहन जी का फोन आया। उन्होंने कहा कि हमारी एक और साथी जिया ने फोन किया था, वह बहुत घबराई हुई है। उसने बताया कि उसके घर में नदी का पानी आने वाला है। जिया का घर नदी से थोड़ी ही दूरी पर है। वह इस बात से हमेशा खुश होती थी कि उसकी खिड़की से गंगा साफ नजर आती है। लेकिन शायद उसने सोचा भी न होगा कि वही गंगा जब घर में प्रवेश कर जाए तो क्या हाल हो सकता है।रात के ग्यारह बजे हम दोनों जिया के घर की ओर भागे। सड़क पर बारिश का पानी घुटनों से ऊपर तक आ गया था। पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल था। सभी लोगों के चेहरे पर दहशत थी और वे इधर-उधर भाग रहे थे। हम झूला पुल के पास पहुंचे तो देखा कि अंधेरे में वहां सारे लोग हैरान-परेशान नदी की ओर देख रहे हैं। नदी का वह विकराल रूप! ऐसा मंजर मैंने पहले नहीं देखा था। ऐसा लग रहा था मानो थोड़ी ही देर में पानी इस पुल को तोड़ देगा या इसके ऊपर से बहने लगेगा। नदी से इतनी भयानक आवाजें आ रही थीं, मानो कोई सेना गर्जना करती हुई लड़ने जा रही हो। पुल पार करने को कोई तैयार नहीं था। हमें जिया की चिंता थी, सो हमने हिम्मत की, पुल की ओर बढ़े और पार कर लिया। घबराई हुई जिया को सबसे पहले सुरक्षित जगह पहुंचाया। अब समस्या उसी पुल से वापस आने की थी। हमने जैसे-तैसे आंखें बंद करके फिर किसी तरह पुल पार किया और घर पहुंचे। फोन बंद हो चुके थे, बिजली जा चुकी थी। बस लोगों की दहशत भरी आवाज और नदी का विकराल रूप। बादलों का फटना जारी था। सुबह जोशियाड़ा पहुंचा तो देखा कि सड़क पर लोगों के घरों का सामान बिखरा हुआ है। चारपाई, कुर्सी, मेज, टेलीविजन, फ्रिज से लेकर दाल के डिब्बे और भी न जाने क्या-क्या। एक लड़की सड़क पर खड़ी रुआंसी होकर कह रही थी- 'भैया, प्लीज मेरी सारी मार्कशीट अंदर रह गई हैं। बस उन्हें ला दो!'पता चला कि रात में सड़क से लगी नदी के किनारे पीडब्ल्यूडी की कॉलोनी आधी ढह गई थी और लोग रात से ही किसी तरह अपना कुछ सामान बचा लेने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच कॉलोनी का एक आदमी सामान लेने अपने घर में गया कि इतने में वह पूरा घर ही नदी में चला गया। अजीब खौफनाक मंजर था।झूला पुल की ओर जाने वाली सीढ़ियां और वहां की दुकानें नदी में समा चुकी थीं। यहां के लगभग दो सौ परिवार अचानक बेघर हो गए। हर कोई कोशिश कर रहा था, अपनों को बचाने की और दूसरों की हर संभव मदद की। बुजुर्ग बता रहे थे कि १९७८ की भयानक बाढ़ में भी इतना बुरा हाल नहीं हुआ था। किसी ने बताया कि यहां से पांच किलोमीटर दूर एक कस्बा गंगोरी जमींदोज हो गया है। पहले विश्वास नहीं हुआ। लेकिन यह सच था। वहां का मंजर देख कर आंखें फटी रह गर्इं। कल तक जहां लगभग डेढ़ सौ पक्के घर थे, अग्निशमन केंद्र, वन निगम का पार्क, गोदाम और एक बडा-सा लोहे का पुल था। वहां अब नदी लहरा रही थी। मकान और गाड़ियां नदी में खिलौनों की तरह गिरे पड़े थे। इसके ऊपर के इलाके की और भी बुरी स्थिति थी और वहां जाने का कोई रास्ता ही नहीं था। लोग किस हाल में थे, पता नहीं। आखिर हम वहां नहीं जा पाए।बेहद उदास मन से लौट रहा था कि सिर पर लकड़ी और घास का गट्ठर लादे कुछ महिलाएं आती दिखीं। कुछ महिलाएं और पुरुष धान के खेत में काम करते दिखाई पड़े। लगा कि आपदाएं भी यहां जीवन का हिस्सा हैं। इनसे लड़ कर आगे बढ़ने का ही नाम जीवन है।
तितले: एल ऑफ थे फॉलोइंग अरे ट्रू रेगार्डिंग स्किरह्स कार्सिनोमा ऑफ ब्रेस्ट एक्सेप्ट:तीस इस आ मोस्ट इम्पोर्तंट क्वेस्शन ऑफ ग्क एक्सम. क्वेस्शन इस : एल ऑफ थे फॉलोइंग अरे ट्रू रेगार्डिंग स्किरह्स कार्सिनोमा ऑफ ब्रेस्ट एक्सेप्ट: , ऑप्शन इस : १. ग्रेटिंग सेन्सशन इन कट्टिंग, २. ग्रे इन कलर, ३.सुर्फेस इस कॉन्वेक्स, ४. कप्सूलटेड, ५. नुल मैक एक्सम ऑन : सर्जरी क्वेस्ट्न्स क.)एल ऑफ थे फॉलोइंग अरे ट्रू रेगार्डिंग स्किरह्स कार्सिनोमा ऑफ ब्रेस्ट एक्सेप्ट: १)ग्रेटिंग सेन्सशन इन कट्टिंग २)ग्रे इन कलर ३)सुर्फेस इस कॉन्वेक्स ४)कप्सूलटेड ५)>उन दो ग्रहों के नाम बताइए, जो पूर्वी आकाश से मार्निंग स्टार और पश्चिमी आकाश से इवनिंग स्टार के रूप में दिखाई देते हैं ? >मोंगिया पत्तन किस राष्ट्र में स्थित है ? >अशोक के किस शिलालेख में उसकी कंलिंग विजय का वर्णन है ? >हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में कब स्वीकार किया गया ? >तेन्दुलकर समिति के द्वारा भारत में गरीबी का कितना प्रतिशत अनुमानित किया गया है ? >पीले रंग का पूरक रंग कौन-सा है ? >भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक बैंक कौन सा बैंक है ? >गीतगोविन्द के लेखक कौन थे ? 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>समसूत्री विभाजन के फलस्वरूप कितनी सन्तति कोशिकाओं का निर्माण होता है ? >किसी क्षेत्र में जनसंख्या का घनत्व किसकी संख्या से मापा जाता है ? >विलास वस्तुओं में क्रय के लिए बैंको द्वारा किस प्रकार का ऋण दिया जाता है ? >किस क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार दिया जाता है ? >भारत में करेन्सी नोट कौन जारी करता है ? >द लॉस ऑफ इनहेरिटेन्स किसकी ड्डति है ? >चार मीनार कहाँ स्थित है ? >सूर्य का वजन पृथ्वी से कितना अधिक है ? >भीलों द्वारा विवाह के अवसर पर किया जाने वाला नृत्य क्या कहलाता है ? >भारत में द्वैध शासन की प्रणाली किस वर्ष शुरू की गई थी ? >कैडमियम प्रदूषण से होने वाला रोग का नाम क्या है ? >स्वामीनारायण मन्दिर, अक्षरधाम कहाँ स्थित है ? >नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशन टेक्नोलॉजी कहां अवस्थित है ? >प्रिज्म से गुजारने पर प्रकाश का कौन-सा रंग सबसे अधिक विचनल दर्शाता है ? >कांच, हीरा और जल में प्रकाश के वेग का सही अवरोही क्रम क्या है ? >विश्व स्वास्थय संगठन (वो की स्थापना कब हुई ? >भारत की पहली बहुउद्देशीय परियोजना का निर्माण किस नदी पर हुआ था ? >जिस मार्ग पर ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते है, उसे क्या कहते हैं ? >पृथ्वी किस गति से सूर्य का चक्कर लगाती है ? >उत्तर प्रदेश में प्रथम विकलांग विश्वविद्यालय कहाँ स्थापित किया गया है ? >अति लोकप्रिय धार्मिक पत्रिका कल्याण कहाँ से प्रकाशित होती है ? >नागार्जुनसागर बाँध का निर्माण किस नदी पर हुआ है ? >सूचना की उस सबसे छोटी इकाई को क्या कहते हैं, जिसे कंप्यूटर समझ व प्रोसैस कर सकता है ? >कैला देवी का विश्व प्रसिध्द मन्दिर राजस्थान के किस जिले में स्थित है ? >बच्चों के भोजन के अधिकार पर दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया ? >वायुमण्डल का सबसे ऊपर का स्तर क्या कहलाता है ? >कंप्यूटर सिस्टम के किस भाग को भौतिक रूप से स्पर्श किया जा सकता है ? >सोलह महाजनपदों के बारे में किस बौध्द ग्रन्थ से जानकारी मिलती है ? >किस बीमारी में रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है ? >संसार में ताजे पानी की सबसे बड़ी झील लेक सुपीरियर कहाँ पर स्थित है ? >चीन द्वारा निर्मित ग्वादर बन्दरगाह किस देश में स्थित है ? >भारत में सर्वप्रथम २ अक्टूबर, १9५9 में पंचायती राज व्यवस्था का शुभारम्भ कहाँ से किया गया ? >सापेक्षिक आद्र्रता किसमें मापी जाती है ? >स्वतन्त्रता के लिए लम्बी यात्रा पुस्तक किसकी आत्मकथा है ? 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>नवयुवतियों हेतु राजीव गाँधी शक्तिकरण योजना सबला किस आयु वर्ग की लड़कियों के लिए है ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष कौन था ? >किसके शासनकाल को वास्तुकला की दृष्टि से स्वर्ण.काल कहा जाता है ? >किस ग्रह को सान्ध्य तारा कहा जाता है ? >पेंट उद्योग के श्रमिकों को किस प्रकार प्रदूषण के जोखिम का सामना करना पड़ता है ? >भारत एवं इण्डोनेशया ने वर्ष २0१५ तक अपना व्यापार लक्ष्य कितना रखा है ? >नेबुलर हाइपोथीसिस किसके उद्गम का सिध्दांत है ? >मणिपुर और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष मिला था ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >किस वर्ष में सूचना का अधिकार अधिनियम प्रभावी हुआ ? >किस सुल्तान ने बाजार नियन्त्रण व्यवस्था लागू की ? >हमारे सामने विद्यमान सभी मामलों में ड्डषि मामला सबसे पहले आता है। यह कथन किसका है ? >१90५ में बंगाल प्रांत को दो भागों में किसने बांटा था ? >खनिज तेल एवं कोयला किन चट्टानों में पाया जाता है ? >मॉनिटर के डिस्प्ले आकार को कैसे मापा जाता है ? >मनुष्य की आँखों में किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब किस भाग पर बनता है ? >सर्वश्रेष्ठ रस किसे माना जाता है ? >किस पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक आत्मनिर्भरता था ? >किस वायसरॉय के काल में वर्नाकुलर प्रेस एक्ट निरस्त किया गया ? >फिरोजशाह कोटला ग्राउण्ड कहाँ स्थित है ? >टु ए हंगर फ्री वल्र्ड पुस्तक के लेखक कौन हैं ? >जैमिनी राय ने कला के किस क्षेत्र में नाम कमाया ? >एशियाई खेल.२0१४ में कहाँ होंगें ? >सूचना का अधिकार किस वर्ष पास हुआ ? >हमारे सौरमंडल का सबसे चमकीला तारा कौन-सा है ? >भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन करने के लिए कौन सी सरकारी एजेंसी उत्तरदायी है ? >अंग्रेजों द्वारा कलकत्ता में निर्मित दुर्ग का नाम क्या है ? >भारत में सबसे गहरी खान कहां स्थित है ? >ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डर का आविष्कार किसने किया ? >वॉ के आविष्कारक व प्रवर्तक कौन हैं ? >सूर्य में कौनसा परमाणु ईंधन होता है ? >हड़प्पा की खोज किसने की ? >किस शासक की मृत्यु पुस्तकालय की सीढि़यों से गिरने के कारण हुई ? >किशन महाराज किस वाद्य यंत्र से सम्बन्धित हैं ? >गुप्तकालीन नवरत्न किस शासक के दरबार में थे ? >गीत गोविन्द के रचनाकार कौन हैं ? >ग्रीन पार्क स्टेडियम कहाँ अवस्थित है ? >हारमोनीज ऑफ द वल्र्ड पुस्तक किसने लिखी है ? >भारत में सर्वप्रथम कौन यूरोपीय व्यापारी आया ? 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अनुष्का शर्मा गिवे विरत-कोहली आ तिट हॉग एट एयरपोर्ट आस थे स्किपर इस लेफ्ट फॉर दिल्ली-क्या आपने देखा इंग्लैंड दौरे से पहले अनुष्का ने विराट को कैसे किया 'हॉग', देखें तस्वीरेंहोम > क्रिकेट > लाइफस्टाइल > क्या आपने देखा इंग्लैंड दौरे से पहले अनुष्का ने विराट को कैसे किया हॉग, देखें तस्वीरेंरिटएन बाय वांसों सोरल जून २२, २०१८भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली पूरी टीम समेत इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने से पहले मुंबई एयरपोर्ट पर अपनी पत्नी और बॉलीवुड अदाकारा अनुष्का शर्मा के साथ स्पॉट किए गए। अनुष्का विराट को सीऑफ करने के लिए खासतौर पर एयरपोर्ट पहुंची। विराट इंग्लैंड दौरे से दो महीने बाद स्वदेश लौटेंगे, ऐसे में अनुष्का से रहा नहीं गया और वह विराट के साथ मुंबई एयरपोर्ट पहुंच गईं।रिपोर्ट के अनुसार, अनुष्का कोहली के साथ कुछ समय बिताने के लिए इस जुलाई में यूके की भी उड़ान भर सकती हैं।जानकारी के मुताबिक भारतीय टीम के यूके दौरे से पहले कुछ दिनों के लिए विराट अपने घर दिल्ली जा रहे हैं, इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का और विराट की हवाई अड्डे एक-दूसरे को गले लगाने की तस्वीर खूब वायरल हो रही है।।विराट जब भी किसी दौरे के लिए रवाना होते हैं तो अक्सर अनुष्का को उनको एयरपोर्ट पर ड्रॉप करते हुए देखा जाता है, ऐसा ही विराट भी करते हैं। इस कपल ने पिछले साल दिसंबर में इटली में शादी रचाई थी और दोनों की कमेस्ट्री बहुत अच्छी है।क्रिकेटलाइफेशैलीविरत कोहलिहिंदींदिया
एन्वायरोनमेंट & इकोलॉजी आर्कीव् पाग २ ऑफ २ स्टडी इडोल्बी मनीष एन्वायरोनमेंट & इकोलॉजी १ कमेंटपारिस्थितिकी (इकोलॉजी) यह विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अंतर्गत समस्त जीवों (जैविक घटकों) तथा भौतिक पर्यावरण (अजैविक घटकों) के मध्य अंतर्संबंधो का अध्ययन किया जाता है| ओएकोलॉजी शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग १869 में अर्नेस्ट हैकल ने किया , जो ग्रीक भाषा के दो शब्दों ओक्योज (रहने का स्थान) तथा लोगोस (अध्ययन) से बनापृथ्वी में उपस्थित जैविक तथा अजैविक घटकों से मिलकर जैव-मंडल (बायो-स्फेर) का निर्माण होता है , अर्थात् वह क्षेत्र जहाँ जलमंडल (हाइड्रोस्फीयर), वायुमंडल (आत्मोस्फीयर) व स्थलमंडल (लीथोस्फीयर) मिलकर जैव-मंडल का निर्माण करते है | यह पृथ्वी का वह क्षेत्र है जहाँ जीवन पाया जाता है| सभी जीवधारियों के लिए आवश्यक पोषक तत्व जल , वायु व मृदा से ही निर्मितप्रारंभ में आदिमानव की भौतिक पर्यावरण की कर्यमकता दो प्रकार की होती थी | ग्राही दाता मानव तथा पर्यावरण के मध्य बदलते संबंधो को प्रागैतिहासिक काल से वर्तमान काल तक ४ चरणों विभाजित किया जा सकता है| आदिमानव द्वारा आखेट करना एवं भोजन संग्रहण करना आदिमानव द्वारा कृषि कार्य आदिमानव द्वारा पशुपालन करना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकासपर्यावरण का स्थानिक तथा समय मापक्रम (स्पशियल एंड टाइम स्केल ऑफ थे एन्वायरोनमेंट) सामान्यत: सभी जीव पर्यावरण के साथ स्थानिक तथा समय मापक्रम के अनुसार पारस्परिक क्रिया करते है| जैसे एक जीवाणु , एक घन सेंटीमीटर से भी कम भाग में वायु तथा जल के साथ पारस्परिक क्रिया करता है जबकि वृक्ष एक बड़े स्थानिकपर्यावरण संरक्षण अधिनियम १986 के अनुसार किसी जीव के चरों तरफ घिरे जैविक व अजैविक (भौतिक) संघटकों से मिलकर पर्यावरण का निर्माण होता है | पर्यावरण (एन्वियरमेन्ट) शब्द फ्रेंच (फ्रेंच) भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है घिरा हुआ या घेरना | पर्यावरण एक जैविक व अजैविक घटकों को सम्मिलित किया गया है
गुप्त राजवंश - यूनियनपीडिया, अर्थ वेब विश्वकोश५५ संबंधों: चन्द्रगुप्त, चन्द्रगुप्त प्रथम, चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य, झाँसी, तिगवा, दक्कन का पठार, देवगढ़, नरसिंहगुप्त बालादित्य, पत्थर, पाटलिपुत्र, पुराण, प्राचीन भारत, प्राकृत, पूर्ण राजशाही, फ़ारस, फ़ाहियान, बुद्धगुप्त, बौद्ध धर्म, बोरोबुदुर, महाभारत, मालवा, मगध महाजनपद, मौर्य राजवंश, यमुना नदी, रामायण, रामगुप्त, रोमन साम्राज्य, लिच्छवि, शिखर, शंख, श्रीगुप्त, समुद्रगुप्त, साकेत, संस्कृत भाषा, स्कन्दगुप्त, हर्षवर्धन, हिन्दु कुश, हिन्दू धर्म, हूण लोग, जबलपुर, जावा, जैन धर्म, ईंट, घटोट्कच गुप्त, विष्णुगुप्त, गर्भगृह, गांधार, गंगा नदी, गुप्तवंश (मागध अथवा मालव वंश), गुजरात, ..., इत्सिंग, इलाहाबाद, कुमारगुप्त प्रथम, अयोध्या, उज्जैन।सूचकांक विस्तार (५ अधिक) सूचकांक हटनानई!!: गुप्त राजवंश और चन्द्रगुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और चन्द्रगुप्त प्रथम और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और झाँसी और देखें तिगवा मध्य प्रदेश के कटनी जिले का एक गाँव है जहाँ एक प्राचीन पुरातात्विक स्थल है जिसमें ३६ हिन्दू मन्दिरों के भग्नावशेष विद्यमान हैं। इनमें से प्राचीन कंकाली देवी मन्दिर अभी भी अच्ची दशा में है। यह मन्दिर लगभग ४००-42५ ई का है। इस गाँव को 'तिगवाँ' भी कहते हैं। यह गाँव कटनी और जबलपुर के बीच में बहुरीबन्द से ४ किमी की दूरी पर है। .नई!!: गुप्त राजवंश और तिगवा और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और दक्कन का पठार और देखें उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले के जिला मुख्यालय से ३३ किलोमीटर की दूरी पर बेतवा के तट पर विन्ध्याचल की दक्षिण-पश्चिम पर्वत श्रृँखला पर देवगढ यहां का लोकप्रिय और ऐतिहासिक नगर है। इसका प्राचीन नाम लुअच्छागिरि है। १९७४ तक यह नगर झांसी जिले के अन्तर्गत आता था। यह नगर झांसी से लगभग १२३ किलोमीटर है। गुप्त, गुर्जर, प्रतिहार, गौंड, मुस्लिम शासकों और अंग्रेजों के काल में भी इस स्थान का उल्लेख मिलता है। ८वीं से १७वीं शताब्दी तक यह स्थान जैन धर्म का प्रमुख केन्द्र था। पहले प्रतिहारों और बाद में चंदेलों ने इस पर शासन किया। देवगढ़ में ही बेतवा के किनारे यहाँ ४१ में से बचे ३१ जैन मंदिर भी दर्शनीय हैं। यहाँ १९ मान स्तम्भ और दीवालों पर उत्कीर्ण २०० अभिलेख सहित कुल ५00 अभिलेख प्राप्त हुए हैं। जैन मंदिरों के ध्वंसावशेष यहाँ बहुतायत में विद्यमान हैं। गुप्तकालीन दशावतार मंदिर भी दर्शनीय हैं। यहाँ प्रतिहार, कल्चुरि और चंदेलों के शासनकाल की प्रतिमाएँ और अभिलेख बिखरे पड़े हैं। पुरातत्व की दृष्टि से देवगढ़ जग प्रसिद्ध है। बिखरी हुई मूर्तियों को संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है। देवगढ़ पुरातत्वविदों का एक महत्वपूर्ण कला केंद्र है। पुरातत्व सम्पदा से सम्पन्न है देवगढ़। इसे बेतवा नदी का आइसलैण्ड कहा जाता है। .नई!!: गुप्त राजवंश और देवगढ़ और देखें यह प्राचीन भारत के प्रसिद्ध गुप्त राजवंश का राजा था। श्रेणी:गुप्त राजवंश.नई!!: गुप्त राजवंश और नरसिंहगुप्त बालादित्य और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और पत्थर और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और पाटलिपुत्र और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और पुराण और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और प्राचीन भारत और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और प्राकृत और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और पूर्ण राजशाही और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और फ़ारस और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और फ़ाहियान और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और बुद्धगुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और बौद्ध धर्म और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और बोरोबुदुर और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और महाभारत और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और मालवा और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और मगध महाजनपद और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और मौर्य राजवंश और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और यमुना नदी और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और रामायण और देखें यह प्राचीन भारत में तीसरी से पाँचवीं सदी तक शासन करने वाले गुप्त राजवंश का राजा था। इनकी राजधानी पाटलीपुत्र थी जो वर्तमान समय में पटना के रूप में बिहार की राजधानी है। यह कुमार गुप्त का बड़ा पुत्र एवं प्रसिद्ध गुप्त सासक स्कंदगुप्त का बड़ा भाई था। .नई!!: गुप्त राजवंश और रामगुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और रोमन साम्राज्य और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और लिच्छवि और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और शिखर और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और शंख और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और श्रीगुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और समुद्रगुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और साकेत और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और संस्कृत भाषा और देखें स्कन्दगुप्तकालीन मुद्रा जिस पर स्कन्दगुप्त का चित्र अंकित है। स्कन्दगुप्त प्राचीन भारत में तीसरी से पाँचवीं सदी तक शासन करने वाले गुप्त राजवंश के आठवें राजा थे। इनकी राजधानी पाटलिपुत्र थी जो वर्तमान समय में पटना के रूप में बिहार की राजधानी है। स्कन्दगुप्त ने जितने वर्षों तक शासन किया उतने वर्षों तक युद्ध किया। भारत की बर्बर हूणों से रक्षा करने का श्रेय स्कन्दगुप्त को जाता है। हूण मध्य एशिया में निवास करने वाले बर्बर कबीलाई लोग थे। उन्होंने हिन्दु कुश पार कर गन्धार पर अधिकार कर लिया और फिर महान गुप्त साम्राज्य पर धावा बोला। परंतु वीर स्कन्दगुप्त ने उनका सफल प्रतिरोध कर उन्हें खदेड़ दिया। हूणों के अतिरिक्त उसने पुष्यमित्रों को भी विभिन्न संघर्षों में पराजित किया। पुष्यमित्रों को परास्त कर अपने नेतृत्व की योग्यता और शौर्य को सिद्ध कर स्कन्दगुप्त ने विक्रमादित्य कि उपाधि धारण की.नई!!: गुप्त राजवंश और स्कन्दगुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और हर्षवर्धन और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और हिन्दु कुश और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और हिन्दू धर्म और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और हूण लोग और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और जबलपुर और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और जावा और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और जैन धर्म और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और ईंट और देखें घटोट्कच गुप्तनई!!: गुप्त राजवंश और घटोट्कच गुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और विष्णुगुप्त और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और गर्भगृह और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और गांधार और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और गंगा नदी और देखें यह लेख पश्चातवर्ती तथा कम ज्ञात 'गुप्त राजवंश' के बारे में है। अधिक प्रसिद्ध गुप्त राजवंश के लिये देखें - गुप्त वंश ---- सम्राट आदित्यसेन के अपसड़ (जिला गया) एवं सम्राट जीवित गुप्त के देववरणार्क (जिला शाहाबाद) के लेखों से एक अन्य गुप्त राजवंश का पता लगता है जो गुप्तवंश के पतन के पश्चात् मालवा और मगध में शासक बना। इस वंश के संस्थापक कृष्णगुप्त थे। इनके क्रम में श्रीहर्षगुप्त, जीवितगुप्त, कुमारगुप्त, दामोदरगुप्त, महासेनगुप्त, माधवगुप्त, आदित्यसेन, विष्णुगुप्त एवं जीवितगुप्त (द्वितीय) इस वंश के शासक हुए। .नई!!: गुप्त राजवंश और गुप्तवंश (मागध अथवा मालव वंश) और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और गुजरात और देखें इत्सिंग का यात्रा-पथ इत्सिंग एक चीनी यात्री एवं बौद्ध भिक्षु था, जो ६७१-६९५ ई. में भारत आया था। वह ६७५ ई में सुमात्रा के रास्ते समुद्री मार्ग से भारत आया था और १० वर्षों तक 'नालन्दा विश्वविद्यालय' में रहा था। उसने वहाँ के प्रसिद्ध आचार्यों से संस्कृत तथा बौद्ध धर्म के ग्रन्थों को पढ़ा। ६९१ ई. में इत्सिंग ने अपना प्रसिद्ध ग्रन्थ 'भारत तथा मलय द्वीपपुंज में प्रचलित बौद्ध धर्म का विवरण' लिखा। उसने 'नालन्दा' एवं 'विक्रमशिला विश्वविद्यालय' तथा उस समय के भारत पर प्रकाश डाला है। इस ग्रन्थ से हमें उस काल के भारत के राजनीतिक इतिहास के बारे में तो अधिक जानकारी नहीं मिलती, परन्तु यह ग्रन्थ बौद्ध धर्म और 'संस्कृत साहित्य' के इतिहास का अमूल्य स्रोत माना जाता है।.नई!!: गुप्त राजवंश और इत्सिंग और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और इलाहाबाद और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और कुमारगुप्त प्रथम और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और अयोध्या और देखें नई!!: गुप्त राजवंश और उज्जैन और देखें गुप्त वंश, गुप्त साम्राज्य, गुप्त काल, गुप्तवन्श, गुप्तवंश, गुप्ता राजवंश, गुप्तकाल।
इनसाईट स्टोरी: माँ का पोषण बच्चे का जीवनधोनी के होटल में आग *१०० गुना तेज वाई फाई* मंगलवार, २३ अगस्त २०११शिशु का जन्म के समय का वजन उसके भावी स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधी क्षमता को निर्धारित करता है, ये मानना है प्रोफ़ेसर डेविड बार्कर का. उनके अनुसार गर्भ में पल रहे शिशु का पोषण माँ के रोजमर्रा के भोजन से नहीं बल्कि माँ के शरीर में संचित भोजन से होता है और बच्चे का स्वास्थ्य माँ के जीवन भर हुए पोषण पर निर्भर करता है. शिशु का शरीर माँ के द्वारा लिए गये भोजन के प्रति भी निश्चित प्रतिक्रिया करता है और उससे प्रभावित भी होता है. जन्म के समय शिशु का वजन गर्भावस्था और उससे पूर्व माँ को मिले पोषण पर निर्भर करता है. भारत के कई गावों में जहां लोग काफी सक्रिय थे और खानपान में पूर्ण शाकाहारी थे भी मधुमेह से ग्रसित पाए गए हैं, ये बात चौकाने वाली थी, लेकिन प्रोफ़ेसर बार्कर के शोध ने इस गुत्थी को काफी हद तक सुलझाने में मदद की है. दरअसल इन गाँव में माँओं को मिलने वाला पोषण काफी निचले दर्जे का होता है और यही कई रोगों और कम प्रतिरोधी क्षमताओं से किसी इंसान को जीवन भर जूझने के लिए मजबूर करता है. (इनसाईट स्टोरी टीम ) जरा देखिये मी ड्रीम ईत एक आवश्यक सूचना मुझे डाक्टर बनाना है, कैसे? प्रस्तुतकर्ता
नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) भर्ती २०१५-०१ रिक्ति - उप प्रबंधक - ३९,१०० वेतन - एम टेक, एमएससी - रोजगर्लीवगस्ट २७, २०१५ प्रिया नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) भर्ती अधिसूचना के माध्यम से उप प्रबंधक की भर्ती के लिए एक भर्ती अधिसूचना जारी की है। एम टेक पूरा करने वाले उम्मीदवारों, एमएससी से नई भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी)योग्य उम्मीदवारों पर या २०१५/०७/०९ से पहले नौकरी उप प्रबंधक के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कैसे आदि लागू करने के लिए नीचे पाया जा सकता आयु सीमा, चयन प्रक्रिया, योग्यता, आवेदन शुल्क, जैसे रिक्ति के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें। कंपनी का नाम: नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी)रिक्ति का नाम: उप प्रबंधकशैक्षिक योग्यता: एम ई / एम। टेक, एमएससीवेतन: र्स.१५,६००-३९,१०० / -प्मअंतिम तिथि यह नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए: २०१५/०७/०९नौकरी रिक्ति के लिए पते: नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी), भारत के उस पारचयन प्रक्रिया नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) उप प्रबंधक पद:उम्मीदवारों पर या २०१५/०७/०९ से पहले लागू कर सकते हैंकैसे उप प्रबंधक रिक्ति के लिए लागू करने के लिए नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी):प्राप्त आवेदनों की अंतिम तिथि ७ सितंबर, २०१५ है।प्रेवियस पोस्टनेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) भर्ती २०१५-०१ रिक्ति उप प्रबंधक बीटेकनेक्स्ट पोस्टकन्नूर यूनिवर्सिटी भर्ती २०१५-०१ रिक्ति सहायक प्रोफेसर २०,००० वेतन एम ए, पीएचडीलोकप्रिय श्रेणियां
सुबह बिस्तर से उठने का मन नहीं करता, तो हो सकती है ये बीमारी | वेफोर्नव्शिन्दी | लाटेस्ट, न्यूज उपड़ते, -टॉप स्टोरीसुबह बिस्तर छोड़ने का मन नहीं करता और इसके लिए अगर आपको काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है तो इस पर आपको गौर करना चाहिए। जी हाँ! आराम से बिस्तर में नींद लेते हैंं और फिर उस आरामदायक बिस्तर को छोड़ने में सुबह मुश्किल होती है तो इसे आलस्य समझने की गलती मत कीजिए, ये एक बीमारी है। अगर आप अबतक इसे केवल आलस्य समझते आए हैं तो आज इस बात पर गौर कीजिए कि यह एक मेडिकल कंडीशन है और दुनिया में काफी संख्या में लोग इससे प्रभावित हैं।जानकारी के मुताबिक इस बीमारी का नाम है डाइसेनिया। दरअसल डाइसेनिया एक डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति को सुबह उठने में काफी दिक्कत होती है। कई बार तो लोग सोकर उठ भी जाए तो जगने के बाद फिर से सोने का बड़ा मन करता है। क्या आप जानते हैं डाइसेनिया पीड़ित लोग कई दिनों तक बिस्तर में रह सकते हैं और उठने के ख्याल भर से ही परेशान हो जाते हैं। यह हल्के में लेने वाली बीमारी नहीं है इसलिए डाइसेनिया से पीड़ित होने का शक होने पर तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए क्योंकि यह डिप्रेशन, क्रोनिक फैटिग्यू सिंड्रोम और पेन डिसऑर्डर फाइब्रोम्यालगिया का संकेत हो सकता है।रिसर्च के अनुसार, डाइसेनिया से ग्रसित होने का दावा करने वाले लोगों का कहना है कि यह डिसऑर्डर भले ही मेडिकली रूप से ना पहचाना जाता हो लेकिन यह काफी रियल है। वैसे तो सुबह अलॉर्म बजते ही प्रत्येक व्यक्ति को गुस्सा आता है लेकिन डाइसेनिया मरीजों को बिस्तर से उठने में बहुत ज्यादा तकलीफ महसूस होती है। कहा जाता है कि इंसान को दिन में करीब ७ से ८ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए लेकिन डाइसेनिया से ग्रसित लोगों को ७-८ घंटे से ज्यादा नींद की जरूरत महसूस होती है। यहां तक कि बाहरी दुनिया में चाहे कितनी बड़ी कमिटमेंट हो, उसके बावजूद ये बिस्तर से नहीं निकल पाते हैं।गौरतलब है नैशनल हेल्थ सर्विस (इंग्लैंड) ने अच्छी नींद के लिए कुछ सुझाव साझा किए है।१. बिस्तर पर जाइए और प्रतिदिन सुबह एक ही समय बना लें और उस समय नींद से उठें।२. बेडरूम का माहौल शांत होना चाहिए और तापमान, प्रकाश भी नियंत्रित होना चाहिए।४. सोने से पहले एल्कोहल लेने से बचें और भरपेट भोजन ना खाएं।५. सोने से पहले धूम्रपान का सेवन ना करें।६. अपनी चिंताओं को लिख लें और अगले दिन जो चीजें करनी हैं, उनकी एक लिस्ट बना लें।७. अगर आप तब भी नहीं सो पा रहे हैं तो उठकर कुछ ऐसा काम करें जिससे आप थकान का अनुभव करें। बता दें कि डाइसेनिया की मेडिकली पहचान नहीं हुई है इसलिए इसकी वजह भी अभी पूर्ण रूप से साफ नहीं है।रिलेटेड टॉपिक:क्रॉनिक फऐटगेन सिंड्रॉमडिप्रशनइसऑर्डरडिसेंसियाहेलत्लाइफशैलीपन डिसऑर्डर फाइब्रम्याल्गियापौष्टिक भोजन से बच्चों का स्वाभिमान बढ़ता है : सत्यार्थी
असहाय महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का प्रयास - ज़ीहरयाणापलवल : (ज़ीहरयाणा.कॉम/सुनीता शर्मा) कल्याण विभाग द्वारा शुरू की गई सिलाई प्रशिक्षण की योजना असहाय एवं जरूरतमंद महिलाओं के लिए काफी मददगार साबित हो रही है। जिले में सैंकड़ों महिलाएं ऐसी हैं, जो प्रशिक्षण के बाद सिलाई मशीन से अपने परिवार का लालन-पालन करने में सक्षम बन रही हैं। उपायुक्त मनीराम शर्मा व अतिरिक्त उपायुक्त अंजू चौधरी ने वीरवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार कक्ष में जिले की २५ महिलाओं को प्रशिक्षण के उपरांत इलैक्ट्रिक ऑटोमैटिक सिलाई मशीन और प्रमाण पत्र वितरित किए। महिलाओं ने बताया कि यह महज मशीन ही नहीं है बल्कि उनके लिए परिवार चलाने व स्वावलंबी बनाने में सहायक सिद्ध होगी।लघु सचिवालय में सिलाई मशीन वितरित करते हुए उपायुक्त मनीराम शर्मा ने कहा कि सिलाई प्रशिक्षण महिलाओं को स्वरोजगार प्रदान करता है। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनती हैं। महिलाओं को ऐसे रोजगार अपनाने चाहिए, जिससे कि वे दूसरों पर निर्भर न रहें। इस दौरान तहसील कल्याण अधिकारी जयपान हुड्डा, सुपरवाइजर संतोष देवी, सांख्यिकी सहायक मोनिका मौजूद थी।तहसील कल्याण अधिकारी जयपान हुड्डा ने बताया कि कल्याण विभाग द्वारा लड़कियों को नि:शुल्क एक वर्ष का सिलाई प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को एक सिलाई मशीन व प्रमाण-पत्र दिया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को ६०० रुपये प्रतिमाह छात्रवृति दी जाती है तथा प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को ३१०० रुपये कपड़े के लिए व १५० रुपये मैटीरीयल के लिए वार्षिक दिए जो हैं। ताकि कोई प्रशिक्षणार्र्थी बेरोजगार न रह सके और अपनी आजीविका कमा सके। उन्होंने बताया कि यह योजना बहुत कारगर साबित हुई है, जिसमें महिलाएं अपने परिवार को सुचारू रूप से चला रहीं हैं।
५५ महिलाएं होगी *वुमन आवाज़ अवार्ड-२०१८* से सम्मानित। | मातृभाषा.कॉम | हिन्दी लिट्रेचरे वेबसाइट | लिट्रेचरे कॉन्टेंट |हिन्दी साहित्यिक वेबसाईट | हिन्दी काव्य | लघुकथा २०१८-०७-११त१२:०७:०१+००:०० मातृआडमिन्न्कैटेगरिज़्डचर्चामातृभाषामीडियामुख पृष्टअंतरा#३ को मिलेगा अन्तरा शब्दशक्ति विशेष सम्मान। #६५ से अधिक किताबों का भी होगा विमोचन। भोपाल। महिला सशक्तिकरण और सक्षमीकरण के लिए कार्यरत संस्थान वुमन आवाज द्वारा पुस्तक लेखन हेतु राष्ट्रभर की लगभग ५५ महिलाओं को ४ अगस्त २०१८ को शहर के हिन्दी भवन स्थित महादेवी वर्मा कक्ष में 'वुमन आवाज़...मातृआडमीनार्पण | हिन्दी लिट्रेचरे वेबसाइट | लिट्रेचरे कॉन्टेंट |हिन्दी साहित्यिक वेबसाईट | हिन्दी काव्य | लघुकथाविजय कुमार अग्रहरि'आलोक' - डिसेंबर १७त, २०१८ एट १:5१ आम नोन कमेंट औथोर #४१२6 ऑन ५५ महिलाएं होगी *वुमन आवाज़ अवार्ड-२०१८* से सम्मानित। बाय मातृभाषा.कॉम | हिन्दी लिट्रेचरे वेबसाइट | लिट्रेचरे कॉन्टेंट |हिन्दी साहित्यिक वेबसाईट | हिन्दी काव्य | लघुकथा तेरी निगाहों में आज खंज़र और थाचर्च द्वारा धर्मांतरण व अन्य दुष्कृत्यों की जांच हेतु आयोग तथा धर्मांतरण रोधी कानून बने : विहिप
सीएम योगी ने निभाया वादा, विवेक तिवारी की पत्नी को नगर निगम में मिली ओएसडी की नौकरीहोम देश सीएम योगी ने निभाया वादा, विवेक तिवारी की पत्नी को नगर निगम में मिली ओएसडी की नौकरीरिटएन बाय: न्यूज़रूम स्टाफ अक्टोबर ११, २०१८ १०:४७ आमनई दिल्ली। यूपी पुलिस के सिपाही की गोली का शिकार बने एप्पल कंपनी के अधिकारी विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी को लखनऊ नगर निगम में ओएसडी के पद पर नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया गया है। उन्हें आज नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जब कल्पना तिवारी की मुलाकात हुई थी तभी उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही नौकरी की व्यवस्था की जाएगी। कल्पना अपने भाई विष्णु और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के साथ मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची थीं।इससे पहले मुख्यमंत्री ने कल्पना और विवेक की बेटियों से भी मुलाकात की थी और दोनों के खातों में ५-५ लाख जमा कराने के आदेश दिए थे। उन्होंने विवेक की मां के खाते में भी ५ लाख जमा कराने के आदेश दिए थे। साथ ही कल्पना को जीवन यापन के लिए 2५ लाख रुपये देने के आदेश दिए थे।बता दें, विवेक तिवारी हत्याकांड में अब तक दो एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इसमें पहली एफआईआर मामले की एकमात्र चश्मदीद सना की तरफ से दर्ज हुई थी। उस एफआईआर में किसी को नामजद नहीं किया गया था, आरोपी को अज्ञात बताया गया था।इसके बाद विवेक तिवारी की पत्नी की तरफ से दूसरी एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें दोनों सिपाहियों को नामजद किया गया। वहीं मामले में गिरफ्तार होने से पहले गोमतीनगर थाने में प्रशांत चौधरी और उसकी पत्नी आरोप लगा रहे थे कि उनकी शिकायत को पुलिस दर्ज नहीं कर रही है।
मैक एक्सम ऑन : फिजियोलॉजी क्वेस्ट्न्स थे में कास ऑफ इन्क्रीस् ब्लड फ्लो तो एक्सरसिजिंगमस्कल्स इस १)>भारत में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृति की आयु क्या है ? >कौन-सा जैवीय कारक मरुस्थलों में कम वनस्पति के उत्पादन के लिए उत्तरदायी होता है ? >भारत में १946 में लॉर्ड वावेल ने किसको अंतरिम सरकार गठित करने के लिए आमंत्रित किया था ? >थेवा कला के लिए प्रसिध्द परिवार कौनसा है ? >महान लॉन टेनिस खिलाड़ी बोर्न बॉर्ग किस देश का है ? >सेबी किस तरह की संस्था है ? >वर्ष 20१3 को किस राज्य में युवा एवं कौशल विकास वर्ष घोषित किया गया है ? >जो शीघ्र प्रसन्न हो जाए, उसे क्या कहेंगे ? >किस मुगल शासक ने तंबाकू के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था ? >प्रादेशिक सेना में एम.एस. धोनी को कौन-सी मानद पदवी दी गई है ? >मणिपुर और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष मिला था ? >हमारे सामने विद्यमान सभी मामलों में ड्डषि मामला सबसे पहले आता है। यह कथन किसका है ? >भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक बैंक कौन सा बैंक है ? >सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यों की संख्या कितनी है ? >ब्राजील की प्रथम महिला राष्ट्रपति किसको चुना गया ? >जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन कब शुरू किया गया था ? >१947 ई. में भारत की स्वंतत्रता के समय इंग्लैण्ड में किस राजनीतिक दल की सरकार थी ? >वानखेड़े स्टेडियम कहाँ अवस्थित है? >ज्वार.भाटा की उत्पत्ति में किसका प्रभाव अधिक होता है ? >संसद की किस वित्तीय समिति में राज्य सभा का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होता ? >अशोक के किस शिलालेख में उसकी कंलिंग विजय का वर्णन है ? >यद्यपि एक ही समय में कई प्रोग्राम खोले जा सकते हैं, लेकिन कितने प्रोग्राम एक्टिव हो सकते हैं ? >भारत में पहला आम चुनाव कब हुआ ? >किस वायसरॉय के काल में वर्नाकुलर प्रेस एक्ट निरस्त किया गया ? >रिक्टर पैमाने द्वारा किसे मापा जाता है ? >जाली करेन्सी नोटों के विरुध्द कार्यवाही भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा में की जाती है ? >सुन्दरवन का डेल्टा कौनसी नदी बनाती है ? >किस उच्च न्यायालय द्वारा भारत में बंद आयोजित करने को पहली बार अवैध घोषित किया गया ? >नीला ग्रह के नाम से कौन जाना जाता है ? >भारत में वर्तमान मुद्रा प्रणाली का प्रबंधकर्ता कौन है ? >उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है ? >यूनेस्को ने निम्नलिखित में से किस दिन को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस घोषित किया था ? >संविधान की कौनसी अनुसूची संसद सदस्य एवं विधान.सभा सदस्य की अयोग्यता का प्रावधान दल.बदल के आधार पर रखती है ? >विंग्स ऑफ फायर किसकी आत्मकथा है ? >उत्तर प्रदेश कितने न्यायिक जिलों में बाँटा गया है ? >ब्रिटिश संसद का सदस्य बनने वाला पहला भारतीय कौन था ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में यह विवरण मिलता है कि महिलाओं को मातृत्व की स्थिति में मातृत्व लाभ प्रदान किया जाना चाहिए ? >बॉल पेन किस सिध्दान्त पर काम करता है ? >मोनालिसा नामक चित्र की रचना किसने की थी ? >महात्मा गाँधी ने करो या मरो का मंत्र किस आन्दोलन के समय दिया था? >संसद किसके माध्यम से सार्वजनिक व्यय पर नियन्त्रण रखता है ? >संविधान सभा ने संविधान किस तिथि को अपनाया था ? >विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की अवधारणा किस देश में पहले शुरू की गई थी ? >महासागर सतह पर सबसे गहरा बिन्दु कौन-सा है ? >किसी लकड़ी की बनी पुरानी मूर्ति की आयु किसका प्रयोग कर जानी जा सकती है ? >ईकोमार्क का प्रतीक र्चिी क्या है ? >सरकारिया आयोग किसके अध्ययन के लिए गठित किया गया था ? >चीनी यात्री फाह्यान किसके शासनकाल में भारत आया था ? >ऐन एरिया ऑफ डार्कनेस किसकी रचना है ? >राष्ट्रवाद की भावना के प्रचार के लिए गणपति एवं शिवाजी उत्सव किसने प्रारम्भ किया ? >हेमिस गुम्पा त्यौहार, जो अन्तर्राष्ट्रीय रूप से प्रसिध्द है, किस राज्य का है ? >विश्व विरासत दिवस किस तिथि को मनाया जाता है ? >मनुष्य की लाल रुधिर कोशिकाओं (आर.बी.सी.) का जीवन काल कितना होता है ? >भारत में राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की संख्या कितनी है ? >अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेन्ट के आयोजन के सम्बन्ध में चर्चित शाहजाह किस देश में है ? >चाइनामैन शब्द किस खेल में सम्बन्धित है ? >पक्षियों की हड्डी किस तरह की होती है ? >एंगस्ट्रोम से किसका मापन किया जाता है ? >चेतना ऊतक के नाम से जाने वाला ऊतक कौन है ? >उत्तर प्रदेश का प्रथम विकलांग विश्वविद्यालय कहाँ स्थापित किया गया है ? >भारत का दक्षिणतम बिन्दु का नाम क्या है ? >प्रकाश के मापन से संबंधित भौतिकी की शाखा को क्या कहते हैं ? >महात्मा बुध्द को ज्ञान की प्राप्ति कहाँ हुई ? >मेघनाद साहा किस क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं ? >द लॉस ऑफ इनहेरिटेन्स किसकी ड्डति है ? >रामड्डष्ण मिशन का संस्थापक कौन था ? >चीन द्वारा प्रक्षेपित चोंगशिग ११ किस प्रकार का उपग्रह है ? >भारतीय संविधान के अंतर्गत संप्रभु शक्तियां किसके पास होती हैं ? >किस क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार दिया जाता है ? >पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म कहाँ हुआ था ? >भारत में लोकपाल का विचार कहां से लिया गया है ? >किस मुगल सम्राट को हिन्दी गीतों की रचना का श्रेय प्राप्त है ? >ड्यूश शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >विश्व में सबसे लम्बा पौधा कौन-सा है ? >भारतीय संघ की शक्ति किसमें निहित है ? >किस राज्य ने वर्ष 20१3 को बेटियों के नाम करते हुए इसे बच्ची बचाओं वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की है ? >गोरखालैंड परिषद कोलकाता के किस जिले हेतु प्रशासन के लिए स्थापित की गई है ? >कोयले की खानों में विस्फोट करने वाली गैस प्रायः कौन सी होती है ? >अन्नपूर्णा योजना किस वर्ष कार्यन्वित की गई थी ? >सूर्य का आकार पृथ्वी से कितना बड़ा है ? >बैंकिंग परिचालनों में हम बहुत बार क्ब्स शब्द पढ़ते हैं। क्ब्स शब्द में च से क्या शब्द बनता है ? >भारत का दक्षिणतम स्थान इन्दिरा प्वाॅइण्ट कहाँ स्थित है ? >संसद को मौलिक अधिकारों को खत्म करने या कम करने का कोई अधिकार नहीं है. यह सर्वोच्च न्यायालय के किस निर्णय में कहा गया है ? >कौनण्से राज्य ने सर्वप्रथम ईण्कोर्ट फी सिस्टम लागू किया? >लैंज का विद्युत चुंबकीय सिध्दांत किसके परिवर्तन के सिध्दान्त का परिणाम है ? >कौन-सा जलाशय अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों को अलग करता है ? >भारत एवं इण्डोनेशया ने वर्ष 20१5 तक अपना व्यापार लक्ष्य कितना रखा है ? >इकाइयों की अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में मूल इकाइयां कितनी हैं ? >सूर्य में कौनसा परमाणु ईंधन होता है ? >स्ट्रैण्ड.१ नामक, विश्व का पहला स्मार्ट फोन नैनोसैटेलाइट किस देश ने तैयार किया ? >भारत के महान्यायवादी की नियुक्ति कौन करता है ? >प्रड्डति को महान् शिक्षक किसने बताया है ? >किसे सितार एवं तबला का आविष्कारक माना जाता है ? >पादप, हिरण, भेडि़या व शेर से निर्मित खाद्य-श्रंखला में से ऊर्जा किसमें होगी ? >उत्तर प्रदेश राज्य का सबसे कम आयु में मुख्यमंत्री बनने वाला व्यक्ति कौन हैं ? >इतिहास का जनक किसे कहा जाता है ? >हड़प्पाई स्थलों में कांस्य नर्तकी की मूर्ति कहाँ से प्राप्त हुई है ? >बगदाद किस नदी के किनारे स्थित है ? >नटराज मन्दिर कहाँ स्थित है ? >उत्तर प्रदेश में जैन एवं बौध्द दोनों धर्मों का प्रसिध्द तीर्थ कौन सा है ? >आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली किसके चुनाव के लिए प्रयोग की जाती है ? >अति लोकप्रिय धार्मिक पत्रिका कल्याण कहाँ से प्रकाशित होती है ? >उत्तर प्रदेश में विकेन्द्रित नियोजन प्रणाली कब शुरू की गई ? >चेचक के लिए टीके (वैक्सीनेशन) का आविष्कार किसने किया था ? >भारत मेंे सबसे बड़ा नियोक्ता कौन है ? >प्रसिध्द भारतीय महिला एथलीट पी.टी. उषा की आत्मकथा का क्या नाम है ? >आदि.रेखंाश कहाँ से होकर गुजरती है ? >मानव हृदय का कौन सा प्रकोष्ठ, पूर्णतः आक्सीजनीड्डत रक्त को महाधमनी में और वहां से पूरे शरीर में भेजता है ? >डिस्कवरी ऑफ इण्डिया किसने लिखी है ? >लोकसभा हेतु उत्तर प्रदेश में निर्वाचित संसद सदस्यों की कुल संख्या क्या है ? >मोहिनीअट्टम मूल रूप से किस राज्य में जन्मा और विकसित हुआ लोक नृत्य है ? >राष्ट्रीय ड्डषि विपणन केन्द्र कहाँ स्थित है ? >जर्मन सिल्वर किसका मिश्रण है ? >पृथ्वी किस गति से सूर्य का चक्कर लगाती है ? >भारत में मुद्रा स्फीति किसके द्वारा मापी जाती है ? >वर्ष 20११ की जनगणना के अनुसार विश्व की कुल जनसंख्या में भारत की हिस्सेदारी कितने प्रतिशत है ? >निर्विरोध चुने जाने वाले एकमात्र राष्ट्रपति कौन थे ? >उत्तर प्रदेश के किस आर्थिक क्षेत्र का जन घनत्व सर्वाधिक है ? >हड्डियों के जोड़ पर यूरिक ऐसिड क्रिस्टलों का एकत्र हो जाना किस रोग का कारण बनता है ? >किस संग्रहालय को विश्व.कला संग्रहों का भण्डार कहा जाता है ? >१939 में कांग्रेस की अध्यक्षता हेतु महात्मा गाँधी ने किसे सुभाष चन्द्र बोस के विरुध्द नामित किया ? >बच्चों के भोजन के अधिकार पर दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया ? >बेरी.बेरी किस विटामिन की कमी से होता है ? >गणना और तुलना के लिए कम्प्यूटर के किस भाग का प्रयोग किया जाता है ? >उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के पद की शपथ किसके द्वारा दिलाई जाती है ? >सन्त कबीर के गुरु का नाम क्या था ? >भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है इसका उल्लेख किसमें किया गया है ? >भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है ? >राजस्थान राज्य की सर्वाधिक लम्बी सीमा किस राज्य के साथ है ? >ओडिशा का प्रमुख शास्त्रीय नृत्य किस नाम से जाना जाता है ? >प्रथम अखिल भारतीय बुनियादी शिक्षा सम्मेलन का आयोजन वर्ष १939 में कहाँ हुआ था ? >खाद्य ऊर्जा को हम किस इकाई में माप सकते हैं ? >पंजाब का प्रमुख लोक नृत्य कौन सा है ? >सुदीरमन कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >टैगोर पुरस्कार किस क्षेत्र में शुरू किया गया है ? >शिक्षा यानि ऐजुकेशन शब्द की उत्पत्ति हुई किस भाषा से हुई है ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कहाँ हुई ? >जैमिनी राय ने कला के किस क्षेत्र में नाम कमाया ? >किस मुगल शासक ने न्याय की जंजीर लगवाई थी ? >उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना इंजीनियरिंग कॉलेज अवस्थित है ? >योजना आयोग को स्थापित किए जाने का वर्ष कौन सा था ? >भारत आने वाला सबसे पहला पुर्तगाली कौन था ? >केरल के किस जिले में प्राचीन ब्राह्मी लिपि का शिलालेख मिला है ? >किस शासक की मृत्यु पुस्तकालय की सीढि़यों से गिरने के कारण हुई ? >सांडों की लड़ाई किस देश का राष्ट्रीय खेल है ? >मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है ? >आजकल सड़कों पर रोशनी के लिए प्रायः पीले लैंपों का प्रयोग किया जाता है। उन लैंपों में किस गैस का प्रयोग किया जाता है ? >वाणिज्यिक कर.दाताओं के लिए त्ठप् की ई.भुगतान प्रणाली चालू करने वाला देश का प्रथम राज्य कौन-सा है ? >एक सीडी.रोम का जीवनकाल/लाइफस्पैन लगभग कितना होता है ? >पंडित मदनमोहन मालवीय ने काशी विश्वविद्यालय की स्थापना किस वर्ष की थी ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार्
कमल नाथ विल जोइन फाउंडेशन स्टोन सरेमनी ऑफ भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट ऑन २६ सिप्तंबर | कम कमलनाथ कल करेंगे भोपाल में मेट्रो परियोजना का शिलान्यास, शुरू हुई सियासत | हिन्दी न्यूज, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़शिवराज ने कहा कि कहा कि मैं श्रेय की राजनीति नही करता. कमलनाथ शिलान्यास करें लेकिन कम से कम ये ना कहें कि ९ महीने में ही सब कुछ हो गया.भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (कमल नाथ) कल (२६ सितंबर) को भोपाल में मेट्रो का शिलान्यास करेंगे. इसी के साथ मेट्रो पर सियासत भी शुरू हो गई है और इस योजना का श्रेय लेने की होड़ मच गई है. वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरी सरकार के कार्यकाल में भोपाल, इंदौर मेट्रो की सभी फार्मेलिटी पूरी हो चुकी थीं. केवल शिलान्यास करना बाकी था. उन्होंने कहा कि मैं श्रेय की राजनीति नही करता. कमलनाथ शिलान्यास करें लेकिन कम से कम ये ना कहें कि ९ महीने में ही सब कुछ हो गया.वहीं, शिवराज के बयान पर प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने जी मीडिया से खास बातचीत में कहा कि तय समय पर मेट्रो प्रोजेक्ट पूरा होगा. भोपाल की जनता को बड़ी सौगात मिलेगी. जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि ११ साल पहले सीएम कमलनाथ ने केंद्रीय मंत्री रहते हुए मेट्रो की डीपीआर की स्वीकृति दी थी. अब वे मुख्यमंत्री हैं और २६ सितंबर को इसका शिलान्यास करेंगे. जयवर्द्धन सिंह ने भोपाल के एमपी नगर में कल होने वाले शिलान्यास समारोह की तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान नगर निगम के अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे.भोपाल मेट्रो प्रोजेक्टसीएम कमलनाथ करेंगे भूमि पूजन.एमपी नगर जोन १ में गायत्री मंदिर के पास होगा भूमिपूजन कार्यक्रम.भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब ६,९4१ करोड़ ४० लाख रुपये होगी.मेट्रो ट्रेन के लिए सॉइल और डिजाइन टेस्टिंग का काम पूरा.करोंद से एम्स और भदभदा से रत्नागिरी के रूट पर मेट्रो की तैयारी.सीएम कमल नाथ ने दिए हैं मंडीदीप और एयरपोर्ट को भी जोड़ने के निर्देश.भोपाल में तीन कोच की ट्रेन ही रहेगी.हर स्टेशन की डिजाइन कैंटिलिवर स्टाइल में होगी. हर स्टेशन सिर्फ एक पिलर पर टिका रहेगा.स्टेशन पर यात्रियों के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर और सीढ़ियां होंगी. टिकट काउंटर से होकर वे सीधे प्लेटफॉर्म तक जा सकेंगे.मध्य प्रदेश सरकार भोपाल में साल २०२३ तक मेट्रो सेवा शुरू करने की तैयारी में.एक कॉरिडोर करोंद सर्कल से एम्स तक जाएगा. इस कॉरिडोर की लंबाई १4.९९ किलोमीटर होगी.दूसरा कॉरिडोर भदभदा चौराहे से रत्नागिरि चौराहा तक जाएगा, जो करीब १2.८८ किलोमीटर लंबा होगा.भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा किया जाएगा.यह भारत सरकार और मध्य प्रदेश सरकार की ५०-५० हिस्सेदारी वाली ज्वाइंट वेंचर कंपनी होगी.कंपनी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (स्प्व) के रूप में कार्य करेगी.कंपनी का एक बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स होगा, जिसमें १0 डायरेक्टर होंगे. भारत सरकार बोर्ड के चेयरमेन सहित ५ डायरेक्टर नामित करेगी, जबकि प्रदेश सरकार मैनेजिंग डायरेक्टर सहित ५ डायरेक्टर नामित करेगी.कमलनाथकमल नाथमध्य प्रदेश्भोपाल मेट्रो प्रोजेक्टफाउंडेशन स्टोन सरेमनी
- नए एटीएम लगेंगे, नहीं रखे जाएंगे गार्ड, गाज़ीपुर न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।गाज़ीपुर नए एटीएम लगेंगे, नहीं रखे जाएंगे गार्ड{"_ईद":"७३२३२","स्ल्ग":"गाज़ीपुर-७३२३२-५९","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९२८\उ०९०फ \उ०९०फ\उ०९१फ\उ०९४०\उ०९०फ\उ०९२ए \उ०९३२\उ०९१७\उ०९४७\उ०९०2\उ०९१७\उ०९४७, \उ०९२८\उ०९३९\उ०९४०\उ०९०2 \उ०९३०\उ०९१6\उ०९४७ \उ०९१च\उ०९३ए\उ०९०फ\उ०९०2\उ०९१७\उ०९४७ \उ०९१७\उ०९३ए\उ०९३०\उ०९४ड\उ०९२1","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३९\उ०९३० \उ०९१4\उ०९३० \उ०९३०\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}गाजीपुर। सूबे के सभी जिलों में अगले दो वर्षों में लगभग एक हजार नए एटीएम लगाने का प्रस्ताव है। लेकिन इन मशीनों की सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात नहीं किए जाएंगे। यह सभी एटीएम मशीनें आउटसोर्सिगिं के जरिए लगाई जाएंगी इसके लिए सभी बैंकों का एक्यूरा कंपनी से करार हुआ है। प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर बैंक की ओर से संबंधित कंपनी को ७.९० पैसे का भुगतान किया जाएगा। इसके बदले कैश को छोड़ सभी व्यवस्था प्राइवेट कंपनी करेगी। नए एटीएम मशीनें जहां भी लगेगी वहां पर कोई गार्ड सुरक्षा के लिए तैनात नहीं किया जाएगा। पिछले दिनों यूबीआई के मुंबई कार्यालय की ओर से की गई वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक को यह जानकारी दी गई। बैंकों के एटीएम अक्सर खराब होने से ग्राहक हमेशा परेशान रहते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए बैठक में बताया कि पूरे यूपी में एक्यूरा कंपनी सभी बैंकों के एटीएम मशीन लगाएगी। इसके लिए कंपनी को खुद ही स्थान चिह्नित करना होगा। लेकिन इसकी जानकारी उसे संबंधित बैंक के शाखा के हेड को देनी होगी। यहां से सहमति मिलने के बाद ही कंपनी एटीएम मशीन स्थापित करेगी। मशीन के साथ ही बैट्री, एसी, फर्नीचर, पावर समेत सभी इंतजाम कंपनी को ही करना होगा। बैंक सिर्फ इलेक्ट्रानिक कनेक्टिविटी और कैश ही देंगे। इसकी सुरक्षा भी कंपनी ही देखेेगी। कंपनी के सर्विस प्रोवाइडर सभी एटीएम मशीन का जायजा लेंगे। बैंक अधिकारियों को रोजाना होने वाले ट्रांजेक्शन की जानकारी कंपनी के डीसी को देनी पड़ेगी। पूरे यूपी में यूबीआई के 2७8 नए एटीएम मशीनें आउटसोर्सिगिं के जरिए लगेंगी, जिसमें गाजीपुर में २३ एटीएम लगाए जाएंगे। इसकी जानकारी देते हुए यूबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक बीएन जैन ने बताया कि जिले में एक्यूरा कंपनी नई एटीएम मशीनों को स्थापित करने जा रही है। इसकी स्वीकृति वित्त मंत्रालय की ओर से मिल गई है। उन्होंने बताया कि कंपनी नए एटीएम मशीनों का उद्घाटन नहीं करेगी। जब बैंक को जरूरत पड़ेगी तो वह उद्घाटन करने की सोचेगा। इससे पूर्व ही सभी मशीनों को चालू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह कार्य दो वर्ष में पूरे किए जाएंगे। लेनदेन से संबंधित शिकायतों का निस्तारण बैंक खुद करेगा। कैसा लगानव आत्म स्पॉटलाइट
बिग बॉस १३: सिद्धार्थ आसिम की लड़ाई ने लिया गंभीर मोड़, कंटेस्टेट को आतंकवादी बुलाने पर साइबर सेल में शिकायत दर्ज-खबर इंडिया त्व-एन्टर्टेन्मन्ट-हिन्दी-व्सफव्खबर इंडिया त्व | २२न्द नोव, २०१९ ०८:३० प्मरियलिटी शो बिग बॉस १३ में हर एक दिन कुछ नया ड्रामा देखने को मिल जाता है। इस शो के सबसे बेस्ट दोस्त माने जाने वाले सिद्धार्थ और आसिम एक दूसरे के दुश्मन बन बैठे हैं। बात इतनी ज्यादा आगे पहुंच गई है कि दोनों सदस्य धक्का-मुक्की पर उतर आए हैं। जहां घर पर दोनों एक दूसरे के कट्टर हो गए वहीं सोशल मीडिया में इन दोनों के फैंस भी एक दूसरे के कट्टर हो चुके हैं। यहां तक की सिद्धार्थ के फैंस हर एक लिमिट लांघ कर आसिम को आतंकवादी भी घोषित कर दिया है। इसके साथ ही कश्मीर को लेकर कई धार्मिक टिप्पणियां भी कर रहे हैं। जिसके बाद आसिम के भाई उमर ने साइबर पर शिकायत कर दी है।दरअसल इस सप्ताह छोटी-छोटी सी बात को लेकर आसिम और सिद्धार्थ के बीच धक्का-मुक्की हो रही हैं। जिसके पूरे घर पर तनाव मचा हुआ है। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया यूजर्स में से कुछ ने सिद्धार्थ की तरफदारी करते हुए आसिम को आंतकवादी कह दिया। इस बात से खफा होकर आसिम के भाई उनर रियाज से साइबर पुलिस को शिकायत कर दी हैं। इसके साथ ही ट्विटर पर एक ट्वीट करके लोगों से चेताया है।अब किस बात पर शुरू हुई #असिमरिआज़ और @सीधार्थ_शुक्ल के बीच फिर यह झगड़ा? @विवो_इंडिया @बेंग्सलमांखन #ब्ब१३ #बिगबॉस१३ पिक.ट्विटर.कॉम/एक८३और१वक्क़उमर रियाज ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'जो लोग और फैन क्लब आसिम रियाज को धार्मिक, क्षेत्रीय और आतंकवादी बुलाने जैसी टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें मेरी आखिरी चेतावनी है कि अपने ट्वीट्स डिलीट कर दें। मैंने इसकी शिकायत साइबर पुलिस को कर दी है।'वहीं दूसरी ओर 'वीकेंड के वार' से पहले की घर से एक सदस्य बाहर होने वाला है। इसके साथ ही कैप्टन को लेकर पूरे घर में लड़ाईया मची हुई हैं।
नोएडा-दिल्ली: शाहीन बाग धरना-प्रदर्शन से डीएनडी पर ट्रैफिक-जाम | वेफोर्नव्शिन्दी | लाटेस्ट, न्यूज उपड़ते, -टॉप स्टोरीनई दिल्ली। नोएडा से बाया कालिंदी कुंज जाने वाला मुख्य मार्ग अभी अनिश्तिकाल के लिए बंद ही रहेगा। इस रोड-बंदी के चलते नोएडा से कालिंदी कुंज, सरिता विहार की ओर आने वाले ट्रैफिक को भी गुजरने की इजाजत नहीं दी जाएगी। साथ ही इस मार्ग बंदी के चलते नोएडा, डीएनडी, आश्रम चौक, सरिता विहार आदि इलाकों की सड़कों पर जाम की स्थिति बदस्तूर ही बनी रहेगी। यह जानकारी दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त (दक्षिणी परिक्षेत्र) ए. के. सिंह ने आईएएनएस को दी। उन्होंने कहा, शाहीन बाग में धरना-प्रदर्शन १५ दिसंबर से शुरू हुआ था। तभी से ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ गया। इलाके को लोगों को ज्यादा परेशानी न हो। धरना-प्रदर्शन स्थल पर कोई नई समस्या पैदा न हो। इन सब बातों का भी ख्याल था।उन्होंने आगे कहा, नोएडा से बाया कालिंदी कुंज मथुरा रोड को लिंक करने वाला मुख्य मार्ग बंद कर दिया गया था। तब से अभी तक वह मार्ग बंद है। इसके चलते डीएनडी, आश्रम चौक, नोएडा के आसपास की कुछ सड़कों पर ट्रैफिक लोड बढ़ा है।एके सिंह ने कहा, सड़कों की चौड़ाई पहले जैसी ही है। उन पर अचानक काफी ट्रैफिक बढ़ गया है। जिसके चलते वाहन चालकों को आसपास के इलाके में मौजूद मार्गो पर भी आते-जाते जाम का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते हमने जाम वाले संभावित इलाकों में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की है। ताकि धीरे-धीरे ही सही कम से कम कुछ तो राहत यातायात को सुचारु रख पाने में मिल जाए। अतिरिक्त ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती इसलिए भी जरूरी थी कि, कहीं बीच सड़क पर किसी वाहन के अचानक खराब हो जाने पर जाम की समस्या और बड़ी न हो जाए।दिल्ली से सटे यूपी गौतमबुद्ध नगर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बुधवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में नोएडा की ओर से यमुना पुल से होकर कालिंदी कुंज सरिता विहार, मथुरा रोड जाने वाले मुख्य मार्ग पर वाहनों के आवागमन पर हमें भी पाबंदी लगानी पड़ी है। ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है। इसी के चलते दिल्ली से सटे नोएडा के कई मार्गो पर जाम के से हालात बन जाते हैं। ट्रैफिक की गति काफी धीमी है। दिल्ली के रास्ते खुलने पर इस समस्या से खुद ब खुद ही निजात मिल जाएगी।रिलेटेड टॉपिक:काधारनाकलिन्दी कुंजनोएडाप्रोटस्टशाहीं बगनर्क का यूपी डीजीपी को नोटिसकालिंदी कुंज इलाके में भारी ट्रैफिक
नारायण सेवा संस्थान के सम्मान में डाक विभाग ने जारी किया डाक टिकट मयूर संवादहोम > राष्ट्रीय > नारायण सेवा संस्थान के सम्मान में डाक विभाग ने जारी किया डाक टिकटमयूर संबद अक्टोबर ५, २०१८ राष्ट्रीय०संवाददाता (दिल्ली) भारतीय डाक विभाग ने उदयपुर के गैर-लाभकारी संगठन नारायण सेवा संस्थान के सम्मान में डाक टिकट जारी किया। उदयपुर में नारायण सेवा संस्थान के बडी परिसर में आयोजित एक समारोह में अजमेर मंडल के पोस्ट मास्टर जनरल श्री रामभरोसा जी, उदयपुर डाकघर मंडल के प्रवर अधीक्षक जी एस गुर्जर और नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक और अध्यक्ष कैलाश अग्रवाल की उपस्थिति में टिकटों का अनावरण किया गया।श्री रामभारोसा जी, पोस्ट मास्टर जनरल, अजमेर डिवीज़न ने नारायण सेवा संस्थान के बड़ी परिसर में एक नए डाकघर के उद्घाटन की भी घोषणा की, जिसका प्रबंधन पास के थूर गांव के हेड पोस्ट मास्टर द्वारा किया जाएगा।डाक टिकट जारी करने के अवसर पर आयोजित समारोह में नारायण सेवा संस्थान नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक और अध्यक्ष , कैलाश अग्रवाल ने कहा, नारायण सेवा संस्थान के लिए यह गर्व का पल है, जब भारतीय डाक विभाग ने संस्थान पर डाक टिकट जारी करते हुए हमें सम्मानित किया है। हमें खुशी है कि समाज के कमजोर वर्ग के सुधार की दिशा में हमारी कड़ी मेहनत और समर्पण को भारतीय डाक विभाग ने पहचाना और उसे मान्यता दी है। हम भारतीय डाक विभाग के अधिकारियों को हमारे प्रति भरोसा जताने और हमें यह सम्मान देने के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं, निश्चित तौर पर यह संगठन के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट के समान है।नारायण सेवा संस्थान ने हाल ही अपने कैंपस को स्मार्ट विलेज कैंपस घोषित किया है, जहां 11०० शैयाओं वाले अस्पताल की सुविधा है। साथ ही, परिसर के भीतर ही बैंक और एटीएम की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। आसपास के इलाकों के आदिवासी बच्चों को अवसर प्रदान करने के लिए संस्थान ने यहां एक प्राथमिक विद्यालय भी शुरू किया है, जिसमें डिजिटल क्लासरूम की सुविधा है। नारायण सेवा संस्थान ने आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक अच्छी तरह से समन्वित परिवहन व्यवस्था शुरू की है। नारायण सेवा संस्थान द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली अन्य सुविधाओं में प्रमुख हैं- अनाथ लोगों के लिए आश्रय, मरीजों के लिए चैरिटी, दिव्यांग लोगों का सहयोग, प्रतिभाशाली लोगों को पोषित करना और उन्हें परफाॅर्म करने का अवसर देना, मनोरंजन, शाॅपिंग और हर समय पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराना।सोशल इंटरप्रेन्योर आॅफ द ईयर अवार्ड (एसईओवाई) इंडिया, २०१८ अवार्ड के फाईनलिस्टों की घोषणा हुईबाबा रामदेव ने लांच किया पोर्टल अब ऑनलाइन बिकेगा पतंजलि प्रोडक्ट्सगुजरात विधानसभा चुनाव में किसानों की जीत तय: स्वराज इंडिया
कुछ थम सा गया सफर - राज शर्मा स्टोरीशोम बोर्ड इंडेक्स रोमांटिक स्टोरीकुछ थम सा गया सफरपोस्ट बाय रजार्की १६ फेब २०१७ १३:२५हाथों में पत्रों का पुलिंदा पकड़े बाबूजी बरामदे के एक छोर पर बिछे तख्त पर जा बैठे. यह उन की प्रिय जगह थी.पास ही मोंढ़े पर बैठी मां बाबूजी के कुरतों के टूटे बटन टांक रही थीं. अभीअभी धोबी कपड़े दे कर गया था. मुआ हर धुलाई में बटन तोड़ लाता है, वे बुदबुदाईं.फिर बाबूजी को पत्र पढ़ते देखा, तो आंखें कुरते पर टिकाए ही पूछ लिया, बहुत चिट्ठियां आई हैं. कोई खास बात...?एक चिट्ठी पढ़तेपढ़ते बाबूजी का चेहरा खिल उठा, सुनती हो, लड़के वालों ने हां कर दी. उन्हें जया बहुत पसंद है.मां बिजली की गति से हाथ का काम तिपाई पर पटक तख्त पर आ बैठीं, फिर से तो कहो. नहीं, ऐसे नहीं, पूरा पढ़ कर सुनाओ.पल भर में पूरे घर में खबर फैल गई कि लड़के वालों ने हां कर दी. जया दीदी की शादी होगी...ओ जया, वहां क्यों छिपी खड़ी है? यहां आ, भाईबहनों ने जया को घेर लिया.मांबाबूजी की भरीपूरी गृहस्थी थी.५ बेटियां, ३ बेटे. इन के अलावा उन के चचेरे, मौसेरे, फुफेरे भाईबहनों में से कोई न कोई आता ही रहता. यहां रह कर पढ़ने के लिए२-३ बच्चे हमेशा रहते. बाबूजी की पुश्तैनी जमींदारी थी पर वे पढ़लिख कर नौकरी में लग गए थे. अंगरेजों के जमाने की अच्छी सरकारी नौकरी. इस से उन का समाज में रुतबा खुदबखुद बढ़ गया था. फिर अंगरेज चले गए पर सरकारी नौकरी तो थी और नौकरी की शान भी.मांबाबूजी खुले विचारों के और बच्चों को ऊंची शिक्षा दिलाने के पक्ष में थे. बड़े बेटे और २ बेटियों का तो विवाह हो चुका था. जया की एम.ए. की परीक्षा खत्म होते ही लड़के वाले देखने आ गए. सूरज फौज में कैप्टन पद पर डाक्टर था. ये वे दिन थे, जब विवाह के लिए वरदी वाले लड़कों की मांग सब से ज्यादा थी. कैप्टन सूरज, लंबा, स्मार्ट, प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला था.शादी से २ महीने पहले ही घर में उस की तैयारियां जोरशोर से होने लगीं. मां ने दोनों ब्याही बेटियों को महीना भर पहले बुला लिया. बेटाबहू तो यहां थे ही. घर में रौनक बढ़ गई. १५ दिन पहले ढोलक रख दी गई. तब तक छोटी मामी, एक चाची, ताई की बड़ी बहू आ चुकी थीं. रात को खानापीना निबटते ही महल्ले की महिलाएं आ जुटतीं. ढोलक की थाप, गूंजती स्वरलहरियां, घुंघरुओं की छमछम, रात १-२ बजे तक गानाबजाना, हंसीठिठोली चलती.सप्ताह भर पहले सब मेहमान आ गए. बाबूजी ने बच्चों के लीडर छोटे भाई के बेटे विशाल को बुला कर कहा, सड़क से हवेली तक पहुंचने का रास्ता, हवेली और मंडप सजाने का जिम्मा तुम्हारा. क्रेप पेपर, चमकीला पेपर, गोंद वगैरह सब चीजें बाजार से ले आओ. बच्चों को साथ ले लो. बस, काम ऐसा करो कि देखने वाले देखते रह जाएं.विशाल ने सब बच्चों को इकट्ठा किया. निचले तल्ले का एक कमरा वर्कशौप बना. कोई कागज काटता, कोई गोंद लगाता, तो कोई सुतली पर चिपकाता. विवाह के २ दिन पहले सारी हवेली झिलमिला उठी.मां, हम तो वरमाला कराएंगे, दोनों बड़ी बेटियों ने मां को घेर लिया.बेटी, यह कोई नया रिवाज है क्या? हमारे घर में आज तक नहीं हुआ. तुम दोनों के वक्त कहां हुआ था?अब तो सब बड़े घरों में इस काचलन हो गया है. इस में बुराई क्या है?रौनक बढ़ जाती है. हम तो कराएंगे, बड़ी बेटी ने कहा.फिर मां ने बेटियों की बात मान ली तो जयमाला की रस्म हुई, जिसे सब ने खूब ऐंजौय किया.सूरज की पोस्टिंग पुणे में थी. छुट्टियां खत्म होने पर वह जया को ले कर पुणे आ गया. स्टेशन पर सूरज का एक दोस्त जीप ले कर हाजिर था. औफिसर्स कालोनी के गेट के अंदर एक सिपाही ने जीप को रोकने का इशारा किया. रुकने पर उस ने सैल्यूट कर के सूरज से कहा, सर, साहब ने आप को याद किया है. घर जाने से पहले उन से मिल लें.सूरज ने सवालिया नजर से दोस्त की तरफ देखा और बोला, जया...?तुम भाभी की चिंता मत करो. मैं इन्हें घर ले जाता हूं.सूरज चला गया. फिर थोड़ी देर बाद जीप सूरज के घर के सामने रुकी.आओ भाभी, गृहप्रवेश करो. चलो,मैं ताला खोलता हूं. अरे, दरवाजा तो अंदर से बंद है.दोस्त ने घंटी बजाई. दरवाजा खुला तो २५-२६ साल की एक स्मार्ट महिला गोद में कुछ महीने के एक बच्चे को लिए खड़ी दिखी.कहिए, किस से मिलना है?दोस्त हैरान, जया भी परेशान.आप? आप कौन हैं और यहां क्या कर रही हैं? दोस्त की आवाज में उलझन थी.कमाल है, स्त्री ने नाटकीय अंदाज में कहा, मैं अपने घर में हूं. बाहर से आप आए और सवाल मुझ से कर रहे हैं?पर यह तो कैप्टन सूरज का घर है.बिलकुल ठीक. यह सूरज का ही घर है. मैं उन की पत्नी हूं और यह हमारा बेटा. पर आप यह सब क्यों पूछ रहे हैं?दोस्त ने जया की तरफ देखा. लगा, वह बेहोश हो कर गिरने वाली है. उस ने लपक कर जया को संभाला, भाभी, संभालिए खुद को, फिर उस महिला से कहा, मैडम, कहीं कोई गलतफहमी है. सूरज तो शादी कर के अभी लौटा है. ये उस की पत्नी...दोस्त की बात खत्म होने से पहले ही वह चिल्ला उठी, सूरज अपनी आदत से बाज नहीं आया. फिर एक और शादी कर डाली. मैं कब तक सहूं, तंग आ गई हूं उस की इस आदत से...जया को लगा धरती घूम रही है, दिल बैठा जा रहा है. यह सूरज की पत्नी और उस का बच्चा, फिर मुझ से शादी क्यों की? इतना बड़ा धोखा? यहां कैसे रहूंगी? बाबूजी को फोन करूं... वह सोच में पड़ गई.तभी एक जीप वहां आ कर रुकी. सूरज कूद कर बाहर आया. दोस्त और जया को बाहर खड़ा देख वह हैरान हुआ, तुम दोनों इतनी देर से बाहर क्यों खड़े हो?तभी उस की नजर जया पर पड़ी. चेहरा एकदम सफेद जैसे किसी ने शरीर का सारा खून निचोड़ लिया हो. वह लपक कर जया के पास पहुंचा. जया दोस्त का सहारा लिए २ कदम पीछे हट गई.जया...? इसी समय उस की नजर घर के दरवाजे पर खड़ी महिला पर पड़ी.वह उछल कर दरवाजे पर जा पहुंचा,आप? आप यहां क्या कर रही हैं? ओ नो... आप ने अपना वार जया पर भीचला दिया?औरत खिलखिला उठी.थोड़ी देर बाद सभी लोग सूरज के ड्राइंगरूम में बैठे हंसहंस कर बातें कर रहे थे. वही महिला चाय व नाश्ता ले कर आई, क्यों जया, अब तो नाराज नहीं हो? सौरी, बहुत धक्का लगा होगा.इस फौजी कालोनी में यह एक रिवाज सा बन गया था. किसी भी अफसर की शादी हो, लोग नई बहू की रैगिंग जरूर करते थे. सूरज की पत्नी बनी सरला दीक्षित और रीना प्रकाश ऐसे कामों में माहिर थीं. कहीं पहली पत्नी बन, तो किसी को नए पति के उलटेसीधे कारनामे सुना ऐसी रैगिंग करती थीं कि नई बहू सारी उम्र नहीं भूल पाती थी. इस का एक फायदा यह होता था कि नई बहू के मन में नई जगह की झिझक खत्म हो जाती थी.जया जल्द ही यहां की जिंदगी की अभ्यस्त हो गई. शनिवार की शाम क्लब जाना, रविवार को किसी के घर गैटटुगैदर. सूरज ने जया को अंगरेजी धुनों पर नृत्य करना भी सिखा दिया. सूरज और जया की जोड़ी जब डांसफ्लोर पर उतरती तो लोग देखते रह जाते. ५-६ महीने बीततेबीतते जया वहां की सांस्कृतिक गतिविधियों की सर्वेसर्वा बन गई. घरों में जया का उदाहरण दिया जाने लगा.खुशहाल थी जया की जिंदगी. बेहद प्यार करने वाला पति. ऐक्टिव रहने के लिए असीमित अवसर. बड़े अफसरों की वह लाडली बेटी बन गई. कभीकभी उसे वह पहला दिन याद आता. सरला दीक्षित ने कमाल का अभिनय किया था. उस की तो जान ही निकल गई थी.२ साल बाद नन्हे उदय का जन्म हुआ तो उस की खुशियां दोगुनी हो गईं. उदय एकदम सूरज का प्रतिरूप. मातृत्व की संतुष्टि ने जया की खूबसूरती को और बढ़ा दिया. सूरज कभीकभी मजाक करता, मेम साहब, क्लब के काम, घर के काम और उदय के अलावा एक बंदा यह भी है, जो घर में रहता है. कुछ हमारा भी ध्यान...जया कह उठती, बताओ तो, तुम्हारी अनदेखी कब की? सूरज, बाकी सब बाद में... मेरे दिल में पहला स्थान तो सिर्फ तुम्हारा है.सूरज उसे बांहों में भींच कह उठता, क्या मैं यह जानता नहीं?उदय ४ साल का होने को आया. सूरज अकसर कहने लगा, घर में तुम्हारे जैसी गुडि़या आनी चाहिए अब तो.एक दिन घर में घुसते ही सूरज चहका, भेलपूरी, फिर सूंघते हुए किचन में चला आया, जल्दी से चखा दो.भेलपूरी सूरज की बहुत बड़ी कमजोरी थी. सुबह, दोपहर, शाम, रात भेलपूरी खाने को वह हमेशा तैयार रहता.सूरज की आतुरता देख जया हंस दी, डाक्टर हो, औरों को तो कहते हो बाहर से आए हो, पहले हाथमुंह धो लो फिर कुछ खाना और खुद गंदे हाथ चले आए.सूरज ने जया के सामने जा कर मुंह खोल दिया, तुम्हारे हाथ तो साफ हैं. तुम खिला दो.तुम बच्चों से बढ़ कर हो, हंसती जया ने चम्मच भर भेलपूरी उस के मुंह में डाल दी.कमाल की बनी है. मेज पर लगाओ. मैं हाथमुंह धो कर अभी हाजिर हुआ.एक प्लेट से मेरा क्या होगा. और दो भई, मेज पर आते ही सूरज ने एक प्लेट फटाफट चट कर ली.तभी फोन की घंटी टनटना उठी. फोन सुन सूरज गंभीर हो गया, मुझे अभी जाना होगा. हमारा एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हमारे कुछ अफसर, कुछ जवान घायल हैं.जया भेलपूरी की एक और प्लेट ले आई और सूरज की प्लेट में डालने लगी तो जानू, अब तो आ कर ही खाऊंगा. मेरे लिए बचा कर रखना, कह सूरज बाहर जीप में जा बैठा.ट्रक दुर्घटना जया की जिंदगी की भयंकर दुर्घटना बन गई. फुल स्पीड से जीप भगाता सूरज एक मोड़ के दूसरी तरफ से आते ट्रक को नहीं देख सका. हैड औन भिडंत. जीप के परखचे उड़ गए. जीप में सवार चारों लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.जया की पीड़ा शब्दों में बयां नहीं की जा सकती. वह ३ दिन बेहोश रही. घर मेहमानों से भर गया. पर चारों ओर मरघट सा सन्नाटा. घर ही क्यों, पूरी कालोनी स्तब्ध.जया की ससुराल, मायके से लोग आए. उन्होंने जया से अपने साथ चलने की बात भी कही. लेकिन उस ने कहीं भी जाने से इनकार कर दिया. सासससुर कुछ दिन ठहर चले गए.जया एकदम गुमसुम हो गई. बुत बन गई. बेटे उदय की बातों तक का जवाब नहीं. वह इस सचाई को बरदाश्त नहीं कर पा रही थी कि सूरज चला गया है, उसे अकेला छोड़. जीप की आवाज सुनते ही आंखें दरवाजे की ओर उठ जातीं.इंसान चला जाता है पर पीछे कितने काम छोड़ जाता है. मृत्यु भी अपना हिसाब मांगती है. डैथ सर्टिफिकेट, पैंशन, बीमे का काम, दफ्तर के काम. जया ने सब कुछ ससुर पर छोड़ दिया. दफ्तर वालों ने पूरी मदद की. आननफानन सब फौर्मैलिटीज पूरी हो गईं.इस वक्त २ बातें एकसाथ हुईं, जिन्होंने जया को झंझोड़ कर चैतन्य कर दिया. सूरज के बीमे के क्व५ लाख का चैक जया के नाम से आया. जया ने अनमने भाव से दस्तखत कर ससुर को जमा कराने के लिए दे दिया.एक दिन उस ने धीमी सी फुसफुसाहट सुनी, बेटे को पालपोस कर हम ने बड़ा किया, ये ५ लाख बहू के कैसे हुए? सास का स्वर था.सरकारी नियम है. शादी के बाद हकदार पत्नी हो जाती है, सास ने कहा.बेटे की पत्नी हमारी बहू है. हम जैसा चाहेंगे, उसे वैसा करना होगा. जया हमारे साथ जाएगी. वहां देख लेंगे.जया की सांस थम गई. एक झटके में उस की आंख खुल गई. ऐसी मन:स्थिति में उस ने उदय को अपने दोस्त से कहते सुना, सब कहते हैं पापा मर गए. कभी नहीं आएंगे. मुझ से तो मेरी मम्मी भी छिन गईं... मुझ से बोलती नहीं, खेलती नहीं, प्यार भी नहीं करतीं. दादीजी कह रही थीं हमें अपने साथ ले जाएंगी. तब तो तू भी मुझ से छिन जाएगा...पाषाण बनी जया फूटफूट कर रो पड़ी. उसे क्या हो गया था? अपने उदय के प्रति इतनी बेपरवाह कैसे हो गई? ४ साल के बच्चे पर क्या गुजर रही होगी? उस के पापा चले गए तो मुझे लगा मेरा दुख सब से बड़ा है. मैं बच्चे को भूल गई. यह तो मुरझा जाएगा.उसी दिन एक बात और हुई. शाम को मेजर देशपांडे की मां जया से मिलने आईं. वे जया को बेटी समान मानती थीं. वे जया के कमरे में ही आ कर बैठीं. फिर इधरउधर की बातों के बाद बोलीं, खबर है कि तुम सासससुर के साथ जा रही हो? मैं तुम्हारीकोई नहीं होती पर तुम से सगी बेटी सा स्नेह हो गया है, इसलिए कहती हूं वहां जा कर तुम और उदय क्या खुश रह सकोगे? सोच कर देखो, तुम्हारी जिंदगी की शक्ल क्या होगी? तुम खुल कर जी पाओगी? बच्चा भी मुरझा जाएगा.तुम पढ़ीलिखी समझदार हो. पति चला गया, यह कड़वा सच है. पर क्या तुम में इतनी योग्यता नहीं है कि अपनी व बच्चे की जिंदगी संभाल सको? अभी पैसा तुम्हारा है, कल भी तुम्हारे पास रहेगा, यह भरोसा मत रखना. पैसा है तो कुछ काम भी शुरू कर सकती हो. काम करो, जिंदगी नए सिरे से शुरू करो.जया ने सोचा, दुख जीवन भर का है. उस से हार मान लेना कायरता है. सूरज ने हमेशा अपने फैसले खुद करने का मंत्र मुझे दिया. मुझे उदय की जिंदगी बनानी है. आज के बाद अपने फैसले मैं खुद करूंगी.४ साल बीत गए. जया खुश है. उस दिन उस ने हिम्मत से काम लिया. जया का नया आत्मविश्वासी रूप देख सासससुर दोनों हैरान थे. उन की मिन्नत, समझाना, उग्र रूप दिखाना सब बेकार गया. जया ने दोटूक फैसला सुना दिया कि वह यहीं रहेगी. सासससुर खूब भलाबुरा कह वहां से चले गए.जया ने वहीं आर्मी स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया. इस से उसे घर भी नहीं छोड़ना पड़ा. जड़ों से उखड़ना न पड़े तो जीना आसान हो जाता है. अपने ही घर में रहते, अपने परिचित दोस्तों के साथ पढ़तेखेलते उदय पुराने चंचल रूप में लौट आया.मेजर शांतनु देशपांडे ने उसे सूरज की कमी महसूस नहीं होने दी. स्कूल काहोमवर्क, तैरना सिखाना, क्रिकेट के दांवपेच, शांतनु ने सब संभाला. उदय खिलने लगा. उदय को खुश देख जया के होंठों की हंसी भी लौटने लगी.शाम का समय था. उदय खेलने चला गया था. जया बैठी जिंदगी के उतारचढ़ाव के बारे में सोच रही थी. जिंदगी में कब, कहां, क्या हो जाए, उसे क्या पहले जाना जा सकता है? मैं सूरज के बगैर जी पाऊंगी, सोच भी नहीं सकती थी. लेकिन जी तो रही हूं. छोटे उदय को मैं ने चलना सिखाया था. अब लगता है उस ने मुझे चलना सिखाया. देशपांडे ने सच कहा था जीवन को नष्ट करने का अधिकार मानव को नहीं है. इसे संभाल कर रखने में ही समझदारी है.शुरू के दिनों को याद कर के जया आज भी सिहर उठी. वैधव्य का बोझ, कुछ करने का मन ही नहीं होता था. पर काम तो सभी करने थे. घर चलाना, उदय का स्कूल, स्कूल में पेरैंट टीचर मीटिंग, घर की छोटीबड़ी जिम्मेदारियां, कभी उदय बीमार तो कभी कोई और परेशानी. आई और शांतनु का सहारा न होता तो बहुत मुश्किल होती.शांतनु का नाम याद आते ही मन में सवाल उठा, पता नहीं उन्होंने अब तक शादी क्यों नहीं की? हो सकता है प्रेम में चोट खाई हो. आई से पूछूंगी.जया उठ कर अपने कमरे में चली आई पर उस का सोचना बंद नहीं हुआ. मैं शांतनु पर कितनी निर्भर हो गई हूं, अनायास ही, बिना सोचेसमझे. वे भी आगे बढ़ सब संभाल लेते हैं. पिछले कुछ समय से उन के व्यवहार में हलकी सी मुलायमियत महसूस करने लगी हूं. ऐसा लगता है जैसे कोई मेरे जख्मों पर मरहम लगा रहा है. उदय का तो कोई काम अंकल के बिना पूरा नहीं होता. क्यों कर रहे हैं वे इतना सब?शाम को जया बगीचे में पानी दे रही थी. उदय साथसाथ सूखे पत्ते, सूखी घास निकालता जाता. अचानक वह जया की ओर देखने लगा.ऐसे क्या देख रहा है? मेरे सिर पर क्या सींग उग आए हैं?उदय उत्तेजित सा उठ कर खड़ा हो गया, मम्मी, मुझे पापा चाहिए.जया स्तब्ध रह गई.उस के कुछ कहने से पहले ही उदय कह उठा, अब मैं शांतनु अंकल को अंकल नहीं पापा कहूंगा, और फिर वह घर के भीतर चला गया.उस रात जया सो नहीं पाई. उदय के मन में आम बच्चों की तरह पापा की कमी कितनी खटक रही है, क्या वह जानती नहीं. जब सूरज को खोया था उदय छोटा था, तो भी जो छवि उस के नन्हे से दिल पर अंकित थी, वह प्यार करने, हर बात का ध्यान रखने वाले पुरुष की थी. उस की बढ़ती उम्र की हर जरूरत का ध्यान शांतनु रख रहे थे. उन की भी वैसी ही छवि उदय के मन में घर करती जा रही थी.आई और शांतनु भी यही चाहते हैं.इशारों में अपनी बात कई बार कह चुके हैं. वही कोई फैसला करने से बचती रही है.क्या करूं? नई जिंदगी शुरू करना गलत तो नहीं. शांतनु एक अच्छे व सुलझे इंसान हैं.उदय को बेहद चाहते हैं. आई और शांतनु दोनों मेरा अतीत जानते हैं. शादी के बाद जब यहां आई थी, तब से जानते हैं. अभी दोनों परिवार बिखरे, अधूरेअधूरे से हैं. मिल जाएं तो पूर्ण हो जाएंगे.वसंतपंचमी के दिन आई ने जया व उदय को खाने पर बुलाया. उदय जल्दी मचा कर शाम को ही जया को ले वहां पहुंच गया. जया ने सोचा, जल्दी पहुंच मैं आई का हाथ बंटा दूंगी.आई सब काम पहले से ही निबटा चुकी थीं. दोनों महिलाएं बाहर बरामदे में आ बैठीं. सामने लौन में उदय व शांतनु बैडमिंटन खेल रहे थे. खेल खत्म हुआ तो उदय भागताबरामदे में चला आया और आते ही बोला,मैं अंकल को पापा कह सकता हूं? बोलोन मम्मी, प्लीज?जया शर्म से पानीपानी. उठ कर एकदम घर के भीतर चली आई. पीछेपीछे आई भी आ गईं. जया को अपने कमरे में ला बैठाया.बिटिया, जो बात हम मां बेटा न कह सके, उदय ने कह दी. शांतनु तुम्हें बहुतचाहता है. तुम्हारे सामने सारी जिंदगी पड़ी है. उदय को भी पिता की जरूरत है और मुझे भी तो बहू चाहिए, आई ने जया के दोनों हाथ पकड़ लिए, मना मत करना.जया के सामने नया संसार बांहें पसारे खड़ा था. उस ने लजा कर सिर झुका लिया.आई को जवाब मिल गया. उन्होंने अलमारी खोल सुनहरी साड़ी निकाल जयाको ओढ़ा दी और डब्बे में से कंगन निकाल पहना दिए.जया मोम की गुडि़या सी बैठी थी.उसी समय उदय अंदर आया. वहां का नजारा देख वह चकित रह गया.आई ने कहा, कौन, उदय है न? जा तो बेटा, अपने पापा को बुला ला.पापा, खुशी से चिल्लाता उदय बाहर भागा.जया की आंखें लाज से उठ नहीं रही थीं. आई ने शांतनु से कहा, मैं ने अपनेलिए बहू ढूंढ़ ली है. ले, बहू को अंगूठी पहना दे.शांतनु पलक झपकते सब समझ गया. यही तो वह चाह रहा था.मां से अंगूठी ले उस ने जया की कांपती उंगली में पहना दी.पापा, अब आप मेरे पापा हैं. मैं आप को पापा कहूंगा, कहता उदय लपक कर शांतनु के सीने से जा लगा.
आंध्र में बागी १७ विधायकों पर कार्रवाई करेगी कांग्रेस - आंध्र में बागी १७ विधायकों पर कार्रवाई करेगी कांग्रेस, हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तानआंध्र में बागी १७ विधायकों पर कार्रवाई करेगी कांग्रेसलास्ट उपड़टेड: सत, १० डेक २०११ ०८:४१ प्म इस्टआंध्र प्रदेश विधानसभा में पिछले सप्ताह सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पार्टी ह्विप का उल्लंघन करने वाले अपने १७ बागी विधायकों के खिलाफ कांग्रेस ने शनिवार को उन्हें आयोग्य करार देने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया।सूत्रों के मुताबिक बागी विधायकों द्वारा पार्टी ह्विप का उल्लंघन किए जाने के बाद मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की और उन्हें राज्य की राजनीतिक स्थिति से अवगत कराया। इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री को बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की स्वीकृति दी। रेड्डी इस सिलसिले में शीघ्र ही एक औपचारिक घोषणा कर सकते हैं।ज्ञात हो कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी के प्रति निष्ठावान कांग्रेस के १६ विधायकों ने विपक्षी पार्टी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार के खिलाफ मतदान किया जबकि एक विधायक अनुपस्थित रहा।राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव हालांकि गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव से कांग्रेस को उबारने में प्रजा राज्यम पार्टी (पीआरपी) और मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) ने उसकी मदद की।वेब तितले:आंध्र में बागी १७ विधायकों पर कार्रवाई करेगी कांग्रेस१७ विधायकोंतेलंगाना बाद की स्थिति पर कांग्रेस में विचार-विमर्श अब तेज
वाल्टर एफ पार्क (फिल्म और टीवी उद्योग) - मिमीर विश्वकोशवाल्टर एफ पार्कइंग्लिश वाल्टर फ. पार्कवाल्टर एफ। पार्केस (जन्म १५ अप्रैल, १९५१) एक अमेरिकी निर्माता, पटकथा लेखक और मीडिया कार्यकारी हैं। ५० से अधिक फिल्मों के निर्माता, जिनमें मेन इन ब्लैक सीरीज़ और माइनॉरिटी रिपोर्ट शामिल हैं, वह ड्रीम्सस्केप इमर्सिव के सह-संस्थापक और सह-अध्यक्ष हैं।पार्क्स और उनकी पत्नी और बिजनेस पार्टनर, प्रोड्यूसर लॉरी मैकडोनाल्ड ने अपने मोशन पिक्चर डिविजन के प्रमुख पार्किस के साथ ड्रीमवर्क्स के निर्माण में मदद की और बाद में दोनों एंबलिन एंटरटेनमेंट में चले गए, जहां पार्क्स ने अध्यक्ष के रूप में काम किया। उन्हें तीन अकादमी पुरस्कारों के लिए नामित किया गया है, १९७५ के वृत्तचित्र द कैलिफ़ोर्निया रीच के निर्देशक / निर्माता के रूप में अपना पहला नामांकन प्राप्त करने वाले; वारगेम के लिए मूल पटकथा के सह-लेखन के लिए उनका दूसरा; और आवाकेनिंग्स के एक निर्माता के रूप में उनका तीसरा। पार्क्स और मैकडोनाल्ड ने २०१० में पार्क्स + मैकडोनाल्ड प्रोडक्शन कंपनी (प + म, प + म इमैजिनेशन नेशन) बनाई, जिसमें कई फिल्मों के प्रोडक्शन कॉस्ट पर सहयोग किया गया, जिसमें फिल्में भी शामिल हैं, जिन्हें अम्बलिन ने रिलीज किया है।फिल्म निर्माता पटकथा लेखक ड्रीमवर्क्स प्रतिनिधिलॉस एंजिल्स कैलिफोर्निया हॉलीवुडयेल यूनिवर्सिटी (सोशल एंथ्रोपोलॉजी) स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट स्कूलउन्होंने येल विश्वविद्यालय में सामाजिक नृविज्ञान का अध्ययन किया, लेकिन फिल्मों में रुचि प्राप्त की और स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल में फिल्मों का अध्ययन किया। विश्वविद्यालय में प्रवेश के दौरान निर्देशित एक वृत्तचित्र फिल्म ने छात्र अकादमी पुरस्कार जीता। उसके बाद, जब मैं एक ड्रामा फिल्म में चला गया, तो मैं स्क्रिप्ट लेने और स्क्रिप्ट राइटर के रास्ते पर जाने के लिए हुआ। पटकथा में वॉर गेम (१९८३) और स्नीकर्स ('९२ में निर्मित) भी शामिल हैं। दूसरी ओर, 'लोनार्ड्स मॉर्निंग', '८७ में सह-निर्मित, '८७ में लॉरेंस लस्कर के सहयोग से 'फ्लाई एंड वर्जिल / प्रोजेक्ट एक्स' और '९० में सह-निर्मित, को अत्यधिक निर्माता के रूप में माना जाता है और इसके लिए नामित किया जाता है। एकेडमी अवार्ड। इसके अलावा, वह स्पीलबर्ग एट अल।, "पीसमेकर" ('९७), "डीप इम्पैक्ट" ('९८), "ग्रेडिएटर" (२०००), "द रिंग" "माइनॉरिटी रिपोर्ट (२००२) द्वारा स्थापित ड्रीमवर्क्स का प्रतिनिधित्व करती है। ), "लीजेंड ऑफ जोरो" (२००५), "ए हज़ार बार यू" (२००७), "अतिथि" (२००९), आदि इसके अलावा, उन्होंने "ट्विस्टर" (१९९६), "अमिशद" ( '९७), और "एआई" (२००१)। । (बंगाली)वाल्टर फ. पार्क(तुर्की)वाल्टर फ. पार्क(तागालोग)वाल्टर फ. पार्क(इन्डोनेशियाई)वाल्टर फ. पार्क(मलायी) (अरब)कंग विन वाल्टर फ.(वियतनामी) (तामिल) . (तेलुगू) (उर्दू)
जयपुर के अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। - महानगर तिमेशोमे राजस्थान जयपुर जयपुर के अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई।जयपुर के अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई।जयपुर। ई-स्टांप सेवा शुरू करने और सब रजिस्ट्रार कार्यालय में बैंक काउंटर खोलने की मांग को लेकर गत दो सप्ताह से चल रही वकीलों की हड़ताल सोमवार को खत्म हो गई। ई स्टांप सेवा बंद करने के विराेध में चल रही हड़ताल के बीच ही वकीलों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट बंद का आह्वान किया था। वकीलों की महापंचायत बुलाई गई थी। जिसमें स्टांप विक्रेताओं ने भी वकीलों के आंदोलन का समर्थन किया।महापंचायत में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि वकील समुदाय की मांग को २४ घंटे के अंदर नहीं माना गया तो कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगें। जिसके तहत किसी भी अधिकारी को कलेक्ट्रेट में नहीं प्रवेश करने दिया जाएगा। इससे जिला प्रशासन पर गहरा दबाव पड़ा। दोपहर को डीआईजी स्टॉम्प खजान सिंह जी खुद वकीलों की महापंचायत के लिए आयोजित सभा में पहुंचे।डीआईजी खजान सिंह ने घोषणा करते हुए कहा कि जयपुर के सभी सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में बैंक काउंटर्स खोले जाएंगे। जिससे आमजन को रजिस्ट्री करवाने में कोई असुविधा नहीं होगी। इसके अलावा डीआईजी स्टॉम्पस ने यह भी आश्वासन दिया कि सर्वर की समस्या, जनता के लिए उपर्युक्त बैठक, शौचालय, पेयजल की व्यवस्था भी जल्द ही दुरुस्त की जाएगी और अन्य समस्याओं का निराकरण भी जल्द ही किया जाएगा।राज्य सरकार द्वारा जल्द ही सभी सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में बैंक काउंटर्स खोले जाएंगे। जिससे आम जनता को अलग से जाकर लाइन में नहीं लगाना पड़ेगा। इसके अलावा सर्वर की समस्या हल की जाएगी इसके अलावा अन्य समस्यायाओं को भी शीघ्रता शीघ्र हल कर दिया जाएगा।इस घोषणा के बाद डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट्स बार एसोसिएशन, जयपुर के अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। एसोसिएशन के बार अध्यक्ष डॉ. सुनील शर्मा और महासचिव गजराज सिंह ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी। इसके बाद कलेक्ट्रेट में काफी संख्या में डिस्ट्रिक्ट बार अध्यक्ष डॉ सुनील शर्मा और महासचिव गजराज सिंह राजावत के नेतृत्व में मौजूद अधिवक्ताओं ने विजय जुलूस निकाला और एक-दूसरे को बधाई दी गई।प्रेवियस आर्टियलशाहरुख के बेटे ने की बच्ची की मददनेक्स्ट आर्टियल३४वें राष्ट्रीय खेल घोटाले की क्बी जांचप्रोटोकॉल तोड़कर आम कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचें राहुल गांधीपरिचय सम्मेलन में १३०० ने लिया भाग
बिजनेस स्टैंडर्ड - आईपीओ की तैयारी में शापूरजी पलोनजीआईपीओ की तैयारी में शापूरजी पलोनजीपवन लाल / मुंबई जुलाई १९, 20१९शापूरजी पलोंजी (एसपी) समूह ने १५० वर्षों में पहली बार अपने १३ व्यवसायों में से एक स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर के लिए आईपीओ लाने की योजना तैयार की है। स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर एक वैश्विक कंपनी है जो सौर-संचालित परियोजनाओं का निर्माण करती है। मुख्य रूप से रियल एस्टेट और इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए चर्चित ७ अरब डॉलर की पूंजी वाला यह औद्योगिक घराना टाटा समूह में भी सबसे बड़ी एकमात्र निजी शेयरधारक भी है। वर्ष २०११ से व्यवसाय कर रही सोलर पावर ईपीसी कंपनी स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर को हाल में अपने आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मिली है। स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर ने ४५० करोड़ रुपये के मुनाफे के साथ 201७-१८ के लिए ६,८०० करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था।स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर को दो साल पहले स्टर्लिंग ऐंड विल्सन से अलग किया गया था, जिसकी स्थापना १९७3 में हुई थी। हालांकि इसे लेकर अटकलें सामने आ रही हैं कि यह आईपीओ बढ़ते कर्ज की वजह से लाया जा रहा है, लेकिन समूह के प्रवर्तकों का कहना है कि इस योजना के पीछे कई अन्य कारण हैं। एसपी के चेयरमैन शापूर मिस्त्री का कहना है, 'कर्ज दूर करना हमारी मुख्य प्राथमिकता नहीं है। दुनिया की सबसे बड़ी सोलर ईपीसी के तौर पर अपनी पहचान बनाए रखने और बड़ी बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के उद्देश्य के लिए बड़े बाजार पूंजीकरण वाले सूचीबद्घ संगठन से बड़ी परियोजनाएं हासिल करने और श्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।'मिस्त्री का कहना है कि सौर बिजली सस्ती हुई है, वैश्विक बाजार का दायरा बढ़ेगा, और अक्षय ऊर्जा के लिए मांग बढऩा भी बेहद सकारात्मक बदलाव है। केपीएमजी इंडिया में अल्टरनेट एनर्जीज के पार्टनर संतोष कामत का कहना है, 'प्रतिस्पर्धी दरों और सरकार द्वारा बढ़ावा दिए जाने की वजह से सोलर क्षेत्र तेज वृद्घि दर्ज कर रहा है और हम इस क्षेत्र में सालाना १०-१५ गीगावॉट की वृद्घि की उम्मीद कर रहे हैं।' अब सवाल उठाता है कि क्या यह देखते हुए आगामी आईपीओ का समूह पर सकारात्मक असर दिखेगा कि मिस्त्री,, उनके भाई और पूर्व टाटा समूह चेयरमैन साइरस मिस्त्री, और उनके पिता, पलोंजी मिस्त्री ने कम सार्वजनिक सहभागिता के साथ लगातार कम महत्वपूर्ण व्यावसायिक शैली को अपनाया? मिस्त्री का कहना है, 'हमारा कार्य स्वयं यह दर्शाता है। यूरेका फोब्र्स और शापूरजी पलोंजी रियल एस्टेट जैसे हमारे कुछ घरेलू ब्रांड मीडिया में एक बिजनेस मॉडल जरूरत के तौर पर सक्रिय रहे हैं।' समूह अपनी सौर और सड़क विकास परियाजनाओं में निवेश के लिए पेंशन और सॉवरिन फंडों समेत विभिन्न महत्वपूर्ण निवेशकों के साथ बातचीत कर रहा है।केय्वॉर्ड: शपूर्जी, इपो, शारें, मार्केट, सेंसेक्स, बीएसई, कंपनी, शेयर,,
विवाह न कर पाने पर प्रेमी-प्रेमिका ने एक दूसरे को मारी गोली - थे शियासत डेलीविवाह न कर पाने पर प्रेमी-प्रेमिका ने एक दूसरे को मारी गोलीफेब्रुवारी २३, २०१८, ३:५० प्म इस्ट उत्तर प्रदेशइटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा में एक प्रेमी जोड़े के एक दूसरे को सरेआम गोली मारने का दिल दहला देने वाला घटना सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस जोड़े ने शादी न कर पाने के कारण यह कदम उठाया है। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल प्रेमी-प्रेमिका को अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई।खबर के मुताबिक, घटना इटावा के भर्थना कोतवाली इलाके के वैवहा गांव के पास की है। १९ फरवरी को प्रेम विवाह करने में असफल रहे प्रेमी जोड़े ने आत्महत्या की कोशिश की। दोनों ने सरेआम एक दूसरे को गोली मार दी।पुलिस के अनुसार युवक का नाम शिवम यादव और युवती का रचना है। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया जहां कल देर शाम गंभीर रूप से घायल युवक की मौत हो गई। जबकि युवती अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।दूसरी तरफ, इस पूरे मामले में लोगों का असंवेदनशील चेहरा सामने आया। वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि घायल प्रेमी अपनी घायल प्रेमिका की गोद मे बेहोश लेटा है और प्रेमी जोड़े के आसपास खड़े लोग तमशबीन बने सबकुछ देख रहे हैं। दोनों को अस्पताल पहुंचाने की बजाय उनका मजाक बनाया गया। इतना ही नहीं लोगों ने घटना का वीडियो बनाना शुरू कर दिया।रिपोर्ट के अनुसार, करीब आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जहाँ इलाज के दौरान शिवम यादव की मौत हो गई लेकिन रचना अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है।टैग्स ऑन नोट बेइंग एबल तो मेरी थे लवर-गर्ल्फ्रेंड किल्ल्ड ईच ओदर
रमज़ान के पवित्र महीने में है निय्यत (निय्यत) का विशेष महत्व | थे-स्पेशल-सिग्निफिकन्स-ऑफ-निय्यत-इस-इन-थे-होली-मोंठ-ऑफ-रमजानरमज़ान के पवित्र महीने में है निय्यत (निय्यत) का विशेष महत्व२३-०४-२०२० ०६:३० आममुस्लिम समुदाय के बीच रमज़ान के पवित्र महीने का विशेष महत्व है। इस दौरान निय्यत का भी विशेष रूप से पालन किया जाता है। निय्यत (निय्यत) और इसके एकवचन यानि निय्याह (निय्याह) की इस्लाम धर्म और किसी भी व्यक्ति के जीवन में अत्यधिक महत्ता होती है। इसका अर्थ दो चीजों की ओर इशारा करता है, पहला वस्तु और दूसरा इरादा। निय्याह या निय्यत या नीयत अरबी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है, इरादा। यह एक इस्लामी अवधारणा है जिसका तात्पर्य ईश्वर (अल्लाह) के लिए अच्छा कार्य करने के इरादे से है। इरादा, इस्लाम और रमज़ान का बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। इरादे से तात्पर्य यह है कि आपने किसी कार्य को करने का निश्चय किया तथा अब आप यह प्रार्थना करते हैं कि अल्लाह उस कार्य को पूरा करने में आपकी मदद करेगा। यहाँ तक कि कुछ नेक करने के इरादे के लिए आपको पुरस्कृत भी किया जायेगा। इस्लाम धर्म के कई विद्वान मानते हैं कि इरादा रमजान के दौरान उपवास या रोज़े करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि आपके द्वारा उपवास करने से पूर्व कोई इरादा नहीं किया गया है तो आपका उपवास मान्य नहीं है। प्रत्येक दिन रखे जाने वाले रोज़े में यह आवश्यक नहीं है कि आप हर दिन कोई इरादा लें, पहले दिन किया गया इरादा ही पर्याप्त होता है, किन्तु यदि रोजा बीच में किसी कारण से टूट जाता है, तब पुनः इरादा करके रोजा रखा जाता है। यह आवश्यक नहीं है कि आप अपने इरादे को मुंह से बाहर बोले, आप इसे दिल से मौन रहकर करते हैं तो भी यह पर्याप्त होता है।पैगम्बर का कहना है कि अच्छे कर्म किये जाने चाहिए किन्तु अल्लाह उसे तब ही कबूल करता है जब उसे इरादे के साथ किया जाता है। कोई भी व्यक्ति जो उपवास के लिए सुबह होने से पूर्व इरादा नहीं करता उसका उपवास मान्य नहीं है। अल्लाह द्वारा दिया जाने वाला ईनाम इरादे पर ही निर्भर करता है। प्रत्येक व्यक्ति को उसके इरादे के अनुसार ही पुरस्कृत किया जाता है। वैधानिक अर्थों में निय्याह ह्रदय का वह इरादा है जो प्रार्थना कार्य के दौरान ईश्वर या अल्लाह के करीब होने के लिए किया जाता है। एक मुसलमान को सलत (सालत-प्रार्थना) शुरू करने से पहले और हज (मक्का की तीर्थयात्रा) शुरू करने से पहले निय्याह करना आवश्यक है। इबादत (इबत), जैसे कि पांच बार प्रार्थना करना, उपवास, ज़काह (ज़ख), और हज, एक मुस्लिम से शुद्ध समर्पित निय्याह की माँग करता है, ताकि एक वैध इबादत की स्थिति को प्राप्त किया जा सके। यदि कोई व्यक्ति सुबह जल्दी उठता है और सुबह के अपने सभी धार्मिक कार्यों को सुचारू रूप से करता है किन्तु यदि उन कार्यों के साथ इरादा न हो, तो वह सभी कार्यों को 'सुबह की दिनचर्या' के रूप में करता है। इस प्रकार उसके धार्मिक कार्य इबादत के रूप में अमान्य हो जाते हैं, क्योंकि वह उन सभी कार्यों को एक दिनचर्या के रूप में कर रहा था न कि एक धर्मी मुसलमान के रूप में अपने कर्तव्य को पूरा करने के लिए। आस्तिक के निय्याह को अहंकार और स्वार्थ से मुक्त होना आवश्यक है। अन्यथा, यह बाहरी अच्छा काम ईश्वर के लिए अमान्य माना जाएगा। निय्याह केवल एक मुस्लिम की इबादत का महत्वपूर्ण हिस्सा नहीं है, बल्कि यह उसके दैनिक जीवन और पारस्परिक संबंधों में भी शामिल है। किसी मुस्लिम के जीवन में उसके द्वारा की जाने वाली साधारण गतिविधियों का भी धार्मिक मूल्य हो सकता है यदि वह उनके लिए निय्याह का अभ्यास करता है। उदाहरण के लिए, एक मुसलमान के दैनिक भोजन को इबादत माना जा सकता है जब निय्याह या इरादा न केवल शारीरिक भूख मिटाने का हो बल्कि ये प्रदाता के रूप में परमात्मा को भी प्रतिबिंबित करे।विद्वानों का कहना है कि भगवान को दैनिक रोटी की भांति अपने उपहार के लिए तीन चीजों की आवश्यकता होती है, दिक्र-फ़िक्र-सुक्र (इकर्-फ़िक्र-उक्र)। इस सन्दर्भ में दिक्र से तात्पर्य परमात्मा का नाम लेकर भोजन की शुरूआत करने से है। सुक्र परमात्मा की प्रशंसा करने और फ़िक्र परमात्मा की कृपा, दया और शक्ति को पहचानने के लिए खाने के दौरान आध्यात्मिक प्रतिबिंब को संदर्भित करता है। निय्याह न केवल स्व-हित से सम्बंधित है, बल्कि यह विभिन्न रचनाओं में रचनाकर्ता (परमात्मा) के निवास को पहचानकर उसके और भी अधिक करीब कर देता है। उदाहरण के लिए, एक नास्तिक व्यक्ति केवल अपनी भूख को संतुष्ट करने के लिए भोजन करता है। वह दिव्य उपहारों के बारे में नहीं सोचता। यहां, धर्मी निय्याह इन दोनों कृत्यों के बीच अंतर करता है। हालांकि गतिविधि और समय एक ही है किन्तु दोनों में गुणात्मक निय्याह का अंतर है। जो व्यक्ति केवल शारीरिक भूख को खत्म करने का इरादा रखता है, वह पुरस्कार के रूप में केवल क्षणभंगुर भोजन ही प्राप्त करता है। इसलिए दैनिक जीवन में किये जाने वाले कार्य में इरादे का होना आवश्यक है, क्योंकि यह मनुष्य को परमात्मा के और भी करीब कर देता है तथा उसे परमात्मा द्वारा दिव्य उपहारों से पुरस्कृत किया जाता है।मुस्लिम धर्म में पूरे दिन भर प्रार्थना के लिए अनेक अनुष्ठान किये जाते हैं। हिन्दू धर्म में भी प्रार्थना का विशेष स्थान होता है तथा यहां भी विशेष अनुष्ठान किये जाते हैं जिनमें से संध्यावंदन भी एक है। यह एक अनिवार्य धार्मिक अनुष्ठान है, जिसे पारंपरिक रूप से, हिंदुओं के द्विज समुदायों द्वारा किया जाता है। संध्यावंदन में अनुष्ठान के साथ वेदों का पाठ किया जाता है। संध्यावंदनम विश्व धर्म में सबसे पुराना धार्मिक अनुष्ठान है। ये अनुष्ठान दिन में तीन बार किए जाते हैं - सुबह, दोपहर और शाम। प्रत्येक समय इसे एक अलग नाम से जाना जाता है - प्रातःकाल में प्रातःसंध्या (प्र्तसाध्य), दोपहर में मध्याह्निक (म्धनीका) और सायंकाल में सायंसंध्या (श्यासाद्य)। वेदों तथा श्लोकों का उच्चारण करके गायत्री मंत्र का एक निश्चित संख्या में जाप किया जाता है। इस अनुष्ठान का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व है क्योंकि इससे मनुष्य का मस्तिष्क शुद्ध हो जाता है तथा कई रोग समाप्त हो जाते हैं। संध्यावंदन करने वाले व्यक्ति अपने पाप से मुक्त हो जाते हैं।१. मुख्य चित्र में पाक नियाह (नियत) के साथ रमजान की प्रार्थना करती एक इस्लाम धर्म की उपासक को दिखाया गया है।, पैफुएल२. दूसरे चित्र में पाक मस्जिद और चाँद के रूप में पाक नियाह के महत्व को प्रस्तुत किया गया है।, प्रारंग१. ३.
विपक्ष उम्मीदवार तो ले आया, मगर कोविंद जैसी सहजता और सरलता कहाँ से लाएगा ! - नेशनलिस्ट ऑनलाइनदलित राग अलापने तथा आरएसएस और बीजेपी को दलित विरोधी बताने वाले विपक्षी दलों पर मोदी व अमित शाह का यह फैसला करारा तमाचा है। बीजेपी ने इस निर्णय के साथ देश को यह संदेश देने का काम किया है कि उसके एजेंडे में वर्षों से उपेक्षित दलित समाज का विशेष महत्व है। यह भी लगभग तय हो चुका है कि कोविंद ही भारत के अगले राष्ट्रपति होंगें।एनडीए द्वारा राम नाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद यह चर्चा जोरों पर थी कि यूपीए द्वारा इस राष्ट्रपति चुनाव में किसको उम्मीदवार बनाया जायेगा। तमाम पशोपेश के उपरांत यूपीए की तरफ से लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। गौरतलब है कि एनडीए द्वारा गहन मंथन के बाद नेतृत्व ने रामनाथ कोविंद के नाम पर सहमति जताई तथा इसकी सूचना अन्य दलों को भी दी थी। ताकि रामनाथ गोविन्द के नामपर आम सहमति बनाई जा सके। किन्तु, विपक्ष के अड़ियल रुख के कारण यह संभव नहीं हो सका।ध्यान दें तो एनडीए की तरफ से रामनाथ कोविंद के रूप में एक ऐसा नाम सामने आया जिसका अंजादा किसी को नही था। एक बात तो तय है कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी की जोड़ी जबसे भारतीय राजनीति के क्षितिज पर पहुंची है, राजनीतिक पंडितों के सभी कयास विफल साबित हो रहे हैं। राजनीतिक पंडितों के अनुमान धरे के धरे रह जा रहे।इनकी राजनीति की कार्यशैली न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि इस बात की तरफ भी इशारा करती है कि यह जोड़ी किसी भी फैसलें को लेने से पहले उस फैसले के सभी पहलुओं पर भारी विमर्श करने और उसके दीर्घकालिक परिणामों को ध्यान में रखकर निर्णय लेने में विश्वास रखती है। इसमें कोई दोराय नही कि आज समूची भारतीय राजनीति की सबसे सफलतम जोड़ियों में से यह जोड़ी वर्तमान राजनीति की दिशा व दशा तय कर रही है।राष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा होते ही पूरा विपक्ष काफी देर तक यह समझने में असमर्थ रहा कि इस फैसले का विरोध कैसे करें! क्योंकि, एनडीए ने देश के सबसे सर्वोच्च पद के लिए दलित समुदाय से आने वाले रामनाथ कोविंद के नाम का चयन किया था। इसके जवाब में विपक्षी दलों ने दलित समुदाय से ही ताल्लुक रखने वाली मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। यूपीए ने उम्मीदवारी के लिए दलित चेहरे का चयन तो कर लिया, परन्तु जो सहजता और सरलता कोविंद में है, उसे कहाँ से लाएगी ?गौरतलब है कि रामनाथ कोविंद का जीवन सहज व सरल रहा है। दलगत राजनीति में सक्रिय रहने के बावजूद रामनाथ गोविन्द सबके प्रिय रहे तथा कभी विवादों में नही आए। उनका सार्वजनिक जीवन सहजता और अंतिम पंक्ति के खड़े व्यक्ति के लिए समर्पित रहा है। उनको जानने वाले यह तक बताते हैं कि सांसद होने के बावजूद वह वर्षों तक किराए के मकान में रहे। चूंकि, रामनाथ कोविंद का पूरा जीवन दलित, शोषित और पीड़ित वर्गों की आवाज उठाने तथा उनके हितों की पूर्ति के लिए संघर्ष करते हुए बीता है।इसके अतिरिक्त पेशे से वकील रह चुके रामनाथ कोविंद को कानून तथा संविधान के साथ राजनीति का भी लम्बा अनुभव रहा है। उनकी यह सब विशेषताएं उनको राष्ट्रपति पद के मानकों के लिए उपयुक्त बनाती हैं। यही कारण है कि एनडीए के साथ कई बाहरी दलों ने भी इस फैसले का समर्थन किया है। मोदी के धुर विरोधी माने जाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो कोविंद के नाम की घोषणा होते ही राज भवन पहुंचकर उन्हें बधाई दिए। जेडीयू ने कोविंद को समर्थन देने की घोषणा भी कर दी है।मायावती भी इस बात को जानती हैं कि कोविंद उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और दलित समुदाय से आते हैं। ऐसे में, उन्होंने इस नाम का खुला विरोध तो नहीं किया, मगर यह ज़रूर कहा था कि यदि विपक्ष ने कोई दलित चेहरा नहीं लाया तो वे कोविंद का समर्थन करेंगी। हालांकि अब विपक्ष ने मीरा कुमार के रूप में दलित चेहरा सामने रख दिया है, तो देखना होगा कि मायावती क्या स्टैंड लेती हैं।मुलायम एनडीए का साथ देने का संकेत दे चुके हैं। टीआरएस, अन्नाद्रमुक और बीजद ने पहले ही समर्थन देने का ऐलान कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ मीरा कुमार सबसे पहले तो वंशवाद की राजनीति से उपजी हुई नेता हैं तथा रसूखदार परिवार से आती हैं। ऐसे में कहना होगा कि कांग्रेस ने उनके दलित जाति को साधने का निरर्थक प्रयास किया है।अगर कांग्रेस व वामपंथियों का दलित प्रेम इतना गहरा है, तो २०१२ में उन्होंने प्रणब मुखजी के स्थान पर किसी दलित चेहरे को राष्ट्रपति क्यों नही बनाया ? इसके पहले भी उनके पास कई मौके थे, जब वह किसी दलित चेहरे का नाम राष्ट्रपति पद के लिए प्रस्तावित कर सकते थे; लेकिन, यूपीए न ऐसा कुछ नही किया।स्पष्ट है कि कांग्रेस और वामदलों ने वर्षो से दलितों के नाम पर केवल राजनीतिक रोटियाँ सेंकने का काम किया है। किन्तु, जब एनडीए ने एक दलित तबके से आने वाले व्यक्ति को देश के सर्वोच्च पद का उम्मीदवार बनाया तो इनके दलित प्रेम के दोहरे मापदंडों की पोल खुल गई। बिहार से सटे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यह कहना कि वह कोविंद को नही जानती, विपक्ष द्वारा नकारात्मक विरोध की मानसिकता को ही दर्शाता है।देश यह देख रहा है कि किस तरह राष्ट्रपति चुनाव में यह दल छिछली राजनीति करने पर आमादा हैं। दलित राग अलापने तथा आरएसएस और बीजेपी को दलित विरोधी बताने वाले विपक्षी दलों पर मोदी व अमित शाह का यह फैसला करारा तमाचा है। बीजेपी ने इस निर्णय के साथ देश को यह संदेश देने का काम किया है कि उसके एजेंडे में वर्षों से उपेक्षित दलित समाज का विशेष महत्व है। यह भी लगभग तय हो चुका है कि कोविंद ही भारत के अगले राष्ट्रपति होंगें।शुक्रवार को अपने नामांकन के बाद कोविंद ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह दलगत राजनीति से ऊपर उठ चुके हैं और सभी दलों से समर्थन की अपील भी की। विपक्ष इस बात को जानता है कि सभी दावों के बाद भी वह अपनी पसंद का राष्ट्रपति नही बना सकता है, लेकिन इसी बहाने वह अपनी राजनीतिक शक्ति दिखाने की रस्मअदायगी भर कर सकते हैं।राष्ट्रपति चुनाव : दलित उत्थान का नारा लगाने वाले रामनाथ कोविंद के नाम से सन्नाटे में क्यों हैं ? स्वच्छ छवि, सुलझा व्यक्तित्व और समन्वयकारी दृष्टि है रामनाथ कोविंद की सबसे बड़ी पूँजी भोपाल मुठभेड़ पर दिग्विजय सिंह के बड़बोले बयानों से सवालों के घेरे में कांग्रेस नये सेनाध्यक्ष की नियुक्ति का बेजा विरोध कर रहे विपक्षी दल मोदी सरकार के तीन साल बीतने के बाद कहाँ खड़ा है विपक्ष ?मीरा कुमार रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति विपक्ष
कोरियोग्राफर गणेश आचार्य जो ८५ किलो वजन घटाकर फट से फिट हो गए है८५ किलो वजन घटाकर फट से फिट हो गए कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, देखे तस्वीरें!सुधीर आ सिंह ऑन जुलाई ९, २०१७कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ना सिर्फ अपनी जबरदस्त कोरियोग्राफी बल्कि अपने बढ़े हुए के लिए भी जाने जाते है।वे अपने वजन की वजह से हमेशा सुर्ख़ियों में रहे है।लेकिन अभी हाल ही में उनकी कुछ तस्वीरें सामने आई है, जिनको देखकर आप हैरान रह जायेंगे। जी हाँ जिस कोरियोग्राफर गणेश आचार्य का वजन उनकी पहचान बन चूका था वे अब पूरी तरह बदल गये है। दरअसल वे पिछले कुछ समय से वे अपने वजन को लेकर संजीदा हो गए थे और एक साल से भी ज्यादा समय लेकर खूब मेहनत की और पसीना बहाया।जिसका नतीजा ये हुआ कि गणेश पूरे ८५ किलो वजन कम करने में कामयाब रहे।अपने इस कायाकल्प पर गणेश का कहना है कि ये मेरे लिए मुश्किल था, मैं पिछले एक-डेढ़ साल से अपने शरीर पर मेहनत कर रहा हूँ। मैंने २०१५ में आई फिल्म हे ब्रो के लिए ३०-४० किलो वजन भी बढ़ाया था और उस समय मेरा वैट २०० किलो के आसपास हो गया था, अब उसी वजन को कम करने की कोशिशे चल रही है। उन्होंने आगे बताया कि मुझे ये करना ही था, एक फिट शरीर को हासिल करना ही मेरे लिए मोटिवेशन था।उन्होंने आगे बताया कि मेरी सोच थी कि मुझे वजन घटाने को एक चैलेंज की तरह लेना था, लोगों ने गणेश आचर्य को केवल मोटा ही देखा है और मैं वो इमेज तोड़ना चाहता था। मैंने अब तक ८५ किलो वजन कम कर लिया है और मैं काफी शानदार महसूस कर रहा हूँ। गणेश ने कहा कि मैं ओवरवेट होने के बाद भी डांस कर लेता था लेकिन अब मेरे डांस में एनर्जी डबल हो गई है और मैं इस फर्क को साफ महसूस कर पा रहा हूँ।बाकई में कोरियोग्राफर गणेश आचार्य का बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन किसी इंस्पिरेशन से कम नहीं है।लोगों ने उन्हें शुरू से ऐसे ही देखा है और आज जब वे लोगों के सामने नए अवतार में हाजिर है तो सब हैरान है।फिलहाल गणेश आचार्य अपने इस ट्रांसफॉर्मेशन का विडियो यूट्यूब पर अपलोड करने का प्लान बना रहे है, ताकि बाकी लोगों को भी इससे इंस्पिरेशन मिल सके।फ्धचरेड वाइट लॉस गणेश आचार्य कोरियोग्राफर गणेश आचार्यपांडवों को वनवास भजेने वाले मामा शकुनी को पांडवों से नह ..गुस्सेबाजों के लिए भड़ास कैफे है नायाब जगह जहाँ तोड़फ ..
वर्ष २०१८ में फिर रूलाएगी प्याजजान्वरी ०६, २०१८ ०४:५९ आम इस्टखाद्य तेल आयात बढ़ने से मिलेगी राहत१५ लाख टन और अधिक दलहन का होगा उत्पादनप्याज़ की कीमतों में आया बड़ा उछालबासमती चावल की बढ़ती मांग विदेशों में होगा निर्यात : सऊदी अरबभारत से चीन को चावल की पहली खेप भेजने की तैयारीबाजरे के दाम टूट की कगार पर, दालें हुयी सस्ती और मक्के के दामों में तेज़ी के आसारदलहन की खेती करने वाले किसान हो जाए सावधान क्योंकी इस वर्ष दाल की खेती किसानों को रुलाएगी जानने के लिए पढ़े पूरी खबरचुनावी साल में प्याज अक्सर सरकार और जनता दोनों को रुलाता है। २०१८ में ८ राज्यों में चुनाव हैं और २०१९ में भी ज्यादा वक्त नहीं है। ऐसे में खबरें आ रही हैं कि आने वाले समय में प्याज जनता और सरकार दोनों को रुला सकती है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कम उत्पादन के चलते देश का प्याज उत्पादन चालू फसल वर्ष २०१७-१८ में ४.५ प्रतिशत गिरकर 2१४ लाख टन रहने का अनुमान है। २०१६-१७ में प्याज उत्पादन 22४ लाख टन रहा था। मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक चालू फसल वर्ष में प्याज की बुवाई का रकबा पिछले साल के १३ लाख हैक्टेयर के मुकाबले इस साल १.१0 लाख हैक्टेयर कम होकर ११.९ लाख हैक्टेयर पर रहा।उत्पादन कम तो महंगाई अधिकइस साल अगर उत्पादन पिछले साल से भी कम रहता है तो जाहिर तौर पर इसका असर महंगाई दर पर पड़ने वाला है। पिछले साल पर्याप्त घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करने और कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने प्याज पर ८५0 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य लगाया था। न्यूनतम निर्यात मूल्य वह मानक मूल्य दर है जिससे नीचे इस जिंस का निर्यात नहीं किया जा सकता।टमाटर-आलू का उत्पादन बेहतर रहने की संभावनाआंकड़ों के मुताबिक टमाटर-आलू का उत्पादन बेहतर रहने की संभावना है। २०१७-१८ में आलू उत्पादन ४९3 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि पिछले साल उत्पादन ४८6 लाख टन था। इसी तरह टमाटर उत्पादन २२३ लाख टन रह सकता है। २०१६-१७ में यह २०७ लाख टन था। इस साल कुल सब्जियों का उत्पादन १,८०६.८ लाख टन रहने की उम्मीद है। पिछले साल यह १,७८१.७ लाख टन थी।सब्जियों के गिरे दामों से लोगों को राहतगेहूं और सरसों को पीछे छोड़ इस बार दलहन फसलों का बोलबाला...टैग्स: #ओनीयन #एग्रिकल्चर #क्रीशिजागरण #क्रीशिजागरण #इलेक्शन२०१८ #पोल
- ट्रेनें फुल व आरक्षण के लिए लंबी लाइन, बंदा न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।बंदा ट्रेनें फुल व आरक्षण के लिए लंबी लाइन{"_ईद":"७६६०८","स्ल्ग":"बंदा-७६६०८-४१","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९१फ\उ०९४ड\उ०९३०\उ०९४७\उ०९२८\उ०९४७\उ०९०२ \उ०९२ब\उ0९४१\उ०९३२ \उ०९३५ \उ०९०६\उ०९३०\उ०९१5\उ०९४ड\उ०९३७\उ०९२3 \उ०९१5\उ०९४७ \उ०९३२\उ०९३फ\उ०९०फ \उ०९३२\उ०९०२\उ०९२च\उ०९४0 \उ०९३२\उ०९३ए\उ०९०७\उ०९२८","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३९\उ०९३० \उ०९१4\उ०९३० \उ०९३०\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}बांदा। गर्मियों की छुट्टियों में रेलों में रेला निकल पड़ा है। हर ट्रेन फुल है। आरक्षण के लिए लंबी लाइन और मारा-मारी मची है। चार माह एडवांस बुकिंग कराई गई है। बोर्ड और विश्वविद्यालय परीक्षाएं खत्म होने के बाद गर्मियों की छुट्टियां घोषित हो गई हैं। इसी के साथ यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। हर छोटी-बड़ी ट्रेन में तिल रखने को जगह नहीं है। रिजर्वेशन ढूंढे नहीं मिल रहा। मानिकपुर से दिल्ली जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की एसी प्रथम श्रेणी ११५ वेटिंग चल रही है। द्वितीय श्रेणी में १४८ और स्लीपर में १९० वेटिंग है। यह २८ जून तक की स्थिति है। इलाहाबाद से मुंबई जाने वाली सुपरफास्ट तुलसी एक्सप्रेस में एसी द्वितीय और स्लीपर में ९ जुलाई तक वेटिंग है। एसी में १०२ और स्लीपर में २०० की वेटिंग है। जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन में एसी द्वितीय श्रेणी में १३० और स्लीपर में १९० वेटिंग है। इस ट्रेन में २३ जून के बाद ही अगला आरक्षण होगा। कानपुर से रायपुर जाने वाली गरीब रथ में ७ जुलाई तक आरक्षण फुल है। इसमें १५५ वेटिंग चल रही है। कानपुर से दुर्ग जाने वाली बेतवा एक्सप्रेस में एसी द्वितीय में ७७ और स्लीपर में १०३ वेटिंग है। इस ट्रेन में २० जून तक हाउसफुल है। लखनऊ-जबलपुर चित्रकूट एक्सप्रेस में एसी द्वितीय श्रेणी में ३० और स्लीपर में ७७ वेटिंग है। १८ जून तक यही स्थिति रहेगी। कैसा लगा
मेष राशि का राशिफल रविवार ११ फेब्रुवारी २०१८ का दिन ऑफिस में काम धीरे-धीरे करें तो फायदे में रहेंगे - सबगुरु न्यूजहोम एस्ट्रोलॉजी मेष राशि का राशिफल रविवार ११ फेब्रुवारी २०१८ का दिन ऑफिस में...मेष राशि का राशिफल रविवार ११ फेब्रुवारी २०१८ का दिन ऑफिस में काम धीरे-धीरे करें तो फायदे में रहेंगेमेष राशि का राशिफल रविवार ११ फेब्रुवारी २०१८ का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए पढ़े आज का भविष्यफल।पिछला लेखसभी राशियों का राशिफल रविवार ११ फेब्रुवारी २०१८ का दिन ऑफिस में काम धीरे-धीरे करें तो फायदे में रहेंगेअगला लेखवृष राशि का राशिफल रविवार ११ फेब्रुवारी २०१८ का दिन टेंशन खत्म हो सकती है
शहर में कल सूपर मून का नज़ारा - थे शियासत डेलीशहर में कल सूपर मून का नज़ारामई ५, २०१२, १:१५ प्म इस्ट हैदराबाद न्यूजसूपर मून या मुकम्मल चांद का नज़ारा करने के लिए शहरियों को एक मौक़ा नसीब हो रहा है । ६ मई को सूपर मून साल २०१२ वक़ूअ(जाहिर) होगा । चांद कुर्राह-ए-अर्ज़ (जमीन)के करीब पहूंचेगा और इस का हजम(साइज) बढ़ जाएगा । कुर्राह-ए-अर्ज़(जमीन) और चांद के दरसूपर मून या मुकम्मल चांद का नज़ारा करने के लिए शहरियों को एक मौक़ा नसीब हो रहा है । ६ मई को सूपर मून साल २०१२ वक़ूअ(जाहिर) होगा । चांद कुर्राह-ए-अर्ज़ (जमीन)के करीब पहूंचेगा और इस का हजम(साइज) बढ़ जाएगा । कुर्राह-ए-अर्ज़(जमीन) और चांद के दरमियान का फ़ासिला 3५६९५५ कीलो मीटर और इस का हुजम ०.५५१५ डिग्री होगा ।ये चांद कल रात ९.०५ मिनट को देखाई देगा और पहले से ज़्यादा रोशन होगा । सियासत की नुमाइंदा रत्ना चोटरानी से बात चीत करते हुए नेहरू पलानेटरियम मुंबई के डायरेक्टर डाक्टर अरविंद परानजपाई ने बताया कि दिलचस्प बात ये है कि६ मई के दिन चांद मग़रिबी उफ़क़(पश्चिमी आसमान) पर चंद लम्हों के लिए नमूदार होगा और इसी दिन शाम को ग़ुरूब आफ़ताब के बाद तकरीबन एक घंटा जगमगाता रहेगा । ६ मई को होने वाले मुकम्मल चांद की साइज़ पहले से ११ फीसद ज़्यादा होगी ।
डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची भारत में४ जीबी रैम के साथ ज़्ते ६ इंच फोन जिनकी कीमत १५००० रुपये से कम हैंफास्ट चार्जिंग समर्थन के साथ ज़्ते एचडी डिस्प्ले फ़ोन जिनकी कीमत ४0000 रुपये से कम हैं५०००० के तहत ज़्ते ५ इंच मोबाइल फोनफास्ट चार्जिंग समर्थन के साथ ज़्ते ५.५ इंच फोन जिनकी कीमत ५०००० रुपये से कम हैंफ़िंगरप्रिंट समर्थन के साथ ज़्ते ऑक्टा कोर फ़ोन जिनकी कीमत २०००० रुपये से कम हैंफ़िंगरप्रिंट समर्थन के साथ ज़्ते एचडी डिस्प्ले फ़ोन जिनकी कीमत ४0000 रुपये से कम हैं१२८ जीबी स्टोरेज के साथ ज़्ते वायरलेस चार्जिंग फ़ोन मूल्य सूचीक्या आप डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची खोज रहे हैं? यहां हमने डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के बारे में लिखा है जो फेब्रुवारी, २०२० के लिए है जो आपके बजट को फिट करता है और अच्छा प्रदर्शन देता है। हम भारत में डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची लाते हैं। अपने बजट के तहत शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची की सूची प्राप्त करें। आप म्र. फोन स्कोर, कीमतें, संबंधित डिवाइस और संबंधित उपकरणों से उनकी तुलना कर सकते हैं।डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची की सूची (२८ फेब्रुवारी २०२०)ज़्ते न्यूबिया ज़११ मैक्स - ४४/१००ज़्ते न्यूबिया ज़११ मिनी - ३९/१००ज़्ते एक्सोन १०स प्रो ५ग सबसे अच्छा डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है और यह भी बहुत आकर्षक लग रहा है। इस फोन के मूल में क्वाल्कम स्नाद्रगन ८६५ है, जो १२ गब के साथ अपेक्षाकृत चिकनी उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करता है। ज़्ते एक्सोन १०स प्रो ५ग में एक ४८ म्प पिछला कैमरा सेटअप और एक २० म्प फ्रंट कैमरा है। ये दोनों कैमरे सक्षम निशानेबाजों हैं। १२८ गब का ऑनबोर्ड संग्रहण आपकी सभी फ़ाइलों के लिए पर्याप्त होना चाहिए। ज़्ते एक्सोन १०स प्रो ५ग एक फीचर पैक स्मार्टफोन है, यही कारण है कि यह अनिवार्य रूप से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बन जाता है।ज़्ते एक्सोन १० प्रो आसानी से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। प्रदर्शन को क्वाल्कम स्नाद्रगन ८५५ एसओसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो फोन को काफी शक्तिशाली बनाता है। रैम के १२ गब द्वारा प्रदर्शन को और बढ़ाया गया है। इसमें आंतरिक भंडारण की १२८ गब है। पीठ पर एक ४८ म्प कैमरा है, जो कि इस श्रेणी के फोन डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में हमने देखा है सबसे अच्छा है। और, ज़्ते एक्सोन १० प्रो के सामने एक २० म्प कैमरा भी है जो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची पर विचार करते समय बाहर निकलना कठिन होता है।ज़्ते एक्सोन १० प्रो ५ग आसानी से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। प्रदर्शन को क्वाल्कम स्नाद्रगन ८५५ एसओसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो फोन को काफी शक्तिशाली बनाता है। रैम के ६ गब द्वारा प्रदर्शन को और बढ़ाया गया है। इसमें आंतरिक भंडारण की १२८ गब है। पीठ पर एक ४८ म्प कैमरा है, जो कि इस श्रेणी के फोन डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में हमने देखा है सबसे अच्छा है। और, ज़्ते एक्सोन १० प्रो ५ग के सामने एक २० म्प कैमरा भी है जो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची पर विचार करते समय बाहर निकलना कठिन होता है।ज़्ते एक्सोन ९ प्रो सबसे अच्छा डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है और यह भी बहुत आकर्षक लग रहा है। इस फोन के मूल में क्वाल्कम स्नाद्रगन ८४५ है, जो ६ गब के साथ अपेक्षाकृत चिकनी उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करता है। ज़्ते एक्सोन ९ प्रो में एक १२ म्प पिछला कैमरा सेटअप और एक २० म्प फ्रंट कैमरा है। ये दोनों कैमरे सक्षम निशानेबाजों हैं। १२८ गब का ऑनबोर्ड संग्रहण आपकी सभी फ़ाइलों के लिए पर्याप्त होना चाहिए। ज़्ते एक्सोन ९ प्रो एक फीचर पैक स्मार्टफोन है, यही कारण है कि यह अनिवार्य रूप से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बन जाता है।ज़्ते एक्सोन ७स सबसे अच्छा डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है और यह भी बहुत आकर्षक लग रहा है। इस फोन के मूल में क्वाल्कम स्नाद्रगन ८२१ म्स्म८९९६ प्रो है, जो ६ गब के साथ अपेक्षाकृत चिकनी उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करता है। ज़्ते एक्सोन ७स में एक २० म्प पिछला कैमरा सेटअप और एक ८ म्प फ्रंट कैमरा है। ये दोनों कैमरे सक्षम निशानेबाजों हैं। १२८ गब का ऑनबोर्ड संग्रहण आपकी सभी फ़ाइलों के लिए पर्याप्त होना चाहिए। ज़्ते एक्सोन ७स एक फीचर पैक स्मार्टफोन है, यही कारण है कि यह अनिवार्य रूप से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बन जाता है।ज़्ते एक्सोन ७ ठोस निर्माण और प्रदर्शन चॉप के साथ एक फोन है। और इसलिए, यह शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक के रूप में एक आसान पिक बन जाता है। ज़्ते एक्सोन ७ एक क्वाल्कम स्नाद्रगन ८२० म्स्म८९९६ द्वारा संचालित है जो सुनिश्चित करता है कि यह आसानी से चिपकता रहता है। इसके अलावा, ज़्ते एक्सोन ७ पर बैटरी जीवन आसानी से आकस्मिक उपयोग पर एक दिन तक चलना चाहिए। फ़ोन पर २० म्प पीछे का कैमरा काफी अच्छा है, विशेष रूप से उस मूल्य सीमा पर विचार करना जो इसमें फिट बैठता है। जब यह ८ म्प सेल्फी शूटर के साथ मिलकर बनता है, तो ज़्ते एक्सोन ७ को सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाता है।ज़्ते एक्सोन ७ प्रीमियम सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें क्वाल्कम स्नाद्रगन ८२० म्स्म८९९६ और ६ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते एक्सोन ७ प्रीमियम से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए १२८ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर २० म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ८ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते एक्सोन ७ प्रीमियम को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड १० प्राइम निस्संदेह सर्वश्रेष्ठ डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। रैम के ३ गब के साथ एक शक्तिशाली मेडियाटेक हेलियो प६0 (म्त६७७१) इस फोन के मूल में बैठता है। मोर्चे पर, फोन में ६.३ इंचा १०८0 क्स २२८0 पिक्सेल्स डिस्प्ले है, जो पाठ पढ़ने और छवियों / वीडियो देखने के लिए अच्छा है। फोन में पीछे की ओर १६ म्प कैमरा है, और फ्रंट पर १६ म्प है। फ़ोन के अंदर ३१०० माह एक ही चार्ज पर पूरे दिन के लिए आखिरी बार अनुकूलित है। विनिर्देशों को देखने के बाद यह कहना आसान है कि ज़्ते ब्लेड १० प्राइम शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है।ज़्ते ब्लेड २० स्मार्ट सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें मेडियाटेक हेलियो प६0 (म्त६७७१) और ४ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते ब्लेड २० स्मार्ट से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए १२८ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर १६ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ८ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते ब्लेड २० स्मार्ट को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड आ७स सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें मेडियाटेक हेलियो प२२ (म्त६७६२) और ४ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते ब्लेड आ७स से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए ६४ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर १६ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ५ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते ब्लेड आ७स को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड आ७ प्राइम आसानी से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। प्रदर्शन को मेडियाटेक हेलियो आ२२ (म्त६७६१) एसओसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो फोन को काफी शक्तिशाली बनाता है। रैम के २ गब द्वारा प्रदर्शन को और बढ़ाया गया है। इसमें आंतरिक भंडारण की ३२ गब है। पीठ पर एक १६ म्प कैमरा है, जो कि इस श्रेणी के फोन डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में हमने देखा है सबसे अच्छा है। और, ज़्ते ब्लेड आ७ प्राइम के सामने एक ८ म्प कैमरा भी है जो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची पर विचार करते समय बाहर निकलना कठिन होता है।ज़्ते एक्सोन मैक्स सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें क्वाल्कम स्नाद्रगन ६१७ म्स्म८९५२ और ३ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते एक्सोन मैक्स से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए ३२ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर १६ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक १३ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते एक्सोन मैक्स को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड आ७ २०२० आसानी से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। प्रदर्शन को मेडियाटेक हेलियो प२२ (म्त६७६२) एसओसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो फोन को काफी शक्तिशाली बनाता है। रैम के २ गब द्वारा प्रदर्शन को और बढ़ाया गया है। इसमें आंतरिक भंडारण की ३२ गब है। पीठ पर एक १६ म्प कैमरा है, जो कि इस श्रेणी के फोन डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में हमने देखा है सबसे अच्छा है। और, ज़्ते ब्लेड आ७ २०२० के सामने एक ८ म्प कैमरा भी है जो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची पर विचार करते समय बाहर निकलना कठिन होता है।ज़्ते न्यूबिया ज़९ ठोस निर्माण और प्रदर्शन चॉप के साथ एक फोन है। और इसलिए, यह शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक के रूप में एक आसान पिक बन जाता है। ज़्ते न्यूबिया ज़९ एक क्वाल्कम स्नाद्रगन ८१० म्स्म८९९४ द्वारा संचालित है जो सुनिश्चित करता है कि यह आसानी से चिपकता रहता है। इसके अलावा, ज़्ते न्यूबिया ज़९ पर बैटरी जीवन आसानी से आकस्मिक उपयोग पर एक दिन तक चलना चाहिए। फ़ोन पर १६ म्प पीछे का कैमरा काफी अच्छा है, विशेष रूप से उस मूल्य सीमा पर विचार करना जो इसमें फिट बैठता है। जब यह ८ म्प सेल्फी शूटर के साथ मिलकर बनता है, तो ज़्ते न्यूबिया ज़९ को सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाता है।ज़्ते न्यूबिया ज़११ निस्संदेह सर्वश्रेष्ठ डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। रैम के ४ गब के साथ एक शक्तिशाली क्वाल्कम स्नाद्रगन ८२० म्स्म८९९६ इस फोन के मूल में बैठता है। मोर्चे पर, फोन में ५.५ इंचा १०८0 क्स १९२० पिक्सेल्स डिस्प्ले है, जो पाठ पढ़ने और छवियों / वीडियो देखने के लिए अच्छा है। फोन में पीछे की ओर १६ म्प कैमरा है, और फ्रंट पर ८ म्प है। फ़ोन के अंदर ३000 माह एक ही चार्ज पर पूरे दिन के लिए आखिरी बार अनुकूलित है। विनिर्देशों को देखने के बाद यह कहना आसान है कि ज़्ते न्यूबिया ज़११ शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है।ज़्ते ब्लेड आ५ २०२० आसानी से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। प्रदर्शन को यूनिसोक स्क९८६३आ एसओसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो फोन को काफी शक्तिशाली बनाता है। रैम के २ गब द्वारा प्रदर्शन को और बढ़ाया गया है। इसमें आंतरिक भंडारण की ३२ गब है। पीठ पर एक १३ म्प कैमरा है, जो कि इस श्रेणी के फोन डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में हमने देखा है सबसे अच्छा है। और, ज़्ते ब्लेड आ५ २०२० के सामने एक ८ म्प कैमरा भी है जो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची पर विचार करते समय बाहर निकलना कठिन होता है।ज़्ते एक्सोन ७ मैक्स ठोस निर्माण और प्रदर्शन चॉप के साथ एक फोन है। और इसलिए, यह शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक के रूप में एक आसान पिक बन जाता है। ज़्ते एक्सोन ७ मैक्स एक क्वाल्कम स्नाद्रगन ६२५ म्स्म८९५३ द्वारा संचालित है जो सुनिश्चित करता है कि यह आसानी से चिपकता रहता है। इसके अलावा, ज़्ते एक्सोन ७ मैक्स पर बैटरी जीवन आसानी से आकस्मिक उपयोग पर एक दिन तक चलना चाहिए। फ़ोन पर १३ म्प पीछे का कैमरा काफी अच्छा है, विशेष रूप से उस मूल्य सीमा पर विचार करना जो इसमें फिट बैठता है। जब यह १३ म्प सेल्फी शूटर के साथ मिलकर बनता है, तो ज़्ते एक्सोन ७ मैक्स को सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाता है।ज़्ते न्यूबिया ज़११ मैक्स ठोस निर्माण और प्रदर्शन चॉप के साथ एक फोन है। और इसलिए, यह शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक के रूप में एक आसान पिक बन जाता है। ज़्ते न्यूबिया ज़११ मैक्स एक क्वाल्कम स्नाद्रगन ६५२ म्स्म८९७६ द्वारा संचालित है जो सुनिश्चित करता है कि यह आसानी से चिपकता रहता है। इसके अलावा, ज़्ते न्यूबिया ज़११ मैक्स पर बैटरी जीवन आसानी से आकस्मिक उपयोग पर एक दिन तक चलना चाहिए। फ़ोन पर १६ म्प पीछे का कैमरा काफी अच्छा है, विशेष रूप से उस मूल्य सीमा पर विचार करना जो इसमें फिट बैठता है। जब यह ८ म्प सेल्फी शूटर के साथ मिलकर बनता है, तो ज़्ते न्यूबिया ज़११ मैक्स को सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाता है।ज़्ते टॉ मैक्स २ सबसे अच्छा डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है और यह भी बहुत आकर्षक लग रहा है। इस फोन के मूल में क्वाल्कम स्नाद्रगन ४३0 म्स्म८९३७ है, जो ३ गब के साथ अपेक्षाकृत चिकनी उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करता है। ज़्ते टॉ मैक्स २ में एक १६ म्प पिछला कैमरा सेटअप और एक ८ म्प फ्रंट कैमरा है। ये दोनों कैमरे सक्षम निशानेबाजों हैं। ३२ गब का ऑनबोर्ड संग्रहण आपकी सभी फ़ाइलों के लिए पर्याप्त होना चाहिए। ज़्ते टॉ मैक्स २ एक फीचर पैक स्मार्टफोन है, यही कारण है कि यह अनिवार्य रूप से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बन जाता है।ज़्ते ब्लेड आ६ प्रीमियम सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें क्वाल्कम स्नाद्रगन ४३५ म्स्म८९४0 और ३ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते ब्लेड आ६ प्रीमियम से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए ३२ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर १३ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ८ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते ब्लेड आ६ प्रीमियम को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड आ६ सबसे अच्छा डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है और यह भी बहुत आकर्षक लग रहा है। इस फोन के मूल में क्वाल्कम स्नाद्रगन ४३५ म्स्म८९४0 है, जो ३ गब के साथ अपेक्षाकृत चिकनी उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करता है। ज़्ते ब्लेड आ६ में एक १३ म्प पिछला कैमरा सेटअप और एक ५ म्प फ्रंट कैमरा है। ये दोनों कैमरे सक्षम निशानेबाजों हैं। ३२ गब का ऑनबोर्ड संग्रहण आपकी सभी फ़ाइलों के लिए पर्याप्त होना चाहिए। ज़्ते ब्लेड आ६ एक फीचर पैक स्मार्टफोन है, यही कारण है कि यह अनिवार्य रूप से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बन जाता है।ज़्ते ब्लेड व८ प्रो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें क्वाल्कम स्नाद्रगन ६२५ म्स्म८९५३ और ३ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते ब्लेड व८ प्रो से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए ३२ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर १३ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ८ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते ब्लेड व८ प्रो को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते हॉकेये सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें क्वाल्कम स्नाद्रगन ६२५ म्स्म८९५३ और ३ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते हॉकेये से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए ३२ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर १३ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ८ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते हॉकेये को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड आ६ मैक्स आसानी से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। प्रदर्शन को क्वाल्कम स्नाद्रगन २१० म्स्म८९0९ एसओसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो फोन को काफी शक्तिशाली बनाता है। रैम के २ गब द्वारा प्रदर्शन को और बढ़ाया गया है। इसमें आंतरिक भंडारण की १६ गब है। पीठ पर एक ८ म्प कैमरा है, जो कि इस श्रेणी के फोन डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में हमने देखा है सबसे अच्छा है। और, ज़्ते ब्लेड आ६ मैक्स के सामने एक ५ म्प कैमरा भी है जो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची पर विचार करते समय बाहर निकलना कठिन होता है।ज़्ते न्यूबिया ज़११ मिनी सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें क्वाल्कम स्नाद्रगन ६१७ म्स्म८९५२ और ३ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते न्यूबिया ज़११ मिनी से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए ६४ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर १६ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ८ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते न्यूबिया ज़११ मिनी को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड आ६ लीट सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची के लिए सही उम्मीदवार है। इसमें क्वाल्कम स्नाद्रगन २१० म्स्म८९0९ और २ गब रैम है। एक साथ संयुक्त, आप ज़्ते ब्लेड आ६ लीट से एक शक्तिशाली प्रदर्शन मिलता है। आपको अपनी फाइलों और मल्टीमीडिया सामग्री के लिए १६ गब भी मिलती है। कैमरे के लिए आपको पीछे की ओर ८ म्प कैमरा सेटअप और फ्रंट पर एक ५ म्प मिलता है। अंदर की बैटरी क्षमता में है और ज़्ते ब्लेड आ६ लीट को शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक बनाने में अंतिम टुकड़ा बन जाती है।ज़्ते ब्लेड आ२ प्लस निस्संदेह सर्वश्रेष्ठ डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। रैम के ३ गब के साथ एक शक्तिशाली मेडियाटेक म्त६७५0त इस फोन के मूल में बैठता है। मोर्चे पर, फोन में ५.५ इंचा १०८0 क्स १९२० पिक्सेल्स डिस्प्ले है, जो पाठ पढ़ने और छवियों / वीडियो देखने के लिए अच्छा है। फोन में पीछे की ओर १३ म्प कैमरा है, और फ्रंट पर ८ म्प है। फ़ोन के अंदर ४९00 माह एक ही चार्ज पर पूरे दिन के लिए आखिरी बार अनुकूलित है। विनिर्देशों को देखने के बाद यह कहना आसान है कि ज़्ते ब्लेड आ२ प्लस शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है।ज़्ते ब्लेड आ६0१ आसानी से शीर्ष डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में से एक है। प्रदर्शन को मेडियाटेक म्त६७३५प एसओसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो फोन को काफी शक्तिशाली बनाता है। रैम के १ गब द्वारा प्रदर्शन को और बढ़ाया गया है। इसमें आंतरिक भंडारण की ८ गब है। पीठ पर एक ८ म्प कैमरा है, जो कि इस श्रेणी के फोन डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची में हमने देखा है सबसे अच्छा है। और, ज़्ते ब्लेड आ६0१ के सामने एक २ म्प कैमरा भी है जो सर्वोत्तम डुअल सिम के साथ ज़्ते फ़ास्ट चार्जिंग फोन मूल्य सूची पर विचार करते समय बाहर निकलना कठिन होता है।
बिट्ररेक्स बिटकॉइन नकद प्लस - प्रत्यक्ष शेयर निवेश कंपनियोंने बि टकॉ इन के ना म पर ३६. कॉ इन एक् सचे ं ज बि टकॉ न: बि टकॉ इन वि नि मय बॉ ट २१ फ़रवरी.पर १० ला ख नकद और. बि टकॉ इन को ले कर वि त् त मं त् रा लय की तरफ से चे ता वनी जा री की गई है और लो गो ं से सा वधा न रहने को कहा है.डि जि टल का अर् थ है की बि टकॉ इन का नि र् मा ण कं प् यू टर के द् वा रा एक गणि ती य प् रणा ली को हल करके कि या जा ता है. - नि फ़ ् टी. दो स् तो इस वी डि यो मे आपने जा ना की आप बि टकॉ इन कै से कमा सकते है । बि टकॉ इन कमा ने के ३ सब से बे स् ट तरी के है - १. अगर आप भी बि टकॉ इन मे ं पै सा लगा ते है ं, तो सा वधा नी से इस खबर को पढ़ े ं.अप्र ०८, रबी के प् रति बं ध पर धरा शा यी हु आ बि टकॉ इन;. ४ नवं बर. कॉ इन एक् सचे ं ज बि टकॉ न: क् रि प् टो क् यू रे ं सी एक् सचे ं ज ला इटको इन खरी दे ं ६९२३ बे चना ६२०६ बि टकॉ इन कै श खरी दे ं रै पल खरी दे ं १5 खरी दे ं. बि टकॉ इन ब् लॉ ककै न ने टवर् क यू ट् यू ब बि टकॉ इन ब् लॉ कचै न ने टवर् क फ् री सै टो शी नल बि टको इन प् री बि टकॉ इन एन डा यरे क् ट बि टको बै ं क खा ते मे ं अचै ट बि टकॉ इन बि टकॉ इन सी ज़ मु फ् त बि टकॉ इन को तु रं त डा उनलो ड करे ं बि टकॉ इन एक् सचे ं जर बि टकॉ इन डा उनलो ड.बिट्ररेक्स बिटकॉइन नकद प्लस. वे ब सर् फ( एड्स क्लिक सोम टास्क्स कपचा) २. आम तौ र पर ले न- दे न के लि ये प् रयो ग की जा ने वा ली मु द् रा जै से की रु पया डॉ लर ये न आदि. दरअसल, आयकर वि भा ग ने बि टकॉ इन मे ं अपना पै सा लगा ने वा ले ' कु छ ला ख' लो गो ं को नो टि स भे जा है.बि टकॉ इन क् रि प् टो कॉ इन एक् सचे ं ज पे पा पल हॉ ट वॉ ले ट वा ला ले क के सा थ बि टकॉ इन खरी दते है ं १ बि टकॉ इन बि टकॉ इन एड् रे स बि टकॉ इन कै से प् रा प् त करे ं प् लस बी टी सी बि टकॉ इन ला यक बि टकॉ इन डबु लर खरी दे ं बि टकॉ इन री डि ट ट् रे डि ं ग बी टी सी बि टकॉ इन चा र् ट. यदि हम दु नि या की सबसे मू ल् यवा न और शक् ति शा ली मु द् रा की बा त करे ं तो अमे रि का की मु द् रा डॉ लर का ना म सबसे ऊपर आता है । ले कि न आपको यह जा नकर है रा नी हो गी कि दु नि या की सबसे मू ल् यवा न मु द् रा, अमे रि की डॉ लर से १700 गु ना ज् या दा मू ल् यवा न है और दु नि या के सबसे अमी र वर् ग मे ं इसे खरी दने का क् रे ज है । यह मु द् रा बि टकॉ इन ( बित्कोइन) है । इस मु द् रा के प् रति इतना क् रे ज हो ने का मु ख् य का रण इस मु द् रा का दु नि या मे ं सबसे सु रक् षि त नि वे श मा ना जा ना तथा इसे कि सी भी दे श या सरका र द् वा रा. बिट्ररेक्स बिटकॉइन नकद प्लस. बि टकॉ इन - वि कि पी डि या दु नि या भर मे ं १ करो ड़ से अधि क बि टकॉ इन है ं । बि टकॉ इन एक वर् चु अल या नी आभा सी मु द् रा है, आभा सी मतलब कि अन् य मु द् रा की तरह इसका को ई भौ ति क स् वरु प नही ं है यह एक डि जि टल करे ं सी है । यह एक ऐसी करे ं सी है जि सको आप ना तो दे ख सकते है ं और न ही छू सकते है ं । यह के वल इले क् ट् रॉ नि कली स् टो र हो ती है । अगर कि सी के पा स बि टकॉ इन है तो वह आम मु द् रा की तरह ही सा मा न खरी द सकता है । वर् तमा न मे ं सं सा र मे ं बि टकॉ इन का फी लो कप् रि य हो रहा है । इसका आवि ष् का र सा तो शी नका मो तो ना मक एक अभि यं ता ने मे ं कि या था.मे ं नकद जमा का. बित्कोइन की ता ज़ ा ख़ बर, ब् रे कि ं ग न् यू ज़ इन हिन्दी - नत्व.बि टकॉ इन या अन् य. इसे चला ने का को ई मा न् य तरी का भी नही ं है. ३ फ़रवरी. बि टकॉ इन और बि टकॉ इन मा इनि ं ग, बित्कोइन इन हिन्दी भा ग १.उसका कहना है कि ये फर् जी चि टफं ड की तरह है और इसे सरका री सं स् था नही ं चला ती है. नि र् मा ता फी स का भु गता न तब कि या जा ता है जब आप हमा री ऑर् डर बु क मे ं नकदी बे चते है ं, तो बि क् री के लि ए टि कर मू ल् य के ऊपर और ऊपर से वि की के लि ए टि कर मू ल् य के तहत.खरी द सके ं गे बि टकॉ इन,. मे ं सबसे भा री कमा ई जि न मा ध् यमो ं से लो गो ं ने की, उनमे ं बि टकॉ इन भी शा मि ल है ं. वि नि यमन ए प् लस दो. औसत से आगे बढ़ - ला गत - २- बे डरू म - फ् लै ट गेट लिंक; फेसबुक; ट्विटर; पिंटरेस्ट; गूगल+ ; ईमेल; ओदर आप्स.गै ले क् सी एस९ और एस९ प् लस के लॉ न् च ऑफर की बा त करे ं तो एचडी एफसी डे बि ट व क् रे डि ट का र् ड धा रको ं को ६, ००० रु पए का कै शबै क दि या जा एगा । इसके सा थ ही. क् रा इम प् लस;. मार २२, बॉ लि वु ड अभि ने ता शा हरु ख खा न को इनकम टै क् स डि पा र् टमे ं ट के खि ला फ का नू नी मा मले मे ं. ले कि न भा रत सरका र ने सा फ कर दि या है कि इस वर् चु अल करे ं सी को को ई आधि का रि क मा न् यता नही ं है.बिट्ररेक्स बिटकॉइन नकद प्लस. क् यो ं नही ं हु ई टा इगर की शा दी. ( व्हेट इस बित्कोइन इंफोरमेशन इन हिन्दी) व् हा ट इस बि टकॉ इन इन हि ं दी?बि टकॉ इन की शु रु आत मे ं सा तो शी ना का मो तो ना मक एक व् यक् ति ने की थी. के ं द् री य प् रत् यक् ष कर बो र् ड ( सी बी डी टी ) के चे यरमै न सु शी ल चं द् रा ने कहा कि अब वि भा ग इस तरह के नि वे श पर कर वसू ली का प् रया स कर रहा है. लो गो ं के सा थ धो खा धड़ ी हो सकती है.बित्कोइन ( बि टकॉ इन) : थे मोस्ट वैल्युएबल करेंसी ऑफ थे वर्ल्ड १३ मई. सी बी एसई का ये भी पर् चा हु आ था ली क. बि टकॉ इन की जा नका री, बि टकॉ इन क् या है? बि टकॉ इन की जा नका री, बि ट कॉ इन क् या है?बि टकॉ इन एक डि जि टल मु द् रा है. वि त् त मं त् रा लय ने कहा कि इस तरह की करे ं सी मे ं नि वे श.बा य/ से ल. नि वे शक $ २5 नकद प् लस $ २5. मा ना जा ता है की यह एक छदम ना म है और सा तो शी ना का मो तो कौ न है, यह को ई नही ं जा नता है. जे ड प् लस.दो स् तो आशा करता हू ँ आज की इस बि टकॉ इन से सम् बन् धि त महत् वपू र् ण जा नका री को आपने दे खा हो गा ओर बि टकॉ इन के बा रे मे जा ना हो गा की बि टकॉ इन क् या है, इसका जनक को न है,. रबी के प् रति बं ध पर धरा शा यी हु आ बि टकॉ इन;. ला ख नकद.पर्थ में संपत्ति निवेश कंपनियोंसिएटल में अचल संपत्ति निवेश कंपनियोंथोक में सेप्टा टोकन खरीदें४0 प् लस. मई १8, सो लह मई को रै ं समवे यर वा यरस के जरि ए दु नि या भर मे ं हु आ सा इबर हमला हमा रे दे श की जनता, सू चना प् रौ द् यो गि की वि शे षज् ञो ं.बि टकॉ इन नकद. के लि ए नए क् रि प् टो क् यू रे ं सी का एक प् रमु ख प् लस.लो कसभा : बि टकॉ इन पर नि गरा नी के लि ए तं त् र बना ने की मा ं ग उठी.बि टकॉ इन आभा सी मु द् रा का मु द् दा गु रु वा र को लो कसभा मे ं उठा और भा जपा के एक सदस् य ने इस पर नि गरा नी के लि ए तं त् र बना ने की मा ं ग की । शू न् यका ल मे ं इस वि षय को उठा ते हु ए भा जपा के अजय मि श् रा ने कहा कि, दे श. तु, 0४: २0 प्म इस्ट लोक सभा बित्कोइन वर्चुअल करेंसी ब्जप मॉनीटरिंग अन् य. बि टकॉ इन ( बित्कोइन) कै से और कहा से ख़ री दे - कैचो बि टकॉ इन आज कल दि न प् रति दि न का फी पो पु लर हो ता जा रहा है एक समय था जब बि टकॉ इन की की मत इतनी कम था की को ई इसमे ं इन् वे स् ट करना ही नही ं चा हता ले कि न आज दे खो दे श भर मे ं इसे खरी दने की हो ड़ लगी है हर को ई बि टकॉ इन को खरी दने के पी छे पा गल है ले कि न कु छ लो गो को नही ं पता की आखि र ये बि टकॉ इन ख़ री दे कहा से इसे कै से ख़ री दा और बे चा जा ता है तो आज इस आर् टि कल मे ं हम आपको बता एँ गे आखि र ये बि टकॉ इन हो ता क् या है इसे कै से ख़ री दे और बे चे?मेरे पास बस टोकन कहाँ खरीदने के लिए
लालू और राबड़ी के नाम पर होगा मंदिर का निर्माण | लालू और राबड़ी के नाम पर होगा मंदिर का निर्माण - हिन्दी ओनेइंडियालालू और राबड़ी के नाम पर होगा मंदिर का निर्माण| पबलिश्ड: तुएस्ड्य, मार्च ३, २००९, ३:५१ [इस्ट]मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष राजेश्वर यादव ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया कि इस मंदिर निर्माण पर ५४ लाख रुपये खर्च करने की योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि इस मंदिर को राजनीति से जोड़कर लोगों को नहीं देखना चाहिए। इस मंदिर के लिए गांव के ही हरिवंश यादव की पत्नी मुखिया देवी ने अपनी जमीन भी दान में दी है।स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: तुएस्ड्य, मार्च ३, २००९, ३:५१ [इस्ट]
श्री राधे गुरू मां : माँ दुर्गा की उत्पत्ति की कहानी और जानिए, महाभारत से है क्या है नवरात्र का नाता?माँ दुर्गा को अदि शक्ति, शक्ति, भवानी, और जगदम्बा जैसे कई नामों से पूजते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार माँ दुर्गा का जन्म राक्षसों का नाश करने के लिए हुआ था। यही कारण हैं कि हम नवरात्र में माँ दुर्गा की पूजा करते हैं। इन दिनों में माता की पूजा और भक्ति का फल जल्दी मिलता है। इसका कारण यह माना जाता है कि मां नवरात्र के नौ दिनों में पृथ्वी पर आकर भक्तों के बीच रहती हैं। इसलिए मां को खुश करने के लिए भक्त विधि-विधान पूर्वक आरती, पूजा एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं।कथा के अनुसार महिषासुर का जन्म पुरुष और महिषी (भैंस) के संयोग से हुआ था। इसलिए उसे महिषासुर कहा जाता था। वह अपनी इच्छा के अनुसार भैंसे व इंसान का रूप धारण कर सकता था। उसने अमर होने की इच्छा से ब्रह्मा को प्रसन्न करने के लिए बड़ी कठिन तपस्या की। ब्रह्माजी उसके तप से प्रसन्न हुए। उन्होंने उसे आशीर्वाद दिया और इच्छानुसार वर मांगने को कहा।महिषासुर ने उनसे अमर होने का वर मांगा। ब्रह्माजी ने कहा जन्मे हुए जीव का मरना तय होता है। महिषासुर ने बहुत सोचा और फिर कहा- आप मुझे ये आशीर्वाद दें कि देवता, असुर और मानव कोई भी मुझे न मार पाए। किसी स्त्री के हाथ से मेरी मृत्यु हो। ब्रह्माजी 'एवमस्तु यानी ऐसा ही हो कहकर अपने लोक चले गए। वरदान पाकर महिषासुर ने तीनो लोकों पर आतंक मचा दिया। फिर उसने देवताओं के इन्द्रलोक पर आक्रमण किया। जिससे सारे देवता परेशान हो गए। इसके चलते सभी देवता ने देवी का आवाहन किया और तब देवी की उत्पत्ति हुई। कहा जाता है कि देवी का युद्ध महिषासुर से नौ दिनों तक चला था। और नवे दिन माँ ने महिषासुर वध किया था।महाभारत से ताल्लुक ऐसी ही एक और कहानी है महाभारत से भी आती है। महाभारत के युद्ध से पहले भगवान कृष्ण ने अर्जुन को माँ वैष्णो की गुफा में पूजा करने को कहा था। ऐसा कहा जाता है कि नवरात्र के आखरी दिन पांडवों ने अपनी पहचान बता दी थी। यह उनके वनवास का आखिरी समय था। इसी दिन उन्होंने शमी के पेड़ से अपने सारे हथियार निकाल लिए जो उन्हों ने राजा विराट के महल में प्रवेश शमी के पेड़ के नीचे छुपाये थे। इसीलिए विजया दश्मी के दिन शमी की पत्तियों का भेट की जाती हैं जिससे जीत और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।सोर्स :- बाय ममतमाई श्री राधे गुरू मां एट १२:२३ अम्लेबल्स: दुर्गा, मां दुर्गा, राधे मां, श्री राधे मां
नॉच डिस्प्ले वाले ऑनर ८आ प्रो की इतनी हो सकती है कीमत, खास हैं फीचर्स - अच्छिन्यूज.कॉम अच्छी न्यूज़ डॉट कॉमहोम न्यूज१८-टेक-न्यूज नॉच डिस्प्ले वाले ऑनर ८आ प्रो की इतनी हो सकती है कीमत, खास हैं फीचर्सनॉच डिस्प्ले वाले ऑनर ८आ प्रो की इतनी हो सकती है कीमत, खास हैं फीचर्सऑनर ने अपना नया बजट फोन ऑनर ८आ प्रो लॉन्च कर दिया है. बजट फोन होने के बावजूद इसमें नॉच जैसी खूबी दी गई है. ये फोन लेटेस्ट सॉफ्टवेयर अंड्रॉयड ९ पिए पर काम करता है. कंपनी ने इसमें ६.०९ इंच का इप्स हद+ डिस्प्ले दिया है, जिसका असपेक्ट रेशियो ऐस्पेक्ट रेश्यो १९.५.९ का है. यह स्मार्टफोन मेडियाटेक हेलियो प३५ प्रॉसेसर पर चलता है. ऑनर ८आ प्रो में ३गब रैम के साथ ६४गब की इंटर्नल स्टोरेज दी गई है, जिसे माइक्रो एसडी कार्ड के जरिए ५१२गब तक बढ़ाया जा सकता है. कंपनी ने इस फोन को दो कलर वेरिएंट्स ब्लैक और ब्लू में पेश किया है. (ये भी पढ़ें-जियोफोन के इन आसान शॉर्टकुट बटन से चुटकियों में कर सकते हैं कई काम, देखें वीडियो)कैमरे की बात करें तो ऑनर ८आ प्रो में कंपनी ने १३ मेगापिक्सल का रियर कैमरा दिया है, जिसका अपर्चर फ/१.८ है. सेल्फी के लिए ऑनर ८आ प्रो में ८ मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है. पावर के लिए फोन में ३,०२०माह की बैटरी दी गई है और इसमें रियर फिंगरप्रिंट स्कैनर भी मौजूद है. बात करें इसकी कीमत की तो रूस की की कीमत के हिसाब से रूब १३,९९० है, जो भारत में लगभग १४,७०० रुपये हो सकती है. (ये भी पढ़ें-व्हेत्सप्प सीक्रेट फीचर: इस तरह फोन गैलरी में नहीं दिखेगी कोई फोटोज़)कनेक्टिविटी के लिए इस स्मार्टफोन मे स्टैंडर्ड फीचर्स दिए गए हैं. इनमें ४ग लते सपोर्ट, माइक्रो यूएसबी २.० पोर्ट और जीपीएस दिए गए हैं.
पंजाब न्यूज इन हिन्दी : पठानकोट न्यूज - मार्टयर फमिली हेरोइक वोमेन एंड एक्स सर्विस्मेन इंटेग्रल तो थे इंडियन आर्मी ब्रिगेडियर बुध्वर | शहीद परिवार, वीर नारियां और पूर्व सैनिक भारतीय सेना के अभिन्न अंग : ब्रिगेडियर बुधवर - पठानकोट न्यूज,पठानकोट न्यूज़,पठानकोट समाचारपठानकोट न्यूज मार्टयर फमिली हेरोइक वोमेन एंड एक्स सर्विस्मेन इंटेग्रल तो थे इंडियन आर्मी ब्रिगेडियर बुध्वरशहीद परिवार, वीर नारियां और पूर्व सैनिक भारतीय सेना के अभिन्न अंग : ब्रिगेडियर बुधवरपठानकोट न्यूज - भारतीय सेना की ओर से शहीद सैनिकों के परिजनों, युद्ध में दिव्यांग हुए पूर्व सैनिकों व आर्थिक तौर पर कमजोर पूर्व...भारतीय सेना की ओर से शहीद सैनिकों के परिजनों, युद्ध में दिव्यांग हुए पूर्व सैनिकों व आर्थिक तौर पर कमजोर पूर्व सैनिकों के परिजनों से भेंटकर उनका हाल जानने के लिए शुरू किए गए संपर्क अभियान जिसे ईयर ऑफ एनओके का नाम दिया गया है और साल के आखिरी महीने में स्थानीय कमान सिंह ऑडिटोरियम में एक संपर्क सम्मेलन किया गया। समारोह मे २१ सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर जेेएस बुधवर सेना मेडल बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा अशोक चक्र विजेता शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की माता पुष्प लता, पिता कैप्टन अनमेज सिंह, जीओजी टीम के जिला प्रमुख रिटा. ब्रिगेडियर प्रहलाद सिंह, रिटा. ब्रिगेडियर कंवर कुलदीप सिंह आदि विशेष मेहमान के तौर पर शामिल हुए। मुख्यातिथि २१ सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर जेएस बुधवर सेना मेडल ने कहा कि शहीद परिवार, वीर नारियां, पूर्व सैनिक व उनके परिजन भारतीय सेना के अभिन्न अंग हैं तथा इनकी हर समस्या को हम प्राथमिकता के आधार पर हल करने हेतु वचनबद्ध है। ब्रिगेडियर बुधवर व शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की माता पुष्प लता ने पूर्व सैनिकों के आठ जरूरतमंद परिवारों को २५ हजार रुपए की राशि का चेक भेंट किया। इस मौके ब्रिगेडियर प्रह्लाद सिंह व ब्रिगेडियर कंवर कुलदीप सिंह ने समारोह के आयोजन के लिए सब एरिया कमांडर का धन्यवाद किया।यहां कर्नल वेटरन वरिंदर सिंह सिद्धू, कर्नल वीएसके महिंदर राणा, कर्नल ए रविशंकर, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष रिटा. कर्नल सागर सिंह सलारिया, कुंवर रविंदर विक्की, कर्नल पीएस भंदराल, कर्नल सुनीत पठानिया, कर्नल आरके सलारिया आदि मौजूद थे।२१ सब एरिया ने संपर्क सम्मेलन करवायाकार्यक्रम में उपस्थित पूर्व सैनिक, वीर नारियां व शहीदों के परिवार।
सैमसन शिवदास रेलवे लाइन अस्थायी रिसेप्शन कमेटी का आगमन सम्सन में | राय्हाबेरहोमतुर्कीकाला सागर क्षेत्र५५ सैम्सनसैमसन शिवस रेलवे लाइन अस्थायी रिसेप्शन समिति सैमसन में पहुंचती है०४ / १२ / २०१९ ५५ सैम्सन, ५८ सिवस, सेंट्रल एनाटोलिया क्षेत्र, रेलवे, जेनल, काला सागर क्षेत्र, हेडलीन, तुर्कीसैम्सन सिवस रेलवे लाइन अस्थायी प्रवेश प्रतिनिधिमंडल समसुना आयासैम्सन-सिवस (कलन) रेलवे लाइन अस्थायी प्रवेश समिति, संघ की सीमाओं के बाहर यूरोपीय संघ की सबसे बड़ी संयुक्त परियोजना, आज शाम सैमसन के पास आईकल सुबह म्क्काहित लेक के नेतृत्व में आधुनिकीकरण विभाग के टड़ उप प्रमुख ने सिवास से प्रस्थान किया। अमास्या में रात बिताने वाले प्रतिनिधिमंडल ने आज सैमसन प्रांत में प्रवेश किया। अस्थायी स्वीकृति समिति को भी एक या दो दिन में रिपोर्ट खत्म होने की उम्मीद है।१५ डेमबर्ग में संचालन?गुड पार्टी सैमसन के डिप्टी बेदरी यासर, सैमसन-सिवास (थिक) रेलवे लाइन के ट्रायल रन दिसंबर १५ में शुरू होंगे। बेदरी यासर ने पिछले सप्ताह परिवहन और बुनियादी ढाँचे के मंत्रालय के बजट की चर्चा के दौरान बजट योजना आयोग के पास गए और सैमसन-सिवास (मोटा) रेलवे लाइन सुधार परियोजना में देरी और व्यवधान व्यक्त किया और ज़मान से पूछा कि यह कब समाप्त होगा ।सैमसंहबर्त्व'ये गुड पार्टी सैमसन के उप बेदरी यासर के विषय में जानकारी प्रदान करते हुए, परिवहन और अवसंरचना मंत्री मेहमत काहित तुरहान ने कहा कि परीक्षण की सवारी दिसंबर १५ में शुरू होगी।दालमन एयरपोर्ट इंटरनेशनल टर्मिनल अस्थाई प्रवेशइतिहास में आज: २७ नवंबर १८९२ पोलत्ल-अंकरइतिहास में आज: १९ सितंबर १९२3 एक स्वीकृत है ...निविदा सूचना: ईशोट सामान्य निदेशालय अस्थायी अपशिष्टकैसाब्लांका ट्रामवे २। रेखा परियोजना का अस्थायी प्रवेशइस्तांबुल एक्जिट के लिए एन्र्स जंक्शन अस्थायी मार्गसैमसन - सिवास रेलवे लाइन
भूपति-नोएल्स ने पार की पहली बाधा , टेनिस हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तानभूपति-नोएल्स ने पार की पहली बाधालास्ट उपड़टेड: २५ जून, २००९ २:१८ प्मभारत के महेश भूपति और बहमास के मार्क नोएल्स की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने भारत के ही सोमदेव वर्मन और दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन की जोड़ी को हराकर विंबलडन टेनिस के पुरुष युगल मुकाबले के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया।भूपति नोल्स की जोड़ी ने बुधवार को खेले गए पहले दौर के मैच में देववर्मन और एंडरसन की जोड़ी को चार सेटों तक चले मुकाबले में ६-७, ६-४, ७-५, ७-५ से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया।पहली बार विंबलडन में खेल रहे देववर्मन और एंडरसन की जोड़ी ने अपने प्रतिद्वंद्वी जोड़ी को कड़ी टक्कर दी और मुकाबले को चार घंटे से अधिक समय तक खींचा। पहले सेट में तो देववर्मन और एंडरसन की जोड़ी ही हावी रही और टाइब्रेकर के जरिए फैसला हुए इस सेट को ७-६ से जीतने में सफलता प्राप्त की। लेकिन बाद के तीनों सेटों में भूपति और नोल्स ने अपने अनुभव का बेहतर प्रयोग किया और इस मैच को जीतने में सफलता प्राप्त की। दूसरे सेट में भूपति और नोएल्स ने देववर्मन और एंडरसन की सर्विस तोड़ दी और फिर देववर्मन और एंडरसन ने तीन ब्रेकप्वाइंट भी गंवाए जिसके चलते उन्हें दूसरे सेट में ६-४ से हार का सामना करना पड़ा।तीसरे सेट में चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने अपने प्रभुत्व का सिलसिला जारी रखा और ७-५ से सेट जीत लिया। जबकि चौथे सेट में दोनों जोडि़यों ने दो-दो गलतियां की लेकिन बावजूद इसके सेट ७-५ से जीतकर भूपति-नोएल्स की जोड़ी प्रतियोगिता के दूसरे दौर में पहुंचने में कामयाब रही जहां उनका मुकाबला गेराम फिलिप पट्जशेनर और अलेक्जेंडर पेया की जोड़ी से होगा।वेब तितले:भूपति-नोएल्स ने पार की पहली बाधामार्क नोएल्सविंबलडन के दूसरे दौर में पहुंची भूपति-मिर्नयी की जोड़ीभूपति ने लारा दत्ता से सगाई कीदुबई ओपन : भूपति-इस्तोमिन दूसरे राउंड मेंसचिन सभी पुरस्कारों से ऊपर है : भूपति
शादी के बंधन में बंधे सुशील मोदी के बेटे उत्कर्ष, सबसे खास था ये शादी - ख़बर हिन्दुस्तानशादी के बंधन में बंधे सुशील मोदी के बेटे उत्कर्ष, सबसे खास था ये शादीपोस्टेड बाय: निशांत झा ० कमेंट बिहार, मेरीज, पटना, सुशील मोदी, उत्कर्ष तथागतपटना,०3 दिसम्बर।बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार माेदी के बेटे उत्कर्ष तथागत रविवार को कोलकाता निवासी नवलजी केदारनाथ वर्मा की सुपुत्री यामिनी के साथ परिणय सूत्र में बंध गये। राजधानी के वेटनरी कॉलेज मैदान में आयोजित समारोह में उत्कर्ष और यामिनी ने एकदूसरे को वरमाला पहना कर अपना हमसफर बना लिया।इस शादी में बहुत कुछ रहा खासउत्कर्ष और यामिनी के विवाह की खासियत रही कि इस विवाह में न तो दहेज लिया गया और न ही बैंड, बाजा, बरात देखने को मिला। साथ ही दिन में विवाह समारोह होने से बिजली उपकरणों और अन्य सजावट जैसे फिजुलखर्ची विवाह समारोह में देखने को मिली। समारोह में नाच-गाने जैसे कार्यक्रम भी नहीं हुए।कौन-कौन हुए शादी में शरीकराजधानी के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में विवाह समारोह दिन के तीन बजे से पांच बजे तक आयोजित किये गये थे। इस समारोह में पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों, चार राज्यों के गवर्नर समेत कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। साथ ही बिहार कैबिनेट के सभी मंत्रियों समेत अन्य पार्टियों के भी कई दिग्गज नेता शामिल होकर नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।बिहार : शहर के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में भी मनाई गई ईद-मिलादुन-नबी :ख़बर हिन्दुस्तानकामगार महिलाओं का हो रहा है आर्थिक शोषण : रामपरीस्वतंत्रता सेनानी चुल्हाई लाल देव के मूर्ति का अनावरणजान्वरी 2०, 2०18 निशांत झा ०एलएनएमयू में तीन दिवसीय युवा महोत्सव की शुरूआत..। ख़बर हिंदुस्तानआज़ादी के 7० वर्ष बाद भी इस गांव में एक भी मैट्रिक पास लोग नहीं..
पकिस्तान: खैबर और गलगत बल्तिस्तान में बारिश ने ढाया क़हर, २९ लोगों की मौत - थे शियासत डेलीपकिस्तान: खैबर और गलगत बल्तिस्तान में बारिश ने ढाया क़हर, २९ लोगों की मौतअप्रैल ३, २०१६, ४:0३ प्म इस्ट इंटरनेशनल, इस्लामी दुनिया, खास खबर, नीज़ब्र, वर्ल्डपेशावर : खैबर पुख्तुन्खाह और गलगत बल्तिस्तान में हो रही भारी बारिश से पुलिस अधिकारियों के अनुसार अब तक २९ लोग मारे गए और दस से अधिक ज़ख़्मी हो गए हैं शांग्ला में ४0 से अधिक घर पूरी तरह से नष्ट हुए हैं जबकि कोज़काना में चार गाड़ियां भी बाढ़ में बह गई है।बीबीसी के अनुसार विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन से रास्ते बंद होने से कई स्थानों पर यात्री फंस गए हैं। स्थिति के मद्देनजर पी डी एम ए ने स्वात के जिला प्रशासन को अलर्ट जारी कर दिया है जबकि बारिश का यह सिलसिला आगामी 2४ घंटों तक जारी रहने की भविष्यवाणी की गई है.पी डी एम ए के प्रवक्ता लतीफ रहमान के अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार कथित बारिश से शांग्ला में ९ और स्वात में ३ , चलास में ४, चित्राल, चारसदा, मलाकंड और मानसेहरा में एक पहाड़ी में ८ मौतें हुई हैं जबकि १० लोग घायल हैं जिन्हें पास के अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है ।स्वात में पुलिस के अनुसार तहसील कबल के क्षेत्र तोतानो बांड में एक महिला बच्ची समेत बाढ़ में बह गई जबकि द्कोड़क में भी एक व्यक्ति पानी के तेज बहाव की नजर हुआ अधिकारियों के अनुसार तीनों शवों को निकाल लिया गया है कालाम में भूस्खलन से सड़क बंद हो गया है।जिला शांग्ला में पुलिस के अनुसार क्षेत्र में भूस्खलन से ४0 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुआ है, जिसमें ९ लोग मारे गए पांच घायल हो गए हैं मौत और घायल होने वालों को जिला अस्पताल अलपुरी स्थानांतरित किया गया शांग्ला में भारी बारिश से विभिन्न स्थानों पर रास्ते बंद हो गए हैं जबकि बरसाती नालों में बाढ़ से चार वाहन और कई घर नष्ट हो गए हैं।स्वात क्षेत्र बहरीन में नदी में बाढ़ के कारण संपर्क ब्रिज बह जाने से स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना है जबकि नदी स्वात में ऊंचे दर्जे का बाढ़ है.पहाड़ी स्थानीय व्यक्ति हफीज रहमान ने बीबीसी को बताया कि कैंडी के एक व्यक्ति बाढ़ में बह गया है कयाल में एक, पट्टन क्षेत्र नीति में बिजली गिरने से चार, जालकोट में मकान गिरने से दो भाई बहन की मौत हुई है जबकि क्षेत्र कैंडी को जाने वाली सड़क बाढ़ में बह जाने से हजारों लोग परेशान हो गए हैं।टैग्स गलगत बल्तिस्तान खिबर पुखतुंछह रेन इन पाकिस्तान
होम फीचर्ड न्यूज़ भारत बंद का प्रदेश में व्यापक असरपोस्टेड ऑन: सिप्तंबर ०७, २०१८ १२:२३ प्म इन: फीचर्ड न्यूज़, भोपालअशोक नगर में रोकी ट्रेन, मुरैना-भिंड में झड़प, शहडोल में हुआ तनावभिंड में भाजपा विधायक का बेटा हिरासत में लोगों ने स्वेच्छा से बंद रखे प्रतिष्ठानबंद को लेकर पुलिस मुख्यालय पल-पल की लेता रहा अपडेटशहडोल में हुए लाठीचार्ज के जांच के आदेश भोपाल सहित प्रदेश में शांतिपूर्ण रहा बंदभोपाल, एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलकर नया कानून बनाने के विरोध में सवर्ण संगठनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का भोपाल सहित प्रदेश में व्यापक असर रहा.सुबह से ही अधिकांश जगहों पर दुकानें, प्रतिष्ठान बंद रहे, वहीं कई इलाकोंं में बसें भी नहीं चल रही. बंद के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. शहडोल में सुबह शांतिपूर्ण बंद के बाद दोपहर बाद तनाव की स्थिति बन गई. प्रदर्शन कर रहे भीड़ को पुलिस ने रोका तो प्रदर्शनकारी उग्र हो गए, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया, जिसके बाद हंगामा हो गया. लाठीचार्ज से एक युवक का सिर फट गया और तीन लोग घायल हो गए. जिला दंडाधिकारी अनुभा श्रीवास्तव ने जांच के आदेश दिए हैं.वहीं भिंड में भाजपा विधायक नरेंद्र कुशवाह के बेटे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. जिले में धारा १४४ लागू होने के बाद भी अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाल रहा था. इसके साथ ही करीब एक दर्जन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. बंद के दौरान भिंड जिले में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे.अशोक नगर में हजारों प्रदर्शनकारियों के रेलवे ट्रैक पर जमा होने के कारण कुछ ट्रेनों को आसपास के स्टेशनों पर रोका गया, वहीं मुरैना में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. पुलिस के मुताबिक सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी दिमनी थाने पहुंचे और वहां प्रदर्शन करने लगे.इसी दौरान उन्हें खदेडऩे के प्रयास में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई. भारत बंद को लेकर पुलिस मुख्यालय पल पल की अपडेट ले रहा था. कहीं भी बड़ा उपद्रव नहीं होने पाए इसको लेकर पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर्स को निर्देश दिए गए थे. राजधानी भोपाल में भी बंद का व्यापक असर देखा गया. हर जगह लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. राजधानी में कहीं भी कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है.वहीं स्कूलों व कॉलेजों ने अवकाश घोषित कर दिया था. सुबह से ही शाम चार बजे तक पेट्रोल पंप बंद रखे गए. चंबल व ग्वालियर अंचल में बंद के दौरान पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. यहां चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था. २ अप्रैल को हुई हिंसा के बाद से यहां पर प्रशासन सजग रहा. श्योपुर के भाजपा दुर्गालाल विजय के घर के सामने लोगों ने प्रदर्शन किया और उन्हें काले झंडे भी दिखाए.भारत बंद के दौरान विदिशा में सपाक्स संगठन के कार्यकर्ता काली टीशर्ट पहन कर निकले. हजारों की संख्या में लोगों ने सडक़ों पर उतरकर विरोध जताया. ये लोग जत्थों में पूरे शहर में घूम रहे थे. विदिशा जिला मुख्यालय से लेकर तहसील मुख्यालय और बड़े कस्बो में भी दुकानें बंद रही.शहर में सपाक्स कार्यकर्ताओं की रैली के कारण हाइवे पर जाम लग गया. दमोह में बंद का समर्थन करते हुए कारोबारियों ने अपना कारोबार बंद रखा. बंद को देखते हुए शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. हटा और आसपास के इलाकों में बंद का काफी प्रभाव देखा गया.जबलपुर में बंद का व्यापक असर : जबलपुर में बंद का काफी असर देखा गया. सडक़ों पर सन्नाटा पसरा होने के साथ दुकानें बंद रहीं. नोदरा चौक और शहर के दूसरे प्रमुख इलाकों में पुलिस निगरानी रख रही है.झाबुआ और अलीराजपुर में भी बंद : आदिवासी बाहुल्य जिले झाबुआ और अलीराजपुर में भी सवर्णों के बंद के दौरान सभी बाजार लगभग बंद हैं. करीब ८५ फीसदी से ज्यादा आदिवासियों वाले इन दोनों जिलों में भी व्यवसायियों ने स्वेच्छा से बंद रखा है. दोनों ही स्थानों पर स्थितियां शांतिपूर्ण बनी हुई हैं. आदिवासी जिले शहडोल में भी बंद के दौरान स्थितियां सामान्य बनी हुई हैं.प्रदर्शनकारियों को कलेक्ट्रोरेट में नहीं घुसने दिया : होशंगाबाद में बंद के चलते मुख्यालय पर बंद समर्थकों ने रैली निकाली. घूम-घूमकर दुकानें बंद कराई गई. काले कपड़े पहनकर, काले झंडे लिए लिए बंद समर्थकों की ये रैली शहर के विभिन्न इलाकों से गुजरी.रैली कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची. यहां पुलिस ने मुख्य द्वार बंद कर प्रदर्शनकारियों को कलेक्टोरेट में घुसने नहीं दिया.सीहोर भी रहा पूर्ण बंद : भारत बंद का असर सीहोर में भी व्यापक देखने को मिला. शहरी इलाकोंं के अलावा इछावर, नसरुल्लागंज जावर में सभी तरह के बाजार बंद रहे. व्यापारियों ने भी एक दिन पहले ही बाजार बंद रखकर भारत बंद को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी. बंद समर्थकों ने उन दुकानदारों को हार-फूल पहनाए जिन्होंने दुकानें खुली रखी थी. वहीं राजगढ़ जिले में भी व्यापक बंद का असर देखा गया. बंद समर्थकों ने सडक़ों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया.पूर्व विधायक सहित जनपद पंचायत अध्यक्ष का इस्तीफाकटनी में बंद के दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष कन्हैया तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी की नीतियों का विरोध करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. वहीं मऊगंज से पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी द्वारा आंदोलन के समर्थन में भाजपा से इस्तीफा दे दिया.रीवा में आगजनी का प्रयासरीवा में प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय सिरमौर चौराहे पर आगजनी का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस को उन पर हल्का लाठीचार्ज करते हुए बलप्रयोग करना पड़ा. रीवा में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे. बंद समर्थकों ने रीवा में पुलिस कंट्रोल रूम और भाजपा कार्यालय का घेराव किया है.मलैया को दिखाए काले झंडेछतरपुर में भाजपा की संभागीय बैठक में भाग लेने पहुंचे जयंत मलैया समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाए गए. बंद के दौरान सवर्ण समाज ने एक बड़ी रैली की. रैली में शामिल लोग काले कपड़े और बैनर लिए चल रहे थे.इंदौर में सभी बाजार बंदप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में भी सभी बाजार स्वेच्छा से बंद रखे गए हैं. इंदौर में भी प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है. इंदौर के हरिसिद्धि क्षेत्र में सपाक्स समाज का बैनर लिए लोगों ने एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन का विरोध किया, साथ ही, ये शिक्षा में आरक्षण बंद करने के साथ इसमें सुधार करने की तख्तियां लिए हुए थे. शहर में सांसद सुमित्रा महाजन के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई. वहीं छिंदवाड़ा और सिवनी में भी लोगों ने स्वेच्छा से बाजार बंद रखे.नई दिल्ली. केंद्र की बीजेपी सरकार की तरफ से एससी/एसटी ऐक्ट में किए गए संशोधन के बाद गुरुवार को सवर्ण संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. बंद का सबसे ज्यादा बिहार में देखा जा रहा है. बिहार के अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं. ट्रेनों के साथ सडक़ों पर चक्का जाम किया गया है. बंद का असर राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड, महाराष्ट्र सहित दूसरे राज्यों में भी देखा जा रहा है.बिहार के आरा जिले के रेलवे स्टेशन में सवर्णों ने ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया. तो वहीं मधुबनी में नैशनल हाइवे १०५ को आंदोलनकारियों ने जाम कर दिया. लंबा जाम लगने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा नैशनल हाइवे ३१ को भी जाम कर दिया गया.वहीं उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में भी एससी-एसटी ऐक्ट में बदलाव को लेकर प्रदर्शन किया गया. लोगों ने पुतले जलाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.महाराष्ट्र के ठाणे के नवघर में भारत बंद के दौरान लोगों ने प्रदर्शन किया. एससी-एसटी ऐक्ट में सरकार द्वारा किए गए संशोधन के खिलाफ लोगों ने होर्डिंग और बैनर लेकर प्रदर्शन किया.दरअसल ये पूरा विवाद उस एससी-एसटी ऐक्ट को लेकर है, जिसमें मोदी सरकार ने संशोधन करते हुए सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलट दिया था. एससी-एसटी संशोधन विधेयक २०१८ के जरिए मूल कानून में धारा १८ए को जोड़ते हुए पुराने कानून को बहाल कर दिया जाएगा. इस तरीके से सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए सभी प्रावधान रद्द हो जाएंगे.
८ मेगापिक्सल कैमरे के साथ लॉन्च हुआ ऑनर ६ प्ले - थे शियासत डेली८ मेगापिक्सल कैमरे के साथ लॉन्च हुआ ऑनर ६ प्लेएसिप्टेंबर ७, २०१७, ६:०२ प्म इस्ट टेक्नोलॉजीव९ प्ले को लॉन्च करने के बाद हुवी के स्वामित्व वाले ऑनर ने किफायती रेंज वाले स्मार्टफोन ऑनर ६ प्ले को भी लॉन्च कर दिया है. फिलहाल इसे चीन में लॉन्च किया गया है. कंपनी ने इसकी कीमत क्नी ५९९ (लगभग ५,९०० रुपये) रखी है और इसे चीन में गुरुवार से ही खरीदा जा सकता है.डुल सिम सपोर्ट वाला ऑनर ६ प्ले आउट ऑफ द बॉक्स एंड्रायड ६.० मार्शमैलो पर चलता है. इसमें ५-इंच हद (७२०१२८० पिक्सल) डिस्प्ले दिया गया है. इस स्मार्टफोन में २गब रैम के साथ क्वॉड-कोर मेडियाटेक म्त६७३७त प्रोसेसर दिया गया है. इसका इंटरनल स्टोरेज १६गब का है, जिसे कार्ड की मदद से १२८गब तक बढ़ाया जा सकता है. इसकी बैटरी ३०२०माह की है.कैमरे के सेक्शन की बात करें तो इसके रियर में फ/२.० अपर्चर के साथ ८ मेगापिक्सल कै कैमरा दिया गया है, वहीं सेल्फी के लिए इसमें फ/२.४ अपर्चर के साथ ५ मेगापिक्सल का कैमरा मौजूद है. कनेक्टिविटी के लिए इसमें ४ग लते , ब्लुटूथ ४.०, उसब २.०, गप्स और वी-फी ८०२.११ ब/ग/न मौजूद है. इस स्मार्टफोन का वजन १५० ग्राम है.याद के तौर पर बता दें हाल ही में कंपनी ने व९ प्ले को लॉन्च किया था, ये एमुई ५.१ बेस्ड एंड्रायड ७.० नूगट पर चलता है और ये हाइब्रिड डुअल सिम (नैनो + नैनो/ माइक्रोएसडी) सपोर्ट वाला स्मार्टफोन है. इस स्मार्टफोन में २.५ड कर्व्ड ग्लास सपोर्ट के साथ ५.२-इंच हद (७२०१२८० पिक्सल) सपोर्ट दिया गया है. इसमें ३गब या ४गब रैम और माली त८६० गपू के साथ मेडियाटेक म्त६७५० ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है. इसका इंटरनल स्टोरेज ३२गब का है, जिसे कार्ड की मदद से १२८गब तक बढ़ाया जा सकता है.टैग्स #८ मेगापिक्सेल कमरा #ऑनर ६ प्ले #टेक्नोलॉजी न्युसमालदीव प्रेजिडेन्शियल पोल्स: फोरेन मिनिस्ट्री कॉनफिर्म्स सोलिह विक्ट्री मिन्स अगोहारवर्ड प्रोफेसर उर्गेस म्सी तो एण्ड अनिमल एक्सपेरिमंट्स फ्र्म इट्स करिकुलम मिन्स अगोइरन कॉनफिर्म्स स.कोरियास हल्ट ऑफ ऑयल इम्पोर्ट्स मिन्स एगो
शिमला में सैक्स रैकेट का पर्दाफाश, दलाल सहित पांच युवतियां और तीन ग्राहक पकड़ेशिमला। शिमला में पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने शहर के कैथू स्थित एक निजी होटल में दबिश देकर तीन युवतियों समेत छह लोगों को रंगरलियां मनाते हुए रंगे हाथ पकड़ा। एक दलाल और दो युवतियों को पुलिस ने तारादेवी में एक गाड़ी में पकड़ा।धंधे में संलिप्त लोगों से ७६ हजार रुपए भी बरामद हुए हैं। होटल के रजिस्टर में सही एंट्री न करने पर पुलिस ने मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी ने बताया कि देह व्यापार के जुर्म में पकड़े कुल नौ आरोपियों में पांच युवतियां हैं। इनकी उम्र १९ से २३ के बीच है। दो युवतियां चंडीगढ़ की हैं। बाकी तीन नेपाल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर की हैं। इनके साथ जो तीन ग्राहक पकड़े गए हैं, वे मुंबई के रहने वाले हैं। युवतियों को युवकों तक पहुंचाने वाला दलाल दीपक सैनी चंडीगढ़ का है। होटल मैनेजर ने रजिस्टर में एक ही कमरे की एंट्री की थी। इसका मतलब है कि होटल प्रबंधक को पूरा पता था कि युवक-युवतियां अवैध रूप से रंगरलियां मनाने पहुंचे हैं। जानकारी छिपाने और सही एंट्री न करने के जुर्म में होटल प्रबंधक राहुल नमज्ञाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।दलाल महिला के साथ चलाता है अवैध धंधाप्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि दलाल दीपक सैनी इस अवैध धंधे को लंबे समय से पंजाब की ही एक महिला साथी के साथ मिलकर चलाता है। वह हिमाचल ही नहीं बल्कि पंजाब और हरियाणा समेत अन्य जगहों पर भी युवतियां सप्लाई करता है। जांच अधिकारी एएसपी भजन देव नेगी ने बताया कि पकड़ी गई युवतियां भी लंबे समय से धंधे में संलिप्त हैं।
मायावती- अखिलेश गठबंधन से यूपी में नयी राजनीति की शुरुआत, मुस्लिम- दलित के आगे भगवा राजनीति होगा फेल! - थे शियासत डेलीमायावती- अखिलेश गठबंधन से यूपी में नयी राजनीति की शुरुआत, मुस्लिम- दलित के आगे भगवा राजनीति होगा फेल!पोस्टेड बाय नूरुद्दीन ऑन मार १५, २०१८, १०:०० प्म इस्ट पॉलिटिक्स उत्तर प्रदेशलोकसभा के लिए हुए उपचुनाव परिणाम की पूर्व संध्या पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में रात्रिभोज का आयोजन किया जिसमें उत्तर प्रदेश से दो मजबूत क्षेत्रीय पार्टीयों समाजवादी पार्टी (सपा) के रामगोपाल यादव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सतीशचंद्र मिश्रा ने शिरकत की और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ संयुक्त रूप से लड़ने का संकेत दिया।लगभग तीन दशक तक भाजपा का गढ़ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर ढह गया है, जिसने उन्हें पांच बार लोकसभा के लिए सांसद चुना है। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटें भाजपा लाखों मतों से जीती थी लेकिन उपचुनाव में उसे हार का सामना करना पड़ा।बिहार के संसदीय उपचुनाव में भी भाजपा को मुंह की खानी पड़ी। इन नवीनतम चुनावों के फैसले महत्वपूर्ण हैं। गोरखपुर सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लम्बे समय से कब्ज़ा था। फूलपुर सीट पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पिछली बार भारी मतों से विजयी हुए थे।सपा-बसपा गठबंधन ने १९९३ में भी जीत को रोक दिया था। मायावती की पार्टी १९९६ के विधानसभा चुनावी गठजोड़ से दूर रही थी। लेकिन अब जीतने वाला गणित उसके साथ है। राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर बद्ररी नारायण ने इसे दो पार्टियों के बीच ईमानदारी से सामाजिक गठबंधन की जीत के रूप में वर्णित किया।फूलपुर भी बेहद महत्वपूर्ण लोकसभा सीट है जिस पर साल २०१४ में भाजपा ने जीत हासिल की थी। इसका प्रतिनिधित्व जवाहरलाल नेहरू, उनकी बहन विजयलक्ष्मी पंडित और पूर्व प्रधानमंत्री वी पी सिंह ने किया था। यहां से राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ५२.४३ प्रतिशत मत (५०३५६४) लेकर कामयाब रहे थे।इस जीत के साथ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह गठबंधन अब उत्तर प्रदेश में एक वास्तविकता बन जाएगा, जहां भाजपा और उसके सहयोगियों ने २०१४ में ८० सीटों में ७३ सीटें जीती थी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर एच.के. शर्मा ने कहा कि यूपी के उपचुनावों की जीत ने इनको नई ताकत दे दी है।
दुर्घटनाग्रस्त सुखोई के पायलट का खून से सना जूता मिलादुर्घटनाग्रस्त सुखोई के पायलट का खून से सना जूता मिला, दोनों पायलट का कोई सुराग नहीं| मई ३० , २०१७ , १६:३४ इस्ट | गुवाहाटीखोज एवं बचाव दलों को भारतीय वायुसेना के असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए सुखोई-३० लड़ाकू विमान के दोनों पायलटों में से एक का खून से सना जूता, आधा जला हुआ पैन कार्ड और वालेट मिला है।खोज एवं बचाव दल में भारतीय सेना, वायुसेना और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं। जांच दल को घटनास्थल से २८ मई को विमान का ब्लैकबॉक्स भी मिला था।भारती सेना के सूत्रों के मुताबिक,खराब मौसम के बावजूद तलाशी अभियान जारी है। हालांकि, अभी तक दोनों पायलटों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।हवाई रेकी के जरिए तेजपुर से लगभग ६० किलोमीटर की दूरी पर २६ मई को विमान का मलबा बरामद हुआ था। एसयू-३० ने नियमित प्रशिक्षण के लिए २३ मई को सुबह १०.३० बजे तेजपुर सैन्यअड्डे से उड़ान भरी थी लेकिन चीन से सटे अरुणाचल प्रदेश के डोलसांग के पास से सुबह लगभग ११.१० बजे विमान का रडार से संपर्क टूट गया। तेजपुर देश के तीन आईएएफ सैन्यअड्डों में से एक है, जहां से सुखोई विमान उड़ान भरते हैं।टैग्स: क्रैशख सुखोई ३०|शूज़ ऑफ पाइलट |सुखोई ३० क्रैशख
हॉलीवुड स्टार किम करदाशियान मीट्स अमेरिकन प्रेजिडेंट तो रिलीस ६२-ईयर-ओल्ड एलिस | ६२ साल की एलिस को रिहा कराने अमेरिकी प्रेसिडेंट से मिलीं हॉलीवुड स्टार किम कार्दशियनहोम न्यूज हॉलीवुड स्टार किम करदाशियान मीट्स अमेरिकन प्रेजिडेंट तो रिलीस ६२-ईयर-ओल्ड एलिस६२ साल की एलिस को रिहा कराने अमेरिकी प्रेसिडेंट से मिलीं हॉलीवुड स्टार किम कार्दशियनकिम कार्दशियन वेस्ट ने जेल सुधार आैर कैदियों के बारे में चर्चा करने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रम्प से मुलाकात की।दैनिक्भास्कर.कॉम | लास्ट मोडीफीड - मई ३१, २०१८, ०२:४४ प्म इस्टव्हाइट हाउस में हुई इस मुलाकात की जानकारी किम और राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने ट्विटर पर दी।एंटरटेनमेंट डेस्क। सोशल वर्क में लगातार एक्टिव रहने वाली और अपनी ड्रेसेस को लेकर चर्चा में बनी रहने वाली स्टार किम कार्दशियन ने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प से एक कैदी की रिहाई के लिए मुलाकात की। इस मुलाकात के पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी सारा सैंडर्स ने इस खास मुलाकात की पुष्टि की थी।ट्रम्प आॅन ट्विटर- अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार ओवल ऑफिस में किम कार्दशियन वेस्ट से मुलाकात की। इसके बारे में किम और डोनल्ड ट्रम्प दोनों ने ही अपने टि्वटर अकाउंट पर मैसेज शेयर किया।- ट्रम्प ने ट्वीट करते हुए लिखा- "आज @किमकार्डिशियन के साथ बैठक हुई। जहां जेल सुधार और सजा के बारे चर्चा की गई।" इस मैसेज के साथ ट्रम्प ने फोटो भी शेयर किया है।किम ने भी किया शुक्रिया- किम कार्दशियन ने ट्वीट करते हुए राष्ट्रपति ट्रम्प का शुक्रिया किया। उन्होंने लिखा कि - "मैं आज दोपहर अपना समय देने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। यह हमारी आशा है कि राष्ट्रपति ऐलिस मैरी जॉनसन को क्षमा दान देंगे। जो पहले अपराध के लिए उम्र कैद की सजा काट रही हैं।"- "हम जॉनसन के भविष्य के बारे में आशावादी हैं और आशा करते हैं कि वे और उसके जैसे बहुत से लोगों को जीवन में दूसरा मौका मिलेगा।"- इसके अलावा किम ने व्हाइट हाउस में ट्रम्प के दामाद और वरिष्ठ सलाहकार जेर्ड कुशनर से अन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात की।किम ने खींचा था ध्यान- किम कार्दशियन ने पिछले साल एलिस मैरी जॉनसन की स्टोरी को अपने ट्विटर अकांउट पर शेयर किया था, तब से यह मामला चर्चा में हैं। बाद में किम ने अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका और ट्रम्प के वरिष्ठ सलाहकार जेर्ड कुशनेर से भी लगातार संपर्क में रहीं।यह था एलिस का मामला- जॉनसन को ड्रग्स रखने के आरोप में अक्टूबर १९९६ में बिना पैरोल उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि पुलिस रिकॉर्ड में यह एलिस मैरी का पहला अपराध था।- ६२ वर्षीय एलिस की कहानी किम काे भावुक कर गई। तब से वह इसकी रिहाई के लिए प्रयास कर रही हैं। किम पिछले काफी समय से सोशल वर्क में भी एक्टिव हैं।डोनाल्ड ट्रम्प का ट्वीट, जिसमें उन्होंने किम कार्दशियन को टैग किया है।वेब तितले: हॉलीवुड स्टार किम करदाशियान मीट्स अमेरिकन प्रेजिडेंट तो रिलीस ६२-ईयर-ओल्ड एलिस
टू-व्हीलेर्स गेटिंग पेट्रोल विदऔत विरिंग आ हैलमेटदोपहिया वाहन चालकों को बिना हेलमेट पहने मिल रहा पेट्रोलपबलिश दते:तुए, ३० जुल २०१९ ०६:२१ आम (इस्ट)एसपी ने हादसे रोकने के लिए हाल ही में नो हेलमेट नो पेट्रेाल का फार्मूला क्षेत्र के पेट्रोल पंपों पर लागू किया था। इसके लिए बाकायदा अभियान भी चलाया जा रहा है। पेट्रोल पंप संचालक भी इस आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं।...जनपद में दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहने बिना पेट्रोल नहीं देने के शासनादेश की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से शासन ने यह आदेश जारी किया था। इसके बावजूद पेट्रोल पंप संचालक दोपहिया वाहन चालकों को बिना हेलमेट पहने भी पेट्रोल दे रहे हैं।शासनादेश आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने पंप संचालकों को हिदायत दी थी कि दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहने बिना पेट्रोल नहीं दें। कुछ दिन तो इस आदेश का पालन किया गया। लेकिन अब धड़ल्ले से हेलमेट पहने बिना आए दो पहिया वाहन चालकों को पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल दिया जा रहा है। शासन ने दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनने पर सख्त रुख अपनाया था। हेलमेट नहीं पहनने के कारण स्वयं का जीवन खतरे में होने के बावजूद दोपहिया चालक हेलमेट पहनने से परहेज करते हैं। शासनादेश के बावजूद वाहन चालक उसका पालन नहीं कर रहे हैं। पेट्रोल पंप चालक भी दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा और शासन के आदेश की अनदेखी कर अपनी बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।गढ़मुक्तेश्वर संवाददाता के अनुसार पेट्रोल पंप संचालक खुलेआम शासनादेश का उल्लंघन कर रहे हैं। हेलमेट पहने बिना दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं देने के शासन के आदेश का पेट्रोल पंप संचालक पालन नहीं कर रहे हैं। कुछ दिन बाद पेट्रोल पंप पर तैनात कर्मचारी हेलमेट पहन कर आए दोपहिया वाहन चालकों से कुछ देर के लिए हेलमेट मांग कर हेलमेट नहीं पहन कर आने वाले दोपहिया वाहन चालकों को देकर पेट्रोल देने लगे। अब वह हेलमेट नहीं पहन कर आने वाले दोपहिया वाहन चालकों को खुलेआम पेट्रोल दे रहे हैं।पेट्रोल पंप संचालकों को हिदायत दी गई है कि हेलमेट पहने बिना आने वाले दोपहिया वाहन चालकों को किसी भी हाल में पेट्रोल नहीं दिया जाए। समय-समय पर सभी पेट्रोल पंपों पर जाकर औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है। हेलमेट पहने बिना दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल देते पकड़े जाने पर पेट्रोल पंप संचालक के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी पेट्रोल पंप संचालकों से शासनादेश का पालन कराने में सहयोग करने की अपील की हैं। -अशोक कुमार शुक्ल, पुलिस क्षेत्राधिकारीजनपद के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहने बिना पेट्रोल नहीं देने के शासनादेश पर सख्ती से पालन करने के आदेश दिए गए थे। अभी तक कहीं से भी इन आदेशों का उल्लंघन किये जाने की सूचना नहीं आई थी। अब गोपनीय तरीके से पेट्रोल पंपों का निरीक्षण कराया जाएगा। जिस भी पेट्रोल पंप पर शासनादेश का उल्लंघन होता पाया गया, उस पेट्रोल पंप के संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। दोपहिया वाहन चालकों को भी सहयोग करना चाहिए। यह व्यवस्था केवल और केवल उनकी सुरक्षा के लिए की गई है। -डॉ. यशवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक
तितले: सल्तनत काल का प्रथम शासक जिसने स्वंय को खलीफा घोषित किया ?डेस्क्रिप्शन: तीस इस आ मोस्ट इम्पोर्तंट क्वेस्शन ऑफ ग्क एक्सम. क्वेस्शन इस : सल्तनत काल का प्रथम शासक जिसने स्वंय को खलीफा घोषित किया ? , ऑप्शन इस : १. अलाउद्दीन बहमन शाह, २. अलाउद्दीन खिलजी, ३.कुतुबुदीन मुबरक शाह, ४. जलालुद्दीन खिलजी, ५. नुल्तिस इस आ मोस्ट इम्पोर्तंट क्वेस्शन ऑफ ग्क एक्सम. क्वेस्शन इस : सल्तनत काल का प्रथम शासक जिसने स्वंय को खलीफा घोषित किया ? , ऑप्शन इस : १. अलाउद्दीन बहमन शाह, २. अलाउद्दीन खिलजी, ३.कुतुबुदीन मुबरक शाह, ४. जलालुद्दीन खिलजी, ५. नुल३) कुतुबुदीन मुबरक शाह४) जलालुद्दीन खिलजी
हल्ला बोल के अनुपम ने जामिया के मंच से सरकार को ललकारा | पब्लिक वियूहल्ला बोल के अनुपम ने जामिया के मंच से सरकार को ललकाराजामिया मिल्लिया मिल्लिया इस्लामिया में का, न्र्च, और नप्र के विरुद्ध चल रहा प्रदर्शन अपने २८ दिन पुरे कर चूका है. इसी बीच इस प्रदर्शन के मंच पर लगातार देश भर से सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं का आना जारी है. प्रदर्शन के २८वें दिन हल्ला बोल के अनुपम ने अपने संबोधन में कहा कि का और न्र्च देश के ख़िलाफ़ है. जो इसे लागू करना चाहते हैं वो असली देशद्रोही हैं. उन्होनें सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने नोटबंदी के समय हमें ये बताया था कि ये भ्रष्टाचार को ख़त्म कर देगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.बल्कि सारा काला धन वैध बना दिया गया. उस नोटबंदी का परिणाम हम आज तक भुगत रहे हैं. कश्मीर के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्होनें कश्मीर को अलग करते हुए कहा कि वे देश को एकीकृत कर रहे हैं. अब वही सरकार का पर कह रही है कि हम नागरिकता प्रदान कर रहे हैं. लेकिन हम सरकार से ये पूछना चाहता हूं कि इसमें तिब्बत क्यूं नहीं है, श्रीलंका क्यूं नहीं है ?अनुपम देश भर में चल रहे कई छात्र आंदोलन के सूत्रधार रहे हैं. वो सरकारी बहालियों में धांधली के विरुद्ध भी अभियान चला रहे हैं.अनुपमकाहल्ला बोल्जामिया मिलिया इस्लामियाजमिया प्रोटेस्नप्ररपब्लिक वियुपब्लिक वियूआइआइटी बॉम्बे नेअपनी ऑफिशियल वेबसाइट सीद.ईत्ब.एक.इन पर परिणाम घोषित किया है.छात्रों का कहना है कि पेपर इतना कठिन नहीं था, लेकिन थोड़ा लम्बा था. छात्रों ने बताया कि रीडिंग सेक्शन बहुत आसान था और राइटिंग सेक्शन में रोज़मर्रा से जुड़े निबंध आए.
होम > उत्पादों > स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल (स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल के लिए कुल २४ उत्पादों)स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन सेहम विशेष हैं स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल में से एक, गण सू ओरिजनल फ्लेवर को.,लैड।तग: फिक्सेटर एजेंटों के लिए कस्तूरी पाइलोल पाउडर , ९६% कस्तूरी पायलेन या कस्तूरी पाइलोल , स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोलहमारी कंपनी में उत्कृष्ट सेवा है, जो आपको सामग्री की लागत बचाने और अपने उत्पादन को अधिकतम करने में मदद कर सकती है। किसी भी पूछताछ २४ घंटे के भीतर जवाब दिया जाएगा। उत्पाद प्राप्त करने के बाद कोई प्रश्न या समस्या, हमसे संपर्क करने में संकोच न करें।...थोक चीन से स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल खोजने की आवश्यकता है। बस स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे स्वाद रसायन कस्तूरी पायलेन पाइलोल का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
सुष्मिता के वेबसीरीज आर्या का प्रमोशन करना सलमान खान को पड़ा भारी ! यूजर्स ने खूब ट्रोल किया ! | सुष्मिता के वेबसीरीज आर्या का प्रमोशन करना सलमान खान को पड़ा भारी ! यूजर्स ने खूब ट्रोल किया !होम बॉलिवुड सुष्मिता के वेबसीरीज आर्या का प्रमोशन करना सलमान खान को पड़ा भारी ! यूजर्स ने खूब ट्रोल किया !होम बॉलिवुड सुष्मिता के वेबसीरीज आर्या कासुष्मिता के वेबसीरीज आर्या का प्रमोशन करना सलमान खान को पड़ा भारी ! यूजर्स ने खूब ट्रोल किया !बाय नीतु जून २७, २०२०, ६:०७ प.म. १कनम्रता शर्मा - बॉलीवुड के सुल्तान सलमान खान(सलमान खान) इन दिनों आलोचनाओं के बीच घिरे हुए हैं। सलमान पर सुशांत सिंह राजपूत(सुशांत सिंह राजपूत) समेत कई सितारों के करियर को खत्म करने या बर्बाद करने का आरोप लग रहा है। सोशल मीडिया पर सलमान को खूब ट्रोल(ट्रॉल) किया जा रहा है और उनका बहिष्कार करने की मांग उठाई जा रही है। इसी बीच सलमान ने वर्कआउट(वर्क आउट) के बाद अपनी एक फोटो शेयर की, उस पर भी सलमान की जमकर खिंचाई हुई।हैरान करने वाली बात ये है कि तमाम विवादों और आलोचनाओं के बीच सलमान ने अपने पोस्ट पर सितारों की तरह कमेंट सेक्शन को लॉक नहीं किया है।इतना ही नहीं इतने क्रिटिसिज्म(क्रिटिसिज्म) के बाद भी वो लगातार पोस्ट कर रहे हैं।अब सलमान ने एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में सलमान हाल ही में रिलीज हुई सुष्मिता सेन(सुष्मिता सेन) की वेब सीरीज आर्या को प्रमोट करते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के साथ सलमान ने कैप्शन(कैप्शन) में लिखा - स्वागत तो करो आर्या का, क्या कमबैक किया है। जबरदस्त शो बहुत शुभकामनाएं सुष्मिता सेन !ढेर सारा प्यार। ५५ सेकंड के इस वीडियो में सलमान सभी से सुष्मिता सेन की आर्या को देखने की अपील कर रहे हैं, लेकिन ये क्या ? ये प्रमोशन (प्रोमोशन) सलमान को भारी पड़ता दिखाई दे रहा है।दरअसल सलमान के इस वीडियो पर ऑडियंस(ऑडिएंस)जमकर कमेंट कर रही है। इन सभी कॉमेंट्स में सलमान को खूब लताड़ लगाई जा रही है। एक यूजर ने सलमान को लिखा कि अब तुमने कह दिया है, अब मैं इस वेब सीरीज को नहीं देखने वाला। दूसरे यूजर ने लिखा - सलमान अंकल आप जाओगे तो हम जैसे नए बच्चे भी अपना टैलेंट दिखा सकेंगे।एक यूजर ने सलमान के इस वीडियो पर कमेंट किया- सुशांत सिंह राजपूत के बाद अब अगला नंबर किसका है?एक यूजर ने तो सलमान को भरोसा ना करने लायक शख्स बताते हुए लिखा- तुम भरोसे लायक नहीं हो, तुमने कितने लोगों का करियर खत्म कर दिया।एक यूजर ने सलमान के द्वारा बर्बाद किए गए स्टार के करियर की लिस्ट बनाकर कॉमेंट किया जिसमें उन्होंने विवेक ओबेरॉय, अरिजीत सिंह, सोनू निगम, ऐश्वर्या राय, सुशांत सिंह राजपूत का नाम लिया। इस यूजर ने लिखा- सलमान इन सब की जिंदगी बर्बाद करने के बाद तुम चैन की सांस कैसे ले रहे हो।आपको बता दे सुशांत की मौत के बाद कई लोगों का कहना है कि एक्टटर ने सुसाइड जैसा कदम इसलिए उठाया क्योंकि वो बॉलीवुड में नेपोटिज्म(नेपोटिज्म) और कुछ बड़े नामों की वजह से परेशान थे।इसमें सलमान खान(सलमान खान) का नाम भी सामने आ रहा है। कहा जा रहा है कि सलमान सुशांत से नाराज चल रहे थे और उन्हें कई फिल्मों से बाहर का रास्ता दिखा चुके थे। यही कारण है कि सोशल मीडिया (सोशियल मीडिया) पर सलमान का बहिष्कार किया जा रहा है।
श्रीनगर : ये मामला जम्मू & कश्मीर के बारामूला जिले है जहां आज उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले के लोकप्रिय स्काई रिसार्ट गुलमर्ग में रोपवे पर एक पेड़ गिर जाने से हुए हादसे में ७ पर्यटकों की मौत हो गई। मारे गए पर्यटकों में ४ दिल्ली के बताये जा रहे है ये चारों एक ही परिवार के है।जम्मू & कश्मीर पुलिस ने कहा कि गुलमर्ग गोंदोला रोपवे पर एक पेड़ गिर जाने से केबल कार नीचे गिर गई। जम्मू & कश्मीर पुलिस ने ये भी बताया कि तेज हवाओं के कारण पेड़ जड़ से उखड़ गया था। जम्मू एवं कश्मीर के गुलमर्ग में रविवार को रस्सी टूट जाने से एक गोंडोला कार सैकड़ों मीटर नीचे जा गिरी | पुलिस ने जानकारी दी कि दो स्थानीय निवासियों की भी इस हादसे में मौत हो गई |दुर्घटना के ठीकठीक कारणों का तो अब तक पता नहीं चला है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक बड़े पेड़ के गिरने से तार टूट गया, जिसके चलते कई केबिन कारें नीचे जा गिरीं इस हादसे के शिकार ५ लोगों में से ४ शालीमार बाग, दिल्ली के एक ही परिवार से हैं। उनकी पहचान जयंत अंद्रास्कर, उनकी पत्नी मनशिया अंद्रास्कर और उनकी २ बेटियों अनग्हा तथा जाहनवी के रूप में हुई है। जम्मू & कश्मीर पुलिस अधिकारी ने कहना है कि मुख्तार अहमद नाम के व्यक्ति की भी मौत हो गई।गुलमर्ग केबल कारगुलमर्ग केबल कार दो चरणों में लोगों को समुद्र तल से १३,७80 फुट की ऊंचाई तक ले जाती और ले आती है | यह दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची केबल कार परियोजाना है, जिसकी परिवहन क्षमता प्रति घंटा ६०० लोगों की है. इस रोपवे परियोजना के तहत ३६ केबिन कारें संचालित होती हैं और मार्ग में कुल १८ टॉवर पड़ते हैं |यह परियोजना जम्मू एवं कश्मीर सरकार और एक फ्रांसीसी कंपनी के संयुक्त उद्यम के रूप में संचालित हो रही है और गुलमर्ग की यात्रा करने वाले पर्यटकों के बीच स्कीइंग को लेकर आकर्षण का बड़ा केंद्र है | केबल कार का संचालन करने वाली कंपनी के अनुसार, यात्रा के पहले चरण के तहत यात्रियों को गुलमर्ग रिसॉर्ट से २,६०० मीटर की ऊंचाई पर कोंगडोरी स्टेशन पहुंचाया जाता है | दूसरे चरण के तहत यात्री कोंगडोरी से ३,७४७ मीटर की ऊंचाई तय करते हैं |, बारामुल्ला डिस्ट्रिक्टकेबल कार एक्सीडेंट्स इन गुलमर्ग्गुलमर्ग गोंडोला रोपवेजम्मू कश्मीर पुलिसेजम्मू-कश्मीरगुलमर्ग गोंदोला रोपवेगुलमर्ग में केबल कार हादसेजम्मू कश्मीर पुलिसजम्मू-कश्मीरबारामूला जिले
शास्त्री को लेकर विराट कोहली का बयान, बोले- कोच को ट्रोल करने के पीछे है एजेंडाहोम खेल शास्त्री को लेकर विराट कोहली का बयान, बोले- कोच को ट्रोल करने...भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने रवि शास्त्री को लगातार ट्रोल किए जाने को लेकर बयान दिया है। कोहली ने रवि शास्त्री के ट्रोल किए जाने के पीछे एजेंडा चलाए जाने की बात कही है।विरत कोहली एंड रवि-शास्त्रीभारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने रवि शास्त्री को लगातार ट्रोल किए जाने को लेकर बयान दिया है। कोहली ने रवि शास्त्री के ट्रोल किए जाने के पीछे एजेंडा चलाए जाने की बात कही है। कप्तान विराट कोहली ने कहा कि भारतीय कोच इस धारणा से सबसे कम प्रभावित हैं कि वह कप्तान की हां में हां मिलाते हैं।कोहली ने कहा, शास्त्री ने साहस के साथ बिना हेलमेट के तेज गेंदबाजों का सामना किया और सलामी बल्लेबाज के रूप में ४१ की औसत से रन बनाए जो मौजूदा कोच के आलोचकों को कड़ा जवाब है।कोहली एक निजी चैनल से बातचीत पर कहा, मुझे लगता है कि इनमें से अधिकांश चीजें एजेंडा से प्रभावित हैं और मुझे नहीं पता कि कोई ऐसा क्यों और किस लिए कर रहा है। लेकिन इस तरह से झूठ को स्वीकार करना एजेंडा से प्रभावित है।कप्तान विराट कोहली ने कहा, भाग्य से रवि भाई के मामले में वह ऐसे व्यक्ति हैं जो इन चीजों की बिल्कुल परवाह नहीं करते हैं। बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में आगाज करने वाले शास्त्री ने बाद में भारत के लिए पारी का आगाज भी किया। साल १९८५ विश्व सीरीज क्रिकेट में उन्हें चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस का प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिला है।विराट कोहली ने मुख्य कोच के समर्थन में दलीलें देते हुए कहा, १०वें नंबर से सलामी बल्लेबाज के रूप में भेजा गया, उन्होंने ४१ के औसत से रन बनाए। वह किसी ऐसे व्यक्ति से परेशान नहीं होने वाले जो घर में बैठकर उनकी ट्रोलिंग कर रहा हो, क्योंकि अगर आप उनके जैसी उपलब्धि हासिल करने वाले व्यक्ति की ट्रोलिंग करना चाहते हैं तो चलिए फिर उन गेंदबाजों का सामना कीजिए, जो उन्होंने किया है वह कीजिए, ऐसा करने के लिए हौसला चाहिए, इसके बाद उनके साथ बहस कीजिए।बीते दिनों बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शिकस्त देने के बाद कोहली ने अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को स्वप्निल संयोजन बताया। जो किसी भी सतह पर किसी भी तरह के विरोधी को ध्वस्त करने में सक्षम है। ऐसा जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में किया गया। कोहली ने कहा, काफी अधिक प्रतिस्पर्धा के बावजूद तेज गेंदबाजों के बीच सौहार्द है और बिल्कुल भी असुरक्षा नहीं है।टेस्ट सिरीज अगेंस्ट इंडियन क्रिकेट टीमबांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीजपिछली ख़बरनिक-प्रियंका की शादी को हुआ १ साल, ऐसे शुरू हुई थी दोनों की लवस्टोरीअगली ख़बरकरतारपुर कॉरिडोर को लेकर इमरान के मंत्री ने खोली पाक सरकार की पोल, किया ये दावा
सब कुछ के बारे में सब कुछ / घर और परिवार अपनी पेंशन की गणना कैसे करेंपेंशन की गणना में, कभी-कभी गलतियां की जाती हैं ऐसा बहुत कम होता है, लेकिन अदालत में पेंशनधारियों के उपचार के मामले पेंशन की पुनर्गणना ज्ञात हैं। पेंशन की गणना कैसे करें, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह सही तरीके से गणना की जाती है?पेंशन का आकार सेवा की लंबाई, ६० महीनों के लिए वेतन और बीमा प्रीमियम के भुगतान पर निर्भर करता है। इन आंकड़ों के आधार पर, पेंशन की गणना की जाती है।जनवरी २०१० से, श्रमिकों के पेंशन के आकार की गणना, पुनर्गणना, अनुक्रमण और समायोजन के लिए एक नई प्रणाली है। श्रम पेंशन पर संघीय कानून के मुताबिक, वृद्धावस्था श्रमिक पेंशन में अब दो हिस्से होते हैं: १) बीमा और २) संचयी पेंशन। इससे पहले, वहाँ भी आधार हिस्सा था।नए कानून के तहत, बुनियादी हिस्सा थाएक तथाकथित निश्चित आकार में बदल जाता है। यह पेंशन के मूल हिस्सों के आकार से मेल खाती है जो 3१ दिसंबर २०० ९ को स्थापित की गई थी। पेंशन और पेंशनभोगी वर्ग के प्रकार के मूल आकार पर निर्भर करता है।२०११ में, औसत पेंशन 84९8 रूबल है। मास्को के लिए, यह आंकड़ा थोड़ा अधिक है - ११,००० रूबल।पेंशन की गणना कैसे करें खाता वैल्यूएशन ले रहा है?आज, जब एक पेंशन की गणना की जाती है, तो ध्यान रखना जरूरी हैमूल्य निर्धारण - २००२ पेंशन सुधार से पहले अर्जित पेंशन अधिकारों के मौद्रिक मूल्य का पुनर्मूल्यांकन। वास्तव में, सभी मौजूदा पेंशनरों का इसका प्रत्यक्ष संबंध हैपेंशन फंड के डेटाबेस में जनवरी १, २००२ के अनुसार नागरिकों की पेंशन पूंजी के आकार की जानकारी शामिल है। यह उन सभी पर लागू होता है जिन्होंने २००२ से पहले काम किया है, और इस तरह के बहुमत१ जनवरी, २०१० से, यह पेंशन पूंजी थी१०% से गुणा किया साथ ही, १ ९९ १ तक प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष के अनुभव के लिए राजधानी १% की वृद्धि हुई। यहां कोई अधिकतम सीमाएं नहीं हैं१ जनवरी, २०१० से वैलोरिज़ेशन को प्रादेशिक रूप से दस्तावेजों के आधार पर किया जाता है जो पेंशन कारोबार में उपलब्ध हैं।मूल्य निर्धारण के कारण औसत पर पेंशन में वृद्धि १43१ रुब्ल्स प्रति माह है। मूल्य निर्धारण से सबसे बड़ा लाभ ८० साल से अधिक की उम्र के लोग होंगे।पेंशन की गणना कैसे करें व्यक्तिगत सेवानिवृत्ति गुणांक (आईसीपी) के आवेदन के साथ?बुढ़ापे, विकलांगता, में श्रम पेंशनरोटी विजेता के नुकसान का मामला, लंबी सेवा के लिए आईसीपी के उपयोग के साथ गणना के अधीन है। यह प्रावधान उन लोगों के संबंध में वैध है जो अपनी पेंशन के अनुमोदन के समय काम नहीं करते हैंपेंशन की राशि निर्धारित करने के लिए आईसीपी द्वारा गुणा पेंशन की नियुक्ति से पहले तिमाही के लिए आपको देश में औसत मासिक वेतन की आवश्यकता है।आपके आईसीपी की गणना की जा सकती है निम्नानुसार है। सेवा की लंबाई से निर्धारित पेंशनभोगी के वरिष्ठता गुणांक का आकार, उस अवधि के औसत मासिक वेतन के अनुपात से गुणा किया जाता है जिसके लिए पेंशन की गणना देश भर में औसत वेतन के बराबर होती है।पेंशन गणना इस सूत्र द्वारा उत्पादित किया जा सकता है:आरपी = एसके एक्स जेडआर / जेडपी एक्स एसजेपीपी, जहांएसके - अनुभव का गुणांक (यदि एक आदमी ने २5 साल (महिला - २०) काम किया, तो उसका अनुपात = ०.५५। प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष गुणांक में ०.०१ जोड़ता है। अधिकतम गुणांक ०.७५ हो सकता है)।जेडआर - लगातार ६० महीने के लिए औसत मासिक वेतन।जेडपी - इसी अवधि के लिए देश में औसत मासिक वेतन।कृपया ध्यान दें कि बीमाकृत व्यक्ति की औसत कमाई राष्ट्रीय औसत मजदूरी (पी / पी) में १.२ से अधिक नहीं हो सकती है।एफएफपी एक ऐसे देश में औसत मासिक त्रैमासिक वेतन है जो सरकार द्वारा अनुमोदित सूचक है।अनुमानित पेंशन उन पुरुषों के लिए निर्धारित की जाती है जिनकी कुल लंबाई २5 वर्ष या उससे अधिक है। महिलाओं के लिए, अनुभव कम से कम २० साल होना चाहिए।इस सूत्र का अध्ययन करने और इसके घटकों को समझने के बाद, आप समझ सकते हैं कि पेंशन की गणना कैसे करें।यदि आपको संदेह है कि आप सही हैंपेंशन की गणना की जाती है और आप इसे स्वयं की गणना नहीं कर सकते हैं, पेंशन फंड के जिला कार्यालय से संपर्क करें। वहां आपको सभी मुद्दों का एक विस्तृत विवरण दिया जाएगा।रूस में सैन्य पेंशनरों के लिए दूसरी पेंशन की मांग कितनी है?
हिंदी न्यूज़ - विडियो: यहां पहली बार मनाया गया आज़ादी का जश्न... नाच-गाकर जताई ख़ुशी इट वास फर्स्ट टाइम फॉर पेओपल ऑफ भाऊंडी बुग्याल तो सेलिब्राते इंडिपेंडेंस दए, १५ ऑगस्ट, उत्तरकाशी, भयूंडी बुग्याल, उत्तरकाशी- हिन्दी समाचार, टुडे लेटेस्ट न्यूज़ इन हिन्दीउत्तराखंड०४:०१ प्म इस्ट आग १५, 2०१8उत्तरकाशी में १०,००० मीटर की ऊंचाई पर स्थित भंयूडी बुग्याल (हिमालय के घास के मैदान) में पहली बार आजादी का महापर्व मनाया गया. भंयूडी बुग्याल में छानियों में रहने वाले ग्रामीणों की ओर से ८० वर्षीय देवानंद सोमवाल और ८५ वर्ष के वीर सिंह राणा ने ध्वजारोहण किया. इसके बाद ग्रामीणों ने राष्ट्रगान गाया और भारत माता के साथ देश के महापुरुषों के नाम के जयकारे लगाए. इसके बाद ग्रामीणों ने लोक गीत और लोक नृत्य रांसो तांदी की प्रस्तुति दी. भंयूडी बुग्याल में सदियों से कमद, ठाडी, कुमार कोट, भड़कोट, बागी के ग्रामीण बरसात के मौसम में अपनी गाय भैंस, भेड़ बकरियों के साथ रहते हैं. (हरीश थपलियाल की रिपोर्ट)अब नमो ऐप के ज़रिए खरीदें कपड़े और करें छोटे दान
भारत: "एक अस्वास्थ्यकर आहार, तंबाकू से अधिक घातक" | इंडिया न्यूज़ - टेलीस रेल्यघर " अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत: "एक अस्वास्थ्यकर आहार, तंबाकू से अधिक घातक" | इंडिया न्यूजनई दिल्ली: लैंसेट में प्रकाशित एक नए अध्ययन में कहा गया है कि तंबाकू, उच्च रक्तचाप या किसी अन्य स्वास्थ्य जोखिम से अधिक समय से पहले होने वाली मौतों के लिए गरीब पोषण जिम्मेदार है। कुपोषण के बाद आहार जोखिम, भारत में २०१७ में मृत्यु और विकलांगता का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कारक था।भारत में, कुपोषण, वायु प्रदूषण और जल, स्वच्छता और पर्यावरण संबंधी खतरों के बाद दुनिया के चौथे सबसे बड़े ३५ के बाद से दस वर्षों में आहार जोखिम २००७% की वृद्धि हुई है। स्वच्छता (वॉश)।यद्यपि कुपोषण भारत में अधिकांश मौतों और विकलांगों के लिए जोखिम कारकों की सूची में शीर्ष पर है, लेकिन इसका समग्र प्रभाव ज़्नैक्स% से कम हो गया है।हालांकि चीनी और ट्रांस फैटी एसिड हानिकारक हैं, अध्ययन में सब्जियों, फलों, साबुत अनाज, नट और फलियों से युक्त स्वस्थ आहार की कम खपत के प्रभाव पर प्रकाश डाला गया है।भारत में, अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि कम साबुत अनाज का सेवन मौतों और विकलांगता के लिए प्रमुख आहार जोखिम कारक था। शोधकर्ताओं के अनुसार, आहार से संबंधित मौतों के प्रमुख कारणों में दिल का दौरा और स्ट्रोक है, इसके बाद कैंसर और एक्सएनयूएमएक्स-टाइप मधुमेह है।"हालांकि सोडियम चीनी और वसा पिछले दो दशकों में खाद्य नीति की बहस के केंद्र में रहे हैं, हमारे आकलन से पता चलता है कि आहार संबंधी मृत्यु दर के लिए मुख्य जोखिम कारक उच्च सोडियम, कम अनाज वाले आहार हैं पूरे, फलों में कम, नट और बीजों में कम, सब्जियों में कम और ओमेगा-एक्सएनयूएमएक्स में कमफैटी एसिड; अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में २ से अधिक मौतों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का कहना है, "चीनी-मीठे पेय और उच्च जंक फूड जैसे अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों को कम करते हुए स्वस्थ भोजन को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक नीति में बदलाव का सुझाव देता है। नमक और ट्रांस वसा।यह शोध सिएटल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (इहमें) द्वारा आयोजित ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी का हिस्सा है।हालांकि, निष्कर्षों ने भारत के पोषण विशेषज्ञों के बीच भी चिंता जताई है, जो मानते हैं कि अध्ययन अस्वास्थ्यकर खाद्य बहस का ध्यान केंद्रित कर रहा है।"हालांकि मैं इस तथ्य से असहमत नहीं हूं कि लोगों को अधिक साबुत अनाज और सब्जियां आदि खाने चाहिए, अनुसंधान अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों के विपणन से नहीं निपटते हैं जो स्वस्थ खाद्य पदार्थों के आंदोलन का कारण बनते हैं।" अरुण गुप्ता बताते हैं, पोषण के प्रसिद्ध वकील।वैश्विक स्तर पर, खराब आहार १०,९ मिलियन मौतों के लिए जिम्मेदार था, या सभी वयस्क मौतों का २२%। इसके अलावा, २55 मिलियन विकलांगता समायोजित जीवन वर्ष (डाली) - जीवन के खो जाने के वर्ष और विकलांगता के साथ जीवन के वर्षों का योग - खराब पोषण के कारण थे। कार्डियोवैस्कुलर बीमारियां कैंसर और मधुमेह के बाद मुख्य कारण थे। लगभग आधे - ४५% - ७० से कम उम्र के लोग थे।अध्ययन में पाया गया कि बेहतर खाने और पीने से दुनिया भर में होने वाली पांच मौतों में से एक को रोका जा सकता है।
एंटीगुआ के डॉक्टरों ने मेहुल चोकसी का उपचार करने से कर दिया साफ़ मना - पूर्वांचल मीडियाएंटीगुआ के डॉक्टरों ने मेहुल चोकसी का उपचार करने से कर दिया साफ़ मनाकॉन्टेंट टीम आग २७, २०१९ ११२पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आरोपी व हिंदुस्तान से फरार चल रहा मेहुल चोकसी इस समय एंटीगुआ में है। पिछले दिनों बॉम्बे उच्च न्यायालय में चोकसी की तरफ से बोला गया था कि वह एंटीगुआ में इलाज करवा रहा है। यही वजह है कि पेशी के लिए वह हिंदुस्तान नहीं आ सकता है। किन्तु अब मेहुल चोकसी के वकीलों ने इस दलील को वापस ले लिया है व न्यायालय को बताया है कि एंटीगुआ के डॉक्टरों ने चोकसी का उपचार करने से ही साफ़ मना कर दिया है।दरअसल, मेहुल चोकसी के एडवोकेट विजय अग्रवाल ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपनी उस याचिका को वापस ले लिया है जिसमें उन्होंने दलील दी थी कि इलाज के चलते मेहुल चोकसी पेशी के लिए हिंदुस्तान नहीं आ सकते हैं। अब एडवोकेट की ओर से न्यायालय को बताया गया है कि एंटीगुआ के डॉक्टरों ने चोकसी का इलाज करने से इन्कार कर दिया है। साथ ही इसका मुख्य कारण न्यायालय को सीलबंद लिफाफे में सौंपा गया है।इससे पहले बॉम्बे उच्च न्यायालय ने मेहुल चोकसी को अपनी मेडिकल रिपोर्ट्स मुंबई के जेजे अस्पताल को देने के लिए बोला था। बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद अस्पताल के डॉक्टरों को ये बताना था कि मेहुल चोकसी हिंदुस्तान आने की स्थिति में है या नहीं। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि २०१७ में जब पीएनबी घोटाले का खुलासा हुआ था, तभी मेहुल चोकसी व नीरव मोदी दोनों देश छोड़कर फरार हो गए थे।लड़ाकू विमान राफेल लड़ाकू विमान का अधिग्रहण करेंगे व विमान...कॉन्टेंट टीम ऑक्ट ८, २०१९ ४४पाकिस्तान के मंत्रियों द्वारा हिंदुस्तान को दी जंग धमकीकॉन्टेंट टीम आग २९, २०१९ ७७रेहम खान ने इमरान खान पर साधा निशाना, जानिए कही ये बात...कॉन्टेंट टीम सेप ८, २०१९ ५५सोनाक्षी सिन्हा अब नहीं करेंगी इस एक्टर के साथ काम, जानिए...जानिए ये काम करने पर अब मोदी सरकार देगी २४ लाख रूपएहिमाचल प्रदेश में तेंदुए ने लोगो को किया लहुलूहान , जानिए...
अक्षय कुमार के चुनाव में खड़े होने की खबरों के बीच उन्होंने अपने वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से एक वीडियो जारी कर दिया है. इस वीड ...बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार का एक ट्वीट जबरदस्त चर्चा में बना हुआ है. दरअसल, अक्षय कुमार ने सोमवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर ...अगले साल शुरू हो सकती है स्त्री २ की शूटिंग, नजर आएगी पुरानी स्टारकास्टपिछले साल राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म स्त्री रिलीज हुई थी. इस कॉमेडी हॉरर फिल्म को दर्शको ने खासा पसंद किया था. ...इस वजह से सेट पर अलग रहते थे गजराज-नीना, डायरेक्टर ने बतायाद कपिल शर्मा शो में बधाई हो फिल्म के डायरेक्टर अमित शर्मा ने बताया कि गजराज और नीना बहुत बातूनी हैं. ...हर आधे घंटे में पत्नी को कॉल करते हैं बधाई हो के एक्टर, दिलचस्प है वजहद कपिल शर्मा शो में बधाई हो फिल्म की स्टारकास्ट मेहमान बनकर पहुंची. इस दौरान कपिल शर्मा ने नीना गुप्ता, गजराज राव और डायरेक ...इस फिल्म में आतंकवाद और अंडरकवर मिशन जैसे मुद्दों पर फोकस किया जा रहा है. हालांकि एक गलती है जिसे देखकर सोशल मीडिया पर कई ल ...कोमोलिका के बाहर होने के बाद अब इस शो में आया नया ट्विस्टशो के मेकर्स पूरी कोशिश कर रहे हैं कि शो की लोकप्रियता में कोई कमी ना आए और यही वजह है कि इस शो में एक और महत्वपूर्ण किरदार ...फिल्म रप: मां करीना संग यूं नजर आए तैमूर, क्या प्रियंका से नाराज सलमानफिल्म रैप के जरिए जानिए शनिवार को फिल्म, टीवी और एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या हुआ खास. ...
- ओवरटेकिंग करना आसान नहीं: वेबर - अमर उजाला हिन्दी न्यूजओवरटेकिंग करना आसान नहीं: वेबर{"_ईद":"७३-२६२८७","स्ल्ग":"नोएडा-२६२८७-७३","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९१३\उ०९३५\उ०९३०\उ०९१फ\उ०९४७\उ०९१5\उ०९३फ\उ०९०२\उ०९१7 \उ०९१5\उ०९३०\उ०९२८\उ०९३ए \उ०९०६\उ०९३8\उ०९३ए\उ०९२८ \उ०९२८\उ०९३9\उ०९४०\उ०९०२: \उ०९३५\उ०९४७\उ०९२च\उ०९३०","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३० \उ०९१4\उ०९३० \उ०९३०\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}ग्रेटर नोएडा। रेडबुल रेनॉ टीम के ड्राइवर मार्क वेबर ने कहा कि बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) का ट्रैक काफी चुनौतियों भरा है। यहां पर मोड़, ढलान और चढ़ाई का डिजाइन ड्राइवर्स को परेशान करने वाला है। इस बार यहां किए कुछ परिवर्तनों के बाद अब ओवरटेकिंग करना आसान नहीं होगा।मार्क वेबर और गौतम गंभीर ने बुधवार को ग्रेनो में क्रिकेट खेलने के बाद पत्रकारों को संबोधित किया। वेबर ने बीआईसी को वर्ल्ड क्लास बताते हुए यहां पर अपने रेस के अनुभव को शानदार बताया।पूछे गए सवाल कि कौन-सा भारतीय बॉलर पसंद है पर उन्होंने कहा कि यह कठिन सवाल है। हालांकि सचिन तेंदुलकर महान खिलाड़ी हैं और वे उन्हें काफी देखते हैं। भारत में क्रिकेट के प्रशंसकों के आगे मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों में कमी है। लेकिन इसे आगे बढ़ाने के लिए ही प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, गौतम गंभीर ने रेस देखने के सवाल पर जवाब दिया कि उनकी शादी की सालगिरह के चलते रेस देखने नहीं आ पाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि एफ-१ रेस काफी पसंद है। यह रोमांचक खेल किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकता है।ओवरेटेकिंग वेबर
गौरव चंदेल हत्याकांड में पुलिस को मिली पहली सफलता , लूटी गई कार गाजियाबाद के मसूरी से बरामदजान्वरी १५,२०२० ०२:०९नोएडा । ग्रेटर नोएडा के गौड़ सिटी निवासी गौरव चंदेल हत्याकांड में पुलिस ने बुधवार को एक खुलासा किया है । पुलिस ने गौरव की लूटी हुई कार को गाजियाबाद के मसूरी से बरामद किया है । घटना के ९ दिन बाद पुलिस ने गौरव की लूटी गई कार को घटनास्थल से ४० किलोमीटर दूर लावारिस स्थिति में खड़ा पाया । पुलिस को उम्मीद है कि इस कार से पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लग सकते हैं । हालांकि ६ जनवरी को ऑफिस से घर लौटते वक्त हुए इस हत्याकांड में अब तक पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली हैं । पुलिस को इस हत्याकांड और लूट के मामले में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है ।बता दें कि गत ६ जनवरी की देर रात ग्रेटर नोएडा थाना फेस-३ क्षेत्र में पर्थला चौक से आगे सर्विस रोड पर गौरव चंदेल का शव मिला था । इस घटना में लापरवाही बरतने पर पुलिस के तीन अफसरों को निलंबित कर दिया गया था । चंदेल के परिजनों ने समय रहते पुलिस के पास जाकर गौरव के लापता होने की सूचना दी थी लेकिन पुलिस ने उन्हें न तो कोई मदद दी , न ही मामला दर्ज किया । परिजनों के साथ गौरव के दोस्तों ने खुद इलाके के चप्पे चप्पे को छाना था , जिसके बाद उन्हें सुबह के समय शव बरामद हुआ ।उस दौरान साफ हुआ कि उनकी नई कार , लैपटॉप बैग और मोबाइल भी हत्यारे ले गए थे । बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि हत्यारों ने गौरव के सिर पर दो गोलियां मारी थी , जिसके चलते उनकी मौत हुई थी ।बहरहाल , अब घटना के ९ दिन बाद पुलिस को गौरव की लूटी कार मिली है । पुलिस ने संभावना जताई है कि इस कार की सघन जांच से उन्हें कुछ अहम सबूत मिल सकते हैं , जिसके आधार पर उनकी जांच आगे बढ़ेगी ।ग्रेटर नोएडा गौरव चंदेल मसूरी गाज़ियाबाद न्यूज नोएडा गौरव चंदेल मर्डर ठेफ्ट केश गौर सिटी नोएडा पुलिस क्राइम इन उप न्यूज इन हिन्दी गौरव चंदेल हत्याकांड ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद मसूरी गौड़ सिटी हत्याकांड में खुलासा
शहरी इलाकों में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को लागू लॉकडाउन प्रतिबंधों से छूट-गृह मंत्रालय - करोबार तोडेओम कॉम्योदिती फ्धचरे शहरी इलाकों में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को लागू लॉकडाउन प्रतिबंधों से छूट-गृह मंत्रालयशहरी इलाकों में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को लागू लॉकडाउन प्रतिबंधों से छूट-गृह मंत्रालयडबलरोटी के कारखाने, दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र, आटा मिलें, दाल मिलें आदि शामिलप्रीपेड मोबाइल कनेक्शन के लिए रिचार्ज सुविधाएं देनेे वाले भी शामिलनई दिल्ली । गृह मंत्रालय ने कोविड-१९ से मुकाबला करने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के संबंध में समेकित संशोधित दिशा-निर्देशों के अंतर्गत कुछ गतिविधियों को छूट देने का आदेश जारी किया है।( उपरोक्त आदेशों के अंतर्गत जारी दिशा-निर्देशों में जिन श्रेणियों के भीतर विशिष्ट सेवाओं / गतिविधियों को पहले से ही छूट दी गई है उसके संबंध में कुछ प्रश्न प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में, स्पष्ट किया जाता है कि :-
योगी मंत्रीमंडल में फेरबदल से पहले वित्त मंत्री सहित पांच मंत्रियों ने दिया इस्तीफाहोम > लेड स्टोरी > योगी मंत्रीमंडल में फेरबदल से पहले वित्त मंत्री सहित पांच मंत्रियों ने दिया इस्तीफाराजनीतिक गलियारे से बड़ी खबरस्वदेश न्यूज | २० आग २०1९ ११:१२ आम गम्तलखनऊ/स्वदेश वेब डेस्क। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार से ठीक एक दिन पहले सिलसिलेवार ५ मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सरकार में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने मंगलवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे बजह बढती उम्र और स्वास्थ्य कारण बताया है, इस्तीफा योगी आदित्यनाथ को भेजा है जिसे अभी स्वीकार्य नहीं किया गया है ।वहीं योगी सरकार के अन्य मंत्री जिसमे चेतन चौहान, मुकुट बिहारी वर्मा, अनुपमा जायसवाल व स्वाती सिंह ने भी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा उस वक्त आया है जब कैबिनेट में फेरबदल को लेकर तस्वीर साफ हो चुकी है। बुधवार को राजभवन में सुबह ११ बजे योगी कैबिनेट में फेरबदल होगा। वर्तमान की योगी सरकार में २० कैबिनेट मंत्री, ९ राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और १३ राज्यमंत्री हैं।५ स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों का होगा प्रमोशनसंभावना है की सुरेश राणा, महेंद्र सिंह कैबिनेट मंत्री बनेंगे, अनिल राजभर, भूपेंद्र सिंह कैबिनेट मंत्री बनेंगे, धर्मसिंह सैनी कैबिनेट मंत्री की शपथ लेंगे, बुलंदशहर के अनिल शर्मा भी मंत्री बनेंगे, मुजफ्फरनगर से कपिल देव अग्रवाल भी मंत्री बनेंगे।टैग्स: योगिआदित्यनाथ योगिकैबिनेट उत्तरप्रदेश
कोरोनाविरस आउटब्रेक एलिया भट्ट कंसर्न्ड आबात हेर फादर महेश भट्ट दूरिंग कोविड १९ क्रिसिस - कोरोना वायरस के बीच पिता महेश भट्ट की सेहत को लेकर परेशान हुईं आलिया, कहा- 'हमेशा घबराई रहती हूं' , स्लाइड २ - अमर उजाला हिन्दी न्यूज लाइवडॉक्टरों के अनुसार कोरोना वायरस १० साल से कम उम्र के बच्चों और ५५-६० से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है। इस बीच बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट ने अपने पिता और मशहूर निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट के लिए चिंता व्यक्त की है। महेश भट्ट की उम्र 7२ साल है। ऐसे में आलिया भट्ट पिता महेश भट्ट की सेहत को लेकर काफी परेशान और घबराई रहती है।
६९००० शिक्षक भारती कोर्ट उपड़ते : आज की सुनवाई का सार : बीएड टीम द्वारा - प्राइमरी का मास्टर | उप्तत न्यूज | उप्तत लाटेस्ट न्यूज | बेसिक शिक्षा न्यूज | उप्तत हेल्प | उपतेथोम उनलेबल्ड ६९००० शिक्षक भारती कोर्ट उपड़ते : आज की सुनवाई का सार : बीएड टीम द्वारा६९००० शिक्षक भारती कोर्ट उपड़ते : आज की सुनवाई का सार : बीएड टीम द्वारासभी साथियों का अभिनन्दनआज कट ऑफ मामले की सुनवाई में सुबह कोर्ट ११ बजे बैठी और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शिक्षामित्र के अधिवक्ता उपेंद्र मिश्रा जी ने पक्ष रखना शुरू किया जिसका पूरा पूरा उद्देश्य सिर्फ कट ऑफ को पिछली भर्ती के अनुरूप ४०/४५% प्रतिशत कारवाना था ,इस सम्बंध में उन्होंने कई केश के उद्धरण भी कोर्ट में रखे, और यह भी बोला की पिछली भर्ती में सरकार ने ४०/४५% को खुद यह कह कर कट ऑफ कम करना चाह रही थी की यह अधिक है और ३०/३३% पर भर्ती के लिए कोर्ट में पैरवी की ,जो की वर्तमान में चौहान साहब की ही बेंच में अभी भी पेंडिंग है, जबकि शिक्षामित्रों को शामिल करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार लगातार दो भर्ती में थे तो इस भर्ती में ऐसा क्या हो गया कि सरकार अचानक ही इतना हाई कट ऑफ लागू की ,यह जानबूझ कर शिक्षामित्रों को बाहर करने के लिए ही लगाया गया है, तब जज साहब ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी की पिछली बार से जस्ट डबल कट ऑफ है इस बार, तब उपेंद्र मिश्रा जी भी यस यस कहने लगे, इसके बाद मिश्रा जी ने एग्जाम से पहले कट ऑफ डिक्लेयर न किये जाने पर तर्क रखे की बिना ग़ोल बताए(कट ऑफ) एग्जाम कराया और अंत में ग़ोल पोस्ट ही चेंज कर दिया, जब तक ग़ोल नही निर्धारित रहेगा हम कैसे उसके प्रति अलर्ट रहेंगे अतः बाद में कट ऑफ लगाना अनुचित है, और भी अन्य भर्तियों के उद्धरण दिए की किसी में इतना हाई कट ऑफ नही रखा गया है, बहुत सारे तर्क दिए शिक्षामित्रों के पक्ष में की १६ साल से सेवा कर रहे, मात्र टेट पास न होने के कारण समायोजन रद्द हुआ है,फ़िलहाल कोर्ट में आज बीएड और कट ऑफ दोनों के ख़िलाफ़ जबरदस्त माहौल था ,जज साहब भी इंटरेस्ट से सुन रहे थे, बिना ऑपोस किये, इसी के साथ समय खत्म हो गया था, कल दोपहर २,१५ प्म की सुनवाई लगा दी है और कल भी शिक्षामित्र के ही अधिवक्ता अपना पक्ष रखेंगेआ सिंह
चीन एमटीपीपीबी मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड सीएएस १७७९-४९-३ निर्माताशानदोंग ज़िशंग केमिकल को.लैड [शानदोंग,चीना] व्यवसाय प्रकार:उत्पादक में मार्क: अफ्रीका , अमेरिका की , एशिया , कैरेबियन , पूर्वी यूरोप , यूरोप , मध्य पूर्व , उत्तरी यूरोप , ओशिनिया , अन्य बाजार , पश्चिम यूरोप , दुनिया भर निर्यातक:८१% - ९०% प्रमाणपत्र:इसो९०0१, स, गम्प, अपी, म्स्ड्स विवरण:एमटीपीपीबी मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड,मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड सीएएस १७७९-४९-३,मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड १७७९-४९-३होम > उत्पादों > क्वाटर्नरी अमोनियम नमक > एमटीपीपीबी मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड सीएएस १७७९-४९-३मॉडल नं.: क्स-कस १७७९-४९-३मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड एक लिपोफिलिक अणु है जिसमें एक सेलेशन होता है जिसके लिए इसे विशिष्ट सेल घटकों पर अणुओं को वितरित करने के लिए उपयोग किया जाता है। एक एंटीनोप्लास्टिक एजेंट भी माना जाता है। विटिच अभिकर्मकों चेन ओलेफ़िन की तैयारी और असंतृप्त कार्बन चेन की कार्बन संख्या में वृद्धि के लिए उपयोग किया जाता है। यह तरल क्रिस्टल असंतृप्त बंधन के संश्लेषण में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। यह कार्बनिक संश्लेषण में भी व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। यह एक अच्छा केशनिक चरण रूपांतरण उत्प्रेरक है।एमटीपीपीबी मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइडमेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड सीएएस १७७९-४९-३एमटीपीपीसी मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम क्लोराइडएथिल ट्रिपेनिल फॉस्फोनियम ब्रोमाइड १5३0-३2-१मेथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम आयोडाइड २०६५-६६-९एथिलट्रिपेनिलफॉस्फोनियम ब्रोमाइड कैस १5३0-३2-१
अब सतह से हवा में वार करेगा अपना भारतअब सतह से हवा में वार करेगा भारतनई दिल्ली। भारत ने गुरुवार को एक नई बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। यह बैलेस्टिक मिसाइल सतह से हवा में वार करने वाली है। इजरायल के साथ मिलकर बनाई गई इस मिसाइल को भारत ने ओडिशा में तट के पास स्थित रक्षा अड्डे से टेस्ट किया गया।मीडियम रेंज की है बैलेस्टिक मिसाइलभारत ने मीडियम रेंज (७० किमी) की इस मिसाइल को आईटीआर चांदीपुर से सुबह ८:१५ बजे मोबाइल लॉन्चर से दागा। डीआरडीओ अधिकारियों ने बताया कि परीक्षण सफल रहा। पहले इसका परीक्षण बुधवार को ही होना था, लेकिन इसे गुरुवार के लिए टाल दिया गया। इस मिसाइल में मल्टी फंक्शनल सर्विलांस, ट्रेकिंग के लिए एमएफ स्टार (थ्रेट अलर्ट रडार) जैसे टूल्स हैं।सात गांव के ३६०० लोग भेजे गए दूरसुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने परीक्षण के लिए आस पास के सात गांव के ३,६५२ लोगों को अस्थाई तौर पर हटाया है। ये लोग ओडिशा के बालासोर जिले में लॉन्च साइट के क्षेत्र के २.५ किलोमीटर के क्षेत्र में रह रहे थे। बालासोर, भद्रक और केंद्रपड़ा जिले के मछुआरों को लॉन्च के वक्त उस इलाके से दूर रहने के लिए भी कहा गया है।हर साल धूम-धाम से बप्पा को घर लाने वाले सलमान अब नहीं मनाएंगे गणेश...अजान कॉन्ट्रोवर्सी पर इस मुस्लिम महिला ने सोनू को दिया करारा जवाब, अब तक...
फिल्म मराठी और हिंदी में बनाई जाएगी।शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत जल्द ही वरिष्ठ नेता जॉर्ज फर्नांडिस के जीवन पर एक फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे है। राउत ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा की की फिल्म कीटकथा तैयार है और फिल्म बनाने वाली टीम को चुनने की प्रक्रिया चल रही है। फिल्म मराठी और हिंदी में बनाई जाएगी। राज्यसभा सदस्य राउत शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के जीवन पर भी फिल्म का निर्माण कर रहे हैं।कौन है जॉर्ज फर्नान्डिसजॉर्ज फर्नान्डिस का जन्म ३ जून 19३0 को हुआ था। जॉर्ज श्रमिक संगठन के भूतपूर्व नेता, तथा पत्रकार रहे थे। वे राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों के सदस्य रह चुके हैं। जॉर्ज फर्नान्डिस ने समता पार्टी की स्थापना की। केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में रक्षामंत्री, संचारमंत्री, उद्योगमंत्री, रेलमंत्री आदि के रूप में जॉर्ज फर्नान्डिस कार्य कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने निवेश के उल्लंघन के कारण, अमेरिकी कंपनियों आईबीएम और कोका-कोला को देश छोड़ने का आदेश दिया था।बताया जा रहा है की जॉर्ज फर्नान्डिंस की बायोपीक २०२१ में रिलीज होने की संभावना है, १९५० के मध्य और आपातकाल के बीच की अवधि को ये फिल्म दर्शाएगी। ८८ वर्षीय फर्नांडीस अल्जाइमर से पिड़ीत है, और उनकी पत्नी लीला कबीर की देखभाल की जा रही है।मुंबईसंजय राउतजॉर्ज फर्नांडिसफिल्मशिवसेना
जिंदगी के रंग: आखिर वही हुआ, जो संदेह था!आखिर वही हुआ, जो संदेह था!कश्मीर में पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों पर पथराव करने वाले लोगों को नौकरी और राज्य को भारी-भरकम पैकेज देने की तैयारी शुरू हो गई। फेसबुक पर मैने कुछ दिन पहले यह संदेह जाहिर किया था। कुछ मित्रों ने यह भी लिखा कि ऐसा ही पैकेज पंजाब को भी दिया गया। पंजाब में तो ऐसा एक बार या दो बार किया गया। कश्मीर में तो लगातार यह हरकत जारी है। पंजाब ने भी तो आखिर कश्मीर से ही सीख ली थी। पंजाब का उदाहरण देकर कश्मीर के पैकेज को तो कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता है।आखिर इस पैकेज और रोजगार से क्या फायदा मिलने वाला है? यह तो सीधे-सीधे ब्लैकमेलिंग है। कश्मीर की हालत आज ऐसी है कि वहां हर घर में सरकारी नौकरी है। खाद्यान्न से लेकर फल और मेवा सब कुछ सस्ते में सब्सिडी रेट पर मिलता है। कुल मिलाकर कहें तो आर्थिक राम राज्य जैसा माहौल पिछले ५० साल में केंद्र सरकार ने बना दिया है।तर्क दिया जाता है कि हाथों को रोजगार नहीं है, इसलिए वहां के युवक पथराव करने को मिल जाते हैं। आखिर देश को कब तक बेवकूफ बनाया जाता रहेगा? वहां रोजगार और सरकारी नौकरियां करने वाले लोग और उनके बच्चे भी पथराव करते हैं। हाल ही में मैने एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में पढ़ा कि बेरोजगारी बहुत बड़ा संकट है कश्मीर में। हालांकि लेखक महोदय शायद यह नहीं जानते कि वहां के लोग न तो रोजगार की मांग कर रहे हैं, न बिजली, सड़क, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की। आखिर मांगें भी क्यों? देश के किसी भी पहाड़ी या मैदानी हिस्से से तुलना की जाए तो वहां बहुत ज्यादा विकास हुआ है। अगर पड़ोस के ही पाक अधिकृत कश्मीर से तुलना की जाए तो नरक और स्वर्ग का अंतर नजर आता है।मीडिया में लिखने और कश्मीर की जनता की आवाज दिल्ली में उठाने वाले लोग आखिर इस बात पर सवाल क्यों नहीं उठाते कि एक ही चैनल में दिल्ली में बैठा एंकर कहता है कि आतंकवादियों ने ३ सुरक्षा बलों की हत्या कर दी और कश्मीर में तैनात उसी चैनल का संवाददाता जब लाइव देता है तो कहता है कि मिलिटेंट्स ने सुरक्षा बलों पर हमला किया। क्या उसी चैनल का कश्मीरी रिपोर्टर यह बताने की कोशिश करता है कि हमलावर टेररिस्ट या आतंकवादी नहीं, बल्कि मिलिटेंट या धर्मयोद्धा हैं, जो धर्म के लिए युद्ध कर रहे हैं? आज ही हुए एक हमले के मामले में देश के सबसे बड़े अंग्रेजी न्यूज चैनल में यह घटना हुई।अगर कश्मीर के लोग नहीं चाहते कि कश्मीर में रोजगार बढ़े, सड़कें बने, पुल बने, विकास हो तो सरकार ऐसा क्यों चाहती है?? क्या कश्मीर में सुविधाएं नहीं दी जाती तो देश के मुसलमान भारत के खिलाफ हो जाएंगे? ऐसा नहीं है। लेकिन फिर भी दिल्ली में बैठे नीति नियंताओं को समझ में नहीं आता कि कश्मीर में यथास्थिति बनाए रखने के अलावा कुछ भी किए जाने की जरूरत नहीं है।कश्मीर में ऐसा माहौल है कि जो नेता भारत को जितनी ज्यादा गालियां देगा, उसे उतना ही वोट (या कहें जनता का समर्थन) मिलेगा। कश्मीर के लोगों को शायद ही यह एहसास हो कि वहां उत्पादकता नगण्य होने के बावजूद उस तरह के अन्य इलाकों या देश के किसी समृद्ध इलाके के आम लोगों की तुलना में वहां ज्यादा स्वतंत्रता और आर्थिक समृद्धि है। वहां के लोगों को तो यही एहसास है कि भारत को जितनी गालियां दी जाएं, जितना ही सुरक्षा बलों को पीटा जाए, उतनी ही सुविधाएं और आर्थिक मदद मिलती जाएगी। ऐसे में भारत को गालियां देने वाले ही वहां के स्थानीय लोगों के आदर्श हैं।अगर पैकेज दिया ही जाना है तो कश्मीर के उन लोगों के पुनर्वास का पैकेज जाना चाहिए, जिन्हें कश्मीर से भगाया जा चुका है। देश के अन्य इलाकों के हिंदू- मुसलमानों (या कहें देशवासियों) को भी कश्मीर में रहने व बसने की आजादी मिलनी चाहिए, न कि कश्मीर के नेताओं को पैकेज देकर उन्हें सेना के खिलाफ हथियार खरीदने की आजादी।बिलकुल सही कहा आपने....सौ प्रतिशत सहमत हूँ आपसे...मुझे नहीं लगता कोई भी अपनी जान को खरते मे ऐसे ही दलेगा...बाहर से कमेंट करना और संदेह जहीर करना आप जैसे कुर्सी पत्रकरो के लिए बहुत आसन हैं...कोई तो कारण होगा की औरते भी अपने बचो के साथ बाहर निकल रही हैं ये मालूम होते हुए भी के बाकी लोगों की तरह वो भी मारी जा सक्ती हैं...मैं भी सायाद ऐसा ही करू जब कोई भी मेरे गहर मे कभी भी घुस आये या फिर मुझे लगे हम मे से कोई भी कभी भी मारा जा सकता हैं...और मैं एक कश्मीरी नहीं हूँ...लेकिन इंडियन जरूर हूँ..सुशील भाई, आप पूरी तरह से इंडियन हैं, इसीलिए पहले मेरे ऊपर आपने कुर्सी पत्रकार होने का आरोप लगा दिया। आपके विचार से यही लगता है कि देश के बलात्कारी औऱ अत्याचारी सैनिकों को कश्मीर में लगा दिया गया है और उन्हें अत्याचार का ही काम सौंपा गया है। इससे फिलहाल मैं सहमत नहीं हो सकता।आ सर्टेन कंप्लैसेंसी सीम्स तो हवे सेट इंटो थे बैंकिंग सेक्टर फॉलोइंग थे रेफार्म पुत इन प्लेस आफ्टर थे फ़ाइनेंशियल क्रिसिस ऑफ २००७. बैंक मैनेजर्स एस्पेकी...
पागलों की अपनी छोटी सी दुनिया | जनक यादवहोम ब्लॉग्स इन हिन्दी गोरखपुर डायरीज हावरा पेओपल एंड थे सोसायटी विडियो ब्लॉग पागलों की अपनी छोटी सी दुनियापागलों की अपनी छोटी सी दुनियाबाय जनक कुमार यादव एट ऑगस्ट २६, २०१५ लेबल्स: ब्लॉग्स इन हिन्दी, गोरखपुर डायरीज, हावरा, पेओपल एंड थे सोसायटी, विडियो ब्लॉगमऐट्रेस ऑफ जंकइस दुनिया में पागलों की कमी नहीं है! कुछ होते हैं पर दीखते नहीं और जो दीखते हैं वो होते नहीं! इन्हे न कोई रोकने वाला न कोई टोकने वाला! उनकी हरकतें ही हमें अपनी तरफ आकर्षित करती हैं इसलिए चाहते हुए भी नज़र नहीं हटती! कई दिनों से मेरा साक्छात्कार भी मानसिक रूप से पैदल लोगों से ज्यादा हो रहा है! वे आपको किसी भी जगह, किसी भी समय दिख सकते हैं! कभी कोई(पागल) मुझे कूड़े-कचरे के ढेर पर आराम से लेट कर गहन चिंता में मिला तो कभी कोई भरी गर्मी की दोपहरी में ताड़ के पत्तों का चिल्लम बना कर गांजा सुलगाते हुए मिला! यहाँ तक की रेलवे स्टेशन पर भी इनके कारनामे खुल्लम-खुल्ला होते हैं!स्मारफोन फोटोग्राफी बाय जंकस्मारफोन फोटोग्राफी बाय जक- क्रविंग फॉर आ पोत्स्मार्टफोन फोटोग्राफी बाय जक @ उत्तर प्रदेशभूख-प्यास लगती है तो दूसरों के सामने स्वतः हाथ पसार देते हैं! इनके अंदर किंचित भी घमंड नहीं आता के दूसरों से कुछ मूह खोल कर मांगना मतलब अपनी बेइज़्ज़ती करना होता है! इन्हे ना लोक-लाज का डर ना ही कल सुबह ऑफिस जाने की जल्दी ना प्रोजेक्ट पूरा कर बॉस को देने का डेडलाइन और न ही कल के भोजन के लिए आज काम करने की जरुरत ! इन्हे समाज के काम करने के तरीके से कोई मतलब नहीं, जो भी करते हैं खुद से करते हैं भले ही ज़माना इन्हे मानसिक समझे! पर जिस प्रकार साधारण लोगों की दुनिया होती हैं उसी प्रकार इनकी भी एक छोटी सी दुनिया है जिसमे वे हमेशा खोये रहते हैं! जरुरत पड़ती है तो ही अविकृत मनुष्यों से मुह लगते हैं वरना कौन सा एमी पेमेंट की आखिरी तारीख भागे जा रही है जो किसी भी ऐरे-गैरे के अपने मतलब के लिए मूह लगाया जाये!स्मारफोन फोटोग्राफी बाय जक @ बुद्वान रेल्वे स्टेशन
हिन्दी यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चरल साइंसेस, धरवाड़ तो रिक्रूट मास्टर फेलो |नौकरीयूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर साइंस, धारवाड में पोस्ट मास्टर फेलो सहित अन्य पदों के लिए वेकेंसीयूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर साइंस, धारवाड ने पोस्ट मास्टर फेलो सहित अन्य ०४ पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किये हैं. योग्य उम्मीदवार ०८ मार्च २०१८ को आयोजित होने वाले इंटरव्यू में उपस्थित हो सकते हैं.इंटरव्यू की तिथि : ०८ मार्च २०१८ पोस्ट डॉक्टरल फेलो: ०१ पद पोस्ट मास्टर फेलो: ०२ पद यूआईसी- प्रोजेक्ट असिस्टेंट: ०१ पदपोस्ट डॉक्टरल फेलो: उम्मीदवार को एग्रीकल्चर/ हॉर्टिकल्चर/फॉरेस्ट्री/वेटेरनरी साइंस/ लाइफ साइंस के किसी भी ब्रांच में/आर्गेनिक केमिस्ट्री/बायोटेक्नोलोजी या बायो प्रोसेसिंग/ बायो टेक्नोलोजी/मॉलिक्यूलर बायोलोजी और बायोटेक्नोलोजी में डॉक्टरेट डिग्री, १ जनवरी 2०१4 तक पूरा होना चाहिये , इसके साथ ही शैक्षिक योग्यता से सम्बंधित विस्तृत जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें.इन पदों के लिए पात्र उम्मीदवार ०८ मार्च २०१८ को निम्न वेन्यू पर आयोजित होने वाले इंटरव्यू में उपस्थित हो सकते हैं- डीन चेम्बर्स (अग्री.), कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर , धारवाड़.प्रेवियस स्टोरी आईम्स, रायपुर में सीनियर रेसिडेंट्स पदों पर निकली वेकेंसी, जल्द करें आवेदननेक्स्ट स्टोरी प्सर्क में ऑफिस असिस्टेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटर पदों की निकली वेकेंसी, जल्द करें आवेदन
नामांकन पत्रों की जांच में निर्दलीय प्रत्याशी का पर्चा खारिज - गौतम संदेशनामांकन पत्रों की जांच में निर्दलीय प्रत्याशी का पर्चा खारिजसामान्य प्रेक्षक की मौजूदगी में हुई नामांकन पत्रों की जांच२९ मार्च को अपरान्ह तीन बजे तक होगी नाम वापसीसामान्य चुनाव प्रेक्षक आनन्द राव वी. पाटिल की मौजूदगी में नामांकन पत्रों की जाँच करते अफसरबदायूं लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया सामान्य चुनाव प्रेक्षक की मौजूदगी में पूर्ण हो गई। जांच में निर्दलीय प्रत्याशी सत्यवीर सिंह का शपथ पत्र अपूर्ण पाया गया एवं आरओ/जिला मजिस्ट्रेट द्वारा नोटिस देने के बाद भी प्रमाण पत्र पूर्ण न करने पर नामांकन पत्र को खारिज कर दिया गया।कलेक्ट्रेट स्थित जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में नामांकन पत्रों की जांच का कार्य रिटर्निंग ऑफीसर/जिला मजिस्ट्रेट, एआरओ/नगर मजिस्ट्रेट राजेन्द्र प्रसाद यादव ने सामान्य चुनाव प्रेक्षक आनन्द राव वी. पाटिल की उपस्थिति में पूरा किया। नामांकन पत्रों की जांच में सत्यवीर सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के नामांकन पत्र में लगे प्रमाण पत्र पूर्ण न होने के कारण उनको नोटिस भी जारी किया गया, परन्तु उसके बाद भी खामियां दूर न करने पर उनका पर्चा खारिज कर दिया गया है।लोकसभा चुनाव में अब मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अकमल खां, समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव, भारतीय जनता पार्टी के वागीश पाठक, मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनैतिक दलों से भिन्न दलों में पीस पार्टी के अजीत पाल सिंह, लेबर पार्टी ऑफ इंडिया अनिल कुमार शर्मा, महान दल के पगलानन्द, नेशनल पार्टी के मदन लाल, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के महेन्द्र पाल, राष्ट्रीय समानता दल की रीना, राष्ट्रवादी जनता पार्टी के वीरेन्द्र पाल गुप्ता, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के संतोष कुमार, आम आदमी पार्टी की हेमा मेहरा तथा अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों में अतुल कुमार, मुनेन्द्र सिंह, मुंशी लाल, तथा हर भगवान सहित कुल १६ प्रत्याशी २३ बदायूं संसदीय लोकसभा सीट के उम्मीदवार हैं। २९ मार्च को अपरान्ह तीन बजे तक नाम वापसी का समय निर्धारित है।नामांकन पत्रों की जांच में निर्दलीय प्रत्याशी का पर्चा खारिज अद्देड बाय एडीटर ऑन मार्च २७, २०१४
केजरीवाल विल एनक्रेज थे वोलुंटीर्स थ्रॉ सोशियल मीडियाएमसीडी चुनाव: सोशल मीडिया के माध्यम से वॉलंटियर्स से का हौसला बढ़ाएंगे केजरीवालबाय हि.स. ऑन मार्च १८, २०१७ ४:१७ प्म कम्मंट ऑफ ऑन एमसीडी चुनाव: सोशल मीडिया के माध्यम से वॉलंटियर्स से का हौसला बढ़ाएंगे केजरीवालनई दिल्ली। पंजाब-गोवा में चुनावी के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली नगर निगम चुनाव (एमसीडी) के मद्देनजर शनिवार को शाम सात बजे वॉलंटियर्स से सीधे बात करेंगे।केजरीवाल ने एमसीडी चुनाव की जिम्मेदारी खुद संभालते हुए इसी के मद्देनजर शनिवार शाम दिल्ली के तमाम वॉलंटियर्स से सोशल मीडिया पर सीधे बात करने का फैसला किया है। इसमें वह एमसीडी चुनाव में पार्टी की रणनीति पर बात करेंगे। साथ ही ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे को भी वॉलंटियर्स और लोगों के साथ शेयर कर सकते हैं।एमसीडी चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल का सीधा संवाद दिल्ली के वॉलंटियर्स से कराने का प्लान किया है। यह संवाद फेसबुक लाइव और यू टयूब लाइव के जरिए होगा। इसके लिए सभी २७२ वार्डों में बड़े स्क्रिन लगाए जाने का प्लान है।सूत्रों के मुताबिक सभी वार्डों के प्रमुख वॉलंटियर्स और उन इलाकों के विधायकों को इस संबंध में तैयारी का आदेश दिया गया है। सभी २७२ जगह पर लोगों को भी जुटाने का प्लान है।एमसीडी चुनाव: सोशल मीडिया के माध्यम से वॉलंटियर्स से का हौसला बढ़ाएंगे केजरीवाल अद्देड बाय अभिलाषा श्रीवास्तव ऑन मार्च १८, २०१७ ४:१७ प्म
- एसडीएम का वेतन कटा - अमर उजालाएसडीएम का वेतन कटा{"_ईद":"१२१-५३८१९","स्ल्ग":"लखीमपुर-५३८१९-१२१","लिपी":"स्टोरी","स्टेट्स":"पबलिश","तितले_हँ":"\उ०९०फ\उ०९३८\उ०९२१\उ०९४०\उ०९०फ\उ०९२ए \उ०९१५\उ०९३ए \उ०९३5\उ०९४७\उ०९२4\उ०९२8 \उ०९१५\उ०९१फ\उ०९३ए","कैटेगरी":{"तितले":"सिटी & स्टेट्स","तितले_हँ":"\उ०९३6\उ०९३9\उ०९३0 \उ०९१4\उ०९३0 \उ०९३0\उ०९३ए\उ०९१च\उ०९४ड\उ०९२फ","स्ल्ग":"सिटी-एंड-स्टेट्स"}}लखीमपुर खीरी। लापरवाह अधिकारियों पर जिलाधिकारी मनीष चौहान का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। बिना अनुमति के तहसील मुख्यालय छोड़ना और डीएम की बुलाई बैठक में न पहुंचना पलिया एसडीएम विजय बहादुर को महंगा पड़ गया। डीएम ने गंभीरता से लेते हुए उनका एक दिन का वेतन बाधित कर दिया है।डीएम ने बताया कि उप जिलाधिकारी पलिया विजय बहादुर २० व २१ अक्तूबर को उनसे पूर्व अनुमति लिए बगैर मुख्यालय से बाहर गए थे। उन्होंने बताया कि बुधवार को जिला मुख्यालय पर उनकी अध्यक्षता में धान खरीद व्यवस्था के लिए बैठक बुलाई गई थी। जिसमे सभी एसडीएम को आने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इस बैठक में भी एसडीएम विजय बहादुर स्वयं उपस्थित न होकर बैठक में प्रतिभाग के लिए तहसीलदार पलिया को भेज दिया गया। पूछने पर पलिया तहसीलदार ने बताया कि एसडीएम अवकाश से वापस लौट रहे हैं। डीएम ने कहा कि इससे साफ है कि एसडीएम कार्य दिवस में मुख्यालय पर उपस्थित नहीं रहे हैं। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हए एसडीएम पलिया का एक दिन का वेतन बाधित कर दिया है।सॉम सलेरी
पेड न्यूज को मारना होगा, नहीं तो ये हमारी पत्रकारिता को मार डालेगी : मधुकर उपाध्यायफ्रिदय, ०६ मई २०११ ०९:४१ ब४म भड़ास४मीडिया - हलचल: गोरखपुर जर्नलिस्ट एसोसिएशन का शपथ ग्रहण समारोह : पत्रकारिता की उम्मीद और भरोसा स्थापितों से नहीं, नये व युवा पत्रकारों से है। हमें पेड न्यूज को मारना होगा, नहीं तो यह हमें और हमारी पत्रकारिता को मार देगी। उक्त विचार वरिष्ठ पत्रकार मधुकर उपाध्याय ने गोरखपुर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (गोजए) की १२वीं कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधन के दौरान व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि वर्तमान में पत्रकारिता के समक्ष प्रायोजित समाचार (पेड न्यूज) सबसे बड़ा संकट है, सवाल इसको नकारने का नहीं, इसको स्वीकारने का है, जो कहीं ना कहीं यह बताता है कि हम बिक सकते हैं। उन्होंने कहा कि ४0 वर्ष पूर्व तमिलनाडु में कवर न्यूज (लिफाफे में पैसे के साथ न्यूज) का चलन था, बाद में इसे हिन्दु अखबार ने नये युवा पत्रकारों के दम पर इसका प्रतिकार किया। उन्होंने कहा कि हमें आत्मश्लाघा से बचना होगा। गांधी जी जीवन पर्यन्त इस बात से डरे कि कहीं लोग उन्हें भगवान न मान लें।इसके पूर्व सरस्वती वंदना के उपरान्त पत्रकारिता के शलाका पुरूष श्री उपाध्याय ने गोरखपुर क्लब परिसर में आयोजित शपथ ग्रहण व प्रतिभा सम्मान के दौरान उपस्थित ३६५ सदस्यों को पत्रकारिता के संकल्पों की शपथ दिलायी और अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार और गोरखपुर दूरदर्शन के पूर्व केन्द्र निदेशक डा. उदयभान मिश्र को साहित्यकार बाबू हरिहर सिंह स्मृति लाइफ टाइम एचीवमेंट एवार्ड, सरस्वती शिशु मंदिर गोरखपुर में ५ दशक तक अध्यापन कार्य कर समाज में शिक्षा का अलख जगाने वाले अवकाश प्राप्त आचार्य जगदीश सिंह को डा. सुरति नारायण मणि त्रिपाठी स्मृति लाइफ टाइम एचीवमेंट एवार्ड, वरिष्ठ होमियोपैथी चिकित्सक डा. रूप कुमार बनर्जी, वरिष्ठ समाजसेवी सीताराम जायसवाल एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के वेटेरन एथलीट एसके तिवारी को पत्रकार दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव स्मृति प्रतिभा सम्मान से विभूषित किया गया।समारोह की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार, व्यंग्य लेखक तथा पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक रणविजय सिंह ने कहा कि पत्रकार को अपनी निष्पक्षता बनाये रखनी होगी। प्रलोभन चाहे प्रशंसा का हो या धन हो, हमेशा गलत के लिए ही प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को किसी कानून से नहीं, आत्मबल से और अपने आचार-विचार से मारना होगा। हर बड़ी यात्रा की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है।राष्ट्रीय सहारा गोरखपुर के स्थानीय सम्पादक मनोज तिवारी ने कहा कि अच्छे कार्य में बाधायें अधिक आती है, दुष्ट का काम दुष्टता करना होता है, हमें अपने कर्तव्य पालन से उसका प्रतिकार करना होगा। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में भी ऐसे छद्मवेशी लोग घुस आये हैं, जो इस पेशे को बदनाम करने में लगे हैं, पर इन चन्द लोगों के कृत्यों से आम पत्रकार बदनाम नहीं होगा।अमर उजाला गोरखपुर संस्करण के स्थानीय सम्पादक मृत्युंजय कुमार ने कहा कि हमें देखना होगा कि अब हम किसे अपना आदर्श बनाते हैं, गलत मार्ग का चयन कर चन्द दिनों में ही आर्थिक सफलता प्राप्त लोगों को हमें आदर्श बनाने से बचना होगा। मूल्य संवर्धन के मार्ग को अपनाना होगा, यह कठिन तो है, पर असम्भव नहीं है। संघर्ष की एकता को गलत लोगों का हथियार नहीं बनने देना होगा।विशिष्ट वक्ता के रूप में नई दिल्ली से आये गोरखपुर के मूल निवासी, प्रेस क्लब आफ इण्डिया के प्रशासनिक निदेशक तथा राष्ट्रीय सहारा के वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह ने कहा कि गोरखपुर के युवा पत्रकारों में कुछ नया कर गुजरने की जो ललक है, हमें विश्वास है कि वह ललक उन्हें जीवन के हर मोड़ पर सफलता दिलायेगी। उन्होंने लगभग तीन घंटे चले इस कार्यक्रम में पत्रकार सदस्यों द्वारा दिखाई गई अनुशासनबद्धता की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि गोरखपुर में १९९३ में गठित प्रेस क्लब गोरखपुर के अध्यक्ष सत्येन्द्र पाल द्वारा उनकी संस्था के प्रेस क्लब आफ इण्डिया से संबद्धता के आवेदन को प्रेस क्लब आफ इण्डिया ने अपनी कार्यकारिणी की बैठक में शामिल कर लिया है, शीघ्र ही इसे प्रेस क्लब आफ इण्डिया के विधिक रूप से सम्बद्ध कर लिया जायेगा।इस अवसर पर नगर सहकारी बैंक गोरखपुर के चेयरमैन जितेन्द्र सिंह ने घोषणा की कि उनका बैंक गोजए और प्रेसक्लब गोरखपुर के सदस्यों को विशेष रियायतों के साथ ऋण समेत अपनी तमाम बैंकिंग योजनाओं का लाभ देगा। उन्होंने बैंक का नाम उल्लिखित परिचय पत्र का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का संचालन आकाशणवाणी की शिवा मिश्रा ने किया।इसके पूर्व अपने स्वागत सम्बोधन में गोजए अध्यक्ष रत्नाकर सिंह ने विगत दिनों एक पत्रकार वार्ता में एक स्थानीय नेता द्वारा समाचार छापने के लिये खुलेआम धन बांटने के मुद्दे को उठाते हुए इस पर अतिथियों से मार्गदर्शन भी मांगा था। उन्होंने कहा कि गोरखपुर जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऐसे किसी भी प्रयास की निन्दा करते हुए अपने वरिष्ठों से पूछना चाहती है कि इस प्रवृत्ति के लिये कौन दोषी है, धन देने वाला नेता, धन लेने वाला पत्रकार या फिर पत्रकारिता की वर्तमान स्थिति? उन्होंने इस नेता का प्रतिकार करने वाले गोजए के सबसे कम उम्र के पत्रकार शिवम सिंह को बधाई भी दिया।गोजए के महामंत्री डा. मुमताज खान ने गोजए की पत्रकारों के हितार्थ चलायी जाने वाली योजनाओं की जानकारी देते हुए गोजए के प्रधान संरक्षक स्वतंत्र चेतना के प्रधान सम्पादक रामचन्द्र गुप्ता, आकाशवाणी गोरखपुर के समाचार सम्पादक रमेश शुक्ल और सत्या टीवी के निदेशक डा. संजयन त्रिपाठी के शुभकामना संदेश पढ़े। उन्होंने कहा गोजए संभवतः ऐसी विरली संस्था होगी, जो अपने स्तर से सदस्यों का ५0 हजार का दुर्घटना बीमा के साथ महानगर के १० प्रतिष्ठित निजी चिकित्सालयों में सदस्यों और उनके परिजनों के लिये ४0 फीसदी तक की रियायत के साथ ६ प्रतिष्ठित विद्यालयों में सदस्यों के बच्चों को रियायती शिक्षा की व्यवस्था कराती है।समारोह के अन्त में सभी अतिथियों को शाल एवमं स्मृति चिन्ह प्रदान किये गये। गोजए उपाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव 'गणेश' ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विश्वास दिलाया कि वरिष्ठों ने हम लोगों से जो संकल्पित आश्वासन मांगा है, हम उसे यथार्थ स्वरूप देने का हर सम्भव प्रयास करेंगे। इस अवसर पर प्रेस क्लब गोरखपुर के अध्यक्ष सत्येन्द्रपाल, महामंत्री मोहम्मद अनीस खान, उपाध्यक्ष अजित सिंह, सुशील वर्मा, डा. एसपी त्रिपाठी, बृज बिहारी लाल श्रीवास्तव, महेश अश्क, अखिलेश मयंक, भीष्म चौधरी, अतुल श्रीवास्तव, जितेन्द्र सैनी, रविन्द्र शर्मा, डा. सुभाष शुक्ल, उदय प्रकाश पाण्डेय, राजेश मणि, रमेश शुक्ल, डा. एसके सिंह सहित सैकड़ों की संख्या गोजए और प्रेस क्लब गोरखपुर से जुड़े सैकड़ों पत्रकार उपस्थित थे।
मुज़ाफ़रपुर न्यूज - आफ्टर थे एण्ड ऑफ थे एक्समिनेशन थे हर्ष जम इन थे इवनिंग ऑन थे स्क्वेअर स्क्वेअर ऑफ थे सिटी इनक्लुडिंग हरिसभा चौक | परीक्षा खत्म होने के बाद हरिसभा चौक समेत शहर के चौक-चौराहों पर शाम में लगा भीषण जाम - मुज़ाफ़रपुर न्यूज,मुजफ्फरपुर न्यूज़,मुजफ्फरपुर समाचारमुज़ाफ़रपुर न्यूज आफ्टर थे एण्ड ऑफ थे एक्समिनेशन थे हर्ष जम इन थे इवनिंग ऑन थे स्क्वेअर स्क्वेअर ऑफ थे सिटी इनक्लुडिंग हरिसभा चौकपरीक्षा खत्म होने के बाद हरिसभा चौक समेत शहर के चौक-चौराहों पर शाम में लगा भीषण जाममुज़ाफ़रपुर न्यूज - मुजफ्फरपुर | इंटरस्तरीय बीएसएससी की परीक्षा की द्वितीय पाली के बाद परीक्षार्थियों व अभिभावकों की भीड़ ट्रैफिक पर...मुजफ्फरपुर | इंटरस्तरीय बीएसएससी की परीक्षा की द्वितीय पाली के बाद परीक्षार्थियों व अभिभावकों की भीड़ ट्रैफिक पर शनिवार की शाम भारी पड़ी। हरिसभा चौक समेत कई चौक-चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस को भीड़ नियंत्रण करने में पसीने छूट गए। हरिसभा चौक पर एक घंटे से ज्यादा समय तक जाम रहने की स्थिति में क्यूआरटी को मौके पर पहुंचना पड़ा। शहर के बाकी-चौराहों पर भी शाम ७ बजे तक जाम की स्थिति रही। दोपहर में जूरन छपरा व इमलीचट्टी इलाके में ट्रैफिक जाम की वजह से लोग परेशान रहे। सरैयागंज टावर से पंकज मार्केट तक भी दोपहर में जाम से लोग जूझते रहे। शाम ५ बजे के करीब हरिसभा चौक, कल्याणी चौक, मोतीझील, जवाहर लाल रोड, मिठनपुरा, अघोरिया बाजार व कलमबाग चौक इलाके में भीषण जाम लग गया। यातायात पुलिस इंटर परीक्षा को लेकर पहले से तैयार नहीं थी। शाम के समय कई ट्रैफिक पोस्ट पर जवानों की तैनाती नहीं होने से ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गई।
भारत के टॉप १० ऐसे मंदिर, जहां भगवान या देवी-देवता की पूजा नहीं होती | टेम्पल ऑफ कौरव एंड पांडवमहाभारत काल में कौरव और पांडवों ने कई शिव मंदिर बनवाए थे। लेकिन हम बात कर रहे हैं उन मंदिरों की, जहां पर देवी या देवता की नहीं बल्कि कौरव और पांडवों की पूजा होती है। हालांकि हिमाचल और उत्तराखंड में ऐसे कई मंदिर हैं, लेकिन यहां कुछ चुने हुए १० मंदिरों की जानकारी।१. शकुनि मंदिर :यहां दुर्योधन के मामा शकुनि का मंदिर है। यह मंदिर केरल के कोल्लम जिले के मायम्कोट्टू मलंचारुवु में स्थित पवितत्रेश्वरम नाम से प्रसिद्ध है। शकुनि मंदिर के पास ही दुर्योधन का भी मंदिर बना हुआ है।२. हिडिंबा मंदिर :हिडिंबा मंदिर मनाली में बना हुआ है। यहां पर लोग आज भी प्रसाद के रूप में अपना खून चढ़ाते हैं। हिंडिबा भीम की पत्नी थीं जिसका पुत्र घटोत्कच था।३. कर्ण का मंदिर :दानवीर कर्ण का ये मंदिर उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सारनौल में स्थित है। ये मंदिर लकड़ियों से बना हुआ है जिसमें पांडवों के ६ छोटे-छोटे मंदिर भी बने हुए हैं। इसके अलावा मेरठ में भी एक मंदिर है।४. द्रौपदी मंदिर :भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक द्रौपदी का मंदिर है जो बेंगलुरु में स्थित है। यह मंदिर ८०० साल पुराना है जिसका नाम धर्मराय स्वामी मंदिर है।५. गांधारी मंदिर :कौरवों की मां गांधारी का मैसूर में एक अनूठा मंदिर बना हुआ है। हालांकि इनके और भी मंदिर हैं।६. भीष्म मंदिर :भीष्म पितामाह का मंदिर इलाहाबाद के दारागंज क्षेत्र में है। यहां तीरों की शैया पर लेटी हुई भीष्म की १२ फिट लम्बी मूर्ति है।७. बर्बरीक का मंदिर :भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक का यह मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। इस मंदिर की प्रसिद्धि खाटू श्याम के नाम से है।८. सहदेव का मंदिर :हिमाचल के सोलन गांव में सहदेव का एक चमत्कारिक मंदिर है। इस मंदिर को महादेव के दूत के नाम से भी जाना जाता है। यहां एक गुफा में कभी-कभी ढोल-नगाड़ों की आवाजें भी आती हैं।९. इरावन का मंदिर :नागराज कौरव्य की पुत्री नागकन्या उलूपी और अर्जुन का पुत्र इरावन था। देशभर के किन्नर इसको देवता मानकर पूजते हैं। इसकी याद में हजारों किन्नर तमिलनाडु के कूवागम गांव में एकत्रित होते हैं। यहां उनका एक मंदिर भी है।१०.युधिष्ठिर का मंदिर :छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में दक्षिण बस्तर जिला मुख्यालय से ७२ किलोमीटर दूर तेलंगाना की सीमा पर स्थित पुजारी कांकेर नामक गांव में पांचों पांडवों के मंदिर हैं। इस मंदिर के अलावा गांव की सीमा पर युधिष्ठिर का मंदिर भी बना है।इप्ल २0१९ : करोड़ों में खरीदे विदेशी खिलाड़ियों को धोनी ने बाहर बैठाया, माही की चाल समझ से परेअगला लेख शारदीय नवरात्रि २0१८ : मां शैलपुत्री की आराधना से प्रारंभ होगा शक्ति का पर्व, पढ़ें पौराणिक कथा
चौपाल | ।। कयास्था खबर ।। कयास्था खबर , नो १ कयास्था पोर्तल, श्री चित्रगुप्त भगवान, चित्रांश परिवार, कयास्था न्यूज , कयास्थ्वर्ल्ड | पाग ४होम चौपाल (पाग ४)चौपालआईकान विवाद : राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद में कुछ विवाद के कारण ही ये आइकन संस्था का जन्म हुआ है मनीष श्रीवास्तव१३9 वियूज आइकन (अखिल भारतीय कायस्थ कांफ्रेंस) के गठन के साथ ही इसकी प्रस्तावना में राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के सदस्यों द्वारा जिस तरह से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा को निशाना बनाया गया है ई उसका जबाब अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय संजोजक मनीष श्रीवास्तव ने दिया है ई कायस्थ खबर दोनों पक्षों का सम्मान करता है ई इस विवाद पर सभी ...१79 वियूज आज सोशल मीडिया पर "आइकन" संस्था(आल इंडिया कायस्थ कांफ्रेंस) के नाम पर जिसे १८८७ में स्थापित बताया जा रहा है को पुनर्जीवित करके दुबारा से कायस्थ की १६० संस्थाओं को एक करने के दावे जैसी कहानी का साहित्य बांटा जा रहा है ई जिसमे बताया गया की खुद में विवादित और लगभग आधारहीन हो चुकी राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के कुछ ...कायस्थ शिरोमणि आर के सिन्हा पर हुए हमले के मायने, हमले के बहाने!!! सोशल मीडिया पर आक्रोश, विरोध और सेलिब्रेशन के बीच एक बार फिर से कायस्थवाद और हमलावाद को समझने की ज़रूरत है५३२ वियूज आक्रोश, विरोध और सेलिब्रेशन !!! कुछ ऐसा ही हुआ जब २ दिन पहले देर शाम बस्ती में कायस्थ शिरोमणि आर के सिन्हा पर एक निर्दलीय प्रत्याशी द्वारा हमले और पथराव की रिपोर्ट दर्ज होने की खबर कायस्थ खबर ने पब्लिश की ई कायस्थ समाज का अधिकाँश हिस्सा जहाँ इस अप्रत्याशित खबर से भौंचक्का था और आक्रोश प्रकट कर रहा था ...४६४ वियूज समाजसेवी,व्यवसाई,सांसद,कायस्थ रत्न और कायस्थों के रबिनहुड जैसे तमाम पहचानो से परिचित श्री आर के सिन्हा का इस बार असर बीजेपी में दिख रहा है !यूपी चुनाव २०१७ में ६ कायस्थों को टिकट इसको साबित करता है इस बार जिन कायस्थों को टिकट दिया गया है वह निम्नलिखित है १-रामपुर- श्री शिव कुमार सक्सेना २- बरेली--श्री अरुण कुमार श्रीवास्तव(विधायक) ३- लखनऊ ...२80 वियूज पश्चिम उत्तर प्रदेश की ७५ सीटो पर चुनाव की रनभेदी बज चुकी है ई बीते १५ दिनों में प्रचार के समस्त तोर तरीके और और खबरे पड़ने के बाद मैं सिर्फ एक नतीजे पर पहुंचा हूँ ई इस पुरे क्षेत्र में कायस्थ समाज की राजनैतिक पहचान शून्य है ई कायस्थ खबर ने इसके लिए मेरठ,गाज़ियाबाद, नॉएडा जैसे प्रमुख शहरो में ...कायस्थ वृन्द की अनोखी मुहीम : मनायेंगे मतदाता दिवस का त्यौहार और करेंगे मतदान रुपी पूजा४६२ वियूज पॉच राज्यो विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश के विधान सभा के चुनावो के मतदान का दिन लाखो कायस्थ मतदाताओं द्वारा पावन पर्व के रूप में मनाया जायेगा। विचारधारा के रूप में विख्यात सामूहिक नेतृत्व की अवधारणा "कायस्थवृन्द" परिवार के नियन्त्रणकर्ताओ के पहल पर विभिन्न जागरूक कायस्थ संस्थाओ,सक्रिय कायस्थो, कायस्थ मीडिया पोर्टलो व कायस्थ समाजसेवियो के प्रयास से गुपचुप मतदान करने ...२२9 वियूज पूर्वाचंल में कायस्थ समाज के साथ विधानसभा चुनाव में जिस तरह भेदभाव किया गया वो बेहद दुखी करता है। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से अपील अभी भी समय है आप लोग कायस्थ समाज को उचित प्रतिनिधित्व दे। नहीं तो कही यह विधानसभा भाजपा को ले ना डूबे।यूपी विधानसभा में कायस्थ समाज का लगभग १२ परसेंट वोट है और ...समय की मांग है २०१७ के बाद अब २0१9 के लिए एक प्रभावी नीति बनाए जिससे राजनीती में और ज्यादा भागीदारिता मांगी जा सकें- रोहित श्रीवास्तव५९० वियूज उत्तर प्रदेश के चुनावों का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियों ने टिकटों का बंटवारा भी कर दिया है। बात चाहे भारतीय जनता पार्टी की हो या फिर सपा, बसपा और कांग्रेस की सबने कहीं न कहीं कायस्थों को टिकट दिया है। उम्मीद के मुताबिक़ न सिर्फ सबसे ज्यादा टिकट कायस्थ समाज को भारतीय जनता पार्टी ने दिए हैं बल्कि ...चुनावो में कायस्थ समाज की उपेक्षा पर आम कायस्थ का आक्रोश : जो कायस्थों का मान रखेगा,कायस्थ उसी की शान बनेगा राहुल श्रीवास्तव१9४ वियूज श्री चित्रगुप्त जी की सन्तान कायस्थ समाज के भाइयों और बहनों आज चुनावी रणभेरी बज चुकी है,उत्तर प्रदेश में चुनाव जातीय आधार पर सम्पन्न होते है... सामाजिक वर्गीकरण में चार समाजों को बताया गया है- १.छत्रिय २.ब्राह्मण ३.वैश्य ४.दलित आधुनिक युग में उपरोक्त तीन समाजों को सवर्ण कहा जाता है और चौथे समाज को दलित समाज कहा जाता है ,आज ...२६१ वियूज उत्तर प्रदेश का चुनावी हाल देखकर सर्वानंद सर्वज्ञानी का ज्ञान आजकल कुलांचे भरने लगा है. आज बहुत गंभीर मूड में अपने समाज की बात कर रहे हैं. चुनावी मौसम में उत्तर प्रदेश में कायस्थ लक-दक होकर घुम रहा है कि शायद कहीं कुछ ग्रह-नक्षत्र अनुकूल हो जाए. हाँ भाई कायस्थ सिर्फ भाग्य-भरोसे जीने वाला प्राणी हो गया है. किसी क्षेत्र ...पाग ४ ऑफ २२ फर्स्ट...२३४5६१0२0...लास्ट संगत और पंगत संगत पंगत दिल्ली : किसी कायस्थ के पक्ष में बोलने के लिए हमें उसका जानना आवश्यक नहीं , सोशल मीडिया पर ४ शब्द ही उसके समर्थन में काफी होंगे : सोनू निगम पर समाज की चुप्पी पर बोले आर के सिन्हा
मराठा आरक्षण विधेयक विधानसभा में पारित - न्यूज प्लेटफार्ममराठा आरक्षण विधेयक विधानसभा में पारितमराठा आरक्षण विधेयक महाराष्ट्र विधानसभा में एक मत से पास हो चुका है. मराठा समुदाय लंबे समय से आरक्षण की मांग कर रहा था.इससे पहले राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिशों पर कार्रवाई रिपोर्ट सदन में रखी गई थी.मौजूदा विधेयक के मसौदे के मुताबिक मराठों को अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में १६ फ़ीसदी आरक्षण को मंजूरी दे दी गई है. इससे पहले सरकार ने इस विधेयक को इसी सत्र में रखने की बात कही थी. मौजूदा सत्र ३० नवंबर को समाप्त होने जा रहा है.उधर बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है. बीजेपी और शिवसेना ने अपने विधायकों को ह्विप जारी कर सदन में उपस्थित रहने का आदेश दिया है.मराठा आरक्षण विधेयक को लेकर राजनीतिक लाभ उठाने की जोर-आजमाइश अभी से शुरू हो चुकी है. बीजेपी और शिवसेना दोनों में इसका श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है. बीजेपी सरकार में मंत्री अर्जुन खोटकर ने कहा कि ये सबके लिए उत्सव का समय है.इससे पहले बुधवार शाम को राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें आरक्षण विधेयक के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई. इस बैठक के बाद पाटिल ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो सत्र को विस्तार दिया जा सकता है. महाराष्ट्र विधानसभा ये शीतकालीन सत्र १९ नवंबर को शुरू हुआ था.इस साल जुलाई-अगस्त में हुए मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान पुलिस ने कार्रवाई में कई लोगों की जान चली गई थी. इस पर विपक्षी नेताओं के सवालों के जवाब में महाराष्ट्र सरकार के सामाजिक न्याय मंत्री राज कुमार बडोले ने कहा था कि, पुलिस ने उन जगहों पर कानून के अनुसार कार्रवाई की, जहां जुलाई-अगस्त २०१८ में मराठा आरक्षण के लिए किया गया आंदोलन हिंसा में बदल गया था.महाराष्ट्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग (एसबीसीसी) के मुताबिक मराठा समुदाय की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर रिपोर्ट सौंपने से पहले ४३,६२९ परिवारों का सर्वेक्षण किया गया था.आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि मराठा समुदाय के लोग सरकारी और अर्ध सरकारी सेवाओं में कम प्रतिनिधित्व के साथ सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्ग के नागरिक हैं.शिव सेना. मराठा आरक्षणफडणनवीस सरकार
सीएम रघुवर दास के दबाव में पार्टी अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने किया मुझे निलंबितः रविंद्र तिवारी - न्युश्विंगरांची, ११ डिसेंबर: जिस काम के लिए सीएम रघुवर दास को तत्काल सीएम पद से निलंबित कर देना चाहिए. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उस काम के लिए मुझे पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया. ऐसा राजनीति में कभी नहीं होता था जो झारखंड में हो रहा है. कभी सरकार के अनुकूल पार्टी नहीं रहती है. लेकिन झारखंड में पार्टी सरकार के अनुकूल हो गयी है. नेतृत्व बिल्कुल निरंकुश हो गया है. इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना होगा. अगर झारखंड में रघुवर दास को पार्टी तत्काल प्रभाव से सीएम पद से नहीं हटाती है, तो पार्टी आने वाले दिनों में भुगतने को तैयार रहे. इन बातों को मीडिया के सामने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य और पलामू जिले के बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविंद्र तिवारी ने बीजेपी से निलंबन के बाद रख रहे थे. उन्होंने रघुवर दास को पार्टी के लिए खतरा बताया.बीजेपी हिंदुत्ववाद पर खड़ी और ब्राह्मण उसकी ताकतश्री तिवारी ने कहा कि गढ़वा में सीएम ने कहा कि पलामू, लातेहार और गढ़वा में जात के आधार पर राजनीति होती है. यहां ब्राह्मणवाद और बेटी-रोटी का वास्ता देकर वोट मांगा जाता है. एक ब्राह्मण बहुल क्षेत्र में ऐसा कहना ब्राह्मणों का अपमान है. मैंने इस बात पर बस इतना कहा कि अगर सीएम ने ऐसी बात कही है तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए. क्योंकि बीजेपी हिंदुत्व और राष्ट्रवाद की ताकत पर खड़ी है. बात दीन दयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी बाजपेयी या फिर लाल कृष्ण आडवानी की हो. ये सभी ब्राह्मण नेता थे. जिनके वजह से बीजेपी को पहचान मिली. ऐसे में कोई कैसे बीजेपी में ब्राह्मणों का अपमान कर सकता है.इसे भी पढें केस दर्ज करने से बचती है रांची के कई थानों की पुलिस, पैरवी के बाद दर्ज होता है मामलाबीजेपी के संविधान का उल्लंघनश्री तिवारी ने कहा कि मेरे निलंबन के मामले में बीजेपी के संविधान का उल्लंघन हुआ है. ना ही आरोप पत्र भरा गया और ना किसी ने मेरा पक्ष जानने की कोशिश की. सिर्फ सीएम के कहने पर पार्टी अध्यक्ष ने फरमान जारी कर दिया. निलंबन लेटर में लिखा है कि मैं सोशल मीडिया में पार्टी के खिलाफ अनरगल बात लिख रहा था. अगर ऐसी बात है तो मुझे बताया जाए कि मैंने पार्टी के खिलाफ कहां और क्या लिखा है.पार्टी में किसी की नहीं चलती, एक व्यक्ति का हो गया है एकाधिकारबीजेपी जिस लोकतांत्रिक संरचना की वजह से जानी जाती थी. लो लोकतंत्र झारखंड में नहीं बचा है. किसी मंत्री को कुछ बोलने की हिम्मत नहीं. मुझे ताज्जुब होता है कि कैसे एक परिवहन मंत्री राज्य के परिवहन सुरक्षा परिषद का सदस्य तक नहीं है. जबकि दूसरे राज्यों में राज्य का परिवहन मंत्री सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष होता है. यहां परिषद का अध्यक्ष सीएम हैं. वहीं कैबिनेट के फैसलों में भी किसी मंत्री से किसी तरह की कोई सलाह नहीं ली जाती. मंत्री यहां चुप्पी लगाए बैठे हैं. मैं दिल्ली के केंद्रीय नेतृत्व को इन सारी बातों की जानकारी दूंगा.
बाइनरी विकल्पबाजार मुश्किल हो सकता है, मदद करने वाली चालें जानेंजुलाई ३१, २०१८, ७:४५ आम / हाइलोबिनरयॉस्ट्रेलिया2603७.ब्लॉगेटेक्नो.कॉमक्या आप मुद्रा व्यापार में जाना चाहते हैं? शुरू करने के लिए अब एक अच्छा समय है! आपको शायद कहां से शुरू करना है और आपको क्या पता होना चाहिए, इस पर कई सवाल हैं, लेकिन परेशान मत हो, यह आलेख आपको गति तक ले जाएगा। नीचे दी गई युक्तियां पढ़ें और आप अपने मुद्रा व्यापार लक्ष्यों को प्राप्त करने के अपने रास्ते पर होंगे । यह व्यापारिक दुनिया में सच है कि कुछ अवसर हैं जो दूसरों की तुलना में बेहतर हैं। बाइनरी विकल्प दुनिया के सबसे बड़े मुद्रा व्यापार बाजार का प्रतिनिधित्व करता है। बाइनरी विकल्प के भीतर सफलता के लिए कई अवसर हैं , और निम्नलिखित युक्तियाँ आपको उन अवसरों पर पूंजीकरण करने में मदद करेंगी । हालांकि आप विदेशी मुद्राओं का व्यापार करने में रुचि रखते हैं, लेकिन शुरुआत करने के बारे में थोड़ा डर लगाना सामान्य बात है। शुरुआत के लिए यह मुश्किल या जबरदस्त प्रतीत हो सकता है। अपने पैसे खर्च करते समय, यह सतर्क होने से कोई दिक्कत नहीं होती है! निवेश पर विचार करने से पहले खुद को शिक्षित करें। वर्तमान जानकारी के साथ जारी रखें। इन युक्तियों और बाइनरी विकल्प व्यापार रणनीति के साथ, आप सीख सकते हैं कि बाजार को प्रभावी ढंग से कैसे नेविगेट करना है । विदेशी मुद्रा और बाइनरी विकल्प बाजारों में भाग्य बनाना संभव है , लेकिन यह जरूरी है कि आप पहले जो कुछ भी कर सकें, उसे सीखें ताकि आप अपना पैसा खोना नहीं है। भाग्य के रूप में, आपका परीक्षण खाता आपको सीखने के लिए कई अवसरों की अनुमति देता है। यहां विचार बाइनरी विकल्प के बारे में कुछ बुनियादी सिद्धांतों में आपको मदद करने में मदद करेंगे व्यापार।किसी अन्य वित्तीय बाजार से अधिक, द्विआधारी विकल्प वर्तमान आर्थिक स्थितियों के साथ चलता है। द्विआधारी विकल्प व्यापार शुरू करने से पहले व्यापार असंतुलन, राजकोषीय नीति, ब्याज दरों और चालू खाता घाटे जैसी चीजों पर पढ़ें ।बुनियादी बातों को समझने के बिना व्यापार विनाशकारी हो सकता है।भावनात्मक चाल, जैसे कि आपके स्टॉप-लॉस पॉइंट्स को बदलना, एक जोखिम भरा कदम है जो अक्सर अधिक नुकसान में पड़ता है। अपनी मूल योजना को ध्यान में रखते हुए आपकी दीर्घकालिक सफलता की कुंजी है।हालांकि अन्य बाइनरी विकल्प व्यापारियों के साथ अनुभवों को सीखना और साझा करना अच्छा होता है , व्यापार एक व्यक्तिगत संबंध है, और आपको हमेशा अपने विश्लेषण और निर्णय का पालन करना चाहिए। बाजारों के बारे में दूसरों को क्या कहना है, निश्चित रूप से मूल्यवान जानकारी है, लेकिन उन्हें आपके लिए कार्रवाई के तरीके पर फैसला न करने दें।व्यापार जब पतला होता है तो यह एक अच्छा विचार नहीं है यदि आप बाइनरी विकल्प शुरुआती हैं। यदि बाजार पतला है, तो बहुत अधिक सार्वजनिक रुचि नहीं है।बाइनरी विकल्प में चार्ट होते हैं जो दैनिक या चार घंटे के आधार पर जारी किए जाते हैं। आज प्रौद्योगिकी की आसानी के कारण, आप तिमाही घंटों तक आसानी से बाइनरी विकल्प का ट्रैक रख सकते हैं । हालांकि, शॉर्ट-टर्म चार्ट आमतौर पर यादृच्छिक दिखाते हैं, अक्सर समग्र प्रवृत्तियों पर अंतर्दृष्टि प्रदान करने के बजाय चरम उतार-चढ़ाव। बेवकूफ तनाव और नकली उत्तेजना से बचने के लिए लंबे चक्रों पर ध्यान केंद्रित रहें।किसी भी ब्रोकर के साथ समझौते में प्रवेश करने से पहले आपको हमेशा अपना खुद का शोध करना होगा। आप एक ब्रोकर चाहते हैं जो कम से कम बाजार के बराबर प्रदर्शन कर रहा है। आप एक 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लाभ नहीं मिलेगा और इसके बजाय उत्पादों के विपणक को पैसा मुहैया कराया जाएगा। संभावित रूप से संदिग्ध उत्पादों पर पैसे बर्बाद करने के बजाय, उस बाइनरी विकल्प व्यापारी पर शुरुआती राशि खर्च करें जो आपको सिखा सकता है कि आपको क्या जानना है।वास्तव में, अधिकांश समय यह वास्तव में आपको क्या करना चाहिए इसके ठीक विपरीत है। हाथ से पहले एक योजना बनाना आपको वृत्ति पर व्यापार से बचाने में मदद कर सकता है।बाजार के औसत लाभ और हानियों को समझने के लिए सापेक्ष ताकत सूचकांक की जांच करें। इस इंडेक्स का उपयोग आपके निवेश के मूल्य के बजाय बाजार की संभावनाओं को बताने के लिए और अधिक किया जा सकता है। यदि आप ऐसे बाजार में पैसा लगाने के बारे में सोच रहे हैं जो ऐतिहासिक रूप से लाभदायक नहीं है, तो आपको अपने निर्णय के बारे में दो बार सोचना चाहिए।आपको डेमो प्लेटफार्म पर व्यापार करने के लिए स्वचालित प्रणाली के लिए भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। मुख्य साइट पर जाने और वहां एक खाता खोजने का प्रयास करें।ये सुझाव हैं कि विशेषज्ञों की सिफारिश है। बाइनरी विकल्प की दुनिया में कोई गारंटी नहीं है , लेकिन सफलता के एक सिद्ध ट्रैक 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करने के लिए पर्याप्त विशेषज्ञता हासिल करने की अपेक्षा न करें; यह कुछ समय बाद आएगा। हालांकि, अभी के लिए, आपको अपने बैंक खाते में थोड़ा अतिरिक्त नकदी कमाने के लिए इस आलेख से सुझावों को लागू करना चाहिए । यदि आप बाइनरी विकल्प पर अपना होमवर्क करते रहें तो आप बहुत पैसा कमा सकते हैं । बाजार में किसी भी बदलाव के लिए अपना कान जमीन पर रखें। अद्यतन रखें, और वक्र से आगे रहें। जब बाइनरी विकल्प ट्रेडिंग रणनीतियों की बात आती है तो वक्र से आगे रहने के लिए शीर्ष बाइनरी विकल्प साइटों पर नजर रखें बाइनरी विकल्प एक अंतरराष्ट्रीय हाई लो ब्रोकर स्तर पर विभिन्न मुद्रा में व्यापार के बारे में है। यदि आप आत्म-नियंत्रण और धैर्य का उपयोग करते हैं, तो यहां दी गई युक्तियां बाइनरी विकल्प को आपके घर से बनाने वाली आय में बदलने में सहायता कर सकती हैं । यदि आप बाइनरी विकल्प में व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो कई निर्णय लेने पर विचार किया जा सकता है । यह एक बड़ा कदम है, इसलिए आप थोड़ा संकोच कर सकते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका व्यापार किस स्तर का अनुभव कर रहा है, यहां आपको दी गई सलाह का उपयोग करना सुनिश्चित करें। हाल के घटनाक्रमों के बराबर रहने के लिए हमेशा काम करें। अपने पैसे खर्च करने से पहले अपने विकल्पों के बारे में सोचें। बुद्धिमान निवेश करें! अब आप मुद्रा व्यापार में लॉन्च करने के लिए और अधिक तैयार होंगे। यदि आपने सोचा था कि आप पहले तैयार थे, अब आप देख सकते हैं किबाइनरी विकल्प ट्रेडिंग के बारे में आप कितना सीख सकते हैं इसकी कोई सीमा नहीं है । उम्मीद है कि, ये सुझाव आपको पेशेवर की तरह मुद्राओं का व्यापार करने में मदद करेंगे । इस बिंदु पर, आप व्यापार मुद्राओं को शुरू करने के लिए तैयार हैं। बहुत अधिक बाइनरी विकल्प ज्ञान जैसी कोई चीज नहीं है। उम्मीद है कि, ये सुझाव आपको पेशेवर की तरह मुद्राओं का व्यापार करने में मदद करेंगे । यह सलाह नए व्यापारियों और उन कम अनुभवी लोगों के लिए अच्छी है क्योंकि कुछ बेहतरीन सलाह अनुभवी व्यापारियों से होती है जो सफल होते हैं। शुरू करने में आपकी सहायता के लिए यहां दी गई सलाह का प्रयोग करें। द्विआधारी विकल्प बाजार जो लोग समय, ऊर्जा में डालने के लिए और गुरु की जरूरत पर ध्यान केंद्रित को तैयार हैं के लिए लगभग असीमित क्षमता है व्यापारकम्मंट ऑन बाइनरी विकल्पबाजार मुश्किल 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