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---|---|---|---|
अहींनी सूफी परंपरा खुब विख्यात छे. जे काश्मीरी इस्लाम ने परंपराग शिया अने सुन्नी थी थोडु अलग अने हिंदुओ प्रति सहिष्णु बनावे छे. कश्मीरी हिन्दुओं ने कश्मीरी पंडित [ब्राह्मण]] कहेवाय छे. दरेक कश्मीरियों ने कश्मीर नी संस्कृति, जेमके कश्मीरियत' पर खुबज गर्व छे. वादी-ए-कश्मीर पोताना चिनार ना व्रुक्षो, कश्मीरी सफरजन, केसर (ज़ाफ़रान, जेने संस्कृत मां काश्मीरम् पण कहेवाय छे), पश्चिमना ऊन अने शॉलों पर करेल कारीगरी, गलीचों अने देसी चाय (काढो) माटे दुनिया भर मां मशहूर छे. अहींना संतूर पण खुबज प्रसिद्ध छे. आतंकवाद थी खरेखर आबधा नी अने कश्मीरियों नी सुख शांति छिनवाइ गइ छे. कश्मीरी व्यंजन भारतभरमा खुबज लिज्ज्तदार मनाय छे. नोंध लेवा जेवु छेके के मोटाभागना कश्मीरी पंडित मांस खाय छे. कश्मीरी पंडितोंना मांसाहारी व्यंजन जेवाके नेनी (बकराना मांसनु) क़लिया, नेनी रोग़न जोश, नेनी यख़ियन (यख़नी), मच्छ (मछली), वगेरे. कश्मीरी पंडितोंना शाकाहारी व्यंजन जेवाके चमनी क़लिया, वेथ चमन, दम ओलुव (आलू दम), राज़्मा गोआग्जी, चोएक वंगन (बैंगन),वगेरे. कश्मीरी मुसलमानोंना (मांसाहारी) व्यंजन जेवाके विविध जातना कबाब अने कोफ्ता, रिश्ताबा, गोश्ताबा, वगेरे. | काश्मीरी हिन्दुओने शुं कहेवामां आवे छे? | 200 | {
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146
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"कश्मीरी पंडित [ब्राह्मण]]"
]
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अहींनी सूफी परंपरा खुब विख्यात छे. जे काश्मीरी इस्लाम ने परंपराग शिया अने सुन्नी थी थोडु अलग अने हिंदुओ प्रति सहिष्णु बनावे छे. कश्मीरी हिन्दुओं ने कश्मीरी पंडित [ब्राह्मण]] कहेवाय छे. दरेक कश्मीरियों ने कश्मीर नी संस्कृति, जेमके कश्मीरियत' पर खुबज गर्व छे. वादी-ए-कश्मीर पोताना चिनार ना व्रुक्षो, कश्मीरी सफरजन, केसर (ज़ाफ़रान, जेने संस्कृत मां काश्मीरम् पण कहेवाय छे), पश्चिमना ऊन अने शॉलों पर करेल कारीगरी, गलीचों अने देसी चाय (काढो) माटे दुनिया भर मां मशहूर छे. अहींना संतूर पण खुबज प्रसिद्ध छे. आतंकवाद थी खरेखर आबधा नी अने कश्मीरियों नी सुख शांति छिनवाइ गइ छे. कश्मीरी व्यंजन भारतभरमा खुबज लिज्ज्तदार मनाय छे. नोंध लेवा जेवु छेके के मोटाभागना कश्मीरी पंडित मांस खाय छे. कश्मीरी पंडितोंना मांसाहारी व्यंजन जेवाके नेनी (बकराना मांसनु) क़लिया, नेनी रोग़न जोश, नेनी यख़ियन (यख़नी), मच्छ (मछली), वगेरे. कश्मीरी पंडितोंना शाकाहारी व्यंजन जेवाके चमनी क़लिया, वेथ चमन, दम ओलुव (आलू दम), राज़्मा गोआग्जी, चोएक वंगन (बैंगन),वगेरे. कश्मीरी मुसलमानोंना (मांसाहारी) व्यंजन जेवाके विविध जातना कबाब अने कोफ्ता, रिश्ताबा, गोश्ताबा, वगेरे. | वाडी-ए-काश्मीर तेना कया वृक्षो माटे विश्वभरमां प्रख्यात छे? | 201 | {
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275
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"चिनार"
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अहींनी सूफी परंपरा खुब विख्यात छे. जे काश्मीरी इस्लाम ने परंपराग शिया अने सुन्नी थी थोडु अलग अने हिंदुओ प्रति सहिष्णु बनावे छे. कश्मीरी हिन्दुओं ने कश्मीरी पंडित [ब्राह्मण]] कहेवाय छे. दरेक कश्मीरियों ने कश्मीर नी संस्कृति, जेमके कश्मीरियत' पर खुबज गर्व छे. वादी-ए-कश्मीर पोताना चिनार ना व्रुक्षो, कश्मीरी सफरजन, केसर (ज़ाफ़रान, जेने संस्कृत मां काश्मीरम् पण कहेवाय छे), पश्चिमना ऊन अने शॉलों पर करेल कारीगरी, गलीचों अने देसी चाय (काढो) माटे दुनिया भर मां मशहूर छे. अहींना संतूर पण खुबज प्रसिद्ध छे. आतंकवाद थी खरेखर आबधा नी अने कश्मीरियों नी सुख शांति छिनवाइ गइ छे. कश्मीरी व्यंजन भारतभरमा खुबज लिज्ज्तदार मनाय छे. नोंध लेवा जेवु छेके के मोटाभागना कश्मीरी पंडित मांस खाय छे. कश्मीरी पंडितोंना मांसाहारी व्यंजन जेवाके नेनी (बकराना मांसनु) क़लिया, नेनी रोग़न जोश, नेनी यख़ियन (यख़नी), मच्छ (मछली), वगेरे. कश्मीरी पंडितोंना शाकाहारी व्यंजन जेवाके चमनी क़लिया, वेथ चमन, दम ओलुव (आलू दम), राज़्मा गोआग्जी, चोएक वंगन (बैंगन),वगेरे. कश्मीरी मुसलमानोंना (मांसाहारी) व्यंजन जेवाके विविध जातना कबाब अने कोफ्ता, रिश्ताबा, गोश्ताबा, वगेरे. | कोने काश्मीरी पंडित कहेवामां आवे छे? | 202 | {
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126
],
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"कश्मीरी हिन्दुओं ने"
]
} |
अहींनी सूफी परंपरा खुब विख्यात छे. जे काश्मीरी इस्लाम ने परंपराग शिया अने सुन्नी थी थोडु अलग अने हिंदुओ प्रति सहिष्णु बनावे छे. कश्मीरी हिन्दुओं ने कश्मीरी पंडित [ब्राह्मण]] कहेवाय छे. दरेक कश्मीरियों ने कश्मीर नी संस्कृति, जेमके कश्मीरियत' पर खुबज गर्व छे. वादी-ए-कश्मीर पोताना चिनार ना व्रुक्षो, कश्मीरी सफरजन, केसर (ज़ाफ़रान, जेने संस्कृत मां काश्मीरम् पण कहेवाय छे), पश्चिमना ऊन अने शॉलों पर करेल कारीगरी, गलीचों अने देसी चाय (काढो) माटे दुनिया भर मां मशहूर छे. अहींना संतूर पण खुबज प्रसिद्ध छे. आतंकवाद थी खरेखर आबधा नी अने कश्मीरियों नी सुख शांति छिनवाइ गइ छे. कश्मीरी व्यंजन भारतभरमा खुबज लिज्ज्तदार मनाय छे. नोंध लेवा जेवु छेके के मोटाभागना कश्मीरी पंडित मांस खाय छे. कश्मीरी पंडितोंना मांसाहारी व्यंजन जेवाके नेनी (बकराना मांसनु) क़लिया, नेनी रोग़न जोश, नेनी यख़ियन (यख़नी), मच्छ (मछली), वगेरे. कश्मीरी पंडितोंना शाकाहारी व्यंजन जेवाके चमनी क़लिया, वेथ चमन, दम ओलुव (आलू दम), राज़्मा गोआग्जी, चोएक वंगन (बैंगन),वगेरे. कश्मीरी मुसलमानोंना (मांसाहारी) व्यंजन जेवाके विविध जातना कबाब अने कोफ्ता, रिश्ताबा, गोश्ताबा, वगेरे. | परंपरागत काश्मीरी तहेवारने शुं कहेवामां आवे छे? | 203 | {
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} |
आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | अनेक तळावोमां अने नदीना किनारे शुं जोवा मळे छे? | 204 | {
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],
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""
]
} |
आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | कई आक्रमक प्रजाति घास खानाराओ माटे झेरी छे? | 205 | {
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],
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""
]
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आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | उद्यानना पश्चिमी विस्तारो शेनाथी ढंकायेला छे? | 206 | {
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480
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"घासभूमीथी"
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आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | मिमोसा इन्विकाने कया वर्षमां काझीरंगाना कर्मचारीओ द्वारा वाइल्डलाइफ ट्रस्टनी मददथी साफ करवामां आवी हती? | 207 | {
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""
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आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | ऊंचा घासनी टकावारी केटली छे? | 208 | {
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261
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"text": [
"४१"
]
} |
आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | आक्रमक प्रजाति मिमोसा इन्विका कोना माटे झेरी छे? | 209 | {
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""
]
} |
आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | उद्यानमां मुख्य केटला प्रकारनां छोड उगाडवामां आवे छे? | 210 | {
"answer_start": [
12
],
"text": [
"चार"
]
} |
आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | बगुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी प्रदेशोमां केवा जंगलो आवेला छे? | 211 | {
"answer_start": [
1209
],
"text": [
"उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला"
]
} |
आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | मिमोसा इन्विकाने 2005 मां काझीरंगाना कर्मचारीओ द्वारा कोनी मददथी साफ करवामां आवी हती? | 212 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ उद्यानमां चार मुख्य प्रकारनी वनस्पति उगे छे. ते छे कळण घासभूमि, कळण सवाना वनभूमि, उष्ण कटिबंधीय आर्द्र मिश्र पानखर जंगलो, अने उष्ण कटिबंधीय अने उप- उष्ण कटिबंधीय आर्द्र उपानीत्य लीला जंगलो. लेन्डसॅटना १९८६नी माहीती अनुसार, लीलोतरनी टकावारी आ मुजब छे: उंचुं घास ४१%, टूंकुं घास ११%, खुल्लुं जंगल २९%, कळण ४%, नदी अने अन्य जळ स्त्रोत ८%, अने रेताळ प्रदेश ६%. उद्यानना पूर्वी अने पश्चिमी भागनी सपाटी वच्चे फरक छे. पश्चिमी भागनी सपाटी नीचला स्तरे छे. उद्यानना पश्चिमी क्षेत्रो मोटे भागे घासभूमीथी आच्छादित छे. उंचाई पर आवेला भूभागमां ऊंचु एलीफन्ट घास जोवा मळे छे ज्यारे नीचाळ वाला क्षेत्रोमां बीलनी के पूर द्वारा रचायेला तळावोनी आसपास टुंकु घास जोवा मळे छे. वार्षीक पूर, शाकाहारी प्राणीओना चरवाथी, अने नियंत्रित दहन आ घासभूमिनी अने बरु भूमिनी फळद्रुपता जाळवी राखे छे. सामान्य उंचुं घास मां शेरडी, भाला घास, हाथी घास, अने सामान्य बरु. घास साथे सपुष्प वनस्पति मळी आवे छे. आ घास भूमिनी वच्चे छूटा छवाया वृक्षो जेमके कुंभीॢ आमळाॢ कपास वृक्ष (सवाना वन भूमि) हाथी सफरजन(जळमग्न क्षेत्रोमां) आदि जोवा मळे छे. कांचनझुरीॢ पानबारी अने तमुलीपाथेर क्षेत्रोना नीत्य लीला जंगलोमां एफानेमिक्सीस पोलीस्टाच्या, टेलौमा होज्ज्सोनी, डीलेनीया इंडीका, ग्रेसीनीया टींक्टोरीया, फीकस रुम्फी, सीनामोनम जेजोलघोटा, अने सीझीगीयमनी प्रजातिओ जोवा मळे छे. उष्ण-कटिबंधना उप-नीत्यलीला जंगलो बागुरी, बिमाली, अने हल्दीबारी क्षेत्रोमां जोवा मळे छे. आ क्षेत्रमां अल्बीझीया प्रोसेरा, दौबंगा ग्रेंडीफ्लोरा, लेगेरस्ट्रोमीआ स्पेसीओसा, क्राटावा युनीलोक्युलेरीस, स्टेर्क्युलिया युरेनस, ग्रेवीआ सेर्रुलाटा, माल्लोटस फीलीप्पेनीस, ब्रीडेलीआ रेटुसा, एफानीया रुब्रा, लीआ इंडिका, अने लीआ अम्ब्राक्युलीफेरा. | ऊंचा विस्तारोना ऊंचा घासनी तुलना कोनी साथे करवामां आवी छे? | 213 | {
"answer_start": [
531
],
"text": [
"एलीफन्ट"
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | धारावी क्यां स्थित छे? | 214 | {
"answer_start": [
327
],
"text": [
"मध्य मुंबईमां"
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | धारावीमां कयो उद्योग छे? | 215 | {
"answer_start": [
381
],
"text": [
"रीसायक्लिंग"
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | ब्लु कोलर व्यवसाय कयो छे? | 216 | {
"answer_start": [
170
],
"text": [
"मिकेनिक"
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | बोलीवुड शेनुं केन्द्र छे? | 217 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | मुंबईमां केवा लोकोनी मोटी संख्या छे? | 218 | {
"answer_start": [
32
],
"text": [
"बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता"
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | वर्ष दरमियान विश्वमां सौथी वधु फिल्मोनुं निर्माण कोण करे छे? | 219 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | हिन्दी फिल्म इन्डस्ट्रीनुं हब कयुं छे? | 220 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | बोलीवुडनुं नाम शेना संयोजन परथी आव्युं छे? | 221 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | कयो उद्योग प्रत्यक्ष के परोक्ष रीते घणा लोकोने रोजगारी आपे छे? | 222 | {
"answer_start": [
242
],
"text": [
"बंदर अने जहाज"
]
} |
आ उपरांत मुंबईमां मोटाप्रमाणमां बिनकुशळ अने ओछी कुशळता धरावता लोकोनी विशाळ संख्या छे. जेओ मोटाभागे टेक्सी चलावीने, के फेरिया तरीके काम करीने रोजगारी कमाय छे. ज्यारे केटलाक मिकेनिक तरीके तो केटलाक ब्लु कोलर (blue collar) व्यवसायमां संकळायेला छे. बंदर अने जहाज उद्योगमां पण प्रत्यक्ष के अप्रत्यक्ष रीते केटलाय लोकोने रोजगारी आपे छे. मध्य मुंबईमां आवेली धारावी (Dharavi)मां मोटाप्रमाणमां रीसायक्लिंग उद्योग विकस्यो छे. अंही शहेरना नकामा कचराने रीसायकल करवामां आवे छे. आ जिल्लामां एक रृम धरातवी फेक्टरीओनी संख्या 15,000 जेटली छे. मुंबईमां मीडिया उद्योग पण मोटा प्रमाणमां रोजगारी आपे छे. भारतना मोटाभागना टेलिविझन अने सेटेलाईट नेटवर्क, तेमज मोटा प्रकाशन गृहो मुंबईमां वडुं मथक धरावे छे. | बोलिवूड नाम कोना संयोजनमांथी लेवामां आव्युं छे? | 223 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | कोना दबाणथी जनरल क्रिश्चियन स्मिथने उकेल माटे गांधीने वाटाघाटोना टेबल पर आमंत्रित करवानी फरज पडी हती? | 224 | {
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null
],
"text": [
""
]
} |
आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | एम्ब्युलन्स कोर्पमां केटला भारतीयो मानद स्वयंसेवको तरीके जोडाया? | 225 | {
"answer_start": [
206
],
"text": [
"३००"
]
} |
आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | भारतीयो साथे करवामां आवती अमानवीय वर्तणूकने लईने क्यां देशनां लोकोमां गुस्सो वधी रह्यो हतो? | 226 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | युद्धना अंत पछी, कोनी स्थितिमां कोई सुधारो थयो न हतो? | 227 | {
"answer_start": [
298
],
"text": [
"दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी"
]
} |
आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | गांधीजीए सत्याग्रहना मार्ग पर अहिंसक आंदोलननी घोषणा क्यारे करी? | 228 | {
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386
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"text": [
"१९०६मां"
]
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आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | कोणे एम्ब्युलन्स कोर्पनी स्थापना करी? | 229 | {
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39
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"text": [
"गांधीजीए"
]
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आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | गांधीने वाटाघाटोना टेबल पर आमंत्रित करवानी फरज कोने पडी हती? | 230 | {
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null
],
"text": [
""
]
} |
आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | सरकार कोनी सामे गुनो बनी गई छे? | 231 | {
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],
"text": [
""
]
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आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | पोताना ज लोकोना दबाणथी जनरल क्रिश्चियन स्मिथने उकेल माटे कोने वाटाघाटोना टेबल पर आमंत्रित करवानी फरज पडी हती? | 232 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ दरम्यान दक्षिण आफ्रिकामां जंग छेडायो. गांधीजीए एवी दलील करी के भारतीयोए जंगमां सरकारनी पडखे उभा रही दक्षिण आफ्रिकाना नागरिक अधिकारोनो दावो वधु मजबूत करवो जोइए. तेमणे एक एम्ब्युलन्स दळ पण ऊभुं कर्युं, जेमां ३०० भारतीयो मानद् अने ८०० भारतीयो सवेतन स्वयंसेवक तरीके जोडाया. आम छतां युद्ध समाप्त थया पछी दक्षिण आफ्रिकामां भारतीयोनी स्थितिमां कंई सुधारो न थयो, ऊलटी परिस्थिति वधु खराब बनती गई. १९०६मां ट्रान्सवाल सरकारे एक कायदो बनाव्यो जे मुजब (ब्रिटीश) कॉलोनीमां वसता भारतीयो माटे पंजीकरण (रजीस्ट्रेशन) फरजीयात करवामां आव्युं. सप्टेम्बर १९०६मां जोहानिसबर्ग खाते एक विरोध रेलीने संबोधता गांधीजीए सौ प्रथमवार सत्याग्रहने रस्ते अहिंसक आंदोलननी जाहेरात करी. तेमणे भारतीयोने नवा कायदानो विरोध अहिंसक रीते करवा अने विरोध माटे थती दरेक सजा स्वीकारवानी हाकल करी. गांधीजीथी प्रभावित भारतीयोए तेमना आदेशनुं अक्षरशः पालन कर्युं. आ अहिंसक आंदोलन पूरा सात वर्षनी मुदत सुधी चाल्युं जेमां हजारो भारतीयोने जेल जवुं पड्युं अने गांधीजीने तो घणी वखत! घणा भारतीयोने पोलीसना लाठीचार्ज, मार अने दमननो शिकार थवुं पड्युं. केटलाय निर्दोष भारतीयोए सरकारी गोळी झीलवी पडी अने ते पण पंजीकरण न करवा जेवा जुदा जुदा अहिंसक आंदोलन अने असहकारनी लडत माटे. | 1906 मां कोणे वसाहतमां रहेता भारतीयो माटे नोंधणी फरजियात बनावतो कायदो घड्यो? | 233 | {
"answer_start": [
394
],
"text": [
"ट्रान्सवाल सरकारे"
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | ताज महेलनुं प्रतिबिंब शेमां जोवा मळे छे?. | 234 | {
"answer_start": [
104
],
"text": [
"उच्चस्तर पर बला तळावमां"
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | चारबागना बगीचाओ शेनाथी प्रेरित हता? | 235 | {
"answer_start": [
461
],
"text": [
"फारसी बागोथी"
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | उच्च स्तर अथवा तळावने शुं कहेवामां आवे छे? | 236 | {
"answer_start": [
362
],
"text": [
"अल हौद अल कवथार"
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | फारसी शब्द परिदाई परथी उतरी आवेला शब्दनो अर्थ शुं थाय छे? | 237 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | ताजमहलना बागमां मुख्य द्वारथी कबर सुधी शुं छे? | 238 | {
"answer_start": [
329
],
"text": [
"फुवारा"
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | चारबागना बगीचाओ फारसी बगीचाओथी प्रेरित हता, अने कोना द्वारा भारतमां प्रथम वखत जोवामां आव्या हता?. | 239 | {
"answer_start": [
514
],
"text": [
"मोगल बादशाह बाबर"
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | फारसी रहस्यवादमां मुघल काळनो इस्लामिक लखाण फिरदोसने आदर्श पूर्णताना कइ रीते वर्णवे छे? | 240 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ बागमां ऊँचे उठेला पथ छे. आ पथ आ चार बागने १६ निम्न स्तर पर बनेली क्यारिओमां वहेंचे छे. बागनी मध्यमां एक उच्चस्तर पर बला तळावमां ताजमहलना प्रतिबिम्बनुं दर्शन थाय छे. आ मकबरा तथा मुख्यद्वारनी मध्यमां बनेलो छे. आ प्रतिबिम्ब ताज महलनी सुंदरताने चार चाँद लगावे छे. अन्य स्थानों पर बागमां वृक्षोने हारमाळा छे तथा मुख्य द्वारथी मकबरा सुधी फुवारा छे. आ उच्च स्तरना के तळावने अल हौद अल कवथार कहे छे, जो के मुहम्मद द्वारा प्रत्याशित अपारताने तळावने दर्शावे छे. चारबागना बगीचा फारसी बागोथी प्रेरित छे, तथा भारतमां प्रथम द्रष्ट्या मोगल बादशाह बाबर द्वारा बनवाएल हतां. आ स्वर्ग (जन्नत)नी चार वहेती नदिओ तथा पॅराडाइझ के फिरदौसना बागोंनी तरफ संकेत करे छे. | चार नदीओ केटली दिशामां वहे छे? | 241 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ मंदिर सूर्यदेव (अर्क) ने समर्पित हतुं, जेमने स्थानीय लोको बिरंचि-नारायण कहतां हतां. आ जे क्षेत्रमां स्थित हतुं, तेने अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र कहेवातुं हतुं. पुराण अनुसार, कृष्णना पुत्र साम्ब ने तेमना श्रापथी कोढ रोग थई गयो हतो. साम्ब ए मित्रवनमां चंद्रभागा नदीना सागर संगम पर कोणार्कमां, बार वर्ष तपस्या करी, अने सूर्य देवने प्रसन्न कर्यां. सूर्यदेव, जे बधां रोगोना नाशक हतां, तेमणे आना रोगनो पण अंत कर्यो. तेमना सन्मानमां, साम्ब ए एक मंदिर निर्माणनो निश्चय कर्यो. पोताना रोग-नाश पछी, चंद्रभागा नदीमां स्नान करतां, तेने सूर्यदेवनी एक मूर्ति मळी. | बिरंचि-नारायण मंदिर कोने समर्पित हतुं? | 242 | {
"answer_start": [
8
],
"text": [
"सूर्यदेव"
]
} |
आ मंदिर सूर्यदेव (अर्क) ने समर्पित हतुं, जेमने स्थानीय लोको बिरंचि-नारायण कहतां हतां. आ जे क्षेत्रमां स्थित हतुं, तेने अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र कहेवातुं हतुं. पुराण अनुसार, कृष्णना पुत्र साम्ब ने तेमना श्रापथी कोढ रोग थई गयो हतो. साम्ब ए मित्रवनमां चंद्रभागा नदीना सागर संगम पर कोणार्कमां, बार वर्ष तपस्या करी, अने सूर्य देवने प्रसन्न कर्यां. सूर्यदेव, जे बधां रोगोना नाशक हतां, तेमणे आना रोगनो पण अंत कर्यो. तेमना सन्मानमां, साम्ब ए एक मंदिर निर्माणनो निश्चय कर्यो. पोताना रोग-नाश पछी, चंद्रभागा नदीमां स्नान करतां, तेने सूर्यदेवनी एक मूर्ति मळी. | स्थानिक लोको मंदिरने शुं कहेता हता? | 243 | {
"answer_start": [
60
],
"text": [
"बिरंचि-नारायण"
]
} |
आ मंदिर सूर्यदेव (अर्क) ने समर्पित हतुं, जेमने स्थानीय लोको बिरंचि-नारायण कहतां हतां. आ जे क्षेत्रमां स्थित हतुं, तेने अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र कहेवातुं हतुं. पुराण अनुसार, कृष्णना पुत्र साम्ब ने तेमना श्रापथी कोढ रोग थई गयो हतो. साम्ब ए मित्रवनमां चंद्रभागा नदीना सागर संगम पर कोणार्कमां, बार वर्ष तपस्या करी, अने सूर्य देवने प्रसन्न कर्यां. सूर्यदेव, जे बधां रोगोना नाशक हतां, तेमणे आना रोगनो पण अंत कर्यो. तेमना सन्मानमां, साम्ब ए एक मंदिर निर्माणनो निश्चय कर्यो. पोताना रोग-नाश पछी, चंद्रभागा नदीमां स्नान करतां, तेने सूर्यदेवनी एक मूर्ति मळी. | सांबाए मित्रवर्णा वनमां चंद्रभागा नदीना संगम पर कोनार्क खाते केटला वर्ष सुधी तपस्या करी अने सूर्यदेवने प्रसन्न कर्या हता? | 244 | {
"answer_start": [
291
],
"text": [
"बार"
]
} |
आ मंदिर सूर्यदेव (अर्क) ने समर्पित हतुं, जेमने स्थानीय लोको बिरंचि-नारायण कहतां हतां. आ जे क्षेत्रमां स्थित हतुं, तेने अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र कहेवातुं हतुं. पुराण अनुसार, कृष्णना पुत्र साम्ब ने तेमना श्रापथी कोढ रोग थई गयो हतो. साम्ब ए मित्रवनमां चंद्रभागा नदीना सागर संगम पर कोणार्कमां, बार वर्ष तपस्या करी, अने सूर्य देवने प्रसन्न कर्यां. सूर्यदेव, जे बधां रोगोना नाशक हतां, तेमणे आना रोगनो पण अंत कर्यो. तेमना सन्मानमां, साम्ब ए एक मंदिर निर्माणनो निश्चय कर्यो. पोताना रोग-नाश पछी, चंद्रभागा नदीमां स्नान करतां, तेने सूर्यदेवनी एक मूर्ति मळी. | कोना द्वारा मित्रवनना एक मंदिरमां मूर्ति स्थापित करवामां आवी हती? | 245 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ मंदिर सूर्यदेव (अर्क) ने समर्पित हतुं, जेमने स्थानीय लोको बिरंचि-नारायण कहतां हतां. आ जे क्षेत्रमां स्थित हतुं, तेने अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र कहेवातुं हतुं. पुराण अनुसार, कृष्णना पुत्र साम्ब ने तेमना श्रापथी कोढ रोग थई गयो हतो. साम्ब ए मित्रवनमां चंद्रभागा नदीना सागर संगम पर कोणार्कमां, बार वर्ष तपस्या करी, अने सूर्य देवने प्रसन्न कर्यां. सूर्यदेव, जे बधां रोगोना नाशक हतां, तेमणे आना रोगनो पण अंत कर्यो. तेमना सन्मानमां, साम्ब ए एक मंदिर निर्माणनो निश्चय कर्यो. पोताना रोग-नाश पछी, चंद्रभागा नदीमां स्नान करतां, तेने सूर्यदेवनी एक मूर्ति मळी. | सूर्यदेवना शरीरना समान भागमांथी कोना द्वारा प्रतिमानुं निर्माण करवामां आव्युं हतुं? | 246 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ मंदिर सूर्यदेव (अर्क) ने समर्पित हतुं, जेमने स्थानीय लोको बिरंचि-नारायण कहतां हतां. आ जे क्षेत्रमां स्थित हतुं, तेने अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र कहेवातुं हतुं. पुराण अनुसार, कृष्णना पुत्र साम्ब ने तेमना श्रापथी कोढ रोग थई गयो हतो. साम्ब ए मित्रवनमां चंद्रभागा नदीना सागर संगम पर कोणार्कमां, बार वर्ष तपस्या करी, अने सूर्य देवने प्रसन्न कर्यां. सूर्यदेव, जे बधां रोगोना नाशक हतां, तेमणे आना रोगनो पण अंत कर्यो. तेमना सन्मानमां, साम्ब ए एक मंदिर निर्माणनो निश्चय कर्यो. पोताना रोग-नाश पछी, चंद्रभागा नदीमां स्नान करतां, तेने सूर्यदेवनी एक मूर्ति मळी. | जे विस्तारमां बिरंचि-नारायण मंदिर आवेलुं हतुं तेने शुं कहेवामां आवतुं हतुं? | 247 | {
"answer_start": [
118
],
"text": [
"अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र"
]
} |
आ मंदिर सूर्यदेव (अर्क) ने समर्पित हतुं, जेमने स्थानीय लोको बिरंचि-नारायण कहतां हतां. आ जे क्षेत्रमां स्थित हतुं, तेने अर्क-क्षेत्र के पद्म-क्षेत्र कहेवातुं हतुं. पुराण अनुसार, कृष्णना पुत्र साम्ब ने तेमना श्रापथी कोढ रोग थई गयो हतो. साम्ब ए मित्रवनमां चंद्रभागा नदीना सागर संगम पर कोणार्कमां, बार वर्ष तपस्या करी, अने सूर्य देवने प्रसन्न कर्यां. सूर्यदेव, जे बधां रोगोना नाशक हतां, तेमणे आना रोगनो पण अंत कर्यो. तेमना सन्मानमां, साम्ब ए एक मंदिर निर्माणनो निश्चय कर्यो. पोताना रोग-नाश पछी, चंद्रभागा नदीमां स्नान करतां, तेने सूर्यदेवनी एक मूर्ति मळी. | सांबाए क्यां वनमां तपस्या करी हती? | 248 | {
"answer_start": [
239
],
"text": [
"मित्रवनमां"
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | मुमताझ महेलनी मूळ कबरमां अल्लाहना केटला नाम छे? | 249 | {
"answer_start": [
624
],
"text": [
"हतु"
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | शाहजहांनी कबर मुमताझनी कबर करतां केवी छे? | 250 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | मुमताझ महेलनी कबर क्यां स्थित छे? | 251 | {
"answer_start": [
153
],
"text": [
"आंतरिक कक्षनी मध्यमां"
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | ताजमहेलमांनी कबर मात्र कोना माटे ज बनाववामां आवी हती? | 252 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | शाहजहांनी कबर कई बाजुए छे? | 253 | {
"answer_start": [
478
],
"text": [
"मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ"
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | मंदिरनो आधार अने टोच केनाथी शणगारवामां आव्या छे? | 254 | {
"answer_start": [
283
],
"text": [
"बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी"
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | कोनी कबर पर एक शिलालेख छे? | 255 | {
"answer_start": [
135
],
"text": [
"मुमताज महेल"
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | शाहजहां अने मुमताझ महेलनां मृतदेहो क्यां कबरमां दफनाववामां आव्या छे? | 256 | {
"answer_start": [
79
],
"text": [
"असली"
]
} |
आ माटे शाहजहां तथा मुमताज महल ना पार्थिव शरीर आनी नीचे तुलनात्मक रूपथी साधारण, असली कबरोमां दफ्न छे, जेमना मुख जमणी तथा मक्कानी तरफ छे. मुमताज महेलनी कबर आंतरिक कक्षनी मध्यमां स्थित छे, जेनो लंबचोरसाकार आरस आधार १.५ मीटर पहोळो तथा २.५ मीटर लाम्बो छे. आधार तथा ऊपरनो शृंगारदान रूप,बनें बहुमूल्य पत्थरो तथा रत्नोथी जडेला छे. आ उपर करेल सुलेखन मुमताजना व्यक्तिमत्व तथा प्रशंसामां छे. आना ढाकणां पर एक उभरायेल लंबचोरस लोजैन्ज (र्होम्बस) बनेल छे, जे एक लेखन पट्टनो आभास छे. शाहजहांनी कबर मुमताजनी कबरनी दक्षिण तरफ छे. आ पूरा क्षेत्रमां एकमात्र दृश्य असम्मितीय घटक छे. आ असम्मिती शायद ए माटे छे, के शाहजहांनी कबर अहीं बने ते निर्धारित न हतु. | शाहजहां तथा मुमताझनी कबरना चहेरा कई बाजु छे? | 257 | {
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111
],
"text": [
"जमणी तथा मक्कानी"
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | चाणक्य शेमां नोंधे छे के राजानुं सुख प्रजाना सुखमां छे? | 258 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | जो के, आ दलील नवा जन्मेला विशाळ साम्राज्यना शाना माटे पण जरूरी होवानी दलील करवामां आवे छे? | 259 | {
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null
],
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""
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | चंद्रगुप्तना शाशनमां कोने तेमना मालिकोना जुलमथी बचाववा माटे विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता? | 260 | {
"answer_start": [
544
],
"text": [
"दास अने अन्य कर्मकारो"
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | जोके, आ दलील कोना सरळ शासन अने सुरक्षा माटे पण जरूरी होवानी दलील करवामां आवे छे? | 261 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | मौर्य प्रणालीनो कया शासन पर पण थोडो प्रभाव हतो? | 262 | {
"answer_start": [
253
],
"text": [
"तत्कालीन युनानी शासन"
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | कई प्रणाली एक रीते मगधना भूतपूर्व शासकोनी प्रणालीनुं विस्तरण हतुं? | 263 | {
"answer_start": [
402
],
"text": [
"सुदृढ न्यायप्रणाली"
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | कोणे पोताना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी शासननी लोकप्रिय व्यवस्था स्थापी हती? | 264 | {
"answer_start": [
53
],
"text": [
"चंद्रगुप्ते"
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | कोणे अर्थशास्त्रमां नोंधे छे के राजानुं सुख प्रजाना सुखमां छे? | 265 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | चंद्रगुप्तना सलाहकार कोण हता? | 266 | {
"answer_start": [
89
],
"text": [
"चाणक्य"
]
} |
आ विशाळ साम्राज्यनी शासन-व्यवस्था ए सरळ कार्य नहोतुं. चंद्रगुप्ते तेना मंत्री अने सलाहकार चाणक्यनी मददथी लोकभोग्य शासन व्यवस्था स्थापित करी हती. मौर्य शासन व्यवस्था एक रीते मगधना पूर्व शासकोनी व्यवस्थानुं विस्तृत रूप हतुं. विद्वानोने मते मौर्य व्यवस्था पर तत्कालीन युनानी शासन व्यवस्थानो पण थोडो घणो प्रभाव जोवा मळे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्थानी मुख्य विशेषताओ सत्तानुं केन्द्रीकरण, विकसित अधिकारतंत्र, सुदृढ न्यायप्रणाली, कृषि तेमज वेपार वाणिज्यनी वृद्धि वगेरे छे. चंद्रगुप्तनी शासन व्यवस्था लोककेन्द्री हती जे तेना अनुगामी शासकोए पण अपनावी हती. दास अने अन्य कर्मकारोने तेमना मालिकोना अत्याचारथी बचाववा हेतुं विस्तृत नियमो बनाववामां आव्या हता. अनाथ, गरीब, मृत सैनिको तेमज राज्यना कर्मचारीओना परिवारोनी भरणपोषणनी जवाबदारी राज्य उपर रहेती हती. व्यापारीओ तथा शिल्पीओना जानमालनी सुरक्षा सुदृढ करवामां आवी हती तथा सामान्य जनताना अनुचित शोषण सामे कठोर नियमो बनाववामां आव्या हता. मौर्य शासन व्यवस्थाना विस्तृत विवेचन प्रमाणे चंद्रगुप्तनुं शासन एक कल्याणकारी राज्यनी धारणा चरितार्थ करे छे. जोके, कंईक अंशे ते निरंकुश जणाय छे. दंड व्यवस्था अत्यंतिक कठोर जोवा मळे छे तथा व्यक्ति स्वातंत्र्यनो सर्वथा लोप जोवा मळे छे. | चाणक्य अर्थशास्त्रमां नोंधे छे के राजानुं सुख कोना सुखमां छे? | 267 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | एसइझेड नुं पूरुं नाम शुं छे? | 268 | {
"answer_start": [
246
],
"text": [
"स्पेशियल ईकोनोमिक झोन"
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | TICEL बायोटेक पार्क अने गोल्डन ज्युबिली बायोटेक पार्क क्यां आवेला छे? | 269 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | चेन्नई केटली राष्ट्रीयकृत बेंकोनुं मुख्य मथक छे? | 270 | {
"answer_start": [
722
],
"text": [
"त्रण"
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | कया टेलिकोम जायन्ट्स पासे चेन्नइमां आर एन्ड डी सुविधाओ छे? | 271 | {
"answer_start": [
null
],
"text": [
""
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | चेन्नई कया उत्पादननुं केन्द्र छे? | 272 | {
"answer_start": [
7
],
"text": [
"ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना"
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | वर्ष 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास केटला करोड हती? | 273 | {
"answer_start": [
478
],
"text": [
"144,214"
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | चेन्नाईमां आवेला स्टोक एक्सचेन्जनुं नाम शुं छे? | 274 | {
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null
],
"text": [
""
]
} |
आ शहेर ईलेक्ट्रोनिकस वस्तुओना उत्पादननुं केन्द्र छे, ज्यां डेल, नोकिया, मोटोरोला, सेंमसंग, फ्लेक्सोट्रोनिक्स अने फोक्सकोन जेवी बहुराष्ट्रीय कंपनीओए पोताना ईलेक्ट्रोनिक अने हार्डवेर मेन्युफेक्टरिंग प्लान्ट स्थाप्या छे, जे मोटाभागे श्रीपेरुम्बुदुर स्पेशियल ईकोनोमिक झोन (सेझ(SEZ))मां छे. घणी सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सेवाओ पुरी पाडती कंपनीओए तेमना डेवलपमेन्ट सेन्टर चेन्नईमां उभा कर्या छे, जेओ भारतनी सोफ्टवेरनी कुल निकासमां 14 टका हिस्सो आपे छे. 2006-07 दरमियान भारतनी सोफ्टवेर निकास 144,214 करोड रूपिया हती. जेना कारणे सोफ्टवेर निकास करतुं देशनुं बीजा नंबरनुं शहेर हतुं. तेना पहेला बेंगलोरनो नंबर आवे छे. जाणीती नाणाकीय संस्थाओ जेमां विश्व बेंक, एचएसबीसी(HSBC), सीटी बेंकना बेक ओफिस कामगीरी शहेरमां छे. चेन्नईमां राष्ट्रीय कक्षानी त्रण मोटी बेंकोनुं मुख्य मथक छे. तेमज घणी राज्य कक्षानी सहकारी, नाणाकीय अने वीमा कंपनीओना मथको चेन्नईमां छे. भारतनी केटलीक हेल्थकेर श्रेत्रनी संस्थाओ जेवी के एपोलो होस्पिटल (एशियानी सौथी मोटी होस्पिटल श्रेणी), शंकारा नेत्रालय अने श्री रामचंद्र मेडिकल सेन्टर शहेरमां आवेली छे, जे समग्र विश्वमांथी आवता मेडिकल टुरीस्ट माटेनी पसंदगीनी संस्थाओ छे. | घणा सोफ्टवेर अने सोफ्टवेर सर्विस प्रोवाइडर्से कया शहेरमां पोतानुं डेवलपमेन्ट सेन्टर स्थाप्युं छे? | 275 | {
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360
],
"text": [
"चेन्नईमां"
]
} |
आ सिवाय विश्वनुं सौथी मोटुं जहाजच्छेदन कारखानुं, (शीपब्रेकींग यार्ड) अलंगमां आवेलुं छे. भारतनुं एक मात्र प्रवाही रसायण बंदर दाहेजमां आवेलुं छे जेने गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल कम्पनीए विकसाव्युं छे. भारतमां आवेला त्रण प्राकृतिक प्रवाही वायुना टार्मिनल पैकीना बे गुजरातमां (दाहेज अने हजीरा) आवेलां छे. आ साथे बे अन्य टार्मिनल ने पीपवाअने मुंद्रामां विकसाववानी योजना छे. गुजरात भारतनुं एकमात्र एवुं राज्य छे जेमां राज्य व्यापी २२०० चो. किमी नी गॅस ग्रीड फेलायेली छे. राज्यना ८७.९% रस्ता डामरना पाका रस्ता छे. गुजरातना ९८.८६% गामडाओ सर्व ऋतुमां वापरी शकाय एवा पाका रस्ता वडे जोडायेला छे जे टकावारी भारतमां सौथी वधु छे. गुजरातना १८००० जेटला गामडाओ पैकी १००% टका गामडाओने ग्राम ज्योति योजना हेथळ २४ कलाक विद्युत पुरवठो अपाय छे. | भारतनुं एकमात्र प्रवाही रासायणिक बंदर क्यां आवेलुं छे? | 276 | {
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123
],
"text": [
"दाहेजमां"
]
} |
आ सिवाय विश्वनुं सौथी मोटुं जहाजच्छेदन कारखानुं, (शीपब्रेकींग यार्ड) अलंगमां आवेलुं छे. भारतनुं एक मात्र प्रवाही रसायण बंदर दाहेजमां आवेलुं छे जेने गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल कम्पनीए विकसाव्युं छे. भारतमां आवेला त्रण प्राकृतिक प्रवाही वायुना टार्मिनल पैकीना बे गुजरातमां (दाहेज अने हजीरा) आवेलां छे. आ साथे बे अन्य टार्मिनल ने पीपवाअने मुंद्रामां विकसाववानी योजना छे. गुजरात भारतनुं एकमात्र एवुं राज्य छे जेमां राज्य व्यापी २२०० चो. किमी नी गॅस ग्रीड फेलायेली छे. राज्यना ८७.९% रस्ता डामरना पाका रस्ता छे. गुजरातना ९८.८६% गामडाओ सर्व ऋतुमां वापरी शकाय एवा पाका रस्ता वडे जोडायेला छे जे टकावारी भारतमां सौथी वधु छे. गुजरातना १८००० जेटला गामडाओ पैकी १००% टका गामडाओने ग्राम ज्योति योजना हेथळ २४ कलाक विद्युत पुरवठो अपाय छे. | दहेजने कई कंपनी द्वारा विकसाववामां आव्युं छे? | 277 | {
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147
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"text": [
"गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल"
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आ सिवाय विश्वनुं सौथी मोटुं जहाजच्छेदन कारखानुं, (शीपब्रेकींग यार्ड) अलंगमां आवेलुं छे. भारतनुं एक मात्र प्रवाही रसायण बंदर दाहेजमां आवेलुं छे जेने गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल कम्पनीए विकसाव्युं छे. भारतमां आवेला त्रण प्राकृतिक प्रवाही वायुना टार्मिनल पैकीना बे गुजरातमां (दाहेज अने हजीरा) आवेलां छे. आ साथे बे अन्य टार्मिनल ने पीपवाअने मुंद्रामां विकसाववानी योजना छे. गुजरात भारतनुं एकमात्र एवुं राज्य छे जेमां राज्य व्यापी २२०० चो. किमी नी गॅस ग्रीड फेलायेली छे. राज्यना ८७.९% रस्ता डामरना पाका रस्ता छे. गुजरातना ९८.८६% गामडाओ सर्व ऋतुमां वापरी शकाय एवा पाका रस्ता वडे जोडायेला छे जे टकावारी भारतमां सौथी वधु छे. गुजरातना १८००० जेटला गामडाओ पैकी १००% टका गामडाओने ग्राम ज्योति योजना हेथळ २४ कलाक विद्युत पुरवठो अपाय छे. | कयुं बंदर विश्वना सौथी मोटा जहाज तोडवाना यार्डनुं घर पण छे? | 278 | {
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69
],
"text": [
"अलंग"
]
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आ सिवाय विश्वनुं सौथी मोटुं जहाजच्छेदन कारखानुं, (शीपब्रेकींग यार्ड) अलंगमां आवेलुं छे. भारतनुं एक मात्र प्रवाही रसायण बंदर दाहेजमां आवेलुं छे जेने गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल कम्पनीए विकसाव्युं छे. भारतमां आवेला त्रण प्राकृतिक प्रवाही वायुना टार्मिनल पैकीना बे गुजरातमां (दाहेज अने हजीरा) आवेलां छे. आ साथे बे अन्य टार्मिनल ने पीपवाअने मुंद्रामां विकसाववानी योजना छे. गुजरात भारतनुं एकमात्र एवुं राज्य छे जेमां राज्य व्यापी २२०० चो. किमी नी गॅस ग्रीड फेलायेली छे. राज्यना ८७.९% रस्ता डामरना पाका रस्ता छे. गुजरातना ९८.८६% गामडाओ सर्व ऋतुमां वापरी शकाय एवा पाका रस्ता वडे जोडायेला छे जे टकावारी भारतमां सौथी वधु छे. गुजरातना १८००० जेटला गामडाओ पैकी १००% टका गामडाओने ग्राम ज्योति योजना हेथळ २४ कलाक विद्युत पुरवठो अपाय छे. | भारतमां त्रण कुदरती गेस टर्मिनलमांथी केटला टर्मिनल गुजरातमां आवेला छे? | 279 | {
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257
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"बे"
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आ सिवाय विश्वनुं सौथी मोटुं जहाजच्छेदन कारखानुं, (शीपब्रेकींग यार्ड) अलंगमां आवेलुं छे. भारतनुं एक मात्र प्रवाही रसायण बंदर दाहेजमां आवेलुं छे जेने गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल कम्पनीए विकसाव्युं छे. भारतमां आवेला त्रण प्राकृतिक प्रवाही वायुना टार्मिनल पैकीना बे गुजरातमां (दाहेज अने हजीरा) आवेलां छे. आ साथे बे अन्य टार्मिनल ने पीपवाअने मुंद्रामां विकसाववानी योजना छे. गुजरात भारतनुं एकमात्र एवुं राज्य छे जेमां राज्य व्यापी २२०० चो. किमी नी गॅस ग्रीड फेलायेली छे. राज्यना ८७.९% रस्ता डामरना पाका रस्ता छे. गुजरातना ९८.८६% गामडाओ सर्व ऋतुमां वापरी शकाय एवा पाका रस्ता वडे जोडायेला छे जे टकावारी भारतमां सौथी वधु छे. गुजरातना १८००० जेटला गामडाओ पैकी १००% टका गामडाओने ग्राम ज्योति योजना हेथळ २४ कलाक विद्युत पुरवठो अपाय छे. | कुदरती गेसना आधारे वीजळीनुं उत्पादन करवा माटे कयुं राज्य भारतनुं प्रथम राज्य छे? | 280 | {
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""
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आ सिवाय विश्वनुं सौथी मोटुं जहाजच्छेदन कारखानुं, (शीपब्रेकींग यार्ड) अलंगमां आवेलुं छे. भारतनुं एक मात्र प्रवाही रसायण बंदर दाहेजमां आवेलुं छे जेने गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल कम्पनीए विकसाव्युं छे. भारतमां आवेला त्रण प्राकृतिक प्रवाही वायुना टार्मिनल पैकीना बे गुजरातमां (दाहेज अने हजीरा) आवेलां छे. आ साथे बे अन्य टार्मिनल ने पीपवाअने मुंद्रामां विकसाववानी योजना छे. गुजरात भारतनुं एकमात्र एवुं राज्य छे जेमां राज्य व्यापी २२०० चो. किमी नी गॅस ग्रीड फेलायेली छे. राज्यना ८७.९% रस्ता डामरना पाका रस्ता छे. गुजरातना ९८.८६% गामडाओ सर्व ऋतुमां वापरी शकाय एवा पाका रस्ता वडे जोडायेला छे जे टकावारी भारतमां सौथी वधु छे. गुजरातना १८००० जेटला गामडाओ पैकी १००% टका गामडाओने ग्राम ज्योति योजना हेथळ २४ कलाक विद्युत पुरवठो अपाय छे. | अलंग शेनुं घर मानवामां आवे छे? | 281 | {
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28
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"जहाजच्छेदन"
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आ सिवाय विश्वनुं सौथी मोटुं जहाजच्छेदन कारखानुं, (शीपब्रेकींग यार्ड) अलंगमां आवेलुं छे. भारतनुं एक मात्र प्रवाही रसायण बंदर दाहेजमां आवेलुं छे जेने गुजरात केमीकल पोर्ट टर्मिनल कम्पनीए विकसाव्युं छे. भारतमां आवेला त्रण प्राकृतिक प्रवाही वायुना टार्मिनल पैकीना बे गुजरातमां (दाहेज अने हजीरा) आवेलां छे. आ साथे बे अन्य टार्मिनल ने पीपवाअने मुंद्रामां विकसाववानी योजना छे. गुजरात भारतनुं एकमात्र एवुं राज्य छे जेमां राज्य व्यापी २२०० चो. किमी नी गॅस ग्रीड फेलायेली छे. राज्यना ८७.९% रस्ता डामरना पाका रस्ता छे. गुजरातना ९८.८६% गामडाओ सर्व ऋतुमां वापरी शकाय एवा पाका रस्ता वडे जोडायेला छे जे टकावारी भारतमां सौथी वधु छे. गुजरातना १८००० जेटला गामडाओ पैकी १००% टका गामडाओने ग्राम ज्योति योजना हेथळ २४ कलाक विद्युत पुरवठो अपाय छे. | कयुं राज्य देशमां वीजळीनुं बीजुं सौथी मोटुं उत्पादक छे? | 282 | {
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],
"text": [
""
]
} |
आ स्तूप मां एक स्थान पर बीजी शताब्दी ई. पू. मां तोड़फोड़ कराई हती. आ घटना शुंग सम्राट पुष्यमित्र शुंगना उत्थान सेने जोडी जोवाय छे. एम मनाय छे के पुष्यमित्र ए आ स्तूप नो ध्वंस क्र्यो हशे, अने पछी, तेना पुत्र अग्निमित्र ए आने पुनर्निर्मित करावडाव्युं हशे. . शुंग वंशना अंतिम वर्षोंमां, स्तूप ना मूळ रूप ना लगभग बमणा विस्तार पाषाण शिलाओं थी करायुं हतुं. आना गुम्बदने ऊपरथी चपटो करी, तेनी ऊपर त्रण छत्रीओ, एक नी ऊपर बीजी एम बनावडावाई हती. आ छत्रीओ एक चोरस मुंडेरनी अंदर बनी हती. पोताना घणा माळ सहित, आना शिखर पर धर्म नो प्रतीक, विधिनुं चक्र लागेल छे. आ गुम्बद एक ऊंचा गोळाकार ढोल रूपी निर्माण नी ऊपर लागेल हतुं. आनी ऊपर एक बे-माळ सीडीथे पहोंची शकातुं हतुं. भूमि स्तर पर बनेल बीजी पाषाण परिक्रमा, एक घेरा थे घेरायेल हती. | सांचीना स्तूपनो नाश क्यारे थयो हतो? | 283 | {
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24
],
"text": [
"बीजी शताब्दी ई. पू"
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आ स्तूप मां एक स्थान पर बीजी शताब्दी ई. पू. मां तोड़फोड़ कराई हती. आ घटना शुंग सम्राट पुष्यमित्र शुंगना उत्थान सेने जोडी जोवाय छे. एम मनाय छे के पुष्यमित्र ए आ स्तूप नो ध्वंस क्र्यो हशे, अने पछी, तेना पुत्र अग्निमित्र ए आने पुनर्निर्मित करावडाव्युं हशे. . शुंग वंशना अंतिम वर्षोंमां, स्तूप ना मूळ रूप ना लगभग बमणा विस्तार पाषाण शिलाओं थी करायुं हतुं. आना गुम्बदने ऊपरथी चपटो करी, तेनी ऊपर त्रण छत्रीओ, एक नी ऊपर बीजी एम बनावडावाई हती. आ छत्रीओ एक चोरस मुंडेरनी अंदर बनी हती. पोताना घणा माळ सहित, आना शिखर पर धर्म नो प्रतीक, विधिनुं चक्र लागेल छे. आ गुम्बद एक ऊंचा गोळाकार ढोल रूपी निर्माण नी ऊपर लागेल हतुं. आनी ऊपर एक बे-माळ सीडीथे पहोंची शकातुं हतुं. भूमि स्तर पर बनेल बीजी पाषाण परिक्रमा, एक घेरा थे घेरायेल हती. | सांचीना स्तूपनी छत्रीओ केनी अंदर बनाववामां आवी हती? | 284 | {
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443
],
"text": [
"चोरस मुंडेरनी"
]
} |
आ स्तूप मां एक स्थान पर बीजी शताब्दी ई. पू. मां तोड़फोड़ कराई हती. आ घटना शुंग सम्राट पुष्यमित्र शुंगना उत्थान सेने जोडी जोवाय छे. एम मनाय छे के पुष्यमित्र ए आ स्तूप नो ध्वंस क्र्यो हशे, अने पछी, तेना पुत्र अग्निमित्र ए आने पुनर्निर्मित करावडाव्युं हशे. . शुंग वंशना अंतिम वर्षोंमां, स्तूप ना मूळ रूप ना लगभग बमणा विस्तार पाषाण शिलाओं थी करायुं हतुं. आना गुम्बदने ऊपरथी चपटो करी, तेनी ऊपर त्रण छत्रीओ, एक नी ऊपर बीजी एम बनावडावाई हती. आ छत्रीओ एक चोरस मुंडेरनी अंदर बनी हती. पोताना घणा माळ सहित, आना शिखर पर धर्म नो प्रतीक, विधिनुं चक्र लागेल छे. आ गुम्बद एक ऊंचा गोळाकार ढोल रूपी निर्माण नी ऊपर लागेल हतुं. आनी ऊपर एक बे-माळ सीडीथे पहोंची शकातुं हतुं. भूमि स्तर पर बनेल बीजी पाषाण परिक्रमा, एक घेरा थे घेरायेल हती. | सांचीना स्तूपनो नाश कोणे कर्यो होवानुं मानवामां आवे छे? | 285 | {
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85
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"पुष्यमित्र"
]
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आ स्तूप मां एक स्थान पर बीजी शताब्दी ई. पू. मां तोड़फोड़ कराई हती. आ घटना शुंग सम्राट पुष्यमित्र शुंगना उत्थान सेने जोडी जोवाय छे. एम मनाय छे के पुष्यमित्र ए आ स्तूप नो ध्वंस क्र्यो हशे, अने पछी, तेना पुत्र अग्निमित्र ए आने पुनर्निर्मित करावडाव्युं हशे. . शुंग वंशना अंतिम वर्षोंमां, स्तूप ना मूळ रूप ना लगभग बमणा विस्तार पाषाण शिलाओं थी करायुं हतुं. आना गुम्बदने ऊपरथी चपटो करी, तेनी ऊपर त्रण छत्रीओ, एक नी ऊपर बीजी एम बनावडावाई हती. आ छत्रीओ एक चोरस मुंडेरनी अंदर बनी हती. पोताना घणा माळ सहित, आना शिखर पर धर्म नो प्रतीक, विधिनुं चक्र लागेल छे. आ गुम्बद एक ऊंचा गोळाकार ढोल रूपी निर्माण नी ऊपर लागेल हतुं. आनी ऊपर एक बे-माळ सीडीथे पहोंची शकातुं हतुं. भूमि स्तर पर बनेल बीजी पाषाण परिक्रमा, एक घेरा थे घेरायेल हती. | सांचीना स्तूपमां केटला गुंबज हता? | 286 | {
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null
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""
]
} |
आ स्तूप मां एक स्थान पर बीजी शताब्दी ई. पू. मां तोड़फोड़ कराई हती. आ घटना शुंग सम्राट पुष्यमित्र शुंगना उत्थान सेने जोडी जोवाय छे. एम मनाय छे के पुष्यमित्र ए आ स्तूप नो ध्वंस क्र्यो हशे, अने पछी, तेना पुत्र अग्निमित्र ए आने पुनर्निर्मित करावडाव्युं हशे. . शुंग वंशना अंतिम वर्षोंमां, स्तूप ना मूळ रूप ना लगभग बमणा विस्तार पाषाण शिलाओं थी करायुं हतुं. आना गुम्बदने ऊपरथी चपटो करी, तेनी ऊपर त्रण छत्रीओ, एक नी ऊपर बीजी एम बनावडावाई हती. आ छत्रीओ एक चोरस मुंडेरनी अंदर बनी हती. पोताना घणा माळ सहित, आना शिखर पर धर्म नो प्रतीक, विधिनुं चक्र लागेल छे. आ गुम्बद एक ऊंचा गोळाकार ढोल रूपी निर्माण नी ऊपर लागेल हतुं. आनी ऊपर एक बे-माळ सीडीथे पहोंची शकातुं हतुं. भूमि स्तर पर बनेल बीजी पाषाण परिक्रमा, एक घेरा थे घेरायेल हती. | सांचीना स्तूपनो नाश थवानी घटनाने कई रीते जोवामां आवे छे? | 287 | {
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103
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"text": [
"उत्थान"
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} |
आ स्तूप मां एक स्थान पर बीजी शताब्दी ई. पू. मां तोड़फोड़ कराई हती. आ घटना शुंग सम्राट पुष्यमित्र शुंगना उत्थान सेने जोडी जोवाय छे. एम मनाय छे के पुष्यमित्र ए आ स्तूप नो ध्वंस क्र्यो हशे, अने पछी, तेना पुत्र अग्निमित्र ए आने पुनर्निर्मित करावडाव्युं हशे. . शुंग वंशना अंतिम वर्षोंमां, स्तूप ना मूळ रूप ना लगभग बमणा विस्तार पाषाण शिलाओं थी करायुं हतुं. आना गुम्बदने ऊपरथी चपटो करी, तेनी ऊपर त्रण छत्रीओ, एक नी ऊपर बीजी एम बनावडावाई हती. आ छत्रीओ एक चोरस मुंडेरनी अंदर बनी हती. पोताना घणा माळ सहित, आना शिखर पर धर्म नो प्रतीक, विधिनुं चक्र लागेल छे. आ गुम्बद एक ऊंचा गोळाकार ढोल रूपी निर्माण नी ऊपर लागेल हतुं. आनी ऊपर एक बे-माळ सीडीथे पहोंची शकातुं हतुं. भूमि स्तर पर बनेल बीजी पाषाण परिक्रमा, एक घेरा थे घेरायेल हती. | कोना अनुसारथी सांचीना स्तूपमां उच्च स्तरे सुशोभित तोरणो शुंगा काळ साथे संबंधित नथी? | 288 | {
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"text": [
""
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} |
आ स्तूप मां एक स्थान पर बीजी शताब्दी ई. पू. मां तोड़फोड़ कराई हती. आ घटना शुंग सम्राट पुष्यमित्र शुंगना उत्थान सेने जोडी जोवाय छे. एम मनाय छे के पुष्यमित्र ए आ स्तूप नो ध्वंस क्र्यो हशे, अने पछी, तेना पुत्र अग्निमित्र ए आने पुनर्निर्मित करावडाव्युं हशे. . शुंग वंशना अंतिम वर्षोंमां, स्तूप ना मूळ रूप ना लगभग बमणा विस्तार पाषाण शिलाओं थी करायुं हतुं. आना गुम्बदने ऊपरथी चपटो करी, तेनी ऊपर त्रण छत्रीओ, एक नी ऊपर बीजी एम बनावडावाई हती. आ छत्रीओ एक चोरस मुंडेरनी अंदर बनी हती. पोताना घणा माळ सहित, आना शिखर पर धर्म नो प्रतीक, विधिनुं चक्र लागेल छे. आ गुम्बद एक ऊंचा गोळाकार ढोल रूपी निर्माण नी ऊपर लागेल हतुं. आनी ऊपर एक बे-माळ सीडीथे पहोंची शकातुं हतुं. भूमि स्तर पर बनेल बीजी पाषाण परिक्रमा, एक घेरा थे घेरायेल हती. | सांचीना स्तूपमां बीजा अने त्रीजा स्तूपनी इमारतो क्यारे बनाववामां आवी होवानुं जणाय छे? | 289 | {
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""
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} |
आखावर्षनी पुर अने भारे वरसादने कारणे अहीं घणां प्राणीओ अने संरक्षण माटे थयेला बांधकामनो नाश थाय छे. जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा, घणां प्राणीओ स्थळांतर करी उद्याननी सीमा बहार आवेला उंचा स्थळे आसरो लेवा जाय छे त्यां तेओना शिकारीओनो शिकार बनवानी शक्यता वधी जाय छे, के तेओ वाहनोनी अडफेटमां आवी जाय छे, के तेओने गामडाना लोको द्वारा पाकने नुकशान पहोंचाडता सजा आपवामां आवे छे. आ नुकशान उपशमन करवा, सत्ताधीशोए पहेरेदारी वधारी छे, चोकीमाटे वधारानी स्पीडबोट खरीदी छे,अने कृत्रिम उंच्च भूमि बनावी छे. उद्याननी दक्षिणमां आवेल राष्ट्रीय महामार्ग-३७ ने प्राणी सलामत रीते ओळंगी शके ते माटे घणां गलियारा बांधवामां आव्यां छे. रोगोनो फेलाव अटकाववा माटे अने वन्य प्रजातिओ अनुवांशीक विशिष्टता जाळवी राखवा, योजनाबद्ध पगलां जेमके आसपासना गामडाना ढोरोनो टीका करणॢ ज्यां स्थानीय ढोरोना अतिक्रमणनी आशंका छे तेवा संवेदनात्मक क्षेत्रनी वाड बांधणी ना कार्यो समयांतरे करवामां आवे छे. चा बगीचामां वपरातां जंतुनाशको द्वारा अने नुमलीगढनी पेट्रोलियम रीफायनरी द्वारा थतां जळ प्रदुषणथी आ क्षेत्रना जीवचक्रने खतरो छे. | आ आक्रमक छोडने नियंत्रित करवा माटे कई पद्धति पर संशोधन करवामां आवी रह्युं छे? | 290 | {
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]
} |
आखावर्षनी पुर अने भारे वरसादने कारणे अहीं घणां प्राणीओ अने संरक्षण माटे थयेला बांधकामनो नाश थाय छे. जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा, घणां प्राणीओ स्थळांतर करी उद्याननी सीमा बहार आवेला उंचा स्थळे आसरो लेवा जाय छे त्यां तेओना शिकारीओनो शिकार बनवानी शक्यता वधी जाय छे, के तेओ वाहनोनी अडफेटमां आवी जाय छे, के तेओने गामडाना लोको द्वारा पाकने नुकशान पहोंचाडता सजा आपवामां आवे छे. आ नुकशान उपशमन करवा, सत्ताधीशोए पहेरेदारी वधारी छे, चोकीमाटे वधारानी स्पीडबोट खरीदी छे,अने कृत्रिम उंच्च भूमि बनावी छे. उद्याननी दक्षिणमां आवेल राष्ट्रीय महामार्ग-३७ ने प्राणी सलामत रीते ओळंगी शके ते माटे घणां गलियारा बांधवामां आव्यां छे. रोगोनो फेलाव अटकाववा माटे अने वन्य प्रजातिओ अनुवांशीक विशिष्टता जाळवी राखवा, योजनाबद्ध पगलां जेमके आसपासना गामडाना ढोरोनो टीका करणॢ ज्यां स्थानीय ढोरोना अतिक्रमणनी आशंका छे तेवा संवेदनात्मक क्षेत्रनी वाड बांधणी ना कार्यो समयांतरे करवामां आवे छे. चा बगीचामां वपरातां जंतुनाशको द्वारा अने नुमलीगढनी पेट्रोलियम रीफायनरी द्वारा थतां जळ प्रदुषणथी आ क्षेत्रना जीवचक्रने खतरो छे. | वधारानी स्पीडबोट शेना माटे खरीदवामां आवी छे? | 291 | {
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415
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"चोकीमाटे"
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आखावर्षनी पुर अने भारे वरसादने कारणे अहीं घणां प्राणीओ अने संरक्षण माटे थयेला बांधकामनो नाश थाय छे. जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा, घणां प्राणीओ स्थळांतर करी उद्याननी सीमा बहार आवेला उंचा स्थळे आसरो लेवा जाय छे त्यां तेओना शिकारीओनो शिकार बनवानी शक्यता वधी जाय छे, के तेओ वाहनोनी अडफेटमां आवी जाय छे, के तेओने गामडाना लोको द्वारा पाकने नुकशान पहोंचाडता सजा आपवामां आवे छे. आ नुकशान उपशमन करवा, सत्ताधीशोए पहेरेदारी वधारी छे, चोकीमाटे वधारानी स्पीडबोट खरीदी छे,अने कृत्रिम उंच्च भूमि बनावी छे. उद्याननी दक्षिणमां आवेल राष्ट्रीय महामार्ग-३७ ने प्राणी सलामत रीते ओळंगी शके ते माटे घणां गलियारा बांधवामां आव्यां छे. रोगोनो फेलाव अटकाववा माटे अने वन्य प्रजातिओ अनुवांशीक विशिष्टता जाळवी राखवा, योजनाबद्ध पगलां जेमके आसपासना गामडाना ढोरोनो टीका करणॢ ज्यां स्थानीय ढोरोना अतिक्रमणनी आशंका छे तेवा संवेदनात्मक क्षेत्रनी वाड बांधणी ना कार्यो समयांतरे करवामां आवे छे. चा बगीचामां वपरातां जंतुनाशको द्वारा अने नुमलीगढनी पेट्रोलियम रीफायनरी द्वारा थतां जळ प्रदुषणथी आ क्षेत्रना जीवचक्रने खतरो छे. | प्राणीओ उद्याननी बहारनी ऊंची जमीन पर स्थळांतर केम करे छे? | 292 | {
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"जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा"
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आखावर्षनी पुर अने भारे वरसादने कारणे अहीं घणां प्राणीओ अने संरक्षण माटे थयेला बांधकामनो नाश थाय छे. जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा, घणां प्राणीओ स्थळांतर करी उद्याननी सीमा बहार आवेला उंचा स्थळे आसरो लेवा जाय छे त्यां तेओना शिकारीओनो शिकार बनवानी शक्यता वधी जाय छे, के तेओ वाहनोनी अडफेटमां आवी जाय छे, के तेओने गामडाना लोको द्वारा पाकने नुकशान पहोंचाडता सजा आपवामां आवे छे. आ नुकशान उपशमन करवा, सत्ताधीशोए पहेरेदारी वधारी छे, चोकीमाटे वधारानी स्पीडबोट खरीदी छे,अने कृत्रिम उंच्च भूमि बनावी छे. उद्याननी दक्षिणमां आवेल राष्ट्रीय महामार्ग-३७ ने प्राणी सलामत रीते ओळंगी शके ते माटे घणां गलियारा बांधवामां आव्यां छे. रोगोनो फेलाव अटकाववा माटे अने वन्य प्रजातिओ अनुवांशीक विशिष्टता जाळवी राखवा, योजनाबद्ध पगलां जेमके आसपासना गामडाना ढोरोनो टीका करणॢ ज्यां स्थानीय ढोरोना अतिक्रमणनी आशंका छे तेवा संवेदनात्मक क्षेत्रनी वाड बांधणी ना कार्यो समयांतरे करवामां आवे छे. चा बगीचामां वपरातां जंतुनाशको द्वारा अने नुमलीगढनी पेट्रोलियम रीफायनरी द्वारा थतां जळ प्रदुषणथी आ क्षेत्रना जीवचक्रने खतरो छे. | प्राणीओने पाकने नुकसान करवा बदल कोण सजा करे छे? | 293 | {
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"गामडाना लोको"
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आखावर्षनी पुर अने भारे वरसादने कारणे अहीं घणां प्राणीओ अने संरक्षण माटे थयेला बांधकामनो नाश थाय छे. जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा, घणां प्राणीओ स्थळांतर करी उद्याननी सीमा बहार आवेला उंचा स्थळे आसरो लेवा जाय छे त्यां तेओना शिकारीओनो शिकार बनवानी शक्यता वधी जाय छे, के तेओ वाहनोनी अडफेटमां आवी जाय छे, के तेओने गामडाना लोको द्वारा पाकने नुकशान पहोंचाडता सजा आपवामां आवे छे. आ नुकशान उपशमन करवा, सत्ताधीशोए पहेरेदारी वधारी छे, चोकीमाटे वधारानी स्पीडबोट खरीदी छे,अने कृत्रिम उंच्च भूमि बनावी छे. उद्याननी दक्षिणमां आवेल राष्ट्रीय महामार्ग-३७ ने प्राणी सलामत रीते ओळंगी शके ते माटे घणां गलियारा बांधवामां आव्यां छे. रोगोनो फेलाव अटकाववा माटे अने वन्य प्रजातिओ अनुवांशीक विशिष्टता जाळवी राखवा, योजनाबद्ध पगलां जेमके आसपासना गामडाना ढोरोनो टीका करणॢ ज्यां स्थानीय ढोरोना अतिक्रमणनी आशंका छे तेवा संवेदनात्मक क्षेत्रनी वाड बांधणी ना कार्यो समयांतरे करवामां आवे छे. चा बगीचामां वपरातां जंतुनाशको द्वारा अने नुमलीगढनी पेट्रोलियम रीफायनरी द्वारा थतां जळ प्रदुषणथी आ क्षेत्रना जीवचक्रने खतरो छे. | उद्याननी दक्षिणमां शुं छे? | 294 | {
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"राष्ट्रीय महामार्ग-३७"
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आखावर्षनी पुर अने भारे वरसादने कारणे अहीं घणां प्राणीओ अने संरक्षण माटे थयेला बांधकामनो नाश थाय छे. जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा, घणां प्राणीओ स्थळांतर करी उद्याननी सीमा बहार आवेला उंचा स्थळे आसरो लेवा जाय छे त्यां तेओना शिकारीओनो शिकार बनवानी शक्यता वधी जाय छे, के तेओ वाहनोनी अडफेटमां आवी जाय छे, के तेओने गामडाना लोको द्वारा पाकने नुकशान पहोंचाडता सजा आपवामां आवे छे. आ नुकशान उपशमन करवा, सत्ताधीशोए पहेरेदारी वधारी छे, चोकीमाटे वधारानी स्पीडबोट खरीदी छे,अने कृत्रिम उंच्च भूमि बनावी छे. उद्याननी दक्षिणमां आवेल राष्ट्रीय महामार्ग-३७ ने प्राणी सलामत रीते ओळंगी शके ते माटे घणां गलियारा बांधवामां आव्यां छे. रोगोनो फेलाव अटकाववा माटे अने वन्य प्रजातिओ अनुवांशीक विशिष्टता जाळवी राखवा, योजनाबद्ध पगलां जेमके आसपासना गामडाना ढोरोनो टीका करणॢ ज्यां स्थानीय ढोरोना अतिक्रमणनी आशंका छे तेवा संवेदनात्मक क्षेत्रनी वाड बांधणी ना कार्यो समयांतरे करवामां आवे छे. चा बगीचामां वपरातां जंतुनाशको द्वारा अने नुमलीगढनी पेट्रोलियम रीफायनरी द्वारा थतां जळ प्रदुषणथी आ क्षेत्रना जीवचक्रने खतरो छे. | प्राणीओ अने पक्षीओना मोत केवी रीते थया? | 295 | {
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"शिकारीओनो शिकार बनवा"
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आखावर्षनी पुर अने भारे वरसादने कारणे अहीं घणां प्राणीओ अने संरक्षण माटे थयेला बांधकामनो नाश थाय छे. जळमग्न क्षेत्रोथी बचवा, घणां प्राणीओ स्थळांतर करी उद्याननी सीमा बहार आवेला उंचा स्थळे आसरो लेवा जाय छे त्यां तेओना शिकारीओनो शिकार बनवानी शक्यता वधी जाय छे, के तेओ वाहनोनी अडफेटमां आवी जाय छे, के तेओने गामडाना लोको द्वारा पाकने नुकशान पहोंचाडता सजा आपवामां आवे छे. आ नुकशान उपशमन करवा, सत्ताधीशोए पहेरेदारी वधारी छे, चोकीमाटे वधारानी स्पीडबोट खरीदी छे,अने कृत्रिम उंच्च भूमि बनावी छे. उद्याननी दक्षिणमां आवेल राष्ट्रीय महामार्ग-३७ ने प्राणी सलामत रीते ओळंगी शके ते माटे घणां गलियारा बांधवामां आव्यां छे. रोगोनो फेलाव अटकाववा माटे अने वन्य प्रजातिओ अनुवांशीक विशिष्टता जाळवी राखवा, योजनाबद्ध पगलां जेमके आसपासना गामडाना ढोरोनो टीका करणॢ ज्यां स्थानीय ढोरोना अतिक्रमणनी आशंका छे तेवा संवेदनात्मक क्षेत्रनी वाड बांधणी ना कार्यो समयांतरे करवामां आवे छे. चा बगीचामां वपरातां जंतुनाशको द्वारा अने नुमलीगढनी पेट्रोलियम रीफायनरी द्वारा थतां जळ प्रदुषणथी आ क्षेत्रना जीवचक्रने खतरो छे. | काझीरंगा राष्ट्रीय उद्यानमां कई कई आक्रमक प्रजातिओ द्वारा खतरो छे? | 296 | {
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आधारशिला तथा मकबराने निर्मित थवामां बार वर्ष लाग्यां. शेष इमारतो तथा भागोने बीजां दस वर्षोमां पूर्ण करायां. आमां पहला मिनारा, पछी मस्जिद, पछी जवाब तथा अंतमां मुख्य द्वार बन्या. केमके आ समूह, घणी अवस्थाओमां बन्यो, माटेआनी निर्माण-समाप्तिनी तिथिमां घणी भिन्नता छे. आ एमाटे छे, केमके पूर्णताना घणां पृथक मत छे. उदाहरणतः मुख्य मकबरो १६४३मां पूर्ण थयो हतो, पण शेष समूह इमारतो बनती रही. आ प्रकारे आनी निर्माण कीमतमां पण भिन्नताओ छे, केमके आनी किंमत नक्की करवामां समयना अंतरालथी घणो फर्क आवी गयो छे. तो पण कुल मूल्य लगभग ३ अबज २० करोड रूपिया, ते समयानुसार आंकवामां आवे छे; जो के वर्तमानमां खरबों डॉलरथी पण वधु थइ शके छे, जो वर्तमान मुद्रामां बदलीए तो. ताजमहल ने संपूर्ण भारत तथा एशियाथी लवाएली गई सामग्रीथी निर्मित करवामां आव्यो हतो १,००० से अधिक हाथी निर्माण दरम्यान यातायात माटे उपयोगमां लेवाया हता. | परभासी सफेद आरस क्यांथी लाववामां आव्यो हतो? | 297 | {
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आधारशिला तथा मकबराने निर्मित थवामां बार वर्ष लाग्यां. शेष इमारतो तथा भागोने बीजां दस वर्षोमां पूर्ण करायां. आमां पहला मिनारा, पछी मस्जिद, पछी जवाब तथा अंतमां मुख्य द्वार बन्या. केमके आ समूह, घणी अवस्थाओमां बन्यो, माटेआनी निर्माण-समाप्तिनी तिथिमां घणी भिन्नता छे. आ एमाटे छे, केमके पूर्णताना घणां पृथक मत छे. उदाहरणतः मुख्य मकबरो १६४३मां पूर्ण थयो हतो, पण शेष समूह इमारतो बनती रही. आ प्रकारे आनी निर्माण कीमतमां पण भिन्नताओ छे, केमके आनी किंमत नक्की करवामां समयना अंतरालथी घणो फर्क आवी गयो छे. तो पण कुल मूल्य लगभग ३ अबज २० करोड रूपिया, ते समयानुसार आंकवामां आवे छे; जो के वर्तमानमां खरबों डॉलरथी पण वधु थइ शके छे, जो वर्तमान मुद्रामां बदलीए तो. ताजमहल ने संपूर्ण भारत तथा एशियाथी लवाएली गई सामग्रीथी निर्मित करवामां आव्यो हतो १,००० से अधिक हाथी निर्माण दरम्यान यातायात माटे उपयोगमां लेवाया हता. | राजस्थानथी शुं लाववामां आव्युं हतुं? | 298 | {
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आधारशिला तथा मकबराने निर्मित थवामां बार वर्ष लाग्यां. शेष इमारतो तथा भागोने बीजां दस वर्षोमां पूर्ण करायां. आमां पहला मिनारा, पछी मस्जिद, पछी जवाब तथा अंतमां मुख्य द्वार बन्या. केमके आ समूह, घणी अवस्थाओमां बन्यो, माटेआनी निर्माण-समाप्तिनी तिथिमां घणी भिन्नता छे. आ एमाटे छे, केमके पूर्णताना घणां पृथक मत छे. उदाहरणतः मुख्य मकबरो १६४३मां पूर्ण थयो हतो, पण शेष समूह इमारतो बनती रही. आ प्रकारे आनी निर्माण कीमतमां पण भिन्नताओ छे, केमके आनी किंमत नक्की करवामां समयना अंतरालथी घणो फर्क आवी गयो छे. तो पण कुल मूल्य लगभग ३ अबज २० करोड रूपिया, ते समयानुसार आंकवामां आवे छे; जो के वर्तमानमां खरबों डॉलरथी पण वधु थइ शके छे, जो वर्तमान मुद्रामां बदलीए तो. ताजमहल ने संपूर्ण भारत तथा एशियाथी लवाएली गई सामग्रीथी निर्मित करवामां आव्यो हतो १,००० से अधिक हाथी निर्माण दरम्यान यातायात माटे उपयोगमां लेवाया हता. | शेना विशे घणा जुदा जुदा मंतव्यो छे? | 299 | {
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